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फेसबुक फ्रेंड ने जाल में फंसाया

हैल्लो दोस्तों, में आज आप सभी के पाठकों को अपनी एक एसी सच्ची घटना बताने जा रही हूँ, जिसके मेरे साथ घटित होने से पहले मैंने उसके बारे में कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा कभी मेरे साथ घटित होगा, क्योंकि यह सब कुछ अंजाने में मेरे साथ हुआ और यह मेरे साथ कुछ सालों पहले घटित हुई, लेकिन इस घटना के बाद मुझे बहुत मज़ा आया. मैंने उसके बारे में बहुत सोचा और मन ही मन बहुत खुश होती रही. वैसे यह मेरा पहला सेक्स अनुभव और में पहली कहानी है.
दोस्तों 14 फरवरी को आलोक ने मुझे अपनी तरफ से दोस्ती का आग्रह किया. दोस्तों मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं था तो मैंने आलोक की दोस्ती के आग्रह को स्वीकार कर लिया. आलोक ने मुझे बताया कि वो इंदौर की एक बहुत बड़ी सॉफ्टवेर कंपनी में काम करता है. दोस्तों आलोक की प्रोफाइल में उसके बहुत सारे अच्छे अच्छे फोटो थे जिसमे वो दिखने में बहुत अच्छा लग रहा था और उसके जिम वाले शरीर को देखकर ही में उसकी तरफ आकर्षित होने लगी थी.
दोस्तों सबसे पहले में थोड़ा अपने बारे में भी बता देती हूँ, मेरी हाईट 5.5 है और में दिखने में बहुत सुंदर, रंग एकदम दूध जैसा गोरा, गुलाबी होंठ, पतली कमर, आकार में छोटे लेकिन एकदम तने हुए बूब्स और मेरे फिगर का आकार 32 -28 -34 है. दोस्तों मेरे स्कूल टाइम पर बहुत सारे लड़के मुझ पर लाईन मारते थे और मुझे छेड़ते थे. बहुत से लड़के तो मुझसे शादी भी करना चाहते थे, लेकिन मैंने कभी किसी को अपनी तरफ से लाईन नहीं दी, लेकिन आलोक का फोटो देखकर ही में उसकी तरफ आकर्षित होने लगी थी, ना जाने मुझे उसमे ऐसा क्या दिखा जो मुझे अपनी तरफ खींच रहा था और में लगातार उसकी तरफ खिंचती जा रही थी.
दोस्तों 20 फरवरी को में पहली बार आलोक के कहने पर एक कॉफी शॉप पर मिली उस दिन आलोक मेरे लिए बहुत ही प्यारा सा एक टेडी और बहुत सारी चोकलेट लेकर आया. फिर हम कुछ देर वहां पर बैठने के बाद फिल्म देखने चले गए, लेकिन हमने वहां पर भी फिल्म पर कम और हमारी बातों पर ज्यादा ध्यान दिया. हमने बहुत सारी बातें की. दोस्तों बातों से आलोक मुझे बहुत ही सीधा सा लग रहा था और वो मुझे बहुत शर्मिला स्वभाव का लग रहा था.
इस बीच उसने एक बार भी मेरा हाथ नहीं छुआ उसके साथ कुछ घंटे गुजारने के बाद में अपने घर पर जाकर बस उसी के बारे में सोचने लगी, जिसकी वजह में रात भर सो भी नहीं सकी. फिर दूसरे दिन मैंने सुबह जल्दी उठकर उसे फोन किया और कुछ देर इधर उधर की बातें करने के बाद मैंने उससे कहा कि में तुमसे दोबारा मिलना चाहती हूँ, तो आलोक ने मुझसे कहा कि उसे अभी ऑफिस जाना है और वो मुझसे नहीं मिल सकता और ऐसे ही पूरे तीन दिन हो गये, लेकिन वो मुझसे नहीं मिला. में अब उससे मिलने के लिए बहुत बेकरार होने लगी थी और मेरा किसी भी काम में मन नहीं लगता था. में कैसे भी उससे मिलना चाहती थी. फिर एक दिन उसने मुझसे कहा कि वो 2 मार्च को उसके ऑफिस से छुट्टी करेगा और तब वो उस दिन मुझसे जरुर मिलेगा, लेकिन में उससे थोड़ा जल्दी मिलना चाहती थी.
फिर उसने मुझसे चेटिंग करने को कहा और फिर हमने रात को फोन पर कुछ देर बातें करने के बाद चेटिंग करना शुरू किया और अब हम हर दिन जब भी हमे समय मिलता चेटिंग करने लगते थे. फिर एक दिन उसने मुझसे पूछा कि क्या में वर्जिन हूँ? तो मैंने उससे कहा कि हाँ मैंने कभी किसी को किस भी नहीं किया और काम तो बहुत दूर की बात है और उस रात को में उससे बातें करते समय बहुत गरम हो रही थी, जिसकी वजह से मेरी प्यासी चूत के अंदर एक अजीब सी हलचल हो रही थी. फिर आलोक ने मुझे और भी बहुत सारी बातें और सेक्स के बारे में बताना शुरू कर दिया था, जिनको सुन सुनकर मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर उसने मुझसे पूछा कि क्या मैंने अपने बूब्स किसी को दिखाए है? तो मैंने तुरंत कहा कि नहीं मैंने ऐसा कभी भी नहीं किया है. दोस्तों उसके मुहं से बूब्स शब्द सुनकर में अब और भी गरम होने लगी थी. फिर आलोक ने एक बार फिर मुझसे कहा कि उसे एक बार मेरे बूब्स देखना है, दोस्तों में उसकी यह बात सुनकर बहुत ज्यादा घबरा गई और में मन ही मन सोचने लगी कि अब में क्या करूं और इसकी बात का क्या जवाब दूँ? लेकिन आलोक ने मुझसे कहा कि तुम मेरे साथ जैसा में कहूँ वैसे करो, तुम्हे मेरे साथ साथ बहुत मज़ा आएगा, चलो अब जल्दी से मुझे अपने बूब्स मुझे दिखा दो.
फिर मैंने भी अब उसके कहते ही बिना कुछ सोचे समझे, लेकिन थोड़ा शरमाते हुए अपना टॉप उतार दिया और उस समय मैंने अंदर काली कलर की ब्रा पहनी हुई थी जो अब उसकी आखों के सामने थी. उसमे मेरे बूब्स बहुत सुंदर आकर्षक नजर आ आ रहे थे. फिर आलोक ने मुझसे वो ब्रा भी उतारने के लिए कहा तो मैंने बिना देर किए अपनी ब्रा को भी तुरंत उतार दिया, जिसकी वजह से मेरे छोटे आकार के गोरे गोरे बूब्स एकदम लटकते हुए अलोक के सामने थे. वो अपने लेपटॉप पर मेरी छाती को देखता रहा और वो करीब दो मिनट तक कुछ नहीं बोला.
फिर में भी अब बहुत गरम हो रही थी और मुझे जोश के साथ साथ थोड़ी शरम भी आ रही थी, क्योंकि आज पहली बार किसी लड़के ने मेरे बूब्स देखे थे, जिसकी वजह से मेरी चूत अब गीली होने लगी थी. अब आलोक ने मुझसे अपनी जीन्स को भी उतारने को कहा. दोस्तों में तो जैसे आलोक के कहने का इंतजार ही कर रही थी और मैंने उसके कहते ही तुरंत अपनी जींस को उतार दिया, लेकिन अब में आलोक के सामने पूरी नंगी होना चाहती थी, इसलिए मैंने उसके कहे बिना ही अपनी जींस के साथ साथ अपनी पेंटी को भी उतार दिया था और में आलोक के सामने पूरी नंगी थी, मेरे पूरे शरीर में अब कामुकता की आग लग रही थी और में उस आग में जल रही थी.
फिर मैंने देखा कि अब तक आलोक भी अपने सारे कपड़े उतार चुका था और में आलोक का सीधा खड़ा लंड देखकर और भी गरम होने लगी थी आलोक का लंड एकदम लंबा, मोटा, बिल्कुल टाईट था और वो अब अपने लंड को अपने एक हाथ से घिसने लगा था और में भी अपनी चूत को सहलाने, घिसने लगी और कुछ देर बाद में पूरी तरह से जोश में आकर अपनी चूत में अपनी एक ऊँगली को लगातार ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगी, जिसकी वजह से मुझे बहुत मज़ा आने लगा और में उस अहसास को आप सभी को किसी भी शब्दों में नहीं बता सकती कि में उस समय कैसा महसूस कर रही थी, लेकिन उसके कुछ देर बाद मेरी चूत ने पहली बार बहुत सारा गरम गरम पानी बाहर निकाल दिया.
में एक बार झड़ चुकी थी और वो सब मेरे साथ पहली बार हुआ था, लेकिन मुझे वो सब बहुत अच्छा लगा और मैंने उठ कर बाथरूम में जाकर अपनी चूत को साफ किया. फिर वो रात भर पूरा नंगा होकर मुझसे चेट करने लगा था. वो मुझे कभी मेरी चूत को तो कभी बूब्स को सहलाने, दबाने के लिए कहता मुझे तरह तरह से बैठने, खड़े होने, लेटने के लिए बोलता और में भी उसके कहने पर यह सब बहुत मज़े से कर रही थी और सुबह करीब 5 बजे में सो गई, लेकिन तब भी आलोक ने मुझे अपना केमरा चालू रखने को कहा में ऐसे ही पूरी नंगी आलोक के केमरे के सामने सो गई. फिर करीब 12 बजे आलोक ने मुझे कॉल किया और उसने मुझसे बोला कि कल उसने अपने ऑफिस से एक दिन की छुट्टी ले ली है और वो अब मुझे मिलना चाहता है.
फिर में उसकी यह बात सुनकर बहुत खुश हो गयी और फिर मैंने उससे मिलने की जगह और समय पूछा. उसने मुझे मिलने के लिए सुबह करीब 9 बजे बुलाया और में उसकी बताई हुई जगह पर पहुंच गई. फिर वो कार से मुझे एक घर पर ले गया. मैंने देखा कि उस घर में कोई नहीं था और वहां पर पहुंचकर बाथरूम में जाकर फ्रेश होने गयी और जब में बाथरूम से फ्रेश होकर बाहर आई तो मैंने देखा कि आलोक अपने लेपटॉप पर कुछ देखा रहा था. फिर जब में उसके पास गई तो मैंने देखा कि उसके लेपटॉप में मेरा वीडियो था जिसमे मेरी चूत, बूब्स मेरे जिस्म का हर एक अंग नजर आ रहा था था. वो सब उसने कल रात को मुझसे चेटिंग करते समय रिकॉर्ड किया था. वो उसे देखकर बहुत खुश हो रहा था और में यह सब देखकर बहुत डर गई थी.
फिर आलोक मेरा चेहरा देखकर मेरी तरफ मुस्कराने लगा और वो मुझसे बोला कि बेबी यह वीडियो में तुम्हारे भाई को भेज दूंगा तो बोलो कैसा रहेगा? तो मैंने उससे कहा कि आलोक तुम यह क्या कह रहे हो? तो आलोक मुझसे बोला कि बेबी जैसा में तुमसे कहूँ तुम वैसा करो वरना में तुम्हारा यह वीडियो तुम्हारे भाई को भेज दूंगा. अब में उसकी यह बात सुनकर रोने लगी और उससे बोली कि आलोक प्लीज मेरे साथ तुम ऐसा मत करना, वर्ना में अपने घर वालों की नजरों में एकदम गिर जाउंगी, प्लीज तुम उसे अपने लेपटॉप से हटा दो.
फिर आलोक बोला कि ठीक है अगर तुम कहती हो तो में ऐसा कुछ भी नहीं करूँगा, लेकिन यह तब होगा जब तुम मेरी सारी बातें मनोगी. दोस्तों मेरे पास अब आलोक की बातें मानने के अलावा कोई रास्ता भी नहीं था और अब में उसके जाल में बहुत बुरी तरह से फंस चुकी थी और में बहुत रो रही थी और मेरी आखों से आंसू रुकने को तैयार नहीं थे, लेकिन आलोक मेरी ऐसी हालत को भी देखकर बहुत खुश हो रहा था, क्योंकि मुझे उसके चेहरे से वो सब साफ साफ पता चल रहा था. फिर आलोक ने मुझसे कहा कि में अब उसके सामने अपने सारे कपड़े उतार दूँ और फिर मैंने उसके कहने पर चुपचाप अपने सारे कपड़े उतार दिए और अब मुझे मन ही मन अपनी उस ग़लती पर बहुत दुख हो रहा था. में अपनी उस गलती पर बहुत शर्मिंदा थी, लेकिन अब मेरे हाथ में ऐसा कुछ भी नहीं था जिससे में बच सकती.
अब आलोक ने मुझसे कहा कि में अपने कान पकड़कर एक कोने में खड़ी हो जाऊँ तो मैंने वैसे ही किया और वो किचन में चला गया और में अब भी अपने कान पकड़कर उसी जगह पर खड़ी हुई थी. आलोक कुछ खाने के लिए लेकर और खाने लगा फिर उसने अपनी जेब से मोबाईल बाहर निकाला और मेरे नंगे बदन का वीडियो बनाने लगा. मेरी चूत, बूब्स, गांड और मेरे सेक्सी बदन को अपने मोबाईल में कैद करने लगा. फिर मैंने आलोक से कहा कि वो प्लीज मेरा वीडियो ना ले, तभी उसने मुझसे कहा कि में अपना मुहं एकदम बंद रख वरना मेरे लिए अच्छा नहीं होगा में अब और भी ज़्यादा ज़ोर से रोने लगी और कान पकड़कर चुपचाप खड़ी हो गयी.
अब आलोक ने मुझसे उठक बैठक लगाने को कहा दोस्तों उसका कैमरा अभी भी चालू था मुझे बहुत ज्यादा डर लग रहा था क्योंकि मेरा एक और वीडियो बनता जा रहा था और उठक बैठक का नाम सुनकर में और भी ज्यादा डर गई थी, क्योंकि मैंने कभी उठक बैठक नहीं लगाए थे. में आलोक से आग्रह करने लगी कि वो ऐसा कुछ ना करे, लेकिन वो मुझसे बोला कि अपना मुहं बंद रखो और जैसा में कहूँ तुम ठीक वैसा ही करो और फिर मैंने चार बार उठक बैठक लगाई और रुक गई. यह सब देखकर आलोक मुझसे बहुत गुस्सा हो गया और उसने मुझसे कहा कि जब तक वो ना कहे में नहीं रुकूँ और उसने मुझसे कहा कि में अपनी उठक बैठक ज़ोर की आवाज से गिनती रहूँ.
अब में धीरे धीरे उठक बैठक लगाने लगी और ज़ोर ज़ोर से गिनने लगी. यह सब मेरे लिए बहुत ही शर्मीदा करने वाला और बहुत दुखदायी था, क्योंकि में एक लड़के के सामने पूरी नंगी होकर उठक बैठक लगा रही थी और करीब 15 मिनट तक उठक बैठक लगाने के बाद में बहुत थक गई थी और रुक गई. अब मेरा पूरा शरीर काँप रहा था में पूरी तरह से पसीने से भीग चुकी थी और मुझमें अब बिल्कुल भी हिम्मत नहीं थी. दोस्तों यह थी मेरी कहानी जिसमे मेरे साथ यह सब कुछ हुआ और में ना चाहते हुए भी उसके सामने पूरी नंगी खड़ी थी.
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गर्लफ्रेंड की फ्रेंड को पकड़ लिया


हैल्लो दोस्तों, में हार्दिक आपके लिए एक कहानी लेकर आया हूँ. मेरी गर्लफ्रेंड की एक फ्रेंड थी प्रीति, उसको टू-व्हीलर सीखनी थी. एक दिन में मेरी गर्लफ्रेंड से मिलने हॉस्टल गया तो पता चला कि वो ऑफिस गयी है.
में वापस आने लगा तो बीच में मुझे मेरी गर्लफ्रेंड की फ्रेंड मिली, उसने पूछा कैसे हो. में बोला ठीक हूँ, फिर इधर उधर की बातें हुई, फिर वो पूछती है कि अब कहाँ जा रहे हो तो में बोला अभी थोड़ा काम से जा रहा हूँ तो वो बोली की गाड़ी लाये हो तो मैंने कहा हाँ, फिर वो बोली मुझे ड्राइविंग सिख़ाओ ना तो में बोला चलो मेरे साथ अभी सिखाता हूँ तो वो बोली सच, तो में बोला हाँ सच.
अब में आपको उसके बारे में बताता हूँ, उसका नाम प्रीति है और उसकी हाईट 5 फुट 6 इंच है. रंग गोरा और भूरी आँखे थी. उसकी सबसे खूबसूरत बात उसके बड़े बड़े बूब्स आम जैसे रसीले थे. फिर वो मेरे साथ टू व्हीलर पर बैठी और हम निकल गये. मैंने मेरा जो काम था, वो किया और उसको सिटी के बाहर ग्राउंड पर ले गया.
अब मैंने स्कूटर रोकी और उसको चलाने के लिए दिया. फिर उसने स्कूटर चालू की और में उसके हाथ पकड़कर पीछे बैठा और उसको सिखाने लगा. वो धीरे-धीरे चला रही थी और में उसके चिपक कर बैठा था कि कही स्कूटर गिरा ना दे, अब उसके टच से में गर्म हो गया था. फिर में उसके ज्यादा चिपक गया. फिर मैंने स्कूटर रोकने के लिए कहा तो उसने स्कूटर रोक दी. फिर मैंने उसे किक मारकर स्कूटर चालू करने के लिए कहा तो वो किक मारने के लिए थोड़ी उचक गयी, इसी दौरान मैंने अपना खड़ा लंड एड्जस्ट किया और फिर वो किक मार कर मेरे लंड पर बैठ गयी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, अब वो ठीक से स्कूटर चला रही थी और खुश हो रही थी.
प्रीति : अब मुझे चलाना आ रहा है.
में : हाँ अब तुम चला सकती हो, ये सुनकर उसने अचानक स्पीड बढ़ा दी.
में : अरे ये क्या कर रही हो? इतनी स्पीड क्यो बढ़ा दी.
प्रीति : डर गये क्या?
में : हाँ, और मैंने उसको कस कर पकड़ लिया.
में : अरे यार डर लग रहा है.
वो खुश हो कर हंस रही थी और स्कूटर तेज चला रही थी, में उसकी कमर को कस के पकड़कर बैठा था और ग्राउंड के 3-4 राउंड मारने के बाद मैने धीरे से एक हाथ को उसके बूब्स पर रखा तो वो बोली ये क्या कर रहे हो?
में : अरे यार हॉर्न पकड़ रहा हूँ, टाईम आने पर बजाना पड़ेगा, वो गुस्से से बोली मुझे ये सब अच्छा नहीं लगता (ये लड़कीयों का डायलॉग है) फिर मैंने डर कर हाथ हटा दिया. फिर कुछ समय बाद वो बोली अब बस हो गया अब वापस चलते है. फिर हम हॉस्टल वापस आ गये. फिर 2-3 दिन बाद फिर उसका फोन आया कि स्कूटर सीखा दो.
में : कब सीखनी है.
प्रीति : आज मेरी छुट्टी है आज सिखा दो.
में : ठीक है, में फ्री होकर तुमको फोन करता हूँ फिर मेरे दिमाग़ में शैतान जाग गया और मैंने उसे चोदने की ठान ली और एक फ्रेंड को फोन करके उसके फ्लेट की चाबी माँगी. फिर हॉस्टल जाकर उसको लिया और 1 घंटे तक उसको स्कूटर सिखाया, इस बीच में मैंने 2-3 बार धीरे से उसके बूब्स दबाए तो वो कुछ नहीं बोली. अब मेरी हिम्मत बढ़ गयी, मैंने उससे कहा कि धूप बहुत है तो वो बोली हाँ, यार बहुत तेज है.
में : चल थोड़ा ठंडा होते है.
प्रीति : कहाँ जायेंगे.
में : मेरे फ्रेंड के फ्लेट पर चलते है वहां ए.सी है थोड़ा आराम करेंगे और ए.सी में ठंडा भी हो जायेंगे. फिर हम मेरे फ्रेंड के फ्लेट पर आ गये, मैंने ए.सी चालू किया और बेड पर लेट गया, वो मेरे बगल में सोफे पर बैठी थी. फिर कुछ देर इधर उधर की बातें की तो वो अचानक बोली.
प्रीति : अब हो गये ठंडे, स्कूटर सिखाते वक़्त तो बहुत गर्म थे.
में : ये सुनकर में हैरान हो गया.
में : गर्म तो अब भी हूँ शायद अब ज्यादा गर्म हो गया हूँ ए.सी भी ठंडा नहीं करेगा.
प्रीति : लगता नहीं, अगर गर्म होते तो.. इतना बोल कर वो रुक गयी. में उसका इशारा समझ गया और बेड से उठकर उसको पकड़ लिया और उसके बूब्स को दबा दिया.
प्रीति : छोड़ो, मुझे ये सब अच्छा नहीं लगता.
में : अभी किया ही क्या है जो तुझे अच्छा नहीं लगता, एक बार कर तो ले, फिर बताना अच्छा लगा की नहीं.
वो हंस पड़ी और में उसको चूमने लगा, बूब्स दबाने लगा. फिर कुछ टाईम के बाद वो भी मेरे साथ देने लगी उसने मेरी शर्ट उतार दी, फिर मैंने भी उसका कुर्ता उतार दिया. अब मुझे जो अच्छे लगते थे, वो प्यारे आम सफ़ेद ब्रा मेरे सामने थे और बाहर आने को मचल रहे थे. फिर मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया और निप्पल चूसने लगा और एक हाथ से दूसरा बूब्स दबाने लगा.
थोड़ी देर चूसने के बाद मैंने उसकी सलवार खोल दी, अब वो सिर्फ़ चॉकलेट कलर की पेंटी में मेरे सामने खड़ी थी, बिल्कुल अप्सरा जैसे. फिर वो शर्म के मारे मेरी बाहों मे आ गई और बोली मुझे तो पूरा नंगा कर दिया और खुद को कपड़ो में छुपा रखा है. तो में बोला तो मेरे कपड़े भी निकाल दो ना जान, ये सुनते ही उसने मेरी पैंट खोल दी, अब में भी सिर्फ़ अंडरवेयर में था. उसमे मेरा 8 इंच का लंड तंबू बनाये बैठा था.
फिर में उसको बेड पर लेकर गया तो वो मेरे ऊपर थी और मेरी छाती को किस कर रही थी. फिर धीरे धीरे वो नीचे सरक गयी और मेरा अंडरवेयर निकाल दिया. मेरा खड़ा लंड अब फ्री हो गया और अब आसमान में उड़ने लगा था. फिर उसने लंड को हाथ में पकड़ लिया और बोली कि कितना बड़ा है ये, एकदम मूसल के जैसा.
में : में बोला तुझे पसंद है?
प्रीति : हाँ बहुत पसंद है ये खूब मज़ा देगा.
में : तूने कभी किसी का लंड लिया है.
प्रीति : हाँ, एक बार लिया है मेरे जीजा का.
में : कैसा था वो?
प्रीति : वो लंबा तो था, लेकिन पतला था. अब में खुश हो गया कि ये तो अनुभव वाली है. इसे चोदने में ज्यादा मज़ा आयेगा फिर हम एक दूसरे को फिर से किस करने लगे और चिपकने लगे.
फिर मैंने उसकी पेंटी उतार दी और उसके ऊपर लेट गया और बूब्स चूसने करने लगा, वो भी नीचे से थोड़े धक्के मारने लगी थी में उसका इशारा समझ गया कि ये चुदने के लिए बिल्कुल तैयार है, लेकिन मैंने उसको थोड़ा तड़पाने की सोचा और बूब्स को चूसने लगा, वो मोन करने लगी, आआहहाआआ म्‍म्म्मम सस्स्स्स्स्स्स्स्सस्स.
प्रीति : अब डाल भी दे ना.
में : क्या डालूँ?
प्रीति : तेरा ये मूसल डाल दे और चटनी बना दे.
में : तो सेट करना अपनी चूत पर.
फिर उसने लंड को पकड़कर अपने छेद पर लगाया और मैंने ज़ोर से एक धक्का मारा तो लंड का सुपाड़ा पूरा अंदर चला गया, वो एकदम चिल्लाई, आह्ह माँ धीरे डाल ना, बहुत दर्द हो रहा है. फिर मैंने लंड को धीरे-धीरे पूरा 8 इंच अंदर डाल दिया और उसके लिप को किस करने लगा और वो भी मेरा साथ दे रही थी. फिर मैंने उसकी जुबान मेरे मुँह में डाल दी और में उसको सक करने लगा और धीरे धीरे धक्के मारने लगा. उसको बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर वो बोली अब मुझे ज़ोर से चोद, मैंने भी स्पीड बढ़ा दी और करीब करीब 20 मिनट तक उसको चोदा. इस बीच वो मोन कर रही थी, आआाआ मेरे राजा और ज़ोर से, म्‍म्म्ममममममम ठोक दे पूरा लंड अंदर आआआअहहाआआआआ. उसने करीब 10 मिनट की चुदाई के बाद मुझे कसकर पकड़ लिया और अपने नाख़ून मेरी पीठ में चुबा दिए. में समझ गया कि उसका पानी निकल गया है और उसको ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा. फिर 10 मिनट और चोदने के बाद, मैंने अपना लंड उसकी चूत से निकाल दिया तो वो बोली क्या हुआ? क्यों निकाला? बहुत मज़ा आ रहा है चोदो ना मुझे, तो मैंने कहा कि मेरा पानी निकलने वाला है.
प्रीति : अंदर ही निकालो अपना गर्म पानी.
में : कुछ हो गया तो.
प्रीति : नहीं होगा में सेफ हूँ, तो मैंने फिर से अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया और चोदने लगा. फिर मेरा पानी निकल गया तो उसने मुझे कसकर पकड़ लिया और फिर 10 मिनट तक हम एक दूसरे के ऊपर लेटे रहे. फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत से निकाला और उसके साईड में लेट गया तो वो मुझ से चिपक गयी.
में : मज़ा आया डार्लिंग.
प्रीति : बहुत मज़ा आया.
में : अच्छा लगा या नहीं.
प्रीति : बहुत अच्छा लगा, सोनू सच कहती है कि तेरा लंड बड़ा मजेदार है, वो तो तेरे लंड की बहुत तारीफ करती थी. अब यकीन आया और फिर अब जब भी मौका मिलता है तो हम खूब चुदाई करते है.
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गर्लफ्रेंड की फ्रेंड ने चूत चुदवाई


हैल्लो दोस्तो, वैसे में अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बहुत खुश था और वो बहुत हॉट सेक्सी किस्म की लड़की है. फिर हम जब भी साथ होते.. तब कम से कम 4 बार तो चुदाई पक्की रहती और एक लड़के को अपनी गर्लफ्रेंड से और क्या चाहिए. मेरी गर्लफ्रेंड एक स्वभाविक लड़की है.. वो अकेली रहती है और में उसके छुट्टियों के समय भी हमेशा सेक्स करता हूँ. समस्या सिर्फ़ तब आती.. जब वो पीरियड में हो. वैसे हमने उस वक़्त भी कई बार सेक्स किया है.. लेकिन वो दर्द की वजह से मना कर देती है और उस वक़्त सेक्स करना बहुत गम्भीर हो जाता है और वो दर्द की गोली लेकर सोती है.. लेकिन वो फिर भी मेरा लंड चूसकर मुझे एक बार तो चुदाई का मज़ा दिला ही देती है.
दोस्तों अब आज की स्टोरी पर आते है. यह बात उन दिनों की है.. जब मीना पीरियड में थी और में चुदाई के मूड में था.. लेकिन शुरू के दिन होने की वजह से दर्द के साथ साथ दबाव कुछ ज्यादा था और वो मूड में नहीं थी. फिर मैंने उससे कहा कि जानेमन प्लीज एक बार कम से कम लंड चूसकर मज़ा तो दिला दो.. वो लंड चूसने से मना कभी नहीं करती थी और वो मेरे लंड को तो अपना लोलीपोप समझती थी और जब में उससे मेरे लंड को चुसवाता.. तो उसे बहुत मज़ा आता और लंड का सारा का सारा रस पीना उसे बहुत पसंद है.
मीना ने उसके दर्द की दवाई ले ली थी.. जिसका मतलब था कि वो ज़्यादा देर तक मज़े नहीं लेने वाली थी और वो सोना चाहती थी.. लेकिन में बहुत गरम मूड में था. फिर मैंने उसकी बड़ी बड़ी चूचियाँ दबाना और मसलना शुरू कर दिया और में जानता था कि अगर मैंने इसे गरम कर दिया.. तो यह मेरा पानी पिए बिना मानेगी नहीं. फिर मैंने प्यार से उसके निप्पल को काट लिया और उसके गले पर किस देने लगा.
फिर उसके बड़े बड़े बूब्स को चूस चूसकर मैंने उसे गरम कर दिया था. अब उसने सीधा मुझ पर झपट्टा मारा और मेरे अंडरवियर को उतारकर मेरे लंड को अपने हाथ से धीरे धीरे सहलाने लगी. उसके हाथों में अजीब सी नज़ाकत है और जिन लड़को की गर्लफ्रेंड है.. वो बहुत अच्छी तरह जानते है कि चाहे कितना भी मुठ अपने हाथ से मार लो.. जब कोई लड़की लंड हाथ में लेती है.. तो उसमे कुछ अलग ही मज़ा आता है.
फिर में भी मज़ा लेने लगा और थोड़ी देर सहलाने के बाद उसने मेरा लंड अपने मुहं में ले लिया.. वाह क्या मज़ा आ रहा था कि बता नहीं सकता और मेरे लंड को वो लोलीपोप की तरह चूसे जा रही थी. फिर मैंने अपना हाथ उसके बालों में डाला और बालों को कसकर पकड़ लिया और ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर उसके मुहं को चोदने लगा. दोस्तों चूत तो सबने चोदी होगी.. लेकिन जिन खुश किस्मत वालो ने मुहं चोदा है और वो ही जानते है कि उसमे क्या मज़ा है. मीना के सारे बाल बिखर गये थे और में अपने पूरे जोश में धक्के देकर अपने लंड से उसके मुहं को चोदने में लगा हुआ था और इन सब के बीच उसके घर के दरवाजे की घंटी बजी.
फिर मैंने उससे कहा कि रहने दो मेरी जान चूसती रहो.. थोड़ी देर में पानी छोड़ दूँगा.. लेकिन घंटी फिर से बजी और वो उठकर दरवाजे की तरफ चल पड़ी. फिर उसने दरवाजा खोलकर देखा.. तो उसकी फ्रेंड रीना वहाँ पर उदास खड़ी थी.. लेकिन किस्मत से वहाँ पर कोई और नहीं था.. क्योंकि जिस हाल में मीना ने दरवाजा खोला था.. अगर कोई आदमी होता.. तो उसके बिखरे हुए बाल और कपड़े देखकर समझ जाता कि अंदर क्या हो रहा है. फिर रीना को अंदर आने को कहकर मीना ने मेरी तरफ इशारा किया कि अपना लंड अंदर डालो.
दोस्तों में तो लंड को अंदर डालने के मूड में बिल्कुल भी नहीं था.. लेकिन क्या करता और इस कमिनी को भी अभी आना था.. तो फिर रीना ने कहा कि उसका उसके बॉयफ्रेंड के साथ झगड़ा हो गया है और उसने उसको रात को ही अपने घर से बाहर निकाल दिया और अगर इस टाईम पर वो घर गयी.. तो घर वाले बहुत सारे सवाल करेंगे और वो तो घर पर कहकर आई थी कि आज की रात मीना के यहाँ पर ही गुजारेगी.. अचानक वापस घर आने की क्या वजह दे.. तो उसे कुछ नहीं सूझा और वो यहाँ पर आ गयी.
फिर जब मैंने उससे पूछा कि तुम्हारे बीच में झगड़ा क्यों हुआ.. तो उसने पर्सनल बात कहकर बताने से मना कर दिया. फिर मीना ने कहा कि रीना और वो बेडरूम में सोयेंगे और मुझे बाहर दूसरे रूम में सोना पड़ेगा. फिर मैंने जब मीना से लंड चूसने का इशारा किया.. तो उसने साफ मना कर दिया और बोला कि जाओ सो जाओ.
फिर में करूं तो क्या करूं और में बाहर के रूम में आ गया और मीना ने एक और दर्द की गोली लेकर सोने की तैयारी की और उन दोनों को अंदर गये हुए 30 मिनट हो गये होंगे.. लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी. फिर मैंने अपना लैपटॉप चालू किया और हेडसेट लगाकर पॉर्न फिल्म देखने लगा और फिल्म देखकर में अपने लंड को सहलाने लगा. दोस्तों लंड का काम कभी भी आधा नहीं छोड़ा जाता.. यह सभी लोग जानते है और फिर में मुठ मारने का मज़ा ले रहा था कि तभी मेरे खड़े हुए लंड पर किसी ने अपना हाथ रखा और मैंने पीछे मुड़कर देखा.. तो रीना खड़ी थी और मैंने तुरंत अपना लंड अपनी अंडरवियर के अंदर डाल दिया.
मुझे यकीन था कि उसने बहुत कुछ देख लिया था और उसने मुझे सॉरी कहा. फिर मैंने कहा कि नहीं यार मेरी तरफ से सॉरी तुमने मुझे ऐसे देख लिया. तो वो बोली कि नहीं में इसके लिए सॉरी नहीं बोल रही.. में तो थोड़ी देर पहले मैंने जो तुम दोनों को बीच में रोक दिया.. उसके लिए सॉरी बोल रही हूँ.
फिर जब मैंने कहा कि नहीं.. हम कुछ भी नहीं कर रहे थे.. तो उसने कहा कि उसने मीना के बिखरे हुए बाल और उखड़ती हुई सांसो को महसूस कर लिया था. फिर मैंने सिर्फ़ ठीक है कहा और फिर उसने कहा कि क्या तुम जानते हो मेरा और मेरे बॉयफ्रेंड का झगड़ा क्यों हुआ.. तो मैंने पूछा कि क्यों? तो उसने कहा कि वो कमीना मुझसे अपना लंड चुसवाता है.. लेकिन मेरी चूत नहीं चाटता है और वो कहता है कि उसे ये पसंद नहीं. फिर मैंने उसका लंड चूसकर उसका सारा पानी पिया और जब उससे मैंने अपनी चूत चटवानी चाही.. तो उसने मुझसे झगड़ा करके मुझे घर से बाहर निकाल दिया और यह बात सुनकर मेरा मुहं खुला का खुला रह गया.. क्योंकि में उससे ऐसे शब्दों की उम्मीद नहीं कर रहा था.
फिर उसने एक ही झटके में अपनी ड्रेस को पूरा उतार दिया. फिर मैंने कहा कि यह क्या कर रही हो? तो रीना ने कहा कि मीना ने मुझे बताया है कि तुम्हे चूत चूसना बहुत पसंद है और उसने यह भी कहा है कि जब तुम उसकी चूत चाटते हुए जोश में आते हो.. तब तुम उसकी जमकर चुदाई करते हो. फिर मैंने उससे कहा कि रीना तुम बहुत सुंदर हो.. लेकिन मीना और में गर्लफ्रेंड, बॉयफ्रेंड है और वो इस वक्त दूसरे कमरे में है.. सो प्लीज कपड़े पहन लो.
फिर रीना ने कहा कि चुपचाप मेरी प्यास बुझा दो और में तुम्हारी प्यास बुझा दूँगी.. वरना में शोर मचा दूँगी कि तुमने ज़बरदस्ती मुझे नंगा कर दिया और मुझे चोदने की कोशिश कर रहे हो और यह कहते ही उसने तुरंत मेरे लंड को अंडरवियर से बाहर निकाल लिया और मसलने लगी. फिर मैंने उससे साफ मना किया.. तो उसने मीना को एक आवाज़ लगा दी और में डर गया. फिर मैंने उसके मुहं पर हाथ रखा और कहा कि प्लीज ऐसा मत कर और सो जा..
लेकिन वो साली रंडी मानने वाली नहीं थी और फिर उसने कहा कि चोदते हो कि में शोर मचा दूँ और जब मैंने उससे कहा कि मेरे पास कंडोम नहीं है.. क्योंकि मीना पीरियड में है और में उसे चोदने वाला नहीं था. फिर उसने कहा कि ठीक है.. लेकिन एक बार मेरी चूत ही चाट लो. फिर मैंने उसे फिर से समझाने की कोशिश की.. लेकिन उसने फिर एक आवाज़ लगाई और मैंने फिर से उसे रोका और उसकी चूत को चाटने के लिए आगे बड़ा.. जैसे ही में झुका और अपनी जीभ उसकी चूत पर रखी और उसने तुरंत अपने मोबाईल से एक फोटो ले ली. फिर मैंने उससे कहा कि रीना तुमने ऐसा क्यों किया? रीना ने जवाब दिया कि अब तू मुझे चोदेगा.. वरना में यह फोटो मीना को दिखा दूँगी और बोलूँगी कि तुम मेरे साथ ज़बरदस्ती कर रहे थे.
फिर में समझ गया कि अब कोई फायदा नहीं है.. यह साली एक नंबर की रंडी है और क्यों ना चोदकर ही मजा ले लिया जाए. फिर मैंने अपने कपड़े उतार दिए और उसे कहा कि चल आज तुझे रंडी की तरह चोदूंगा.. क्योंकि तू एक रंडी ही है.. उसे ऐसी भाषा में बात करना और भी ज़्यादा पसंद था. फिर उसने कहा कि हाँ चोदो इस रंडी को यह रंडी आज से तुम्हारी गुलाम है. फिर मैंने कहा कि चल रंडी पहले मेरा लंड चूसकर इसे तैयार कर. फिर तुझे चोदूंगा.
फिर मैंने रीना से कहा कि चल आज तुझे जन्नत दिखा देता हूँ और मैंने उसे 69 पोज़िशन में ले लिया और उसकी चूत क्लीन शेव्ड और एकदम गुलाबी थी. फिर मैंने रीना की चूत पर जीभ लगाई और वो रांड साली नागिन की तरह हंसने लगी.. शायद पहली बार किसी ने उसकी चूत चाटी थी और मुझे चूत चाटना बहुत पसंद है. फिर वो सातवें आसमान पर पहुंच गयी थी और मैंने उसकी चूत को करीब दस मिनट तक इतनी ज़ोर ज़ोर से चाटा कि उसका सारा पानी निकल गया और वो एकदम ठंडी पड़ गयी.. जैसे उसके शरीर से जान ही निकल गयी हो.
फिर मैंने कहा कि क्यों रीना रंडी मजा आया. उसने सिर्फ़ सर हिला दिया.. क्योंकि उसमे तो जान ही नहीं बची थी. उसकी चूत का पानी निकला और अब में उस पर चड़ा और उसके बड़े बड़े बूब्स को मसलने लगा.. क्योंकि में इस रंडी को गरम करके चोदना चाहता था. मैंने उसके एक बड़े मुलायम बूब्स को मुहं में लिया और हल्का सा काट लिया और इससे पहले कि वो कोई आवाज़ करती.. तो उससे पहले ही उसका मुहं अपने हाथ से बंद किया और ज़ोर ज़ोर से उसके बूब्स को चूसने लगा.. तो वो साली रांड दर्द से तड़पने लगी. फिर मैंने उसके मुहं से हाथ हटाया और कहा कि चल रंडी अब तू चुदेगी.. लेकिन पहले अपने मालिक का लंड चूस और फिर उसने मेरा लंड अपने मुहं में लिया और चूस चूसकर बहुत गीला कर दिया और अब मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था.
फिर मैंने उसकी तड़पती हुई चूत में अपना लंड डाल ही दिया.. लेकिन दोस्तों उसकी चूत बहुत ही टाईट थी और लगता है कि उसका बॉयफ्रेंड हिजड़ा था.. क्योंकि इतने टाईम साथ रहने के बावजूद इतनी टाईट चूत थी. इसका मतलब है कि उसका बहुत ही छोटा लंड था.
फिर मैंने रीना को बहुत ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चोदा और बहुत सारे किस भी दिए और जब में झड़ने वाला था.. तो फिर मैंने कहा कि रीना मेरा वीर्य निकलने वाला है और में अब क्या करूं.. तो उस रंडी ने मुझसे कहा कि तुम डरो मत और सारा वीर्य मेरी प्यासी चूत के अंदर ही डाल दो.
फिर मैंने कहा कि नहीं में अभी कोई बच्चा नहीं चाहता और उस रंडी ने अपने दोनों पैरों को सांप की तरह मेरी कमर से जकड़ लिए और मुझे लंड को बाहर नहीं निकालने दिया और मेरा सारा का सारा वीर्य अपनी चूत के अंदर ही ले लिया और जब हम दोनों की हवस कम हुई.. तब उसने कहा कि वो कल सुबह गर्भनिरोधक गोली ले लेगी. दोस्तों फिर हमने उस रात में तीन बार और चुदाई की और हमारी किस्मत से मीना को उस गोली ने उसे नींद से उठने नहीं दिया और हम बिना चिंता के अपनी चुदाई में लगे रहे.
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मेरा परमानेंट जुगाड़


हर रोज की तरह सुबह मैं मॉर्निंग वॉक पर घर से निकला उस वक्त सुबह के 5:00 बज रहे थे सब कुछ वैसा ही था जैसा हमेशा की तरह रहता था। आधे घंटे की मॉर्निंग वॉक के बाद मैं जब घर पहुंचा तो उस वक्त पिताजी उठ चुके थे और वह मुझे कहने लगे की अमन बेटा तुम आ गए मैंने पिताजी से कहा हां पापा। मैं उसके बाद अखबार पढ़ने लगा मेरी पत्नी भी उठ चुकी थी और वह मुझे कहने लगी कि अमन क्या मैं आपके लिए चाय बना दूं तो मैंने उसे कहा नहीं लाता अभी तुम चाय रहने दो मेरा मन अभी चाय पीने का नहीं है थोड़ी देर बाद तुम मेरे लिए चाय बना देना। जब मैं अखबार पढ़ने के बाद नहाने के लिए चला गया तो उसके बाद मैंने अपनी पत्नी लता से कहा कि तुम मेरे लिए चाय बना दो उसने मेरे लिए चाय बना दी और मैं चाय पीने लगा। मैं और पापा साथ में बैठे हुए थे पापा अखबार पढ़ रहे थे और वह मुझसे बात कर रहे थे पापा ने मुझे कहा कि अमन बेटा तुम्हारी बहन कुछ दिनों के लिए यहां आ रही है। मैंने पापा से कहा लेकिन दीदी कब आ रही है दीदी को आए हुए तो काफी समय हो चुका है पापा ने कहा वह दो-चार दिनों में यहां आ जाएगी क्योंकि उससे मेरी फोन पर बात हुई थी।

पापा के साथ मैं कुछ देर बैठा रहा फिर मैं अपने ऑफिस जाने के लिए तैयार होने लगा मैं एक फाइनेंस कंपनी में नौकरी करता हूं मैं अब तैयार हो चुका था और अपने ऑफिस के लिए मैं निकल चुका था। मैं जब अपने ऑफिस पहुंचा तो हर रोज की तरह काम में इतना बिजी हो गया कि पता ही नहीं चला कब शाम हो गई शाम होते वक्त मैं घर लौटा और जब मैं घर लौटा तो मेरी पत्नी लता ने मुझे कहा कि अमन कल छोटू का जन्मदिन है। मैंने लता से कहा मैं तो भूल ही चुका था छोटू मेरे बेटे का नाम है हम लोग प्यार से उसे घर में छोटू ही बुलाते हैं उसकी उम्र 5 वर्ष की है। मैंने लता को कहा कल हम लोग उसके जन्मदिन को सेलिब्रेट करेंगे मैं आज ही जाकर होटल बुक कराता हूं। मैं अपने घर के पास एक होटल में चला गया वहां पर मैंने उनके हॉल को बुक करवा दिया और खाने का सारा अरेंजमेंट करवा दिया था मेरे भी कोई पांच दस दोस्त और उनके परिवार वालों को मैं बोलने वाला था और हमारे आस पड़ोस के कुछ लोग आने वाले थे। करीब 70 लोगों के लिए मैंने होटल में खाने के लिए बोल दिया था अगले दिन सारी तैयारी हो चुकी थी और जब उस दिन मैं घर पहुंचा तो मेरी दीदी भी घर आ चुकी थी वह मुझे कहने लगी कि देखा अमन मैं बिल्कुल सही समय पर आई हूं।

मैंने दीदी से कहा दीदी आपने बहुत ही अच्छा किया जो आज आप आ गई फिर शाम के वक्त हम लोग होटल में चले गए और वहां पर हम लोगों ने छोटू का जन्मदिन बड़े ही अच्छे से मनाया और सब लोग बहुत ही खुश थे उसके बाद हम लोग घर लौट आए। अगले दिन सुबह मैं जल्दी उठ गया और हर रोज की तरह मैं मॉर्निंग वॉक पर चला गया मैं मॉर्निंग वॉक पर से लौटने के बाद अपने घर के गमलों में पानी डाल रहा था पापा मुझे कहने लगे कि बेटा क्या मैं तुम्हारी कुछ मदद कर दूं। मैंने पापा से कहा नहीं पापा आप रहने दीजिए पापा अखबार पढ़ने लगे थे और मैं सारे गमलों में पानी डाल चुका था और फिर उसके बाद मैं अपने ऑफिस के लिए तैयार हो गया मैंने नाश्ता किया और अपने ऑफिस के लिए मैं घर से निकल गया। मैं जब अपने ऑफिस के लिए निकल रहा था तो मुझे रास्ते में मेरा दोस्त दिखाई दिया क्योंकि मैं ऑफिस के लिए जल्दी में था इसलिए उससे मैं ज्यादा बात नहीं कर पाया। मैंने सुधीर को कहा कि मैं तुम से वापस आते वक्त मुलाकात करता हूं वह मुझे कहने लगा कि जब तुम ऑफिस से फ्री हो जाओ तो मुझे जरूर मिलना मैंने सुधीर को कहा हां मैं तुमसे अपने ऑफिस खत्म होने के बाद जरूर मुलाकात करूंगा। उसके बाद मैं अपने ऑफिस चला गया और हर रोज की तरह अपने ऑफिस का काम खत्म करने के बाद शाम के 6:00 बज चुके थे और मैं अब घर लौटने की तैयारी में था कि मुझे घर जाना है तभी मुझे ध्यान आया की सुधीर को मिलना है इसलिए मैंने ऑफिस से ही सुधीर को फोन कर दिया। जब मैंने उसको फोन किया तो वह मुझे कहने लगा कि मैं तुम्हें तुम्हारे घर के पास मिलता हूं मैंने सुधीर को कहा ठीक है और फिर मैं अपने ऑफिस से अपने घर की तरफ को निकल चुका था।

मैं करीब आधे घंटे में अपने घर पहुंचा और सुधीर मेरे घर के पास के ही एक रेस्टोरेंट में बैठा हुआ था मैं उससे उसी रेस्टोरेंट में मिला और हम लोग वहां पर बैठकर बात करने लगे। मैंने सुधीर से उसके हालचाल पूछे तो सुधीर ने मुझे बताया कि वह कुछ दिनों से काफी परेशान है मैंने उसकी परेशानी का कारण पूछा तो वह मुझे कहने लगा कि कुछ दिनों से मैंने नौकरी छोड़ दी थी जिस वजह से मैं काफी परेशान हूं। मैंने सुधीर को नौकरी छोड़ने का कारण पूछा तो उसने मुझे बताया कि घर में उसकी पत्नी के साथ उसके काफी झगड़े हो रहे थे जिस वजह से वह कुछ दिनों से काफी तनाव में था और अब उसकी पत्नी ने उससे तलाक ले लिया है। मैंने सुधीर को कहा क्या तुम्हारी पत्नी ने तुमसे डिवोर्स ले लिया है? सुधीर मुझे कहने लगा कि हां। मैंने सुधीर को कहा लेकिन मुझे तो इस बारे में कुछ भी पता नहीं था तो सुधीर मुझसे कहने लगा कि हम लोगों की मुलाकात होती ही नहीं है इस वजह से तुम्हें इस बारे में पता नहीं है लेकिन मैं अपनी पत्नी से काफी तंग आ चुका था जिस वजह से मैंने उससे डिवोर्स लेना ही उचित समझा और मैंने उससे डिवोर्स ले लिया। मैं और सुधीर काफी देर तक साथ में बैठे रहे और फिर वह मुझे कहने लगा कि अभी मैं चलता हूं मैंने सुधीर को कहा सुधीर मैं तुमसे अपनी छुट्टी के दिन मिलता हूं तो वह कहने लगा ठीक है और अब वह चला गया और मैं भी घर वापस लौट आया।

मैं जब घर वापस लौटा तो मैं सुधीर के बारे में ही सोचता रहा नहीं मैं सोच रहा था कि उसकी पत्नी ने उसे डिवोर्स क्यों दिया है होगा उन लोगों के बीच तो सब कुछ अच्छे से चल रहा था और उन लोगों ने लव मैरिज की थी। मैंने यह बात अपनी पत्नी को बताई तो वह मुझे कहने लगी कि सुधीर भैया तो बहुत ही अच्छे व्यक्ति हैं उनकी पत्नी ने उन्हें डिवोर्स दे कर बहुत ही गलत किया। कुछ ही दिनों बाद मैं सुधीर को मिलने के लिए उसके घर पर गया। मैं उस दिन सुधीर को मिला उसके बाद मै जब घर वापस लौट रहा था तो सुधीर के ही पड़ोस मे एक भाभी रहती हैं। उन्होंने मुझे कहा क्या आप सुधीर से मिलने आए थे? मैंने उन्हें कहा हां मैं सुधीर से मिलने के लिए आया था वह मुझसे बात करने लगी लेकिन वह अपने पल्लू को सरका रही थी। मैंने उनके स्तनों पर हाथ लगा दिया तो वह मुझसे कहने लगी क्या तुम मुझसे मिलने आ सकते हो कल मेरे पति अपने काम से बाहर जा रहे हैं और मैं घर पर अकेली रहूंगी। उनकी बड़ी गांड देख मेरा मन उनकी गांड मारने का होने लगा मैंने कहा ठीक है मैं कल आपसे मिलने के लिए आ जाऊंगा। मैंने भाभी का नाम पूछा तो उन्होंने बताया मेरा नाम कविता है। मैं अब कविता भाभी से मिलने के लिए अगले दिन चला गया जब मैं उनसे मिलने के लिए गया तो वह मेरा बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रही थी उन्होंने कहा मैं आपका कब से इंतजार कर रही थी। वह मुझे अपने बेडरूम मे ले गई वहां पर वह अपने कपड़े उतारने लगी। जब उन्होंने अपने कपड़े उतारे तो मैंने उनकी पैंटी और ब्रा को उतारा। मैंने उनकी पैंटी को उतारते हुए उनसे कहा क्या आपने अपनी चूत के बाल को आज ही साफ किया है? वह कहने लगी मैं आपके इंतजार मे कब से तड़प रही थी तो सोचा अपनी चूत के बाल को साफ कर लेती हूं। वह बिस्तर पर लेट चुकी थी उनका नंगा बदन मेरे सामने था। मै उनके बड़े स्तनों को अपने मुंह मे लेकर उनका बडे अच्छे से रसपान कर रहा था। मुझे उनके स्तनों को चूसने मे बहुत मजा आ रहा था मैंने उनके स्तनों से खून भी निकाल कर रख दिया था और उनके स्तनों की गर्मी मैंने बढ़ा दी थी।

मैंने उनकी चूत के अंदर उंगली डाली तो उन्होंने मेरे कपड़े उतारने शुरु किया। उन्होंने जब मेरे लंड को अपने मुंह में लिया तो वह बड़े अच्छे से लंड को चूसने लगी। उनकी गर्मी बढ़ने लगी थी उन्होंने मुझे कहा मेरी गर्मी बढ़ चुकी है। उन्होंने अपनी चूत को मेरे लंड पर लगाया मैंने अपने लंड को उनकी चूत के अंदर तक धक्का देते हुए घुसा दिया मेरा मोटा लंड उनकी चूत के अंदर प्रवेश हो चुका था। वह बड़ी तेज चिल्लाने लगी और मुझे कहने लगी आपका लंड बहुत ही ज्यादा मोटा है। मैंने उन्हें कहा आपकी चूत भी कम कमाल की नहीं है। वह मुझे बड़े अच्छे से गर्म कर रही थी उनकी चूतडे मुझसे टकरा रही थी। मैंने कहा मुझे आपकी गांड मारनी है। वह मुझे कहने लगी पहले आप मेरी गर्मी को शांत कर दो उसके बाद आप मेरी गांड मार लेना।  मैंने उन्हें बड़ी तेजी से धक्के देने शुरू कर दिए।

मैंने उनको घोड़ी बनाकर भी चोदा उनकी गर्मी इस कदर बढ़ चुकी थी कि मैंने अपने वीर्य को उनकी चूत के अंदर गिरा दिया था। मैंने अपने वीर्य को साफ किया मैंने उन्हें कहा अब मुझे बहुत अच्छा लग रहा है उनकी चूत से भी मैंने अपने वीर्य को साफ कर दिया था। उन्होंने मेरे लंड को अपने मुंह मे लेकर चूसा और मेरा लंड तन कर खड़ा हो चुका था। उन्होंने मेरे लंड को तेल से पूरा चिकना बना दिया था और मैंने उनकी गांड पर अपने लंड को लगाया तो मेरा लंड उनकी गांड के छेद के अंदर घुसने लगा। जैसे ही मेरा लंड उनकी गांड के छेद मे घुसा तो वह बड़ी तेजी से चिल्लाने लगी। मैंने कहा मुझे बहुत ही मजा आ गया उसके बाद मे उन्हें बड़ी तेज गति से धक्के मारने लगा मैं जिस गति से उनक धक्के मार रहा था उससे मुझे और भी ज्यादा मजा आ रहा था। मैं उन्हें बहुत देर तक ऐसे ही चोदता रहा उसके बाद मुझे एहसास हुआ उनकी गांड की आग को मैं नहीं झेल पाऊंगा मेरा वीर्य उनकी गांड के अंदर ही गिर चुका था। कविता भाभी को चोद कर मुझे बहुत ही अच्छा लगा और उसके बाद वह मेरा परमानेंट जुगाड़ बन चुकी थी।
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