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गर्लफ्रेंड को चोदा

यह कहानी मेरी और मेरी प्रेमिका वैदेही की है। वैसे तो आज वो मेरे साथ नहीं है, क्योंकि वो अपनी माता पिता को दुःख पहुँचाना नहीं चाहती थी इसीलिए उसने मुझसे नाता तोड़ दिया।


बात तब की है जब दो साल पहले में अपनी कॉलेज के अंतिम साल में था तब वो मुझे एक सेमिनार में मिली थी, उसकी छोटी छोटी आँखों ने मुझमें उसके प्रति प्यार जगाया। पर उस सेमिनार में मैंने उससे बात नहीं की थी।

उसके एक महीने के बाद एक दिन अचानक वो मेरी कॉलेज के बाहर मिली तो मैं उसे देखता ही रह गया। उसके साथ एक दूसरी लड़की थी, वो भी उस सेमिनार में थी। उसने मुझसे बात की और बाद में मेरी और

वैदेही की दोस्ती हो गई। वैसे तो मैं उसे शुरु से ही चाहने लगा था पर कह नहीं पाया था।

एक दिन बड़ी मुश्किल से मैंने उसके सामने अपने प्यार का इजहार किया कि मैं उससे बहुत प्यार करता हूँ पर उसने मना कर दिया और कहा कि यह नामुमकिन है।


बाद में मैंने उसे बहुत तरीकों से यह बताना चाहा कि मैं उसे सच्चा प्यार करता हूँ। आखिर एक दिन उसने मुझसे कहा कि वो भी मुझे चाहने लगी है पर घर की स्थिति की वजह से वो डर रही है।


पर बाद में धीरे धीरे हम दोनों के प्यार का रंग एक-दूजे पर चढ़ने लगा और हम लोग बहुत करीब आ गये।


एक दिन एक बाग़ में मैंने उसे उसके चहेरे को पकड़ कर उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और हम लोग एक दूसरे को बेतहाशा चूमने लगे। हम दोनों एक दूसरे को बहुत चाहते थे, उस दिन से हम जब भी मिलते तो हम लोग चुम्मा-चाटी करते।


एक दिन एक पिक्चर के शो में मैंने उसके होंठ चूमते चूमते उसके गालों को चूमा बाद में गले पर आ गया और बाद में उसकी छाती पर आया, तब उसने एक टॉप पहना था तो उसने उस टॉप के बटन खोल दिए और उस वक़्त पहली बार मैंने उसके बोबे चूसे।


उसको बहुत मजा आया।


उसके बाद मैं जब भी उससे मिलता तो उसके बोबे बहुत दबाता था।


एक बार जब मेरे घर पर कोई नहीं था तो मैंने उसे अपने घर पे बुलाया और उसके अन्दर आते ही हम दोनों एकदूसरे में खो गये। बहुत चुम्मा चाटी और बोबे दबाना हुआ। फिर मैं उसको पलंग पर लिटा कर उसके ऊपर चढ़ गया और कपड़ों में ही सेक्स करने लगा।


उस समय मैंने अपने चड्डी में ही अपना माल निकाल दिया। उसके बाद हम दोनों नजर नहीं मिला सके पर उसके बाद हमारा प्यार और दोगुना हो गया।

उसके बाद जब उसका जन्मदिन आया तो मैंने उसे मिलने की योजना बनाई पर कुछ और काम आ जाने से उस दिन मैं नहीं मिल सका पर उसके दूसरे ही दिन मुझे मौका मिल गया। मेरे घर के सभी लोग बाहर

जा रहे थे तो मैंने उसे अपने घर पर बुला लिया और साथ में यह भी कहा- मैं तुम्हें साड़ी में देखना चाहता हूँ।


तो थोड़ी ना-नुकर करने के बाद वो आई और अपने साथ एक बैग में साड़ी भी लेकर आई। उसके आते ही मैं उसे प्यार करने लगा और चूमने लगा, वो भी मेरा साथ देने लगी।


बाद में वैदेही बोली- चलो अब मैं तुम्हारी पत्नी बन जाऊँ।


तो मैंने खुश होते हुए कहा- हाँ जरूर !


वो उठ कर बाथरूम चली गई और दस मिनट बाद वो साड़ी पहन कर बाहर आई तो मैं उसे देखता ही रह गया। खुले बालों के साथ लाल साड़ी में वो बहुत ही खूबसूरत लग रही थी।


उसने पूछा- कैसी लग रही हूँ?


मैं तो उसे देखता ही रह गया, वो सचमुच में कमाल लग रही थी, मैंने उससे पूछा- क्या मैं तुम्हारी मांग भर दूँ?


तो उसने शरमाते हुए हाँ कहा।


मैंने थोड़ा सिंदूर लेकर उसकी मांग में भर दिया और उसे अपनी बाहों में ले लिया।


तब उसने मुझसे कहा- राज, मैं तुमसे सच में बहुत प्यार करने लगी हूँ, प्लीज़ मुझे अपनी पत्नी बना लो।


मैं उसे वहाँ से अपने कमरे में ले गया और अपने साथ अपने पलंग पर बिठाया और उसके होंठों को प्यार

से चूसने लगा। वो भी उसमें मेरा साथ देने लगी। मैं उसे चूमते हुए अपने एक हाथ से उसके बोबे दबाने

लगा। उसके बाद मैंने उसे पलंग पर लिटाया और प्यार करने लगा।

वो धीरे धीरे गएम होने लगी थी। जब मैंने अपनी शर्ट उतार दी तो वो मुझे बेतहाशा चूमने लगी और कहने लगी- राज, मुझे प्यार करो ! बहुत ज्यादा प्यार करो !


फिर मैंने उसकी साड़ी निकाल दी तो वो सिर्फ ब्लाऊज़ और पेटीकोट में रह गई। वो बहुत शरमा रही थी तो मैंने उसे चूम लिया और पूछा- क्या मैं इसके आगे कुछ करूँ?


तो उसने हाँ कर दी और मैंने उसका ब्लाऊज़-पेटिकोट निकाल दिया। अब वो सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी। मैं उसको देख कर और ज्यादा उत्तेजित हो गया और उसे खूब चाटने और चूसने लगा। मैंने उसकी ब्रा निकाल दी तो दो उन्नत बोबे बाहर आये।


उसने कहा- ये लो अपने मेहनत का फल ! इतने बड़े आपने ही किये हैं।


उसकी यह बात सुनकर मैं उसके उरोज दबाने और चूसने लगा। फ़िर मैं उसके पेट को चूमता हुआ पेंटी तक आया और उसके ऊपर से ही वहाँ एक चुम्बन किया।


उसमें से क्या खुशबू आ रही थी यार ! मैंने जल्द ही पेंटी हटा दी तो उसमें से एक प्यारी सी गुलाबी चूत के दर्शन हुए।


वैदेही उस समय बहुत शरमा रही थी तो मैं झट से चूत को चाटने और चूमने लगा तो वो बहुत ही ज्यादा गर्म हो गई और मेरा सर अपनी चूत पर दबाने लगी। मैंने भी बड़े प्यार से उसकी चूत को चाटा और चूमा, और वो झड़ गई।


उसका सारा पानी मैंने चाट लिया।


मैं जब वहाँ से खड़ा हो रहा था तो उसने मुझे पकड़ लिया और मेरे लंड पर हाथ घुमाने लगी। तो मैंने अपना पेंट और अण्डरवीयर नीचे कर दिया तो उसने झटके से मेरे लंड को पकड़ा और हिलाने लगी। तो मैंने अपना लंड उसके होंठों पर रखा, तुरंत ही उसने उसको बड़े प्यार से चूमा और चूसने लगी।


उसने बहुत देर तक चूसा और उसके बाद मैंने उससे कहा- चलो, अब पति पत्नी वाला काम करें !


तो वो तुरंत मान गई।


मैंने उसे सीधा लिटाया और उसके ऊपर आ गया। मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और हल्का सा धक्का मारा तो वो चिल्लाने लगी और दर्द से कराहने लगी।

मैंने उसे प्यार से समझाया और चुम्बन करने लगा।


उसके थोड़ी देर बाद जब उसका दर्द कुछ कम हुआ तो मैंने पूरा जोर लगाते हुए उसके मुँह को अपने मुँह

से बंद किया और एक तगड़ा झटका मारा और मेरा लंड मेरी वैदेही की चूत की जिल्ली फाड़ कर पूरा उसमें समा गया।


वो रोने लगी थी और कराह भी रही थी पर मैं थोड़ी देर ऐसे ही रहा और बाद में जब उसे थोड़ा ठीक लगने लगा तो मैं धीरे धीरे उसे झटके मारने लगा। उसके बाद उसे भी मजा आने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी।


उसके बाद हम दोनों ने जम कर चुदाई की, वो अपनी गांड उठा उठा कर चुदवा रही थी और मैं भी उसे जोर-शोर से चोद रहा था। उसके बाद हम दोनों के प्रेम की धारा एकसाथ छुट गई और हम एकदूसरे को बाहों में लेकर सो गये।


आधे घंटे बाद जब उसने मुझे उठाया तो मेरा फिर से खड़ा हो गया और उसको भी इच्छा हो गई थी तो हम लोग फिर से चुदाई में खो गये पर इस बार न तो कोई दर्द न ही चीखना, सिर्फ मजा ही मजा लिया एक दूसरे ने !


सके बाद हम दोनों ने अपने कपड़े पहने, ठीकठाक हुए और एक दूसरे को चूमा। उस वक़्त भी उसकी मांग में मेरा सिंदूर था।


मैंने उसे चूम कर ‘आई लव यू माय वाइफ’ कहा तो उसने भी ‘आई लव यू टू माय हसबंड’ कहा और उसके बाद में उसे उसके घर छोड़ने निकाल पड़ा।

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दोस्त की चुदास बीवी


हैलो दोस्तो। अन्तर्वासना के दुनिया में सबका स्वागत करता हु. मैं रोज़ फ्री हिंदी सेक्स स्टोरीज डॉट नेट पर चुदाई की कहानियाँ पढ़ने आता हु… मेरा नाम सुनील कुमार है और मेरे दोस्त का नाम राजीव है। यू तो हम बहुत अच्छे दोस्त थे, मगर एक बार चुनाव में उसके पिताजी ने मेरे पिताजी को वोट देने से मना कर दिया. 

और जब मैंने अपने दोस्त से कहा कि तू मेरा दोस्त है तू तो हमें वोट देगा तो उसने कहा कि मै अपने पिताजी से अलग नहीं चल सकता.

मेरी बीवी की पहली चुदाई

मुझे गुस्सा तो आया बहुत आया पर मैंने सोचा कि इस बात का जवाब इसे फिर कभी दूंगा।

और बात आई गई हो गई।

खैर अब हम कहानी की ओर चलते हैं जो कि मेरी और मेरे दोस्त की बीवी सीमा की है.

यह कहानी अब से कोई 10 साल पहले की है मेरे दोस्त की नई-नई शादी हुई थी.

उसकी बीवी बहुत सुंदर थी हिंदी फिल्मों की हीरोइन तनुश्री दत्ता जैसी।

पहली नजर में तो वह कोई मुझे कुछ खास नहीं लगी मगर वह बहुत शरारती नेचर की थी.

जब भी मैं अपने दोस्त से मिलने उसके घर जाता वह देवर भाभी की तरह कुछ ना कुछ शरारती बातें करती रहती.

मैं उसकी बातें सुनकर झेप जाता।

एक बार मैंने अपने दोस्त के पास फोन किया तो फोन उसकी बीवी ने उठाया .

मैंने उससे पूछा राजीव कहां है.

तो उसने बोला कि वह तो डॉक्टर के पास मेरी दवाई लेने गए हैं।

मैंने यूं ही शरारत में बोला कि हर वक्त उसे अपने काम में लगाए रखती हो..

तो उसने बोला कि क्या करें लंड का दण्ड तो भुगतना ही पड़ता है.

मैं उसकी बातें सुनकर हैरान हो गया.

मैंने कहा कि आप क्या बोल रहे हैं और मैंने फोन रख दिया.

इस तरह धीरे-धीरे मेरी और उसकी बातें होने लगी.

यह बातें धीरे धीरे सेक्स चैट का रूप लेने लगी.

कुछ दिनों बाद मेरे दोस्त का ट्रांसफर बेंगलुरु हो गया अब हम दोनों रात को घंटों बातें किया करते.

मैंने उसे कहा कि मैं तुम्हें किश करना चाहता हूं.

उसने हंसते हुए कहा कि सिर्फ किश से मेरा क्या होगा..

मैंने हंसते हुए कहा किश तो सिर्फ बहाना है..

उसने कहा कि चलो मैं कोई रास्ता निकालती हूं.

2 दिन बाद मेरे दोस्त का फोन आया.

उसने बोला कि सुनील एक बार मेरे घर जाओ और मेरे घर लाइट नहीं आ रही है उसे ठीक कर दो.

क्योंकि मैं इलेक्ट्रिक इंजीनियर था, शो मुझे यह काम आता था.

मेरे दोस्त के फोन आने के बाद सीमा का फोन मेरे पास आया.

उसने कहा कि तुम मेरे घर अभी मत आना, अभी मेरे सास ससुर घर है. यह कुछ देर में बाजार जाने वाले हैं तब तुम मेरे घर आना कोई शक नहीं करेगा.

और इस तरह करीब 1 घंटे बाद में उनके घर गया.

मेरे मन में अजीब सी खलबली मची थी.

पहली बार किसी को किश करने वाला था.

मैंने पहले कभी भी सेक्स नहीं किया था.

फिल्मों और पोर्न वीडियो में ही सब कुछ देखा था.

मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि मैं आज सच में यह सब करने वाला हूं.

जब मैं उसके घर पहुंचा तो वह नहा कर निकली थी और उसके बाल गीले थे.

उसका फिगर तो बताना भूल ही गया.

उसकी चूचियां बहुत मोटी थी और गांड भी बाहर को निकली हुई सी थी.

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गर्लफ्रेंड को चॉकलेट खिलाई


हैल्लो दोस्तों, सभी लंडो और चूतों को मेरे लंड का प्यार भरा प्रणाम. मेरा नाम दीपेश है और में औरंगाबाद का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 26 साल है और मेरा लंड 6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. आज में आपको मेरे पहले सेक्स के बारे में बताने जा रहा हूँ. ये बात 6 साल पुरानी है, तब में 12वीं क्लास में था और हम लोग जहाँ रहते है उसके सामने वाली बिल्डिंग में एक औरत रहने आई थी, उसके पति दुबई में जॉब पर थे और उसके एक लड़की थी, वो लड़की 18 साल की थी.
जब मैंने उस लड़की को पहली बार बिल्डिंग के नीचे देखा तो मेरे होश ही उड़ गये. वो दुकान पर चॉकलेट लेने आई थी और में भी उसी दुकान पर रेजर लेने आया था, तो मैंने उसे देखा तो में उसे देखता ही रह गया. उसने ब्लू कलर का स्कर्ट पहना था जो कि घुटनों तक ही था और पीले कलर की टी-शर्ट पहनी थी, उसकी टी-शर्ट के ऊपर से उसके छोटे-छोटे दो नीबूं साफ-साफ दिखाई दे रहे थे, वो कमाल की थी.
अब में सोचने लगा था कि अगर ये लड़की मुझे चोदने को मिले जाए तो बहुत ही मज़ा आएगा और मैंने उससे दोस्ती करने का फ़ैसला किया. मैंने उसको हाए बोला, तो उसने सामने से जवाब देते हुए हाए कहा. मेरी हिम्मत बढ़ी और मैंने उससे उसका नाम पूछा तो उसने उसका नाम पूजा बताया. मैंने उसे अपना नाम बताया और कहा कि में उस सामने वाली बिल्डिंग में रहता हूँ. उसने भी कहा कि में तुम्हारे सामने वाली बिल्डिंग में रहती हूँ. मैंने उससे पूछा कि फ्रेंड्स? तो वो अपना हाथ सामने करती हुई बोली कि फ्रेंड्स और हम दोनों अपने-अपने घर चले गये.
उसके बाद वो मुझसे मिलती रही और कभी-कभी में उसके घर भी जाता था, तो इस बीच मुझे एक बात का पता चल गया कि उसकी कमज़ोरी चॉकलेट है और में जब भी उससे मिलने जाता तो में चॉकलेट लेकर जाता था.
उस दिन रविवार था और में उसके घर गया तो मैंने देखा कि उसकी माँ एक रिश्तेदार के पास गयी थी और पूजा घर में अकेली थी. अब में सोफे पर बैठकर टी.वी देख रहा था और वो मेरे साथ मज़ाक करने लगी और मुझे छेड़ने लगी और मारने लगी. में भी उसे मारने लगा और ऐसे ही उसने एक बार मेरी छाती पर मारा तो मैंने भी जानबूझकर उसकी छाती पर मारा.
उसने मेरे पेट पर मारा तो मैंने भी उसके पेट पर मारा. उसने मेरे लंड पर मारा तो मैंने भी उसकी नाभि पर मारा, उस वक़्त मैंने पहली बार किसी लड़की के बूब्स और चूत को छुआ था. अब में समझ गया था कि पूजा को क्या चाहिए? जब उसने से मेरी छाती पर मारा तो मैंने उसकी चूची को पकड़ लिया और दबाने लगा. वो पूछने लगी कि तुम क्या कर रहे हो? तो में उसकी चूची को दबाते हुए बोला कि जो तुझे चाहिए.
वो कुछ नहीं बोली और चुपचाप बैठी रही. उसने लाल कलर का स्कर्ट और पीले कलर का टी-शर्ट पहना था. अब में उसके बूब्स दबाते-दबाते उसको किस करने लगा था. मैंने उससे पूछा कि कभी किसी से दबवाया है क्या? तो उसने शरमाते हुए ना कहा. में समझ गया कि ये अभी तक कुँवारी है और उसके बूब्स एकदम मस्त थे.
में उसके निप्पल को अपनी दो उंगलियों से मसलने लगा तो वो सिसक उठी आआअहह, आआआआहह. मैंने उसे उठाया और बेडरूम में लेकर गया और बेड पर लेटा दिया. मैंने मेरी शर्ट उतार दी और मैंने अपनी पेंट की चैन खोली और मेरी पेंट उतार दी. अब में बस अंडरवेयर में था और मेरा लंड लोहे की तरह सख़्त हो गया था, मेरे अंडरवेयर का तंबू बना हुआ था. बाद में में उसके पास सो गया और उसे नजदीक लेते हुए उसके रसीले होंठ चूसने लगा. मैंने अपने दोनों हाथ उसके बूब्स पर रखे और धीरे-धीरे सहलाने लगा.
कुछ देर के बाद में अपना एक हाथ उसकी टी-शर्ट में ले जाकर उसके बूब्स दबाने लगा और उसने ब्रा पहनी थी. में उसकी टी-शर्ट उतारने लगा, तो उसने अपने हाथ ऊपर करते हुए मेरी मदद की, उसने काले कलर की ब्रा पहनी थी. मैंने उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स दबाना शुरू किया और कुछ देर के बाद मैंने अपना एक हाथ उसके पीछे लेते हुए उसकी ब्रा का हुक खोल दिया और उसकी ब्रा निकालकर बेड पर फेंक दी. अब वो मेरे सामने नंगी बैठी थी.
में उसे से सहलाते हुए उसके ऊपर लेट गया और उसके बूब्स चूसने लगा, कभी-कभी में उसके निप्पल को अपने दातों के बीच में लेकर उसे काटता तो वो चिल्लती थी. अब में एकदम मदहोश हो गया था, क्योंकि में आज पहली बार किसी लड़की को चोदने जा रहा था.
थोड़ी देर के बाद मैंने अपना एक हाथ नीचे लेते हुए उसकी स्कर्ट में डाल दिया, तो मेरे हाथों को उसकी नर्म-नर्म चड्डी महसूस होने लगी. अब में उसकी चड्डी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाने लगा था. जैसे ही मेरा हाथ उसकी चूत पर लगा तो वो सिसक उठी आअहह, आआअहह. मैंने उसकी स्कर्ट के हुक खोल दिए और उसकी स्कर्ट खोल डाली. उसने पीले कलर की चड्डी पहनी थी और उसकी चड्डी गीली हुई थी. अब में उसकी चूत को चड्डी के ऊपर से ही सहलाने लगा था.
थोड़ी देर के बाद में बैठ गया और उसकी चड्डी निकालने लगा. तभी वो इनकार करने लगी तो मैंने पूछा कि क्या हुआ? तो वो बोली कि मुझे शर्म आती है. में बोला कि अभी तो मेरे सामने नंगी हो, अब कैसी शर्म? और वैसे भी तो पति के सामने तुझे नंगा होना ही है, तो अभी क्यों नहीं? और ऐसा कहते हुए मैंने उसकी चड्डी निकाल दी. अब वो मेरे सामने पूरी तरह से नंगी थी और वो शरमा रही थी और उसने अपने दोनों पैर एक के ऊपर एक रख दिए थे. मैंने उसके पैर अलग करके फैला दिए और उसकी चूत को देखने लगा, वाह क्या चूत थी उसकी? एकदम कुँवारी, में तो पागल हो उठा था, क्योंकि में पहली बार किसी लड़की की चूची और चूत को देख रहा था, अब वो शरमा रही थी.
में अपनी एक उंगली उसकी चूत में डालने लगा, उसकी चूत एकदम टाईट थी. अब में ज़ोर लगाकर अपनी उंगली उसकी चूत में घुसाने लगा था. तभी वो आआआआअहह, आअहह, धीरे हाईईईइईरीईईई धीरे घुसाओ करके सिसक उठी. में अपनी दूसरी उंगली घुसाने की कोशिश करने लगा, तो कुछ देर के बाद मेरी दोनों उंगलियाँ उसकी चूत में चली गयी.
अब में मेरी उंगलियाँ उसकी चूत में अंदर बाहर करने लगा था. अब उसको मज़ा आने लगा था और वो मस्त होकर सिसक उठती आआहह, आआअहह. कुछ देर के बाद मैंने अपनी अंडरवियर उतार दी तो तभी मेरा 6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड स्प्रिंग की तरह उछलकर बाहर आ गया. वो मेरा लंड देखकर हैरान हो गयी और अपनी चूत को देखती हुई बोली कि दीपू तेरा इतना बड़ा लंड मेरी चूत में कैसे घुसेगा? मेरी चूत का छेद तो इसके सामने काफ़ी छोटा है और ये मेरी चूत में गया तो में तो मर जाउंगी.
तभी में बोला कि चिंता मत कर ये तो तेरे छेद में आराम से जाएगा, तुझे पहले-पहले दर्द होगा, लेकिन मज़ा आएगा और जब बच्चा होता है तो इसी छोटे से छेद से निकलता है ना और ऐसा कहते हुए मैंने उसको मेरा लंड चूसने को कहा. वो मना करते हुए बोली कि छी में नहीं चाटूँगी उसे. मैंने पूछा कि क्यों? तो उसने बोला कि मुझे गंदा लगता है. तब मुझे याद आया कि में उसके लिए एक चॉकलेट लाया था और उसे देना ही भूल गया था.
मैंने झट से अपनी पेंट की जेब में से चॉकलेट निकाली और उसे खोल दी, वो चॉकलेट थोड़ी सी पिघल गयी थी. मैंने वो चॉकलेट अपने लंड पर लगाई और उसके मुँह में मेरा लंड घुसाते हुए बोला कि चॉकलेट तो चाट सकती होना और मैंने उसका सिर मेरे लंड पर पकड़कर रखा. वो धीरे-धीरे मेरा लंड को चूसने लगी और बाद में लॉलीपोप की तरह चूसने लगी.
थोड़ी देर बाद वो खुद ही छुड़ाने की कोशिश करने लगी, लेकिन छुड़ा नहीं पाई. में अपनी कमर आगे पीछे करने लगा. अब उसे भी मज़ा आने लगा था और वो मेरा लंड पकड़कर खुद ही चूसने लगी थी. मैंने मेरा हाथ उसके सिर से हटाते हुए कहा कि कैसी लगी चॉकलेट? तो उसने मेरे लंड को अपने मुँह से बाहर निकालते हुए कहा कि ये चॉकलेट तो तेरे लंड के सामने कुछ भी नहीं है और वो मेरा लंड से अपने मुँह में लेकर चूसने लगी. थोड़ी देर के बाद मैंने उसे पैर फैलाकर सोने को कहा तो वो अपने दोनों पैर फैलाकर सो गयी. अब मुझे उसकी गीली चूत साफ-साफ दिखाई दे रही थी. मैंने उससे पूछा कि घर में बटर है.
उसने कहा कि हाँ फ्रीज़ में रखा है, तो में बटर लेकर आया. अब उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि में बटर क्यों लाया हूँ? मैंने खूब सारा बटर उसकी चूत के अंदर डाला और अपना लंड उसकी चूत के मुँह पर रखा. मैंने जैसे ही अपना लंड उसकी चूत पर रखा, तो वो सिसक उठी आहह, आआहह जल्दी करो नहीं तो में मर जाऊंगी. मैंने एक धक्का देते हुए अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया, तो वो चिल्लाने लगी उउउइईई माँ में मररररर गयी, आआआआहह.
मैंने थोड़ी देर रुकने के बाद दूसरा धक्का लगाया. वो से चिल्ला उठी प्लीज़ दीपेश अपना लंड बाहर निकालो, नहीं तो में मर जाउंगी. मैंने कहा कि कुछ नहीं होगा बस थोड़ी देर और सहन कर लो और उसको किस करते हुए और एक धक्का लगाया. अब इस वक्त मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया था और वो चिल्लाने वाली थी, लेकिन उसका मुँह मैंने मेरे मुँह में लेकर बंद किया था. अब उसकी सील टूट चुकी थी और उसकी चूत में से खून निकल रहा था और वो रो रही थी.
थोड़ी देर तक ऐसे ही सोने के बाद में मेरी कमर धीरे-धीरे हिलाने लगा. तब तक उसको भी मज़ा आने लगा था और वो भी अपनी कमर ऊपर नीचे करती हुई मेरा साथ दे रही थी. मैंने भी अपनी रफ़्तार बढ़ाई और ज़ोर- ज़ोर से अपनी कमर हिलाने लगा. अब इस दौरान वो दो बार झड़ चुकी थी और करीब 15 मिनट के बाद में भी झड़ गया और उसकी चूत में ही अपना वीर्य डाल दिया. कुछ देर तक ऐसे ही सोने के बाद वो उठी और अपने कपड़े उठाने लगी.
तभी मैंने देखा कि उसकी चूत पूरी तरह से गीली थी और उसकी चूत में मेरा वीर्य उसका पानी और खून भी था. वो उठकर बाथरूम में गयी और पेशाब करने के बाद उसने अपनी चूत को साफ किया और अपनी चड्डी पहन ली और बाद में अपनी ब्रा पहनी और अपनी टी-शर्ट पहनकर उसने अपना स्कर्ट अपनी कमर पर चढ़ाया और वो बाहर आ गयी. उस दिन के बाद मैंने उसे बहुत बार चोदा और हम दोनों ने खूब मजा किया.
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शिवानी की मस्त चुदाई


हैल्लो दोस्तों, अब पहले में आपको मेरे बारे में बता दूँ.  में दिल्ली में रहता हूँ और एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हूँ और फ्लेट में अकेला ही रहता हूँ.  में एक जवान और सुंदर लड़का हूँ और अब में आपको ज़्यादा बोर ना करते हुए सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ.  ये कहानी कुछ 6 महीने पहले की है और में रोज सुबह 8 बजे निकल जाता था और फिर दोपहर में आता था.
मेरे पड़ोस में मिस्टर शर्मा रहते है, वो बहुत बड़े एडवोकेट है और उनके एक मस्त सी वाईफ है शिवानी, जो पास के एक स्कूल में टीचर है, वो सुबह 8 बजे स्कूल जाती है और 1 बजे घर आ जाती है और फिर दिनभर घर में अकेली रहती थी.  फिर एक दिन मेरी कंपनी में ऑफ था तो में आराम से सो कर उठा और सिगरेट पीने के लिए बिल्डिंग से बाहर जा रहा था तो मैंने देखा कि मेरे मकान के बाहर एक पैकेट पड़ा हुआ था.  फिर उसने वो देखा और बेल बजाई, तो मैंने दरवाजा खोला और देखा तो शिवानी सामने खड़ी थी.  फिर मैंने उसे अंदर बुलाया और हमारी थोड़ी देर तक बातचीत हुई, अब उससे मेरी अच्छी फ्रेंडशिप हो गयी थी.
फिर हमारी मुलाकात के कुछ 15 दिन बाद वो मेरे कमरे में बैठी थी.  अब में उसके साथ मस्ती कर रहा था, तो मस्ती-मस्ती में मैंने उसे मेरे नीचे दबाया, तो फिर वो उठकर चली गयी.  फिर दूसरे दिन वो मेरे कमरे में फिर से आई, लेकिन जब वो आने वाली थी उसके पहले मैंने अपने कंप्यूटर पर सेक्सी मूवी लगाकर रखी थी.
जब वो मेरे कमरे में आई, तो उसने देखा कि सेक्सी फिल्म चल रही है.  फिर तब मैंने वो झट से बंद कर दी.  अब मुझे पता था कि वो मुझे पूछेगी कि तुम क्या देख रहे थे? और फिर उसने वही पूछा.  तो मैंने कहा कि कुछ नहीं, वो तुम्हारे काम की चीज नहीं है.  फिर वो ज़िद करने लगी, तो तब मैंने उससे कहा कि में सेक्सी मूवी देख रहा था.  फिर तब वो बोली कि मुझे भी देखनी है, तो फिर मैंने फिर से वो मूवी चालू कर दी.
फिर थोड़ी देर बाद में उसके करीब जाकर बैठा तो उसने मुझसे पूछा कि क्या तुमने कभी ऐसा किया है? तो मैंने कहा कि हाँ.  अब में समझ गया था कि वो मुझसे चुदना चाहती है तो मैंने उसे झट से पकड़कर किस किया और फिर में धीरे-धीरे उसे चूमता रहा.
जब मुझे एहसास हुआ कि वो पूरी गर्म हो चुकी थी तो मैंने उसके कपड़े उतारना शुरू किया.  अब उसके कपड़े उतरने के बाद उसकी कोमल नाज़ुक जवानी देखकर में थोड़ी देर तक दंग सा रह गया था, उसका फिगर बिल्कुल मस्त फिगर था, उसका फिगर साईज यही कोई 32-28-32 था, उसके बूब्स तो छोटे-छोटे और गोरे- गोरे थे, उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था और गुलाबी रंग की बड़ी रसीली चूत थी.  फिर मैंने मेरे कपड़े भी उतार दिए और उसे मेरा लंड अपने मुँह में लेने के लिए कहा.
फिर तब वो बोली कि कितना बड़ा है तुम्हारा लंड, में तो मर जाउंगी, तो मैंने कहा कि चिंता मतकर मेरी जान में धीरे-धीरे करूँगा.  तो फिर वो मेरा लंड अपने मुँह में लेकर 20 मिनट तक चूसती रही, वो पहली बार ये सब कर रही थी, लेकिन वो किसी अनुभव वाली लड़की की तरह ये सब कर रही थी.  अब उसकी लंड चुसाई में ही मेरा पानी निकल गया था.
में उसकी चूत को चाटने और चूसने लगा, तो वो छटपटाने लगी, तो में मेरी जीभ उसकी चूत में डालकर उसे मेरी जीभ से चोदने लगा.  अब मेरा लंड फिर से लोहे की तरह सख़्त हो गया था.  फिर मैंने उसे बेड पर लेटा दिया और मेरा लंड उसकी चूत पर रखकर धीरे-धीरे अंदर डालने की कोशिश करने लगा, लेकिन पहली बार होने के कारण वो अंदर नहीं जा रहा था.
थोड़ी देर तक धीरे-धीरे करने के बाद में उसके लिप पर मेरे लिप रखकर उसे किस करने लगा और एक ज़ोर का झटका दिया तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत में अंदर चला गया, जिससे उसके मुँह से एक चीख निकल गयी, लेकिन उसकी चीख मेरे मुँह के अंदर ही दब गयी.
अब उसकी सील टूटने की वजह से उसका खून निकलना शुरू हो गया था और वो रोने लग गयी थी.  फिर में थोड़ी देर तक उसकी टाईट और रसीली चूत में मेरा बड़ा और मोटा लंड डाले हुए बिना हीले उसके ऊपर ही पड़ा रहा और उसके बूब्स दबाता रहा और उसे किस करता रहा.  फिर थोड़ी देर के बाद जब उसे कुछ अच्छा लगने लगा, तो तब मैंने झटके देना शुरू किया.  अब में उसकी बिल्कुल फ्रेश चूत में मेरा बड़ा और मोटा लंड अंदर बाहर करके उसे चोद रहा था और वो भी नीचे से उसके कूल्हें उठा-उठाकर मज़े लेकर मुझसे चुदवा रही थी.
अब उसके मुँह से बड़ी अज़ीब सी आवाजे आ रही थी.  अब वो मौन कर रही थी और मुझे ललकार रही थी और ज़ोर से चोदो अपनी रानी को, आज तुमने मुझे स्वर्ग का मज़ा दिया है, अब तो में तुमसे ही रोज़ाना ठुकवाया करूँगी, फाड़ दो अपनी रानी की चूत को, बना दो उसका भोसड़ा.  अब उसके मुँह से ऐसी बातें सुनकर मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ और करीब 30-35 मिनट तक उसे चोदने के बाद मैंने अपना रस उसकी चूत में ही डाल दिया और उसे गर्भ-निरोधक गोली लेने के लिए कह दिया.
फिर 2-3 दिन तक वो मेरे यहाँ आई नहीं, लेकिन उसके बाद जब भी हमें कोई मौका मिलता तो हम एक दूसरे में समा जाते है.  मैंने आज तक उसे कितनी बार चोदा है? यह मुझे भी याद नहीं है, लेकिन आज भी में उसे बड़े प्यार और मजे से चोदता हूँ और वो भी चुदवाती है.
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लंड को गर्लफ्रेंड के मुँह में डाला

हैल्लो दोस्तों, में एक सीधा और स्मार्ट लड़का हूँ. मेरी हाईट 6 फुट है और मेरा कलर फेयर है. मेरी गर्लफ्रेंड का नाम अल्का है और मैंने उसे कई बार किस किया था, लेकिन एक बार उसने मुझे अपने घर पर बुलाया तो उसके घर पर कोई नहीं था, तो में यह देखकर बहुत खुश हुआ. फिर मैंने उसे ध्यान से देखा, तो वो घर में हल्की टी-शर्ट और लोवर पहनी हुई थी और उसकी हल्की टी-शर्ट में उसके बूब्स बहुत मस्त लग रहे थे.
फिर उसने मुझे पानी पिलाया और फिर हम बिस्तर पर बैठ गये तो मैंने उसकी गोदी पर अपना सिर रख लिया और उससे बातें करने लगा और धीरे से अपना एक हाथ उसकी पीठ पर रखकर सहलाने लगा तो उसने कुछ नहीं कहा और में पीछे से अपना एक हाथ लाकर सामने उसके पेट पर रगड़ने लगा और उसकी टी-शर्ट ऊपर करके उसकी नाभि पर अपने गर्म-गर्म होंठ रख दिए और फिर उसकी टी-शर्ट ऊपर करके उसे लेटा दिया. अब तक वो शांत लेटी हुई थी.
फिर में उसकी टी-शर्ट को ऊपर करके उसकी ब्रा में कसे बूब्स को मलने लगा और फिर पीछे अपना एक हाथ ले जाकर उसकी ब्रा का हुक खोल दिया और उसके नंगे बूब्स को देखकर उसे एक बच्चे की तरह चूसने लगा. अब तक वो भी गर्म हो चुकी थी तो उसने मेरा सिर उठाकर अपने होंठ मेरे होंठ पर रख दिए.
मैंने उसके मुँह के अंदर अपनी जीभ डाल दी और फिर हमने एक दूसरे के होंठ खूब काटे. फिर मैंने उसका एक हाथ अपने लंड पर रख दिया, तो उसने मेरी पैंट की चैन खोलकर अपना एक हाथ अंदर डाल दिया. बस फिर क्या था? मैंने तुरंत ही उसकी पैंट और पैंटी एक साथ उतारकर फेंक दी. अब वो पूरी नंगी थी, अब उसने अपनी आँखे बंद कर ली थी.
फिर मैंने तुरंत अपने पूरे कपड़े उतारे और उसके ऊपर चढ़ गया और फिर उसे चूमने लगा और उसकी दोनों टांगो को फैलाकर अपनी जीभ रख दी. अब उसके मुँह से आह आहा आहा और करो और अंदर डालो की आवाजे आने लगी थी. फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और ज़ोर से एक झटका दिया, तो वो ज़ोर से चीखी, तो मैंने तुरंत अपना लंड बाहर निकाल दिया. तो उसने मुझसे कहा कि प्लीज लंड मत डालो दर्द ज़्यादा हो रहा है.
मैंने उसके मुँह को खोला और उसमें अपना मुँह डाल दिया और अपने एक हाथ से उसके बूब्स को दबाता रहा. अब वो भी मेरे लंड को लॉलीपोप की तरह चूस रही थी, तो मैंने उसके मुँह में ही मेरा पूरा माल गिरा दिया और उसके ऊपर से हट गया, लेकिन अब मेरा मन तो उसकी चूत में डालने का था तो मैंने फिर से अपना मुँह उसके मुँह में डाला और अपने होंठ उसके मुँह में रखकर अपना लंड पूरी ताक़त से उसकी चूत में घुसा दिया, तो वो जोर से चीखी, लेकिन इस बार मैंने और एक झटका दिया, तो उसकी चूत से खून निकल गया.
लेकिन मैंने एक और ज़ोर का झटका दिया तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया और फिर में थोड़ी देर तक उसके बूब्स को दबाता रहा और धीरे-धीरे ऊपर नीचे करना चालू कर दिया. अब उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था तो उसने अपनी गांड उछाल कर कहा कि और चोद मुझे, फाड़ डाल मेरी चूत, फाड़ डाल. फिर मैंने और ज़ोर-जोर से झटके दिए और थोड़ी देर के बाद झड़ गया.
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सहेली ने मुझे चुदना सिखाया

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम प्रीति है और जब में पहली बार कॉलेज में आई तो में बहुत खुश थी, क्योंकि में एक छोटे से शहर से हूँ जहाँ पर लड़कियों को घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होती थी और उनको बहुत ही बंधे हुए माहौल में रहना पड़ता है.
दोस्तों में हमेशा टीवी पर देखती थी कि लड़कियों के अपने अपने बॉयफ्रेंड होते थे जो उनको बाहर घुमाते और शॉपिंग कराते है. बहुत मज़े मस्ती करते है और वो उनको नये नये उपहार भी देते है, इसलिए मुझे बहुत मन था कि में भी किसी लड़कों से दोस्ती करूँ और मेरा भी कोई बॉयफ्रेंड हो. दोस्तों वैसे बड़े शहर और कॉलेज का खुला माहौल देखकर में बहुत खुश और हैरान थी. दोस्तों मुझे खुलकर जीना, घूमना फिरना बहुत अच्छा लगता था, इसलिए में वहां पर रहकर बहुत ज्यादा खुश रहने लगी थी.
दोस्तों मेरी क्लास में बहुत सारे लड़के थे, लेकिन वो मेरी तरफ देखते भी नहीं थे, क्योंकि में उस समय गवांरो जैसी दिखती थी. सलवार सूट पहनना, चोटी बनाना और कहाँ शहर की लड़कियाँ अपने खुले बालों और जींस टी-शर्ट में दिनकर घूमना फिरना, इस बात का मुझमें बहुत अंतर था.
एक दिन में अपने हॉस्टल के रूम में रोने ही लग गई, क्योंकि मेरे साथ मेरे कमरे में रहने वाली वो लड़की जिसका नाम सुमन था वो एक बहुत सुंदर लड़की थी जिसके 3-3 बॉयफ्रेंड थे, वो कभी किस लड़के के साथ घूमने जाती तो कभी दूसरे लड़के के साथ घंटो फोन पर हंस हंसकर बातें करती उसने मुझे रोता हुआ देखकर वो मुझसे पूछने लगी कि क्या बात है? तुम इस तरह से रो क्यों रही हो? तो मैंने उसके बहुत बार पूछने पर उसको बता दिया कि में सुंदर नहीं हूँ इसलिए कोई भी लड़का मुझे मुड़कर देखता भी नहीं और मेरा तुम्हारी तरह एक भी दोस्त नहीं है.
फिर वो मेरी पूरी बात को सुनकर ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी और बोली कि तुम बहुत सुंदर हो बस तुम्हे थोड़ा सा निखारने की ज़रूरत है और वो मुझे अगले दिन अपने साथ मार्केट लेकर चली गई और फिर उसने मुझे कुछ कपड़े और हील्स लेकर दिए उसके बाद वो मुझे पार्लर लेकर चली गई जहाँ पर मेरा उसने हेयर स्टाईल, वेक्सिंग, फेशियल और ट्रीट्मेंट्स करवाए जिससे में कुछ ज्यादा ही चमक गयी और जब मैंने अपने आपको सामने लगे कांच में देखा तो में एकदम हैरान हो गई.
में अपने निखरे हुए सुंदर चेहरे को देखकर बहुत चकित हुई और में अपने आपको पहचान ही नहीं पाई में अब बिल्कुल फिल्म की किसी हिरोइन की तरह दिख रही थी. दोस्तों उसके बाद सुमन ने हमारे रूम पर पहुंचने के बाद मुझे ऊँची हील पहनकर चलना सिखाया और फिर उसने मुझे बताया कि कैसे किसी लड़के से बात करते है.
फिर उसके अगले दिन जब में अपने छोटे आकार के कपड़े, ऊँची हील्स पहनकर अपनी क्लास में गयी तो वहां पर सभी लोग मुझे देखकर एकदम हैरान हो गए और वहां पर सभी लड़कों के तो मुझे इस बदले हुए हॉट सेक्सी रूप में लंड खड़े हो गये. मुझे अब बहुत मज़ा आ रहा था और वहां पर सभी की नजरे बस मुझ पर ही टिकी हुई थी. वो सभी मुझे खा जाने वाली नजरों से घूर घूरकर देख रहे थे और यह सभी बातें मैंने रात को सुमन को बताई.
मैंने उस रात को पूरी तरह से खुलकर उससे बातें की. फिर सुमन तुरंत मेरी सभी बातों का मतलब समझ गई और तब उसने मुझसे पूछा कि क्या तुमने कभी किसी के साथ सेक्स किया है? दोस्तों अचानक से में उसके मुहं से यह बात सुनकर बहुत चकित जरुर हुई, लेकिन मन ही मन खुश भी थी और फिर मैंने साफ साफ बता दिया कि मैंने ऐसा अभी तक कभी नहीं किया है, लेकिन में अब ऐसा करना चाहती हूँ और मुझे यह सब करने की बहुत इच्छा होती है.
में भी एक बार वो मज़ा लेना चाहती हूँ. फिर सुमन मेरी पूरी बात को सुनकर हंस पड़ी और अब वो मुझे बताने लगी कि उसने ऐसा बहुत बार किया है और वो सब करने में बहुत मज़ा आता है. उसके बाद वो मुझे बताने लगी कि लड़कों को क्या क्या अच्छा लगता है और वो लड़कियों को कितने मज़े करवाते है? फिर कुछ देर बाद उसने मुझसे कहा कि अगर में चाहूं तो वो मुझे भी कुछ ऐसे लड़कों से मिलवा सकती है जो मुझे वैसे ही मोज मस्ती करवा देंगे.
फिर में उसके मुहं से यह बात सुनकर खुश हो गयी और मैंने उससे कहा कि प्लीज मुझे उससे तुम अब जल्दी से मिलवाओ. दोस्तों उस रात मुझे ठीक तरह से नींद ही नहीं आई, क्योंकि में पूरी रात लड़कों के बारे में सोचती रही और में उनके साथ घूमने फिरने मज़े मस्ती करने के सपने देखने लगी.
फिर उसके अगले दिन सुमन ने मुझे एक मिनी स्कर्ट और छोटे आकार का टॉप पहनाकर तैयार होने को कहा और उसने मुझे बहुत सुंदर जालीदार लाल कलर की ब्रा और पेंटी पहनने को दी और फिर मुझसे कहा कि में इस ड्रेस के नीचे यह सब पहन लूँ. दोस्तों सच पूछो तो मुझे वो ब्रा और पेंटी पहनकर एक नयी नवेली दुल्हन की तरह अहसास आने लगा था. में बहुत खुश थी. फिर मैंने अपने बाल सेट किए और सुमन ने मेरा चमकता हुआ सा मेकप कर दिया.
दोस्तों मैंने इससे पहले कभी इतनी गहरी कलर की लिपस्टिक और कभी ऐसा मेकअप भी नहीं किया था. मुझमें उस समय बहुत उत्सुकता थी और जब हम दोनों हमारे हॉस्टल से बाहर निकले तो मैंने देखा कि बाहर दरवाजे पर एक कार खड़ी हुई थी, जिसमें दो लड़के बैठे हुए थे उन्होंने कार से सीधे नीचे उतरकर हमें हग किया और फिर माथे पर किस किया.
मेरे तो जैसे पूरे बदन में एक अजीब सा करंट दौड़ गया. फिर उसके बाद हम कार में बैठ गए और वो हमे मॉल लेकर गये जहाँ पर हम ने शॉपिंग की और खाना खाया. शाम को वो हमें एक बार में लेकर चले गये और मैंने वहां पर पहुंचकर देखा कि सभी लोग शराब पी रहे थे और लड़कियाँ भी शराब पीकर लड़कों के साथ डांस कर रही थी.
दोस्तों पहले तो मुझे यह सब देखकर बहुत अजीब सा लगा, लेकिन मेरी दोस्त के समझाने पर अब थोड़ा सा अच्छा लगने लगा था. सुमन के फ्रेंड ने मुझे एक ड्रिंक दिया और में बिना सोचे समझे वो पी गयी. ऐसे करते करते मैंने कई बार ड्रिंक ले लिए और अब मुझे नशा सा होने लगा था. अब सुमन ने मुझसे कहा कि वो अपने बॉयफ्रेंड के साथ जा रही है और उसका वो दोस्त मुझे हमारे हॉस्टल तक छोड़ देगा.
दोस्तों उस समय मुझे बहुत नशा हो गया था और में नशे में झूम रही थी. फिर तभी सुमन का वो दोस्त जिसका नाम पवन था, उसने मुझे मेरी कमर से पकड़ा और फिर उसने मुझसे पूछा कि क्या में ठीक हूँ? तो मैंने उसके गले में अपनी गोरी गोरी बाहें डाली और उसकी तरफ मुस्कुराने लगी. अब पवन नाम का वो लड़का मुझे अपनी बाहों का सहारा देकर मुझे अपने साथ लेकर बार के बाहर आ गया और फिर उसने मुझे कहा कि प्रीति डार्लिंग तूने बहुत ड्रिंक कर ली है चलो में तुम्हे तुम्हारे हॉस्टल तक छोड़ देता हूँ.
फिर मैंने कहा कि नहीं मुझे हॉस्टल नहीं जाना, मुझे तुम्हारे साथ रहना है और मुझे तुम्हारा प्यार चाहिए क्या में सेक्सी नहीं हूँ पवन? यह सब उससे कहकर में उसको किस करने लगी पवन ने मुझसे कहा कि हाँ तुम बहुत सेक्सी हो प्रीति अगर तुम चाहती तो में तुमसे सेक्स करना चाहता हूँ. फिर मैंने भी अब तुंरत हाँ में अपना सर हिला दिया और मेरा जवाब सुनकर वो मुझे पास के ही एक होटल में ले गया. उसने मुझे बेड पर गिरा दिया और फिर वो अपने कपड़े खोलने लगा.
कुछ देर बाद उसको अपने सामने नंगा देखकर मेरी तो सारी पी हुई दारू एक ही बार में उतर गई और में जोश में आ गयी, जिसकी वजह से मेरी पेंटी एकदम गीली हो गयी. पवन मुझे पागलों की तरह लगातार किस करने लगा. फिर जैसे ही वो मेरी गर्दन पर किस करने लगा तो में एकदम पागल सी हो गयी और में भी उसको चूमने लगी. तभी उसने मेरी ड्रेस को उतार दिया और वो मुझे लाल कलर की पेंटी ब्रा में देखकर बोला कि तुम तो बहुत मस्त लग रही हो.
मैंने पहले कभी इतनी सेक्सी लड़की नहीं देखी यार और तुम अब तक वर्जिन कैसे बच रही हो, तुम्हे किसी ने चोदा क्यों नहीं? दोस्तों उसके मुहं से यह बात सुनकर में उसके कानों पर काटने लगी और उसने मेरी पेंटी, ब्रा को भी उतार दिया. अब में उसके सामने पूरी नंगी थी.
दोस्तों अब पवन मुझे ऊपर से लेकर नीचे तक चूमने, चाटने लगा था, जिसकी वजह से मुझे बहुत अलग हटकर महसूस हो रहा था और में उसका वो मदहोश कर देने वाला अहसास महसूस कर रही थी तभी उसने मेरे होंठो को किस किया और बहुत देर तक वो अपनी जीभ को मेरे मुहं में घुमाता रहा जैसे कि उसे स्मूच करने में बहुत मज़ा आ रहा हो. अब कुछ देर बाद उसने मेरे पेट को चूमना शुरू किया और में छटपटाने लगी और फिर उसने अपनी दो उँगलियाँ मेरी चूत पर घूमाना शुरू किया.
फिर कुछ देर चूत को सहलाने के बाद उसने मेरी चूत में अपनी उँगलियों को डाल दिया. अचानक से हुए इस काम की वजह से मेरे मुहं से आह्ह्ह्हह्ह स्सीईईईईईइ की आवाज बाहर निकलने लगी. अब वो मुझसे बोला कि प्रीति तुम्हारी चूत तो बहुत हॉट और टाईट भी है तुम अब तक कहाँ थी? वाह आज तो मुझे तुम्हारे साथ चुदाई का मज़ा आ जाएगा दोस्तों इतना कहकर उसने जल्दी से अपना लंड मेरी चूत के मुहं पर रखा और धक्का देने लगा.
फिर में ज़ोर से चीखने लगी, लेकिन वो बिना कुछ सुने धीरे धीरे अपना लंड मेरी चूत के अंदर डालता गया और उसका लंड मेरी छोटे आकार की चूत को चीरता हुआ लगातार अंदर बाहर हो रहा था, जिसकी वजह से मुझे दर्द के साथ साथ चुदने का वो मज़ा भी मिलने लगा था जिसके लिए में बहुत समय से तरस रही थी.
दोस्तों में मन ही मन बहुत खुश थी और अब उसने मुझे लगातार जोरदार धक्के देकर चोदना शुरू किया और धक्को के साथ ही साथ वो मेरे बूब्स को अपने मुहं में डालकर खींचने लगा और में पूरी तरह से गरम हो चुकी थी, जिसकी वजह से कुछ ही मिनट में मेरी चूत ने अपना पानी छोड़ दिया और में झड़ गई.
दोस्तों में कभी भी उस अहसास को किसी भी शब्दों में नहीं लिख सकती, जिसको मैंने पहली बार महसूस किया था वो बिल्कुल हटकर था और कुछ देर बाद उसका भी पानी निकल गया और मुझे उसकी गरमी अपनी चूत के अंदर तक महसूस हुई.
फिर कुछ देर बाद पवन ने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाला और मेरे मुहं के सामने लाकर वो मुझसे बोला कि ले चाट इसे. मैंने उसके लंड को बहुत ध्यान से देखा वो सफेद रंग के चिपचिपे वीर्य से पूरा सना हुआ था और फिर मैंने उसको चाट चाटकर साफ कर दिया. उसके बाद वो मुझे हग करके लेट गया और हम दोनों एक दूसरे की बाहों में सो गए.
फिर दूसरे दिन सुबह उसने मुझे उठाया. में उठी और मेरा पूरा बदन हल्का हल्का दर्द हो रहा था. अब उसने बिना कुछ कहे एक बार फिर से मेरी चूत को फैलाकर लंड को अंदर डाल दिया और हल्के हल्के धक्के देकर वो मुझे चोदने लगा.
कुछ देर बाद उसने अपने धक्को की स्पीड को बढ़ा दिया और वो अब मुझे तेज लगातार धक्के देकर चोदता रहा और में उसका पूरा पूरा साथ देती रही. फिर कुछ देर की चुदाई के बाद उसने एक बार फिर से मेरी चूत में अपनी कुछ बूंदे वीर्य की गिरा दी और फिर हमने साथ में नहाकर पकड़े पहनकर तैयार हो गए.
उसके बाद उसने मुझे मेरे हॉस्टल तक छोड़ दिया, वो कुछ दूरी से मुझे बाय कहता हुआ चला गया. फिर जब में अपनी बदली हुई चाल के साथ अपने हॉस्टल पहुंची तो मेरी इस हालत को देखकर ही सुमन तुरंत समझ गई कि अब में भी वर्जिन नहीं रही और मेरी बदली हुई चाल कल रात को हुई मेरी चुदाई का एक नतीजा है. अब वो मुझसे बीती रात की पूरी कहानी विस्तार से पूछने लगी और में बताते हुए शरमाकर लाल हो गयी.
उस दिन में रूम में ही रही और पूरे दिन में बस सोती रही. फिर तब जाकर मेरी चूत का दर्द थोड़ा कम हुआ, लेकिन उसी रात को सुमन ने मुझसे कहा कि चलो तैयार हो जाओ. अब हम बाहर चलते है और मैंने उससे कहा कि मुझे चलने से दोबारा दर्द होगा.
फिर उसने कहा कि उसे जब तक होना था वो हो गया और अब तो तुम्हारे मज़े करने के दिन है. अब ऐसा कुछ भी नहीं होगा. पहली चुदाई के बाद सब दुःख दर्द डर खत्म हो जाता है और अब तुम आज से मेरी तरह हो एकदम निडर और वो मुझे एक रेस्टोरेंट में लेकर चली गयी जहाँ पर पवन पहले से ही अपने कुछ दोस्तों के साथ बैठा हुआ था.
फिर पवन ने मुझे देखकर आँख मारी और वो मुझसे पूछने लगा कि क्यों कैसा रहा तुम्हारा वो कल रात का पहला अनुभव? दोस्तों में उसकी यह बात सुनकर बिना कुछ बोले थोड़ा सा शरमाई और मुस्कुराने लगी. फिर पवन का एक दोस्त बोला कि यार तुम अब हमारे बारे में भी कुछ सोचो तुम्हे जो करना था कर लिया, लेकिन हम क्या करे? तो उनके मुहं से यह बात सुनकर पवन ज़ोर ज़ोर से हंसने लगा और फिर वो मेरी तरफ देखने लगा. फिर उसने मुझे अपने एक दोस्त के साथ जाने का इशारा किया में उसके इशारे को बहुत अच्छी तरह से समझकर मन ही मन ना जाने क्यों हिचकिचाने लगी.
तभी सुमन ने मेरी तरफ स्माइल किया और वो मुझसे कहने लगी कि हाँ जाओ प्रीति, तुम इनके साथ अपनी जिंदगी के पूरे मज़े लूट लो कर लो अपने मन की हर एक इच्छा को पूरा और कब तक ऐसे प्यासी तरसती रहोगी? आज अपनी आग को पूरी तरह से बुझा लो.
दोस्तों में अपनी सहेली की बात को सुनकर पवन के दोस्त राजेश के साथ उठकर चली गई और वो मुझे अपने साथ पास ही में एक अपार्टमेंट में ले गया और वहां पर उसने मुझे सारी रात चोदा. मैंने भी उसके साथ साथ चुदाई के पूरे मज़े लिए और में बहुत संतुष्ट थी.
मेरी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं था. दोस्तों में अब अपने आपको बहुत अलग महसूस करने लगी थी और उसने मुझे बहुत अलग अलग तरीकों से चोदा और मेरी चूत को शांत किया. दोस्तों तब से लेकर अब तक में और सुमन ऐसे ही हर रात को बाहर जाते है और हर बार हम एक नये लंड से अपनी चूत को चुदवाते है और बहुत जमकर सेक्स के मज़े लेते है.
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