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कस्टमर को दुकान में चोदा
हैल्लो दोस्तों, कैसे हो आप सब? आज में आपको बताऊँगा कि कैसे मैंने एक लड़की को चोदा था? में 20 साल का लड़का हूँ और मेरी एक साड़ी की दुकान है, भगवान की दुआ से दुकान अच्छी चल रही है. में वो दुकान अकेले संभालता हूँ, में अपनी शॉप में सिर्फ़ साड़ी नहीं बल्कि उसका रेडीमेड ब्लाउज, पेटिकोट और ब्रा और पेंटी भी रखता हूँ, वो भी फैन्सी रंग.
यह एक दिन की बात है जब मैंने दुकान खोली तो एक लेडी आई, वो दिखने में बहुत सुंदर थी, उसके बूब्स का साईज़ भी अच्छा था, उसने एकदम फैशनेबल ड्रेस पहन रखी थी. अब मेरे तो उसे देखकर होश उड़ गये थे. फिर उसने आते ही मुझे साड़ी बताने को बोला एकदम नई डिजाईन. तब में बोला कि में अपनी दुकान में नई ही रखता हूँ और कहा कि मेम साड़ी आप पहनोगी क्या? तो तब उसने हाँ बोला.
फिर बहुत सारी साड़ी दिखाने के बाद उसने एक साड़ी पसंद की और उसके ब्लाउज के बारे में पूछा तो तब में बोला कि मेम हमारे पास ऑलरेडी रेडीमेड ब्लाउज, पेटिकोट मौजूद है. फिर मैंने उससे ब्लाउज का साईज पूछा तो उसने कहा कि 40D. तब मैंने कहा कि मेम हमारे पास इस साईज का ब्लाउज स्टिच किया हुआ है. फिर मैंने पूछा कि मेम अगर ब्लाउज लेटेस्ट फैशन स्टाइल में हो तो आपको प्रोब्लम थोड़ी होगी. तब उसने कहा कि चलेगा कोई बात नहीं.
मैंने उसे ब्लाउज और पेटिकोट दिया और कहा कि मेम एक बार प्लीज आप अगर ट्राई कर लेते तो अच्छा होता. तो तब उसने इनकार नहीं किया. फिर मैंने उसे ट्रायल रूम दिखाया और कहा कि मेम एक बार ट्राई करके मुझे बताना, प्लीज मेम. तो तब उसने कि ठीक है. फिर वो थोड़ी देर के बाद एकदम सिंपल सी साड़ी पहनकर बाहर आई. तो तब मैंने पूछा कि मेम आप ये साड़ी डेली यूज़ के लिए ले रही है या फिर पार्टी के लिए. तो तब उसने पार्टी कहा.
तब मैंने कहा कि मेम जिस हिसाब से आपने यह साड़ी पहनी है, बिल्कुल पार्टी के लायक नहीं लग रही है और साड़ी का शो भी नहीं आ रहा है, मेम आपका ब्लाउज एकदम फैशनेबल स्टाइल है और आपकी साड़ी एकदम सिंपल स्टाइल है अगर आप चाहे तो में आपको पार्टी के लिए साड़ी अच्छी स्टाइल में पहनना सिखाऊँ. तब उसने थोड़ी देर तक सोचा और फिर कहा कि ठीक है.
तब मैंने उसे साड़ी निकालने को कहा. अब वो धीरे-धीरे अपनी साड़ी निकाल रही थी. फिर जैसे ही उसने अपना पल्लू हटाया तो में उसके बूब्स देखने लगा और बोला कि मेम आपको तो ब्लाउज पहनना भी नहीं आता. तो तब उसने कहा कि क्यों तुम ऐसा बोल रहे हो? तो तब में बोला कि मेम अपने तो मेरे ब्लाउज का पूरा शो खराब कर दिया. तब वो बोली कि कैसे?
मैंने अपनी उंगली से उसे साईड में पड़ने वाले सल के बारे में बताया और फिर में उसके पीछे आ गया और कहा कि मेम आपको ब्लाउज को फिर से पहनना पड़ेगा और इस बार में आपको पहनाऊँगा. तो तब उसने कुछ नहीं कहा. फिर में बोला कि आप पहले अपनी साड़ी निकालिए. तब उसने बोला कि निकाल तो दी. तब में बोला कि पल्लू को हटाने से साड़ी नहीं निकलती, पूरी साड़ी अलग करनी पड़ती है. तब उसने अपनी पूरी साड़ी हटा दी. अब वो मेरे सामने ब्लाउज, पेटिकोट में खड़ी थी.
मैंने मेम से कहा कि मेम में शॉप लॉक कर देता हूँ अगर कोई आ गया तो देख लेगा तो अच्छा नहीं लगेगा. तो तब मेम ने कहा कि ठीक है लॉक कर दो. फिर में शॉप लॉक करके मेम के पास गया और कहा कि मेम आपको तो साड़ी पहनने में पूरा ट्रेंड करना पड़ेगा, आपने तो पेटिकोट भी बराबर नहीं बांधा है. तब मेम ने कहा कि ठीक तो है. तब में बोला कि मेम इसे नाभि के नीचे बांधते है, मेम प्लीज आप अपना ब्लाउज और पेटिकोट निकालो, में आपको सिखाता हूँ.
फिर तब मैंने पूछा कि मेम आप साड़ी पहली बार पहन रही है क्या? तो तब मेम ने बोला कि हाँ थोड़ा चेंज के लिए पहन रही हूँ, में ड्रेस पहन-पहनकर बोर हो गयी हूँ. तो तब मैंने मेम से कहा कि अपना ब्लाउज और पेटिकोट निकालो.
मेम बोली कि में तुम्हारे सामने कैसे निकालूं? तुम मेरे पति थोड़ी हो. तब मैंने कहा कि मेम इसमें कोई बड़ी बात नहीं है, में आपको सिखा रहा हूँ कैसे पहनते है? और बहुत लड़कियाँ तो एक बार बोलने से अपने सारे कपड़े उतार देती है, क्योंकि में उनको साड़ी पहनने का नया तरीक बताता हूँ. फिर मेरे यह बोलने से उसने अपने कपड़े निकाल दिए. अब वो ब्रा और पेंटी में खड़ी थी.
में बोला कि मेम आपकी अभी उम्र नहीं हुई है, जो आप इतनी सिंपल ब्रा और पेंटी पहनती हो, मेरे पास लेटेस्ट फैशन के अंडरगारमेंट है, वो में लाता हूँ और फिर में 3 सेट ब्रा और पेंटी के ले आया और मेडम को खोलकर दिखाने लगा.
तब उसने कहा कि आपको तो बिल्कुल शर्म नहीं आती. तब मैंने मेम से कहा कि मेरा यह रोज का काम है अगर में शरमाने लगा तो फिर मैंने यह बेच लिया, मेम प्लीज आप अपनी ब्रा और पेंटी निकालो और यह पहनो और फिर मैंने उसके पीछे जाकर उसकी ब्रा का हुक खोला.
फिर मेम ने अपनी ब्रा निकाल दी. फिर मैंने पीछे से ही उनकी पेंटी को नीचे किया और कहा कि मेम अपना पैर ऊपर करके अपनी पेंटी निकालो. तो तब उसने वो भी किया. अब वो अपने दोनों हाथों से बूब्स और चूत को छुपाने लगी थी. फिर में सामने आया और बोला कि मेम आप तो बहुत शर्मीली हो, अपने हाथ हाटाओ मेम.
मेम ने अपने दोनों हाथ हटाए. अब मेम मेरे सामने पूरी नंगी खड़ी थी. फिर मैंने मेम से कहा कि यह हुई ना बात, इसको बोलते है गट्स, मेम मेरी आपसे एक रिक्वेस्ट है, प्लीज आप अपने पुराने कलेक्शन को यूज़ मत करो और नये खरीद लो.
फिर में बोला कि मेम में दुकानदार होकर सब उम्र के हिसाब से लेटेस्ट यूज़ करता हूँ, आपने मेरे कपड़े देखे है और में अंडरवेयर भी लेटेस्ट स्टाइल के पहनता हूँ. अब में पेंटी उठाकर मेम को पहना रहा था की तभी अचानक से मेरी नजर उनकी चूत पर पड़ी, तो उस पर बहुत बाल थे.
मैंने कहा कि मेम आप अपनी चूत शेव नहीं करती क्या? तो मेम यह सुनकर शर्मा गयी. तो तब मेम ने मना कर दिया और फिर मैंने कहा कि लाओं मेम में आपकी चूत शेव करता हूँ और यह कहकर मैंने मेम को टेबल पर लेटने के लिए कह दिया तो मेम मना करने लगी.
मैंने थोड़ी जिद की तो मेम लेट गयी और फिर भी कहने लगी इसकी जरूरत नहीं है, में बाद में कर लूँगी. तब मैंने मेम से कहा कि में इसका कोई एक्सट्रा चार्ज नहीं लूँगा मेम. तब मेम बोली कि मुझे एक्सट्रा चार्ज की टेन्शन नहीं है, मुझे शर्म आती है.
में बोला कि आप जब मेरे सामने नंगी हो गयी तो इसमें शरमाने की क्या बात है? में खुद अपने लंड को शेव करके रखता हूँ और यह कहते ही मैंने अपनी पेंट उतार दी और उससे कहा कि देखो में खुद कितनी फैन्सी अंडरवेयर पहनता हूँ? फिर वो देखने लग गयी.
फिर मैंने मेरी अंडरवेयर भी उतार दी और उसका एक हाथ पकड़कर मेरे लंड पर रख दिया और उससे कहा कि मेरे खुद के लंड पर एक बाल नहीं है, देखो. अब मेरे लंड को पकड़ने से वो गर्म हो गयी थी. फिर मैंने अपना टी-शर्ट भी निकाल दिया और उसके सामने पूरा नंगा खड़ा हो गया था.
अब उसका हाथ अभी भी मेरे लंड पर था. फिर मैंने उसके दोनों पेरों को फैला दिया और उसकी चूत को शेव कर दिया. फिर शेव करने के बाद मैंने उसकी चूत पर अपना एक हाथ फैरा और कहा कि कितना अच्छा लग रहा है? फिर मैंने कहा कि मेम में तुम्हारी पूरी बॉडी के बाल निकाल देता हूँ और फिर मैंने अपना काम चालू किया. फिर उसके बाद मैंने उसकी चूत में अपनी एक उंगली डाली तो उसके मुँह से आहह, आहह की आवाज आने लगी थी.
अब वो मुझको मना कर रही थी. अब में बिल्कुल गर्मा गया था. अब में जानता था कि वो भी मुझसे चुदना चाहती है, लेकिन झूठी मना कर रही है. फिर मैंने उसकी चूत में से अपनी एक उंगली बाहर निकाली और अपना लंड डाल दिया तो वो और ज़ोर से चिल्लाने लगी.
थोड़ी देर के बाद उसे भी मजा आने लगा. फिर मैंने 1 घंटे तक उसको चोदा. फिर उसके बाद उसने बोला कि तुम मुझे साड़ी पहनाने जा रहे थे और मुझे चोद दिया. फिर मैंने उसको खूब चूमा और फिर उसकी गांड भी मारी. फिर उसके बाद हमने अपने-अपने कपड़े पहन लिए और वो अपनी पसंद की हुई साड़ी, ब्लाउज, ब्रा और पेंटी सब ले गयी और मैंने उससे कुछ पेमेंट भी नहीं लिया और फिर मैंने वापस अपनी दुकान खोली और वो चली गयी.
निशी की प्यासी चूत में लंड डाला
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राज यश है. में 36 साल का सुंदर और स्मार्ट लड़का हूँ, कोई भी औरत मुझे एक बार जरूर देखती है. मैंने बहुत औरतों के साथ चुदाई की है, मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है और मेरा लंड 7 इंच लंबा है. मेरी आदत है कि में किसी औरत की सुंदरता उसके बूब्स के आधार पर ही करता हूँ, अगर स्त्री के बूब्स बड़े और गोल है तो वो मुझे बहुत सेक्सी दिखती है और में उसे चोदने की कोशिश करता हूँ. यह एक दिन की बात है, मुझे किसी खास काम के लिए मुंबई जाना पड़ा था.
अब मेरा काम जल्दी समाप्त हो गया था, इसलिए मैंने सोचा कि मेरा एक दोस्त जो पूना में रहता है उससे मिल लूँ. फिर में रात में 8 बजे पूना अपने दोस्त के घर पूना पहुँच गया. फिर डोरबेल बजाने पर एक सुंदर सी स्त्री ने दरवाज़ा खोला और मुस्कुराते हुए मुझे अंदर आने को कहा. वो एक लंबी सी सुंदर औरत थी, उसने हल्के गुलाबी रंग की नाइटी पहन रखी थी और ब्रा नहीं पहनी थी. उसकी निप्पल मुझे साफ दिख रही थी, मेरी भाभी निशी 5 फुट 3 इंच लंबी है, वो 25 साल की है और फिगर 36D-32-36 है, वो बहुत गोरी और मस्त है, भाभी की भारी बाहरी गांड और बूब्स है.
अब मेरे दिल की धड़कने बढ़ने लगी थी और मेरा लंड तनकर खड़ा होने लगा था. अब में बार-बार अपने लंड को अपने एक हाथ से ठीक करने लगा था. अब वो मुझे देखकर मुस्कुराने लगी थी. अब में उसकी बड़ी-बड़ी चूची (बूब्स) देखकर पागल होने लगा था.
मैंने पूछा कि सुनील ऑफिस से कब आएँगे? तो तब उसने कहा कि वो तो 1 महीने से विदेश गये है. फिर चाय पीने के बाद मैंने निशी भाभी से चलने को कहा तो तब वो बोली कि रात में आप कहाँ जाएँगे? तो तब मैंने कहा कि होटल में रुक जाऊंगा. तो तब निशी बोली कि यहाँ आपको कोई प्रोब्लम नहीं होगी, फिर में भी तो अकेली हूँ. अब में तो रात में निशी के साथ सोना चाहता था. अब में चुप हो गया था और अपने कपड़े बदलकर कमरे में आराम करने चला गया. अब मुझे निशी भाभी के बूब्स नजर आ रहे थे. अब में उसे चोदने का प्लान बनाने लगा था. फिर मुझे पता नहीं कब नींद आ गयी? फिर जब रात में में उठा तो मैंने देखा कि मेरी लुंगी खुली थी.
अब में पूरी तरह से नंगा था और मेरे कमरे की लाईट जल रही थी. फिर थोड़ी देर के बाद में फिर से सो गया. फिर मुझे कुछ देर के बाद लगा कि कोई मेरे पास लेटा है और मेरे लंड को सहला रहा है. तो तब में जाग गया और देखा तो निशी मेरे पास बैठी थी और मेरे लंड को पकड़ लिया और मुस्कुराकर बोली कि आपका लंड बड़ा मोटा और बड़ा है, में जब लाईट बुझाने आई तो मैंने देखा कि आपका मोटा लंड खड़ा होकर मुझे बुला रहा है. तब मैंने कहा कि निशी आपका दूध का बर्तन भी बहुत बड़ा है, क्या आप मुझे अपना दूध पिलाएँगी?
तब निशि भाभी बोली कि क्यों नहीं? ये आपके लिए ही तो है. फिर में पहले उनके करीब जाकर लेट गय और फिर आहिस्ता से उनके बूब्स पर अपना एक फैरा और आहिस्ता-आहिस्ता से दबाने लगा था. अब मुझे ऐसा लग रहा था कि वो भी मूड में आ रही है. फिर मैंने उनकी नाइटी में हल्के से अपना एक हाथ डाला. फिर जब मेरा हाथ उनके सॉफ्ट बूब्स पर गया तो तब उसने अपनी आँखें मूंद ली और आ आ करने लगी थी. अब इस दौरान मेरी धड़कने तेज हो रही थी.
में अपनी उंगलियों से उनके निप्पल को मसलने लगा. अब मेरे ऐसा करने से वो थोड़ी सी हिलने लगी थी और मैंने फ़ौरन अपना हाथ हटा लिया था. अब में उसकी निप्पल को बड़ी तेज़ी से चूसने लगा था और वो आह, आ, आ करने लगी थी, लेकिन कुछ देर के बाद में खुद ही हैरान हो गया, क्योंकि अब मेरे लंड पर निशी का हाथ था और देखते ही देखते उन्होंने हल्के से मेरे लंड को मसलना शुरू किया था.
अब मुझे तो यकीन ही नहीं आ रहा था. अब उनके ऐसा करने से मुझे भी जोश आ गया था. फिर मैंने उन्हें एड्वान्स में अपनी चैन खोलकर अपना लंड उनके हाथ में दे दिया और बोला कि लो मसलो मेरे लंड को. फिर उन्होंने सच में मसलना शुरू किया. अब में तो अपने आपे में नहीं रहा था. फिर हम दोनों ने एक दूसरे के कपड़े निकाले. अब में भाभी को नंगी देखकर बहुत खुश हो गया था और उनकी चूत देखी तो भाभी ने सुबह ही अपनी चूत साफ की थी.
मैंने उनकी चूत पर अपना एक हाथ फैरा तो मेरे हाथ में चिकना जूस आया. तब मैंने भाभी से पूछा कि आप चुदासी महसूस कर रही हो. तो तब वो बोली कि बहुत, आज तो प्यारे मेरी जी भरकर चुदाई कर दो. बस फिर मैंने भाभी को अपने दोनों हाथों से उठाया और बेड पर सुला दिया और भाभी के होंठो पर चुंबन करने लगा था और फिर उनके दोनों बूब्स अपने दोनों हाथों से पकड़कर बहुत प्यार से मसलने लगा था और फिर उनके निपल अपने मुँह में लेकर खूब चूसा.
अब तो भाभी बहुत चुदासी हो गयी थी और बोली कि राज भाई अब मेरी चूत चाटो. फिर मैंने भाभी की दोनों टाँगे फैलाई और बीच में मेरा मुँह लगाया और उनकी चूत का लिप्स चूसने लगा था और फिर अपनी जीभ से उनका सारा जूस पीने लगा और अपनी पूरी जीभ उनकी चूत में डाल दी और उनके चूत के दाने को अपने दोनों होंठो में लेकर चूसने लगा था. अब तो भाभी जन्नत में थी और बोली कि राज भाई तुम्हें औरत की चुदाई करना बहुत अच्छी तरह से आता है.
मैंने 10 मिनट तक भाभी की चूत चाटी और उनके दाने को अपने मुँह में लेकर खूब चूसा. तब भाभी एक बार झड़ गयी. अब वो मेरा सिर अपनी चूत पर दबाकर और जोर से झड़ने लगी थी और में उनकी चूत चाटता रहा. फिर 1 मिनट तक उनका झड़ना चला. फिर भाभी ने मेरा लंड अपने मुँह में लिया और प्यार से चूसने लगी थी और चारों तरफ अपना हाथ मेरे लंड पर फैरने लगी थी और मेरा आधा लंड 4 इंच लंड अपने मुँह में ले लिया था.
फिर उसने अपनी जीभ से मेरा सारा लंड चाटा और बोली कि अब मेरी चुदाई करो, में बहुत तड़पी हूँ. फिर मैंने भाभी की गांड के नीचे एक तकिया रखा और उनकी दोनों टाँगे फैला दी. फिर मैंने अपने लंड पर बहुत सारा तेल लगाया और फिर जब में अपना लंड नीचे लाया तो भाभी ने मेरा लंड अपने एक हाथ से पकड़कर अपनी चूत के छेद पर रखा. तब मैंने धीरे से अपने लंड को उनकी चूत में डालने के लिए प्रेशर दिया.
तब मेरा लंड उनकी चूत में अंदर घुस गया और भाभी की आँखें बड़ी हो गयी. फिर तब मैंने पूछा कि कोई तकलीफ तो नहीं हो रही है? तो वो भाभी बोली कि नहीं सिर्फ़ चूत स्ट्रेच हुई ऐसा महसूस हुआ. फिर मैंने और थोड़ा प्रेशर दिया और मेरा आधा लंड उनकी चूत में डाल दिया.
अब में भाभी के होंठो पर चुंबन करने लगा था और फिर धीरे-धीरे अपने लंड को अंदर बाहर करके चोदना शुरू किया और चार और धक्के मारे और मेरा पूरा 7 इंच का लंड उनकी चूत में घुसा दिया. फिर भाभी ने मेरे कूल्हें पकड़कर मेरे लंड को अपनी चूत में जारी रखा और बोली कि रुको, ऐसे ही चूत में थोड़ी देर रखो, बहुत मज़ा आ रहा है. तब मैंने अपने लंड को उनकी चूत में डाले रखा और उनके बूब्स को मसलने लगा था.
फिर 2 मिनट के बाद भाभी बोली कि बस अब जी भरकर मेरी चुदाई करो और फिर में अपना लंड आधा से ज़्यादा अंदर बाहर करके उनकी चुदाई करने लगा और पूरी 10 मिनट तक उनकी चुदाई की. अब भाभी दूसरी बार झड़ने लगी थी. अब वो मुझे टाईट पकड़कर झड़ने लगी थी और मैंने धीरे-धीरे उनकी चुदाई चालू रखी.
2 मिनट तक भाभी का झड़ना चला. फिर वो अपने दोनों हाथ बेड पर फैलाकर बोली कि आओ माई गॉड, राज भाई आप तो अजीब के फुकर है, ऐसे कभी तुम्हारे भाई ने मुझे कभी नहीं चोदा. तब मैंने कहा कि भाभी अभी चुदाई ख़त्म नहीं हुई है, मेरा पानी निकले तब खत्म होगी तो तब भाभी बोली कि हाँ मुझे मालूम है, बस अपनी भाभी को जी भरकर चोदो, बहुत मज़ा आ रहा है.
फिर मैंने मेरा लंड पूरा बाहर निकाल दिया और बहुत सारा तेल अपने लंड पर लगया और फिर से उनकी चूत में डाला. अब तो में लंबे-लंबे धक्के मारने लगा था और भाभी भी बहुत गर्म हो गयी थी और बोलने लगी कि फाड़ो मेरी चूत को, मेरी चूत में अपना पूरा लंड अंदर डाल दो. अब मुझे पसीना आने लगा था, तो भाभी ने अपना लहंगा लेकर मेरा माथा पोछ लिया और चुंबन देने लगी थी. फिर मैंने पूरे 10 मिनट तक उनकी खूब चुदाई की और उसके बाद में बोला कि आह भाभी में आ रहा हूँ.
भाभी बोली कि हाँ मेरे अंदर ही आ जाओ और फिर में अपने लंड की पिचकारियाँ उनकी चूत में छोड़ने लगा और गर्म- गर्म पिचकारियाँ मारी. अब भाभी तो बेहोश हो गयी थी. अब वो भी साथ में आआययए आह करने लगी थी और उसका पूरा बदन झटके खाने लगा था. फिर 2 मिनट तक हम दोनों झड़ते रहे और फिर आख़िर में में भाभी के ऊपर ही लेट गया. फिर 2 मिनट के बाद मेरा लंड नर्म होने लगा और मैंने उठकर अपना लंड उनकी चूत में से बाहर निकाला.
अब मेरा पूरा लंड हम दोनों के जूस से भरा चमक मार रहा था. फिर हम दोनों बाथरूम में गये और फिर भाभी टॉयलेट करने बैठी तो उनकी चूत में से मेरा पानी निकलने लगा. तब भाभी बोली कि राज भाई तुम्हारा पानी तो देखो दूध की तरह आधा कप निकल रहा है और तुम्हारा दोस्त तो एक चम्मच निकालता है.
मैंने अपना लंड साबुन से धोया और फिर हम दोनों ने अपने कपड़े पहन लिए. फिर मैंने भाभी को अपनी बाँहों में लेकर बहुत चुंबन किया और निशी ने भी प्यार से मुझे चुंबन दिया और बोली कि मेरी चुदाई करने के लिए थैंक्स. अब तो में तुम्हारे पास ही अच्छी तरह से चुदवाऊँगी और फिर हम दोनों एक ही बिस्तर पर नंगे सो गये.
कुँवारा परिवार
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम सिम्मी है और में अमृतसर की रहने वाली हूँ. हम दो बहनें और एक भाई है. मेरे भाई और दीदी की बहुत बनती है, लेकिन वो मेरा कोई कहना नहीं मानते है. हमारे घर में दो कमरे और एक किचन है. मेरे मम्मी पापा एक रूम में सोते है. में (22 साल), मेरा भाई राहुल (20 साल) और दीदी श्वेता (24 साल) एक कमरे में सोते है. इससे पहले हम जॉइंट फेमिली में रहते थे तो सब लड़कियाँ एक कमरे में और सब लड़के दूसरे में सोते थे.
हमारे कमरे में दो बिस्तर लगे थे, एक पर में और दीदी सोते थे और दूसरे पर राहुल सोता था. फिर एक रात जब में बाथरूम जाने के लिए उठी तो मेरे भाई का हाथ मेरी जांघ से टकराया, तो तब मुझे लगा कि उसका हाथ बिस्तर से बाहर आ गया है. फिर मैंने वापस आकर उसका हाथ उठाकर वापस से बेड पर कर दिया.
फिर दूसरे दिन भी ऐसा ही हुआ तो मैंने ज़्यादा ध्यान नहीं दिया. फिर एक दिन ऐसा हुआ की एकदम सोते-सोते मुझे लगा कि कोई कीड़ा चल है तो में उठकर बैठ गयी. अब में नींद में इधर उधर देख रही थी कि तभी मेरा ध्यान पड़ा कि मेरे भाई ने अपना हाथ बिस्तर से बाहर निकाल दिया था. अब मुझे कुछ-कुछ समझ में आने लगा था. फिर मैंने जानबूझकर अपनी जांघ उसके हाथ से टच की और बाथरूम चली गयी.
वापस आकर भी मैंने उसका हाथ अपनी जांघो से टच करवाया और वापस नहीं रखा और फिर मैंने देखा कि मेरे लेटते ही उसने अपना हाथ ऊपर रख लिया था. अब मुझे समझ आ गया था कि वो जानबूझकर मुझे टच करने के लिए ऐसा करता है. अब यह सोचकर मुझे मज़ा भी आ रहा था और अजीब भी लग रहा था.
फिर ऐसा रोज-रोज होने लगा. अब मेरे भाई की मेरे से लड़ाई होनी खत्म हो गयी थी, मुझे आइसक्रीम चाहिए तो आइसक्रीम मिलती, कपड़े तो कपड़े, में कहूँ घूमने चलो तो घूमने चलो और हमारी बाहर की आउटिंग्स भी बढ़ गयी थी, ताकि वो रात को मुझे हाथ लगा सके. फिर एक दिन हमारी दीदी की शादी पक्की हो गयी थी. फिर मुंबई से बुआ हमारे घर रहने आई, अब दो कमरो की वजह से बुआ को सुलाने के लिए हमने एक बिस्तर बुआ को दे दिया और एक चारपाई दोनों बिस्तर के बीच डाल ली थी. अब एक तरफ बुआ सो गयी थी और बुआ के साथ में और मेरे साथ दीदी और फिर राहुल सो गया था.
जब में रात को उठने लगी तो तब मैंने ध्यान दिया कि मेरी चादर में किसी का हाथ चल रहा है, तो तब मैंने अपनी आँखें तो खोली, लेकिन उठकर नहीं बैठी थी. फिर जैसे ही मैंने साईड चेंज की तो में यह देखकर हैरान रह गयी कि भैया सो रही दीदी के बूब्स दबा रहा है. अब दीदी गहरी नींद में सो रही थी, तो यह सब देखकर मेरे नीचे पानी आने लगा था और मुझे अजीब सी फिलिंग होने लगी थी.
फिर उसने अपना एक हाथ दीदी की सलवार में भी डाला और अपना लंड हिलाकर अपना काम किया और फिर सो गया और दीदी तो कुंभकरण की तरह सोती रही. फिर अगले दिन मैंने दीदी को साईड पर ले जाकर बताया कि रात क्या हो रहा था? तो में यह सुनकर हैरान रह गयी कि दीदी को सब पता है. फिर उसने कहा कि वो जाग रही थी और ऐसा सालों से हो रहा है. फिर उसने कहा कि में आज तक अगर कुँवारी रह पाई हूँ तो उसकी यही वजह है कि वो ऊपर-ऊपर के मज़े भाई के साथ लेती रही है और दोनों में से एक सोने का नाटक करता है. फिर दीदी की शादी का दिन आ गया और दीदी अपने ससुराल चली गयी.
जाते-जाते वो मुझसे बोली कि राहुल का ख्याल रखना. तब मुझे समझ में नहीं आया कि कैसा ख्याल? अब माहौल बदल गया था. अब में और भाई दोनों एक कमरे में अलग-अलग बिस्तर पर सोते थे. फिर वैसा ही हुआ, फिर में उठकर बैठी, तो भाई ने अपना हाथ बाहर निकाल दिया. इस बार मैंने जाते-जाते उसको टच किया और वापस आकर में उसके हाथ को अपनी टाँगो में लेकर हिलने लगी.
अब मुझे मज़ा आने लगा था और यह मेरा फर्स्ट एक्सपीरियन्स था. फिर उसने अपना हाथ हिलाया और मेरी सलवार के ऊपर से मेरी चूत को दबाया. आह अब मुझे क्या जन्नत का मजा आ रहा था? फिर ऐसा 10-15 मिनट तक चला और फिर मेरी चूत ने अपना पानी छोड़ दिया और फिर में सोने चली गयी और फिर उसने भी अपने हाथ ऊपर कर लिए. अब अगले दिन मेरी बारी थी, अब आज में पहले सोने चली गयी थी, दरअसल मैंने कभी कोई लंड नहीं पकड़ा था. फिर जब राहुल कमरे में आया तो मैंने अपना हाथ बेड से बाहर नीचे लटका दिया. अब उसको समझ आ गया था कि में क्या चाहती हूँ? फिर वो बाथरूम गया और अपना अंडरवेयर उतार आया. अब वो मेरा हाथ अपनी टांगो में लेकर हिलाने लगा था. अब तो मज़ा आ गया था, इतना गर्म सख़्त लंड और वो भी मेरे भाई का. फिर मैंने उसको पकड़ा दबाया, हिलाया और इतना हिलाया कि 5 मिनट के बाद भाई को भागकर बाथरूम जाना पड़ा. अब ऐसा रोज होने लगा था.
फिर एक दिन उसकी बारी और एक दिन मेरी आने लगी. फिर 1 महीने के बाद बात आगे बढ़ी, अब वो मेरे कपड़ो के ऊपर से मेरे बूब्स दबाता और में सोने का नाटक करती रहती. अब भाई का प्यार भी बढ़ने लगा था, यहाँ तक कि मेरे बर्थ-डे पर मोबाईल भी गिफ्ट मिला. फिर एक दिन मेरे घरवाले करवाचौथ का त्यौहार देने दीदी के घर लुधियाना गये. अब हम दोनों घर पर अकेले रह गये थे, अरे वाह यह तो कमाल था. अब मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि रात को क्या होगा? फिर मैंने एक काम किया और हम सबको घर में थोड़ी बियर या विस्की पीने इजाजत थी. फिर मैंने रात को भाई से बोला कि फ्रिज में थोड़ी बियर पड़ी है, थोड़ी पी लेंगे.
फिर मैंने दो गिलास में बियर डाली और खुद ने झट से पी ली और फिर एक-एक गिलास पी लिया और फिर मैंने उठते वक़्त जानबूझकर थोड़ा गिरने का नाटक किया और गिरते-गिरते अपना एक हाथ उसकी जांघो के बीच उसके लंड पर रख दिया और फिर में सोने चली गयी. अब आज हम टी.वी वाले (मम्मी पापा के) कमरे में सोने वाले थे, तो एक ही बेड पर वो और में सो गये. फिर थोड़ी देर के बाद लाईट बंद की.
थोड़ी देर के बाद उसका एक हाथ मेरे बूब्स पर आ गया और में सोने का नाटक करती रही और थोड़ी हिलती रही, जैसे में नशे में हूँ. फिर उसने आज एक लिमिट और क्रॉस की, उसने मेरी टी-शर्ट उठा दी और मेरे बूब्स दबाने लगा था. फिर उसने मेरे बूब्स अपने मुँह में भी लिए. अब में अपनी आँखें खोलना चाहती थी, लेकिन नहीं खोली. फिर आधे घंटे तक ऐसा ही चला. फिर उसने मेरी नाभि पर किस की, अब में आँखें कैसे बंद रखूं? फिर उसने मेरे पजामे में भी अपना एक हाथ डाल दिया. अब वो फिंगरिंग कर रहा था. अब मुझसे सहन नहीं हो पा रहा था. अब मैंने मौन करना शुरू कर दिया था और फिर 20 मिनट के बाद जब उसकी तीसरी उंगली मेरे अंदर गयी तो में झड़ गयी.
अब वो मेरे ऊपर आकर स्मूच करने लगा था. फिर हमने 2 मिनट की लंबी एक दूसरे के मुँह में जीभ डालकर स्मूच की तो तब मुझे लगा कि आज यह मुझे चोद देगा और मुझे डर भी लग रहा था और खुशी भी हो रही थी, लेकिन फिर वो पीछे हट गया. फिर वो शांत लेटा रहा और फिर मैंने मौके का फायदा उठाया और इतने में फिर से उसका लंड पकड़ लिया. अब नियम के मुताबिक अब वो सोने का नाटक करने लगा था और उसने ऐसा ही किया. अब मुझे भी आज कोई लिमिट क्रॉस करनी थी तो मैंने उसका लंड अपने मुँह में ले लिया और 15 मिनट तक उसका लंड चूसने के बाद उसने मेरे मुँह में अपना पानी छोड़ दिया.
अब आज तो मुझे तसल्ली हो गयी थी. फिर ऐसा बहुत बार हुआ. फिर हमने ओरल सेक्स की एक्सट्रीम को टच किया, लेकिन चुदाई नहीं की. अब आज में 24 साल की हूँ और शादीशुदा हूँ. फिर शादी की पहली रात जब मेरे पति ने पूछा कि क्या मैंने पहले कभी चुदाई की है? तो तब मैंने कहा कि कभी नहीं, में सच बोल रही थी. में सभी लड़कियों और औरतों से एक बार कहना चाहती हूँ बाहर बदनाम होने से अच्छा है कि घर का कोई आदमी इस्तेमाल करो और वो आपकी इज़्जत का भी ख्याल रखेगा, अब मेरा भाई अकेला है और में उसको बहुत याद करती हूँ.
पड़ोसन के पति से जमकर चुदी
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रीमा है. यह घटना तब की है जब में पूरी तरह से जवान होकर अपनी चूत की चुदाई करवाने के लिए तड़पने लगी थी. मुझे किसी दमदार लंड की तलाश थी जो मेरी भूख को शांत करे मेरी जमकर चुदाई करे और आप ही पढ़कर देखे मेरे साथ क्या और कैसे हुआ?
दोस्तों मेरी उम्र 24, में दिखने में बहुत सुंदर, मेरा रंग गोरा उभरे हुए बड़े आकार के बूब्स, गोल सुंदर चेहरा, बड़ी बड़ी आंखे, लंबे काले बाल या यह यह कहे कि मेरे इस बदन में कहीं भी कोई कमी नहीं है इसलिए मुझे देखकर हर कोई लड़का मुझे लाइन मारता है क्योंकि में दिखने में बड़ा ही मस्त हॉट सेक्सी माल लगती हूँ और हर किसी की नजर मेरी उभरी हुई छाती पर ही टिकी रहती है और में भी उनको अपना बदन दिखाकर अपनी तरफ आकर्षित करती हूँ हर एक लड़का मेरे जिस्म का दीवाना है और दोस्तों मुझे देर रात को फिल्म देखने और कामुकता डॉट कॉम पर सेक्सी कहानियों को पढ़ने की आदत है, क्योंकि देर रात को टीवी में सेक्सी फिल्मे आती है और यह सभी काम करने की वजह से मेरा मन भी अब सेक्स करने के लिए बड़ा ही बैचेन होने लगा है इसलिए में जोश में आकर अपनी ऊँगली से ही अपनी चूत को ठंडा करके अपना काम चला लेती हूँ ऐसा करके मेरी चूत ठंडी और मेरा जोश भी कम हो जाता है.
दोस्तों फिर जब मुझे अपनी चूत में ऊँगली करते करते बहुत दिन हो गये तो अब मेरा मन भी करने लगा था कि मुझे किसी का लंड मिल जाए. मुझे मन ही मन अपनी चूत की किसी लंड से जमकर चुदाई करवाने की इच्छा होने लगी थी और में अपनी चूत को शांत करने के लिए बहुत तरस रही थी, लेकिन मुझे कोई ऐसा मिल ही नहीं रहा था जिसका लंड में अपनी चूत में लेकर वो मज़े ले लूँ जो इस दुनिया में समय से पहले या उसके बाद में सभी लोग कभी ना कभी जरुर लेते है. मुझे उम्मीद थी कि मेरे जीवन में भी वो दिन एक दिन जरुर आएगा जब भगवान मेरे मन की बात सुनकर मेरी इस इच्छा को पूरा करेगा.
एक दिन यह सभी बाते सोचते हुए मेरे दिमाग में एक बहुत अच्छा विचार आ गया और में अपनी चुदाई का जुगाड़ लगाने लगी. हमारे पास वाले घर में एक परिवार रहता है जिसमे एक भैया, भाभी और उनके दो बच्चे है भैया की लम्बाई 5.11 दिखने में ठीकठाक उनका वो गोरा बदन गठीला है, इसलिए वो बहुत ही आकर्षक लगते है और उनका हमारे घर बहुत बार आना जाना लगा रहता है. यह बात पिछले साल गर्मियों की छुट्टियों की है उन दिनों मेरी वो भाभी अपने बच्चो के साथ उनके मायके गई हुई थी, इसलिए अब घर में भैया ही अकेले थे और इस वजह से वो भैया खाना हमारे घर ही खाते थे में अपने उन्ही भैया को अपने जाल में फंसाकर उनसे अपनी चुदाई के सपने देख रही थी.
में मन ही मन ठान चुकी थी कि मुझे उनसे अपनी चुदाई के मज़े लेने है और फिर धीरे धीरे बच्चों के स्कूल की छुट्टियाँ खत्म होने को थी, लेकिन में अभी तक कुछ भी ऐसा नहीं कर सकी जिससे मेरी चूत की आग शांत हो सके और वैसे मैंने इतना तो कर ही दिया था कि अब वो मुझसे बहुत खुलकर हंसी मजाक करने लगे थे और हर कभी बातों ही बातों में वो मुझसे दो मतलब की बातें भी कर देते, जिनको में तुरंत समझकर उनकी तरफ हंस दिया करती थी. मैंने उनकी किसी भी बात का कभी बुरा नहीं माना और इस वजह से हम दोनों के बीच की वो दूरी अब कहीं हद तक कम हो चुकी थी और अब केवल दो दिन ही बाकि बचे थे, जिनके बाद मेरी पड़ोस वाली भाभी वापस आने वाली थी. उस दिन मेरी अच्छी किस्मत से मम्मी, पापा और भाई को एक शादी में जाना था इसलिए वो मुझे मेरी पढ़ाई और भैया के खाने के बारे में सोचकर मुझे अकेला ही घर में छोड़कर चले गये थे.
अब मैंने उस इतने अच्छे मौके को पाकर मन ही मन खुश होकर अपने आप से कहा कि अगर तू आज भी कुछ नहीं कर सकी तो शायद फिर कभी तू कुछ नहीं कर सकती, क्योंकि ऐसा कभी नहीं आएगा और में अपने मन में विचार उनको अपनी तरफ आकर्षित करने और उनके साथ चुदाई करवाने के लिए बनाने लगी थी. आज मैंने सोच लिया था कि कैसे भी करके मुझे आज यह अपना सपना पूरा करना है, में उस दिन बहुत उत्साहित थी.
फिर रात को करीब आठ बजे मेरे भैया खाना खाने आ गए तभी मैंने उनसे कहा कि भैया आप आज थोड़ा देरी से चले जाना, क्योंकि में आज घर में बिल्कुल अकेली हूँ और मेरे सभी घर वाले किसी शादी में मुझे अकेला छोड़कर चले गए और वो देर रात तक वापस आने की बात मुझसे बोलकर गए है इसलिए रात को अकेले रहने में मुझे बहुत डर लगता है आपके रहने से मेरा मन भी लगा रहेगा. फिर वो बोले कि हाँ ठीक है तुम जब तक कहोगी में यहीं रुक जाऊंगा और वैसे भी तो रात को मुझे अपने घर जाकर बस सोना ही है, में कुछ देर तुम्हारे साथ बातें करके ही अपना समय बिता लूँगा जिसकी वजह से तुम्हारा भी मन लग जाएगा और मुझे भी तुम्हारे साथ अकेले रहने का मौका मिल जाएगा और फिर हम दोनों साथ में बैठकर खाना खाने के बाद टीवी देखने लगे थे.
उसी समय मैंने चुपके से घर का मुख्य दरवाजा ठीक तरह से बंद कर दिया और अंदर आकर बिना कुछ सोचे समझे मैंने भैया को पीछे से पकड़कर उनकी गर्दन पर किस कर दिया. अब भैया एकदम से उठ खड़े हुए और गुस्से में वो मुझसे बोले कि तुम यह सब क्या कर रही हो? में अपने घर जा रहा हूँ और मुझे नहीं पता था कि तुमने मुझे इसलिए यहाँ पर रोका है और वो मुझसे यह बात कहकर उठकर जाने लगे. तो एक बार तो में डर ही गई, लेकिन फिर भी मैंने उनको कह दिया कि भैया जब तक मेरी इच्छा पूरी नहीं हो जाती में आपको यहाँ से जाने नहीं दूँगी और अब तक उन्हे नहीं पता था कि मैंने दरवाजा बंद करके ताले की चाबी को कहीं छुपा दिया है.
फिर मैंने एकदम से उनके गाल पर किस कर दिया और मेरे ऐसा करते ही वो गुस्से की वजह से उस कमरे के बाहर चले गये, लेकिन उन्हे फिर वापस आना पड़ा क्योंकि बाहर जाने का दरवाजा बंद था और वो अंदर आकर एक बार फिर से मेरे सामने आकर कुर्सी पर बैठ गये और अब वो मुझे समझाने लगे और वो मुझसे बोले रीमा यह बहुत ग़लत बात है, तुम्हे अपने मन में भी हम दोनों के लिए ऐसी कोई बातें नहीं लानी चाहिए यह करना तो बहुत दूर की बात है उन्होंने मुझे बहुत देर तक बड़े प्यार से समझाया, लेकिन में अब कहाँ उनकी वो बातें मानने वाली थी. मैंने उनको साफ साफ कह दिया कि कुछ भी हो मुझे आपके साथ एक बार सेक्स करना है और इसके अलावा में कुछ भी नहीं जानती.
बहुत देर के बाद वो मेरी यह बात मान गये और वो मुझसे बोले कि तुम नहाकर गाउन पहनकर बेडरूम में चलो और फिर में खुश होती हुई बस दो मिनट में नहाकर गाउन पहनकर बेड पर जाकर लेट गई, भैया अंदर आए और वो मेरे पास बेड पर आकर लेट गये और फिर में उनसे लिपट गई. अब वो मुझसे बोले कि तुम सीधी बेड पर लेट जाओ और में उनके कहते ही सीधी लेट गई और उसके बाद उन्होंने सबसे पहले मेरे पैर की सबसे छोटी ऊँगली को सक किया और उसके बाद एक एक करके उन्होंने मेरी सभी उँगलियों को सक किया. फिर में इतना होने पर ही पागल हुई जा रही थी, जिसकी वजह से मेरी दोनों आंखे बंद हो चुकी थी और वो बड़ा ही हटकर मस्त अहसास था, जिसको में किसी भी शब्दों में लिखकर नहीं बता सकती.
अब उन्होंने मेरे पैरो को चूमना शुरू किया. वो पैरों को चूमते हुए आगे बढ़ने लगे थे और अब उन्होंने अपने एक हाथ से मेरे गाउन को थोड़ा सा ऊपर कर दिया, जिसकी वजह से उनके सामने मेरी गोरी चिकनी जांघे थी, वो अब मेरी जांघो को भी चूमने लगे थे और ऐसा करते हुए उन्होंने मेरे गाउन को और थोड़ा ऊपर कर दिया था, जिसकी वजह से अब उनको मेरी चूत साफ साफ नजर आ रही थी, क्योंकि मैंने गाउन के अंदर ब्रा और पेंटी नहीं पहनी थी और अब वो मेरी चूत के एकदम पास पहुंच चुके थे. उन्होंने मेरी चूत के दोनों तरफ किस किया और चूत पर चूमते ही मेरे बदन में एक अजीब सा करंट दौड़ने लगा.
फिर उसके बाद अब वो मेरी नाभि में अपनी जीभ को चला रहे थे और अपनी गरम गरम साँसे मेरे पेट पर छोड़ रहे थे और अब उन्होंने गाउन को थोड़ा और ऊपर कर दिया, जिसकी वजह से अब मेरे एकदम गोल नींबू भी पूरे नंगे हो गये, उन्होंने मेरे एक बूब्स को हल्का सा सहलाकर निप्पल को दबा दिया. उनके हाथों का वो पहला स्पर्श मेरे पूरे बदन में आग लगाने का काम कर गया.
फिर उसके बाद दूसरे को दबा दिया. अब वो मेरे पूरे बदन को चूम बूब्स को चूस रहे थे और उन्होंने मेरी नाक, गालों को भी चूमा और इतना सब करने के बाद उन्होंने मेरे गाउन को पूरा उतारकर वो मुझसे बोले कि अब तुम उल्टी होकर लेट जाओ. फिर में तुरंत वैसे ही लेट गई और अब वो पीछे से ही मेरी गर्दन को कंधो को पीठ को जांघो को पैरों को किस करते हुए पैरो पर पहुंच गये और एकदम से मुझे सीधी करके मेरे पैरों को पूरा फैलाकर अपनी पूरी जीभ को उन्होंने मेरी चूत में डाल दिया और वो चूसने चाटने लगे, अपनी जीभ को पूरा अंदर डालकर मेरी चूत की चुदाई अपनी जीभ से करने लगे. उनके ऐसा करने की वजह से मुझे तो उस समय ऐसा लगा जैसे में स्वर्ग में पहुंच गई हूँ और में उसी समय उनके मुहं पर ही झड़ गई. मेरी चूत ने अपनी पूरी गरमी को बाहर निकाल दिया, जिसकी वजह से में बिल्कुल निढाल होकर बेड पर पड़ी रही. अब भैया भी मेरे पास में आकर लेट गये और वो मुझसे बोले रीमा अब तुम मेरे कपड़े उतारो और तब मैंने उनकी टी-शर्ट उतारी और उसकी मस्त छाती पर किस किया.
फिर उसके बाद मैंने उनकी पेंट और अंडरवियर को भी उतार दिया. उनका मोटा लंबा लंड देखकर मेरे बदन में जोश की वजह से करंट सा दौड़ गया. फिर उसी समय लपककर उनके लंड को मैंने अपने एक हाथ में पकड़कर मैंने अपने हाथ को लंड के ऊपर नीचे करना शुरू किया. में लंड को सहलाते हुए मुठ मारने लगी. फिर कुछ देर बाद भैया मुझसे बोले कि जानू अब तुम इसको अपने मुहं में ले लो तब देखना तुम्हे मज़ा कुछ ज्यादा ही आएगा.
दोस्तों पहले तो मेरा दिल यह गंदा काम करने के लिए तैयार नहीं हुआ, लेकिन फिर भी मैंने जोश में आकर सभी बातों को भुलाकर उनके तनकर खड़े लंड को अपने मुहं में ले लिया और फिर में उसको चूसने लगी. कुछ देर चूसते चूसते मुझे इतना मज़ा आने लगा कि में एक बार फिर से झड़ गई. मेरी चूत से पानी बाहर निकलकर बहने लगा था और अब तक भैया भी पूरी तरह से हॉट हो चुके थे और वो मुझसे बोले साली मादारचोद कुतिया तू इसको पूरा अपने गले के अंदर तक ले क्या बाहर निकालकर टाइम पास कर रही है?
दोस्तों उनके मुहं से वो गाली सुनकर मुझे भी बहुत जोश आ गया और में पूरी तरह जोश में आकर ज़ोर से जल्दी जल्दी उनके लंड को अंदर बाहर करने लगी. वो अब मुझसे कहने लगे कि तेरी चूत में बहुत आग है आज में इसको चोद चोदकर बिल्कुल ठंडी कर दूँगा में तेरी सारी गरमी बाहर निकाल दूंगा. तुझे बड़ा चुदाई का शौक है ना आज में वो सब अपनी इस एक ही चुदाई में तेरी सभी इच्छाए पूरी कर दूंगा. में तेरी इतनी जमकर चुदाई करूंगा कि रंडी तू दोबारा चुदवाने का नाम नहीं लेगी. देख तेरा यह चुदाई का भूत आज में कैसे उतारता हूँ? में उनकी यह सभी बातें सुनकर और भी जोश में आ गई और मुझे तो कैसे भी अपनी चूत की आग को शांत करना था, चाहे उसके लिए आज मेरी चूत ही क्यों ना फटकर भोसड़ा बन जाए. मुझे तो बस चुदाई के मज़े चाहिए थे.
फिर वो एकदम से उठे और उन्होंने मुझे नीचे लेटाकर मेरे दोनों पैरों को पूरा फैलाकर वो मेरी चूत को आईसक्रीम की तरह चूसने लगे. उस समय तो मुझे मन ही मन लग रहा था कि बस अब मेरी चूत में यह लंड घुस ही जाना चाहिए, क्योंकि मुझसे ज्यादा देर नहीं रुका जा रहा था, वैसे अब भैया भी मेरी चुदाई के लिए तैयार थे, इसलिए वो मुझसे बोले कि तुम अब अपने दोनों पैरों को पूरी फैला दो, क्योंकि में अब तुम्हारी चूत में अपने लंड को डालने का काम करने जा रहा हूँ और इसकी वजह से तुम्हे थोड़ा सा दर्द जरुर होगा, लेकिन उसको तुम्हे बर्दाश्त करना होगा.
दोस्तों में उस समय बिल्कुल गरम और बड़ी जोश में थी, इसलिए मैंने उनको कहा कि चाहे आज मेरी चूत ही क्यों ना फट जाए, मुझे कितना ही दर्द हो में तड़प जाऊ, लेकिन जानू तुम बिल्कुल भी रुकना मत, मेरी आज तुम मस्त मज़ेदार चुदाई करना, मेरी चूत की खुजली को हमेशा के लिए मिटा देना, तुम मेरी जमकर चुदाई करना. फिर मेरे मुहं से यह जवाब सुनकर बहुत खुश होकर भैया ने अपना लंड मेरी चूत पर रखकर हल्का सा धक्का देकर अपने लंड को अंदर किया, जिसकी वजह से मेरी तो जैसे जान ही निकल गई और में चीख पड़ी. फिर उसी समय भैया ने थोड़ा सा धक्का और मार दिया, जिसकी वजह से अब उनका आधा लंड मेरी चूत में चला गया और दर्द की वजह से मेरी आखों में आंसू आ गये, लेकिन फिर भी मैंने उनको कहा कि आप पूरा लंड मेरी चूत में जबरदस्ती डाल दो, मेरे दर्द की परवाह मत करो.
फिर भैया ने मेरा जोश वो बात सुनकर तेज धक्का देकर अपने लंड को मेरी चूत में पूरा का पूरा डाल दिया और उसके बाद वो थोड़ी देर के लिए ऐसे ही लेट गये. उसके बाद धीरे धीरे उन्होंने अब लंड को अंदर बाहर शुरू किया, जिसकी वजह से अब मुझे भी मज़ा आने लगा था. फिर मैंने उनको कहा कि जानू थोड़ा तेज करो, जाने दो पूरा अंदर मुझे कब से इस दिन का इंतजार था, आज मुझे यह मज़ा मिला है, पता क्या दोबारा कब मिले, जाने दो पूरा अंदर. अब भैया ने मेरी यह बातें सुनकर अपने धक्को की स्पीड को पहले से ज्यादा बढ़ा दिया और में भी उनका पूरा पूरा साथ देने लगी थी और भैया भी बड़े जोश में थे, वो धक्के देते हुए मुझसे बोले कि साली भोसड़ी रंडी छिनाल देख तेरी चूत तो आज पूरी फट जाएगी.में बिना फाड़े इसको नहीं छोड़ सकता, तू मेरी यह चुदाई पूरी जिंदगी नहीं भुला सकती.
फिर में भी सिसकियाँ लेते हुए उनसे बोली हाँ फाड़ दो आप इस साली को इस मुझे बहुत परेशान करती है इसने मुझे बड़ा दुख दिया. आज आप इसको ऐसे मत छोड़ना, इसका पूरा जोश निकाल देना जिसकी वजह से यह दोबारा लंड लेना ही भूल जाए, ऐसे चोदना इसको यह चूत से भोसड़ा बन जाए और अब मेरा झड़ने का समय होने ही वाला था, इसलिए मैंने उनसे कहा कि भैया अब मेरा होने वाला है. तो वो बोले कि हाँ आराम से कर लो, वैसे भी मेरा भी काम अब पूरा हो गया, लेकिन अब भी भैया मुझे लगातार धक्के देकर चोदे जा रहे थे. उनके मोटे जोश भरे लंड से मेरी चूत में बहुत दर्द हो रहा था. वो एक बड़ी ही अजीब सी जलन थी, जिसको में किसी भी शब्दों में लिखकर नहीं बता सकती, लेकिन अब भी भैया रुकने का नाम नहीं ले रहे थे.
दोस्तों पहले ही बार में उन्होंने मुझे अपने सामने नीचे लेटाकर उसके बाद घोड़ी बनाकर, अपने ऊपर लेटाकर सामने वाली दीवार से सटाकर, अपनी गोद में लेकर, टेबल पर लेटाकर और पता नहीं कैसे कैसे उन्होंने चोदा, जब वो झड़े तब तक में चार बार झड़ चुकी थी, जिसकी वजह से मेरी चूत बिल्कुल ठंडी हो चुकी थी, लेकिन अभी तो भैया एक ही बार झड़े थे, इसलिए अब वो कहाँ मानने वाले थे इसलिए वो थोड़ी देर के बाद दोबारा से शुरू हो गये और उन्होंने रात भर में मुझे केवल दो बार ही चोदा, लेकिन में पांच बार झड़ चुकी थी. उसके बाद हम दोनों थककर सो गए और में उनकी चुदाई से पूरी तरह संतुष्ट हो चुकी थी. मुझे उनके साथ अपनी चुदाई करवाकर बड़ा मस्त मज़ा आया और वो सुबह जल्दी उठकर अपने घर चले गए.
पापा मम्मी की चुदाई देखी
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम शीना है. में 24 साल की हूँ, में अपना कॉलेज पूरा कर चुकी हूँ. यह बात आज से करीब 5 साल पहले की है. तब में 10वीं क्लास में पढ़ती थी, तब मेरी उम्र 18 साल की थी, इस उम्र में सेक्स का क्रेज़ नया-नया होता है और मुझे भी सेक्स के बारे में जानने की उत्सुकता होने लगी थी.
मेरे मम्मी पापा का बेडरूम अलग था और वो हर रोज रात को अपना रूम लॉक कर लेते थे. तो पहले मैंने कभी इस बात पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन अब में सोचने लगी थी कि वो दोनों ऐसा क्या करते है कि दरवाजा बंद करना पड़े? उन दिनों मेरे पापा पर काम कुछ ज़्याद ही चल रहा था और वो अक्सर ऑफिस के काम से बाहर रहते थे.
फिर एक दिन जब पापा 10 दिन के बाद घर आए तो मैंने मम्मी के चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान देखी. पापा सुबह ही आए थे और उन दिनों मेरी छुट्टियाँ चल रही थी. फिर लंच करने के बाद में अपने रूम में सोने चली गई.
कुछ देर के बाद मेरी आँख खुली तो मुझे कुछ आवाजें सुनाई दी तो में चुपचाप दबे पैर उनके रूम में झाँकने लगी. अब मेरे पापा सोफे पर बैठे थे और मेरी मम्मी उनकी गोदी में बैठी थी.
अब पापा मम्मी के बूब्स पकड़कर दबा रहे थे, तो तब मुझे लगा कि वो ऐसे ही उन्हें छेड़ रहे है. फिर जब मैंने ध्यान से देखा तो पाया कि मम्मी ने अपनी सलवार खोल रखी है और पापा की गोदी में ऊपर नीचे हो रही है और पापा भी नीचे से उछल रहे है. अब मुझे उस वक़्त कुछ पता नहीं था कि यह क्या हो रहा है? इसलिए में उसी वक़्त उनके पास चली गई.
मुझे देखते ही वो दोनों हड़बड़ा गये, लेकिन मेरी मम्मी पापा की गोदी में से नहीं उठी, उन्हें पता था कि अगर वो उठी, तो पापा का लंड मुझे दिख जाएगा और मुझे पता चल जाएगा कि क्या हो रहा था?
फिर मैंने मम्मी से पूछा कि आप लोग क्या कर रहे हो? तो तब उन्होंने कहा कि कुछ नहीं, हम खेल रहे है. तो तब मैंने कहा कि क्या खेल रहे है? तो उन्होंने कहा कि कुछ नहीं, तुम अपने रूम में जाओ, लेकिन में वहीं खड़ी रही. फिर तभी इतने में एक चूहा सोफे के पास आ गया, तो मम्मी उछल पड़ी और सोफे पर बैठ गई. तो मुझे पापा का लंड साफ-साफ दिखने लगा. अब में तो बस देखती ही रह गई थी, मैंने ऐसी चीज पहली बार देखी थी.
मेरे पापा ने जल्दी से उसे अपनी पेंट में डाल लिया और अपनी चैन बंद करने लगे, लेकिन जल्दबाज़ी में उनका लंड चैन में फंस गया था और वो चीख पड़े थे. फिर में पापा के पास गई और पापा से कहा कि क्या हुआ? तो उन्होंने कहा कि कुछ नहीं, में अपने पापा से बहुत प्यार करती हूँ इसलिए मैंने पापा का लंड पकड़ लिया और उस पर फूँक मारने लगी थी और पापा से पूछा कि ज़्यादा दर्द हो रहा है क्या? अब मम्मी पापा मेरी इस हरकत पर हँसने लगे थे और कहा कि तुम अपने रूम में जाओ तो में अपने रूम में चली गई.
फिर उस दिन रात को में पापा के लंड के बारे में ही सोचती रही और सपने में भी पापा का लंड ही दिखा. फिर सुबह उठकर में अपने स्कूल चली गई और अपनी फ्रेंड नेहा से सब बात कही. नेहा मुझसे 1 साल बड़ी थी और 1 साल फैल भी हो चुकी थी. अब वो मुझसे उम्र में बड़ी होने के कारण मुझसे ज़्यादा सेक्स के बारे में जानती थी और वो थोड़ी बिगड़ी हुई लड़की भी थी और काफ़ी लड़को को अपने चक्कर में फंसाए हुई थी.
जब मैंने उसको अपने पापा के लंड के बारे में बताया. तो वो बहुत उत्तेजित हो गई और मुझसे पूछने लगी कि कितना लंबा था? कितना मोटा था? किस रंग का था? तो तब मैंने कहा कि तुझे इससे क्या करना है? तू मुझे बताना कि मम्मी पापा क्या कर रहे थे?
फिर उसने मुझको बताया कि वो सेक्स कर रहे थे और तेरे पापा ने अपना लंड तेरी मम्मी की चूत में डाल रखा था. तो तब मुझे यह सब सुनकर बड़ा आश्चर्य हुआ, लेकिन साथ-साथ एक अजीब सा मज़ा भी आया था. फिर उसने बताया कि कैसे चूत में लंड डालकर चोदते है? और इन सबमें कितना मज़ा आता है?
उसने बताया कि उसने तो बहुत लंड लिए है तभी तो वो फैल हो गई थी, वो कोचिंग पढ़ने के लिए जाती थी, लेकिन उसके सर उसको खूब चोदते थे और कहते थे वो उसे पास करवा देंगे, लेकिन उन्होंने उसको धोखा दे दिया और फिर नेहा को चुदवाने की आदत पड़ गई, तो वो लड़कों से और अपने चाचा से चुदवाने लगी थी. अब यह सब सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा था और अब में अपने मम्मी पापा को नंगे चुदाई करते हुए देखना चाहती थी इसलिए अब में बस रात का इंतजार करने लगी थी.
फिर में घर जाकर सो गई, क्योंकि मुझे रात को जागना था. फिर रात को खाना खाने के बाद मैंने मम्मी पापा को गुड नाईट बोला और अपने रूम में चली गई और सोचने लगी कि ऐसा क्या करूँ कि में मम्मी पापा को सेक्स करते देख सकूँ? मेरे मम्मी पापा डिनर के बाद टहलने पर जाते है. फिर जब वो वॉक पर गये, तो मैंने उनके रूम की कुण्डी तोड़ डाली और अपने रूम में जाकर बैठ गई थी.
जब मेरे मम्मी पापा वापस आए और अपने रूम का लॉक लगाने लगे तो उन्होंने लॉक टूटा हुआ पाया. फिर तब मम्मी ने कहा कि अब क्या करें? तो तब पापा ने कहा कि कोई बात नहीं दरवाजा बिना लॉक लगाए बंद कर दो, शीना तो सो गई है. अब उन्हें लगा था कि में सो गई हूँ, लेकिन में तो उनकी चुदाई के सपने देख रही थी. फिर थोड़ी देर इंतजार करने के बाद में उनके रूम में झाँकने लगी तो मैंने देखा कि पापा बिल्कुल नंगे थे और मम्मी ने चड्डी पहन रखी थी. अब पापा मम्मी के बूब्स चूस रहे थे और मम्मी पापा के बालों में अपना हाथ फैर रही थी. फिर पापा ने मम्मी से कहा कि मेरा लंड तेरा इंतजार कर रहा है मेरी बिपाशा.
फिर तब मेरी मम्मी ने कहा कि में तो कब से तरस रही हूँ मेरे जॉन? और फिर पापा ने अपना लंड मेरी मम्मी के मुँह में डाल दिया और मेरी मम्मी पापा का लंड को चूसने लगी, जैसे आइसक्रीम खाते है. दोस्तों फिर मेरे पापा ने मेरी मम्मी को चोदा और मैंने पूरे मजे लेकर उनकी चुदाई को अपनी आखों में कैद किया.
सुहागन गर्लफ्रेंड ने चूत का दरवाजा दिखाया
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम बबलू है और में आगरा का रहने वाला हूँ. आज में अपना भी एक सच्चा सेक्स अनुभव आप सभी को बताने आया हूँ जिसके बाद मेरा पूरा जीवन बिल्कुल बदल गया. यह घटना मेरी गर्लफ्रेंड के साथ हुई उसकी चुदाई के ऊपर आधारित है और अब में अपनी उस कहानी को शुरू करता हूँ.
दोस्तों यह बात आज से कुछ साल पहले की है जब में मार्केट में कुछ खरीद रहा था, तभी किसी ने मुझे पीछे से आवाज दी, जिसको सुनकर अचानक से में वहीं रुक गया और जब मैंने पीछे मुड़कर देखा तो वहाँ नेहा खड़ी हुई थी. वो बहुत सुंदर लग रही थी और उसने अपने हाथों में बहुत सारी चूड़ियाँ पहनी हुई थी, गले में उसके मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर भी उसके लगाया हुआ था, जिसको देखकर साफ पता चलता था कि वो एक शादीशुदा है.
दोस्तों में अपनी आज की इस कहानी को शुरू करने से पहले नेहा के बारे में बता दूँ, नेहा मेरी गर्लफ्रेंड थी और अभी करीब 6 महीने पहले ही हमारा ब्रेकअप हुआ था. ब्रेकअप क्या? उसने कहीं और शादी कर ली थी, जिसके बारे में मुझे भी बाद में पता चला और यह काम इतना जल्दी हुआ कि मुझे कुछ भी सोचने समझने का मौका ही नहीं मिला, इसलिए में अपनी गर्लफ्रेंड के इस बिना बताए कदम की वजह से बहुत दुखी था और में करता भी क्या? उसको अपना नया घर मिल चुका था, लेकिन में अब अकेला रह गया था.
दोस्तों नेहा एक सुंदर और बोल्ड 24 साल की सेक्सी लड़की थी और उसके साथ मेरा करीब एक साल तक अफेयर चला और इस बीच किस करना तो एक आम सी बात हो गयी थी और हम दोनों घंटो पास वाले पार्क में बैठे एक दूसरे को चूमते रहते और में उसकी शर्ट में हाथ डालकर उसके बूब्स को दबाता रहता और वो मेरी पेंट की चेन को खोलकर मेरे लंड से खेलती रहती और हम लोग कभी पिक्चर भी देखने जाते तो हमारे बीच बस यही सब होता था और एकदम आखरी की सीट पर वो मुझसे बिल्कुल सटकर बैठ जाती और में उसके गले से हाथ डालता हुआ उसकी शर्ट के अंदर डालकर पूरे तीन घंटे उसके बूब्स को मसलता रहता और वो मेरी जेकेट को मेरी गोद में रखकर उसके नीचे से हाथ डालकर मेरी पेंट की चेन को खोलकर मेरे लंड को बाहर निकाल लेती और पूरे तीन घंटे वो उससे खेलती रहती.
दोस्तों फिल्म तो हम नहीं देख पाते थे, लेकिन इस ओरल सेक्स का हम बहुत मस्त मज़ा लेते थे और में उसके बूब्स को सहलाता और मसलता, जिसकी वजह से उसको बहुत मज़ा आता था और में तो कई बार उसके हाथ में ही झड़ जाया करता था. फिर हमारे ब्रेकअप तक हम दोनों ने सिर्फ़ ओरल सेक्स ही किया था, चुदाई नहीं, क्योंकि हमें चुदाई करने का कोई अच्छा मौका नहीं मिला और अचानक मुझे एक दिन पता चला कि उसने कहीं और शादी कर ली है और उसकी शादी हो जाने की वजह से वो मुझे अकेला छोड़कर चली गई. बस वो उसके बाद मुझे कभी दोबारा नहीं मिली. तो यह थी दोस्तों हमारी एक छोटी सी कहानी जो सरकारी मकान में शुरू हुई थी. हम लोग नीचे की मंजिल पर और वो पहली मंजिल पर अपनी बुआ के यहाँ रहती थी.
दोस्तों उस दिन नेहा को अपने सामने देखकर एक बार को तो मुझे बड़ा गुस्सा आया और मेरा मन किया कि में उसके साथ बहुत जमकर लड़ाई करूं और उससे पूछूँ कि उसने मेरे साथ ऐसा क्यों किया, लेकिन फिर मैंने अपने पर कंट्रोल रखते हुए उससे उसका हाल चाल पूछा और उसने मेरा हाल पूछना शुरू किया. फिर बातों ही बातों में मुझे पता चला कि शादी के बाद वो यहीं पास में कहीं नौकरी कर रही है और उसने मुझे अपना फोन नंबर भी दे दिया और मेरा नंबर भी ले लिया. फिर कुछ देर बातें करने के बाद हम दोनों वापस अपने अपने रास्ते पर चल पड़े.
फिर दो दिन के बाद सोमवार के दिन मुझे नेहा की तरफ से एक मैसेज आया, जिसमें लिखा हुआ था कि बबलू क्या तुम मुझे आज मिल सकते हो? तो मैंने भी तुरंत अपनी तरफ से एक मैसेज लिखकर उसको हाँ कह दिया और फिर 11 बजे हम लोग एक रेस्टोरेंट में जाकर मिले. फिर उसने मुझे बताया कि वैसे तो उसकी सोमवार के दिन छुट्टी होती है, लेकिन आज वो अपने घर पर झूठ बोलकर सिर्फ़ मुझसे मिलने यहाँ पर आई है. अब मैंने उससे पूछा क्यों ऐसी क्या ज़रूरी बात है? तो उसने कहा कि यहाँ बहुत शोर है में तुमसे कहीं अकेले में आराम से बैठकर बात करना चाहती हूँ, तो मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है हम उसी पार्क में अपनी पुरानी जगह पर चलकर बैठते है.
फिर वो बोली कि नहीं, वहाँ कोई भी मुझे देखकर पहचान सकता है, तुम मुझे अपने घर ले चलो और फिर वहाँ से हम दोनों मेरे घर आ गए और घर का ताला खोलकर हम अंदर आए और उसके बाद मैंने दरवाजा वापस बंद कर लिया. फिर वो सर्दियों के दिन थे, इसलिए मैंने रूम हीटर चला दिया और हम मोटरसाइकिल पर घर आए थे, इसलिए अब उसको ठंड लग रही थी और उस रूम हीटर से उसको कुछ गरमाहट सी आ गई और अब वो अपनी शॉल को उतारकर बिल्कुल आराम से बैठ गयी, बहुत देर तक हम दोनों के बीच खामोशी रही और में तो सिर्फ़ उसको देखे ही जा रहा था.
वो उस पंजाबी सूट में बहुत सेक्सी लग रही थी. फिर थोड़ी देर के बाद मैंने ही खामोशी तोड़ी और में उससे पूछने लगा हाँ बोलो क्या बात करनी है तुम्हे मुझसे? वो अचानक से उठी और मेरे गले से लगकर रोने लगी और वो मुझसे कहने लगी कि बबलू तुम मुझे माफ़ कर दो, मैंने हम दोनों का जीवन खराब कर दिया, पता नहीं मुझे उस समय क्या हो गया था. मुझे ऐसा नहीं करना था, यह सब मेरी गलती है? दोस्तों करीब 15 मिनट तक बहुत रोने के बाद मैंने उसको पानी पिलाया तब जाकर वो थोड़ा सा शांत सी हुई, लेकिन इस बीच वो मुझसे लिपटी रही और बहुत दिनों के बाद उसका स्पर्श पाकर मुझे भी अच्छा लग रहा था. फिर वो मुझसे बोली कि बबलू मेरे एक ग़लत निर्णय की वजह से तुमने बहुत कुछ सहा होगा, में आज उसका हर्जाना भरना चाहती हूँ और में तुम्हे कुछ देना चाहती हूँ.
अब मैंने उससे कहा कि मुझे कुछ नहीं चाहिए और उसी समय वो अपना शॉल उठाकर वॉशरूम में चली गयी और जब वो बाहर आई तो मैंने देखा कि उसने शॉल को अपने शरीर पर लपेटा हुआ था. उसने रूम में आकर लाइट को बंद कर दिया. वैसे तो वो दिन का समय था, इसलिए मुझे थोड़ा थोड़ा सा नज़र तो आ ही रहा था, मैंने उससे पूछा क्या हुआ? तो उसने मेरे पास आकर अपने उस शॉल को हटा दिया और में यह देखकर बिल्कुल दंग रह गया कि उसने पहले से ही अपने सारे कपड़े उतार दिए थे और वो अपने बदन पर सिर्फ़ शॉल को लपेटकर आई थी.
उस शॉल को पूरी तरह से अपने शरीर से हटाकर वो एक बार फिर से मुझसे लिपल गयी. दोस्तों आप सभी लोग उस समय मेरी क्या हालत होगी, उसका अंदाज़ा लगा सकते होंगे कि एक पूरी नंगी लड़की मेरी बाहों में है, तब मेरी क्या हालत रही होगी? उस वक़्त मेरे कुछ भी दिमाग़ में नहीं आ रहा था कि सही या ग़लत क्या होता है? क्योंकि इस तरह से तो वो उन दिनों में भी मुझसे नहीं लिपटी थी, जब हमारे बीच प्यार चल रहा था. अब वो पूरी नंगी होकर मुझसे लिपटी हुई थी. फिर कुछ देर बाद उसने अपना चेहरा थोड़ा सा ऊपर उठाया और मेरे चेहरे के पास आकर धीमी आवाज में बोली बबलू में आज पूरी तरह होश में होकर तुम्हारे साथ वो सब करना चाहती हूँ जो कभी हमारे बीच अभी तक नहीं हुआ था, में तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहती हूँ और में चाहती हूँ कि तुम मुझे चोदकर गर्भवती कर दो और में तुम्हारे बच्चे को इस दुनियां में जन्म दूँ बस यही मेरा हर्जाना होगा और तभी मुझे भी शांति मिल पाएगी बाकी सब कुछ में संभाल लूँगी, बस तुम मुझे आज चोद दो.
दोस्तों वो पूरी तरह से मुझसे लिपटी हुई थी और उस समय मुझे कुछ भी नहीं सूझ रहा था कि में क्या करूं? और फिर उसने मुझे किस करना शुरू किया तो मैंने महसूस किया कि अभी भी उसके होंठ पहले की तरह एकदम वैसे ही मुलायम थे और उसका वो अंदाज़ तो मेरे लिए वैसा ही पुराना ही था. मुझे अच्छी तरह से पता था कि उसको क्या पसंद है? मैंने भी अपना मन बना लिया कि जब उसको कोई आपत्ति नहीं है तो मुझे क्यों हो? में उसका साथ देने लगा और किस करते करते उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए, जिसकी वजह से अब हम दोनों पूरे नंगे हो गये थे और पहली बार हम एक दूसरे को इस हालत में पूरा नंगा देख रहे थे.
अब वो मेरा हाथ पकड़कर मुझे बेड की तरफ ले गयी और उसके बाद वो बेड पर लेट गयी और मुझे उसने अपने ऊपर लेटा लिया. फिर करीब दस मिनट तक हम किस करते रहे और में साथ में उसके बूब्स को भी दबाता रहा, जिसकी वजह से वो पूरी तरह से गरम हो गयी थी.
फिर उसने मुझे अपने ऊपर से हटा दिया और बेड के साथ पीठ लगाकर बैठने को कहा, जब मैंने पूछा तो उसने मुझसे कहा कि यह सब तो हम पहले भी कर चुके है, में आज तुम्हारे साथ वो करना चाहती हूँ जो पहले कभी हमने नहीं किया.
फिर में बैठ गया और वो मेरे दोनों पैरों के बीच में आकर पेट के बल उल्टी लेट गयी और अब वो मेरे लंड को सहलाने लगी और मेरा लंड उसके सहलाने की वजह से तनकर तंबू की तरह हो चुका था और फिर थोड़ी देर लंड को सहलाने के बाद उसने मेरा लंड अपने मुहं में ले लिया, वाह कसम से क्या मस्त मज़ा मुझे आ रहा था, क्योंकि आज पहली बार किसी ने मेरे लंड को अपने मुहं में लिया था, इसलिए में तो ज़न्नत के मज़े ले रहा था और में मन ही मन बहुत खुश था. दोस्तों पहले तो उसने मेरा लंड बहुत देर तक चूसा लोलीपोप की तरह अपने मुहं से अंदर बाहर करने लगी, जिसकी वजह से जोश में आकर मेरे मुहं से सेक्सी आवाज़े निकल रही थी आह्ह्हह् ऊफफ्फ्फ्फ़ नेहा मज़ा दिला दिया तुमने तो आज कसम से, यह सब तुमने कहाँ से सीखा हाँ और करो ऊउह्ह्ह्ह मज़ा आ गया और कुछ देर बाद में उसके मुहं में ही झड़ गया.
अब उसने अपनी जीभ से ही चाटकर चूसकर मेरा पूरा लंड साफ किया और उसके बाद वो मुझसे बोली कि सेक्स तो मेरा पति भी रोज़ ही करता है, लेकिन वो यह सब काम नहीं करता जो में चाहती हूँ क्योंकि मुझे लंड चूसना बहुत अच्छा लगता है और आज पहली बार मुझे तुम्हारा मोटा लंड चूसकर बड़ी शांति मिली है, तुम मुझसे वादा करो कि जब जब मेरा मन करेगा तुम मुझे अपना लंड चूसने दोगे प्लीज.
फिर मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है, वो मेरे मुहं से हाँ सुनकर हंसती हुई बोली कि मुझे एक और चीज़ पसंद है और वो इतना कहकर बेड पर अपनी पीठ के बल लेट गयी और मुझे उसने अपने दोनों पैरों के बीच आने को कहा. मेरे वहाँ आते ही उसने अपने दोनों हाथों से अपनी चूत को थोड़ा सा फैला दिया और वो यह करने के बाद मुझसे बोली कि बबलू अगर तुम्हे सेक्स का असली मज़ा लेने है तो तुम इसको चाटो. अब में भी उसके कहने पर शुरू हो गया और मैंने अपनी जीभ से बहुत अच्छी तरह उसकी चूत की चटाई करना शुरू किया. कुछ ही देर में वो तो सातवें आसमान में उड़ रही थी और अपने मुहं से सिसकियों की आवाज़े निकाल रही थी आहह्ह्ह्ह ऊफ्फ्फ्फ़ बबलू मुझे तुम अब चोद दो फाड़ डालो तुम मेरी चूत को प्लीज मुझे गर्भवती बना दो, में तुम्हारे बच्चे की माँ बनना चाहती हूँ प्लीज ऊह्ह्ह्ह चोदो मुझे, करीब बीस मिनट अच्छी तरह उसकी चूत को चाटने के बाद मैंने महसूस किया कि वो झड़ चुकी थी.
फिर उसके बाद हम दोनों ने करीब पांच मिनट का आराम किया और उसके बाद उसने मुझे अपने नीचे लेटा दिया और अब वो चुदने के लिए मेरे ऊपर आ गयी. मैंने उससे कहा कि नेहा तुम नीचे आओ में तुम्हे अच्छी तरह से चोदूंगा. फिर वो बोली कि नहीं नीचे से तो में रोज़ ही चुदाई करवाती हूँ आज में ऊपर से चोदना चाहती हूँ, प्लीज तुम मुझे तुम्हारे ऊपर सवारी करने दो, प्लीज यार यह सपना भी तुम मुझे आज पूरा करने दो. दोस्तों उसकी वो सभी बातें सुनकर मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है जो आज तुम्हारा मन करे तुम वैसा ही करो और अब वो मेरे लंड के ठीक ऊपर आ गई और मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर सहलाने लगी. फिर जब मेरा लंड एक बार फिर से सरिये की तरह तन गया तो उसने अपने ही हाथ से मेरे लंड को अपनी चूत का दरवाजा दिखा दिया और जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत के दरवाजे से टकराया तो वो झटके से पूरी लंड के ऊपर बैठ गई और मैंने भी नीचे से एक धक्का लगा दिया, जिसकी वजह से एक ही झटके से मेरा लंड पूरा का पूरा उसकी चूत में जा घुसा.
वो थोड़ी देर शांति से बैठ गयी. अब मैंने उससे पूछा तो वो कहने लगी कि हर दिन मेरा पति मुझे बस एक ही तरीके से चोदता है, तो इसलिए अब मुझे उतना मज़ा नहीं आता, लेकिन आज मुझे पहली बार तुम्हारे साथ असली मज़ा आया है. फिर जब कुछ देर बाद उसका दर्द थोड़ा सा कम हुआ तो उसने मेरे ऊपर घुड़सवारी करना शुरू किया, वाह कसम से क्या मस्त द्रश्य था, मुझे ज़न्नत का मज़ा आ रहा था और वो मेरे लंड पर ज़ोर ज़ोर से ऊपर नीचे होकर सवारी कर रही थी और में उसके हिलते हुए दोनों बूब्स को पकड़े हुए था. फिर वो अपनी दोनों आखों को बंद किए मस्ती से चुदवा रही थी, करीब बीस मिनट चोदने के बाद उसकी स्पीड अचानक ही पहले से तेज हो गई और वो मुझसे कह रही थी आह्ह्ह्ह ऊउफ़्फ़्फ़ बबलू में अब झड़ने वाली हूँ उईईई माँ. फिर मैंने उससे कहा कि हाँ में भी अब झड़ने वाला हूँ, तभी उसने मुझसे कहा कि बबलू तुम मेरे अंदर ही झड़ना लंड को बाहर मत निकलना प्लीज में तुम्हारे बच्चे की माँ बनना चाहती हूँ.
दोस्तों जोश की वजह से हम दोनों की रफ़्तार शताब्दी एक्सप्रेस की तरह बढ़ती ही जा रही थी. फिर हम दोनों ने कुछ देर बाद एक दूसरे को कसकर पकड़ लिया और दोनों एक साथ ही झड़ गये, कसम से वाह क्या आनंद था? मेरा यह अहसास हर कोई चोदने वाला और चुदवाने वाली बहुत आराम से समझ सकती है, क्योंकि उस अहसास में एक अज़ीब सी मस्ती होती है. फिर में उसके अंदर ही झड़ गया और अपने लंड को उसकी चूत में ही डाले करीब 15 मिनट तक हम दोनों लंबी लंबी साँसे लेते रहे, कहने को तो वो सर्दियों का दिन था, लेकिन हम दोनों ही उस काम को करने की वजह से पसीने पसीने हो गये थे और जब नेहा मुझे पहली बार बाजार में मिली थी, तब वो मुझे कुछ परेशान नजर आ रही थी, लेकिन अब उसका चेहरा एकदम खिला हुआ शांत था. उसके चेहरे पर एक तरह की संतुष्टि थी और वो मेरी तरफ देखकर मुस्कुरा रही थी.
फिर कुछ देर मेरे ऊपर लेटे रहने के बाद वो मुझसे बोली कि बबलू मैंने तुम्हारे साथ वो किया है जो में अपने पति के साथ नहीं कर सकती, बस तुम आज मुझे एक यह वादा करो कि तुम हमेशा ऐसे ही मेरी ज़रूरत को पूरी करते रहोगे. फिर मैंने उससे हाँ करते हुए वादा किया और उसके बाद वो मुझसे कहने लगी कि बबलू में तुम्हारे साथ आज बिल्कुल नंगी होकर नहाना भी चाहती हूँ. फिर मैंने उससे कहा कि मुझे इस काम में कोई आपत्ति नहीं है, क्योंकि तुम मेरी जान हो तुम्हारे लिए में कुछ भी कर सकता हूँ और तुमने भी तो मेरे लिए आज इतना सब किया है और फिर हम दोनों खुश होते हुए बेड से उठकर सीधा बाथरूम में चले गए और हम नहाने लगे और कुछ देर नहाने के बाद मैंने उसको अपनी गोद में उठाकर वापस कमरे में लाने के बाद उसको दो बार और चोदा.
एक बार मैंने उनको कुतिया वाली स्टाइल में और एक बार उसको अपने सामने सीधा खड़ा करके ही अपने लंड को उसकी चूत में डालकर तेज धक्के देकर चुदाई का असली मज़ा लिया, जिसकी वजह से वो बड़ी खुश थी, क्योंकि हर बार मैंने उसको जमकर चोदा और अपने वीर्य को मैंने उसकी चूत की गहराईयों में डाला, जिसको अपने अंदर महसूस करके उसका चेहरा ख़ुशी से खिल उठा. दोस्तों वो दिन क्या मस्त निकला था मेरे जीवन का मुझे मस्त मज़ा आ गया, मैंने उसको जमकर चोदा जिसमें हर बार उसने मेरा पूरा पूरा साथ दिया और उसको खुश देखकर में भी बहुत प्रसन्न था क्योंकि शुरू से ही में उसकी ख़ुशी में अपनी ख़ुशी को ढूंढता था. फिर वो कुछ देर बाद मुझसे सभी तरह की बहुत सारी बातें हंसी मजाक करके अपने घर चली गयी मुझे उसके जाने का जितना दुःख था, उतनी ही उसकी पहली बार चुदाई की ख़ुशी भी थी, क्योंकि मुझे आज पता चल चुका था कि वो मुझसे सच्चा प्यार करती है और आज वो मेरी हो चुकी थी. मैंने उसको पा लिया था और एक महीने बाद उसने मुझे यह खबर देने के लिए एक मैसेज किया कि वो अब गर्भवती हो चुकी है और यह बच्चा मेरी ही है जो हमारी पहली चुदाई के बाद ही इस दुनिया में आने वाला है और उसका असली बाप में था. तब उसने मुझे उस चुदाई के लिए धन्यवाद कहा और कहा कि वो बहुत ही जल्दी एक बार फिर से चुदाई का एक नया जोश लेकर मिलेगी.
दोस्तों यही थी मेरी सच्ची चुदाई की वो घटना. आज हमारा वो बच्चा 2 साल का है और उसके पति को इस बारे में कुछ भी पता नहीं है उसको लगता है कि वो उसी का बच्चा है और नेहा आज भी कई बार मुझसे अपनी चुदाई करवाने के लिए मुझसे आकर मिलती है, क्योंकि उसको अपने पति से ज़्यादा मेरे साथ सेक्स करने में मज़ा आता है और मुझे भी उसकी चुदाई करके सुख मिलता है.
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