स्वीट प्रिया भाभी की चूत चोदी


हैलो दोस्तों.. मेरा नाम रोहित है और मेरी उम्र 28 साल है। में मुंबई में रहता हूँ मेरी लम्बाई 5.8 और में एक इंजिनियर हूँ। दोस्तों वैसे में सेक्सी कहानियाँ पड़ने के लिए समय निकाल ही लेता हूँ और मुझे यह सब करना बहुत अच्छा लगता है और इन कहानियों को पढ़कर ही मैंने एक दिन अपनी भी कहानी लिखने के बारे में सोचा और आज आप सभी के सामने वो घटना मौजूद है। दोस्तों इसमें मुझसे अगर कोई भी गलती हो तो प्लीज मुझे माफ़ करना क्योंकि यह मेरी पहली कहानी है।
दोस्तों यह बात 7 साल पहले की है जब में 21 साल का था और इंजिनियरिंग के आखरी साल में मेरा दाखिला हुआ था। में अपने कज़िन के घर पर रहकर पढ़ाई करता था क्योंकि मेरा घर गावं में था और वहां पर एक भी अच्छे स्कूल कॉलेज नहीं थे। मेरे कज़िन के यहाँ सिर्फ़ वो और उनकी वाईफ प्रिया रहती थी।
मेरे भाई ने इंटरनेशनल मार्केटिंग में B.A. की हुई थी और वो अधिकतर समय घर से बाहर किसी ना किसी ट्यूर पर ही रहता था और मेरी भाभी को ज़्यादा वक़्त नहीं दे पाता था। मेरी भाभी फिर भी खुश थी और उन्होंने कभी किसी बात की शिकायत नहीं की.. जब भी मेरे भाई ट्यूर पर जाते थे तो में अपनी भाभी के कमरे में ही सोता था। क्योंकि अकेले में उनको बहुत डर लगता था।
यह बात अगस्त महीने की हैं जब बारिश का मौसम था और भैया को 15 दिनों के लिए आउट ऑफ कंट्री जाना था और फिर में, मेरी भाभी उनको एयरपोर्ट तक छोड़कर घर पर आए.. लेकिन भाभी बहुत उदास थी और घर पर आकर सीधे अपने कमरे में चली गई और अंदर से कमरा बंद कर लिया। फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उनके दरवाजे को बजाया.. उन्होंने दरवाजा खोला। तो मैंने देखा तो उनकी आँखें लाल थी.. शायद वो रो रही थी।
में : भाभी आप रो क्यों रही हो?
भाभी : नहीं ऐसी कोई बात नहीं है बस मुझे आपके भैया की याद आ रही है तब तक मैंने अपनी भाभी को कभी ग़लत नज़र से नहीं देखा था.. लेकिन 21 साल की उम्र ही कुछ ऐसी होती है अपने आप पर काबू ही नहीं रहता। फिर मेरा लंड मुझे रात को बारिश की ठंडक में बहुत परेशान करने लगा और कभी भी खड़ा हो जाता। एक अजीब सी कशिश होती जो कि शब्दो में बताना बहुत मुश्किल है। फिर रात को भाभी ने कहा कि आओ रोहित सोने का टाईम हो गया।
में : भाभी मेरे सर में बहुत दर्द हो रहा है।
भाभी : क्यों क्या हो गया? ला ओ में दबा देती हूँ।
फिर मैंने बोला कि ठीक है भाभी और भाभी मेरा सर होले होले दबाने लगी.. मेरे और मेरी भाभी के बीच में एक बहुत अच्छे दोस्त का रिश्ता भी था और में भाभी के साथ हर एक बात शेयर करता था.. लेकिन अभी तक कभी सेक्स से सम्बंधित बातें शेयर नहीं की। भाभी ने मेरे सर में बाम लगाया और धीरे धीरे मेरा सर दर्द ठीक होने लगा और में बहुत अच्छा महसूस कर रहा था.. मैंने भाभी से कहा कि में अब पूरी तरह से ठीक हूँ और अब मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। तो भाभी ने मुझसे कहा कि रोहित पता नहीं मेरे पैर में कल शाम से हल्का हल्का दर्द हो रहा है।
में : भाभी यह तो ग़लत बात है आपने मुझे अभी तक बताया क्यों नहीं? में अभी आपके पैर दबा देता हूँ।
भाभी : नहीं नहीं रोहित.. ऐसा मत करो प्लीज़.. में तुमसे कैसे अपने पैर दबवा सकती हूँ? लेकिन में कहाँ सुनने वाला था.. में सरसों का तेल लेकर आया और भाभी के पैरों में लगाने लगा। दोस्तों मेरी भाभी का कलर बिल्कुल साफ था और उनकी लम्बाई 5.5 और वो 25 साल की थी। वो एकदम सेक्सी लगती थी और उनके बूब्स एकदम गोल थे। अगर वो मुझे पहले मिली होती तो में उन से शादी कर लेता। भाभी ने उस वक़्त गुलाबी कलर की मेक्सी पहनी हुई थी।
फिर मेरे बहुत कहने पर भाभी आखिकार मान गई और पैर दबवाने को मजबूर हो गई.. में तेल लेकर भाभी के पैरों पर लगाने लगा। तभी मुझे अचानक से पता नहीं क्या होने लगा और मेरा लंड हाफ पेंट में तनकर खड़ा हो गया.. मुझे पसीना आने लगा और दिल की धड़कन तेज हो गई और यह पहली बार था कि में अपनी भाभी को सेक्स की नज़र से देखने लगा था।
तभी अचानक से भाभी ने पूछा कि अब तो तू बड़ा हो गया है। तेरी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं? तो में शरमा गया और बोला कि नहीं भाभी अभी तक तो कोई नहीं है और गर्लफ्रेंड की बात भाभी के मुहं से सुनकर मेरा लंड और ज़्यादा टाईट होने लगा और मैंने सोच लिया कि इस बात को आज कुछ ऐसी दिशा की तरफ मोड़ दूँ ताकि हमारे बीच और भी सेक्स की बातें हो सके। फिर में भाभी के पैर को दबाते हुए उन पर दबाव भी डाल रहा था और धीरे धीरे उनकी जांघो तक पहुंच गया था। भाभी की तरफ से कोई भी विरोध नहीं हो रहा था जिससे मेरा डर और खुल रहा था और में उनको अपने सेक्स प्लान में फंसा लेना चाहता था।
भाभी : क्यों भाई अब तक गर्लफ्रेंड क्यों नहीं? दिखने में तो ठीक ठाक हो फिर क्या समस्या है।
तो मैंने कहा कि भाभी स्कूल में अगर किसी को पता चले कि मेरा किसी के साथ चक्कर है तो नाम खराब होगा और इसलिए मैंने किसी को प्रपोज़ नहीं किया। तभी भाभी अचानक से बोली कि मेरे करीब आओ.. तो में बहुत घबरा गया.. लेकिन फिर भी उनके करीब गया। उन्होंने मेरे सर पर किस किया और बोला कि मुझे तुम पर बहुत गर्व है रोहित में बहुत खुश हूँ कि मुझे तुम जैसा देवर मिला है।
में : में भी बहुत खुश हूँ भाभी आपको पाकर आप मेरी भाभी कम और एक दोस्त ज़्यादा हो और अब मेरा लंड मुझे ज़्यादा ही तंग कर रहा था और लंड इतना ज़्यादा खड़ा हो गया था कि मुझे डर लगने लगा कि कहीं भाभी उसे देख ना ले। तो मैंने भाभी से कहा कि में एक मिनट में वॉशरूम से आया.. लेकिन में बेड पर से जैसे ही उठा अचानक से में भाभी के ऊपर गिर गया और मेरा लंड उनके पेट से टकराया भाभी ने बड़ी बड़ी आँखों से मुझे देखा और देखती ही रह गई।
में फटाफट उठकर पेशाब करके वापस आया और भाभी के पैर दबाने लगा जैसे कि कुछ हुआ ही नहीं.. लेकिन भाभी में अब बहुत बदलाव दिख रहा था.. उनकी आवाज़ धीमी हो गई थी और उनकी छाती भी थोड़ी तेज ऊपर नीचे हो रही थी। में उनके पैर दबा रहा था.. लेकिन मेरा लंड एकदम तनकर खड़ा था। भाभी की नज़र नीचे थी और में समझ गया कि वो मेरे लंड को देख रही है। तभी थोड़ी देर की खामोशी के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि लगता है तुम अब बड़े हो गये हो और अपनी भाभी के साथ सब कुछ शेयर नहीं करते।
में : नहीं भाभी ऐसा तो कुछ नहीं है.. लेकिन आपको ऐसा क्यों लग रहा है?
भाभी : यह तुम्हारी पेंट के अंदर पहाड़ क्यों बना हुआ है?
तो में यह बात सुनकर बहुत चकित हो गया और मेरे मुहं से कुछ नहीं निकला और में सर नीचे झुकाते हुए उनके पैर को दबा रहा था।
में : भाभी प्लीज मुझे माफ़ कर दो।
भाभी : अरे इस में माफ़ी की क्या बात है यह सब इस उम्र में सभी के साथ होता है और यह सब सामान्य है।
में : बहुत बहुत धन्यवाद भाभी मुझे समझाने के लिए.. लेकिन भाभी अगर आप गुस्सा नहीं हो तो क्या में एक बात पूछूँ?
भाभी : तुम एक क्यों 100 बात पूछो?
में : भाभी आप और भैया क्या रोज़ सेक्स करते हो?
भाभी : नहीं रोहित में इतनी ख़ुशनसीब नहीं हूँ.. तुम्हारे भैया के लिए उनका काम ही ज़्यादा ज़रूरी है और वो वहां से बहुत थककर आते है और थोड़ी बहुत देर में सो जाते है।
फिर में उनकी यह बात सुनकर बहुत चकित हुआ और मैंने भाभी के पैर दबाना छोड़ दिया और उनके ही पास में आकर लेट गया।
में : भाभी क्या में आपको किस कर सकता हूँ?
तो भाभी ने मेरी तरफ देखा और कुछ जवाब नहीं दिया। वो सीधी अपने होठों को मेरे होठों के करीब लेकर आए और मेरे ऊपर वाले होंठ को चूसने लगी.. में हक्का बक्का रह गया था.. क्योंकि मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि किस करने की शुरुवात भाभी की तरफ से होगी। में संभला और में भी भाभी का साथ देना लगा और उनके होठों को काटने लगा। बारिश और बिजली की कड़कड़ाहट से मौसम ठंडा हो गया था और हम दोनों भी बहुत ज़्यादा कामुक हो गये थे।
फिर मैंने भाभी को झटका देकर हटाया और उनके ऊपर आ गया और उनके होठों को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा.. भाभी ने मुझे इशारों से रोका और सिखाया कि कैसे आराम से किस करना चाहिए और हम दोनों एक दूसरे के होंठ करीब 5 मिनट तक चूस रहे थे। मुझे ऐसा लग रहा था कि में जन्नत में पहुंच गया हूँ और उनके होंठो को ऐसे चूस रहा था जैसे कि हम आईसक्रीम खा रहे हो और मेरा लंड इतना कड़क हो गया था कि उसमे बहुत दर्द होने लगा था। फिर भाभी ने मेरे होंठो को छोड़ा और मेरे निपल्स को काटने लगी और मेरी कमर में भी अपने नाख़ून का दबाव डालने लगी।
में इतना ज़्यादा उत्तेजित हो गया था कि मैंने उनकी मेक्सी को फाड़ दिया और उनके बूब्स देखकर तो जैसे पागल ही हो गया था.. काली कलर की ब्रा से उनके बूब्स ऐसे ढके हुए थे जैसे कि नई नवेली दुल्हन घूँघट में छुपकर रहती है। फिर मैंने उनकी ब्रा का हुक खोला और इतना पागल हो गया था कि मैंने उनके निपल्स को ज़ोर से काटा वो दर्द से चिल्लाने लगी और कहा कि प्लीज धीरे प्लीज़.. लेकिन में तो पागल हो गया था और उनके आग्रह का कोई असर अब मुझ पर होने वाला नहीं था। फिर में ज़ोर ज़ोर से उनके बूब्स को चूस रहा था और मेरी भाभी की आवाज़ आ रही थी आहह और ज़ोर से और ज़ोर से अह्ह्ह उफ्फ्फ ऐईईइ रोहित मेरे शरीर को अपने दातों से काटो।
तभी उनके मुहं से यह सुनकर में और पागल हो गया और उनके बूब्स को और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा.. मेरी भाभी को अब बहुत मज़ा आ रहा था और उन्होंने मेरे सर पर हाथ फैरते हुए कहा कि रोहित तुम तो खिलाड़ी हो ऐसा लग रहा है कि तुम पूरी रात मेरे निपल्स को ज़ोर ज़ोर से चूसते रहो और अब में उनके बूब्स से हटा और उनकी हल्की हरी कलर की पेंटी को सूंघने लगा। फिर मैंने उनकी पेंटी के ऊपर से ही उनको अपने दातों से काटा और मेरी भाभी दर्द से चिल्लाने लगी और सिसकियाँ लेने लगी।
तभी मैंने एक झटके में उनकी पेंटी निकाली और उनकी चूत के आकार को देखने लगा.. चूत पर हल्के हल्के बाल थे और उसके होंठ गुलाबी कलर के थे। दोस्तों मैंने चूत रियल लाईफ में पहली बार देखी थी और इससे पहले ब्लू फिल्म में कई बार देखी थी और फिर मैंने ब्लूफिल्म्स की तरह उनकी चूत को चूसना शुरू किया और भाभी का चेहरा देखा.. भाभी अपनी दोनों आँखें बंद करके एक हाथ से अपने बूब्स को दबा रही थी और दूसरे हाथों से मेरे सर पर दबाव डालकर उनकी चूत की तरफ धकेल रही थी।
तो अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और में उनकी चूत को चूस रहा था और मैंने अपनी जीभ को उनकी चूत की गहराई में डाला तो उनकी चूत बहुत गरम हो चुकी थी और उनकी चूत के रस का स्वाद भी अच्छा था। मेरी भाभी पागल हो रही थी और वो बोली कि रोहित अब बर्दाश्त नहीं हो रहा.. प्लीज़ अपना लंड मेरी चूत में डाल दो। तभी उनके मुहं से लंड शब्द सुनकर मुझमें और जोश आ गया और में 69 पोज़िशन में आ गया। तो मैंने अपना लंड उनके मुहं में डाला और उनकी चूत को चूस रहा था.. मुझे लंड चुसवाते हुए बहुत मज़ा आ रहा था और भाभी को भी उनकी चूत चुसवाते हुए बहुत मस्ती आ रही थी।
हम 5 मिनट तक 69 पोज़िशन में एक दूसरे के प्राईवेट अंग को चूसते रहे.. लेकिन अब भाभी बेकाबू हो रही थी और मुझसे मदहोशी वाली आवाज़ में आग्रह करने लगी कि मुझे चोदो प्लीज़ मुझे चोदो। तो अब टाईम आ गया था उनकी चूत की प्यास बुझाने का.. मैंने उनको बिस्तर पर लेटाया और उनके कमर के नीचे एक तकिया लगाया और मैंने भाभी के कहने पर उनकी अलमारी से कंडोम निकाला। फिर भाभी ने कंडोम मेरे खड़े लंड पर चड़ाया और मुझे इशारा किया लंड को चूत के अंदर घुसाने का.. मेरा लंड बार बार स्लिप हो गया था। तो भाभी ने अपने हाथों से लंड को चूत के अंदर सेट किया और जैसे ही लंड चूत के अंदर घुसा तो उन्होंने मेरे सर के बाल ज़ोर से खींचे। अब वो पूरी तरह से मदहोश हो चुकी थी और उनके मुहं से अपने आप आवाज़े निकल रही थी आअहह अह्ह्ह आईई ज़ोर से तेज और तेज रोहित और तेज़ यह सब सुनकर में और ज़्यादा उत्तेजित हो रहा था और मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी।
मैंने भाभी के होठों को किस किया और एक हाथ से उनके बूब्स को भी दबा रहा था.. भाभी की आँखें बंद थी और होठों पर हल्की हल्की मुस्कान और अब उन्हें देखकर मुझे ऐसा लग रहा था कि मानो हम दोनों कश्मीर की वादियों में अपना हनिमून मना रहे हो। फिर मैंने अपना लंड उनकी चूत से बाहर निकाला और उनको घुटनो के बल डोगी स्टाईल में बैठने को कहा और में उनके पीछे आया और वहां से लंड उनकी चूत में डाला। इस बार उनको और भी ज़्यादा मज़ा आ रहा था.. क्योंकि दबाव और लंड से चूत की रगड़ और भी ज़्यादा हो रही थी.. भाभी भी ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी। तभी अचानक भाभी की धड़कन तेज होने लगी और उन्होंने ज़ोर से बोला कि तेज.. तो में समझ गया कि उनकी चूत का रस निकलने वाला है और मैंने फटाफट उनको सीधा लेटाया और खुद बहुत तेजी से झटके देने लगा। हम दोनों अपने आखरी छोर पर पहुंच चुके थे और साथ साथ ही झड़ गए।
अब भाभी के चेहरे पर अलग ही ख़ुशी थी और वो मेरे बालों को सहलाने लगी.. उन्होंने मेरे गालों को किस किया और कहा कि में तुम से बहुत प्यार करती हूँ और फिर मैंने भी कहा कि भाभी में भी आपसे बहुत प्यार करता हूँ। दोस्तों वो रात मेरी और मेरी भाभी की सबसे सुहानी रात थी.. जिसे में कभी नहीं भूल पाऊँगा। फिर हमने उस रात दो बार और चुदाई की और ऐसे ही सो गए।
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काम वाली बाई से लंड चुसवाया


हेलो दोस्तों, आप कैसे है. मैं २८ साल का नौजवान हु और मुझे सेक्स का बहुत शौक है. मेरी शादी अभी नहीं हुई है और मैं मुंबई में रह कर जॉब कर रहा हु. आप सब को तो मालूम ही है, कि मुंबई की लाइफ कितनी भागा- दौड़ी वाली है और घर के लिए समय ही नहीं मिलता है. इसलिए मैंने घर में काम वाली बाई लगा रखी थी. वो कोई ४५ के आसपास की औरत होगी. वो सिर्फ मेरे घर में ही काम करती थी. मैंने उसको रखा ही इसी शर्त पर था. मेरा नाश्ता बनाना, कपड़े धोने, घर की साफ़ सफाई और बाकी सारे काम. वो सुबह ६ बजे आ जाती थी और मुझे चाय देकर जागती थी.
आप सब को पता ही होगा, कि सुबह के वक्त लंड ज्यादा खड़ा होता है. बाई जब भी मुझे चाय दे कर जाती, तो उसके चेहरे पर मुस्कराहट होती थी. मुझे ये तो पता था, कि मेरा लंड खड़ा रहता है और वो इसी वजह से मुस्कुराती है. एक दिन मैं ऑफिस से वापस आया, तो देखा कि उसने टेबल पर मेरी सेक्स किताबे निकाल रखी थी. वो मुझे चाय देते हुए बोली – साहब शादी कर लो. आप सुबह ही तने रहते हो, इन सब तस्वीरो को देख कर. फिर वो जोर – जोर से हसने लगी. मैंने कहा – कोई बात नहीं. तने हुए को शांत करने के लिए शादी की जरूरत नहीं है. सिर्फ जो प्यासा हो उसकी जरूरत है.
शायद, बाई को मेरी बात कुछ समझ आ गयी. उस दिन उसने खाना बड़ा अच्छा बनाया था. वो शाम को मेरे साथ बात करती थी और अपने पति को खूब गालिया देती थी. साला… खुद तो कुछ काम करता नहीं.. जो मैं कमाती हु, वो भी ले लेता है और सब दारु में उडा देता है. इस बहाने से वो मुझे कुछ ना कुछ ले ही जाती थी. उस दिन भी वो अपनी ही कहानी सुना रही थी और बोल रही थी.. साहब बिलकुल बेकार हो गया है. आता है साला दारू में धुत्त और मेरे ऊपर चढ़ जाता है और फिर २ मिनट में ख़तम. हम तो मनमकोस कर रह जाते है.
मुझे समझ आ गया, कि बुद्दी की चूत चुदवाने को फुदक रही है. मैंने उसको बोला – आज खाना अच्छा बनाया है. वो मुस्कुरा दी. फिर मैंने कहा – लगता है.. तस्वीरे देख कर जवानी आ गयी. वो बोली – साहब, जवान तो हम है ही.. बस जवानी को रौंदने वाला नहीं मिला अभी तक. फिर तो मेरे लंड ने जोर मारना शुरू कर दिया. फिर मैंने कहा – बाई आज थोड़ा रुक सकती हो? मेरे पैरो की मालिश करनी है. बहुत दर्द है. वो मुस्कुरा दी और बोली – आप कहे, तो रात में रुक जाती हु. मेरा मर्द कोई एतराज़ नहीं करेगा. मैंने कहा – ठीक है. उसने अपने मर्द को फ़ोन कर दिया और मैंने अपने बेडरूम में आ गया और केवल शॉर्ट्स डाल दी.
मैंने पलंग पर पैर फैला कर बैठ गया और वो तेल गरम करके ले आई. वो मेरे पैरो को मालिश कर रही थी और मैं अपने मोबाइल को साइलेंट करके एक ब्लू फिल्म देख रहा था. वो साथ – साथ में मुझसे बातें भी कर रही थी. एक ब्लू फिल्म की वजह से और दूसरी उसके हाथ मेरे शरीर में लगने की वजह से मेरा लंड धीरे – धीरे धक्के मारने लगा. वो अब मेरे शोर्ट में तम्बू बना रहा था. मैंने लंड को ऐसे ही रहने दिया और कुछ भी नहीं किया. बाई का हाथ धीरे – धीरे ऊपर आ गया और मेरी जांघ पर वो मालिश करने लगी. फिर उसने देखते – देखते मेरे शॉर्ट्स के अन्दर हाथ डाल दिया और मेरे अन्डो को पकड़ कर दबा दिया.
मेरे मुह से जोर दार सिसकी निकल गयी इस्स्सस्स्स्सस्स्स… उसके निप्पल भी खड़े हो चुके थे. मैंने आव ना देखा ताव और सीधे ही उस पर हमला कर दिया. मैंने उसके बूब्स को एकदम से पकड़ लिया और उसको दबाने लगा. वो मचल रही थी और बहुत जोर से सिसकी रही थी… क्या कर रहे हो बाबु जी… ऊऊऊऊईईईईइमा अहहहहाहा…. मैंने उसको एकदम से ऊपर खीच लिया और उसके चेहरे को पकड़ लिया और उसके होठो को अपने होठो में दबा लिया और उसको मसल कर चूसने लगा. वो बहुत ही मस्त होने लगी थी और उसने मेरा लंड पकड़ लिया और उसको मसलने लगी.
वो बहुत गरम और बैचेन थी. उसने मुझे ज्यादा मौका नहीं दिया और एकदम से मेरा शॉट्स खीच दिया और मेरे लंड को नंगा कर दिया. मुझे उसको बैचेनी देख कर मज़ा आ रहा था और मैंने फिर एकदम से उसको पकड़ा और उसके सारे कपड़े उतार दिए और मस्ती में उसके दूध को पकड़ लिया और उनके निप्पल को मुह में डालने लगा. उसने मुझे धक्का देख कर पलंग पर लिटा दिया और मेरे लंड से खेलते हुए, उसको अपने मुह में पकड़ लिया और उसको मस्ती में चूसने लगी. वो पुरे लंड को अपने मुह के अन्दर तक ले रही थी.
बहुत मज़ा आ रहा था. मुझे लगा, कि अगर वो ज्यादा चूसेगी, तो मेरा छुट जाएगा. मैंने उसको कहा बस प्लीज और नहीं. फिर उसने मेरी तरफ देखा और फिर मेरे ऊपर चढ़ गयी और अपनी चूत को अपने हाथो से खोल कर मेरे लंड के ऊपर रख दिया और धम्म से नीचे बैठ गयी… मेरे लंड की खाल एकदम से नीचे खिसक गयी और मेरे मुह से एक जोरदार चीख निकली आआआआआआआआआआआआह्हह्हह्हह्ह…. मर गया. प्लीज… वो मेरे लंड पर खुद रही थी अपने बूब्स को दबा रही थी और अपने होठो को काट भी रही थी.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मैंने पलंग के पीछे के हिस्से को पकड़ा हुआ था और फिर एकदम से मेरी गांड भी ऊपर की और चलने लगी. उसकी स्पीड भी तेज होने लगी थी और अचानक से उसका शरीर ढीला पड़ गया और वो मेरे ऊपर गिर गयी. मेरे लंड पर बहुत गरम अहसास हुआ और मुझे पता चल गया, कि वो झड़ गयी है. मैंने उसको कस कर दबा लिया और फिर उसको जोरदार झटके मारने लगा. मेरी गांड से नीचे से ऊपर झटक रही थी और करीब १० मिनट के बाद, मैंने भी अपना पानी उसकी चूत में छोड़ दिया.
वो मेरे ऊपर ही पड़ी रही और फिर हम सो गये. रात को जब मेरी नीद खुली, तो देखा कि वो मेरा लंड चूस रही थी. हमने फिर मस्त सेक्स किया और मैंने उसको गांड भी मारी. सुबह वो उठी. नहाई और काम करके जाने लगी. तो मैंने उसे १००० दिए. वो खुश हो गयी. अब जब भी मैं हॉर्नी होता हु. उसको रात भर चोदता हु और मज़े लेता हु और देता हु.
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भाभी को गोआ में मॉडर्न बनाकर चोदा


हैल्लो फ्रेंड्स.. मेरा नाम रोहन है और में मुंबई का रहने वाला हूँ.. मेरी उम्र 20 साल है और मेरे लंड की लम्बाई 7 इंच है. मेरे माता, पिता और मेरी एक बहन पुणे में रहते है और में मुंबई में मेरे भैया और भाभी के साथ रहता हूँ.  मेरे भैया की उम्र 25 साल और मेरी भाभी की उम्र इस 23 साल है और उनकी अभी तीन साल पहले ही शादी हुई है.. मेरी भाभी के फिगर का साईज 36-24-34 और बहुत अच्छा फिगर है और वो एक मॉडर्न की तरह दिखती है एकदम सेक्सी मस्त माल. अब में सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ दोस्तों यह कहानी कुछ ज़्यादा पुरानी नहीं बस एक महीने पहले की हैं.. कि कैसे मैंने अपनी भाभी को पूरा मॉडर्न बनाया और कैसे मैंने उनको और भी सेक्सी बनाया? दोस्तों में एक पंजाबी फेमिली से हूँ और आप सब लोग तो जानते ही हैं कि पंजाबी लड़कियों का फिगर कैसा होता है.. लेकिन हम लोग पगड़ी नहीं रखते.
एक दिन भैया को कुछ जरूरी मीटिंग के लिए पांच दिन के लिए गोआ जाना था. तो वो मुझे और भाभी को साथ में ले गये. क्योंकि मेरी भी छुट्टियाँ थी और में पूरा साल कहीं भी बाहर घूमने भी नहीं गया था और भाभी को भी मेरा पूरा ख़याल रखना पड़ता था. तो फिर हम लोग गोआ पहुंचे वहां पर हमारा कंपनी की तरफ से होटल में सब कुछ बुक था. तो हमे कोई टेंशन नहीं थी और फिर हम लोग 7 बजे शाम को पहुंचे तो थोड़े थके हुए थे. तो हम लोग फ्रेश होकर खाना खाकर सो गये. फिर दूसरे दिन सुबह 6 बजे भैया का कॉल आया और वो कहने लगे कि में मीटिंग के लिए जा रहा हूँ. और सीधा शाम को आऊंगा तो तुझे तेरी भाभी का ख़याल रखना है. में तो खुश हो गया कि भाभी के साथ गोआ में हूँ. में तो फिर 7:15 को भाभी का फोन आया और उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे जिम और स्विमिंग के लिए जाना है. तो आप मेरे साथ में चलो.. हमारे होटल में यह दोनों चीज़े थी. तो में फ्रेश होकर भाभी के रूम में गया तो भाभी टॉप और पेंट में थी. और कुछ ज़्यादा खुश नहीं लग रही थी और में टी-शर्ट और केफ्री में था और हम जैसे ही जिम में पहुंचे तो देखा कि वहां पर कोई औरत जींस में कोई टाईट टॉप में थी.
तो फिर वो लोग भाभी को देखकर थोड़े हंस रहे थे. तो अचानक से भाभी का मूड बदल गया और भाभी ने कहा कि चलो हम स्विमिंग करने चलते है और हम दोनों चेंजिंग रूम में चले गये. मैंने केफ्री पहनी हुई थी और टी-शर्ट उतार दी. और भाभी को मैंने पहली बार स्विमिंग ड्रेस में देखा, तो में हँसी रोक नहीं पा रहा था कि जो लोग वॉटर पार्क में स्विमिंग ड्रेस पहनते है वो भाभी ने यहाँ पर पहना हुआ था. और हम जैसे ही स्विमिंग पूल पहुंचे, तो वहां पर कोई लेडी बिकिनी में और कोई ब्रा, पेंटी में थी. वो सब बहुत सेक्सी लग रही थी.. तो भाभी वहां से निकलकर रूम में चली गयी और में भी उनके साथ रूम में चला गया और भाभी रूम में स्विमिंग ड्रेस में थी और मुझसे पूछ रही थी कि क्या इसमे कुछ खराबी है?
भाभी : क्या इस स्विमिंग ड्रेस में कोई प्राब्लम है? और क्या मेरी जिम ड्रेस में कोई प्राब्लम है?
रोहन : नहीं भाभी इनमे कोई प्रोब्लम नहीं हैं.
भाभी : तो वो लोग मुझ पर क्यों हंस रहे थे? मुझे सच सच बताओ वरना में तुमसे बात नहीं करूँगी.
रोहन : ठीक है भाभी में सच बताता हूँ और सच बात यह है कि आपमे कोई प्रोब्लम नहीं है.. लेकिन आपकी ड्रेस में बहुत प्राब्लम है आजकल सेक्सी औरतों का ज़माना है और आप वो ही पुराने ज़माने की ड्रेस पहनकर चल रही हो.
भाभी : क्या मतलब?
रोहन : भाभी बुरा मत मानना.. लेकिन आपका फिगर एकदम सेक्सी है.. कोई भी मर्द इस पर फिदा हो जाए और आप कुर्ता जींस पहनकर इसमें दाग लगा रही हो. मेरा कहने का यह मतलब है कि आपको अपने शरीर को थोड़ा बहुत दिखाना होगा.
भाभी : क्या तुम्हे शरम नहीं आती अपनी भाभी के साथ ऐसे बात करते हुए?

रोहन : देखा भाभी मैंने आपको सच बताया.. फिर भी आप मुझे डांट रही हो और इसलिए में आपको कुछ बताना नहीं चाहता था.
भाभी : मुझे माफ़ करना.. लेकिन में तुम्हे डांटना नहीं चाहती थी.. लेकिन तुमने ऐसी बात कर ली है कि में सोच में बहुत पड़ गयी हूँ कि अब में क्या करूं?
रोहन : आप कुछ मत सोचो बस यह सोचो कि आपको दुनिया की सबसे सेक्सी औरत दिखना है.
भाभी : ठीक है.. लेकिन में तुम्हे थोड़ी देर बाद सोचकर जवाब देती हूँ.
फिर हमने नाश्ता किया और हम अपने अपने रूम में चले गये. फिर कुछ एक घंटे के बाद भाभी का फोन आया और उन्होंने मुझे आपने रूम में बुलाया.
रोहन : क्या हुआ भाभी?
भाभी : मैंने सोच लिया है कि मुझे क्या करना है?
रोहन : क्या भाभी?
भाभी : यही कि मुझे गोआ की सबसे सेक्सी औरत बनना है.
रोहन : तो में उसमे आपकी क्या मदद कर सकता हूँ?
भाभी : तुम मुझे बताओ कि में कैसे सेक्सी दिख सकती हूँ?
मेरी तो जैसे लॉटरी निकल गई और मुझे मौका मिल गया था कि मुझे अपनी इच्छा को पूरी करने का मौका मिल गया था.
रोहन : तो भाभी बताईए कि आपको कैसा दिखना है?
भाभी : क्या मतलब में कुछ समझी नहीं?
रोहन : मतलब एकदम सेक्सी जैसे कि कोई भी मर्द आपको देखकर हैरान हो जाए? या उससे भी कुछ ज्यादा.
भाभी : तुम बहुत शरारती हो गए हो.. मुझे ऐसा दिखना है कि जैसे किसी भी मर्द का लंड खड़ा हो जाना चाहिए मुझे देखकर और हर कोई मर्द मुझे याद करके मुठ मारे.
रोहन : ( दोस्तों आज मेरी तो जैसे लॉटरी लग गयी थी की भाभी मुझसे ऐसी बातें कर रही थी ) तो भाभी अब आप यह बताए कि आपको कैसी ड्रेस पहननी है.
भाभी : मुझे एकदम सेक्सी ड्रेस पहननी है.. जिम के लिए एकदम टाईट ड्रेस जिसको देखकर सब औरतों के मुहं खुले के रह जाने चाहिए और स्विमिंग पूल के लिए एकदम छोटी सेक्सी बिकिनी होनी चाहिए और एक बीच पर घूमने जाने के लिए भी.
तभी में उनकी यह सब बातें सुनकर बहुत हैरान हो गया तो हम लोग शॉपिंग के लिए निकल गये. मैंने लॉबी में फोन करके किराए पर एक कार मंगवाई और फिर मैंने भाभी को एकदम सेक्सी कपड़े पहनाए और मैंने भाभी को जीन्स पहनने को कहा जो उनको सबसे टाईट थी और मैंने उनको एक मेरी टी-शर्ट दे दी जो कि उन पर बहुत टाईट थी और उन पर बहुत सेक्सी दिख रही थी. फिर हम लोग लॉबी में बैठकर बाजार गये और मैंने सारी जानकारी निकाल की कि कौनसी चीज़ कहाँ मिलेगी. तो हम लोग निकल आए हमारे पास जीपीएस सिस्टम थे इसलिए हमे ज़्यादा समस्या नहीं आई.. वहां पर पहुंचकर भाभी ने एक पीस तैराकी के लिए और दो सेक्सी बिकनी ली और वहां से हम दूसरे स्टोर में गये. वहां पर से भाभी ने सेक्सी ब्रा और कुछ पेंटी ली और फिर आख़िर में हम ड्रेस स्टोर में गये जहाँ पर से भाभी ने 4 टाईट जीन्स ली और दो टाईट शर्ट ली और 6 टॉप्स लिए एकदम टाईट और कुछ नॉटी ड्रेस ली.. जिसमे से कुछ में उनकी गांड तक दिख रही थी और कुछ सिर्फ़ ऊपर ब्रा और नीचे शर्ट थी और वहां से सीधा हम लोग होटल निकल गये.. क्योंकि हमारा खाने का टाईम भी हो गया था.
हम लोगों ने मेरे रूम में खाना खाया और फिर खाना खाने के बाद भाभी ने मुझसे कहा कि में सब स्विम ड्रेस और बिकनी तुम्हे पहनकर दिखाती हूँ.. तुम मुझे बताना ड्रेस और स्पोर्ट्स ड्रेस कैसी लग रही है. तो हमने वहीं पर ही ट्राई करके देख लिया था. पहले भाभी एक पीस स्विमड्रेस पहनकर आई क्या सेक्सी लग रही थी.. भाभी की कमर बहुत ही सेक्सी लग रही थी. फिर भाभी ने दूसरा एक पीस ट्राई करके दिखाया. उसमे से निप्पल दिख रहे थे जो कि खड़े हो चुके थे और वो भी उन पर बहुत सेक्सी लग रहे थे.. उसमे से भाभी की गांड पिछले वाले स्विमड्रेस से थोड़ी ज़्यादा दिख रही थी. फिर भाभी ने मुझे बिकनी पहनकर दिखाई उसमे उनके शरीर का शानदार फिगर दिख रहा था.. जिसको देखकर कोई नहीं कहेगा कि यह एक शादीशुदा औरत है. फिर भाभी ने मुझे दूसरी ड्रेस ट्राई करके दिखाई जिसमे से उनकी गांड क्या दिख रही थी उनकी गांड पर एक भी बाल नहीं था. जब मैंने भाभी से पूछा आपकी गांड पर एक भी बाल नहीं है तो भाभी ने बताया कि मैंने निकलवा लिए जब मैंने थोड़ा और ज्यादा ध्यान से देखा तो मालूम पड़ा कि उनकी चूत पर भी एक भी बाल नहीं है. फिर भाभी ने मुझे सारी ड्रेस पहनकर दिखाई और सभी कपड़ो में भाभी एकदम पटाका लग रही थी और मेरा ऐसा मन हुआ कि उसको पूरा दिन चोदूं.. लेकिन क्या करूं? 4 बज गये थे और भैया का कॉल भी आ चुका था कि वो ऑफिस में से निकल चुके है. तो भाभी अपने रूम में गयी और उनके सारे कपड़े मेरे रूम में पड़े थे. फिर हम लोग 6 बजे बाहर घूमने निकले. मेरी भाभी ने एक जीन्स और कुर्ता पहना हुआ था और हम लोगों ने बीच की तरफ चक्कर लगाया और घूमते समय भैया को फोन आ गया और भैया ने हमे कहा कि तुम आगे चलो में अभी आता हूँ. फिर भाभी और में जैसे ही थोड़ा आगे गए मैंने भाभी की गांड को थोड़ा दबाया..
में : क्यों भाई को तो शेव गांड दिखाई है या नहीं?
भाभी : तेरे भैया को सप्राईज़ देने के लिए ही तो मैंने यह सब करवाया हैं.
में : लेकिन यह सब कब करवाया?
भाभी : यहाँ पर आने से पहले.. इसलिए तेरे भैया को शेव गांड बहुत पसंद है.
में : तो फिर भैया को बताया कि नहीं आपने क्या क्या खरीदा है?
भाभी : नहीं अभी तक नहीं बताया.. लेकिन हम जब कल सुबह को बीच पर आएँगे ना.. तब में बिकनी पहनकर आउंगी और तेरे भैया को सर्प्राइज़ दूँगी.
में : फिर तो बहुत मज़ा आएगा और भैया का चेहरा देखने लायक होगा.
भाभी : कल तू सुबह मत आना क्योंकि तेरे भैया के साथ में अकेल ही एंजाय करना चाहती हूँ.
में : ठीक है.
फिर जब तक हम लोग बातें कर रहे थे तब तक भैया भी आ गये और हमें घूमते हुए 8 बज गये थे. फिर हम वापस होटल गये और भैया के रूम में गये भैया ने विस्की ऑर्डर की और भैया और मैंने विस्की पी और फिर खाना ख़ाकर में अपने रूम में गया और 11 बज चुके थे और फिर हम लोग सो गये.
दोस्तों इसके आगे की कहानी में आप सभी को इसके अगले भाग में बताऊंगा कि कैसे मैंने अपनी भाभी को बीच पर चोदा और कैसे मैंने अपनी और उनकी प्यास बुझाई ..
तो दोस्तों फिर में सुबह 9 बजे उठा और फ्रेश होकर ब्रेकफास्ट किया और फिर में वापस अपने रूम में चला गया, फिर 11 बजे मुझे भाभी का कॉल आया कि मेरे रूम में आ जाओ. तो फिर जैसे ही में भाभी के रूम में पहुंचा तो भाभी ने दरवाजा खोला और में जैसे ही अंदर गया. भाभी ने मुझे पकड़कर किस किया और कहा कि रोहन, आज तक तुम्हारे भैया कभी इतने खुश नहीं हुए थे. उस वक़्त भाभी ने एक टी-शर्ट और केफरी पहनी हुई थी. वो क्या लग रही थी? फिर मैंने कहा कि ऐसा क्या हुआ?
भाभी : ओह.. देवर जी को बहुत मज़ा आ रहा है.
में : ऐसा कुछ बात नहीं है.. में सिर्फ़ इतना जानना चाहता हूँ कि भैया को आपको देखकर कैसा लगा?
भाभी : ऐसा ठीक है चलो सुनो.. तुम्हारे भैया को मैंने सुबह 7 बजे उठाया और वो पहले फ्रेश होने के लिए चले गये फिर में फ्रेश होकर आई और ऐसे ही 7:30 बज चुके थे.
भैया : चलो क्या आज जिम नहीं चलना है?
भाभी : फिर मुझे ध्यान में नहीं आया कि में तो आज अपने पति को चकित करने वाली थी और फिर मैंने कहा कि हाँ चलना है. फिर में वॉशरूम में गयी और मैंने शॉर्ट और ब्रा पहन ली जैसे ही में बाथरूम से बाहर आई तुम्हारे भैया की आँखें खुली की खुली रह गयी. उन्होंने कहा कि तुमने यह सब कब खरीदा? तो मैंने कहा कि यहाँ पर आने से पहले.
में : आपने यह क्यों नहीं कहा कि यह सब मैंने लेकर दिया है?
भाभी : पागल हो क्या? तुम्हारे भैया यह सब सुनते तो उन्हे कैसा लगता कि तुमने मुझे ब्रा लाकर दी? अब चलो छोड़ो और आगे की कहानी सुनो.
फिर उन्होंने कहा कि अचानक ऐसा परिवर्तन कैसे? तो मैंने कहा कि यह परिवर्तन आपके लिए ही है. फिर हम दोनों नीचे गये और सब लोग मुझे ही घूर रहे थे. मुझे बहुत माज़ा आ रहा था, कि सब लोग मुझे ही देख रहे थे. तो हम लोग जैसे ही जिम में अंदर गए. वहां पर सबका ध्यान मेरे ऊपर था, क्योंकि कोई भी औरत ने मेरी तरह एकदम फिट कपड़े नहीं पहने थे. फिर हमने थोड़ी एक्ससाईज की और फिर मैंने कहा कि चलो अब तैराकी करने चलते है. तो हम लोग जिम में से निकले और फिर में चेंजिंग रूम में गयी.
मैंने वन पीस वाला तैराकी सूट पहन लिया, जो पीछे से पूरा जाली का था. और जिससे कि मेरी गांड पूरी दिख रही थी और मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. फिर में कपड़े से ढककर बाहर चली गयी और तुम्हारे भाई बाहर मेरा इंतज़ार कर रहे थे. और जैसे ही में उनके पास पहुंची, तो तुम्हारे भैया बोलने लगे कि वाह यह बहुत अच्छी है.. लेकिन अभी तक उन्होंने नीचे नहीं देखा था. फिर जैसे ही में पूल के पास पहुंची और मैंने कपड़ा उतारा तो तुम्हारे भैया ने मेरी गांड देखी और वो कहने लगे कि यह क्या है? तो मैंने कहा.
भाभी : तैराकी का सूट क्यों क्या आपको पसंद नहीं आया?
भैया : बहुत अच्छा है.. लेकिन आज से पहले तुम्हे कभी ऐसे नहीं देखा.
भाभी : यह सब खरीदने में तुम्हारे भाई की पसंद है.
में : क्या? लेकिन आपने मेरा नाम क्यों लिया?
भाभी : अरे अब तुम सुनो तो सही इसके आगे क्या हुआ?
भैया : ओह्ह मतलब आज से शॉपिंग के लिए मुझे रोहन को ही तुम्हारे साथ भेजना पड़ेगा.
भाभी : क्यों? तुम नहीं चलोगे.
भैया : नहीं.. क्योंकि मेरी इतनी सेक्सी पसंद नहीं है और रोहन को यह सब पसंद है.
भाभी : ठीक है, ठीक है.. क्या अब स्विमिंग करें?
फिर हमने थोड़ा टाईम स्विमिंग की और फिर मैंने कहा कि चलिए रूम पर चलते है.
भैया : हाँ चलो नहाकर फिर हमें घूमने भी तो जाना है.
भाभी : फिर हम रूम में आए और..
और क्या भाभी आगे भी तो बताओ सॉरी आगे में तुम्हे नहीं बता सकती?
लेकिन क्यों नहीं बता सकती? वो अभी में नहीं बता सकती कि आगे क्या हुआ? तो ठीक है फिर क्या हुआ?
भाभी : फिर हमने नाश्ता किया और तुम्हारे भैया को कहीं काम से जाना था और फिर में तुम्हारे पास आ गई.. लेकिन भाभी आप तो बीच पर गये थे क्यों वहां पर क्या हुआ?
भाभी : नहीं टाईम ही नहीं मिला.
में : तो फिर बिकनी की बुरी किस्मत.
भाभी : क्या मतलब?
में : उन्होंने बाहर की दुनिया अभी तक देखी ही नहीं.
भाभी : तो क्या हुआ हम चले चलते है.
में : कहाँ बीच पर?
भाभी : हाँ चलो चलते है.
में : ठीक है आप रूम में चलो में आपके रूम में तैयार होकर आता हूँ.
भाभी : ठीक है जब तक में भी तैयार हो जाती हूँ.
फिर मैंने जल्दी से शर्ट और केफरी पहनकर भाभी के रूम की बेल बजाई और जैसे ही में अंदर घुसा क्या नाज़ारा था? भाभी ने काली कलर की बिकनी पहनी हुई थी.. वाह वो एकदम मस्त लग रही थी.
तो फिर भाभी ने कवर ऊपर पहन लिया और फिर हम लोग रूम से बाहर निकले और लॉबी में गये लॉबी में सब भाभी को घूर घूर कर देख रहे थे और फिर मैंने रिशेप्शन पर एक प्राइवेट बोट के लिए बात कि तो उन्होंने हमे पता दिया और हमने एक टेक्सी ली और वहां पर पहुंच गये और हम उस बोट वाले को ढूँडने लगे और हमे वो बोट वाला मिला और फिर हम बोट पर चले गये और अंदर एक रूम में भाभी और में वहां पर बैठे थे और फिर वहां वो बोट वाला आया और हमसे पूछने लगा कि हमे क्या देखना है? तो भाभी कहने लगी कि हमे एक प्राईवेट बीच पर जाना है जहाँ पर कोई नहीं जाता हो.
बोट वाला : ऐसा एक बीच तो है.. लेकिन वहां पर कुछ लोग जाते है.
तो फिर हमने कहा कि ठीक है और हम वहां के लिए निकल गये. तो में कहने लगा कि..
में : क्या भाभी आपने ऐसा क्यों कहा कि हमे एक प्राईवेट बीच पर जाना है? मैंने यह बोट सिर्फ़ घूमने के लिए करवाई है.
भाभी : वो ऐसे ही.. लेकिन अगर हम इसमें घूमेंगे या कहीं पर रुक जाए तो भी उतने ही पैसे लगेंगे.
में : लेकिन आपने ऐसा क्यों कहा कि हमे ऐसी जगह पर लेकर जाओ जहाँ पर कोई नहीं आता हो?
भाभी : मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं है कि लोग मुझे घूरे वैसे भी मैंने ऐसी बिकनी पहनी हुई है उसकी वजह से लोग मुझे ज़्यादा घूरेंगे इसलिए मैंने कहा कि ऐसी जगह पर चलो जहाँ पर कोई नहीं आता हो.
में : लेकिन भाभी आप ऐसी बिकनी पहनोगी तो लोग आपको घूरेंगे ही ना.
भाभी : ऐसी बिकिनी मुझे पहनना पसंद है और मुझे छोटे कपड़े पहनना बहुत पसंद है.. लेकिन लोग घूरते है इसलिए में ज़्यादा नहीं पहनती हूँ और इसलिए में हमेशा सादे कपड़े पहना करती थी.. लेकिन यहाँ पर फिर भी थोड़ा ठीक है. मेरा बस चले तो में सिर्फ़ बिकनी में या फिर नंगी घूमूं.
में : ऐसी एक जगह है जहाँ पर आप नंगे या बिकनी में जैसे चाहे घूम सकते हो.
भाभी : हम लोग ट्राई करेंगे और अगली बार हम उस जगह पर जाएँगे.. ठीक है.
फिर हमने बोट वाले ने बुलाया उसने कहा कि वो जगह आगे है तो फिर हम बोट में उतरे और बोट वाला हमे उस जगह पर ले गया और जहाँ पर उसने हमे छोड़ा था वहां पर कोई भी नहीं था और उसने बताया कि यह पिछला हिस्सा है. इसके आगे की साइड में कुछ लोग आते है.. लेकिन यहाँ पर कम लोग आते है और वो हमे कुछ ज़रूरत के समान जैसे कुर्सी, टावल, साबुन, तेल, और कुछ सॉफ्ट ड्रिंक्स देकर चला गया.
फिर मैंने और भाभी ने कपड़े उतारे और में केफरी में और भाभी बिकनी में थी और फिर हम पानी में चले गये और तैरकर मस्ती करने लगे और फिर कुछ टाईम के बाद हम बाहर निकले और फिर हम कुर्सी पर लेट गये और सॉफ्ट ड्रिंक्स पीने लगे थोड़े देर के बाद मुझे भाभी ने कहा कि मेरी पीठ पर तेल से मसाज कर दो तो में उठा और भाभी उल्टी लेट गयी और अपने टॉप का रस्सी को खोल दिया और अब उनकी पीठ पूरी नंगी थी. उनकी पीठ को हाथ लगाते से ही मेरा लंड उठने लगा.. लेकिन मैंने सेफ्टी के लिए केफरी के अंदर अंडरवियर पहना हुआ था इसलिए ज़्यादा नहीं दिख रहा था. तो मैंने उनकी फुल मसाज की गांड और जांघ को छोड़कर बाकी सब मसाज किया. फिर मैंने भाभी से कहा कि अब में चला.
भाभी : कहाँ पर? अभी तो गांड और जांघ की मसाज बाकी है.
में : (अरे वाहह आज तो मस्त मस्त मिल्की गांड पर हाथ लगाने का मौका मिलेगा) तो ठीक है भाभी.
फिर मैंने थोड़ा सा तेल लिया और मसाज करने लगा.
भाभी : तुम तो बहुत अच्छी मसाज करते हो.
में : धन्यवाद भाभी.
भाभी : क्या तुमने इससे पहले किसी और की भी मसाज की है?
में : नहीं भाभी.
भाभी : झूठ मत बोलो मुझे पता है तुमने अपनी गर्लफ्रेंड की मसाज की है.
में : लेकिन आपको कैसे पता?
भाभी : तुम्हारे सेल फोन से.
में : मोबाइल से? कैसे
तो भाभी ने मुझे बताया कि उन्होंने मेरी गर्लफ्रेंड का मैसेज पड़ लिया था जिसमे लिखा हुआ था कि धन्यवाद जानू इस सेक्सी मसाज के लिए अब मुझे चुदाई का इंतजार है. तो मैंने कहा कि तो क्या हुआ भाभी मसाज तो में करता ही हूँ ना?
भाभी : इसलिए तो मैंने ड्राइवर से कहा कि हमे ऐसी जगह लेकर चलो जहाँ पर कोई नहीं आता हो.
में : अब समझा आपको मुझसे मसाज करवानी थी इसलिए आप मुझे इतनी दूर लेकर आए.
भाभी : हाँ चलो अब मसाज करो.
फिर में मसाज करने लगा और सोचने लगा कि काश भाभी के फ्रंट की भी मसाज कर सकूँ और देखते ही देखते भाभी के पूरे पीछे के हिस्से की मैंने मसाज कर दी और फिर भाभी से कहा कि मसाज हो गयी.
भाभी : चलो अब आगे की भी मसाज कर दो.
में : क्या?
भाभी : आगे की भी तो मसाज करनी बाकी है.
मेरे मन में लड्डू फूटने लगे और फिर जैसे ही भाभी सीधी हुई और उन्होंने उनका टॉप उतारा और अब उनके बूब्स नंगे थे वो भी मस्त फुल बड़े बड़े और फिर वो पूरी ही नंगी थी. फिर मैंने तेल लेकर उनके पेट की तेल से मसाज करने लगा फिर कमर की. तो भाभी ने कहा कि अरे यहाँ पर मेरे बूब्स बाकी है उनकी कौन मसाज करेगा? में जैसे सातवें आसमान पर था और मैंने उसी वक़्त तेल लिया और उनके बूब्स पर डाला और उनके बूब्स की मसाज करने लगा क्या मस्त लग रहा था दोस्तों.. क्योंकि इतने बड़े बूब्स तो मेरी गर्लफ्रेंड के भी नहीं थे. फिर में उनको ज़ोर ज़ोर से मसाज करने लगा और भाभी सिसकियाँ लेने लगी. फिर भाभी कहने लगी कि थोड़ा ज़ोर से दबाकर करो.
तो में उनके बूब्स को मुहं में लेकर और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा उनके निप्पल को काटने लगा क्या बताऊँ दोस्तों क्या मज़ा आ रहा था गर्लफ्रेंड के साथ भी इतना मज़ा नहीं है जितना शादीशुदा औरत के बूब्स में आता है. फिर मैंने उनके बूब्स चूसते चूसते उनकी पेंटी के अंदर हाथ डाल दिया और चूत को दबाने लगा और वो अपना हाथ मेरी कैफ्री में डालकर मेरे लंड को दबाने लगी और फिर मैंने भाभी की पेंटी उतारी और उनकी चूत को देखा एकदम साफ थी.. कहीं पर एक भी बाल नहीं था.. तो में उनकी चूत चाटने लगा और उनकी चूत चाटते वक़्त में उनकी चूत में जीभ जैसे ही डालता वो अहह अहह ऐसी आवाज़े निकालती. मुझे डर था कि सामने कोई देख ना ले और कहीं हमारी वीडियो ना बना ले..
इसलिए मैंने भाभी से कहा कि चलो बोट में चुदाई करेगें और भाभी ने कहा कि बोट का ड्राइवर? तो मैंने कहा कि उसे में बाहर भेज दूँगा. भाभी ने जल्दी से बिकनी पहन ली और उसके ऊपर टावल लपेट लिया और फिर हम लोग समान लेकर बोट में चले गये और बोट में एक छोटा सा रूम था मैंने भाभी से कहा कि आप रूम में चलो में आता हूँ. फिर में बोट ड्राईवर के पास गया और उसे 500 रूपय दिए और कहा कि जा घूमकर आ और करीब एक घंटे के बाद आना.
फिर में रूम में गया और रूम को अंदर से लॉक कर दिया.. मैंने देखा कि भाभी पूरी नंगी बेड पर लेटी हुई थी और मुझे बुला रही थी.. मैंने अपने कपड़े उतारे और उसके पास चला गया. फिर भाभी मेरे लंड को लेकर चूसने लगी और में खड़े होकर उनके बूब्स दबाने लगा और फिर कुछ देर बाद मैंने भाभी से कहा कि क्या आपने कभी 69 पोज़िशन ट्राई की है? तो भाभी ने कहा कि तेरे भैया ज़्यादा टाईम चोदते ही कहाँ है बस रात को आते है.. एक दो मिनट चूत चाटते है और 5 मिनट मुझे चोदते हुए झड़ जाते है.
तो मैंने पूछा कि क्यों भैया का बड़ा नहीं है? वो कहने लगी कि उनका तो तेरे से शायद थोड़ा बड़ा है.. लेकिन वो बहुत थके हुए आते है ना इसलिए.. लेकिन आज उन्होंने मुझे मस्त चोदा. तो में पूछने लगा कि कैसे चोदा? तो उन्होंने कहा कि तुम छोड़ो ना क्या अभी इतनी लंबी कहानी सुनाने का मेरा मूड नहीं है. फिर में बेड पर सीधा लेट गया और भाभी की चूत मेरे मुहं की तरफ और मेरा लंड उनके मुहं में और फिर ऐसे ही हम एक दूसरे को चूसते रहे करीब 15 मिनट तक. फिर में उठा और उनको सीधा किया और उनकी चूत में एक ही झटके में लंड डाल दिया. वो भी बिना कंडोम और बहुत दर्द हुआ फिर वो मस्त आवाजे निकाल रही थी अहह इईईई चोद दे इस निकिता को आह्ह्हह्ह्ह्ह जल्दी और ऐसी आवाजे सुनकर मेरी हिम्मत बड़ी और में और ज़ोर से धक्के लगाता.
फिर मैंने भाभी को कुतिया बनाया और फिर उनकी चूत में लंड डालकर सबसे ज़्यादा दर्द डॉगी पोज़िशन में ही होता है और फिर में उनको वैसे चोदने लगा और वो फिर से आवाजे निकालने लगी और फिर में उनको उसी पोज़िशन में चोदता रहा मेरी कुतिया बनाकर और वो जैसे ही चिल्लाती में उतनी ही ज़ोर से मेरे लंड को उनकी चूत में और ज़ोर से धक्का मारता. फिर मैंने उसी पोज़िशन में भाभी को 20 मिनट तक चोदा और फिर..
भाभी : बस अब मुझे तुम पानी में भी चोदोगे.
में : बाथरूम में.
भाभी : नहीं बाहर समुद्र में.
में : लेकिन किसी ने देख लिया तो क्या होगा?
भाभी : क्या कर लेगा कोई?
में : वीडियो रीकॉर्डिंग
भाभी : देखा जाएगा जो होगा
में : ठीक है.. लेकिन अगर भैया को मालूम पड़ गया तो.
भाभी : कुछ नहीं होगा बस मुझे तुम्हारे भैया को पटाने के लिए एक नई मेक्सी ख़रीदनी पड़ेगी.
फिर में और भाभी नंगे बोट के बाहर चले गये और हमने बाहर देखा तो कोई नहीं था फिर हम दोनों पानी में गये और हम दोनों ने एक दो मिनट तक नंगे किस किया और फिर मैंने भाभी को पानी में उनकी कमर को पकड़कर लेटा दिया और उनकी चूत में मेरा लंड डाल दिया और चोदने लगा और भाभी ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी. चोद मुझे मादरचोद साले ज़ोर से और ज़ोर से आआआआअ उूह्ह्ह अपनी भाभी को चोद और ज़ोर से देवर जी.. ज़ोर से चोदो. तो में ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने लगा. करीब 15 मिनट के बाद में और भाभी दोनों झड़ गये और मैंने अपना सारा वीर्य भाभी को पिलाया.
उनका पिया और वहीं पानी में नहाए और फिर वापस बोट में चले गये और रूम बंद करके बेड पर नंगे सो गये मैंने अपने कपड़ो से मेरा सिगरेट का पैकेट निकाला और जलाकर स्मोक करने लगा और भाभी पूछने कि तुम भी स्मोक करते हो? तो मैंने कहा कि हाँ भाभी हर सेक्स के बाद.. फिर भाभी ने मेरे हाथ में से सिगरेट ले ली और वो भी स्मोक करने लगी और कहने लगी कि में भी करती हूँ और कुछ देर बाद ड्राईवर आया और उसने पूछा कि हो गया? तो मैंने कहा कि हाँ चलो और फिर मैंने और भाभी ने कपड़े पहने और बाहर आ गये. तो बोटमेन कहने लगा कि..
बोटमेन : क्यों आपका ठीक से हो गया ना साहब जी?
में : हाँ हो गया.
बोटमेन : और पानी में मज़ा आया ना और फिर बीच में.
तो भाभी ने कहा कि क्यों तुझे मज़ा आया?
बोटमेन : हाँ भाभीजी बहुत मज़ा आया अगली बार फिर से मुझे ही बुलाना.
फिर में और भाभी बोट के रूम पर चले गये और बाहर रूम पर बैठकर स्मोक करने लगे और फिर कुछ देर के बाद हमारा स्टॉप आया बोटमेन ने हमे उसका कार्ड दिया और हम वहां से वापस आ गये थे ..
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पति के दोस्त ने हवस को पढ़ लिया


हेलो दोस्तों, मैं अंजली. आप लोगो को मैं तो याद ही हुंगी. मैंने अपने और अपने पति रजत के बारे में मतलब सेक्सी व्रतांत के बारे बहुत बार बताया है. आज भी मैं आपको अपने बारे में बता रही हु. मैंने रजत को इस बारे में पहले तो नहीं बताया, लेकिन कई साल बाद रजत को उस बारे में बताया. दोस्तों, मैं आपको पहले एक बार फिर से अपने बारे में बता देती हु. मैं एकदम गोरी – चिट्टी पंजाबी औरत हु और मेरी फिगर ३६-३०-३८ है. मेरी गांड पीछे से उभरी हुई है और मेरी सोसाइटी के सारे मर्द मेरे दीवाने है.
ये बात है उस समय की है, जब रजत ने अपने दोस्तों को घर पर डिनर के लिए बुलाया था. रजत का एक दोस्त था रणजीत. रणजीत हरियाणा से और लम्बा – चौड़ा गबरू जवान था. उसकी शादी होकर टूट चुकी थी. रजत ने बताया था, कि उसकी बीवी उसको शादी के कुछ ही महीनो बाद अपने घर चली गयी थी. रजत कह रहे थे, कि कुछ सेक्स प्रॉब्लम है. रणजीत को देख कर मुझे ऐसा कुछ नहीं लगा. जब वो घर आया, तो मैं तो बस देखती ही रह गयी. रजत तो अच्छी कदकाठी वाले है और उनकी हाइट ६ फिट से ऊपर है. लेकिन, रणजीत उनसे भी ज्यादा फिट थे और लम्बे – चौड़े भी.
मेरा रणजीत को इस तरह से देखना, शायद उनको अजीब लगा. लेकिन मेरी तरफ देख कर रजत मुस्कुरा रहे थे. रजत मेरे पास आये और बोले – इसका नंबर भी लगाने का इरादा है क्या? मैंने रजत की तरफ देखा, तो प्यार से एक थप्पड़ मारा और बोली – अभी तो नहीं. बाद में पता नहीं. लेकिन सच में, मेरा दिल रणजीत की पर्सनालिटी पर फिसल चूका था. मैं पूरी पार्टी में उसे ही घुर रही थी और शायद वो भी मेरी हवस को समझ गया था. रजत अपने दोस्तों के साथ बिजी थे और दारु भी काफी ज्यादा पी चुके थे. मैं अब बोर होने लगी थी और फिर ऊपर अपने की तरफ जाने लगी. रणजीत सब को छोड़ कर और उनकी नजरे बचा कर मेरे पीछे – पीछे रूम में आ गया और मेरे कमरे में घुस गया.
मैंने कमरे का दरवाजा बंद नहीं किया हुआ था. मैं कपड़े बदल रही थी. मैंने साड़ी उतार कर पलंग पर डाली हुई थी और उस समय, मैं सिर्फ ब्लाउज में थी और पेटीकोट में थी. मुझे बहुत गर्मी लग रही थी, तो मैंने अपनी ब्लाउज के बटन खोल रखे थे. रणजीत बहुत आराम से कमरे में घुसा और बिना किसी आवाज़ के कमरे का दरवाजा बोल्ट कर दिया. फिर वो मेरे पीछे आया और मेरी कमरे में हाथ डालकर मुझे पकड़ लिया. उसने मुझे अपने से चिपटा लिया. मैंने उसको बिना देखे ही कहा – आप यहाँ क्यों आ गये? आपके दोस्त क्या बोलेंगे? उनको बुलाकर, आप अपनी बीवी के साथ कमरे में मस्ती कर रहे हो?
वो चुप रहे और मैं उनके खड़े लंड का तनाब अपनी गांड पर महसूस कर रही थी. उन्होंने अपने होठो को मेरी गर्दन पर रख दिया. मुझे कुछ अलग अहसास हुआ, तो मैंने बोला – आज कुछ अलग है. तुम्हारालंड पहले से कुछ मोटा हो गया है. फिर, उनके चूसने से मैं गरम होने लगी थी. अचानक कुछ दिमाग में आया और मैं एकदम से पलटी, तो मैं चौक गयी. मैं रजत की नहीं, रणजीत की बाहों में थी. रणजीत केवल अंडरवियर में थे. उनके लंड का उभार बहुत ज्यादा बड़ा था और उनकी छाती के बाल उनकी मर्दानगी बया कर रहे थे. मैं तो उनको देख कर मदहोश सी हो गयी थी. लेकिन फिर एकदम से होश में आई.
अब तक रणजीत मेरी आँखों में उनको लेकर हवस को पढ़ चुके थे और उन्होंने मुझे अपनी बाहों में लेकर एकदम से दबा दिया और मेरा ब्लाउज निकाल दिया और ब्रा का हुक भी खोल दिया. मेरे ३६ इंच के चुचे एकदम से बाहर आ गये. मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था. रणजीत ने सब कुछ एकदम से किया था. मेरे कुछ सोचने से पहले ही, रणजीत ने अपने होठो को मेरे होठो पर रख दिया और मस्ती में चूमने लगे. उनके चूमने का अंदाज़ बहुत ही कामुक था और मैं एकदम से गरम हो गयी. उन्होंने मेरा एक हाथ पकड़ा और अंडरवियर के ऊपर से ही अपने लंड पर रख दिया.
बाप रे… क्या गरम लंड था.बी बहुत ही बड़ा और एकदम कड़क. अब मुझे समझ आ गया, कि उनकी बीवी उनको क्यों छोड़ गयी. वो सेक्स की दीवानी नहीं होगी और रणजीत की जबरदस्ती नहीं सह पायी होगी. लेकिन उसमे उसकी कोई गलती नहीं थी. रणजीत थे ही इतने हॉट एंड सेक्सी. अब रणजीत ने एकदम से मुझे बिस्तर पर धक्का दे दिया और मेरी पेटीकोट को पकड़ कर खीच लिया. उन्होंने अपने अंडरवियर को उतार दिया और उनका लंड मेरी आँखों के सामने झूलने लगा. बाप रे… कम से कम ९ इंच का होगा और ३-४ इंच चौड़ा भी होगा. एकदम सीधा और किसी बेट की तरह. फिर उन्होंने मेरी टांगो को खीचा और मेरे टांगो को फैला लिया और अपनी जीभ पेंटी के ऊपर से ही मेरी चूत पर रख दी.
बार रे… क्या मस्त चूम रहे थे वो और फिर एकदम से एक ऊँगली पेंटी के ऊपर से ही मेरी चूत में डाल दी. आआआआ मेरे मुह से जोरदार चीख निकली आआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् मर गयीआआआआआआ ईईईईईईस्सस्सस… फिर उन्होंने एकदम से मेरी पेंटी को खीच लिया और मुझे नंगा कर दिया. मेरी साफ़ और चिकनी गुलाबी चूत को देख कर उनके चेहरे की मुझे नज़र आ गयी और उन्होंने एकदम से मेरी चूत पर अपनी जीभ लगा दी. उन्होंने अपने दोनों हाथो से मेरी चूत को खोला और अपनी जीभ को एकदम से अन्दर घुसा दिया. मैं तो एकदम से तड़प उठी और मेरी मुह तेज स्स्स्सस्स्स्स आआआआ निकल पड़ा और मैं ने अपने हाथो से उसके बालो को पकड़ कर खीच लिया.
मैं तो जैसे मरने ही वाली थी. मैं रणजीत को कहा … और मत करो. डाल दो अब. और नहीं सहा जा रहा. रणजीत उठे और अपने लंड को लेकर मेरी चूत पर घिसने लगे और घिसते – घिसते एकदम से उन्होंने अपने लंड को धक्का दे दिया. बाप रे… उनका लंड एकदम से तेजी से मेरी चूत को चीर कर मेरी बच्चेदानी से जा टकराया. मेरे मुह से  आआआआआआआ आआआआआआआआअ मर गयी………. निकला. लेकिन, मैंने अपने हाथो से अपने मुह को बंद कर दिया. रणजीत मुझे देख कर मुस्कुरा रहे थे और तेजी से धक्के मार रहे थे.
मुझे तो पता नहीं क्या होने लगा था. मैं कई बार झड़ चुकी थी और अब उनके धक्के नहीं सह पा रही थी. फिर रणजीत के धक्को की स्पीड तेज हो गयी और उन्होंने अपना सारा माल मेरी चूत में ही उतार दिया. उनका माल इतना सारा था, जैसे उन्होंने सालो से चूत का स्वाद नहीं लिया था. बहुत गरम था और फिर उन्होंने एकदम से अपना लंड बाहर खीच लिया और मुझे बिस्तर में नंगा ही छोड़ कर बाथरूम में चले गये. फिर वो लंड को साफ़ करके बाहर आये और कपड़े पहन कर नीचे चले गये.
मैं थोड़ी देर में उठी. लेकिन मुझे दर्द कफी होने लगा था. मैंने अपने कपड़े लिए और बाथरूम में नहाने के लिए चली गयी. मैं थोड़ी में कपड़े चेंज करके नीचे गयी और देखा रजत के सारे दोस्त जा चुके थे और वो सोफे पर सोये. मैं उनको वहीं छोड़ कर वापस रूम में आ गयी और सो गयी. मैं सुबह उठी, तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. उस रात मेरी रजत से भी अच्छी चुदाई हुई थी. रणजीत से सेक्स का मौका मुझे फिर नहीं मिला. लेकिन, आज भी मुझे जब रणजीत का लंड याद आता है, तो मैं एकदम से गीली हो जाती हु.
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गुड़िया भाभी और उनका देवर


हेलो फ्रेंड्स.. मेरा नाम सौरव है और मेरी उम्र 20 साल है.. दोस्तों मैं आप सभी लोगों को अपनी एक रियल स्टोरी सुनना चाहता हूँ. अपनी और अपनी हॉट भाभी की.. अभी मेरी भाभी की उम्र 22 होगी और मेरे भैया एक बहुत बड़े बिजनसमैन है और तीन साल पहले की बात है जब मेरे भैया की शादी हुई.. भाभी बहुत ही सुंदर थी और वो बहुत गोरी थी. उनकी हाईट लगभग 5.5 इंच की होगी. उस वक़्त मुझे भाभी उतनी सेक्सी नहीं लगती थी और ना ही मैं उन्हे उस नज़र से देखता था. फिर दो महीने के बाद वो प्रेग्नेंट हुई और उसके कुछ दिनों के बाद मैंने देखा कि उनका शरीर बड़ा ही सेक्सी होता जा रहा था और उनकी गांड फैलती जा रही थी. बूब्स धीरे धीरे बड़े होते जा रहे थे. तो तब से मेरे दिल पर वो राज करने लगी. मैं हमेशा उन्हे गंदी नज़र से देखता था..
एक दिन शाम को वो नहाने के लिए बाथरूम में गयी थी और मैं उसी बाथरूम की खिड़की पर चढ़ा और उनको नहाते हुए नंगा देखने लगा.. ओह भगवान् मैं आपको अपना वो अहसास शब्दों में नहीं बता सकता.. उनके बड़े बड़े बूब्स लटके हुए थे, जिसे देखकर मैं पागल हो गया और फिर उस दिन मैंने मुठ मारने का रिकॉर्ड तोड़ दिया. फिर उसके बाद मैंने उन्हे देखने की बहुत कोशिश की.. लेकिन मैं सफल नहीं हो पाया.
फिर उनका बेटा हुआ और जब वो एक साल का हुआ तो मेरी भाभी और भी सेक्सी लगने लगी.. वो जब भी वो अपने बेटे को अपना दूध पिलाती तो मैं उनके बूब्स को छुपकर देखता था और अब मैंने मन ही मन उनको चोदने ठान ली थी.. लेकिन ज़बरदस्ती नहीं. मैं अक्सर उनसे मज़ाक किया करता था और उन्हे आँख भी मारा करता था. वो मुझे हमेशा बोला करती थी कि क्या आप पागल हो गए है. मैं उन्हे जवाब में सेक्सी स्माईल देता था. मैं हमेशा उनको कपड़े चेंज करते वक़्त छुपकर देखा करता था और कभी कभी वो मुझे देख भी लेती थी.. लेकिन वो मुझसे कुछ बोलती नहीं थी. इसी तरह हम दोनों के बीच की दूरियाँ थोड़ी कम हो गयी. तो एक दिन मैंने उनके कमरे में एक कंडोम का पैकेट देखा, जो बहुत पुराना था और वो शायद मेरे भैया का भाभी के लिए था. तभी उसी वक़्त भाभी कमरे में आ गयी और उन्होंने मुझे उस कंडोम के साथ देख लिया. वो बहुत शरमा गयी.. तो मैंने उसका फायदा उठाया और उनसे पूछा कि यह किसका है?
तो वो मज़ाक में बोली कि आपका ही है.. फिर मैंने थोड़ी हिम्मत करके उनसे पूछा कि यह इतना पुराना और अभी तक रखा हुआ है. तो वो गुस्से में बोली कि आप मुझसे इतना क्यों पूछ रहे हो? और जो पूछना है अपने लालू भैया से पूछिए. तो दो दिन तक मैंने इस बारे में बहुत सोचा. एक दिन घर पर कोई नहीं था.. घर के सभी लोग मेरे दादा जी से मिलने हॉस्पिटल में पटना गये थे. उस दिन घर पर सिर्फ़ मैं, भाभी और उनका बेटा था. मैं और वो साथ में टीवी देख रहे थे.. तभी अचानक से टीवी पर कंडोम का विज्ञापन आता है और वो उसे देखकर मुझसे अचानक सॉरी बोलने लगी. तो मैंने उनसे पूछा कि आपने मुझसे सॉरी क्यों कहा? तो वो बोली कि उस दिन मैंने आपसे बहुत खराब तरीके से बात कि इसलिए. तो फिर मैंने उनसे कहा कि ऐसी कोई बात नहीं और मैंने साथ में यह भी पूछा कि आपने भैया को लालू क्यों कहा? कसम से में किसी को नहीं बताऊंगा.
तब उन्होंने बताया कि आपके भैया को सेक्स करना अच्छा नहीं लगता.. वो कभी सेक्स के मूड में नहीं रहते है और शादी के बाद बस एक ही बार हम दोनों के बीच कुछ हुआ है. तो मैंने उनसे बस इतना ही कहा कि सब ठीक हो जाएगा. उसके बाद हम दोनों एक दूसरे के बहुत करीब हो गए थे. हमने साथ में दिन का खाना खाया और फिर शाम को छत पर घूमने चले गये. हम दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़ कर चल रहे थे और रोमॅंटिक बातें करने लगे. तो मैंने उन्हे अपनी इच्छा बता दी कि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो.
वो अच्छी बात है कहकर नीचे चली गयी. उनके चहरे के हावभाव देखकर मुझे लगा कि उन्हे मुझ पर बहुत गुस्सा आया. फिर भी मैं उनके पीछे पीछे नीचे गया.. तभी अचानक भैया का कॉल आया और वो कहने लगी कि वो आज रात नहीं आएँगे.. क्योंकि हाइवे पर बहुत लंबा जाम लगा था. उन्होंने कहा कि वो कल दोपहर 12 बजे तक आ जाएँगे. तो मैं यह बात सुनकर बहुत खुश हो गया और फिर भाभी किचन में चली गयी.. तो मैंने घर के सारे गेट लॉक कर दिए और मैं भी किचन में जाकर उनकी मदद करने लगा.
तभी थोड़ी देर बाद मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उन्हे पीछे से किस किया और उन्हे मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ कह दिया.. वो बोली कि प्लीज कोई देख लेगा. तो में बहुत बदनाम हो जाऊँगी और फिर मैंने अपना हाथ थोड़ा सा ढीला किया और वो घूम गयी. अब हम दोनों के चहरे एक दूसरे के सामने थे. मैंने उनके गालों पर धीरे से किस किया. वो मुझे धीरे हटाने की कोशिश करने लगी.. लेकिन फिर भी मैं नहीं हटा और उनके होंठ को चूसने लगा. दो मिनट के बाद भाभी ने भी मुझे कसकर जकड़ा और मेरे होंठो को चूसने लगी..
10 मिनट तक हम दोनों का किस चला और उसके बाद उन्होंने मुझे धीरे से धक्का देकर हटा दिया. वो बोली कि हटिए मुझे बहुत काम है और वो वहां से सीधा किचन में चली गई. फिर रात में हमने रोमॅंटिक डिनर किया और उसके बाद हम सोने के लिए चले गये और हम लोग एक साथ एक ही बेड पर सो रहे थे.. लेकिन बीच में उनका बेटा सो रहा था. वो उसको अपना दूध पिला रही थी. मुझे उनकी छाती साफ साफ दिख रही थी. मैंने उनकी कमर को सहलाना शुरू किया, तो वो तड़प उठी तभी थोड़ी देर के बाद उनका बेटा सो गया.
फिर मैं उनके पास में आकर लेट गया और पागलों की तरह किस करने लगा. उस वक़्त उन्होंने साड़ी पहन रखी थी. तो उन्होंने उठकर अपनी साड़ी खुद ही उतार दी और अब वो मेरे सामने ब्लाउज और पेटीकोट में थी.. इतनी सेक्सी लग रही थी कि मैं उन्हें देखकर ही पागल ही हो गया. मैंने उनके ब्लाउज को पकड़ कर फाड़ दिया और उनकी नाभि को चाटने लगा.. उनके पेटीकोट को खोला और उनकी दोनों मस्त सेक्सी गोरी गोरी जांघों को चाटने लगा. अब उनमे भी बहुत जोश चढ़ गया था और फिर उन्होंने मुझे दूसरे कमरे में चलने को कहा.
मैंने उनको गोद में उठाया और अपने कमरे में ले गया.. वो सिर्फ़ अपनी ब्रा और पेंटी में थी.. मैंने उनकी कुछ फोटो खींची और फिर ब्रा खोलकर उनके बूब्स चूसने लगा. मैंने उनका दूध भी पिया.. मैं उनके पूरे बदन को पागलों की तरह चाट रहा था. फिर अचानक वो उठकर कुछ लाने चली गयी. फिर वो केक वाली क्रीम लेकर आई और अपने पूरे बदन पर लगा लिया. उन्होंने मुझसे कहा कि इसे चाटो. तो मैंने वो पूरी क्रीम को कुत्ते की तरह चाट लिया. फिर हम साथ में नहाने चले गये और शावर में हमने फ्रेंच किस किया और अब उन्होंने अपनी पेंटी को उतार दिया. तो मैं उनकी चूत में ऊँगली डालने लगा.. वो धीरे धीरे सिसकियाँ लेने लगी.
मैंने ज्यादा देर ना करते हुए लंड को एक हाथ से पकड़कर चूत में डाल दिया. चूत और लंड दोनों ही पानी से गीले थे.. जिसकी वजह से लंड बिना किसी रुकावट के बड़े ही आराम से चूत की गहराईयों में चला गया. मैं धीरे धीरे धक्के देकर लंड को आगे पीछे करके चोदने लगा. पहले उन्हे थोड़ा बहुत दर्द हुआ था.. लेकिन फिर धीरे धीरे उनकी चूत का दर्द कम होता गया और हम दोनों को चुदाई का मज़ा आने लगा.. उनकी सिसकियों की आवाजों से मेरे पूरे शरीर के बाल खड़े हो रहे थे. फिर कुछ मिनट की चुदाई के बाद मैं झड़ गया और मेरा लंड छोटा होकर बाहर आने लगा और हम दोनों पागलों की तरह एक दूसरे को किस करने लगे और मैं उनके बूब्स को सहलाने लगा. फिर हम लोग बेड पर चले गये और दोनों पूरे नंगे ही एक दूसरे को किस करके सो गये. सुबह लगभग 5 बजे वो उठी और उसने मुझे किस करना शुरू कर दिया. जिससे मेरी भी नींद खुल गई. मैं भी उनके किस का जवाब देने लगा और मैं उनको फिर से नीचे पटककर चोदने लगा.
रात को मैं बहुत थक गया था, इसलिए मैं उनकी गांड नहीं मार पाया था. सुबह मैंने उनकी गांड पहले मारी और उसके बाद उनकी चूत में अपना लंड डाला और चोदने लगा. फिर धीरे धीरे मेरी स्पीड बढ़ गयी और उनकी दर्द भरी आवाज़ निकलने लगी और वो कहने लगी कि चोदो मुझे और ज़ोर से चोदो.. फाड़ दो आज मेरी चूत बना दो मुझे अपनी रांड.. मेरी चूत बहुत दिनों से प्यासी है.. बुझा दो मेरी चूत की प्यास बना लो मुझे अपनी दासी.. मुझे तुमसे यही उम्मीद थी.
फिर 40 मिनट बाद.. मेरे लंड से वीर्य उनकी चूत में उनको चोदते चोदते गिर रहा था और हम दोनों उस रात बहुत संतुष्ट हो गए. दूसरे दिन मैंने उन्हे एक गोली खिला दी ताकि वो प्रेग्नेंट ना हो. अब मेरे पास हर वक़्त उनको चोदने के लिए कंडोम रहता है. उसके बाद रोज़ हम फ्रेंच किस करते और दोपहर को जब सब लोग सो जाते, तो हम ऊपर स्टोर रूम में जाते और मैं उनके बूब्स चूसा करता था और उनको चोदा करता था. दोस्तों यह थी मेरी कहानी ..
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रेखा की मस्त चुदाई


हेलो दोस्तों.. मेरा नाम राकेश है और मैं कोलकाता में रहता हूँ.. दोस्तों मैं बहुत दिनों से सेक्सी कहानियाँ पढ़ रहा हूँ और वो मुझे बहुत अच्छी लगती है और इसलिए मेरी भी इच्छा हुई कि मैं भी अपनी कहानी आप लोगों को सुनाऊं. मेरी उम्र अभी 28 साल है और यह कहानी 4 साल पुरानी है.. उस वक़्त मेरी उम्र 24 साल थी. दोस्तों मेरी एक गर्लफ्रेंड थी जो शक्ल से ज़्यादा सुंदर नहीं थी.. लेकिन उसका शरीर बिल्कुल मदहोश कर देने वाला एकदम सेक्सी था और मैं जब भी उसको देखता था तो मेरा लंड उसे देखते ही सलामी देने लगता था.
वो उस समय 20 साल की होगी और उसके बूब्स कम से कम 36 के तो ज़रूर होंगे और वो मेरे पड़ोस में रहती थी. हमने कई बार फ्रेंच किस किया था और मैंने उसके बूब्स को भी दबाया था.. लेकिन बूब्स दबाते दबाते जब भी मैं उसकी चूत को छूना चाहता था वो एकदम से मुझे रोक देती थी. फिर मैं हर बार उसकी चूत छूने की उम्मीद में दोबारा छूने की कोशिश करता था.. लेकिन छू नहीं पता था. फिर एक दिन उसके परिवार के सभी लोग कुछ दिनों के लिए बाहर गये हुए थे और घर में, वो उसकी मम्मी और भतीजी रह गये थे और फिर मैंने देखा कि मौक़ा अच्छा है. तो मैंने उससे कहा कि मैं आज रात को तुम्हारे पास आऊंगा.. मुझे तुमसे कुछ ज़रूरी बात करनी है.
फिर मैं रात होने का इंतजार करने लगा और अपना सभी काम खत्म करके अपने रूम में चला गया और सोने लगा.. लेकिन अब मुझे नींद कहाँ आनी थी. तो करीब एक बजे में उठा और उसके घर के पास गया और दरवाज़े पर हाथ रखा तो वो खुल गया.. शायद वो पहले से ही खुला था और फिर मैं धीरे धीरे सीधा अंदर चला गया. तो मैंने देखा कि रेखा आईने के सामने खड़ी अपने बाल बना रही है तो मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया और उसके बूब्स को दबाने लगा.. क्या बूब्स थे उसके? एकदम मुलायम बड़े बड़े, मैं अपने दोनों हाथों से उसके दोनों बूब्स को बारी बारी से दबा रहा था.. खुले बाल बिना दुपट्टे के बड़ी सी गांड एकदम सेक्सी पतली कमर.. मैं उसे ऐसे पहली बार देख रहा था.
मैं पीछे से बूब्स दबा रहा था और उसकी गर्दन पर किस कर रहा था और फिर वो बोली कि बोलो क्या बोलना है? तो मैंने कहा कि तुम्हारी सुन्दरता को देखकर मैं सब कुछ भूल गया हूँ.. प्लीज आज मुझे अपने सुन्दर जिस्म का मज़ा लेने दो ना और वो शरमाते हुए बोली कि नहीं. तो मैंने कहा कि हाँ और इस तरह में लगातार उसके बूब्स को दबाए जा रहा था और उसके निप्पल को मसल रहा था और साथ ही उसकी गर्दन पर किस किए जा रहा था.. वो क्या मस्त समा था और वो बार बार मुझे रोकने का नाटक कर रही थी.. लेकिन मैंने आहिस्ता आहिस्ता अब अपना एक हाथ उसकी कमीज़ के अंदर डाल दिया था और उसकी निप्पल को मसल रहा था और वो धीरे धीरे गरम हो रही थी..
वो अपनी ज़ुबान से कुछ नहीं कह रही थी. फिर मैंने उसकी कमीज़ को उतारना चाहा.. लेकिन वो मुझे रोक रही थी और आख़िरकार मैंने उसकी एक ना सुनी और ज्यादा देर ना करते हुए उसकी कमीज़ को उतार कर फेंक दिया. फिर अब बारी थी उसकी ब्रा की तो मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया और वो एक हाथ से अपनी ब्रा संभाल रही थी और दूसरे हाथ से मुझे हटा रही थी.. लेकिन मैं इतना बड़ा कमीना उसकी कहाँ मानने वाला था और आख़िरकार मैंने उसकी ब्रा को भी उतार कर फेंक दिया और अब वो मेरे सामने ऊपर से बिल्कुल नंगी थी और मैं उसके बूब्स देख रहा था.. जैसे तो में पागल ही हो गया क्या बूब्स थे उसके? मैंने उन्हें दबाया तो बहुत था..
मैं उनको खुला हुआ पहली बार देख रहा था और मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. मैं तो उसके बूब्स को बार बार एक एक करके चूस रहा था और मस्ती में डूबा हुआ था और अब वो भी बहुत गरम हो गई थी और सिसकियाँ ले रही थी और मस्ती में आ गयी थी.. उसके मुँह से आ उहह की आवाज़ें बता रही थी कि वो कितना गरम हो चुकी है. तो आख़िरकार उसने ज़बान खोली और मुझसे कहा कि प्लीज अपनी पेंट उतारो ना. तो मैंने कहा कि क्यों तुम इसे नहीं उतार सकती?
फिर क्या था वो मेरी पेंट को खोलने लगी.. पहले बेल्ट फिर पेंट और आख़िरी में मेरी अंडरवियर.. मेरा जूनियर तो पहले ही बाहर आने के लिए बड़ा बैताब हो चुका था. बिल्कुल गरम लोहे के सरिए की तरह तनकर खड़ा था और उसकी चूत को सलामी दे रहा था. फिर जैसे ही उसने मेरे लंड को देखा उसके मुँह से आह निकल गयी.. बाप रे इतना बड़ा लंड में इसे नहीं ले सकती.. यह तो किसी जानवर की तरह है इससे तो मेरी चूत फट जाएगी.
तो मैंने कुछ नहीं कहा बस किस करना शुरू रखा.. उसके बूब्स और होंठ को किस करते करते बहुत वक़्त लग चुका था और अब मैंने अपना लंड उसे चूसने को कहा.. लेकिन पहले तो उसने मना कर दिया और फिर मेरे कई बार कहने पर धीरे धीरे चूसने लगी. मैं तो जैसे सातवें आसमान पर था और फिर आहिस्ता आहिस्ता मैंने उसकी सलवार को भी उतार दिया.. लेकिन वो पेंटी नहीं पहनती थी और उसकी चूत पर हल्के हल्के बाल थे. फिर मैंने उसे लेटा दिया और फिर उसकी चूत को चाटने लगा.. वो आहह उफ्फ्फ सीईईईई चिल्ला रही थी..
लेकिन इस बार वो मना करने की बजाए मेरा सिर अपनी चूत में दबा रही थी. इसका मतलब कि मुझे वो चूत चोदने को ज़रूर मिलेगी. फिर करीब 20 मिनट तक चूत चटवाने और उसके बूब्स मसलवाने के बाद वो बोली कि आजा मेरे राजा अब मुझसे सहन नहीं होता प्लीज डाल दे इसे. मेरी प्यासी चूत में जो भी होगा देखा जाएगा. तो मेरा जूनियर तो पहले ही तैयार था और यह सुनते ही मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और वो ज़ोर से चिल्लाई.. लेकिन मैं उसी वक़्त उसे लिप्स किस करने लगा और उसे चिल्लाने से रोक लिया.
फिर धीरे धीरे मैं अपना लंड उसकी चूत में डालने लगा और वो भी मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी और आज बड़ी मुश्किलों के बाद में अपना लंड उसकी टाईट चूत में डालने में कामयाब हो गया. वो चिल्ला रही थी और ज़ोर से और ज़ोर से फाड़ डालो इस चूत को बहुत दिनों से प्यासी है किसी रस के लिए. तो मुझे यह बात सुनकर बहुत मज़ा आ रहा था और सेक्स का मज़ा और भी बढ़ रहा था. मैं उसके बूब्स को ज़ोर जोर से दबाने लगा. फिर मैं उसकी चूत की तरफ गया.. उसकी चूत पर थोड़े थोड़े बाल थे और फिर मैंने उसकी चूत के पास एक हाथ रखा और फिर एक ऊँगली उसकी चूत में डाल दी. तो उसके मुहं से एक जोर की चीख निकल गयी. मैं उसकी चूत चाटने लगा.
धीरे धीरे उसे और मज़ा आ रहा था. फिर मैं दो उंगली डालकर ज़ोर ज़ोर से आगे पीछे करने लगा. फिर वो ज़ोर जोर से मेरा लंड हिलाने लगी और थोड़ी देर के बाद मेरे लंड ने भी उसके ऊपर अपना  वीर्य छोड़ दिया. फिर मैंने उसको उठाया और कमरे में ले गया उसको बिस्तर पर पटककर मैं उसकी चूत चाटने लगा और वो मेरा लंड चूस रही थी. फिर 10 मिनट के बाद अब उसकी चुदाई की बारी थी. फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत के छेद के पास रख दिया और उसने बिस्तर पर लेटकर अपने दोनों पैर चौड़े कर लिए.
अब मैं धीरे धीरे अपना लंड अंदर डालने लगा. आधा लंड अंदर गया तो मैंने एकदम से पूरा लंड एक जोर के धक्के के साथ अंदर डाल दिया.. उसकी चीख निकल गयी. उसकी चूत के वहाँ से खून आने लग गया फिर मैं ज़ोर ज़ोर से उसे चोदने लगा.. तो उसे भी दर्द के साथ साथ मज़ा आ रहा था. फिर मैंने अपना लंड निकाला और उसे कुतिया की पोज़िशन में बैठाया और उसकी गांड के छेद में अपना लंड धीरे धीरे धक्को के साथ डाल दिया और उसे चोदने लगा. उसके मुहं से आवाज़ आ रही थी.
फिर मैं बिस्तर पर लेट गया और वो मेरे ऊपर आ गयी और मैंने अपना लंड उसकी गांड में डाल दिया और उसके बूब्स चूसने लगा और उसे चोद भी रहा था. फिर एक घंटे तक हम एक दूसरे का मज़ा लेते रहे और फिर मैं उसकी चूत में ही झड़ गया और उसके ऊपर ही लेट गया. फिर थोड़ी देर बाद, मैं बाहर आया तो देखा कि कोई भी नहीं है सारे लोग सो रहे थे तो मैं भी चुपके से अपने घर पर जाकर सो गया और उस रात के बाद कभी मुझे सेक्स करने का मौका नहीं मिला.. लेकिन मुझे हमेशा अपना गुज़रा हुआ समय याद आता है ..
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Ajnabi ke sath sex


हैलो दोस्तो, मैं आर्यन, मैं 25 साल का हूँ और बेंगलूरु से हूँ।
यह मेरी पहली कहानी है, बात कुछ दिनों पहले की है.. मुझे एक अंजान नंबर से कॉल आया.. वो भी रात को 2.15 के करीब.. तब मैं नींद में था।
सुबह देखा तो मैंने तुरंत कॉल बैक किया.. कुछ ही देर में उधर से आवाज़ आई- हैलो..
मैं- हैलो.. हू इस दिस?
उधर से एक मीठी सी आवाज़ सुनाई दी- कैन आई टॉक विद आशिमा?
मैं- हू ईज़ आशिमा? आई डोंट नो.. तुम कौन हो और कोई आशिमा यहाँ नहीं है।
उसके बाद मैंने फोन काट दिया.. कुछ देर बाद फिर से उसकी कॉल आई।
मैं- हैलो.. आप क्यों बार-बार मुझे परेशान करती हो? आप कौन हो?
‘मैं विनी बोल रही हूँ।’
मैं- क्या काम है.. बोलो?
विनी- आप गुस्सा क्यूँ होते हो? मुझसे बात तो करो..
मैं- बोलो..
विनी- आप क्या करते हो?
मैं– कुछ नहीं.. क्या आपके लिए कुछ कर सकता हूँ?
विनी- कुछ नहीं.. बहुत कुछ… कर सकते हो।
मैं झुंझला गया- ठीक है.. अब फोन रखो।
मैंने फोन काट दिया..
फिर एक दिन बाद उसका मैसेज आया: ‘आप बहुत सेक्सी हो..’
मैंने तुरंत रिप्लाई किया: ‘तुमको कैसे पता कि मैं सेक्सी हूँ?’
‘तुम्हारे बात करने का तरीका बहुत अच्छा है।’
मैं- तुमको क्या चाहिए विनी?
विनी- मुझे तुम चाहिए सिर्फ एक दिन के लिए..
मैं– ठीक है.. तुम अपने बारे में कुछ बताओ..
विनी- मैं 20 साल की हूँ और दिल्ली में एक कॉलेज में पढ़ती हूँ।
मेरा भेजा सटक गया.. मैंने उससे बिंदास पूछ लिया- ओके.. तुमको क्या चुदाई चाहिए?<br />
मुझे हैरत हुई.. जब उसने भी बिंदास जबाव दिया।
विनी- यू आर राइट।
मैं- ठीक है.. कैसे चुदेगी?
‘लौड़े से..’
अब मुझे कुछ मजा सा आने लगा तो मैंने उससे बात करनी जारी रखी।
उसके बाद हमारे बीच रोज बात चलती रही.. बात-बात में हम लोग सेक्स की बात भी करते थे।
उसने मुझसे पूछा- तुम दिल्ली आ सकते हो?
मैंने कहा- हाँ मैं दिल्ली आता रहता हूँ और शायद अगले हफ्ते मुझे दिल्ली आना भी है।
वो बोली- ठीक है मुझे आ कर फोन करना।
मैं दिल्ली पहुँच गया और फुर्सत मिलते ही मैंने उसे फोन किया।
उसने फोन पर बताया कि मेरे मम्मी और पापा दोनों आज एक दिन के लिए बाहर जा रहे हैं।
मैंने पूछा- किधर जा रहे हैं?
उसने बताया- मेरी मामी के घर और कल दोपहर तक आएँगे।
मैंने पूछा- मैं तुम्हारे घर कब तक आऊँगा..
उसने बोला- तुम आज मेरे घर में ही लंच करना और एक दिन मेरे घर रुक जाना.. कल दोपहर को जाना..
मैंने ‘ओके’ बोल कर फोन काट दिया। थोड़ी देर के बाद मैं तैयार होकर विनी के घर चला गया और रास्ते में से 2 कन्डोम का पैकेट ले लिया।
उससे पहले मैंने कभी विनी को देखा तक भी नहीं था, उसे पहली बार देखूँगा और चोदूंगा भी!
उसके कहने के मुताबिक उसके घर पहुँच कर मैंने घंटी बजाई।
थोड़ी देर के बाद दरवाजा खुला और एक सुपर सेक्सी.. हॉट.. गोरी-चिकनी पटाखा टाइप की लौंडिया मेरे सामने खड़ी थी.. मैं उसे देखते ही परेशान हो गया और मन में सोचा इतनी सुंदर लड़की से मैं फोन पर बात करने को मना कर रहा था।
उसने मुझसे पूछा- क्या तुम ही आर्यन हो?
मैंने कहा- हाँ.. और क्या तुम ही विनी हो?
‘यस डार्लिंग.. अन्दर आओ।’
जैसे ही मैं अन्दर गया.. घर देखता ही रह गया.. वो बहुत ही सुंदर घर था।
हम लोग थोड़ी देर बात करते रहे और इसी बीच उसने चाय बना ली हम दोनों ने बात करते-करते चाय भी पी।
फिर उसने मुझसे पूछा- आर्यन.. मैं कैसी लग रही हूँ?
मेरे मुँह से निकला- क्या मस्त सेक्सी लग रही हो यार..
वो लाल रंग के टॉप और एक नीले रंग की चुस्त जीन्स में.. पूरा पटाखा माल लग रही थी। मैंने उसको उत्तर देते ही तुरंत उसको चूम लिया और ‘आइ लव यू’ बोल दिया।
उसने बोला- बस एक ही चुम्बन करोगे?
‘नहीं जानू.. जी तो चाहता है कि पूरा दिन रात बिना खाए-पिए तुम को चुम्बन ही करता रहूँ।’
‘तो करो न.. किसने मना किया।’
मैंने वक्त बर्बाद ना करते हुए तुरंत उसके गालों से लेकर होंठों तक करीब 15 मिनट तक जबरदस्त चुम्मियां कीं। उसने भी अच्छा रिस्पांस दिया। वो भी मेरी जीभ को चूस कर खा रही थी।
वो अति चुदासी होकर बोल रही थी- आज मुझे खुश कर के ही जाना।
‘चिंता मत करो डार्लिंग.. आज हर तरफ से पूरा खुश कर दूंगा।’
उसके बाद मैं धीरे-धीरे उसके मम्मों को टॉप के ऊपर से ही दबाने लगा।
वो बोल रही थी- आह्ह.. तुमने क्या जादू किया है.. मुझे बहुत मजा आ रहा है.. ज़ोर-ज़ोर से दबाओ.. ओह्ह.. रुको मैं टॉप उतार देती हूँ।
उसने बड़ी बेताबी से टॉप को उतार दिया उसके अन्दर लाल रंग की ब्रा और 34 साइज़ की तने हुए मम्मे.. मैं तो पागलों की तरह उनको दबाने और मसलने लगा।
कुछ देर तक उसके दूध दबाने के बाद उसकी ब्रा को भी निकाल दिया।
हाय क्या गोरे दुद्धू.. 34 नाप के और गुलाबी टिट.. मेरे मुँह के सामने थे।
मैंने एक दूध को पकड़ा और दूसरे को चूसना स्टार्ट कर दिया।
वो मादक स्वर में चिल्ला रही थी: ‘खा जाओ इनको.. बहुत तंग करती है ये जवानी.. निचोड़ लो मेरे ये दूध.. आह्ह.. आज तुम इनको निचोड़ कर खा जाओ।’
मैं उसके मम्मों को भंभोड़ते हुए उसके चूतड़ों तक हाथ ले गया और उसकी गाण्ड को दबाने लगा।
थोड़ी देर में मैंने उसकी जीन्स को भी निकाल दिया और साथ में उसकी लाल रंग की पैन्टी भी उतार फेंकी। वाह क्या चूत थी यारो.. फुल शेव और गोरी.. चूत में एक भी दाग नहीं था। मैं देखते ही चूत पर टूट पड़ा और उसकी चूत को चुम्बन किया। उसकी चूत पूरी गीली हो गई थी। उसको टेबल के पास खड़ा करके पीछे से उसकी चूत से लेकर गाण्ड तक चाटने लग गया।
कुछ देर के बाद वो पलटी और उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया। मेरा लंड देख कर वो खुश हो गई और बोली- वाउ जानू.. कितनी अच्छा लंड है तुम्हारा.. अच्छे से चोदोगे न मुझे?
मैं बोला- देखना मैं कैसे मस्त चोदता हूँ तुमको.. मजा आ जाएगा। मेरा लंड 7 इंच का है।
यह कहते ही वो मेरा लंड हिलाने लगी।
वो चूत में ऊँगली करते हुए अपने मुँह से ‘सीईए.. उफफफ्फ़.. एसस्सस्स..’ की आवाज़ करने लगी।
कुछ देर हिलाने के बाद मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया और देखते ही देखते उसने मेरे लंड को मुँह में भर लिया और मजे से चूसने लगी।
वो इतना मस्त चूस रही थी जैसे उसको बहुत अनुभव हो।
करीब 10 मिनट चूसने के बाद वो खुद लेट गई और बोली- जानू अब चोदो मुझे.. अब बर्दाश्त नहीं हो रहा.. फाड़ दो इस निगोड़ी चूत को.. लेकिन ज़रा धीरे-धीरे अन्दर डालना.. मेरा पहली बार है
मुझे उसकी इस बात पर विश्वास नहीं हुआ.. पर उसकी खुली चूत देख कर चोदने को तैयार हो गया और उसकी चूत के ऊपर अपना लौड़ा रख कर रगड़ने लगा।
मैं चूत के दाने के ऊपर भी सुपारा रगड़-रगड़ कर उसकी चूत को सहला रहा था। उसकी चूत पूरी गीली हो गई थी।
अब वो चिल्ला रही थी- चोदो ना… चोदो मुझे.. जल्दी चोदो..
मैंने एक ज़ोर का धक्का दिया तो मेरा पूरा लंड उसके अन्दर घुसता चला गया। वो जोर से चिल्लाने लगी.. मैंने जल्दी से उसके मुँह बंद किया वरना आस-पास के लोगों को पता लग गया होता और मेरी बैंड बज गई होती।
फिर जब उसको थोड़ा आराम हुआ तो मैंने धीरे-धीरे धक्के मारना चालू किए। कुछ देर धीमी गति से लौड़ा पेला और जब थोड़ा रस आ गया तो मैंने चुदाई की रफ़्तार बढ़ा दी।
‘फच.. फच..’ की आवाज से पूरा कमरा गूंज रहा था।
अब वो भी गाण्ड हिला-हिला कर मेरा साथ दे रही थी। कुछ देर ऐसे चोदने के बाद मैंने उसको डॉगी स्टाइल में भी चोदा।
करीब 10 मिनट चोदने के बाद उसकी चूत में ही झड़ गया। बाद में मुझे याद आया कि मैं कन्डोम लगाना भूल ही गया था।
उसने कहा- कोई बात नहीं.. मैं आई पिल ले लूँगी।
फिर बस कुछ देर यूं ही चिपक कर प्यार करने के बाद मैंने उसको उस दिन तीन बार चोदा। रात को भी उसकी चुदाई की और फिर उसकी गाण्ड भी मारी।
फ़िर उसने बताया कि वो किसी अन्जान आदमी से अपनी पहली चुदाई करवा कर अपनी सहेलियों को कुछ नया करके दिखाना चाहती थी।
उसके बाद क्या-क्या हुआ.. वो सब मैं आपको अगली कहानी में बताऊंगा।
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