मेरा नया पति अमित


हैल्लो दोस्तों.. मेरा नाम राज है और मेरी उम्र 22 साल है.. लेकिन में बहुत समय पहले से ही सेक्सी कहानियाँ पड़ता आ रहा हूँ. वो मुझे बहुत अच्छी लगती है और आज में अपनी एक सच्ची कहानी आप सभी को सुनाने जा रहा हूँ. वैसे यह मेरी पहली कहानी है.
दोस्तों यह उन दिनों की बात है.. जब में 12वीं में था और अब मुझे लंड हिलाने का चस्का लग चुका था और मैंने बहुत सी ब्लू फिल्म जमा की थी.. जिनको देखकर में अपने लंड को हिलाता था.. लेकिन उनमें मुझे लड़को का लंड बहुत आकर्षित करता था और हमारी पुरानी बिल्डिंग में हमारे बहुत से फैमिली फ्रेंड्स रहते थे और हम लोग हमेशा एक दूसरे के घर आया जाया करते थे और मेरे एक दोस्त का नाम अमित था.. जो कि मुझसे 4 साल बड़ा था.
में बहुत बार उसके घर पर आया जाया करता था और जब उसके घर पर कोई नहीं रहता.. तो में उसकी माँ और बहन की ब्रा और पेंटी को पहनकर अपने लंड को शांत किया करता था और इन सब चीज का तो मुझे जैसे चस्का ही लग गया.. आज भी मुझे बहुत अच्छी तरह से याद है और उस दिन सोमवार था.. में कॉलेज से जल्दी आया था.. उस समय दोपहर के तीन बजे होंगे.. अमित की मम्मी हमारे घर पर बातें कर रही थी.
फिर मैंने अपने घर पर कह दिया कि में अमित के घर पर जाता हूँ और में आंटी से उनके घर की चाबी लेकर उनके घर चला गया. दोस्तों लेकिन मैंने आप सभी को अमित के बारे में बताया ही नहीं.. उसकी लम्बाई करीब 5.10 इंच होगी और वो एक छोटे से लंड का था.. यह मुझे बाद में पता चली.. लेकिन चलो अब में अपने मुद्दे पर आता हूँ. फिर में उसके घर गया और उसके घर में टीवी देखने लगा और आवाज़ ज्यादा कर दी.. जिस वजह से घर के अंदर क्या चालू है.. इसकी आवाज़ बाहर ना जा सके. फिर मैंने देखा कि अमित के घर के बाथरूम का दरवाजा तो खुला हुआ है और में मन ही मन में खुश हो गया और मेरा लंड उसकी बहन की पेंटी की खुशबू लेने के लिए तड़प रहा था. अरे हाँ उसकी बहन का नाम शालिनी था और वो बहुत सेक्सी लड़की थी.. उसके बूब्स और गांड को देखने के बाद से मेरा लंड उसकी चुदाई करने के मौके तलाशने लगा था और उसकी चूत के लिए तड़प रहा था और मुझे बाद में पता चला कि वो भी बहुत से लड़को से कई बार चुद चुकी है.
फिर मेरा दिमाग़ बिल्कुल भी काम नहीं कर रहा था.. तो मैंने उसके घर की अलमारी को खोला और उसकी माँ की काली कलर की पेंटी को बाहर निकाला और सफेद कलर की ब्रा पहन ली और उसकी बहन की एक लाल कलर की पेंटी को अपने साथ लेकर उसे सूंघने लगा.. वाहअह्ह्ह्ह क्या खुश्बू थी उसकी चूत की.. में उसे सूघंने में इतना व्यस्त हो चुका था और में दरवाजे को लॉक करना भूल गया था और में ब्रा और पेंटी को पहनकर उसके बेडररूम में चला गया और अपने लंड को बेड पर लेटकर सहलाने लगा और बिल्कुल ही में भूल गया था कि अमित के पास दूसरी चाबी थी उसके घर की और थोड़ी देर लंड को सहलाने के बाद में उसकी माँ और बहन को सोचकर ज़ोर ज़ोर से लंड को हिलाने लगा.. करीब 10 मिनट गुज़रे होंगे और तभी मेरी नज़र बेडरूम के दरवाजे पर पड़ी.. तो मैंने देखा कि अमित मुझे देख रहा है.. में बहुत घबरा गया और घबराकर में उसके हाथ जोड़ने लगा.
फिर मैंने कहां कि तू प्लीज यह बात किसी को मत बताना.. लेकिन उसने मुझे बहुत गुस्से से देखा और मुझे दो थप्पड़ लगाए.. तो मैंने भी रोते हुए उससे कहा कि तू जो कहेगा में वो करूँगा.. तो वो हंस दिया और कहां कि आज कल मादरचोद तू बहुत मस्ती कर रहा है और मेरी माँ की पेंटी पहनता है.. तेरी तो आज में गांड मारूँगा.
फिर में मन ही मन में बहुत खुश हो गया.. खुश होकर में वैसे ही चलते हुए ब्रा और पेंटी में उसके पास गया.. तो उसने मेरा हाथ अपने लंड पर रखा और मुझे ज़िप खोलने के लिए कहा. फिर मैंने उसकी पेंट की ज़िप खोल दी और उसने मेरा मुहं ज़ोर से अपने अंडरवियर पर दबाया.. मुझे वो लंड की खुशबु आई और में उसके लंड को वैसे ही चूसने लगा.. वो सिसकियां ले रहा था.. हहहहहहहहह् मेरी रांड चूस मेरे लंड को.
फिर मैंने उसकी अंडरवियर से उसका लंड बाहर निकाला और उसकी गोटियों को सहलाने लगा.. वो सिसकियाँ ले रहा था.. अह्ह्ह मज़ा आ रहा है.. आज से तू मेरी बीवी बनेगा.. अह्ह्ह उह्ह्ह. फिर उसके बाद मैंने उसका लंड उसकी अंडरवियर से बाहर निकाल दिया और मुझे वही दिखा जो मुझे चाहिए था.. क्या मस्त लंड था.. उसके मोटे लंड को चूसने लगा और वो मेरे निप्पल को ब्रा के ऊपर से दबा रहा था और में उसका लंड चूस रहा था.. क्या नज़ारा था और वो चिल्ला रहा था.. अह्ह्ह उह्ह्ह. तू आज से मेरी रखेल है.. चूस और ज़ोर से मेरा लंड अहह भड़वे अहह और मुझे भी उसका लंड चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर थोड़ी देर में वो बोला कि वो झड़ने वाला है.. तो मैंने कहां कि मेरे राजा मेरे मुहं में ही डाल दे.. अहह रंडी ले मेरा पानी अह्ह्ह्ह. यह कहकर उसने अपना सारा वीर्य मेरे मुहं के अंदर डाल दिया और फिर हम दोनों वैसे ही बेड पर लेट गये.. वो शायद झड़ने के बाद थक गया था.. लेकिन अब मेरे लंड का बुरा हाल था और अब मेरा लंड पूरे जोश में था और उसने अपनी दोनों आँखे बंद की हुई थी.. मैंने उसकी साइड में लेटकर उसकी बहन की पेंटी में मुठ मारने लगा.. तभी वो पलट गया और उसने मेरे निप्पल चूसने शुरू किए.. अह्ह्ह्हआ नहीं. उस समय मुझमें एक लड़की नाच रही थी और उसको निप्पल चुसाने के बाद मेरा भी वीर्य निकल गया और वो यह देखकर बोला कि अब फिर से मेरी बारी..
लेकिन इस बार में तेरी गांड मारूँगा. फिर यह बात सुनकर मुझे भी बहुत अच्छा लगा.. लेकिन मैंने थोड़ा डरने का नाटक करते हुए उसको मना कर दिया.. तो उसने मुझे प्यार से मेरे गाल पर किस किया और में शरमा गया. फिर उसने कहां कि आज से तेरा नाम राज नहीं है. फिर मैंने पूछा तो क्या है? वो बोला कि आज से तू मेरी रानी है और आज से में जो कहूँगा.. तू वो करेगा और मैंने हाँ भी भर दी.
फिर वो बाहर दूसरे कमरे में जाकर एक तेल की शीशी उठा लाया और मुझसे कहा कि में उसका लंड चूसूं और फिर में उसका लंड सहलाने लगा.. उसे ज़ोर ज़ोर से पकड़कर मुहं में हिलाने लगा.. अह्ह्ह अमित में तेरी रांड हूँ फाड़ दे आज मेरी गांड को.. ऐसा कहकर उसे में मज़े देने लगा और फिर से उसका बड़ा काला लंड मेरे मुहं में था.
फिर उसने मुझे उल्टा लेटाकर मेरी पेंटी उतार दी.. धीरे धीरे मेरी गांड में तेल डाला और एक उंगली.. फिर दो उंगलियां. ऐसा करते करते उसने मेरी गांड का छेद बड़ा कर दिया और मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था.. में सिसकियाँ ले रहा था. फिर उसने अपने लंड का सुपड़ा मेरी गांड के छेद पर रखा और धीरे से धक्का लगाया तो मुझे थोड़ा दर्द हुआ.. लेकिन बहुत अच्छा भी लग रहा था. फिर उसने धीरे धीरे करते हुए पूरा का पूरा लंड मेरी गांड में डाल दिया.. हाहहहह और मेरी गांड में उसका लंड कितना मस्त लग रहा था.. मेरी गांड मारते मारते हुये अमित बोल रहा था कि वाह! क्या कोमल गांड है तेरी.. अब तो में तेरी हर रोज गांड मारूँगा भड़वे.. ले और ले मेरा लंड और मेरी गांड उसके थप्पड़ो की वजह से एकदम लाल हो गयी थी.
फिर मैंने कहां कि देख तेरी माँ की ब्रा कितनी मस्त है.. मुझे तो इसे पहनकर एक लड़की बना दिया जाये.. अहह साले हाँ और मार ले.. अपनी बहन की गांड मार और वो भी मेरी यह बात सुनकर जोश में आ गया और कहने लगा.. आहह उह्ह्ह शालिनी में तुझे चोदूंगा रंडी.. तेरी गांड मारूँगा.. अहह. फिर दो तीन झटको के बाद वो मेरी गांड के अंदर ही झड़ गया.. लेकिन उस दिन से में हफ्ते में एक बार तो अमित से गांड मरवाता ही हूँ.
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बाबा की दवाई


हेल्लो फ्रेंड्स.. में देव एक ऐसी घटना जो हमारे समाज की कुरीतियों को बयान करती है और मेरे जैसे भाभीयों के देवर को भाभीयों की जमके चुदाई करने का मौका देती है.. पढ़िये मेरे साथ घटी इस घटना को. मेरी भाभी मधु.. थोड़ी हेल्थी भरा हुआ बदन, बड़ी बड़ी चूचीयाँ, बड़ी सी गांड और खूबसूरत आँखें.. जब से वो शादी करके आई है तब से में उसे चोदने को बेकरार था.
तब भाभी इतनी मोटी नहीं थी पर सेक्सी बहुत थी.. अमित भैया हमारे सामने ही भाभी की चूचियों से खेलते और भाभी सेक्सी सिसकियाँ भरती थी और में सिर्फ़ अपना लंड मसलते हुये रह जाता था. धीरे धीरे वक़्त बड़ता गया और भाभी की एक के बाद एक 5 लड़कियाँ हुई.. भाभी काफ़ी परेशान थी और उसे किसी भी कीमत पर एक बेटा चाहिये था.
फिर किसी ने भाभी को बताया कि चंदन नगर गावं मे एक बाबा रहते हैं.. जो कि कुछ ऐसी दवाई देते हैं और जिससे बेटा पैदा होने की गारंटी होती है.. भाभी तब मेरे पीछे पड़ गयी कि मे उसे उस बाबा के पास ले जाऊं.. में उसे अपनी बाईक पर बैठाकर बाबा के पास ले गया और रास्ते भर भाभी मेरे साथ चिपक कर बैठी रही. उसकी चूचियाँ मुझे उसे चोदने को ललकार रही थी.. ऐसा लग रहा था कि भाभी को अभी चोद दूं..
लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा और उसे बाबा के पास ले गया. फिर बाबा ने कहा बेटी ऐसे नहीं.. जब तुम्हारा पीरियड शुरू हो और उसका अंतिम दिन हो.. जब तुम आना और में तुम्हे दवाई दूँगा. फिर देखना तुम्हे बेटा ज़रूर पैदा होगा.
फिर एक दिन मैंने देखा कि भाभी सुबह सुबह तैयार हुई.. उन्होंने एक पीले कलर की साड़ी और मेचिंग ब्लाउज पहने हुये भाभी एकदम मस्त लग रही थी.. अगर इस तरह से भैया उसे देख लेते तो शायद आज काम पर ही नहीं जाते और दिन भर भाभी को चोदते.. लेकिन भैया घर पर नहीं थे. भाभी ने मुझे आवाज़ लगाई कि चलो बाबा जी के पास जाना है.. में भाभी को अपनी बाईक पर बाबा के पास लेकर गया..
उस दिन भी भाभी मेरे साथ चिपक के बैठी थी और जिससे मेरी नियत खराब हो रही थी. मेरा लंड पेंट के भीतर ही उछल रहा था.. शायद मेरी हालत को भाभी भी समझ रही थी. फिर भी वो मुझसे चिपक कर बैठी हुई थी.. हम बाबा की कुटिया मे पहुँचे.. बाबा ने कुछ मंत्र पढ़े और भाभी को एक पुड़िया केले के साथ खाने के लिए दी और कहा कि बेटी इस दवाई को केले के साथ अभी खा लो और आज ही जाकर अपने पति के साथ संभोग करना.. तुम्हे ज़रूर बेटा होगा.
भाभी काफ़ी खुश थी. फिर हम वापस लौट रहे थे.. लेकिन मौसम का मिज़ाज कुछ खराब था और हम गावं के रास्ते को पार करते हुए कुछ खेतों के बगल से गुजर रहे थे.. जहाँ दूर दूर तक कोई घर नहीं दिख रहा था. हम चले जा रहे थे कि अचानक तेज बारिश शुरू हो गयी.. में इधर उधर देखते हुए काफ़ी तेज बाइक चलाने लगा.
फिर अचानक से रास्ते के किनारे थोड़ी दूर खेत की तरफ एक झोपड़ी दिखाई दी.. मैंने बाइक रास्ते पर रोक दी और भाभी से कहा कि जल्दी उस झोपड़ी मे चलो.. भाभी बाईक से उतरकर झोपड़ी की तरफ भागी और में भी बाइक खड़ी करके झोपड़ी में चला गया. हम बारिश से बच गये थे.. कुछ भीगे ज़रूर थे.. लेकिन राहत थी कि पूरी तरह से भीगे नहीं.. लेकिन भाभी इतनी ज़रूर भीगी थी कि उसकी साड़ी उसके ब्लाउज के साथ चिपक गयी थी और बारिश की कुछ बूंदे उसकी नाभि के पास झलक रही थी.
भाभी अपनी आँचल को अपने सीने से हटाकर उससे अपना मुँह पोंछ रही थी.. जिससे ब्लाउज से निकलती हुई उसकी चूचियां मुझे पागल बना रही थी.. लेकिन अचानक से भाभी का फोन बजा.. भाभी ने देखा कि भैया का फोन आया था.. तभी भाभी ने फोन पर बात की और उसके बाद भाभी का चेहरा उतर गया. फिर मैंने भाभी से पूछा कि क्या हुआ? पर उसने मुझे कुछ बताया नहीं.. वास्तव भैया का फोन आया था कि आज भैया घर नहीं आयेगें.. उन्हें काम के लिए आउट ऑफ स्टेशन जाना पड़ रहा है. ये बात मुझे बाद में पता चली.. भाभी का चेहरा बिल्कुल उतरा हुआ था.. लेकिन में तो उसकी मस्त चूचियों मे नज़र रखा हुआ था.
अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था. फिर मैंने अपना एक हाथ धीरे से भाभी की कमर पर डाला.. तो भाभी ने हल्की सी अपनी सांस उपर की तरफ खींचा.. लेकिन मैंने अपना दूसरा हाथ भाभी के पेट में डालकर उसके पेट और नाभि को सहलाने लगा. भाभी अब धीरे धीरे और ज़्यादा मुझसे चिपकने लगी.. जैसे ही मुझे लगा कि अब भाभी विरोध नहीं करेगी. फिर मैंने ज़ोर से भाभी को अपनी बाहों मे खींच लिया और उसे किस करने लगा और अचानक से भाभी मुझसे खुद को छुड़ाकर पीछे घूम गयी.. लेकिन मेरे लिए अब रुकना मुमकिन नहीं था. मैंने पीछे से भाभी की चूचियों को ब्लाउज और साड़ी के ऊपर से ही मसलने लगा.. भाभी सिसकियाँ लेने लगी. मैंने उसकी साड़ी का पल्लू नीचे गिरा दिया और ब्लाउज के हुक्स खोल दिए.. भाभी ने ब्रा नहीं पहनी थी तो उसकी चूचियां बाहर निकल गयी.. जिन्हें में बेदर्दी से मसलने लगा.
मुझे काफ़ी मज़ा आ रहा था और अब में बिल्कुल भी रुकना नहीं चाह रहा था. मैंने अपना हाथ नीचे की तरफ ले जाकर भाभी की साड़ी को उपर उठाया.. पूरी गांड अब मेरे सामने थी. यारों क्या बोलूं.. सिर्फ़ उस घटना को याद करते हुए लिखने से ही मेरा तो लंड खड़ा हो रहा है.. पता नहीं आप लोगों का क्या हो रहा होगा? जैसे ही उसकी गांड मेरे सामने नंगी दिखी.. में उसकी गांड दबाने लगा.. इसी दौरान में और भाभी दोनों चुप ही थे.. सिर्फ़ हमारी सिसकियाँ निकल रही थी. मैंने अपनी पेंट उतार दी और मेरा लंड अब भाभी को चोदने के लिए तैयार खड़ा था. फिर मैंने भाभी को दीवार के सहारे थोड़ा सा झुकाया.. जिससे भाभी की चूत बिल्कुल उभर कर मेरी आँखों के सामने आ गयी और मैंने सीधा अपना लंड भाभी की चूत मे डालकर उसे चोदने लगा.. भाभी को चोदते हुए मैंने अपना सारा माल भाभी की चूत मे डाल दिया. फिर हम अलग हुए और अपने कपड़े ठीक किये.. तभी अचानक से भाभी ने मुझे एक किस किया और कहा कि थैंक यू. में कुछ समझ नहीं पाया और चुप ही रहा.. बारिश रुकी और हम घर आ गये.
फिर ना तो कभी मैंने और ना ही भाभी ने उस बारे मे कोई बात की.. बाबा की दवाई का असर हुआ और भाभी प्रेग्नेंट हुई.. बाद में उसे एक चाँद सा लड़का पैदा हुआ. मैंने लड़के को देखा और भाभी से कहा कि भाभी मुबारक हो. बाबा की दी हुई दवाई ने तुम्हारे अरमान पूरे किए.. उस समय घर पर कोई नहीं था.
फिर भाभी ने मुझे पास बुलाया और मुझे एक जोरदार किस किया और कहा कि.. हाँ बाबा की दवाई ने और तुम्हारे वीर्य ने. ये तुम्हारा ही बेटा है.. थैंक यू. उस दिन दवा खाने के बाद मुझे सेक्स करना ज़रूरी था और तुम्हारे भैया आउट ऑफ स्टेशन थे.. अगर उस दिन तुम मेरे साथ सेक्स नहीं करते.. तो शायद मुझे ये ख़ुशी कभी नहीं मिलती.. यह कहकर उसने मुझे फिर एक बार किस किया. में भी अब जोश मे आ गया और उसकी चूचियों को दबाने लगा.. लेकिन उससे आगे भाभी ने मुझे बड़ने नहीं दिया.. क्योंकि उस समय भाभी सेक्स करने के लायक नहीं थी. आज भी सिर्फ़ मुझे और भाभी को ही पता है कि वो बच्चा मेरा है और अब हमें जब भी मौका मिलता है.. तो खुलकर सेक्स करते है.
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दीदी की मदद से मिली मामी


हैलो दोस्तो.. मेरा नाम रोहित है. सबसे पहले में अपने बारे में बता देता हूँ.. मेरी उम्र 20 साल हाईट 5.8, मजबूत शरीर, लंड 7 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है और में नागपुर से हूँ और मेरी दीदी नेहा और मामी का नाम नीतू है.. उम्र 26 साल, हाईट 5.5, फिगर 38-32-38 और रंग साफ़ है. मेरे मामा की शादी को सिर्फ़ एक साल हुआ था तो उनके कोई बच्चा नहीं था. में और मेरी मामी काफ़ी फ्रेंक है क्योंकि उनकी और मेरी उम्र में ज्यादा अंतर नहीं है.. वो मुझसे मेरी गर्लफ्रेंड्स के बारे में पूछती रहती थी और मुझे काफ़ी छेड़ती भी थी.
उस दिन के बाद मैंने मेरी बहन के साथ काफ़ी बार सेक्स किया.. लेकिन रोज रोज नहीं. लेकिन महीने मे 2-3 बार करता था लेकिन मेरी खुशी को किसी की नज़र लग गई और मेरी मामी हमारे यहाँ 6 महीने के लिए रहने आ गई.. क्योंकि मामा को ऑफिस के काम की वजह से मुंबई जाना पड़ा. मेरे मम्मी पापा दोनो जॉब करते है तो ज्यादातर टाईम में मामी और बहन ही घर पर रहते थे और मामी की नज़र से बचते हुये हमने 2-3 बार और सेक्स किया.. लेकिन अब हम दोनों से रहा नहीं जा रहा था.. लेकिन हम कुछ कर भी नहीं सक़ते थे.
एक दिन मेरा फोन मेरे रूम में ही छूट गया. सुबह के वक़्त मम्मी पापा रोज 9 बजे ही जॉब पर जाते है तो में उसे लेने के लिए रूम में गया तो उस वक़्त मामी नहा रही थी और जैसे ही मैंने फोन उठाया वैसे ही मामी बाहर आई. मामी के बदन के ऊपर सिर्फ़ लम्बा वाला टॉवल ही था.. लेकिन लेकिन मामी की क्लेवेज और मोटी और नंगी जांघ देखकर में पागल हो गया और मेरा लंड खड़ा हो गया.
ये सब कुछ सेकण्ड मे हुआ और में मामी को सॉरी बोलकर रूम से बाहर आ गया. उस दिन मैंने सोच लिया कि में मामी को चोदकर रहूँगा.. तो मैंने अपनी बहन को इस बारे मे बताया तो वो बोली कि ट्राई करके देखते है. एक महिना हो चुका था और मामी के चेहरे पर थोड़ी उदासी थी.. क्योंकि उनकी चुदाई नहीं हो रही थी.. ये मुझे मेरी बहन ने बताया. अब मैंने अपना गेम स्टार्ट कर दिया और अब जब भी में नहाने जाता तो टॉवल ले कर नहीं जाता और मामी मुझे ला कर देती थी और में अपनी बॉडी मामी को दिखाता और एक दिन जब मामी आई तो मैंने जानबूझ कर फिसलने का नाटक किया उस वक़्त मामी ने मुझे गिरने से बचाया और मेरा खड़ा लंड देख लिया और शरारती स्माईल देकर चली गई. उस दिन से मामी मुझसे बहुत ज्यादा फ्रेंक हो गई.
अब वो मुझसे खूब चिपकती और कभी कभी नहाते वक़्त टॉवल भी मांगती थी और उस वक़्त थोड़े से बूब्स भी दिखाती थी. जब में घर से बाहर जाता या वापस आता तो मुझे हग भी करती थी. अब मैंने थोड़ा आगे बड़ने की सोची और मैंने अगले दिन अपनी बहन को बाहर जाने को बोला ताकि मामी और में अकेले रहे और में उस दिन लेट उठा तो मामी कुछ बना रही थी. ये सारी बातें मेरे मम्मी पापा जब घर पर नहीं होते थे तब ही होती थी. मैंने पीछे से मामी हो हग किया.. गुड मॉर्निंग मामी.
मामी : गुड मॉर्निंग.. रोहित जल्दी से ब्रश कर लो.. में नाश्ता लगाती हूँ.
में : ओके में जल्दी से ब्रश करके आया.. फिर नाश्ता भी किया और में फिर नहाने चला गया और मामी को पीठ घिसने बुलाया और में नंगा ही बैठा था.
मामी : ये क्या है?
में : अरे मामी.. अब तुमसे क्या छुपाना.
लेकिन मामी ने सब जल्दी जल्दी किया और वो वहां से जाने लगी.. लेकिन फिर मैंने मामी को पीछे से हग करते हुये दबोच लिया और बोला कि मामी आई लव यू और मेरा खड़ा लंड मामी की गांड से चिपक गया था.
मामी : ये ग़लत है रोहित.. में तुम्हारी मामी हूँ.
मैंने मामी को सीधा किया और उनकी आँखों मे देखते हुये उनसे बोला कि मामी मुझे पता है यू लव मी और मैंने उन्हें किस करना स्टार्ट कर दिया. पहले वो थोड़ा मना कर रही थी लेकिन थोड़ी देर के बाद वो मेरा साथ देने लगी.. मैंने मामी का गाउन उतार दिया. मामी ने पिंक कलर की ब्रा और पेंटी पहन रखी थी. मैंने उनकी ब्रा उतारी और उनके बूब्स को चूसने लग गया. करीब 3 मिनिट तक बूब्स चूसने के बाद मैंने उनकी पेंटी उतारी फिर उनकी चूत को चूसने लगा तो वो मेरा सर उनकी चूत में दबाने लगी और आह आह और लंबी लंबी सांसे भरने लगी.
यह सब कुछ 2 मिनिट तक चल रहा था. मामी बोली जानू अब मुझसे रहा नहीं जा रहा.. शांत कर दो मेरी इस आग को.. दे दो मुझे दुनिया की सबसे बड़ी खुशी.. ये सुनते ही में जोश में आ गया और मैंने मामी की टाँगे चोड़ी की और फिर अपना लंड उनकी चूत में लगाया.. लेकिन मामी की चूत थोड़ी टाईट थी. मैंने ज़ोर से धक्के दिये 3 धक्को में मेरा लंड अंदर घुस गया. मामी की थोड़ी सी चीख निकल पड़ी.. में 1 मिनिट तक शांत रहा और फिर मैंने चोदना शुरू किया.
मामी के मुँह से आह जानू आह की आवाजें आ रही थी और इसी बीच में बोल पड़ा कि मामी मुझे पता है तुम सेक्स की कितनी भूखी हो.. मुझे दीदी ने सब बता दिया है और तब से मैंने सोच लिया था कि में अपनी मामी को वो प्यार दूंगा जो मामा अभी तक नहीं दे पा रहे थे.
मामी : आहह.. जिस दिन से तेरा लंड मैंने देखा है में उसकी दीवानी हो गई हूँ. मन तो कर रहा था कि तुझसे अपनी आग बुझा लूँ.. लेकिन नेहा रहती है ना हमेशा.. ओह जानू लव यू… मेरा निकलने वाला है ये सुनकर मैंने अपनी स्पीड बड़ा दी और हम दोनों साथ मे झड़ गये. मैंने मामी को भी बता दिया था कि में नेहा को भी चोदता हूँ.. यह सुनकर मामी खुश हुई और बोली कि चलो अब मेरी चुदाई में किसी भी प्रकार की कोई रोकटोक नहीं होगी.. अब में पूरी आजादी के साथ तुम्हारा लंड ले सकती हूँ. अब तो में मेरी बहन और मामी को एक साथ चोदता हूँ और हम तीनों मिलकर दिनभर चुदाई का खेल खेलते है.
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पापा के सामने मेरी ब्लू फिल्म


हैल्लो फ्रेंड्स.. में उम्मीद करती हूँ कि आप सभी लोग अच्छे होंगे. में अनामिका सिंह आज आपके सामने अपनी लाईफ को चेंज करने वाली एक सच्ची घटना बताने जा रही हूँ और में मानती हूँ कि जो मेरे साथ हुआ वो शायद ठीक नहीं था.. में अपने बारे में बता दूँ कि में फरीदाबाद की रहने वाली हूँ और मेरा बचपन यहीं पर बीता है और में यहाँ के एक स्कूल से पढ़ी और अब यहीं के एक कॉलेज से बीए 1st कर रही हूँ. में दिखने में एकदम सुंदर इंडियन लड़की जैसी ही थी.. लेकिन मेरे चेहरे पर थोड़ा ग्लो था.. में अक्सर खुद को आईने में देखकर सोचती कि में बहुत सुंदर हूँ और शायद मेरे लिए कहीं पर एक बहुत सुंदर राजकुमार बना होगा.. लेकिन भगवान ने मेरे नसीब में कुछ और ही लिखा था.
दोस्तों यह उन दिनों की बात है.. जब मैंने अपना 18वां जन्मदिन मनाया था और में नई नई जवानी में दाखिल हुई थी. मेरा फिगर उस समय कुछ ख़ास तो नहीं था.. लेकिन फिर भी 32-24-32 तो रहा ही होगा और बाल मेरे बहुत लंबे थे और वो मेरी कमर को छूते थे और में पढ़ाई में बहुत ही होनहार थी.. लेकिन में सेक्स के बारे में सिर्फ़ उतना ही जानती थी कि जितना 10वीं क्लास की बायोलोजी की किताब में बताया जाता था और सेक्स की तरफ मेरी ज़रा भी रूचि नहीं थी. मुझे मेरे कई सीनियर लड़को ने बहुत बार प्रपोज़ भी किया था.. लेकिन में उनकी शिकायत कर दिया करती थी और हाँ कभी कभी भीड़ में कुछ लोगों ने फायदा उठाकर मुझे ज़रूर छुआ था.. लेकिन उसके अलावा कभी किसी लड़के ने मुझे ऐसे छुआ नहीं होगा. शायद अब आप लोग बोर हो रहे होंगे.. अब अपनी आज की स्टोरी पर आती हूँ.
फिर उन दिनों में 10वीं की बोर्ड परीक्षा देकर घर पर खाली बैठी हुई थी और में घर पर बहुत बोर होती थी.. क्योंकि मेरे मम्मी, पापा दोनों ही नौकरी करते थे. हमारी फेमिली फिल्मों की बहुत ही शौकिन थी और हम अक्सर बाहर फिल्म देखने जाते और फिर एक दिन मैंने सोचा कि क्यों ना में खाली समय में कुछ पार्ट टाईम नौकरी कर ली जाए.. जिससे मेरा टाईम भी पास हो जाएगा और में जो पैसे जमा करूँगी तो अपने लिए एक अच्छा सा फोन ले लूँगी. तो एक दिन मैंने अपनी मम्मी, पापा को अपनी इच्छा बताई तो वो भी बहुत खुश हुए और अगले दिन से हम तीनों न्यूज़ पेपर्स में नौकरी ढूंढने लगे और एक दिन न्यूज़ पेपर में एक मॉडलिंग एजेन्सी का विज्ञापन आया कि उन्हें एक टीवी शो के लिए फिमेल की ज़रूरत है.. मेरी मम्मी ने वो देखा तो मुझे और पापा को बताया.
फिर मैंने सोचा कि नौकरी तो अच्छी है.. लेकिन मुझे एक्टींग कहाँ आती है? लेकिन मेरी मम्मी, पापा ने मुझे समझाते हुए कहा कि आजकल एक्टिंग करता भी कौन है? और मुझे एक बार कोशिश करनी चाहिए. फिर मेरे पापा ने वहाँ पर कॉल किया तो उन लोगों ने दो दिन बाद का हमें टाईम दे दिया और अब क्या था.. में तो खुशी के मारे पागल सी हुई जा रही थी. पापा ने मम्मी से कहा कि ज़रा मुझे ब्यूटी पार्लर से थोड़ा टचअप करवा दे.. दोस्तों में आज तक कभी ब्यूटी पार्लर नहीं गई थी.. लेकिन मेरी मम्मी अक्सर वहाँ पर जाती रहती थी और उन्हे तो वहाँ जाने का बहाना चाहिए था. फिर उस दिन शाम को में और मम्मी पार्लर गये.. वहाँ पर मम्मी ने पहले तो मेरी आईब्रो बनवाई, मेरा फेशियल करवाया और थोड़े से बाल भी छोटे करवाए.. पार्लर में फ्री वेक्सिंग थी तो मम्मी ने कहा कि करवा लो और फिर उन लोगों ने मेरे पैर, हाथ, जांघो पर वेक्सिंग भी कर दी और में जब घर पर आई तो पापा ने बहुत अच्छा कहा और मम्मी ने आते टाईम मेरे लिए कुछ नयी ब्रा और पेंटी भी ली थी. फिर अगले दिन में और पापा तैयार होकर उस होटल में पहुंचे.. जहाँ पर हमे बुलाया गया था. मैंने नीली कलर की जीन्स और हल्के भूरे कलर का टॉप पहना था.. लेकिन वो थोड़ा डिज़ाइनर था.. उसके अंदर मैंने नई लाल कलर की ब्रा और वैसी ही पेंटी पहनी हुई थी.. लेकिन ब्रा नई होने की वजह से मुझे बहुत चुभ रही थी और मुझे बहुत अजीब सा महसूस हो रहा था और में बार बार उसे ठीक भी कर रही थी. फिर मेरे पापा ने यह देखा तो मैंने उन्हे सब बताया.. उन्होंने कहा कि कहीं यह तुम्हारी एक्टिंग टेस्ट खराब ना कर दे और उन्होंने कहा कि तुम कार में ही ब्रा उतार दो.
फिर मैंने अपनी ब्रा उतार दी और पापा ने उसे रख लिया और जब हम उनके ऑफिस पहुंचे.. जो कि होटल का एक रूम था.. वहाँ पर पहले से ही बहुत लड़कियां थी. फिर वहाँ कुछ फार्म भरने के बाद मुझे मिस्टर आलोक से मिलने भेजा गया.. उनका रूम थोड़ा हटकर था.. में और पापा भी वहां पर मेरे साथ गये.. तो अंदर कॅस्टिंग चल रही थी.. वहाँ पर एक कैमरा मेन, एक स्पॉट बॉय, एक डाइरेक्टर जो 60 साल के आसपास था.. एक असिस्टेंट जो 40 साल के आसपास था और एक मेरे पापा की उम्र के अंकल थे.. जो शायद एक्टिंग के लिए आए थे और उनकी उम्र करीब 40 साल होगी.
फिर डाइरेक्टर ने मुझे पहले बहुत ध्यान से चारों तरफ से देखा.. मुझे बहुत अजीब लग रहा था और मेरे मन में एक अजीब सा डर भी था कि कहीं में रिजेक्ट ना हो जाऊँ. फिर कुछ देर देखने के बाद डाइरेक्टर ने कहा कि इस लड़की में कुछ तो बात है.. यह बात सुनकर में बहुत खुश हुई और मैंने पापा की तरफ देखा. फिर उन्होंने भी मेरी तरफ हाथ हिलाकर इशारा किया और फिर डाइरेक्टर ने मुझसे कहा कि मुझे कुछ एक्टिंग शॉट्स देने होंगे.. तो में एक प्रोफेशनल एक्ट्रेस की तरह बात सुनने लगी. मुझे करना यह था कि में और वो अंकल बेटी और बाप हैं और वो मुझे बहुत प्यार करते हैं.. मुझे उदास देखकर वो मुझसे पूछते हैं कि में परेशान क्यों हूँ? और मुझे उन्हे बताना है कि में तीन महीने से गर्भवती हूँ.
फिर वो मुझे बहुत डांटते हैं और फिर रोकर हम गले लग जाते हैं.. तो यह सब सुनकर मुझे बड़ा ही अजीब लगा और में सोचने लगी कि यह कैसे होगा? मुझे सोचने के लिए 5 मिनट मिले और में पापा के पास गई और कहा कि पापा ये बहुत अजीब है.. लेकिन पापा ने कहा कि आजकल टीवी पर यही सब होता है और तुम्हे बहुत अच्छी एक्टिंग करनी चाहिए.. क्योंकि तुम तो पूरे दिन घर पर वो सब देखती भी रहती हो. फिर मैंने सोचा कि एक एक्ट्रेस को तो एक्टिंग करनी ही होती है और फिर एक अच्छी एक्ट्रेस हर तरह के रोल करती है और में करने के लिए तैयार हुई.. स्पॉट बॉय ने मुझ पर स्पॉट डाला, डाइरेक्टर ने एक्शन बोला और कैमरा मेन रेकॉर्डिंग करने लगा.
बेटी : पापा मुझे आपसे कुछ जरूरी बात करनी है.
पापा : हाँ बेटी बताओ क्या हुआ? और तुम कुछ परेशान लग रही हो.
बेटी : पापा में गर्भवती हूँ.
पापा : क्या? ( गुस्से से ) यह कैसा मज़ाक है बेटी?
बेटी : (रोता हुआ चेहरा बनकर) नहीं पापा यह एकदम सच है.
पापा : कितने दिन हुए और इस बच्चे का बाप कौन है?
बेटी : 3 महीने हो गए हैं पापा.
पापा : मैंने पूछा इस बच्चे का बाप कौन है?
बेटी : ( अब में एकदम चुप रहती हूँ)
पापा : चुप क्यों हो? क्या तुम्हे नहीं पता या फिर भूल गई.. किसके साथ मुहं काला किया था?
बेटी : (रोते हुए) पापा वो हमारा ड्राईवर.. में करण से बहुत प्यार करती हूँ.. पापा.
पापा : पागल हो गई हो क्या? उसकी हिम्मत कैसे हुई? क्या तुम जानती नहीं कि वो खुद एक शादीशुदा है.
बेटी : मुझे माफ़ कर दो पापा.. प्लीज मुझे एक बार माफ़ कर दीजिए (और में रोने लगती हूँ.)
पापा : रोते हुए मुझे गले लगाते हैं और कहते है कि यह तूने क्या कर दिया बेटी?
फिर डाइरेक्टर हमारी बहुत तारीफ करते हैं.. विशेषकर मेरी और मेरे पापा को बुलाकर भी मेरी बहुत तारीफ करते हैं और मेरे पापा भी मेरी एक्टिंग देखकर बहुत खुश थे और डाइरेक्टर हमे थोड़ी देर बैठने को बोलकर हमारे शॉट को बाकी सबको दिखाने चले गये. फिर में और पापा वहाँ पर कुछ देर बैठे रहे और जब डाइरेक्टर वापस आए.. तो उनके साथ तीन और लोग भी थे.. जो शायद उनके हेड थे.. वो हमारे पास आए और उन्होंने हमे बताया कि उन्हे मेरी एक्टिंग बहुत पसंद आई है और मेरा चेहरा टीवी सीरियल्स नहीं बल्कि किसी फिल्म की हीरोईन बनने के लायक है. तो यह बात सुनकर में और पापा दोनों बहुत खुश थे और उन्होंने हमें बताया कि वो अभी एक कम बजट फिल्म की बनाने जा रहे हैं और उसकी एक्ट्रेस अभी तक फाइनल नहीं हुई है.. लेकिन वो लोग मुझे यह रोल देना चाहते हैं.
अब भला मुझे क्या परेशानी हो सकती थी. उन्होंने बताया कि यह मेरी पहली फिल्म है और फिल्म का बजट भी कम है.. इसलिए वो लोग मुझे इसके लिए सिर्फ 10 लाख रूपये देंगे. फिर में यह बात सुनकर तो मेरे पापा जैसे एकदम सुन्न रह गये और उन्होंने हमे होश में लाते हुए पूछा कि अगर हम लोग तैयार हो तो वो आगे की कार्यवाही पूरी करे और मेरा साइनिंग अमाउंट जो कि 1 लाख रुपये है.. वो मेरे पापा को दे. फिर मेरे पापा ने सुनते ही हाँ कर दी और उन लोगो ने हमसे कई जगह साईन करवाए और फिर साइनिंग अमाउंट पापा को दे दिया और हमें अगले दिन आने को बोला गया ताकि फिल्म के कुछ शॉट्स लिए जा सके और प्रोड्यूसर्स को वो दिखाकर फिल्म का बजट अरेंज कर सके.
फिर जब हम चलने लगे तो कैमरा मेन वहाँ पर आया और मुझे मेरा शॉट दिखाया.. सबने मेरी बहुत तारीफ की.. लेकिन पता नहीं कैसे किसी ने इस बात पर गौर कर लिया कि मैंने ब्रा नहीं पहनी हुई है और पापा बोल पड़े.. पापा ने सुबह वाली पूरी बात वहाँ पर सबको बता दी. फिर डाइरेक्टर ने मेरे पापा से मुझे कुछ अच्छी कम्पनी की ब्रा और पेंटी दिलाने को कहा ताकि आगे कोई भी समस्या ना आए.. जिस पर मेरे पापा ने हाँ कर दी. फिर में और पापा वहाँ से चल दिए और अब यह खुश खबरी हमें मम्मी को देनी थी.
फिर हमने मम्मी को उनके ऑफिस से हमारे साथ में लिया और उन्हे सब बताया.. वो तो खुशी से जैसे चीख ही उठी थी. पापा ने कहा कि अब यह पैसे जो कि मेरा साइनिंग अमाउंट है उससे थोड़ी मस्ती की जाए और हमने सोचा कि पहले कुछ शॉपिंग करते हैं और वहाँ पर पापा ने मम्मी से मुझे कुछ अच्छे कपड़े दिलाने को बोला.. हमने मेरे लिए कई ब्रा और पेंटी ली और मम्मी ने भी बहुत सारी शॉपिंग की और पापा ने भी अपने लिए सूट लिया और ऐसे करते हुए हमने वो सारे पैसे खर्च कर दिए.
फिर अगले दिन में अच्छी तरह से तैयार हुई.. मेकअप किया और आज मैंने एक अच्छा सा सलवार सूट पहना था.. पापा को ऑफिस जाना था.. तो यह तय हुआ कि में पापा के साथ होटल तक जाउंगी और पापा वहाँ पर कुछ देर रुकेंगे. फिर वो अपने ऑफिस चले जाएँगे और वापस आते हुए वो मुझे अपने साथ लेकर आएँगे. फिर जब हम लोग वहाँ पर पहुंचे तो सारी तैयारी हो रही थी.. वहाँ करीब 10-12 लोग मौजूद थे और जिनमे डाइरेक्टर, उनके दो असिस्टेंट्स, कैमरा मेन, स्पॉट बॉय, मेकअप मेन, दो एक्टर्स जो करीब 35-40 की उम्र के थे और एक ड्रेस मेन भी था. वहाँ पर पहुंचने के बाद हमे फिल्म की कहानी सुनाई गई.. वो कहानी यह थी कि में एक बिगड़ी हुई मॉडर्न लड़की हूँ.. जो बुरे काम करती हूँ.. जैसे कि लड़को के साथ घूमना, अय्याशी करना, बार में डांस करना और एक दिन बार में ही मुझे एक पुलिस वाले से प्यार हो जाता है.. जो कि उम्र में मुझसे बहुत बड़ा है और उसका तलाक़ हो चुका है.. वो मुझसे प्यार नहीं करता.. लेकिन मुझे अपने घर वालों का वास्ता देकर कुछ बुरे लोगों को पकड़ने में उसकी मदद के लिए कहता है और में एक एक करके बुरे आदमियों को अपने हुस्न के जाल में फंसाती हूँ और फिर उन्हे पुलिस पकड़ती है.
फिर वो कहानी मुझे और पापा दोनों को पसंद आई.. लेकिन डाइरेक्टर ने कहा कि इस फिल्म में कई बोल्ड सीन भी है.. जैसे किस्सिंग सीन, बाथरूम सीन, बेड सीन, रोमांस सीन. यह बात सुनकर में और पापा थोड़ा घबराने लगे.. जिस पर वहाँ मौजूद लोग हमें समझाने लगे कि आजकल किस फिल्म में ये सब नहीं होता और फिर आजकल तो यह सब नॉर्मल है और अगर एक बार में हिट हो गई.. तो हमारी लाईफ बन जाएगी.. अभी यह बातें हो ही रही थी कि डाइरेक्टर ने मेरे पापा के हाथ में 2 लाख रुपये का चेक दे दिया कि यह मेरी एडवांस फीस है और अब तो मेरे पापा फिल्म के लिए बिल्कुल तैयार थे और फिर वो भी मुझे समझाने लगे थे कि यह सब आजकल नॉर्मल है और में सच कहूँ.. मेरा दिल तो बहुत था फिल्म करने का और फेमस होने का.. लेकिन मुझे बहुत डर लग रहा था कि शूटिंग में ना जाने क्या क्या होगा? आख़िर में दिल जीता और मैंने फिल्म के लिए हाँ कर दी.
फिर डाइरेक्टर ने मुझे और जो 2 और एक्टर्स थे.. उन्हे सीन समझाना स्टार्ट किया.. सीन यह था कि उनमे से एक तो शहर का बहुत बड़ा क्रिमिनल होता है और एक उसका दोस्त कोई नेता. वो मुझे बार में डांस करता देख मेरे पास आते हैं मुझे छूते हैं और फिर में अगले सीन में उन दोनों के साथ उनके बेड पर हूँ और यह एक बेहद सेक्सी बेड सीन है और डाइरेक्टर ने हमसे कहा कि कस्टमर्स को बुलाने के लिए हमे ऐसा तड़का लगाना पड़ता है और प्रोड्यूसर्स को पैसा खर्च करने के लिए और मानने के लिए. फिर ड्रेसमेन मेरे पास आया और मुझे ड्रेस चेंज करने को बोला.. में चेंजिंग रूम में गई तो वो भी मेरे साथ आया.. वहाँ पर बहुत सारी ड्रेस थे और उसने मुझे एक बहुत ही छोटा सा गोल्डन कलर ड्रेस दिया.. जो मेरे बूब्स से शुरू होकर बस मेरी पेंटी तक था.
मुझे बड़ा ही अजीब लगा.. क्योंकि मेरी ब्रा की डोरी बड़ी अजीब सी लग रही थी.. क्योंकि वो एक बिना बाँह की ड्रेस थी. फिर जब में बहुत देर बाहर नहीं निकली तो ड्रेसमेन अंदर आया.. में बहुत शरमा रही थी और मैंने उसे अपनी समस्या बताई. फिर उसने बोला कि इस ड्रेस में ब्रा नहीं पहनी जाती और मुझे ब्रा उतारने को बोला.. जब में पूरी ड्रेस उतारने लगी.. तो वो मेरे पीछे आकर मुझे रोकते हुए बोला कि यह 12000 की ड्रेस है.. लड़की ऐसे बार बार उतारेगी तो खराब हो जाएगी और यह बात कहते हुए उनसे मेरी ड्रेस मेरे बूब्स से पकड़कर नीचे कर दी और वो ड्रेस मेरे पेट तक अटक गई. फिर में शरम से पानी पानी हो गई और फिर उसने कहा कि हाँ अब जल्दी से ब्रा उतारो. तो मुझे लगा कि वो बाहर जाएगा.. लेकिन वो वहीं पर खड़ा रहा और मुझे डर लग रहा था कि वो फिर से ना डांटे इसलिए में पीछे की तरफ घूमी और ब्रा खोलने को लगी.. उसने एकदम से आगे की तरफ हाथ बढ़ाया और मेरी ब्रा के हुक खोल दिए.
फिर मैंने ब्रा उतारी और वो ड्रेस ठीक करने लगा. फिर जब में पीछे की तरफ घूमी तो वो हंसने लगा और कहा कि किस गावं से आई हो.. पता नहीं डाइरेक्टर ने इसे क्या सोचकर रोल दे दिया? एक मॉडर्न ड्रेस पहननी ही नहीं आती और यह एक मॉडर्न लड़की का रोल क्या करेगी?
तो उसकी यह बात मुझे बहुत बुरी लगी और मेरी आँखें भर आई.. लेकिन मैंने खुद को संभाला और सोचा कि जैसे यह कहता है वैसा ही करती हूँ वो मेरे पास आया और ड्रेस को मेरे बूब्स पर से नीचे करने लगा और वो चाहता था कि मेरे आधे बूब्स बाहर दिखे.. लेकिन वो ड्रेस बहुत टाईट थी और नीचे नहीं हो रही थी और अब उसने जो मेरे साथ किया वो मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था. उसने मेरी ड्रेस में मेरे बूब्स के बीच में से हाथ अंदर डाला और एक एक करके दोनों बूब्स को आधा आधा बाहर खींच दिया.
दोस्तों यह पहली बार था जब किसी आदमी के हाथ मेरे नंगे बूब्स पर पड़े हो और में तो ऐसी हो गई जैसे मानों किसी ने मुझे बेहोश कर दिया हो और उसके हिलाने पर भी में होश में नहीं आई और मेरी आँखें भर आई.. उसने देखा और बड़ी चालाकी से मुझे चुप करवाता हुआ बोला देखो कि तुम मेरी बेटी जैसी हो और में चाहता हूँ कि तुम एक बहुत बड़ी हिरोईन बनो.. में नहीं चाहता कि कोई ड्रेस तुम पर खराब लगे इसलिए मैंने यह सब किया.
फिर यह कहते हुए वो मेरे काम की तारीफ करने लगा और में बहुत खुश हो गई और उसने फिर से मेरे बूब्स के साथ थोड़ा खिलवाड़ किया.. लेकिन अब मैंने सोचा कि यह सब बातें फ़िल्मी दुनियां में नॉर्मल बात है और जब में बाहर आई तो डाइरेक्टर बहुत गुस्से में थे कि तुम इतना टाईम लगाती हो.
तो मैंने सॉरी बोला और वो मान गये.. मेरे पापा भी मुझे देखकर बहुत हैरान थे कि उनकी मासूम सी बेटी इतनी हॉट भी दिख सकती है? डाइरेक्टर ने मेकअप मेन को इशारा किया तो वो अपना किट लेकर आया और मेरा मेकअप करने लगा. उसने थोड़ा पाऊडर मुझे लगाया, लिपस्टिक लगाई और फिर कुछ चमक जैसा मेरी छाती पर भी लगाया.. जिससे उनमे एक अलग सी चमक आ गई और अब शॉट का टाईम था और सीन हमे पता ही था. एक बार का शॉट तैयार था और मुझे वहाँ पर एक खंबे के सहारे डांस करना था.. वैसे में बचपन से डांस में बहुत अच्छी थी और मैंने डांस का शॉट किया. फिर एक एक्टर एंट्री लेता है उनके एक हाथ में विस्की का ग्लास होता है और दूसरे से वो मेरी कमर पकड़ लेता हैं और में डांस करती रहती हूँ. फिर वो ग्लास मेरे होंठ से लगाता है और में एक घूँट पी लेती हूँ.. वो शायद सच की शराब थी.. खैर में डांस करती रहती हूँ और अब वो एक हाथ मेरी जांघ पर घुमाना स्टार्ट करता है और दूसरा एक्टर एंट्री लेता है और वो भी ऐसे ही करने लगता है. तो थोड़ी ही देर में डाइरेक्टर कट बोलता हैं और गाली देते हुए कहता हैं.. अबे सालों यह तुम्हारी बहन नहीं है जो बहन की तरह छू रहे हो.. यह एक रंडी है और तुम दोनों रंडीबाज और अब इसके साथ एक रंडी की तरह व्यहवार करो.
दोस्तों डाइरेक्टर का मेरे लिए रंडी शब्द कहना मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा.. लेकिन फिर वो कहते है कि यह एक नई लड़की कितना अच्छा डांस कर रही है लगता नहीं कि यह नई लड़की है सीखो कुछ इससे और में अपनी तारीफ सुनकर सब भूल गई और सीन फिर से स्टार्ट होता है.. लेकिन इस बार मुझे खंबे को पकड़कर अपना एक पैर थोड़ा उठाना होता है और में जैसे ही ऐसा करती हूँ मेरी सफेद कलर की पेंटी केमरे में आ जाती है और सीन डाइरेक्टर कट कर देते है. अरे यार तुम लोगों को कुछ समझ में आता भी है या नहीं? इतनी सेक्सी ड्रेस की माँ बहन कर दी.. डाइरेक्टर बहुत गुस्से में मुझे पेंटी बदलने को कहता हैं.. लेकिन में अपने साथ और पेंटी नहीं लाई थी जिस पर ड्रेस मेन मुझे चेंज रूम में ले जाता है और कुछ पेंटी देता है.. लेकिन वो सारी पेंटी या तो बहुत बड़ी थी या फिर छोटी थी और जो मेरे साईज़ की थी उनका कलर खराब था.
अब में बहुत उदास हो चुकी थी.. ड्रेसमेन कहता है कि तुम्हे पेंटी लेकर आनी चाहिए थी और अब या तो डाइरेक्टर की गाली सुनो या फिर पेंटी मत पहनो. तो मैंने उनसे पूछा कि बिना पेंटी कैसे होगा? तो वो कहते है कि वैसे भी कुछ दिखेगा तो है नहीं वो तो बस ढाका ही रहेगा और में उनकी कही बात के बारे में सोच विचार ही कर रही थी कि इतने में डाइरेक्टर अंदर आते है और ड्रेसमेन उन्हे सारी बात बताते हैं और वो मुझे बिना पेंटी के स्टार्ट करने को बोलते हैं. अब मेरे पास कोई और रास्ता भी नहीं था तो में बाहर आकर सीन स्टार्ट करती हूँ.
अब में बस एक छोटी सी ड्रेस में थी जो मेरे आधे बूब्स दिखा रही थी और अगर में झुकती तो मेरी चूत और गांड भी लोगो को साफ दिख जाती और फिर सीन स्टार्ट होने से पहले पापा ऑफिस के लिए निकल गये. मैंने उनसे आते हुए कुछ पेंटी लाने को बोल दिया था और यह कहते हुए साईज, डिज़ाइन के लिए अपनी पुरानी पेंटी उन्हें दे दी. तो सीन स्टार्ट हुआ और मैंने डांस स्टार्ट किया वो दोनों मेरे पास आते हैं और एक मेरी कमर पकड़ कर नाचने लगता है और दूसरा जांघ को छेड़ने लगता है. तो पीछे से डाइरेक्टर कहता है कि रंडी के गालों पर किस करो, इसके होंठ चूसो, इसके बूब्स दबाओ, जांघ को ऊपर तक सहलाओ.
फिर वो एक्टर्स ऐसा ही करते हुए मेरे होंठो को चूसने लगते है और मेरे बूब्स और जांघ को दबाने लगते है. में ना चाहते हुए भी यह सब होने देती हूँ. तो डाइरेक्टर कट बोलता है और मुझे फिर से डांट देता है.. देखो लड़की तुम एक रंडी जैसा रोल कर रही हो.. ज़्यादा सती सावित्री मत बनो.. उसको किस करने में सहयोग क्यों नहीं देती? तुम्हारे चेहरे से खुशी दिखनी चाहिए.. तो में हाँ में सर हिला देती हूँ और सीन फिर से शुरू होता है.. लेकिन इस बार वो मेरे बूब्स से खेलते हुए मुझे किस करते है और में भी उनके होंठ चूसती हूँ और उनका सहयोग देती हूँ. तो डाइरेक्टर बहुत खुश होते हैं और सीन कट होता है और सभी मेरी बहुत तारीफ करते है जिससे में भी खुश हो जाती हूँ. हमें थोड़ा रेस्ट मिलता है और मेकअप मेन मेरे पास आकर अपना काम स्टार्ट कर देता है.. वो दोनों एक्टर्स सिगरेट पीने लगते हैं और डाइरेक्टर अपने असिस्टेंट्स और कैमरा मेन के साथ सीन देखने लगते है. मेकअप मेन भी मेरी बहुत तारीफ करता है और मेरे होंठो की लिपस्टिक जो कि किस करने से थोड़ी खराब हो गई थी उसे ठीक करता है, मेरे बूब्स पर चमक लगता है और मेरा पसीना साफ करता है. वो मेरी जांघ पर भी थोड़ी मसाज भी करता है और में भी उसे धन्यवाद कह देती हूँ.
फिर उसके जाने के बाद डाइरेक्टर आकर हमे अगला सीन बताते है कि यह एक बेड सीन है और इसमे वो दोनों मेरे साथ प्यार करेंगे और इस सीन को हमे बहुत ज्यादा हॉट बनाना है. में इस सीन में ब्रा, पेंटी और ऊपर से एक जालीदार शर्ट में रहूंगी. फिर वो मेरे पास आएँगे मेरी शर्ट फाड़ देंगे और फिर मुझसे प्यार करेंगे.. बाद में वो मेरी ब्रा और पेंटी उतारकर कमरे की और फेंकेंगे और हम चादर में चले जाएँगे. तो में ड्रेस चेंज करने चेंजिंग रूम में चली गई और ड्रेसमेन मेरे पीछे आता है और वो मुझे एक जालीदार टाईप की बहुत ही बारीक कपड़े की सफेद कलर की पेंटी देता है और ऐसी ही मॅचिंग ब्रा और उसके ऊपर एक जालीदार गुलाबी कलर की शर्ट जैसे कि दुपट्टा.. मुझे बहुत शरम आ रही थी.. लेकिन अब पीछे हटना बहुत मुश्किल था. फिर में बाहर आई और सीन स्टार्ट हो गया. वो सभी लोग मुझे देखकर एकदम पागल से हो गए.. वो दोनों एक्टर्स सिर्फ़ अंडरवियर में थे और उनके अंडरवियर में टेंट बने हुए थे.
फिर सीन स्टार्ट होता है और वो मुझे लेकर बेड पर जाते है. कैमरा हमारे पीछे चलता है पता नहीं कैसे.. लेकिन कैमरा मेन यह देख लेता है कि पेंटी से मेरी कुछ झाँटे दिख रही थी क्योंकि मैंने बहुत दिनों से झाँटे नहीं काटी थी और इस वजह से वहाँ थोड़े बाल थे.. जो कि इस बारीक पेंटी से दिख रहे थे. तो डाइरेक्टर सीन रोक देता हैं और कहता हैं तुम आज के ज़माने की लड़की हो और तुम अपनी झाँटे भी नहीं काटती.. तुम कैसी लड़की हो? तुम्हे साफ सफाई का तो ध्यान देना चाहिए. जाओ और अपनी झाँटे कटवाओ यह कहते हुए वो मेकअप मेन की और इशारा कर देता हैं और में बिना कुछ सोचे समझे मेकअप मेन के आगे रखे स्टूल पर बैठ जाती हूँ.. फिर वो मुझे बेड पर चलने के लिए कहता है और मुझे बेड पर ले जाकर लेटा देता है और में ना जाने उस समय किस दुनिया में खोई थी.. बस में एक रोबोट जैसे उनके कहने पर चल रही थी. वो मेरी पेंटी को उतारने के लिए हाथ आगे बड़ाता है तो में खुद भी अपने कुल्हे उठा लेती हूँ ताकि पेंटी बाहर निकल सके और इस पूरी प्रक्रिया के दौरान सभी मौजूद आदमी बेड के चारों तरफ खड़े हो जाते है और वो मेरी झांटे काटना स्टार्ट करता है.
तो वो पहले बालों को कैंची से काटता है फिर थोड़ा क्रीम लगाकर शेव कर देता है में सभी लोगों के सामने नंगी पड़ी रहती हूँ. तभी मेरी नज़र डाइरेक्टर पर जाती है तो मुझे बिल्कुल भी यकीन नहीं होता कि यह 60 साल का बूढ़ा आदमी मेरी पेंटी को सूंघ रहा है और मुझे देखकर अपना लंड सहला रहा है और वहाँ पर मौजूद सारे लोग मुझे देखकर अपने लंड सहला रहे थे और कैमरा मेन मेरी रिकॉर्डिंग करने में व्यस्त था और अब साफ था कि मेरी नंगी वीडियो भी रिकॉर्ड हो चुकी है.
खैर अब मुझे कुछ फ़र्क नहीं पड़ रहा था और झाँटे काटने के बाद डाइरेक्टर ने मुझे मेरी पेंटी दी और मैंने उसे पहन लिया वो जहाँ मेरी चूत होती है वहाँ से बहुत गीली थी शायद वो डाइरेक्टर के थूक से गीली हो गई थी. तो मैंने देखा कि पापा भी सामने बैठे हुए हैं और शायद वो भी यह सब देख रहे थे.. तब मुझे थोड़ा विश्वास मिला कि चलो अब कुछ ग़लत नहीं हो रहा.. क्योंकि पापा तो यहीं है. फिर सीन स्टार्ट होता है और एक्टर मुझे किस करते हुए बेड तक ले जाते हैं मेरी शर्ट उतारते हैं और फिर दोनों मुझ पर टूट पड़ते है.
एक मेरे होंठ चूसने लगता है और दूसरा मेरी नाभि को चूसने लगता है. मुझे भी अब थोड़ा थोड़ा जोश आने लगा था और में भी उनका साथ दे रही थी और में भी किस कर रही थी और उनके बालों में हाथ घुमा रही थी.. फिर एक मेरी ब्रा के अंदर हाथ डाल देता है और मेरे बूब्स दबाने लगता है. में थोड़ा हिचकिचाती हूँ.. लेकिन डाइरेक्टर बहुत अच्छा अनामिका करने लगता है. तो में नॉर्मल हो जाती हूँ और अब वो मेरे निप्पल से खेलने लगता है और पता नहीं कब मेरी ब्रा मेरे बूब्स पर से हट जाती है और दूसरा एक्टर मेरी पेंटी में हाथ डाल देता है और मेरी कुँवारी चूत के होंठो को छेड़ता है.. जिससे मेरे मुहं से सिसकियाँ निकलने लगती है और वो सभी लोग बहुत अच्छा बहुत अच्छा करते हैं. तो मुझे लगता है मेरी एक्टिंग की तारीफ हो रही है और में जो भी मेरे साथ हो रहा है वो होने देती हूँ और अब मेरी चूत में एक उंगली उतर जाती है और मेरी चूत और मेरे बूब्स पर हो रहे अटैक की वजह से मेरी चूत भी बहुत गीली हो जाती है.
एक असिस्टेंट डाइरेक्टर आकर मेरा हाथ एक एक्टर के खड़े लंड पर रख देता है और ऊपर नीचे करने का इशारा कर देता है. तो में उसकी अंडरवियर के ऊपर से ही उसके लंड को ऊपर नीचे करने लगी और अब आलम यह था कि मेरी ब्रा और मेरी पेंटी का मेरे शरीर पर कहीं भी निशान नहीं था और मेरी चूत में अब दो उंगलियाँ थी जो कि किसी मशीन की तरह अंदर बाहर हो रही थी. मेरे निप्पल दूसरे एक्टर के मुहं में थे और मेरे मुहं में उनकी उंगलियाँ जिन्हे में चूस रही थी.
तो में पूरे जोश में थी और में भी मेरी चूत में जाती हुई उंगलियों के साथ बेड पर ऊपर नीचे हो रही थी और शायद में झड़ने ही वाली थी कि डाइरेक्टर ने कट बोल दिया और दोनों एक्टर मेरे ऊपर से हट गए.. में तो जैसे तड़प कर रह गई और में वैसी ही नंगी लेटी रही और अपनी चूत में उंगलियाँ करने लगी. फिर मेकअप मेन मेरे पास आ चुका था.. उससे पूरा मेकअप करने के बाद मेरी चूत पर एक क्रीम लगाई.. जिसने मेरी चूत को अंदर तक एकदम चिकना कर दिया और फिर जब सीन स्टार्ट हुआ तो मेरे ऊपर जो एक्टर आया उसने अपनी चड्डी उतार दी और वो अपना लंबा झूलता हुआ लंड मेरे चेहरे के सामने ले आया और मैंने बिना देर किए उसे अपने होंठो से लगा लिया और चूसना शुरू कर दिया.
दूसरे एक्टर ने भी देर नहीं की और मेरी चूत चाटने लगा.. कुछ देर मेरी चूत चाटने के बाद उसने अपना लंड मेरी चूत पर लगाया और एक ज़ोरदार धक्का मारा. तो में चीख उठी तभी किसी ने आकर मेरा हाथ थामा और उसे मसलने लगा.. ताकि मुझे आराम मिले. फिर थोड़ी देर रुकने के बाद उस एक्टर ने दूसरा धक्का मारा और उसका पूरा लंड मेरी चूत में था.. उसके लंड पर मेरी चूत का बहुत खून लगा हुआ था जिसे उसने बाहर कैमरे पर दिखाया और फिर मेरी चूत में अपना लंड डालकर मेरी चुदाई स्टार्ट कर दी.
फिर लगभग 10 मिनट उसने मुझे चोदा तो मेरी चूत में एक गरम लावा फूटा जो कि उसका वीर्य था.. वो बहुत देर तक मेरी चूत में झड़ता रहा.. उसके गरम वीर्य ने मेरी घायल चूत की सिकाई भी की और मुझे कुछ आराम मिला. तो जब वो मेरे ऊपर से हटा तो कैमरा मेन ने मेरी चूत पर फोकस किया और मेरी चूत से निकलता हुये वीर्य को शूट किया. फिर दूसरे एक्टर ने मेरे मुहं से अपना लंड बाहर निकाला और मेरी चूत पर रखकर अंदर कर दिया. इस बार मुझे उतना दर्द नहीं हुआ जितना पहली बार हुआ था और जब मैंने आँखें खोली तो देखा कि मेरे हाथ को और कोई नहीं मेरे पापा मसल रहे थे और अब जो हुआ वो में सोच भी नहीं सकती थी.. मेरे पापा उठे और उन्होंने अपना लंड मेरे मुहं में दे दिया और में उसे चूसने लगी.
अपने पापा के लंड को चूसना मुझे बहुत अजीब तो लगा.. लेकिन मज़ा भी आया और अब में चुदाई का भी मज़ा ले रही थी और उसके झड़ने के बाद मुझे मेरे पापा ने चोदा और एक के बाद एक मुझे वहाँ मौजूद सब लोगों चोदा और कैमरे में रिकॉर्डिंग भी हुई. उन सभी के बाद मुझे प्रोड्यूसर ने एक बार चोदा जिसकी रिकॉर्डिंग नहीं हुई थी.. लेकिन उसने मेरी गांड मारी उसके साथ डाइरेक्टर मेरी चूत मार रहा था और इसमे मुझे बहुत मज़ा आया.
दोस्तों उस दिन में रात भर चुदती रही और अगले दिन पापा मुझे लेकर घर पर आए और मम्मी को हमने देर रात के शूट का बहाना बना दिया था और उसके बाद मैंने और पापा ने सोचा कि अब कभी भी वहाँ पर नहीं जाएँगे.. लेकिन उन लोगों ने मेरी वीडियो का हवाला देकर मेरी और भी कई वीडियो बनाई और अब जब मेरे जिस्म की डिमांड नहीं रही थी तो उन्होंने मेरी वीडियो बनाना बंद कर दिया.. लेकिन अब वो मुझे कॉल गर्ल की तरह काम में लेने लगे है और जब कभी उन लोगों को कहीं किसी से कोई भी काम निकलवाना होता है तो वो मुझे वहाँ पर भेज देते है और में वहाँ पर जाकर प्रोड्यूसर्स या ऑफिसर्स या फिर पुलिस वालों को खुश करती हूँ और वो लोग मुझे इन सबके लिए पैसे भी देते हैं.
पापा ने जब मुझे चोदा तो उन्हे भी जैसे मेरी जवान चूत का चस्का लग गया था और शायद अब मेरी ढीली चूत उन्‍हे भी पसंद नहीं.. इसलिए पिछले दो महीने से वो भी मुझे नहीं चोदते. अब वो नई चूत वाली कॉल गर्ल्स को चोदते हैं. दोस्तों में उम्मीद करती हूँ कि आप लोगों को मेरी आप बीती बहुत पसंद आई होगी.
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कोचिंग टीचर को ग्राउंड में चोदा


हैल्लो दोस्तों.. मेरा नाम अनिल है. मेरी उम्र 24 साल है और में एक टीचर हूँ. वैसे मुझे सेक्स में बहुत गजब की दिलचस्पी है और.. मुझे आंटी की चुदाई की कहानियाँ बहुत अच्छी लगती है और वो मेरा लंड खड़ा कर देती है और इसी कारण में कोई ना कोई रास्ता खोजता रहता हूँ कि कोई मिल जाए तो में उसकी जमकर चुदाई कर सकूँ और अधिकतर समय किस्मत से में सफल भी हो जाता हूँ. मुझे जवान कुंवारी लड़कियों का कोई शौक नहीं.. मुझे तो शादीशुदा और आंटीयां बहुत पसंद है और मुझे सिगरेट पीने का बहुत शौक है.. इसलिए में अपने घर वालों से छुपकर सिगरेट पीता हूँ और इसलिए में हमेशा अकेले में जाकर सिगरेट पीता हूँ.. किसी सुनसान जगह पर. दोस्तों यह मेरी पहली कहानी है.. इसमें किसी भी तरह की गलती हो तो प्लीज मुझे माफ करें.. वैसे मुझे उम्मीद है कि यह मेरी आज की कहानी आप सभी को बहुत पसंद आएगी.. क्योंकि यह कहानी नहीं, मेरी एक सच्ची चुदाई की घटना है.
एक दिन मेरे छुपकर सिगरेट पीने से ऐसा ही कुछ हुआ.. उस रात को 9 बजे में सिगरेट लेकर एक ग्राउंड में चला गया. वो एक कॉलेज का ग्राउंड था और रात में वहाँ पर कोई भी नहीं आता जाता और वहाँ पर अंधेरा भी बहुत रहता है तो में वहाँ पर ग्राउंड के पास की कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग के पास जाकर बाहर खड़ा होकर सिगरेट पी रहा था और मैंने सिगरेट ख़त्म की और फिर जाने के लिये मुड़ा ही था कि तभी मुझे किसी के हंसने की आवाज़ सुनाई दी और मेरा दिमाग़ ठनका कि इस वक़्त यहाँ पर क्या हो रहा है.. शायद हो सकता है कि कुछ बाहर के लड़के जुआ खेल रहे होंगे लेकिन फिर किसी लड़की की भी हंसने की आवाज़ आई और मुझे समझते देर नहीं लगी कि यहाँ पर चुदाई का प्रोग्राम चल रहा है.
में तुरंत दबे पैर उस तरफ बढ़ा तो मैंने वहाँ पर देखा कि दो लड़के मोबाईल की टॉर्च जलाकर एक लड़की के साथ थे और वो उस लड़की को नंगी कर चुके थे और वो एक दूसरे से बहस कर रहे थे कि लेटाकर कैसे होगा.. यहाँ पर बहुत कंकड़ है और यह बड़े घर की लड़की है बिस्तर पर लेटने वाली तो दूसरा बोला कि अरे तो क्या हुआ चुदवाते वक़्त कंकड़ बिस्तर से ज़्यादा मज़ा देगा और वैसे भी कौन सा यह पहली बार यहाँ पर चुद रही है.
फिर मैंने सोचा कि अगर में अभी बीच में गया तो गड़बड़ ना हो जाए या यह कोई हथियार लिए हुए तो में क्या करूंगा? और फिर में थोड़ी देर वहीं पर रुका रहा. फिर उन लड़को ने अपने अपने कपड़े उतार कर ज़मीन पर बिछाए और उस पर लड़की को लेटाया और उनमे से एक लड़का उसके ऊपर लेटकर चूमने, चाटने लगा और बूब्स को दबाने लगा तो दूसरा बोला कि साले यहाँ पर इतना रोमांस मत कर.. जल्दी से चोदना शुरू कर.. क्योंकि फिर इसको घर भी छोड़ना पड़ेगा और कोचिंग तो कब की ख़त्म हो गई है तो में समझ गया कि यह लड़के अपनी क्लास की किसी लड़की को फंसाकर कोचिंग से चोदने के लिए लाए है और मैंने सोचा कि मेरी आज की चुदाई का इंतज़ाम हो गया और वैसे में नई लड़कियों को नहीं चोदता.. क्योंकि उन्हे चुदाई का ज्यादा अनुभव नहीं होता और वो चुदने में बहुत नाटक भी करती है लेकिन जब मुझे बहुत दिनों से कोई चूत मिल ही नहीं रही थी तो भला में क्यों जाने देता..
फिर मैंने थोड़ा इंतजार किया और देखने लगा और उस लड़की की बातें सुनकर मुझे लग रहा था कि जैसे वो लड़की इस जगह पर इन लड़को के साथ कई बार चुदवा चुकी है और दूर से उनकी आवाज सुनकर लगता था कि वो लड़की उन लड़को से उम्र में बड़ी लग रही थी और उस लड़के ने जो उसके ऊपर लेटा हुआ था.. उसने चोदना शुरू कर दिया था और जबकी दूसरा खड़ा होकर अपना लंड हिला रहा था.. वो लड़की हाँ और ज़ोर से चोदो सालो और चोदो हाँ चोदो आह्ह्ह्ह उह्ह्ह तो दूसरा लड़का बोला कि हरामी जल्दी से चोद वरना मेरा निकल जाएगा.. उस लड़के ने जल्दी जल्दी चोदा और उठ गया और जब दूसरे ने अंदर लंड डाल दिया तो मैंने सोचा कि अब जाना सही है.. क्योंकि जो एक बार चोद चुका है वो तो थक गया होगा.. अगर लड़ाई की नौबत आई तो मुक़ाबला हो जाएगा.
मैंने एकदम से दौड़कर उनके पास जाकर बोला क्यों यह क्या हो रहा है तो जो एक लड़का खड़ा था वो भाग गया और वो दूसरा लड़का और लड़की अपने आप को कपड़े से ढकने लगे और मैंने फिर से कहा कि यह यहाँ पर क्या हो रहा था और फिर वो दोनों कुछ नहीं बोले.. बस वो लड़का बोला कि मेडम कपड़े पहनकर भागो.
फिर मैंने कहा कि रूको मुझे कोई दिक्कत नहीं है और तुम लोग करो जो भी तुम्हे करना हो.. लेकिन मुझे भी एक बार हाथ धो लेने दो. तभी मेरी नज़र उस लड़की पर गई.. वो कोई 26-27 साल की लड़की थी और वो सलवार पहन चुकी थी तो मैंने उसका एक हाथ पकड़कर कहा क्यों कहाँ चली तो वो बोली कि छोड़ो मेरा हाथ.. मैंने कहा कि मेरे लंड में क्या काँटे लगे है? जो यह कह रही कि चलो.. अब मेरे भी नीचे आओ. तभी वो लड़का बोला कि मेडम मान जाओ प्लीज़.. तो मैंने पूछा कि यह कौन है तो वो लड़का बोला कि यह हमारी मेडम है और हमे कोचिंग पढ़ाती है और इतने में वो दूसरा लड़का भी आ गया तो मैंने कहा कि समझा इसे.. वरना में बताता हूँ और वैसे में उन लड़को से कदकाठी में बहुत मजबूत था तो मैंने कहा कि चलो अब जल्दी करो.. में बहुत देर से यह नाटक देख रहा हूँ और कोचिंग से यहाँ पर आकर तुम लोग यह सब करते हो.. क्यों तुम लोगों को देर हो रही है सालों.. तो वो लड़की बोली कि अच्छा ठीक है जल्दी से कर लो. फिर उन लड़को से मैंने कहा कि हरामियों भागो यहाँ से में मेडम को उनकी जगह पर छोड़ दूंगा.. वो मना करने लगे तो मैंने ज़ोर से कहा और उस लड़के ने अपने कपड़े लिए और वो दोनों वहाँ से भाग गए.
फिर उसके बाद मैंने मेडम को पकड़ा और मैंने जैसे ही उसको बाहों में भरकर उसकी गांड की तरफ हाथ ले गया तो मेरी ख़ुशी बढ़ गई.. वाह! उसकी गांड क्या चौड़ी थी. मैंने सलवार उतार दी और अंदर पेंटी तो थी नहीं.. क्योंकि उसने जल्दबाज़ी में नहीं पहनी थी और तुरंत पीछे से जाकर उसके कूल्हों को खोलकर गांड को किस किया और बोला कि मेडम तू तो मस्त गांड वाली है.. साली क्या एक से मन नहीं भरता तो दो दो लेती है. वो चुप खड़ी रही और फिर मैंने उसकी चूत में उंगलियाँ डाली तो वो आह्ह्ह्हह उह्ह्ह्ह आईईईईइ करने लगी और सिसकियाँ लेने लगी. मैंने उसको बैठाया और कहा कि मेरी थोड़ी मदद करो.. दोनों मज़ा करते है. फिर वो बोली कि वो तो साले भाग गए और तुम तो चुदने ही आई थी.
फिर मैंने उसके बूब्स को पूरी ताक़त से दबाया तो वो बोली कि थोड़ा आराम से करो ना दर्द हो रहा है.. मैंने कहा कि ठीक है और में बूब्स को सहलाने लगा और मैंने तब तक अपना लंड बाहर निकाल लिया था और मैंने उसे कहा कि इसे चूसो.. वो बिना कुछ कहे चूसने लगी लेकिन वो पक्की खिलाड़ी लग रही थी.. मैंने उसको पूछा कि क्यों कब से चुदवा रही हो तो उसने लंड को बाहर निकाल कर कहा कि बहुत दिन हो गए.. यह दोनों ट्यूशन पड़ने आते है और मेरे सेंटर पर मैंने एक को फसाया लेकिन उसके साथ मज़ा नहीं आता था और एक दिन यह अपने साथ इसको पकड़कर लाया और में तब जोश में थी और फिर मैंने दोनों से चुदाई करवानी शुरू की और में तब से दोनों के साथ चुदाई करती हूँ.
मैंने कहा कि बढ़िया करती हो और मैंने कहा कि यह मेरा लंड कैसा है तो वो बोली कि बहुत बड़ा है और उन दोनों के लंड तो इससे बहुत छोटे है तो मैंने कहा कि हाँ छोटे बच्चो से चुदवाओगी तो छोटे लंड ही मिलेगे. मैंने उसको हटाया और उसको मस्ती से चोदने के लिए उसके नंगे जिस्म को चूमने लगा.. वो बोली जल्दी करो ना काफ़ी देर हो गई तो मैंने कहा कि इतनी देर बकवास की.. पहले ही मान जाती तो अब तक घर में होती और मैंने उसको घुटनो के बल झुकाया और उसके कूल्हों में थपकी देने लगा और सहलाने लगा..
फिर लंड को थूक से लपेटा और उसकी गांड में लंड लगा दिया तो वो बोली कि आराम से करना तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है तो मैंने कहा कि उन कमीनों ने तेरी गांड भी मारी तो तुम चुप थी.. तो उसने कुछ जवाब नहीं दिया और में बस लंड को घुसाता गया और वो ज़ोर से चिल्लाई.. आह्ह्ह्हह प्लीज थोड़ा धीरे करो. तो मैंने कहा कि वाह! बहुत टाईट है साली यह और लो.. मैंने और अंदर डाला तो वो आगे की तरफ होने लगी और मैंने उसके कंधों को पकड़कर पीछे खींचा और एक धक्का मारा.. मेरा लंड फिसलता हुआ अंदर चला गया और वो अह्ह्ह्ह नहीं आहहआ उह्ह्ह नहीं में मर जाउंगी.
फिर मैंने कहा कि तुम नहीं मरोगी.. तुम्हारी गांड मरेगी और मैंने लंड को थोड़ा बाहर खींचकर फिर से धक्का मारा तो वो फिर से चीखी.. अह्ह्ह माँ बचाओ औऊउ और वो रोने सी लगी.. लेकिन मुझे मज़ा आ रहा था और मैंने लंड को बाहर निकाल लिया और वो जब थोड़ी ठीक हुई तो मैंने फिर से लंड को अंदर डाल दिया और इस बार में रुका नहीं और पूरा लंड उसकी गांड में डालकर चोदने लगा.. वो आअहहअहह अहहा सईईईई आई माँ मर गई और में उसकी गांड के मज़े ले रहा था और उसकी कमर को पकड़ लिया और चोदने लगा.. छप छप की आवाज़ आ रही थी और में थोड़ा आगे उसकी पीठ पर आया तो उसके लटकते बूब्स को थामकर ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चोदने लगा और मैंने कहा कि मुझे तुम्हारी गांड मारने में बहुत मज़ा आ रहा है तो वो बोली कि लेकिन मेरी तो जान निकल रही है.
मैंने करीब 7-8 मिनट तक उसकी गांड को रगड़कर चोदा और फिर लंड को बाहर निकालकर उसकी चूत में डाला तो वो बहुत आसानी से फिसलता हुआ अंदर चला गया और मैंने भी पहली ही बार में पूरा ही लंड अंदर घुसा दिया और उसकी चुदाई करने लगा.. वो अह्ह्ह्हह अहहहहहा उह्ह्ह्ह माँ मरी करने लगी.. तो मैंने उससे पूछा कि क्यों मज़ा आ रहा है या नहीं तो वो बोली कि हाँ बड़ा मज़ा आ रहा है.
फिर मैंने कहा कि तो लो और चुद लो और यह कहकर मैंने लंड को थोड़ा बाहर निकालकर फिर से ज़ोर का धक्का देकर अंदर डाल दिया तो वो चीख पड़ी और मैंने फिर से जल्दी जल्दी चोदा.. वो आह्ह्ह उंह्ह्ह्ह और करती रही और में उसे चोदता रहा लेकिन अब भी मेरा जोश ठंडा नहीं हो रहा था और फिर पता नहीं क्या हुआ कि में चोदते चोदते अपने दोनों पैरों में दर्द महसूस कर रहा था तो मैंने उससे कहा कि क्या तुम मुहं में लेकर चूसोगी तो वो बोली कि नहीं, थोड़ा और चोदो.. जल्दी करो.
फिर में यह बात सुनकर और जल्दी तेज़ी से चोदने लगा.. उसका काम हो गया और वो ढीली पड़ने लगी.. लेकिन में तो जोश में था तो में दर्द सह गया और चुदाई में लगा रहा. मुझसे अब दर्द बर्दाश्त नहीं हो रहा तो मैंने और लंबे लंबे धक्के दिए और वो आह्ह्ह अहह सिसकियाँ लेने लगी तो मैंने लंड को बाहर निकाल लिया और उसके सामने खड़ा हो गया और कहा कि चूसो जल्दी वरना फिर से तुम्हारी गांड में डालना पड़ेगा.. तो वो लंड मुहं में लेकर चूसने लगी और कुछ ही पलों में मुझे अहसास हो गया कि मेरा माल आने वाला है और मेरे मुहं से भी सईईइईई आह्ह्ह निकलने लगा और मेरा वीर्य निकलने वाला था तो मैंने उसका मुहं पकड़ा और ज़ोर से अपना लंड उसके मुहं में अंदर तक डालकर पूरा वीर्य मुहं में ही गिरा दिया और मैंने भी तब तक लंड नहीं निकाला.. जब तक एक एक बूँद उसके गले से ना उतर गया. फिर वो खांसने लगी और उल्टी सी करने लगी.. मैंने उसकी पीठ सहलाई तो वो थोड़ी ठीक हुई उसने अपने कपड़े पहने और मैंने भी अपने कपड़े ठीक किए और वो जाने लगी.
मैंने उसका हाथ पकड़ लिया तो वो बोली कि अब क्या है.. प्लीज़ मुझे जाने दो मेरी हालत बहुत खराब है और फिर मैंने उसकी मोटी गांड को पकड़कर अपनी और खींचा और कहा कि नाम क्या है.. बताती तो जाओ तो वो बोली कि सपना.. मैंने कहा कि अब कब मिलोगी तो वो बोली कि हर शनिवार को में एक्सट्रा क्लास लगाने के बहाने से एक घंटे के लिए यहाँ पर आती हूँ.. तुम भी आ जाना तो मैंने कहा कि और अगर ना आई तो वो बोली कि तुम अपना मोबाईल नंबर दो और मैंने उसको अपना नंबर दे दिया और उसका ले लिया और में उसके ही साथ सड़क पर चलते चलते बातें करते करते आ गया.. वो पास के ही मोहल्ले में कोचिंग चलाती थी. फिर मैंने एक ऑटो रुकवाया और उसमें हम दोनों बैठकर आए.. मैंने उसको घर के पास उतारकर खुद वही ग्राउंड तक वापस गया. फिर वहीं पर रोड के किनारे खड़ी अपनी बाईक को लेकर घर आया.. रात को एक बजे मैंने उसको कॉल लगाकर सॉरी बोला.. फिर हम लोगो की बातें होने लगी और उसके बाद से हम लोग उस जगह की तरफ ना जाकर उसकी कोचिंग के कमरे में ही मिलने लगे और में उसको मस्त चोदता हूँ और वो भी अब बहुत खुलकर चुदवाती है.
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मेरी बीवी और उसका दोस्त


हैलो दोस्तों.. मेरा नाम अनुराग है मैं हरियाणा में रहता हूँ. मैं शादीशुदा हूँ और 5 साल पहले मेरी शादी हुई थी. मेरी बीवी का नाम नीलम है.. वो स्कूल में मेरी जूनियर थी. हमारे बीच में प्यार हुआ और फिर हम एक ही कॉलेज में पढ़े और उसके बाद हमारी शादी हो गयी. हमारा कोई बच्चा नहीं है. इसकी वजह मेरा लो स्पर्म काउंट है. पहले मैं अपनी बीवी के बारे में बताता हूँ फिर अपने बारे में.. मेरी बीवी का फिगर 32-26-34 है और हाईट 5.3″ इंच, चेहरा गोरा है. मैं उससे बहुत प्यार करता हूँ. मेरी हाईट 5.5″ है और लंड का साईज़ 5.11 इंच है शायद इसी वजह से मेरी बीवी मुझसे संतुष्ट नहीं थी.
पहले तो हम बहुत मजे करते थे पर शादी के 2 साल बाद उसे मेरा लंड बेकार लगने लगा पर मुझे उस पर विश्वास था कि वो कभी मुझे धोखा नहीं देगी.. लेकिन मैं ग़लत था. एक दिन की बात है हमारे घर पर उसका बहुत पुराना दोस्त मिलने आया.. जो स्कूल में उसका क्लासमेट था.. वो उसके साथ कुछ ज्यादा ही फ्रेंक हो रही थी. मुझे लगा कि पुराने दोस्त हैं इतना तो चलता है वो उसके साथ कुछ ज्यादा ही फ्लर्ट कर रही थी. फिर वो चला गया पर नीलम बहुत ही खुश थी. ऐसे ही एक महीना बीत गया वो बताती थी कि वो कब कब घर आया करता था. एक दिन मुझे ऑफिस से जल्दी छुट्टी मिल गयी.
मैंने सोचा आज नीलम के साथ फिल्म देखने जाऊंगा और में जैसे ही घर पहुँचा तो मुझे किचन से कुछ आवाज़ आई.. आवाज़ मेरी बीवी की थी. प्लीज़.. रवि यह ठीक नहीं है मैं शादीशुदा हूँ. मेरा दिल काँप गया और मैं चुपके से किचन की तरफ गया तो मैंने देखा कि मेरी बीवी का दोस्त उसकी गांड से चिपक कर खड़ा है. मुझे गुस्सा आ गया.. लेकिन पता नहीं क्यों मेरे दिल में आया कि देखते है कि मेरी बीवी क्या प्रतिक्रिया देती है. वो कुछ कुछ रिएक्ट कर रही थी. रवि ने फिर नीलम को अपनी तरफ घुमाया और झट से उसके होंठ चूमने लगा तो में काँप गया. मेरी बीवी उसे हटाने लगी पर उसकी पकड़ बहुत ही मज़बूत थी.
वो 10 मिनिट तक ट्राई करती रही. फिर रवि ने नीलम के बूब्स दबाने शुरू कर दिए.. नीलम लड़खड़ाने लगी. उसके दिल में सेक्स उजागर होने लगा था. वो उसकी किस को रेस्पॉन्स तो नहीं कर रही थी पर वो उसको रोक भी नहीं रही थी. उसकी सेक्स की हवस हमारे रिश्ते के बीच में आने लगी थी. रवि ने उसका टॉप उतार दिया और मैंने देखा कि उसने अलग ही ब्रा पहनी थी जो कल तक उसके पास नहीं थी. मुझे लगा कि वो ब्रा उसे रवि ने ही ला कर दी होगी.
फिर उसने नीलम की ब्रा फाड़ दी और मेरी वाईफ के 32 साइज़ के बूब्स आज़ाद हो गये. अब वो एक हाथ से उसे दबाता और दूसरे बूब्स को मुँह में ले कर चूस रहा था. मेरी बीवी कोई रेस्पॉन्स नहीं दे रही थी. ऐसा 10 मिनिट तक चला और अंत में मेरी बीवी का सब्र का बाँध टूट गया. उसने उसके बालो में हाथ डाले और उसे ज़ोर से अपने बूब्स पर दबाया. मैं जान गया था कि मैंने अपनी बीवी को खो दिया है और वो भी एक ऐसे आदमी के हाथों जिसके बारे में मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि वो कभी ऐसा भी करेगा. उसने 5 मिनट और उसके बूब्स चूसे और फिर मेरी बीवी ने उसे ऊपर खींचा और उसे स्मूच करने लगी. उसने उसे फ्रेंच किस किया. अब मैं अपनी बीवी को पूरी तरह से खो चुका था. फिर रवि ने नीलम को गोद में उठाया और डाइनिंग टेबल पर लेटा दिया.. उन्होने 5 मिनिट तक किस किया.
फिर उसने नीलम की जीन्स उतारी तो मैंने देखा कि उसने पिंक कलर की पेंटी पहनी थी. वो हमेशा मुझे बोलती थी कि उसे यह सब पसंद नहीं है.. पर आज उसको देखकर मैं जान गया कि यह दोनों पिछले एक महीने से फ्रेंड्स की तरह मिलने के अलावा कुछ ज्यादा ही कर रहे थे. उसने उसकी पेंटी को भी फाड़ दिया और मेरी नीलम की टाईट चूत उसके सामने आ गयी. उसने मेरी बीवी की चूत पर एक हल्की सी किस दी और वो मचल उठी.
उसने उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया और कुछ ही देर में वो झड़ गयी. फिर रवि ने नीलम की चूत के अंदर उंगली देना शुरू किया. पहले तो एक उंगली डाली.. नीलम तो मरे जा रही थी. वो फिर से झड़ गयी जैसे ही उसने अपनी दूसरी उंगली डाली वो चिल्ला उठी.. यह देखकर रवि के चेहरे पर मुस्कान आ गयी.
उसने नीलम से कहा 5 साल से तुम जिस लंड को ले रही हो.. तुम्हारी चूत को देखकर लगता है कि वो 5 इंच का ही होगा. नीलम यह सुनकर उठी और उसकी पेंट उतार दी जैसे ही उसने अंडरवियर को नीचे किया तो मेरी आँखें फट गई.. उसका लंड लगभग 7 इंच का था. नीलम के चेहरे पर मुस्कान आ गयी. उसने उसका लंड अपने मुँह में लिया और वो 15 मिनट तक उसे चाटती रही. उसने नीलम को उठाकर डाइनिंग टेबल पर लेटाया और अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ा. मैं घबरा गया कि आज मेरी बीवी किसी और के साथ सो गयी. उसने एक धक्का पूरे ज़ोर से लगाया और पूरा 7 इंच का लंड नीलम की बुर में घुसेड़ दिया.. नीलम तिलमिला उठी. उसकी आँखों से आँसू बहने लगे.. ज़ाहिर सी बात है कि वो ख़ुशी के आँसू थे.
रवि ने धक्के लगाने शुरू कर दिए. नीलम सिसकियां ले रही थी.. 1 ही मिनिट मैं वो झड़ गयी. अब वो उसे और ज़ोर से चोदने लगा. नीलम भी उसका साथ देने लगी थी. 20 मिनट और बीत गये और इस दोरान नीलम 5 बार झड़ चुकी थी. मेरे साथ सोते वक़्त वो कभी कभी ही झड़ती थी.
अब रवि और तेज़ हो गया और नीलम भी अपनी गांड हिलाकर मजे लेने लगी. 5 मिनिट के बाद रवि बहुत ही ज़ोर से चिल्लाया और उसने अपना स्पर्म मेरी बीवी नीलम की चूत में छोड़ दिया. नीलम भी एक बार फिर झड़ गई. वो नीलम के ऊपर ही सो गया और किस करने लगा. मैं वहाँ से एक हारे हुए इंसान की तरह चला गया. अब मेरी बीवी को गर्भ का तीसरा महीना शुरू हो गया है. मैं आज भी यही सोच रहा हूँ कि मेरे लंड के छोटे होने की वजह से मेरी बीवी किसी और के बच्चे की माँ बन गई. वो आज भी नीलम से मिलने आता है और मेरी लाचारी का फ़ायदा उठाता है.
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