सोनिया और उसकी दोस्त की चुदाई


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम शशांक है और में अभी एक कॉलेज में 2nd साल का स्टूडेंट हूँ और मेरी हाईट 5.11 इंच है. मेरा लंड 6 इंच का है और बचपन से ही मेरा पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद की तरफ ज़्यादा झुकाव रहा है. मुझे लड़की से फ्रेंडशिप करना और उनसे बात करना बहुत पसंद है. दोस्तों में आज आप सभी को अपनी एक घटना सुनाने जा रहा हूँ. वैसे मुझे उम्मीद है कि यह आप सभी को बहुत अच्छी लगेगी, क्योंकि में बहुत सालों से सेक्सी कहानियाँ पढ़ता आ रहा हूँ और उन्हे पढ़ने के बाद मैंने अपनी कहानी भेजने का विचार किया.
अब में थोड़ा बहुत अपने बारे में भी बता देता हूँ. दोस्तों में कोलकाता का रहने वाला हूँ और यह बात तब की है जब में अपनी 12th क्लास की पढ़ाई पूरी कर चुका था और उस समय मेरी छुट्टियाँ चल रही थी और तब में हर रोज करीब तीन चार घंटे नेट पर बैठा रहता था तो उसी समय मेरी दोस्ती एक लड़की से हुई, उसका नाम सोनिया था और धीरे धीरे हमारी दोस्ती कब प्यार में बदल गई मुझे पता ही नहीं चला और अब हम लोग रात में कई घंटो तक बात किया करते थे और फिर एक दिन सोनिया ने मुझसे पूछा कि क्यों तुम्हारी पहले की गर्लफ्रेंड सब तुमसे संतुष्ट है ना?
तो में कुछ समझ नहीं सका और थोड़ी देर बाद मैंने कहा कि हाँ मुझे लगता तो है और वो मेरी बात को सुनकर एकदम से हंस पड़ी और बोली कि किस तरह से संतुष्ट? तो मैंने कहा कि सभी कामों में. वो बोली कि क्या तुमने कभी किसी के साथ सेक्स किया है? तो मैंने कहा कि नहीं तो. फिर वो बोली कि फिर क्यों कह रहे हो कि तुमने उन्हे संतुष्ट किया है? तो मुझे उसकी यह बात सुनकर थोड़ा गुस्सा आया और मैंने उसको मैसेज करना बंद कर दिया. लेकिन वो हर रोज मुझे मैसेज किया करती थी. में उसके मैसेज का कोई भी जवाब नहीं देता था.
फिर एक दिन वो बोली कि मुझे तुमसे मिलना है. मैंने कहा कि ठीक है और मैंने उसे मिलने की जगह बताई और हम दोनों एक गार्डन में मिले. दोस्तों में उसे देखता ही रह गया वो क्या मस्त लग रही थी? उसने एकदम टाईट टॉप, स्कर्ट पहना था जिसकी वजह से उसके बूब्स बहुत मस्त सेक्सी दिख रहे थे और उसकी वो छोटी सी स्कर्ट उसके घुटनों ऊपर तक थी, में तो उसे देखकर एकदम दंग सा रह गया. उसके बाल साफ किए हुए चिकने पैर को देखकर मुझे उसके जिस्म का अंदाजा लग गया. फिर वो मेरे पास आई और मुझे किस करने लगी और बोली कि तुम मेरे मैसेज का जवाब क्यों नहीं दे रहे, क्या मुझसे नाराज हो? तो मैंने बोला कि मुझे बहुत बुरा लगा जब तुमने मुझसे बोला कि मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को संतुष्ट किया है या नहीं और में उसके बारे में क्या समझता हूँ?
वो बोली कि अरे में तो तुमसे मज़ाक कर रही थी. (दोस्तों मुझे तब कुछ अलग लग सा रहा था कि शायद आज कुछ तो होने वाला है, वो मेरी हर एक बात का हंसकर जवाब दे रही थी) फिर हम दोनों किस करने लगे और पता नहीं कब मैंने उसके बूब्स पर हाथ रख दिया और धीरे धीरे सहलाने, दबाने लगा, लेकिन वो अब कुछ अलग तरह से व्यहवार नहीं कर रही थी और मैंने फिर उसके टॉप को ऊपर कर दिया और एक एक बूब्स को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा, वो मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी और सिसकियाँ ले रही थी. फिर वहीं पर हमारा एक बार बिना कंडोम के सेक्स हो गया.
फिर हम दोनों वहां पर कुछ देर रुककर वहां से चले आए. उसके बाद से हमारा सेक्स चेट चलता रहा. हम एक हफ्ते में करीब दो बार तो पक्का सेक्स करते. तो एक दिन रात में सोनिया का कॉल आया वो मुझसे बोली कि मुझे तुमसे एक बात पूछना है तो मैंने कहा कि हाँ जरुर पूछो? तो वो बोली कि उसकी एक दोस्त है, उसका नाम आयुषी है, जो उसकी क्लास में पड़ती है और वो एक बार हम दोनों को सेक्स करते हुए देखना चाहती है तो मैंने उसकी बात को सुनकर सोचा कि शायद वो मुझसे मज़ाक कर रही है. मैंने बोला कि हाँ ठीक है कल में तेरे घर पर आऊंगा तब उसे भी बुला लेना, उसे भी जो करना होगा कर लेगी और फिर में उससे थोड़ी देर बात करके सो गया.
फिर उसके अगले दिन शाम के 6 बजे में उसके घर पर गया और जब मैंने उसके घर के दरवाजे पर लगी हुई घंटी बजाई तो दरवाजा खुलते ही मुझे दरवाजे पर एक सुंदर सी मस्त माल नजर आई. उसकी हाईट करीब 5.8 इंच होगी और उसके फिगर का साईज करीब 32-28-34 होगा. में उसे घूरकर देखता रह गया. फिर वो मुझसे बोली कि सोनिया नहा रही है और उसने मुझे अंदर आकर बैठने को कहा और में रूम में जाकर सोफे पर बैठ गया.
फिर वो लड़की फिर से मेरे पास आई और बोली कि मेरा नाम आयुषी है. दोस्तों में उसे देखकर एकदम पागल सा हो गया और उसके सेक्सी जिस्म को देखकर में मन ही मन सोच रहा था कि इसको अभी इसी समय पकड़कर चोद दूँ, लेकिन मैंने फिर अपने आप पर बहुत कंट्रोल किया.
फिर कुछ देर के बाद सोनिया नहाकर बाहर आई, वो भी कम नहीं थी, उसके फिगर का साईज 32-30-34 करीब होगा और उसका मस्त गोरा रंग है. फिर वो दोनों एक दूसरे की तरफ देखकर हंसने लगी और में उनके जिस्म को देखकर पागल होता रहा. तो सोनिया मेरे पास आई और बोली कि क्यों अब शुरू करे? मैंने कहा कि यहाँ पर तेरी दोस्त है तो हम यहाँ पर कैसे कर सकते है?
वो बोली कि आयुषी ने मुझसे बोला था कि वो हमें एक बार अपनी आखों से सेक्स करते हुए देखना चाहती है और वो यह बात कभी किसी को नहीं बोलेगी. फिर में बोला कि ठीक है, लेकिन उसके बाद तेरी रिस्क है. वो बोली कि ठीक है और फिर हम दोनों एक रूम में गये. लेकिन आयुषी अभी तक बाहर खड़ी हुई थी, वो शायद दरवाजे के पास खड़ी थी, मुझे दरवाजे के नीचे से उसकी परछाई नजर आ रही थी और फिर हम किस करते करते पूरे नंगे हो गये और फिर मैंने सही मौका देखकर अपना लंड उसके मुहं में डाल दिया, वो बहुत मज़े से मेरा लंड चूस रही थी और में उसके बूब्स को निचोड़ रहा था. वो जोश में आकर गरम हो गई और मेरे लंड को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी.
फिर मैंने आयुषी को आवाज देकर अंदर बुलाया. आयुषी अंदर आई और वो हमे इस हालत में देखकर एकदम चकित हो गयी और अब उसकी आँखे मेरे लंड पर से हट ही नहीं रही थी. वो मेरे लंड को सोनिया में मुहं में अंदर बाहर जाते हुए देख रही थी. फिर मैंने उससे पूछा कि क्यों कैसा लगा यह सब देखकर? वो कुछ नहीं बोली. लेकिन फिर हंस पड़ी और वो वहीं पर एक कुर्सी लेकर बैठ गई.
सोनिया तब भी मेरा लंड चूस रही थी. फिर मैंने सोनिया को अपनी गोद में उठाया और बेड पर लेटा दिया और उसे सीधा लेटाकर उसकी चूत को चाटने लगा. वो मज़े से ऊओफफफफ्फ़ अह्ह्ह्हह आईईईईइ कह रही थी और में उसकी चूत चाट रहा था तो वो करीब दस मिनट चूसने के बाद एक बार झड़ गई और में उसकी चूत को अपनी जीभ से चाट चाटकर साफ कर रहा था. तभी मैंने आयुषी की तरफ देखा, वो हमें बहुत ध्यान से देख रही थी और जोश से एकदम लाल हो चुकी थी. मुझे पता था कि अब उसकी चूत भी गीली हो चुकी है, तो मैंने सोनिया से कहा कि क्यों अब अंदर डाल दूँ क्या?
वो बोली कि प्लीज थोड़ा जल्दी डालो, अब मुझसे रहा नहीं जा रहा, प्लीज अब बातें बंद करो और अपने काम पर ध्यान दो तो मैंने कहा कि जानेमन यह लंड तेरा है और थोड़ा सब्र कर, यह तुझे जरुर दूँगा और अब वो डॉगी स्टाईल में आ गई. मैंने अपने लंड को चूत के मुहं पर रखा और उसकी कमर को कसकर पकड़कर एक ही जोरदार झटके में अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया. जिसकी वजह से वो ज़ोर से चीखने, चिल्लाने लगी और कहने लगी कि प्लीज थोड़ा धीरे करो अह्ह्ह्हह आईईई प्लीज मेरी चूत पर थोड़ा रहम करो अह्ह्ह्हह्ह मेरी चूत फट जाएगी, प्लीज थोड़ा धीरे धीरे करो.
फिर उसे और भी ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चोदने लगा. मेरी पकड़ मजबूत होने की वजह से वो मुझसे छूट भी नहीं सकती थी. मेरे आगे उसकी हर एक कोशिश नाकाम थी और में अपने चुदाई के काम में पूरी मेहनत और लगन से लगा रहा, में उसको लगातार धक्के देकर चोदता रहा. फिर कुछ देर ताबड़तोड़ धक्कों के बाद वो अब शांत होकर चुदाई के मज़े लेने लगी और मुझे कहने लगी अह्ह्ह्हह्ह हाँ और ज़ोर से, हाँ चोद डालो मेरी चूत आज, फाड़ दो, बना दो इसे चोद चोदकर भोसड़ा और फिर कुछ देर बाद सोनिया और आयुषी आपस में बातें करने लगे तो उनकी बातों को सुनकर मेरा लंड और भी टाईट हो रहा था. अब वो एकदम पत्थर की तरह सख्त हो गया था.
फिर सोनिया आयुषी से बोली कि तुझे भी यह चाहिए क्या? तो आयुषी बोली कि हाँ, लेकिन मुझे बहुत डर लगता है. फिर सोनिया ने कहा कि तू बिल्कुल भी डर मत, मेरा शशांक बहुत मस्त तरीके से चोदता है. तुझे पहली बार थोड़ा दर्द होगा, लेकिन वो तेरी इस बात का पूरा ख्याल रखेगा, तू एक बार इसका लंड लेकर तो देख, तुझे भी मेरी तरह बहुत मज़ा आएगा और वो दोनों हंस पड़ी.
फिर मैंने आयुषी से कहा कि क्या तुम मेरे लंड को छूना पसंद करोगी? तो वो बोली कि हाँ ठीक है और वो मेरे पास आई और उसने मेरे लंड को पकड़ लिया, लेकिन तब भी में सोनिया को लंड दे रहा था, मेरा आधा लंड चूत में और आधा उसके हाथ में था तो आयुषी ऐसा करने से बहुत डर रही थी, वो उसे छूकर बोली कि यह तो बहुत गरम है. मैंने कहा कि हो सकता है शायद तुमने इसे अभी छुआ है ना तो यह साला इतना गरम हो गया है. फिर वो मेरी यह बात सुनकर हंस पड़ी और मैंने उसे अपनी तरफ पकड़कर खींचा और हमने किस किया.
फिर करीब तीन मिनट किस के बाद आयुषी बोली कि सोनिया क्या में तेरे बॉयफ्रेंड का लंड अपने मुहं में ले लूँ? तुझे इसमें कोई आपत्ति तो नहीं है ना? लेकिन अब सोनिया अपने होश में नहीं थी और वो बोली कि हाँ ठीक है ले ले. में तो अब उसके मुहं से यह बात सुनकर बिल्कुल पागल हो गया था. में मन ही मन सोच रहा था कि आज मुझे एक कुँवारी चूत चोदने को मिलेगी.
अब आयुषी नीचे बैठ गई और उसने सबसे पहले मेरा लंड अपनी जीभ से छुआ, जिसकी वजह से मुझे 300 वॉट का झटका लगा. फिर उसने कहा कि यह सब तो बहुत अजीब है, लेकिन इसका स्वाद बहुत अच्छा है. फिर में बोला कि तो अब इंतज़ार किस बात का? जल्दी से अपना मुहं खोलो और अंदर जाने दो मेरे इस छोटे दोस्त को? तो वो बोली कि ठीक है और मैंने अपना लंड उसके मुहं में डाल दिया और वो बहुत धीरे धीरे चूसने लगी और अब में एकदम पागल सा हो रहा था.
वो मेरे लंड को अपने एक हाथ से पकड़कर सोफ्टी की तरह अपनी जीभ से चाटने लगी. फिर कुछ देर बाद में झड़ गया और मैंने अपना वीर्य उसके मुहं में डाल दिया और वो मेरे लंड को अपनी जीभ से चाट चाटकर साफ करने लगी. दोस्तों उसके बाद मैंने उसको बहुत जमकर चोदा और उसकी चूत को अपने लंड का वो पहला सुख दिया, जिसको वो मुझसे चाहती थी. मैंने उसको अपनी चुदाई से पूरी तरह से संतुष्ट किया और हमने चुदाई के बहुत मज़े लिए.
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आँचल की जोरदार चुदाई


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम वीरेन है और में आज आप सभी को अपनी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ जो कि मेरे साथ हाल ही में घटी है. दोस्तों मेरी उम्र 23 साल है. मेरा रंग गोरा और मेरी हाईट 5.11 इंच है. मेरे लंड का साईज़ 8.5 इंच है और 5 इंच मोटा है. में एक कॉलेज में पढ़ता हूँ. उसी कॉलेज में मेरी एक इलेक्ट्रॉनिक लेब की एक मेडम है.
उनका नाम आँचल है और उनकी उम्र करीब 26 साल है और वो अभी तक कुँवारी है. में उन्हे देखकर हमेंशा पागल हो जाता हूँ क्योंकि वो बहुत ही सुंदर दिखती है. उनके फिगर का साईज करीब 36-32-34 है, लेकिन उनका रंग गेंहुआ है, मतलब गोरी से थोड़ा सा कम और सावलीं से ज़्यादा. में उनको अधिकतर समय घूरता रहता था. वो भी मुझे देखा करती थी और बस दूर से ही मुस्कुराकर रह जाती थी, लेकिन में जब भी उनको देखता तो मुझसे बिल्कुल भी कंट्रोल नहीं होता था. मेरा मन करता था कि में उन्हे वहीं पर चोद दूं, लेकिन में मजबूर था.
तो एक दिन की बात है, हमारे क्लास का लेब हो रहा था और में उनको लगातार देख रहा था और जब अचानक से उन्होंने मेरी तरफ देखा तो मैंने उनकी तरफ आँख मार दी. तो वो हड़बड़ाकर इधर उधर देखने लगी कि कोई हमें देख तो नहीं रहा. लेकिन किस्मत से उस समय हमें किसी ने नहीं देखा था. फिर कुछ देर के बाद जब सभी बच्चे लेब ख़त्म होने के बाद क्लास से बाहर जाने लगे तो में जानबूझ कर सबसे पीछे निकाला और फिर मेडम ने मुझे रोक लिया और उसने मुझसे पूछा.
आँचल : तुमने मुझे आंख कैसे मारी?
वीरेन : वो तो बहुत सीधा काम है, क्या तुम्हे वो पसंद आया?
फिर मैंने उनके बूब्स को पकड़कर दबा दिया
आँचल : आऊच तुम यह क्या कर रहे हो, तुम्हे कुछ होश भी है या नहीं?
तो मैंने उनकी साड़ी के ऊपर से ही चूत पर अपना एक हाथ रखकर कहा कि में आपको बहुत प्यार करता हूँ और आपके साथ सेक्स करना चाहता हूँ.
आँचल : तुम यह क्या कर रहे हो, बंद करो यह सब, हमें कोई देख लेगा?
तो मैंने कहा कि तो फिर आप मुझे ऐसी कोई जगह बताओ जहाँ पर हमारे अलावा कोई हमें देख ना पाए?
आँचल : तो तुम मेरे घर पर आ जाओ, वहां पर कोई भी नहीं है, में तुम्हे अपने घर का पता दे देती हूँ.
तो मैंने कहा कि मुझे कोई पता नहीं चाहिए, कॉलेज की छुट्टी के बाद हम साथ चलेंगे.
आँचल : मुस्कुराकर बोली कि ठीक है .
तो मैंने उनके बूब्स को कसकर ज़ोर से दबाया और वहां से चला गया. छुट्टी होने के बाद हम साथ साथ कॉलेज से बाहर निकले और मैंने मेडम को अपनी बाईक पर बैठाया और उनके घर चल दिए. घर पहुंचते ही मैंने मेडम के दरवाजे को बंद किया और अब मैंने मेडम को पीछे से पकड़ लिया और अपना हाथ उनके हाथ पर सहलाने लगा. मेडम वहीं पर गर्म होने लगी. में उनकी गर्दन पर चूमने लगा और चूमते चूमते मेडम को आगे घुमाया और उनकी साड़ी का पल्लू हटाया और उनका ब्लाउज खोल दिया.
फिर ब्रा के ऊपर से ही उनकी छाती को चाटने लगा तो मेडम ने मुझे हटाया और मुझे स्मूच करने लगी. हम लोगों का स्मूच लगभग बीस मिनट तक चला, कभी वो मेरी जीभ को चूसती तो कभी में उनकी जीभ को चूसता और जब में उनके नीचे वाले होंठ को चूसता तो वो मेरे ऊपर वाले होंठ को चूसती तो कभी वो मेरे नीचे वाले होंठ को चूसती. अब में धीरे धीरे चूमते चूसते नीचे आ गया. फिर मैंने उनकी ब्रा को खोल दिया. वो शरमा रही थी और अपने बूब्स अपने दोनों हाथों से छुपा रही थी. तो मैंने उनको अपनी गोद में उठाया और उनके बेडरूम में ले गया और उनके बेड पर लेटा दिया. वो अपना बूब्स छुपाते हुए पलट गई, लेकिन मैंने उन्हे पलटने से रोका और बाकी की साड़ी को भी निकाल दिया और अब मेडम मेरे सामने पूरी नंगी थी. मैंने मेडम के एक बूब्स को मुहं में लेकर चूसने लगा और दूसरे को दबाने लगा.
तो मेडम की साँसे फूलने लगी और मेडम पूरी तह से कांप रही थी. उनके चेहरे पर पसीने की कुछ बूंदे दिखने लगी थी, जिससे मुझे पता चल गया था कि मेडम अभी तक कुँवारी है और में उनके दोनों बूब्स को चूसकर उनकी चूत पर आया तो वो अपने दोनों पैरों को घुमाने लगी.
मैंने अपने हाथों से मेडम का पैर पकड़कर फैलाया और अपना मुहं उनकी चूत पर ज्यो ही रखा तो वो पूरी तरह से सिहर उठी और पहली बार बोली आह्ह्ह्हह्ह ऊऊह्ह्ह्हह् वीरेन तुम यह क्या कर रहे हो? और अपने पैरों के बीच मेरे सर को दबाकर अपनी कमर को हिलाने लगी. तभी मैंने मेडम की चूत को अपने दांतो से काट लिया, थोड़ा सा तो वो चिल्लाई आह्ह्ह्ह वीरेन प्लीज आईईईईई दाँत ना लगाओ, मुझे बहुत दर्द होता है और अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था. मैंने भी अपनी शर्ट, पेंट और अंडरवियर को उतार दिया और मेडम को अपना लंड दिखाया तो वो लंड देखकर एकदम डर सी गई और बोली कि नहीं उन्हें सेक्स नहीं करना, क्योंकि मेरा लंड उनकी चूत में नहीं जा सकता, लेकिन मैंने उन्हे किसी तरह से समझाया और सेक्स करने के लिए मनाया.
फिर मैंने उनके पैरों को फैलाकर अपना लंड उनकी चूत पर सेट किया और एक जोरदार झटका दिया और मेरा पूरा का पूरा लंड मेडम की गरम जोश से भरी गीली चूत में फिसलता हुआ चला गया. मेडम पूरे ज़ोर से चिल्लाई और हांफते हुए रोने लगी. तो मैंने उनके मुहं पर अपना मुहं रख दिया और स्मूच करने लगा और धीरे धीरे धक्के लगाने लगा. उनकी चूत बहुत टाईट लग रही थी और करीब 15 मिनट के बाद में मेडम को थोड़ा अच्छा महसूस हुआ.
मैंने अपना लंड अब अंदर बाहर करना शुरू किया और धीरे धीरे अपनी चुदाई की स्पीड को बड़ा दिया और अब मेरा लंड बहुत आसानी से चूत के अंदर बाहर हो रहा था और जब कुछ देर के बाद मैंने जब अपने लंड को चूत से बाहर निकाला तो में बिल्कुल चकित रह गया कि उनकी चूत से एक भी बूंद खून नहीं निकला था. फिर मैंने मेडम को डॉगी स्टाइल में आने को कहा और फिर मैंने उन्हे डॉगी स्टाइल में जबरदस्त चोदा और करीब 55 मिनट की चुदाई के बाद में उनकी चूत में झड़ गया और थककर उनके ऊपर लेट गया और उनके बूब्स को सहलाने लगा और कुछ देर के बाद में उनके बूब्स को चूमने, चूसने लगा और थोड़ी ही देर बाद मेडम उठकर बाथरूम में चली गई और अपनी चूत को अच्छी तरह से धोकर आ गई और मेरी छाती से लिपटकर मेरी बाहों में लेट गई.
फिर मैंने उनसे पूछा कि आप मुझे सच सच बताए कि आप आज तक कितनी बार सेक्स कर चुकी है? तो वो बोली कि यह आज मेरा पहली बार सेक्स था. तो मैंने कहा कि नहीं आप मुझसे कुछ छुपा रही हो ऐसा हो ही नहीं सकता? और अगर ऐसा था तो आपकी इस पहली घमासान चुदाई से आपकी चूत से खून क्यों नहीं निकाला? तो वो मुझसे बोली कि वीरेन जब में 20 साल की थी तब दो लड़को ने मेरा रेप किया था और इसलिए मेरी चूत की सील पहले से ही टूटी हुई है.
मैंने कहा कि तो कोई बात नहीं मेडम अब आप बिल्कुल भी टेंशन ना लो, में हूँ ना. तो वो मुझसे बोली कि वीरेन क्या तुम मुझसे शादी करोगे? तो मैंने कहा कि लेकिन मेडम यह कैसे हो सकता है? वो बोली कि देखो वीरेन हम दोनों की उम्र में मात्र 4 साल का अंतर है जिससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता है, में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ और में अब तुमसे शादी भी करना चाहती हूँ. वीरेन प्लीज तुम वो पहले इंसान हो जो मेरे दिल को बहुत अच्छे लगे हो और तुमने आज मुझे चोदकर वो सुख दिया है जिसको में बहुत सालों से तलाश रही थी. तुमने मुझे आज पूरी तरह से संतुष्टि का सुख दिया है और में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ. वीरेन हम दोनों कॉलेज छोड़ देंगे और अपनी एक नई दुनिया बसाएँगे, प्लीज अब मान भी जाओ ना वीरेन, प्लीज मेरी जान अब जिद छोड़ दो.
तो मैंने कुछ देर सोचने के बाद कहा कि ठीक है मेडम, में भी आपसे बहुत प्यार करता हूँ और में आपसे शादी भी करने को तैयार हूँ, लेकिन सिर्फ़ आप एक साल रुक जाए, क्योंकि इसके बाद मेरा एक साल और है, फिर मेरी पढ़ाई पूरी होने के बाद मुझे कहीं भी अच्छी सी नौकरी मिल जाएगी और हम दोनों एक साथ रहने लगेंगे और हम दोनों उसी समय शादी भी कर लेंगे.
मेडम ख़ुशी से मुझे चूमते, चाटते हुए बोली कि सच में मुझे बिल्कुल भी विश्वास नहीं होता कि तुम मान गये, में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ, तुम बहुत अच्छे हो वीरेन. दोस्तों फिर उसके बाद हम लोगों ने उस रात करीब चार बार और सेक्स किया और फिर हम लोग रोज रोज सेक्स करने लगे. में हर रोज उनकी ज़ोर ज़ोर से जमकर चुदाई करता और बस अब उनकी गांड मारनी ही बाकी है और में जब भी उनकी गांड मारना चाहता हूँ तो वो मुझे साफ मना कर देती है और कहती है कि अपनी सुहागरात के लिए भी तो कुछ बचाकर रख लो और तुम सुहागरात के दिन ही मेरी गांड मारना और में तुमसे उस दिन कुछ भी नहीं कहूंगी.
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स्कूल के मालिक ने सपना पूरा किया


हैल्लो दोस्तों, में आज आप सभी लोगों को जो स्टोरी सुनाने करने जा रही हूँ, वो मेरी खुद की एक सच्ची घटना है. दोस्तों मेरा नाम रिया है और मेरी उम्र 25 साल और मेरे फिगर का साईज 34-32-36 है. मेरा गदराया हुआ बदन, रंग गोरा, सुंदर चेहरा, गुलाबी होंठ, बड़े बड़े बूब्स और उस पर हल्के भूरे रंग के निप्पल में बहुत ही सुंदर दिखती हूँ. मुझे देखकर बहुत से लड़के मुझे लाईन मारते है लेकिन में उन्हे कभी भी कोई मौका नहीं देती हूँ और में एक स्कूल टीचर हूँ.
दोस्तों एक उम्र के बाद सबको अपना बिस्तर सूना लगता है. हर एक लड़का और हर एक लड़की चाहती है कि रात में कोई उसके साथ हो जो पूरी रात उसे अपनी बाहों में लेकर प्यार करे, उसे चूमे चाटे, उसके बूब्स को दबाए, उसकी निप्पल को चूसे, उसकी चूत को चूमे और उसकी चुदाई करे. दोस्तों, में भी कुछ समय पहले ऐसा ही सोचती थी और एक दिन मेरा यह सपना पूरा किया मेरे स्कूल के प्रिन्सिपल ने.
दोस्तों में जिस स्कूल में पढ़ाती हूँ उसके मालिक बहुत ही स्मार्ट हेंडसम है, लेकिन वो एक शादीशुदा और साथ में दो बच्चो के बाप भी है. लेकिन फिर भी उन्हे देखते ही मेरी चूत में एकदम आग लग जाती थी और मेरा दिल करता था कि बस अभी आकर वो मुझे अपनी बाहों में जकड़ ले और मेरी चूत को बहुत देर तक अपने मोटे लंड से चोदे और मेरी चूत को शांत करके मेरी इच्छा को पूरा करें. दोस्तों, फिर धीरे धीरे मुझे पता चला कि वो भी एक आशिक मिज़ाज़ के है और वो भी मेरी तरफ थोड़ा झुके हुए है. मेरे तो सपनो को पर मिल गये और अब मुझे क्या चाहिए था? तो धीरे धीरे हम दोनों में बात होने लगी और थोड़ा बहुत नॉनवेज हंसी मज़ाक भी होने लगा और फिर जब भी मौका मिलता, वो मुझे अपनी बाहों में ले लेते थे, मेरे होंठो को चूमते, मेरे बूब्स को दबाते, तो में बहुत गरम हो जाती थी. लेकिन मुझे पूरी तरह से चुदने का अच्छा मौका नहीं मिल पा रहा था. लेकिन उन 7 दिन की सर्दीयों की छुट्टियों में हम दोनों को वो मस्त मौका भी मिल ही गया, जब उनकी पत्नी सर्दीयों की छुट्टियों में आउट ऑफ स्टेशन चली गयी.
तो उन्होंने एक दिन फोन करके मुझे अपने घर पर बुलाया. में उनका फोन आते ही मन ही मन बहुत खुश होने लगी और सोचने लगी कि आज मेरी चूत को चुदने का मौका मिलने वाला है. में आज अपनी चूत को चुदवाकर शांत करूंगी और फिर यही सब बातें सोच सोचकर में तैयार हुई और जब में उनके घर पर गयी तो मैंने देखा कि वो अकेले ही अपने बेडरूम में लेटे हुए थे और फिर में भी उनके पास उनकी रज़ाई में जाकर बैठ गई. पहले तो उन्होंने मुझे अपनी बाहों में ले लिया और बुरी तरह से चूमने चाटने लगे और बहुत देर तक तो वो मेरे होंठो को चूमते चूसते रहे और में भी मज़े लेने लगी और अब धीरे धीरे उनके हाथ मेरे बूब्स पर चलने लगे. लेकिन वो मेरे बूब्स को ऐसे दबा रहे थे जैसे कि उन्हे पहले बार किसी लड़की के बूब्स दबाने का मौका मिला हो और अब उनके हाथ धीरे धीरे मेरे बूब्स से होते हुए मेरी जाँघो पर घूमने लगे.
दोस्तों मैंने एकदम टाईट फिटिंग जीन्स और टी-शर्ट पहनी हुई थी, जिसमे से मेरा कसा हुआ बदन उन्हे और भी ज्यादा गरम कर रहा था. तो में भी अब फुल मूड में थी और उनका वो चूमना, मेरे बूब्स को दबाना, मुझे और भी गरम कर रहा था. मैंने उनकी शर्ट के बटन खोले और खुद ही उनकी पेंट की ज़िप खोलकर, उनके लंड को बाहर निकालकर हाथों से धीरे धीरे सहलाने लगी तो वो और भी गरम हो गये और फिर उन्होंने मेरी जीन्स में अपना हाथ डालने की कोशिश की लेकिन ज्यादा टाईट होने की वजह से उनका हाथ अंदर नहीं जा रहा था.
अब तक मेरी चूत बहुत गरम हो चुकी थी, तो मैंने खुद ही अपनी जीन्स को उतार दिया और उन्होंने अपने हाथों से मेरी गरम चूत को सहलाना शुरू कर दिया. आअहह सस्स्स्स्सस्स आईईईईइ और में सिसकियों के साथ साथ उनके लंड को पकड़कर धीरे धीरे सहला रही थी और बहुत देर तक हम एक दूसरे को चूमते, चाटते और सहलाते रहे. फिर उन्होंने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मुझे पूरा नंगा करके बिस्तर पर लेटा दिया और मुझे ऊपर से नीचे तक घूर घूरकर देखने लगे. फिर बोले कि जब से मैंने तुम्हे देखा था, तब से में तुम्हे बिल्कुल नंगा अपने सामने ऐसे ही लेटे हुए देखना चाहता था.
मैंने भी थोड़ा शरमाकर कहा कि हाँ में भी आपको बहुत समय से नंगा देखना चाहती थी और मेरे मुहं से इतना सुनते ही उन्होंने अपने सारे कपड़े उतार दिए और बिल्कुल नंगे होकर बोले कि यह लो देखा लो. यह लंड कब से तुम्हारी इस गरम गरम चूत में जाने को तैयार होकर तनकर खड़ा हुआ है और यह तुम्हे देखते ही पेंट में भी खड़ा हो जाता है.
फिर इतना कहकर उन्होंने अपने दोनों हाथों से पकड़कर मेरे दोनों पैरों को चौड़ा कर दिया और अपने होंठो को मेरी चूत के होंठो पर लगा दिया और मेरी चूत को चूसने लगे और उनके चूत को चूसने के तरीके ने मेरे पूरे बदन में आग सी लगा दी और में ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी और कहने लगी आआअहह आईईईई वाह बहुत मज़ा आ रहा है, हाँ और चूसो अह्ह्ह्हह मज़ा आ रहा है और ज़ोर से चूसो, मेरे मुहं से यह शब्द निकलने लगे और फिर मैंने अपने हाथों से उनका सर पकड़ा और अपनी चूत की तरफ धकेलने लगी.
मेरा तो जी कर रहा था कि उनका पूरा मुहं अपनी चूत में ही घुसा दूँ और वो भी पागलों की तरह मेरी चूत चाट रहे थे और कभी मेरी जाँघो पर अपने हाथ घुमाते तो कभी मेरी निप्पल को रगड़ रहे थे और मेरी चूत गीली हो गयी थी और उनकी इन हरकतों से में एकदम जोश से भर गई. तो मैंने सोचा कि क्यों ना में भी इन्हे मज़े करवा देती हूँ ताकि यह मेरे और भी दीवाने हो जाए और फिर हमने 69 वाला पोज बनाया, मतलब उनका लंड मेरे मुहं में और मेरी चूत उनके मुहं के पास और इस तरह वो मेरी चूत चूम रहे थे, उसे चाट रहे थे, अंदर तक सक कर रहे थे और में उनके लंड को अच्छे से कभी ऊपर से नीचे से मुहं में लेकर चूस रही थी, जिससे वो और भी ज्यादा गरम होकर मेरी चूत को चूसने लगे.
फिर उन्होंने अपनी एक उंगली को मेरी चूत में डाल दिया और उसे मेरी चूत में इधर उधर, आगे पीछे, ऊपर नीचे घुमाने लगे, जिससे मेरी चूत में अब और भी आग लग गयी. में अपनी चूत में उनका वो लंबा, मोटा लंड जो मेरे मुहं में था, लेने को मचलने लगी और बिन पानी की मछली की तरह तड़पने लगी और बिना किसी शरमो हया के एकदम मेरे मुहं से निकल गया कि इस उंगली से क्या होगा? इस चूत को तो आपका मोटा लंड चाहिए. तो इतना सुनते ही वो उठ गये और मेरे ऊपर लेट गये और फिर वो बोले कि यह लंड भी कब से तुम्हारी चूत में जाने को मचल रहा है, प्लीज इसे अपने कोमल कोमल हाथों से पकड़कर डाल दो.
मैंने अपने हाथों से उनका लंड पकड़कर अपनी हॉट चूत में डाला और मैंने इससे पहले कभी भी अपनी चूत की चुदाई नहीं करवाई थी, तो मेरी चूत में थोड़ा कसाव था. जिसकी वजह से मुझे थोड़ा सा दर्द हुआ, लेकिन वो दर्द उस मज़े से बहुत कम था जो मुझे उस वक़्त आ रहा था अपनी चुदाई करवाते हुए. तो उन्होंने मुझसे पूछा कि क्यों तुम्हे दर्द तो नहीं हो रहा?
मैंने कहा कि नहीं दर्द तो तब होगा जब आप मेरी चूत को नहीं चोदोगे और फिर इतना सुनते ही उन्होंने अपना लंड एक ही झटके में पूरा का पूरा मेरी चूत में डाल दिया और मेरे बूब्स को दबाने लगे. कभी वो मेरे बूब्स को दबाते तो कभी मेरी निप्पल को चूसते और कभी मेरे हाथों को और अब वो लगातार अपना लंड अंदर बाहर करने लगे. एक बार लंड को अंदर डालते और एक बार उसे बाहर निकालते. दोस्तों कसम से उस वक़्त मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे में जन्नत की सेर पर हूँ, वैसे तो चुदाई में सभी को मज़ा आता है. लेकिन जब आपकी चूत में उस बंदे का लंड हो जिसका लंड आप बहुत समय से लेना चाहते हो तो फिर चुदवाने का मज़ा ही डबल हो जाता है.
फिर मुझे चोदते हुए उन्होंने कहा कि उनका मन शुरू से ही किसी कच्ची कली की चूत देखने और उसे चोदने का बहुत करता था. जिसकी चूत पर एक भी बाल ना हो जो अपनी चूत का बहुत ही अच्छी तरह से ख्याल रखती हो, मुझे तो वही चूत चाहिए. दोस्तों में उनके चोदने के तरीके और उसकी चुदाई से इतना खुश थी कि मैंने उनसे वादा किया कि में तुम से बहुत ही जल्द किसी कच्ची कली की चुदाई करवाउंगी. तो यह बात सुनकर वो और भी ज्यादा ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर लंड को अंदर बाहर करने लगे, जिसका एहसास मुझे अंदर तक हो रहा था, क्योंकि उनका लंड भी बहुत मोटा था और उनका चुदाई करने का तरीका तो उससे भी ज्यादा मजेदार और जोश से भरपूर था.
फिर करीब 15 मिनट तक वो मुझे लगातार धक्के देकर चोदते रहे और इस बीच हमने कई बार अपने चोदने का तरीका बदला. जैसे कभी में उनके ऊपर आकर उनके लंड पर बैठकर ऊपर नीचे हो रही थी, उस वक़्त मेरे बूब्स भी ऊपर नीचे हो रहे थे और यह सब में सामने लगे कांच में देख रही थी. फिर हम ने कुछ देर बाद डॉगी स्टाईल में भी सेक्स किया और जब में डॉग स्टाईल में आई तो वो बोले कि उनका मन लंड को मेरे पीछे मेरी गांड में डालने का हो रहा है.
दोस्तों मैंने सुना था कि पीछे से चुदाई करवाने में बहुत दर्द होता है और मैंने यही बात उनसे कही. तो उन्होंने कहा कि मेरी जान तुम्हे कुछ नहीं होगा में हूँ ना और फिर मैंने उन पर विश्वास करके हाँ कर दी. तो उन्होंने अपने लंड पर थोड़ा सा तेल लगाया और फिर धीरे धीरे मेरी गांड में डालने लगे और बोले कि थोड़ा दर्द होगा. लेकिन कुछ देर बाद बहुत मज़ा भी मिलेगा.
दोस्तों में ना जाने किस नशे में थी, मुझे पता भी नहीं चला कि कब उनका लंड मेरी गांड में चला गया और वो मेरी गांड मारने लगे. लेकिन मेरी गांड के अंदर बाहर जाते समय लंड मुझे महसूस हो रहा था. फिर तो वो कभी लंड को धक्का देकर मेरी गांड में डालते तो कभी मेरी चूत में और जब उनका वीर्य निकलने लगा तो वो और भी ज्यादा ज़ोर ज़ोर से धक्के देने लगे और फिर उन्होंने मुझे सीधा किया और मेरे ऊपर लेटकर लंड को आगे से चूत में डाल दिया और ज़ोर ज़ोर से धक्कों के साथ चोदने लगे और फिर 5 मिनट के बाद उनका वीर्य निकलने लगा. तो वो बोले कि क्यों अंदर ही छोड़ दूँ क्या?
फिर मैंने कहा कि हाँ छोड़ दो क्योंकि अब मेरी चूत से भी पानी निकलने लगा था और फिर उन्होंने चूत के अंदर ही अपना गरम गरम लावा छोड़ दिया और मेरी चूत से भी पानी निकल गया. तो उसके बाद भी 5 मिनट तक वो मेरे ऊपर उसी हाल में लेटे रहे और हम दोनों ने एक दूसरे को कसकर गले से लगा रखा था और उसके बाद हम उठे, उन्होंने एक बार फिर से मेरे होंठो को चूमा और हम दोनों ने बाथरूम में जाकर साथ में शावर लिया और कपड़े पहने. फिर उन्होंने चाय बनाई और हम दोनों ने एक साथ में बैठकर चाय पी और फिर में वापस अपने घर पर आ गयी.
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मुझे तुम्हारा ही लंड चोदेगा


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम विशाल है और में आपके लिए एक कहानी लेकर आया हूँ. मेरे घर में एक नौकरानी है, जिसका नाम सुधा है. उसकी उम्र 30 साल के आस पास होगी, उसकी मस्त चूचीयाँ भरी हुई है और गांड तो एकदम मस्त है. ये घटना आज से 2 साल पुरानी है. में सुधा को रोज झाड़ू लगाते वक्त उसकी मस्त मोटी गांड को देखता था और जब वो पोछा या कपड़े बर्तन साफ़ करती तो में जानबूझ कर उसके सामने ही रहता था ताकि उसकी चूचीयाँ देख सकूँ. वो हमेशा साड़ी में ही रहती थी और ब्रा नहीं पहनती थी, उससे मुझे उसके बूब्स के दर्शन हो जाते थे. उसने मुझे देख लिया था कि में उसके बूब्स देख रहा हूँ.
उस दिन रोज की तरह वो झाड़ू लगाने आई थी और में हॉल में बैठा टी.वी देख रहा था. उसने आज साड़ी का पल्लू ऐसे रखा था कि मुझे उसके बूब्स ज्यादा से ज्यादा दिख जायें और फिर वो मेरे सामने झाड़ू लगाने लगी और मुझे तिरछी नज़रो से देखने लगी कि में उसके बूब्स को देख रहा हूँ या नहीं. फिर मेरी और उसकी नज़र मिल गई और उसने एक नॉटी स्माइल दी और फिर से झाड़ू लगाने लगी और अपनी गांड मेरी तरफ करके ऐसे झाड़ू लगाने लगी, जिससे उसकी गांड हिलने लगी. मेरे मन में अब कंट्रोल नहीं हो रहा था. मैंने सोचा कि आज कुछ भी हो जाये, आज में इसको चोद कर ही रहूँगा और में उसकी गांड को देखकर अपने लंड को सहलाने लगा और कुछ सोचने लगा. फिर सुधा किचन में चली गई और किचन से मुझे देखने लगी और वो वहां से मुझे नॉटी स्माइल दे रही थी.
फिर में भी अब किचन में चला गया. सुधा किचन में बर्तन धो रही थी, में वहीं गया और उसे बातें करने लगा, क्या बात है सुधा? आज आप बहुत खुश हो रही हो, कहीं बाहर घूमने जा रही हो. तो वो बोली नहीं रे विशाल ऐसी कुछ बात नहीं है, बस ऐसे ही. अच्छा मुझे लगा कि कहीं घूमने जा रही हो, फिर उसने विशाल वो देखो कहते ही सुधा ने खिड़की की और इशारा करके मुझे कुछ देखने को कहा, में उसके पीछे जाकर देखने लगा. मुझे कुछ नहीं दिख रहा था तो मैंने उससे कहा कि क्या है? और उससे बहुत ज्यादा चिपक गया, जिससे मेरा लंड उसकी गांड पर टच हो रहा था. मेरा लंड तो पहले से ही खड़ा था और अब और भी ज्यादा लोहे की तरह हो गया था.
उसे भी मेरे लंड का स्पर्श हो रहा था और वो अपनी गांड मेरे लंड पर दबाने लगी. में समझ गया कि सुधा का मन भी चुदवाने का हो रहा है. फिर में अपना लंड उसकी गांड पर रगड़ने लगा और मज़ा लेने लगा. सुधा ने अपनी आँखे बंद कर ली और वो मेरे लंड का मज़ा ले रही थी. फिर मैंने उसके कान के पास जाकर उससे कहा कि क्या हुआ सुधा? क्या दिखाना चाहती हो? और मेरे लंड का ज़ोर उसकी गांड में लगाने लगा. वो ही जो तुम्हें नहीं दिख रहा है, में कब से दिखाना चाह रही थी. कहते ही नॉटी स्माइल दी और अपनी गांड को और ज्यादा मेरे लंड पर दबाने लगी. मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था, में अब उसकी गांड को हाथों से दबाने लगा और उसके कान के पास जाकर कहा कि सुधा तुम्हारी गांड तो मस्त कड़क है तो क्या तुम्हारी चूत भी ऐसी ही होगी? और में उसकी चूत को उसकी साड़ी के ऊपर से ही सहलाने लगा. हहहाहा विशाल खुद ही देख लो ना कि मेरी चूत कैसी है और गांड कितनी कड़क है. लेकिन हाथ से नहीं, तुम्हारे इस लंड महाराज से देखो और कहते ही मेरे लंड को पेंट के ऊपर से ही पकड़कर सहलाने लगी. मेरी हालत खराब हो रही थी तो मैंने अब उसके बूब्स पर हाथ रखा और दबाने लगा, अब सुधा को भी मज़ा आ रहा था. सस्स्सुउउउ विशाल दबाओ ऐसे ही. में अब उसके बूब्स उसके ब्लाउज के ऊपर से ही दबा रहा था और उसके गले पर किस कर रहा था.
फिर कुछ देर ऐसे ही करने के बाद में सुधा के ब्लाउज के हुक को खोलने लगा. कुछ ही मिनट में मैंने उसे ऊपर से नंगा कर दिया था. उसके बूब्स पूरे नंगे देखकर में पागल हो गया था. फिर मैंने उसे मेरी तरफ घुमाया और उसके बूब्स को चूसने लगा, उसके बूब्स बहुत मस्त थे. हाँ विशाल चूस लो इन्हें, हाँ ऐसे ही चूसते रहो, पी लो सारा का सारा रस. मेरे बूब्स को बहुत दिनों से किसी ने नहीं चूसा है हह्ह्ह दबाओ और ज़ोर से दबाओ ना. हाह्ह्ह्ह ऐसे कहती रही और मेरे सिर को अपने बूब्स पर दबाने लगी. मैंने एक एक करके उसके बूब्स को चूस-चूस कर लाल कर दिया और करीब 10 मिनट तक में उसके बूब्स को चूस रहा था. फिर मैंने उसकी साड़ी और पेटीकोट को निकाल दिया और वो मेरे सामने पूरी नंगी थी. क्या गजब की लग रही थी?
फिर में नीचे बैठा और उसकी चूत के वहां देखने लगा. उसकी चूत पर थोड़े ही बाल थे और बालों में छुपी हुई उसकी चूत को में ढूंढने लगा और फिर मैंने झांटो को बाजू में करके उसकी चूत को खोज निकाला और अपनी ज़ुबान से उसकी चूत के दाने को छेड़ने लगा. जैसे ही मैंने अपनी जीभ वहां लगाई सुधा तड़पने लगी और बोलने लगी. हाह्ह्ह्हह विशाल क्या कर रहे हो? हाह्ह्ह्ह ऐसा मत करो ना. हाह्ह्ह्ह मेरे राजा क्या मज़ा दे रहे हो हाईईइ माँ हह्ह्ह्हह ऐसे ही हाँ मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है विशाल, चूसो ना और ज़ोर से. ह्ह्ह्हह्ह आआआअ सही जगह अपनी ज़ुबान से कर रहे हो. माआअ हाअ माआ आआआअ और ज़ोर से ह्ह्ह्हह्ह. फिर करीब 5 मिनट तक चूत चूसने के बाद सुधा का शरीर अकड़ने लगा. मुझे पता चल गया था कि सुधा झड़ने के करीब है तो में और ज़ोर से चूसने लगा.
तो सुधा बोली विशाल में झड़ने वाली हूँ. ह्ह्ह्हह्ह म्‍म्माआअ हाअ म्‍म्म्मीई गई. आआआआआ एयाया हाआआआआ और कहते ही बहुत सारा पानी मेरे मुँह पर छोड़ दिया. उसके चहरे पर एक खुशी दिख रही थी. अब में खड़ा हो गया और मेरे कपड़े निकालने लगा तो सुधा बोली कि रुको बाबा में तुम्हारे कपड़े निकाल देती हूँ, मुझे भी कुछ सेवा करने का मौका दो ना. कहते ही मुझे किस करने लगी और में भी उसे जोर जोर से किस करने लगा. फिर सुधा किस करते करते मेरी शर्ट के बटनों को खोल रही थी और फिर उसने मेरी शर्ट को खोल दिया और अब वो किस करके करते नीचे जाने लगी.
अब वो मेरी छाती पर किस कर रही थी और अपना हाथ फेर रही थी और फिर किस करते-करते वो मेरी हाफ पेंट के करीब आ गई और किस करने लगी और मेरी पेंट धीरे-धीरे नीचे करके निकाल दी. अब में सिर्फ़ चड्डी में था और फिर मेरे खड़े लंड को वो चड्डी के ऊपर से ही किस करने लगी. तो सुधा बोली कि तुम्हारा लंड कितना बड़ा हो गया है.
में बोला कि उसे तुमने ही इतना बड़ा किया है और अब सुधा ने मेरा आखरी कपड़ा भी निकाल दिया और मेरे लंड को सहलाने लगी और फिर मेरे लंड पर किस किया और कहा कि इतना अच्छा लंड पहले क्यों नहीं मिला? में तो कब से ऐसे लंड के लिए तरस रही हूँ और मेरे लंड को चूसने लगी. में तो सातवें आसमान पर था और वो मजे से लंड चूस रही थी, जैसे कि चूसने की एक्सपर्ट हो.
फिर सुधा बोली कि मुझे जवान लंड बहुत ही पसंद है, अब में तो इसे नहीं छोड़ूँगी और मेरे लंड को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी. तो मैंने उसके बूब्स दबाते हुए कहा कि ये तो कब से तुम्हारी चूत में जाने के लिए तरस रहा था लेकिन तुम ही इस पर ध्यान ही नहीं दे रही थी. तो वो बोली अब दे दूँगी ना ध्यान और वो भी ज्यादा दूंगी, अब में भी झड़ने के करीब था तो में सुधा से बोला कि में झड़ने वाला हूँ.
सुधा अब और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी और बोली कि मुझे तुम्हारा माल पीना है, तुम मेरे मुहँ में ही झड़ना और फिर मैंने उसके सिर को पकड़ा और उसके मुँह को चोदने लगा. फिर करीब 5-6 धक्के लगाने के बाद में उसके मुँह में झड़ गया और सुधा मेरे लंड का सारा का सारा पानी पी गयी और मेरे लंड को साफ कर दिया और बोली कि तुम्हारा पानी तो मुझे अच्छा लगा, अब मेरी चूत को तुम्हारे लंड का पानी भी पिलाओ और कहते ही मेरे लंड को सहलाने लगी और में उसके बूब्स को दबाने लगा.
फिर मैंने उसे वहीं ज़मीन पर सुला दिया और उसके ऊपर 69 पोज़िशन में आ गया. अब वो मेरे लंड को चूसने लगी और में उसकी चूत को चूसने लगा. फिर उसने मेरे लंड को फिर से खड़ा कर दिया. अब में मेरे लंड को ऊपर से ही उसकी चूत पर रगड़ने लगा और उसको तड़पाने लगा. मुझे ऐसा करने में बहुत मज़ा आता है. आआह्ह्ह्ह अब तुम्हारा लंड अन्दर डाल भी दो ना विशाल, मुझे मत तड़पाओं ना मेरी चूत भीख माँग रही है, दे दो ना बाबा और ये कहते ही मेरे लंड को खुद ही पकड़कर अपनी चूत पर सेट किया.
फिर मैंने एक ज़ोरदार धक्का मारा तो मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में अंदर चला गया. उसने ढेर सारा पानी छोड़ा था इसलिए मेरा लंड पहले ही धक्के में चला गया. अब में उसे ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा था और वो भी अपनी गांड उठाकर पूरे मजे से चुदवा रही थी. में उसको किस भी करता रहा और बूब्स को भी ज़ोर-ज़ोर से दबाता रहा.
फिर करीब 15 मिनट के बाद सुधा झड़ने के करीब आ गई तो वो बोल रही थी कि विशाल और ज़ोर से मारो और ज़ोर से. हाह्ह्ह्हह ऐसे ही मारते रहो. हाह्ह्ह्हह म्‍म्म्ममम मम्मूऊऊ मजा आ रहा है, ऐसे ही मारो मेरे राजा, मुझे अपनी रंडी बना लो, में आज से तुम्हारी रंडी हूँ, ज़ोर ज़ोर से चोदो. हाह्ह्ह्हह फाड़ डालो मेरी चूत. हह्ह्ह्हह्ह में झड़ने वाली हूँ. हह्ह्ह्हह्ह चोदो और जोर से. ओह्ह्ह्हह्ह. तो फिर सुधा झड़ गई. मेरा नहीं झड़ा तो मैंने उसे डोगी स्टाइल में होने को कहा और में उसकी चूत को सहलाने लगा और उसकी गांड पर थप्पड़ मारने लगा.
सुधा बोली हाह्ह्ह्ह ज़रा आराम से मारो ना दर्द होता है, मेरी गांड लाल कर दोंगे क्या? तो में बोला हाँ मेरी रंडी आज में तुम्हारी गांड को लाल करूँगा और वो भी चोद-चोद कर. तो सुधा बोली कि चोदो ना किसने मना किया है? तुम्हारे लंड से गांड मरवाने में मुझे भी मज़ा मिलेगा.
फिर मैंने मेरे लंड पर थोड़ा सा तेल लगाया और उसकी गांड पर भी लगाया और फिर में अपना लंड उसकी गांड में डालने लगा और एक धक्का मारा तो मेरा आधा लंड उसकी गांड में चला गया, उसे थोड़ा दर्द हुआ. फिर मैंने उसे और एक जोरदार धक्का मारा और मैंने मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी गांड में डाल दिया. सुधा भी मजे से अपनी गांड मरवा रही थी. मुझे तो उसकी चूत से ज्यादा उसकी गांड मारने में ज्यादा मज़ा आ रहा था तो में बोला सुधा तुम्हारी गांड तो बहुत ही मस्त है.
अब में रोज तुझे चोदूंगा और तुम्हारी गांड भी मारूँगा. तो सुधा ने कहा तुम्हें किसने रोका है तुम कहो तो में हमेशा ही यहाँ पर काम करती रहूंगी. जब चाहों अपना लंड डाल देना, जहाँ तुम्हारा मन करे. तुम तो बड़े एक्सपर्ट की तरह चोदते हो, और मारो, तुम्हें मेरी गांड पसंद है ना, मारो ज़ोर से मारो ना, फाड़ डालो मेरी गांड को और जोर से मारो, में तो धन्य हो गई तुम से चुदवाकर. हाह्ह्ह्ह माँ मस्त है ज़ोर से. हह्ह्ह्हह ऐसे ही मारो ना ज़ोर से. हह्ह्ह्ह में झड़ने वाली हूँ हाँ ज़ोर ज़ोर से. हह्ह्ह्हह में तो गई माँ. आआआअ हाआआ ऊऊईईइ माँ में तो मर गई विशाल. हाह्ह्ह्हह मेरा निकलने वाला है. आआआअ हाआआआआआआ और फिर सुधा झड़ गई.
अब में भी झड़ने के करीब था तो मैंने सुधा से कहा कि में भी झड़ने वाला हूँ तो पानी गांड में डालूं या चूत में डालूं या फिर मुँह में डालूं. तो सुधा बोली गांड में ही डाल दो, मेरी गांड को भी तो तुम्हारे पानी का स्वाद चखने दो. हाह्ह्ह्हह में आ रहा हूँ और फिर में झड़ गया और हम दोनों ज़मीन पर पड़े रहे.
फिर सुधा बोली बहुत मज़ा आया विशाल, मैंने इतना मज़ा कभी नहीं किया. तुमने मुझे आज से अपनी रंडी बना लिया है और मुझे तुम्हारा लंड ही चोदेगा और मुझे किसी का भी लंड नहीं चाहिए. तो में बोला कि हाँ में भी अब तेरी ही चूत और गांड मारूँगा और फिर में उसके बूब्स को दबाने लगा और किस करने लगा और उस दिन मैंने उसे और 2 बार चोदा और 3 बार गांड मारी और मुझे उसकी गांड मारने में बहुत ही मज़ा आया.
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लेडीस टेलर को चोदा


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राज शर्मा है और में असम का रहने वाला हूँ. में आज आप सभी के सामने अपने जीवन की एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ. जिसमे मैंने एक लेडिस टेलर को चोदा और अपने लंड को शांत किया.
यह मेरी पहली कहानी है तो अगर मुझे कोई गलती हो तो प्लीज मुझे माफ़ करें. तो अब में सीधा अपनी आज की कहानी पर आता हूँ. दोस्तों यह बात कुछ महीने पहले की है, मेरे घर के कुछ दूरी पर में एक नेपाली औरत रहती है और उसका अपना लेडीस टेलरिंग सेंटर है. वो वहां पर काम करने के साथ साथ सभी को कपड़े सिलना भी सिखाती है. में जब भी उसको देखता हूँ तो मेरे लंड और बदन में एकदम आग सी लग जाती है क्योंकि वो ऐसी ही है. एकदम हॉट सेक्सी उसकी हाईट करीब 5 होगी और उसके बूब्स का साईज करीब 36 होगा जो दिखने में बहुत सुंदर है. लेकिन उसके जिस्म पर सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है उसकी गांड, एकदम गोल और उसे देखकर लगता है कि दो बड़े साईज़ के तरबूज़ एक साथ चल रहे है और फिर में हमेशा उससे बात करने का मौका खोज़ता हूँ. लेकिन ऐसा मौका मुझे कभी हाथ नहीं लगा.
तो एक दिन में बजार से आ रहा था, तभी मैंने देखा कि वो भी अपनी स्कूटी लेकर आ रही थी. तब मैंने सोचा कि यही एकदम सही मौका है और फिर में अपनी बाइक उसके पास ले गया और उससे कहा कि हैल्लो मेडम आपका एक लेडिस टेलरिंग सेंटर है ना? तो उसने कहा कि हाँ है. लेकिन आपको कैसे पता? फिर उसने अपनी स्कूटी को एक साईड में रोक दिया और फिर मैंने भी अपनी बाईक को रोक दिया और मैंने कहा कि मुझसे किसी ने कहा था. तो उसने मुझसे पूछा कि क्यों आपको भी कोई कपड़े डिजानिंग कटवाना छटवाना है क्या? तो मैंने कहा कि हाँ मुझे अपनी भाभी के कुछ कपड़े डिजानिंग में करवाने है. तो उसने कहा कि ठीक है आप मेरा मोबाईल नंबर ले लीजिए और मुझसे फोन पर बात करके मेरे घर आ जाना. तो मैंने कहा कि ठीक है और मैंने उसका मोबाईल नंबर ले लिया और फिर हम वहां से चले आए.
तो उसके अगले दिन मैंने उसको उसके मोबाईल नंबर पर फोन किया और कहा कि मेडम मैंने कल आपसे आपका मोबाईल नंबर लिया था. लेकिन सॉरी मेडम मैंने तो आपसे आपका नाम ही नहीं पूछा, वैसे आपका नाम क्या है? तो उसने अपना नाम सुनीता बताया और फिर कुछ देर तक इधर उधर की बातें करने बाद उसने मुझसे मेरा भी नाम पूछा और मैंने उसे बता दिया तो मैंने उससे कहा कि क्या आप आज मिल सकती हो? तो उसने कहा कि ठीक है आप आ जाइए, फिर मैंने उससे उसके घर का पता लिया. वैसे में उसके घर को पहले से ही जानता था और में उसके घर पर चला गया. उसका घर एक बिल्डिंग के दूसरी मंजिल पर था और मैंने वहां पर पहुंच कर दरवाजे पर लगी हुई घंटी बजाई. तो उसने दरवाजा खोल दिया, वो ठीक मेरे सामने खड़ी हुई थी और वो क्या मस्त सेक्सी लग रही थी, उसने एकदम टाईट टी-शर्ट और केफ्री पहनी हुई थी, जिसमें से उसके बूब्स बाहर की तरफ झांक रहे थे और वो बहुत सुंदर दिख रहे थे. बिल्कुल टाईट कपड़े होने की वजह से उसके शरीर का हर एक अंग बाहर से साफ साफ एकदम ठीक आकार का दिख रहा था. उसकी बड़ी सी गांड और झूलते हुए बूब्स मुझे बिल्कुल पागल बना रहे थे, मेरी आंखे उसके ऊपर से हटने को तैयार नहीं थी.
कुछ सेकिंड बाद उसने मुझे घर के अंदर बुलाया और अंदर बैठने को कहा और अब में होश में आकर सोफे पर जाकर बैठ गया और फिर वो किचन की तरफ चली गई और कुछ देर बाद मेरे लिए पानी लेकर आई और जैसे ही उसने झुककर मुझे पीने के लिए पानी दिया तो उसकी उस टी-शर्ट में से उसके बूब्स आधे से ज्यादा बाहर की तरफ झूलते हुए दिखाई देने लगे, जिन्हें देखकर में फिर से होश खो बैठा. उसने अंदर की तरफ एक गुलाबी कलर की ब्रा पहनी हुई थी और अब उसने भी मेरी इस बात पर ध्यान दिया कि में उसके बूब्स देख रहा हूँ.
लेकिन फिर भी उसने मुझसे कुछ भी नहीं कहा बस थोड़ा सा मुस्कुराकर चली गई और फिर वो अंदर दूसरे कमरे में जाकर एक एलबम लेकर आई और मुझे कपड़ो की डिज़ाइन दिखाने लगी. लेकिन मेरा तो बहुत बुरा हाल था क्योंकि वो ठीक मेरे पास बैठी हुई थी. मुझे उसका पूरा जिस्म एकदम नंगा नजर आ रहा था और अब मेरा लंड एकदम मेरी पेंट में तनकर खड़ा हुआ था और मेरी पेंट को फाड़ रहा था.
तो मैंने अपने पैरों से उसकी मोटी मोटी जांघो को और भी करीब लाकर एकदम सटाया हुआ था और जब वो मुझे कपड़ो के डिजाईनिंग फोटो दिखा रही थी तब में जानबूझ कर एक साइड से उसके बूब्स को छूने की कोशिश रहा था. में तो यह सब करते हुए एकदम पागल सा हुआ जा रहा था, लेकिन वो मेरा किसी भी तरह विरोध नहीं कर रही थी, जिसकी वजह से मेरी हिम्मत धीरे धीरे बढ़ती जा रही थी. फिर हमने कुछ देर इधर उधर की बातें की लेकिन मेरा ध्यान उसकी बातों से ज्यादा उसके जिस्म पर था और फिर कुछ देर के बाद उसने मुझसे मुस्कुराते हुए कहा कि आप बैठिए, में आपके लिए चाय बनाकर लाती हूँ.
फिर वो एकदम से खड़ी हुई और वो मेरे सामने से अपनी गांड को मटकाकर चली गयी और में उसकी गांड को घूरकर देखता रहा. तो कुछ देर बाद उसने मुझे किचन से आवाज़ लगाई और में उठकर उसकी किचन में गया तो पता चला कि उसकी चाय पत्ती ख़त्म हो गई थी. उसने मुझे ऊपर से उतारने को कहा और में जब उसकी सेल्फ़ पर चड़ा तो वो नीचे से स्टूल पकड़कर खड़ी हुई थी और मैंने जब नीचे की तरफ देखा तो मुझे उसके बूब्स साफ साफ दिखाई दे रहे थे और शायद यह बात उसको भी पता चल गई थी कि में उसके बूब्स पर अपनी नजरे डाल रहा हूँ और फिर उसने मुझे एक शरारती सी स्माइल दी.
फिर में नीचे उतरते वक़्त जानबूझ कर उसके बूब्स को रगड़ते हुए बहुत धीरे से उतरा. लेकिन वो फिर भी वहां से हटी नहीं और फिर वो चाय बनाने लगी और में उसके पीछे खड़ा होकर उसकी मटकती हुई गांड को देखने लगा. तो उसने एकदम पीछे की तरफ पलट कर मुझे देखा, जिसकी वजह से उसके बूब्स मेरी कोहनी पर छू गये. तो उसने मुझसे कहा कि क्या देख रहे हो? तो मैंने कहा कि आप बहुत ही सुंदर हो और आपका फिगर भी एकदम कमाल का है.
तो उसने कहा कि नहीं आप मुझसे मजाक कर रहे हो, में तो बहुत मोटी हूँ, पता नहीं आपको में कहाँ से सुंदर दिखाई दे रही हूँ और तब मैंने थोड़ी हिम्मत करके उसके पीछे से उसकी कमर को हाथ लगा दिया और अपना लंड उसकी गांड में सटा दिया और फिर से कहा कि नहीं कसम से आप बहुत सुंदर हो और उसके पेट को सहलाने लगा. तो उसने मुझसे पूछा कि आपको मुझमें ऐसा क्या अच्छा लगता है? तब मैंने उसकी गांड पर हाथ रख दिया और कहा कि यह मुझे आपके शरीर में सबसे ज्यादा पसंद है और फिर एकदम अचानक से उसके बूब्स को पकड़ लिया तो मैंने उन्हे छूने के बाद महसूस किया कि उसके बूब्स एकदम कड़क थे और अब में उसके दोनों बूब्स को ज़ोर ज़ोर से मसलने दबाने लगा और वो ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी.
तभी वो एकदम से पलट गई और मेरे होंठो पर अपने होंठ रखकर किस करने लगी. तो में भी एक भूखे शेर की तरह उस पर झपट पड़ा. मेरा एक हाथ उसके सर के पीछे था तो दूसरा उसके एक बूब्स को मसल रहा था और उसका एक हाथ मेरी कमर पर था तो दूसरा हाथ मेरे तनकर खड़े हुए लंड पर था. वो मेरे लंड को सहला रही थी और फिर उसने स्टोव बंद किया. मैंने उसको अपनी गोद में उठाया और कमरे में ले जाकर बेड पर लेटा दिया और फिर मैंने उसकी टी-शर्ट को खोल दिया और केफ्री को भी उतार दिया. तो मैंने देखा कि उसने केफ्री के नीचे की तरफ पेंटी नहीं पहनी हुई थी और फिर मेरी नजरों के सामने उसकी कामुक चूत थी, जिस पर हल्के हल्के बाल थे. तो में उनसे खेलने लगा और उसकी चूत को सहलाने लगा. उंगली को अंदर तक डालकर उसके जोश का अंदाजा लगाने लगा. वो धीरे धीरे सिसकियाँ लेने लगी. अब मैंने उसकी ब्रा को भी खोल दिया और एक एक बूब्स को बारी बारी से चूसने लगा.
फिर कुछ देर बाद उसने भी मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मेरे लंड को चूसने लगी. तो मैंने भी उसकी चूत को चाटने के लिए अपनी जीभ उसकी गरम चूत में डालनी शुरू की. जैसे ही मेरी जीभ ने उसकी चूत को छुआ तो वो एकदम सिहर उठी और में उसकी गीली चूत के रस को चूसने चाटने लगा. वो मेरे सर को अपनी चूत के मुहं पर दबाने लगी और फिर करीब दस मिनट चूत चाटने के बाद वो झड़ गई और में उसकी चूत से निकला हुआ नमकीन पानी पी गया और वो एकदम ठंडी होकर पड़ी रही. लेकिन उसके मुहं में मेरा लंड था, वो उसे लगातार चूस रही थी. तो उसके कुछ देर बाद मेरा भी वीर्य उसके मुहं में निकल गया और उसने सारा वीर्य अपने मुहं में ले लिया. वो उसे पूरा का पूरा नीचे गटक गई और उसने मेरे लंड को चाट चाटकर एकदम साफ कर दिया. तो में अब उसके निप्पल को चूसने लगा और वो अपने एक हाथ से मेरे लंड को ज़ोर ज़ोर से सहला रही थी, जिसकी वजह मेरा लंड कुछ ही देर में फिर से खड़ा होकर तैयार हो गया.
तो मैंने उसके दोनों पैरों को अपने कंधे पर रखा और अपना लंड उसकी चूत के मुहं पर रखकर धीरे से धक्का देकर अंदर डालने लगा. पहले उसे थोड़ा सा दर्द हुआ, जिसकी वजह से वो अपनी चूत को थोड़ा पीछे की तरफ खींचने लगी. लेकिन मेरी मजबूत पकड़ की वजह से वो बिल्कुल भी पीछे नहीं हट सकी और अब ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी अह्ह्ह्हह थोड़ा उह्ह्हह्ह धीरे आईईईई प्लीज थोड़ा धीरे करो अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह और में लगातार ताबड़तोड़ धक्के दिए जा रहा था.
लेकिन फिर कुछ देर की चुदाई के बाद उसे भी मज़ा आने लगा और वो मुझसे कहने लगी हाँ और अंदर उह्ह्ह्हह्ह्ह्ह तक डालो. हाँ डाल दो इसे पूरा अह्ह्ह्ह अंदर हाँ और ज़ोर से चोदो मुझे तो कुछ देर के धक्कों के बाद वो एक बार फिर से झड़ गयी और फिर उसने मुझसे लंड को अपनी चूत के बाहर निकालने को कहा और जैसे ही मैंने लंड को बाहर निकाला तो वो डॉगी स्टाईल में आ गयी और मुझसे लंड को डालने की कहने लगी. दोस्तों में कसम से कहता हूँ कि उसकी नंगी गांड को देखकर एक 80 साल के बुड्ढे का भी लंड खड़ा हो जाए क्योंकि वो एकदम चिकनी और बड़ी ही सुंदर थी. तो मैंने लंड को एक हाथ से पकड़ा और उसकी चूत पर रखा. लेकिन तभी उसने मुझसे कहा कि लंड को मेरी गांड में डालो, मुझे गांड मरवाना बहुत पसंद है. तो मैंने उसकी गांड पर अपने लंड का टोपा रखा और गांड पर ज़ोर से दबाव बनाते हुए लंड को अंदर की तरफ सरकाने लगा. जिसकी वजह से मेरे लंड और उसकी गांड की हालत बहुत खराब थी.
वो दर्द से छटपटाने लगी और मेरे लंड पर एक अजीब सी जलन महससू होने लगी, लेकिन फिर भी मैंने धक्कों पे धक्के देकर लगातार करीब बीस मिनट तक उसकी गांड मारी और फिर गांड में ही झड़कर एकदम शांत हो गया. कुछ देर के बाद में दोनों बूब्स को सहलाने, दबाने लगा तो मेरा लंड धीरे धीरे छोटा होने लगा और वीर्य मेरे लंड से बाहर निकलकर गांड से होता हुआ उसकी चूत तक बहने लगा.
फिर हम वैसे ही पड़े रहे, कुछ देर के बाद हम उठे फिर हम एक साथ में बाथरूम में गये और वहां पर भी मैंने उसको खड़ा करके एक बार और चोदा. लेकिन इस बार मैंने उसकी चूत को बहुत देर तक लगातार धक्कों के साथ चोदा. उसके बाद हम दोनों एक दूसरे के बदन को साफ करके बाहर आ गए. मैंने अपने कपड़े पहने और अपने घर पर चला आया. लेकिन उसके बाद में मुझे जब भी मौका मिला में उसको चोदने जाता और अब उसने मुझे वहीं पर बहुत सी औरतों से मिलवाया जिनकी चूत को मेरे जैसे ताकतवर लंड की जरूरत है और फिर मैंने उनकी चूत को भी चोदकर ठंडा किया.
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