सुंदर भान्जी के साथ चुदाई


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम गोलू है और में छत्तीसगढ़ का रहने वाला हूँ. मेरी हाईट 5 फीट 7 इंच है और में दिखने में एकदम ठीक-ठाक हूँ. दोस्तों में आज आप सभी को अपनी एक कहानी सुनाने जा रहा हूँ और यह एक सच्ची घटना है जो मेरे साथ 2012 में घटित हुई थी. में उस समय वहां एक कम्पनी में नौकरी कर रहा था तो उस समय संगीता की माँ से मेरी जान पहचान हो गई और धीरे धीरे वो मुझे अपना भाई मानने लगी और में अपनी छुट्टियों के दिन शनिवार और रविवार वहीं पर रहता था और में जो कहानी सुनाने जा रहा हूँ वो संगीता और मेरे बीच की है. संगीता की उम्र 18 साल थी और उसके फिगर का साईज 32-28-32 था और वो दिखने में भी बहुत सुंदर थी. दोस्तों संगीता की चाल बहुत ही मस्त थी और जब वो चलती है तो गजब ढाती थी और इसी तरह हम दोनों में जान पहचान हो गई और वो और में एक दूसरे को चाहने लगे और जब कभी भी में उसके घर पर जाता तो हम एक दूसरे को गले मिलकर आई लव यू बोलते थे.
फिर धीरे धीरे हमारी बात किस तक जा पहुंची और उसे किस करने से भी लिप किस करना ज्यादा पसंद है तो हम लिप किस करते थे. उसे चॉकलेट खाना बहुत ज्यादा पसंद था इसलिये में हमेशा उसके लिए चॉकलेट लेकर जाता था. वो चोकलेट तभी लेती थी जब में चोकलेट अपने लिप्स में पकड़कर उसके लिप्स में देता था. यह सिलसिला कुछ दिन तक ऐसे ही चलता रहा और फिर में जब भी उसके घर रुकता तो वो मुझे गुड नाईट कहकर अपने रूम में चली जाती थी.
संगीता कभी कभी मेरे ऊपर सो जाती थी और अपनी कुरती को ऊपर कर लेती थी ताकि दोनों के शरीर टच हो और फिर हम लिप किस करते थे. हमारा यह सिलसिला कुछ दिनों तक जारी रहा फिर लिप किस करना बूब्स को दबाना, मसाज करना आम बात होने लगी. में उसके नरम मुलायम बूब्स को आम बोलता था.
एक बार जब में उसके यहाँ पर रात रुका तो उसकी माँ, संगीता और में हम तीनों ही थे और तब यह घटना घटी. उस रात को वो मेरे रूम में गुड नाईट बोलने के लिए आई तो मैंने उससे पूछा कि क्या कुछ करना है? तो वो बोली कि क्या करना है? मैंने कहा कि सेक्स, तो वो बोली ठीक है, लेकिन ऐसा करने से कोई समस्या तो नहीं होगी ना? फिर मैंने कहा कि नहीं कुछ नहीं होगा और अगर तुम्हे दर्द भी होगा तो मेरे पास उसका भी इलाज है और फिर वो सेक्स के लिए तैयार हो गई.
हमने लिप किस किया और में उसके बूब्स को दबाने लगा फिर हम एक दूसरे के होंठो को चूसने लगे और वो मोन कर रही थी जो मुझे और भी ज्यादा गरम कर रहा था. फिर में उसके बूब्स को सक करने लगा तो उसने मुझसे कहा कि वाह मुझे बहुत मज़ा आ रहा है और फिर 15 मिनट सक करने के बाद हमने एक दूसरे के कपड़े उतारे. उसने पहले से ही अपनी चूत को और जिस्म के हर एक हिस्से के बालों को साफ किया हुआ था, शायद वो भी पहले से ही मेरे साथ सेक्स करना चाहती थी और मैंने देखा कि उसकी चूत बहुत मस्त थी. मैंने उससे कहा कि मेरे लंड को छुओ.
उसने मेरे लंड को छुआ तो मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कि में स्वर्ग में पहुंच गया हूँ और थोड़ी ही देर बाद लंड को हिलाने के बाद मेरे कहने पर उसने मेरे लंड को किस किया और अपने मुहं में ले लिया. दोस्तों में आपको बता नहीं सकता कि मुझे कैसा लग रहा था. जब उसने मेरे खड़े लंड को अपनी जीभ घुमाते हुए अपने मुहं में ले लिया तो ऐसा अहसास मुझे आज तक कभी भी नहीं हुआ जैसा उस दिन हुआ था. फिर वो 15 मिनट तक सक करती रही और जब वीर्य निकलने वाला था तो उसने वीर्य को नीचे गिरा दिया.
फिर में भी उसे खुश करने के लिय उसकी चूत को चाटने लगा, उसका स्वाद बहुत ही स्वादिष्ट था और वो एकदम पागल हुए जा रही थी. उसे यह इतना अच्छा लग रहा कि जब वो झड़ी तब थोड़ी देर आराम करने के बाद मैंने उससे कहा कि मुझे तुम्हे चोदना है. फिर वो बोली कि ठीक है चोद लो. मैंने उससे कहा कि आगे नहीं पीछे से तो पहले तो उसने बहुत मना किया और कहा कि मैंने इसके बारे में सुना नहीं है कि ऐसा भी होता है, लेकिन मेरे समझाने पर वो मान गई और उसने कहा कि पहले कंडोम लगा लो. फिर मैंने वेसा ही किया, मैंने कंडोम लगाया और उसे झुककर खड़े होने को कहा तो वो खड़ी हो गई.
फिर में लंड को उसकी गांड पर धीरे धीरे दबाने लगा, लेकिन मेरा लंड अंदर नहीं जा रहा था और मुझे दर्द हो रहा था क्योंकि यह मेरा पहला टाईम था. फिर उसने मेरे लंड को पकड़ा और मैंने एक ज़ोर से धक्का मारा तो मेरा लंड 5 इंच अंदर चला गया और वो दर्द के कारण ज़ोर ज़ोर से रोने लगी और चीखने चिल्लाने लगी और कहने लगी कि प्लीज बाहर निकालो नहीं तो में मर जाऊँगी. फिर में लंड को बाहर निकालकर उसे लिप किस करने लगा और जब उसका दर्द थोड़ा कम हुआ तो मैंने फिर से चोदना शुरू किया और इस बार भी उसे दर्द हुआ, लेकिन थोड़ा कम और उसकी गांड से थोड़ा खून निकल रहा था.
फिर थोड़ी ही देर में उसे भी मज़ा आने लगा और वो अपनी गांड को उठा उठाकर मेरा साथ देने लगी और करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद में झड़ने वाला था और वो दो बार झड़ चुकी थी.
फिर में मेरी उंगली से उसे चोदने लगा था और जब में उसकी गांड में झड़ा तो उसके बाद हम दोनों ने थोड़ी देर बेड पर लेटकर आराम किया और वो मुझसे कहने लगी कि गोलू तुम बहुत अच्छे हो तुमने आज मुझे जन्नत में पहुंचा दिया और मुझे आज मेरी गांड को चुदवाने में बहुत मजा आया और फिर वो सोने चली गई.
दूसरे दिन सुबह हमने फिर से किस किया और मैंने उसके बूब्स दबाए और फिर में उसके घर से चला गया क्योंकि मुझे ऑफिस जाना था. फिर उसके बाद जब में अगले शनिवार को उसके घर पर गया तो वो दरवाजे पर ही लिप किस करने लगी और हमने एक दूसरे के मुहं से चॉकलेट खाई. उस रात हमने ज्यादा कुछ नहीं किया क्योंकि उसकी माँ सोई नहीं थी तो हमने लिप किस किया और मैंने थोड़ी देर उसके बूब्स चूसे और उसके बाद वो मुझे पिछले सप्ताह के लिए धन्यवाद बोली और सोने चली गई. फिर अगले दिन फिर हमने किस किया और वो बोलने लगी कि प्लीज आज मुझे चोदना नहीं और आज उसकी आवाज़ इतनी सेक्सी थी कि मेरा मन कर रहा था कि उसके कपड़े फाड़कर उसे वहीं पर चोद दूँ, लेकिन उसकी मम्मी दूसरे रूम में थी.
हमने कुछ नहीं किया और दोस्तों जब भी में उसके घर पर जाता था तो वो ब्रा नहीं पहनती थी क्योंकि कभी भी मुझे मौका मिलने पर वो मुझे अपने बूब्स को सक करने देती थी. फिर दिन भर तो किस और बूब्स को चूसने में निकल गया और जब रात हुई तो वो मेरे रूम में आई और बोली कि मम्मी सो गई है, आज रात मुझे चोदो ना प्लीज.
मैंने कहा कि आज में सामने से चोदूंगा तो वो मना करने लगी और कहने लगी कि जब मुझे तुम उंगली से चोदते हो तो मुझे उतना मज़ा नहीं आता जैसा पिछले शनिवार को आया था, प्लीज एक बार फिर वैसे ही पीछे से चोदो ना.
मैंने कहा कि मेरी रानी मेरे लंड से एक बार आगे से चुदकर तो देखो अगर तुम्हे मज़ा नहीं आए तो बोलना. फिर हमने एक दूसरे के कपड़े उतारे, लिप किस, बूब्स सक किए हमे ऐसा करते हुए एक घंटा हो गया और फिर वो मेरे लंड को 5 मिनट तक चूसती रही और फिर थक गई और बोली कि प्लीज अब मुझे चोदो ना, में अब और इंतजार नहीं कर सकती, प्लीज जल्दी से चोदो ना मुझे.
दोस्तों मुझे उसका यह सब मुझसे कहना और अपनी चुदाई के लिए आमन्त्रित करने का अंदाज़ बहुत अच्छा लगा और आज भी मेरे कानों में उसकी वही आवाज़ आती है. फिर में उसकी कामुक चूत को अपनी एक उंगली और जीभ से चोदने लगा और वो अपनी गांड को उठा उठाकर मेरा लंड अपनी चूत की गहराईयों में लेने की कोशिश करने लगी और में बहुत मज़े से उसकी चूत को चोदने लगा और कुछ देर के बाद वो बोली कि प्लीज अब मेरी इस प्यासी चूत के अंदर अपना लंड डालो ना, मुझे तुम्हारा लंड अपनी चूत के अंदर महसूस करना है और थोड़ी देर उसे परेशान करने के बाद जब वो झड़ गई तो फिर उसने कहा कि प्लीज चोदो ना मुझे और अब मुझसे उसकी सेक्सी आवाज़ सुनकर रहा नहीं गया और जैसे ही में लंड को उसकी चूत के पास लेकर गया तो वो बोली कि रूको पहले कंडोम लगा लो.
मैंने कंडोम लगाया और एक ज़ोर का धक्का मारा तो मेरा आधा लंड फिसलता हुआ अंदर चला गया और उसकी आँखों से आंसू बाहर आने लगे. फिर में एकदम से रुका और उससे पूछने लगा कि क्या हुआ? तो उसने कहा कि कुछ भी नहीं, प्लीज तुम तो मुझे लगातार चोदो. दोस्तों तो फिर क्या था? मैंने फिर से एक ज़ोरदार धक्का लगाया तो मेरा पूरा लंड अंदर चला गया और उसकी आँख से और भी तेज़ी से आँसू बाहर आने लगे.
तो वो मुझसे बोलने लगी कि प्लीज रूको मत, चोदते रहो और फिर करीब एक मिनट चोदने के बाद में अचानक से रुक गया तो वो बोलने लगी कि क्या हुआ अब क्यों रुक गये? तो मैंने कहा कि तुम्हारी चूत से खून निकल रहा है और जब मैंने लंड को चूत से बाहर निकालकर देखा तो कंडोम पर भी खून लगा हुआ था फिर क्या था कंडोम को उसने निकालकर फेंक दिया और मुझसे कहा कि मुझे चोदो ना प्लीज बहुत मजा आ रहा है और फिर 20 मिनट तक लगातार बिना रुके चोदने के बाद में झड़ने वाला था और तब तक वो तीन बार झड़ चुकी थी. फिर उसने मुझसे कहा कि अपना वीर्य अंदर मत निकालना.
वो लंड को चूत से बाहर निकालकर हाथ में लेकर ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी और मुझसे कहने लगी कि वाह मुझे बहुत मज़ा आया, हम ऐसा रोज़ नहीं कर सकते क्या? तो मैंने कहा कि मेरी रानी मुझे ऑफिस जाना होता है, अगर में यहाँ पर रहूँगा तो लेट हो जाऊंगा. फिर हम सो गये और हमारी यह लव स्टोरी कुछ सालों तक चलती रही. फिर में वहां से करीब दो साल के बाद अपनी नौकरी छोड़कर छत्तीसगढ़ आ गया, लेकिन अभी भी हमारे बीच बातचीत होती रहती है.
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चाची की गालियां


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अजय है और में इलाहबाद का रहने वाला हूँ. दोस्तों में आज आप सभी को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जिसमें मैंने अपनी चाची को चोदा. मेरी चाची की उम्र करीब 32 साल है और उनके फिगर का आकार 36-28-34 है, वो एकदम सुंदर और सेक्सी है और वो जब भी मटकती हुई चलती है तो उनकी चोली के अंदर से उनके बूब्स उछलते कूदते दिखाई देते है और अपनी बड़ी सी गांड को हिलाकर चलना उनकी एक आदत है. उनकी गांड फुटबॉल की तरह बड़ी है और जब वो बैठती है तो साड़ी उनकी गांड की दरार में घुस जाती है और वो खड़ी होकर उसे बाहर निकालती है.
यह सब नजारे देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो सकता है. दोस्तों हम दोनों में बहुत प्यार है. वो मेरी आंटी है, लेकिन आंटी कभी कभी हंसी मज़ाक में मुझे गालियाँ भी देती रहती है तो में उनसे कहता हूँ कि आंटी में तुम्हारे बेटे जैसा हूँ आप मुझे इस तरह गालियाँ नहीं दे सकती. तो वो कहती है कि में तुम्हे कितने प्यार से गाली देती हूँ, इसमे बुरा क्या है? और मेरी मम्मी भी उनका साथ देती थी और अब मेरी तो आदत हो गयी थी उनकी गली सुनने की, लेकिन आजकल आंटी मुझे कहीं भी मिलती तो मुस्कुरा देती और गालियाँ भी दूसरी तरह से देती थी, जैसे कि उन्हे अगर मुझसे मदारचोद बोलना है तो वो बस ‘माँ’ पर ज़्यादा ज़ोर लगाकर बोलती थी और इसका मतलब आंटी जी अब मुझ पर लाइन मार रही थी क्योंकि में उनके बूब्स और गांड को जब भी देखता तो वो मुझे और भी ज्यादा दिखाने की कोशिश किया करती थी और वो अपनी नजर को झुका देती और किसी भी काम में अपने आपको व्यस्त कर लेती, जिससे मुझे लगे कि आंटी व्यस्त है और अब में उनके बूब्स मज़े से देख सकता हूँ.
वो हमेशा मुझे अपनी और आकर्षित करने में लगी रहती और में भी मौके का फायदा उठाकर उनके कामुक जिस्म को देखता रहता हूँ. यह सब कुछ दिनों तक चलता रहा और फिर एक दिन हमारे एक रिश्तेदार के यहाँ पर शादी थी तो मम्मी और पापा शादी में चले गये और दोपहर का समय था तो मेरी दादी माँ भी उस समय कहीं बाहर गई हुई थी. उस समय में घर पर एकदम अकेला था, तो मैंने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद किया और अपने कपड़े उतारे और पॉर्न फिल्म स्टार्ट कर दी और बहुत मज़े लेकर फिल्म देखने लगा.
करीब आधे घंटे के बाद एकदम से आंटी चिल्लाई दरवाजा खोलो और फिर मैंने जल्दी से अपने कपड़े पहने और दरवाजा खोला. लेकिन मेरा तनकर खड़ा हुआ लंड कपड़ो के अंदर से भी साफ-साफ नजर आ रहा था जिसको देखकर चाची मन ही मन मुस्कुरा रही थी. फिर उन्होंने मुझसे कहा कि चल बाहर चलकर खाना खा ले और फिर में चुपचाप नीचे सर को झुकाए बाहर चला गया और मेरे खाना खाने के बाद वो जबरदस्ती मेरा हाथ पकड़कर मुझे मेरे कमरे में ले गई. में 21 साल का था, लेकिन आंटी जी मुझसे ज़्यादा ताकतवर और उम्र में बड़ी भी थी.
आंटी : तू अंदर क्या कर रहा था?
में : वो में तो अपनी पढ़ाई कर रहा था.
आंटी : हाँ अभी मैंने कुछ देर पहले खिड़की से तेरी वो पढ़ाई देखी है जिसको तू बहुत मन लगाकर देख रहा था.
में : लेकिन आंटी जी इसमे ग़लत क्या है?
आंटी : हाँ वैसे इसमें ग़लत कुछ नहीं है और में भी कभी कभी मुठ मारती हूँ.
में : लेकिन आप यह सब क्यों करती है क्या अंकल आपको नहीं चोदते?
आंटी : तो मैंने अपने दो बच्चे कैसे पैदा कर दिए?
में : तो में अब क्या कर सकता हूँ.
आंटी : क्या तू अब मुझे भी वो सेक्स वीडियो दिखाएगा?
में : क्यों नहीं चलो आज हम दोनों एक साथ में देखकर मुठ मारते है.
आंटी : चल तो फिर ठीक है.
फिर मैंने एक सेक्सी वीडियो शुरू किया और हम दोनों एकदम नंगे हो गये. दोस्तों आंटी का क्या मस्त जिस्म था? आंटी जी की बड़े बड़े सुंदर बूब्स और उस पर काली काली चूचियां. मेरा तो जी कर रहा था कि अभी दोनों को मुहं में लेकर चूसकर दूध पी लूँ, मुलायम चिकनी जाँघो के बीच फूल जैसी चूत कुछ गीली थी तो जी कर रहा था कि उनकी चूत में अपना 7.5 इंच का लंड एक बार में ही अंदर कर दूँ और फिर में उनको घूर- घूरकर देख रहा था और वो वीडियो देख रही थी.
आंटी : क्यों तुझे में कैसी दिखती हूँ?
में : आंटी जी आप बहुत सुंदर, हॉट, सेक्सी और बहुत बड़ी चुदक्कड़ हो.
आंटी : हाँ, तू भी मुझे ठीक लगता है.
में : आंटी जी क्या में आपको चोद सकता हूँ?
आंटी : साले में आज यहाँ पर तुझसे चुदने ही तो आई हूँ, यह वीडियो तू देख मुझे वो दिखा जो एकदम असली है.
दोस्तों आंटी जी के मुहं से यह जवाब सुनकर में घुटनो के बल बैठकर उनकी चूत को चूसना शुरू कर दिया और मैंने उनकी चूत को फैलाकर उनकी चूत के दाने से खेलने लगा, आंटी जी ऊह्ह्ह्ह आअहह की आईईईईई आवाज़ निकालने लगी.
आंटी : मदारचोद तू यह क्या कर रहा है?
में : चुपकर रंडी साली अभी तुझे में वो मज़ा दूँगा जो तू जिंदगी भर याद रखेगी.
फिर मैंने उनके होंठो को किस किया और उनके मुहं पर कुछ देर रुककर उनकी जीभ को चूसने लगा. हम दोनों की लार मुहं से निकलकर बह रही थी और फिर मैंने कहा कि भोसड़ी चुपचाप अपना मुहं खोल. उसने मुहं खोला और फिर से मैंने अपना थूक उसके मुहं में डाल दिया, वो साली सब निगल गयी और हम लोग फिर किस करने लगे.
इसके बाद में बेड पर बैठ गया और आंटी मेरा लंड चूसने लगी, दोस्तों मुझे इतना मज़ा पहले कभी नहीं आया था और में पूरे जोश में आंटी के मुहं को ही चोदने लगा. आंटी मेरा लंड बाहर निकालना चाहती थी, लेकिन मैंने उनका सर अपने लंड पर दबा लिया, जिसकी वजह से मेरा 7.5 इंच का पूरा लंड आंटी के मुहं में था और आंटी कुछ भी नहीं बोल पा रही थी.
में : चूस साली रंडी, चूस मेरा लंड. पता नहीं कितने लोगों से चूत मरवाई है साली तूने, कुतिया साली चूस मेरा लंड, आज खा जा साली इसे.
आंटी : साले अब मेरी चूत से नहीं रहा जाता, चोद दे मुझे, साले इस तेरी रंडी की चूत में डाल दे अपना लंड.
फिर मैंने उनकी चूत के मुहं पर अपना लंड रखकर एक धक्का मारा, लेकिन लंड एकदम से फिसल गया.
आंटी : साले तेरा लंड मेरी टाईट चूत में घुस नहीं पा रहा है, पहले अपनी माँ की चूत मारकर आ मदारचोद इसके पहले कभी भोसड़ा नहीं मारा क्या?
में : साली मुझे आज तक तेरे जैसी रंडी मिली ही नहीं.
तो इसके बाद आंटी जी ने अपने दोनों पैरों को फैलाया और अपनी चूत को हाथ से खोला फिर मैंने अपना लंड थोड़ा सा अंदर डाला.
आंटी : पूरा डाल साले में तेरा लंड लेने को तड़प रही हूँ, चोद साले, चोदकर दिखा मुझे अपने लंड का दम.
तो मैंने एक ज़ोरदार झटका मारा और लंड, चूत को चीरता हुआ एकदम से पूरा का पूरा अंदर घुस गया.
में : बहुत मज़ा आ रहा है रंडी तुझे चोदने में, वाह तेरी चूत बहुत मस्त है साली कुतिया.
आंटी : कुत्ते तुझसे चुदकर मुझे ज़्यादा मज़ा आ रहा है क्योंकि तेरा लंबा लंड मेरी चूत के अंदर तक चला जाता है और मेरा तो जी करता है कि में अब तुझसे ही शादी कर लूँ.
में : तू शादी कर या ना कर अब तो तेरी चूत का मालिक मेरा लंड ही है, में तुझे चोद चोदकर तेरी चाल बदल दूँगा और आने वाले 9 महीने में तुझे एक प्यारा बच्चा भी दूँगा.
तो इसके बाद 20 मिनट तक लगातार धक्के देकर चोदने के बाद मैंने अपना वीर्य उसकी चूत में डाल दिया.
आंटी : साले क्या अपनी माँ को चोदेगा?
में : हाँ, क्या चाल है उसकी, गांड हिला हिलाकर चलती है. मेरा तो दिल तो करता है कि गांड मार लूँ रंडी की, लेकिन उसे पटाएगा कौन?
आंटी : तू आने दे उसे वो एकदम पटी हुई है और हम दोनों हमेशा तेरा ही लंड याद करके मुठ मारते थे.
में : तो इसका मतलब यह है कि मेरी माँ भी एक रंडी है?
आंटी : हाँ मुझसे ज़्यादा तो वो चुदती है और में तुझे पटाने के लिए ही गालियां देती थी और फिर आख़िर में मैंने तुझे पटा ही लिया.
में : में भी तो तुम दोनों को चोदना चाहता था, लेकिन बहुत डरता था.
तो कुछ देर के बाद आंटी उठी कपड़े पहने और मेरे कमरे से बाहर चली गई और में उठकर सीधा बाथरूम में नहाने चला गया, लेकिन उस रात मैंने उनको सोच सोचकर दो बार मुठ मारी और अपनी माँ की चुदाई की सोचने लगा. फिर मैंने आंटी की मदद से अपनी माँ को भी चोदा. अब में दोनों को एक साथ चोदता हूँ और उनकी चूत का रस पीता हूँ जो कि मुझे बहुत पसंद है.
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मजबूर पूर्वी और दो लंड


हैल्लो दोस्तों, यह मेरी पहली और सच्ची घटना है जो मेरी फ्रेंड के साथ घटित हुई और यह अभी कुछ समय पहले घटित हुई. दोस्तों में अहमदाबाद बड़ोदा का रहने वाला हूँ और यह स्टोरी मेरी एक बेस्ट फ्रेंड की है जिसका नाम पूर्वी है, हम दोनों स्कूल टाईम से साथ में है और कॉलेज में भी साथ रहे और पूर्वी एक सीधी साधी अच्छी लड़की है, लेकिन वो दिखने में बहुत ही सेक्सी लगती है उसने अपने शरीर को बहुत सम्भालकर रखा है. उसके फिगर का साईज 34-30-32 है.
दोस्तों हम जब 8th क्लास में थे तब उसको प्यार हो गया और उसका बॉयफ्रेंड बहुत अच्छा था. पहले तो मुझे ऐसा लगता था कि वो बहुत अच्छा है, लेकिन वो बस पूर्वी के पैसो के लिए ही उसके साथ था और उसके साथ सेक्स करने के लिए भी, लेकिन पूर्वी उसे अपने साथ ऐसा कुछ भी नहीं करने देती थी. तो यह कॉलेज की बात है जब हम कॉलेज में थे, तब एक दिन में पूर्वी से मिला तो मैंने देखा कि वो बहुत परेशान थी, वो बिल्कुल उदास गुमसुम होकर बैठी हुई थी और मेरे बहुत बार पूछने पर भी उसने मुझे कुछ भी नहीं बताया और फिर वो कुछ देर बाद वहां से उठकर चली गई. तो उसके दो दिन बाद उसका मेरे नंबर पर कॉल आया और फिर उसने मुझसे कुछ पैसे उधार माँगे, लेकिन उसके मुझसे उधार माँगे हुए पैसे की राशि बहुत बड़ी थी जो में उसे नहीं दे सकता था इसलिए मैंने उससे पूछा कि उसको इतने पैसों की क्या जरूरत है, लेकीन वो फिर भी चुप रही और वो राशि थी 4 लाख रुपये. तो दो दिन के बाद वो मुझसे कॉलेज में मिली और वो मुझसे पूछने लगी कि क्या कोई हमे ब्याज पर पैसे देगा या नहीं? तो मैंने उससे फिर से पूछा कि तुम्हे इतने पैसे क्यों चाहिए? तब उसने बहुत उदास होकर एकदम धीरे से मुझे बताया कि मेरे बॉयफ्रेंड ने 11 लाख में एक फ्लेट ले लिया है.
फिर मैंने पूछा कि तो तेरा 4 लाख में क्या होगा? फिर उसने मुझे बताया कि मैंने अपने घर से मेरी सारी ज्वैलरी चुराकर भी उसे दे दिया है और उसने उन सबको बेचकर 3 लाख रुपये पेमेंट भी कर दिया है, लेकिन अभी और बाकी 4 लाख रुपय उसे देने है. तो मैंने कहा कि फिर तो तुम्हे कोई भी बैंक लोन दे देगा, लेकिन तभी थोड़े ही दिन के बाद में पूर्वी ने मुझसे कहा कि उसके पास पैसे का इंतज़ाम हो गया है और अब सब काम ठीक हो जाएगा.
फिर मैंने पूछा कि इतना पैसे तुम्हारे पास कहाँ से आया? तो उसने मुझे बताया कि उसको यह पैसा उसके किसी दोस्त ने दिया है, लेकिन अब मेरे दिमाग में बहुत सारे सवाल आने लगे कि उसको इतना पैसे कौन दे सकता है? क्या उसने फिर से कोई गलत काम तो नहीं किया या वो कोई गलत काम तो नहीं करने वाली? तो थोड़े दिन के बाद पूर्वी ने अचानक से कॉलेज में आना बंद कर दिया और इस बीच जब भी मैंने उसको फोन किया तो उसका मोबाईल भी स्विच ऑफ बता रहा था.
तभी में एक दिन अपनी कार से अपने कॉलेज जा रहा था तो मुझे पूर्वी दो लड़को के साथ कार में बैठकर जाती हुई नजर आई, मैंने उसे देख लिया था, लेकिन उसने मुझे नहीं देखा था और में भी उनके पीछे पीछे चलने लगा. तो वो दोनों कुछ किलोमीटर चलने के बाद पूर्वी को लेकर एक फार्महाउस पर पहुंचे और में अपनी कार को रोड पर पार्क करके फार्म के पीछे तक पहुंचा और वहीं से में अंदर की तरफ कूद गया और फिर कमरे के अंदर झाँकने लगा. तभी वो लोग भी रूम में आ गये और पूर्वी से कहने लगे कि चल अब जल्दी से अपने कपड़े उतार.
पूर्वी : प्लीज आप लोग मुझे जाने दो, में कहीं से भी आपके पूरे पैसों का इंतजाम कर दूँगी.
पहला लड़का : तू अब क्या इंतजाम करेगी? हमने तेरे बॉयफ्रेंड को कल तक का टाइम दिया था, लेकिन उसने हमे हमारा पैसा ठीक समय पर नहीं दिया और उसकी हम लोगों से डील यही थी कि अगर में ठीक समय पर पैसे ना दे सका तो मेरी गर्लफ्रेंड तुम्हारी.
दूसरा लड़का : चल अब ज्यादा नाटक मत कर और चुपचाप जल्दी से अपने कपड़े उतार वर्ना हम फाड़ देंगे.
फिर उसने उससे ऐसा कहकर पूर्वी को अपनी बाहों में ले लिया और उसको किस करने लगा और फिर बेड पर ले गया और उन दोनों ने अपने कपड़े उतार दिए, लेकिन पूर्वी साफ मना कर रही थी और में देखकर बहुत खुश हो रहा था कि आवाज से सती सावित्री दिखने वाली की आज चुदाई पक्की है और उतने में एक लड़का पूर्वी की जीन्स उतारने लगा और दूसरा ज़बरदस्ती अपने लंड को उसके मुहं में डालने लगा, लेकिन पूर्वी अब कुछ नहीं कर रही थी और वो हिल भी नहीं रही थी वो बस बिल्कुल लाचार बेड पर पड़ी हुई थी और उन लोगो ने जल्दी से उसके सारे कपड़े उतार दिए और अब पहला लड़का पूर्वी की चूत की नाजुक नाजुक पंखड़ियों को अपने एक हाथ से फैलाकर पर अपने लंड को चूत के मुहं पर घिस रहा था तो पूर्वी बोली कि नहीं प्लीज मुझे जाने दो, मैंने यह सब पहले कभी भी नहीं किया, प्लीज मुझे छोड़ दो में तुम्हे तुम्हारा पैसे लोटा दूंगी, लेकिन प्लीज अभी मुझे जाने दो छोड़ दो मुझे.
फिर वो मुस्कुराया और बोला कि अच्छा तो अब तक तुम्हारी चूत एकदम कुँवारी है? तो कोई बात नहीं आज में उसे फाड़ देता हूँ वैसे भी मैंने इससे पहले बहुत बार कुँवारी चूत को फाड़ा है और उसने बातों ही बातों में अचानक से एक ही झटके में अपना आधा लंड उसकी चूत में डाल दिया और जिसकी वजह से पूर्वी के मुहं से बहुत ज़ोर से चीख निकलने लगी. वो ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी और अपने चूतड़ को पीछे की तरफ हटाकर लंड को बाहर निकालने की कोशिश करने लगी, लेकिन तभी दूसरे लड़के ने उसके मुहं में अपना लंड डाल दिया जिसकी वजह से उसकी आवाज दबकर रह गई, लेकिन अभी भी पूर्वी रो रही थी और दर्द से तड़प रही थी. उसकी आवाज उसके मुहं से बाहर नहीं आ सकती थी, लेकिन उसकी आँखों से बहते आंसू रुक नहीं रहे थे. वो दर्द से छटपटा रही थी और अब बेड पर उसकी चूत का खून फैला हुआ था. शायद अब पूर्वी की सिल टूट चुकी थी.
फिर कुछ देर रुकने के बाद जब वो थोड़ा शांत हुई तो उसने धीरे धीरे लगातार झटके मारने शुरू किए, जिसकी वजह से पूरे रूम में फच फच की आवाज़ आ रही थी और अब वो दूसरा लड़का पूर्वी की गांड में अपना लंड डालने लगा और उन दोनों ने मिलकर पूर्वी की गांड और चूत को फाड़ दिया. वो उसके बूब्स को भी मसल रहे थे और कुछ देर के बाद उन्होंने अपनी अपनी चुदाई की स्पीड को बड़ा दिया. फिर पूर्वी ने अब उनका विरोध करना बंद कर दिया और अब उसे भी अपनी चुदाई में मज़ा आने लगा था और वो भी अपनी चुदाई के मज़े लेने लगी, वो हल्की हल्की आवाज से मोन करने लगी और उनके हर एक धक्के से उसके पूरे जिस्म के साथ साथ बेड तक हिलने लगा था. उसकी सिसकियों की आवाज पूरे कमरे में गूंजने लगी थी.
फिर कुछ देर बाद वो दोनों एक एक करके पूर्वी के अंदर ही झड़ गये और थककर उसके पास लेट गये और उन दोनों ने उस दिन थोड़ी थोड़ी देर का आराम करके उस दिन पूर्वी की 4-5 बार बहुत जमकर चुदाई की और दूसरे दिन फिर से आने को कहा और वो दोनों पूर्वी को कॉलेज के पास तक छोड़कर चले गये. फिर पूर्वी उनकी गाड़ी से उतरकर अपने घर जाने के लिए ऑटो के पास जा रही थी, लेकिन उससे अब ठीक तरह से चला भी नहीं जा रहा था. फिर में पूर्वी के पास अपनी कार लेकर गया और उसे बैठने को कहा और फिर पूर्वी ने कार में बैठते ही मुझे हग कर लिया और रोने लगी.
फिर मेरे उसके रोने का कारण पूछने पर उसने मुझे बताया कि उसके बॉयफ्रेंड ने उन लोगों से कुछ पैसे उधार लिए थे और उस वजह से उसके बॉयफ्रेंड ने उसे उनके पास गिरवी रख दिया और वो मुझसे कह रही थी कि वो लोग मुझे अब हर रोज बुलाने वाले है. तो मैंने बिल्कुल अंजान बनते हुए उससे पूछा कि वो लोग तुम्हे कहाँ पर बुलाने वाले है? तो वो बोली कि वो लोग मुझे अपने फार्म हाउस पर बुलाते है. फिर मैंने एक बार फिर से एकदम अंजान बनते हुए पूछा कि लेकिन वहां पर क्यों? तो वो कुछ नहीं बोली और ज़ोर ज़ोर से रोने लगी तो में बोला कि कल तुम मुझसे कॉलेज में मिलना और में वहां पर तुम्हे पैसे दे दूंगा और में पिछले एक दो दिन से बाहर गया हुआ था और मैंने उसको उसके घर के बार छोड़ दिया. वो धीरे धीरे चलती हुई अपने घर के अंदर चली गई और में उसे वहीं पर खड़ा देख रहा था. उनकी उस चुदाई ने उसकी चाल को ही बदलकर रख दिया.
तो अगले दिन वो मुझसे मिलने आई और मैंने उसको 4 लाख रुपये दे दिए और कहा कि तुम यह पैसे उन्हे दे देना और फिर हम बाहर आ गए. मैंने वो पैसे उसके हाथ में दे दिए. फिर उसी शाम को उसके बॉयफ्रेंड का कॉल आया, लेकिन उसने उससे ज्यादा बात नहीं की. फिर कॉलेज के बाद में उसे उसके घर पर छोड़ने जा रह था तो पूर्वी ने उसके बॉयफ्रेंड को फोन करके बहुत देर तक गलियां दी और फिर उससे अपना ब्रेकअप कर लिया और फिर वो मुझसे बोली कि क्या तुम मेरे साथ फिल्म देखने चलोगे?
मैंने झट से हाँ कर दिया और दूसरे दिन हम दोनों कॉलेज से बंक करके फिल्म देखने चले गये, फिल्म देखने के बाद हम दोनों ने बाहर ही एक रेस्टोरेंट में खाना खाया और उसने मुझे वहीं पर प्रोपज किया, लेकिन मैंने कहा कि में तुम्हे थोड़ा सोचकर बताऊंगा. फिर दूसरे दिन मैंने कहा कि हम कहीं बाहर घूमने चलते है तो उसने मुझे हाँ कहा फिर में उसको लेकर आबू घूमने गया और वहां पर जाकर मैंने उससे हाँ कहा. मैंने वहां पर एक होटल में हमारे लिए दो कमरे बुक करवाए थे, लेकिन पूर्वी बोली कि हम दोनों एक ही रूम में रहते है ना, उसमे क्या दिक्कत है?
फिर हम दोनों एक ही रूम में गये, वो बेड पर जाकर बैठ गई, लेकिन अब वो मुझसे थोड़ा सा शरमा रही थी. तो मैंने एक अच्छा मौका देखकर उसे पीछे से पकड़ लिया और उसे गर्दन पर किस करने लगा. तो मेरे थोड़ी देर किस करने की वजह से वो बिल्कुल गरम हो गयी और अब वो मोन करने लगी. फिर मैंने उसको नीचे लेटाया और पहले कपड़ो के ऊपर से ही उसके बूब्स दबाए, मसले और उसके बाद सही मौका देखकर एक एक करके उसके सारे कपड़े उतार दिए और साथ में अपने भी और उसके बाद मैंने उसके बूब्स को चूसना, चूमना शुरू किया जिसकी वजह से उसकी चूत ने गरम होकर मुझे उसकी चुदाई करने के लिए मजबूर किया.
फिर मैंने उसकी चूत को कुछ देर चाटकर, चूसकर एक बार झड़ने पर मजबूर कर दिया और वो मेरे मुहं में झड़ गई और में उसकी चूत रस पी गया. फिर वो कहने लगी अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह हाँ और ज़ोर से हाँ प्लीज आईईईईईईई थोड़ा और अंदर डाल दो हाँ और ज़ोर से अह्ह्ह्ह. फिर मैंने भी कुछ देर चूसने के बाद अपना लंड उस कामुक चूत के मुहं पर रखा और एक ही जोरदार धक्के के साथ चूत के अंदर पहुंचा दिया.
फिर वो ज़ोर से चीखने लगी अह्ह्ह्ह थोड़ा धीरे करो उह्ह्ह प्लीज आईईईइ मुझे बहुत दर्द हो रहा है, तुम्हारा लंड बहुत मोटा है, प्लीज मेरी चूत पर आऊऊऊउ थोड़ा तो तरस खाओ. फिर मैंने अपनी चुदाई को धीरे धीरे धक्कों के साथ लगातार जारी रखा और करीब बीस मिनट की चुदाई के बाद में उसकी चूत में झड़ गया और उसके बूब्स को सहलाने, मसलने लगा. फिर उस दिन मैंने उसको वहीं पर दो बार चोदा. दोस्तों में आज तक उसकी चुदाई करता आ रहा हूँ.
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किटी पार्टी का मजा


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मीनल है. मेरी शादी को 5 साल हो गये है और ज्यादातर मेरे पति ऑफिस के टूर में बिज़ी रहते है. मेरे बहुत सारी सहेलियां है, लेकिन कुछ सहेलियां काफ़ी करीब है जो कि एक दूसरे के घर पर किटी पार्टी ऑर्गनाइज़ करती है. वैसे भी टाईम पास के लिए कुछ तो चाहिए और हर 15 दिन में हम सभी के घर जाते है फिर खाना, पीना और मौज मस्ती और अब तो हम सब इतने खुल चुके है कि सभी को अपने सीक्रेट्स बताने में कोई झिझक नहीं होती और नॉटी बातें करने का मज़ा ही कुछ और होता है.
एक बार हमेशा की तरह मेरे घर पर किटी पार्टी ऑर्गनाइज़ की गई. मैंने अपनी काम वाली बाई को हेल्प करने के लिया बुलाया था, लेकिन किसी कारण से वो नहीं आई थी और उसने अपनी छोटी बेटी कमला को भेज दिया था, जो अभी सिर्फ़ 19 साल की थी. उसकी माँ की जगह पर वो कभी-कभी घर का काम करने आती थी.
किटी पार्टी में मेरी सारी सहेलियां आ गई और हम सबने बहुत इन्जॉय किया, लेकिन मेरी सबसे करीबी दोस्त श्रेया का ध्यान पता नहीं क्यों बार बार कमला पर जा रहा था? में समझ गई थी कि उसका इरादा क्या है? इसलिए पार्टी ख़त्म होने के बाद मैंने सीधा श्रेया से पूछ ही लिया कि क्या तू उस कमला को चोदना चाहती है? और श्रेया ने तुरंत हाँ कर दी. तो मैंने कहा कि थोड़ा सब्र कर में कुछ जुगाड़ करती हूँ और मैंने श्रेया को अपने बेडरूम में भेज दिया. जब कमला मुझे किचन में हाथ बंटा रही थी तब मैंने उससे कहा कि मेरा एक काम करेगी? हो सके तो तू श्रेया के सिर में थोड़ा तेल डाल कर मसाज कर दे, उसका बहुत तेज सिर दर्द हो रहा है.
कमला मेरी बात का कभी मना नहीं करती थी तो वो मेरे बेडरूम में तेल लेकर गई और श्रेया को कहा मेडम जी सिर में दर्द हो रहा है, चलो में आपको मालिश कर देती हूँ. श्रेया को बस यही चाहिए था. मालिश करते-करते श्रेया ने कमला से कहा कि मेरी पीठ में काफ़ी दिनों से बहुत दर्द हो रहा है, तू इतनी अच्छी मालिश करती है ज़रा वहां पर भी कर दे.
कमला तैयार हो गई और फिर श्रेया ने उसके सामने ही अपना टॉप और ब्रा निकाल दिया तो कमला देख कर थोड़ी शरमा गई, लेकिन जब श्रेया उल्टी सो गयी तो कमला अच्छे से मालिश करने लगी. उस वक़्त में सभी के लिए एक वोडका का पैक बनाकर ले आई और कहा कि जमकर मालिश हो रही है. फिर मैंने कमला को भी वोडका पीने के लिए फोर्स किया और उसे पसंद भी बहुत आया.
अब कमला को थोड़ा-थोड़ा नशा होने लगा था तो श्रेया ने कहा अपनी मालिश तो पूरी कर ले और कमला के हांथो के पास अपने बूब्स ले आयी और मालिश करवाने लगी जिससे कमला थोड़ी गर्म हो चुकी थी. फिर धीरे-धीरे मैंने कमला के पैरो पर हाथ फेरना शुरू कर दिया और वो मदहोश होने लगी थी. मैंने और श्रेया ने माहोल और गर्म करने के लिए नॉटी बातें शुरू कर दी थी, तभी श्रेया ने कमला से पूछा क्या तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है? तो कमला बोली कि हाँ मुझे एक लड़का पसंद है.
फिर हम समझ गयी थी कि अब वो खुल रही है इसलिए मैंने भी अब अपना टॉप निकाल दिया और ऐसे ही बातें करने लगी. फिर श्रेया धीरे-धीरे कमला के नज़दीक होती गयी और उसकी स्कर्ट में हाथ डाल दिया. कमला को मज़ा आ रहा था इसलिए वो कुछ नहीं बोली फिर श्रेया धीरे-धीरे ने अपना पूरा हाथ कमला की पेंटी में डाल दिया.
अब कोई औपचारिकता नहीं बची थी. हम तीनों काफ़ी गर्म हो चुकी थी. श्रेया और कमला दोनों किस करने लगी थी और में भी कमला के कपड़े उतारने लगी थी और धीरे-धीरे मैंने कमला के पूरे बदन को चूमना चालू किया और उसके बूब्स दबाने लगी. कमला के मुँह से आह्ह्ह्ह आआआअ की आवाज़ निकलने लगी तभी श्रेया ने उसकी चूत में अपनी उंगली डाल दी थी. अब कमला को हमने पूरा नंगा लेटा दिया और श्रेया उसकी चूत को चाटने लगी, में बूब्स की बड़ी शौकीन हूँ इसलिए में कमला के बूब्स मुँह में लेने लगी. कमला की तड़प से हमें पता चल गया था कि वो कितना मजा ले रही है. श्रेया को उसकी चूत बहुत पसंद आई थी. फिर मुझे भी अपनी चूत चटवाने का मन किया तो में कमला के मुँह के ऊपर जाकर बैठ गयी और कमला भी उसे जोर ज़ोर से चाटने लगी और मेरा सारा पानी निकलकर उसके मुँह में चला गया.
अब श्रेया से रहा नहीं गया और वो अपने पर्स में से एक नकली प्लास्टिक का लंड निकालकर ले आई (वो जब भी मेरे घर आती है डिल्डो ज़रूर लाती है, आप समझ जायेंगे क्यों?) श्रेया ने डिल्डो बाँध कर कमला की चूत में घुसा दिया. मुझे पता था कमला ज़ोर से चीखेगी इसलिए मैंने पहले से ही कमला का सिर अपनी गोदी में ले लिया था और जब वो चिल्लाने वाली थी तो उसका मुँह दबा दिया.
फिर श्रेया ने धीरे-धीरे डिल्डो अंदर डालना शुरू किया और कमला को भी चुदाने में मजा आने लगा. में पीछे से उसके बूब्स मसल रही थी, बस अब कमला का पानी निकलने वाला था और श्रेया ने ज़ोर-ज़ोर से चोदना चालू कर दिया था. फिर कमला की तड़प बहुत बढ़ने लगी थी और उसे देख कर हम दोनों की तड़प बढ़ रही थी और वो उसे ज़ोर-ज़ोर से चोद रही थी. फिर कमला को चोदने के बाद अभी भी श्रेया का मन नहीं भरा था और उसकी प्यास बुझाने के लिए मैंने अपनी चूत को भी उसके आगे कर दिया. फिर उसने मुझे भी जमकर चोदा, जिसके बाद हम तीनों बहुत थक चुके थे और फिर एक दूसरे के साथ लिपट कर सो गये.
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दोस्त की रंडी माँ और सेक्सी बहन


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम सोनू है और मेरी उम्र 21 है. दोस्तों में शुरू से ही सेक्स का बड़ा ही दिवाना रहा हूँ और यह मेरी पहली स्टोरी है. दोस्तों यह एक सच्ची घटना है. मेरा एक दोस्त है उसका नाम विक्की है और हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त है. हम हमेशा साथ साथ घूमते और मेरा हमेशा विक्की के घर पर आना जाना लगा रहता था. उसके घर में उसकी माँ उनकी उम्र 37 साल, लेकिन वो दिखने में एकदम कड़क माल है. वो अपनी पतली कमर को मटकाती हुई चलती जिससे उसके बूब्स भी इधर उधर हिलते जिसे देखकर देखने वालों को बहुत मज़ा आता और वो अभी भी बिल्कुल जवान लगती है, उसकी बहन शीतल जो अभी 18 साल की है और अब वो धीरे धीरे जवान होने लगी है. उसके बूब्स, गांड उभरकर बाहर की तरफ दिखने लगे है उसके जिस्म का हर एक अंग दिखने में बहुत ही सेक्सी है और उसके पापा जो हमेशा घर से बाहर रहते थे, क्योंकि उनको जुआ खेलने की लत लग गयी थी और उन्हे भी लड़कियों का बहुत शौक था और वो ज़्यादा टाइम अपने घर से बाहर ही रहते और करीब दो तीन दिन के बाद अपने घर पर आते थे.
तो दोस्तों में और विक्की एक दिन घूमने बाहर गए हुए थे और हमे घर पर आते आते बहुत रात हो चुकी थी और घर पर जाते वक़्त विक्की ने मुझसे कहा कि हमे बहुत रात हो चुकी है और अब तू घर पहुंचते ही आज मेरे घर पर सो जाना और कल सुबह निकल जाना. फिर मैंने उससे कहा कि ठीक है और हम घर के लिए निकल चुके थे. हमें रात के करीब 2 बज चुके थे और फिर विक्की का घर आ गया. फिर मैंने अपनी कार को एक तरफ पार्क कर दिया और कार की आवाज़ सुनते ही सुनीता आंटी जाग गयी. उन्होंने दरवाजा खोला और में देखता ही रह गया. वो लाल कलर की एक मेक्सी में थी और वो मेक्सी भी गहरे गले की होने के कारण उनके बूब्स थोड़े थोड़े बाहर से नज़र आ रहे थे. मेरी तो उन्हे देखकर बहुत हालत खराब हो गयी. फिर हम अपने कमरे के अंदर गये और सोने लगे, लेकिन दोस्तों अब मुझे नींद नहीं आ रही थी और मेरी आखों के सामने उनके गोरे गोरे बूब्स आ रहे थे. आँखे बंद करते ही मुझे उनका सेक्सी जिस्म अपनी तरफ आकर्षित करने लगता और अब मेरा लंड तनकर एकदम खड़ा हो गया था और फिर किसी भी तरह मैंने कंट्रोल किया और सो गया.
फिर सुबह सब लोग उठ गये थे और फिर जब मेरी नींद खुली तो मैंने देखा कि उस समय 11 बज गए थे. तभी आंटी मेरे पास आई और बोली कि सोनू तू कितना सोता है? मैंने कहा कि अभी भी मेरी नींद पूरी नहीं हुई है क्योंकि में बहुत थक चुका हूँ. फिर आंटी बोली कि ठीक है और थोड़ी देर सो जा, मैंने कहा कि ठीक है और में फिर से सो गया और में उसके बाद में 1 बजे उठ गया, लेकिन मुझे कोई भी नज़र नहीं आ रहा था.
फिर में उठकर हॉल में चला गया तो मैंने देखा कि वहां पर आंटी टीवी देख रही थी, में उनके पास गया और उनसे पूछा कि सब कहाँ गये? तो वो बोली कि विक्की तो गावं चला गया उसके गावं के किसी रिश्तेदार की म्रत्यु हो गयी है और शीतल स्कूल गयी है और अब तू जाकर नहा ले में तेरे लिए खाना लगाती हूँ. फिर में बाथरूम में नहाने चला गया और में वहां पर जाकर अपने कपड़े उतारने लगा और मैंने टावल लगा लिया और ब्रश करने लगा और फिर मुझे बाथरूम में आंटी और शीतल की ब्रा और पेंटी नज़र आई. फिर मैंने दोनों की पेंटी उठाई और सूंघने लगा. दोस्तों में आप सभी को शब्दों में क्या बताऊँ कि वो क्या महक थी? मेरा तो लंड फिर से खड़ा हो गया और में उन्हे सूँघते सूँघते अपना लंड हिला रहा था और फिर कुछ देर के बाद मेरा वीर्य निकल गया.
दोस्तों मेरे लंड से आज तक इतना पानी कभी भी नहीं निकला था. में तो बिल्कुल हैरान हो गया. फिर में नहाने लगा और नहाते वक़्त मेरे कपड़े पानी में गिर गये और पूरी गीले हो गये. मैंने आंटी को आवाज़ लगाई कि विक्की का कोई लोवर होगा तो आप मुझे वो दे दीजिए, मेरे कपड़े पानी में गिरकर पूरे गीले हो गये. फिर आंटी बाथरूम के पास आई और उन्होंने कहा कि विक्की तो अपने सारे कपड़े अपने साथ लेकर गया हुआ है और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि तुम टावल लगाकर ही बाहर आ जाओ. फिर में बाहर आ गया और मैंने आंटी से कहा कि मुझे शरम आ रही है और वो हंसने लगी और उन्होंने कहा कि कोई बात नहीं.
फिर में हॉल में चला गया और खाना खाने बैठ गया और आंटी मेरे सामने बैठकर बातें करने लगी. में खाना खाने के बाद उठकर हाथ धोने जा रहा था कि तभी टावल सोफे में अटक गया और में उनके सामने बिल्कुल नंगा हो गया और फिर में तो शरम से पानी पानी हो गया और आंटी की नज़र मेरे लंड से हट ही नहीं रही थी. फिर मैंने जल्दी से अपना टावल उठाया और बेडरूम की तरफ भाग गया. तभी आंटी ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी. में फिर से टावल लगाकर बाहर आ गया और आंटी की तरफ़ देखा तो वो मेरी तरफ देख रही थी और अब वो थोड़ी सी कामुक हो गयी थी.
फिर मैंने उनसे कहा कि आंटी प्लीज आपके पास कोई लोवर होगा ना, वो मुझे दे दो ना प्लीज. फिर आंटी ज़ोर से हँसी और मुझसे बोली कि सोनू चाहे तो तू ढूंड ले, लेकिन घर में तो तेरे नाप के कोई भी कपड़े नहीं है और अगर चाहे तो तू मेरी मेक्सी पहन ले, वैसे भी इस समय घर पर कोई नहीं है. अब में एकदम चुपचाप होकर कुछ सोच रहा था तो आंटी ने पूछा क्या हुआ तू इतना क्यों शरमा रहा है? तो मैंने कहा कि ठीक है आप लाकर मुझे दे दीजिए और फिर आंटी ने मुझे उनकी एक पुरानी मेक्सी दी, वो शायद उनकी हनिमून की थी, थोड़ी जालीदार थी, सफेद कलर की एकदम सेक्सी और में वो मेक्सी पहनकर आंटी के सामने आया और वो ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी और अब मुझे भी हंसी आ रही थी. फिर उन्होंने मुझसे पूछा कि क्यों कैसा लग रहा है?
मैंने कहा कि एकदम खुला खुला और हम दोनों हसने लगे और फिर आंटी झाड़ू लगाने लगी थी और में टीवी देख रहा था. अब उन्होंने अपनी मेक्सी के ऊपर के बटन खोल दिए थे और उनके पूरे निप्पल नज़र आ रहे थे और मेरा लंड उन्हे झूलते हुए देखकर खड़ा हो गया था. फिर आंटी झाड़ू लगाकर किचन में चली गयी और किचन से मुझे आवाज़ लगाई कि सोनू ज़रा इधर आना, मुझे वो डिब्बा निकालकर दे. मेरा लंड खड़ा था और अब मुझे भी मज़ा आ रहा था. में वैसे ही उठकर किचन में चला गया और उन्हे डब्बा उतारकर दिया.
तभी उनकी नज़र मेरे लंड पर गयी और मुझसे कहा कि अंदर क्या है? मैंने कहा कि कुछ भी तो नहीं वो बोली कि ज़रा अपने अरमानो पर काबू रख, मैंने कहा कि लेकिन कैसे रखूं? फिर वो मेरे पास आई उन्होंने मेरा लंड छुआ और कहने लगी कि वाह यह तो मेरी उम्मीद से बहुत बड़ा लगता है और फिर लंड को अपने एक हाथ से पकड़कर हिलाने लगी और फिर मुझसे कहा कि चलो बेडरूम में चलते है. में तो उनके मुहं से यह बात सुनकर बहुत खुश हुआ.
में बेडरूम में गया तो उन्होंने मुझे बेड पर बैठा दिया और मेरी मेक्सी को ऊपर किया और मेरा लंड देखने लगी और कहा कि हाए रे इतना बड़ा लंड? दोस्तों में तो उनके मुहं से लंड शब्द सुनकर एकदम दंग रह गया और अब उन्हे अपनी चुदाई का बहुत जोश चढ़ गया था और वो मेरे लंड को मुहं में लेकर चूसने लगी और मेरी गोलियां चूसने, चाटने लगी और कहने लगी कि 12 साल के बाद आज में फिर से चाट रही हूँ. फिर मैंने उनसे पूछा कि क्यों क्या अंकल आपको नहीं चोदते? तो उन्होंने बहुत गुस्से में कहा कि वो हरामी कुत्ता क्या मुझे चोदेगा? और उसके लंड से अच्छा है कि में किसी छोटे लड़के की नुन्नु चूस लूँ. मुझे अब बहुत मज़ा आ रहा था और फिर मैंने उनके कपड़े उतार दिए और उनको बेड पर लेटाया.
फिर आंटी ने कहा कि सोनू में बहुत सालो से भूकी हूँ, तू आज मुझे खुश कर दे, फिर तू जो मुझसे बोलेगा में वो सब करूंगी तुझे जो चाहिए वो दूँगी. फिर मैंने अपना लंड उनके मुहं में डाला और कहा कि में शीतल को भी चोदना चाहता हूँ. फिर मेरे मुहं से यह बात सुनकर पहले तो वो थोड़ी नाराज़ हो गयी और उसने मुझसे कहा कि तू कितना बड़ा हरामी है सोनू, मैंने तो सोचा भी नहीं था कि तू अपने दोस्त की बहन की भी चुदाई करना चाहता है? तो मैंने कहा कि किसने सोचा था कि में कभी आपसे अपना लंड चुसवाऊंगा? फिर वो मेरी यह बात सुनकर ज़ोर ज़ोर से हँसने लगी और फिर वो मान गयी.
में खुश हो गया और फिर मैंने उनकी पेंटी को उतार दिया और मैंने देखा कि उनकी चूत पर बहुत सारे बाल थे जिसकी वजह से उनकी चूत तो नज़र ही नहीं आ रही थी.
मैंने उनसे कहा कि कभी आप अपनी चूत के बाल साफ नहीं करती? तो आंटी ने कहा कि में अब किसके लिए अपनी चूत के बालों को साफ करूं? और में ज़ोर ज़ोर से हंसने लगा. फिर आंटी ने कहा कि चल अब आज तू खुद ही साफ कर दे. फिर मैंने उनकी चूत के सभी बालों को एक रेज़र की मदद से साफ किया और अब उनकी चूत तो 18 साल की लड़की तरह दिख रही थी एकदम कामुक, चिकनी, फूली हुई और जोश से भरी हुई. फिर मैंने उनकी चूत चाटी, उसका स्वाद बहुत नमकीन सा था, तभी उन्होंने कहा कि सोनू रुक ज़रा में अभी मूतकर आती हूँ और वो उठकर चली गई और जल्दी से वापस आ गयी और अब वो बड़ी खुश लग रही थी.
फिर मैंने अपना लंड उनकी चूत के मुहं पर रखा और धीरे धीरे दबाते हुए अंदर डालने की कोशिश कर रहा था, लेकिन मेरा लंड बहुत मुश्किल से अंदर गया और फिर में चोदने लगा और वो ज़ोर ज़ोर से चीखने चिल्लाने लगी और में उन्हे लगातार चोदता रहा. चोदने के साथ साथ में उनके बूब्स को भी मसल रहा था जिसकी वजह से वो सिसकियाँ ले रही थी और मुझसे कह रही थी अह्ह्हह्ह्ह्ह हाँ और थोड़ा और पूरा अंदर आईईईईईईई तक जाने हाँ उह्ह्हह्ह्ह्ह.
फिर थोड़ी ही देर के बाद मेरे लंड ने अपना वीर्य चूत के अंदर ही निकाल दिया और उसके कुछ देर बाद उनकी चूत ने भी अपना पानी छोड़ दिया और मेरे लंड के पानी से और उनकी चूत के रस से उनकी चूत पूरी भर गयी, जिसकी वजह से वीर्य एक एक बूंद करके बाहर टपकने लगा जिसने बेड पर गीला कर दिया. फिर में बहुत थक गया और में उनके पास में लेट गया.
वो खड़ी होकर मुझे देख रही थी और उनकी चूत में से पानी टपक रहा था, उन्होंने कपड़े पहने और फिर मेरा गीला लंड चूसने लगी और अब 5 बजने वाले थे और शीतल अपने कॉलेज से आने वाली थी. फिर आंटी ने कहा कि तू नंगा ही सोने का नाटक कर में तेरी सेटिंग लगाती हूँ, में सोने का नाटक करने लगा और फिर कुछ देर के बाद शीतल आ गई और आंटी किचन में काम करने लगी.
फिर शीतल रूम में आई और मेरे तनकर खड़े लंड को घूर घूरकर देख रही थी और फिर वो अपनी माँ के पास गयी और कहा कि सोनू बेडरूम में नंगा सोया है. फिर माँ ने उससे कहा क्या? चलो में भी देखती हूँ? और फिर वो दोनों मेरे पास आकर खड़ी हो गई, तो शीतल ने माँ से कहा कि माँ देखो ना इसका कितना बड़ा है? तो माँ ने कहा कि हाँ क्या तुम इसका चूसना चाहोगी? दोस्तों पहले तो वो मना कर रही थी फिर कुछ देर के बाद शीतल ने मेरा लंड पकड़ा और कहा कि माँ यह तो बहुत गरम है.
फिर आंटी ने कहा कि इसे लंड कहते है और इसे चूसने से लड़कियां एकदम गोरी हो जाती है क्योंकि शीतल इतनी ज़्यादा गोरी नहीं थी इसलिए उसकी माँ ने उससे यह झूठी बात कही. उसकी माँ और उसमें ज़मीन आसमान का फ़र्क था. फिर शीतल ने माँ से पूछा कि क्या माँ तुमने कभी किसी का लंड चूसा था कि तुम इतनी गोरी हो गयी? तो माँ ने कहा कि हाँ में तेरे पापा का लंड हमेशा चूसती थी इसलिए में इतनी गोरी हूँ.
फिर वो मेरा लंड चूसने लगी और कुछ ही सेकिंड के बाद में जाग गया और शीतल एकदम से डर गई. फिर माँ ने उससे कहा कि कुछ नहीं बेटा तुम बिल्कुल भी मत डरो बस चूसती रहो. फिर मैंने कहा कि हाँ हाँ तुम तो चूसो फिर सुनीता आंटी ने शीतल के कपड़े उतार दिए और उसे नंगा किया और फिर खुद भी बिल्कुल नंगी हो गयी. में तो आज अपनी लाईफ में पहली बार एक साथ दो औरत से मज़े कर रहा था.
फिर उसकी माँ ने शीतल को 69 पोजीशन में कर दिया और में उसकी चूत को चाट रहा था और शीतल लंड चूस रही थी और उसकी माँ मेरी गोलियां चाट रही थी. में तो जन्नत की सैर कर रहा था और फिर मैंने एक बार शीतल की चूत मारी. उसकी चूत मारने में मुझे बहुत मज़ा आया, क्योंकि वो मेरी चुदाई के पहले तक वर्जिन थी, लेकिन अब एक फटी हुई चूत, जिसकी सील मैंने अपने लंड से तोड़ी. मेरी चुदाई से उसकी चूत ने अपना सारा रस खून के साथ साथ बाहर निकाल दिया. वो अपनी चूत के दर्द से तड़पती रही और उसकी माँ उसकी छाती को सहलाती रही और उसे चुप करवाती रही.
फिर कुछ देर के बाद वो अपनी चुदाई के मज़े लेने लगी और अपनी गांड को हवा में उछाल उछालकर मेरा लंड लेने लगी और अब मुझे उसकी गांड भी मारनी थी, लेकिन आंटी ने मुझसे साफ मना कर दिया और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि उसकी गांड अभी बहुत टाईट है, तूने इसकी चूत को चोदकर फाड़ दिया है तो आज इसकी गांड को छोड़ दे, उसका स्वाद तू कुछ दिनों के बाद में लेना वर्ना आज इसकी दोनों तरफ की चुदाई इसको ठीक से चलने भी नहीं देगी. फिर मैंने कहा कि हाँ ठीक है, लेकिन प्लीज आपकी गांड दे दो और फिर हंसते हुए आंटी मेरे लंड पर बैठ गई और मज़े लेने लगी. हम तीनों ने रात भर चुदाई के मज़े किए और तीन दिन तक वहां पर हमारे अलावा कोई भी नहीं था और हम तीन दिन तक बिल्कुल नंगे रहे और हम साथ साथ नहाते खाते पीते और नंगे ही सो जाते. दोस्तों वो दिन मेरी लाईफ के बड़े मज़े के दिन थे जिसमे मैंने उन दोनों को तीन दिन तक लगातार चोदा और बहुत मज़े किए.
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बॉयफ्रेंड ने मेरी सील तोड़ी


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम निहारिका है और में पटना की रहने वाली हूँ. आज में आप सभी के सामने अपनी भी एक सच्ची कहानी लेकर आई हूँ, यह कहानी मेरी और मेरे बॉयफ्रेंड की है. मेरी उम्र 20 साल है और में अभी अपनी कॉलेज की पढ़ाई कर रही हूँ. मेरे फिगर का साईज 34-28-32 है और में दिखने में बहुत सेक्सी हूँ, मानो की कोई ब्लू फिल्म की हिरोइन हो. में ज़्यादातर जीन्स और शर्ट या टी-शर्ट पहनती हूँ. में जब कॉलेज जाती हूँ तो सब लड़के मुझे देखकर मेरे जिस्म के बारे में ना जाने क्या क्या कहते है?
दोस्तों मेरा एक बॉयफ्रेंड है, जिसका नाम राज है. वो दिखने में अच्छा है और वो मुझसे एक साल बड़ा है. वो रोज सुबह और शाम को जिम जाता है, जिसकी वजह से उसका शरीर बहुत अच्छे आकार का है और कॉलेज की कई लड़कियाँ उससे बात करने के लिए या फिर उससे दोस्ती करने लिए मरती है, लेकिन वो मुझ पर फ़िदा है, क्योंकि में हूँ ही ऐसी और अब में आप सभी को और ज़्यादा बोर ना करते हुए सीधे अपनी आज की कहानी पर आती हूँ.
दोस्तों मैंने जब से अपने कॉलेज में नया नया एड्मिशन लिया था तब से मुझे वो बहुत पसंद था, लेकिन में उससे उस समय बात नहीं करती थी, लेकिन एक दिन वो खुद ही आगे होकर मेरे पास आया और मुझसे बोला कि मुझे लगता है कि आप यहाँ कॉलेज में नई नई आई हो? तो मैंने भी जवाब में कहा कि हाँ और फिर धीरे धीरे उसने मुझसे बातें करना शुरू किया और उसने कहा कि मेरा नाम राज है और में दूसरे साल में हूँ. तो मैंने उससे कहा कि मेरा नाम निहारिका है और फिर उस दिन से में और वो हम दोनों बातें करने लगे. फिर धीरे धीरे हमारी बहुत अच्छी दोस्ती हो गई, तो हम दोनों बाहर घूमने जाने लगे और साथ में नाश्ता या फिल्म देखने जाने लगे. एक दिन उसने मुझसे बोला कि निहारिका तुम बहुत सुंदर हो और में तुम्हे बहुत प्यार करता हूँ. तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो, तो मैंने भी जवाब में कहा कि हाँ में भी तुम्हे बहुत प्यार करती हूँ. तो वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर बिल्कुल पागल हो गया और मुझे बार बार धन्यवाद कहने लगा और फिर तो हम दोनों की फ़ोन पर देर रात तक बातें होने लगी. हम दोनों बहुत सारी प्यार की बातें करते थे और कई बार फ़ोन सेक्स भी करते थे.
तभी एक दिन उसका जन्मदिन आया और हम दोनों अपने दोस्तों के साथ जन्मदिन मनाने के लिए बाहर गये और हमने जन्मदिन मनाया और तब उसी शाम को उसने मुझसे मिलने के लिए कहा तो में उसे मिलने के लिए गई तो हम दोनों उस समय एक पार्क में बैठे हुए थे और बातें कर रहे थे. तब उसने मुझसे कहा कि मेरा जन्मदिन का गिफ्ट कहाँ है? तो मैंने उससे कहा कि आज तुम मुझसे जो कुछ भी माँगोगे वो तुम्हे मिलेगा. तो उसने मुझसे कहा कि एक बार फिर अच्छी तरह से सोच लो क्योंकि जो में मांगूगा वो तुम्हे देना पड़ेगा? तो मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है बताओ तुम्हे मुझसे क्या चाहिए?
तब उसने मुझसे शरारती मुस्कुराहट के साथ कहा कि आज मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है. दोस्तों वैसे मुझे भी उससे अब यही सब चाहिए था क्योंकि में उसकी बातों को सुन सुनकर उसकी तरफ पूरी तरह से आकर्षित हो चुकी थी और अब मेरी चूत उसके लंड के लिए तड़पने लगी थी. फिर मैंने थोड़ी देर सोचकर पहले उसे मना किया, जिससे उसे ऐसा लगे कि में मना कर रही हूँ और उसके थोड़ा बहुत मनाने पर जल्दी ही मान गई और फिर मैंने उसे हाँ कर दिया तो उसने मुझे वहीं पर अपने गले लगाया, मुझे चूमा और मेरे बूब्स को कपड़ो के ऊपर से हाथ लगाकर महसूस किया और फिर कुछ देर के बाद वो मुझे एक होटल में ले गया.
वहां पर उसने एक रूम बुक किया तो में और वो दोनों रूम में चले गए. वहां पर रूम के अंदर जाते ही उसने मुझे पीछे से पकड़ लिया और मुझे गले पर किस करने लगा और मेरे बूब्स को टी-शर्ट के ऊपर से ही दबाने, मसलने लगा और फिर कुछ देर बाद उसने मुझे घुमाया और मेरे होंठो पर लिप किस करने लगा. उसके ऐसा करने से मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था और थोड़ी देर किस करने के बाद उसने मेरी टी-शर्ट को उतार दिया. दोस्तों मैंने उस समय काली कलर की ब्रा पहन रखी थी और फिर उसने अपनी शर्ट को भी उतार दिया और हम किस करने लगे और वो मेरे बूब्स को ज़ोर ज़ोर से पागलों की तरह पूरे जोश से दबा रहा था.
फिर उसने कुछ देर के बाद मेरी ब्रा को भी उतार दिया और वो मुझे अपनी गोद में उठाकर बेड पर ले गया और अपनी पेंट को उतारने लगा और फिर पेंट उतारने के बाद वो मेरे ऊपर आया और बोला कि तुम बाहर की तरह अंदर से भी बहुत सुंदर हो और आज तुम बहुत सेक्सी लग रही हो, तुम्हारे बूब्स दूध से भी ज़्यादा सफेद और रुई से भी ज्यादा मुलायम है. अब में उसके मुहं से मेरे जिस्म की तारीफ सुनकर और भी गरम हो रही थी. उसने मेरे हर एक अंग को छूकर महसूस करके उसके बारे में मुझे बताया.
कुछ देर में वो मेरे ऊपर आ गया और मेरे दोनों बूब्स को दबाने लगा और कुछ देर के बाद एक बूब्स को मुहं में लेकर चूसने लगा और दूसरे को हाथ में लेकर मसलने लगा. उसके ऐसा करने से मुझे हल्का सा दर्द महसूस हो रहा था और में जोश से आअहहहह आईईईइ उफफ्फ्फ्फ़ कर रही थी. में धीरे धीरे मदहोश हो रही थी और फिर थोड़ी देर बूब्स चूसने के बाद वो थोड़ा नीचे की तरफ आकर मेरी नाभि चाटने लगा और मेरे पूरे पेट को चूमने व चाटने लगा और अब में बहुत गरम हो चुकी थी.
फिर थोड़ी देर बाद वो उठा और मेरी जींस को खोलने लगा, मेरी जींस बहुत टाईट थी इसलिए उससे जल्दी नहीं निकल रही थी क्योंकि में हमेशा से ही सभी कपड़े ज़्यादा टाईट ही पहनती हूँ, जिसकी वजह से देखने वालों को मेरे जिस्म का हर एक अंग बाहर से ही बहुत अच्छी तरह से नजर आ जाता है. मेरी गांड, बूब्स, कमर का साईज पता चल जाता है और वो सब मुझे हमेशा घूरकर देखते है.
फिर थोड़ी मुश्किलो के बाद उसने मेरी जींस को उतार ही दिया और फिर वो मेरी काली कलर की पेंटी को देखकर एकदम दंग रह गया, क्योंकि वो मेरी चूत पर एकदम चिपकी हुई थी और थोड़ी सी गीली भी थी और फिर उसने झट से मेरी पेंटी को उतार दिया और मेरी चूत को घूरकर देखने लगा मानो जैसे पहले कभी उसने चूत ही ना देखी हो? फिर वो मेरी दोनों टांगो को फैलाकर नीचे की तरफ आ गया. उसने मेरी चूत के दाने को पहले अपनी एक उंगली से छूकर देखा और उसने कहा कि तुम्हारी चूत तो अंदर से बिल्कुल गुलाबी, कोमल व मासूम दिख रही है और फिर वो मेरी चूत को चाटने लगा. मेरी चूत बिल्कुल गीली हो चुकी थी और वो पूरी कामुक दिख रही थी.
दोस्तों फिर वो मेरी चूत में अपनी पूरी जीभ को डाल रहा था और मेरे दाने को चूस रहा था जिसकी वजह से मुझे हल्का मीठा मीठा सा दर्द हो रहा था और में आअहह आईईई उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़ कर रही थी. में पूरे जोश से सिसकियाँ ले रही थी और उसके सर को अपनी चूत के मुहं पर दबा रही थी और अपनी कमर को बेड से ऊँचा उठाकर उसकी जीभ को अपनी चूत की गहराई में घुसाने की नाकाम कोशिश कर रही थी. तो कुछ देर के बाद वो मेरे ऊपर आ गया और मुझे किस करने लगा और उसके बाद वो मुझसे बोला कि में अब उसका लंड चूसू.
फिर में उठी और उसकी अंडरवियर को उतारने लगी तो मैंने देखा कि उसका क्या मस्त मोटा और लंबा लंड था और में उसके लंड को देखकर एकदम डर भी गई, क्योंकि यह मेरी पहली चुदाई थी और मुझे आज पहली चुदाई में ही ऐसा लंड मिला जिसके बारे में कभी सपने में भी नहीं सोच सकती थी, क्योंकि मेरी चूत का मुहं बहुत छोटा था और वो बहुत टाईट थी, लेकिन फिर भी मैंने भगवान पर भरोसा किया और जो कुछ मेरे साथ होने वाला था सब कुछ उस पर छोड़ दिया.
उसने मुझसे अपना लंड चूसने को कहा, दोस्तों मैंने सुना था कि लंड चूसने में बहुत मज़ा आता है तो में उसका लंड मुहं में लेकर चूसने लगी, लेकिन यह सब मेरा पहली बार था तो मुझे कुछ अजीब सा भी लग रहा था और थोड़ी देर मैंने उसका लंड चूसा तो वो पागल सा होने लगा और वो मेरे मुहं में ही झड़ गया और उसने अपना पूरा गरम गरम वीर्य मुझे पिला दिया और में पी गई, लेकिन मुझे उसका स्वाद कुछ नमकीन सा लग रहा था.
फिर थोड़ी देर किस करने के बाद में फिर से उसका लंड मुहं में लेकर चूसने लगी और फिर वो गरम हो गया और मुझे उसका पूरा लंड मुहं में डालना बहुत मुश्किल हो गया तो उसने मुझे कंडोम दिया और अपने लंड पर चड़ाने को कहा. फिर मैंने उसके खड़े लंड पर कंडोम लगाया और उसने मुझे बेड पर लेटा दिया और चूत के मुहं पर लंड रख दिया और एक ज़ोर का झटका मारा तो लंड एकदम से फिसलकर रह गया. फिर मैंने लंड को अपने एक हाथ से पकड़कर चूत के मुहं पर रखा और उसे धक्का देने का इशारा किया और फिर उसने एक दमदार धक्का दिया और लंड सरकता हुआ अंदर चला गया.
मुझे बहुत ज़ोर से दर्द हुआ और में चिल्ला गई ऊईईईईई माँ थोड़ा धीरे अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह प्लीज धीरे करो. फिर उसने दूसरा झटका मारा तो आधा लंड मेरी चूत में चला गया और में ज़ोर से चिल्लाई आईईईईइ प्लीज थोड़ा धीरे धीरे करो. तो वो मेरे ऊपर आ गया और मेरे होंठ को चूसने लगा और फिर एक और ज़ोर से झटका मारा जिससे पूरा का पूरा लंड मेरी चूत को फाड़कर मेरी चूत में समा गया और मेरी चूत से खून निकलने लगा और में दर्द से चिल्लाने लगी और वो मेरी चूत को फड़ता हुआ लगातार धक्के देकर चोद रहा था और में दर्द की वजह से रोने लगी, लेकिन वो मुझे अनसुना करता हुआ चोदे जा रहा था और फिर थोड़ी देर चुदाई के बाद वो झड़ने वाला था.
फिर उसने कंडोम को निकालकर लंड को मेरे मुहं में डाल दिया और मेरे मुहं को चोदने लगा और फिर थोड़ी देर के बाद उसने मेरे पूरे चेहरे और बूब्स पर अपना वीर्य गिरा दिया और थोड़े देर के बाद मुझसे अपना लंड चुसवाकर साफ कर दिया और उसने मेरी चूत को अपनी जीभ से चाटकर साफ किया और मुझे बाथरूम में ले जाकर नहलाया और मेरे सेक्सी जिस्म को साफ किया.
फिर में और वो वहीं बेड पर लेट गये, उसके बाद में उसका लंड पकड़कर हिलाने लगी तो वो भी कुछ देर बाद फिर से अपना रंग दिखाने लगा और वो फिर से खड़ा हो गया और राज भी मुझे देखकर हंसकर मेरे बूब्स देखने लगा, दबाने लगा और वो मुझे फिर से चुदाई के लिए किस करके तैयार करने लगा और फिर में भी गरम होने लगी. में उठी और उसके लंड को अपने मुहं में लेकर चूसने लगी और वो मेरे बालों को पकड़कर लंड को ज़ोर से धक्के देकर गले तक डालने लगा, जिसकी वजह से मेरी आंख से आंसू बाहर आने लगे और मेरी सांसे ऊपर नीचे होने लगी. फिर वो एकदम से उठकर खड़ा हुआ और मेरी गांड को चाटने लगा. मैंने उसकी तरफ देखा और में उसे मना करने लगी, लेकिन वो नहीं माना और वो मेरी गांड को चाट रहा था और थोड़ी देर गांड चूसने के बाद उसने अपनी एक उंगली को मेरी गांड में डाल दिया तो में एकदम ज़ोर से चीखने, चिल्लाने, आह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्हह्ह्ह्ह प्लीज बाहर निकालो आईईईईई मुझे बहुत दर्द हो रहा है प्लीज ऐसा मत करो, मैंने कभी भी ऐसा नहीं किया प्लीज छोड़ दो मुझे.
मेरे यह सब कहने से उसको जैसे बहुत मज़ा आया. फिर वो वैसे ही और भी ज़ोर ज़ोर से अपनी उंगली को डालकर अंदर बाहर करने लगा और फिर थोड़ी देर गरम होने के बाद उसने अपने लंड पर कंडोम लगाकर लंड गांड पर टिका दिया और चुदने के लिए मुझे तैयार किया. फिर में घोड़ी बन गई और उसने लंड को मेरी गांड में डालने के लिए एकदम तैयार कर दिया और फिर उसने एक जोरदार धक्का मारकर लंड को गांड में डाल दिया, में चिल्लाने लगी तो उसने एक और झटका मारा और उसका आधा लंड मेरी गांड में घुस गया और फिर एक झटका दिया तो पूरा का पूरा लंड गांड के अंदर रगड़ खाता हुआ चला गया.
फिर मैंने उसको रुकने के लिए कहा तो वो थोड़ा रुक गया और वो अब मेरे बूब्स को दबाने लगा और मेरी चूत को सहलाने लगा. फिर में भी थोड़ी देर के बाद अपनी गांड हिलाने लगी, अब वो समाझ गया कि अब में तैयार हूँ और वो अब ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर मेरी गांड मारने लगा और में आह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह माँ थोड़ा धीरे आईईईई कर रही थी और वो ज़ोर ज़ोर से चुदाई कर रहा था. फिर कुछ देर बाद मैंने कहा कि हाँ और ज़ोर से करो हाँ और ज़ोर से. अब वो अपनी स्पीड को बडाकर और ज़ोर से धक्के देकर चोदने लगा और करीब 15-20 मिनट के बाद वो झड़ने लगा. उसने अपना पूरा वीर्य कंडोम में ही निकाल दिया.
फिर मैंने उसके कंडोम को उतारा और फिर उसने अपना लंड मेरी मुहं में डाल दिया. मुझे भी मज़ा आ रहा था, मैंने भी करीब 5 मिनट तक लंड चूसा और लंड चूसने के बाद में उठ गई और हम दोनों लेट गए.
फिर थोड़ी देर आराम करने के बाद हम उठे और अपने घर चले गये, लेकिन अब मुझसे ठीक तरह से चला नहीं जा रहा था क्योंकि आज मेरी चूत और गांड दोनों ही चुदाई की वजह से बहुत दर्द कर रही थी और किसी तरह में माँ की नज़रो से बचकर अपने बेडरूम में जाकर सो गई और मैंने एक दर्द की गोली खा ली थी जिसकी वजह से मेरा दर्द थोड़ा कम हो गया था और सुबह जब में उठी तो राज का फ़ोन आया और उसने मुझसे पूछा कि मेरी तबीयत कैसी है, क्या दर्द हो रहा है?
मैंने कहा कि नहीं कुछ ख़ास नहीं है तो उसने कहा कि ठीक है और बोला कि कल तुमने मुझे बहुत खुश करने वाला गिफ्ट दिया है और में तुमसे बहुत खुश हूँ, में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ. फिर मैंने भी कहा कि हाँ में भी तुमसे बहुत प्यार करती हूँ और मैंने कुछ देर बाद फ़ोन रख दिया, लेकिन उसके बाद मेरी चुदाई लगातार जारी रही और उसने कई बार मुझे चोदकर संतुष्ट किया और में भी उसके साथ मज़े करती रही और अपनी चुदाई करवाती रही.
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