अजनबी लोड़ो ने दिया चुदाई का सुख

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम कोमल है और आज में पहली बार आप सभी के सामने अपनी एक सच्ची कहानी शेयर कर रही हूँ, दोस्तों वैसे यह घटना कोई प्यार की नहीं है, लेकिन बेवफ़ाई की है और सेक्स की है. मेरी उम्र 32 है और में एक शादीशुदा औरत हूँ और मेरे दो बेटे है. मेरी शादी को हुए 14 साल हो चुके है.
मैंने अब तक अपने पति के अलावा किसी और के साथ सेक्स का रिश्ता नहीं रखा था, क्योंकि मैंने सोचा था कि मुझे प्यार करने वाला मेरा पति होगा, एक परिवार होगा, लेकिन जैसा हम चाहते है हमेशा वैसा होता नहीं है. मेरे दोनों बच्चो को कुछ समय पहले मेरे पति ने हॉस्टल में पढ़ने के लिए घर से बाहर भेज दिया और अब वो कभी मुझे वक़्त नहीं देते और घर में जैसे उनसे बात करना तो बिल्कुल असम्भव ही नहीं बहुत मुश्किल भी था, क्योंकि उन्हे बात करना पसंद नहीं था. घर पर एक वीरान सी खामोशी रहती थी, बस टीवी की आवाज़ के अलावा बाहर काम करना या बिना इज़ाज़त के बाहर घूमना यह तो बिल्कुल असम्भव था और अब मेरे तो सभी सपने पिंजरे में बंद थे.
दोस्तों में दिखने में बहुत अच्छी हूँ और मेरे फिगर का साईज 34–28–30 और हाईट 5 फिट 8 इंच है और गोरी और बहुत सुंदर हूँ. खेर अब यह सब बताने की ज़रूरत नहीं है मैंने कभी मेरे पति के मुहं से मेरी अपनी तारीफ नहीं सुनी और मेरे पति को चाहिए कि में सेक्स के दौरान लेटी रहूँ और वो जो मन में आए करे, लेकिन मेरा चुदाई के लिए आग्रह करना उन्हे बर्दाश्त नहीं था, वो मुझसे कहते है कि घरेलू औरत को सिर्फ़ शरमाना चाहिए, हे मेरी फूटी किस्मत, लेकिन मुझे पूरी पूरी उम्मीद थी कि यह एक दिन खुलने वाली थी और कुछ पलों के लिए ही सही, लेकिन में एक दिन जन्नत की सेर करने वाली थी और दोस्तों यह वही कहानी है.
दोस्तों हमारे भूत बंगले जैसे घर में काम करने वाली तो आती है, लेकिन एक वॉशिंग मशीन भी है. मेरे पति एक दिन एक नई वॉशिंग मशीन ले आए थे और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि अगर तुम्हे इसमें कोई भी दिक्कत होती है तो तुम इस नंबर पर सर्विस सेंटर कॉल करना. फिर वो मशीन तीन चार दिनों तक बिल्कुल ठीक तक चली, लेकिन उसके बाद में पता नहीं वो क्यों स्टार्ट ही नहीं हो रही था? तो मैंने सर्विस सेंटर में फोन किया और उन्होंने मुझे बताया कि उनके आदमी मेरे घर पर आ जायेंगे.
दोस्तों दो महीने पहले की बात है दरसल में उन दिनों अख़बार के सप्ताहिकी एडिशन में आने वाली सेक्स और प्यार की कहानियों में अपने आप को ढूंढने लगती थी और में उस समय कमरे में बैठकर अंदर अपने ही हाथों से अपनी चूत में उंगली को डाल डालकर बहुत खुश हो रही थी. तभी इसी बीच वो खराब वॉशिंग मशीन के दो इंजिनीयर्स घर पर आए, वहां पर काम वाली थी तो मैंने उनसे कहा कि वो खुद देख ले और में अंदर कमरे में चली गयी, लेकिन मुझे पता नहीं चला कि बाहर क्या हुआ? लेकिन मुझे बाद में पता चला कि वो काम वाली तो जल्दी ही निकल गयी और उन इंजिनीयर्स ने यह तय कर लिया था कि वो पूरी मशीन को ही बदलकर देंगे तो उन्होंने सेंटर में शिकायत दर्ज करवा दी थी और अब उन्हे एक पेपर पर सिर्फ़ मेरे साईन लेकर चले जाना था. फिर जब वो मुझे ढूंड रहे थे तब वहां पर एक छोटी सी खिड़की ने सारी बातें बदला दी. में जिस कमरे में बैठकर अपनी चूत में उंगली डालकर सहला रही थी वो रूम तो बंद था, लेकिन दूसरा दरवाजा पूरी तरह से बंद नहीं था और खिड़की थोड़ी खुली रह गयी थी और जब वो दोनों इंजिनीयर्स मुझे ढूँढ रहे थे. तभी शायद एक की नज़र मुझ पर पड़ी, लेकिन में तो अब तक अपने काम में बहुत मस्त थी. फिर वहां पर एकदम से एक इंजिनियर सीधा अंदर चला आया.
में चकित हो गई और मेरे गले से आवाज़ तक नहीं निकली, में हिल भी नहीं पाई इतनी चकित हो गई थी. फिर उसने मेरे पास आकर मुझे बिल्कुल चुप रहने का इशारा किया और अब वो सीधे मेरी चूत में धीरे धीरे अपनी उंगली डालने लगा और मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि में कैसे उससे मना करूं? में एकदम सन्न रह गयी थी, लेकिन मुझे उसका छूना बेहद अच्छा लगा. मैंने उसके आगे फिर कुछ नहीं सोचा, लेकिन आज जब भी सोचती हूँ तो धक्का लगता है, लेकिन उस समय में बहुत बेबस थी और कुछ सोचना ही नहीं चाहती थी और इतने में दूसरा लड़का भी अंदर आ गया उसने मुहं पर अपनी एक उंगली रखते हुए शीईईईइ कहते हुए मुझे चुप रहने को कहा और फिर नज़दीक आकर बोला कि मेरा नाम अमर है और यह नकुल तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो, क्योंकि किसी को कुछ पता नहीं चलेगा. फिर इतने में नकुल ने कहा कि मुझे लगता है कि आप बरसों से बहुत प्यासी है? और हम दोनों आपकी यह प्यास ज़रूर बुझा देंगे. आपकी चूत बहुत सुंदर है.
अमर ने भी कहा कि हाँ एकदम हॉट, सेक्सी. फिर दोस्तों उनके मुहं से यह बात सुनकर जैसे मेरी चरम सीमा के सारे बाँध टूट गये और अब में भी एंजाय करने लगी थी और अमर मुझे किस करने लगा और फिर बोला कि किस करते वक़्त अपना इतना मुहं इतना जकड़कर मत रखो अपने लबों को लबों से मिलने तो दो मेरी रानी.
दोस्तों मैंने पहली बार इतनी गहरी किसिंग की, में शब्दों में उस बात को बता नहीं सकती मुझे इतनी खुशी मिल रही थी. अब अमर ने अपनी शर्ट को उतार दिया और पेंट को भी और अब उसने मेरा टॉप भी उतार दिया और वैसे हमेशा में घर पर ब्रा नहीं पहनती थी और अब मेरे ब्रेस्ट जिसे वो बूब्स कहने लगे, उस पर वो दोनों टूट पड़े. अमर और नकुल उसे मसलने लगे, काटने लगे, ज़ोर ज़ोर से दबाने लगे और निप्पल को काटने लगे थे. फिर मेरे लिए यह सब बहुत ही अजीब था और मेरी सोच से कुछ ज्यादा था.
अमर सिर्फ़ अंडरवियर में था और अब उसके खड़े लंड का साईज़ साफ साफ दिख रहा था, वो बहुत बड़ा था और अब नकुल ने भी अपने कपड़े उतार लिए में तो नकुल का लंड देखकर ही एकदम डर गई, क्योंकि वो अभी से लगभग 7 इंच का था कुछ देर तक किस्सिंग करने के बाद नकुल ने अपना लंड बाहर निकाला और मुझे मेरे मुहं के सामने ला दिया और कहा कि चूसो इसे. फिर में इस काम में थोड़ी ना समझ थी, क्योंकि मैंने पहले कभी ऐसा नहीं किया था और जैसे कि मैंने पहले बताया है कि मेरे पति ऐसा कुछ नहीं करते थे.
अब मुझे देखकर नकुल उसी बेडरूम के फ्रीज़ में से चाकलेट सॉस की बॉटल ले आया और फिर उसने उसको अपने लंड पर लगाया और बोला कि अब तो मुझे ले लो मेडम, तुम्हे यह बहुत अच्छा लगेगा. दोस्तों में उस वक़्त कुछ भी करने को तैयार थी, मैंने नकुल का लंड अपने मुहं में ले लिया और अब में उसे सक करने लगी और अब अमर भी आ गया और में अब बारी बारी से दोनों के लंड को सक कर रही थी ऑश वाअहह में बता नहीं सकती कि में उस समय कितनी खुश थी.
नकुल का लंड बड़ा होकर करीब 9 इंच का हो गया था और अमर का 8 का काला मोटा नाग बहुत देर तक उन दोनों के लंड को मैंने एक एक करके सक किया और कुछ देर के बाद में नकुल वहां से बेड पर सीधा लेट गया और वो मुझसे बोला कि आ जाओ मेडम हम तुम्हे आज जन्नत की सेर करवाते है और अमर ने मेरी चूत में दो तीन बार उंगली डाली और मेरी चूत का गरम रस निकल गया अमर ने नकुल से कहा कि लगता है यह बहुत तैयार हो चुकी है और मुझे देखकर कहा कि चलो सेक्सी आज कुछ तूफानी करते है और अब उसने मुझे नकुल के लंड पर बैठने को कहा नकुल का लंड करीब 9 का था और मैंने इतना बड़ा लंड इससे पहले कभी नहीं लिया था.
अमर मुझसे बोला कि तुम बिल्कुल भी डरो नहीं, थोड़ा दर्द तो होगा, लेकिन दर्द में ही तो मज़ा है और फिर नकुल ने मुझसे कहा कि आ जाओ मेडम मुझे आपकी चूत को देखकर लगता नहीं कि आपने कभी असली लंड से सेक्स किया हो, आ जाओ. फिर मैंने बहुत साहस किया, लेकिन जैसे ही नकुल का लंड मेरे अंदर आया में तो बहुत ज़ोर से चीख पढ़ी और अब में खड़े होने की नाकाम कोशिश करने लगी, लेकिन अमर ने मुझे कसकर पकड़ लिया और ऊपर से भी ज़ोर से झटका देकर मुझे नकुल के खड़े बड़े 9 इंच के लंड पर दे मारा.
में तो ज़ोर से चीख पड़ी अह्ह्ह्हह्ह्ह् अह्ह्हह्ह्ह्ह ऊउईईईईईई माँ, अमर ने मुहं पर हाथ रख दिया जिससे आवाज़ बाहर ना जाए और बोला कि जल्दी जल्दी धक्के लगाओ अच्छा लगेगा. फिर मैंने कहा कि उह्ह्ह प्लीज इसे आईईई बाहर निकालो, नकुल ने भी कहा कि इसे धक्के लगाओ यह तभी बाहर निकलेगा और अब यह घोड़ा मेरा कहा नहीं मानेगा और फिर में ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने लगी और मुझे कुछ देर बाद बहुत अच्छा लगने लगा, लेकिन दर्द भी बहुत हुआ था अहहह्ह्ह्ह उफ्फफ्फ्फ़ और अब में सच में जन्नत में थी. वो बहुत दमदार लंड था और आज मुझे पहली बार सेक्स करते समय इतना मज़ा आ रहा था, लेकिन कुछ ही देर में एक बार फिर मज़ा दर्द में बदल गया.
में तो नकुल के लंड पर ही थी और अब अमर ने मुझे ज़ोर से आगे की तरफ धक्का देकर नकुल के ऊपर सुला दिया और पीछे से अपना लंड मेरी गांड में घुसा दिया अह्ह्हह्ह्ह्ह ऊईईईईईईईई माँ मर गई हाए ऊईईईईईईईईईईईईईई में मर गइईईईईईई. फिर मैंने उससे कहा कि नहीं, यहाँ पर नहीं, नकुल मुझे नीचे से पकड़ते हुए बोला कि मज़े करो मेडम, तेरी चूत और गांड दोनों किसी कुंवारी लड़की की जैसी ही थी, क्या हमें पागल समझा है जो अब हम छोड़ेंगे मज़ा लो. फिर इस बार में ज़ोर ज़ोर से रो ही पड़ी, क्योंकि में उन दोनों के बीच में थी और अब मेरा दर्द बर्दाश्त के बाहर था.
अमर ने अब डॉगी स्टाईल में मुझे बैठने को कहा और पीछे से मेरी गांड में अपना लंड घुसा दिया अहह और नकुल ने अपना लंड मेरे मुहं में डाल दिया अहहऊहह आआआअहह. में अब फिर से एक बार जन्नत में थी में जैसे अब कुछ ही पलों में बिखरने वाली थी और अपनी चरम पर पहुँचने वाली थी इस पोज़िशन में अमर ने बहुत देर तक मुझे चोदा और में भी अपनी कमर को हिला हिलाकर उसका साथ दे रही थी और नकुल मेरे मुहं को चोद रहा था और अब में चरम सीमा पर पहुँच गयी, लेकिन वो दोनों बारी बारी से अभी भी मेरी चूत को मार रहे थे. फिर मैंने कहा कि अब बस करो, में अब बहुत थक चुकी हूँ, तभी इतने में नकुल ने कहा कि हमने आज तक कभी भी इतनी अच्छे से किसी के घर की मशीन को ठीक नहीं किया. आज तो हमने जमकर मेहनत की है मेडम और फिर नकुल ने अपना वीर्य छोड़ दिया और वो भी मेरे मुहं में और मेरा मुहं पकड़कर रखा जिससे में बाहर ना निकल सकूं.
में थोड़ी नाराज़ भी हो गई तो अमर ने अपना सारा वीर्य मेरी छाती पर गिरा दिया और कहा कि तुम सिर्फ़ सुंदर ही नहीं एकदम सेक्सी भी हो. फिर वो दोनों अब अपने अपने कपड़े पहनने लगे और मैंने भी अपने कपड़े पहन लिए. तभी नकुल ने मुझसे कहा कि मेडम जी अब तो इस पेपर्स पर अपने साइन कर दो, बाकी प्यार की निशानी तो आपके पास ही है. मुझे नकुल का यह शरारती स्वाभाव बहुत अच्छा लगा और में थोड़ा सा उनकी तरफ मुस्कुराई और फिर मैंने उन पेपर पर साईन कर दिया और वो दोनों चले गये.
एक महीने बाद उन दोनों ने फिर से मुझे कॉल किया, लेकिन मैंने साफ साफ मना कर दिया दोस्तों ऐसा नहीं कि मुझे उनकी चुदाई में मज़ा नहीं आया था, लेकिन अब मेरी दुनिया अलग थी, सज़ा जैसी ही क्यों ना थी, लेकिन वो ही मेरी दुनिया थी और वो ही मेरी वास्तविकता है और में उसमे बहुत खुश हूँ कि मुझे बहतरीन सेक्स का आनंद मिला और मैंने पहली बार सेक्स में चरम सीमा पाने का आनंद लिया था. मैंने उसके बाद अपने पति से ही अपनी चुदाई करवाना उचित समझा और अब में उनके साथ ही बहुत खुश हूँ, चाहे वो कैसे भी हो? मुझे उस बात से कोई फर्क नहीं पढ़ता. दोस्तों में उम्मीद करती हूँ कि आप सभी को मेरी यह कहानी जरुर पसंद आई होगी.
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दोस्त का इंटरव्यू माँ की चुदाई का

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम प्रमोद है, में आप लोगों के लिए एक स्टोरी ले कर आया हूँ. इस स्टोरी को अगर आप एक इंटरव्यू कहे तो अच्छा होगा, ये इंटरव्यू है मेरे दोस्त राजू का, तो अब स्टोरी पर आते है. एक दिन मैंने दोपहर में राजू को एक औरत को किस करते देखा और में ये देखकर चौंक गया की, वो औरत और कोई नहीं मेरी माँ प्रमिला थी. मैंने उन्हें देखा, लेकिन मेरे दूर होने के कारण वो दोनों मुझे देख नहीं पाए. फिर में राजू से कुछ नहीं बोला, लेकिन रात के समय राजू को अकेला देख सारा सच जानने पहुँच गया और जो हुआ, वो आगे इस प्रकार है.
में – राजू तुझे कोई लड़की पसंद है?
राजू – नहीं, लेकिन तू ये क्यों पूछ रहा है?
में – नहीं ऐसे ही, अच्छा ये बता तुझे कोई औरत पसंद है?
राजू – नहीं, तू ये क्या पूछ रहा है?
में – झूठ मत बोल, मैंने तुझे मेरी माँ को किस करते देखा है. ये सुनकर राजू डर गया और बहुत हाँ ना करने के बाद राजू मान गया.
में – ये सब कब से चल रहा है?
राजू – 3 महीने हुए है.
में – ये किसी और को पता है?
राजू – नहीं.
में – तूने मेरी माँ को कैसे पटाया?
राजू – तेरी माँ जब हमारे यहाँ काम करने आती थी तब हम दोनों एक हो गये.
में – तो तुम्हारा पहला किस कब हुआ? राजू थोड़ा डरा हुआ था, लेकिन कुछ भरोसा देने पर वो फिर बोल पड़ा.
राजू – एक दिन जब तेरी माँ कपड़े धोने नदी पर आई थी, तब घर जाते वक़्त मैंने आंटी को रोका और पेड़ के नीचे हमारा पहला किस हुआ था.
में – क्या सिर्फ़ किस किया है? या कुछ और दबाया या नहीं.
राजू – हाँ, किस करते वक़्त मेरा एक हाथ आंटी के बूब्स पर था और में उन्हें मसल रहा था और एक हाथ उनकी चूत पर था जो रगड़ रहा था, उसके कारण उनकी चूत से पानी आ रहा था.
में – किस तक ही सीमित हो या दोनों आगे भी बड़े हो?
राजू – हाँ.
में – क्या तूने मेरी माँ को चोदा है?
राजू – हाँ, मैंने उन्हें चोदा है.
में – तूने मेरी माँ को कितनी बार चोदा है? अब तक मेरा लंड खड़ा हो गया था, जो राजू ने नोटीस किया और वो अब और खुलकर बात करने लगा.
राजू – में आंटी को हफ्ते में दो या तीन बार चोदता हूँ.
में – तूने मेरी माँ को कहाँ और कैसे पहली बार चोदा है?
राजू – एक बार जब तेरी माँ हमारे खेत में काम करने आई थी, तब हमारे गावं में कोई मर गया था, इसके कारण और कोई भी काम पर नहीं आया था. फिर काम करने के बाद हम दोनों बातें करने लगे और फिर बातें करते करते में आंटी को किस करने लगा. में उनके होठों को पीने लगा और उनके पसीने की स्मेल मुझे पागल करने लगी थी. फिर आंटी ने अपना पल्लू गिरा दिया और मैंने उन्हें सुलाया और उन्हें पूरा नंगा किया, तब आंटी को मैंने पहली बार चोदा था.
में – तुम्हारी चुदाई की जगह कहाँ कहाँ है?
राजू – हम दोनों के घर, खेत और तुम्हारा टायलेट.
में – अच्छा, ये बता माँ का तुझे क्या पसंद है?
राजू – प्रमिला की गांड मुझे बहुत पसंद है, उसकी गांड से आने वाली स्मेल मुझे बहुत पसंद है. में उसकी गांड बहुत चाटता हूँ.
में – उसकी चूत के बारे में कुछ बता?
राजू – प्रमिला की चूत पर घने बाल है, उसके पसीने और चूत की स्मेल अगर मिक्स हो गई तो क्या मज़ा आता है? उसकी चूत इतनी टाईट है जैसे कि वो वर्जिन हो.
में – तूने कभी उसकी चूत चाटी है?
राजू – तू चाटने की बात कर रहा है, में उसकी चूत ख़ाता हूँ.
में – क्या माँ तेरा लंड चूसती है?
राजू – वो तो मेरे लंड की दीवानी है, लंड तो वो ऐसे चाटती है जैसे कि वो आइसक्रीम खा रही हो. वो तो मेरे अंडो को भी चूसती है.
में – तूने मेरी माँ को टायलेट में कैसे चोदा था?
राजू – रात को करीब 11 बजे तेरी माँ टायलेट करने जाती है ना और तुम्हारा टायलेट घर के बाहर है तो टायलेट में जाने के बाद में भी अन्दर आ जाता हूँ और में तो टायलेट में उसकी गांड भी अपने मुँह से साफ करता हूँ. में प्रमिला को उठा उठाकर चोदता हूँ.
में – एक और सवाल माँ ब्रा और पेंटी पहनती है क्या?
राजू – पहनती है, लेकिन जब में उसके साथ रहता हूँ तो ज़्यादा देर बदन पर नहीं टिकती है.
में – मुझे तुम्हारे रिश्ते से कोई प्रोब्लम नहीं है, लेकिन तुम मेरी एक शर्त पर अपना ये काम जारी रख सकते हो, जब भी तुम्हारा काम हो तब उस को देखने का मुझे टिकट चाहिए है.
अब राजू मेरी माँ को चोदता है और में छुपकर उनकी पूरी कामलीला देखता हूँ.
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डॉली और कोचिंग टीचर


हैल्लो फ्रेंड्स, मेरा नाम डॉली है और मेरी उम्र 18 साल है, में भोपाल की रहने वाली हूँ. मेरे घर में मेरे मम्मी पापा और एक भाई है. में शुरू से ही सेक्स के बारे में काफ़ी सोचती रहती थी और इसी वजह से मेरा पड़ाई में ध्यान नहीं लगता था और पिछले साल में 10वीं में फैल हो गई थी. इस कारण मेरे पापा ने मुझे मेरे कज़िन भैया के पास दिल्ली भेज दिया ताकि यहाँ पर में प्राइवेट से सीधे 11वीं कर सकूँ. में दिखने में इतनी अच्छी नहीं हूँ, लेकिन इतनी हूँ कि किसी को भी अपने जाल में फंसा सकूँ, मेरे दिमाग़ में हमेशा यही सब चलता रहता था. मेरी हाईट 5 फुट 5 इंच, बाल लंबे, रंग सांवला और मेरा शरीर भरा हुआ है.
दोस्तों आपको पता चल गया होगा कि मेरा नाम डॉली है और मेरे कज़िन के घर में भैया और उनकी बीवी पूजा और उनका एक बच्चा था, जो 5 साल का था और वो ज्यादातर अपनी नानी के घर रहता था. अब कहानी शुरू होती है. भैया ने कहा कि डॉली में तुम्हारी कोचिंग लगवा दूँगा, यहाँ पर एक टीचर है जिनका नाम विजय है और मैंने उनसे बात कर ली है. फिर बाद में भाभी ने बताया कि वो हमारे अपार्टमेंट में ही रहते है जो कि हमसे सिर्फ़ एक फ्लोर ऊपर था. उनकी उम्र करीब 34 साल थी और उनकी शादी भी हो चुकी थी और उनके एक बच्चा भी था. वो जब ऑफिस से आए तो भाभी ने उनको हमारे घर नीचे बुलाया और वो बाहर हॉल में बैठे थे और तभी भाभी ने मुझे आवाज़ दी कि डॉली बाहर आओ विजय सर आए है. मेरे दिल में लड्डू फूटने लगे और में फटाफट से बाहर गई तो उस वक़्त मैंने टॉप और स्कर्ट पहन रखा था और मेरे बाल खुले हुए थे.
फिर बाहर जाकर मैंने सर को हाय बोला और सर ने भी मुझे हाय बोल कर हाथ मिलाया. मेरी सहेली ने मुझे बताया था कि मेट्रो सिटी में रहने वाले लोग बहुत ज्यादा ओपन हो चुके है और 18-19 साल की लड़की को काफ़ी जवान माना जाता है. सर दिखने में काफ़ी अच्छे थे और लंबे चोड़े भी थे. भाभी ने उनको कहा कि इसे कोचिंग कब से आना है, तो उन्होंने कहा कि वो कल से आ सकती है और वो चले गये. जब वो चले गये तो मुझे ऐसा लगा कि उनकी नज़रे कई बार मेरी कमर और स्कर्ट पर जा रही थी. यह सोच-सोच कर में काफ़ी देर तक अपने बिस्तर पर मचलती रही और में उन्हें फर्स्ट मीटिंग में ही इंप्रेस करना चाहती थी. फिर मैंने आज कोचिंग में जाने के लिए जीन्स और टॉप पहनने की सोचा और जब मैंने अपने आपको शीशे में देखा तो में देखती ही रह गई.
जब में उनके घर पहुँची तो उनकी पत्नी ने दरवाजा खोला और में रूम में जाकर बैठ गई और पढ़ने लगी. फिर सर भी रूम में आए और उन्होंने मुझे पढ़ाया, लेकिन एक बार भी उन्होंने मुझे ऐसी नज़र से नहीं देखा जिस नज़र से उन्होंने मुझे कल देखा था. करीब 4-5 दिन तक ऐसा ही चलता रहा. मुझे यहाँ दिल्ली में आए हुए करीब 12 दिन हो चुके थे और में यहाँ बहुत बोर हो रही थी, क्योंकि यहाँ ना तो मेरा पर्सनल कंप्यूटर था और ना मेरी सहेली से इतनी बात हो पाती थी. फिर मुझे सर के घर जाते 7 दिन हो गए थे, फिर जब में उनके घर पहुंची तो सर ने दरवाजा खोला और मैंने अंदर जा कर देखा तो घर में कोई नहीं था. में आज स्कर्ट और टॉप पहने हुई थी, लेकिन आज सर की नजरें अलग ही थी. फिर मैंने कन्फर्म करने के लिए उनकी पत्नी से पानी लाने के लिए कहा है, फिर में जानबूझ कर पानी लेने के लिए किचन की तरफ जाने लगी तो उन्होंने आवाज़ दी कि मेरी पत्नी घर पर नहीं है, में पानी ला देता हूँ.
फिर वो पानी ले कर आए, तो मैंने सर से पूछा कि सर आपकी पत्नी कहाँ है? तो वो बोले कि वो अपने घर कानपुर 10 दिन के लिए गई है, लेकिन उनकी नज़रें आज बदली बदली थी. उनकी नजर बार-बार कभी मेरी नंगी टांगो पर तो कभी मेरी कमर और कभी मेरे बूब्स पर जा रही थी. ऐसी नज़रें मैंने कई बार पहले भी देखी थी, लेकिन वो सब पब्लिक प्लेस पर ही होता था, लेकिन आज पहली बार कोई बंद घर में मेरी इस कच्ची जवानी को अपनी नज़रो का शिकार बना रहा था. मुझे यही टाईम सही लगा कि सर के साथ और दोस्ती बड़ाई जाए और मेरी बेचेनी भी बढ़ती जा रही थी. फिर मैंने बोला कि सर आपसे एक बात पूछनी थी, सर कई बार जब में प्रश्नों की प्रेक्टीस करती हूँ तो बीच बीच में अटक जाती हूँ. सर बोले कि अपनी गाईड में देख लिया करो, लेकिन सर गाईड तो और कन्फ्यूज़ कर देती है.
फिर सर बोले तो एक ही रास्ता है, वो क्या सर? तुम मुझे कॉल कर लिया करो. में दिल ही दिल में उछल पड़ी और मेरा निशाना ठीक बैठा था. तो सर बोले कि मेरा नंबर नोट कर लो और मुझे कॉल कर लेना, लेकिन इसमें भी एक प्रोब्लम है सर, क्योंकि अगर में इतनी कॉल्स करुँगी तो काफ़ी बिल आयेगा और में अपने भैया पर और बोझ नहीं बढ़ाना चाहती. सर अगर आपको बुरा ना लगे तो में आपको अपने फोन से मिस कॉल दूं तो क्या आप मुझे कॉल कर दोंगे? यह सुनते ही सर की नज़रे और खुल गई और शायद वो थोड़ा-थोड़ा समझ भी गये. फिर उन्होंने मेरा नंबर माँगा और मुझे मिस कॉल दे दिया. अब तो पहले दिन मैंने सर से जानबूझ कर दिन में बात की और फिर जब रात के 11 बजे तो मेरी बैचेनी बढ़ती गई और फिर मैंने अपनी सहेली से बात की और सब कुछ बताया और उसका उत्तर था कि यह सर तो फंस गया, लेकिन मैंने उससे कहा कि वो तो मेरी उम्र से डबल है, तो वो हंस कर बोली तो इसी में ही तो मज़ा है मेरी जान और ऊपर से वो शादीशुदा भी है, मतलब अनुभवी है.
फिर मैंने फोन काटकर सर को मिस कॉल दे दी. मिस कॉल देने के बाद मेरे दिल की धड़कन बहुत तेज हो गई थी और सिर्फ़ 10 सेकेंड के बाद ही उनका कॉल आ गया, तो में एकदम घबरा गयी और मेरे मुँह से ग़लती से निकल गया कि ग़लती से कॉल लग गई थी. तो वो हंसने लगे और मुझसे पूछा कि तुम्हारे भैया भाभी कहाँ है? तो मैंने बोला कि वो अपने कमरे में है. फिर उन्होंने कहा कि जब भी मन करे कॉल कर लेना मुझे बुरा नहीं लगेगा और हंसकर फोन काट दिया, शायद उन्हें पता चल गया था कि मिस कॉल ग़लती से नहीं लगा था, मैंने ही लगाया था. फिर करीब 12 बजे मेरे फोन पर सर का मैसेज आया कि सो गई क्या? मैसेज देखते ही मेरे रोंगटे खड़े हो गये और बैचेनी भी बड़ गई. फिर मैंने झट से अपनी फ्रेंड को कॉल लगाया तो वो बोली कि वो सब समझ चुका है, बस अब उसका साथ देती जा और डर मत, वो सब संभाल लेगा.
में सच में काफ़ी डर गई थी और मैंने मैसेज भी नहीं किया था, तब तक मैंने चेंज करके नाइटी पहन ली थी. उसके बाद सर का फोन आया. फिर मैंने फोन उठाया तो उन्होंने कहा कि में आपको परेशान तो नहीं कर रहा. फिर मैंने कहा नहीं सर, वो में आपके मैसेज का जवाब नहीं दे पाई, क्योंकि मेरे मोबाईल में 2 ही रुपए थे इट्स ओके डॉली, अगर चाहों तो में पैसे डलवा दूं, नो सर, अरे कोई प्रोब्लम नहीं है, ओके तो में 500 रूपए डलवा देता हूँ और 500 रूपए सुनते ही में उछल पड़ी. फिर सर ने फोन काटा और कुछ ही देर में मेरे फोन में 500 रूपए का रीचार्ज हो गया. फिर सर का फिर से कॉल आया और उन्होंने कन्फर्म किया. फिर सर ने पूछा कि क्या सब सो गये तो मैंने कहा कि हाँ सर. फिर उन्होंने पूछा की तुमने 11 बजे जब मिस कॉल दिया था तो क्या वो सच में ग़लती से किया था? में घबरा गयी और बोली हाँ सर सच में ग़लती से हो गया था, फिर सर ने पूछा ग़लती कैसे हुई बताओ मुझे? तो में चुप हो गई.
फिर उन्होंने कहा कि जब तुम चाहो तो मुझसे बात कर सकती हो. डॉली एक बात कहूँ तो बुरा तो नहीं मानोगी. नो सर बताओ, वो आज तुम्हारा ड्रेस तुम पर बहुत अच्छा लग रहा था. यह सुनते ही मेरे सर से लेकर पैर तक एक अजीब सी हलचन होने लगी, चलो बाय. फिर सर ने फोन तो रख दिया, लेकिन उसके बाद में अपने बिस्तर पर मचलने लगी, मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था और इतने में ही मैंने, वो कर दिया जो मुझे नहीं करना चाहिए था. मैंने एक बार फिर से उन्हें मिस कॉल दे दी. सर का फिर से फोन आया, लेकिन मैंने उनका फोन नहीं उठाया, फिर सर ने फिर से कॉल किया और मुझे उठाना पड़ा क्या हुआ नींद नहीं आ रही क्या? सॉरी सर इट्स ओके. फिर सर बोले एक चीज़ बोलूं डॉली, हाँ सर, अभी तुमने क्या पहन रखा है? सर प्लीज बाय और मैंने फोन रख दिया, फिर अगले दिन में कोचिंग नहीं गयी, क्योंकि मुझे काफ़ी डर लग रहा था.
फिर रात को सर का फोन आया और उन्होंने मुझसे पूछा आज कोचिंग क्यों नहीं आई? तो मैंने कहा कि सर मुझे कोंचिंग नहीं पढ़नी, तो सर ने मुझे काफ़ी समझाया और फिर कहा कि तुम नहीं आओगी तो तुम्हारी भाभी खुद तुम्हें लायेगी फिर तो आना पड़ेगा और कल में तुम्हारी एक्सट्रा क्लास लूँगा और उसका नाम सेक्स क्लास होगा, सर प्लीज यह मत करना, प्लीज सर, बाय डॉली.
मुझे पूरी रात नींद नहीं आई और सुबह करीब 12 बजे सर का फोन घर पर आया और सर ने पता नहीं भाभी से क्या बात की? तो भाभी ने मुझसे कहा चलो कोचिंग और भाभी मुझे ज़बरदस्ती सर के घर ले गई. फिर सर ने दरवाजा खोला और भाभी ने मुझे अंदर जाने को कहा और में चली गई. फिर सर ने भाभी को कहा कि आज क्लास लंबी चलेगी तो में इसे 5 बजे तक पढ़ाउंगा. फिर भाभी चली गई और सर ने दरवाजा बंद कर दिया और में वही खड़ी रही. फिर सर मुझे सिर से लेकर पैर तक घूरने लगे, तो में घबरा के अंदर वाले रूम में भाग गई, लेकिन जैसे ही में अंदर गई तो वहाँ का नज़ारा देखकर में और उत्तेजित हो गई, वहाँ पर दीवारों पर सेक्सी-सेक्सी पोस्टर्स लगे हुए थे और बिस्तर पर सफ़ेद कलर की चादर बिछी हुई थी जिस पर लाल रंग के गुलाब बिखरे हुए थे.
यह देखते ही मेरे अंदर की कच्ची जवानी मचलने लगी और में मदहोश सी होने लगी और इतने में ही मुझे दरवाजा बंद होने की आवाज़ आई, तो मैंने देखा कि वहां सर थे. अब में सर को देखकर घबरा गई और मेरी साँसे तेज़ हो गई, मुझे ऐसा लगा कि आज सर मुझे लूट लेंगे. सर बोले कि डॉली आज में तुम्हारी इस रसीली जवानी के साथ खेलना चाहता हूँ. सर की यह बात सुनकर में और ज्यादा बेकरार हो गयी और मेरा पैर पलंग के साथ टच हो गया और मेरा बैलेन्स बिगड़ा और में उन गुलाब के फूलों पर गिर गई. फिर सर ने एक ही झटके में अपनी टी-शर्ट निकाल दी.
फिर में फटाफट पलंग पर खड़ी हुई और सर मुझे घूर रहे थे, डॉली मुझे सब पता है कि किस तरह से पिछले 7 दिन में तुमने मेरा ध्यान बढ़ाने के लिए क्या क्या किया है? सर मुझे काफ़ी डर लग रहा है.
सर बोले कि देखो डॉली अगर तुम्हारा मन ना माने तो हम कुछ नहीं करेंगे. एक काम करते है में स्टडी रूम में जा रहा हूँ और अगर तुम्हें यह सब नहीं करना तो अगले पाँच मिनट में वहाँ आ जाना और अगर तुम नहीं आई तो में यहाँ वापस आ जाऊंगा और तुम्हारे साथ वो सब करूँगा जो सुहागरात में होता है. सर प्लीज सुनिए तो, सर बिना कुछ कहे स्टडी रूम में चले गये. मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था और करीब 3 मिनट निकल चुके थे. मेरा मन तो स्टडी रूम में जाने को नहीं कर रहा था. फिर इतना सोचते-सोचते ही 5 मिनट पूरे हो गये. फिर मैंने फटाफट से अपनी फ्रेंड को फोन लगाया कि रश्मि सुन यार यहाँ सब हो गया में क्या करूँ?
रश्मि बोली वाऊ यार देख वहीं रहो और बस एक चीज़ का ध्यान रखना कि बिना कंडोम के मत करना, चाहे वो कितना भी कहे.
फिर इतने में ही मुझे दरवाजा खुलने की आवाज़ आई और मैंने फोन काट दिया. सर जैसे ही अंदर आए तो उनको देखकर मेरे अन्दर कंपकंपी छूट गई. वो सिर्फ़ चड्डी में थे, सर को इस रूप में देखकर मेरी योनि का पहला बीज फूट गया. थैंक्स डॉली मुझे तुम्हारा उत्तर मिल गया और अब में तुम्हारी इस कच्ची जवानी को लूटूंगा. सर की यह बातें सुनकर में सेक्स में पूरी तरह से डूब गई. जब तक में कुछ सोच पाती तो सर मेरे एकदम से नज़दीक आ गये और एक झटके में मुझे अपनी गोद में उठा लिया.
अब सर का एक हाथ मेरे कंधे को पकड़ा हुआ था और दूसरा हाथ मेरी जांघ पर था. में सर की बाहों में से निकलने की कोशिश कर रही थी, लेकिन सर ने मुझे कोई मौका नहीं दिया और मुझे बिस्तर पर डाल दिया. फिर पलक झपकते ही सर भी बिस्तर पर आ गए, फिर सर मेरे इतने करीब आ गये कि उनका वो मोटा लंड मेरी जांघ पर टच होने लगा.
फिर सर का हाथ मेरी कमर पर आ गया और मेरे मुँह से आह्ह्ह्ह निकल गयी. फिर सर ने मेरे माथे पर किस किया और मेरे कान में कहा कि हम थोड़ी देर में शॉवर लेंगे. में बोली कि सर प्लीज मेरे सारे कपड़े गीले हो जायेंगे. फिर सर बोले कि पगली यह कपड़े 10 मिनट में उतर जायेंगे. फिर में कुछ कह पाती इतने में ही सर के होंठ मेरे होठों को चूसने लगे और सर का एक हाथ तो मेरे एक हाथ की उंगलियों के साथ लॉक था और दूसरा हाथ मेरी कमर से मेरे बूब्स की और जाने लगा तो मैंने अपने हाथ से उन्हें रोकने की कोशिश की जो कि नाकाम रही. फिर सर का हाथ जैसे ही मेरे बूब्स पर गया तो मानों में तो पागल सी हो गई, अब उनके हाथ मेरे बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाने लगे. सर की बॉडी का पूरा वजन मेरी बॉडी पर आ गया और अब में मदहोशी की और बढ़ती जा रही थी.
फिर सर ने अपने दोनों हाथों से मेरे बूब्स दबाने शुरू कर दिए, लेकिन में बीच-बीच अपना विरोध दिखा रही थी. फिर सर ने वो किया जिससे में उनके वश में आ गयी. सर मेरे बूब्स अपने दोनों हाथों से दबा रहे थे और उनकी इस हरकत से मेरे दोनों हाथ सर के ऊपर चले गये और फिर अचानक से सर का एक हाथ मेरी नंगी जांघो पर आ गया और वो मेरी चूत की और बढ़ रहा था. में इतनी मदहोश हो चुकी थी कि चाहते हुए भी में उन्हें रोक नहीं पाई और जैसे ही सर का हाथ मेरी पेंटी को टच हुआ तो मेरे मुँह से ओहह्ह्ह निकल गया.
फिर झटके से में सर को धक्का मारकर सर के ऊपर आ गई. अब सर का हाथ तो वहाँ से हट गया था और अब में सर के थोड़ा और ऊपर आ गयी. सर ने भी मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया था. फिर सर भी अपने हाथ मेरी कमर, पेट, और जांघो पर फेर रहे थे. अब मेरे दोनों बूब्स सर की छाती से दब गये थे. फिर सर ने मेरे बालों से हेयर बैंड निकाल दिया और मेरे बाल खोल दिए, जैसे ही उन्होंने मेरे बाल खोले तो मुझे लगा कि यह मेरे कपड़े उतारने की शुरुवात हो गयी, जो कि बाद में जाकर सही साबित हुई.
फिर सर ने मेरे खुले बालों को हटाकर मेरे टॉप की चैन पीछे से खोल दी और मेरे लाख मना करने के बाद भी मेरे टॉप को निकाल कर फेंक दिया. मेरी जवानी को लूटने में यह सर की पहली सफलता थी. अब सर के दोनों हाथों ने मेरी नंगी कमर और पेट को लूटना शुरू कर दिया था. फिर सर ने मेरा हाथ पकड़कर अपनी अंडरवियर पर रखवा दिया और मुझे उसे उतारने को कहा, लेकिन मेरे हाथ कांप रहे थे तो में यह नहीं कर पाई, फिर सर ने अचानक से ही मुझे चूमना शुरू कर दिया. कभी वो मेरे होंठ को चूसते तो कभी मेरी गर्दन पर किस करते, तो कभी वो मुझे अपने ऊपर लेते और कब उन्होंने मेरी ब्रा का हुक खोल दिया मुझे पता भी नहीं चला. अब मेरी ब्रा एकदम ढीली हो गई और जब तक में कुछ सोच पाती, उन्होंने मेरी ब्रा को एक ही झटके में निकाल दिया और फिर मैंने जल्दी से अपने हाथों से अपने बूब्स को छुपा लिया और बिस्तर से निकलकर खड़ी हो गई.
अब सर बिस्तर पर लेटे लेटे मेरी ब्रा को किस कर रहे थे और फिर सर ने अपनी टाईट चड्डी में मेरी ब्रा को अंदर डाल दिया और मुझे देखकर मुस्कुराने लगे. सर प्लीज मेरी ब्रा दे दो मुझे बहुत शर्म आ रही है, तो सर बोले ओके डॉली तो आकर ले जाओ अपनी ब्रा को. ये देखो कहाँ फंस गयी है? सर में नहीं आ सकती, आपको मेरी कसम प्लीज दे दो ना.
डॉली चलो एक गेम खेलते है, में 5 तक गिनती बोलूँगा अगर तुम यहाँ नहीं आई तो में वहाँ आकर तुम्हारी स्कर्ट ले जाऊंगा, नो सर आप बहुत बेशर्म हो, प्लीज सर दे दो ना, तो गेम स्टार्ट बेबी. 1 सर प्लीज, 2 सर आपको मेरी कसम है, 3 सर में गुस्सा हो जाउंगी, 4 ओके सर में आती हूँ, लेकिन मेरा टॉप दे दो में अपने हाथ कैसे यूज़ करुँगी? फिर सर मेरे नज़दीक आ गये, ओके ठीक है में स्कर्ट निकाल रहा हूँ अगर रोकना चाहों तो मुझे रोक लो और हाँ में स्कर्ट निकालने के लिए हाथों का यूज़ नहीं करने वाला, सर प्लीज.
फिर सर ने अपने दातों से मेरी स्कर्ट का पहला बटन खोल दिया, ओहह्ह्ह सर प्लीज, ओह नो डॉली यह बाकी दो बटन तो अंदर की साईड है. इसके लिए तो मुझे स्कर्ट के अंदर मुँह डालना पड़ेगा, यह सुनते ही मेरी चूत में से काफ़ी पानी बाहर आ गया और मेरी पेंटी उस वक़्त पूरी तरह से गीली हो चुकी थी और में झड़ने ही वाली थी. फिर सर ने नीचे से स्कर्ट को थोड़ा उठाया और अपना सिर मेरी स्कर्ट में डॉल दिया, यह होते ही जिन हाथों ने मेरे बूब्स को दबा रखा था, उन्होंने ही उसे दबाना शुरू कर दिया.
अब उन्होंने अपने होठों से मेरी जांघो को चूमना शुरू कर दिया. यह होते ही मेरे मुँह से आवाज़े निकलनी शुरू हुई, आह्ह् ओह्ह्ह्ह गई, ओह माँ और जैसे ही उनके होंठ मेरी पेंटी से टच हुए तो मेरे मुँह से आवाज़ आई ओहह फक मी और तीन चार किस के बाद ही में वहीँ खड़े-खड़े उनके मुँह के ऊपर ही झड़ गई. फिर सर ने अपने हाथों से ही मेरी स्कर्ट के बाकी के दो बटन को भी खोल दिया और मेरी स्कर्ट भी नीचे गिर गयी और मैंने जल्दी से दीवार की और मुँह कर लिया.
अब में सिर्फ़ पेंटी में थी और फिर सर ने मेरे कान में कहा कि कैसा लगा? और में शरमा कर रह गई. फिर सर बोले अब शरमाती ही रहोगी या मेरा अंडरवियर भी उतारोगी. आओं ना प्लीज या में तुम्हारी पेंटी निकाल दूं, ओह सर प्लीज. फिर सर ने पीछे से ही अपने हाथों से मेरी कमर पर हाथ रख दिया और मुझे किस करने लगे. में फिर से जोश में आने लगी और मुझे जोश में लाने के लिए सर के दोनों हाथ मेरे हाथ को हटाने लगे और कुछ ही सेकेंड के बाद मेरे मुँह से आह्ह्ह निकल गई. अब उनके हाथों ने मेरे दोनों बूब्स को अपनी मुट्ठी में भर लिया था और मेरे दोनों हाथ ऊपर हो गये थे. फिर वो मेरे बूब्स के साथ खेलने लगे और ज़ोर-ज़ोर से मेरे बूब्स को दबाने लगे. फिर उन्होंने मुझे सीधा किया और मेरे बूब्स को अपने मुँह में ले लिया. मेरी शर्म भी काफ़ी कम गई थी, फिर में सर के साथ चिपक गई, इसके बाद हमें खूब मजे लिए.
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टीचर ने लंड पकड़कर खुशी दी

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम जय है और में सूरत से हूँ, मेरी उम्र 21 साल है. हाईट 6 फुट 3 इंच है और दिखने में स्मार्ट हूँ और रोजाना जिम जाने वाला लड़का हूँ और साथ में मॉडलिंग की तैयारी भी चल रही है. अब में अपनी स्टोरी पर आता हूँ. ये बात तब कि है जब में 12वीं क्लास में पढ़ता था. वैसे उस टाईम में बिल्कुल ही शांत सा था और ना ही ज्यादा लड़कीयों से बात करता था और ना ही कोई फालतू चक्कर में पड़ता था, लेकिन मैंने अपना सेक्स का पहला अनुभव 12वीं क्लास में ही किया था और वो भी अपनी अकाउंट्स टीचर के साथ.
अब थोड़ा उनके बारे में भी बता दूँ, उनका नाम प्रिया है और सब उनको प्रिया मेम ही बुलाते थे. वो हमेशा से ही सब टीचर्स से बिल्कुल अलग दिखती थी, क्योंकि उनका ड्रेसिंग सेन्स अच्छा है. टाईट साड़ी के साथ बिना बाँह का ब्लाउज, उनकी हाईट 5 फुट 5 इंच है, वो 30 साल की है. लेकिन उनका फिगर ग़ज़ब का है और वो एकदम गोरी थी और ना ज्यादा स्लिम और ना ज्यादा मोटी थी. वो हर एक ज़गह से एकदम शानदार थी. उनका फिगर साईज़ तो पता नहीं, लेकिन उनके बूब्स काफ़ी बड़े और सुडोल है. वो कभी-कभी तो डीप कट ब्लाउज पहनकर आती थी तो किसी भी स्टूडेंट का ध्यान पढ़ाई में लगता ही नहीं था, लेकिन में उनसे लिमिट में ही बात करता था, क्योंकि उस टाईम में थोड़ा शर्मिला था.
ये बात हमारे स्कूल के कुछ अंतिम दिनों की है जब हमारे स्कूल में प्रोग्राम होने वाला था तो सब बच्चे अपनी-अपनी तैयारी में लग गये, लेकिन मैंने किसी भी चीज़ में भाग नहीं लिया था. प्रोग्राम में डांस, ड्रामा, फैशन शो, ये सब था और जिस दिन फैशन शो का ऑडिशन था तो मेरे सारे फ्रेंड्स ने मुझे भाग लेने को कहा, लेकिन में नहीं गया, क्योंकि मुझे कोई रूचि नहीं थी.
फिर ऑडिशन निकल गये और उसी दिन हमारे अकाउंट्स की क्लास चल रही थी तो प्रिया टीचर ने पढ़ाते-पढ़ाते अचानक कहा से कि जय तुम्हें फैशन शो में भाग लेना चाहिए, तुम दिखने में भी अच्छे हो और तुम्हारी हाईट भी अच्छी है. में तुम्हारा नाम लिख रही हूँ. में कुछ नहीं बोला और आख़िर में मैंने सोचा चलो कर ही लेते है. मुझे मिलाकर फैशन शो के लिए 15 बच्चे सलेक्ट हुए थे. फिर रोज़ हमारी स्कूल में ही प्रेक्टिस होती थी, अब प्रोग्राम के कुछ ही दिन बचे थे तो टीचर अपने घर बुलाने लग गये, रोज़ 2 घंटे तक प्रेक्टिस चलती थी जिसमें ड्रेस के बारे में, वॉक कैसे करना है, फेस एक्सप्रेशन कैसे रखने है? ये सब होता था. मैंने नोटीस किया कि मुझ पर टीचर कुछ ज्यादा ही ध्यान दे रही है. मुझसे हंसी मज़ाक करना, मेरी टाँग खींचना, वॉक की प्रेक्टिस के टाईम मुझे बार बार टच करना, लेकिन ठीक है, मैंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया.
फिर हम जब भी उनके घर जाते थे तो वो अकेली ही रहती थी और उनके पति जॉब करते है और रात को लेट ही घर आते है. उनके एक 4 साल की लड़की है जो उनकी नहीं है बल्कि गोद ली गई थी, क्योंकि प्रिया मेम में कुछ प्रोब्लम थी, उनका बच्चा नहीं ठहरता था, लेकिन मैंने उनको कभी भी इस बात के लिए दुखी नहीं देखा.
फिर में भी फैशन शो की प्रेक्टिस के टाईम उनसे थोड़ा-थोड़ा नजदीक होने लगा था और उनसे फ्लर्ट करना चालू कर दिया. फिर तो में रोज़ प्रेक्टिस के बाद उनके घर रुकने लग गया, जब सभी बच्चे चले जाते थे तो में और प्रिया मेम बातें करते थे. फिर धीरे-धीरे प्रोग्राम की तारीख पास आने लग गई. प्रोग्राम के 2 दिन पहले प्रिया मेम ने मुझे रोज़ के टाईम से 2 घंटे जल्दी बुलाया, दोपहर के 2 बजे प्रोग्राम की तैयारी के लिए और मेम ने उस दिन सब बच्चो को छुट्टी दी हुई थी, तो में मस्त पर्फ्यूम लगाकर अच्छे से कपड़े पहनकर तैयार हो गया.
फिर में टाईम पर उनके घर पहुंचा और फिर उन्होंने दरवाज़ा खोला और में अन्दर आकर रूम में बैठ गया. फिर उन्होंने कहा कि तुम बैठो में बाथ लेकर आती हूँ, आज बाथ लेने का टाईम ही नहीं मिला. फिर वो अपने बेडरूम में चली गई. फिर आधे घंटे के बाद उन्होंने मुझे आवाज़ लगाई तो में उनके रूम में गया और देखा तो मेम ने एक मस्त काले कलर का टॉप पहना हुआ था और नीचे सफ़ेद कलर की एकदम टाईट केफ्री थी. में तो उनको देखता ही रह गया. वो क्या लग रही थी?
उनका टॉप काफ़ी डीप कट का था जिससे बूब्स के ऊपर के पार्ट मतलब उनका क्लीवेज साफ़ दिखाई दे रहा था और केफ्री इतनी टाईट कि जांघो और गांड का पूरा शेप दिख रहा था. फिर मेरे 1-2 मिनट तक घूरने के बाद मेम ने चुप्पी तोड़ी और कहा कि क्या देख रहे हो? कभी कोई लड़की नहीं देखी क्या? तो मैंने कहा देखी तो बहुत है, लेकिन आज तक इतनी सेक्सी नहीं देखी और मुझे पता नहीं था कि आप इतनी सेक्सी दिखती हो. फिर मेम ने कहा कि बस करो, ये तो मैंने ऐसे ही पहन लिया, काफ़ी दिन हो गये थे तो मैंने कहा अच्छी बात है.
फिर मैंने पूछा कि आज क्या प्रेक्टिस करनी है, तो उन्होंने कहा कि आज तुम मुझे एक मॉडल की तरह 2-3 ड्रेस पहनकर दिखाओगे और रेम्प वॉक करके बताओगे, क्योंकि तुम शो टॉपर रहोंगे. फिर उन्होंने अपने पति के कुछ पार्टीवेयर कपड़े दिए और में वो चेंज करने जा रहा था तो उन्होंने मुझे रोक लिया और कहा कि यही पर चेंज कर लो. फिर मैंने कहा कि आपके सामने कैसे?
वो बोली कि इसमें क्या है? मॉडल्स को चेंजिंग रूम में सबके सामने चेंज करना पड़ता है. में तो ये सुनकर ही उत्तेजित हो गया और मेरा लंड खड़ा हो गया. फिर मैंने अपनी टी-शर्ट तो खोल दी, लेकिन अब जीन्स कैसे खोलता, लेकिन फिर हिम्मत करके दूसरी तरफ मुँह करके मैंने जीन्स खोली तो मेरा लंड खड़ा हो ही गया था. वो तो मेरे कंट्रोल में था ही नहीं, अब में सिर्फ़ अंडरवेयर में था. फिर अचानक मेम मेरे सामने आ गई. उन्होंने मेरा खड़ा लंड तो देख ही लिया था, लेकिन कुछ नहीं बोली.
फिर उन्होंने मुझे पहनने को एक ट्राउज़र दिया तो में पहनने लगा, लेकिन वो इतनी टाईट थी कि बटन ही नहीं लग रहा था, ऊपर से मेरा लंड भी खड़ा था. फिर मैंने मेम से कहा कि ये मुझे नहीं आयेगी, तो वो मेरे सामने घुटनों पर बैठकर बटन लगाने की कोशिश करने लगी, इसी बहाने से वो मेरे लंड को भी हाथ लगा रही थी और में और ज्यादा उत्तेजित हो रहा था. फिर आख़िर उनसे भी बटन नहीं लगा तो उन्होंने कहा ये ट्राउज़र उतार दो, तो मैंने ट्राउजर उतार दिया. फिर वो दूसरा ट्राउज़र लेकर आई और पहनने को कहा, लेकिन वो भी टाईट था, फिर मेम ने अचानक मेरे लंड को अंडरवेयर के ऊपर से पकड़ा और सहलाते हुए कहा कि तुम्हारा यही इतना बड़ा है तो टाईट तो होगा ही.
फिर मेम ने अचानक मेरी अंडरवेयर उतार दी और मेरा लंड उछलते हुए बाहर आया और फिर एक हाथ से मेरा लंड हिलाने लगी और मुझे लिप पर किस करने लगी. फिर 10 मिनट किस के बाद वो मेरा लंड पकड़कर बेडरूम की तरफ चल पड़ी, जैसे हम किसी का हाथ पकड़कर लेकर जाते है. फिर बेडरूम में आते ही मैंने उनको उठाकर बेड पर धीरे से लेटाया, वो बस स्माइल ही कर रही थी. वो ना जाने कब से इस चीज़ का इंतज़ार कर रही थी.
फिर मैंने उनका टॉप उतारा तो उन्होंने भी मेरा साथ दिया और काले कलर की ब्रा में मेरी मेम क्या लग रही थी? फिर मैंने बिना टाईम ख़राब किए उनकी ब्रा भी उतार दी, बाप रे उनके क्या बूब्स है? मिल्की वाइट और पिंक निपल्स जो कि बिल्कुल कड़क हो चुके थे. मैंने मेरी ज़िंदगी में पहले कभी ऐसा नज़ारा नहीं देखा था. फिर में धीरे-धीरे अपने हाथों से उनके बूब्स दबा रहा था और उन्हें लिप पर स्मूच कर रहा था और जीभ से जीभ मिलाकर उनके लिप मेरे दोनों लिप्स के बीच में दबाकर चूस रहा था और उस स्मूच में एक अलग सा मिंट फ्लेवर आ रहा था.
फिर स्मूच करते-करते में उनकी गर्दन पर आ गया और उन्होंने एक लाजवाब पर्फ्यूम लगा रखा था. मैंने तो गर्दन पर भी किसिंग और जीभ फेरना चालू कर दी. फिर मैंने नोटीस किया कि मेरे ये करने के दौरान उनके हाथों के बाल खड़े हो गये थे, मतलब वो फुल इन्जॉय कर रही थी. फिर में गर्दन पर किस करते-करते और नीचे आया, अब बारी थी उनके बूब्स की तो मेम ने तो मेरा सिर कसकर अपने बूब्स पर दबा दिया और में ज़ोर-ज़ोर से उनके निपल्स चूसने लगा और उनके मुँह से आअहह उम्म्म्मम की आवाज आने लगी.
फिर मैंने करीब आधे घंटे तक बारी-बारी उनके दोनों बूब्स चूसे. फिर में और नीचे बढ़ा और उनके पेट पर किसिंग करते हुए उनकी नाभि को चाटने लगा तो वो उछल पड़ी, उन्हें बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैंने उनकी केफ्री उतार दी और अब वो सिर्फ़ एक पारदर्शी काले कलर की पेंटी में थी. फिर मैंने उनकी पेंटी भी उतार दी. उनकी क्या ग़ज़ब की चूत थी? एकदम गोरी और चूत पर एक भी बाल नहीं था, शायद नहाते टाईम ही क्लीन की होगी और उनकी चूत से मस्त खुशबू आ रही थी, शायद उन्होंने मुझे अच्छा फील करवाने के लिए वहाँ कुछ लगाया होगा. अब वो मेरे सामने पूरी नंगी थी और में भी उनके सामने पूरा नंगा था.
फिर उन्होंने कहा कि प्लीज़ जय ए.सी चालू कर दो, ए.सी में मज़ा आयेगा. में झट से ए.सी चालू करके फिर से बेड पर आ गया. फिर मैंने उनको तड़पाने के लिए उनके पैरो की उँगलियों से किस करना चालू किया और किस करते-करते में उनकी जांघो तक पहुंचा और फिर चूत के आस पास किसिंग की और जीभ फेरने लगा. फिर उन्होंने मेरे बाल पकड़कर मेरा सिर अपनी चूत की तरफ दबाया और कहा कि बस बहुत तड़पा लिया, अब इसे शांत कर दो, यहाँ बहुत आग लगी हुई है.
फिर मैंने जीभ निकालकर ऊपर से उनकी चूत को अच्छे से चाटना शुरू किया. वाह्ह्ह क्या टेस्ट आ रहा था? में उनके चूत के दाने को मुँह में लेकर चूसने लगा और वो पागल हुए जा रही थी और मेरा सिर अपनी चूत की तरफ और ज़ोर से दबा रही थी और में अपनी जीभ से मशीन की तरह मूवमेंट कर रहा था और वो उत्तेजना में चिल्ला रही थी, मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर मेम ने कहा कि मुझे दूसरी पोज़िशन ट्राई करनी है तो मैंने कहा ठीक है. फिर उन्होंने मुझे सीधे लेटने को कहा और वो अपनी चूत को मेरे मुँह के पास लाकर मेरे मुँह पर बैठ गई. फिर मैंने जीभ बाहर निकाली और उनकी चूत के अंदर डाल दी, अब वो ऊपर नीचे हो रही थी और में उनको अपनी जीभ से चोद रहा था. फिर अचानक वो मुँह घुमाकर बैठ गई और हम 69 पोज़िशन में आ गये, फिर वो भूखी शेरनी की तरह मेरा लंड चूसने लगी और वो अपनी चूत मेरे मुँह पर रगड़ रही थी. उन्होंने इतना तेज़ मेरा लंड चूसा कि मेरा पानी 2-3 मिनट में ही निकलने वाला था. फिर मैंने उनसे कहा कि मेरा पानी निकलने वाला है तो उन्होंने कहा मेरे मुँह में ही निकाल दो.
फिर कुछ देर बाद मेरा पानी निकल गया और उन्होंने मेरे लंड का सारा पानी पी लिया. फिर भी उन्होंने मेरा लंड चूसना नहीं छोड़ा और इस दौरान वो मेरे मुँह पर ज़ोर-ज़ोर से अपनी चूत रगड़ रही थी और फिर उनका भी पानी निकल गया और सारा मेरे मुँह पर गिरा दिया. फिर वो थोड़ी शांत तो हुई, लेकिन उनका मन अभी तक नहीं भरा था, तो मेम ने मेरा लंड चूस-चूसकर फिर से खड़ा कर दिया.
फिर मैंने मेम को सीधा लेटाया और उनकी टांगे फेला दी और में बीच में बैठ गया, अब मेरा लंड और उनकी चूत काफ़ी गीली थी. फिर मैंने मेरा लंड पकड़कर उनकी चूत पर थोड़ी देर सहलाया, वो भी क्या एहसास था? फिर मैंने धीरे-धीरे अपना लंड उनकी चूत में डालना स्टार्ट किया, उनकी चूत काफ़ी कम सिकुड़ी हुई थी और फिर उन्होंने सामने से ही बोल दिया कि जय मेरे पति का लंड तुम्हारे लंड की तरह बड़ा नहीं है तो में हंस दिया और एक झटके में अपना पूरा लंड उनकी चूत में डाल दिया और बिना रुके चोदने लगा तो एक मिनिट तक तो उन्हें दर्द हुआ, फिर वो भी मजे में आकर गांड हिलाने लग गई. अब में उन्हें शॉट्स भी मार रहा था और उनके सेक्सी लिप्स पर किस भी कर रहा था और एक चीज़ में आप सबको बता देता हूँ कि ए.सी में सेक्स करने का मज़ा ही अलग है.
फिर में जोश में आकर और ज़ोर से शॉट्स मार रहा था और पूरे रूम में पच पच पच की आवाज़ आ रही थी, उस दौरान वो दो बार झड़ गई. अब मेरी बारी थी. मैंने मेम से पूछा कि वीर्य कहाँ निकालूँ तो उन्होंने कहा अंदर ही निकाल दो और फिर में 1-2 मिनट में ही झड़ गया और अपना गर्म-गर्म पानी उनके अंदर छोड़ दिया. अब में शांत होकर उनको हग करके बाजू में सो गया. हम आधे घंटे तक ऐसे ही सोए हुए थे. फिर हम दोनों उठे और हमने साथ में शॉवर लिया औए शॉवर लेते टाईम में उनकी बॉडी पर साबुन लगा रहा था और वो मेरे लंड पर साबुन लगा रही थी. मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और में उनके बूब्स चूस रहा था और हमने फिर से बाथरूम में सेक्स किया. ये मेरी लाईफ का एक मस्त अनुभव था जो मैंने आपके साथ शेयर किया है.
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साली को चोदा सास के सामने

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम समीर है. दोस्तों में आज आप सभी को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने वाला हूँ जिसमे मैंने अपनी गर्भवती साली को चोदा और अब में उस घटना को थोड़ा विस्तार से सुनाता हूँ. दोस्तों में 25 साल का शादीशुदा लड़का हूँ और मेरी शादी तीन महीने पहले हुई थी और मेरी बीवी एक हॉट सेक्सी मस्त गांड वाली लड़की है. हम लोगों की जब से सगाई हुई थी तब से ही हम चुदाई करते आ रहे थे. में गुजरात का रहने वाला हूँ और प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता हूँ, मेरे घर में माँ, पापा और मेरी बीवी और में रहता हूँ. दोस्तों मेरी एक बड़ी शादीशुदा बहन है और वो भी गुजरात में ही रहती है.
मेरे ससुराल में मेरी बीवी की एक बड़ी बहन यानी मेरी साली और सास, ससुर रहते है, उसका नाम आरती है, वो करीब 30 साल की एकदम सेक्सी औरत है और वो कुछ समय पहले गर्भवती होने के दौरान अपने मायके चली आई थी और अब उसका 8 महिना चल रहा है और अगर में उसके बारे में बताऊँ तो वो करीब 5.7 इंच लंबी है और वो दिखने में बहुत सुंदर और उसके बूब्स बड़े बड़े और गांड फूली हुई है और उसके फिगर का साईज करीब 36-30-36 होगा जिसके कारण वो बहुत बड़ी चुदक्कड़ दिखती थी और वैसे मेरी नज़र उस पर शादी से पहले से ही थी और जब भी में अपनी बीवी की चूत मारता था तो में आरती को ही सोचकर उसे चोदता था. दोस्तों उसका नाम लेने से ही वीर्य निकलता था.
एक दिन में अपनी बीवी से मिलने अपने ससुराल गया हुआ था. मेरी साली आरती प्रेग्नेंट थी. मेरी बीवी घर पर नहीं थी, आरती और मेरी सास घर पर अकले थे और जब में वहां पर गया तो आरती पानी और चाय लेकर आई में चाय पानी लेने के बहाने से उनको छूने लगा और उसको शायद पता नहीं होगा मेरे मन में उसकी चुदाई के ख्याल चल रहे थे? आरती ने मुझसे कहा कि कोमल (मेरी बीवी) शाम को आएगी तो में बहुत खुश हो गया कि आज मज़ा आएगा आरती के साथ.
फिर मैंने आरती से कहा कि आपकी तबीयत कैसी है? तो उसने कहा कि समीर वैसे तो सब ठीक है, लेकिन पेट पर बहुत खुजली होती है तो डॉक्टर ने मुझे एक दवाई लगाने को कहा है और तुम्हारे जीजू दो दिन से नहीं आए तो मैंने अपने आप नहीं लगाई तो आज मुझे बहुत खुजली हो रही है. फिर मैंने कहा कि अरे दीदी इतनी सी बात लाओ में लगा देता हूँ, तो आरती ने कहा कि ठीक है और वो दवाई की ट्यूब लेने बेडरूम में चली गई में उठा और उसके पीछे पीछे बेडरूम में चला गया और बोला कि दीदी आप यहीं पर लेट जाओ में ट्यूब लगाकर मसाज कर देता हूँ आपकी सारी खुजली और गर्मी में आज दूर कर दूँगा, मैंने यह सब सेक्सी तरीके से कहा. फिर उसने भी सेक्सी अंदाज़ से मेरी हर एक बात का जवाब दिया, हाँ समीर देखो ना तुम्हारे जीजू को तो मेरी गर्मी और खुजली दोनों को दूर करने का वक़्त ही नहीं मिलता चलो तुम ही करो उनके बदले और वो थोड़ा तिरछा होकर पलंग पर लेट गई और उसने उस समय एक ढीला ढाला पयज़ामा और एक ढीली सी टी-शर्ट पहनी हुई थी और फिर मैंने उससे कहा कि..
में : आरती चलो थोड़ा अपनी टी-शर्ट को उठाओ.
आरती : अरे तुम मुझे ऐसे मेरे पति की तरह क्यों बुला रहे हो क्या तुम्हे पता है कि में तुम्हारी बीवी की दीदी हूँ?
में : दीदी में तो आपके पति की तरह आपकी सेवा कर रहा हूँ ना इसलिए आपको ऐसे बुला रहा था और आप हो ही इतनी सुंदर कि में अपने आपको रोक ही नहीं सका. में तो बहुत नसीब वाला हूँ कि मुझे आप बीवी के रूप में नहीं तो साली के रूप में तो मिली जिनकी सेवा करना मेरा अधिकार है और वैसे भी साली भी तो घर वाली ही होती है ना? मैंने उनके गालों को छूकर सेक्सी अंदाज़ से बोला.
आरती : हाँ होती तो है, लेकिन सिर्फ़ आधी घर वाली पूरी नहीं, उसने मेरे गालो को प्यार से सहलाते हुए कहा.
में : पहले आज आधी तो मिल जाए, में तो धन्य हो जाऊंगा अगर आज आप मेरी आधी घर वाली बन जाओ.
आरती : चलो समीर अब जल्दी से मसाज शुरू करो नहीं तो मम्मी या कोमल आ जाएँगी.
फिर मैंने आरती की टी-शर्ट को उसके बूब्स तक ऊपर उठाया और मेरा हाथ उसके बूब्स को छूते ही उसने हल्की सी अंगड़ाई ली और मेरे लंड ने एक ज़ोर की करवट और फिर मैंने उसके पेट पर हाथ रखा जो कि प्रेग्नेंट होने के कारण थोड़ा फूला हुआ था और वो जैसे मचल सी गई. फिर मैंने कहा कि क्या हुआ यार मेरी प्यारी आरती को? तो वो बोली कि ऐसा लगा जैसे मुझे करंट का झटका सा लग गया हो और फिर मैंने उसके पेट पर थोड़ी सी दवाई ली और मसलने लगा.
मेरा लंड अब जाग चुका था और अब बाहर आने को बिल्कुल बेताब था और दवाई को मलते हुये में उसके बूब्स के निचले हिस्से तक पहुंच गया और धीरे से बूब्स को छुआ. फिर वो एकदम से सिहर उठी और वो मेरे पेंट में बने तंबू को देखकर मुस्कुराई और बोली कि आपकी पेंट में क्या कुछ फंस गया है? क्यों यह आगे से बहुत फूला हुआ लग रहा है? फिर मैंने उसके पेट पर किस करते हुए कहा कि अंदर मेरा प्यार छुपा हुआ है जो आपके प्यार में समा जाने को बेताब है. फिर आरती ने आँहे भरते हुए कहा कि समीर मुझे ऊपर तक मसाज करो और आज मुझे बहुत प्यार करो.
दोस्तों में समझ गया कि वो अब बिल्कुल गरम हो चुकी है और मुझसे चुदने के लिए एकदम तैयार है. उसकी चूत मेरा लंड लेने के लिए अब मचल रही है और मैंने भी अभी तक कभी भी कोई प्रेग्नेंट रंडी को नहीं चोदा था. फिर मैंने उसकी टी-शर्ट के ऊपर से उसके बूब्स को दबाना शुरू किया, पहले धीरे से और फिर एकदम जंगली जानवर बनकर और उसके मोटे मोटे बूब्स मुझे मस्त कर रहे थे और वो भी उछल उछलकर बोल रही थी और सिसकियाँ ले रही थी ओहह्ह्ह्ह समीर दबा डाल हाँ और आईईईई दम लगाकर ज़ोर से उह्ह्ह्ह चूस मेरे बूब्स को मसल डाल, खा जा बहनचोद और उसकी गंदी गंदी गाली सुनकर में भी मस्ती में आ गया और शैतान बनकर उस पर टूट पड़ा और बूब्स को काटने लगा. उसकी गुलाबी कलर की निप्पल बड़ी और कड़क हो चुकी थी और उसके आधे बूब्स मेरे मुहं में थे और फिर वो चिल्लई ओह मेरे राजा तेरा मुहं है कि जन्नत का दरवाज़ा. ले मेरे बहनचोद रंडी बना मुझे और ज़ोर से चूस मेरे बूब्स आईईईइ आज से में तेरी रंडी हूँ अह्ह्ह्हह्ह तू मुझे अपनी रखैल बना ले. फिर मैंने कहा कि मेरी रंडी आरती तुझको देखते ही में तेरे बूब्स को चूसना चाहता था और मुझे आज मौका मिला है साली रंडी भोसड़ी की, मदरचोद.
मैंने अपने सारे कपड़े उतार लिए और उसका पाजामा भी खींच लिया और फिर उसकी ब्रा और पेंटी को भी उतार दिया. मैंने देखा कि उसकी जांघे बहुत बड़ी थी और फिर मैंने उसकी चूत में अपना मुहं घुसा दिया और जीभ को चूत में डालकर चूसने और चाटने लगा. फिर वो ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी हाँ और ज़ोर से चाट मेरी चूत को मेरे कुत्ते अपनी साली की चूत को कच्चा चबा जा मेरे लंड, मेरे स्वामी, मेरी चूत के मालिक, अह्ह्ह्हह कितना मज़ा आ रहा है तेरे जीजू ने कभी नहीं चाटा वो मदारचोद साला नामर्द है, तू ही असली मर्द है और अब आज से तू मेरा असली पति है और में तेरी रंडी हूँ अह्ह्ह्ह हाँ और ज़ोर लगा. फिर उसकी ऐसी बातों से में उत्तेजित होकर और ज़ोर ज़ोर से चूत चाट रहा था और इतने में ही उसने मेरे मुहं में अपना सारा पानी छोड़ दिया और में सारा पानी पी गया.
फिर मैंने उसको बेड पर बैठाया और अपना लंड उसके हाथ में दिया और फिर मेरा लंड देखकर वो बोली कि साले समीर मदारचोद तेरा लंड है कि लंड की सेना? ऐसे लंड से में तो क्या मेरी माँ ( मेरी सास ) भी तुझसे चुदने को कभी भी मना नहीं करेगी वाह कितना लंबा, मोटा और कड़क लंड है तेरा मेरे बहनचोद आअहह कितना रसीला है? इसे चाटने चूसने में कितना स्वाद आ रहा है, ह्म्‍म्म्म हनमम्म आआहह. फिर में उसका सर पकड़कर उसके मुहं को धीरे धीरे से धक्के देकर चोद रहा था और अब मैंने कहा कि साली रंडी चल अब एकदम सीधी लेट जा अब में तुझे चोदूंगा.
आरती : समीर ज़रा आराम से में अभी प्रेग्नेंट हूँ तुम मुझे चोदो लेकिन बहुत प्यार से और वैसे भी में पूरी ज़िंदगी तुम्हारी रखैल बनकर ही रहने वाली हूँ. फिर तू मुझे जब चाहे जी भरकर चोदना और इसलिए अभी थोड़ा आराम से और प्यार से चोदना मेरे चुदक्कड़ जीजाजी.
फिर मैंने अपना लंड उठाया और उसकी चूत के मुहं पर सुपाड़ा लगाया. पहले धीरे से धक्का मारा तो सुपाड़ा अंदर चला गया और फिर वो चिल्लाई, लेकिन मैंने और ज़ोर से धक्का मारा और मेरा 8 इंच का लंड उसकी कामुक चूत में फिसलता हुआ अंदर चला गया और में ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चोदने लगा और अब उसको बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर वो बोली कि हाँ चोद मुझे में तेरी रंडी हूँ, चोद आआहहाआ ऊह्ह्ह्हह और ज़ोर से आईईईईइ चोद फाड़ दे आज मेरी चूत को मदारचोद कितना लंबा लंड है मेरे गर्भ तक जा रहा है? आआहह तू आज मेरी चूत से गांड में निकाल अपने लंड को आआहह वो गालियाँ देती जा रही थी और में अपनी प्रेग्नेंट साली को बेरहमी से चोदे जा रहा था.
करीब बीस मिनट चूत की चुदाई के बाद उसका पानी निकल गया और वो बोली कि चूत से लंड बाहर निकाल लो और अब मेरी गांड में डालो, क्योंकि मुझे गांड मरवाने का बहुत शोक है और में हर कभी अपनी गांड में बेलन, गाजर, मूली सब डालती रहती हूँ और तेरे जीजा का 5 इंच का लंड मुझे संतुष्ट नहीं कर पाता, इसलिए तू आज मेरी गांड को चोद दे.
फिर मैंने डॉग स्टाइल में मेरी आरती रंडी को बैठाया और उसकी गांड में लंड डाला, आधा लंड अंदर चला गया और वो दर्द से चिल्ला उठी. फिर मैंने कहा कि साली, मादरचोद, छिनाल एकदम चुप रहकर चुदाई करवा नहीं तो मेरी सास उठ जाएगी और जब वो एक बार मेरा लंड देख लेगी तो उसकी चूत में भी पानी आ जाएगा और वैसे भी उसको एक दिन चोदना ही है, लेकिन आज तेरी बारी है और तू आज जमकर मेरा लंड ले अपनी गांड में और इतना कहते ही मैंने ज़ोर के धक्के से पूरा 8 इंच अंदर डाल दिया और फिर में ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर उसकी गांड मारने लगा. वो भी उछल उछलकर गालियाँ देकर चुदवा रही थी.
तभी मेरी नज़र दरवाज़े की और गयी तो में देखकर हैरान एकदम से हो गया, क्योंकि मैंने दरवाजे पर अपनी सास को खड़ा हुआ देखा और मैंने देखा कि वो हमारी चुदाई को बहुत ध्यान से देखकर अपनी उंगली से अपने आपकी चुदाई कर रही है और मेरी सास ने भी देख लिया कि मैंने उनको दरवाज़े से देख लिया है, लेकिन मैंने अब भी ज़ोर की चुदाई चालू रखी और 15 मिनट के में आरती की मोटी गांड में झड़ गया और हम दोनों लेट गये. फिर मैंने देखा कि मेरी सास भी अब वहां से चली गयी और तब से लेकर आज तक में आरती की हफ्ते में एक दो बार चुदाई जरुर करता हूँ और अब वो एक लड़की की माँ बन चुकी है इसलिए अब चुदाई में और भी मज़ा आता है. में उसकी चूत को बहुत मज़े से बिना किसी के डर के चोदता हूँ, क्योंकि हमारी चुदाई अंदर होती है तो मेरी सास बाहर किसी के आने का ध्यान रखती है और वैसे भी अब उसकी चूत से बच्चा बाहर आ चुका है, जिसकी वजह से में बहुत डर डरकर उसको चोदता था और अब में उसको जोरदार धक्के देकर चोदने लगा हूँ, जिसकी वजह से वो हमेशा मुझसे खुश रहती है.
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