दोस्त की बीवी ने होश उड़ा दिये

हैल्लो दोस्तों, में पिछले करीब दो साल से सेक्सी कहानियाँ पड़ता आ हूँ और में बहुत मज़े भी करता हूँ. दोस्तों यह बात करीब 8 साल पुरानी है. उस समय मेरा एक दोस्त था उसके घर पर मेरा आना जाना बहुत था. मेरे उससे करीब घर की तरह रिश्ता था. में बिना किसी झिझक के कभी भी उसके घर पर चल जाता और मेरे उस दोस्त की शादी गुजराती लड़की से हुई थी. वो लड़की दिखने में बिल्कुल ठीक थी और वो दिखने में एकदम सीधी साधी हाउसवाईफ थी, लेकिन उसका जिस्म बहुत भरा हुआ था और उसका हर एक अंग बहुत सेक्सी था. उसका वो गदराया हुआ बदन मुझे भी हमेशा अपनी तरफ आकर्षित करता था, लेकिन में फिर भी ज्यादा उन बातों पर ध्यान नहीं देता था.
फिर बहुत साल ऐसे ही गुज़रते गए और अब देखते ही देखते मेरा वो दोस्त अपने तीन बच्चों का बाप बन चुका था. मुझे बहुत ख़ुशी हुई मेरे रिश्ते अब उससे और उसकी वाइफ से और भी मज़बूत हो गये. उसको में हमेशा भाभी कहकर बुलाता था. वो भी मुझसे ठीक तरह से एकदम खुलकर तक बातचीत किया करती थी, लेकिन मैंने कभी भी सपने में नहीं सोचा था कि एक दिन ऐसा भी वक़्त आएगा कि जो औरत इतनी सीधी है वो एक दिन इस तरह चुदवाएगी? तो ऐसे ही वक़्त गुज़रता रहा और एक दिन वो दोपहर आ ही गई जब उस दिन हमारी जिन्दगी का सब कुछ बदल गया. दोस्तों में उस दिन अपने दोस्त के घर किसी जरूरी काम से गया हुआ था और लगातार तीन चार बार बाहर खड़े होकर घंटी बजाने के बाद भी जब किसी ने भी दरवाज़ा नहीं खोला तो में दूसरी तरफ से अंदर देखने चला गया.
मैंने उस समय अंदर की तरफ झांककर देखा तो वो सब देखकर मेरे तो एकदम से होश ही उड़ गए. मैंने देखा कि मेरे दोस्त की पत्नी बिना टॉप के आईने के सामने खड़ी थी और वो अपने आप को देख रही थी और अपने जिस्म पर हाथ घुमा रही थी. उसे देखने में लग रहा था कि वो अब तक बहुत गरम हो चुकी थी और यह नजारा देखकर में बिल्कुल पागल सा हो गया क्योंकि उसका बहुत भरा हुआ जिस्म था. वो बहुत बला की सुंदर लग रही थी. तभी अचानक से उसने मुझे देख लिया कि में पर्दे की आड़ से उसे देख रहा हूँ और वो मुझे देखते ही अपने बूब्स को छुपाकर भाग गई. मैंने बड़ी हिम्मत करके घर की घंटी दोबारा बजाई, लेकिन उसने अब भी दरवाज़ा नहीं खोला मुझ पर अब उसको इस तरह पूरा नंगा देखकर सेक्स का भूत सवार हो गया था.
मेरा तो दिल कर रहा था कि बस साली को पकड़कर बुरी तरह से चोद डालूं. दोस्तों उसका बड़ा ही सेक्सी जिस्म था. उसके फिगर का साईज़ करीब 36-28-40 होगा. अब में भी खड़ा खड़ा लगातार घंटी बजाता रहा और फिर थोड़ी ही देर में उसने दरवाज़ा खोला. डर से वो पसीने पसीने हो गई थी और उसकी तरह मेरा भी यही हाल था, लेकिन मेरे दिमाग में तो अब भी उसका वो पूरा नंगा जिस्म घूम रहा था. मैंने हिम्मत करके उसने कहा कि क्या ऐसे खड़ी है? और मैंने ज़ोर से धक्का देकर दरवाज़ा खोल दिया वो मेरी इस हरकत से बहुत घबरा गई थी और उसने बड़ी कोशिश की वो दरवाजा बंद कर ले, लेकिन में जबरदस्ती खोलकर अंदर घुस गया और फिर मैंने दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया. वो मेरे यह सब करने की वजह से बहुत डर गई थी. वो पसीने से बिल्कुल गीली हो चुकी थी और उसके चेहरे का रंग उड़ सा गया था और मैंने भी इतनी बड़ी हिम्मत कभी नहीं की थी. दोस्तों मुझे बिल्कुल भी पता नहीं कि में कैसे यह सब कर रहा था?
फिर वो मुझसे बोली कि यह क्या कर रहे हो, बाहर जाओ? तो मैंने कहा कि तू वहां पर आईने के सामने खड़ी खड़ी क्या कर रही थी? क्या में तेरे पति को बता दूँ कि तू कितनी भोली बनती है और तू उसके पीछे से यह सब करती है? तो वो बोली कि प्लीज किसी को कुछ मत बोलना, तुमको कसम है. में आज ही पहली बार ऐसा कर रही थी और फिर तुमने वो सब देख लिया. मैंने बोला कि अब में क्या करूं तूने ही मुझे दिखाया है और मेरा दिमाग खराब किया है? तो अब तू जल्दी से मेरा यह लंड को शांत कर.
वो बोली कि नहीं, यह सब बिल्कुल ग़लत है. में तुम्हारे साथ ऐसा कुछ भी नहीं करूंगी जैसा तुम सोच रहे हो और बाहर किसी को पता चल गया तो मेरी बहुत बदनामी होगी. मैंने कहा कि ग़लत तो अभी कुछ देर पहले यह सब भी था कि तू पूरी नंगी होकर उस आईने में देख रही थी और बाहर किसको पता चलेगा यह बात या तो तुझे पता है या फिर में जानता हूँ? तू अब जल्दी से इसको शांत कर दे और उससे यह बात कहते हुए मैंने उसको अपनी बाहों में भर लिया और में उसे बिल्कुल पागल की तरह किस करने लगा. वो अपना मुहं बार बार हटा रही थी, लेकिन में उसे लगातार किस किए जा रहा था. मैंने उसे बहुत कसकर अपनी बाहों में जकड़ रखा था और अब वो भी धीरे धीरे ठंडी पढ़ने लगी थी.
अब में गरम तो पहले से ही बहुत था. अब में उसके बूब्स को बहुत बेरहमी से दबाने लगा और उसके मुहं से आह्ह्ह्ह उह्ह्हह्ह प्लीज थोड़ा धीरे करो ऐसी आवाज़ आ रही थी, लेकिन मुझ पर चूत का भूत सवार था में बहुत पागल हो चुका था. में बस उसको पागलों की तरह किस किए जा रहा था और फिर देखते ही देखते उसके कपड़े फाड़ दिए. अब वो भी बहुत गरम हो चुकी थी. उसने भी मेरे पजामे का नाड़ा खोल दिया और मैंने उसको बहुत धीरे से धक्का देकर बेड पर पटक दिया और उसे नीचे से ऊपर तक अपनी जीभ से चूमने, चाटने लगा और उसके जिस्म का एक एक हिस्सा चूमने लगा. अब वो बहुत पागल सी हो गई थी. अब हम दोनों जोश में थे और मेरा लंड तनकर बहुत टाईट हो चुका था और बहुत बड़ा भी.
फिर मैंने उससे मेरा लंड चूसने को कहा तो वो बोली कि यह सब सही नहीं है और वो यह सब नहीं करेगी, उसको यह बिल्कुल भी पसंद नहीं है. मैंने बोला कि साली तुझे चूसना तो पड़ेगा. में उसके ऊपर चड़ गया और अपने लंड को उसके होंठ पर रखकर ज़बरदस्ती मुहं में डालने लगा. वो थोड़ी देर मना करती रही, लेकिन फिर मैंने उसकी नाक बंद कर दी सांस लेने के लिए जैसे ही उसने अपना मुहं खोला तो मैंने लंड उसके मुहं में डाल दिया और कस कसकर झटके देने लगा कि जैसे में उसके मुहं को चोद रहा हूँ.
वो ऑश आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह करती रही, में अब बहुत गरम हो गया था. थोड़ी देर झटके देने पर मेरा वीर्य उसके मुहं में ही निकल गया और अब वो लंड को मुहं से बाहर निकाला चाहती थी, लेकिन मैंने नहीं निकालने दिया और मैंने सारा वीर्य उसकी मुहं में निकाल दिया और जैसे ही सारा वीर्य निकला में तुरंत उसके ऊपर से हट गया तो वो जल्दी से बाथरूम की तरफ भागी और जो उसके मुहं में बचा हुआ वीर्य था उसको उसने झट से बाहर थूक दिया और फिर मुझ पर बहुत गुस्सा करने लगी.
अब वो मुझसे बहुत गुस्से में बोली कि उसको यह सब पसंद नहीं है. मैंने आज तक अपने पति के साथ कभी भी ऐसा गंदा काम नहीं किया. में उसके मुहं से यह बात सुनकर ज़ोर ज़ोर से हंसने लगा और उससे बोला कि यह तो इतनी मस्त लोलीपोप है, अगर तुमने अभी तक इसको नहीं चूसा तो फिर क्या किया? और फिर में उसको जबरदस्ती बेड पर पटककर बहुत जंगली वाला प्यार करने लगा और वो भी अब मदहोश हो गई थी. मैंने उसके चूत के दाने को पागलों की तरह चूसा, चाटा और अपनी ज़बान से अंदर तक उसकी चूत को चाट डाली.
वो पागल होकर मेरे बालों को कसकर मेरे सर को चूत पर दबा रही थी और मेरे मुहं को अपनी चूत पर रगड़ रही थी और सिसकियाँ ले रही थी. फिर थोड़ी ही देर में उसकी चूत का बहुत सारा पानी निकल गया. तब तक में एक बार फिर से थोड़ा गरम होने लगा था. मैंने उससे एक बार फिर से कहा कि मेरा लंड चूस, लेकिन वो नाटक करने लगी. मैंने उससे कहा कि साली मदारचोद आज नाटक कर रही है एक दिन तू खुद इसको चूसने के लिए तरसेगी. फिर मैंने उसको नीचे बैठाया और ज़बरदस्ती उसके मुहं में अपना लंड डाल दिया. वो अब धीरे धीरे चूसने, चाटने लगी.
फिर कुछ ही देर में मेरा लंड एकदम टाईट हो गया और मैंने उसको कुतिया बनाकर जल्दी से अपना लंड उसकी रसभरी चूत के छेद पर रखकर एक ऐसा ज़ोर का झटका दिया कि उसके मुहं से चीख निकल गई और में अब उसकी गांड पर कस कसकर थप्पड़ मारने लगा और उसके बालों को पीछे से पकड़कर बहुत कस कसकर झटके देने लगा. वो बहुत ज़ोर से चिल्लाने लगी और चीखने लगी आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह शईईईईइ उह्ह्ह्हहहह अब मेरी चूत फट गई है. प्लीज अब इसे बाहर निकालो, तुम्हारा बहुत बड़ा है आह्ह्ह्ह ऑश प्लीज अब छोड़ दो मुझे, लेकिन में कुछ नहीं सुन रहा था. बस जोरदार धक्के देकर चोदे जा रहा था.
5-6 मिनट तक ऐसे ही लगातार धक्के लगाता रहा और फिर मेरा वीर्य उसकी चूत में निकल गया और जब मैंने लंड को चूत से बाहर निकाला तो मैंने देखा कि उस पर थोड़ा सा खून लगा हुआ था. में उसे देखकर डर गया कि यह क्या हो गया और यह खून कैसे निकला? वो बोली कि तुम बिल्कुल भी मत घबराओ, ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उसके पति का लंड बहुत पतला है और छोटा भी है तो उनका लंड कभी इतना अंदर गया ही नहीं. मैंने उससे कहा कि चल अब लंड को चाट चाटकर साफ कर. वो मना करने लगी, लेकिन फिर मैंने कहा कि अब तो तुझे हमेशा यह सब करना है. चल आज से तू मेरी रंडी है. फिर वो बोली कि उसे आज तक कभी चुदने में इतना मज़ा नहीं आया, लेकिन आज मुझे वो मज़ा आ गया. में मन ही मन सोचने लगा कि यह बहुत ग़लत है और उसके बाद हम एक महीने तक नहीं मिले.
फिर एक दिन वो मुझसे मिली और बोली कि क्यों याद नहीं आता क्या वो प्यार? तो मैंने बोला कि साली तू कोई भूलने वाली चीज है क्या? इस बात पर वो बोली कि चलो आज करते है. आज घर पर कोई नहीं है. फिर मैंने उसको हाँ कह दिया और में उसी रात को उसके घर पर चला गया और मैंने यह सोच लिया था कि आज में इसको अपना लंड इतना चूसवाऊँगा और इतना चोदूंगा कि यह साली पागल हो ज़ायेगी. उस दिन मैंने उसको ज़बरदस्ती बैठाकर लंड को मुहं में डाल दिया और बहुत देर तक उसका मुहं चोदा.
वो बहुत दिन बाद चुदवा रही थी तो ठीक से पूरा अंदर ले नहीं ले पा रही थी, लेकिन में कस कसकर झटके देता रहा. जिसकी वजह से उसको कई बार उल्टी आने लगी थी और अब ऐसा मौका हमको जब भी मिलता है तो में बस लंड से चूत को चोदता और वीर्य उसके मुहं में ही निकालता. वो अब धीरे धीरे मेरे लंड की दीवानी हो गई है और अब तो वो मेरा ऐसा लंड चूसती है कि में क्या कहूँ? फिर एक दिन मैंने उससे पूछा कि क्या तू मेरे लंड को याद करती है? तो वो बोली कि हाँ बहुत और हम दोनों जब भी मौका मिलता है तो बहुत जबरदस्त सेक्स करते है.
Share:

रेखा को चोदकर रखेल बनाया

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राज है और में बरेली का रहने वाला हूँ. में इस साईट का नियमित पाठक हूँ और ये मेरी पहली स्टोरी है. अब में आपको अपनी कहानी शुरू करने से पहले अपने बारे में बता दूँ कि मेरी उम्र 24 साल है और हाईट 5 फुट 11 इंच है. में दिखने में अच्छा हूँ और अब में सीधा स्टोरी पर आता हूँ. ये कहानी मेरी और एक शादीशुदा लड़की रेखा की है.
रेखा बहुत ही खूबसूरत औरत है और उसका फिगर लगभग 34-28-32 है और वो दिखने में दूध की तरह गोरी और बहुत ही सेक्सी है. उसके होंठ एकदम गुलाबी है और जब वो जीन्स टॉप पहनती है तो क़यामत लगती है. मेरी और उसकी मुलाकात एक ऑफीस में हुई थी और फिर हमने अपना नम्बर एक्सचेंज किया और फिर वो मुझे कॉल करने लगी और हमारे बीच बातें होने लगी और धीरे-धीरे उसने मुझे अपने बारे में सब कुछ बता दिया और हम एक दूसरे से बिल्कुल फ्रेंक हो गये.
फिर मैंने उसे एक दिन मूवी देखने का ऑफर किया तो वो भी राजी हो गयी और फिर हम मूवी देखने गये. अब जब में मूवी देख रहा था तो उसने अपना सिर मेरे कंधे पर रख दिया और में उसके बालों में हाथ फेरने लगा. फिर मैंने उसे अपनी बाहों में ले लिया और उसे एक किस किया तो वो कुछ नहीं बोली और मैंने उसे लगातार स्मूच करना शुरू कर दिया और वो भी मेरा साथ देने लगी. फिर में उसके बूब्स को दबाने लगा और उसने मेरी पेंट के ऊपर से ही मेरा लंड पकड़ लिया.
मैंने भी उसकी जीन्स खोलकर उसकी चूत पर अपना हाथ रख दिया और अपनी उंगली उसकी चूत में डाल दी. उसने मुझे बहुत जोर से किस किया और अब वो सिसकियाँ लेने लगी. फिर हम 5 मिनट तक ऐसे ही स्मूच करते रहे और फिर वो वहीँ पर ही झड़ गयी. फिर हम पिक्चर हॉल से बाहर निकले तो मैंने उससे कहा कि रेखा अब कंट्रोल नहीं हो रहा है तो उसने कहा कि तुम कल सुबह मेरे घर आ जाना, तो मैंने कहा कि ठीक है.
फिर अगले दिन में उसके घर पहुँचा तो जब उसने काले कलर का सूट पहना था और कसम से जब वो सेक्स की देवी लग रही थी. मेरा मन कर रहा था कि उसी समय उस पर टूट पडूँ और उसे पकड़ कर चोद दूँ, लेकिन मैंने कंट्रोल किया और उससे कहा कि तुम आज बहुत हॉट और सेक्सी लग रही हो. तो वो बोली में कितनी हॉट हूँ आज तुम्हें दिखाउंगी और फिर में उसके घर में अंदर गया फिर जब में अंदर पहुँचा तो मैंने देखा कि उसका पति सो रहा था और मैंने उससे पूछा कि ये घर पर है तो तुमने मुझे क्यों बुलाया? तो वो बोली कि ये तो हमेशा ही घर पर ही रहता और ऐसे ही दारू पीकर सोता रहता है. उस समय उसकी आँखों में एक अजीब सी प्यास थी.
फिर मैंने उसे हग किया और अब में समझ गया कि रेखा का पति उसको ठीक से चोद नहीं पाता है और फिर में उसे किस करने लगा. उसने मुझे रोका और कहा कि पहले में तुम्हारे लिए नाश्ता लाती हूँ तो मैंने उससे कहा कि नहीं डार्लिंग मुझे खाने और नाश्ते की भूख नहीं है, मुझे तो सिर्फ तुम्हरी भूख है. तो वो बोली कि तुम तो बड़े बेसब्र हो तो मैंने उसे फिर से पकड़ लिया और स्मूच करने लगा. अब इस बार वो भी मेरा साथ देने लगी थी और फिर में उसके बूब्स ऊपर से ही दबाने लगा.
वो अब पागल हुई जा रही थी और फिर वो बोली कि चलो बाहर हॉल में चलते है. तो मैंने कहा कि ठीक और फिर हम बाहर हॉल में आ गये और में उसे किस करने लगा. फिर धीरे-धीरे उसने मेरे सारे कपड़े निकाल दिए और अब में सिर्फ अंडरवेयर में था. फिर उसने मेरा लंड अंडरवियर के अंदर से पकड़ लिया. और अब उसका हाथ लगते ही मेरी पूरी बॉडी में करंट दौड़ गया और मैंने उसे जानवरों की तरह चाटना शुरू कर दिया.
फिर उसने एक-एक करके अपने सारे कपड़े उतार दिए और अब वो मेरे सामने बिल्कुल नंगी थी. कसम से उसका चाँदी जैसा बदन देखकर मैंने अपना आपा खो दिया और उस पर टूट पड़ा. उसकी चूत एकदम क्लीन शेव थी. फिर मैंने अपना अंडरवेयर भी निकाल दिया और वो मेरे लंड को देखकर बोली कि वाह क्या लंड है तुम्हारा? सॉरी मैंने आपको नहीं बताया कि मेरा लंड 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है.
फिर मैंने उससे कहा कि जान मेरा लंड चूसो ना, तो वो बोली क्यों नहीं? राजा पहली बार आज इतना अच्छा लंड मिला है तो में ज़रूर चूसूँगी. फिर उसने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और वो मेरे लंड को लॉलीपोप की तरह चूसने लगी. कसम से दोस्तों जब मुझे इतना मज़ा आ रहा था कि में बता नहीं सकता और 5 मिनट के बाद ही में उसके मुँह में ही झड़ गया और वो मेरा सारा पानी पी गयी.
फिर मैंने उसे नीचे लेटाया और उसके पैरों के बीच में आकर उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. अब वो सिसकियां लेते हुए मेरा सर अपनी चूत में दबाने लगी और में अपनी जीभ उसकी चूत में अंदर बाहर करने लगा. अब वो बड़बड़ाने लगी थी ओऊह्ह राज यू आर टू गुड राज, आज पहली बार मुझे इतना मज़ा आ रहा है, राज करो, तुम बहुत अच्छे हो राज.
फिर करीब 5 मिनट के बाद उसने भी पानी छोड़ दिया तो में भी उसका सारा पानी पी गया और अब मेरा लंड दोबारा खड़ा हो गया और में उसकी चूत पर रगड़ने लगा. वो बोली कि राज जल्दी अंदर डालो ना, क्यों इतना तड़पा रहे हो? तो मैंने उससे कहा कि इतनी आसानी से नहीं करूँगा, पहले वादा करो की आज के बाद जब भी मेरा मन करेगा तुम मुझे अपनी चूत दोगी. वो बोली हाँ पक्का आज के बाद में तुम्हारी रखेल बनकर रहूंगी, अब तो जल्दी से अन्दर डाल दो. फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और एक जोरदार धक्का मारा तो उसकी चूत टाईट होने की वजह से मेरा लंड फिसल गया, ऐसा दो बार हुआ.
फिर उसने अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ा और मैंने एक ज़ोर का धक्का मारा और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया. उसके मुँह से चीख निकल गयी और वो बोली कि भोसड़ी के आराम से कर ना, पहले कभी किसी के साथ नहीं किया क्या? अब उसके मुँह से गाली सुनकर मुझे गुस्सा आ गया और मैंने उसे एक ज़ोर का थप्पड़ लगा दिया और कहा कि साली अभी तो गांड उठा-उठा कर कह रही थी कि जल्दी अंदर डालो और अब जब अंदर चला गया तो चिल्ला रही है. फिर वो बोली मेरे राजा आराम से करो, दर्द होता है. फिर में वैसे ही रुककर उसके बूब्स को दांतों से काटने लगा और अब उसकी आँखो से आँसू निकल रहे थे.
फिर थोड़ी देर के बाद वो अपनी कमर हिलाने लगी और मैंने भी धीरे-धीरे से धक्के मारने शुरू कर दिए. अब उसे भी मज़ा आने लगा था और मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था. फिर वो कहने लगी कि चोदो राज, मुझे चोदो, में बहुत प्यासी हूँ, आज पहली बार ऐसा लग रहा है जैसे कोई ढंग का लंड अंदर गया है. बहुत मज़ा आ रहा है राज, चोदो मुझे और ज़ोर से चोदो, आज से तुम ही मेरे असली पति हो राज और उसकी बातें सुनकर मुझे और जोश चढ़ रहा था और में उसे तेजी से चोदे जा रहा था.
फिर करीब 15 मिनट तक मैंने उसे अलग-अलग पोज़िशन में चोदा. अब में झड़ने वाला था तो मैंने उससे कहा कि में झड़ने वाला हूँ. वो बोली कि अन्दर ही झाड़ दो अब में तुमसे एक बच्चा चाहती हूँ. फिर मैंने अपनी स्पीड तेज कर दी और उसकी चूत में ही झड़ गया, अब वो भी दो बार झड़ चुकी थी. फिर में उसके ऊपर ही लेट गया. फिर उसने मेरी गर्दन पर किस किया और आई लव यू बोला तो मैंने भी उसे आई लव यू टू कहा और उस दिन मैंने उसे 4 बार चोदा और आज तक चोद रहा हूँ.
Share:

बीवी ग़लती से पापा से चुदाई

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मयंक है और में मुंबई से हूँ. में भी  मेरी उम्र 28 साल है और मेरी शादी कुछ साल पहले हो गई है और मेरी बीवी की उम्र 26 साल है जो एक रूप की रानी है और उसको एक बार देखकर साले बुड्ढे भी जवान हो जाते है. वो जहाँ पर भी जाती है कोई ना कोई उनके साथ छेड़खानी करते है.
दोस्तों में आज आप सभी को अपनी एक सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूँ जिसके घटित होने के बाद में कुछ भी नहीं कर सका क्योंकि मेरे परिवार की इज्जत का सवाल था और अब में वो किस्सा आप सभी को थोड़ा विस्तार से बताता हूँ जिसने मेरी पूरी जिन्दगी को बदल कर रख दिया. दोस्तों मेरे घर में मेरे पापा मेरी माँ भी रहती है. मेरे पापा की उम्र 51 साल है जो दिखने में मेरे जैसे ही है. दोस्तों यह बात दो महीने पहले की है जब में मेरी बीवी और मेरे पापा मेरी माँ के साथ गावं गये हुए थे. वहाँ पर हमारा एक बहुत बड़ा खेत भी है और एक बहुत बड़ा घर भी. फिर उस दिन में, मेरे पापा हमारा खेत देखने चले गये और मेरी माँ और मेरी बीवी दोनों घर का काम करके जल्दी सो गई थी.
फिर में घर पर गया और अपने रूम में जाकर सो गया. दोस्तों मुझे चुदाई करनी थी, लेकिन मुझे ऐसा लगा कि शायद मेरी बीवी बैचारी काम करके थक गई होगी तो हम सेक्स कल करते है. यह बात मन ही मन सोचकर में सो गया, लेकिन हाँ दोस्तों मेरी बीवी भी बहुत बड़ी चुदक्कड़ है. में जब भी चोदने का नाम लेता हूँ तो कैसे भी हालात में हो उसकी तरफ से हाँ ही होती है, लेकिन मैंने खुद जानबूझ कर कुछ नहीं किया. फिर जब दूसरे दिन में मेरे पापा खेत पर गये तो हमे फिर से शाम हो गई और फिर में और मेरे पापा मेरे चाचा के घर पर चले गये. वहां पर उनका एक लड़का भी था. फिर मैंने पापा से कहा कि पापा में मोहन के साथ बाहर जा रहा हूँ आप घर पर जाकर सो जाना में थोड़ा देर से आ जाऊंगा. पापा ने कहा कि ठीक है और मेरे पापा थोड़ी देर बाद घर पर पहुंचे तो वो अपने रूम में चले गये. दोस्तों एक बात और मेरी बीवी और मेरी माँ ने अपना रूम चेंज कर लिया था जो मुझे और पापा को पता नहीं था. उसका कारण यह था कि मेरी बीवी को छिपकली से बहुत डर लगता था और वो उस वाले रूम में बहुत सारी थी तो इसलिए माँ ने कहा कि तुम आज इस रूम में सो जाना और कल हम दवा का छिड़ाकाव कर देंगे.
दोस्तों फिर इस ग़लती ने मेरी लाईफ में आग लगा दी और जब में घर पर पहुंचा तो पापा ने दरवाजा बंद किया और मैंने सुना नहीं कि उन्होंने मुझसे क्या कहा में अपने रूम में गया और मैंने देखा कि लाईट बंद थी और नाईट लेम्प जल रहा था. मैंने कपड़े चेंज किए और जब में सोने को गया तो मुझे साड़ी का अहसास हुआ तो मैंने मोबाइल की लाईट चालू करके देखा तो वहां पर मेरी माँ सो रही थी और क्या? में मेरे रूम में जाने लगा और मैंने सोचा कि में एक काम करता हूँ. मेरे रूम की खिड़की में खुली ही रखता हूँ जो बंद थी. मैंने सोचा कि अगर में दरवाजा खटखटाकर पापा को बुलाऊंगा तो मेरी बीवी को पता चल जाएगा वो शर्मिंदा ना हो इसलिए मैंने खिड़की हल्के से खोली तो में अंदर का नजारा देखकर बिल्कुल दंग रह गया.
मैंने देखा कि पापा कपड़े उतार रहे थे और उनको भी पता नहीं था उन्होंने अपने कपड़े उतारे और मेरी बीवी के पास लेट गये. वो एक कंबल के अंदर थी और मुझे लगा कि शायद उनको कुछ देर बाद पता चल जाएगा और वो उठकर बाहर आ जाएगें, लेकिन अब सब कुछ उल्टा हुआ. साली ठंड भी उस समय इतनी थी कि बूड़े को भी चुदाई की वासना जाग उठी और उन्होंने धीरे धीरे कंबल हटाया और जब उन्होंने मेरी बीवी की नाईट गाउन को छुआ तो वो भी एकदम चकित हो गये और फिर कुछ देर सोचने लगे. तभी अचानक से उन्होंने पूरा कंबल धीरे धीरे करके हटा दिया और अब मेरी बीवी काले कलर की नाईट गाउन में थी और वो पास में मुठ मारने लगे, फिर अचानक रुक गये और बैठकर उन्होंने मेरी बीवी यानी कि श्वेता के नाईट गाउन को थोड़ा सा उँचा करके धीरे धीरे ऊपर करने लगे.
फिर अब उन्होंने कमर तक चड़ा दिया अब उनको श्वेता की पेंटी जो काली कलर की थी, वो अब दिख रही थी और अब उन्होंने एक बार फिर से मुठ मारना चालू कर दिया. फिर जब उनको लगा कि अब कुछ करते है तो उन्होंने श्वेता के पैर को धीरे से उँचा करके फैला दिया और अब उस पेंटी में से चूत की दरार दिख रही थी जो चिपकी हुई थी. अब वो धीरे से मुहं को चूत तक ले गए और सूंघने लगे और ज़ोर ज़ोर से मुठ मारने लगे. फिर हिम्मत बढ़ाते हुए उन्होंने पेंटी को पकड़कर एक साईड किया और जीभ को पास में ले जाकर चाटने लगे.
मेरी बीवी अचानक से उठकर बैठ गई और बोली कि मयंक तुम यह क्या कर रहे हो? तुम्हे चुदाई करनी है तो प्लीज जल्दी से करो, लेकिन मुझे ऐसे तड़पाओ नहीं और फिर पापा ने अपनी गर्दन को हिलाकर हाँ बोला और मेरी बीवी को पता ही नहीं चला क्योंकि मेरे पापा का बदन बिल्कुल मेरे जैसा ही है, लेकिन मेरा लंड 7 का है और मेरे पापा का मैंने देखा तो साला पूरा 9 इंच का था और फिर उन्होंने अपनी जीभ को चूत के पास गोल गोल घुमाना शुरू किया तो मेरी बीवी की अब पूरी वासना जाग उठी थी.
अब वो पापा के सर को पकड़कर चूत में दबा रही थी. फिर वो ऊपर आए और गाउन को उतार दिया और पेंटी को भी उतार दिया. अब उसके बूब्स दिखने लगे जो काली ब्रा में क़ेद थे. वो उनको पकड़कर ज़ोर ज़ोर से दबाने लगे और फिर ब्रा को भी निकाल दिया. अब वो होंठो पर अपने होंठ लगाते हुए किस करने लगे, लेकिन अभी भी मेरी बीवी की आँखे बंद थी और मेरे पापा ने किस करते हुए उनके कपड़े भी धीरे धीरे पूरे उतार दिए. अब पापा को बिल्कुल भी डर नहीं था और अब पापा का लंड श्वेता की चूत को दबा दबाकर रगड़ रहा था और मेरी बीवी झटका मार रही थी. ना जाने कितनी बार उनका पानी निकल गया होगा.
फिर अचानक लंड का सुपाड़ा फिसलता हुआ सीधा अंदर चला गया क्योंकि चूत पानी से पूरी भरी हुई थी और लंड के चूत के अंदर जाते ही वो बेड शीट को पकड़कर मचल उठी और और हाँ दोस्तों में आपको बताना ही भूल गया कि मेरी बीवी की चूत इतनी टाईट है कि में जब उसे चोदता हूँ तो वो साली बहुत ज़ोर से चीखती, चिल्लाती ही रह जाती है क्योंकि मेरे लंड की गोलाई 3 इंच है और मेरे पापा की 4 इंच की थी. तभी वो एकदम से चकित हो गई और बोली कि मयंक तुम्हारा लंड इतना मोटा कैसे हो गया? अब धीरे धीरे पापा ऊपर नीचे होने लगे तो मेरी बीवी को बहुत दर्द हुआ क्योंकि आज पहली बार किसी का मोटा और लंबा लंड उसकी चूत के अंदर जा रहा था और वो तुरंत ही चिल्लाते हुए बोली उह्ह्ह्हह्ह मयंक रुको थोड़ा आह्ह्ह्हह्ह मयंक आईईईइ में मरी प्लीज रुको.
पापा के मुहं से अचानक निकल गया कि बोलो मत वर्ना सब लोग जाग जाएगे और अब उसको पूरा विश्वास हुआ कि यह मयंक नहीं है तो उसने उनका मोबाईल हाथ में ले लिया और लाईट चालू करके देखा तो वो पापा को अपनी चुदाई करते हुए देखकर उन्हें अपने ऊपर से हटाने लगी. फिर पापा ने उसे इस तरह कसकर पकड़ लिया था कि वो थोड़ा सा हिला भी नहीं पा रही थी. जब मेरी बीवी शांत हुई तब पापा ने लंड को चूत के अंदर से बाहर निकाला और श्वेता के दोनों हाथ पकड़कर बोले कि अगर तुमने दस मिनट तक अपनी चूत से पानी नहीं छोड़ा तो में तुझे नहीं चोदूंगा और वो कुछ नहीं बोली सिर्फ़ रोते रोते हाँ बोली और पापा ने पहले चूत को पूरी तरह साफ किया जुर फिर मोबाईल में टाईम दिखाया और उसके होंठो को चूमने लगे.
फिर मेरी बीवी के हाथ छोड़ दिए और बूब्स को पकड़कर दबाने लगे और अब मेरी बीवी अपने आपको कंट्रोल कर रही थी, लेकिन अब उनका लंड भी चूत को रगड़ रहा था और मेरी बीवी ने मोबाईल में देखा तो सिर्फ़ तीन मिनट हुए थे. अब उन्होंने होंठो को चूस चूसकर बूब्स को पकड़ लिया और अब लंड चूत के दाने को ज़ोर ज़ोर से रगड़ रहा था. आख़िर एक महिला होने से वो कंट्रोल नहीं कर पा रही थी और अचानक उसने मोबाईल में वापस देखा तो सिर्फ़ अब तक 6 मिनट हुए थे अब पापा ने बूब्स को जैसे ही मुहं में लिया तो मेरी बीवी ज़ोर ज़ोर से रोने लगी और ऊपर नीचे होने लगी. फिर इतने में वो ऊपर की तरफ देखकर बोली कि मयंक मुझे माफ़ कर देना और वो इतने झटके के साथ ऊपर उठी कि चूत में से बहुत सारा पानी निकल आया और पापा हंसते हुए बोले कि अब में जीत गया हूँ और तुम्हे मेरा साथ देना होगा ठीक है और मेरी बीवी ने रोना बंद किया.
अब पापा मेरी बीवी की चूत के होंठो को पकड़ कर लंड को चूत के ऊपर रगड़ रहे थे. इस बीच उन्होंने मेरी बीवी को वापस झटका मारा तो लंड ना चाहते हुए भी अंदर सरक गया और पूरी चूत पानी से भरी हुई थी. अब पापा ने झटके लगाने शुरू किए और उन्होंने मेरी बीवी को पैर फैलाने को कहा और जैसे ही उसने अपने दोनों पैर फैलाया तो पापा लंड को एक झटके के साथ अंदर, बाहर करने लगे. वो इतनी ज़ोर ज़ोर से झटके मार रहे थे कि मेरी बीवी की चूत से अब पानी ही पानी बाहर आ रहा था और अब उसने भी धीरे धीरे पैरों को ढीला किया और पापा की गांड के ऊपर रख दिया. अब पापा का पूरा लंड, चूत में था और पछ पछ की आवाज़ आ रही थी और अब लगातार चुदाई करते हुए उन्हें एक घंटा हो गया और पापा ने अपना वीर्य चूत के अंदर ही छोड़ दिया.
फिर वो मेरी बीवी के ऊपर ही पड़े रहे और थोड़ी देर बाद वो उठे और कपड़े पहने और वो बोले कि मयंक को मत बताना. तब मुझे ऐसा लगा कि वो बाहर निकलेगें तो में दरवाजे से बाहर चला गया और नाटक करके अंदर आया. फिर पापा मुझसे बोले कि बेटा तू अब तक कहाँ था? तो मैंने कहा कि में अपने किसी दोस्त के घर पर था. वो बोले ठीक है चल रूम में जाकर सो जा और में जैसे तैसे जाकर हंसते हुए मेरी बीवी से बोला हैल्लो सेक्सी मुझे आज चोदना है. तो वो बोली कि नहीं मुझे अब बहुत नींद आ रही है सेक्स हम कल करेंगे.
फिर वो उठकर पेशाब करने बाहर गई तो मैंने लाईट को चालू किया तो देखा कि पूरी बेड पर मेरी बीवी की चूत का पानी था और थोड़ा खून भी था और मैंने तय किया कि आज के बाद बीवी को अकेला कभी नहीं छोडूंगा और उसके बाद मैंने आज तक अपनी बीवी को कभी भी अकेला नहीं छोड़ा, क्योंकि उस पर मेरे पापा की नजर थी और वो खुद भी लंड की बहुत भूखी थी.
Share:

दूसरे की खुशी के लिए

हैल्लो दोस्तों, ये स्टोरी तब शुरू हुई जब में छुट्टी बिताने मामा के गावं गया हुआ था. दिसम्बर का महिना था में और काफ़ी टाईम बाद वहाँ गया था. मामा के सबसे छोटे लड़के जिनका नाम उमेश और उम्र में मुझसे 3 साल बड़े है. उनको आँख में प्रोब्लम होने की वजह से कम दिखाई देता है तो वो पढ़ नहीं पाए और घर में रहकर मामा की खेती में मदद करते थे. बहन गीता मुझसे 3 महीने बड़ी थी, मामा घर पर कम रहते थे और भाई ज्यादा दिखाई ना देने की वजह से कमरे में बॉडी बनाया करते थे, तो गीता को खुली छूट थी, मेरी मामी बहुत सीधी है.
फिर घर पर सब मुझसे प्यार से मिले, लेकिन गीता को देखकर तो में शॉक रह गया. वो सांवली थी, लेकिन बहुत सेक्सी थी. उसने टॉप और पजामा पहन रखा था जिसमें उसकी गांड खूब उठी हुई दिख रही थी और उसने अपने बाल फोल्ड करके क्लिप लगाया हुआ था, वो क्या माल लग रही थी? फिर सबसे मिलने के बाद शाम को मामी किचन में थी और मामा बाजार गये हुए थे. अब रूम में गीता, में और भैया बातें कर रहे थे. गीता मुझसे खूब फ्रेंक हो रही थी और अपने भाई के सामने मुझसे गर्लफ्रेंड और गर्ल्स की बाते कर रही थी. में सिर्फ़ उसको ही देख रहा था. फिर बातें करते हुए जब वो अपने हाथ उठा रही थी तो में उसकी बगल को नोटीस कर रहा था. उसने हेयर रिमूवर से उसे क्लीन शेव कर रखा था. जबकि गावं में लड़कियों के पास ऐसी सुविधा नहीं होती है. अब वो भी मुझे नोटीस कर रही थी.
फिर थोड़ी देर में भैया कसरत करने चले गये, फिर हम दोनों ने साथ में खाना खाया और फिर टी.वी देखी और खूब बातें की. अब में उसके काफ़ी करीब भी जा रहा था. फिर सोने का टाईम आया तो भैया बोले कि तू मेरे साथ मेरे रूम में सो जाना तो में बोला ठीक है. फिर सोने के टाईम में गीता के रूम में उसे गुड नाईट बोलने गया. उसने नाइटी पहन रखी थी तो में अपने होश खो बैठा. फिर में उसके पास गया और उसे गुड नाईट बोलकर उसके लिप पर छोटा सा स्मूच कर लिया.
फिर वो बोली ओह गुड नाईट किस दे रहे हो, में तुम्हारी गर्लफ्रेंड हूँ क्या? इस पर मैंने कहा कि तू तो गर्लफ्रेंड से भी ज्यादा सेक्सी है और वो हंसने लगी. फिर में भैया के रूम में गया तो वो बोले कहाँ रह गया था? फिर मैंने कहा कुछ नहीं और रूम बंद कर दिया. तो वो बोले आजा इसी बेड पर सो जा, तो मैंने कहा ठीक है. मेरी सिर्फ़ चड्डी में सोने की आदत है. फिर मैंने अपनी टी-शर्ट और पजामा उतार दिया. मैंने अन्दर वी-शेप की सफ़ेद चड्डी पहन रखी थी.
में वी-शेप ही पहनता हूँ, लेकिन प्रोब्लम ये होती है कि इसमें साईड से बाल दिखने लगते है, मुझे पता था कि शायद मामा या भाई के साथ सोना पड़े तो मैंने सुबह ही अपने लंड के बाल शेव करके उसमें हेयर रिमूवर क्रीम लगाकर स्मूद कर लिया था ताकि कोई प्रोब्लम ना हो. अब में और भैया एक ही रज़ाई में लेटे थे, लेकिन मेरी आँखो में नींद ही नहीं थी और में आँखे बंद करके गीता के बारे में सोच रहा था. अब आधी रात हो गयी थी. तभी भैया ने करवट ली और उसका हाथ मेरे पेट पर आ गया.
अब मुझे काफ़ी गर्म लग रहा था. फिर मुझे गर्मी में ना जाने क्या सूझी? मैंने उनका हाथ उठाकर अपनी चड्डी के ऊपर रख दिया. अब वी-शेप चड्डी में मेरा लंड एकदम बॉल की तरह गोल लग रहा था. फिर थोड़ी देर में भैया की नींद टूटी तो में अपनी आँखे बंद करके सोने का नाटक करने लगा. फिर उन्हें लगा कि शायद किसी ने उनके हाथ में बॉल पकड़ा दी है तो वो बॉल की तरह मेरा लंड दबाने लगे. अब मुझे हंसी आ रही थी. फिर उन्हें महसूस हुआ कि ये मेरा लंड है तो उन्होंने झट से अपना हाथ हटा लिया, इतनी देर में मुझे बहुत मज़ा आया.
अब मुझे नींद भी आने लगी थी, लेकिन में सो नहीं पाया, क्योंकि इस बार उन्होंने जानबूझ कर अपना हाथ मेरी चड्डी में रख दिया था. में हैरान रह गया, लेकिन में देखना चाहता था कि वो करना क्या चाहते है? तो में चुपचाप लेटा रहा. अब वो मेरे लंड का साईज़ लेना चाहते थे, लेकिन चड्डी में मेरा लंड बॉल्स से चिपका हुआ था. ये बात वो भी समझ गये थे तो उन्होंने धीरे से अपना हाथ मेरी चड्डी में डाला तो वो हैरान रह गये.
जब उन्हें पता चला कि में क्लीन शेव हूँ तो उनकी आँखे कमजोर होने की वजह से वो अपना लंड शेव नहीं कर पाते थे और उनके कोई गर्लफ्रेंड भी नहीं थी. अब वो अपना हाथ मेरे क्लीन एरिया में घुमाने लगे. अब हम दोनों को ही काफ़ी मज़ा आ रहा था. फिर वो अपने हाथ से मेरे लंड और बॉल्स को चेक करना चाहते थे, लेकिन चड्डी होने की वजह से वो ठीक से कर नहीं पा रहे थे. मैंने अपनी दोनों टांगे भी आपस में चिपका रखी थी और अब धीरे-धीरे उन्होंने मेरी चड्डी मेरे घुटनों तक पहुंचा दी और फिर एक हाथ से मेरी टाँगे उठाकर मेरी चड्डी निकाल दी और मुझे नंगा कर दिया.
अब वो फिर से मेरी बगल में लेट गये और मेरी टांगे फैला दी और अपना सीधा पैर मेरे राईट पैर के ऊपर रखकर मुझसे चिपक गये और बड़े आहिस्ते से मेरे क्लीन शेव एरिया को रगड़ने लगे. फिर उन्होंने मेरी बॉल्स और लंड को खड़ा करके उसका साईज़ भी नाप लिया. अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और अब उनका हाथ मेरी बॉल्स के नीचे वाले एरिया में चला गया. में वहां पर भी क्लीन शेव था और में रोज़ टायलेट के बाद अपनी गांड ले छेद में उंगली डाल कर उसे साफ करता था जिससे मेरी गांड बहुत चिकनी हो गई थी. फिर थोड़ी देर रब करने के बाद उन्होंने अपनी एक उंगली मेरी गांड में डाल दी, इसके लिए उन्हें ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी और तुरंत ही उनकी उंगली मेरी गांड में चली गई थी.
फिर थोड़ी देर उंगली अंदर रखने के बाद उन्होंने उसे निकाल लिया. फिर अगली बार जब उंगली अंदर गई तो उसमें ढेर सारा थूक लगा था ताकि मेरी गांड चिकनी हो जाए. फिर करीब 5 मिनट तक यही करने के बाद, वो मुझे साईड में करवट दिलाने लगे, लेकिन कही में जाग ना जाऊँ इसलिए वो ऐसा कर नहीं पाए, लेकिन में जानना चाहता था कि वो करना क्या चाहते है? फिर थोड़ी देर के बाद मैंने जानबूझ कर लेफ्ट साईड में करवट ले ली, अब वो पीछे से मुझसे चिपक गये.
फिर उन्होंने मेरे घुटने मोड़ दिए, जिससे मेरी गांड बाहर की और निकल आई और थूक लगाकर अपनी दो उंगली मेरी गांड में डालने लगे. अब मैंने सोचा कि ये ज्यादा हो रहा है तो मैंने अपनी आँखे खोल कर पूछा भैया ये क्या कर रहे हो? तो वो झट से अपने हाथ से मेरे लंड को पकड़कर सहलाने लगे और बोले भाई प्लीज कुछ मत बोल, आज मुझे अपनी गांड मार लेने दे. मैंने किसी लड़के की इतनी चिकनी गांड नहीं देखी है, तू क्लीन शेव भी है मेरी प्रोब्लम समझ, बदले में तू जो बोलेगा में वो करूँगा. तो मैंने बोला कि मुझे गीता को चोदना है तो वो बोले ठीक है चोद लेना. फिर उन्होंने मेरी गांड मारी और गीता को पटाकर चोदने में मेरी मदद भी की. अब वो मेरी गांड मारते है और में गीता को चोदता हूँ.
Share:

भाभी को गैर मर्द से चुदते हुए देखा

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम सन्नी है. मेरा एक दोस्त है जिसका नाम आकाश है और वो सरकारी विभाग में एक अच्छे पद पर है. मेरा उसके घर पर हमेशा आना जाना रहता है और उसकी बीवी का नाम दीपा है. उसकी उम्र लगभग 40, एकदम दूध जैसी गोरी बड़ी बड़ी मोटी गांड और उतने ही बड़े उसके बूब्स जो किसी बूढ़े आदमी का लंड खड़ा कर सकता है. वो दिखने में सुंदर, सुशील, एकदम सीधी है और किसी को भी उन्हें देखकर ऐसा नहीं लगता है कि वो औरत एक नंबर की चुदक्कड़ है. में उसे भाभी कह कर बुलाता हूँ और वो मेरे साथ बहुत खुलकर रहती है, फिर भी मुझे एक दिन भी उन्हें देखकर ऐसा नहीं लगा कि इस औरत ने कई लोगो के लंड से जी भरकर खेला है.
एक दिन मेरे एक दोस्त ने मुझसे कहा कि तू तेरे दोस्त आकाश के घर पर ज़्यादा मत जाया कर तो मैंने पूछा कि ऐसा क्यों? तब उसने मुझे बताया कि उसकी औरत बहुत चालू है और अब तक कई लोगो ने उसे ठोका है और उनमे से ऐसे लोग भी है जो बुरा काम करते है जैसे कि गुंडे, चोरो और बड़े बड़े बदमाश के साथ उसके गलत संबध है और वो चुदाई के लिए कुछ भी कर सकती है.
दोस्तों मुझे उसकी इस बात पर बिल्कुल भी यकीन नहीं हुआ, लेकिन अब मेरे मन में एक शक सा पैदा हुआ और मैंने उससे पूछा कि तुम यह सब कुछ कैसे जानते हो? तो उसने मुझे बताया कि में कई बार उसे चुदते हुए और कई बार उसकी खिड़की के बाहर से रात भर यह सब कुछ देख चुका हूँ और उसे नये नये लड़को को पटाकर चुदवाना बहुत अच्छा लगता है और अगर तुझे विश्वास नहीं है तो उसका पति जब भी अपने घर से बाहर जाता है तो तू देखना उसके घर पर कोई ना कोई नया आदमी रहता है और वो उससे जमकर चुदवाती है और उसे भी मज़ा देती है और वो मुझसे इतना कहकर वो चला गया.
दोस्तों उसकी यह बात सुनकर मुझे भी कुछ कुछ याद आने लगा कि जब भी में उनके घर पर जाता था तो उसके मोबाईल पर बहुत बार कॉल आते थे और भाभी उससे बाद में बात करती हूँ यह कहकर काट देती थी और कई बार जब हम बाहर बैठकर बातें करती थी तो उसकी नज़र हमेशा बाहर आने जाने वाले पर टिकी रहती और कई बार वो मेरी तरफ देखकर भी मुझे कुछ इशारे करती थी. उस वक़्त में उन बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देता था, लेकिन अब मेरे दोस्त की बातें सुनकर मुझे भाभी पर शक़ हुआ और अब मैंने कैसे भी करके मेरे शक़ को दूर करने की ठान ली और सही मौके का इंतजार करने लगा.
एक दिन ऐसा मौका आ गया. मुझे पता चला कि आकाश अपने यूनियन के काम से दो दिन के लिए बैंगलोर जा रहा है. में उस दिन शाम को करीब 7 बजे उसके घर पर चला गया. आकाश उस वक़्त घर पर था और जाने की तैयारी कर रहा था. उसकी गाड़ी 8.00 बजे थी और हमे बातें करते करते 7.30 बज गये थे. उतने में आकाश के ऑफिस से कुछ दोस्त आए और आकाश को अपने साथ लेकर चले गये. फिर में और भाभी दोनों बातें करते रहे कि तभी मैंने गौर किया कि कुछ देर बाद भाभी का फोन बजा और भाभी ने फोन उठाया और फिर दूसरे कमरे के अंदर जाकर उन्होंने आहिस्ते से बात करनी शुरू कर दी.
मुझे ठीक से सुनाई नहीं दिया, लेकिन इतना जरूर सुना कि में कुछ देर में अपको फोन करूँगी तैयार रहना और वो फोन काटकर फिर उसी जगह आकर मेरे पास आकर बैठ गई जहाँ पर पहले वो बैठी हुई थी. वो अब मुझसे इधर उधर की बातें करने लगी, लेकिन में समझ गया कि यह मुझे जल्द से जल्द यहाँ से भगाना चाहती है और इसलिए में भी उनसे भाभी में अब जाता हूँ कहकर वहां से रवाना होने का नाटक करके थोड़ा दूर रुककर उसके घर की तरफ नज़र रखने लगा और जैसे ही वो अंदर गई तो में जल्द से जाकर उनके घर के पीछे की खड़की के पास जाकर बैठकर अंदर देखने लगा. तभी मुझे फोन पर बात करने की आवाज़ सुनाई दी और मैंने उसे किसी से बातें करते हुए सुना, वो कह रही थी जल्दी आ जाओ में तुम्हारा ही इंतजार कर रही हूँ.
तभी उधर से किसी से कुछ कहने पर वो फिर से बोली कि ज़रा इधर उधर नज़र डालकर आना वैसे तो इस समय सभी लोग अपने घर पर ही रहते है और हमारे आस पास में कोई भी नहीं रहता है. फिर वो उधर से और कुछ सुनकर बोली कि ठीक है, लेकिन थोड़ा जल्दी आ जाना में बाहर खड़ी रहती हूँ जब में अंदर आ जाऊं तो तुम घर में आ जाना और उन्होंने ठीक है कहकर फोन रख दिया और बाथरूम जाकर फ्रेश होकर बेडरूम में जाकर एक नीले रंग की चूड़ीदार सलवार पहनकर तैयार होकर बाहर आकर अब उसका इंतजार करने लगी.
फिर कुछ देर बाद मैंने देखा कि एक हट्टाकट्टा सा आदमी उसके घर के सामने रुककर इधर उधर देख रहा है, लेकिन बाहर अंधेरा बहुत था इसलिए मुझे उसका चेहरा ठीक से दिखाई नहीं दिया और देखते ही देखते वो भाभी का इशारा पाकर अंदर चला आया और भाभी ने बाहर आकर दरवाजे के पास रुककर इधर उधर देखकर दरवाजे को लगाया और अंदर चली आई में तुरंत उनकी खिड़की के पास जाकर उसके आगे का नजारा देखना लगा. वो आदमी देखने में एकदम काला सांड जैसा था, लेकिन बहुत हट्टाकट्टा था. उसे देखते ही लगता था कि वो कोई गुंडे किस्म का इंसान है और मैंने अब तक उसे अपने शहर में कभी नहीं देखा था और भाभी उसके सामने वाली सीट पर बैठ गई.
फिर उसने कहा कि क्या मेडम घर तो बहुत अच्छा सज़ा रखा है बिल्कुल आपकी तरह एकदम सुंदर तो भाभी ने कहा कि धन्यवाद. तो उस बात पर उसने कहा कि इसमे धन्यवाद की क्या बात है? आप तो वैसे ही बहुत सुंदर हो तो भाभी ने कहा कि आप मेरी बिना वजह तारीफ कर रही हो. फिर उसने अपने साथ लाए हुए बेग से एक छोटी सी पुड़िया निकली और भाभी के हाथ में देते हुए कहा कि हमारे मिलन की खुशी में आपको मेरा पहला तोफा. भाभी ने कहा कि इसकी क्या ज़रूरत थी? वैसे भी तो आपके मेरे ऊपर बहुत सारे अहसान है, आपने मुझे जब भी में कहती हूँ पैसे दिए है और में आपकी वो उधारी चुकाने की कोशिश कर रही हूँ.
यह बात कहकर वो उठकर अंदर चली गई और अंदर से एक विस्की की बॉटल और एक ग्लास और साथ में कुछ स्नेक्स लेकर आई और उसके सामने वाली टेबल पर रख दिए. यह सब देखकर उसने बोला कि क्या जल्दी भेजने का प्लान है क्या? अभी तो में आया हूँ. इस पर भाभी ने कहा कि नहीं नहीं आप ग़लत मत समझना, मुझे तो आपका यहाँ पर आना बहुत अच्छा लगा रहा है और आपका जब जी करेगा तब चले जाना. मुझे दिल से कोई ऐतराज़ नहीं है. अब उसने कहा कि आप इतना दूर क्यों बैठी हो? थोड़ा नज़दीक बैठो ना.
फिर भाभी उठकर उसके पास दीवान पर बैठ गई, तब उसने विस्की की बॉटल को खोला और एक पेग बना दिया और भाभी से कहा कि आप भी लो ना. फिर भाभी ने कहा कि मुझे इसकी आदत नहीं है, तो उसने कहा कि मेरे खातिर एक सीप लो ना प्लीज, में तुम्हारा झूठा पीना चाहता हूँ. तो भाभी ने उस ग्लास को मुहं से लगाकर एक सीप लिया और फिर उसे पीने को कहा. उसने एक ही झटके में पूरा ग्लास खाली कर दिया. फिर भाभी ने और एक पेग बनाया और खुद ने एक सीप लगाई और उसे दे दिया. उसने अब आहिस्ते आहिस्ते पीना शुरू कर दिया और कुछ देर तक ऐसा ही चलता रहा.
फिर उसने भाभी से कहा कि इतने दिन हमारी सिर्फ़ फोन पर ही बात होती थी, लेकिन आज तुमने मुझे अकेले में मिलने का मौका दिया, क्यों तुम खुश हो ना मेडम? तो भाभी ने कहा कि मौका मैंने नहीं दिया बल्कि आपने खुद बनाया है, में इसकी अहसान मंद हूँ और में भी चाहती थी एक ऐसा इंसान जो मुझे केवल देखकर ही मेरे शौक पूरे करवाता रहे और मुझे खुश रखता रहे. में ऐसे आदमी को एक बार मेरे साथ खुलकर रहने का मौका नहीं दे दूँ तो मेरे जैसी मतलबी इंसान कोई नहीं होगी. तब उसने धन्यवाद मेडम कहा. तो यह बात सुनकर भाभी बोली कि मुझे मेडम मत कहा करो, मुझे मेरे नाम से पुकारा करो ठीक है. फिर उसने कहा कि ठीक है दीपा और फिर इस बीच उसने वो पेग भी खाली कर दिया था और भाभी से कहा कि आखरी टाईम तुमने साड़ी लेने के लिए पैसे लिए थे ना तो साड़ी ली क्या?
फिर भाभी ने कहा कि हाँ अरे वो तो में बातों ही बातों में आपको दिखना ही भूल गई, में अभी दिखाती हूँ और हाँ बोलकर वो बेडरूम में चली गई और साड़ी लेकर आ गई. उसके हाथ में देकर पूछा कि कैसी है? वो साड़ी एक नीली रंग की थी और उस पर छोटी छोटी डिज़ाईन थी और वो दिखने में बहुत महंगी थी. वो साड़ी देखकर बोला कि बहुत अच्छी है और तुम पर खूब जमेगी और जब तुम इसे पहनोगी तो बिल्कुल परी जैसी लगोगी. तब भाभी ने कहा कि अच्छा तो में इसे पहनकर अभी आती हूँ. मैंने इसे अभी तक नहीं पहनी थी और सोचा था कि जब हम पहली बार मिलेंगे तब में इसे पहनूंगी, यह कहकर वो उठाने लगी. तभी उसने भाभी का हाथ पकड़ा और उसे अपने सामने बैठाकर उससे कहा कि तुम अगर बुरा ना मनोगी तो में एक बात कहूँ?
भाभी ने कहा कि मुझे आपकी कोई बात बुरी नहीं लगती है, कहो ना. तब उसने कहा कि तुम बहुत सुंदर हो और मैंने पहली बार जब आपको देखा था तो आपके बहुत नज़दीक आने की ठान ली थी. मुझे आपको देखकर ना जाने क्या हो जाता है? में आपसे बहुत प्यार करता हूँ प्लीज ना मत करना. तब भाभी बोली कि में सच कहूँ तो में अपने पति को बहुत चाहती हूँ और मैंने उनके अलावा आज तक किसी और को नहीं देखा, लेकिन मुझे जो भी पति से नहीं मिला वो आपने मुझे दे दिया. इससे में कुछ परेशानी में हूँ कि में हाँ कहूँ या ना, लेकिन एक बात है आप मुझे पसंद हो बस और कुछ नहीं. तब उसने कहा कि बस इतना बहुत है मेरे लिए, लेकिन क्या में तुमसे हाँ सुनकर ही रहूँगा.
तब भाभी बोली कि में भी चाहती हूँ, लेकिन मेरी मजबूरी है कि में शादीशुदा हूँ और अगर किसी को पता चला तो मेरी और मेरे परिवार की बहुत बदनामी होगी. फिर वो बोला कि में किसी को खबर नहीं होने दूँगा और जब तुम कहोगी तब ही आपसे मिलूँगा, कोई ज़बरदस्ती नहीं करूँगा, अब तो बोलो प्लीज़. तभी भाभी ने कहा कि मुझे सोचने दो, लेकिन अब नहीं अभी में आपकी बहुत सेवा करना चाहती हूँ क्यों ठीक है? तब उसने कहा की ठीक है जैसी आपकी मर्ज़ी, लेकिन क्या मेरी एक बात तो मनोगी? तो भाभी ने पूछा कि कहो कौन सी बात? तब उसने कहा कि जो यह साड़ी है, में इस साड़ी को तुम्हे मेरे हाथों से पहनाना चाहता हूँ?
अब भाभी बोली कि मुझे बहुत शर्म आती है, तभी उसने कहा कि क्या तुम मेरे लिए इतना भी नहीं करोगी? तो भाभी ने कहा कि ठीक है, लेकिन सिर्फ साड़ी ही बाकी सब में पहनूंगी. फिर उसने कहा कि ठीक है और भाभी उठकर अंदर चली गई. उससे कहा कि तुम इधर ही बैठना में बाकी सब पहनकर आती हूँ और यह कहकर वो बेडरूम में चली गई और थोड़ी देर में भाभी नीले कलर का ब्लाउज और उसी कलर का पेटीकोट पहनकर उसके सामने आकर खड़ी हो गई और वो भाभी को देखता ही रहा.
यह देखकर भाभी ने कहा कि जल्दी से मुझे साड़ी पहनाओ मुझे अब बहुत शर्म आ रही है और फिर उसने साड़ी उठाई तो भाभी ने उसके एक पल्लू को अपने पेटीकोट में घुसाकर गोल गोल घूमने लगी और इस बीच उसने दो तीन बार भाभी के जिस्म को छूकर महसूस किया, लेकिन भाभी ने इसका कोई विरोध ना करते देख पूरी साड़ी पहनाने के बाद उसने भाभी के दोनों कंधो पर हाथ रखकर भाभी को दीवार के सहारे चिपकाकर खड़ा करके देखने लगा. भाभी बोली कि क्यों घूर रहे हो, क्या कभी कोई औरत नहीं देखी?
फिर उसने कहा कि हाँ देखी जरुर है, लेकिन तुम्हारे जैसी नहीं, तुम बहुत सुंदर लग रही हो और अब भाभी मुस्कुराकर अपना मुहं नीचे करके खड़ी हो गई. फिर उसने धीरे से भाभी के कंधो से हाथ नीचे सरकाते हुए भाभी की कमर तक लाकर धीरे से कमर को पकड़कर धीरे से दबाया और भाभी के मुहं से आहह्ह्ह उह्ह्ह्हह् की आवाज़ निकली और भाभी ने कहा कि यह क्या कर रहे हो? तो उसने कहा कि में एक सुंदर औरत को जी भरकर देख रहा हूँ, क्या तुम्हे कोई ऐतराज़ है? अब भाभी ने कहा कि नहीं और फिर उसने भाभी को उठाया और दीवाना पर लाकर लेटा दिया.
भाभी एकदम सीधा लेट गई और उसके आगे की हरक़त का इंतज़ार करने लगी और अब उन्हें देखकर लगता था कि भाभी जल्द से जल्द उससे चुदवाना चाहती थी, लेकिन नाटक कर रही थी और इस बीच वो भाभी के पास आकर लेट गया और लेटे लेटे ही उसने एक और पेग बनाया और भाभी से उसे पीने को कहा तो भाभी बैठ गयी और ग्लास पकड़कर एक सीप पीकर उसे दे दिया और फिर से उसी पोज़िशन में लेट गई और तब उसे भी अंदाजा लग गया कि यह भी वही चाहती है जो में चाहता हूँ.
फिर उसने वो सारी विस्की एक ही बार में खाली कर दी और ग्लास को टेबल पर रखकर भाभी के साथ लेट गया और भाभी से पूछा कि मेरे साथ सोकर तुम्हे कैसा लग रहा है? तो भाभी बोली कि मैंने कभी भी ऐसा नहीं सोचा था कि में तुम्हारे साथ ऐसे अकेले में एक बिस्तर पर सो जाउंगी, लेकिन जो कुछ भी हो रहा है मुझे वो बहुत अच्छा लग रहा है और तुमने मुझे इतना प्यार किया कि में अब पागल हो रही हूँ. तब उसने धीरे से भाभी का पेट सहलाया और कहा कि में तुम्हारी मर्ज़ी के बगैर कुछ भी नहीं करूँगा, क्योंकि मुझे तुम बहुत अच्छी लगती हो. फिर भाभी ने मुस्कुराते हुए कहा कि में तुम्हारी इसी बात के ऊपर फिदा हो गई हूँ.
फिर उसने धीरे से भाभी का पल्लू थोड़ा साईड में किया और भाभी से कहा कि में तुम्हे किस करना चाहता हूँ तो भाभी ने कहा कि हाँ मेरा भी मन कर रहा है, लेकिन में मजबूर हूँ क्योंकि में एक शादीशुदा औरत हूँ, अगर मैंने ऐसा किया तो यह बिल्कुल ग़लत होगा. तब उसने कहा कि कुछ भी गलत नहीं होगा, जो कुछ भी होगा हम दोनों के बीच होगा और यहाँ पर तो कोई भी नहीं है.
अब भाभी ने कहा कि लेकिन फिर भी मुझे बहुत शरम आ रही है और अब उसने भाभी को अपनी गोद में उठाया और सीधे दीवार पर सेट किया और कहा कि ठीक है अगर तुम्हे शर्म आ रही है तो एक काम करो. तुम यह साड़ी निकालो में तुम्हे उसी पोज़िशन में देखन चाहता हूँ. तो भाभी ने कहा कि आप ही ने पहनाई थी तो आप ही उतार दो. उसने ठीक है कहा और भाभी की साड़ी की गाँठ को खोल दिया और भाभी की साड़ी को उससे अलग कर दिया. अब भाभी पेटीकोट और ब्लाउज में थी और उसने भाभी को अपनी बाहों में ले लिया और ज़ोर से कसकर पकड़ा और अब भाभी के मुहं से आह्ह्हह्ह्ह उह्ह्ह्ह बस आईईईइ बस में उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ पागल हो जाउंगी.
अब उसने भाभी से पूछा कि कैसा लग रहा है? भाभी ने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है और कसकर पकड़ो तब उसने भाभी को और कसकर पकड़ा और भाभी से कहा कि में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ जान और फिर भाभी के मुहं से निकला हाँ बस मुझे ऐसे ही प्यार करना. भाभी के मुहं से यह बात सुनकर उसका जोश और भी बड़ गया और उसने भाभी से पूछा कि क्या तुम मेरे साथ एक बार फिर से बेड पर आ सकती हो? भाभी ने कहा कि क्यों नहीं? आज में आपकी एक बात भी नहीं ठुकराउंगी, तो यह बात सुनकर उसकी हिम्मत दुगनी हो गई और उसने अपनी पेंट और शर्ट को उतार दिया. अब भाभी ने पूछा कि तुम यह क्या कर रहे हो?
तब उसने कहा कि तुम्हे गर्मी चाहिए और अगर में कपड़े पहनूं तो कैसे गरम होगी? भाभी ने कहा कि मेरे तो कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है तुम क्या करना चाहते हो? फिर वो बेड पर आकर लेट गई और वो भी भाभी के पास में आकर लेट गया और भाभी की कमर को पकड़कर आगे खींच लिया और कहा कि तुम बहुत सुंदर हो इतना ही नहीं तुम्हारा फिगर भी बहुत तगड़ा है. अब भाभी ने कहा कि आप भी बहुत हट्टेकट्टे हो और मुझे पहली बार ऐसा लग रहा है कि में किसी असली मर्द के साथ बिस्तर पर हूँ और भाभी ने उसे कसकर पकड़कर कहा कि तुम मुझे किस करना चाहते हो ना, लो तुम्हारी इच्छा पूरी कर लो, यह कहकर भाभी ने भी उसे कसकर पकड़ा और होंठो पर किस करने लगी. तो उसने भी भाभी को और कसकर पकड़ा ज़ोर ज़ोर से किस करने लगा और इस बीच उसने भाभी के सारे बदन को कपड़ो के ऊपर से सूंघ लिया और भाभी की नंगी गर्दन को और पेट को मसलने लगा और भाभी की गांड को कपड़ो के ऊपर से दबाता रहा था और अब भाभी के बड़े बड़े बूब्स ब्लाउज के ऊपर से खड़े होकर बाहर आने को तड़प रहे थे और इस तरह 10-15 मिनट किस करने के बाद भाभी ने कहा कि अब टाईम बहुत हो रहा है.
फिर उसने कहा कि क्यों तुम इतना जल्दी मुझे भेजना चाहती हो? भाभी ने कहा कि अरे नहीं मेरे राजा, में तो खाना खाने की बात कर रही थी. फिर उसने कहा कि नहीं अभी मेरा खाना खाने का मूड नहीं है, मुझे ऐसा लग रहा है कि में बस तुम्हे ऐसे ही किस करता रहूँ. भाभी ने कहा कि अरे बाबा खाना भी खा लो, फिर हम वापिस करेंगे. तब उसने टाइम देखा और कहा कि अभी तो सिर्फ़ 9.45 हुये है और हम 10.30 बजे खाना खाएँगे, क्यों ठीक है?
भाभी ने कहा कि ठीक है जैसी तुम्हारी मर्ज़ी, लेकिन मुझे एक बार बाहर देखकर आने दो और फिर उसने कहा कि ठीक है और भाभी उठ गई और बेडरूम जाकर अपने ऊपर मेक्सी डालकर दरवाजा खोलकर बाहर गई और कुछ देर खड़े रहकर देखा कि आस पड़ोस में कोई नहीं दिखा तो वो अंदर चली आई और उससे कहा कि अब कोई चिंता नहीं है, तुम रात भर मेरे साथ रुक सकते हो, यह बात कहकर वो अब उसके पास में आकर लेट गई. उसने भाभी से कहा कि तुम पहले जब लेटी थी तब मेक्सी नहीं थी, भाभी ने कहा कि वो मुझे पता है और बात यह कहते हुए भाभी अपनी मेक्सी उतार रही थी. तभी उसने भाभी का हाथ पकड़ाकर कहा कि तुम इतना कष्ट क्यों ले रही हो? में हूँ ना कहकर उसने धीरे से कहा कि इसे अब रहने दो में इसके बदले तुम्हारा पेटीकोट उतार देता हूँ.
फिर भाभी ने कहा कि नहीं नहीं प्लीज मुझे शर्म आती है. उसने कहा कि तुम्हे शर्म आती है, लेकिन तुम उतारना चाहती हो ना? भाभी ने कुछ नहीं बोला और अपनी आखों से इशारा किया कि हाँ तो उसने भाभी का हाथ अपने अंडरवियर पर रखकर कहा कि तुम इसे छू लो तुम्हारी सब शर्म दूर हो जाएगी. दोस्तों पहले तो भाभी ने मना किया, लेकिन फिर भाभी ने धीरे से अपना हाथ उस पर रखा और कहा कि अरे बाप रे यह क्या है?
उसने कहा कि इसे लंड कहते है तो भाभी ने कहा कि वो तो मुझे भी मालूम है, लेकिन इतना बड़ा और फिर कहा कि प्लीज मुझे कुछ मत करना. अब भाभी ने उसके लंड को कसकर पकड़ा और कहा कि सिर्फ़ पेटीकोट ही उतारना, उसने अब अपना अंडरवियर भी उतारा और पूरा नंगा हो गया. अब वो उसके लंड को ज़ोर ज़ोर से मसलने लगी, इस बीच उसने भाभी की मेक्सी को और पेटीकोट दोनों ऊपर उठाए और ज़ोर ज़ोर से भाभी की जांघे मसलने लगा और फिर भाभी के पेटीकोट का नाड़ा खोला और एक ही झटके में भाभी का पेटीकोट अलग करके फेंक दिया और उसकी जांघो को पागलों की तरह चाटता रहा चूमता रहा.
अब ऐसे ही करीब 10-15 मिनट लगातार करने के बाद भाभी बोली कि अरे बस नीचे ही करते रहोगे या ऊपर भी करोगे. फिर वो ऊपर आ गया और उसने भाभी के बूब्स को ज़ोर दबाया भाभी अहहहहह चिल्लाई और कहने लगी कि हाँ बहुत मज़ा आ रहा है. अब उसने भाभी की ब्रा का हुक खोल दिया और भाभी ने उसे निकालकर फेंक दिया और फिर उसने एक बूब्स को अपने मुहं में ले लिया और दूसरे को दोनों हाथों से दबाने लगा और भाभी उसका लंड चूसने लगी. वो लंड चूसने का तरीका देखाकर हैरान होकर बोला तुम लंड चूसने ने माहिर हो या तुम्हे ऐसा लंड कभी भी नहीं मिला?
भाभी बोली कि हाँ तुम सच कह रहे हो मेरे राजा मुझे बहुत मज़ा आ रहा है, बस अब रुका नहीं जाता, अब में पूरी तरह से तुम्हारी हो गई हूँ, अब में आपको नहीं रोकूंगी कहकर उन्होंने अपनी दोनों जांघे चौड़ी कर दी और कहा कि अब और मत तड़पाओ जल्दी से एक धक्का मारो प्लीज़. फिर उससे भाभी की चूत में दो उँगलियाँ घुसा दी और ऊपर से चूत को चाटने लगा. इसी तरह 5-10 मिनट चलाने के बाद उसने भाभी के दोनों पैरों को और भी चौड़ा किया और अपने लंड को भाभी की चूत पर सेट किया और दबाने लगा. फिर एक ही झटके में पूरा लंड अंदर चला गया और भाभी के मुहं से अहहह्ह्ह्हह सीईईईईई क्या मर्द का लंड है आईईए अब रूको मत, जल्दी से अपनी गाड़ी चलाओ.
फिर उसने पहले दो चार झटके हल्के से लगाए और थोड़ी देर बाद उसने रफ्तार पकड़ ली और धन धना धन चोदने लगा. भाभी उसका अपनी गांड उठा उठाकर साथ दे रही थी और ज़ोर ज़ोर से आहहाह ऊओ उफुफूफूफुफ अहहहह्ह्ह्ह वाह कितना तगड़ा है रे तुम्हारा यह लंड, मेरी बहुत दिन की तमन्ना थी तेरे जैसे लंड से चुदने की और वो भी ज़ोर ज़ोर से धक्के लगता रहा और कहने लगा कि तू भी तो मस्त माल है लगता है कि तुझे जमकर चोदूं. फिर इस तरह 10-12 मिनट धक्के मारने के बाद उसने कहा कि में अब झड़ने वाला हूँ. तो भाभी ने कहा कि कोई समस्या नहीं है, अंदर ही डाल दो तो उसने सारा वीर्य भाभी के अंदर ही छोड़ दिया और वो भाभी के पास में लेट गया.
फिर भाभी ने कहा कि में तैयार हूँ जितना चाहे चोद लो और अब भाभी उठी और उसका लंड मुहं में लेकर थोड़ी देर चूसकर उसे साफ कर दिया और फिर उसने धीरे से भाभी को घोड़ी बनाया और भाभी की गांड को सूंघने लगा और थोड़ी देर बाद उसने अपना लंड निकाला और भाभी की गांड पर सेट किया और हल्के से एक धक्का मारा तो उसका लंड अंदर नहीं गया. फिर भाभी ने अपनी गांड को और भी चौड़ा कर दिया और उससे कहा कि अब धक्का मारो. तो उसने फिर से अपना लंड सेट किया और धीरे से धक्का दिया तो उसका आधा लंड अंदर चला गया और भाभी के मुहं से अहहहहह आईईईईई की चीख निकली.
फिर उसने भाभी को धक्का देना शुरू कर दिया और भाभी भी अपनी गांड को आगे पीछे करते हुए उसका साथ देने लगी और यह सब देखकर उसने बोला कि तू गांड मरवाने में एक्सपर्ट है और भाभी मुहं से अचानक निकला पड़ा कि बहुत दिन के बाद ऐसा तगड़ा लंड मिला है. तो वो मन में हंसा और उसने अपनी स्पीड को बड़ा दिया. करीब 15-20 मिनट में उसने भाभी के अंदर ही अपना वीर्य छोड़ दिया और दोनों एक दूसरे को लिपटकर सो गये. थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहने के बाद भाभी ने कहा कि तुम बहुत अच्छी तरह से चोदते हो मुझे तुमसे चुदवाना अच्छा लग रहा है. यह बात हुए भाभी ने उसे एक किस किया और अब उसके लंड को मसलने लगी. तो उसने कहा कि तुम भी मस्त माल हो बहुत मज़ा देती हो में चाहता हूँ कि रोज़ तुम्हारी चुदाई करता रहूँ. अब भाभी ने कहा कि में भी चाहती हूँ, लेकिन में मजबूर हूँ, लेकिन एक बात कहती हूँ इसके बाद जब भी मुझे मौका मिलेगा में तुम्हे ज़रूर बुलाउगी मेरे राजा.
फिर उसने कहा कि तुम तो चुदसी हो तुम कहती हो कि तुम्हारे पति का लंड तुम्हे अच्छा नहीं लगता तो तुम कैसे अपनी भूख मिटाती हो? तो भाभी ने कहा कि अगर में सच बता दूँ तो आप बुरा तो नहीं मानोगे. उसने कहा कि नहीं में बिल्कुल बुरा नहीं मानूँगा बता दो. तभी भाभी ने कहा कि मुझे पति से मज़ा नहीं मिलता इसलिए में तुम जैसे लोगों के साथ मज़ा लेती हूँ. फिर उसने पूछा कि बता दो और किस किस ने तुम्हे चोदा है? तो भाभी ने कहा कि दो लोगों ने मुझे पटाकर चोदा है. अब उसने कहा कि देखो तुम और झूठ बोल रही हो और में जानता हूँ कि तुम कम से कम 7-8 लोगो से चुद चुकी हो? तो भाभी ने कहा कि हाँ में चुदी हूँ और अब में तुमसे चुदने के लिए तैयार हूँ, प्लीज अब आ जाओ और फिर उसने एक बार फिर से भाभी को गरम किया, लेकिन इस बार एक लंबी चुदाई हुई. उसने भाभी को चार बार आगे से और दो बार पीछे से चोदा. इस तरह उन दोनों ने रात भर चुदाई की और बहुत मज़े किए.
Share:

दीदी की चुदाई का कारनामा

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम हेमन्त है और में लखनऊ का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 32 साल है, दोस्तों में आज आप सभी को अपनी एक सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूँ और यह कहानी उस समय की है जब में 26 साल का था और में एक दुकान चलाता था. मुझे उस समय सेक्स करना बहुत अच्छा लगता था और उसी समय मेरे एक बहुत अच्छे दोस्त की बहन अपने पति और बच्चों के साथ रहने आ गई. उनकी उम्र करीब 38 साल थी और उनके बूब्स का साईज करीब 36-32-38 था.
दोस्तों वो मुझे अपने खुले बालों में बहुत सेक्सी लगती थी, लेकिन वो मेरे दोस्त की बहन थी इसलिए में भी उन्हें हमेशा दीदी कहता था. वो अक्सर मेरे पास आकर मेरे पास बैठकर मुझसे बहुत देर तक बातें किया करती थी और जब वो मटककर चलती तो उनकी वो बड़ी सी गांड जब आगे पीछे होती तो कोई भी उनके सेक्सी बदन को देखकर चोदना चाहता था और उनकी नाभि बहुत गहरी थी. वो अधिकतर समय बिना ब्रा के ब्लाउज पहना करती थी तो वो बहुत सेक्सी दिखती थी और में उनके बूब्स, गांड सेक्सी बदन को देख देखकर हमेशा उनकी तरफ आकर्षित हो जाता था.
वो भी मुझसे अब बहुत खुलकर हंस हंसकर बातें करने लगी थी. दोस्तों उनकी बड़ी लड़की जो उस समय करीब 21 साल की थी और उसका रंग दूध सा गोरा और उसके गाल बिल्कुल गुलाबी, उसके बूब्स बिल्कुल बड़े बड़े मुलायम थे. उसके फिगर का साईज़ 34-26-34 था. वो दिखने में बिल्कुल हुस्न की परी थी. कोई भी उसे एक बार देख ले तो उसका लंड खड़ा होकर सलामी करने लगता था और वो मुझे मामा कहकर बुलाती थी.
दोस्तों वो अब यहीं पर रहने वाली थी. उनकी दो लड़कियाँ और दो लड़के थे, बड़ी लड़की 21 साल की लेकिन बहुत सेक्सी थी. उसका नाम था हेमा. दोस्तों कब हम दोनों में बहुत अच्छी दोस्ती हुई और कब प्यार हो गया मुझे पता ही नहीं चला? लेकिन कुछ दिनों के बाद वो अपने ससुराल गई और वो मुझे भी अपने साथ में ले गई. में अब वहां पर बहुत खुश था, लेकिन मेरे साथ एक बहुत बड़ी समस्या भी थी कि अब दीदी भी मुझे बहुत अजीब नज़रो से देखने लगी थी. फिर एक दिन मेरे सर में थोड़ा सा दर्द हो रहा था और वो ठंड का महीना था इसलिए में एक कम्बल ओढ़कर लेटा हुआ था कि दीदी मेरे पास आई और फिर वो मुझसे कहने लगी कि क्या में तुम्हारे सर की मालिश कर दूँ?
मैंने अब उन्हें कुछ सोचकर साफ मना कर दिया, लेकिन वो नहीं मानी और में उस समय दीवार के पास में लेटा हुआ था. वो भी अब उसी तरफ बैठकर मेरे सर की मालिश करने लगी और उस समय रात के करीब 11 बज रहे होंगे. घर के सभी लोग सो गये थे, दीदी एक हाथ से मेरे सर पर मालिश कर रही थी और उन्होंने अपना एक हाथ मेरे पेट रखा हुआ था. मुझे अब कुछ देर बाद उनकी आँखो में एक अजीब सी चमक दिख रही थी और उनके वो कोमल मुलायम हाथ मेरे ऊपर रखने की वजह से मेरा 6.5 का लंड अब तनकर खड़ा होने लगा था और वो अब अपना हाथ धीरे धीरे मेरे लोवर के अंदर खिसका रही थी और में अपनी दोनों आँखे बंद करके चुपचाप लेटा हुआ था. मुझे भी अब उनके यह सब करने की वजह से बहुत मज़ा आ रहा था और कुछ देर बाद जब में बहुत गरम हो गया तो मैंने उनका हाथ पकड़कर मेरे लंड पर रख दिया. वो मेरे ऐसा करते ही एकदम से बहुत खुश हो गई और अब वो मेरे लंड को धीरे धीरे सहलाने लगी, लेकिन मेरा बहुत बुरा हाल था.
फिर उन्होंने अपने मुहं में मेरे लंड को लिया और वो अब मेरे लंड को पागलों की तरह चूसने लगी और अब में भी उसके बूब्स दबा रहा था और उस समय मुझे जो आनंद मिल रहा था में वो आप लोगो को शब्दों में नहीं बता सकता. उनके बूब्स का साईज़ 36 था और उसके बूब्स बिल्कुल गोल पहाड़ की छोटी की तरह तनकर खड़े हुए थे. में उनके निप्पल को ज़ोर ज़ोर से चूस रहा था और दबा रहा था. में दूसरे हाथ से उनके पेट और पीठ के नीचे कमर तक सहला रहा था. करीब दस मिनट तक ऐसे ही चलता रहा और अब उनकी चूत और गांड का नंबर था.
फिर मैंने एक हाथ उनकी साड़ी के अंदर डाल दिया और वो पेंटी नहीं पहनती थी. मैंने हाथ लगाकर महसूस किया कि उनकी चूत अब एकदम गीली हो चुकी थी और मुझे ऐसा लग रहा था कि वो बूब्स को दबाते हुये झड़ चुकी थी और अब मैंने उनसे लाईट बंद करके अपने साथ सोने को कहा और वो उठकर लाईट बंद करके आ गई और मेरे पास में लेट गई. अब हम दोनों एक ही कम्बल में थे और में उनके पैरों की तरफ गया और फिर मैंने उनकी साड़ी को ऊपर करके अपना मुहं उनकी बालों वाली चूत पर रख दिया. वाह दोस्तों क्या मस्त खुशबू थी. में अब उनकी चूत को चाटने लगा और वो तड़प रही थी और अपने हाथों से मेरा सर पकड़कर चूत में घुसाने की कोशिश करने लगी. मैंने भी इसी दौरान अपने एक हाथ का अंगूठा उनकी गांड पर रखा और गोल गोल आसपास घुमाने लगा और इधर चूत के दाने को चाट रहा था और अब वो एक बार फिर से झड़ने वाली थी और उन्होंने मेरे सर को अपनी चूत पर दबाया और मेरे मुहं पर अपनी चूत से ज़ोर ज़ोर से झटके देने लगी. कुछ ही सेकिंड के बाद वो मेरे मुहं में झड़ गई..
दोस्तों अब में उनकी चूत का पूरा रस पी गया और मैंने उनकी चूत को चाट चाटकर एकदम साफ कर दिया था. मैंने महसूस किया कि अब दीदी की झांटे बहुत गीली हो गई थी और मैंने दीदी से अपनी चूत के बाल साफ ना करने का कारण पूछा? तो दीदी ने मुझसे कहा कि आज तक तेरे जीजा जी ने कभी मेरी इस बैचेन चूत में मुहं ही नहीं लगाया था और उनका लंड भी बहुत छोटा था और वैसे भी वो हमेशा जल्दी से आए और दस मिनट में मुझे चोदकर दूर हट जाते थे इसलिए मैंने कभी नीचे की तरफ अपनी चूत पर बिल्कुल भी ध्यान ही नहीं दिया, लेकिन आज तूने मुझे इस तरह चोदकर जो आनंद दिया है इसके लिए में अब सारी जिंदगी तेरी रखेल बनकर रहूंगी.
दोस्तों इसी बीच में धीरे धीरे ऊपर की तरफ बढ़ रहा था और अब में उनकी नाभि चाट रहा था और उनके 36 इंच साईज़ के बूब्स मेरे रगड़ने की वजह से पहाड़ की तरह खड़े और बिल्कुल टाईट हो गये थे. अब में उनके निप्पल को चूस और मसल रहा था और वो तड़प रही थी और मचल रही थी. फिर उन्होंने मेरे कान में कुछ फुसफुसाया और मुझसे कहा कि अब मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा.
में उनके दोनों पैरों के बीच में आ गया और मैंने उनके पैर खोलकर जगह बनाई और उनकी उस बालों वाली चूत में अपना लंड घुसाया. वो मेरे पहले धक्के से एकदम उछल पड़ी और अब मैंने अपने दूसरे जोरदार धक्के में लंड को चूत की जड़ तक पहुंचा दिया. में थोड़ी देर मस्ती के लिए ऐसे ही पड़ा रहा तो वो भी अब नीचे से धीरे धीरे धक्के मारने लगी और मुझे भी बाहों से सहलाकर नीचे दबा रही थी. अब में भी धक्के लगाने लगा और हमें बहुत मज़ा आ रहा था, लेकिन सब लोग हम दोनों कुछ दूरी पर लेटे हुए थे तो इसलिए वो चिल्ला भी नहीं पा रही थी, लेकिन वो एक अजीब सी सेक्सी आवाज़े निकाल रही थी.
हमारी यह चुदाई करीब 25 मिनट तक चली और वो इस बीच तीन बार झड़ चुकी थी और अब में भी झड़ने वाला था इसलिए मैंने उनसे पूछा कि में अपना वीर्य कहाँ डालूं? तो वो मुझसे बोली कि अंदर ही डाल दो क्योंकि उन्होंने नसबंदी करा रखी थी तो उन्हें कोई परेशानी नहीं थी. में अब उनकी चूत में ही झड़ गया और कुछ देर ऐसे ही पड़ा रहा. दस मिनट बाद उन्होंने मेरे लंड को अपने पेटीकोट से साफ किया और मुझे एक लंबा किस देकर अपने बिस्तर पर चली गई और अब मेरा सर दर्द ठीक हो गया था. दोस्तों इसके बाद मैंने उनको कई तरह से और कई बार चोदा.
Share:
Copyright © देसी सेक्सी कहानिया