दोस्त की माँ हुई लंड पर फिदा

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राजन है और में मुंबई का रहने वाला हूँ. मेरे घर पर में मेरी माँ और मेरे पापा रहते है. में एक कॉलेज में पढ़ता हूँ और मेरी माँ एक ग्रहणी है और मेरे पापा की एक अख़बार की एजेन्सी है. दोस्तों मैंने अभी कुछ समय पहले मेरे एक बहुत अच्छे दोस्त की माँ को चोदा है. मेरे फ्रेंड की माँ का नाम कल्पना है और उनकी उम्र करीब 38 साल है और उनका भी पार्थ इकलोता बेटा है और उसके पापा किसी प्राईवेट बैंक में नौकरी करते है. दोस्तों कल्पना आंटी का फिगर करीब 40- 34-46 के आसपास होगा और उनका कलर भी बहुत गोरा है और अब में सीधा उस दिन पर आता हूँ कि उस दिन क्या हुआ?
दोस्तों उस दिन दोपहर को में पहली बार पार्थ के घर पर जाने वाला था और उस दिन रविवार का दिन था. अब में उस दिन पार्थ की बिल्डिंग में चला गया और लिफ्ट से ऊपर पहुंच गया और फिर मैंने दरवाजे पर लगी घंटी बजाई तभी कुछ देर इंतजार करने के बाद दरवाजा खुला तो मैंने देखा कि मेरे सामने पार्थ की माँ कल्पना खड़ी हुई थी. उस वक्त उन्होंने असमान के जैसे नीले रंग की जालीदार साड़ी पहनी हुई थी और उनका ब्लाउज भी बिल्कुल वैसा ही था. उसमें से उनकी सफेद कलर की ब्रा भी साफ साफ दिख रही थी हाँ और जब उन्होंने दरवाजा खोला तो..
में : हैल्लो आंटी क्या पार्थ घर पर है?
कल्पना : पार्थ तो इस समय घर पर नहीं है, लेकिन तुम कौन हो?
में : में आंटी उसका एक दोस्त हूँ और मेरा नाम राजन है.
तो वो एकदम से चकित होकर मुझसे बोली.
कल्पना : राजन अच्छा तो तुम हो, मुझे माफ़ करना में तुम्हे पहचान नहीं सकी, तुम अंदर आ जाओ ना.
में : नहीं आंटी में बाद में आ जाता हूँ.
कल्पना : अब आ भी जाओ, वैसे भी तुम आज पहली बार आए हो और पार्थ भी यहाँ पास में ही गया है, अभी कुछ देर में आ जाएगा.
अब हम दोनों अंदर चले गये, आंटी ने दरवाजा बंद किया और फिर में सोफे पर बैठ गया. आंटी किचन में जाकर मेरे लिए पानी लेकर आ गई.
कल्पना : हाँ बोलो अब तुम क्या खाओगे?
में : नहीं आंटी में कुछ नहीं खाऊंगा, आप बस रहने दीजिए.
कल्पना : क्या नहीं? ऐसा बिल्कुल भी नहीं चलेगा, वैसे भी तुम आज पहली बार घर पर आए हो और फिर क्या बिना कुछ खाए जाओगे?
में : सच में आंटी मुझे कुछ नहीं चाहिए.
कल्पना : तो ठीक है तुम चुपचाप यहीं पर बैठो और में तुम्हारे लिए संतरे का जूस निकालकर लाती हूँ.
आंटी उठकर किचन के अंदर चली गई और अब उन्हे देखकर मुझे कुछ कुछ हो रहा था, लेकिन मेरे मन में ऐसा कुछ नहीं था क्योंकि उनकी वो मटकती हुई गांड और उनके ब्लाउज के अंदर के वो बड़े बड़े बूब्स मुझे अब बहुत उत्तेजित कर रहे थे, लेकिन तभी आंटी जूस लेकर आई. उन्होंने जूस मुझे दिया और मेरे पास बैठ गई. में अब वो जूस पी रहा था.
कल्पना : इतने दिनों से सिर्फ़ मैंने पार्थ से तुम्हारे बारे में सुना था. तुम कॉलेज में क्या करते हो और क्या तुम जिम जाते हो?
में : आपका बहुत बहुत धन्यवाद आंटी.
कल्पना : तुम पार्थ को भी जिम में क्यों नहीं लेकर जाते?
में : आंटी मैंने तो उसे कितनी ही बार कहा है, लेकिन वो हमेशा मुझसे कहता है कि में सोचूँगा और बाद में आऊंगा, हमेशा कोई ना कोई बहाना बनाता है.
कल्पना : देखो ना अब तुमने अपनी बॉडी बनाई है तो तुम पहले से भी अब कितने अच्छे दिखते हो?
में : तो शरमाते हुए उन्हें आपका धन्यवाद आंटी.
तभी आंटी ने मेरे हाथ की कलाई को हाथ में ले लिया और कहा.
कल्पना : अब तुम्हारे मसल भी देखो, कितने अच्छे हो गए है?
में : हंसते हुए बोला कि नहीं आंटी अभी कहाँ इतने अच्छे हुए है?
कल्पना : नहीं सच में देखो और यह तुम्हारी टी-शर्ट भी तुम पर कितनी अच्छी लग रही है?
अब में एकदम से शरमा गया था और यह सब मुझे अब बहुत अजीब सा लग रहा था, लेकिन तभी वो मेरी तरफ मुस्कुराते हुए वो उनका एक हाथ मेरी छाती पर लेकर गई और फिर मुझसे कहने लगी.
कल्पना : और तुम्हारी छाती भी बिल्कुल बढ़िया आकार की है.
अब वो हाथ मेरे पेट से घुमाते हुए मेरी गांड पर लेकर चली गई और मुझसे पूछने लगी.
कल्पना : और क्या इसके लिए भी कोई एक्ससाईज होती है?
तो में थोड़ा सा एक साईड में होते हुए उनसे बोला.
में : हाँ होती है.
अब आंटी के चेहरे के हावभाव भी एकदम से बिल्कुल बदल गये थे. मुझे अब उनकी बातों से ऐसा लग रहा था कि आज कुछ ना कुछ गड़बड़ होने वाली है और तभी आंटी ने उनका एक हाथ मेरी गांड से सीधे मेरे लंड पर लेकर चली गई और फिर मुझसे बोली.
कल्पना : और इसके लिए?
दोस्तों में अब उनके मुहं से यह बात सुनकर पूरी तरह से चकित हो गया था.
में : क्या आंटी?
अब आंटी ने मेरी टी-शर्ट की कॉलर पकड़ी और मेरे चेहरे को अपनी तरफ खींचा. उनके चेहरे पर स्माईल थी और उन्होंने उनका चेहरा आगे किया और अपने होंठो को भी थोड़ा आगे किया और मेरे होंठो से चिपकाए. अब मैंने मेरा चेहरा पीछे किया, लेकिन आंटी अब मुझ पर टूट पड़ी और वो मेरे ऊपर आई और एक बार फिर से वो मेरे होंठो को चूसने लगी. फिर मैंने भी कुछ देर बाद उनका साथ दिया, लेकिन तभी कुछ देर के बाद में होश में आ गया.
में : आंटी लेकिन अगर पार्थ आएगा तो क्या होगा?
अब आंटी ने एक मादक हावभाव देकर मुझसे कहा कि वो अभी कुछ घंटो तक नहीं आ सकता क्योंकि वो उसके पापा के साथ कहीं बाहर गया हुआ है और वो थोड़ा देरी से आएगा.
दोस्तों अब वो मुझ पर एकदम से भूखी की तरह टूट पड़ी और फिर में भी कुछ देर बाद उनका पूरा पूरा साथ देने लगा और अब हम वहां पर बैठकर किस कर रहे थे और मेरे हाथ भी आंटी की कमर पर चले गये और फिर में उन्हें चूमते हुए धीरे धीरे उनके गले तक आ गया. आंटी मदहोश हो गयी थी और मैंने उनके बालों का क्लिप निकाला और अब उनके पूरे बाल खोल दिये और उनको अपनी बाहों में खींच लिया. अब मेरे हाथ उनके बदन को मसल रहे थे और फिर मैंने उनकी साड़ी का पल्लू उनके बूब्स से दूर हटाया और अब ब्लाउज के ऊपर से ही उनके बूब्स को मसलने लगा और अब वो भी धीरे धीरे मदहोश होने लगी और करहाने लगी.
तभी वो उठकर खड़ी हुई और मेरे दोनों हाथ पकड़कर बेडरूम में जाने लगी. में भी उनके पीछे पीछे अंदर चला गया और अब अंदर जाकर उन्होंने अपनी साड़ी को उतार दिया और मैंने भी मेरी टी-शर्ट को उतार दिया और अब वो मेरे सामने बेड पर लेट गई. अब में भी उनके पास में लेटकर उन्हें किस करने लगा और उनके गोरे बदन को चूमने लगा. उन्होंने अपनी दोनों आँखे बंद कर ली थी और अब मेरे दोनों हाथ उनके बदन को मसल रहे थे.
दोस्तों मुझे उनके बूब्स के बीच की वो सेक्सी दरार बिल्कुल पागल कर रही थी. फिर मैंने उनके ब्लाउज का हुक खोल दिया और ब्रा को पकड़कर बूब्स के ऊपर किया और अब उनके वो बड़े ही सेक्सी बूब्स मसलने लगा और उन्हे चूसने, दबाने लगा, लेकिन अब मेरे यह सब करने से उनकी साँसे तेज होने लगी थी. थोड़ी देर तक मैंने उनके बूब्स को चूसा, दबाया और फिर में उठकर खड़ा हुआ और मैंने मेरी जीन्स को भी उतार दिया. में अब सिर्फ़ अंडरवियर में था और मेरा लंड बिल्कुल टाईट होने की वजह से अंडरवियर का टेंट बन गया था और आंटी ने भी अब उनका ब्लाउज और ब्रा को उतार दिया और वो अब मेरे सामने पेटीकोट में थी.
में एक बार फिर से उनके एक साईड में लेट गया और अब फिर से उन पर टूट पड़ा. में अब देसी स्टाइल में उनके पूरे बदन को चूम रहा था और चाट रहा था. फिर मैंने उनके पेटीकोट का नाड़ा खोला और आंटी ने उसे अपने पैरों से आज़ाद कर दिया. अब आंटी हल्के हरे रंग की जालीदार पेंटी में थी और मैंने मेरा हाथ सीधे आंटी की पेंटी में डाल दिया और मैंने अब उनकी गरम चूत को छुआ. दोस्तों मैंने आज पहली बार किसी की चूत को छुआ था. मुझे उसका वो छूने का अहसास आज भी अच्छी तरह से याद है. उनकी चूत आग की तरह गरम और तब तक गीली भी हो चुकी थी और उनकी पेंटी भी चूत के सामने वाले हिस्से से पूरी तरह गीली हो गयी थी और मैंने अपने एक हाथ की दो उंगलियां उनकी चूत में डाली और वो धीरे से चीखी.
कल्पना : अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह आईईईईइ.
अब मेरा एक हाथ उनकी पेंटी में उनकी चूत को मसल रहा था और ऊपर में उनके पूरे जोश से भरे जिस्म को चूम रहा था, लेकिन अब सच पूछो तो मुझसे भी बिल्कुल कंट्रोल नहीं हो रहा था और मैंने आंटी की पेंटी को सरकाकर घुटने तक नीचे किया और मैंने अपनी अंडरवियर को भी नीचे किया और अब में आंटी के ऊपर चढ़ गया. आंटी ने तुरंत अपने दोनों पैर फैलाये और अपनी चूत को मेरे लंड के स्वागत के लिए पूरी तरह से खोल दिया और अब मैंने मेरा लंड उनकी चूत में एक ही बार में पूरा अंदर डाल दिया और अब मैंने धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू किए. आंटी ने मुझे पहले से ही कसकर पकड़ लिया था और अब थोड़ी देर के बाद मेरी चुदाई करने की स्पीड बढ़ रही थी और मेरी साँसे भी तेज हो रही थी. आंटी अब तक अपनी वो चीखने, चिल्लाने की आवाज को अपने गले में दबा रही थी, लेकिन जब मेरी चुदाई की स्पीड बढ़कर जानवर जैसी हो गई थी तो आंटी भी अपना चीखना, चिल्लाना और करहाना रोक नहीं पाई.
अब हम दोनों के बदन एक दूसरे पर घिस रहे थे. आंटी के बूब्स हम दोनों के बीच दब रहे थे. मुझे उनके मेरी छाती से छूने पर एक अजीब सा अहसास हो रहा था और मेरे लंड के नीचे की गोलियां आंटी की चूत के नीचे लग रही थी. अब कुछ देर बाद थोड़ा थोड़ा दर्द तो मुझे भी हो रहा था, लेकिन में उस जवानी के जोश में आंटी को लगातार ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चोद रहा था और आंटी आखिरकार अपना चीखना, चिल्लाना रोक नहीं पाई और अब हर एक धक्के पर वो चीख रही थी और बीच बीच में अपने उस दर्द से करहा भी रही थी.
फिर कुछ देर के बाद आंटी की चूत से धीरे धीरे पानी निकल रहा था और अब मेरा लंड भी गीला हो गया था. आंटी मुझे अपने दोनों पैरों के बीच में दबा रही थी और 15-20 मिनट के बाद मेरे लंड ने दम तोड़ दिया और मेरा वो गरम गरम वीर्य बाहर निकला. वो मैंने आंटी की चूत में उन चार, पांच ज़ोर के झटको में पूरा अंदर ही निकाल दिया और अब मैंने लंड को चूत से बाहर निकाला और आंटी के पास में लेट गया. हम दोनों तेज तेज साँसे ले रहे थे. मैंने अब तक मेरी अंडरवियर ऊपर कर ली थी और अब तक मेरा लंड भी बिल्कुल शांत हो गया था और आंटी ने भी अपनी पेंटी को ऊपर कर लिया था. फिर हम एक दूसरे को देख रहे थे और स्माइल दे रहे थे.
कल्पना : क्यों मज़ा आया?
में : हाँ बहुत मज़ा आया, आपका बहुत बहुत धन्यवाद आंटी.
मैंने आंटी की कमर पर हाथ रखा और फिर हम इधर उधर की बातें कर रहे थे और अब मेरा लंड एक बार फिर से उनका गदराया हुआ बदन देखकर गरम हो गया था और मैंने आंटी को एक बार फिर से मेरे नीचे लिया और फिर एक बार बहुत देर तक जमकर आंटी को चोदा. उस दिन से में आंटी को जब भी मौका मिले तब चोदकर खुश कर देता हूँ और वो मेरी चुदाई से बहुत खुश है. तो दोस्तों यह थी मेरे दोस्त की माँ की चुदाई की कहानी.
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टीचर की समस्या को हल किया

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम निर्मल है. में एक स्टूडेंट हूँ और में एक अच्छा दिखने वाला लड़का हूँ. मेरे लंड का साईज़ 8.5 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है, मेरी उम्र 21 साल है और में एक स्कूल में पढ़ता हूँ, लेकिन में अपनी पढ़ाई के साथ साथ सेक्सी कहानियाँ पढ़ने में भी रूचि रखता हूँ और मुझे ऐसा करना बहुत अच्छा लगता है में उन्हे पढ़कर अपने लंड को हिलाकर शांत करता हूँ और अपने लंड की बहुत देखभाल करता हूँ. वैसे दोस्तों यह मेरी पहली कहानी है, क्योंकि मैंने अब तक सिर्फ कहानियाँ पढ़ी है और लिख पहली बार रहा हूँ.
दोस्तों यह उस समय की बात है जब में 12th क्लास में पढ़ता था. तब हमारी क्लास में एक साईन्स टीचर हमें पढ़ाया करती थी और उनको देखकर तो सबका लंड एकदम टाइट हो जाता था, लेकिन वो मेडम थोड़ी कड़क स्वभाव की थी इसलिए सब बच्चे उनसे थोड़ा सा ज्यादा ही डरते थे और अब दोस्तों में आपको उनके फिगर के बारे में बता देता हूँ, उनके फिगर का साईज करीब 32-28-34 था और दोस्तों उनकी क्या मस्त एकदम सेक्सी गांड है और उनकी गांड को देखकर तो कोई भी मदहोश हो जाए.
हमारी मेडम का नाम पूजा था और वो शादीशुदा थी. उनकी शादी को 4 साल हो गये थे, लेकिन उनको देखकर लगता नहीं था कि वो शादीशुदा है और वो स्कूल टाइम के बाद भी हमारी अलग से क्लास लेती थी और उस समय मेरा गणित में हाल थोड़ा ठीक नहीं था. तो एक दिन मैंने उनसे कहा कि मेडम में गणित में बहुत कमजोर हूँ और मुझे उसमे कुछ भी ज्यादा समझ में नहीं आता. तो मेडम ने कहा कि में स्कूल में सिर्फ साइन्स पढ़ाती हूँ, लेकिन में अपने घर पर सभी विषयों की ट्यूशन देती हूँ और अब उन्होंने यह बात कहकर मेरा भी काम बहुत आसान कर दिया था क्योंकि में बहुत समय से मन ही मन उन्हे चोदने की इच्छा रख रहा था.
फिर मैंने अगले दिन से ही उनके घर पर ट्यूशन पढ़ने जाना शुरू कर दिया और मेडम ने ट्यूशन का टाईम शाम को 6 बजे का दिया था, लेकिन में उनके घर पर शाम को 6 बजे से पहले ही पहुंच गया और उस दिन मेडम ने सफेद कलर का सलवार सूट पहना हुआ था और उसमे वो क्या मस्त लग रही थी? और ऐसे ही मैंने वहां पर एक हफ्ता बिता लिया, क्योंकि में गणित में ठीक नहीं था इसलिए मेडम मुझे बिल्कुल अपने पास बैठाती थी और में गणित के बहाने कभी कभी उनके बूब्स भी देख लिया करता था. जिन्हें देखना मुझे बहुत अच्छा लगता था और उस वजह से मेरा पढ़ाई में मन भी लगा रहता था.
फिर एक दिन जब में उनके घर पर गया तो मैंने देखा कि उनके घर से कुछ लड़ाई झगड़े की ज़ोर ज़ोर से आवाज़े आ रही थी और मेडम भी बहुत गुस्से से ज़ोर ज़ोर से किसी को बोल रही थी, लेकिन उस समय मेडम के रूम का अंदर से दरवाजा बंद होने के कारण मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि वो किस लिए चिल्ला रह रही है या किस पर चिल्ला रही है? तभी मैंने कुछ देर बाद ही दरवाजे की कुण्डी खोलने की आवाज़ सुनी और में जल्दी से चुपचाप आकर अपनी जगह पर बैठ गया और जब मेडम बाहर आई तो वो मुझे वहां पर देखकर एकदम चकित हो गई और मुझसे पूछने लगी कि तुम कब आए?
मैंने कहा कि मेडम में अभी कुछ देर पहले ही आया हूँ. तो मेडम ने कहा कि क्या तुम्हे नहीं पता कि आज ट्यूशन कि छुट्टी है और मैंने तो कल ही सभी बच्चो को मैसेज कर दिया था कि में किसी भी बच्चे को नहीं पढ़ा सकती? तो मैंने मेडम से कहा कि नहीं मेडम मुझे बिल्कुल नहीं पता, क्योंकि मेरा तो फोन पिछले तीन चार दिन पहले खराब हो गया है और मैंने उसे ठीक करवाने के लिए भेजा हुआ है. फिर मेडम मुझसे कहने लगी कि चलो कोई बात नहीं अब तुम यहाँ तक आए हो तो अब पढ़कर ही जाना, लेकिन दोस्तों मेडम का उस दिन पढ़ाने का बिल्कुल भी मूड नहीं था वो मुझे उनका चेहरा देखकर महसूस हुआ.
मैंने कहा कि मेडम अगर आपका मूड नहीं है तो में कल से पढ़ने आ जाऊंगा आप आज थोड़ा आराम कर लीजिए, आप बहुत थकी हुई सी दिख रही हो? तो मेडम ने कहा कि नहीं ऐसी कोई बात नहीं है, वैसे भी अब तुम्हारे पेपर भी नज़दीक है और फिर मेडम ने मुझे कुछ सवाल करने के लिए दे दिए, लेकिन मुझसे वो सवाल बहुत देर तक हल नहीं हुए तो मैंने कहा कि मेडम आज मेरा भी मूड पढ़ने का नहीं है. तो मेडम कहने लगी कि चलो तुम खुद कुछ देर बैठकर पढ़ लो और उसके बाद अपने घर पर चले जाना.
मेडम नहाने के लिए बाथरूम के अंदर चली गई और करीब 15 मिनट के बाद मुझे उनकी आवाज़ आई कि निर्मल में अपना टावल बाहर ही भूल गई हूँ प्लीज तुम मुझे वो पकड़ा देना.
फिर मैंने टावल उठाया और उन्हे देने के लिए चला गया. मेडम ने टावल पकड़ने के लिए अपना एक हाथ बाहर निकाला हुआ था तो मैंने सोचा कि मेडम को आज तो में नंगी देख ही सकता हूँ? लेकिन मेडम ने सिर्फ़ अपना एक हाथ बाहर किया हुआ था. में उन्हे टावल पकड़ाकर आ गया, लेकिन जब मेडम नहाकर बाथरूम से बाहर आई तो वो मुझे चेहरे से बहुत ही परेशान दिखाई दे रही थी. उनका चेहरा बिल्कुल मुर्झाया हुआ था और वो बहुत उदास थी.
मैंने थोड़ी हिम्मत करते हुए उनसे पूछा कि मेडम क्या हुआ आपका चेहरा इतना उतरा हुआ क्यों है? तो मेडम ने कहा कि कुछ नहीं, बस थोड़ी सी परेशानी है और फिर मैंने ज़्यादा ध्यान ना देते हुए में वहां से कुछ देर बाद अपने घर पर आ गया और फिर उसके बाद करीब सात दिन तक में उनके घर पर ट्यूशन पढ़ने नहीं गया, क्योंकि उस समय मेरी मम्मी की तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी और जब में आठवें दिन पढ़ने गया तो मेडम ने मुझसे पूछा कि तुम इतने दिन कहाँ गये थे? तो मैंने उन्हे बता दिया कि पिछले कुछ दिनों से मेरी मम्मी बहुत बिमार थी और में घर के थोड़े बहुत कामों में लगा हुआ था.
फिर मेडम ने मुझसे कहा कि अब तुम्हे ज़्यादा मेहनत करने की ज़रूरत है, क्योंकि अब तुम्हारे पेपर बहुत नज़दीक आ रहे है तो मैंने कहा कि मेडम ठीक है और फिर में एकदम चुपचाप एकदम सीधे बच्चे की तरह बैठकर पढ़ने लगा और जब एग्जाम को 4 दिन बाकी रह गये तो मेडम मुझे दूसरे बच्चो से ज़्यादा पढ़ाने लगी वो मुझे उनसे एक घंटा ज़्यादा पढ़ाती थी और हर रविवार को मेडम छुट्टी किया करती थी, लेकिन फिर भी उन्होंने मुझे रविवार को अपने घर पर बुला लिया और कहा कि तुम्हे आज से एक घंटा ज़्यादा पढ़ना है तुम अपना मन लगाकर पढ़ाई करो वर्ना फेल हो जाओगे.
में उनके पास करीब तीन घंटे तक लगातार पढ़ता रहा और फिर मेडम ने कहा कि तुम्हारे पेपर में अब दो दिन रह गये है इसलिए घर पर भी बैठकर इसकी तैयारी करना और खेलने कूदने की कोशिश मत करना और फिर भी अगर तुम्हे कोई समस्या हो तो मेरे पास आ जाना. में अपने घर पर ही दो दिन तक मन लगाकर पढ़ाई करता रहा, क्योंकि सुबह मेरा गणित का सबसे मुश्किल पेपर था, लेकिन वो पेपर मेरा बहुत अच्छा रहा क्योंकि मैंने गणित की बहुत अच्छी पढ़ाई की और फिर पेपर दिया था और उसके बाद मेरे सभी पेपर बहुत अच्छे गये क्योंकि मैंने उनकी भी पढ़ाई बहुत मन लगाकर की थी और इसलिए उसका रिज़ल्ट जल्दी आ गया और फिर में बहुत अच्छे नंबर लेकर पास हो गया और में इसी ख़ुशी में मेडम को मिठाई देने उनके घर पर चला गया.
मेडम उस दिन की तरह आज भी अपने पति से लड़ रही थी क्योंकि उस दिन दरवाजा खुला हुआ था तो मुझे सब बातें साफ साफ सुनाई दे रही थी और में दरवाजे के पीछे खड़ा होकर वो सब कुछ सुन रहा था. तो मेडम उनसे कह रही थी कि तुम में ही कोई कमी है तभी तो तुम मुझे अब तक कोई बच्चा नहीं दे सके? तो उसने कहा कि इसमें में क्या कर सकता हूँ? तो मेडम ने कहा कि में तुम्हारा यह जवाब पिछले चार साल से सुन रही हूँ प्लीज अब तो कुछ करो, बाहर सब लोग मेरा मजाक उड़ाते है और मुझे अजीब नजरों से देखते है और वो इतना कहकर ज़ोर ज़ोर से रोने लगी.
दोस्तों अब मुझे अपना सपना साकार होता हुआ नज़र आया और फिर उनके पति बहुत गुस्से से बाहर चले गये और में भी जब बाहर जाने लगा तो मेडम ने मुझे देख लिया और कहने लगी कि तुम यहाँ पर किस काम के लिए आए हो? तो मैंने कहा कि मेडम में बहुत अच्छे नंबर से पास हो गया हूँ इसलिए में आपके लिए मिठाई लेकर आया हूँ. मेडम थोड़ा सा मुस्कुराकर मुझसे शाबाश कहने लगी और मुझे उनके चेहरे पर वो हंसी देखकर बहुत अच्छा लगा और फिर मैंने थोड़ी सी हिम्मत करके मेडम से कहा कि मेडम क्या कोई समस्या है जो आप इतनी ऊँची आवाज से बोल रही थी? तो मेडम कहने लगी कि कुछ नहीं बस ऐसे ही और फिर मैंने कहा कि मैंने सब कुछ सुन लिया है.
मेडम मेरी वो बात सुनकर एकदम से घबरा गई और उनके चेहरे का रंग उड़ गया. फिर वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज तुम यह बात किसी को मत बताना. मैंने उनसे कहा कि ठीक है मेडम आप कहती हो तो में किसी से कुछ भी नहीं कहूँगा और फिर मैंने उनसे कहा कि में आपकी समस्या का हल कर सकता हूँ, लेकिन अगर आप मेरी थोड़ी मदद करे तो ऐसा हो सकता है? तो वो मुझसे कहने लगी कि वो कैसे और तुम मेरी उसमे क्या मदद कर सकते हो?
मैंने कहा कि अगर आपके पति में कोई भी कमी है तो क्या हुआ? हम दोनों भी तो मिलकर एक बच्चा पैदा कर सकते है और में इस काम में आपकी पूरी पूरी मदद करने को तैयार हूँ, लेकिन तभी मेडम कहने लगी कि नहीं में ऐसा नहीं कर सकती, यह सब बहुत गलत है इससे पूरी दुनिया में हमारी बदनामी हो सकती है मेरे पति को इसके बारे में पता चला तो वो मुझे इस दुनिया से उठा भी सकते है क्योंकि उनका गुस्सा बहुत खराब है जो तुमने अब तक कभी नहीं देखा. फिर मैंने कहा कि मेडम में आपसे पक्का वादा करता हूँ कि में कभी किसी को कुछ भी नहीं कहूँगा, यह बात हम दोनों के बीच में रहेगी तीसरा कोई भी नहीं तो फिर यह बात बाहर कैसे जाएगी? और फिर मेरे बहुत समझाने के बाद मेडम इसके लिए तैयार हो गई और मेडम कहने लगी कि लेकिन हम यह सब मेरे घर पर नहीं कर सकते, क्योंकि मेरे पति कभी भी आ सकते है.
फिर मैंने कहा कि कोई बात नहीं, आप हमारे गेस्ट हाउस चलो वो हमेशा ही खाली रहता है और फिर वहां पर कोई आता जाता भी नहीं. तो मेडम ने कहा कि ठीक है तुम कल तैयार रहना और वहां पर जाते समय मुझे भी अपने साथ ले चलना. मैंने कहा कि ठीक है और फिर में अगले दिन सुबह ही उन्हे लेने उनके घर पर चला गया, लेकिन उनके पति के घर पर होने के कारण वो मेरे साथ नहीं आ सकी क्योंकि उनके पति की उस दिन छुट्टी थी और फिर मेडम ने मुझे कुछ घंटो के बाद फोन करके बता दिया कि में आज नहीं आ सकती वो आज पूरा दिन घर पर है और हम कल चलेगें. में उनकी यह बात सुनकर थोड़ा सा उदास हो गया, लेकिन अब में बहुत बेसब्री से अगले दिन का इंतज़ार करने लगा. में दिन में भी बेड पर लेटे हुए उनकी चुदाई के सपने देखने लगा और उसी रात को करीब दस बजे मेडम का फोन आया कि में खुद ही तुम्हारे गेस्ट हाउस आ जाउंगी. तुम मुझे लेने मेरे घर पर मत आना.
मैंने कहा कि ठीक है और फिर उसके अगले दिन ठीक 9 बजे मेडम मेरे दिए हुए पते पर हमारे गेस्ट हाउस आ गई. उस दिन भी मेडम ने सलवार सूट पहना हुआ था, वो उसमे क्या मस्त सेक्सी लग रही थी और उनके बूब्स, गांड तो बहुत सेक्सी दिख रहे थे. फिर मैंने मेडम को अंदर बुलाया और पानी पिलाया और उसके बाद हम कमरे के अंदर चले गये. मैंने उसी समय सेक्स की गोली खा ली थी और में जाते समय ही उनको किस करने लगा और मेडम भी मेरा साथ देने लगी.
करीब 15 मिनट के बाद में उनके बूब्स को ऊपर से ही सहलाने लगा. दोस्तों उनके क्या बूब्स थे? बिल्कुल गोल, मुलायम-मुलायम, बड़े-बड़े. फिर मैंने जल्दी से उनकी कमीज़ को उतार दिया और अब मेरे सामने मेडम सिर्फ़ ब्रा और सलवार में थी और में ब्रा के ऊपर से ही बूब्स को दबाने लगा और कुछ समय के बाद मैंने उनकी ब्रा को भी उतार दिया. वाह दोस्तों उनके बूब्स क्या मस्त लग रहे थे, में आपको शब्दों में नहीं बता सकता? तो में कुछ समय दोनों ही बूब्स को चूसता रहा.
फिर कुछ देर के बाद मेडम ने मुझे खड़ा कर दिया और मेरे कपड़े उतारने लगी और मेडम ने मेरी पेंट को उतारकर मेरे लंड को हाथ में पकड़ लिया और कहने लगी कि तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है और इतना बड़ा तो मेरे पति का भी नहीं है और अब वो मन ही मन मुस्कुराने लगी और मेडम किसी ब्लूफिल्म की हिरोइन की तरह मेरे लंड को चूसने लगी और करीब 10 मिनट के बाद में उनकी चूत को चाटने लगा और जब में चूत चाटने लगा तो मेडम ने झड़कर अपना पानी छोड़ दिया और मैंने मेडम का नमकीन पानी पी लिया और अब मेडम पूरी तरह से गरम हो गई और वो मुझसे कहने लगी कि बस और नहीं, अब मेरी चूत में अपना लंड डाल दो, में और देर तक नहीं सह सकती, प्लीज मेरी चूत की अपने लंड से आज प्यास बुझा दो. मैंने अपना आठ इंच का लम्बा लंड सीधा उनकी चूत में घुसा दिया, लेकिन बहुत ज़ोर लगाने के बाद भी उनकी चूत में मेरा लंड थोड़ा सा ही लंड अंदर गया, लेकिन मेडम चीखने, चिल्लाने लगी और कहने लगी कि प्लीज अब थोड़ा जल्दी जल्दी से मेरी चूत में सारा लंड डाल दो निर्मल प्लीज.
दोस्तों मैंने धीरे धीरे से धक्के देकर मेरा सारा लंड पूजा की चूत में डाल दिया. मेरा लंड उसकी चूत में बहुत मुश्किल से पूरा अंदर गया क्योंकि मेरा लंड मोटा था और उसकी चूत का छेद छोटा था, जिसको अब तक मेरा लंड थोड़ा बहुत फैला चुका था. उसकी चूत को देखकर लगता था कि उसके पति ने कभी उसकी चूत को सही तरीके से नहीं चोदा, लेकिन मुझे उन सब बातों से क्या? मुझे तो फ्री की एक चूत मिल चुकी थी जिसमे अब मेरा लंड अंदर होकर उसको फैलाकर चोद रहा था और अब पूजा दर्द की वजह से तड़पने लगी आह्ह्ह्हहहह ऊऊह्ह्ह्हह्ह प्लीज थोड़ा और आऐईईईई जल्दी, तेज तेज करो और फिर मैंने जोश में आकर धीरे धीरे अपनी स्पीड को बड़ा दिया क्योंकि मैंने सेक्स की एक गोली खाई हुई थी तो में अभी झड़ने वाला नहीं था और फिर में ज़ोर ज़ोर से पूजा को चोदने लगा और पूजा आआआअहह ऊऊऊऊऊऊहह एहह तेज और तेज और हाँ ऐसे ही और फिर में 30 मिनट बाद में पूजा की चूत में ही झड़ गया, लेकिन अब हमारे पास अभी भी बहुत टाइम था इसलिए हम कुछ देर आराम करके फिर से शुरू हो गए और इस बार मैंने पूजा को अपने ऊपर ले लिया और उससे अपने लंड के ऊपर बैठने को कहा और फिर पूजा बैठ गयी और में उसे चोदने लगा और फिर वो अपने आप ऊपर नीचे होने लगी और साथ ही साथ आआआआअहह आईईइईईई माँ की आवाज़े निकालती रही, चुदाई की वजह से सारे कमरे में थपथप की आवाज़ आने लगी और फिर कुछ देर के बाद मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उससे चूसने को कहा.
फिर मैंने उसकी चूत में फिर से लंड को डाल दिया और अब मैंने पूजा को डोगी स्टाइल में होने को कहा और 5-10 मिनट के बाद मैंने अपना लंड बाहर निकालकर उसकी गांड में घुसा दिया.
मेरा लंड मोटा होने के कारण उसकी गांड में थोड़ा सा ही गया और इसलिए में बाहर से तेल लेकर आया और थोड़ा थोड़ा उसकी चूत और गांड में लगाया और अपने लंड पर भी लगाया और फिर मैंने धीरे से उसकी गांड में अपना लंड दबाया और फिर पूजा तड़पने लगी. तो मैंने उसके दर्द की परवाह ना करते हुए अपना सारा लंड उसकी गांड में ज़ोर से धक्का देकर डाल दिया और कुछ देर अंदर रखकर आगे पीछे करने लगा और पूजा आह्ह्ह्हह ऊउईईईइ माँ थोड़ा धीरे अह्ह्हह्ह्ह्ह तुम प्लीज जल्दी से बाहर निकालो नहीं तो मेरी गांड फट जाएगी, लेकिन मैंने वैसे ही चोदना शुरू रखा और फिर करीब दस मिनट तक लगातार धक्के देकर चोदता और फिर उसकी चूत में लंड डालकर अंदर ही झड़ गया. इस तरह हमने उस दिन तीन बार सेक्स किया और मेडम मेरी चुदाई से बिल्कुल संतुष्ट दिख रही थी और अब वो बहुत खुश होकर अपने घर चली गई और ऐसे ही जब हमारा मन करता तो हम इस तरह से सेक्स करते रहते और करीब 9 महीने बाद पूजा को एक साथ दो बच्चे हुए और उसके बाद भी हमारा लगातार जारी है.
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ठंडी रात में भाभी की चुदाई

हैल्लो दोस्तों, ये बात आज से करीब 2 साल पहले की है. मेरी दुकान पर एक भाभी आया करती थी, वैसे उन्हें सिर्फ़ भाभी कहना ग़लत होगा, क्योंकि वो तो परी जैसी थी. उनका रंग एकदम गोरा था और उन्हें जहाँ से पकड़ लो तो टमाटर की तरह लाल पड़ जाए. उनकी हाईट लगभग 5 फुट 3 इंच, बिल्कुल स्मूद और सिल्की बाल जो नागिन की तरह ल़हराते थे. जब मैंने पहली बार उन्हें देखा तो मुझे ऐसा लगा कि ये बहुत भारी माल है और ये मेरे हाथ नहीं आने वाली, लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंज़ूर था. उसका फिगर बहुत मस्त था और वो पूरी मारवाड़ी थी.
पहली बार वो मेरे घर पर कुछ लेने आई थी. फिर उसके बाद हमारी मुलाक़ते बढ़ती रही. वो कभी-कभी दोपहर में आती थी तो हमारी घंटो बातें होती. उसके पति नेवी में थे, जो साल में सिर्फ़ 2 बार आते थे और बंदा जब आता था तो बेचारी कही नहीं जाती थी. वो अपने पति से खुश नहीं थी, क्योंकि वो जानवर किस्म का इंसान था.
उसके घर में उसकी सास रहती थी. बस हमारे मिलने के 8 महीने के बाद उसकी सास चल बसी और अब वो घर पर अकेली रहते हुए बोर हो जाती थी. ये बात जब उसने मुझसे कही तो मैंने कहा कि घर का काम निपटाकर शॉप पर आ जाया करो, तुम्हारा भी दिल लगा रहेगा और मेरा भी दिल लग जायेगा. वो बोली में क्या दिल बहलाने वाली चीज़ हूँ? जो आपका दिल लगा रहेगा. फिर मैंने कहा नहीं आप तो दिल से लगाकर रखने वाली चीज़ हो. वो शरमा गई और जाते हुए बोली कि इस शनिवार से आऊँगी और फिर जल्दी भी नहीं जाऊँगी.
अब मुझे इंतज़ार था तो बस शनिवार का. उस दिन में भी शॉप पर बड़ा सजधज कर गया और सोचा कि अब से रोज़ मज़ा आयेगा. फिर वो लगभग 12 बजे आई और उसे देखते ही मेरी 12 बज गई, क्या ग़ज़ब का सफ़ेद कलर का टाईट कुर्ता था? और उसके नीचे सफ़ेद लेगी. उसके पूरे पैर ऐसे लग रहे थे कि बस अभी उन्हें खा जाऊं. फिर जब वो मेरे पास आकर बैठी तो बोली ऐसे क्यों देख रहे हो? मुझे पहली बार देखा है क्या?
मैंने कहा लड़कियां तो बहुत देखी है, लेकिन आज तो अप्सरा को देखा है. फिर शर्म के मारे उसका चहेरा लाल पड़ गया. उस दिन के बाद हमारी नज़दीकियां भी बढ़ने लगी. फिर उस साल दीवाली के बाद मेरे घरवाले 15 दिन के लिए बाहर शादी में गये तो मैंने कहा कि अब से हम रोज़ होटल में खाना खाया करेंगे तो वो बोली ठीक है. फिर उसके बाद ठंड बढ़ने लगी.
फिर 2 दिन के बाद मैंने उससे कहा कि आज में तुम्हें घर छोड़ करता हूँ और आज तुम डिनर पर लाल साड़ी पहनना, में इतने में खाना पैक करवा कर लाता हूँ. फिर मैंने उसको घर छोड़ा और खाना पैक करवाने के बाद मैंने गुलाब जामुन लिए और उसके घर की तरफ चल दिया और जब में घर पहुँचा तो लॉक करने से पहेले ही उन्होंने दरवाजा खोल दिया और उसको देखते ही में चौक गया. उसने क्या साड़ी पहनी थी? लाल शिफान साड़ी. फिर मैंने उससे बोला कि मुझे आज यही रुकना पड़ेगा तो वो बोली तो रुक जाओ ना. में समझ गया कि आज आग दोनों तरफ लगी है. फिर खाना खाने के बाद मैंने कहा कि चलो टी.वी देखते है. अब साथ में बैठकर टी.वी देखते-देखते बातें सेक्स तक पहुँच गई और वो मायूस होने लगी.
फिर मैंने कहा क्या हुआ? तुम्हारा पति अच्छा नहीं है क्या? तो वो बोली पति तो अच्छे है, लेकिन वो सिर्फ़ वाइल्ड है और मुझे रोमांस पसंद है. उन्होंने मुझे कभी आज तक किस नहीं किया है. ये कहते हुए उसके होंठ थरथराने लगे और में उसके और पास चला गया और धीरे से उसकी कमर पर हाथ रखते हुए उसको अपनी तरफ दबा लिया और प्यार से उसके होंठो पर अपने होंठो को रख दिया.
अब होंठ रखते ही वो मेरे ऊपर आ गई और मेरे होंठो को एक भूखी शेरनी की तरह चूसने लगी, मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे ये उसकी जिंदगी का आखरी किस है. अब होंठ चूसते-चूसते मैंने उसको कसकर पकड़ लिया था और किस करते हुए ही उसको बेडरूम में ले गया और वहाँ जाकर बेड पर लेटा दिया और प्यार से उसकी साड़ी का पल्लू हटाते ही उसके बूब्स पर अपनी उंगलियां फैरने लगा और प्यार से बीच में किस भी किया. अब उसकी साँसे किसी ट्रेन के इंजन से भी तेज़ चल रही थी और उसका बदन किसी भट्टी की तरह तप रहा था. इतने में उसने मुझे मेरी शर्ट से पकड़कर मुझे वापस अपनी तरफ खींचा और किस करने लगी. अब मैंने किस करते हुए उसके ब्लाउज के हुक खोल दिए. अंदर उसने ब्रा नहीं पहनी थी और फिर में बूब्स को नीचे से पकड़कर धीरे-धीरे दबाने लगा. अब उसने मेरे होंठ छोड़ दिए और वो सिसकारियां भरने लगी.
अब में उसकी गर्दन पर, आँखों पर, सब जगह किस करने लगा. उसके बूब्स पर किस करने लगा और उनको दबाने और चूसने लगा. वो बोली कि आई लव यू, प्लीज ऐसा मत करो, में हमेशा के लिए तुम्हारी हूँ. फिर मैंने कहा अब से तुम मेरी ही हो जाओगी. अब मैंने उसके गोरे-गोरे बूब्स दबाते हुए धीरे से उसकी निप्पल पर चिकोटी काटी तो वो मुस्कुराते हुए बोली कि इतना धीरे मत करो कि मेरी जान ही निकाल दो. फिर मैंने उसके बूब्स चूसना शुरू किया और बहुत देर तक चूसने के बाद उनको मसलने लगा. फिर उसने उठकर अपनी साड़ी और पेटीकोट उतार दिया और अब वो अपनी काली पेंटी उतारने लगी. मैंने कहा कि इस पर मेरा हक़ है तो फिर वो वापस लेट गई.
अब मैंने भी मेरे पूरे कपड़े उतार कर सिर्फ़ अंडरवियर छोड़ दिया और उसके ऊपर आकर उसके पेट को चाटने लगा और धीरे-धीरे नीचे की तरफ आते हुए उसकी नाभि पर आकर रुक गया और उसको चूसने लगा. फिर मैंने मेरा हाथ नीचे लगाया, तो मुझे महसूस हुआ कि उसकी चूत में से इतना पानी आ रहा था कि बेडशीट गीली हुये जा रही थी. फिर में नीचे की तरफ आया तो मुझे शरारत सूझी और मैंने उसकी पेंटी के ऊपर से चूत को किस करते हुए, उसकी जाँघो पर किस किया. इससे वो और तड़प गई और कहने लगी कि तुम बहुत गंदे हो और मुझे तड़पाते हो. फिर मैंने उसकी पेंटी के ऊपर से किस किया तो उसकी एक लंबी सिसकारी छूट पड़ी. फिर वो बोली कि बहुत ठंड लग रही है, अब तो कुछ करो.
फिर मैंने उसकी पेंटी को अपने दांतों से उतार दिया और मैंने देखा कि उसकी चूत में से अमृत की धारा बह रही थी जो कि बहुत ही मस्त थी. अब वो बिना स्पर्श के ही निकल रही थी. फिर मैंने उसकी चूत पर किस करते हुए अपनी जीभ उसकी चूत के अंदर डाली और प्यार से चूसने लगा, और खूब जबरदस्त चूसने के बाद चुदाई का मौसम आया.
फिर मैंने अपना 7 इंच लंबा लंड निकाला और उसके हाथों में थमा दिया. वो बोली मेरे पति का तो काला नाग है, लेकिन तुम्हारा तो प्यारा पोपट पूरा गुलाबी है, मेरा मन कर रहा है कि अभी इसे खा जाऊं. तो मैंने कहा क्यों नहीं? आज अपनी हर इच्छा पूरी कर लो. अब इतना कहते ही उसने मेरा लंड अपने मुँह में लिया और चूसने लगी. अब वो चूसते-चूसते बोली कि बस अब डाल दो, नहीं तो में मर जाउंगी. फिर मैंने उसकी दोनों जाँघो को अपने कंधो पर रखते हुए धीरे से अपने लंड को उसकी चूत में धकेल दिया और धीरे-धीरे चूत में अन्दर डालता चला गया. अब वो जैसे जैसे अंदर जा रहा था, उसकी साँसे ऊपर चढ़ती जा रही थी और लंड सीधा जाकर उसकी बच्चेदानी से टकराया और उसकी जान निकल गई. अब वो बिल्कुल बेहोश सी हो गई थी और फिर मैंने धीरे-धीरे धक्के मारते हुए उसको खूब चूसा, खूब चूमा. अब 55 मिनट की जबरदस्त चुदाई में वो चार बार डिसचार्ज हुई और में 2 बार डिसचार्ज हुआ. उस रात के बाद हम आज तक एक पति पत्नी की तरह रहते है.
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दोस्त की बीवी ने होश उड़ा दिये

हैल्लो दोस्तों, में पिछले करीब दो साल से सेक्सी कहानियाँ पड़ता आ हूँ और में बहुत मज़े भी करता हूँ. दोस्तों यह बात करीब 8 साल पुरानी है. उस समय मेरा एक दोस्त था उसके घर पर मेरा आना जाना बहुत था. मेरे उससे करीब घर की तरह रिश्ता था. में बिना किसी झिझक के कभी भी उसके घर पर चल जाता और मेरे उस दोस्त की शादी गुजराती लड़की से हुई थी. वो लड़की दिखने में बिल्कुल ठीक थी और वो दिखने में एकदम सीधी साधी हाउसवाईफ थी, लेकिन उसका जिस्म बहुत भरा हुआ था और उसका हर एक अंग बहुत सेक्सी था. उसका वो गदराया हुआ बदन मुझे भी हमेशा अपनी तरफ आकर्षित करता था, लेकिन में फिर भी ज्यादा उन बातों पर ध्यान नहीं देता था.
फिर बहुत साल ऐसे ही गुज़रते गए और अब देखते ही देखते मेरा वो दोस्त अपने तीन बच्चों का बाप बन चुका था. मुझे बहुत ख़ुशी हुई मेरे रिश्ते अब उससे और उसकी वाइफ से और भी मज़बूत हो गये. उसको में हमेशा भाभी कहकर बुलाता था. वो भी मुझसे ठीक तरह से एकदम खुलकर तक बातचीत किया करती थी, लेकिन मैंने कभी भी सपने में नहीं सोचा था कि एक दिन ऐसा भी वक़्त आएगा कि जो औरत इतनी सीधी है वो एक दिन इस तरह चुदवाएगी? तो ऐसे ही वक़्त गुज़रता रहा और एक दिन वो दोपहर आ ही गई जब उस दिन हमारी जिन्दगी का सब कुछ बदल गया. दोस्तों में उस दिन अपने दोस्त के घर किसी जरूरी काम से गया हुआ था और लगातार तीन चार बार बाहर खड़े होकर घंटी बजाने के बाद भी जब किसी ने भी दरवाज़ा नहीं खोला तो में दूसरी तरफ से अंदर देखने चला गया.
मैंने उस समय अंदर की तरफ झांककर देखा तो वो सब देखकर मेरे तो एकदम से होश ही उड़ गए. मैंने देखा कि मेरे दोस्त की पत्नी बिना टॉप के आईने के सामने खड़ी थी और वो अपने आप को देख रही थी और अपने जिस्म पर हाथ घुमा रही थी. उसे देखने में लग रहा था कि वो अब तक बहुत गरम हो चुकी थी और यह नजारा देखकर में बिल्कुल पागल सा हो गया क्योंकि उसका बहुत भरा हुआ जिस्म था. वो बहुत बला की सुंदर लग रही थी. तभी अचानक से उसने मुझे देख लिया कि में पर्दे की आड़ से उसे देख रहा हूँ और वो मुझे देखते ही अपने बूब्स को छुपाकर भाग गई. मैंने बड़ी हिम्मत करके घर की घंटी दोबारा बजाई, लेकिन उसने अब भी दरवाज़ा नहीं खोला मुझ पर अब उसको इस तरह पूरा नंगा देखकर सेक्स का भूत सवार हो गया था.
मेरा तो दिल कर रहा था कि बस साली को पकड़कर बुरी तरह से चोद डालूं. दोस्तों उसका बड़ा ही सेक्सी जिस्म था. उसके फिगर का साईज़ करीब 36-28-40 होगा. अब में भी खड़ा खड़ा लगातार घंटी बजाता रहा और फिर थोड़ी ही देर में उसने दरवाज़ा खोला. डर से वो पसीने पसीने हो गई थी और उसकी तरह मेरा भी यही हाल था, लेकिन मेरे दिमाग में तो अब भी उसका वो पूरा नंगा जिस्म घूम रहा था. मैंने हिम्मत करके उसने कहा कि क्या ऐसे खड़ी है? और मैंने ज़ोर से धक्का देकर दरवाज़ा खोल दिया वो मेरी इस हरकत से बहुत घबरा गई थी और उसने बड़ी कोशिश की वो दरवाजा बंद कर ले, लेकिन में जबरदस्ती खोलकर अंदर घुस गया और फिर मैंने दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया. वो मेरे यह सब करने की वजह से बहुत डर गई थी. वो पसीने से बिल्कुल गीली हो चुकी थी और उसके चेहरे का रंग उड़ सा गया था और मैंने भी इतनी बड़ी हिम्मत कभी नहीं की थी. दोस्तों मुझे बिल्कुल भी पता नहीं कि में कैसे यह सब कर रहा था?
फिर वो मुझसे बोली कि यह क्या कर रहे हो, बाहर जाओ? तो मैंने कहा कि तू वहां पर आईने के सामने खड़ी खड़ी क्या कर रही थी? क्या में तेरे पति को बता दूँ कि तू कितनी भोली बनती है और तू उसके पीछे से यह सब करती है? तो वो बोली कि प्लीज किसी को कुछ मत बोलना, तुमको कसम है. में आज ही पहली बार ऐसा कर रही थी और फिर तुमने वो सब देख लिया. मैंने बोला कि अब में क्या करूं तूने ही मुझे दिखाया है और मेरा दिमाग खराब किया है? तो अब तू जल्दी से मेरा यह लंड को शांत कर.
वो बोली कि नहीं, यह सब बिल्कुल ग़लत है. में तुम्हारे साथ ऐसा कुछ भी नहीं करूंगी जैसा तुम सोच रहे हो और बाहर किसी को पता चल गया तो मेरी बहुत बदनामी होगी. मैंने कहा कि ग़लत तो अभी कुछ देर पहले यह सब भी था कि तू पूरी नंगी होकर उस आईने में देख रही थी और बाहर किसको पता चलेगा यह बात या तो तुझे पता है या फिर में जानता हूँ? तू अब जल्दी से इसको शांत कर दे और उससे यह बात कहते हुए मैंने उसको अपनी बाहों में भर लिया और में उसे बिल्कुल पागल की तरह किस करने लगा. वो अपना मुहं बार बार हटा रही थी, लेकिन में उसे लगातार किस किए जा रहा था. मैंने उसे बहुत कसकर अपनी बाहों में जकड़ रखा था और अब वो भी धीरे धीरे ठंडी पढ़ने लगी थी.
अब में गरम तो पहले से ही बहुत था. अब में उसके बूब्स को बहुत बेरहमी से दबाने लगा और उसके मुहं से आह्ह्ह्ह उह्ह्हह्ह प्लीज थोड़ा धीरे करो ऐसी आवाज़ आ रही थी, लेकिन मुझ पर चूत का भूत सवार था में बहुत पागल हो चुका था. में बस उसको पागलों की तरह किस किए जा रहा था और फिर देखते ही देखते उसके कपड़े फाड़ दिए. अब वो भी बहुत गरम हो चुकी थी. उसने भी मेरे पजामे का नाड़ा खोल दिया और मैंने उसको बहुत धीरे से धक्का देकर बेड पर पटक दिया और उसे नीचे से ऊपर तक अपनी जीभ से चूमने, चाटने लगा और उसके जिस्म का एक एक हिस्सा चूमने लगा. अब वो बहुत पागल सी हो गई थी. अब हम दोनों जोश में थे और मेरा लंड तनकर बहुत टाईट हो चुका था और बहुत बड़ा भी.
फिर मैंने उससे मेरा लंड चूसने को कहा तो वो बोली कि यह सब सही नहीं है और वो यह सब नहीं करेगी, उसको यह बिल्कुल भी पसंद नहीं है. मैंने बोला कि साली तुझे चूसना तो पड़ेगा. में उसके ऊपर चड़ गया और अपने लंड को उसके होंठ पर रखकर ज़बरदस्ती मुहं में डालने लगा. वो थोड़ी देर मना करती रही, लेकिन फिर मैंने उसकी नाक बंद कर दी सांस लेने के लिए जैसे ही उसने अपना मुहं खोला तो मैंने लंड उसके मुहं में डाल दिया और कस कसकर झटके देने लगा कि जैसे में उसके मुहं को चोद रहा हूँ.
वो ऑश आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह करती रही, में अब बहुत गरम हो गया था. थोड़ी देर झटके देने पर मेरा वीर्य उसके मुहं में ही निकल गया और अब वो लंड को मुहं से बाहर निकाला चाहती थी, लेकिन मैंने नहीं निकालने दिया और मैंने सारा वीर्य उसकी मुहं में निकाल दिया और जैसे ही सारा वीर्य निकला में तुरंत उसके ऊपर से हट गया तो वो जल्दी से बाथरूम की तरफ भागी और जो उसके मुहं में बचा हुआ वीर्य था उसको उसने झट से बाहर थूक दिया और फिर मुझ पर बहुत गुस्सा करने लगी.
अब वो मुझसे बहुत गुस्से में बोली कि उसको यह सब पसंद नहीं है. मैंने आज तक अपने पति के साथ कभी भी ऐसा गंदा काम नहीं किया. में उसके मुहं से यह बात सुनकर ज़ोर ज़ोर से हंसने लगा और उससे बोला कि यह तो इतनी मस्त लोलीपोप है, अगर तुमने अभी तक इसको नहीं चूसा तो फिर क्या किया? और फिर में उसको जबरदस्ती बेड पर पटककर बहुत जंगली वाला प्यार करने लगा और वो भी अब मदहोश हो गई थी. मैंने उसके चूत के दाने को पागलों की तरह चूसा, चाटा और अपनी ज़बान से अंदर तक उसकी चूत को चाट डाली.
वो पागल होकर मेरे बालों को कसकर मेरे सर को चूत पर दबा रही थी और मेरे मुहं को अपनी चूत पर रगड़ रही थी और सिसकियाँ ले रही थी. फिर थोड़ी ही देर में उसकी चूत का बहुत सारा पानी निकल गया. तब तक में एक बार फिर से थोड़ा गरम होने लगा था. मैंने उससे एक बार फिर से कहा कि मेरा लंड चूस, लेकिन वो नाटक करने लगी. मैंने उससे कहा कि साली मदारचोद आज नाटक कर रही है एक दिन तू खुद इसको चूसने के लिए तरसेगी. फिर मैंने उसको नीचे बैठाया और ज़बरदस्ती उसके मुहं में अपना लंड डाल दिया. वो अब धीरे धीरे चूसने, चाटने लगी.
फिर कुछ ही देर में मेरा लंड एकदम टाईट हो गया और मैंने उसको कुतिया बनाकर जल्दी से अपना लंड उसकी रसभरी चूत के छेद पर रखकर एक ऐसा ज़ोर का झटका दिया कि उसके मुहं से चीख निकल गई और में अब उसकी गांड पर कस कसकर थप्पड़ मारने लगा और उसके बालों को पीछे से पकड़कर बहुत कस कसकर झटके देने लगा. वो बहुत ज़ोर से चिल्लाने लगी और चीखने लगी आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह शईईईईइ उह्ह्ह्हहहह अब मेरी चूत फट गई है. प्लीज अब इसे बाहर निकालो, तुम्हारा बहुत बड़ा है आह्ह्ह्ह ऑश प्लीज अब छोड़ दो मुझे, लेकिन में कुछ नहीं सुन रहा था. बस जोरदार धक्के देकर चोदे जा रहा था.
5-6 मिनट तक ऐसे ही लगातार धक्के लगाता रहा और फिर मेरा वीर्य उसकी चूत में निकल गया और जब मैंने लंड को चूत से बाहर निकाला तो मैंने देखा कि उस पर थोड़ा सा खून लगा हुआ था. में उसे देखकर डर गया कि यह क्या हो गया और यह खून कैसे निकला? वो बोली कि तुम बिल्कुल भी मत घबराओ, ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उसके पति का लंड बहुत पतला है और छोटा भी है तो उनका लंड कभी इतना अंदर गया ही नहीं. मैंने उससे कहा कि चल अब लंड को चाट चाटकर साफ कर. वो मना करने लगी, लेकिन फिर मैंने कहा कि अब तो तुझे हमेशा यह सब करना है. चल आज से तू मेरी रंडी है. फिर वो बोली कि उसे आज तक कभी चुदने में इतना मज़ा नहीं आया, लेकिन आज मुझे वो मज़ा आ गया. में मन ही मन सोचने लगा कि यह बहुत ग़लत है और उसके बाद हम एक महीने तक नहीं मिले.
फिर एक दिन वो मुझसे मिली और बोली कि क्यों याद नहीं आता क्या वो प्यार? तो मैंने बोला कि साली तू कोई भूलने वाली चीज है क्या? इस बात पर वो बोली कि चलो आज करते है. आज घर पर कोई नहीं है. फिर मैंने उसको हाँ कह दिया और में उसी रात को उसके घर पर चला गया और मैंने यह सोच लिया था कि आज में इसको अपना लंड इतना चूसवाऊँगा और इतना चोदूंगा कि यह साली पागल हो ज़ायेगी. उस दिन मैंने उसको ज़बरदस्ती बैठाकर लंड को मुहं में डाल दिया और बहुत देर तक उसका मुहं चोदा.
वो बहुत दिन बाद चुदवा रही थी तो ठीक से पूरा अंदर ले नहीं ले पा रही थी, लेकिन में कस कसकर झटके देता रहा. जिसकी वजह से उसको कई बार उल्टी आने लगी थी और अब ऐसा मौका हमको जब भी मिलता है तो में बस लंड से चूत को चोदता और वीर्य उसके मुहं में ही निकालता. वो अब धीरे धीरे मेरे लंड की दीवानी हो गई है और अब तो वो मेरा ऐसा लंड चूसती है कि में क्या कहूँ? फिर एक दिन मैंने उससे पूछा कि क्या तू मेरे लंड को याद करती है? तो वो बोली कि हाँ बहुत और हम दोनों जब भी मौका मिलता है तो बहुत जबरदस्त सेक्स करते है.
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रेखा को चोदकर रखेल बनाया

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राज है और में बरेली का रहने वाला हूँ. में इस साईट का नियमित पाठक हूँ और ये मेरी पहली स्टोरी है. अब में आपको अपनी कहानी शुरू करने से पहले अपने बारे में बता दूँ कि मेरी उम्र 24 साल है और हाईट 5 फुट 11 इंच है. में दिखने में अच्छा हूँ और अब में सीधा स्टोरी पर आता हूँ. ये कहानी मेरी और एक शादीशुदा लड़की रेखा की है.
रेखा बहुत ही खूबसूरत औरत है और उसका फिगर लगभग 34-28-32 है और वो दिखने में दूध की तरह गोरी और बहुत ही सेक्सी है. उसके होंठ एकदम गुलाबी है और जब वो जीन्स टॉप पहनती है तो क़यामत लगती है. मेरी और उसकी मुलाकात एक ऑफीस में हुई थी और फिर हमने अपना नम्बर एक्सचेंज किया और फिर वो मुझे कॉल करने लगी और हमारे बीच बातें होने लगी और धीरे-धीरे उसने मुझे अपने बारे में सब कुछ बता दिया और हम एक दूसरे से बिल्कुल फ्रेंक हो गये.
फिर मैंने उसे एक दिन मूवी देखने का ऑफर किया तो वो भी राजी हो गयी और फिर हम मूवी देखने गये. अब जब में मूवी देख रहा था तो उसने अपना सिर मेरे कंधे पर रख दिया और में उसके बालों में हाथ फेरने लगा. फिर मैंने उसे अपनी बाहों में ले लिया और उसे एक किस किया तो वो कुछ नहीं बोली और मैंने उसे लगातार स्मूच करना शुरू कर दिया और वो भी मेरा साथ देने लगी. फिर में उसके बूब्स को दबाने लगा और उसने मेरी पेंट के ऊपर से ही मेरा लंड पकड़ लिया.
मैंने भी उसकी जीन्स खोलकर उसकी चूत पर अपना हाथ रख दिया और अपनी उंगली उसकी चूत में डाल दी. उसने मुझे बहुत जोर से किस किया और अब वो सिसकियाँ लेने लगी. फिर हम 5 मिनट तक ऐसे ही स्मूच करते रहे और फिर वो वहीँ पर ही झड़ गयी. फिर हम पिक्चर हॉल से बाहर निकले तो मैंने उससे कहा कि रेखा अब कंट्रोल नहीं हो रहा है तो उसने कहा कि तुम कल सुबह मेरे घर आ जाना, तो मैंने कहा कि ठीक है.
फिर अगले दिन में उसके घर पहुँचा तो जब उसने काले कलर का सूट पहना था और कसम से जब वो सेक्स की देवी लग रही थी. मेरा मन कर रहा था कि उसी समय उस पर टूट पडूँ और उसे पकड़ कर चोद दूँ, लेकिन मैंने कंट्रोल किया और उससे कहा कि तुम आज बहुत हॉट और सेक्सी लग रही हो. तो वो बोली में कितनी हॉट हूँ आज तुम्हें दिखाउंगी और फिर में उसके घर में अंदर गया फिर जब में अंदर पहुँचा तो मैंने देखा कि उसका पति सो रहा था और मैंने उससे पूछा कि ये घर पर है तो तुमने मुझे क्यों बुलाया? तो वो बोली कि ये तो हमेशा ही घर पर ही रहता और ऐसे ही दारू पीकर सोता रहता है. उस समय उसकी आँखों में एक अजीब सी प्यास थी.
फिर मैंने उसे हग किया और अब में समझ गया कि रेखा का पति उसको ठीक से चोद नहीं पाता है और फिर में उसे किस करने लगा. उसने मुझे रोका और कहा कि पहले में तुम्हारे लिए नाश्ता लाती हूँ तो मैंने उससे कहा कि नहीं डार्लिंग मुझे खाने और नाश्ते की भूख नहीं है, मुझे तो सिर्फ तुम्हरी भूख है. तो वो बोली कि तुम तो बड़े बेसब्र हो तो मैंने उसे फिर से पकड़ लिया और स्मूच करने लगा. अब इस बार वो भी मेरा साथ देने लगी थी और फिर में उसके बूब्स ऊपर से ही दबाने लगा.
वो अब पागल हुई जा रही थी और फिर वो बोली कि चलो बाहर हॉल में चलते है. तो मैंने कहा कि ठीक और फिर हम बाहर हॉल में आ गये और में उसे किस करने लगा. फिर धीरे-धीरे उसने मेरे सारे कपड़े निकाल दिए और अब में सिर्फ अंडरवेयर में था. फिर उसने मेरा लंड अंडरवियर के अंदर से पकड़ लिया. और अब उसका हाथ लगते ही मेरी पूरी बॉडी में करंट दौड़ गया और मैंने उसे जानवरों की तरह चाटना शुरू कर दिया.
फिर उसने एक-एक करके अपने सारे कपड़े उतार दिए और अब वो मेरे सामने बिल्कुल नंगी थी. कसम से उसका चाँदी जैसा बदन देखकर मैंने अपना आपा खो दिया और उस पर टूट पड़ा. उसकी चूत एकदम क्लीन शेव थी. फिर मैंने अपना अंडरवेयर भी निकाल दिया और वो मेरे लंड को देखकर बोली कि वाह क्या लंड है तुम्हारा? सॉरी मैंने आपको नहीं बताया कि मेरा लंड 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है.
फिर मैंने उससे कहा कि जान मेरा लंड चूसो ना, तो वो बोली क्यों नहीं? राजा पहली बार आज इतना अच्छा लंड मिला है तो में ज़रूर चूसूँगी. फिर उसने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और वो मेरे लंड को लॉलीपोप की तरह चूसने लगी. कसम से दोस्तों जब मुझे इतना मज़ा आ रहा था कि में बता नहीं सकता और 5 मिनट के बाद ही में उसके मुँह में ही झड़ गया और वो मेरा सारा पानी पी गयी.
फिर मैंने उसे नीचे लेटाया और उसके पैरों के बीच में आकर उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. अब वो सिसकियां लेते हुए मेरा सर अपनी चूत में दबाने लगी और में अपनी जीभ उसकी चूत में अंदर बाहर करने लगा. अब वो बड़बड़ाने लगी थी ओऊह्ह राज यू आर टू गुड राज, आज पहली बार मुझे इतना मज़ा आ रहा है, राज करो, तुम बहुत अच्छे हो राज.
फिर करीब 5 मिनट के बाद उसने भी पानी छोड़ दिया तो में भी उसका सारा पानी पी गया और अब मेरा लंड दोबारा खड़ा हो गया और में उसकी चूत पर रगड़ने लगा. वो बोली कि राज जल्दी अंदर डालो ना, क्यों इतना तड़पा रहे हो? तो मैंने उससे कहा कि इतनी आसानी से नहीं करूँगा, पहले वादा करो की आज के बाद जब भी मेरा मन करेगा तुम मुझे अपनी चूत दोगी. वो बोली हाँ पक्का आज के बाद में तुम्हारी रखेल बनकर रहूंगी, अब तो जल्दी से अन्दर डाल दो. फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और एक जोरदार धक्का मारा तो उसकी चूत टाईट होने की वजह से मेरा लंड फिसल गया, ऐसा दो बार हुआ.
फिर उसने अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ा और मैंने एक ज़ोर का धक्का मारा और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया. उसके मुँह से चीख निकल गयी और वो बोली कि भोसड़ी के आराम से कर ना, पहले कभी किसी के साथ नहीं किया क्या? अब उसके मुँह से गाली सुनकर मुझे गुस्सा आ गया और मैंने उसे एक ज़ोर का थप्पड़ लगा दिया और कहा कि साली अभी तो गांड उठा-उठा कर कह रही थी कि जल्दी अंदर डालो और अब जब अंदर चला गया तो चिल्ला रही है. फिर वो बोली मेरे राजा आराम से करो, दर्द होता है. फिर में वैसे ही रुककर उसके बूब्स को दांतों से काटने लगा और अब उसकी आँखो से आँसू निकल रहे थे.
फिर थोड़ी देर के बाद वो अपनी कमर हिलाने लगी और मैंने भी धीरे-धीरे से धक्के मारने शुरू कर दिए. अब उसे भी मज़ा आने लगा था और मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था. फिर वो कहने लगी कि चोदो राज, मुझे चोदो, में बहुत प्यासी हूँ, आज पहली बार ऐसा लग रहा है जैसे कोई ढंग का लंड अंदर गया है. बहुत मज़ा आ रहा है राज, चोदो मुझे और ज़ोर से चोदो, आज से तुम ही मेरे असली पति हो राज और उसकी बातें सुनकर मुझे और जोश चढ़ रहा था और में उसे तेजी से चोदे जा रहा था.
फिर करीब 15 मिनट तक मैंने उसे अलग-अलग पोज़िशन में चोदा. अब में झड़ने वाला था तो मैंने उससे कहा कि में झड़ने वाला हूँ. वो बोली कि अन्दर ही झाड़ दो अब में तुमसे एक बच्चा चाहती हूँ. फिर मैंने अपनी स्पीड तेज कर दी और उसकी चूत में ही झड़ गया, अब वो भी दो बार झड़ चुकी थी. फिर में उसके ऊपर ही लेट गया. फिर उसने मेरी गर्दन पर किस किया और आई लव यू बोला तो मैंने भी उसे आई लव यू टू कहा और उस दिन मैंने उसे 4 बार चोदा और आज तक चोद रहा हूँ.
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बीवी ग़लती से पापा से चुदाई

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मयंक है और में मुंबई से हूँ. में भी  मेरी उम्र 28 साल है और मेरी शादी कुछ साल पहले हो गई है और मेरी बीवी की उम्र 26 साल है जो एक रूप की रानी है और उसको एक बार देखकर साले बुड्ढे भी जवान हो जाते है. वो जहाँ पर भी जाती है कोई ना कोई उनके साथ छेड़खानी करते है.
दोस्तों में आज आप सभी को अपनी एक सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूँ जिसके घटित होने के बाद में कुछ भी नहीं कर सका क्योंकि मेरे परिवार की इज्जत का सवाल था और अब में वो किस्सा आप सभी को थोड़ा विस्तार से बताता हूँ जिसने मेरी पूरी जिन्दगी को बदल कर रख दिया. दोस्तों मेरे घर में मेरे पापा मेरी माँ भी रहती है. मेरे पापा की उम्र 51 साल है जो दिखने में मेरे जैसे ही है. दोस्तों यह बात दो महीने पहले की है जब में मेरी बीवी और मेरे पापा मेरी माँ के साथ गावं गये हुए थे. वहाँ पर हमारा एक बहुत बड़ा खेत भी है और एक बहुत बड़ा घर भी. फिर उस दिन में, मेरे पापा हमारा खेत देखने चले गये और मेरी माँ और मेरी बीवी दोनों घर का काम करके जल्दी सो गई थी.
फिर में घर पर गया और अपने रूम में जाकर सो गया. दोस्तों मुझे चुदाई करनी थी, लेकिन मुझे ऐसा लगा कि शायद मेरी बीवी बैचारी काम करके थक गई होगी तो हम सेक्स कल करते है. यह बात मन ही मन सोचकर में सो गया, लेकिन हाँ दोस्तों मेरी बीवी भी बहुत बड़ी चुदक्कड़ है. में जब भी चोदने का नाम लेता हूँ तो कैसे भी हालात में हो उसकी तरफ से हाँ ही होती है, लेकिन मैंने खुद जानबूझ कर कुछ नहीं किया. फिर जब दूसरे दिन में मेरे पापा खेत पर गये तो हमे फिर से शाम हो गई और फिर में और मेरे पापा मेरे चाचा के घर पर चले गये. वहां पर उनका एक लड़का भी था. फिर मैंने पापा से कहा कि पापा में मोहन के साथ बाहर जा रहा हूँ आप घर पर जाकर सो जाना में थोड़ा देर से आ जाऊंगा. पापा ने कहा कि ठीक है और मेरे पापा थोड़ी देर बाद घर पर पहुंचे तो वो अपने रूम में चले गये. दोस्तों एक बात और मेरी बीवी और मेरी माँ ने अपना रूम चेंज कर लिया था जो मुझे और पापा को पता नहीं था. उसका कारण यह था कि मेरी बीवी को छिपकली से बहुत डर लगता था और वो उस वाले रूम में बहुत सारी थी तो इसलिए माँ ने कहा कि तुम आज इस रूम में सो जाना और कल हम दवा का छिड़ाकाव कर देंगे.
दोस्तों फिर इस ग़लती ने मेरी लाईफ में आग लगा दी और जब में घर पर पहुंचा तो पापा ने दरवाजा बंद किया और मैंने सुना नहीं कि उन्होंने मुझसे क्या कहा में अपने रूम में गया और मैंने देखा कि लाईट बंद थी और नाईट लेम्प जल रहा था. मैंने कपड़े चेंज किए और जब में सोने को गया तो मुझे साड़ी का अहसास हुआ तो मैंने मोबाइल की लाईट चालू करके देखा तो वहां पर मेरी माँ सो रही थी और क्या? में मेरे रूम में जाने लगा और मैंने सोचा कि में एक काम करता हूँ. मेरे रूम की खिड़की में खुली ही रखता हूँ जो बंद थी. मैंने सोचा कि अगर में दरवाजा खटखटाकर पापा को बुलाऊंगा तो मेरी बीवी को पता चल जाएगा वो शर्मिंदा ना हो इसलिए मैंने खिड़की हल्के से खोली तो में अंदर का नजारा देखकर बिल्कुल दंग रह गया.
मैंने देखा कि पापा कपड़े उतार रहे थे और उनको भी पता नहीं था उन्होंने अपने कपड़े उतारे और मेरी बीवी के पास लेट गये. वो एक कंबल के अंदर थी और मुझे लगा कि शायद उनको कुछ देर बाद पता चल जाएगा और वो उठकर बाहर आ जाएगें, लेकिन अब सब कुछ उल्टा हुआ. साली ठंड भी उस समय इतनी थी कि बूड़े को भी चुदाई की वासना जाग उठी और उन्होंने धीरे धीरे कंबल हटाया और जब उन्होंने मेरी बीवी की नाईट गाउन को छुआ तो वो भी एकदम चकित हो गये और फिर कुछ देर सोचने लगे. तभी अचानक से उन्होंने पूरा कंबल धीरे धीरे करके हटा दिया और अब मेरी बीवी काले कलर की नाईट गाउन में थी और वो पास में मुठ मारने लगे, फिर अचानक रुक गये और बैठकर उन्होंने मेरी बीवी यानी कि श्वेता के नाईट गाउन को थोड़ा सा उँचा करके धीरे धीरे ऊपर करने लगे.
फिर अब उन्होंने कमर तक चड़ा दिया अब उनको श्वेता की पेंटी जो काली कलर की थी, वो अब दिख रही थी और अब उन्होंने एक बार फिर से मुठ मारना चालू कर दिया. फिर जब उनको लगा कि अब कुछ करते है तो उन्होंने श्वेता के पैर को धीरे से उँचा करके फैला दिया और अब उस पेंटी में से चूत की दरार दिख रही थी जो चिपकी हुई थी. अब वो धीरे से मुहं को चूत तक ले गए और सूंघने लगे और ज़ोर ज़ोर से मुठ मारने लगे. फिर हिम्मत बढ़ाते हुए उन्होंने पेंटी को पकड़कर एक साईड किया और जीभ को पास में ले जाकर चाटने लगे.
मेरी बीवी अचानक से उठकर बैठ गई और बोली कि मयंक तुम यह क्या कर रहे हो? तुम्हे चुदाई करनी है तो प्लीज जल्दी से करो, लेकिन मुझे ऐसे तड़पाओ नहीं और फिर पापा ने अपनी गर्दन को हिलाकर हाँ बोला और मेरी बीवी को पता ही नहीं चला क्योंकि मेरे पापा का बदन बिल्कुल मेरे जैसा ही है, लेकिन मेरा लंड 7 का है और मेरे पापा का मैंने देखा तो साला पूरा 9 इंच का था और फिर उन्होंने अपनी जीभ को चूत के पास गोल गोल घुमाना शुरू किया तो मेरी बीवी की अब पूरी वासना जाग उठी थी.
अब वो पापा के सर को पकड़कर चूत में दबा रही थी. फिर वो ऊपर आए और गाउन को उतार दिया और पेंटी को भी उतार दिया. अब उसके बूब्स दिखने लगे जो काली ब्रा में क़ेद थे. वो उनको पकड़कर ज़ोर ज़ोर से दबाने लगे और फिर ब्रा को भी निकाल दिया. अब वो होंठो पर अपने होंठ लगाते हुए किस करने लगे, लेकिन अभी भी मेरी बीवी की आँखे बंद थी और मेरे पापा ने किस करते हुए उनके कपड़े भी धीरे धीरे पूरे उतार दिए. अब पापा को बिल्कुल भी डर नहीं था और अब पापा का लंड श्वेता की चूत को दबा दबाकर रगड़ रहा था और मेरी बीवी झटका मार रही थी. ना जाने कितनी बार उनका पानी निकल गया होगा.
फिर अचानक लंड का सुपाड़ा फिसलता हुआ सीधा अंदर चला गया क्योंकि चूत पानी से पूरी भरी हुई थी और लंड के चूत के अंदर जाते ही वो बेड शीट को पकड़कर मचल उठी और और हाँ दोस्तों में आपको बताना ही भूल गया कि मेरी बीवी की चूत इतनी टाईट है कि में जब उसे चोदता हूँ तो वो साली बहुत ज़ोर से चीखती, चिल्लाती ही रह जाती है क्योंकि मेरे लंड की गोलाई 3 इंच है और मेरे पापा की 4 इंच की थी. तभी वो एकदम से चकित हो गई और बोली कि मयंक तुम्हारा लंड इतना मोटा कैसे हो गया? अब धीरे धीरे पापा ऊपर नीचे होने लगे तो मेरी बीवी को बहुत दर्द हुआ क्योंकि आज पहली बार किसी का मोटा और लंबा लंड उसकी चूत के अंदर जा रहा था और वो तुरंत ही चिल्लाते हुए बोली उह्ह्ह्हह्ह मयंक रुको थोड़ा आह्ह्ह्हह्ह मयंक आईईईइ में मरी प्लीज रुको.
पापा के मुहं से अचानक निकल गया कि बोलो मत वर्ना सब लोग जाग जाएगे और अब उसको पूरा विश्वास हुआ कि यह मयंक नहीं है तो उसने उनका मोबाईल हाथ में ले लिया और लाईट चालू करके देखा तो वो पापा को अपनी चुदाई करते हुए देखकर उन्हें अपने ऊपर से हटाने लगी. फिर पापा ने उसे इस तरह कसकर पकड़ लिया था कि वो थोड़ा सा हिला भी नहीं पा रही थी. जब मेरी बीवी शांत हुई तब पापा ने लंड को चूत के अंदर से बाहर निकाला और श्वेता के दोनों हाथ पकड़कर बोले कि अगर तुमने दस मिनट तक अपनी चूत से पानी नहीं छोड़ा तो में तुझे नहीं चोदूंगा और वो कुछ नहीं बोली सिर्फ़ रोते रोते हाँ बोली और पापा ने पहले चूत को पूरी तरह साफ किया जुर फिर मोबाईल में टाईम दिखाया और उसके होंठो को चूमने लगे.
फिर मेरी बीवी के हाथ छोड़ दिए और बूब्स को पकड़कर दबाने लगे और अब मेरी बीवी अपने आपको कंट्रोल कर रही थी, लेकिन अब उनका लंड भी चूत को रगड़ रहा था और मेरी बीवी ने मोबाईल में देखा तो सिर्फ़ तीन मिनट हुए थे. अब उन्होंने होंठो को चूस चूसकर बूब्स को पकड़ लिया और अब लंड चूत के दाने को ज़ोर ज़ोर से रगड़ रहा था. आख़िर एक महिला होने से वो कंट्रोल नहीं कर पा रही थी और अचानक उसने मोबाईल में वापस देखा तो सिर्फ़ अब तक 6 मिनट हुए थे अब पापा ने बूब्स को जैसे ही मुहं में लिया तो मेरी बीवी ज़ोर ज़ोर से रोने लगी और ऊपर नीचे होने लगी. फिर इतने में वो ऊपर की तरफ देखकर बोली कि मयंक मुझे माफ़ कर देना और वो इतने झटके के साथ ऊपर उठी कि चूत में से बहुत सारा पानी निकल आया और पापा हंसते हुए बोले कि अब में जीत गया हूँ और तुम्हे मेरा साथ देना होगा ठीक है और मेरी बीवी ने रोना बंद किया.
अब पापा मेरी बीवी की चूत के होंठो को पकड़ कर लंड को चूत के ऊपर रगड़ रहे थे. इस बीच उन्होंने मेरी बीवी को वापस झटका मारा तो लंड ना चाहते हुए भी अंदर सरक गया और पूरी चूत पानी से भरी हुई थी. अब पापा ने झटके लगाने शुरू किए और उन्होंने मेरी बीवी को पैर फैलाने को कहा और जैसे ही उसने अपने दोनों पैर फैलाया तो पापा लंड को एक झटके के साथ अंदर, बाहर करने लगे. वो इतनी ज़ोर ज़ोर से झटके मार रहे थे कि मेरी बीवी की चूत से अब पानी ही पानी बाहर आ रहा था और अब उसने भी धीरे धीरे पैरों को ढीला किया और पापा की गांड के ऊपर रख दिया. अब पापा का पूरा लंड, चूत में था और पछ पछ की आवाज़ आ रही थी और अब लगातार चुदाई करते हुए उन्हें एक घंटा हो गया और पापा ने अपना वीर्य चूत के अंदर ही छोड़ दिया.
फिर वो मेरी बीवी के ऊपर ही पड़े रहे और थोड़ी देर बाद वो उठे और कपड़े पहने और वो बोले कि मयंक को मत बताना. तब मुझे ऐसा लगा कि वो बाहर निकलेगें तो में दरवाजे से बाहर चला गया और नाटक करके अंदर आया. फिर पापा मुझसे बोले कि बेटा तू अब तक कहाँ था? तो मैंने कहा कि में अपने किसी दोस्त के घर पर था. वो बोले ठीक है चल रूम में जाकर सो जा और में जैसे तैसे जाकर हंसते हुए मेरी बीवी से बोला हैल्लो सेक्सी मुझे आज चोदना है. तो वो बोली कि नहीं मुझे अब बहुत नींद आ रही है सेक्स हम कल करेंगे.
फिर वो उठकर पेशाब करने बाहर गई तो मैंने लाईट को चालू किया तो देखा कि पूरी बेड पर मेरी बीवी की चूत का पानी था और थोड़ा खून भी था और मैंने तय किया कि आज के बाद बीवी को अकेला कभी नहीं छोडूंगा और उसके बाद मैंने आज तक अपनी बीवी को कभी भी अकेला नहीं छोड़ा, क्योंकि उस पर मेरे पापा की नजर थी और वो खुद भी लंड की बहुत भूखी थी.
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दूसरे की खुशी के लिए

हैल्लो दोस्तों, ये स्टोरी तब शुरू हुई जब में छुट्टी बिताने मामा के गावं गया हुआ था. दिसम्बर का महिना था में और काफ़ी टाईम बाद वहाँ गया था. मामा के सबसे छोटे लड़के जिनका नाम उमेश और उम्र में मुझसे 3 साल बड़े है. उनको आँख में प्रोब्लम होने की वजह से कम दिखाई देता है तो वो पढ़ नहीं पाए और घर में रहकर मामा की खेती में मदद करते थे. बहन गीता मुझसे 3 महीने बड़ी थी, मामा घर पर कम रहते थे और भाई ज्यादा दिखाई ना देने की वजह से कमरे में बॉडी बनाया करते थे, तो गीता को खुली छूट थी, मेरी मामी बहुत सीधी है.
फिर घर पर सब मुझसे प्यार से मिले, लेकिन गीता को देखकर तो में शॉक रह गया. वो सांवली थी, लेकिन बहुत सेक्सी थी. उसने टॉप और पजामा पहन रखा था जिसमें उसकी गांड खूब उठी हुई दिख रही थी और उसने अपने बाल फोल्ड करके क्लिप लगाया हुआ था, वो क्या माल लग रही थी? फिर सबसे मिलने के बाद शाम को मामी किचन में थी और मामा बाजार गये हुए थे. अब रूम में गीता, में और भैया बातें कर रहे थे. गीता मुझसे खूब फ्रेंक हो रही थी और अपने भाई के सामने मुझसे गर्लफ्रेंड और गर्ल्स की बाते कर रही थी. में सिर्फ़ उसको ही देख रहा था. फिर बातें करते हुए जब वो अपने हाथ उठा रही थी तो में उसकी बगल को नोटीस कर रहा था. उसने हेयर रिमूवर से उसे क्लीन शेव कर रखा था. जबकि गावं में लड़कियों के पास ऐसी सुविधा नहीं होती है. अब वो भी मुझे नोटीस कर रही थी.
फिर थोड़ी देर में भैया कसरत करने चले गये, फिर हम दोनों ने साथ में खाना खाया और फिर टी.वी देखी और खूब बातें की. अब में उसके काफ़ी करीब भी जा रहा था. फिर सोने का टाईम आया तो भैया बोले कि तू मेरे साथ मेरे रूम में सो जाना तो में बोला ठीक है. फिर सोने के टाईम में गीता के रूम में उसे गुड नाईट बोलने गया. उसने नाइटी पहन रखी थी तो में अपने होश खो बैठा. फिर में उसके पास गया और उसे गुड नाईट बोलकर उसके लिप पर छोटा सा स्मूच कर लिया.
फिर वो बोली ओह गुड नाईट किस दे रहे हो, में तुम्हारी गर्लफ्रेंड हूँ क्या? इस पर मैंने कहा कि तू तो गर्लफ्रेंड से भी ज्यादा सेक्सी है और वो हंसने लगी. फिर में भैया के रूम में गया तो वो बोले कहाँ रह गया था? फिर मैंने कहा कुछ नहीं और रूम बंद कर दिया. तो वो बोले आजा इसी बेड पर सो जा, तो मैंने कहा ठीक है. मेरी सिर्फ़ चड्डी में सोने की आदत है. फिर मैंने अपनी टी-शर्ट और पजामा उतार दिया. मैंने अन्दर वी-शेप की सफ़ेद चड्डी पहन रखी थी.
में वी-शेप ही पहनता हूँ, लेकिन प्रोब्लम ये होती है कि इसमें साईड से बाल दिखने लगते है, मुझे पता था कि शायद मामा या भाई के साथ सोना पड़े तो मैंने सुबह ही अपने लंड के बाल शेव करके उसमें हेयर रिमूवर क्रीम लगाकर स्मूद कर लिया था ताकि कोई प्रोब्लम ना हो. अब में और भैया एक ही रज़ाई में लेटे थे, लेकिन मेरी आँखो में नींद ही नहीं थी और में आँखे बंद करके गीता के बारे में सोच रहा था. अब आधी रात हो गयी थी. तभी भैया ने करवट ली और उसका हाथ मेरे पेट पर आ गया.
अब मुझे काफ़ी गर्म लग रहा था. फिर मुझे गर्मी में ना जाने क्या सूझी? मैंने उनका हाथ उठाकर अपनी चड्डी के ऊपर रख दिया. अब वी-शेप चड्डी में मेरा लंड एकदम बॉल की तरह गोल लग रहा था. फिर थोड़ी देर में भैया की नींद टूटी तो में अपनी आँखे बंद करके सोने का नाटक करने लगा. फिर उन्हें लगा कि शायद किसी ने उनके हाथ में बॉल पकड़ा दी है तो वो बॉल की तरह मेरा लंड दबाने लगे. अब मुझे हंसी आ रही थी. फिर उन्हें महसूस हुआ कि ये मेरा लंड है तो उन्होंने झट से अपना हाथ हटा लिया, इतनी देर में मुझे बहुत मज़ा आया.
अब मुझे नींद भी आने लगी थी, लेकिन में सो नहीं पाया, क्योंकि इस बार उन्होंने जानबूझ कर अपना हाथ मेरी चड्डी में रख दिया था. में हैरान रह गया, लेकिन में देखना चाहता था कि वो करना क्या चाहते है? तो में चुपचाप लेटा रहा. अब वो मेरे लंड का साईज़ लेना चाहते थे, लेकिन चड्डी में मेरा लंड बॉल्स से चिपका हुआ था. ये बात वो भी समझ गये थे तो उन्होंने धीरे से अपना हाथ मेरी चड्डी में डाला तो वो हैरान रह गये.
जब उन्हें पता चला कि में क्लीन शेव हूँ तो उनकी आँखे कमजोर होने की वजह से वो अपना लंड शेव नहीं कर पाते थे और उनके कोई गर्लफ्रेंड भी नहीं थी. अब वो अपना हाथ मेरे क्लीन एरिया में घुमाने लगे. अब हम दोनों को ही काफ़ी मज़ा आ रहा था. फिर वो अपने हाथ से मेरे लंड और बॉल्स को चेक करना चाहते थे, लेकिन चड्डी होने की वजह से वो ठीक से कर नहीं पा रहे थे. मैंने अपनी दोनों टांगे भी आपस में चिपका रखी थी और अब धीरे-धीरे उन्होंने मेरी चड्डी मेरे घुटनों तक पहुंचा दी और फिर एक हाथ से मेरी टाँगे उठाकर मेरी चड्डी निकाल दी और मुझे नंगा कर दिया.
अब वो फिर से मेरी बगल में लेट गये और मेरी टांगे फैला दी और अपना सीधा पैर मेरे राईट पैर के ऊपर रखकर मुझसे चिपक गये और बड़े आहिस्ते से मेरे क्लीन शेव एरिया को रगड़ने लगे. फिर उन्होंने मेरी बॉल्स और लंड को खड़ा करके उसका साईज़ भी नाप लिया. अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और अब उनका हाथ मेरी बॉल्स के नीचे वाले एरिया में चला गया. में वहां पर भी क्लीन शेव था और में रोज़ टायलेट के बाद अपनी गांड ले छेद में उंगली डाल कर उसे साफ करता था जिससे मेरी गांड बहुत चिकनी हो गई थी. फिर थोड़ी देर रब करने के बाद उन्होंने अपनी एक उंगली मेरी गांड में डाल दी, इसके लिए उन्हें ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी और तुरंत ही उनकी उंगली मेरी गांड में चली गई थी.
फिर थोड़ी देर उंगली अंदर रखने के बाद उन्होंने उसे निकाल लिया. फिर अगली बार जब उंगली अंदर गई तो उसमें ढेर सारा थूक लगा था ताकि मेरी गांड चिकनी हो जाए. फिर करीब 5 मिनट तक यही करने के बाद, वो मुझे साईड में करवट दिलाने लगे, लेकिन कही में जाग ना जाऊँ इसलिए वो ऐसा कर नहीं पाए, लेकिन में जानना चाहता था कि वो करना क्या चाहते है? फिर थोड़ी देर के बाद मैंने जानबूझ कर लेफ्ट साईड में करवट ले ली, अब वो पीछे से मुझसे चिपक गये.
फिर उन्होंने मेरे घुटने मोड़ दिए, जिससे मेरी गांड बाहर की और निकल आई और थूक लगाकर अपनी दो उंगली मेरी गांड में डालने लगे. अब मैंने सोचा कि ये ज्यादा हो रहा है तो मैंने अपनी आँखे खोल कर पूछा भैया ये क्या कर रहे हो? तो वो झट से अपने हाथ से मेरे लंड को पकड़कर सहलाने लगे और बोले भाई प्लीज कुछ मत बोल, आज मुझे अपनी गांड मार लेने दे. मैंने किसी लड़के की इतनी चिकनी गांड नहीं देखी है, तू क्लीन शेव भी है मेरी प्रोब्लम समझ, बदले में तू जो बोलेगा में वो करूँगा. तो मैंने बोला कि मुझे गीता को चोदना है तो वो बोले ठीक है चोद लेना. फिर उन्होंने मेरी गांड मारी और गीता को पटाकर चोदने में मेरी मदद भी की. अब वो मेरी गांड मारते है और में गीता को चोदता हूँ.
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