दूध वाली नेहा आंटी

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम दामन है और मेरी हाईट 6 फुट है. आज में आपको अपनी एक नई कहानी सुनाने जा रहा हूँ. ये बात आज से 2 हफ्ते पहले की है. में हर रोज सुबह 6 बजे जिम जाता हूँ तो रास्तें में एक दूध डेयरी आती है, जहाँ पर एक 35-36 साल की लेडी बैठती है. मैंने कभी उस तरफ ध्यान नहीं दिया. फिर एक दिन वो आंटी अपनी शॉप के बाहर खड़ी थी. मैंने आंटी को ध्यान से देखा तो वो क्या मस्त माल थी यारो? उस आंटी की हाईट 5 फुट 5 इंच थी, शरीर थोड़ा भरा हुआ, उसके बूब्स बड़े-बड़े थे और गांड तो बस कयामत थी. अब आंटी को देखकर एक बार तो मेरे मुँह से आह निकल गई.
फिर धीरे-धीरे मैंने आंटी पर लाईन मारनी स्टार्ट कर दी. अब उनकी शॉप के पास जाकर हॉर्न मारना तो उसका रिज़ल्ट ये हुआ कि अब आंटी भी मुझे नोटीस करने लगी और थोड़ी स्माइल करने लगी. फिर मैंने सोचा कि मेरा काम बन सकता है, अब आंटी की आँखो में एक प्यास सी थी. फिर कुछ दिन के बाद आंटी के पति कही बाहर गये हुए थे तो आंटी शॉप पर अकेली ही होती थी. फिर एक दिन सुबह बारिश का मौसम था तो में जिम जाने के लिए घर से निकला तो आंटी की शॉप के पास जाकर बारिश स्टार्ट हो गई.
फिर मैंने अपनी बाइक को आंटी की शॉप के थोड़ा पीछे रोक दी. अब बारिश तेज हो गई थी और अब आंटी अपनी शॉप के बाहर खड़ी थी. फिर हम दोनों की नज़रे मिली तो आंटी ने थोड़ी स्माइल दी. फिर मैंने भी जवाब में एक स्माइल कर दी. उस समय आंटी पजामा और टी-शर्ट पहने हुई थी जिसमें से आंटी की मस्त जवानी कयामत ढा रही थी.
अब आंटी मेरी तरफ ही देख रही थी और फिर 5 मिनट के बाद आंटी ने मुझे अपनी शॉप पर आने का इशारा किया तो में खुश हो गया. अब बारिश के कारण पूरा रोड़ खाली था और फिर में वहाँ पहुँच गया तो आंटी खुश हो गई. फिर कुछ देर तक हमारी नॉर्मल बातें हुई और फिर आंटी ने अपना नाम नेहा बताया. जब आंटी बात कर रही थी तो मेरा ध्यान आंटी के बूब्स और गांड पर ही था, जिसे आंटी ने भी नोटीस कर लिया था.
फिर आंटी ने कहा कि आज मौसम बहुत खराब हो गया है तो मैंने कहा कि ये तो रोमांटिक मौसम है और आपको तो अपने पति के साथ होना चाहिए. ये सुनकर आंटी का मूड थोड़ा खराब हो गया और उन्होंने कहा कि उन्हें इस मौसम से क्या फ़र्क पड़ता है? वो तो बस पैसे के पीछे लगे हुए है. तो में समझ गया कि आंटी प्यासी है तो मैंने उन्हें सॉरी कहा और उन्होंने इट्स ओके कहा. फिर मैंने कहा कि आप तो इतनी स्मार्ट है और आपको देखकर लगता नहीं कि आप शादीशुदा है.
दोस्तों लेडीस की थोड़ी तारीफ कर दो तो वो पिघलने लगती है. फिर आंटी ने थैंक्स कहा और बोली कि मेरी भी तो कुछ इच्छा होती होगी. तो मैंने पूछा कि क्या में आपकी कोई मदद कर सकता हूँ? तो उन्होंने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा और तब तक मेरा लंड भी खड़ा हो चुका था, जो आंटी ने देख लिया था. फिर आंटी ने पूछा कि तुम क्या कर सकते हो? तो मैंने कहा कि कुछ भी जो आपको खुशी दे.
फिर आंटी मेरे पास आकर खड़ी हो गई और वो अपनी शॉप का शटर नीचे करने लगी. जब वो शटर नीचे कर रही थी तो वो थोड़ी झुकी तो उनकी गांड मेरे लंड के साथ रगड़ने लगी. में भी अपने लंड को आंटी की गांड पर दबाने लगा और आंटी ने कुछ नहीं कहा. फिर जब आंटी ने शटर बंद किया तो आंटी झुकी हुई थी और मैंने पीछे से उसके बूब्स पकड़ लिए तो उनके मुँह से आआआआआहह निकल गई. फिर आंटी सीधी हुई तो मैंने आंटी को किस करना स्टार्ट कर दिया.
अब आंटी भी मेरा साथ देने लगी थी और अब मेरे हाथ आंटी के बूब्स पर थे और आंटी मेरे लंड को सहला रही थी, अब आग दोनों तरफ बराबर लगी हुई थी. फिर में आंटी को नंगा करने लगा तो आंटी ने कहा कि अंदर एक छोटा कमरा है, वहाँ चलो. फिर वहाँ जाकर मैंने आंटी को ज़मीन पर लेटा दिया और थोड़ा दूध लेकर आंटी की बॉडी पर लगा दिया और आंटी को लिक करने लगा.
अब आंटी तो जैसे पागल हो गई थी और बोलने लगी कि ऊऊऊऊहह जान ये क्क्क्यया कककककररररर दिया, में पागल हो जाउंगी, ओह्ह्ह्हह्हओह में मरररररररररररर गगईईईईईईईईई. फिर मैंने आंटी की बॉडी के सब पार्ट्स को चूसा, आंटी के बूब्स तो बहुत मस्त थे. फिर मैंने थोड़ा दूध आंटी की चूत में डाला और चूसने लगा. आंटी ने मेरा सिर अपनी चूत पर दबा लिया और बोली, हहाआआआआआ वाऊऊऊऊऊऊववववव चूऊऊऊस्स्स्स्सस्सो साली इसमें बहुत गर्मी है.
फिर मैंने आंटी की चूत से मुँह हटाया और अपने लंड पर थोड़ा दूध लगाया और फिर हम दोनों 69 की पोज़िशन में आ गये. फिर आंटी ने मेरे लंड को ऐसे चूसा जैसे उसे खा ही जायेगी. अब हम दोनों ने एक दूसरे का रस पिया. फिर आंटी बोली कि मुझे इतना मज़ा आज तक कभी नहीं आया, मैंने कहा कि असली मज़ा तो अभी बाकी है मेरी जान. अब आंटी मेरे लंड को सहला रही थी जो 5 मिनट में खड़ा हो गया था.
फिर मैंने आंटी को लेटाया और उनके पैरों को खोल दिया, फिर मैंने थोड़ा थूक आंटी की चूत पर लगाया और अपने लंड को आंटी की चूत पर रखकर थोड़ा ज़ोर लगाया तो मेरा लंड आंटी की चूत में पूरा उतर गया. अब आंटी की आँखो में आंसू आ गये थे तो मैंने पूछा कि क्या हुआ? फिर उसने कहा कि वो 6 महीने के बाद आज चुद रही है तो थोड़ा दर्द हो रहा है. अब आंटी अपने नाख़ून मेरी पीठ पर रगड़ रही थी और फिर थोड़ी देर में आंटी को मज़ा आने लगा और वो आआआआऊउऊहह माँ औआआआआररर और ज़ोर से चोदो मुझे, फाड़ दे इसे, इसने बहुत तंग किया.
अब आंटी भी नीचे से धक्के मार रही थी और वो अपने बूब्स दबाने लगी. अब आंटी दो बार झड़ गई थी. फिर आंटी बोली कि में आज पूरी तरह संतुष्ट हुई हूँ तो मैंने कहा कि अभी मेरा नहीं हुआ. फिर मैंने आंटी को घोड़ी बनाया और उन्हें चोदने लगा. फिर कुछ देर में मेरा होने वाला था तो मैंने कहा कि में झड़ रहा हूँ जान. फिर उसने कहा कि मेरे अंदर ही झड़ जाओ.
फिर 5 मिनट के बाद मेरे पानी से आंटी की चूत भर गई. फिर हम दोनों कपड़े पहनने लगे और आंटी ने मुझे किस किया और कहा कि तुम बहुत अच्छे हो. अब तो में हमेशा तुमसे ही चुदवाऊंगी. मैंने कहा कि जब भी इच्छा हो तो याद कर लेना मेरी जान. फिर मैंने आंटी से कहा कि में आपकी गांड मारना चाहता हूँ. तो उन्होंने कहा कि आज तो संभव नहीं है, लेकिन अगली बार पक्का मार लेना. फिर मैंने ओके कहा और आंटी को लम्बा स्मूच किया. फिर आंटी ने मेरा नंबर लिया और कहा कि अगली बार पूरा दिन तुमसे चुदवाऊंगी और में उनसे वादा करके निकल गया.
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विधवा माँ के प्यार की कहानी

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम प्रेम है और मेरी उम्र 23 साल है. दोस्तों में पिछले कुछ समय से अपनी भी एक सच्ची घटना आप सभी को बताने की सोच रहा था, लेकिन ना जाने क्यों डरता था और आज मैंने बहुत हिम्मत करके अपनी यह कहानी आप सभी के सामने रखी है और यह घटना मेरी माँ की चुदाई पर आधारित है, जो कि एक विधवा औरत है और वो उम्र में करीब 40 साल की होगी, लेकिन वो चेहरे से ऐसी बिल्कुल भी नहीं लगती कि वो बहुत जवान, हॉट, सेक्सी दिखती है और उन्हें एक बार देखकर हर कोई उनके बारे में सोचने पर मजबूर हो जाता है.
दोस्तों मेरे पापा की म्रत्यु तब ही हो गई थी जब में उम्र में बहुत छोटा था, इसलिए उस समय मेरी माँ बहुत अकेली रहने लगी थी और अब उसको एक सहारे की ज़रूरत थी. दोस्तों मेरी माँ का एक पुराना आशिक़ था, जो कि मेरी माँ घर के पास ही मतलब कि मेरी नानी के घर के पास रहता था और उसके तो मेरी उम्र के दो लड़के भी थे. मेरे पापा के गुज़र जाने के कुछ सालों बाद मेरी माँ की एक बहुत अच्छी सहेली ने उन्हें बताया कि एक कपड़े सिलाई का कोर्स है, जिसकी वजह से वो घर पर बैठकर कुछ पैसे भी कमाने लगेगी और उनका काम में मन भी लगा रहेगा, तब हम लोग मेरे नानी के पास रहने लगे थे.
फिर मैंने बहुत दिनों तक इस बात पर ध्यान दिया कि मेरी माँ बहुत बार छत पर जाया करती थी और उसके पास एक सेल फोन भी था, जब मैंने देखा तो मैंने मेरे मामा को यह बात बताई. फिर उन्होंने माँ से पूछा तो उसने बताया कि उसने वो फोन 500 रुपये में पुराना किसी अंजान आदमी से खरीदा था जो कि बस में सफ़र कर रहा था. फिर यह पूरी बात सुनकर मामा ने माँ को बहुत डांटा कि यह सब ठीक नहीं. फिर में जैसे जैसे बड़ा हुआ तो मैंने ध्यान दिया कि माँ का चेहरा कुछ अलग ही हो गया है और यह भी देखा कि माँ कुछ दवाईयाँ भी लेती थी, शायद दर्द की दवाई लेती होगी और अब में बड़ा साल का हो गया था तो एक दिन उन्होंने मुझसे कहा कि वो अपनी दोस्त के पास जा रही है तो मुझे अब उनकी हर एक हरकतों पर शक होने लगा था और में उनके ऊपर पूरी पूरी नजर रखने लगा, वो कहाँ कब और किससे मिलने जा रही है.
फिर मैंने उनका पीछा किया और फिर मुझे पता चला कि वो उस काले मोटे से आदमी के साथ उसकी गाड़ी पर बैठकर कहीं जा रही है और में लगातार उसका पीछा करता रहा और तब मैंने थोड़ा और आगे जाकर देखा कि वो लोग एक लवर्स पार्क के पास आकर रुके और वो अब एक दूसरे के हाथों में हाथ लिए मज़े से घूमने फिरने लगे और यह सब कुछ देखकर मुझे बहुत दुख हुआ और फिर में कुछ देर बाद वहां से अपने घर पर आ गया. फिर माँ कुछ घंटो बाद घर पर आ गई और मैंने उनसे कुछ भी नहीं पूछा, लेकिन जब रात हुई और वो छत पर गई और में भी उसके पीछे पीछे ऊपर चला गया.
फिर मैंने बहुत ध्यान से उनकी बात को सुना और फिर में समझ गया कि वो छत पर अकेले में आकर उसी गेंडे से बातें कर रही थी. तभी मैंने उसे पीछे से आवाज़ दी और पूछा कि यहाँ पर अकेले में आकर तुम किस से बात कर रही हो? तो वो मुझे वहां पर देखकर अचानक से चकित हो गई और उसका चेहरा पसीने से बिल्कुल गीला हो गया और अब डरते हुए उसने मुझसे कहा कि मेरी दोस्त है. फिर मैंने उससे कहा कि लाओ में भी तुम्हारी इस दोस्त से थोड़ी बहुत बात कर लूँ? तो वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर अचानक से डर गई और उसके चेहरे का रंग बिल्कुल उड़ गया और फिर उसने कॉल कट कर दिया और जब मैंने वो मोबाईल नंबर देखने की कोशिश की तो उसने वो नंबर भी अपने मोबाईल से डिलीट कर दिया. फिर मैंने उससे कहा कि मैंने उन्हे उस दिन लवर्स पार्क में भी हाथों में हाथ डालकर घूमते हुए देखा था और अब वो मेरी पूरी बात सुनकर ज़ोर ज़ोर से रोने लगी.
फिर मैंने उन्हे बहुत कुछ कहा और अब में उनसे बात ही नहीं कर रहा था तो उसने अपना वो फोन छत से नीचे जमीन पर फेंक दिया और अब वो उसे काम में भी नहीं ले रही थी और कुछ महीनो तक ऐसे ही चलता रहा, क्योंकि वो मुझसे बहुत प्यार करती थी और इसलिए उन्हें अब मेरी उस बात का बहुत दुःख हो रहा था. फिर एक दिन मैंने ऑनलाइन एक फेक आईडी बनाकर कुछ लड़कियों से इस बारे में उनकी सलाह ली तो उन्होंने मुझे बताया कि तुम उसे मत रोको, वो अगर अपनी पहली शादीशुदा जिन्दगी भुलाकर अपनी दूसरी जिन्दगी में खुश रहना चाहती है तो उसे वैसे ही रहने दो वर्ना वो अकेले कैसे जियेगी? फिर कुछ दिनों के बाद मैंने माँ को मनाया और उससे कहा कि वो फोन पर बात करे, मुझे इसमें कोई आपत्ति नहीं है और फिर मैंने उनसे कहा कि आप अगर उनसे बात करना चाहती है तो आप कर सकती है.
दोस्तों अब वो मेरी यह बात सुनकर बहुत खुश हो गई और फिर उन्होंने अपनी बातचीत को एक बार फिर से शुरू कर दिया और एक दिन हमारे घर के सब लोग कुछ दिनों के लिए कहीं बाहर गये थे. फिर मैंने अपनी माँ को चकित करने के लिए उसे अपने घर पर बुला लिया और माँ यह सब देखकर बिल्कुल हैरान हो गई और में भी उनकी उस ख़ुशी को देखकर बहुत खुश हुआ और फिर मैंने उन्हें कुछ ना कहते हुए उन दोनों को बिल्कुल अकेला छोड़ दिया, वो लोग कुछ देर बैठे रहे और बातें करते रहे और में उठकर वहाँ से चला गया.
फिर माँ ने मुझे बुलाया और कहा कि तुम कहाँ जा रहे हो? तो मैंने उनसे कहा कि आप दोनों अकेले रहो और कुछ पल बिताओ तो उसने मुझे हग किया और फिर वो अपने रूम में चली गयी, लेकिन मैंने देखा कि उस कमरे की एक खिड़की खुली हुई थी और में उन्हें कमरे पास उस खिड़की में से देखने लगा. मैंने देखा कि वो दोनों बहुत खुश थे और कुछ देर बाद मेरी माँ उस गेंडे की गोद में बैठ गई और वो उसके बूब्स दबा रहा है और वो उसे किस भी कर रहा है और फिर उसने ब्लाउज से दोनों बूब्स को बाहर निकाल लिया और फिर वो दोनों बूब्स को सकिंग करने लगा और अब वो बेड पर लेट गए और उस गेंडे ने अपने कपड़े खोल दिए और मेरी माँ की साड़ी को भी उतार दिया और वो माँ की चूत को चाटने लगा और कहने लगा कि तेरा बेटा भी अब हमारी तरफ हो गया है अब तो हम बिल्कुल फ्री होकर हर दिन बहुत मज़े किया करेंगे.
माँ उसकी यह बात सुनकर ज़ोर से हंसने लगी और तब माँ ने उसका काला लंड अपने दोनों हाथों में पकड़कर अपने मुहं में ले लिया और अब धीरे धीरे उसे चूसने लगी और अपने मुहं के अंदर बाहर करने लगी. उन्हें वो लंड चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था और वो उनके चेहरे से मुझे पता चल रहा था. फिर कुछ देर लंड चुसवाने के बाद उसने माँ की साड़ी को पूरा उतार दिया और अब माँ के दोनों पैरों को फैलाकर अपना लंड माँ की चूत के मुहं पर रख दिया. फिर माँ ने उसको किस किया और अब उसने एक ही झटके में अपना पूरा का पूरा लंड माँ की चूत में डाल दिया और ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चोदने लगा, करीब दस मिनट की लगातार चुदाई के बाद उसने माँ की चूत में ही अपना वीर्य डाल दिया और उठकर अपने लंड को माँ के मुहं में दे दिया और वो फिर से उसे चूसने लगी जैसे वो कोई भूखी कुतिया हो. माँ ने अपनी जीभ से चाट चाटकर उसका पूरा लंड साफ कर दिया और वो उसका पूरा वीर्य गटक गई.
फिर वो माँ के बूब्स दबा रहा था और उन्हें ज़ोर ज़ोर से मसल रहा था और फिर कुछ देर बाद उसका लंड एक बार फिर से तनकर खड़ा हो गया तो उसने माँ के मुहं में अपना लंड डाल दिया. उसने चोद चोदकर माँ के मुहं में ही अपना वीर्य डाल दिया और जब वो दोनों शांत हो गए तो उन लोगों ने मस्त प्यार किया. दोस्तों मुझे अब बहुत बुरा और अच्छा भी लग रहा था और तभी कुछ घंटो के बाद मैंने देखा कि वो दोनों कमरे से बाहर आ गए और माँ बहुत खुश लग रही थी और जब वो हमारे घर से जा रहा था तो उसने जाते वक़्त माँ को किस किया और हग किया और फिर उसने माँ के सामने ही मुझको अपने गले से लगाकर 1000 रूपये दे दिये और अब वो चला गया. फिर उसके जाने के बाद माँ ने मुझसे मुस्कुराते हुए पूछा कि क्यों कैसे है तुम्हारे नये पापा? तो मैंने कहा कि हाँ वो बहुत अच्छे है. दोस्तों में तो पैसे देखकर खुश हो गया, तभी माँ ने भी मुझे अपने गले से लगाकर मुझसे धन्यवाद कहा और बोली कि मेरा बेटा अब बहुत बड़ा हो गया है.
फिर मैंने माँ से पूछा कि आप लोग इतनी देर तक अंदर क्या कर रहे थे? तो उसने मुझे बताया कि कुछ नहीं और जब मैंने उस बात पर दबाव लगाया तो उसने मुझे बताया कि बस ऐसे ही हम लेटे हुए थे, लेकिन बस हमने प्यार किया, इसके अलावा और कुछ नहीं किया. फिर मैंने कहा कि मैंने उस खिड़की से सब कुछ देख लिया था और अब वो मेरी यह बात सुनकर एकदम से शरमा गई और मुझसे कहने लगी कि तुम पैसे लेकर बहुत मस्ती करना.
फिर उसके कुछ दिनों के बाद उस मोटे ने मुझसे कहा कि वो मेरी माँ को मिलना चाहता है. फिर मैंने प्लान बनाया कि कॉलेज में समारोह के बहाने में उनको कहीं बाहर ले जाता हूँ. मैंने उसे अपना प्लान बता दिया और वो बहुत खुश था. फिर उसके दूसरे दिन वो घर के दरवाजे पर अपनी कार लेकर हमारा इंतजार कर रहा था तो हम वहाँ पर गये और फिर माँ ने मुझे भी ज़बरदस्ती अंदर बुला लिया, वो जगह जहाँ पर हम जा रहे थे, वो उस मोटे का कुछ तबेला था और वो शहर के बाहर था. फिर कुछ देर बाद हम वहाँ पर पहुंच गये और फिर मैंने देखा कि वहाँ पर एक बिना दरवाजे का रूम था, जिसकी छत भी नहीं थी तो माँ ने मुझसे कहा कि तुम दरवाजे के पास खड़े रहकर निगरानी करो. फिर मैंने भी वहीं किया. जब मैंने अंदर झाँककर देखा तो वो मोटा और मेरी माँ दोनों ही पूरे नंगे थे और वो माँ की गांड चाट रहा है.
तब कुछ ही सेकंड यह सब देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया और माँ ने भी मुझे देख लिया, लेकिन वो कुछ नहीं बोली और वो मोटा भी कुछ नहीं बोला. फिर माँ ने मुझसे कहा कि वहाँ पर एक और चार पाई है तुम उसे लाकर उस पर बैठ जाओ. फिर मैंने वैसा ही किया और ठीक उनके सामने बैठकर पूरी चुदाई देखी. मुझे ऐसा करने में कितना मज़ा आ रहा था? जब वो मेरी माँ को रंडी कहकर चोद रहा था और माँ उसका लंड कितने मज़े से चूसे जा रही थी और में तो यह सब देखकर ही दो बार झड़ गया.
फिर कुछ देर बाद वो दोनों बिल्कुल शांत हो गए और अपने अपने कपड़े पहनकर बाहर आ रहे थे. तभी मोटे ने मुझे 2000 रुपए दिए और फिर हम घर पर पहुँच गये, जब हम घर पर पहुँचे. मेरा और माँ का रूम एक ही है और हम दोनों वहीं पर मोटे और माँ के सेक्स के बारे में बातें कर रहे थे. फिर मैंने माँ से पूछा कि क्यों बहुत मज़ा आता है ना? तो उसने कहा कि हाँ और तभी मैंने माँ से कहा कि मुझे बूब्स पीना है तो माँ ने झट से अपना ब्लाउज खोलकर मुझे अपनी तरफ बुलाया और फिर कहा कि यह लो पी लो. फिर में ज़ोर ज़ोर से मेरी माँ के बूब्स को पीने लगा और फिर मैंने माँ को किस किया और माँ के सारे कपड़े खोलकर माँ की चूत चाटने लगा तो माँ ने मेरा लंड पेंट से बाहर निकाला और वो मेरा लंड देखकर एकदम हैरान हो गई और उसे चूसने लगी और कुछ देर ऐसे ही चूसने के बाद मैंने माँ को उस रात में दो बार चोदा और अब तो माँ हर रोज़ सुबह उठकर मेरा लंड चूसकर मेरा वीर्य पीती है और फिर अपने काम करती है और उस मोटे के साथ भी माँ बहुत खुश है और में भी खुश हूँ, क्योंकि मुझे पैसे और सेक्स दोनों ही समय समय पर मिल जाते है.
दोस्तों अब तो मोटा अपने दोस्तों को भी लाकर मेरी माँ को चुदवाता है और मैंने तो उससे कह दिया है कि एक आदमी का 1000 रुपये. अब तो अपना खर्चा फुल चालू और अब मेरी माँ भी खुश और में भी खुश वो अपनी चुदाई के हमेशा व्यस्त रहती है और में अपनी जिन्दगी में. दोस्तों यह थी मेरी माँ की एकदम सच्ची चुदाई की कहानी जिसमें उसने अपनी मर्जी से बहुत बार अपनी चूत, गांड और मुहं की चुदाई करवाई और मैंने भी बहुत मजे लिए, अब हम सभी बहुत खुश है.
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श्वेता की मस्त मोटी गांड

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रोहन गुप्ता है मेरी उम्र 25 है और में एक प्राइवेट मोबाईल कम्पनी ग्राहक सेवा केंद्र में एक टीम लीडर की नौकरी करता हूँ. मेरी यह कहानी अभी दो महीने पहले की है जब मेरे एक एजेंट ने मेरी बात एक कस्टमर से करवाई उसके मोबाइल का बिल कुछ ज़्यादा आ गया था, जितना उसने काम में भी नहीं लिया था इसलिए वो किसी सीनियर से बात करना चाहती थी ताकि उसकी इस समस्या का हल हो जाए और इसलिए मैंने उससे बात की और उसने मेरा पर्सनल मोबाईल नंबर मुझसे ले लिया ताकि भविष्य में उसे इस तरह की कोई समस्या ना आए.
दोस्तों उसके बाद में अपने काम में व्यस्त हो गया और कुछ दिन बाद उसका कॉल आया और हमने एक दूसरे से हाल चल पूछे, उसके बाद हमारी इधर उधर की बातें हुई श्वेता ने मुझसे कहा कि आज मुझे नई प्लान की जानकारी चाहिए तो क्या आप मेरे घर पर आ सकते है? फिर मैंने उससे हाँ कहा और उसके घर का पता लिया और फिर उसके घर पर पहुंच गया. जैसे ही उसने दरवाजा खोला में उसे देखते ही एकदम से चकित हो गया. उसकी उम्र करीब 32 की होगी, उसने गुलाबी कलर की साड़ी पहनी हुई थी, जिसमे उसके मोटे मोटे बूब्स गजब ढा रहे थे और जिन्हे देखते ही में और भी पागल सा हो गया.
उसने अपने घर पर मेरा स्वागत किया और मुझे सोफे पर बैठने को कहा और फिर वो मेरे लिए पानी लेने किचन की तरफ चली गई. अब मेरे पानी पीने के बाद वो मेरे पास बैठ गई और उसने मुझसे पूछा कि क्या मेरी शादी हुई है या नहीं? तो मैंने ना में अपना सर हिला दिया फिर उसने मुझसे पूछा कि क्यों तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड तो होगी ही ना? अब मैंने कहा कि हाँ वो कुछ समय पहले थी, लेकिन अब उसकी शादी हो गई है. उसके बाद उसने मुझसे पूछा कि क्या आपने कभी सेक्स किया है? दोस्तों में उसके मुहं से यह बात सुनकर एकदम हैरान रह गया, लेकिन मैंने उससे साफ मना कर दिया और फिर उसने पूछा कि क्यों तुम कैसे कंट्रोल करते हो? तो मैंने कहा कि में हमेशा व्यस्त रहता हूँ और उस वजह से मेरा इन बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं जाता.
उसके बाद मैंने उससे पूछा कि आपके पति कहाँ है और वो क्या करते है? तो उसने मुझे बताया कि वो विदेश में रहते है और कभी कभी होली दीवाली पर घर आते है. फिर मैंने उससे पूछा कि सेक्स कैसे होता है? फिर मेरे इतना पूछते वो एकदम मुझसे लिपट गई और कहने लगी कि जानू उसके लिए ही तो तुम हो ना. अब उसके एक किस से में भी हॉट हो गया था और में उसके होंठो को चूसने लगा. उसके बाद हम दोनों बेडरूम में आ गये और मैंने उसे अपनी बाहों में ले लिया और उसके मुहं में अपने होंठ डालकर उसकी जीभ को चूसने करने लगा.
वो मुझसे लिपट गई और सिसकियाँ लेने लगी और उसके बाद मैंने उसके ब्लाउज के बटन खोल दिए और अब उसके मोटे मोटे दूध जैसे बूब्स बिल्कुल आज़ाद थे और में उन्हे ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और वो आहे भरने लगी आअहह उुउऊहह जानुउऊउउ हाँ ऐसे ही दबाओ और चूसो इन्हें, आज तुम मेरी प्यास बुझा दो, में बहुत प्यासी हूँ.
अब में भी जोश में आकर उसके निप्पल को पूरे जोश से चूसने लगा और फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी चूत में डाल दिया, उसे छूते ही मैंने महसूस किया कि वो एकदम गीली हो गई थी और वो अब ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी और मुझसे कह रही थी कि हाँ मेरे राजा खा जाओ मुझे, हाँ ऐसे ही पियो मेरे दूध को आआआहह ऊऊओह माँ मरी, हाँ आज तुम मुझे खा जाओ मेरे राजा और उसके बाद हम 69 की पोजीशन में आ गए और वो मेरे लंड को चूसने लगी और में उसकी चूत को चाटने लगा. कुछ देर बाद मैंने मेरे लंड की क्रीम को उसके मुहं में ही निकाल दिया जिसे वो चाट गई.
फिर कुछ देर बाद वो मुझसे कहने लगी कि मेरे राजा अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा प्लीज अब अपना अंदर डाल दो और अब वो मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर चूसने लगी जिसकी वजह से वो एक बार फिर से तनकर खड़ा हो गया. में उसकी गांड को सहलाने लगा और फिर थोड़ी देर में मेरा लंड खड़ा हो गया मैंने उसके दोनों पैर फैलाए और एक ही झटके से पूरा का पूरा लंड अंदर डाल दिया, उसके मुहं से एक चीख निकली. उसकी चूत बहुत टाईट थी क्योंकि शायद उसका पति उसके साथ कम ही सेक्स करता था उसके बाद मैंने उसके होंठ पर अपने होंठ रख दिए और एक ज़ोर का झटका मारा जिससे लंड उसकी चूत की गहराईयों में चला गया.
फिर मैंने देखा कि उसकी आँख से आँसू बाहर निकलने लगे और उसे बहुत दर्द हो रहा था जिसकी वजह से वो छटपटा रही थी. फिर थोड़ी सी देर में उसके होंठ चूसने लगा और कुछ देर बाद मैंने देखा कि अब वो थोड़ा शांत हो गई है और मुझसे कहने लगी है कि हाँ मेरे राजा और ज़ोर से चोदो मुझे, तुम आज मेरी चूत का भोसड़ा बना दो आआअहह ऊऊहह म्‍म्म्मममाआअक़ह हाँ ऐसे ही और ज़ोर से, मेरी चूत का भोसड़ा बना दो, उसके मुहं से एसी बातें सुनकर में और भी जोश में आ गया और में ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर उसे चोदने लगा.
अब वो भी अपनी चूतड़ को नीचे से उछाल रही थी और पूरे कमरे में फच फच की आवाज़ आ रही थी. हम दोनों ऊपर से नीचे तक पसीने में गीले हो गये थे और अब मैंने महसूस किया कि श्वेता की चूत ने पानी छोड़ दिया था, लेकिन में अभी भी उसे लगातार ज़ोर ज़ोर से धक्के मार रहा था और कुछ मिनट में ही मेरे लंड ने भी वीर्य छोड़ दिया और में उसके ऊपर लेट गया और उसके होंठ चूसने लगा. फिर थोड़ी देर हम ऐसे ही लिपटे रहे और उसके बाद मैंने उसे कुतिया बना दिया और उसकी मोटी गोरी गांड को चाटने लगा, इस वजह से मेरा लंड खड़ा हो गया और मैंने उसकी गांड में लंड रखकर एक ज़ोर का धक्का मारा और मेरा लंड उसकी गांड में थोड़ा सा अंदर गया.
वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज बाहर निकालो इसे, मुझे बहुत दर्द हो रहा है, लेकिन में नहीं रुका और मैंने दूसरे झटके में पूरा लंड उसकी गांड में घुसा दिया और धक्के लगाने लगा. थोड़ी देर में मेरे लंड की क्रीम उसकी गांड में झड़ गई और में उसके ऊपर गिर गया तो थोड़ी देर हम ऐसे ही पड़े रहे, लेकिन आज वो बहुत खुश थी और फिर वो मुझसे कहने लगी कि धन्यवाद रोहन आज तुमने मेरी प्यास को बुझा दिया है और आज से में आपकी हुई, अब जब भी दिल करे आप मेरे पास चले आना. फिर उसके बाद हमने अपने कपड़े पहने और उसके बाद वो मेरे लिए चाय, नाश्ता लेकर आई और नाश्ता करके में अपने घर पर आ गया.
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फ्रेंड की गर्लफ्रेंड के साथ स्वपिंग

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रोहन है और में आपके लिए अपनी एक नई स्टोरी लेकर आया हूँ. जिसमें मेरी गर्लफ्रेंड और हमारे दोस्त के बीच स्वपिंग है. ये कहानी हम दो कपल्स की है कि कैसे हमने एक दूसरे की गर्लफ्रेंड की अदला बदली की? और उनकी चुदाई की. अब मेरी गर्लफ्रेंड और उसकी माँ दोनों बहुत खुश थी क्योंकि उनकी बेटी एक ऐसे घर में जाने वाली थी जहाँ उसे बहुत सारा प्यार और मलाई मिलने वाली है और उसकी और मेरे घरवालों ने हम दोनों की सगाई करवा दी.
ये बात सिर्फ़ मेरी फेमिली और मेरी गर्लफ्रेंड की माँ को मालूम है, लेकिन अब हम दोनों पढाई की वजह से मुंबई में रहते है और हमारी फेमिली पुणे में रहती है. हम दोनों ने एक फ्लेट ले लिया है और वहाँ पति-पत्नी की तरह रहते है. सोसाइटी में नीचे स्विमिंग पूल, जिम और सब कुछ है. अब हम दोनों रोज़ सुबह जिम में जाते है और वो स्पोर्ट्स ब्रा और शॉर्ट पहनकर जिम करती है तो उधर जो भी जेंट्स रहते है उनका लंड खड़ा हो जाता है और वो रोज़ सुबह मेरी गर्लफ्रेंड का ही इंतज़ार करते है कि कब वो आए. फिर एक दिन मेरे एक फ्रेंड ने मुझसे कहा कि यार तू और तेरी गर्लफ्रेंड तो दोनों साथ में ही रहते हो, तुम बहुत लकी हो.
में – यार ऐसा कुछ नहीं है, तू भी तो वैसे रह सकता है.
रोहित – अरे यार, तुझे तो पता है कि मुंबई में एक अच्छा और सस्ता फ्लेट मिलना कितना मुश्किल है? और तेरा क्या है? तेरी फेमिली अमीर है, लेकिन मेरी इतनी अमीर नहीं है.
में – यार, ऐसा कुछ नहीं है तुझे भी ऐसा फ्लेट मिल जायेगा.
रोहित – भाई अगर में और मेरी गर्लफ्रेंड अगर तेरे फ्लेट पर रहने आ जाए तो तुझे कोई प्रोब्लम होगी क्या? वैसे भी तू एक 2BHK फ्ल्रेट में रहता है और तेरे लिए तो इन्जॉय करने के लिए एक ही रूम काफ़ी है, अगर तू बोले तो में भी तेरे फ्लेट में शिफ्ट हो जाता हूँ, तुझे भी किराये में सहायता मिल जायेगी.
में – मुश्किल है यार, मुझे मेरी गर्लफ्रेंड से पूछना पड़ेगा और वो राज़ी नहीं होगी और अगर हो भी गई तो क्या? तेरी गर्लफ्रेंड हाँ बोलेंगी. क्योंकि में और मेरी गर्लफ्रेंड घर पर एकदम ओपन रहते है और अगर कभी तेरी गर्लफ्रेंड को ये पसंद ना आया तो वो क्या सोचेगी? कि मेरी गर्लफ्रेंड तुझे सिड्यूस करना चाहती है और में तेरी गर्लफ्रेंड को अपनी बॉडी दिखाकर उसे सिड्यूस करने की सोच रहा हूँ.
रोहित – अरे नहीं यार, तुझे मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पता नहीं है उसे भी ऐसे ओपन रहना पसंद है. जब हम दोनों छुट्टियों में गोवा गये थे तो वो वहाँ बस छोटे कपड़ो में ही घूम रही थी, बीच पर बिकिनी में और बाकी टाईम बिकनी टॉप और शॉर्ट में ही रहती थी. वो तो कहती है उसे नंगा रहना पसंद है, लेकिन वैसा तो हो नहीं सकता इसलिए वो थोड़े कपड़े पहनती है.
में – ओके, तो में मेरी गर्लफ्रेंड से रात को बात करके तुझे कल बता दूँगा.
फिर हम दोनों अपने अपने घर चले गये और उस वक़्त शाम के 6 बज रहे थे. मुझे मेरी गर्लफ्रेंड को लेने जाना था. फिर में उसे लेने गया उसकी क्लास 7 बजे ख़त्म होती थी तो मैंने उसे कार में पिक किया और फ्लेट पर 8 बजे के करीब पहुँच गये और रास्तें में खाना ले लिया. फिर रास्तें में उसने अपनी माँ रवीना को फोन किया और बातें करने लगी कि आज मेरे घर पर क्या हुआ? और उन्होंने कैसे चुदाई की? किसने कितना टाईम चोदा? किसके साथ लेस्बियन किया? और उतने टाईम में हम दोनों बिल्डिंग पर पहुँच गये और ऊपर फ्लेट पर गये और चेंज किया. फिर वो रोजाना की तरह बेबीडॉल में आई और में टी-शर्ट में आया.
फिर हम दोनों ने साथ में खाना खाया और फिर टी.वी देखने लगे. उस वक़्त 10 बज रहे थे और हम दोनों बातें कर रहे थे. हम दोनों रोज़ 11 बजे हमारी फेमिली के साथ वीडियो सेक्स करते है. में लॅपटॉप चालू कर देता हूँ और उसे टेबल पर रख देता हूँ और उधर हमारी पूरी फेमिली साथ में सेक्स करती है. हमने वो रोजाना की तरह किया. उस वक़्त 12 बज गये थे और फिर हम दोनों सोने के लिए रूम में गये तो मैंने उसे वो बात बताई जो कि आज मेरे और रोहित के बीच में हुई थी. रोहित की गर्लफ्रेंड का नाम मोनिका है, तो मुझे मेरी गर्लफ्रेंड ने बताया कि मोनिका और उसने लेस्बियन किया हुआ है और वो मेरी बात सुनकर बहुत खुश हुई. वो दोनों एक ही फैशन इन्स्टिट्यूट में है और दोनों क्लास में साथ है और मेरी गर्लफ्रेंड फ्लेट शेयर करने के लिए राजी हो गई. फिर उसने मुझे ये भी कहा कि उसका फिगर बहुत अच्छा है और उसने उसको ये भी बताया कि हम दोनों रोज़ सेक्स करते है और घर में नंगे रहते है, उसकी भी बहुत इच्छा थी कि उसे भी रोहित के साथ रहने के लिए एक ऐसा फ्लेट मिले.
फिर मैंने उसी वक़्त रोहित को फोन किया और उसे बता दिया कि वो मेरे फ्लेट में मोनिका के साथ कल से शिफ्ट हो सकता है और तब तक मेरी गर्लफ्रेंड ने मोनिका को फोन किया और सब कुछ बता दिया और मोनिका को भी ये सुनकर बहुत ख़ुशी हुई. फिर एक दिन बाद वो दोनों हमारे फ्लेट में शिफ्ट हो गये और फिर धीरे-धीरे 1 महीने में हम चारो फ्री हो गये और हमने सेक्स करना और घर में दोनों लड़कियां बिकनी और कभी पेंटी और ब्रा में रहने लगी. अब हम एक चारों मिलकर सेक्स करते है और खूब मजे करते है.
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मामा के गावं का एक सच

हैल्लो दोस्तों, में आपके लिए  लाईफ की रियल स्टोरी फिर ले आया हूँ. दोस्तों में अपनी माँ को चोदता था. फिर एक दिन हम वहाँ से मेरे मामा के गावं चले गये. वहां जाते वक़्त माँ ने कहा कि ये सब वहाँ पर नहीं चलेगा. ये सुनकर मेरा मूड ऑफ हो गया. फिर हम मामा के गावं पहुँच गये थे. मामा हमें रेल्वे स्टेशन पर लेने आ गये. जब हम घर पहुंचे तो देखा कि मामी हमारी राह देख रही है.
उस दिन हमने थोड़ी बातें की और सो गये, जैसा कि मेरी माँ ने मुझे कहा था कि मुझे वहाँ माँ के साथ कुछ नहीं करने को मिलेगा. में उदास हो गया था. फिर मैंने कैसे-कैसे करके 2 रातें काटी, लेकिन मुझसे रहा नहीं जा रहा था. फिर में माँ के पास गया और कहा कि मुझे आपसे कुछ बात करनी है. वहाँ मेरी मामी भी थी. मैंने माँ से कहा कि मुझे आपसे अकेले में कुछ बात करनी है तो मामी ने मुझे स्माइल की और कहा कि क्या बात है? माँ से अकेले में बात करनी है अच्छा कर लो, में जाती हूँ.
फिर मैंने दरवाजा बंद कर दिया और माँ को कसकर पकड़ लिया और लिप पर ज़ोर का किस किया और कहा कि माँ मुझसे रहा नहीं जाता, मुझे एक बार आपकी चूत चाटने दो. तभी माँ बोली और मुझे खुद से अलग कर दिया, फिर मैंने माँ को कसकर पकड़ा तो माँ बोली और एक हफ्ते की बात है. फिर मैंने माँ से कहा पर एक बार किस तो दे सकती हो ना, तो माँ ने स्माइल की और मेरे लंड को पकड़कर हिलाना चालू किया और किस करने लग गई और 2 मिनट तक़ किस करने के बाद माँ ने खुद को संभाला और मुझे कहा अब बस हो गया.
फिर में भी इसी में मान गया और दरवाजा खोलकर बाहर आया तो मामी कुछ काम नहीं कर थी. फिर उसने पूछा कि हो गई माँ से बात, तो मैंने कहा कि हाँ थोड़ी हुई है. फिर में खेलने के लिए बाहर चला गया. वहां मुझे मेरा पुराना दोस्त मिला. वो तब का दोस्त था जब में गावं आता था और जब में चोथी क्लास में था. अब वो मेरे आगे था. फिर मैंने उसे हाय किया तो उसने भी मुझे पहचान लिया और उसने भी मुझे हाय किया और हम दोनों पूरे गावं में घूमे. वहाँ हमारी ऐसे ही बातें हो रही थी. तभी मैंने वहां देखा कि एक औरत अपने कपड़े बदल रही थी, तो मुझे वो देखकर मेरी माँ की याद आ गई. मेरा दोस्त जिसका नाम बबन था हम दोनों ने वो नज़ारा देख लिया और बाद में हम दोनों के बीच में सेक्स की बातचीत होना चालू हो गई.
फिर मैंने कहा यार इस औरत के मस्त थे ना, एक बार ये चोदने को मिल जाती तो मज़ा आ जाता. बबन बोला कि ये तो कुछ नहीं गावं के बाहर इससे भी मस्त-मस्त आइटम है. फिर मैंने कहा तुझे कैसे पता? तो बबन बोला कि मैंने 4 लड़कियों को चोदा है तो में जानकर भी अंजान बना रहा और उससे पूछा कि तुझे क्या मज़ा आया था? तूने कैसे चोदा था? तो बबन बोला कि उनका एक आदमी गावं के बाहर बैठता है, उसे 100 रुपए देकर वो नई-नई लड़की और औरतों से चुदाई करवाता है. में आज भी वहां जाने वाला हूँ.
मैंने कहा कि अरे में भी आऊंगा, लेकिन वो बोला कि वो शाम के 7 बजे वहाँ आता है और एक गावं में जगह बताता है, वहाँ आइटम खड़ी रहती है और वहाँ जाकर चोदना पड़ता है. फिर में झट से घर आया और माँ से कहा कि आज में बबन के जा रहा हूँ और वापस आते-आते देर हो जायेगी. मेरे साथ बबन भी था तो माँ ने हाँ कहा और हम एक साथ चले गये. हम वहाँ 15 मिनट जल्दी पहुंच गये थे. फिर वहां एक लंबा सा आदमी साईकिल पर आया.
फिर बबन आगे गया और उसने उसे कुछ पैसे दिए और कहा कि मेरे दोस्त को आइटम चाहिए तो उसने बबन के कान में कुछ कहा. फिर बबन मेरे पास आया और मुझसे कहा कि सिर्फ़ तुझे वहाँ अकेला जाना होगा, वो आइटम नदी के उस पार आ जायेगी. मैंने बबन से कहा कि में तुझे 9 बजे यहाँ पर ही मिलूंगा और तू साईकिल लेकर आ जाना. फिर में पुल पार करके नदी के उस पार पहुँच गया. वहां एक झोपड़ा था और बाहर एक दिया जल रहा था.
मुझे बबन ने कहा था कि अंदर जाने से पहले चार बार दरवाजे को बजाना तो मैंने वैसा ही किया तो अंदर से आवाज़ आई अंदर आ जाओ. फिर जब में अन्दर गया तो एक औरत बेड पर मेरी तरफ पीठ करके बैठी थी. अब मुझसे रहा नहीं गया. अब मुझे उसकी पीठ में अपनी माँ दिखाई दे रही थी तो मैंने उसे झट से पीछे से पकड़ लिया और उस झोपड़े में लाईट नहीं थी सिर्फ़ दिए जल रहे थे, लेकिन उस औरत की खूबसुरती उसमें भी बहुत अच्छी लग रही थी.
फिर मैंने उसे अपनी तरफ घुमाया और उसका चेहरा देखना चाहा तो मैंने झट से उसे छोड़ दिया और उठकर बाजू में खड़ा हो गया. फिर थोड़ी देर के लिए वो भी डर गई थी. फिर हम एक दूसरे को देखते ही रहे, क्योंकि जिसे में चोदने आया था वो मेरी मामी थी. फिर थोड़ी देर तक़ हम एक दूसरे के चेहरे ही देखते रहे. अब मेरे मुँह से कुछ निकल नहीं पा रहा था. फिर करीब 10 मिनट के बाद मैंने मामी से पूछा आप यहाँ कैसे? लेकिन आपको ये सब करने की क्या ज़रूरत है? तो मामी थोड़ी शर्म के मारे झुकी और कहा कि तेरे मामा का लंड सिर्फ 3 इंच का ही है और वो मुझे संतुष्ट नहीं कर पाते तो मैंने सोचा कि यही सही है. फिर मामी नीचे मुँह करके बैठी रही और उन्होंने अचानक से पूछा कि लेकिन तू यहाँ क्या कर रहा है? तुझे ये शौक कब से आ गया, अभी तो तू छोटा है.
फिर मैंने मामी से कहा कि में दिखने में छोटा हूँ, लेकिन में आपकी तमन्ना पूरी कर सकता हूँ. फिर मामी बोली कि अरे तू क्या मेरी तमन्ना पूरी करेगा? तेरा भी तेरे मामा की तरह 3 से 4 इंच का होगा. फिर मैंने भी कहा अच्छा और मामी के लिप पर किस कर दिया और लिप पर काट लिया. तो मामी बोली अबे हरामी मामी को किस करते-करते काटता है. फिर मैंने उनके बूब्स दबाने चालू कर दिए.
मैंने कभी मामी को उस नज़र से नहीं देखा था, लेकिन मामी ने मुझे ललकार कर उन्हें चोदने के लिए उकसाया. फिर मैंने मामी के सारे कपड़े उतार कर फेंक दिए और अब मामी मेरे सामने पूरी नंगी थी. अब वहां लाईट नहीं होने के कारण में उनकी पूरी बॉडी साफ-साफ़ देख नहीं पा रहा था. में अभी तक कपड़ो में था. फिर मैंने मामी की चूत को चाटना चालू किया. मुझे मेरी माँ की चूत की याद आ गई. अब में मामी की चूत चाटता रहा. अब मामी मुझे बोल रही थी कि अरे हरामी क्या कर रहा है? वहाँ तेरा लंड डाल, चाट क्यों रहा है? अब वो अहहह्ह्ह आआहाह कर रही थी. ]
फिर मैंने मामी के बूब्स को दबाना चालू किया और चूत को चाटने के बाद मैंने उनके बूब्स को चूसा और मामी की चूत में मेरी 2 उंगलियाँ डाल दी. अब मामी इन 15 मिनट में ही 2 बार झड़ चुकी थी. जब मामी दूसरी बार झड़ी तो मैंने मामी कि चूत पूरी चाट कर साफ कर दी. अब मामी बोली अब तेरा लंड निकाल कर मुझे दिखा. मैंने मेरी चड्डी निकाली और मामी के देखते ही उसके होश उड़ गये और मेरा 7 इंच लम्बा लंड देखकर मामी बोली कि ये तो लंड का बाप है.
फिर मैंने कहा इसे आपके मुँह में ले लो, तो मामी बोली इससे क्या होगा? तो मैंने कहा जैसे मैंने आपकी चूत चाटी तो आपको मज़ा आया ना, वैसे ही मुझे भी मज़ा आयेगा, तो मामी ने मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगी. फिर 5 मिनट के बाद मैंने मामी को रोका और कहा कि अपने पैर फैला दो, तो मामी ने झट से अपने पैरो को फैला दिया और कहा कि डाल दे अपना हथियार. फिर मैंने अपने लंड पर थोड़ा थूक लगाया और चूत के सामने रखा तो मामी के मुँह से आहह की आवाज निकल आई अहहाहह आहह्ह्ह्ह अभी मेरा लंड अंदर भी नहीं गया था.
फिर मैंने थोड़ा धक्का मारा और 2 से 3 इंच लंड अंदर चला गया, तो मामी जोर से चिल्लाई. फिर मैंने मामी को किस करना चालू किया. अब मामी बोल रही थी कि थोड़ा धीरे करो, मेरी चूत फट जायेगी. फिर मैंने किस करते समय और एक ज़ोर का धक्का मारा और मेरा पूरा लंड मामी की चूत में समा गया. मामी थोड़ी ढीली हो गयी.
फिर में थोड़ी देर रूक गया और मामी को किस करके पूछने लगा कि ज्यादा दर्द तो नहीं हो रहा है ना तो मामी ने कहा कि तू लगा रह, मुझे कुछ नहीं होगा, मज़ा आ रहा है. ये सुनने के बाद मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने चालू कर दिए. फिर मैंने कम से कम 20 मिनट तक़ मामी को चोदा और जब में झड़ने वाला था तो मैंने मामी से पूछा कि मेरा पानी गिरने वाला है क्या करूँ? तो मामी बोली कि तेरे लंड से मुझे मेरी ज़िंदगी का मज़ा आया है, तेरा पानी अंदर डाल दे.
अब में पूरी तरह से थक चुका था. फिर जब मैंने अपना लंड मामी की चूत से निकाला तो मैंने देखा कि मेरे लंड पर थोड़ा खून लगा हुआ था. मामी बोली कि तेरे मामा के अलावा तू चोथे नम्बर का मर्द है जो मुझे चोद चुका है, लेकिन तेरे में जो बात है वो किसी में नहीं है. फिर मैंने भी कहा कि मामी आप भी किसी रांड से कम नहीं हो, फिर ऐसा कहकर हम दोनों निकले. फिर मैंने मामी से बोला कि एक किस हो जाए तो मामी मेरे पास आई और बोली कि एक क्यों? जितने चाहें ले ले. फिर मैंने उन्हें किस किया और हम झोपड़े से बाहर निकल गये.
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बीवी और सास के साथ मामी की चुदाई

हैल्लो दोस्तों, आप सबको मेरा नमस्कार. दोस्तों में अपनी सास और पत्नी को एक साथ चोद चुका हूँ, उसके बाद में मेरी सास ने मुझे बताया कि वो अपने भाई से चुदवाती रहती है. मैंने भी उनसे कहा कि मम्मी जी मुझे भी यह चुदाई देखनी है और में भी एक बार उनसे मिलना चाहता हूँ. अब में एक बार फिर से उन सब लोगो का आप सभी से परिचय करवा देता हूँ, मेरी मम्मी (सासु जी) जिनकी उम्र करीब 48 साल है और उनके फिगर का साईज 42-38-44 है और वो दिखने में एकदम सेक्सी लगती है. अपनी इतनी उम्र होने के बाद भी बहुत सेक्सी बदन है.
उनकी सूरत से उम्र का अंदाजा नहीं लगता. गुड़िया (मेरी पत्नी) जिसकी उम्र 27 साल और उसके फिगर का साईज 30-28-32 है और वो तो अपनी माँ से भी बढ़कर सेक्सी लगती है. वो अपनी इतनी कम उम्र में भी अच्छो अच्छो के लंड को एक ही बार में खा जाती है और जिसको एक बार देखकर हर किसी का लंड खड़ा होकर सलामी देने लगता है. अमर (मामा) जिनकी उम्र 45 साल. वो अपने बड़े आकार के लंड से किसी की भी चूत को चोदकर उसका भोसड़ा बना दे. मामी (चमेली) जिनकी उम्र 43 साल और उनके फिगर का साईज 38-34-40 है, जैसा उनका नाम वैसा ही उनका गदराया हुआ बदन, बड़े आकार के बूब्स हमेशा उनके ब्लाउज से बाहर झांकते रहते है और उनकी गांड हर एक देखने वाले पर कहर ढाती है. में (रवि) मेरी उम्र 29 साल है दिखने में एकदम ठीक ठाक और चुदाई करने में हमेशा आगे, मेरे लंड की तारीफ में खुद नहीं करता.
दोस्तों अब में अपनी आज की कहानी पर आता हूँ. उस समय में अपने ससुराल में ही रुका हुआ था फिर एक दिन मैंने मेरी सास से मामा जी को बुलाने को कहा तो उन्होंने फ़ोन करके नाना से झूठ कहा कि वो थोड़ा बीमार है और आप मामा जी को कुछ दिनों के लिए यहाँ पर भेज दो. वो घर पर बिल्कुल अकेली है. तो नाना ने मेरे मामा जी को और उनकी पत्नी को भी उनके साथ में भेज दिया और वो उसी शाम को हमारे घर आ गये.
फिर जब घर पर पहुंचकर उन्होंने मम्मी को चलते फिरते बिल्कुल ठीक देखा तो उन्होंने उनसे पूछा कि क्या बात है, आपने मुझे इस तरह घर पर झूठ कहकर क्यों बुलवाया? तो मम्मी ने कहा कि अभी तुम थोड़ा आराम करो, में रात में सब कुछ बताती हूँ और फिर हम सबने खाना खाया और एक साथ हॉल में बैठकर बातें करने लगे. फिर मामा जी ने मम्मी से पूछा कि क्या बात है अब तो बताओ? तो मम्मी ने कहा कि भैया यह जो आपके जवांई राजा है वो भी हमारे साथ शामिल होना चाहते है.
मामा जी बोले कि में इस बात का बिल्कुल भी मतलब नहीं समझा? तो मम्मी बोली कि यह हमारी सेक्स टीम का सदस्य बनाना चाहते है तो मामा जी यह बात सुनकर बहुत खुश हुए और फिर उन्होंने मुझे अपने गले से लगा लिया. इसके बाद उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या गुड़िया को भी कोई आपत्ति तो नहीं है. मेरी पत्नी उठकर खड़ी हुई और उसने मामा जी को एक लिप किस दे दिया और उनका लंड दबा दिया. इससे मामा जी बहुत खुश हुए और बोले कि वाह अब तो बहुत मज़ा आएगा और इतने में मामी भी वहां पर आ गई वो बोली कि अरे क्या हो रहा है? तो मामा जी ने उन्हे वो सब कुछ बताया जो अभी कुछ देर पहले हम सभी के बीच तय हुआ था. वो भी यह बात सुनकर बहुत खुश हो गई और फिर वो मुझसे बोली कि देखो रवि मुझे थोड़ा गंदा सेक्स पसंद है.
मैंने कहा कोई बात नहीं, में सब सम्भाल लूँगा, आप बिल्कुल भी चिंता मत करो, बस अब आप आगे आगे देखती जाओ. इसके बाद मामा जी बोले कि आज हम यहीं हॉल में ही सेक्स के मज़े करेंगे. खुले में हमे सेक्स करने में और भी मज़ा आएगा. सबसे पहले मम्मी ने कहा कि हाँ भैया बहुत दिनों से मैंने आपका लंड नहीं चूसा है, प्लीज आज मुझे वो चुसवा दो, में बहुत दिन से तरस रही हूँ. मामा जी बोले कि हाँ बिल्कुल मेरी रंडी बहना आजा जल्दी से तू अपने भाई का लंड मुहं में ले और मज़े कर.
फिर मम्मी ने इतना सुनते ही झट से मामा जी की पेंट और अंडरवियर को उतार दिया और उनका लंड अपने मुहं में लेकर चूसने लगी और धीरे धीरे मज़े लेने लगी. मैंने देखा कि मामा जी का लंड मेरे लंड से लम्बा और काला था. तभी मामी भी मेरे पास आई और फिर वो मुझसे बोली कि बहुत दिनों से मैंने कोई भी जवान लंड नहीं लिया, लेकिन आज में अपने जवांई का लंड लेती हूँ और अब उन्होंने मेरा लोवर उतार दिया. मैंने अंडरवियर नहीं पहनी हुई थी और में भी अब नंगा हो गया था और वो मेरा लंड चूसने लगी. अब धीरे धीरे मम्मी ने सारे कपड़े उतार दिए और मैंने भी मामी को पूरा नंगा कर दिया.
मामा मेरी बीवी से बोले कि अरे तू क्यों ऐसे दूर बैठी हुई है, तू भी आजा हमारे इस खेल में? तो मेरी पत्नी भी अब अपने कपड़े उतार कर आ गई और अब हम सब पूरे पूरे नंगे थे. अब मेरी पत्नी ने भी मामा जी का लंड चूसना चालू कर दिया और मम्मी भी उसे चूस रही थी. तभी मामी जी मुझसे बोली कि बेटा रवि अब तुम मेरी चूत चाटो और इसमे से मेरा सारा रस पियो.
फिर मैंने मामी की चूत को अपने एक हाथ से खोलकर देखा वो अंदर तक एकदम साफ थी और फिर मैंने चूत को चाटना शुरू कर दिया, लेकिन थोड़ी देर सिसकियाँ लेने के बाद मामी ने मेरे मुहं पर मूतना चालू कर दिया और में वो पूरा पी गया. बड़ा ही अच्छा लगा. अब मामी मुझसे बोली कि बेटा तुमने आज मेरा मूत पिया है और अब में तुम्हारा भी पियूंगी और फिर मामा से कहा कि तुम भी हम सबको अपने मूत से पवित्र कर दो. तो में और मामा खड़े होकर एक साथ मूतने लगे वो तीनो रंडिया आहा मज़ा आ गया कहकर हमारा मूत पीने लगी और इसके बाद मैंने अपना लंड मामी की चूत में डालकर उन्हें चोदना चालू कर दिया.
मामी भी अब मेरा पूरा पूरा साथ देने लगी और में बड़े आराम से उसे चोद रहा था. अब मैंने देखा तो मामा जी गुड़िया की गांड मार रहे थे और वो भी उनसे कह रही थी कि हाँ फाड़ दे मादरचोद, बहनचोद उह्ह्ह्हह्ह्ह्ह आईईईइ आज अपनी भांजी की गांड को फाड़ दे और मम्मी मामी की गांड चाट रही थी और उसमे अपनी उंगली डाल रही थी.
फिर मैंने मामी को घोड़ी बनाया और उनकी चूत में एक ही धक्के के साथ अपना पूरा का पूरा लंड डाल दिया और उन्हे चोदने लगा और करीब दस मिनट के बाद वो झड़ गई तो मैंने उनसे कहा कि मामी मेरा अभी बाकी है. उन्होंने कहा कि कोई बात नहीं अपनी मामी की गांड में डाल दे और अब मैंने अपना लंड मामी की गांड में डाल दिया और वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई मादरचोद थोड़ा धीरे धीरे डाल. आज तूने मेरी गांड को फाड़ दिया और अब में उनको बहुत धीरे से धक्के देकर चोदने लगा, लेकिन थोड़ी देर बाद में झड़ गया और वहीं पर बैठकर आराम करने लगा.
फिर मामा जी ने मम्मी की गांड में अपना लंड डालकर कर उन्हे चोदना चालू कर दिया. मम्मी कह रही थी कि हाँ मादरचोद, बहनचोद फाड़ दे उह्ह्ह्हह्ह हाँ और ज़ोर से धक्का दे अपनी बहन की गांड भोसड़ी में. मामा जी कह रहे थे कि हाँ मेरी रंडी, मेरी रखेल, तेरी गांड में अब ना जाने कितने ही लंड आ चुके, लेकिन अभी तक इसकी गरमी शांत नहीं हुई है और फिर थोड़ी देर में मामा जी भी झड़ गये और फिर हम सब बैठकर बात करने लगे और फिर कुछ देर बाद ऐसे ही नंगे सो गये.
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रेखा की चूत को चाटकर चोदा

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रेयांश है. दोस्तों यह बात तब की है जब में 12th क्लास में पढ़ता था और उस समय मेरे साथ एक लड़की पड़ती थी. उसका नाम रेखा था, उसको में मन ही मन बहुत पसंद किया करता था. दोस्तों वो दिखने में बहुत सुंदर, उसका वो गोरा, गदराया हुआ बदन मुझे क्या हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करता था. तो एक दिन जब हम अपनी क्लास से बाहर निकल रहे थे तभी बहुत ज़ोर से बारिश होने लगी और में अपनी बाईक से अपने घर पर जा रहा था. तो मैंने रेखा से कहा कि चलो में तुम्हे तुम्हारे घर पर छोड़ देता हूँ और अब थोड़ा ना नकुर करने के बाद वो मान गई और रास्ते में हम अपनी क्लास की बातें करते रहे.
फिर उस रात मैंने उसको एक मैसेज किया कि मुझे तुमसे कुछ बात करनी है, तो उसने मुझे कॉल करने को कहा और फिर मैंने उसे फोन करके अपनी दोस्ती के बारे में कहा तो उसके कुछ दिन बाद हमारी दोस्ती कब प्यार में बदल गई हमें पता ही नहीं चला और अब हम एक दूसरे को बहुत प्यार करने लगे थे.
धीरे धीरे हमने सेक्स चेट भी चालू कर दिया, लेकिन मैंने उसे किस से ज्यादा कुछ नहीं किया. एक दिन हम फिल्म देखने चले गये तो तभी फिल्म में एक सेक्सी सीन आ गया और उसे देखकर में बहुत हॉट हो गया. मैंने उससे कहा कि मुझे किस करना है. तो उसने मेरे होंठो पर अपने होंठो लेकर समूच करना शुरू कर दिया और फिर मैंने उसकी जीभ को चूसना चालू किया और वहां पर मैंने पहली बार उसके बूब्स को कपड़ो के ऊपर से दबाया. अब वो भी बहुत गर्म हो गई थी. उसने मुझसे कहा कि प्लीज अब इन्हे कैसे भी करके चूसो दबाओ. अब मैंने उसके कहने पर इधर उधर देखकर उसके सूट को थोड़ा ऊपर कर दिया क्योंकि वो फिल्म थोड़ी सेक्सी थी तो वहां पर ज्यादा लोग भी नहीं थे.
फिर मैंने उसके बूब्स को दबाना चूसना शुरू किया, वाह क्या मस्त मुलायम थे उफ़फ्फ़ वो उसके छोटे छोटे बूब्स, उसके ऊपर छोटी सी किशमिश जैसी निप्पल. में अब उन्हे ज़ोर से चूस रहा था और उसके मुहं से अब मोन की आवाज़ आ रही थी आअहह उह्ह्ह्हह्ह हाँ रेयांश और ज़ोर से चूसो खा जाओ अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह मेरी जान आईईईईईई खा जाओ और ज़ोर चूसो, दबाकर पी जाओ मेरे दोनों बूब्स को अह्ह्ह्ह आईईईई. फिर कुछ देर के बाद मैंने उससे कहा कि तुम भी अब मेरा लंड चूसो. उसने पहले तो मुझसे साफ मना कर दिया, लेकिन फिर मेरे कहने पर वो मान गई. उसने मेरा 6.5 इंच का लंड मेरी पेंट से बाहर निकाला जो अब तक पेंट में तम्बू बनकर खड़ा था और फिर वो नीचे बैठकर चूसने लगी. में तो जन्नत में था दोस्तों उसने मुझे सातवें आसमान पर पहुंचा दिया था.
मेरे लंड का सुपड़ा वो अपने मुहं में पूरा अंदर तक ले गई थी और उसे लोलीपोप की तरह चूस रही थी. तभी कुछ देर के बाद मेरा वीर्य उसके मुहं में ही निकल गया और उसने वहीं पर उल्टी कर दी. फिर मैंने थोड़ी देर उसके बूब्स दबाए और फिर कपड़े ठीक करके हम अपने घर पर चल दिए. दोस्तों वो मेरा पहला सेक्स अनुभव था, लेकिन उस दिन मैंने उसकी चूत को नहीं देखा था, लेकिन फिर कुछ दिन बाद मेरे घर पर कोई नहीं था तो मैंने उसे अपने स्कूल से बिना बताए मेरे घर पर बुला लिया. वो उस समय स्कर्ट और शर्ट में थी और फिर मैंने उसे किस करते करते उसकी शर्ट के सारे बटन खोल दिए और फिर उसकी ब्रा को भी खोल दिया और फिर मैंने 15 मिनट तक उसके छोटे छोटे रसीले बूब्स को दबाया. दोस्तों मुझे तो उस दिन मज़ा ही आ गया. फिर मैंने हाथ को नीचे बढ़ाते हुए उसकी स्कर्ट को उतार दिया और फिर पेंटी को भी. उसने मुझसे कहा कि प्लीज पहले कंडोम लगा लेना, तभी आगे कुछ करना.
फिर मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है और फिर में उसे अपनी गोद में उठाकर बेडरूम में ले गया और उसे बिल्कुल सीधा लेटा दिया और फिर मैंने उसके माथे पर किस किया और उसके बाद उसके गुलाबी गुलाबी होंठो को चूसा. फिर गर्दन को चूमा और फिर ऐसे ही बूब्स और फिर मैंने उसकी चूत के पास आकर उसकी जाघों पर किस किया, लेकिन अब उसकी चूत की खुशबू मुझे बिल्कुल पागल बना रही थी. मैंने जल्दी से उसकी जाघों को एक दूसरे से अलग करके देखा तो उसकी वो छोटी सी गुलाबी चूत मेरी आखों के सामने थी. मैंने अब बिल्कुल भी देर ना करते हुए उसकी चूत में अपनी जीभ को लगा दिया और फिर चूसने लगा.
दोस्तों मुझे इसमें बहुत मज़ा आ रहा है और वो अब सिसकियाँ ले रही थी आहहहा उम्म्महाअ उम्म्म्ममम उम्म्म आह्ह्ह्ह रेयांश प्लीज आईईईईइ थोड़ा और ज़ोर से चूसो. हाँ तुम आज खा जाओ आह्ह्ह्हह्ह रेयांश. दोस्तों उसके मुहं से निकलती हुई सिसकियों की आवाज अब मुझे एकदम दिवाना बना रही थी. मैंने उसकी बहुत देर तक अपनी जीभ से चुदाई की और फिर कुछ देर बाद हम दोनों ने 69 में आकर दोनों की प्यास बुझाई. उसने कुछ देर बाद अपनी चूत का पानी मेरे मुहं में डाल दिया.
फिर उसके कुछ देर बाद मैंने अपना 6.5 इंच का लंड उसकी चूत के छेद पर लगा दिया. में अब धीरे धीरे लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा, लेकिन वो अब गरम होने के साथ साथ बहुत डर भी रही थी क्योंकि मैंने उसके कहने के बाद भी अपने लंड पर कंडोम नहीं लगाया था. उसने मुझसे कहा कि प्लीज थोड़ा धीरे धीरे करना मुझे बहुत दर्द होगा क्योंकि तुम्हारा यह बहुत लम्बा और बहुत मोटा भी है. तो मैंने उससे कहा कि तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो. में बहुत धीरे करूंगा जिससे तुम्हे ज्यादा दर्द नहीं होगा, लेकिन थोड़ा जरुर होगा. उसे तुम्हे सहन करना होगा, तुम्हारा वो दर्द ही आगे जाकर तुम्हारा मज़ा बन जाएगा.
अब मैंने उठकर तेल लाकर थोड़ा सा तेल उसकी चूत पर डाला और अपने लंड पर भी लगाया. फिर लंड को चूत पर रखकर धीरे से धक्का दिया. तभी अह्ह्ह्हह आईईईईईई उसके मुहं से एक ज़ोर की चीख निकल गई. मेरा सुपाड़ा चूत के अंदर था. अब हम दोनों एक हो गये थे और उसकी चूत की सील टूट गई थी. वो बहुत ज़ोर ज़ोर से चीखने चिल्लाने लगी थी और वो अपने दर्द से करहा रही थी. फिर मैंने कुछ देर रुककर एक और ज़ोर का धक्का दिया और साथ ही साथ उसको किस करता रहा और वो ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेती रही और चीखती चिल्लाती रही आह्ह्ह्ह्ह्ह् आईईईइईई, लेकिन मैंने लगातार धक्के मारने चालू किए.
मैंने उसको करीब 15 मिनट तक चोदा और उसकी चूत में अपना गरम गरम लावा छोड़ दिया. दोस्तों यह चुदाई मेरा पहला सेक्स अनुभव था और कुछ समय बाद हम एक दूसरे के शरीर से खेलते रहे और फिर कुछ देर बाद मेरा लंड दोबारा से खड़ा होने लगा. मैंने रेखा को कहा कि फ्रिज से चॉकलेट निकालकर लाओ. वो उठकर चली गई और चॉकलेट लेकर आ गई. फिर मैंने रेखा की चूत पर चॉकलेट लगाई और थोड़ी मेरे लंड पर फिर हम एक दूसरे को चाटते गये. उसने मेरे लंड को बहुत देर तक चूसा और में उसकी चूत के दाने को बस खाए जा रहा था और वो कह रही थी वाह आह्ह्ह्हह उम्म्म उईईईई माँ मर गई रेयांश उफफ्फ्फ्फ़.
फिर मैंने उसे उठाया और कुतिया बनाया. उसकी चूत पर अपना लंड लगाया और फिर एक ज़ोर से धक्का दिया और फिर मैंने उसे बीस मिनट तक लगातार ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चोदा. रेखा मेरी चुदाई करने की स्पीड से बहुत मस्त हो गई थी और उस चुदाई के बाद मैंने उसकी चूत को बहुत चाटा और उसने मेरे लंड की प्यास बुझाई. हम एक दूसरे के लिए पागल हो गये थे और में उसके बूब्स बस खा जाना चाहता था. मैंने उसके बूब्स पर दोबारा चॉकलेट लगाई और उसके बूब्स को चूसने लगा.
वाह दोस्तों मज़ा आ गया और वो मेरे सर को अपने बूब्स पर दबा रही थी और आवाजें कर रही थी उम्म्म्म उम्मम्म उह्ह्ह्ह हाँ और ज़ोर से दबाव उफफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह. में अब उसके सीधे बूब्स को दबाने लगा और दूसरे बूब्स को चूसने लगा अह्ह्ह्हह उम्म्म रेयांश हाँ खा जाओ इनको आहहह मेरी जान. फिर मैंने दोबारा उसकी चूत चाटी और उसकी गांड भी चाटी. फिर मैंने उसको अपने ऊपर आने को कहा और फिर दोबारा मैंने उसकी चूत को चोदा. पूरे आधे घंटे तक हमने मज़ा किया. फिर मैंने उस दिन उसकी गांड भी मारी और चूत को भी चोदा.
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मजबूरी में मम्मी चुदी दोस्त से

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम सोनू है, और मेरी इस साईट पर ये पहली स्टोरी है जो कि बिल्कुल सच है. मेरी माँ का नाम शोभा है और वो दिखने में ठीक-ठाक है, लेकिन उनका फिगर बहुत ही मस्त है. ये स्टोरी 2 साल पुरानी है. अब में सीधे स्टोरी पर आता हूँ. मेरे पापा एक टीचर है, लेकिन अब वो हमारे साथ नहीं है तो घर चलाने के लिए मम्मी एक होटल पर काम करती थी. में कभी-कभी मम्मी के साथ होटल जाता था, लेकिन उनकी सैलेरी बहुत ही कम थी और मेरी पढाई का खर्चा बहुत बढ़ रहा था. कुछ दिन के बाद में मेरा एड्मिशन एम.बी.बी.एस में कराना चाहता था, लेकिन पैसे के कारण ये नहीं हो रहा था.
फिर मैंने ये बात मेरे दोस्त योगेश को बताई तो वो बोला कि मेरे पास एक रास्ता है, अगर तू चाहता है तो ये संभव है. में खुश हो गया और तुरंत हाँ बोल दिया. फिर वो बोला मुझे तेरी मम्मी को चोदने दे और में एक रात के 500 रुपये दूँगा. ये सुनते ही मुझे बहुत गुस्सा आ गया और में वहाँ से निकल गया और सीधे घर आ गया. मम्मी बोली बेटा डिनर कर ले, मैंने ना बोल दिया तो मम्मी ने कारण पूछा. मैंने कुछ नहीं बोला और सो गया. फिर दूसरे दिन जब में योगेश की दुकान के पास गया तो मैंने देखा कि वो मुझे बुला रहा है. में उसके पास गया तो उसने मुझसे पूछा कि बोल कुछ सोचा या नहीं. मैंने बोला कि अरे वो मेरी मम्मी है और तुझे शर्म नहीं आती . फिर वो बोला कि मेरे दोस्त आख़िर उसे भी तो सेक्स की ज़रूरत होगी ना.
फिर मैंने सोचा, क्योंकि मेरे पास और कोई दूसरा रास्ता भी नहीं था. फिर मैंने उसे हाँ कर दी और कहा कि मम्मी को तुझे ही मनाना पड़ेगा. वो खुश हो गया और बोला कि तू उसकी चिंता मत कर और कहा कि आज रात में तेरे घर आऊंगा और तू सोने का नाटक करना. फिर जब में रात को घर गया तो मम्मी भी होटल से आ चुकी थी, फिर बाद में उन्होंने शॉवर लिया और डिनर ख़त्म होते ही मैंने उनको बोला कि मुझे नींद आ रही है. फिर मैंने मेरे कमरे जाकर योगेश को कॉल किया और वो बस 10 मिनट में आने वाला था. फिर 10 मिनट के बाद डोर बेल बजी तो मम्मी ने दरवाजा खोला. योगेश बोला कि आंटी में अंदर आ आऊं तो मम्मी बोली कि आ जाओ. फिर अंदर आने के बाद मम्मी बोली अरे सोनू तो सो गया है, वो बोला कि मेरा काम तो आपके पास ही है. फिर मम्मी बोली क्या काम है? तो वो बोला आंटी आप बेडरूम में चलो में सब बताऊंगा, तो मम्मी बोली ठीक है.
फिर वो मम्मी के साथ अंदर बेडरूम में गया और में उठकर उसके पीछे गया और अब में छुपकर सुन और देख रहा था. फिर वो मेरी मम्मी से बोला आंटी में सीधे पॉइंट पर आता हूँ, में आपके साथ सेक्स करना चाहता हूँ. तो मम्मी को गुस्सा आ गया और वो बोली कि हरामी निकल जा यहाँ से. तभी वो बोला सोच लो में आपको एक रात के 500 रुपये दूँगा, इससे आपको पैसा मिलेगा और सोनू का एड्मिशन भी होगा. मम्मी बहुत परेशान हो गई और मजबूरी में उन्होंने हाँ कर दी. फिर जैसे ही मम्मी ने हाँ बोली तो उसने सीधा अपनी शर्ट-पेंट को निकाल दिया और मम्मी को बेड पर उठाकर ले गया. अब मम्मी बिल्कुल नाराज़ थी, लेकिन मजबूरी के कारण वो कुछ बोल नहीं सकी. फिर उसने उनको बेड पर लेटा दिया. अब वो मम्मी के बूब्स दबा रहा था और बोला कि शोभा मेरी जान आज तो में पूरे पैसे वसूल करूँगा और अब मम्मी चुपचाप लेटी थी.
फिर उसने मम्मी की साड़ी उतार दी और ब्लाउज पेटीकोट भी खोल दिया. अब मम्मी ब्रा और पेंटी में थी. अब मम्मी लेट गई और वो मम्मी को किस करने लगा. अब वो मम्मी के होंठो को चूसकर किस कर था. फिर करीब 10 मिनट तक किस करने बाद उसने मम्मी के निपल को मुँह में लिया और ज़ोर-ज़ोर से दबाया तो मम्मी बोली कि योगेश प्लीज जरा आराम से करो, दर्द हो रहा है. ये सुनकर उसे और जोश आ गया और वो और ज़ोर-जोर से बूब्स दबाने लगा और बोला कि डार्लिंग तू आज रात के लिए मेरी रंडी है और उसने करीब 1 घंटे तक मम्मी के बूब्स दबाए. अब मम्मी के बूब्स बहुत लाल हो गये थे और उन्हें बहुत दर्द भी हो रहा था. फिर उसने और 10 मिनट तक मम्मी के होंठो को चूसा और उनकी पेंटी भी उतार दी और उनकी चूत देखकर बोला कि चल मेरी रंडी तैयार हो ज़ा.
फिर उसने मम्मी के पैरों को फैला दिया और मम्मी के पैरों के बीच में बैठकर बोला कि हाय मेरी रंडी और उसने उसका 10 इंच का लम्बा और 3 इंच मोटा लंड मम्मी की चूत में घुसा दिया. मम्मी पूरी कांप उठी और उसने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू किए और मम्मी के होंठो पर, गले पर चूमने लगा. अब मम्मी को बहुत दर्द हो रहा था तो मम्मी उससे बोली कि योगेश प्लीज बस करो ना. फिर वो बोला रंडी तुझे तो में बहुत चोदूंगा. फिर उसने 30 मिनट तक लगातार चोदने के बाद अपना वीर्य मेरी मम्मी की चूत में निकाल दिया और उनके ऊपर लेट गया. दोस्तों आज भी योगेश मेरी मम्मी को चोदता है.
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