बीवी ने चूत दिलवाई

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम ललित है और में आपके लिए एक नई स्टोरी लेकर आया हूँ. इस स्टोरी में अपना अनुभव आप लोगों के साथ शेयर कर रहा हूँ. मेरी उम्र 38 साल है और में दिल्ली में एक अपार्टमेंट में रहता हूँ. में आपको मेरी और मेरी पत्नी प्रिया की एक नये अनुभव की स्टोरी बता रहा हूँ. अब में आपका समय ख़राब ना करते हुए सीधा स्टोरी पर आता हूँ. दोस्तों हमने मनोज और ऋतु के साथ 3 बार अदल बदलकर सेक्स किया और उसके बाद हम बोर हो गये थे और हम 3 महीने तक अपना सामान्य सेक्स कर रहे थे. एक दिन मैंने प्रिया से कहा कि प्रिया अब कुछ चेंज करे तो उसने कहा कि मनोज और ऋतु के साथ, तो मैंने कहा कि नहीं यार, लेकिन मेरा मन कुछ नया करने को कर रहा है. तो उसने कहा कि नया करने के चक्कर में कहीं हम फंस ना जाए तो अब में भी चुप हो गया.
फिर एक दिन रविवार की सुबह में सो रहा था तो सुबह प्रिया ने आवाज़ लगाई कि ललित दरवाज़ा खोलना बेल बजी है. पूर्वी (जो कि हमारी कामवाली है) आई होगी. फिर में उठा और दरवाज़ा खोला तो सामने कोई 27-28 साल की एक औरत खड़ी थी. वो बोली भाभी है तो मैंने कहा कि हाँ है और नहा रही है, तुम बैठो में बुला देता हूँ. फिर मैंने प्रिया को आवाज़ लगाई कि प्रिया तुमसे कोई मिलने आया है तो प्रिया करीब 5 मिनट के बाद आई. वो लड़की बोली कि भाभी पूर्वी को गावं जाना पड़ा, क्योंकि कल उसके पिताजी गुज़र गये है तो वो मुझे बोलकर गयी है कि में यहाँ के 4-5 घर में काम कर लूँ वो एक बार उसके साथ भी यहाँ आई थी.
फिर प्रिया ने पूछा कि तुम्हारा नाम क्या है? तो उसने कहा कि अंजली, तो उसने कहा कि में 4 महीने पहले दिल्ली आई थी और तब से पूर्वी के साथ रह रही हूँ. हम दोनों एक ही गावं से है. पूर्वी ने बोला था कि में तुझे कोई काम दिलवा दूँगी. अभी में घर पर एक कंपनी का बटन लगाने का काम करती हूँ. अब वो शायद महीने भर में वापस आए, तब तक में आपका काम कर दूंगी और पूर्वी भी गावं पहुँचकर आपको फोन कर देगी, तो प्रिया ने उससे कहा ठीक है तुम काम कर लो. फिर अगले दिन बच्चे स्कूल जाने के बाद में और प्रिया ऐसे ही छेड़खानी कर रहे थे और तभी हमें सेक्स चढ़ने लगा और हम शुरू हो गये. फिर मैंने प्रिया की टाँगे खोली और उसकी चूत चाटनी शुरू कर दी. अब प्रिया भी सिसकारियां लेने लगी और बोली कि ललित जल्दी कर लो नहीं तो कामवाली आ जायेगी तो सारा मूड ख़राब हो जायेगा.
फिर मैंने भी तुरंत लंड निकाला और प्रिया के मुँह में दे दिया और कहा कि आज सिर्फ़ ये कर लो बाकि का कल करेंगे. प्रिया ने कहा कि फिर तुम मेरा उंगली से निकाल दो और में तुम्हें ब्लोवजोब देती हूँ. फिर में अपनी दो उंगलियां प्रिया की चूत में अंदर बाहर करने लगा और प्रिया मेरा लंड चूसने लगी. अभी 1 मिनट ही हुआ था कि बेल बज गयी तो प्रिया बोली कि ललित बेल बजने दो पहले मेरा पानी निकाल दो नहीं तो पूरा दिन चूत गीली रहेगी. फिर मैंने अपनी उंगलियों की रफ़्तार तेज़ कर दी और प्रिया भी मेरे लंड को पूरे जोश से चूसने लगी. फिर अगले 2 मिनट में प्रिया का पानी निकल गया और मैंने भी अपना पानी प्रिया के मुँह में ही छोड़ दिया. उस वक़्त तक 4-5 बेल बज चुकी थी. अब प्रिया जल्दी से उठकर बाथरूम गयी और मुझे गेट खोलने को बोला. फिर मैंने भी अपना अंडरवियर पहनी और गेट खोला तो सामने अंजली थी. वो बोली कि मैंने सोचा घर पर कोई नहीं है तो मैंने कहा कि नहीं हम सो रहे थे.
फिर में अंदर आ गया और वो भी पीछे-पीछे अंदर आ गयी. अब वो झाड़ू उठाकर हमारे बेडरूम में आ गयी. अब में बेड पर लेट गया. फिर जब वो झुकी तो में पागल हो गया, क्या बूब्स थे उसके? और उसने दुपट्टा भी नहीं डाला था. अब मेरा लंड तो फिर से खड़ा हो गया था. तभी प्रिया बोली कि ललित टावल देना तो मैंने अलमारी से टावल निकाला और तब तक अंजली बाहर चली गयी थी. अब में सीधा बाथरूम में चला गया और प्रिया के बूब्स पर टूट पड़ा. अब प्रिया भी ये एक्सपेक्ट नहीं कर रही थी, क्योंकि अभी तो उसने मेरा पानी निकाला था. फिर मैंने भी उसके बूब्स चूसते हुए उसे घुमाया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया तो प्रिया बोली कंडोम तो निकाल लो, सेक्स के लिए ये पीरियड सेफ नहीं है. फिर मैंने कहा कि में बाहर निकाल दूंगा तुम बस झुक जाओ. फिर मैंने अपना लंड प्रिया की चूत में झटके से डाल दिया तो प्रिया की चीख निकल गयी. मैंने कहा कि क्या हुआ? पहली बार चुदवा रही हो क्या? तो वो बोली मुझे लग रहा तुम्हें चोदने की ज्यादा जल्दी हो रही है, कहीं लड़की हाथ से ना निकल जाए.
फिर मैंने कहा कि प्रिया चुदवाने में मज़ा आ रहा है या नहीं तो प्रिया बोली बेबी बहुत आ रहा है, तुम कहो तो में चीख-चीख कर चुदवाऊं. तो मैंने कहा कि हाँ चीखो जैसे पहली बार चुदवा रही हो. अब प्रिया भी चिल्लाने लगी, ललित आह्ह्ह्ह, ललित और तेज और तेज, मुझे चोद डालो, अपना लंड पूरा अंदर डाल दो, फुक मी फुक मी, फाड़ दो मेरी चूत और अपना पानी मेरे अंदर ही छोड़ना. में गोली खा लूँगी, तुमने तो एकदम से वार करके मेरी चूत की आग ही बढ़ा दी है, ओहह यस ललित चोदो, चोदो मुझे, चोदो यस, और तभी मैंने अपना पानी उसकी चूत में ही छोड़ दिया. फिर 10 मिनट के बाद हम फ्रेश होकर दोनों बाहर आए तो प्रिया किचन में चली गयी और में ऑफिस के लिए तैयार होने लगा. अब हम रविवार के दिन सब नाश्ता कर रहे थे कि तभी अंजली आ गयी, क्योंकि रविवार को वो लेट आती थी और में नाश्ता करके बच्चों के साथ पार्क में चला गया था.
फिर करीब एक घंटे के बाद में ऊपर आ गया. तभी प्रिया बोली कि पूर्वी का गावं से फोन आया था और वो कह रही थी कि अंजली को एक महीना अपने घर पर रख लो, क्योंकि उसके पास वाले कमरे में तो आदमी रहते और शराब पीकर गाली और लड़ाई करते है इसलिए में उसे वहाँ अकेले नहीं छोड़ सकती. मैंने कहा कि ठीक है तुमसे पूछकर बताउंगी, क्योंकि हमारी प्राइवसी भी ख़त्म होगी और हम इसे जानते भी नहीं है. तभी मैंने कहा कि कोई बात नहीं 15-20 दिन की तो बात है और हमारा गेस्ट रूम तो खाली है और वो सिर्फ़ रात को सोने ही तो आयेगी और दिन में तो वो काम ही करेंगी. फिर प्रिया को भी ये ठीक लगा और उसने पूर्वी को फोन करके हाँ कर दी. फिर उसी रात 8 बजे अंजली आ गयी तो प्रिया ने बोला खाना खाओगी तो अंजली बोली कि नहीं भाभी में खाना खाकर आई हूँ वहाँ तो बस रात को डर लगता है इसलिए पूर्वी को बोला था कि कहीं रात रहने का इंतज़ाम कर दे और आपने मेरी मदद कर दी. तो प्रिया बोली कि कोई बात नहीं आ टी.वी देख ले, में सोने से पहले तेरा बिस्तर निकाल दूंगी, तू गेस्ट रूम में बिछा लेना जो कि हमारे बेडरूम के पास था.
अब रात के 10 बज रहे थे तो बच्चे अपने रूम में चले गये और में और प्रिया अपने रूम में टी.वी देखने लगे और अंजली भी अपने बिस्तर लेकर अपने रूम में चली गयी. फिर मैंने प्रिया से कहा कि कोई पॉर्न मूवी देखे तो प्रिया ने कहा कि कल सोमवार है और बच्चों को स्कूल जाना है और इन सबमें हम लेट हो जायेंगे और सुबह उठने में मुश्किल होगी, अब टी.वी बंद करो और सो जाओ. अब ये रुटीन 2-3 दिन तक चलता रहा और अब गुरुवार को बच्चों का ऑफ था तो मैंने प्रिया को ऑफिस से फोन करके बोल दिया था कि हम आज रात को मज़ा करेंगे. तो प्रिया ने बच्चों को 10 बजे सुला दिया और खुद भी फ्रेश होकर बेड पर आ गयी. उसने रेड कलर की ब्रा और पेंटी पहनी हुई थी. फिर प्रिया बोली कि कोई पॉर्न मूवी लगा लो, तो मैंने एक सेक्सी मूवी चालू कर दी और हम दोनों चूमा चाटी करने लगे.
फिर में प्रिया के बूब्स चूसने लगा और तभी मेरे दिमाग़ में अंजली के बूब्स आ गये तो मैंने प्रिया से बोला कि अंजली के बूब्स मस्त है. तो प्रिया बोली मुझे पता है मैंने तुम्हें उसको देखते हुए नोटीस किया है, लेकिन मैंने कुछ बोला नहीं, बस तुम मज़ा ले लो, लेकिन कुछ करना नहीं क्योंकि आजकल ये सब उल्टा पड़ जाता है. तो मैंने भी प्रिया की पेंटी साईड में की और उसकी चूत को चूसने लगा. अब प्रिया बहुत गर्म हो गयी थी और फिर वो बोली कि बेबी आज मेरे पीछे डाल दो, बहुत दिन हो गये है. फिर में उसके पीछे गांड में उंगली डालने लगा तो मेरी उंगली जा नहीं रही थी तो मैंने कहा कि में किचन से तेल ले कर आता हूँ, फिर मैंने बेड से उतर कर दरवाज़ा खोला तो मुझे ऐसा लगा कि जैसे कोई तेज़ी से भागा है. फिर में बेडरूम से बाहर आकर बच्चों के रूम में गया तो वो सोए हुए थे. फिर मैंने किचन से तेल लिया और बेडरूम में जाने से पहले अंजली के रूम में देखा तो वो एकदम से पलट कर सो गयी.
अब मुझे कुछ अजीब लगा और में बेडरूम में आकर प्रिया को तेल देकर वापस पानी लेने के लिए किचन में आ गया, लेकिन बेडरूम का दरवाज़ा पूरा बंद करके और मैंने किचन की लाईट भी ऑफ कर दी. तभी मैंने देखा कि अब अंजली हमारे बेडरूम के दरवाज़े के पास आकर खड़ी हो गयी, तभी प्रिया बेड से उठी और अंदर कुछ गिरने की आवाज़ आई, तभी अंजली भागकर अपने रूम में चली गयी. अब में पूरा मामला समझ गया था. फिर मैंने बेडरूम में आकर दरवाज़ा पूरा बंद नहीं किया और प्रिया को पूरी बात बताई. अब प्रिया भी बहुत उत्तेजित हो गयी थी. फिर उसने मेरा लंड पकड़कर मुँह में ले लिया और चूसने लगी, फिर में तेल निकालकर प्रिया की गांड में लगाने लगा और बोला कि प्रिया क्या गांड है तुम्हारी? आज में इसे जमकर चोदूंगा तो प्रिया बोली बेबी गांड चूत सब चोदो, अच्छे से चुदे हुये बहुत दिन हो गये, कम ऑन फुक मी. फिर मैंने अपना लंड आराम से प्रिया की गांड में लगाया और अंदर डालने लगा तो प्रिया भी चिल्लाने लगी कि बेबी आराम से डालना दर्द हो रहा है.
फिर मैंने धीरे-धीरे अपना लंड पूरा अंदर डाल दिया और आराम-आराम से अंदर बाहर करने लगा. प्रिया भी बोलने लगी कि बेबी फुक मी, चोदो मुझे, मार लो मेरी गांड, अब अपनी स्पीड तेज कर दो, अब दर्द नहीं हो रहा है, चोदो मुझे. अब प्रिया ने अपनी दो उंगलियां चूत में भी डाल ली थी जो मुझे लंड पर महसूस हो रही थी. फिर मैंने दरवाज़े पर देखा तो मुझे पता चल गया कि अंजली वहाँ पर खड़ी है और चुदाई की आवाज़े सुन रही है. अब में भी जमकर चुदाई करने लगा और बोला कि प्रिया मेरा लंड कैसा लगा? तो प्रिया बोली कि मज़ा आ गया, मन कर रहा है तुमसे सारी रात चुदती रहूँ, अब ऐसा करो कंडोम चढ़ाओं और मेरी चूत में लंड डाल दो. फिर प्रिया सीधी लेट गयी और मैंने कंडोम चढ़ाया और मेरा लंड पूरा उसकी चूत में डाल दिया. अब प्रिया सिसकारियां लेने लगी थी और कहने लगी कि दुनिया में सबसे ज़्यादा आनंद चुदाई में आता है और इसमें इंसान सब कुछ भूल जाता है, ललित अपनी स्पीड तेज कर दो और अपना पानी मेरे चेहरे पर निकालना, मुझे रंडी बनकर चुदवाना बहुत अच्छा लगता है.
फिर मैंने भी अपनी स्पीड तेज कर दी और पूरे जोश के साथ उसे चोदने लगा और बोला कि ले मेरा लंड, ले रंडी प्रिया चुद मुझसे. अब करीब 5 मिनट तक ऐसे चोदने के बाद मैंने कंडोम उतार कर पूरा पानी प्रिया के चेहरे पर निकाल दिया. अब प्रिया मेरा पूरा पानी अपने चेहरे पर, बूब्स पर और बॉडी पर लगाने लगी और बोली कि ललित तुम सही में बहुत ढंग से चोदते हो और कोई तुमसे एक बार चुदवा ले तो फिर वो तुमसे ही चुदवायेगी. अब में और प्रिया पूरी तरह से थक चुके थे और करीब 10 मिनट के बाद प्रिया बोली कि क्या अंजली ने पूरा मज़ा लिया है? तो मैंने कहा हाँ काफ़ी देर तक वो खड़ी रही. अब तुम बाहर जाकर देखो और पानी ले आना तो प्रिया बिना कुछ पहने ही बाहर चली गयी और में भी उसके पीछे चला गया.
फिर हमने दबे पांव गेस्ट रूम में देखा तो अंजली ने अपनी साड़ी ऊपर उठा रखी थी और अपनी चूत में उंगली कर रही थी. उसके रूम में बाहर की रोशनी आ रही थी, उसकी चूत बिल्कुल क्लीन शेव थी. अब प्रिया ने मुझे देखा और मेरा हाथ अपनी चूत पर रख दिया. में समझ गया कि प्रिया एक बार और अपना पानी निकालना चाहती है. फिर में उसे किचन में ले गया और गैस पट्टी पर बैठाकर उसकी चूत में उंगली करने लगा तो लास्ट में जब उसका निकलने वाला था तो उसका हाथ बर्तनो को लगा और तेज़ आवाज़ हुई तो अंजली भी भाग कर किचन में आ गयी और उसने हम दोनों को पूरा नंगा देख लिया, लेकिन वो चुपचाप अपने रूम में चली गयी और हम भी अपने रूम में आकर सो गये.
फिर सुबह बच्चे भी नहाकर खेलने चले गये और अब में बेड पर ही सुस्ता रहा था कि थोड़ी देर में प्रिया आई तो मैंने पूछा कि अंजली से कोई बात हुई तो वो बोली कि वो तो हमारा काम करके बाकी घर में काम करने चली गयी है और मुझे तभी सोसाइटी का बुलावा आ गया था कि आज मीटिंग है तो अब में फ्रेश होकर वहाँ चला गया और शाम को 5 बजे वापस आया. फिर मैंने चाय पी और टी.वी देखने लगा और फिर वो ही रोज़ का रुटीन और रात को फ्री होकर हम अपने बेडरूम में आ गये. फिर मैंने प्रिया से पूछा कि अंजली कहाँ है? तो प्रिया बोली वो आधे घंटे में आयेंगी, वो शर्मा जी के यहाँ कुछ मेहमान आए है तो उन्होंने अंजली को रुका लिया है. फिर प्रिया मुझे बताने लगी कि मेरी अंजली से रात वाले सीन पर बात हुई थी तो मैंने बड़ी उत्सुकता से पूछा क्या बात हुई? तो वो बोली कि मैंने अंजली से सीधा सीधा पूछ लिया कि तुम हमें सेक्स करते हुए क्यों सुन रही थी? और फिर तुम अपनी चूत में उंगली भी कर रही थी.
फिर वो पहले तो घबरा गयी तो मैंने हँसते हुए पूछा कि क्या तुम शादीशुदा हो? तो वो नॉर्मल हुई और बोली हाँ, लेकिन करीब 4 महीने से पति से नहीं मिली तो उस दिन सुबह भैया और आपको मैंने बाथरूम में सेक्स करते देख लिया तो में बैचेन हो गयी. में ही पूर्वी से झूठ बोलकर आपके घर रुकी ताकि में आपको सेक्स करते हुए देख सकूँ और अपने आपको तृप्त करूँ, लेकिन ये पूर्वी से मत कहना. मैंने कहा कि तेरे बच्चे है? तो उसने कहा कि नहीं है और मेरे पति भी निरोध लगाते है तो मैंने कहा कि तूने अपनी चूत भी पूरी साफ की है तो वो बोली कि मेरे पति को पूरी साफ चूत ही अच्छी लगती है इसलिए में हमेशा साफ रखती हूँ. प्रिया बोली कि इन सब बातों से वो नॉर्मल हो गयी और खुलकर बात करने लगी और उसने ये भी बताया कि उसने पूर्वी और उसके पति को भी चुदाई करते देखा है, लेकिन वो तो उसकी साड़ी उठाता है और 5 मिनिट में करके अलग हो जाता है, लेकिन आप लोगों का सेक्स बिल्कुल मेरे पति जैसा है, वो भी मेरी चूत चाटते है और मुझे अपना लंड भी चुसवाते है और बोली कि में तो समझती थी कि मेरा पति ही सेक्स करते हुए गंदा बोलता है, लेकिन आपकी बातें सुनकर तो में पागल सी हो गयी और मुझे उनकी याद आने लगी है.
फिर प्रिया मुझसे बोली कि वो इस वक़्त चुदवाने के लिए पूरी तरह से तैयार है तो मैंने कहा कि तो बुला लो उसको. प्रिया बोली नहीं ऐसे नहीं, में कल दोपहर में उसको बुला लूँगी और टेस्ट करूँगी. फिर हम दोनों यह बातें करके फिर से लग गये और 15 मिनट में जब में प्रिया की चूत में डालने लगा तो बेल बजी और में समझ गया कि अंजली होगी और फिर प्रिया ने नाइटी पहनी और दरवाज़ा खोला तो अंजली अंदर आ गयी. फिर प्रिया ने उससे बोला कि जब भी हम शुरू होते है तो तुम बेल बजा देती हो. वो बोली आप रोज़ करते हो तो प्रिया बोली कि हम तो कई बार दिन में दो बार करते है. फिर प्रिया ने बेडरूम का दरवाज़ा बंद नहीं किया और अंजली से बोली कि आ जा यहाँ बैठकर देख ले, लेकिन वो नहीं आई और हम लोग अपना काम करके सो गये.
फिर अगले दिन प्रिया ने उसे बुलाया और बोली कि अंजली मेरी मालिश कर दे. फिर प्रिया ने अपनी नाईटी उतारी और अपने बेड पर उल्टी लेट गयी और फिर अंजली ने तेल की बोतल ली और प्रिया की मालिश करते हुए बोली कि भाभी आप लोग पीछे से भी करते है तो प्रिया बोली कि हाँ इसमें बहुत मज़ा आता है तो अंजली बोली कि नहीं बहुत दर्द होता है, एक बार मेरे पति ने पीछे से डालने की कोशिश की तो मेरी दर्द के मारे चीख ही निकल गयी थी. प्रिया बोली कि इसके लिए पहले पीछे वाले छेद को तैयार करना पड़ता है और तेल की मदद भी लेनी पड़ती है, जब तूने पहली बार चूत में डलवाया था तो दर्द हुआ था या नहीं, लेकिन बाद में मज़ा आने लगा ना. फिर प्रिया बोली कि चल अब एक काम कर तेल ले और मेरे पीछे वाले छेद में डाल और वहाँ अलमारी खोलकर उसमें से एक रबड़ का लंड पड़ा है वो निकाल ले. फिर अंजली ने जब अलमारी खोलकर रबड़ का लंड पकड़ा तो वो हैरान हो गयी और बोली कि भाभी ये तो असली का लग रहा है.
फिर प्रिया बोली कि हाँ असली का लगेगा, तभी तो असली की तरह मज़े देगा. फिर प्रिया बोली क्यों लेना है? तो अंजली ने अपना सिर झुका दिया तो प्रिया बोली कि चल अपने कपड़े उतार तो अंजली शरमाने लगी, लेकिन प्रिया ने उसे किसी तरह से नंगी कर ही दिया. अब दोनों बिस्तर पर नंगी थी. फिर प्रिया ने लंड पर कंडोम लगाया और तेल भी लगाया और अंजली की चूत में डाल दिया. पहले तो उसे बहुत दर्द हुआ, लेकिन बाद में तो वो उछल-उछल कर लेने लगी और बोलने लगी कि भाभी क्या मस्त चीज़ है ये? मर्द ना हो तो भी खुद को ठंडा कर लो, भाभी और अंदर डालो और जैसे आप भैया से चुदवाती हो, वैसे ही मुझे चोदो. प्रिया बोली कि वो तो में तुझे दे ही दूँगी, तू कहे तो भैया से भी मज़े दिलवा दूँ. अब अंजली सिसकारियां लेते हुए बोली कि अपने पति से मुझे चुदवाओगी. तो प्रिया बोली तो क्या हुआ? लंड घिस थोड़ी जायेगा और ना तेरी चूत घिसेगी, बोल चुदेगी मेरे पति से, में भी तेरा साथ दूँगी. अब अंजली तो पूरी गर्म हो गई थी तो वो बोली जब आपको कोई फर्क नहीं पड़ता, तो में भी चुद लूँगी, मेरा पति भी तो पुर्वी को चोदता है और उसका एक से मन भी नहीं भरता है.
मुझे पता है पूर्वी भी वहाँ मेरे पति से चुद रही होगी. वो साली तो यहाँ भी सक्सेना भाई साहब से चुदती है. अब इस चुदाई में अंजली ने सब कुछ बोल दिया जो उसके दिल में था और अब वो खेल ख़त्म होने के बाद प्रिया ने मुझे फोन करके ग्रीन सिग्नल दे दिया. अब शनिवार रात को बच्चों को में अपने मम्मी पापा के यहाँ छोड़कर वापस आया तो मैंने देखा कि अंजली ने प्रिया की काली नाईटी पहनी हुई थी और कोई कह नहीं सकता था कि ये गावं की लड़की होगी. प्रिया ने उसे पूरा तैयार किया था. अब मुझे देखकर वो बेडरूम में चली गयी और प्रिया बाहर आई और बोली कि तुम फ्रेश हो जाओ. फिर में नहाने चला गया तो प्रिया ने कोल्डड्रिंक में वोड्का डालकर अंजली को दी. उसने पहला घूँट पिया तो वो बोली कि भाभी ये क्या है? तो प्रिया ने कहा कि पी ले इससे तेरी सारी शर्म गायब हो जायेगी और ऐसा मज़ा लेगी कि अपने पति को भी भूल जायेगी. उसने पूरा ग्लास एक घूँट में ही ख़त्म कर दिया और फिर दूसरा ग्लास भी पी लिया.
तभी में बाथरूम से बाहर आ गया और प्रिया ने भी बेडरूम में आकर पॉर्न मूवी चालू कर दी, जिसमें दो लड़कियां एक लड़के के साथ सेक्स करती है. फिर अंजली ने मूवी देखी और थोड़े नशे में बोली कि हाँ ऐसी पिक्चर मेरे पति ने भी मुझे दिखाई है तो प्रिया बोली तुझे तेरे पति ने 4 महीने में पूरा तैयार किया और तू उसे छोड़ आई तो वो तो दूसरो को चोदेगा ही. फिर अंजली थोड़ी दबी हुई आवाज़ में बोली कि उसने मेरे सामने मेरी बड़ी बहन को चोदा तो क्या में वहीं रुकती? लेकिन अब में जाउंगी तो में भी उसके सामने उसके भाई से चुदवाऊंगी और उसका लंड अपनी चूत में डलवाऊंगी. अब उस पर नशा हावी हो रहा था तो में अपना लंड उसके मुँह के पास ले गया. तो अंजली ने फटाफट मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी और बोली कि कितने दिनों के बाद लंड देखा है, मुझे इसकी आदत पड़ गयी थी और उसने मुझे इसका गुलाम बना दिया था, वो हफ्ते में 4 बार मेरी चुदाई करता था और पता नहीं बाकि दिनों में किस किस की चुदाई करता होगा साला हरामी. लेकिन भैया आपका लंड तो उससे भी बड़ा और मोटा है. मैंने कहा कि क्यों मुझे भैया कह कर बहनचोद बना रही है? वो बोली कि भाभी भी तो आपसे चुदाते हुए आपको बहनचोद बोल रही थी.
फिर प्रिया ने अपनी पेंटी साईड में की और अपनी चूत मेरे मुँह में डाल दी. अब में लंड चुसवाते हुए चूत चाट रहा था. फिर अंजली बोली कि भाभी आप कितनी गोरी हो, लेकिन में तो साँवली हूँ और फिर भी भैया को में कैसे अच्छी लगी? तो प्रिया बोली तू 24 साल की है और तूने अभी तक बच्चा भी पैदा नहीं किया है और तेरे बूब्स भी बिल्कुल कसे हुए है और में 36 साल की 2 बच्चो की माँ हूँ और जो तू अब लग रही है ना तो तेरा पति देख ले तो हमेशा तेरे ऊपर ही चढ़ा रहेगा. फिर प्रिया बोली अब में भी ड्रिंक ले लेती हूँ तभी कुछ गर्म हो पायेगा, लेकिन बेबी तुम मत लेना, तुम्हें दो को संतुष्ट करना है. फिर प्रिया ड्रिंक बनाने चली गयी.
फिर मैंने अंजली को उठाया और बेड पर लेटाकर उसकी टाँगे खोल दी और उसकी चूत पर टूट पड़ा तो वो बोली कि चूस लो मेरी और चोद दो मुझे, जैसे आप भाभी को चोदते हो. फिर में अपनी जीभ से उसकी चूत को चोदने लगा तो अंजली बोली कि भैया मुझे कुछ गंदा बोलो, जैसे आप भाभी को चोदते हुए बोलते हो. मैंने कहा कि साली रंडी बड़ी गर्मी है तेरी चूत में, तभी प्रिया ड्रिंक का सीप भरते हुए अंजली के मुँह पर बैठ गयी और बोली साली चल अब मेरी चूत चाट. अंजली अब पूरे नशे में थी और अब वो पूरे जोश से प्रिया की चूत चाटने लगी. फिर 5 मिनट के बाद प्रिया ने ग्लास ख़त्म किया और बोली कि तूने मेरी चूत चुदने के लिए पूरी तैयार कर दी और बेड पर घोड़ी बन गयी और अंजली से बोली कि तू अब अपनी चूत रगड़ ले और ललित तुम मुझे चोदो. तभी अंजली बोली कि भाभी आप तो रोज़ लेती हो, आज मुझे लेने दो, मेरा दो बार बिना चुदाई के पानी निकल गया है तो प्रिया हँसते हुए बोली कि लो भैया चोद लो अपनी बहन को, आओ चोदो इसे.
फिर मैंने कंडोम चढ़ाया और अंजली की चूत में डाल दिया. अब उसकी सिसकारियां निकली और बोली कि भाभी आपकी वजह से मुझे ये आनंद मिला है. तभी प्रिया बोली कि हाँ बहन की लोड़ी ले ले मेरे पति का लंड. मैंने प्रिया को देखा और वो हँसते हुए बोली कि आज हमारा गार्ड अपनी बीवी को बहन की लोड़ी बोल रहा था तभी मैंने सुना. तो में बोला हाँ बहन की लोड़ी तुझे भी चोदूंगा, तू चिंता मत कर, तेरी भी चूत का बाजा बजाऊंगा, पहले इस रंडी की आग को शांत कर दूँ. फिर मैंने अपना मुँह अंजली के बूब्स पर ले जाकर उसके बूब्स चूसने लगा और साथ-साथ उसे चोदने भी लगा. फिर प्रिया हमारे पीछे आई और मेरे बॉल्स को जीभ से चाटने लगी. मैंने प्रिया को रोका, प्लीज़ ऐसा मत करो मेरा जल्दी निकल जायेगा. फिर प्रिया साईड में बैठकर अपनी चूत में उंगली करने लगी और मुझसे बोली कि क्यों चुदाई का मज़ा आया? अब वादा करो कि तुम भी कोई मेरे लिए लाओगे, जिससे में तुम्हारे सामने चुद सकूँ. फिर मैंने हाँ कहते हुए अपनी स्पीड तेज कर दी और करीब 20-25 मिनट तक हर स्टाइल में अंजली की चुदाई की. फिर मैंने कंडोम उतार कर प्रिया के बूब्स की चुदाई करते हुए अपना पानी निकाला..
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मेरी वाईफ को अंजान से चुदते देखा

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मनीष है और में सूरत से हूँ. में आज आपको मेरा आँखो से देखा हुआ रियल सेक्स बताने जा रहा हूँ, जो मेरी वाईफ और एक अजनबी ने किया था. हमारी शादी को 1 साल हुआ है. मेरी वाईफ दिखने में गोरी, लंबी, और अच्छी फिगर की है और उसका साईज 34-29-35 है. अब में जो स्टोरी आपको बताने जा रहा हूँ, ये बात 15 दिन पहले की है. मेरे घर पर फर्निचर का काम चल रहा था और घर पर गगनपाल और सुरेश नाम के दो मिस्त्री काम करते थे. अब रोज की तरह में सुबह 9 बजे घर से जॉब पर चला गया था, लेकिन उस दिन हमारे ऑफिस का काम चल रहा था, इसलिए हमें छुट्टी दे दी थी.
फिर में दोपहर को 1 बजे जब घर लौटा तो मैंने बेल बजाई, लेकिन बिजली ना होने की वजह से बेल नहीं बजी और मुझे लगा कि कोई दरवाजा खोलने आ क्यों नहीं रहा है? फिर मैंने मेरे बैग से अपनी एक्सट्रा चाबी निकाली और दरवाजा खोला. फिर जब में घर में अन्दर आया तो मैंने देखा कि रूम में कोई नहीं था, ना वर्कर्स और ना मेरी वाईफ. फिर में मेरी वाईफ को सर्प्राइज़ देने के लिए धीरे पैर अपने बाथरूम की तरफ गया तो अंदर से थोड़ी आवाज़ आ रही थी.
फिर मैंने दरवाजे के होल से देखने का सोचा. फिर जब मैंने दरवाजे के होल से देखा तो देखते ही दंग रह गया. मेरा मन किया कि अभी दरवाजा खोलकर दोनों को मार दूँ, लेकिन अब मेरी वाईफ को इतना खुश देखकर फिर मैंने अपना मन बदल दिया और फिर से दरवाजे के होल से देखा तो मेरी वाईफ अब पूरी नंगी अपने घुटनों पर बैठी है और मिस्त्री सुरेश भी नंगा खड़ा था.
अब मेरी वाईफ सुरेश का लंड चूस रही थी और बोल रही थी कि वाह सुरेश तेरा कितना तगड़ा लंड है? मन करता है कि तेरा चूसती रहूँ. सच में सुरेश का लंड कम से कम 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा था. फिर तो सुरेश भी मेरी वाईफ के सर को पकड़कर अपना लंड मेरी वाईफ के मुँह में डालने लगा. अब ये नज़ारा देखकर में हैरान हो गया था, मेरी वाईफ आज तक कभी मेरा लंड अपने मुँह तक भी नहीं लाई थी.
अब सुरेश का लंड एकदम घोड़े के जैसा तन गया था और अब में मन ही मन घबरा गया था कि कहीं इस घोड़े जैसे लंड से मेरी वाईफ की चुदाई कर ली तो वो मर जायेंगी. इतने में सुरेश ने मेरी वाईफ के बूब्स ज़ोर से दबाये और कहा कि वाह भाभी जी आपके बूब्स तो मस्त कड़क है, लगता है कि भैया ठीक से दबाते नहीं. तब मेरी वाईफ ने कहा कि वो अभी तुम्हारे सामने बच्चा है तुम्हारी उम्र कम है, लेकिन तुममें उससे ज़्यादा ताकत है और उससे हर चीज़ बड़ी है, अब वो बोलते-बोलते सुरेश का लंड हिला रही थी और सुरेश भी मेरी वाईफ के बूब्स ज़ोर-ज़ोर से खींच रहा था.
अब इतने में खुद मेरी वाईफ आगे झुकी और सुरेश से कहा कि आज मुझे अपने बड़े लंड का स्वाद चखाओं, में कब से इसके लिए तड़प रही हूँ और जब मैंने इसे पहली बार देखा था, तब से कभी ठीक से सो भी नहीं पाई हूँ. तब सुरेश ने कहा कि आपने मेरे लंड को कब देखा था? तब मेरी वाईफ ने कहा कि तुम बाथरूम में मेरी पेंटी को अपने हाथ में लिए इस मस्त लंड को परेशान कर रहे थे. तब सुरेश ने कहा कि हाँ भाभी रोज आपकी बड़ी गांड देखकर मेरा मन करता था कि आपकी गांड मार लूँ, आप जब झुककर बूब्स दिखाती थी तो मेरा लंड बेकाबू हो जाता था. आज ये मस्त मोटी गांड मारूँगा.
फिर मेरी वाईफ ने कहा कि आज अपनी भाभी की जी भर के चुदाई करो और फिर मेरी वाईफ ने सुरेश का लंड हाथ में पकड़ा और अपनी चूत के होल पर रखा तो अब सुरेश भी बेकाबू हो गया और मेरी वाईफ को कमर से पकड़ा और जैसे ही धक्का दिया तो फिर मेरी वाईफ की चीख निकल गई और सुरेश से गुस्से में बोली कि साले एक ही बार में पूरा क्यों डाल दिया? फिर सुरेश ने कहा कि भाभी जी ये तो मेरे लंड का टोपा गया है, पूरा लंड तो अभी बाकि है. ये बोलकर उसने मेरी वाईफ के बूब्स को पकड़कर एक और धक्का मारा तो वाईफ के मुँह से आआआहह निकल गई और कहा कि ऐसा लग रहा है कि जैसे में पहली बार चुद रही हूँ.
अब सुरेश का आधा भी लंड चूत में नहीं गया था तो सुरेश ने कहा कि भाभी अब तक तेरी चूत पूरी भी नहीं खुली है. क्या, भैया ठीक से चोदते नहीं क्या? फिर मेरी वाईफ ने कहा कि हर किसी का लंड तेरे जैसा मजबूत जोरदार नहीं होता है. फिर सुरेश ने धीरे-धीरे धक्के देना शुरू किया और अब मेरी वाईफ भी आअहह आअहह करके मजे लेने लगी थी. अब मेरी वाईफ ने जोश-जोश में सुरेश का पूरा लंड ले लिया था और अब लगभग 20 मिनट तक सुरेश मेरी वाईफ को चोदता रहा.
फिर मेरी वाईफ बोली कि सुरेश में 3 बार पानी निकाल चुकी हूँ, अब तो अपना पानी निकालो. फिर सुरेश ने कहा कि अभी नहीं अभी तो तेरी चूत का भोसड़ा बनाऊंगा और चोदता रहा. फिर मेरी वाईफ बेड पर उल्टी सो गयी तो सुरेश उसे कमर से खींचकर फिर से चोदता रहा और अब उसका लंड ज़ोर-ज़ोर से चूत के आर पार हो रहा था.
फिर उसने कहा कि मेरा पानी निकलने वाला है, इसको टेस्ट नहीं करोगी? फिर मेरी वाईफ ने कहा कि तूने मुझे जन्नत दिखाई है तो तुमको भी खुशी मिलनी चाहिए. ये कहकर वो सीधी हुई और उसके लंड को अपने मुँह में ले लिया और कहा कि वाउ क्या मर्दाना लंड है तेरा? टेस्ट भी मस्त है. अब सुरेश मेरी वाईफ के मुँह में चुदाई करने लगा और फिर तो मेरी वाईफ भी उसके लंड को अपने मुँह में लेने लगी. तभी ज़ोर से रॉकेट जैसी पिचकारी निकली और मेरी वाईफ ने पूरा पानी पी लिया और अपनी जीभ से सुरेश के लंड को चाट-चाट कर साफ कर दिया. अब वो चाट रही थी तो सुरेश का लंड तन रहा था. फिर सुरेश ने कहा कि साली लंड मुँह से निकाल वरना तेरी गांड की खैर नहीं है. फिर मेरी वाईफ ने कहा कि अब में इस लंड की दीवानी हो गई हूँ.
फिर सुरेश का लंड डबल तन गया और उसने मेरी वाईफ को उल्टा करके उसके गांड के होल पर अपना लंड रख दिया और मेरी वाईफ से कहा कि इतनी मस्त गांड को तेरा पति मारता नहीं, पागल है, फुटबॉल जैसी गांड तो चुदने के लिए ही होती है. ये सुनकर मेरी वाईफ बोली कि साले तेरा लंड तो पीछे जायेगा और आगे से निकल जायेगा. तेरा इतना बड़ा है, इतना तो मेरा पति एक महीने में नहीं चोदता जितनी तूने आज मेरी चुदाई की है, वो देखता तो उसे पता चलता कि उसकी वाईफ की चूत का क्या हाल किया है? फिर सुरेश ने लंड गांड में डालने की कोशिश की, लेकिन उसका लंड गांड में नहीं गया तो मेरी वाईफ सीधी हो गई और कहा कि रूको. फिर उसने सुरेश को सीधा लेटा दिया और खुद अपनी गांड को सुरेश के लंड पर रखकर बैठ गई और उस पर उछलने लगी. फिर काफी देर तक चुदाई के बाद वो झड़ गई और अब वो संतुष्ट लग रही थी.
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अपने बॉयफ्रेंड के बाद जीजू से चुदी

हैल्लो दोस्तों, में निहारिका एक बार फिर से आप सभी के सामने अपनी चुदाई की एक और सच्ची घटना लेकर आई हूँ. दोस्तों मेरा नाम तो आप लोग पहले से ही जानते ही हो कि में निहारिका हूँ और अब मेरा बदन, फिगर थोड़ा बदल सा गया है तो इसलिए में फिर से अपने फिगर का साईज बता रही हूँ मेरा फिगर अब 36 -28 -38 हो गया है दोस्तों यह मेरी आज की कहानी मेरी और मेरे जीजू की है और मेरी पिछली कहानी में मैंने बताया था कि में होली के दिन जीजू के घर गई थी और फिर उस दिन मैंने बहुत मज़े से होली खेली और अपने बॉयफ्रेंड रोहन से एक बार चुदी और उसके बाद रोहन ने मुझे मेरे घर पर छोड़ दिया था और उसके बाद क्या हुआ था वो में आज अपनी इस आगे की कहानी में बता रही हूँ.
फिर रोहन मुझे अपने घर पर छोड़कर चले आए और उसके चले जाने के बाद में ठीक तरह से चल भी नहीं सकती थी क्योंकि कुछ देर पहले हुई उस ताबड़तोड़ चुदाई के बाद मेरी चूत में बहुत दर्द हो रहा था. फिर जब में अपने घर के अंदर गई तो मैंने देखा कि मेरे जीजू मेरी दीदी को नीचे फर्श पर लेटाकर बहुत मज़े से उनके कपड़ो में हाथ डालकर रंग लगा रहे थे, लेकिन उन्होंने अचानक से मुझे देखकर मेरी दीदी को छोड़ दिया और फिर वो मुझसे बोले कि साली साहिबा क्या आप आ गई? तो मैंने बोला कि हाँ जीजू में आ गई और अब वो उठकर मेरे पास आए और उन्होंने मेरा चेहरा पकड़कर रंग लगा दिया और तब तक दीदी उठकर वहां से चली गई थी. अब जीजू ने सही मौका देखकर जानबूझ कर मेरे बूब्स पर हाथ लगा दिया और फिर मेरे बूब्स को बहुत ज़ोर से दबा दिया.
मैंने जीजू से बहुत गुस्से में कहा कि जीजू यह सब बहुत ग़लत बात है प्लीज अब यह सब करना बंद करो नहीं तो दीदी आ जाएगी. तो जीजू ने कहा कि क्यों जब रोहन तुम्हारे बूब्स दबाए वो तो सब सही है और जब में दबाऊँ वो सब कुछ ग़लत है? तो मैंने एकदम से आश्चर्यचकित होकर तुरंत उनसे पूछा कि क्यों आपको कैसे पता कि रोहन ने मेरे बूब्स दबाए है? तब जीजू ने कहा कि मुझे तो यह भी पता है कि तुम और रोहन चुदाई करने ही गये हो और यह तुम्हारी बिल्कुल बदली हुई चाल सभी को सब कुछ फूट फूटकर बता रही है कि रोहन ने तुम्हे बहुत जमकर चोदा है और साली साहिबा जब रोहन के साथ तुम्हे यह सब करने में कोई भी आपत्ति नहीं तो फिर मेरे साथ करने में क्या आपत्ति है? और फिर में तो वैसे भी आपका जीजू हूँ और आप मेरी साली और साली वैसे भी आधी घरवाली होती है. यह बात कहते हुए उन्होंने मेरी गर्दन पर एक किस कर दिया और मुझे ज़ोर से हग किया और मेरे बूब्स भी दबा दिए.
दोस्तों तब तक में जीजू की बाहों में जकड़कर पकड़े होने की वजह से बहुत गरम हो गई थी और जीजू का लंड भी मेरी गांड में दब रहा था, लेकिन फिर भी मैंने अपने आप पर बहुत कंट्रोल करते हुए उनसे कहा कि जीजू, दीदी अभी घर पर ही है कुछ बात हो गई तो बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है प्लीज अभी मुझे आप छोड़ दो. अब जीजू ने मुस्कुराते हुए मुझसे कहा कि क्यों तो फिर मेरा और आपका चुदाई प्रोग्राम तो पक्का है ना?
तब मैंने उनसे हाँ कहकर जीजू के लोवर के ऊपर से ही उनका लंड दबा दिया, जिसकी वजह से जीजू ने मीठी सी आअहह निकाल दी और फिर मैंने कहा कि हाँ मेरे प्यारे और हॉट जीजू में आपके साथ चुदवाने के लिए एकदम तैयार हूँ, लेकिन यह बात किसी को पता नहीं चलना चाहिए और फिर उन्होंने मुझसे वादा करके मुझे छोड़ दिया और तब तक दीदी भी कमरे में आ गई थी. तो उन्होंने मुझसे मुस्कुराते हुए पूछा कि क्यों तुम दोनों जीजा और साली में ऐसी क्या खिचड़ी पक रही है मुझे भी तो बताओ में भी तो तुम्हारी थोड़ी सी बात सुन लूँ?
तब में और जीजू एक दूसरे की तरफ देखकर हंस दिए और फिर मैंने दीदी को पकड़ लिया और जीजू ने दीदी के कपड़ो के अंदर हाथ डालकर उनके बूब्स पर बहुत सारा रंग मल दिया. फिर दीदी ज़ोर से चिल्लाई तो जीजू ने उन्हें छोड़ दिया और फिर हँसने लगे. फिर दीदी ने मुझसे कहा कि चल अब तू नहा ले, सबसे ज़्यादा तुझ पर ही रंग लगा है पता नहीं यह रंग निकलेगा भी कि नहीं और अब दीदी ने मेरे मुहं के अंदर लगा हुआ रंग देख लिया और वो मुझसे पूछने लगी कि क्यों यह रंग तेरे मुहं के अंदर कैसे रंग गया? अब में उनकी यह बात सुनकर बहुत डर गई, लेकिन तभी मुझे एक आईडिया आया और मैंने उनसे कह दिया कि दीदी वो जब में रोहन के साथ होली खेलने गई थी जब में पानी पी रही थी तभी उस समय ग्लास में रंग गिर गया था और मेरे मुहं के अंदर लग गया.
फिर दीदी ने ठीक है कहा और मुझसे बोला कि चल जाकर नहा ले. तो में बाथरूम में नहाने चली गई और करीब एक घंटे तक अपने बदन से वो रंग निकालती रही और फिर में आख़िर में रंग निकालने में कमियाब रही और उसके बाद दीदी और जीजू एक एक करके भी नहा लिए और फिर हम लोगों ने एक साथ में ही खाना खाया और उसके बाद दीदी घर के कामों में लग गई. में और जीजू उनके रूम में बैठकर लेपटॉप पर फिल्म देखने लगे और जब फिल्म शुरू हुई तब जीजू ने मुझसे कहा कि निक्की तुम बहुत हॉट सेक्सी हो और कहा कि तुम्हारे इन बड़े बड़े बूब्स का तो कोई जवाब ही नहीं है और यह बात कहते हुए उन्होंने मेरे बूब्स दबा दिए और फिर मुझे गाल पर एक किस कर दिया और फिर मुझसे पूछा कि निहारीका मेरा नंबर कब है? तो मैंने कहा कि में क्या कहीं भागी जा रही हूँ?
मैंने कहा कि जब भी मौका मिलेगा तब में आपकी ही तो हूँ. फिर जीजू उठकर नीचे देखने चले गये कि दीदी क्या कर रही है? उस समय दीदी किचन में कुछ काम कर रही थी. जीजू कमरे में वापस आए और उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने देखा है कि तुम्हारी दीदी अभी किचन के कामों में व्यस्त है और अब मुझे तुम्हारे बूब्स चूसने है.
फिर मैंने उनसे साफ मना किया तो जीजू ने मुझसे कई बार आग्रह किया और अब में उनकी बात मान गई. फिर मैंने अपनी टी-शर्ट को जल्दी से ऊपर कर दिया और ब्रा की हुक को खोल दिया. तभी मेरे बड़े और मोटे बूब्स ब्रा के खुलते ही लटककर बाहर आ गए और जीजू मेरे बूब्स को देखकर एकदम से दंग रह गये, वो मुझसे बोले कि तुम्हारे बूब्स तो बहुत बड़े है और गोरे भी उतने ही है. फिर इतना कहकर उन्होंने मेरा एक बूब्स पकड़कर मुहं में भर लिया और दूसरे बूब्स को हाथ से दबाने लगे.
फिर करीब दस मिनट बूब्स चूसने और दबाने के बाद मेरे बहुत बार मना करने पर उन्होंने मुझे छोड़ दिया और मैंने अपनी ब्रा का हुक लगाकर अपनी टी-शर्ट को ठीक किया. अब मैंने जीजू के लोवर में उनका खड़ा हुआ लंड देखा और जीजू ने भी देख लिया कि में उनका लंड बहुत ध्यान से देख रही हूँ. फिर जीजू ने झट से मेरा हाथ पकड़कर अपने लंड पर रख दिया और मैंने भी अब उनका लंड पकड़कर धीरे धीरे सहला दिया. फिर जीजू ने अपना लोवर नीचे करके अपना लंड बाहर निकाल दिया और मुझे एक बार फिर से हाथ में पकड़ा दिया.
दोस्तों मैंने महसूस किया कि उनका लंड रोहन के लंड से भी लंबा और मोटा था तो में उसे अपने सामने आते ही गौर करके देखती ही रह गई. फिर जीजू ने मुझसे कहा कि निक्की प्लीज इसे एक बार अपने मुहं में लेकर चूसो ना और अब मैंने भी उनके कहने पर लंड को मुहं में भर लिया और चूसने लगी. तभी मैंने महसूस किया कि मेरे मुहं की गरमी से जीजू का लंड अब और भी मोटा और लंबा हो गया था और वो मेरे मुहं में पूरा अंदर तक जा भी नहीं रहा था. फिर जीजू ने मेरे सर के बाल पकड़कर अपने लंड पर दबाव लगाया और अब उनका लंड मेरे मुहं में मेरे गले तक चला गया.
फिर थोड़ी देर लंड चूसने के बाद जीजू जब झड़ने वाले थे तो उन्होंने मुझसे कहा कि में तुम्हारे मुहं में ही अपना वीर्य निकालूँगा. फिर मैंने भी हाँ में अपना सर हिला दिया और फिर जीजू ने थोड़ी देर में ही गरम गरम फुहारा मेरे मुहं में छोड़ दिया. अब मेरा पूरा मुहं उनके वीर्य से भर गया था और में उनका सारा वीर्य पी गई. फिर जीजू ने मुझसे कहा कि निक्की अभी तो मैंने सिर्फ़ तुम्हारा मुहं ही चोदा है तो इतना मज़ा आया, अभी चूत और गांड तो बाकी ही है मेरी जान उसमें कितना मज़ा आएगा? अब में और जीजू फिल्म देखने लगे तो मैंने और जीजू ने उस समय एक चद्दर ओढ़ रखी थी जिसकी आड़ में जीजू ने अपना हाथ मेरे लोवर में डाल दिया और अब वो मेरी चूत को सहलाने लगे और अपनी दो उँगलियों से मुझे चोदने लगे और फिर थोड़ी देर बाद में झड़ गई.
फिर जीजू ने मुझसे कहा कि तुम्हारा भी काम हो गया है. मैंने कहा कि हाँ फिर हम फिल्म देखकर उठे ही थे कि दीदी हमारे लिए चाय लेकर आ गई और हमें चाय दे दी. फिर जीजू ने कहा कि तुम दोनों बहने तैयार हो जाओ हम कहीं बाहर घूमकर आते है. फिर दीदी ने कहा कि नहीं मुझे घर पर थोड़ा सा काम है इसलिए में आपके साथ नहीं जा सकती, आप एक काम करिए कि आप और निक्की कहीं बाहर घूमकर आ जाओ. फिर जीजू ने कहा कि तुम्हारे बिना, लेकिन मज़ा कहाँ है? तो दीदी ने कहा कि आप थोड़ा समझो मुझे यहाँ घर में कुछ काम है तो आप दोनों चले जाओ.
फिर मैंने और जीजू ने कहा कि ठीक है और फिर में फ्रेश होने चली गई और मैंने काली कलर की शर्ट और नीले कलर की जीन्स पहनी जिससे जीजू को शर्ट खोलने में ज्यादा दिक्कत ना हो और मैंने गुलाबी कलर की ब्रा और काली कलर की पेंटी पहनी हुई थी और फिर मैंने अपने होंठो पर गुलाबी कलर की लिपस्टिक भी लगा ली थी जिससे में जीजू को अपनी तरफ और भी ज्यादा आकर्षित कर लूँ.
फिर में और जीजू उनकी कार में बैठकर बाहर चले गये और थोड़ा आगे जाकर एक सुनसान रोड पर जीजू ने अपनी कार को रोक दिया और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि निक्की डार्लिंग मुझे लगता है कि आप आज तो मुझे मार डालने के मूड में ही हो. फिर मैंने स्माईल दे दी और जीजू ने मेरे होंठो पर किस करना शुरू कर दिया और अब में उनका पूरा पूरा साथ दे रही थी और फिर मैंने अपने ही हाथों से शर्ट के दो बटन खोल दिए ताकि जीजू को मेरे बूब्स दबाने में ज्यादा समस्या ना हो और फिर हम दोनों ऐसे ही 15 मिनट किस और बूब्स प्रेस करने लगे. अब जीजू ने मुझसे कहा कि निक्की हम कोई होटल में चलते है. फिर मैंने कहा कि हाँ तब जीजू ने एक होटल में रूम बुक करवा दिया. अब में और जीजू कार से होटल चले गये. वहां से हमने रूम की चाबी ली और अपने रूम में चले गये.
अब वहां पर जाकर दरवाजा बंद करके जीजू ने मेरे होंठो को चूसना चालू कर दिया और मैंने जीजू के होंठो को चूसना चालू कर दिया और फिर जीजू ने धीरे से मेरे होंठो को काट दिया और मैंने आईई की आवाज निकाली. फिर जीजू ने मेरी शर्ट के बटन को खोलकर मेरी शर्ट को पूरा उतार दिया और अब मेरी जींस के बटन को भी खोल दिया और मैंने जींस को उतार दिया. अब में सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में रह गई थी.
तभी मैंने जीजू की शर्ट के बटन खोल दिए और फिर उन्होंने अपनी जींस को भी उतार दिया. फिर वो सिर्फ़ अंडरवियर में ही रह गये और अब में और जीजू किस कर रहे थे. में उनकी अंडरवियर में हाथ डालकर उनका लंड पकड़कर सहला रही थी कि तभी जीजू ने मेरी ब्रा को खोलकर मुझे बेड पर लेटा दिया और वो मेरे बूब्स को चूसने लगे और हल्का हल्का काट भी रहे थे और में आहह उह्ह्ह्ह मर गई कर रही थी. फिर जीजू ने मेरी पेंटी उतारी और मेरी चूत को चाटने और चूसने लगे. वो मुझसे बोले कि यह तो बहुत मस्त है और में उनका मुहं मेरी चूत पर दबाती रही. फिर उसके कुछ देर बाद में झड़ गई और मेरी चूत को जीजू ने चाट चाटकर साफ कर दिया और उन्होंने मुझे खड़ी करके अपना लंड मेरे मुहं में दे दिया.
में उनका लंड अपने मुहं में लेकर चूसने लगी और थोड़ी देर चूसने के बाद जीजू ने मुझे बेड पर लेटा दिया और उन्होंने मेरे दोनों पैरों को अपने कंधे पर रखकर मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया. मुझे बहुत दर्द हुआ जिसकी वजह से में ज़ोर ज़ोर से चीखने चिल्लाने लगी और सिसकियाँ लेने लगी उह्ह्हह्ह माँ मर गई उईईईईइ करने लगी. फिर भी जीजू मुझे लगातार धक्के देकर चोदते रहे और कुछ देर बाद उन्होंने मुझे उठाकर खुद नीचे लेट गये और मुझसे अपने लंड पर बैठने को कहा.
में उनके ऊपर आकर अपने एक हाथ से लंड के मुहं पर सेट करके लंड पर बैठ गई और अब लंड धीरे धीरे मेरी चूत में जाने लगा, लेकिन मुझे बहुत दर्द हुआ और मज़ा भी बहुत आ रहा था और में आहहहह आईईईइ मर गई करके चुदवा रही थी और जीजू मुझे लगातार चोद रहे थे. फिर कुछ देर बाद उन्होंने मुझे घोड़ी बनाकर मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया, लेकिन करीब दस मिनट तक चोदने के बाद जब उनका वीर्य निकालने वाला था तो उन्होंने मुझे उठाकर लंड मेरे मुहं में डाल दिया और ज़ोर ज़ोर से मेरे मुहं को चोदने लगे फिर करीब तीन मिनट तक चोदने के बाद वो मेरे मुहं में ही झड़ गये और में उनका सारा वीर्य गटक गई और फिर हम बेड पर ही लेट गये और अब थोड़ी देर बाद में बाथरूम में चली गई तो वो वहां पर भी मेरे पीछे पीछे आ गये और मैंने अपनी चूत को साफ किया और उनका लंड भी साफ किया और तब तक मेरे हाथों में ही उनका लंड एक बार फिर से खड़ा होने लगा. उन्होंने मुझे वहीं पर बैठाकर लंड मेरे मुहं में दे दिया और बहुत देर तक चुसवाया. अब उनका लंड पूरी तरह तनकर खड़ा हो गया था.
फिर उन्होंने मुझे वहां से अपनी गोद में उठाकर बेड पर लाकर पटक दिया और अब मुझसे घोड़ी बनने को कहा तो में उनके सामने घोड़ी बन गई. फिर जीजू ने मेरी गांड पर अपना हाथ रखकर सहलाया और फिर मेरी गांड को चाटने लगे. फिर थोड़ा थूक मेरी गांड पर लगाकर मेरी गांड में अपना लंड डाल दिया. में उस दर्द की वजह से कराह उठी और मेरी आँख में से आँसू निकल गये तो जीजू थोड़ी देर रुक गए और जब मेरा दर्द थोड़ा कम हुआ तो वो एक बार फिर से मुझे ज़ोर ज़ोर से झटके मारने लगे और में आहहह माँ ऊईईईइ उह्ह्ह्हह्ह करके अपनी गांड चुदवा रही थी. अब थोड़ी देर चोदने के बाद उन्होंने मुझे अपने ऊपर बैठाकर मेरी गांड में दोबारा लंड डाल दिया तो में भी उनका लंड गांड में लेकर उछल उछलकर चुदवाने लगी और जीजू मेरे बूब्स को दबा रहे थे और फिर थोड़ी देर बाद उन्होंने मुझे बेड पर उल्टा लेटाकर मेरी गांड में अपना लंड डाल दिया और मुझे पीछे से किस करने लगे.
वो मेरे गले पर किस करने लगे और मेरी पीठ पर भी किस करने लगे और फिर अचानक से उन्होंने अपने धक्को की स्पीड को तेज कर दिया और थोड़ी देर चोदने के बाद वो झड़ गये. अब मैंने भी उनका पूरा वीर्य अपनी गांड में ही ले लिया. फिर में उठी और अपनी गांड को साफ करने बाथरूम में चली गई, वहां पर भी जीजू मेरे पीछे आ गये. अब मैंने उनका लंड भी साफ किया, लेकिन मुझे अब दर्द थोड़ा ज़्यादा था तो मैंने जीजू से कहा तो उन्होंने कहा कि में तुम्हे दर्द खत्म करने की दवाई दिलवा दूंगा और फिर में जीजू साथ में ही नहाने लगे. अब में और जीजू तैयार होकर घर के लिए निकल गये और रास्ते में जीजू ने मेरे बहुत बार बूब्स दबाए और ज़ोर ज़ोर से चूसे भी. दोस्तों में उनकी इस चुदाई से बहुत खुश थी क्योंकि उन्होंने मुझे बहुत अच्छी तरह अलग अलग तरह से और मेरे हर एक छेद में अपना लंड डालकर चोदा. जिसकी वजह से में अब उनकी चुदाई से बहुत संतुष्ट थी और मुझे उनसे चुदने में बहुत मज़ा भी आया.
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गुलाबी गांड वाली कॉलेज की चालू लड़की

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राहुल है और मेरी उम्र 21 साल है. इस कहानी में आपको मेरी लाईफ का पूजा के साथ का सबसे हसीन पल बताने जा रहा हूँ. में एक सामान्य लड़का हूँ, लेकिन मेरा लंड किसी को निराश नहीं करता है. ये कहानी मुंबई के एक बहुत फेमस फैशन इन्स्टिट्यूट से शुरू होती है, मेरा दोस्त अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने उसके कॉलेज गया तो में भी साथ में चला गया, क्योंकि मैंने उस कॉलेज की सुन्दरता के बारे में बहुत सुना था. अब जब मेरा दोस्त अपनी आईटम के साथ व्यस्त था तो मैंने नोटीस किया कि कुछ लड़कियां मुझे देखकर हंस रही थी. में बचपन से ही बहुत बेशर्म हूँ तो में उनके पास चला गया और पूछा कि आप लोग मेरे बारे में बात कर रहे है? वो तीनो लड़कियां काफ़ी हॉट थी, तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और वहाँ से चल दी, लेकिन उनमें से एक लड़की ने पीछे मुड़कर स्माइल दी और चली गयी.
फिर मैंने अपने दोस्त की गर्लफ्रेंड से कहा कि वो बीच वाली लड़की से सेटिंग करा दे यार तो उसने रिप्लाई दिया कि वो इस कॉलेज की सबसे चालू लड़की है उससे बचकर रहना. फिर मैंने कहा कि में क्या कम चालू हूँ? तू बस एक बार बात करवा दे तो उसने कहा कि वो कोशिश करेगी. फिर कुछ दिन के बाद मेरे मोबाईल पर एक अंजान नंबर से मैसेज आया “हाय” तो मैंने पूछा कि आप कौन? तो उसका रिप्लाई आया पूजा और उसने अपने कॉलेज का नाम बताया. अब मेरा तो उसका नाम सुनकर ही खड़ा हो गया था. फिर मैंने तुरंत उसका नंबर डायल किया और हमने आधे घंटे बात की और बातों में पता चला कि वो सच में बहुत चालू थी.
फिर कुछ दिनों में हमने गंदी बातें करनी शुरू कर दी और फिर मैंने उससे पूछा कि क्या तुम वर्जिन हो? तो वो हंसी और बोली कि तुम्हें क्या लगता है? तो मैंने बोला कि ओह तेरी इतनी डायरेक्ट. फिर उसने बोला कि अभी तो शुरुवात है, फिर मैंने बोला कि आज मेरा घर खाली है, तो वो बोली कि उसका घर तो हमेशा खाली रहता है . फिर मैंने बोला कि कुछ करने का इरादा है? तो उसने बोला कर पाओगे? तो मैंने कहा कि में कोशिश करूँगा. फिर मैंने बाइक निकाली और सीधा उसके घर चला गया, अब वो एक ब्लेक शॉर्ट्स और टाईट टॉप पहने थी और उसकी हाईट 5 फुट 10 इंच थी. वो बहुत गोरी और उसका फिगर 34-30-36 था. फिर दरवाजा बंद करते ही मैंने उसको टाईट हग दिया और अब उसके टाईट निप्पल उसके पतले टॉप में से साफ दिख रहे थे.
अब मेरा खड़ा लंड मेरे शॉर्ट्स में एक टेंट बना रहा था और फिर उसने मेरे शॉर्ट्स में हाथ डाला और मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर कहा कि तुम्हारा बहुत अच्छा है. फिर मैंने उसके निप्पल को पिंच किया और कहा कि ये भी बहुत अच्छे है तो वो हंसने लगी और मुझे अपने कमरे में ले गयी. अब हम दोनों उसके बेड पर बैठे थे और उसका ऊपर का होंठ थोड़ा मोटा था और बिल्कुल पिंक था. फिर मैंने उसकी गर्दन को पकड़कर अपनी तरफ खींचा और उसको किस करने लगा.
अब उसका हाथ मेरे लंड को सहला रहा था और में उसके चेहरे को दोनों हाथ से पकड़कर उसके होंठो को चूसे जा रहा था. अब उसने अपनी जीभ मेरे मुँह में घुसा दी और अब में उसको पागलों जैसे चूसने लगा, फिर मैंने उसको बेड पर लेटने को कहा और उसके ऊपर चढ़ गया. अब में मेरा खड़ा लंड उसके शॉर्ट्स के ऊपर से ही उसकी चूत पर रगड़ने लगा और उसके बूब्स को उसके टॉप के ऊपर से ही चूस रहा था. अब वो मेरा सिर अपने बूब्स पर दबा रही थी और साथ ही साथ धीरे-धीरे मौन कर रही थी.
अब मैंने उसका टॉप उतार दिया और अब में उसके बूब्स को थोड़ी देर तक देखता रहा और धीरे-धीरे उसके बूब्स पर हर जगह किस किया और अपनी जीभ लगा कर गीला कर दिया. फिर उसने मेरा सिर ऊपर लेकर मुझे फिर से एक भूखी शेरनी की तरह किस करना चालू किया. फिर उसने मेरे दोनों होंठ अपने होंठो के अंदर ले लिए और चूसने लगी. अब में उसके निप्पल से खेल रहा था और उन्हें बार-बार पिंच कर रहा था, उस चिकनी के शरीर पर बिल्कुल बाल नहीं थे.
फिर मैंने अपनी टी-शर्ट और शॉर्ट निकाल दिया और उसका शॉर्ट भी निकाल दिया. अब वो बिल्कुल नंगी मेरे सामने थी. फिर मैंने उसकी चिकनी चूत पर अपना हाथ घुमाया तो उसके मुँह से, आह्ह्ह निकल गयी और अब उसकी गीली चूत बिल्कुल पिंक थी. फिर मैंने उसकी जांघ पर किस किया और जीभ फैरते हुए आगे बढ़ा और मैंने अपनी जुबान उसकी गीली चूत पर लगा दी. उसने तेज आहें भरी और फिर मैंने उसकी चूत में उंगली डालने की सोची, लेकिन उसकी चूत बहुत टाईट थी.
फिर मैंने उससे कहा कि क्या तुम वर्जिन हो? तो उसने बोला कि वहाँ उंगली मत डाल बस जीभ लगा ले. फिर मैंने उसे चाटना स्टार्ट किया, अब वो और तेज हम्म्म्म आहह्ह्ह्ह की आवाज़े निकालती रही. फिर अचानक से उसने अपनी गांड को हिलाना चालू किया और मेरा सिर अपनी चूत में दबाने लगी और थोड़ी देर में ही उसकी आवाज़े बढ़ने लगी और उसके चूत से बहुत माल भी निकला और वो झड़ गयी. फिर वो थोड़ी देर तक लेटी रही. अब में उसके बाजू में लेट गया और मेरा लंड एक केले के जैसा है और 6 इंच का होगा और काफ़ी मोटा भी है. अब वो मेरे खड़े लंड पर हाथ फेरने लगी और कहा कि अब मेरी बारी है. फिर उसने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और उसे बाहर निकालकर उस पर जीभ फेरने लगी, अब में तो सातवें आसमान पर पहुँच गया था.
फिर उसने अपने दांत धीरे से मेरे टोपे पर फैरे और फिर से मेरा पूरा लंड अपने मुँह में ले लिया. अब वो एक रांड के जैसे चूस रही थी. अब में 10 मिनट में उसके मुँह में झड़ गया तो उसने मेरे लंड का पानी थोड़ा सा अंदर लिया और बाकी थूक दिया. अब हम दोनों थक कर लेटे हुए थे. फिर उसने बताया कि वो वर्जिन है, लेकिन बस आगे से और वो अपने भविष्य में कोई शिकायत नहीं चाहती है.
मैंने उसको बताया कि मेरी भी यही इच्छा है. फिर वो हवा में अपनी गांड लेकर उल्टी लेट गयी और अब में एक कुत्ते की तरह उसकी गांड पर टूट पड़ा. फिर मैंने उसके दोनों कूल्हों पर किस किया और उन्हें काटा भी, फिर मैंने उसकी गांड को फैलाकर देखा तो उसकी गांड का छेद भी पूरा गुलाबी था. फिर मैंने उस पर जीभ फैरना चालू किया तो वो मौन करने लगी थी.
फिर मैंने अपनी जीभ अंदर तक डाली और उसकी गांड को अपनी जीभ से चोदने लगा. फिर में अपनी एक उंगली अंदर डालने लगा और उसकी गांड थोड़ी टाईट थी, लेकिन मेरी उंगली उसकी गांड में अंदर चली गयी. फिर मैंने उसकी गांड के छेद पर उसका पानी लगाया और अपना लंड उसकी गांड में घुसाया. अब वो थोड़ा चीखी, लेकिन फिर शांत हो गयी. अब वो अपनी गोल और चिकनी गांड गोल-गोल घुमाने लगी. फिर मैंने उसकी गांड को पकड़ा और जितना तेज हो सकता था उतनी तेज उसे चोदने लगा.
अब वो चिल्लाती रही और तेज अहह ह्म्‍म्म्ममम और साथ ही साथ अपनी चूत मसलती रही. फिर मैंने उसे 15 मिनट तक चोदा और फिर में उसकी गांड में ही झड़ गया और वो भी 2 मिनट के बाद झड़ गयी. फिर मैंने उसके ऊपर आकर किस लिया और लेट गया. मैंने उस दिन 2 बार और उसकी गांड मारी.
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अंकल ने मुझे अपने दोस्त से चुदवाया

हैल्लो दोस्तों, कैसे हो आप? में उम्मीद करती हूँ कि आप सभी बिल्कुल ठीक हो. दोस्तों मेरा नाम प्रियंका है और मेरी उम्र 23 साल है और में दिखने में एकदम सेक्सी लगती हूँ. हर कोई मुझे देखकर मेरे जिस्म का दीवाना हो जाता है, क्योंकि मेरे बड़े बड़े बूब्स, पतली कमर, गोरा बदन, सेक्सी आखें उभरी हुई गांड उसे मेरी तरफ आकर्षित होने पर मजबूर कर देती है और वो मेरे जिस्म का गुलाम हो जाता है और मेरी चूत को चाटने, चूसने और चोदने लगता है और उसका मेरे साथ यह सब करना मुझे मन की संतुष्टि देता है. अब में आपको मेरी चुदाई की सच्ची घटना के आगे का हाल सुनाती हूँ, जिसमें में एक बार फिर से जमकर चुदी और मैंने अपनी चुदाई के बहुत मज़े लिए और अब में उस घटना की तरफ आगे बढ़ती हूँ.
दोस्तों उस दिन चुदाई के बाद में और अंकल बेड पर बिल्कुल नंगे लेटे हुए थे और टी.वी. देख रहे थे. अंकल मेरे बूब्स को दबा रहे थे और में धीरे धीरे उनके लंड को सहला रही थी, तभी अंकल ने मुझसे पूछा.
अंकल : जानू जब तुम्हे मेरे इरादे के बारे में पता चला तो तुम्हे कैसा लगा?
में : मुझे पहले थोड़ा अजीब सा लगा कि आप मेरे बारे में ऐसा कैसे सोच सकते हो? लेकिन बाद में जब मैंने आपके बारे में सोचा तो मुझे कुछ अजीब सा महसूस हुआ और उस दिन जब आप मेरी गांड को चाट रहे थे तो उस दिन से में आपकी दीवानी हो गयी और फिर में मन ही मन सोचने लगी कि आप कब मुझे चोदोगे?
अंकल : अच्छा तो मेरी रानी का भी मन था मुझसे चुदने का और इसलिए मेरे सामने जानबूझ कर वो सब सेक्सी ड्रेस पहनती थी, जिन्हें देखकर में उनकी तरफ और भी ज्यादा आकर्षित हो जाऊँ?
में : हाँ डार्लिंग मुझे जब भी पता चलता कि आप आ रहे हो तो खुद जानबूझ कर वो सभी सेक्सी ड्रेस पहनती थी.
फिर अंकल मेरे होंठ को किस करने लगे और अपने हाथ को मेरे बूब्स के ऊपर धीरे धीरे घिसने लगे. फिर मैंने कहा कि में अब बहुत थक गयी हूँ, अब हम थोड़ी सी देर आराम करते हैं और फिर से रात को चुदाई करते है. फिर अंकल बोले कि ठीक है हम आज शाम को मार्केट चलेंगे, कुछ शॉपिंग करेंगे और अब हम थोड़ी देर वैसे ही नंगे लेटे रहे और फिर उठकर शॉपिंग करने के लिए मार्केट चले गये, वहाँ से मैंने कुछ सेक्सी मेक्सी और पेंटी, ब्रा खरीद ली और अंकल ने मेरे लिए कुछ सेक्सी ड्रेस भी खरीदी. फिर हम वापस आ गए और शाम 7 बजे अंकल से उनका एक दोस्त प्रदीप अंकल मिलने आने वाले थे. फिर अंकल मुझसे बोले कि जानू तुम आज वो सेक्सी ड्रेस पहनना जो तुमने पिछली बार पहनी थी, उसमें तुम और भी हॉट लगती हो, क्योंकि आज मेरा एक बहुत अच्छा दोस्त हमसे मिलने यहाँ पर आ रहा है. दोस्तों मुझे उनका मुझसे यह सब कहना थोड़ा अजीब लगा, लेकिन फिर मैंने इस बात पर ज़्यादा कुछ ध्यान नहीं दिया और करीब शाम को 6 बजे अंकल मुझसे पूछने लगे.
अंकल : मेरी रानी मेरा फ्रेंड आ रहा है, तुम आज बिल्कुल तैयार रहना.
में : आपने उसे यहाँ पर क्यों बुलाया है? उसे मेरे बारे में क्या बोलोगे कि में कौन हूँ?
अंकल : मेरी जान तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो, क्योंकि मैंने उसे पहले ही कह दिया है कि तुम मेरी नई बीवी हो और वैसे हम दोनों में सब कुछ चलता है, वो जब तुम्हे देखेगा तो एकदम पागल हो जाएगा.
में : तो ठीक है में सलवार कमीज पहन लेती हूँ.
अंकल : सलवार क्यों? तुम वो टाईट सेक्सी ड्रेस पहनो जो तुमने एक बार पहले भी पहनी थी.
में : हाँ ठीक है में उसे पहन लूंगी, लेकिन उसमें से तो मेरा सारा बदन बिल्कुल साफ दिखेगा.
अंकल : हाँ में भी यही चाहता हूँ कि वो तुम्हे देखे और वो मुझसे तुम्हे चोदने की बात कहे.
में : क्या? आप यह क्या कह रहे है?
अंकल : मेरी रानी मुझे पता है कि तुम्हे उससे चुदने से कोई आपत्ति नहीं होगी और तुम्हे यह सब करना अच्छा भी लगेगा कि आज तुम्हारे दो दो पति तुम्हारे पास है.
फिर में उनकी यह बात सुनकर ज़ोर से हंसी और बाथरूम की तरफ जाने लगी, तभी अंकल ने मुझे पीछे से कसकर पकड़ लिया और फिर मुझे किस करने लगे और बोले कि मेरी जान आज तुम्हे अपने दो पतियों के साथ बहुत मज़ा आएगा, अब जाओ जल्दी से फ्रेश हो जाओ और में अंदर चली गई. शाम को ठीक 7 बजे अंकल के एक दोस्त आए. फिर अंकल ने जाकर दरवाज़ा खोला तो में उस समय अपने कमरे में थी, वो उन्हे अंदर लेकर आ गए और सोफे पर बैठाया, उन्होंने मुझे आवाज देकर कहा कि आओ जान अंदर आओ, देखो आज तुमसे मिलने कोई आया है.
फिर जब में अंदर आई तो प्रदीप अंकल मुझे देखते ही रह गए, क्योंकि वो ड्रेस जो मैंने पहनी हुई थी, वह बहुत टाईट थी, जिसमें से मेरे बूब्स का उभरा हुआ आकार करीब करीब उन्हें पूरा दिख रहा था और वो मेरी चूत के ठीक ऊपर ही खत्म हो रही थी और मुझे ऐसे हाल में देखकर उनकी ज़बान बाहर निकल गई और अब वो मुझे घूर घूरकर देखने लगे. फिर अंकल ने उनसे मेरा परिचय करवाया और अब हम इधर उधर की बातें करने लगे, लेकिन मैंने ध्यान दिया कि वो बातें कम और मुझे ज़्यादा घूर रहे थे, में भी उनके ऐसे देखने से अब धीरे धीरे गरम हो रही थी. तभी अंकल ने उनसे पूछा कि क्या हुआ? ऐसे मेरी बीवी को घूर क्या रहा है?
प्रदीप : अरे यार में क्या करूं तेरी बीवी है ही ऐसी, मेरी नजर बार बार ना चाहते हुए भी उस पर जा रही है?
अंकल : तो तू क्या इसे लगातार ऐसे देखेगा? मुझे तो लगता है कि तू अब उसे खा ही जाएगा?
प्रदीप : हाँ यार, लेकिन पहले तू अगर मुझे अनुमति देगा तो आज में इसे खा जाऊँ?
अंकल : हाँ मुझे पता था, इसलिए मैंने तुम्हे यहाँ बुलाया है चलो ठीक है आज की रात यह तेरी भाभी कम बीवी ज्यादा है, लेकिन इसके साथ तू जो भी करे थोड़ा ध्यान से आराम से अपना समझकर करना, इसे तू अपनी रंडी मत समझना नहीं तो यह तुझसे नाराज हो जाएगी.
दोस्तों अंकल के मुहं से यह बात सुनकर में एकदम चकित हो गई. फिर उन्होंने मुझे अपने पास बुलाया और मुझे दोनों के बीच में बैठने को कहा और फिर में उनके बीच में बैठ गई, तभी प्रदीप अंकल ने मेरे कंधे पर अपना एक हाथ रख दिया और बोले कि अरे वाह प्रिया वाह तुम क्या हॉट हो और क्या आज तुम मेरी पत्नी बनोगी? फिर मैंने कुछ नहीं कहा, सिर्फ़ गर्दन हिलाकर हाँ का इशारा किया. तभी समीर ने कहा कि तुम दोनों बात करो, में थोड़ी देर में बाहर से आता हूँ और फिर वो वहाँ से उठकर चले गए और उन्होंने बाहर से दरवाजा बंद कर दिया, अब रूम में हम दोनों थे.
फिर प्रदीप ने सबसे पहले मेरे होठों को चूसना शुरू कर दिया और अब उनके दोनों हाथ मेरे बूब्स को दबाने लगे, मसलने लगे और अब में भी उनका पूरा पूरा साथ देने लगी. फिर वो मुझे उल्टा करके मेरी पीठ को किस करने लगे और एक हाथ से मेरी गांड को दबाने लगे. मुझे उनकी यह स्टाईल कुछ ज़्यादा पसंद आई और में सिसकियाँ भरने लगी और वो मुझसे बोले कि रानी तुम तो सेक्स की देवी हो और तुम्हे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया था और मेरा तो जी करता है कि में सारी जिंदगी तुम्हे चोदता रहूं.
फिर में उनकी बात सुनकर हंसी और मैंने उनके होंठ को किस किया, इतनी देर में उन्होंने मेरी उस ड्रेस को उतार दिया और मुझे एकदम नंगा कर दिया और फ़्रीज़ से चॉकलेट का एक डब्बा निकाला और मेरे बूब्स पर लगा दिया और धीरे धीरे चूसने लगे, उनकी वाह क्या स्टाईल थी, में तो पागल हो रही थी. फिर उन्होंने वो चॉकलेट को अपने लंड पर भी लगाया और मुझे अपना लंड चूसने को कहा. फिर में भी झट से उनका लंड चॉकलेट के साथ चूस रही थी और वो मुझसे बोल रहे थे हाँ और ज़ोर से चूस मेरी रानी चूस और अंदर ले ओहहह रानी तू क्या मस्त चूसती है, मेरे करीब 15 मिनट चूसने के बाद वो झड़ गये और मैंने उनका सारा गरम गरम वीर्य अपने मुहं से बाहर निकाल दिया, वो एक बार मेरे मुहं में झड़ चुके थे, लेकिन में अभी भी बहुत गरम थी और उन्होंने मुझे अपनी बाहों में भर लिया और फिर से मेरे बूब्स को दबाने, चूसने, चाटने लगे और मेरी चूत में उंगली करने लगे.
उनकी इस हरकत की वजह से मेरी चूत बिल्कुल गीली हो गयी थी. अब उन्होंने मुझे बेड पर लेटाया और मेरी चूत में चॉकलेट लगाई और फिर चाटने लगे. में तो जैसे पागल हो रही थी और उनके इस तरह से मेरी चूत चाटने की वजह से में आहहह्ह्ह उह्ह्हह्ह प्रदीप ऑश हाँ और ज़ोर से सक करो उईईईईई माँ हाँ और आगे आवाज़े निकाल रही थी.
दोस्तों फिर कुछ मिनट चाटने, चूसने के बाद उन्होंने मेरे दोनों पैरों को फैलाया और अपने लंड को मेरी चूत पर रखकर घिसने लगे और में उनका लंड लेने के लिए मरी जा रही थी. फिर मैंने उनसे बोला कि प्लीज प्रदीप अब और मुझे मत तड़पाओ, प्लीज घुसा दो अपना लंड मेरी चूत में और आज मेरी चूत को खुश कर दो, फाड़ दो मेरी चूत को. फिर वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर मेरी इसी हालत पर ज़ोर ज़ोर से हंस रहे थे और फिर बोले कि रानी इतनी जल्दी नहीं थोड़ा रुको, में वो सब दूंगा जो तुम्हे चाहिए. फिर में उनसे लगातार आग्रह कर रही थी और जब वो नहीं माने तो मैंने उन्हे ज़ोर से धक्का दे दिया और लेटा दिया, में उनके ऊपर बैठ गई.
अब मैंने उनका लंड एक हाथ से पकड़कर अपनी चूत सेट किया और धीरे धीरे उस पर बैठती गई. उनका लंड मेरी चूत गीली और पूरी खुली हुई होने की वजह से एकदम फिसलता हुआ पूरा का पूरा मेरी चूत में घुस गया और में उनके लंड के ऊपर बैठकर अपनी गांड को ऊपर नीचे कर रही थी और वो मेरे बूब्स को दबा रहे थे और चूस रहे थे, में आहह उह्ह्हह्ह वाह प्रदीप आपका लंड तो बहुत मज़बूत है और बड़ा भी है ओहह्ह्ह्ह आहह मुझे तुम्हारा लंड बहुत अच्छा लगा, मुझे आज सच में तुम्हारे लंड से चुदने में बहुत मज़ा आ रहा है और अब वो भी मुझे नीचे से अपनी गांड उठाकर ज़ोर के झटके से चोद रहे थे और कह रहे थे कि रानी अब जब भी मेरा मन होगा, में तुम्हारे पास आ जाऊंगा और तुम्हे चोदूंगा, क्यों तुम आओगी ना मेरे पास?
में बोली कि हाँ मेरे राजा में जरुर आउंगी और आपसे जरुर चुदूंगी, अह्ह्ह्ह डार्लिंग में जरुर आउंगी. दोस्तों मेरे मुहं से यह बात सुनकर प्रदीप मुझे और ज़ोर ज़ोर से चोदने लगे और में भी लगातार ऊपर नीचे होने लगी और जब उनका वीर्य बाहर निकलने वाला था तो वो बोले की रानी मुहं में लोगी या बूब्स पर? दोस्तों पता नहीं किस जोश में मैंने उसको मेरे मुहं के लिए हाँ कर दिया और उसने अपना लंड मेरे मुहं में डाल दिए और फिर उनके पानी से मेरा मुहं भर गया और मैंने उसमें से कुछ पी लिया और कुछ अपने बूब्स पर लगा दिया. फिर हम दोनों कुछ देर ऐसे ही लेटे रहे. फिर मैंने मेक्सी निकाली और उसे पहन लिया. फिर मैंने देखा कि प्रदीप जी ने एक टावल पहन लिया, लेकिन थोड़ी देर बाद एक बार फिर से उनका लंड खड़ा हो गया और में उस समय बालकनी में खड़ी हुई थी तो वो वहाँ पर पीछे से आकर मुझे किस करने लगे.
तभी अंकल दरवाजा खोलकर अंदर आ गए, उन्होंने मेरी तरफ मुस्कुराते हुए पूछा क्यों तुम्हारा काम हो गया? फिर मैंने भी मुस्कुराते हुए गर्दन हिलाकर हाँ में जवाब दिया.
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बीवी की मौसी का कामरस

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मुकेश है और मेरी 37 साल है. हाईट 5 फुट 7 इंच, अच्छी बॉडी और लंड 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है. में एक कंपनी में इलेक्ट्रॉनिक सिक्यूरिटी इंजिनियर हूँ और में दिल्ली में जॉब करता हूँ. में आज आपको अपनी पहली और रियल स्टोरी बताने जा रहा हूँ और में उम्मीद करता हूँ कि ये कहानी आप सबको पसंद आयेगी.
मेरी शादी अक्टूबर 2004 में हुई थी और मेरी पत्नी रेखा उस टाईम पढ़ रही थी तो में उसे सेक्स के लिए ज़्यादा फोर्स नहीं करता था, लेकिन उसको भी सेक्स में ज़्यादा इंटरेस्ट नहीं था तो वो ज़्यादा मेरे पास नहीं आती थी. खैर इन सबके चलते वो प्रेग्नेंट हो गई और हमें एक बेटा हुआ. फिर कुछ टाईम के बाद हम मेरे ससुराल के सब रिश्तेदारो के यहाँ घूमने जा रहे थे. फिर एक रविवार को हम मेरी मौसी सास के यहाँ गये, वो दिल्ली में ही एक सोसाइटी में तीसरे फ्लोर पर रहती है. (मेरी पत्नी की मौसी बहुत ही सेक्सी औरत है, अभी पिछले साल 2012 में उनकी बेटी की भी शादी हुई है, मौसी का फिगर बड़ा मस्त है और उनका फिगर साईज 35-32-36, हाईट 5 फुट 2 इंच और वो दिखने में बिल्कुल जवान लगती है और सरकारी नौकरी करती है) ख़ैर अब में वापस कहानी पर आता हूँ.
फिर हम लोग उनके घर लंच पर गए थे और उस दिन घर पर मौसी और उनकी बेटी ही थे. फिर हमने लंच करने के बाद खूब बातें की. इस बीच हमें वहाँ के मार्केट का भी पता चला तो मेरी पत्नी और उनकी बेटी ने मार्केट जाने का प्रोग्राम बना लिया. फिर हम लोग आराम करने के लिए दूसरे रूम में चले गये, उस रूम में अंधेरा था. फिर मेरी पत्नी ने बच्चे को सुलाया और मार्केट जाने की तैयारी करने लगी, उसने बच्चे को दीवार की तरफ सुलाया था और में बेड के दूसरी तरफ लेटा हुआ सोने का नाटक कर रहा था. फिर थोड़ी देर के बाद मेरी पत्नी अपनी मौसी को बच्चे का ध्यान रखने की कहकर साली जी के साथ मार्केट निकल गई और प्यारी सेक्सी मौसी जी बच्चा ना जागे इसलिए मेरे साथ आकर लेट गई, उनको लगा कि में सोया हुआ हूँ और वो कुछ देर तक लेटी हुई बच्चे को सहलाती रही.
फिर थोड़ी देर के बाद मैंने पलटी ली और मौसी के ऊपर टांगे रखकर लेट गया और उन्हें पीछे से पकड़कर किस करने लगा तो वो कुछ बोलने लगी. फिर मैंने उनका मुँह बंद करके उन्हें चुप रहने को कहा और कहा कि आवाज़ सुनकर मौसी जी आ जायेगी, चुप रहो. फिर ये कहते हुए मैंने अपने होंठ उनके होंठो पर रख दिए और अपने हाथ उनकी कमीज़ में डालकर उनके बूब्स दबाने लगा और फिर उनकी सलवार का नाडा खोलकर उनकी चूत सहलाने लगा.
अब वो बहुत ही धीरे धीरे विरोध कर रही थी, जिससे उनके मन की इच्छा भी पता चल रही थी कि वो भी क्या चाहती है. फिर मैंने अपना लंड भी बाहर निकाल लिया और उनके हाथ से रगड़ने लगा. फिर उन्होंने थोड़ा डरते हुए मेरा लंड पकड़ लिया और धीरे-धीरे से मेरे लंड को सहलाने लगी. फिर अब मेरी हिम्मत भी थोड़ी और बड़ गई और मैंने उनकी सलवार पूरी अपने पैरों से उतार दी और अपनी पेंट और अंडरवियर भी उतार फेंका और अपने लंड को उनकी चूत के मुँह पर रखकर हल्के से रगड़ने लगा.
फिर अब उनकी साँसे भी तेज हो चुकी थी और वो कुछ बोले बिना ही धीरे-धीरे से मेरा साथ दिए जा रही थी. फिर मैंने अपना लंड उनकी चूत के अन्दर डालना शुरू कर दिया और वो जल्दी से मेरी टी-शर्ट उतारने लगी. फिर मैंने लंड को वापस बाहर निकाला और अपनी टी-शर्ट उतार कर पूरा नंगा हो गया और उनको सीधा बैठाकर उनकी कमीज़ भी उतार दी और ब्रा खोलकर फेंक दी.
अब हम दोनों उस अंधेरे रूम में एकदम नंगे एक दूसरे की बाहों में झूल रहे थे और एक दूसरे के होंठो का रसपान कर रहे थे कि तभी मौसी जी बोली कि मेरा स्वाद ज्यादा अच्छा लग रहा है क्या? ये सुनकर मैंने एकदम से छिपने का नाटक किया और थोड़ा पीछे होकर बोला “अरे मौसी जी आप” ये कहते हुए में उठा और लाईट चालू कर दी. उस टाईम में और मौसी जी एक दूसरे के सामने एकदम नंगे थे और मेरा लंड बुरी तरह से तना हुआ था. उस टाईम मौसी जी सच में बहुत ही सुंदर और सेक्सी लग रही थी.
फिर मैंने मौसी जी का हाथ पकड़ते हुए बोला कि मौसी जी सच में मैंने समझा कि रेखा मेरे साथ लेटी हुई है और में ये सब उसके साथ कर रहा हूँ. अब उनके चेहरे पर एक अजीब सी स्माईल आ गई और वो मेरे हाथ को अपने बूब्स पर रखते हुए बोली कि चलो छोड़ो अभी ये सब बातें करने का टाईम नहीं है और मुझे लेकर बेड पर लेट गई.
फिर मैंने भी उनकी आँखों में देखते हुए उनको फिर से किस करना शुरू कर दिया और कहा कि सच में आपका स्वाद रेखा से ज़्यादा अच्छा है और उनको किस करते हुए उनका पूरा बदन चाट डाला. फिर मौसी ने मेरा मुँह पकड़कर अपनी चूत पर रखा और चूत पर किस करने को कहा तो मैंने उनकी चूत को ज़ोर-ज़ोर से किस करना शुरू कर दिया. अब वो सिसकारियां लेने लगी और फिर थोड़ा मुड़कर मेरे लंड को अपने मुलायम हाथों में लेकर सहलाने लगी और बोली कि तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है, कहीं ये मेरा सत्यानाश ही ना कर दे.
फिर मैंने कहा कि नहीं मौसी जी इससे कोई सत्यानाश नहीं होता, ये जितना ज्यादा बड़ा होगा उतना ज़्यादा आपको मजा आयेगा. ये सुनते हुए उन्होंने मेरे लंड को चूमा और फिर धीरे से चूसना शुरू कर दिया. पहली बार कोई मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूस रही थी. मुझे बहुत मज़ा आने लगा और अब में अपना लंड उनके मुँह में और अन्दर डालने लगा जो उनके गले में जाकर लगा और उनको खाँसी आने लगी.
फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और सीधा लेटकर उनके होंठ चूसने लगा और उनकी चूत को ज़ोर- ज़ोर से सहलाने लगा. फिर थोड़ी ही देर में मौसी जी इतनी गर्म हो गई कि उनके बदन की गर्मी मुझे अपने बदन में महसूस होने लगी. अब में उनसे पूरी तरह से चिपक गया और उंगली को और तेज़ी से हिलाने लगा तो वो भी मेरे साथ और ज़्यादा कसकर चिपक गई.
फिर में उनके होंठो को चूसते हुए उनकी चूत को रगड़ता रहा. फिर थोड़ी ही देर में उनका नशीला बदन अकड़ने लगा तो में समझ गया कि अब मौसी जी झड़ने वाली है. फिर मैंने अपनी उंगली की स्पीड बढ़ाते हुए और तेज कर दी तो अब उनकी पकड़ टाईट होते-होते एकदम ढीली हो गई और वो झड़ गई. अब मेरा पूरा हाथ उनके रस से गीला हो गया था, अब वो मेरे सामने अपनी आँखे बंद किए हुए आराम से लेटी हुई थी. फिर मैंने उनके पूरे बदन को किस करते हुए अपना लंड उनकी चूत के पास ले जाकर सटा दिया तो अब उन्होंने मेरा लंड पकड़कर अपनी चूत में डालना शुरू कर दिया.
अब मैंने पहले कोई ज़ोर नहीं लगाया तो वो खुद ही सारा काम कर रही थी, बस में तो उनकी टाईट चूत के मज़े ले रहा था. फिर जब मेरा लंड 2 इंच तक अंदर चला गया तो मौसी जी बोली कि तुम्हारा लंड तो सच में बड़ा ज़ोरदार है मुझे तो अंदर लेते ही मज़ा आ गया. फिर मैंने कहा कि मौसी जी अभी ये पूरा अंदर तक कहाँ गया है, अभी तो थोड़ा सा ही गया है, जब पूरा जायेगा तो जन्नत का मजा मिलेगा. फिर वो गहरी सांस लेते हुए बोली कि हाय जानू फिर तो इसे पूरा अंदर तक अभी ही डाल दो, में भी तो देखूं कि मेरी बिटिया रानी रोज़ कैसे लंड से खेलती है और उसे कितना मज़ा मिलता है? ये सुनते ही मैंने अपने लंड को धीरे-धीरे उनकी चूत के अंदर डालना शुरू कर दिया और उनको अपनी बाहों में कसकर उनके चेहरे को पूरा चूमना और चाटना शुरू कर दिया.
अब वो भी मुझे अपनी बाहों में जकड़े जा रही थी, अब जैसे-जैसे लंड अंदर जाता जा रहा था तो उनकी पकड़ और टाईट होती जा रही थी. अब मेरा लंड करीब पूरा अंदर घुस चुका था और मौसी जी अपनी आँखे बंद किए हुए अपने होंठो को दबाये हुए यू ही मेरे नीचे प्यार से लेटी हुई थी और मेरे लंड का मज़ा ले रही थी. अब उनका प्यार उनके चेहरे पर पूरी तरह से दिखाई दे रहा था. फिर मैंने अपने लंड को धीरे-धीरे से आगे पीछे करना शुरू किया और नीचे मुँह करके उनके बूब्स को चूसने लगा.
अब उनकी उंगलियाँ मेरे बालों में घूम रही थी और अब मुझे उनकी चूत सच में बहुत टाईट और हॉट महसूस हो रही थी और मौसी जी की चूत की दीवारों की रगड़ मेरे सुपाड़े को सहला रही थी. अब सच में मुझे बहुत मजा भी आ रहा था और आश्चर्य भी हो रहा था कि लगभग 40 साल में भी उनकी चूत इतनी टाईट और हॉट कैसे है? ख़ैर मुझे क्या में तो उनकी चूत मारने का पूरा मज़ा लूट रहा था. अब मैंने भी अपने लंड की स्पीड तेज कर दी थी और उनकी चूत भी गीली हो चुकी थी, जिसकी वजह से रूम में पच-पच की आवाज़ गूँजने लगी थी.
अब में उनके ऊपर लेटा हुआ, उनकी चूत में पूरा लंड डाले हुए उनको जोरदार चोद रहा था. अब मुझे उनको चोदते हुए करीब 20 मिनिट हो चुके थे, अब में भी अपनी फुल स्पीड से चोदने की वजह से थोड़ा थक चुका था. फिर मैंने उन्हें चोदना रोककर उन्हें किस करता हुआ उनको पलटकर अपने ऊपर ले आया और उन्हें सेक्स करने के लिये कहा तो अब वो मेरे ऊपर लेटकर आगे पीछे हिलने लगी. इस पोजिशन में उनको खूब मजा आ रहा था तो उनके मुँह से अहहा आआआअ हाईई में मर गइईईईई अहहा जैसी आवाज़े आने लगी.
फिर इसी पोज़िशन में सेक्स करने के बाद वो हिलती हुई धीरे-धीरे मेरे लंड के ऊपर बैठ गई और हिलने लगी, जिससे उनके बड़े और टाईट बूब्स भी ऊपर नीचे उछलने लगे, जिन्हें देखकर मुझे बड़ा मज़ा आने लगा और में भी नीचे से उछल-उछलकर शॉट मारने लगा. इस बीच वो झड़ गई और मेरे ऊपर लेटकर मुझे कसकर पकड़ लिया और किस करते हुए बोली कि आज में कई सालों के बाद ऐसे झड़ी हूँ, सच में बहुत मजा आ गया, लेकिन इस बीच मैंने नीचे से अपना लंड उनकी चूत में हिलाना बंद नहीं किया और धीरे-धीरे शॉट मारता रहा.
अब वो और उनकी चूत थोड़ी ढीली हो चुकी थी तो में उठकर बैठ गया और उन्हें अपनी गोद और बाहों में लेकर किस करता हुआ चोदता रहा. फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उन्हें वापस बेड पर लेटा दिया और उनके ऊपर आकर शॉट मारने लगा. इस बीच मैंने अपना लंड एक बार भी उनकी चूत से बाहर नहीं निकाला.
अब हमें सेक्स करते हुए करीब 1 घंटा हो गया था और अब में भी झड़ने वाला था फिर मैंने अपने लंड की स्पीड बढ़ा दी, जिसे वो भी समझ गई और मुझे अपनी बाहों में कसकर मेरे होंठो को चूमते हुए मेरी पीठ पर अपने हाथ ज़ोर-ज़ोर से फेरने लगी. फिर मैंने अपनी जीभ उनके मुँह में डाल दी और किस करते हुए में भी उनके अंदर ही झड़ गया और मौसी जी ने मुझे कसकर पकड़ लिया और अपनी चूत को टाईट कर लिया और बोली कि में फिर झड़ गई हूँ.
अब हम इसी तरह करीब 5 मिनट तक लेटे रहे और एक दूसरे को किस करते रहे. अब मेरे लंड का तनाव थोड़ा कम हो चुका था, मगर अभी भी उसमें काफ़ी जान थी तो में अपने लंड को मौसी जी की चूत से बाहर निकाले बिना धीरे-धीरे उसे ऐसे ही हिलाए जा रहा था. फिर हम जब अलग हुए तो हम दोनों बुरी तरह से पसीने से भीगे हुए थे. फिर उन्होंने एक टावल लिया और मुझे और अपने आपको अच्छे से साफ़ किया और मेरे लंड को बड़े प्यार से अपने नाज़ुक मुलायम हाथों में लेकर बड़े आराम से साफ़ किया और उसे 5-6 किस की.
फिर हम दोनों अलग हो गये और फिर उन्होंने अपनी बेटी को फ़ोन करके उनकी मार्केटिंग और उनके आने के बारे में पूछा. मेरी साली ने उनसे कहा कि वो अभी दूर है और उनको आने में करीब 2 घंटे लग जायेगें. फिर हम ये सुनकर बहुत खुश हो गये और एक साथ नहाने के लिए बाथरूम में घुस गये. फिर वहाँ पर हम दोनों ने खूब मस्ती की और वहाँ पर मैंने एक शॉट और लगाया.
फिर बाथरूम में मैंने उन्हें कभी घोड़ी बनाकर तो कभी खड़े होकर तो कभी गोद में लेकर चोदा. हम करीब 25 मिनट तक शॉवर के नीचे ये सेक्स का खेल खेलते रहे. फिर हम दोनों अच्छी तरह से नहाकर रूम में आ गये और फिर मौसी जी ने मेरे बच्चे को दूध पिलाया. फिर वो मेरे लिए चाय बनाकर ले आई. फिर हमने चाय पीने के बाद फिर से उसी रूम में जाकर खूब प्यार की मस्तियाँ की. फिर मेरी पत्नी और साली के आने के बाद हम आराम से बैठे और कुछ देर तक बातें करने के बाद डिनर करके हम घर वापस आ गये.
इसके बाद हमें एक और मौका करीब 1 साल के बाद मिला जब में ऑफिस के काम से वहाँ गया था. मैंने मौका अच्छा समझकर मौसी को फोन किया. मैंने सोचा था कि मेरे बारे में सुनकर वो जल्दी ऑफिस से आ जायेगी और हम आज फिर से मज़े करेगें, लेकिन मेरी किस्मत उस दिन कुछ ज़्यादा ही अच्छी थी. मौसी जी ने कहा कि में तो आज घर पर ही हूँ और में उनके घर के बिल्कुल पास में ही था तो में जल्दी से उनके घर पहुँच गया और उस दिन मौसी जी घर पर अकेली थी और नहाने की तैयारी कर रही थी.
फिर जैसे ही उन्होंने दरवाजा खोला तो में उन्हें देखता ही रह गया, वो सिर्फ़ पेंटी पहने हुए मेरा इंतजार कर रही थी. अब दरवाजा खोलते ही उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे अंदर खींच लिया और दरवाजा बंद करते ही उन्होंने मुझ पर किस की बरसात कर दी और झट से मेरे पूरे कपड़े उतारने शुरू कर दिए और सिर्फ़ 1 मिनट में उन्होंने मुझे चूमते हुए पूरा नंगा कर दिया.
अब में अभी तक कुछ भी नहीं कर पाया था, लेकिन अब मेरी बारी थी तो मैंने भी मौसी जी को बाहों में भर लिया और किस करते हुए उनकी पेंटी भी उतार फेंकी और गोद में उठाकर उसी रूम में ले गया और उन्हें बेड पर पटककर उनके ऊपर चढ़ गया और उनके पूरे बदन को किस करता हुआ बूब्स और कूल्हों को दबाते हुए उनकी चूत में उंगली करता रहा.
फिर जैसे ही मैंने अपने लंड को चूत के मुँह पर रखा तो वो पीछे हो गई और मेरे लंड को पकड़कर अंदर डालने को मना करने लगी. ये सुनकर में हैरान हो गया और फिर वो बोली कि में अभी तक नहाई नहीं हूँ तो हम बाथरूम में जाकर आज नहाते हुए सेक्स और प्यार करते है. फिर हम दोनों बाथरूम में चले गये. बाथरूम में जाते ही उन्होंने झट से शॉवर चालू कर दिया और मुझे लेकर शॉवर के नीचे बैठ गई और मेरे पूरे बदन पर किस करते हुए मुझे वहीं पर ही लेटा दिया. अब वो मेरे भीगे हुए बदन को अपनी जीभ से चाटने लगी और वो मेरे नंगे बदन से बहते हुए पानी को पीकर अपनी प्यास बुझा रही थी. उनकी इस हरकत से में बहुत ज़्यादा उत्तेजित हो गया और उनके बाल पकड़कर उन्हें अपने ऊपर खींच लिया.
फिर मैंने उन्हें किस करते हुए नीचे फर्श पर लेटा दिया और अब में उनका बदन चाटने लगा और पास में पड़ी बाल्टी से उन पर और पानी डालते हुए अपने बदन को उनके बदन से मसलने लगा. फिर अपने मुँह को उनकी चूत के पास ले जाकर डब्बे से पानी डालते हुए चाटने लगा. में पहली बार किसी की चूत को चाट रहा था और जीभ भी अंदर तक डाल रहा था. अब मौसी जी भी इसका पूरा आनन्द ले रही थी और मुँह से हल्की-हल्की आवाज़े निकाल रही थी. ये सब करते हुए हमें करीब 20 मिनट हो गये थे.
फिर हमने उठकर एक दूसरे के बदन को साबुन और शेंपू से अच्छी तरह रगड़ा और अच्छी तरह से साफ़ और चिकना करके वहीं पर ही सेक्स करना शुरू कर दिया. फिर उन्होंने मुझे एक पट्टी पर दीवार के साथ बैठा दिया और खुद मेरे खड़े लंड पर अपनी चूत को फैलाते हुए बैठ गई. अबकी बार मेरा लंड बड़े आराम से उनकी चूत के अंदर समा गया और वो मेरे से लिपटी हुई ऊपर नीचे होने लगी. इस बीच शॉवर का पानी लगातार हमारे ऊपर पड़ता रहा और हम भीगते हुए एक दूसरे से चिपके हुए सेक्स का मज़ा लेते रहे.
फिर मैंने पोजिशन चेंज करते हुए उनको अपनी गोद में उठा लिया और बाँहो के झूले में झूलाते हुए लंड अंदर बाहर करने लगा. उनके बूब्स आज मुझे अपनी छाती पर कुछ ज़्यादा ही टाईट और मखमली से महसूस हो रहे थे. अब मेरे दोनों हाथ उनकी गांड के नीचे झूले की तरह बने हुए थे और हमारे होंठ एक दूसरे के मुँह में दबे हुए थे. हमारी जीभ भी एक दूसरे के मुँह में मज़े से घूम रही थी और अब मौसी जी की टाँगे मेरी कमर पर कसती जा रही थी और हम आज एक दूसरे में पूरी तरह से समाये हुए थे.
फिर कुछ देर के बाद हम अलग हुए और अपना बदन पोंछकर बेडरूम में आ गये, लेकिन में तो अभी तक भी नहीं झड़ा था तो मैंने मौसी जी को पकड़कर अपना लंड उनके मुँह में दे दिया. अब वो ज़ोरदार तरीके से मेरे लंड को चूसने लगी. आज उनकी चूसने की स्टाईल भी बड़ी टाईट थी और स्पीड भी काफ़ी ज़्यादा थी तो मेरा लंड अब ज़ोर मारने लगा.
फिर मैंने कहा कि मौसी जी अब में झड़ने वाला हूँ तो उन्होंने मेरा लंड अपने मुँह से निकालकर फटाफट अपनी चूत में डाल लिया और वो मेरे ऊपर लेटकर ज़ोर-जोर से सेक्स करने लगी. अब वो बीच-बीच में अपनी चूत को भींच भी रही थी, जिससे मुझे बहुत मजा आ रहा था और कुछ ही देर में उनकी चूत में झड़ गया. फिर हम कुछ देर तक ऐसे ही लेटे रहे और एक दूसरे को प्यार करते रहे. फिर मौसी जी ने उठकर मेरे और अपने लिए चाय बनाई. इस बीच में भी जाने के लिए तैयार हो गया था. फिर हम दोनों ने चाय पीने के बाद एक दूसरे को खूब किस किया और फिर विदा लेकर में भी घर आ गया, ये मेरी जिंदगी का सबसे लंबा सेक्स टाईम था.
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