स्वर्ग का अनुभव

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम कामिनी है और मेरी उम्र 31 साल है और में आज अपना भी एक सच्चा सेक्स अनुभव आप सभी से शेयर करने जा रही हूँ. मुझे इस पर पढ़ने के लिए बहुत अच्छी अच्छी कहानियाँ मिलती है और वो मुझे अच्छी भी लगती है. दोस्तों में एक सरकारी लड़कियों के कॉलेज में टीचर हूँ, लेकिन दोस्तों मैंने अभी तक अपनी शादी नहीं की क्योंकि मेरे माता पिता के बीच में हमेशा किसी ना किसी बात को लेकर बहुत लड़ाई झगड़े होते थे. जिसको देखकर में सोचती थी कि मेरा पति भी मुझसे इस तरह से हमेशा लड़ता झगड़ता रहेगा? और इस काम को करने की मेरी बिल्कुल भी इच्छा नहीं होती थी और फिर मेरी नौकरी के बाद मुझे मेरा गाँव नहीं मिल पाया इसलिए भी मुझे अपने शादी के निर्णय को वहीं पर छोड़ना पड़ा.
फिर उसके कुछ समय के बाद मेरे माता पिता का देहांत हो गया और अब मेरे घर में बस मेरा एक भाई और भाभी थे. कुछ समय बाद भैया को पिताजी की नौकरी मिल गई और वो अपनी जगह पर सेट हो गया और अब मुझे अकेले दूसरे शहर में रहना पड़ा. यहाँ पर मुझे खाना पकाने और कपड़े धोने की बहुत परेशानी थी इसलिए मेरे साथ की एक टीचर ने मुझे रज्जो से मिलवाया.
उसकी उम्र लगभग 27 साल होगी. वो मेरे लिए खाना पकाने और साफ सफाई का काम और कपड़े भी धोने का काम भी वहीं करने लगी थी. फिर कुछ समय बाद मुझे उससे बातों ही बातों में पता चला कि उसके पति ने उसे कुछ समय पहले एक छोटी सी बात के लिए छोड़ दिया था, सिर्फ़ इसलिए कि वो कभी भी माँ नहीं बन सकती थी. वो मेरे पास नवम्बर पहले सप्ताह के पहले रविवार को घर पर आई थी और उसके एक दिन पहले वो मुझसे अपने काम करके की बात करके गई थी.
में उस समय बहुत गहरी नींद में सो रही थी. उस समय करीब सुबह के दस बजे थे और उसके पास हमेशा मेरे घर की एक चाबी रहती थी इसलिए वो दरवाजा खोलकर अंदर आ गई और फिर वो अंदर आकर चुपचाप अपना काम करने लगी और जब मेरी आंख खुली तो में समझ गई कि वो आ चुकी है. मैंने उसे आवाज़ दी और वो हाँ दीदी कहते हुए अंदर आ गई. दोस्तों में यह बात तो आप सभी को बताना ही भूल गई कि में शुरू से ही फ्री होकर सोती थी. घर पर बिल्कुल ढीली मेक्सी और जब अकेले रहने लगी तो एक छोटी सी कुरती और अंडर गारमेंट्स बस ब्रा के अलावा कुछ भी नहीं. वो अंदर आकर मुझे देखती ही रह गई.
मेरा शरीर सांवला है और उस पर वो मलमल की कुरती जिससे मेरा पूरा शरीर दिखाई दे रहा था और अब उसने मुझसे आँखे चुराई तो मैंने कहा कि अरे तुम इतना शरमा क्यों रही हो. कोई औरत किसी औरत से कभी शरमाती है क्या? तो वो बोली कि नहीं दीदी मुझे लगा कि हो सकता है कि आपको मेरा अचानक बिना पूछे अंदर आ जाने का तरीका बहुत बुरा लगेगा. तो मैंने कहा कि कोई बात नहीं अच्छा अब जल्दी से मेरे लिए एक कप चाय बनाकर ले आओ क्योंकि मुझे आज बेड टी पीना है. फिर वो मेरे लिए एक गरमा गरम चाय बनाकर ले आई. में इतनी देर और आराम कर रही थी. फिर जब वो मेरे लिए चाय बनाकर अंदर आई तो मैंने कुछ देर बाद उससे कहा कि तू मुझे किसी मालिश वाली से मिलवा दे क्योंकि आज कल मेरे शरीर में बहुत दर्द रहता है.
तभी उसने मुझसे कहा कि दीदी मालिश तो में भी बहुत अच्छी तरह से करना जानती हूँ क्योंकि मैंने कुछ दिन पहले एक ब्यूटीपार्लर में झाड़ू पोछे का काम किया था और वहीं पर मैंने मसाज भी करना सीखा था. मुझे मेरी वहां की मालकिन ने यह सब सिखाया था. मैंने उससे कहा कि वाह यार तू तो बहुत कमाल की चीज़ है चल फिर तू आज से ही से मेरी मालिश शूरू कर दे, मेरे नहाने से पहले तू मेरी मालिश कर देना क्योंकि नहाने के बाद ही में नाश्ता करूँगी.
फिर वो जल्दी से तेल ले आई और उसने मेरे हाथ की मालिश शुरू कर दी और फिर पैरों की और फिर वो पैरों से ऊपर मेरी जांघो की मालिश करने लगी. जिसकी वजह से मेरे पूरे शरीर के अंदर एक अजीब सा एहसास आने लगा. अब मेरी जांघों की मालिश करते करते उसने मेरे दोनों पैरों को अलग करके मेरी चूत पर अपना एक हाथ रखकर चूत के दाने को छेड़ दिया जिसकी वजह से में अचानक से तड़प उठी और मैंने उससे बहुत बार कहना चाहा कि तू यह सब क्या कर रही है? लेकिन मेरी आवाज़ तो अंदर अंदर घुट गई और मेरे मुँह से अब अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह आईईईईईइ की आवाज़ निकल पड़ी. मेरी सांस अब धीरे धीरे तेज़ हो गई और अब रज्जो ने मेरी चूत के दाने के साथ खेलना शुरू कर दिया और वो एक ही पल में अपने मुँह से मेरी चूत को किस करने लगी. बस फिर क्या था? मेरे मुँह से आह्ह्ह्हह माँ उह्ह्ह्हह्ह की आवाज़ निकल पड़ी और उसने अच्छा मौका देखकर मेरे पेट पर किस कर दिया, जिसकी वजह से में तो एकदम तड़प कर रह गई. मैंने कहा कि आईईईईईईई माँ उह्ह्ह्हह्ह्ह्ह में मर गई, ये तूने क्या किया? और अब वो मेरे पेट को किस करते करते मेरी कुरती को ऊपर करती गई और मेरे बूब्स तक पहुँच गई और फिर उसने मेरी ब्रा को खोलकर मेरी कुरती को उतार दिया.
फिर क्या था? उसने आज मुझे स्वर्ग कैसा होता है ये दिखा दिया. वो अब अपनी सलवार कमीज़ को उतारकर मेरे ऊपर लेट गई और उसने अपनी एक उंगली को मेरी चूत में डाल दिया और मेरी चूत को बहुत देर तक अपनी उंगली से अंदर बाहर करके चोदा और मेरे बूब्स को बहुत देर तक चूसा. उसने चूस चूसकर मेरी निप्पल को एकदम लाल कर दिया था और मेरी चूत को अपनी उंगली से फैला दिया. फिर में उसके ऐसा करने से एकदम से तड़पने लगी में अपने कूल्हों को ऊपर उठा उठाकर उसकी उंगली को पूरा अंदर लेने की कोशिश करने लगी, लेकिन उसके कुछ देर बाद उसने अचानक से अपने मुँह को मेरी चूत से सटा दिया और फिर क्या था? मुझे ऐसा अनुभव हुआ कि में अंदर ही अंदर एक तरह से आग में जलने लगी थी.
मैंने अपने दोनों हाथों से उसका सर पकड़कर बहुत ज़ोर से अपनी चूत के ऊपर दबा दिया. दोस्तों थोड़ी देर बाद जब में बिल्कुल शांत हुई तो मैंने अपने एक हाथ को चूत के मुहं पर लगाकर महसूस किया कि उस समय मेरी चूत और रज्जो का मुँह दोनों ही एक गरम चिपचिपे से पानी से बिल्कुल गीले थे और में एकदम निढाल होकर पड़ी हुई थी. तभी रज्जो मुझे नटखट मुस्कुराहट के साथ देखते हुए सीधी बाथरूम की भागी और मुँह धोने लगी. में तब तक स्वर्ग से वापस आ गई थी और मैंने महसूस किया कि मेरी सारी उर्जा उस चिपचिपे पानी के साथ बाहर निकल चुकी थी और अब मेरा बस दोनों आँखे बंद किए हुए पड़े रहने का जी कर रहा था.
फिर कुछ देर बाद रज्जो अपना मुँह धोकर कमरे में आई और बोली कि दीदी यह तूफान कैसा था? तो मैंने धीरे धीरे अपनी आँखे खोली और कहा कि मैंने आज तक ऐसी मालिश कभी किसी से नहीं करवाई है. वो बोली कि अब आप थोड़ा जल्दी से उठकर नहा लो. फिर में आज तुम्हें स्पेशल परांठे के साथ नाश्ता करवाउंगी. मैंने कहा कि मुझसे अब उठा ही नहीं जा रहा है. मेरी सारी उर्जा तो तूने बाहर निकाल दी है और फिर कुछ देर ऐसे ही पड़े रहने के बाद में उठी और नहाने के लिए बाथरूम में चली गई और जब में नहाकर वापस आई तो रज्जो ने मुझे स्पेशल परांठा और गोभी की सब्जी के साथ नाश्ता करवाया, लेकिन जो सुख आज उसने मुझे दिया था वो तो बहुत ही अलग था.
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कोमल की सजा और समीर का मजा

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम समीर है और आज में आप सभी को अपनी एक सच्ची सेक्स अनुभव की घटना सुनाने जा रहा हूँ जिसमे मैंने अपने कॉलेज की ही एक लड़की को चोदा. यह घटना में आप सभी को आज पूरे विस्तार से सुनाऊंगा, लेकिन उससे पहले में थोड़ा बहुत अपना परिचय भी आप सभी से करा देता हूँ.
दोस्तों समीर एक इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर था और उसकी उम्र 31 साल थी. वो बहुत स्मार्ट था और उसकी शादी को अभी दो साल हुए थे, लेकिन उसकी बीवी इतनी ज़्यादा सुंदर नहीं थी और इसलिए वो हमेशा अपने कॉलेज की हसीन लड़कियों की जवानी लूटने की उम्मीद में रहता था.
दोस्तों कोमल कॉलेज के आखरी साल में पढ़ने वाली एक बहुत सुंदर सीधीसाधी लड़की थी जो पिछले दो सालों से अपने कॉलेज का ब्यूटी कॉम्पीटिशन भी जीत रही थी और इसकी वजह से कॉलेज का हर एक लड़का उसका दीवाना था क्योंकि वो चीज़ ही कुछ ऐसी थी, बहुत मस्त हॉट, सेक्सी, उसका 5.6 इंच का कद, उसके फिगर का साईज 34-24-36, आँखे बड़ी बड़ी काली, लंबे बाल और वो हमेशा बिल्कुल टाईट सलवार कुर्ता पहनती थी जिसकी वजह से उसके सुंदर बूब्स का और सेक्सी अंदाज़ आता था, लेकिन वो पढ़ाई में ज़्यादा होशियार नहीं थी और हमेशा सबके साथ घुल-मिलकर रहती थी और समीर भी जब जब उसे देखता एकदम मचल कर रह जाता क्योंकि वो कमसिन 20 साल की कयामत थी और पढ़ाते वक़्त वो साईड से जाकर उसकी टांगे और बूब्स निहारता और जब वो सामने होती तो जानबूझ कर अपना पेन गिराकर उसे उठाने के लिए कहता और फिर उसके बाद वो उसके गोरे गोरे बूब्स देखता.
एक दिन समीर ने अपनी क्लास में सभी स्टूडेंट्स को बताया कि तीन दिन के बाद आप सबके एग्जाम है, जिसका पेपर वो खुद सेट कर चुका है और जिसके नंबर आखरी परीक्षा के नंबर में जुड़ने वाले है. कोमल का वो विषय बहुत ही कमज़ोर था और अब कोमल के लिए समीर के टेस्ट में पास होना बहुत ज़रूरी था और इसलिए कोमल ने मन ही मन निर्णय लिया कि वो समीर के केबिन से एग्जाम पेपर चुरा लेगी क्योंकि वो जानती थी कि शाम को चार बजे समीर चाय पीने अपने केबिन से बाहर जाता है और उस वक़्त के बाद केबिन के आस पास कोई भी नहीं रहता तो वो पेपर चुरा सकती है और वो यह बात भी जानती थी कि समीर अपनी अलमारी की चाबियाँ कहाँ पर रखता है? तो अगले दिन चार बजे से पहले ही वो समीर सर पर पूरा पूरा ध्यान दे रही थी और फिर समीर जैसे ही अपने केबिन से बाहर गया तो वो चुपके से उसके केबिन में घुस गयी. उसने अलमारी की चाबी ड्रॉयर से निकाली और एग्जाम पेपर बाहर निकालकर अपने मोबाइल में पेपर के फोटो लेने लगी और फिर वापस पेपर अलमारी में रखकर लॉक किया और फिर वो चाबी रखने के लिए पीछे की तरफ मुड़ी, लेकिन तभी एकदम से उसके होश ही उड़ गये और उसके चेहरे का रंग एकदम फीका पड़ गया और उसकी सांसे ऊपर की ऊपर और नीचे की नीचे ही अटक गई क्योंकि पीछे समीर खड़ा हुआ उसकी सारी हरकतों को सिर्फ़ देख ही नहीं रहा था वो बल्कि अपने मोबाइल में उसे रिकॉर्ड भी कर रहा था.
अब समीर एकदम से उस पर भड़क गया था और उसने बहुत गुस्से से कहा कि अच्छा तो अब तुम चोरी करके पास होगी? में तुम्हारी शिकायत अभी प्रिंसिपल से करता हूँ. मेरे पास इस बात का सबूत भी है और फिर वो तुम्हे कॉलेज से बाहर निकल देंगे और तुम्हे कहीं भी एड्मिशन नहीं मिलेगा. कोमल यह बात सुनकर ज़ोर ज़ोर से रोने लगी और गिड़गिड़ाने लगी कि सर प्लीज मुझे माफ़ कर दीजिए. में दोबारा ऐसी कोई भी ग़लती नहीं करूंगी प्लीज सर और यह बात कहकर उसने समीर के दोनों पैर पकड़ लिए.
तभी समीर की नज़र ऊपर से उसके बूब्स की तरफ चली गयी और फिर समीर ने सोचा कि मुझे इससे अच्छा कौन सा मौका मिलेगा इस हसीन कली को चोदने का. वो मन ही मन मुस्काया और बोला कि नहीं सज़ा तो तुम्हे मिलेगी ही. कोमल फिर से रोने लगी और बोली कि सर प्लीज ऐसा मत कीजिए. मेरी पूरी लाईफ खराब हो जाएगी और मेरे माता पिता भी मुझसे नाराज़ हो जाएँगे, सर प्लीज मुझे माफ़ कर दीजिए. समीर बोला कि ठीक है में तुम्हारी बात प्रिंसिपल से नहीं करूँगा, लेकिन उसके बदले मुझे क्या मिलेगा? तो कोमल मुस्कुराकर बोली कि सर उसके बदले जो आप कहेंगे में वो सब करूँगी, लेकिन प्लीज आप किसी को मेरी चोरी के बारे में मत बताईएगा. तभी समीर ने उसके कंधे को पकड़कर उसे उठाते हुए कहा कि तो फिर ठीक है तुम अपनी यह सुंदर जवानी मेरे नाम कर दो.
यह बात सुनकर वो एकदम से पीछे हट गई और बोली कि सर यह आप क्या कह रहे है? नहीं बिल्कुल नहीं, ऐसा नहीं हो सकता और फिर वो बड़बड़ाते हुए केबिन से बाहर जाने लगी तो समीर बोला कि ठीक है में तुमसे कोई भी जबरदस्ती नहीं करूँगा, लेकिन तुम जैसे ही केबिन से बाहर जाओगी तो में सीधा प्रिंसिपल के ऑफिस में जाकर तुम्हारा यह कारनामा उन्हे दिखा दूँगा और फिर उसके बाद तुम इस कॉलेज से बाहर निकाली जाओगी और तुम्हारे दोस्त तुम्हे ताने मारेंगे और तुम्हारे माता, पिता तुम्हारी वजह से हमेशा बहुत शर्म महसूस करेंगे या फिर मेरी बात मानो तो सब कुछ पहले जैसा ही रहेगा क्योंकि बस यह बात हम दोनों के बीच में ही रहेगी और फिर में खुद ही तुम्हे पेपर की कॉपी भी दे दूँगा अब यह फ़ैसला तुम्हारा है या तो तुम इस केबिन से बाहर चली जाओ या फिर इस केबिन का दरवाजा बंद करके मेरी और आ जाओ.
फिर कोमल थोड़ी देर बिल्कुल गुम-सुम सी खड़ी रहकर सोचती रही और उसके आँसू अब पलकों से गाल पर आ गये और फिर उसने केबिन का दरवाज़ा बंद कर दिया और समीर के पास आ गयी. समीर इसके आगे की बात को मन ही मन सोच रहा था, लेकिन तभी उसका हथियार पूरा का पूरा खड़ा हो चुका था. समीर ने कोमल की कमर पर हाथ डालकर उसे अपनी तरफ खींच लिया. कोमल की धड़कने बहुत बड़ चुकी थी और वो धीरे धीरे सिसक रही थी और अब वो समीर की बाहों में अपनी नज़ारे झुकाए हुई खड़ी थी.
समीर ने कोमल के चेहरे को ऊपर उठाया और कहा कि मेरी जान तुम मुझसे ज्यादा मत घबराओ, में तुम्हे चाँद की सैर करा दूँगा और तुम ज़िंदगी भर नहीं भूलोगी रुको में अभी आया और फिर समीर करीब दो मिनट के लिए बाहर जाकर वापस आ गया. कोमल की आँखे आँसू से तो समीर की आखें हवस से पूरी तरह भर चुकी थी. समीर ने लौटते ही कोमल की कमर में हाथ डालकर उसे अपनी और खींच लिया और उसके बूब्स पर अपनी दोनों हथेली रखकर उसके गालों पर किस करते हुए बोला कि जान अब तक तूने मुझे बहुत तड़पाया है, लेकिन में आज तेरे सुंदर जिस्म का रस पीकर ही रहूँगा.
कोमल बिल्कुल बेसस खड़ी हुई थी और अब समीर ने कोमल की बाहों को अपने गले में डाल दिया और उसका दुपट्टा निकालकर फेंक दिया और उसकी एकदम टाईट कुरती में से उसके बूब्स का आकार बहुत आसानी से दिख रहा था और गहरे गले वाली ड्रेस के कारण उसकी सुंदर छाती भी बहुत आसानी से दिख रही थी और अब समीर का हथियार उसकी पेंट में समा ही नहीं रहा था और उसने कोमल के चेहरे को निहारा, उस पर बहुत बला की सुन्दरता झलक रही थी और उसकी जुल्फें चेहरे पर लटक रही थी और आँसू बह रहे थे. समीर ने उसके आँसू पीते हुए कहा कि रो मत मेरी जान, में तुम्हे बहुत प्यार करता हूँ और समीर ने कोमल के अनार जैसे लाल लाल होंठो पर अपने होंठ रख दिए और कभी ऊपर के होंठ को चूमता तो कभी नीचे के होंठ को.
अब कोमल ने अपनी दोनों आँखे बंद कर ली थी. उसी बीच वो कोमल के गोलाकार नितंबो को उसकी सलवार पर से ही सहला रहा था तो कभी मसल रहा था. उसका पूरा बदन इतना मुलायम था कि अब समीर चुमाचाटी में ज़्यादा टाईम खराब नहीं करना चाहता था और फिर दो तीन मिनट के बाद वो कोमल की गर्दन, कानों पर किस करने लगा और उसे चाटने लगा. एक हाथ से बदन तो दूसरे से उसकी ज़ुल्फो को सहलाने लगा. फिर कुछ देर बाद समीर ने थोड़ा रुककर अपनी शर्ट और बनियान को उतार दिया.
समीर का शरीर बहुत मजबूत था और वो फिर से किस करते हुए धीरे धीरे गर्दन से नीचे आने लगा और सीने तक आते ही उसने अपने दोनों हाथों से कोमल के बूब्स को कसकर पकड़ लिया और कहा कि कोमल तुम तो कामदेवी हो. उसने टेबल से सारा सामान नीचे गिरा दिया और टेबल पर बैठ गया औ कोमल को थोड़ा खींचकर उसने अपने पैरों को कोमल के पीछे से क्रॉस करके जकड़ लिया और उसके बूब्स को दोनों हाथों से मसलने लगा. कोमल के मुहं से सिसकियों की आवाज़ निकल गई अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह उफफ्फ्फ्फ़ उईईईईईईई माँ, लेकिन समीर को इसको कोई परवाह नहीं थी क्योंकि समीर के केबिन से आवाज़ बाहर जा नहीं सकती थी.
फिर उसने कुरती के पीछे हाथ डालकर चेन को धीरे धीरे नीचे सरकाया लिया और फिर कंधे से कुरती नीचे सरकाकर कमर तक उतार दिया. गुलाबी कलर की बिल्कुल टाइट ब्रा में कोमल के बूब्स ज़ोर ज़ोर से ऊपर नीचे हो रहे थे और फिर वो बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही सहलाने लगा और उसकी छाती पर किस करने लगा.
कोमल ने अपनी उंगलियाँ समीर के बालों में फंसा दी और जोश की वजह से ऊपर मुहं कर दिया. समीर ने नीचे से कोमल की सलवार भी ढीली करके कुरती और सलवार दोनों को पैरों तक उतार दी और अब कोमल बिल्कुल बेसस, लेकिन जोश में खड़ी हुई थी, मानो कोई मॉडल बिकिनी में पोज़ दे रही हो और उसकी गुलाबी पेंटी बहुत सुन्दर थी. समीर ने उसे नीचे उतारकर अपनी पेंट को भी नीचे उतार दिया क्योंकि उसका हथियार उछलकर बाहर आने की कोशिश कर रहा था. फिर उसने कोमल को टेबल से सटा दिया और उसकी ब्रा के हुक को एक झटके में खोलकर ब्रा को उतारकर फेंक दिया उसके गोरे गोरे बूब्स और उस पर हल्के गुलाबी कलर के निप्पल बहुत कमाल के थे.
अब उसने उसके सीधे वाले निप्पल को चूसना शुरू किया और दूसरे वाले निप्पल को और बूब्स को मसलना शुरू किया और अब कोमल मोन कर रही थी उफफफ्फ़ब्सस्सस्स उह्ह्हह्ह माँ सीईईइइर्ररर, लेकिन समीर अब कहाँ रुकने वाला था? फिर उसने एक हाथ से उसकी नाज़ुक कमर और नाभि को सहलाना शुरू किया तो कोमल गुदगुदी के कारण उछल रही थी. समीर ने अपनी अंडरवियर को उतार दिया और उसका 6 इंच का लंड पूरा खड़ा था.
समीर ने कोमल को टेबल पर लेटा दिया और फिर कंधे पर लेकर दोनों तरफ से हाथ नीचे लेकर कमर को पकड़ लिया और उसकी नाभि पर किस करने लगा. कोमल मोन करके अपनी चूतड़ को ऊपर उठा रही थी और उसी बात का फ़ायदा उठाते हुए समीर ने कोमल की पेंटी को उतार फेंका. जब समीर ने कोमल की चूत देखी तो वो बिल्कुल मचल उठा क्योंकि कोमल एकदम साफ सुथरी लड़की थी और उसकी चूत बिल्कुल शेव गोरी और तीन उंगलियों जितनी मोटी थी. उसने कोमल की जांघो को सहलाते हुए घुटनों से किस करते करते ऊपर आने लगा.
फिर कोमल टेबल पर बिछे कपड़े को अपने नाखूनों से नोच रही थी और समीर ने टेबल के ड्रॉयर में से वेसलीन को बाहर निकाला और अपने लंड और कोमल की चूत पर लगा दी. फिर वो उसके होंठो को तो कभी निप्पल को दांतों से धीरे धीरे काट रहा था और एक हाथ से अपने हथियार को सहला रहा था, लेकिन अब उसका कंट्रोल ख़त्म हो गया और वो कोमल के पैरों के बीच में खड़ा हो गया. उसने कोमल के पैरों को अपनी कमर के ऊपर पीछे से लपेट लिया उसकी कमर को पकड़ लिया और अपना पूरा तना हुआ लंड कोमल की कुँवारी गरम योनि पर रख दिया और उसके बूब्स को पूरा मुहं में भरते हुए एक झटके के साथ आधा लिंग योनि के अंदर डाल दिया. कोमल के मुहं से बहुत ज़ोर की चीख निकल पड़ी अह्ह्ह्ह माँ में मरररर गईईईई उईईईईईई माँ.
दोस्तों उसकी चूत बहुत टाइट थी और बिल्कुल कुँवारी थी. उसकी योनि से अब खून बाहर निकल रहा था और समीर ने थोड़ा सा लिंग को बाहर निकाला और फिर फुल स्पीड से और एक झटका दिया तो उसका लिंग कोमल की सील को तोड़ता हुआ कोमल की योनि की गहराईयों तक चला गया. कोमल सिसक रही थी और समीर अब धीरे धीरे अपनी कमर हिला हिलाकर कोमल को चोद रहा था और उसके दोनों पैर उसकी जांघो को सहला रहे थे और वो उसे किस कर रहा था. हर एक धक्के के साथ कोमल की पायल छन छन की आवाज कर रही थी. वो मीठी आवाज़ समीर को और भी उकसा रही थी.
फिर समीर ने अपने गाड़ी को अब फुल स्पीड में दौड़ना शुरू कर दिया. अब कमरे में बस छन छन की आवाज़ आने लगी थी. तभी कोमल भी ज़ोर ज़ोर से मोन कर रही थी और पांच मिनट में कोमल झड़ गई. कोमल ने समीर को कसकर अपनी बाहों में जकड़ लिया और उसे चूमने लगी. तभी फच फच की आवाज़ भी उस सेक्स में शामिल हो गई. अब समीर खुद टेबल पर लेट गया और कोमल को अपने ऊपर खींचकर नीचे से अपनी कमर उठा उठाकर कोमल को चोदने लगा.
थोड़ी देर बाद उसने वैसे ही कोमल को गोद में उठाकर खड़े खड़े ही चोदना शुरू कर दिया. उसने अपनी स्पीड को बहुत बड़ा लिया था और फिर वो आख़िर में झड़ गया. उसके वीर्य के फव्वारे से कोमल की योनि भरकर बहने लगी. अब वो थक कर कोमल के ऊपर गिर गया और करीब दो चार मिनट के लिए वो दोनों ज़ोर ज़ोर से साँसे भरते हुए ऐसे ही पड़े रहे, लेकिन अब कोमल के चेहरे पर एक संतुष्टि की मुस्कान थी क्योंकि वो उस चुदाई से बहुत खुश थी. फिर समीर उठा और कहीं चला गया और हाथ में मोबाइल लिए वापस आ गया. तब कोमल अपनी पेंटी, ब्रा पहन रही थी. फिर समीर ने कोमल को अपना मोबाइल दिखाया जिसमे उन दोनों का सेक्स प्रोग्राम पूरा रिकॉर्ड हो गया था जिसे देखकर कोमल तो बिल्कुल हक्की बक्की रह गई.
कोमल बोली कि सर अब तो जो आपको चाहिए था वो मिल गया, अब यह क्यों? प्लीज आप इसे डीलीट कर दीजिए. फिर समीर ने कहा कि जान तू एक बार चोदने की नहीं बल्कि रोज़ रोज़ चोदने वाली चीज़ है. अब जा और कल इसी टाइम यहाँ पर आ जाना, हम बहुत मज़ा करेंगे और अगर तू नहीं आई तो यह वीडियो क्लिप कॉलेज के हर एक स्टूडेंट के मोबाइल में नज़र आएगी.
फिर उसके बाद लगभग हर रोज़ समीर कोमल को चोदता रहा, कभी कॉलेज तो कभी अपने फार्म हाउस पर तो कभी होटल में. कुछ दिन बाद कोमल की शादी हो गई, लेकिन अब भी जब वो मायके आती है तो समीर उसे बुलाकर चोद देता है क्योंकि वो क्लिप तो उसके पति को दिखाना एक बहाना है. अब उन दोनों को एक दूसरे की जरूरत महसूस होने लगी थी और कोमल अपनी पति की चुदाई से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं थी. उसे उसकी चुदाई से इतना सुख नहीं मिलता था जितना उसे समीर से मिलता था.
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मौसी की बड़ी बहु की चुदाई

हैल्लो दोस्तों, में दिल्ली में बचपन से रह रहा हूँ. मुझे शादीशुदा लेडीस ज्यादा पसंद है और मोटी लेडीस भी बहुत पसंद है. ये स्टोरी मेरी और मेरी मौसी की बड़ी बहु के बीच की है. मेरी मौसी की बड़ी बहु का नाम रजनी है और उनकी उम्र 43 के आस पास है, लेकिन वो दिखने में लगती नहीं है. ये कहानी साल 2013 की है, भाभी के दो बच्चे है जो स्कूल जाते है और भैया प्राइवेट कंपनी में जॉब करते है. मेरी मौसी हमारे घर के पास ही रहती थी. में हमेशा उनके घर जाता था.
में इस साल भी न्यू ईयर पर उनके घर गया तो मौसी को विश करने के बाद में सीधा भाभी के फ्लोर पर चला गया. जब में गया तो भाभी कपड़े प्रेस कर रही थी. मैंने भाभी को हैल्लो किया और न्यू ईयर विश किया. भाभी ने भी मुझे न्यू ईयर विश किया. मैंने मज़ाक में भाभी से बोल दिया कि भाभी पंजाबियों में क़िसी भी चीज़ को ऐसे विश नहीं करते तो भाभी अचानक से मेरे पास आई और मुझे गले लगाकर बोली ऐसे विश करते है.
फिर जैसे ही भाभी ने मुझे गले लगाया तो उनके शरीर का स्पर्श पाकर में दो मिनट के लिए सन्न रह गया. फिर भाभी जाकर कपड़े प्रेस करने लगी और मुझे बोलने लगी कि क्या हुआ? तो में बोला भाभी मेरा दिल ज़ोर-ज़ोर से धक-धक कर रहा है. भाभी बोली कि कभी क़िसी को गले नहीं लगाया क्या? तो में बोला नहीं मैंने कभी क़िसी को गले नहीं लगाया. मैंने भाभी से बोला कि मेरी छाती पर हाथ रखकर देखो कितनी ज़ोर-ज़ोर से धक-धक कर रहा है. तो भाभी ने हाथ रखा और बोली तेरा तो सही में बड़ी ज़ोर-ज़ोर से दिल धक-धक कर रहा है. मैंने भाभी से बोला कि भाभी क्या में आपको दुबारा गले लगा सकता हूँ?
भाभी ने दुबारा मुझे गले लगाया तो मैंने भी उनको जवाब में गले लगा लिया और उनको कमर से पकड़कर जकड़ में ले लिया. अब मेरा तो हाल बुरा हो रहा था और मेरा लंड भी खड़ा हो रहा था, जिसका शायद भाभी को पता लगने लगा था. भाभी बोली अब छोड़ दे तो मैंने उन्हें छोड़ दिया. फिर हम बात करने लगे और भाभी कपड़े प्रेस करने लगी. फिर बातों-बातों में मैंने फिर से उनको पीछे से गले लगा लिया, जिसकी वजह से मेरा लंड भाभी की गांड में दबने लगा. भाभी बोली कि क्या हुआ? तो में बोला भाभी बड़ा अच्छा लग रहा है और मन कर रहा है कि में आपको ऐसे ही गले लगाये रखूं. फिर भाभी ने भी कोई जवाब नहीं दिया और में ऐसे ही गले लग कर खड़ा रहा.
फिर भाभी ने मुझे हटाया और फिर हम बात करने लगे और थोड़ी देर के बाद में चला गया. फिर में नॉर्मली उनके घर आने जाने लगा और भाभी को गले मिलकर मिलता. फिर एक दिन भाभी ने मुझे फोन किया कि बच्चों का होमवर्क निकालकर ला दे. भाभी ने फोन पर लिखवा दिया और में फिर होमवर्क निकाल कर सीधा उनके घर दोपहर को 12 बजे गया, जब भैया भी घर नहीं होते और बच्चे भी स्कूल गये होते है. में जैसे ही घर गया तो मैंने मौसी को नमस्ते करके उनका हाल चाल पूछा और फिर पूछा कि भाभी कहाँ है? बच्चों का होमवर्क देना है तो मौसी बोली ऊपर है, ऊपर ही चला जा.
मेरी मौसी को घुटनो की प्रोब्लम है इसलिए वो ऊपर नहीं चढ़ सकती. फिर में जैसे ही ऊपर गया तो भाभी किचन में चाय बना रही थी. भाभी ने पीले कलर का सूट पहना था जिसमें वो एकदम मस्त लग रही थी. फिर मैंने भाभी से बोला में बच्चों का होमवर्क ले आया हूँ तो भाभी बोली वही टेबल पर रख दे. फिर मैंने टेबल पर पेपर रखकर सीधा भाभी के पास किचन में चला गया और भाभी को पीछे से हग करके खड़ा हो गया तो भाभी बोली क्या कर रहा है? तो में बोला कि गले मिल रहा हूँ. फिर वो कुछ नहीं बोली.
फिर मैंने बोला कि आपने बड़ी अच्छी खुशबू लगाई है तो में अपने मुँह को भाभी के कान के पास ले जाकर सूंघने लगा. तो भाभी बोली क्या कर रहा है? तो में बोला करने दो ना अच्छा लग रहा है, फिर धीरे- धीरे में भाभी के कान पर किस करने लगा और मेरा लंड भाभी की गांड में टच होने लगा और अपने दोनों हाथों को में भाभी के पेट पर घुमाने लगा. अब भाभी ने अपनी आँखें बंद कर दी और मेरे दोनों हाथों को अपने पेट पर दबाने लगी. फिर धीरे-धीरे मैंने भाभी से पूछा कि भाभी तुमको छूने का दिल कर रहा है तो भाभी बोली छू तो रहे हो.
फिर में बोला भाभी आपकी पूरी बॉडी को छूने का दिल कर रहा है, क्या में छु लूँ? तो भाभी ने कुछ नहीं बोला. फिर मैंने उनको किचन की दीवार के साथ घुमा कर खड़ा कर दिया तो उनका चेहरा मेरी तरफ आ गया और उनके गालो के पास जाकर किस कर दिया, भाभी सिसकियां लेने लगी. फिर मैंने हिम्मत करके अपने होठों को भाभी के होठों के पास रख दिया और लिप किस करने लगा.
फिर मैंने धीरे-धीरे अपना एक हाथ भाभी के बूब्स पर रख दिया और दबाने लगा तो भाभी कम आवाज़ में बोली कि मत कर कोई आ जायेगा. में बोला कि भाभी बस थोड़ी देर करने दो, कोई नहीं आयेगा. फिर में अपने एक हाथ को उनके सूट के अंदर डालकर उनकी कमर को सहलाने लगा. उनकी बॉडी के स्पर्श को जब मैंने महसूस किया था, क्या मस्त कमर थी? फिर में कमर को सहलाता रहा और किस करता रहा. अब भाभी भी मेरा साथ देने लगी और में अपने लंड का दबाव उनकी चूत पर दबाता रहा. फिर मैंने उनके होठों को छोड़कर दोनों हाथ से उनके सूट को ऊपर उठा दिया.
फिर जैसे ही मैंने सूट उठाया तो में सन्न हो गया. अब मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे सफ़ेद चादर पर कोई काली फुटबॉल हो. उन्होंने काले कलर की ब्रा पहनी हुई थी तो में ब्रा के ऊपर से ही उनके बूब्स दबाने लगा. फिर मैंने ब्रा ऊपर खिसका दी और पागलों की तरह बूब्स चूसने लगा और भाभी मेरे सिर पर हाथ फैरने लगी और भाभी का सूट मेरे ऊपर आ गिरा और में भाभी के सूट के अंदर बूब्स सक करने लगा. फिर मुझे भाभी के सलवार का नाड़ा नज़र आया और मैंने भाभी का नाड़ा एक झटके में ऊतार कर खोल दिया, जिससे उनकी सलवार खुल गई और अब मुझे भाभी की गोरी-गोरी जांघे और जांघो के बीच में लाल कलर की पेंटी में उनकी चूत के शेप नज़र आ रही थी.
फिर में एकदम से खड़ा हुआ और भाभी को पकड़कर रूम में ले गया और उस फ्लोर वाले गेट को लॉक कर दिया. फिर मैंने भाभी को जाते ही बेड पर लेटा दिया और उनका सूट ऊपर करके पागलों की तरह बूब्स चूसने लगा और सक करते-करते में अपने एक हाथ को उसकी पेंटी के अंदर डालकर उसके गोरे-गोरे और मुलायम कूल्हों को सहलाने लग गया.
फिर मैंने उनको दबोच लिया और एक हाथ से उसके निप्पल को मसलने लगा, तो उसकी सिसकियां निकलने लगी. फिर मैंने एक झटके से उसकी पेंटी को ऊतार कर उसको बेड पर लेटा दिया और मैंने भी जल्दी से सिर्फ़ अपनी पेंट और अंडरवियर उतार दिया. अब भाभी ने झट से खड़ी होकर मेरे लंड को पकड़कर चूसना शुरू कर दिया. मैंने लाईफ में कभी ऐसा अनुभव नहीं किया था. अब में जन्नत जैसा महसूस कर रहा था. अब वो मेरे लंड को चूसती रही और में उसके बूब्स को कभी सहलाने लगता तो कभी निप्पल पर काट देता. फिर उसने मुझे नीचे लेटा दिया और खुद मेरे ऊपर इस तरह से आ गयी जिसके कारण उसकी चूत जो कि बिना बालों की थी वो ठीक मेरे मुँह के पास थी. फिर में भी उसकी चूत में उंगली डालकर चाटने लगा. उसकी गांड का छेद भी गुलाबी कलर का था. अब में बीच-बीच में उसमें भी उंगली डाल देता जिसके कारण वो एकदम चिल्ला पड़ती. फिर थोड़ी देर तक ऐसा करने के बाद मैंने उसको नीचे लेटा दिया.
फिर उसकी टांगो को अपने कंधो पर रखकर मैंने अपना लंड उसकी गांड के छेद पर रखा और हल्का सा धक्का लगाया. मेरे लंड का सुपाड़ा उसके अंदर चला गया. जिसके कारण वो चिल्ला उठी तो में रुक गया और उसके बूब्स को दबाने लगा. फिर जब उसका दर्द थोड़ा कम हुआ तो मैंने फिर से उसकी जांघो को पकड़कर धक्का मारा और मेरा पूरा लंड अन्दर घुसा दिया, वो एकदम से चिल्ला उठी. फिर मैंने उसके होठों पर किस करना शुरू कर दिया.
फिर उसके थोड़ा नॉर्मल होने पर में उसकी गांड के छेद में अपना लंड अंदर बाहर करने लगा. अब उसको भी मज़ा आने लगा था और में साथ में उसकी चूत में भी उंगली भी कर रहा था, जिससे उसको और मज़ा आ रहा था. अब वो सिसकियां लेने लगी और बोली रवि थोड़ा और तेज़ करो, तो में और तेज़ करने लगा.
फिर थोड़ी देर के बाद उसकी चूत से पानी निकलने लगा और वो अपनी गांड को टाईट करने लगी. फिर वो बोली कि रवि में गयी, में गयी बोलकर वो आह्ह्ह आह्ह्ह करने लगी, लेकिन में रुका नहीं. फिर 5 मिनट के बाद मेरा भी निकलने वाला था. में बोला कि भाभी मेरा भी निकलने वाला है कहाँ निकालूं? तो वो बोली अंदर ही निकाल दे.
फिर मैंने थोड़ी देर धक्के मारने के बाद अपना सारा वीर्य उसकी गांड में ही छोड़ दिया, ये मेरा पहली बार था और जब में क़िसी की गांड में अपना पानी छोड़ रहा था. फिर में उसके ऊपर लेट गया और फिर थोड़ी लेटने के बाद हम दोनों ने अपने आपको साफ किया और वापस आकर दोबारा बेड पर लेट गये और बातें करने लगे. फिर थोड़ी देर के बाद में फिर से तैयार हो गया और फिर मैंने उसकी चूत की जमकर चुदाई की. उस दिन मैंने 2 बार उसके साथ चुदाई की. उसके बाद मैंने चाय पी और फिर में अपने घर आ गया. अब मुझे जब भी मौका मिलता है तो में और भाभी खूब मजे करते है.
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सीमा बहन के साथ पकड़ा पकड़ी

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम सोनू है और में गुड़गावं से हूँ. ये मेरी इस साईट पर पहली कहानी है. में बहुत दिनों से इस साईट पर स्टोरी पढ़ रहा हूँ और आज जो स्टोरी में लिखने जा रहा हूँ वो मेरी और मेरी कजिन बहन सीमा के बीच हुई एक सच्ची घटना है. ये घटना कुछ साल पहले हुई थी. सबसे पहले में आपको अपने बारे में बता दूँ, मेरा नाम सोनू है और मेरी उम्र 22 साल है और में गुडगावं में रहता हूँ. मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है और मेरे लंड का साईज़ 7 इंच है.
ये बात तब की है जब में अपने घर पर अकेला रहता था क्योंकि मेरे पापा सरकारी जॉब में है, तो उनका ट्रान्सफार दूसरी सिटी में हो गया था इसलिए मेरी पूरी फेमिली भी वही शिफ्ट हो गई थी और में जा नहीं सकता था क्योंकि मेरी 12वीं क्लास थी, लेकिन मेरी मम्मी के कहने पर मेरी नानी मेरे खाने और मेरी देखभाल के लिए मेरे पास आ गई थी और सब कुछ ठीक चल रहा था और अब मेरी परीक्षा भी हो गई, लेकिन उसके बाद मुझे कॉम्पीटिशन की तैयारी के लिए वहीं रहना पड़ा और इसी दौरन मेरी मौसी और उनकी बेटी सीमा नानी से मिलने आए.
सीमा भी 12वीं की परीक्षा देकर आई थी तो उसकी छुट्टियाँ चल रही थी और मौसी तो 2 दिन रुक कर चली गई, लेकिन मेरी कज़िन सीमा वहीं रुक गई. सीमा की उम्र उस टाईम 19 साल होगी और वो एक नंबर का माल थी. फिर हम दोनों आपस में काफ़ी फ्रेंक थे और दोस्तों उसका फिगर 34-27-34 होगा और में उसके बारे में सोचकर बहुत बार मुठ मार चुका था.
मौसी के जाने तक सब ठीक था, लेकिन मौसी के जाते ही हम दोनों को जैसे पंख लग गये हो, क्योंकि नानी ज़्यादा टाईम बाहर आंटीयों के साथ ही बैठी रहती थी और हम दोनों दिन भर मस्ती करते रहते थे. फिर रात को हमने ऊपर सोने का प्रोग्राम बनाया, क्योंकि नीचे बहुत गर्मी थी और सबसे पहले नानी का बिस्तर, फिर सीमा का और फिर मेरा बिस्तर लगाया गया और रात को भी हम बातें करते रहे. फिर मैंने बातें करते-करते अपना हाथ सीमा के पेट पर रख दिया और फेरने लगा तो वो कुछ नहीं बोली. फिर धीरे-धीरे में मेरा हाथ ऊपर लाने लगा तो उसने मेरा हाथ पकड़कर नीचे कर दिया, लेकिन रोका नहीं. फिर मैंने ऐसा 2-3 बार किया और उसने बार बार ऐसा ही किया और इस बार में अपना हाथ पेट के नीचे ले गया और अब मेरा हाथ अब उसकी चूत के ऊपर था. तभी उसने मेरा हाथ हटा दिया. फिर वो दूसरी तरफ मुँह करके सो गई और में भी कुछ नहीं कर सकता था क्योंकि नानी पास में ही सोई थी.
फिर अगले दिन दोपहर को वो लेटी हुई थी, तो में उसके पास जाकर लेटा और उसे छेड़ने लगा. तो वो बोली कि में तेरी गर्लफ्रेंड नहीं हूँ, अगर कंट्रोल नहीं होता तो अपनी गर्लफ्रेंड के पास जा. फिर मैंने कहा अगर नहीं है तो तू बन जा और अचानक से उसके होंठो पर किस कर दिया और वो मुझे मारने लगी, तो में वहां से भाग कर अपने कमरे में आ गया और लेट गया. फिर कुछ देर के बाद वो आई तो मैंने अपनी आँखे बंद कर ली और में पेट के बल लेटा हुआ था तो उसने मेरे कंधो पर काट दिया और भाग गई.
फिर में उसके पीछे भागा और उसे पीछे से पकड़ लिया और इस पकड़ा पकड़ी में मेरा लंड उसकी गांड से टच हो गया और खड़ा होने लगा और मैंने उसे उसके पेट से टाईट पकड़ा हुआ था और उसके पीछे पीठ और कंधो को किस करने लगा. तो वो कहती रही कि सोनू मत कर और वो मौन करने लगी आहह आअहह उउउम्म्म्मम, लेकिन में नहीं माना और मैंने अपने हाथ उसके बूब्स पर रख दिए और दबाने लगा. वो मदहोश होने लगी और इधर मेरा लंड खड़ा होकर उसकी गांड में घुसने की कोशिश करने लगा और वो बोली कि सोनू वो पीछे चुभ रहा है.
फिर मैंने उसे सीधा किया और उसके लिप चूसने लगा और फिर हमने काफ़ी देर तक फ्रेंच किस किया और फिर मैंने उसके सूट को उतार दिया और ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स दबाने लगा और एक हाथ उसकी सलवार में अन्दर डाल दिया और पेंटी के ऊपर से उसकी चूत मसलने लगा. अब वो पागलों की तरह आहें भरने लगी थी फिर मैंने उसकी ब्रा निकाली और बूब्स चूसने लगा और एक हाथ से उसकी चूत में उंगली करने लगा. फिर मैंने उसकी सलवार और पेंटी भी एक झटके में उतार दी और उसकी चूत बिल्कुल चिकनी थी और फूली हुई थी और मेरे होंठ अपने आप वहां पहुँच गये और वो आआअहह उूउउम्म्म्म करती रही.
फिर वो मेरी पेंट से मेरा लंड बाहर निकालने की कोशिश करने लगी. फिर उसने मेरे कपडे उतारे और हम 69 की पोज़िशन में आ गये और एक दूसरे को चूसने लगे. फिर लगभग 10 मिनट तक चूसने के बाद हम दोनों एक साथ झड़ गये और सारा पानी पी गये. फिर हम सीधे हो कर एक दूसरे को हग करके किस करने लगे और एक दूसरे अंगों से खेलने लगे. हम फिर से जल्दी ही दोनों गर्म हो गये और मेरा लंड उसकी चूत को सलामी देने लगा. उसके बाद मैंने थूक लगाया और लंड को उसकी चूत में डालकर उसे चोदा. इस चुदाई में हम दोनों को बहुत मजा आया. फिर जब तक वो हमारे घर पर रही तब तक में उसे रोज चोदता रहा.
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