बेशर्म डॉक्टर के साथ क्लिनिक में मजा

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम आदित्य है और में 23 साल का हूँ. मैंने इस साईट पर बहुत सी स्टोरी पढ़ी तो मैंने सोचा कि मुझे भी अपनी लाईफ का अनुभव लिखना चाहिए. में यहाँ अपनी पहली स्टोरी लिख रहा हूँ तो पहले में आपको अपने बारे में बता दूँ. में हरियाणा की एक अमीर फेमिली से हूँ तो मेरे पापा ने मुझे पढ़ने के लिए दिल्ली भेजा और दिल्ली से 12वीं पास करके मैंने दिल्ली यूनिवर्सिटी में ही एडमिशन ले लिया और बाद में कॉम्पीटिशन एग्जॉम की तैयारी करने लगा. में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में जॉब कर रहा हूँ और अभी मेरी शादी नहीं हुई है तो में दिल्ली में अकेला रहता हूँ.
ये बात 2007 की है, जब मैंने 12वीं पास करके कॉलेज में जाना शुरू किया था, तब में किराये के फ्लेट में अकेला रहता था. उस टाईम तक मैंने किसी के साथ सेक्स नहीं किया था, मेरा मन सेक्स करने का तो बहुत करता था, लेकिन में थोड़ा शर्मीले स्वभाव का हूँ तो में कोई लड़की नहीं पटा सका तो अब बस में सिर्फ मुठ मारकर ही काम चलाता था. गर्मियों के दिन थे और मेरे लंड के आस पास के बाल बड़े हो गये थे, वैसे तो में अपने नीचे के बाल क्रीम से ही हटाता हूँ, लेकिन उस दिन मेरे पास क्रीम नहीं थी तो मैंने ब्लेड से ही बाल काटने की सोची.
मुझे बाथरूम में गर्मी लग रही थी तो में जल्दी- जल्दी बाल काट रहा था तो अचानक ब्लेड से मेरे लंड के पास कट लग गया और उसमें से खून आने लगा. फिर मैंने बाहर आकर क्रीम लगाई तो थोड़ी देर में खून आना कम हो गया. फिर मैंने सोचा कि कट ज्यादा लगा है तो टिटनेस का इंजेक्शन लगवा लेना चाहिए. मेरे फ्लेट से थोड़ी ही दूरी पर 2-3 छोटे क्लिनिक है. फिर में जल्दी से नहाकर इंजेक्शन लगवाने चला गया. में क्लिनिक के अंदर गया तो वहाँ 3-4 मरीज ही बैठे थे और रिसेप्शन पर एक मोटी सी लड़की बैठी थी.
फिर मैंने उससे कहा कि मेम मुझे टिटनेस का इंजेक्शन लगवाना है तो उसने पूछा क्या हो गया? फिर मैंने कहा कि कुछ खास नहीं बस ब्लेड से कट लग गया था और फिर उसने ज्यादा नहीं पूछा. फिर उसने मेरा नाम रजिस्टर में लिखा और इंतजार करने को बोला. मेरा डॉक्टर को दिखाने के लिए 4 नंबर पर नाम था, मरीज भी कम थे तो डॉक्टर भी सब को आराम-आराम से देख रहा था. फिर 20-25 मिनट के बाद मेरा नम्बर आया. फिर जब में डॉक्टर के कैबिन में अन्दर गया तो मैंने देखा कि वहाँ तो एक लेडी डॉक्टर बैठी थी, मुझे उसकी उम्र 35-40 साल के करीब लगी, वो ज्यादा तो सुंदर नहीं थी, लेकिन नॉर्मल थी और उसके फिगर का साईज़ 36 या 38 होगा.
फिर मैंने डॉक्टर से कहा कि मेम मुझे टिटनेस का इंजेक्शन लगवाना है, मुझे ब्लेड से कट लग गया था. फिर डॉक्टर ने पूछा कि कट हाथ में लगा है क्या? तो मुझे शर्म आने लगी. फिर मैंने गर्दन हिलाकर ना कहा. तब उन्होंने फिर पूछा तो कहाँ लगा है? फिर में थोड़ी देर तक कुछ नहीं बोला, तब डॉक्टर ने कहा कि बताओ ना. फिर मैंने धीरे से कहा कि जी वो नीचे लगा है तो डॉक्टर को थोड़ी हंसी आई और कहा कि देखो शरमाओ नहीं में तो एक डॉक्टर हूँ और डॉक्टर से क्या शर्माना? अब सही से बताओ.
फिर मैंने कहा कि जी वो में नीचे के बाल साफ कर रहा था, तब मेरे उसके पास थोड़ा कट लग गया तो डॉक्टर के चेहरे पर फिर से एक अजीब सी स्माईल थी और मुझे तो वो साली चालू टाईप की लग रही थी. तभी उसने कहा कि पास वाले बेड पर लेटो (जिस पर लेटाकर डॉक्टर इंजेक्शन लगाते है) और मुझे दिखाओं कहीं जख्म ज्यादा गहरा तो नहीं है और ब्लडिंग पूरी तरह से रुकी है या नहीं और उसने खुद कुर्सी से उठकर दरवाजा जो बंद था, वो भी लॉक कर दिया और पर्दा लगा दिया.
फिर उसने मुझे बेड पर लेटाया और कट देखने को बोला, मुझे शर्म आ रही थी तो में ना नुकर करने लगा. फिर डॉक्टर ने कहा कि तुम तो लड़कियों की तरह शरमा रहे हो, ये बात मुझे चुभ गयी और मैंने लेटे-लेटे अपना पजामा और अंडरवियर थोड़ा सा नीचे कर दिया. फिर डॉक्टर ने मेरा पजामा पकड़कर और नीचे कर दिया और वो कमीनी मुस्कुराने लगी. मेरा तो शर्म से मुँह लाल हो गया था तो मैंने अपनी आँखे बंद कर ली और चुपचाप लेटा रहा. फिर डॉक्टर ने अपने हाथों में बिना कुछ पहने ऐसे ही मेरा लंड पकड़ा और उसे थोड़ा साईड में करके कट को देखने लगी, उसने अपने एक हाथ से मेरे लंड को पकड़ रखा था और दूसरे हाथ की उंगली कट पर लगा रखी थी, जिस हाथ से उसने मेरे लंड को पकड़ा था, वो कमीनी उस हाथ से अजीब-अजीब हरकत कर रही थी.
मुझे तो बहुत हैरानी हो रही थी कि देखो साली कितनी बेशर्म औरत है? वो मेरे लंड को अपने हाथ से कभी टाईट पकड़ती तो कभी पूरी मुठी में ले लेती तो कभी मेरे लंड पर अपनी उंगलियां फेरती. इससे मेरी हालत ख़राब होने लगी थी, मतलब मेरा लंड खड़ा होने लगा था. फिर मैंने अपनी आँखे खोलकर देखा तो वो साली धीरे-धीरे मुस्कुरा रही थी. फिर उसने मुझसे कहा कि काफ़ी बड़ा है तो मैंने शरमाते हुए धीरे से पूछा जी क्या? फिर उसने कहा कि अरे तुम्हार कट और क्या? और जिस हाथ में मेरा लंड था, उसकी मुठी थोड़ी भींच दी. वो मेरे लंड पर अपने हाथ से कुछ हरकते कर रही थी. फिर उसने थोड़ा हँसते हुए पूछा कि ये कट कैसे लगा? फिर मैंने कहा कि जी वो में ब्लेड से अपने बाल काट रहा था तो जल्दी-जल्दी में लग गया.
फिर उसने एकदम से पूछा कि अच्छा बाल काटकर अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने जा रहे थे क्या? फिर मैंने कहा कि नहीं मेम मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है. फिर वो बोली क्यों? तुम तो अच्छे स्मार्ट हो, बॉडी भी मस्त है और ये भी. (फिर उसने अपनी मुट्ठी में मेरा लंड थोड़ा दबा दिया, जो कि अब तक पूरा खड़ा हो चुका था) फिर स्माईल के साथ पूछा तो तुम्हारे कोई गर्लफ्रेंड क्यों नहीं है? मुझसे झूट मत बोलो, ये बाल किसी गर्लफ्रेंड के लिए ही साफ किए होगें. फिर मैंने कहा कि नहीं मेम में सच कह रहा हूँ, मेरे कोई गर्लफ्रेंड नहीं है, वो तो मुझे बड़े बाल अच्छे नहीं लगते इसलिए काट लिए थे.
फिर उसने किसी दवाई से मेरे कट को थोड़ा साफ किया और उसके बाद कोई दवाई लगाई. अब दवाई लगाते टाईम भी उसने एक हाथ से मेरा खड़ा लंड ही पकड़ रखा था. अब ये तो कोई बेवकूफ़ भी समझ जाता कि ये औरत किस टाईप की है? और क्या चाहती है? मेरी लाईफ में पहली बार किसी ने मेरे लंड पर हाथ लगाया था और साथ ही वो मेरे लंड के साथ अजीब-अजीब हरकत कर रही थी.
अब मुझे लगा कि में तो इसके हाथ में ही झड़ जाऊंगा और मेरी भी उस पर नियत ख़राब होने लगी थी. फिर उसने मेरा लंड थोड़ा ऊपर नीचे किया और मेरे से इधर उधर की बातें करने लगी. फिर उसने मेरा नाम पूछा और पूछा कि तुम क्या करते हो? कहाँ के हो? किस कॉलेज में पढ़ते हो? तुम्हें किस तरह की लड़कियां पसंद है? फिर जब में जवाब देता तो उससे डॉक्टर साहब या मेम कहता. फिर उसने कहा कि मेरा नाम पूनम गुप्ता है और तुम मुझे पूनम कह सकते हो, ये मेम-मेम क्या लगा रखा है? फिर उसने पूछा कि सेक्स के बारे में क्या सोचते हो? फिर मैंने कहा कि में समझा नहीं. फिर उसने कहा कि तुम्हारा मन नहीं करता ये सब करने का तो मैंने कहा बहुत करता है.
फिर उसने पूछा तो कैसे काम चलाते हो? फिर मैंने कहा कि बस हाथ से ही कर लेता हूँ तो वो ये सुनकर हंसने लगी और बोली कुछ कामों को खुद अपने हाथ में लेकर करने में उतना मज़ा नहीं आता है, जितना किसी और के हाथ से करवाने में आता है, इस बात पर मुझे भी हंसी आ गयी.
अब मुझे लगा कि जब अगली इतनी बेशर्म है तो मुझे शर्मीला बनने की क्या ज़रूरत है? अब में भी थोड़ा फ्रेंक हो गया. मेरा लंड उसके हाथ में था तो सेक्स भी सर चढ़कर बोल रहा था. फिर मैंने कहा कि पूनम जी आज तक मुझे किसी दूसरे का हाथ मिला ही नहीं है तो बताओं में क्या करता? अब वो हँसते हुए बोली कि हाथ तो बहुत है बस मांगने वाला होना चाहिए, इतना सुनकर मुझे भी हंसी आ गयी और मैंने उसका लेफ्ट हाथ जो फ्री था, उसे पकड़कर अपने ऊपर खींच लिया. वो भी बिना कोई विरोध किए मेरी तरफ़ आ गयी. फिर मैंने उसे ठीक से पकड़कर अपने ऊपर खींच लिया. उसका चेहरा मेरे चेहरे के पास था तो उसने अपने दोनों हाथों से मेरे गालों को पकड़ा और अपने लिप मेरे लिप पर रख दिए, मुझे तो बस मजा ही आ गया था.
फिर थोड़ी देर में उसने अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी, क्या मस्त किस कर रही थी साली? फिर मैंने सोचा कि बेटा इसी का नाम अनुभव होता है. फिर उसने मेरे गालों पर किस किया, वो बेड छोटा था और उसकी टाँगे अभी भी नीचे ही थी तो अब में भी खड़ा ही हो गया और उसने मुझे दीवार से चिपका दिया और बोली कि सालो तुम हरियाणा वालों का हथियार भी कितना बड़ा और मोटा होता है ना. फिर मुझे हंसी आई और वो भी हंसने लगी. फिर वो मुझे किस करने लगी. मैंने अपने हाथ उसकी पीठ पर फेरने शुरू कर दिए. फिर थोड़ी देर में मेरे हाथ उसके कूल्हों पर नीचे चले गये. क्या मुलायम- मुलायम कूल्हें थे साली के? फिर में उसके मोटे-मोटे कूल्हों को बुरी तरह से दबा रहा था.
फिर मैंने अपने हाथ ऊपर लाने शुरू किए और मेरे हाथ उसके बूब्स पर आ गये और सोचा कि भगवान ने भी बूब्स क्या मस्त चीज़ बनाई है? तभी तो ये लड़कियां इनको इतना बाहर निकाल-निकालकर चलती है साली. फिर उसने अपना एक हाथ आगे करके मेरा लंड पकड़ लिया और उसे हिलाने लगी, अब मेरी तो बुरी हालत थी. फिर उसने मेरा लंड हिलाते-हिलाते जब उसका हाथ एकदम से मेरे कट पर लगा तो मुझे बहुत दर्द हुआ और मैंने एकदम से आहह बोला. तब उसे भी थोड़ा होश आया. फिर उसने मुझसे सॉरी कहा और वो बोली कि हमें अन्दर ज्यादा टाईम हो गया है बाहर और भी मरीज आ गये होगें.
फिर उसने धीरे से थोड़ा सा पर्दा हटाकर देखा तो बाहर 2 औरतें बैठी थी तो उसने कहा कि आज के लिए इतना ही काफ़ी है और अपना विज़िटिंग कार्ड देते हुए बोली कि ये मेरा नंबर है और शाम को इस नम्बर पर फोन करना और अब तुम जाओ. अब मेरा तो दिल ही टूट गया, हमारे हरियाणा में कहते है कि खड़े लंड पर किसी ने लाठी मार दी हो, ऐसा ही मुझे महसूस हुआ. में उससे फिर चिपक गया और कहा कि नहीं थोड़ा और थोड़ा और कहा कि बस 2 मिनट और 2 मिनट और फिर वो हंसने लगी और बोली कि तो तुम ऐसे नहीं मानोगे.
फिर उसने मुझे सीधा खड़ा किया और खुद घुटनों पर बैठ गयी और अब मेरा लंड उसके चेहरे के पास था. अब में समझ गया कि ये रंडी क्या करने वाली है? फिर उसने प्यार से अपनी जीभ मेरे सुपाड़े पर लगाई तो मेरी तो जान ही निकलने लग गयी. फिर उसने आराम-आराम से अपनी जीभ आगे-आगे घुमाई, अब उसका एक हाथ मेरे अंडो से खेल रहा था तो में जन्नत की सैर कर रहा था, मुझे सच में लग रहा था कि कुछ काम किसी और के हाथ से करवाने में कुछ ज्यादा ही मज़ा है. फिर उसने धीरे-धीरे से मेरा आधा लंड अपने मुँह में ले लिया, अब तो में पागल ही हो गया था. फिर मैंने अपने दोनों हाथों से उसके सर को जोर से पकड़ लिया था और धीरे-धीरे उसके मुँह में झटके लगाने शुरू कर दिए.
अब मुझे लग रहा था कि में बस झड़ने वाला हूँ और वो वैसे ही प्यार से मेरे लंड को लॉलीपोप की तरह चूस रही थी. तभी मेरी बॉडी अकड़ने लगी और में अपना लंड उसके मुँह में अंदर धकेलने लगा, लेकिन उसने अपने हाथ से मेरे लंड को रोक रखा था और आधे से ज्यादा अंदर नहीं जाने दिया. फिर तभी में झड़ने लगा और मुझे लगा कि मेरा इतना वीर्य आज तक कभी भी नहीं निकला होगा. अब में बहुत देर तक उसके मुँह में झड़ता रहा और वो रंडी मेरा सारा माल पी गयी. फिर मेरे लंड में गुदगुदी सी होने लगी और मैंने अपना लंड उसके मुँह से बाहर निकाल लिया. फिर वो भी खड़ी हुई और स्माईल के साथ बोली कि अब मिली कुछ शांति. फिर मैंने धीरे से कहा डार्लिंग बस मज़ा ही आ गया. फिर वो बोली कि ये तो सिर्फ ट्रेलर था, फिल्म तो अभी देखनी बाकी है.
फिर उसने कहा कि बहुत ज्यादा टाईम लग गया है, अब तुम जाओ और मेरे पास शाम को कॉल करो. फिर में आगे का प्लान बताती हूँ. अब टाईम ज्यादा हो गया है तो तुम्हारा इंजेक्शन भी कल ही लगाउंगी. फिर उसने मेरे गाल पर हल्का सा किस किया और बाय बोला. फिर मैंने उसे अपनी तरफ़ खींचकर हग किया और फिर धीरे से बिना आवाज़ किए दरवाजे का लॉक खोला और बाहर आ गया, बाहर मरीज बैठे थे तो में चुपचाप नीचे देखता हुआ क्लिनिक से बाहर आ गया.
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मुझसे चुदने आई पेपर के बहाने

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम आकाश है और में मन में सोच रहा था कि कैसे स्टार्ट करूँ? फिर मैंने उससे पूछा कि तुम मुझे देखकर हमेशा स्माईल क्यों करती रहती हो, ये सुनते ही वो शर्माने लगी और बोली कुछ नहीं ऐसे ही. फिर मैंने उससे पूछा कि तुम्हारे कोई बॉयफ्रेंड है? तो उसने कहा कि नहीं है. फिर मैंने पूछा कि तुम्हें डर नहीं लग रहा क्या, यहाँ फ्लेट में मेरे साथ अकेली हो और कोई नहीं है. ये सुनते ही वो हंसने लगी और बोली डर कैसा? तुम विश्वास नहीं करोंगे कि में वैसे भी तुमसे ही मिलने आई थी. ये सुनते ही मुझे सिग्नल मिल गया और मैंने उसका हाथ पकड़कर अपनी और खींच लिया. फिर उसने दूर जाने की बहुत कोशिश तो की, लेकिन फिर वो भी मेरा साथ देने लगी, उसके लिप बहुत ही मुलायम और पिंक थे. उसे आज तक किसी ने किस नहीं किया था. फिर में जैसे ही किस करने के लिए उसके पास गया तो वो डर गई और उसने अपनी आखे बंद कर ली.
फिर जैसे ही मैंने उसके लिप पर टच किया तो उसकी सासें बहुत तेज़ हो गई. फिर मैंने उसके लिप को 5 मिनट तक चूसा. फिर उसने मुझे रोक दिया और कहा कि लिप में दर्द हो रहा है. फिर मैंने उससे कहा कि फर्स्ट टाईम किस में होता है तो वो मान गई और हम फिर से किस करने लगे. किस करते- करते में एक हाथ से उसके बूब्स भी दबा रहा था और मेरा हाथ रखते ही उसने झटके से मेरा हाथ हटा दिया, लेकिन वो किस करती रही, शायद वो अभी उसके लिए तैयार नहीं थी. फिर मैंने उसको गालों पर, गर्दन पर, पूरे चेहरे पर किस करना स्टार्ट किया तो वो गर्म होने लगी और उसके मुँह से धीरे-धीरे आवाज़े निकलने लगी. अब में समझ गया कि वो गर्म हो रही है. फिर मैंने उसके बूब्स पर टच किया, लेकिन इस बार उसने कुछ नहीं किया. ये देखकर मेरा हौसला और बढ़ गया और में उसके बूब्स दबाने लगा. उसके मुँह से आवाज़े निकल रही थी, आकाश धीरे- धीरे दबाओ बहुत दर्द हो रहा है प्लीज.
फिर मैंने अपनी शर्ट उतार दी. मैंने शर्ट के नीचे कुछ नहीं पहना था. फिर मैंने उसको टॉप उतारने को कहा तो वो मना करने लगी, लेकिन मेरे थोड़ा जोर देने पर वो मान गई और उसने अपना टॉप उतार दिया. उसने अन्दर पिंक कलर की मॉडर्न टाईप ब्रा पहनी थी और वो बहुत सेक्सी लग रही थी. फिर मैंने उसको बेड पर लेटाया और किस करने लगा. मैंने उसके चेहरे से किस करते हुए उसकी नाभि तक किस किया. वो पूरी तरह से गर्म हो चुकी थी और अब वो भी मेरा साथ दे रही थी. फिर मैंने उसका ट्राउज़र उतार दिया, उसने अन्दर पिंक कलर की पेंटी पहनी थी. फिर मैंने उसकी जांघो को किस किया और किस करते-करते उसकी ब्रा पेंटी दोनों उतार दी.
उसकी चूत क्लीन शेव थी, शायद उसने मॉर्निंग में ही शेव की थी, उसकी पिंक कलर की छोटी सी चूत देखकर मेरा लंड पूरी तरह से उत्तेजित हो गया था और वो शरमा कर अपनी चूत को पैरो के बीच में छुपाने की नाकाम कोशिश कर रही थी. फिर मैंने उसके पैरों को थोड़ा ओपन किया और उसके पैरो के बीच में आकर बैठ गया. फिर मैंने उसकी चूत के पास किस किया तो वो उत्तेजित हो गई और अब उसके मुँह से आवाज़े निकल रही थी. फिर मैंने उसकी चूत को किस किया और उसकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी. शायद उसने एक बार पानी छोड़ दिया था और अब मेरा लंड भी अंडरवियर में पूरा तन गया था. फिर उसने देखा तो पूछा कि ये क्या है? फिर मैंने उसको बोला कि तुम खुद ही देख लो तो वो घबराते हुए मेरे पास आई और मेरा अंडरवियर उतारने लगी.
फिर जैसे ही मेरा 6 इंच का लंड बाहर आया तो वो देखकर एकदम से डर गई और उसके मुँह से यही निकला, उई माँ इतना बड़ा. शायद उसने पहले कभी इतना बड़ा लंड नहीं देखा था. फिर जब उसको पता चला कि इतना बड़ा लंड उसकी चूत में जाने वाला है तो वो बहुत ज़्यादा डर गई और आगे कुछ करने से मना करने लगी. फिर मैंने उससे कहा कि ठीक है अगर तुम नहीं चाहती हो तो हम सेक्स नहीं करेंगे, लेकिन बाकी तो कर सकते है ना. फिर उसको विश्वास हुआ तो उसने हाँ में अपना सर हिलाया. फिर मैंने धीरे से उसको बेड पर लेटाया और किस करना शुरू किया. किस करते-करते में उसकी चूत के पास पहुँच गया और उसकी चूत को चूसने लगा, जैसे ही मैंने चूसना शुरू किया तो वो एकदम से पागल हो गई और मेरा सर पकड़कर अपनी चूत में दबाने लगी.
फिर मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत में डालने की कोशिश की तो जैसे ही मैंने अपनी उंगली को उसकी चूत में डालना शुरू किया तो वो मना करने लगी और बोली कि प्लीज ऐसा मत करो, मुझे बहुत दर्द हो रहा है, प्लीज मान जाओ. सच दोस्तों उसकी चूत बहुत टाईट थी. फिर भी में उसकी चूत में एक उंगली डालकर अंदर बाहर करने लगा. फिर थोड़ी ही देर में उसको भी मज़ा आने लगा, 2 मिनट ही हुए थे कि उसका शरीर अकड़ने लगा और वो बेड पर ही झटके लेने लगी. फिर कुछ सेकेंड में ही वो झड़ गई और उसके झड़ते ही वो एकदम से शांत होकर बेड पर लेटी रही.
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गर्लफ्रेंड के साथ पार्क में पहली मुलाकात

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम कबीर है और मेरी इस साईट पर ये पहली कहानी है. पहले में आपको अपने बारे में बता दूँ. में दिल्ली का रहने वाला हूँ और बी.कॉम IInd ईयर में हूँ, में एक सिंपल सा दिखने वाला 20 साल का लड़का हूँ. मेरे लंड का साईज़ 6 इंच है जो कि किसी को भी सॅटिस्फाइड करने के लिए काफ़ी है. अब में आपको ज्यादा बोर ना करते हुए सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ. यह बात 2 साल पुरानी है, जब मेरे एक गर्लफ्रेंड थी और उसका नाम मोना था. हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे और हमारे रिश्ते को 2 साल हो गये थे, लेकिन हमने किस के अलावा कुछ नहीं किया था.
ये बात तब की है जब हम दोनों का एड्मिशन कॉलेज में हुआ था. फिर हमने डिसाईड किया कि हफ्ते में एक दिन हम मिलेंगे और घूमने जायेंगे. फिर एक दिन हमारी लड़ाई हो गई और उसने मुझे मनाने के लिए साकेत बुलाया और में उससे मिलने चला गया. उस दिन बहुत बारिश हो रही थी. में वहाँ पहुंचा तो वहाँ खड़ी थी. दोस्तों में आपको बता दूँ कि मेरी गर्लफ्रेंड दिखने में बहुत सुंदर थी और उसका फिगर तो सही तो नहीं पता, लेकिन वो सुंदर थी और उसके बूब्स ज्यादा बड़े नहीं थे, लेकिन उसकी गांड बहुत ही मोटी थी. तब तक मैंने उसके साथ कुछ नहीं किया था. फिर जब में वहां पहुँचा तो वो मेरा इंतजार कर रही थी. फिर हम मिले और मैंने उससे गुस्से में पूछा कि क्यों बुलाया? तो उसने बोला चलो जानू. फिर मैंने बोला कि बताओ कहाँ जाना है?
मोना : जहाँ जाना था, वहाँ अब नहीं जा सकते है.
में : क्यों?
मोना : नहीं जा सकते बारिश हो रही है.
में : ऐसा कहाँ जाना था?
मोना : ओके, चलो चलते है.
फिर उसने ऑटो वाले से पूछा और एक जगह का नाम लिया, दोस्तों मुझे नहीं पता था कि हम कहाँ जा रहे है? अब वहाँ पहुँचकर हम अन्दर चले गये और थोड़ी देर तक घूमने के बाद हम एक खाली सी जगह देखकर बैठ गये. दोस्तों वहाँ बहुत सारे कपल्स ही थे और वो लोग किसिंग कर रहे थे. अब में ये देखकर बहुत चौंक गया था और उत्तेजित भी हो गया था. फिर अचानक से मेरी गर्लफ्रेंड ने मुझे हग किया. फिर मैंने भी उसे माफ़ कर दिया और हम आधे घंटे तक एक दूसरे की बाहों में यू ही खड़े रहे. फिर मैंने उसे गले पर किस किया तो उसे करंट सा लगा. फिर उसने मुझसे बोला चलो कहीं और चलते है. फिर हमने एक सुनसान जगह देखी जहाँ हमें कोई ना देख सके और वहाँ चले गये. अब हमें परेशान करने वाला कोई नहीं था और अब हम वहाँ जाकर फिर से हग करके खड़े हो गये.
फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उसके गालों को अपने हाथों से पकड़ा और उसका सर चूमा. फिर धीरे से हमने किस करना स्टार्ट किया और फिर स्मूच करने लगे. मुझे किस्सिंग करना बहुत पसंद है. दोस्तों फिर हमारी जीभ भी एक्सचेंज होने लगी और हम किस में खो गये और हम बीच-बीच में सांस लेते और में उसके गले, गाल, कान को चूसता और वो मेरे गले, कान, गाल को चूसती. यह कुछ 1 घंटे तक चला और फिर में धीरे-धीरे अपने हाथ उसके टॉप के ऊपर से उसके बूब्स पर ले गया और उन्हें दबाया तो उसने कुछ नहीं कहा.
फिर मैंने अपना हाथ उसकी टॉप में डाल दिया और उसकी पीठ सहलाने लगा. अब उसे भी मज़ा आ रहा था और अब हम दोनों सेक्स के नशे में खो चुके थे. फिर कुछ देर के बाद उसने मुझे उसकी ब्रा खोलने के लिए कहा और फिर मैंने पीछे से उसकी ब्रा का हुक खोल दिया और सहलाने लगा और किस करने लगा. अब में अपने हाथ उसकी कमर के आस पास सहला रहा था कि तभी उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपने बूब्स पर रख दिया. अब मुझे उसके सॉफ्ट बूब्स का स्पर्श हुआ और उसके निप्पल कड़क हो चुके थे. अब में धीरे-धीरे उन्हें दबा रहा था और उसे मज़ा आ रहा था.
फिर मैंने धीरे से उसका टॉप ऊपर किया और उसके बूब्स पर किस किया. फिर क्या था? अब उसे भी मज़ा आने लगा था. और अब में भी उसके दोनों बूब्स को बारी-बारी से चूसने लगा, अब वो धीरे-धीरे मौन कर रही थी और मुझे किस कर रही थी. फिर काफ़ी देर तक उसके बूब्स चूसने के बाद उसके बूब्स लाल हो गये थे और निप्पल एकदम कड़क हो गये थे. फिर मैंने उसको किस करना चालू किया और उसकी जीन्स के ऊपर से उसकी चूत को सहलाना शुरू किया तो अब वो एकदम गर्म हो चुकी थी. अब मुझे उसकी जीन्स के ऊपर उसकी गर्म चूत महसूस हो रही थी और अब में तेज़-तेज़ उसे रगड़ रहा था. अब उसकी साँसे गर्म हो रही थी. फिर मैंने उसकी जीन्स का बटन खोल दिया तो वो कुछ नहीं बोली, अब हम धीरे-धीरे सेक्स के नशे में पूरी तरह से आ चुके थे.
अब बटन खोलने के बाद में अपना एक हाथ उसकी गांड पर ले गया और दबाने लगा. अब उसे मज़ा आ रहा था. फिर उसने मेरा हाथ पकड़ा और फिर से अपनी चूत पर रख दिया तो में फिर से उसकी चूत को सहलाने लगा. और अब तक मेरा लंड भी पूरा खड़ा हो चुका था और पानी छोड़ रहा था. अब उसको भी मेरा लंड महसूस हुआ और वो उसे मेरी पेंट के ऊपर से ही सहलाने लगी. अब मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था और मैंने उसकी जीन्स की चैन नीचे की, लेकिन उसकी जीन्स बहुत टाईट थी तो इसलिए वो नीचे नहीं हुई और अब हम ओपन में थे तो में नीचे उतारना भी नहीं चाहता था, वैसे हम जिस जगह खड़े थे, वहाँ हमें कोई नहीं देख सकता था, वो एक जंगल जैसा ही था. ख़ैर आगे मैंने अंदर हाथ डाला और उसकी पेंटी के ऊपर से उसकी चूत को रगड़ने लगा.
उसने फ्लेवर वाली पेंटी पहनी थी सो क्यूट, अब वो धीरे- धीरे मज़े में मौन कर रही थी. फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी पेंटी के अंदर डाला तो उसकी चूत बहुत गर्म थी और उसकी चूत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी और वो बुरी तरह से पानी छोड़ रही थी, उसकी चूत पर छोटे-छोटे बाल भी थे, जो उसने शेव नहीं किए थे. अब में धीरे-धीरे उसे रगड़ने लगा और उसे मज़ा आने लगा था.
फिर मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाली तो वो उछल पड़ी और बोली कि जानू उंगली अन्दर बाहर मत करना तो मैंने भी उसे ओके बोला और रब करने लगा. फिर जब उसको मज़ा आने लगा तो मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी और धीरे-धीरे अंदर बाहर करने लगा. वो पूरी तरह से वर्जिन थी और अब उसे हल्का-हल्का दर्द हो रहा था लेकिन थोड़ी देर के बाद उसको मज़ा आने लगा. फिर मैंने दो उंगली अन्दर डाल दी और उसे चोदने लगा. अब उसको मेरी उंगलियों से चुदने में मज़ा आ रहा था और वो आअहह जानू और आआआहह और करो आहह ऐसे बोल रही थी. फिर 15 मिनट तक फिंगरिंग करने के बाद वो झड़ गई और मुझसे लिपट गई, अब उसका सारा माल मेरे हाथ में आ गया और मैंने उसकी जीन्स का बटन लगा दिया.
अब हम सेक्स करना चाहते थे, लेकिन खुले में नहीं कर सकते थे. फिर अचानक से हमें सिक्यूरिटी गार्ड के आने की आवाज़ सुनाई दी और हम वहाँ से निकल गये, लेकिन मेरा लंड अभी खड़ा था और मेरे हाथ भी गंदे थे तो में हाथ धोने वॉशरूम में गया तो वॉशरूम खाली था और आस पास भी कोई नहीं था. फिर मेरी गर्लफ्रेंड अंदर आ गई और उसने मेरा लंड जो पहले से ही खड़ा था, वो बाहर निकाला और उसे सहलाने लगी, क्योंकि वो जानती थी कि में शांत नहीं हुआ हूँ. फिर काफ़ी देर तक मूठ मारने के बाद मेरा भी निकल गया और हम अपने कपड़े ठीक करके वहाँ से निकल गये. फिर रात को घर पहुँचकर हमने फोन पर भी सेक्स किया. अब वो चुदने के लिए बेताब हो रही थी और में भी उसको चोदने के लिए बेताब हो रहा था, लेकिन हमें कभी मौका नहीं मिला.
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ग्वालियर वाली भाभी की चुदाई

हैल्लो दोस्तों, यह मेरी पहली कहानी है. मेरा नाम राज है और मेरी उम्र 25 साल है लम्बाई 5.10 गठीला शरीर है. दोस्तों में उम्मीद करता हूँ कि मेरी यह कहानी आप सभी को जरुर अच्छी लगेगी और अब में सीधा अपनी आज की एक सच्ची कहानी पर आता हूँ. दोस्तों यह घटना तब की है जब में रायपुर में रहता था और में वहां पर अकेला ही एक कमरे में किराए से रहता था क्योंकि में उस समय अपने कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के लिए दूसरे शहर से आया था और उसी घर में एक फेमिली भी रहती थी जो ग्वेलियार से आई थी. उस फॅमिली में चार लोग थे. श्याम जिनकी उम्र 35 साल, उनकी पत्नी स्वाती जिनकी उम्र 30 साल, उनकी एक बेटी रानू 12 साल और एक बेटा नितेश जिसकी उम्र 10 साल थी.
श्याम कहीं बाहर नौकरी किया करते थे इसलिए वो घर पर दो तीन महीने में एक बार आता था और रानू से मेरी बहुत अच्छी जमने लगी थी और वो अक्सर मुझसे गणित के सवाल पूछा करती थी और फिर धीरे धीरे स्वाती भाभी भी मुझसे घुल मिल गयी थी. दोस्तों उनका क्या मस्त सेक्सी फिगर था. उनका साईज 36-32-38 था दूध की तरह उनका एकदम गोरा रंग, लम्बाई करीब 5.4 थी, लेकिन मैंने पहले कभी भी उनको कोई ग़लत नज़र से नहीं देखा.
फिर समय ऐसे ही बीतता गया और फिर 6 महीने हो गये. हम अक्सर साथ बाहर घूमने, फिल्म देखने, शॉपिंग के लिए जाया करते थे और रास्ते में मेरी कई बार बाहर के लोगों से बहस भी हो जाया करती थी क्योंकि वो लोग भाभी को घूरते हुये उनको गंदी गंदी नजरों से देखते थे और उनके लिए गंदी गंदी बातें करते जैसे क्या कि वाह क्या गांड है यार क्या एक बार चोदने? लगता है कि पकड़कर चोद दूँ और साली की चूत फाड़ दूँ.
हम रोज़ रात को खाने के बाद इधर उधर की बातें किया करते थे और वो मुझे अपनी समस्या बताती थी. जैसे कि उन्होंने मुझे एक दिन बताया कि उनके पति ने कोई दूसरी लड़की पटा रखी है इसलिए वो अक्सर घर पर कम ही आते है और वो सिर्फ़ पैसे भिजवा देते है और सिर्फ़ पैसे से तो सब कुछ नहीं होता उसके आलावा भी मुझे कुछ और की कभी जरूरत होती होगी ना? दोस्तों शायद वो मुझे उस समय ग्रीन सिग्नल देती, लेकिन मेरे मन में ऐसा कुछ नहीं था. एक दिन की बात है और में उनके रूम में उनके बच्चो से मिलने गया तो मैंने देखा कि वहां पर कोई नहीं था और उनके दोनों बच्चे कहीं बाहर खेलने गए हुए थे.
मैंने आवाज़ लगाई और अंदर वाले रूम की तरफ चला गया. तभी मेरे तो एकदम से होश उड़ गये., मुझे ऐसा लगा कि जैसे में किसी दूसरी दुनिया में हूँ और में जैसे कोई खुली आखों से सपना देख रहा हूँ क्योंकि भाभी ठीक मेरे सामने पूरी तरह नंगी खड़ी हुई थी और उनके बदन पर कोई भी कपड़ा नहीं था शायद वो अभी अभी बाथरूम से नहाकर बाहर आई थी और अपने पूरे मस्त गोरे शरीर पर लोशन लगा रही थी और फिर जैसे ही मैंने उनको देखा तो हम दोनों की नज़रे एक दूसरे से मिल गई और कुछ पल के लिए हम एक दूसरे को देखते रहे जैसे कि वो वक़्त वहीं पर रुक सा गया हो.
फिर भाभी अपने टावल से अपने मस्त गोल बूब्स को मुझसे छुपाती हुई मुझसे हड़बड़ाकर बोली कि राज तुम यहाँ पर कैसे? तो में उनसे सॉरी बोलते बोलते वहाँ से बाहर निकल गया, लेकिन दोस्तों अब उनको इस तरस से अचानक देखने पर मेरे मन में भाभी के लिए कुछ और ही था. में शाम तक अपने रूम में बैठकर सिर्फ़ उनके बूब्स जिसके निप्पल स्ट्रॉबरी की तरह हल्के गुलाबी रंग के थे. उनकी तड़पती हुई चूत के होंठ किसी गुलाब की पंखड़ियों की तरह कोमल थी और में अब उसी के बारे में सोचता रहा कि आखिर कैसे में उस बदन को अपनी बाहों में भरकर उनके बूब्स को चूसता रहूँ और चूत को चूमता रहूँ? यह सब सोचते सोचते मुझे करीब शाम के 7 बज गये थे.
तभी भाभी मेरे रूम पर आई और मेरा मन तो कर रहा था कि उन्हे यहीं पर पटककर पूरा नंगा कर दूँ और उनकी ब्रा, पेंटी को फाड़ दूँ और इतना चोदूं इतना चोदूं कि उनकी आज चूत ही फट जाए और उनकी गांड, चूत, मुहं सबको इतना जमकर चोदूं कि वो चुदते चुदते बैहोश हो जाए, लेकिन में अब सिर्फ दिखावे के लिए उनके सामने अपना सर झुकाकर खड़ा हुआ था. तो भाभी मुझसे बोली कि राज जो सब कुछ आज हुआ है तुम उसे भूल जाओ ऐसा कभी कभी गलती से हो जाता है और फिर वैसे भी यह बात तो सिर्फ हम दोनों के बीच में ही है. मुझे उनके मुहं से यह बात सुनकर लगा कि वो शायद मुझे सिग्नल दे रही और मेरा लंड एकदम से तनकर लंबा हो गया और में अब मौका देखकर उनसे बात करते करते उनके बहुत पास गया और मैंने उन्हे ज़ोर से अपनी बाहों में जकड़ लिया और उनके गुलाबी रस भरे होंठो को चूमने लगा, लेकिन तभी इतने में वो मुझे अपने से दूर करके बोली कि राज यह सब करना बहुत ग़लत है और फिर वो वहां से चली गई.
दोस्तों अब तो में प्लान करने लगा कि कैसे में उन्हे चोद सकता हूँ और फिर दो महीने बीतने के बाद सब कुछ पहले जैसा हो गया था. एक रात को में उनके घर पर बैठा हुआ था कि तभी वो मेरे पास कोल्डड्रिंक लेकर आई और अब हम चारों कोल्डड्रिंक पीने लगे, तभी भाभी उठकर किचन की तरफ पकोड़े लेने चली गई. फिर मैंने उनकी कोल्डड्रिंक में छुपकर थोड़ी सी विस्की मिला दी और वो वापस आकर उसे पीने लगी, लेकिन ना जाने क्यों उन्होंने उसे फिर से नीचे रख दिया.
में अब बहुत डर गया और मन ही मन सोचने लगा कि शायद भाभी ने उसे सूंघकर नीचे रख दिया है और वो अब सब कुछ समझ चुकी है. तभी कुछ देर के बाद दोनों बच्चे अपने रूम में जाकर सो गए और भाभी ने अब अपना कोल्डड्रिंक उठाया और एक सीप लिया. फिर भाभी को लगा कि जैसे उसमे कुछ मिला है और वो मुझसे कहने लगी कि इसका स्वाद कुछ कुछ कड़वा है, लेकिन मैंने उन्हे समझाया कि वो आपको इन पकोड़ो की वजह से ऐसा लग रहा है और वो अब पूरी कोल्डड्रिंक पी गयी और उन्हे कुछ देर बाद हल्का सा नशा हो गया. और में उन्हे एलबम दिखाने के बहाने से अपने रूम में ले गया. उनकी चाल में अब कुछ लड़खपन था.
फिर हम दोनों एलबम देखने लगे. फिर हमने वो विस्की वाली ड्रिंक पी, लेकिन इस बार विस्की कुछ ज्यादा थी. एक बार पहले पीने की वजह से उन्हे अब पता नहीं चला और वो थोड़ी नशे में थी. फिर मैंने उनको बिस्तर पर लेटा दिया और वो मुझसे बोली कि राज तुम यह क्या कर रहे हो? तो मैंने कहा कि चुपकर साली, में आज अभी तुझे चोदने वाला और फिर में उनके ऊपर बैठ गया और दोनों बूब्स को कपड़ों के ऊपर से ही दबाने लगा. दोस्तों वाह क्या मस्त मुलायम बूब्स थे.
मुझे तो उन्हे दबाने पर ऐसा लग रहा था कि जैसे वो कोई हवा का गुब्बारा था. उसने मुझे अपने से दूर करने की ना काम कोशिश की लेकिन वो नशे में थी इसलिए कोई ज्यादा फायदा नहीं हुआ और अब में कुत्ते की तरह उसके होंठ चाटने लगा और गाउन को उतारने की कोशिश करने लगा, लेकिन नहीं उतार पाया तो मैंने उसे फाड़ दिया और फिर उसके ऊपर लेट गया और चूमने लगा उधर भाभी मुझे गाली दे रही थी कि कुत्ते कमीने मुझे छोड़ दे, में तेरी भाभी हूँ मदारचोद, तू मेरे साथ ऐसा मत कर हरामी, मेरी जिंदगी बर्बाद मत कर भोसड़ीवाले छोड़ दे मुझे और अब ज़ोर ज़ोर से रोने लगी, लेकिन तब तक मैंने अपना लोवर उतार दिया और मेरा लंड उसके मुहं में डालकर उनके मुहं को चोदने लगा जिसकी वजह से उनकी आवाज बिल्कुल बाहर आनी बंद हो गई और फिर मैंने कहा कि ले कुतिया ले तू अब मेरा लंड खा और अब तू कैसे मुझे गाली देती है? में देखता हूँ.
फिर मैंने कुछ देर बाद लंड को बाहर निकालकर उसे उल्टा लेटा दिया और ब्रा का हुक खोलकर पेंटी को नीचे खींचकर उसकी मस्त गांड को दबाने लगा वाह क्या मस्त गांड थी बिल्कुल चिकनी और नरम जिसे छूकर मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे में हवा में बादलों से खेल रहा हूँ और फिर में उसके दोनों पैरों को फैलाकर पीछे से उनकी उभरी हुई, फूली हुई चूत को चाट रहा था और चूस रहा था, लेकिन जैसे ही मैंने चाटना शुरू किया तो मैंने देखा कि अब उनकी गालियाँ सिसकियों में बदल गई थी और वो अब ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी उह्ह्ह्हह्ह आईईईई और ज़ोर से और हाँ उफ्फ्फफ्फ्फ़ राज मुझे बहुत अच्छा लग रहा अह्ह्ह्हह वाह बहुत मस्त है उम्म्म्म तभी उसने अचानक से पलटकर मेरे लंड को पकड़ लिया और बोली कि राज यह क्या है इतना लंबा और मोटा लंड? ऐसा तो मैंने आज तक नहीं देखा है में तो मर जाउंगी इसे अंदर लेकर तो आज मेरी चूत फट जाएगी और राज प्लीज तुम इसे अंदर मत डालना प्लीज यह मेरे लिए बिल्कुल भी नहीं है.
में : तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो मेरी जान तुम्हे कुछ नहीं होगा और मेरे साथ बस तुम्हे तो मज़ा ही मज़ा आएगा.
भाभी : नहीं राज, मेरी फट जाएगी. मेरी चूत बहुत छोटी है वो पूरी फट जाएगी और मुझे बहुत दर्द होगा.
फिर में उठा और किचन से थोड़ा तेल लेकर आ गया. मैंने थोड़ा तेल अपने लंड पर लगाया और इधर में उनके दोनों पैरों को पूरा फैलाकर लंड को अब धीरे धीरे चूत के अंदर डालना शुरू किया और उधर उनका चीखना चिल्लाना शुरू हो गया. शायद वो बहुत दिनों से चुदवा नहीं रही थी इसलिए उनको दर्द और ज्यादा हो रहा था, जैसे जैसे में दबाव बनाकर लंड को अंदर डालता तो उनकी सांसे रुक सी जाती और वो अपनी कमर को पूरा उठाकर एक जगह स्थिर हो जाती.
भाभी : प्लीज राज अब और अंदर मत डालो उह्ह्ह्हह्ह मत डालो प्लीज मत डालो अईईईईइ में उईईईईई मर गई.
इधर मेरा लंड अब तक पूरा अंदर घुस चुका था और भाभी की आखों से आंसू बाहर निकल गए उन्होंने मुझे बहुत कसकर पकड़ा हुआ था, लेकिन दस मिनट बाद मैंने लंड को धीरे धीरे अंदर बाहर करना शुरू किया और तब तक भाभी का दर्द भी थोड़ा सा ठीक हो गया था और अब वो भी मेरे साथ अपनी चुदाई के मज़े लेने लगी और मुझसे कहने लगी हाँ राज और ज़ोर से चोदो हाँ और चोदो, आज महीनो बाद मेरी चूत ने किसी के लंड का स्वाद चखा है उह्ह्ह्हह्ह्ह्हह आज तुम अपने लंड को मेरी चूत में पूरा अंदर घुसा दो आईईईईइईई चोदो मुझे और जमकर चोदो मुझे अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह. दोस्तों फिर में करीब 15 मिनट की जबरदस्त चुदाई के बाद उनकी चूत के झड़ गया और वो भी इस बीच एक बार झड़ चुकी थी. फिर वो अपने फटे गाउन के साथ कल एक बार फिर से मुझसे चुदवाने का वादा करके अपने रूम में चली गयी और अब में उनको वैसे ही पड़ा पड़ा पूरी रात सोचता रहा और मुझे पता नहीं कब नींद आ गई.
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बॉयफ्रेंड ने मुझे जन्नत की सैर करवाई

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम पीहू शर्मा है और मेरे बॉयफ्रेंड का नाम कार्तिक है. दोस्तों मेरे फिगर का साईज 40-32-36 है और मेरा रंग बहुत गोरा, गोल चेहरा, बड़ी बड़ी आखें, गदराया हुआ बदन और में दिखने में कुछ ज्यादा अच्छी लगती हूँ. दोस्तों वैसे तो मुझे अपने मुहं से यह बात कभी नहीं कहनी चाहिए क्योंकि अपने मुहं अपनी तारीफ करना अच्छा नहीं होता, लेकिन में क्या करूं में हूँ ही एकदम सेक्सी माल? क्योंकि जबलपुर के 90% लड़के मुझ पर मरते है और मुझे लाईन मारते रहते है.
मेरे बॉयफ्रेंड के लंड का साईज 8 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है. दोस्तों मेरा बॉयफ्रेंड भी दिखने के साथ साथ चुदाई भी बहुत अच्छी तरह से करता है और वो जिस लड़की को एक बार चोदे वो लड़की उससे आराम से संतुष्ट हो जाती है, लेकिन में अब क्या करूं वो मेरा इतना बड़ा दीवाना है कि वो मेरे अलावा किसी को चोदना तो दूर की बात वो किसी लड़की को छेड़ता भी नहीं है, लेकिन हाँ मुझसे पहले उसकी एक गर्लफ्रेंड थी जिसे वो कई बार चोदता था और उसने मुझे बताया था कि उसने अपनी गर्लफ्रेंड को चोद चोदकर अपने लंड का गुलाम बना लिया था और अब वो उससे जैसा भी कहता है वो बीना ना करे वो काम करती है, लेकिन वो अब मुझसे कई बार मेरी चुदाई करते समय कहता है कि जितना मज़ा मुझे तुम्हे चोदने में आता है उतना किसी और को चोदने में नहीं आता क्योंकि में भी हर चुदाई में उसका पूरा पूरा साथ देती हूँ और उसके साथ साथ सेक्स का पूरा मज़ा लेती हूँ.
दोस्तों आज में आप सभी को अपने बॉयफ्रेंड के साथ अपने एक सबसे अच्छी चुदाई की बात बताने जा रही हूँ जिसको में आज तक नहीं भुला सकी, दोस्तों मैंने इसको आप सभी तक पहुँचाने में बहुत हिम्मत और बहुत मेहनत भी की है और में उम्मीद करती हूँ कि इसको पढ़कर आप सभी को मज़ा जरुर आएगा क्योंकि मैंने इससे पहले बहुत सारी सेक्सी कहानियाँ पढ़ी भी है और मैंने उसी तरह हर एक पोजीशन में अपनी चुदाई भी करवाई है और अब में आप सभी का ज्यादा समय खराब ना करते हुए अपनी आज की कहानी आप सभी को पूरी विस्तार से सुनाती हूँ.
दोस्तों यह बात आज से दो साल पहले की है जब में 10th क्लास में थी और सतना के एक प्राईवेट हॉस्टल में रहकर अपनी पढ़ाई कर रही थी. दोस्तों मेरा बॉयफ्रेंड मुझसे दो साल बड़ा है और में जबलपुर की रहने वाली हूँ और जब में हॉस्टल में रहती थी तो उस समय में उस जगह पर बिल्कुल नई थी और में पहली बार अपने घर और घर वालों से दूर रहने लगी मेरा वहां पर कुछ महीने गुजर जाने के बाद मन लगने लगा वरना में बहुत समय तक अपने आप को बहुत अकेला महसूस करती थी में बहुत सीधीसाधी लड़की थी क्योंकि उस समय मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं था. तो मेरे वहां पर रहने के बाद कुछ लड़के मुझे छेड़ने लगे और कार्तिक भी उन्ही लड़को का दोस्त था तो उसने उन्हे मेरे साथ ऐसा करने से साफ मना किया और मुझे उसका स्वभाव बहुत अच्छा लगा जिसकी वजह से में उसकी तरफ कुछ ज्यादा आकर्षित होने लगी और फिर धीरे धीरे हमारी बातें शुरू हो गयी.
फिर एक दिन उसने मेरा मूड अच्छा देखकर बहुत धीरे से मुझसे अपने प्यार का इजहार कर दिया और में भी अब उसे मन ही मन चाहने लगी थी फिर मैंने भी बिना कुछ सोचे समझे तुरंत हाँ कर दिया और अब मुझे वो बहुत अच्छा लगने लगा था. फिर हम पहली बार मिले, लेकिन जब हम बाहर मिले तो सिर्फ़ उसने मुझे हाथ पर पहला किस किया, लेकिन हम दोनों उस हमारी मुलाकात से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हुए.
अब अगली बार हम लोगो ने निर्णय लिया कि इस बार हम स्मूच और हग ज़रूर करेंगे और इस बार वो अपने एक दोस्त को कार में अपने साथ लेकर आया था. उसका दोस्त कार चला रहा था और अब हम दोनों पीछे बैठे हुए थे और अब मैंने हमने मेरा स्टोल पर्दे के तरीके से बीच में बाँध दिया ताकि उसका दोस्त हमे देख ना पाए और अब उसने मुझे किस करना शुरू किया, सबसे पहले उसने मुझे गाल पर, फिर गले पर और धीरे से उसने अपने होंठो को मेरे होंठो पर रख दिए तब हमारी बस किस शुरू हो गई थी और जब हम कुछ देर बाद अलग हुए तो मैंने उसकी तरफ देखकर मुस्कुरा दिया.
उसे लगा कि में तैयार हो गई हूँ इसलिए वो यह समझकर मुझे फिर से स्मूच करने लगा, लेकिन दोस्तों माशाअल्लाह क्या स्मूच करता है वो. मुझे तो उसके साथ मज़ा आ गया. अब उसने अपना एक हाथ मेरे टॉप के नीचे से डाला और मेरे बड़े ही मुलायम बूब्स पर रख दिया और फिर वो धीरे से मेरे बूब्स को दबाने लगा, लेकिन उसका हाथ अब तक मेरी ब्रा के ऊपर था और वो मज़े ले रहा था, लेकिन अब हमे समय बहुत हो चुका था और मुझे आगे का काम अधुरा छोड़कर अपने हॉस्टल जाना पड़ा और उसने मुझे मेरे हॉस्टल के कुछ दूरी तक अपनी कार से छोड़ दिया और में उससे बाय कहकर चली गई.
एक दिन उसके घर पर कोई नहीं था और उसके सभी घर वाले किसी काम से बाहर गए हुए थे और वो अपने घर पर बिल्कुल अकेला था और फिर उसने मुझे उसके घर बुलाया तो में अपने हॉस्टल से एक अच्छा सा बहाना बनाकर छुट्टी लेकर उसके घर पर चली गई और उस दिन मैंने बिना बाह का एक गहरे गले का बिल्कुल टाईट टॉप पहना हुआ था और एक बहुत अच्छी स्टाल की टाईट जींस पहनी हुई थी. में उनमे बहुत सेक्सी दिख रही थी.
फिर जब में उसके घर पर पहुंची तो उसने मेरे एक बार घंटी बजाते ही तुरंत दरवाजा खोल दिया और जैसे वो मेरा इंतजार कर रहा था या फिर उसको मेरे बदन की खुशबू आ गई और मैंने अंदर जाकर देखा कि उसने पूरे घर में बिल्कुल अंधेरा कर रखा था और लेपटॉप में हमारी पसंद के गाने चल रहे थे और उसके रूम में दो मोमबत्तियां जल रही थी. तभी अचानक से उसने मेरा एक हाथ पकड़ा और मुझे अपने रूम में ले गया और जब मैंने उससे पीने को पानी माँगा तो उसने मुझे पानी लाकर पिलाया. और फिर ग्लास को एक तरफ रखकर वो मेरे कान में बोला कि आज तुम बहुत सेक्सी लग रही हो, क्या में आज तुमको चोद सकता हूँ.
में उसके मुहं से यह बात सुनकर शरमा गई और उसने मुझे बहुत बहुत जमकर हग किया और लिप लॉक किया. फिर वो मुझे अपनी गोद में उठाकर बेड की तरफ ले गया और उसने मुझे बेड पर लेटा दिया. फिर वो मेरे ऊपर आ गया और तेज तेज स्मूच करने लगा. में उसके बाल पकड़कर उसका पूरा पूरा साथ देने लगी. फिर उसने मेरी गर्दन पर, गाल पर, सर पर, आखों पर, किस किया और अब उसने मेरा टॉप उतार दिया और पेट पर किस किया. उसका एक हाथ अब मेरे बूब्स पर था और वो बोला कि वाउ यार यह मुझे बहुत अच्छे लगे. फिर उसने मेरी ब्रा को उतार दिया और दूर फेंक दिया और अब वो मेरे बूब्स को बहुत ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और में मोन करने लगी आउम्म उह्ह्ह्ह अहह्ह्ह बेबी थोड़ा धीरे अह्ह्ह्ह की आवाज़ निकाल रही थी.
फिर वो मेरे बूब्स के निप्पल अपने मुहं में लेकर चूसने लगा और अपने एक हाथ से मेरे दूसरे बूब्स को दबाने लगा. वो दोनों बूब्स के साथ एक एक करके ऐसा बहुत देर तक करता रहा और में उसके बालों को पकड़कर उसके सर को अपनी छाती पर दबाते हुए उससे बोली कि हाँ अह्ह्ह्हह उह्ह्हह्ह बेबी खा जाओ इन्हे यह आपके ही है उम्म मुझे बहुत मज़ा आ रहा है और तेज जानू, चूस लो पी लो इनका सारा दूध और अब उसे ऐसा करने से भी बहुत मज़ा आने लगा था और करीब बीस मिनट तक वो लगातार मेरे बूब्स को कभी चूसता तो कभी दबाता रहा. उसने मेरे दोनों बूब्स को एकदम लाल कर दिया था.
फिर वो उठकर खड़ा हुआ और उसने मेरी पेंट को खोल दिया और उसने मेरे कपड़े खोलने के ठीक बाद तुरंत अपना भी लोवर उतार दिया. उसका लंड तनकर खड़ा था और उसका ठीक ठीक आकार बाहर से ही उसे समझ आ गया और वो देखकर एकदम दंग रह गई और फिर वो मुझे बोली कि यह तो कितना लंबा और मोटा है यह अंदर कैसे जाएगा? तो में उससे बोला कि तुम बस अब देखती जाओ यह कितने आराम से फिसलता हुआ तुम्हारे अंदर जाएगा कि तुम्हे दर्द का अंदाजा भी नहीं होगा.
फिर उसने अपनी अंडरवियर और मेरी पेंटी को भी उतार दिया और जब मैंने उसके लंड को पहली बार अपनी आखों के सामने देखा तो में मन ही मन बहुत डर गई और सोचने लगी कि आज मेरी चूत जरुर इस लंड से चुदने के बाद किसी लंड का सपना देखना भूल जाएगी और फिर मैंने सोचा कि अब जो भी होगा देखा जाएगा, सब कुछ में भगवान के ऊपर छोड़कर उससे चुदने के लिए तैयार हो गई, लेकिन अब भी मेरे मन में थोड़ा थोड़ा डर जरुर था, लेकिन में सेक्स में आगे बढ़कर उसे भूलने की कोशिश करने लगी.
अब मैंने उसकी शर्ट को खोल दिया और हम दोनों बिल्कुल नंगे एक दूसरे से चिपके हुए थे और कुछ देर बाद वो मेरी चूत चाटने लगा और मुझे उसकी गरम जीभ से अपनी चूत को साफ करवाने और उससे चटवाने में बहुत मज़ा आ रहा था क्योंकि यह सब मेरे साथ आज पहली बार हो रहा था और में भी उस सेक्स का पूरा पूरा मज़ा उसके साथ ले रही थी. फिर उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपने मोटे, लम्बे, गरम लंड पर रख दिया मैंने उसे छूकर महसूस किया कि उसका लंड बिल्कुल रबर की तरह मुलायम है और बहुत मोटा था. उसको अपने हाथ में लेकर उसके सही सही आकार और ताकत का अंदाजा लगा लिया था. उसके बाद मुझे मन ही मन पता चल गया था कि आज मुझे इस लंड से चुदाई करवाने में दर्द के साथ साथ मज़ा भी बहुत आएगा.
फिर हम 69 की पोज़िशन में आ गये और वो मेरी चूत को पागलों की तरह चूस रहा था और चाट रहा था. में भी उसका लंड अपने मुहं में लेकर किसी भूकी शेरनी की तरह टूट पड़ी और 15 मिनट तक हम लगातार एक दूसरे के लंड और चूत को पागलों की तरह चूस रहे थे, लेकिन तभी में झड़ गई और उसने मेरी चूत का पूरा पानी पी लिया और मेरी चूत को बहुत अच्छी तरह अपनी जीभ से चाट चाटकर बिल्कुल पहले से भी ज्यादा चमका दिया था और फिर थोड़ी देर के बाद वो भी झड़ गया और में उसके लंड से निकला गरम गरम लावा पूरा गटक गई और मैंने भी उसके लंड को चाटकर साफ कर दिया.
फिर हम दोनों कुछ देर एकदम सीधे लट गए वो अपने एक हाथ से कभी मेरे बूब्स को सहलाता तो कभी मेरी चूत में अपनी एक ऊँगली को अंदर बाहर करता, जिसकी वजह से में बहुत ही कम समय में एक बार फिर से गरम हो गई. अब में उससे बोली कि प्लीज मुझे अब और मत तरसाओ, प्लीज अब डाल भी दो इसे मेरे अंदर, में बहुत तड़प रही हूँ आपसे चुदवाने के लिए. वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर तुरंत उठा और मेरे ऊपर आ गया और फिर उसने अपने लंड को मेरी चूत के मुहं पर सेट किया और एक ज़ोर का झटका लगाया. जिसकी वजह से उसका लंड मेरी प्यारी सी चूत में दो इंच अंदर जा चुका था और मेरे मुहं से एकदम ज़ोर से चीखने की आवाज बार निकली.
फिर दूसरे झटके के बाद उसका पूरा का पूरा लंड मेरी अब तक वर्जिन चूत के अंदर चला गया, जिसकी वजह से मुझे बहुत बहुत दर्द हो रहा था और मेरी चूत में अंदर की तरफ मुझे कुछ जलने घिसने जैसी जलन महसूस हो रही थी, क्योंकि वो सब मेरा होना भी था, क्योंकि उसके लंड की मोटाई और लम्बाई कुछ ज्यादा ही थी और उस लंड ने मेरी चूत को बिल्कुल आखिर तक धक्के दे देकर उसमे दर्द पैदा कर दिया था, जिसको अब सहना मेरे लिए बहुत मुश्किल था और ज़ोर ज़ोर से चीखने चिल्लाने लगी और उससे लंड को बाहर निकालने के लिए कहने लगी.
अब उसने मुझे बिना सुने स्मूच करना शुरू कर दिया और अब वो एक के बाद एक लगातार ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा और में अपने चीखने की आवाज को अपने अंदर दबाकर रोती रही और उस असहनीए दर्द से तड़पती रही, लेकिन उसके कुछ देर बाद मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था और में अब उसके लंड को अपनी चूत में अंदर तक लेने लगी और अब में अपने चूतड़ को उठा उठाकर उस लंड को पूरा अंदर लेने की कोशिश करने लगी और उसका पूरा पूरा साथ देने लगी और उसके लंड को करीब दस मिनट तक झेलने के बाद हम दोनों एक एक करके झड़ गये और उसने पूरा वीर्य मेरी चूत के अंदर डाल दिया.
फिर वो करीब 10-15 मिनट तक मेरे ऊपर थककर लेटा रहा और फिर हम उठकर तैयार हो गए और वो मेरे लिए कॉफी बनाकर लाया तो हमने साथ बैठकर कॉफी पी और ढेर सारी बातें की. फिर में अपने हॉस्टल में वापस चली गई और उसने मुझे अपनी कार से वहां तक छोड़ दिया. दोस्तों में उससे अभी तक करीब 40-45 बार चुद चुकी हूँ और करीब 10-15 बार वो मेरी गांड भी मार चुका है. मैंने उसके लंड से चुदकर बहुत मज़े किए और उसने मुझे पहली बार में ही अपने लंड से अपनी चुदाई करवाने के लिए मजबूर कर दिया था. में उसकी चुदाई से बहुत खुश थी क्योंकि वो बहुत लंबे समय तक बहुत आराम आराम से चोदकर मुझे हर बार संतुष्ट करता था. दोस्तों यह थी मेरी सबसे पहली चुदाई की कहानी और उसके बाद मैंने उसके साथ बहुत बार सेक्स किया और बहुत मज़े किए.
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सुमन को चोदा उसके ही घर में

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम हैरी है और उम्र 25 साल, हाईट 5 फुट 10 इंच और मेरे लंड का साईज 8 इंच लम्बा है, में एक कंप्यूटर इंजीनियर हूँ और जॉब करता हूँ. में भुवनेश्वर उड़ीसा का रहने वाला हूँ और में एक पंजाबी फेमिली से हूँ. दोस्तों मैंने भी सोचा कि में भी अपनी एक सच्ची घटना आप सब के साथ शेयर करूँ. मुझे उम्मीद है कि आप सबको मेरी यह कहानी जरुर पसंद आयेगी. अब में आपका ज्याद टाईम ख़राब ना करते हुए सीधा कहानी पर आता हूँ.
ये बात 3 महीने पहले की है. ये कहानी मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड सुमन की है वो एक स्कूल में टीचर है. में उससे रोज बात करता हूँ, और हमारे बीच फ़ोन सेक्स भी होता था, लेकिन कभी रियल सेक्स का मौका ही नहीं मिलता था, क्योंकि जहाँ हम रहते है वहाँ सब होटल में हमारी पहचान थी. फिर एक दिन रविवार का दिन था और में अपने कंप्यूटर पर स्टोरी पढ़ रहा था, तभी सुमन का कॉल आया.
सुमन – क्या करे हो?
में – कुछ नहीं घर पर ही हूँ.
सुमन – हमसे मिलने आओंगे क्या? आज बहुत मन हो रहा है.
में – कहाँ मिलना है? और कब?
सुमन – मेरे घर पर आज कोई नहीं है और में बिल्कुल अकेली हूँ. पापा और मम्मी दीदी के घर गये है और वो शाम को आयेंगे, अभी 10 बज रहे है, तुम 11 बजे तक घर आ जाओंगे क्या?
में – ठीक है, लेकिन तुम तो कॉलोनी में रहती तो हमें किसी ने देख लिया तो क्या करेगें?
सुमन – कुछ नहीं होगा, तुम अपनी कार को मेरे घर के सामने पार्क करना और सीधा अंदर आ जाना. में दरवाजा खुला रखूंगी.
में – ओके, में आता हूँ.
फिर में तुरंत तैयार हुआ और अपनी कार लेकर निकल गया. सुमन का घर मेरे घर से 5 किलोमीटर की दूरी पर था. फिर मुझे जाते-जाते याद आया कि मैंने कंडोम तो लिया ही नहीं है.
फिर मैंने एक दवाइयों की दुकान से कंडोम लिया और उसके घर चला गया और फिर कार को पार्क किया और सीधा उसके घर में अंदर घुस गया. फिर उसके घर में जाते ही सुमन ने एक स्माइल दी और दरवाजा बंद कर दिया और वो मेरे गले लग गई वो क्या दिख रही थी? वो लाल कलर की स्कर्ट और सफ़ेद कलर की टी-शर्ट पहने हुए थी और उसका फिगर 36-30-36 साईज का है. फिर सुमन मुझे अपने रूम में लेकर गई और ए.सी चालू किया और मुझे बैठने को कहा.
फिर वो मेरे लिए सॉफ्ट ड्रिंक लेकर आई और मैंने पिया. अब जब में पी रहा था तो सुमन मेरी जांघो को सहला रही थी. फिर मैंने सॉफ्ट ड्रिंक पीते ही उसको किस करना शुरू किया और वो किस हमारे बीच 15 मिनट तक चली और साथ ही साथ मैंने उसके बूब्स को भी दबाना शुरू किया. अब उसके मुँह से आहह आह्ह्ह की आवाज़ निकल रही थी. फिर मैंने किस करते-करते उसकी टी-शर्ट को उतार दिया और उसने अंदर कुछ नहीं पहना हुआ था. फिर मेरे पूछने पर बताया कि उसने मेरे लिए कुछ नहीं पहना था.
फिर उसने मेरी शर्ट उतारी और उसकी स्कर्ट को भी उतार दिया, दोस्तों क्या बताऊँ? वो क्या दिख रही थी? उसके बड़े-बड़े बूब्स और उसकी गांड क्या लग रही थी? अब में और हैरान रह गया, क्योंकि उसने अपनी चूत को शेव किया था. फिर मैंने उसे बेड पर लेटाया और उसको किस करने लगा और साथ ही साथ अपने एक हाथ से सुमन के बूब्स और अपने दूसरे हाथ से उसकी चूत को सहलाने लगा.
अब वो भी पागलों की तरह मुझे किस कर रही थी और आवाज़ निकाल रही थी आआआआआ मज़ा आ रहा है ऊऊऊऊऊऊउऊहह और करो, और करो, बोले जा रही थी. फिर मैंने अपने कपड़े उतार दिए और फिर हम दोनों पूरी तरह से नंगे हो गये. फिर में सुमन की चूत की तरफ गया और उसकी चूत को चाटने लगा और उसमे उंगली करने लगा. अब में सुमन की चूत को और जोर से चूस रहा था और वो अपने हाथ से मेरे सिर को अपनी चूत पर दबा रही थी. अब मेरा तो लंड लोहा हो गया था.
फिर हम 69 की पोजिशन में आ गये और वो मेरा लंड देखकर बोली कि तुम्हारा लंड कितना बड़ा है? मैंने कहा कि तुम्हें देखकर ये आज कुछ ज्यादा ही टाईट हो रहा है. अब सुमन ने मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया और वो पागलों की तरह मेरे लंड को चूस रही थी और में सुमन की चूत को अपनी जीभ से चोद रहा था. फिर 20 मिनट के बाद वो झड़ गयी और मैंने उसका सारा पानी पी लिया, क्या टेस्ट था, दोस्तों मज़ा आ गया?
फिर 10 मिनट के बाद में भी झड़ गया और उसने मेरा सारा पानी पी लिया और अपनी जीभ से मेरे लंड को साफ कर दिया. उसके बाद हम एक दूसरे को किस करने लगे और सुमन ने मेरा लंड फिर से चूसना शुरू किया तो अब मेरा लंड 10 मिनट में फिर से तैयार हो गया था. फिर में उसके दोनों पैरो के बीच में आ गया और अपने लंड को सुमन की चूत के सामने लगाकर एक हल्का सा धक्का दिया तो वो छटपटा गई और उसकी आँखों में से पानी निकलने लगा.
अब सुमन ने मुझे जोर से पकड़ लिया और में कुछ मिनट तक वैसा ही रहा और फिर एक जोर का धक्का दिया तो अब मेरा आधे से भी ज्यादा लंड उसकी चूत के अंदर चल गया और वो चिल्लाने लगी और प्लीज प्लीज निकालो इसे, बहुत दर्द हो रहा है बोल रही थी, लेकिन मैंने उसकी एक नहीं सुनी और एक और धक्का दिया तो मेरा पूरा का पूरा लंड सुमन की चूत में पूरा घुस गया. अब वो रो रही थी तो मैंने बोला कि बाबू बस दो मिनट की बात है, फिर तुम्हें भी मज़ा आयेगा.
फिर 15 मिनट के बाद उसका दर्द कम हुआ और सुमन हहुउऊुउउम्म्म्ममम और जोर से, हमम्म्म में मर गई, आआआम्ममम की आवाज़ निकाल रही थी और अब पूरे कमरे में बस फच-फच आआआअहहुउऊउउ की आवाज़ आ रही थी और सुमन को इतना मज़ा आ रहा था कि अब वो अपनी गांड उठा उठाकर मेरा साथ देने लगी थी. अब में भी उसको चोदता रहा और साथ ही साथ अब में उसके बूब्स को भी दबाता रहा.
फिर सुमन 25 मिनट के बाद फिर से झड़ गयी और अब में भी झड़ने वाला था तो मैंने उससे कहा कि में भी झड़ने वाला हूँ. तो उसने कहा कि अन्दर मत झड़ना में तुम्हारा पानी अपने मुँह में लेना चाहती हूँ तो मैंने अपना लंड सुमन की चूत में से बाहर निकाला तो मैंने देखा कि मेरे लंड पर खून लगा था और बेडशीट पर भी खून ही खून था.
फिर सुमन ने मेरा लंड अपने मुँह में लिया और उसको चूसने लगी और मेरा सारा पानी सुमन ने पी लिया. फिर में सुमन के ऊपर ही सो गया और फिर कुछ देर के बाद मैंने टाईम देखा तो 2 बज रहे थे और उसके पापा और मम्मी 3 बजे तक आने वाले थे तो मैंने सुमन से कहा कि अब में तुम्हारी गांड मारना चाहता हूँ. उसने मना कर दिया कि आज नहीं, लेकिन अगली बार ज़रूर मारना. शायद सुमन को बहुत दर्द हो रहा था.
फिर हमने अपने कपड़े पहने और मैंने उससे कहा कि अब कब मिलोगी? तो उसने कहा कि जैसे ही मौका मिलेगा में तुम्हें बता दूंगी. फिर में सुमन को किस करके घर वापस आ गया.
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