गावं की पुलिस वाली भाभी को चोदा

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राज है और में पंजाब से हूँ, मेरी उम्र 28 साल है और हाईट 5 फुट 6 इंच और सरकारी जॉब करता हूँ. मेरी इस साईट पर ये पहली कहानी है तो अगर कोई गलती हो जाए तो मुझे माफ़ कर देना. अब में आपका समय ज्यादा ख़राब ना करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ. दासुया चुनाव में मेरी ड्यूटी लग गई, हमें दासुया से 15 किलोमीटर दूर सरकारी गाड़ी में एक गावं में चुनाव के एक दिन पहले जाना था तो मैंने ऑफिसर से बात की में अपनी बाईक पर आ जाता हूँ तो वो मान गया. फिर मैंने बाईक ली और एक घंटे बाद हम अपने स्टेशन पर पहुँच गये.
अब सारा सामान सेट करने के बाद जब में बाहर निकला तो में हैरान हो गया, क्योंकि बाहर जो 2 लेडी कॉन्स्टेबल थी, वो दोनों मेरे गावं की ही थी और एक तो मेरे दोस्त की बीवी थी और दूसरी बड़ी सेक्सी लेडी थी और वो मेरी ड्रीम गर्ल थी. जब भी में गावं में उसे देखता तो उसे चोदने का मन करता और उसे भी पता था कि में उसे प्यार भरी नज़रों से देखता हूँ, लेकिन कभी बात नहीं हो पाई. वो बड़ी मस्त हॉट भाभी थी और उसका नाम नेहा था, पर्फेक्ट फिगर साईज और मस्त पंजाबी माल थी, वो किसी के भी मन में शैतान जगा सकती थी. फिर जैसे ही में बाहर निकला तो मेरे दोस्त की बीवी ने मुझे बुलाया और वो मुझे देखकर खुश हो गई कि मेरी भी ड्यूटी वहीं पर है. फिर उसने मेरी ड्रीम गर्ल नेहा को बताया कि में उनके गावं का हूँ. फिर वो बोली कि अच्छा, इन्हें कभी देखा तो नहीं और उसने चुपके से सेक्सी नज़रों से मुझे देखा.
फिर मेरी ज़ुबान से अचानक निकला कि में तो आपको हर रोज देखता हूँ, यह सुनकर वो दोनों हंस पड़ी. फिर शाम को मेरे ऑफिसर ने मुझे घर जाने की अनुमति दे दी, मेरे दोस्त की बीवी अपने क़िसी रिश्तेदार के यहाँ जाने वाली थी तो भाभी ने नेहा से कहा कि वो मेरे साथ चली जाए तो मेरे मन में लड्डू फूट रहे थे, लेकिन पहले तो वो मना कर रही थी. फिर उसने अपने ससुर को फोन किया और उसके ससुर ने मुझसे कहा कि घर में कोई नहीं है तो तुम ही नेहा को साथ ले आना, क्योंकि गावं में मुझे एक अच्छा इंसान माना जाता है तो वो मान गई. नेहा जब अपनी यूनिफॉर्म उतार कर काला सलवार सूट डाल कर आई तो मेरे लंड का बुरा हाल हो गया. अब हम अपने गावं की और चल पड़े. फिर मैंने जानबूझ कर लंबा रास्ता लिया और एक पंचर की दूकान पर अपनी बाईक के अगले टायर में हवा भी ज्यादा करवा ली ताकि ज़्यादा झटके लगे. उस गावं से निकलते ही पहले हमने नॉर्मल बातें की.
फिर मैंने कहा कि आपका पति बहुत लकी है, जिसे एक सुंदर जॉब वाली लड़की मिली है. फिर वो बोली कि फौज की नौकरी भी कोई नौकरी है, जॉब तो आपकी है, हर रोज घर जाकर अपनी पत्नी से तो मिल सकते हो तो मैंने कहा कि इसलिए तो मुझे आप जैसी पत्नी चाहिए, अभी तो में बिना शादीशुदा हूँ. फिर वो बोली कि वो भी मिल जायेगी. अब वो भी मुझसे खुल चुकी थी. फिर उसने मुझसे सीधे ही पूछा कि तुम मुझे हर रोज घूरकर क्यों देखते हो? तो मैंने झट से कहा कि आप हो ही इतनी सेक्सी. यह सुनकर उसने मुझे धीरे से मारा और कहा कि तुम बड़े बेशर्म हो. उसका चेहरा लाल हो गया और वो मुझसे चिपक गई. अब में उसकी गर्म साँसे अपने कानों पर महसूस कर रहा था, तब वो बोली कि तुमने शादी क्यों नहीं की? तो मैंने एक तीर और छोड़ा और बोला कि मुझे आप जैसी सुंदर जॉब वाली लड़की नहीं मिली.
फिर वो मेरे और पास आ गई और बोली कि तुम तो मेरे पीछे ही पड़ गये हो. फिर मैंने कहा कि तुमने पीछे पड़ने ही कब दिया? यह सुनकर उसने मुझे एक चिमटी काटी और कहा कि तुम बड़े बदमाश हो. फिर मैंने कहा कि तुम्हें देखकर तो कोई भी बदमाश बन जाए और मैंने अपना लेफ्ट हाथ घुमाया और उसकी जांघ पर रख दिया तो वो झट से बोली कि प्लीज बाईक ठीक से चलाओ तो में थोड़ा डर गया और बाईक चलाने लगा. में 10 मिनट तक चुपचाप बाईक चलाता रहा और बारिश भी आने वाली थी और शाम का अंधेरा भी होने लगा था और अभी हमें 16-17 किलोमीटर जाना था. फिर थोड़ी देर के बाद वो बोली कि प्लीज राज कोई बात करो ना तो मैंने बोला कि में जो बातें में करता हूँ, वो तो तुम्हें अच्छी नहीं लगती तो क्या बात करूँ? फिर वो बोली कि प्लीज जैसे तुम्हें आती है वैसे ही करो, लेकिन प्लीज करो ना, में बोर हो रही हूँ.
कुछ ही देर में काफ़ी हवा चलने लगी और थोड़ी-थोड़ी बारिश भी होने लगी थी. अब मुझे बाईक चलाने में भी दिक्कत हो रही थी और ठंड की वजह से वो मुझसे और चिपक गई और बोली कि प्लीज किसी जगह पर रुक जाओ नहीं तो हम बीमार पड़ जायेंगे. फिर मैंने बाईक को रास्ते के एक साईड पर लगा दिया, पास में ही एक मोटर का कमरा था, जो बंद था और अब बारिश भी बहुत तेज हो रही थी और भीगने की वजह से उसका काला सूट और सलवार उसके गोरे जिस्म से काफ़ी चिपक चुका था और वो बड़ी सेक्सी लग रही थी और उसका गोरा बदन पतले सूट और सलवार की वजह से साफ दिखाई दे रहा था. उसकी सलवार उसकी गोरी गांड में घुसी हुई थी, जो अब मुझे पागल कर रही थी और ऊपर से बारिश की बूंदे उसके सेक्सी जिस्म से टपक रही थी. जिसकी वजह से मेरे अंदर शैतान जाग रहा था कि बेटा मौका देखकर चौका मार ले, यही वक्त है. हम दोनों दिवार का सहारा लेकर खड़े थे, उधर मेरा लंड सँभलने का नाम ही नहीं ले रहा था, वो भी उस टेंट को चोरी- चोरी नजरों से निहार रही थी.
फिर वो मेरी तरफ़ पीठ करके खड़ी हो गई, लेकिन अब में थोड़ा आगे बड़ा और उसके साथ चिपक गया तो ठंड और मजबूरी की वजह से वो कुछ नहीं बोली और अब मेरा लंड उसकी गांड के होल को टच कर रहा था. उसे पहले तो अजीब लगा, लेकिन ठंड की वजह से वो नहीं हिली तो अब मेरी हिम्मत बढ़ गई कि जो होगा देखा जायेगा और में पूरा उसके साथ चिपक गया. अब मेरा लंड उसकी गांड के छेद को महसूस कर रहा था और में उसकी गांड की हलचल अपने लंड पर महसूस कर रहा था.
फिर मैंने हिम्मत करके अपना हाथ उसके पेट पर रख दिया तो वो डर से कांपने लगी और बोली कि क्या कर रहे हो? फिर मैंने कहा कि एक कीड़ा था तो उसे हटा रहा था. फिर वो हँसते हुए बोली कि कीड़ा यहाँ नहीं तुम्हारे दिमाग़ में है और दूसरा कीड़ा तो मेरी गांड में घुसे जा रहा है. यह सुनकर तो में पागल हो गया और उसकी गर्दन को और पीठ को चूमने लगा और उसके बूब्स को दबाने लगा तो वो भी तिलमिलाने लगी और उखड़ी-उखड़ी सांसो में बोली कि कोई देख लेगा.
फिर मैंने कहा कि इस सुनसान जगह पर कौन आयेगा? फिर वो भी मुझसे लिपट गई और कान में बोली कि तेरी तो आज लॉटरी लग गई. अब यह सुनते ही में तो पागल हो गया. फिर मैंने झट से उसकी सलवार का नाड़ा और पेंटी नीचे कर दी. फिर में थोड़ा झुका और अपने होंठो को उसकी गर्म गीली और चिकनी चूत पर लगाकर किस करने लगा तो वो तिलमिलाने लगी और बोली कि प्लीज ऐसा मत करो, मुझसे सहन नहीं होता, में मर जाउंगी, मेरे पति ने मुझे कभी भी नीचे किस नहीं किया.
फिर में बोला कि वो तो पागल है, जिसने इस अमृत को नहीं पिया. उसकी सांसे फूलने लगी और अब वो मस्ती में ठीक से खड़ी भी नहीं हो पा रही थी, लेकिन मैंने उसकी एक ना सुनी और उसकी चूत को तेज़ी से चाटने लगा और में बहुत जल्दी में था तो एक दो बार मेरे दांत भी उसकी चूत पर लग गये थे.
अब वो दर्द और मज़े से सिसकियाँ ले रही थी और बोली कि साले हवसी खा जायेगा क्या इसे? अब वो इतनी गर्म हो गई थी कि वो मेरे मुँह पर ही झड़ गई. उसने मेरे सर को अपनी टांगो में इतनी ज़ोर से जकड़ लिया कि अब मुझे सांस लेने में भी दिक्कत आ रही थी. फिर में उठा और उसे लिप किस करने लगा. फिर वो बोली कि मेरे पति ने कभी ऐसे उसकी चूत नहीं चाटी थी. फिर जब मैंने उसे मेरे लंड को चूसने को कहा तो उसने मना कर दिया. इस पर मुझे काफ़ी गुस्सा आया, लेकिन में कुछ नहीं बोला तो वो समझ गई और उसने मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर जैसे ही किस किया तो मुझे एक अजीब सा सुख मिला और लगा कि मेरे शरीर का सारा खून मेरे लंड में आ गया है. अब मुझसे सहन नहीं हुआ तो मुझे लगा कि कहीं में गेम से पहले ही डिसचार्ज ना हो जाऊं. फिर मैंने उसे पेड़ के सटाकर गोदी में लेकर डॉगी स्टाईल में किया और एक हाथ उसकी पीठ पर रखकर उसे नीचे की तरफ किया तो उसकी गांड और बड़ी हो गई और उसकी गांड का गुलाबी छेद और बड़ा हो गया.
अब पानी की बूंदे उसके चूतड़ो पर गिर रही थी, जिसे में पागलों की तरह चाट रहा था और वो भी पागलों की तरह चिल्लने लगी, डाल दो प्लीज राज. फिर मैंने बोला कि बताओ लॉटरी किसकी लगी? तो वो बोली दोनों की, लेकिन प्लीज डाल दो, अब सहन नहीं होता है. फिर मैंने उसे बिना बैठाये ही एक ज़ोर का झटका मारा और मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुस गया और उसका सर पेड़ से जाकर टकरा गया, जिससे वो मुझे गालियां देने लगी. वो दर्द से चीख उठी तो मैंने उसे सॉरी बोला. फिर मैंने धीरे- धीरे झटके मारने शुरू किए और वो भी मेरा साथ दे रही थी. फिर में उसके बाल पकड़कर ज़ोर-ज़ोर से झटके मारने लगा और वो दर्द से चिल्ला उठी और बोली कि तुने तो मुझे सचमुच की घोड़ी समझ लिया है.
फिर मैंने अपनी स्पीड और तेज कर दी और साथ में ही एक उंगली उसकी गांड में डाल दी तो वो दर्द से चिल्ला उठी, हुईईई प्लीज इसे बाहर निकाल दो, बहुत दर्द हो रहा है, मेरे पति ने कभी ऐसा सेक्स नहीं किया, जैसा तुम कर रहे हो. फिर मैंने अपने लंड को बाहर निकालकर फिर से अंदर डाल दिया, जिससे उसे भी मज़ा आने लगा था. फिर मेरा लंड फिसलकर उसकी गीली गांड में जा लगा तो उसके मुँह से एक जोर की चीख निकल गई और उसे चक्कर भी आ गया और मुझे भी लगा कि मैंने अपना लंड उसकी कुंवारी गांड में डाल दिया है और मेरा लंड उसकी गांड में फंस गया था. फिर में उसके बूब्स और चूतड़ को सहलाने लगा और वो फिर से गर्म हो गई थी. फिर मैंने बोला कि लंड गांड से तब ही निकलेगा, जब मेरा काम हो जायेगा तो वो बोली कि गांडू यह बोल कि तुझे मेरी गांड भी मारनी है.
फिर में पहले धीरे-धीरे फिर ज़ोर-जोर से शॉट मारने लगा और वो भी ज़ोर-ज़ोर से उछल-उछलकर गांड हिलाकर मज़े ले रही थी, लेकिन उसकी गांड बहुत टाईट थी. फिर में 3-4 शॉट लगाकर उसकी गांड में ही झड़ गया. फिर वो बोली कि शुक्र है कि तुमसे छुटकारा तो मिला. फिर मैंने कहा कि तुमने इन्जॉय नहीं किया तो वो बोली कि रात को मैसेज करके बताउंगी. फिर हम दोनों ने किस किया. फिर मैंने उससे कहा कि टाईम कम था नहीं तो और मज़ा आता. फिर वो बोली कि हाँ यह तो है. फिर उसने कहा कि उसे सच में सेक्स का मजा आज आया है, उसका पति तो नार्मल सेक्स करता है, तुमने तो मुझे आज शानदार सेक्स का मज़ा दिया. फिर हम दोनों ने कपड़े पहने और एक बार फिर से किस किया और घर की और चल पडे. फिर रात को उसका मैसेज आया, जिसमें उसने मुझे उस लवली सेक्स के लिए थैंक्स कहा और उसके बाद हमने खूब इन्जॉय किया.
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सेक्सी स्टूडेंट सपना की सील तोड़ी

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम आकाश है और फिलहाल में 22 साल का हूँ, लेकिन यह कहानी तब की है जब में 19 साल का था. में गणित विषय में बहुत अच्छा था और हमेशा फर्स्ट आता था. वैसे तो में गर्ल्स में ज़्यादा पॉपुलर नहीं था, लेकिन एक लड़की थी जो मुझ पर बिल्कुल फिदा थी, उसका नाम सपना था और वो मेरी ही क्लास में थी और उसका घर भी मेरी ही कॉलोनी में था. एक दिन वो अपनी माँ के साथ मेरे घर आई थी और जाकर मेरी माँ से कुछ बातें करने लगी. उनके जाने के बाद माँ ने मुझे बताया कि सपना कल से तुझसे गणित पढ़ने आने वाली है तो मैंने कहा कि माँ मुझसे तो पूछ लेते, (में सिर्फ़ भोला बन रहा था) फिर माँ ने कहा कि अब तो में प्रॉमिस कर चुकी हूँ तो तू पढ़ा देना, में मान गया.
अभी तक मुझे पता नहीं था कि वो मुझ पर मरती है, मुझे लगा कि वो तो बस पढ़ना चाहती है. आज वो आने वाली थी और में ये सोचकर पागल हो रहा था कि में उसे कैसे टच करूँगा? ओह सॉरी में आपको सपना के बारे में तो बताना ही भूल गया, उसके पहले में खुद के बारे में बता देता हूँ. में हाईट में नॉर्मल से थोड़ा ज़्यादा हूँ, बाकी बिल्कुल फिट और अच्छी बॉडी बनाई है. अब में आपको सपना के बारे में बताता हूँ. वो बिल्कुल परी के जैसे दिखती है और उसकी हाईट करीब 5 फुट 5 इंच और बिल्कुल गोरी, ब्राउन लम्बे बाल और सुंदर काली आखें, उसका फिगर 35-23-33 है और ये भी बता दूँ कि वो हमारी स्कूल की सबसे सुंदर और हॉट गर्ल्स में से एक है.
अब वो घर आई और उसने लॉक किया, तो माँ उसे अंदर लाई और मुझसे कहा कि बेटा जाओं पढाई वाले रूम में जाकर पढ़ लो, में कुछ नाश्ता लाती हूँ. अब मेरे मन में तो लड्डू फुट रहे थे कि वाह माँ ने तो हमें हॉल में पढ़ने की बजाए रूम में भेज दिया. फिर हमने पढ़ाई चालू की और में बिल्कुल मौका गंवाना नहीं चाहता और मैंने बीच-बीच में उसकी तारीफ करना चालू कर दी. मुझे थोड़ा डर लग रहा था कि कहीं अगर इसे बुरा लगा तो मेरी शामत भी आ सकती है, लेकिन अंजाम की किसको फ़िक्र थी. जब एक जवान लड़के के सामने एक जवान लड़की हो और जिसके पीछे उसकी आधी क्लास बैठी हो और वो भी ऐसे टॉप में जिससे उसके बूब्स साफ़ दिखे तो आगे की कौन सोचता है?
अब ऐसा कुछ दिन तक चला और फिर मैंने भी नोटीस करना चालू किया कि सपना मुझसे काफ़ी फ्रेंक हो रही है और वो रोजाना पहने जाने वालों कपड़ो में से काफ़ी ज़्यादा सेक्सी और शॉर्ट ड्रेस पहनकर आती थी और उसके गणित में पूछे जाने वाले सवाल भी बहुत सरल होते थे और वो भी ज़्यादा समय इधर उधर की बातों में लगा देती थी, जिसमें अक्सर या तो वो मेरे बारे पूछती थी या क्लास की हॉट गर्ल की बातें करती थी.
फिर आया वो मेरी लाईफ का सुनहरा दिन. मेरे मम्मी पापा दो दिन के लिए बाहर गये थे. और वो जब उस दिन आई तो बिल्कुल कातिलाना लग रही थी, मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे कि वो अभी ब्यूटी पार्लर से आई है, उसके खुले-खुले बाल, होंठो पर लाल लिपस्टिक, लाईट ग्रीन कलर का टॉप जो मुझे उसे चोदने के ग्रीन सिग्नल के जैसा लग रहा था और उसकी टाईट जीन्स.
फिर जब वो आई तो में तो बिल्कुल पागल होकर उसे देखता ही रहा और फिर में होश में आया और इस बार में उसे अपने बेडरूम में लेकर गया और वो बिना सवाल किए मेरे पीछे चल दी. फिर वहाँ पर हम मेरे बेड पर बैठ गये और में उसके सवाल हल करने लगा, उसका वो पर्फ्यूम मुझे बिल्कुल दीवाना कर रहा था. फिर बीच में अपनी नाक को उसकी गर्दन के बिल्कुल करीब लेकर गया और उसका पर्फ्यूम धीरे-धीरे स्मेल किया और उसे इंप्रेस करने के लिए कहा इज इट यार्डली? तो उसने हाँ कहा. अब में बिल्कुल बेकाबू हो रहा था तो मैंने उससे कहा कि सपना आज पढ़ने का मूड नहीं हो रहा है चलो और कोई बातें करते है तो उसने ओके कहा और फिर हमने बातें शुरू की.
फिर मौका देखकर मैंने उससे पूछा कि क्या तुम सचमुच यहाँ सिर्फ़ गणित के लिए आती हो? तो वो थोड़ा हिचकिचाते हुए हाँ बोली. फिर मैंने बोला कि मुझे तो नहीं लगता और उसका हाथ अपने हाथ में ले लिया. फिर में उसके पास जाते हुए उससे बोला कि लेकिन में तो सिर्फ़ तुम्हें पढ़ाने के लिय अपना टाईम नहीं निकालता तो उसने कहा तो क्यों निकालते हो? (अब हम दोनों की सांसे तेज हो गयी थी और अब में उसकी सांसे भी महसूस कर सकता था) फिर मैंने उसका जवाब दिया कि जल्दी ही पता चल जायेगा, क्योंकि आज में वो सब करने वाला हूँ. फिर में अपने लिप बिल्कुल उसके लिप के पास ले आया और इतना पास कि उसकी सांसे मुझे और मेरी उसे महसूस हो जाए. फिर उसने झट से अपनी आखें बंद की और मैंने उसे एक शॉर्ट लिप किस किया, फिर हमने 2 सेकेंड तक एक दूसरे की आँखों में देखा और फिर बिल्कुल पागलों की तरह किस करने लगे.
फिर मैंने पहले उसकी गोरी-गोरी गर्दन को किस किया और फिर उसके पूरे चेहरे पर छोटी-छोटी किस ली और फिर उसकी स्ट्रॉबेरी लिपस्टिक को चूसने लगा. अब वो पूरे समय मेरा नाम लेकर आई लव यू बोलती रही और आआआ ऊऊऊ भी करती रही. फिर जब हमने किस करना चालू किया तो में उसके बूब्स भी दबाने लगा.
फिर मैंने अपनी जीभ उसके मुँह में डाल दी तो उसने भी मुझे रिप्लाई दिया ओह क्या होंठ थे और क्या बूब्स थे उसके? अब में अपने दोनों हाथों से उसके बूब्स ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा. अब वो आवाज़े निकालकर मेरा जोश बढ़ा रही थी और उसने भी अपना हाथ मेरे अंडरवियर में डाला हुआ था और वो मेरे लंड को ज़ोर-ज़ोर से हिलाने लगी और अब वो मेरे लंड की चमड़ी भी ऊपर नीचे करने लगी थी.
फिर मैंने अपनी पेंट और अंडरवियर उतार दी और अब मेरा लंड उसके सामने बिल्कुल खुले सांड की तरह तन के खड़ा था. फिर उसने उसे फिर से बड़े प्यार से छुआ और दो चार बार उसकी चमड़ी ऊपर नीचे करके उसे अपने मुँह में ले लिया और उसे जोर-जोर से चूसने लगी. फिर थोड़ी ही देर बाद मैंने उसका टॉप उतार दिया, उसने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी और अब उसके दोनों गोल-गोल पहाड़ से स्तन मेरे सामने थे. फिर मैंने उन पर हमला बोल दिया और तेज़ी से उन्हें दबाने लगा, अब वो भी मेरे लंड के साथ मज़े से खेल रही थी और फिर मैंने उसकी पूरी बॉडी को चाटना शुरू किया, ओह माई गॉड, उसकी पीठ इतनी सुंदर लग रही थी कि मानों रात भर इसे ही चाटता रहूँ और उसकी कमर का तो जवाब ही नहीं और उसके शेव किए हुए पैर भी बहुत मस्त लग रहे थे.
फिर उसने कहा कि डार्लिंग मेरी चूत तुम्हारे लंड का इंतज़ार कर रही है और उसकी भी प्यास बुझा दो. फिर मैंने बिना देर किए उसकी जीन्स और पेंटी उतार दी और अब उसकी पेंटी पूरी गीली हो चुकी थी. मैंने उसे अपनी नाक से लगाकर ज़ोर से सूँघा तो सपना बोली कि क्या यार शराब सामने है? और तुम सोडा पी रहे हो, फक मी आकाश, फक मी. फिर मैंने उसकी चूत देखी तो वो बिल्कुल क्लीन शेव की हुई थी और बहुत ही प्यारी लग रही थी. फिर मैंने पूछा कि क्या तुम रोज शेव करती हो? तो उसने कहा कि नहीं आज की है, मुझे पता था कि तुम्हारे मम्मी पापा बाहर गये है, गणित पढ़ने तो में कहीं भी जा सकती थी, लेकिन मुझे तुमसे कुछ और ही चाहिए था और फिर वो शर्मा गयी. फिर मैंने उसकी चूत को चाटना चालू किया. अब मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था आख़िर मेरा फर्स्ट टाईम था और उसका भी फर्स्ट टाईम था और वो भी इतनी हॉट गर्ल के साथ जो बिल्कुल सब मेरे हवाले कर चुकी थी.
फिर मैंने उसकी चूत में फिंगरिंग की क्योंकि उसकी चूत बहुत ही टाईट थी और मेरा लंड उसके मुक़ाबले मोटा था. फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत के दरवाजे पर रखा और पहले थोड़ा आराम से उसकी चूत के चारों तरफ घुमाने लगा और फिर एक झटके में मैंने अपना आधा लंड उसकी चूत में डाल दिया. वो इतनी ज़ोर से चिल्लाई कि में तो डर गया और फिर वो बोली कि अरे मारोगे क्या? थोड़ा आराम से करो. फिर में थोड़ा झुका और उसको एक प्यारा सा किस किया और उसके होंठो को अपने होंठो से दबा दिया.
फिर जोर के झटको में पूरा लंड उसकी चूत में अंदर डाल दिया. इस बार तो वो चिल्ला भी नहीं पाई और अब मुझे बड़ी खुशी थी कि मैंने सपना की सील तोड़ी थी. फिर मैंने उसके होंठो को आज़ाद किया और अब तक तो उसकी आँखों से आंसू निकल गये थे. फिर में अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा. मैंने कई ब्लू फिल्म देखी और सेक्स कहानियाँ पढ़ी थी इसलिए मुझे पता था कि लड़कियां कैसे खुश होती है? फिर जब मैंने लंड अंदर बाहर किया तो वो फिर से आआआअ ऊऊऊउ ओओओ की आवाज़े निकालने लगी, इससे मुझे और मज़ा आने लगा और मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी.
फिर थोड़ी देर में उसकी आवाज़े और और तेज़ जैसे में बदल गयी और फिर मैंने उसे इस तरह आधे घंटे तक चोदा और फिर में झड़ गया. फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसने उसे चाट कर साफ कर दिया. फिर थोड़ी देर के बाद हमने अपनी पोजिशन बदल कर सेक्स किया और फिर मैंने उसकी गांड भी मारी. उसने बहुत मना किया, लेकिन वो मुझे रोकने की हालत में भी नहीं थी. फिर हम सो गये और जब उठे तो वो घर जाने लगी, लेकिन उसकी हालत चलने की भी नहीं थी. फिर मैंने उसे घर में मूवी देखने का बहाना बनाने को कहा और वो रुक गयी. फिर हम उस दिन नंगे ही रहे और अपनी सभी ख्वाहिश पूरी की.
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मौसी की ननद ने चोदना सिखाया

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अनुराग है और में आज आप सभी के सामने अपनी एक कहानी पेश करने जा रहा हूँ जो कि मेरी अपनी एक सच्ची घटना है. दोस्तों यह बात उन दिनों की है जब मैंने कॉलेज में एड्मिशन लिया था. दोस्तों 12वीं तक की पढ़ाई मैंने अपने गाँव से ही की थी, लेकिन हमारे गाँव में 12वीं के आगे की पढ़ाई का कोई भी साधन नहीं था तो इसलिए मुझे अपनी कॉलेज की पढ़ाई के लिए पास ही के शहर में जाना पड़ा. फिर मैंने एक अच्छे से कॉलेज में एड्मिशन ले लिया और यह मेरा पहला ही मौका था जब में अपने घर से बाहर निकला था और इसलिए मेरे घर वाले भी थोड़ी चिंता में थे और में भी थोड़ी टेंशन में था.
तभी हमारे घर मेरी मौसी जो अभी आगरा में रहती है और मेरी मम्मी से मिलने के लिए आ गई और बातों ही बातों में जब उन्हें पता चला कि मेरा एड्मिशन पास के शहर में हो गया है तो उन्होंने मेरी मम्मी से कहा कि अनुराग के रहने का इंतज़ाम में करवा दूँगी, क्योंकि वहां पर मेरी छोटी ननद रेखा रहती है और उसके पति वहीं पर एक बैंक में मेनेजर है और तब जाकर मेरे घर वालो की चिंता कुछ कम हुई. फिर उन्होंने कहा कि हम कल रेखा के घर चलेंगे और इसी बहाने में रेखा से भी मिल लूँगी और अनुराग के रहने का भी इंतज़ाम हो जाएगा. फिर अगले ही दिन पापा, मम्मी, मौसी और में हम चारों शहर के लिए निकल पड़े.
रास्ते में मेरी मौसी ने बताया कि रेखा की शादी को 9 साल हो गये है, लेकिन उसको अभी तक कोई औलाद नहीं है और उसका घर बहुत बड़ा है और रेखा के पति के ऑफिस चले जाने के बाद वो घर पर बिल्कुल अकेली ही रह जाती है और जब अनुराग वहां पर रहेगा तो रेखा का अकेलापन भी दूर हो जाएगा. फिर हम लोग रेखा के घर पहुंच गये, जैसा कि मेरी मौसी ने हमें बताया था कि उनका घर एक शानदार बंगला था और रेखा पूरे दिन उसमें अकेली ही रहती थी तो रेखा ने बड़े प्यार से हमारा स्वागत किया और मौसी की सारी बात सुनकर वो बड़ी खुश हुई और बोली कि में तो कब से इंतजार कर रही थी कि कोई आकर हमारे घर पर रहे और मेरी अपनी कोई औलाद नहीं है तो में इसे अपने बेटे की तरह ही रखूँगी.
फिर उसके बाद मेरे घर के सारे लोग मुझे वहां पर छोड़कर वापस आ गये. दोस्तों रेखा की उम्र 35 साल थी और वो भरे हुए बदन वाली एक बड़ी ही गोरी और सुंदर औरत थी. उसकी हाईट करीब 5.7 थी और उसके फिगर का साईज करीब 36-30-38 होगा और अगर गौर से देखा जाए तो उसका फिगर और सूरत किसी फिल्म हिरोइन से मिलती थी. फिर शाम को उसका पति मुकेश ऑफिस आ गया, वो भी एक अच्छा खासा था और उसकी आदत भी बहुत अच्छी थी. मुकेश ने मुझे मेरा रूम दिखा दिया और जब में अपना सारा सामान अपने रूम में लगा ही रहा था कि तभी वहां पर रेखा आ गई और फिर वो मुझसे बोली कि बेटा नहाकर नीचे आ जाओ और कुछ खा लो. फिर में नहाने चला गया और नहाते समय मेरा लंड खड़ा हो गया और मैंने अपना सबसे पसंद का काम (मूठ मारना) निपटा दिया. दोस्तों रेखा वैसे दिखने में तो मुझे बहुत सुंदर लगी, लेकिन पहले उसकी चूत लेने का ख्याल मेरे मन मे नहीं आया, क्योंकि हम लोगों की अभी नयी नयी जान पहचान थी.
फिर नहाकर में सीधा नीचे चला गया और खाना खाने के साथ साथ हमने बहुत सारी बातें भी की और में मन ही मन बहुत खुश था कि चलो भगवान की दया से मुझे रहने के लिए एक अच्छी जगह मिल गयी है, लेकिन तब तक मुझे यह बात नहीं पता थी कि मुझे चूत के दर्शन भी यहीं पर होंगे? फिर में खाना खाकर अपने कमरे में सोने चला गया और जब अगले दिन सुबह में उठा तो मैंने देखा कि दस बज चुके है और मुझे कॉलेज भी जाना था इसलिए में हड़बड़ाकर उठा और जल्दी जल्दी नहाया.
फिर तैयार होकर नीचे चला गया और मैंने नीचे जाकर देखा तो वहां पर कोई भी नहीं था, क्योंकि तब तक मुकेश अपने ऑफिस चला गया था और रेखा पता नहीं कहाँ थी और जब मैंने आवाज़ लगाई तो कोई नहीं बोला और अब में चुपचाप वहीं पर बैठ गया और रेखा के आने का इंतजार करने लगा. फिर मुझे इंतजार करते हुए करीब 20-25 मिनट हो गये, लेकिन तब तक कोई नहीं आया. फिर मैंने सोचा कि चलो चलकर आज पूरा घर ही देख लिया जाए और में सारे कमरो में अंदर जाकर देखने लगा. मैंने सारे कमरे देख लिए, लेकिन एक कमरा जो बिल्कुल कोने में था तो वो मुझसे छूट गया.
फिर मैंने सोचा कि चलो इस कमरे में भी घूम लिया जाए और यह बात सोचकर में उस कमरे की तरफ चल दिया तो वो एक आलीशान बेडरूम था और में जब उस कमरे के अंदर घुसा तो मेरी आखें खुली की खुली रह गई. मैंने देखा कि उस कमरे में रेखा सो रही थी और उसने गुलाबी कलर की जालीदार मेक्सी पहन रखी थी और वो मंद मंद चलने वाली हवा से उसके पैरों से हटकर अब उसके पेट तक आ चुकी थी. दोस्तों मैंने इतनी गोरी और चिकने पैर आज तक कभी नहीं देखे थे और मेरा लंड पूरी तरह तनकर खड़ा हो गया था, लेकिन मैंने जैसे तैसे अपने आप पर बहुत कंट्रोल किया और फिर दरवाजा बजाया, लेकिन फिर भी वो नहीं उठी तो मैंने सोचा कि में रेखा को हिलाकर जगा दूँ और जैसे ही में उसे हिलाकर जगाने के लिए आगे बढ़ा तो वो एकदम से उठकर बैठ गई और बोली कि क्या हुआ तुम यहाँ पर कैसे?
में एकदम से सकपका गया और फिर मैंने उससे बोला कि में आपको बहुत देर से जगाने की कोशिश कर रहा हूँ, लेकिन आप तो बड़ी गहरी नींद में सो रही थी. फिर उसने मुझे बताया कि मुकेश को ऑफिस भेजने के बाद मैंने दवाई ली थी और उस दवाई में एक गोली ऐसी है जिसे खाने के बाद मुझे बहुत जबरदस्त नींद आती है, इसलिए मेरी आँख लग गयी थी और में भी तुम्हे देखने ऊपर गयी थी, लेकिन तुम भी उस समय बहुत गहरी नींद में सो रहे थे. दोस्तों वैसे मुझे वहां पर रहते हुए लगभग एक सप्ताह हो चुका था और उस दिन रेखा के गोरे गोरे पैर देखने के बाद मेरा मन पूरी तरह से उसको चोदने का ही करता रहता था और मैंने एक सप्ताह में यह भी महसूस कर लिया था कि उसका भी मन मेरे लंड का स्वाद चखने का है और एक दिन वो दिन आ ही गया जब रेखा और मेरे बीच कुछ शुरुवात हुई.
दोस्तों यह बात गर्लफ्रेंड से शुरू हुई थी. हुआ यह कि मुकेश को अपने ऑफिस के किसी काम की वजह से दो सप्ताह के लिए बाहर जाना पड़ा और अब घर पर केवल हम दोनों ही रह गये. मुकेश के जाने के एक दिन बाद हम दोनों सुबह की चाय पी रहे थे तो रेखा ने मुझसे कहा कि अनुराग तुम मुझे एक बात सच सच बताओगे? तो मैंने कहा कि हाँ पूछिए तो रेखा ने कहा कि तुम्हारी क्या कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं? फिर मैंने मुस्कुराते हुए कहा कि नहीं मुझे लड़कियों से शर्म आती है, इसलिए मैंने कभी कोशिश नहीं की.
फिर रेखा ने मुझसे पूछा कि लड़कियों में तुम्हे सबसे ज़्यादा क्या पसंद आता है? तो में बहुत गहरी सोच में पड़ गया कि अब में इसे क्या जवाब दूँ? लेकिन मैंने बहुत हिम्मत की और बोला कि जो चीज मुझे पसंद है वो में ऐसे बता नहीं सकता? फिर रेखा ने कहा कि अच्छा ऐसा है तो तुम मुझे किसी पेपर पर लिखकर बता दो. फिर मैंने कहा कि नहीं आप बुरा नहीं मानो तो में ऐसे ही बता सकता हूँ, क्योंकि उसकी ऐसी बातें सुनकर मेरी हिम्मत थोड़ी बढ़ गयी थी. फिर रेखा ने कहा कि में क्यों भला बुरा मानूंगी, क्योंकि तुम मेरे बारे में थोड़े ही कुछ कह रहे हो? चलो अब जल्दी से बताओ कि तुम्हे लड़की मे सबसे ज्यादा की क्या पसंद है? फिर मैंने कहा कि मुझे सबसे ज़्यादा उनके बूब्स अपनी तरफ आकर्षित करते है.
फिर रेखा ने मेरी तरफ घूरते हुए मुझसे कहा कि तू सूरत से तो बड़ा सीधा लगता है, लेकिन वैसे तू बड़ा तेज है और मुस्कुराती हुई वहां से उठ गई, लेकिन दोस्तों रेखा ने मेरा मौसम पूरी तरह से बिगाड़ दिया था और अब मेरे पास मुठ मारने के अलावा कोई और चारा भी नहीं था तो इसलिए में अपने रूम की तरफ चल दिया और रूम में घुसते ही मैंने दरवाजा बंद किया और नंगा होकर मुठ मारने लगा और मुठ मारने की जल्दबाज़ी में मैंने दरवाजा भी पूरी तरह से बंद नहीं किया था और मैंने अपने लंड को इतना बेकरार और इतना टाईट कभी महसूस नहीं किया था जितना कि उस दिन कर रहा था और मेरे लंड का साईज़ भी अब बहुत बड़ा हो गया था और मुठ मारते हुए मुझे कुछ आहट महसूस हुई तो मैंने दरवाजे की तरफ देखा तो सामने रेखा चाय का कप अपने हाथ में लेकर खड़ी हुई थी.
तभी अचानक उसे वहां पर देखते ही मेरी सिट्टी पिट्टी गुम हो गई और उसने गुस्से में मेरी तरफ देखा और बोली कि यह क्या कर रहे हो तुम? और तुमने अपने सारे कपड़े क्यों नहीं पहने है? तो में एकदम से बहुत घबरा गया और घबराहट में मैंने अपने लंड को अपने हाथ से दबा लिया, लेकिन लंड अब भी पूरे जोश में था इसलिए वो मेरे काबू में नहीं आया और फनफनाता हुआ मेरे हाथ से फिसलकर छूट गया और अब मेरा खड़ा हुआ लंड रेखा के बिल्कुल सामने था. रेखा ने जब उसे देखा तो वो मुझसे बोली कि थोड़ी शर्म कर और इसे काबू में रख, अब तेरी शिकायत में मुकेश से करूँगी कि तू अपने रूम में नंगा रहता है और बहुत ग़लत काम करता है और इतना कहकर वो वहां से चली गई, लेकिन अब डर के मारे मेरा बहुत बुरा हाल हो गया था. फिर मैंने जल्दी जल्दी कपड़े पहने और नीचे आ गया और रेखा से आग्रह करने लगा कि वो किसी को कुछ नहीं बताए.
तभी वो अचानक मुस्कुराने लगी और बोली कि तू मुझे एक सवाल का जवाब दे तो में किसी को नहीं बताउंगी. फिर मैंने कहा कि हाँ पूछिए तो वो बोली कि एक बात बता तेरी उम्र तो 18 साल है तो तूने कभी किसी लड़की के साथ कभी सेक्स नहीं किया है. फिर मैंने कहा कि हाँ मैंने कभी बूब्स भी नहीं देखे. फिर बहुत ज़ोर से हंसी और बोली कि इतना मोटा और लंबा क्या हाथ मार मारकर ही किया है? में उसकी बातें सुनकर हक्का बक्का रह गया और मन ही मन खुश भी हो गया कि शायद आज चूत के दर्शन हो जाए और इतना कहकर मुझे अपने पीछे आने का इशारा करते हुए वो बाथरूम की तरफ चल पड़ी और बोली कि क्या तू मेरा एक काम करेगा? फिर में बोला कि आप जो बोलोगी में वो सब करूँगा बस आप किसी को बताना मत.
फिर वो हँसी और बोली कि तुझे अब भी लगता है कि में किसी को कुछ बताने वाली हूँ? फिर उसने मेरी तरफ देखा और बोली कि मैंने तेरी माँ से कहा था कि तुझे अपने हाथ से कोई काम करने की ज़रूरत नहीं है, में उसका पूरा ध्यान रखूँगी, लेकिन तू तो अपने हाथ से काम करने लग गया तो अब तेरी माँ को दिया हुआ वादा तो निभाना ही है ना. चल आ जा यह काम मुझे अपने हाथों से ही कर देने दे और फिर इतना कहकर उसने मेरी पेंट को नीचे सरका दिया और मेरा लंड जो कि लोहे की तरह सख्त हो रहा था तो उसको अपने हाथों में पकड़ लिया और बोली कि बाप रे तू तो पतला सा है और सारा माल इसी को खिलाता है क्या? फिर मैंने उससे पूछा कि क्यों आपके पति का इतना बड़ा नहीं है? तो बोली कि नहीं उनका तो 4 इंच का है और बहुत पतला सा है और उनसे तो कुछ नहीं हो पाता, इसलिए मेरे 9 साल से औलाद नहीं हो रही और शादी के बाद से कभी भी मैंने सेक्स का भरपूर आनंद नहीं उठाया है.
फिर मैंने पूछा क्यों और शादी से पहले? तो वो मुस्कुराई और बोली कि मैंने अपनी चुदाई 12वीं क्लास से ही करवानी शुरू कर दी थी, क्योंकि उस समय मेरा मेरे क्लास टीचर से अफेयर था और वो भी एकदम जवान था और उसका लंड भी तेरे लंड जैसा ही मजबूत और बड़ा था तो पहली बार उसने अपने घर पर मुझसे जबरदस्ती की थी, लेकिन मुझे इतना मज़ा आया कि मैंने किसी से शिकायत करने की बजाए उससे लगातार चुदने का मन बना लिया और शादी तक उसने मुझे बहुत बार चोदा.
रेखा ने मेरा लंड अपने मुहं में डाल लिया और चूसने लगी. में तो जैसे स्वर्ग में ही पहुंच गया और वो इस कदर मेरे लंड को चूस रही थी कि जैसे मेरे लंड को पिचका ही देगी. में भी जल्दी में था कि कब उसके बूब्स और चूत के दर्शन हो? लेकिन वो लंड चूसने में इतनी व्यस्त थी कि वो मेरे लंड को अब छोड़ ही नहीं रही थी. फिर मैंने उससे कहा कि क्यों सारा माल चूसकर ही ख़त्म करना है क्या? तो वो बोली कि आज सबसे पहले मुझे इसका रस पीने दो तभी में तुम्हे कुछ करने दूँगी और करीब दस मिनट तक लंड चूसने के बाद मेरा मौसम बनने लगा.
फिर मैंने उससे कहा कि अब मेरा काम होने वाला है, क्या में इसे बाहर निकाल लूँ? लेकिन वो तो जैसे सुन ही नहीं रही थी और लगातार चूसे जा रही थी. फिर इतने में ही मैंने पिचकारी को उसके मुहं में छोड़ दिया, लेकिन वो फिर भी चूसती रही और उसने लगातार चूस चूसकर मेरे लंड को बिल्कुल साफ कर दिया और सारा माल पी गयी और फिर उसके ऐसा करने से मुझे बड़ा मज़ा आया और गुस्सा भी बहुत आया कि मुझे चूत के दर्शन आज भी नहीं हो पाएँगे, लेकिन अब वो उठी और बोली कि अब तुम्हारी बारी है जो चाहो कर लो. दोस्तों अब मेरी ख़ुशी का बिल्कुल भी ठिकाना नहीं रहा, लेकिन में तो गांड का प्रेमी था तो चूत के नाम से थोड़ा नर्वस हो गया था, लेकिन फिर भी मैंने हिम्मत नहीं हारी और काम सम्भालने के लिए एकदम तैयार हो गया.
फिर मैंने रेखा से कहा कि इसे फिर से चूसकर ज़रा तैयार तो करो और इतना सुनते ही वो फिर से मेरे लंड को चूसने लगी, लेकिन पता नहीं उसे क्या हुआ कि उसने एकदम झटके से मेरा लंड अपने मुहं से बाहर निकाल दिया और बोली कि क्या में अकेली ही मेहनत करूं? फिर में बोला कि नहीं, बताओ मुझे क्या करना है? तो वो बोली कि तुम मेरी चूत को चूसो और में तुम्हारा लंड. मुझे इसका बिल्कुल भी अनुभव नहीं था, इसलिए में समझ नहीं पा रहा था कि यह एक साथ कैसे मुमकिन होगा और फिर मैंने उससे पूछा कि कैसे करूं? तो वो बोली कि अब मुझे यकीन हो गया है कि तुम चूत के मामले में एकदम अनाड़ी हो और वो बोली कि आज में तुम्हे एक सेक्स पोज़िशन के बारे में बताउंगी जिसे 69 कहते है.
फिर उसने मुझे अपने ऊपर लेटाया और अपनी चूत पर मेरा मुहं रख दिया और फिर खुद ही मेरे लंड पर उसका मुहं आ गया और फिर मैंने मन ही मन सोचा कि यह तो पूरी खिलाड़ी है यार और अब हम दोनों ने अपना अपना काम शुरू कर दिया और रेखा की चूत एकदम गरम हो चुकी थी और उसकी चूत से लगातार पानी बहकर बाहर निकल रहा था और उसकी चूत से इतना पानी निकल रहा था कि मेरा मुहं पूरी तरह से गीला हो गया और अब वो बिल्कुल पागल सी हो गयी थी और चूत में लंड लेने के लिए बिल्कुल तैयार थी. तभी कुछ देर बाद उसने मुझसे कहा कि अनुराग जल्दी कर और अपने लंड की गर्मी से मेरी चूत को पिघला दे.
दोस्तों में तो बहुत समय से यह सब करने के लिए बिल्कुल तैयार था और अब में उठकर खड़ा हुआ और मैंने अपना लंड उसकी चूत के मुहं पर रखकर अंदर की तरफ एक जोरदार धक्का दे दिया और पहली ही कोशिश में मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी गुफा जैसी चूत में समा गया. दोस्तों आज पहली बार मुझे महसूस हुआ कि चूत अंदर से कितनी गरम होती है और में तो सोच रहा था कि इतना मोटा और गरम लंड से यह पिघल जाएगी, लेकिन मुझे तो कुछ देर बाद अपना लंड ही पिघलता हुआ महसूस होने लगा था और फिर मैंने उसे बहुत बुरी तरह से ताबड़तोड़ धक्के देकर चोदना शुरू कर दिया और उसकी सिसकियों की आवाज से मेरी हिम्मत और भी बड़ती जा रही थी ओहहह्ह्ह्हह हाँ और तेज प्लीज ओह ऑश और ज़ोर से चोदो मुझे, हाँ और ज़ोर से.
करीब दस मिनट तक लगातार जबरदस्त उछलकूद करने के बाद उसने मुझे कसकर अपनी बाहों में जकड़ लिया और नीचे से धक्के देकर मेरा पूरा साथ देने लगी और अब उसकी सिसकियाँ शोर में बदल गयी और तेज़ी से कमर हिलाते हिलाते वो एकदम से निढाल हो गयी, लेकिन मेरे अंदर जान अभी भी बाकी थी और में भी उसे पूरे जोश में धक्के मार रहा था, लेकिन उसने मेरा साथ देना बंद कर दिया था और वो मुझसे बोली कि मुझे तुम्हारा वीर्य पीना है तो अपना लंड निकालकर मेरे मुहं में डाल दो प्लीज और अब मुझे भी अपना लंड चुसवाने का मन कर रहा था और लंड की सफाई भी करवानी थी इसलिए मैंने उसकी चूत के पानी से बुरी तरह भीगा हुआ अपना लंड उसके मुहं में घुसा दिया और वैसे भी वो लंड को चूसने में बहुत अनुभवी थी और उसने मेरे लंड को इतनी बुरी तरह से चूसा कि मेरा झड़ने का समय भी बहुत नज़दीक आ गया और मैंने पूरा का पूरा माल उसके मुहं में डाल दिया और वो स्वाद लेकर पूरा माल पी गयी और लंड को जब तक चाटती रही, जब तक वो बिल्कुल साफ और सिकुड़ नहीं गया.
दोस्तों जिंदगी में मुझे और रेखा को भी इतना मज़ा पहली बार आया था और फिर उसने मुझे बताया कि उसकी ऐसी चुदाई पहले कभी किसी ने नहीं की थी. दोस्तों अब तो मेरा होसला और भी बढ़ गया और जब तक उसका पति नहीं आया तब तक में रोज़ दिन रात उसकी चूत में ही डूबा रहा और करीब चार पांच दिन के बाद मेरे दिमाग़ में एक आईडिया आया कि जिसकी चूत में इतना मज़ा है तो उसकी गांड कैसी होगी? और फिर एक दिन जब में उसके बूब्स पी रहा था तो मेरे मन में आया कि आज में इसकी गांड मारने की कोशिश करता हूँ और फिर मैंने अपनी इस इच्छा के बारे में उसे नहीं बताया बल्कि जब मैंने उसे सेक्स के लिए बहुत गर्म कर दिया तो मैंने उसकी चूत में लंड डालने की जगह उसकी गांड के मुहं पर लंड रखा और उसे ज़ोर से पकड़कर एक जोरदार झटके के साथ एक ही बार में पूरा का पूरा लंड उसकी गांड में घुसा दिया, अहहह्ह्ह्हह उह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ऊउईईईईईइ माँ वो दर्द से बिल्कुल कराह उठी, लेकिन मैंने उसको नहीं छोड़ा और में उसे कसकर पकड़े रहा और लगातार धक्के मारता रहा ऑश उफ्फ्फ माँ मर गई प्लीज बाहर निकालो, उईईईईई माँ मर गयी प्लीज निकालो ना, रोको यार में मर जाउंगी, मुझे बहुत दर्द हो रहा है, लेकिन मैंने देखा कि कुछ देर चिल्लाने के बाद उसे मज़ा आने लगा था और उसकी चीख अब सिसकियों में बदल गयी है.
फिर मैंने बहुत देर तक जमकर उसकी गांड मारी और पूरा का पूरा माल उसकी गांड में ही झाड़ दिया, लेकिन दोस्तों कसम से उसकी चूत जितनी गरम थी उतनी ही लज़ीज़ उसकी गांड भी थी. उसके पति के आने तक मैंने उसे दोनों तरफ से बहुत चोदा और एक बार गांड तो एक बार चूत की चुदाई की. उसने 7 दिनों में मुझे बुरी तरह से कमजोर कर दिया था. मैंने गिना तो नहीं था, लेकिन मैंने एक दिन में कम से कम उसे 6 बार चोदा होगा.
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बहन ने अजनबी लंड का मजा लिया

हैल्लो दोस्तों, में विक्की एक बार फिर से हाजिर हूँ, आप सभी चाहने वालों के सामने अपनी एक और नयी सच्ची घटना लेकर आया हूँ. दोस्तों यह कहानी मेरी और मेरी छोटी बहन सलोनी की है और जैसा उसका नाम है वैसा ही उसका रंग है, लेकिन वो थोड़ी सांवली जरुर है. उसके नैन नक्श बहुत अच्छे है और वो एक बहुत सुंदर जिस्म की मालकिन है, उसके बूब्स बहुत बड़े बड़े और रसदार है और उसकी गांड भी दिखने में बहुत बड़ी है और वो हमेशा छोटे कपड़े पहनती है, क्योंकि उसे भी पता है कि वो सुंदर जिस्म की मालकिन है और वो लोगों को अपना खजाना दिखाने से कभी नहीं चूकती और इसी बात पर में उस पर फिदा हूँ. दोस्तों जब से वो जवान होना शुरू हुई है, तब से में उसके जिस्म की तरफ और भी ज्यादा आकर्षित होता गया हूँ, लेकिन एक भाई बहन के रिश्ते के नाते मैंने हमेशा अपने आप पर कंट्रोल रखा और वैसे में उससे बेहद प्यार करता हूँ और करता रहूँगा, लेकिन आजकल उसका एक बॉयफ्रेंड है और वो दोनों अपनी लाईफ में बहुत खुश है.
दोस्तों में आज आप सभी लोगों के सामने एक सच्ची घटना पेश करने जा रहा हूँ. यह घटना सच्ची है और यह आज से कुछ समय पहले घटी है. दोस्तों आज से तीन चार महीने पहले हम दोनों अपने मामा जी के यहाँ पर गये हुए थे और यह घटना वापस लौटते समय मेरे साथ घटी. हम दोनों उत्तरप्रदेश से है और अपने घर पर वापस लौट रहे थे, मेरे मामा जी हमे स्टेशन पर छोड़ने आए हुए थे और उस समय छुट्टियां होने की वजह से उस समय ट्रेन में बहुत भीड़ थी और वो एक पॅसेंजर ट्रेन थी तो हम दोनों थोड़ा बहुत धक्का मुक्का करते हुए ट्रेन में अंदर घुस तो गए, लेकिन इस दौरान मेरा एक हाथ कई बार सलोनी के बड़े बड़े बूब्स पर लगा और फिर मैंने देखा कि भीड़ की वजह से कई लोगों ने सलोनी के बूब्स को छू लिया था और मुझे यह सब बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा और अब में जैसे तैसे सलोनी को वहां से आगे की तरफ बड़ाने लगा और इस दौरान कई लोगों ने जानबूझ कर सलोनी के बूब्स दबा दिए और उसकी गांड पर हाथ फेर दिया, लेकिन में उनसे कुछ नहीं बोला और आगे बड़ गया.
दोस्तों वैसे सलोनी हमेशा जीन्स टॉप में होती है, लेकिन ना जाने क्यों उस दिन उसने सलवार कमीज़ पहनी हुई थी? और उस पूरे कोच में बहुत भीड़ थी. तभी एक केबिन में कुछ लोग बैठे हुए थे, लेकिन भीड़ तो वहां पर भी बहुत थी, लेकिन वहां पर थोड़ा थोड़ा सरकने पर कुछ जगह बन सकती थी जो कि मेरी बहन के बैठने के लिए पर्याप्त थी और सीट के सबसे साईड में एक लड़का जो करीब 28-29 साल का था, वो वहां बैठा हुआ था. फिर मैंने उससे कहा कि भैया अगर आप हल्का सा सरक जाएँगे तो मेरी बहन भी यहाँ पर बैठ जाएगी, तभी उसने पास में खड़ी हुई मेरी बहन को देखा और फिर वो थोड़ा सा सरक गया, लेकिन मेरी बहन के चूतड़ बहुत बड़े बड़े थे, जिससे वो उस सीट पर आधी लटक गयी, लेकिन अब वो लड़का भी और नहीं सरक सकता था.
मैंने सलोनी की परेशानी देखी, लेकिन मुझे कोई चारा नहीं मिला और मैंने सलोनी से कहा कि सलोनी तू थोड़ा और अंदर हो जा वरना तू गिर जाएगी तो सलोनी ने अपने को सेट करते हुए थोड़ा आगे पीछे हुई, लेकिन इससे वो उस लड़के के ऊपर आधे से ज़्यादा चड़ गई और सलोनी के आधे आधे चूतड़ उसकी एक जाँघ पर आ गये, लेकिन वो कुछ नहीं बोला और बोलता भी कैसे उसके पास एक मस्त फिगर वाली सेक्सी लड़की जो बैठी हुई थी. फिर मैंने यह सब देखा, लेकिन मैंने सोचा कि सफ़र लंबा है और शायद आगे कुछ लोग उतर जायेंगे. तभी उस लड़के ने सलोनी से कहा कि बहन अगर आपको बैठने में कोई समस्या है तो आप आराम से मेरे पैर पर बैठ जाइए तो सलोनी ने कुछ नहीं कहा और अपने मटके जैसे चूतड़ सरका कर उसकी जाँघ पर बैठ गई.
फिर मैंने कहा कि भैया आपको कोई तकलीफ़ तो नहीं होगी? फिर वो बोला कि नहीं नहीं ऐसी कोई बात नहीं है, वैसे भी आपकी बहन ज़्यादा भारी नहीं है और फिर ऐसे ही कुछ समय बीत गया और अब शायद उस लड़के के पैर में दर्द होने लगा था, इसलिए वो बोला कि बहन आप थोड़ा बीच में आ जाओ और फिर मैंने सलोनी को इशारा किया और सलोनी उसके लंड के बिल्कुल ऊपर बैठ गयी. सलोनी ने बैठने के साथ ही अलग सा मुहं बनाया, शायद उसकी गांड में उसका लंड चुभा होगा और मुझे सलोनी की शक्ल से पता चल रहा था कि उसका लंड बिल्कुल उसकी गांड पर है, क्योंकि सलोनी बिल्कुल उसकी गोद में थी और सलोनी के बाल उस लड़के के मुहं पर थे और वो उनको सूंघने लगा. सलोनी के शेम्पू किए हुए बालों को बहुत मज़े से सूंघने लगा और मुझे यह सब बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा, इसलिए सबसे पहले मेरा मन हुआ कि सलोनी को अभी इसी वक्त खड़ा कर दूँ, लेकिन मैंने सोचा कि वो इतनी भीड़ में और क्या करेगा?
तभी उस लड़के ने मुझसे पूछा कि आप कहाँ जा रहो हो भैया? तो मैंने कहा कि बरेली तो वो बोला कि ठीक है और आप क्या करते हो? फिर मैंने कहा कि में एक स्टूडेंट हूँ और फिर उसने मेरा नाम पूछा और फिर उसने सलोनी से पूछा कि बहन आपको कोई दिक्कत तो नहीं हो रही? तो सलोनी ने अपनी गर्दन को ना में हिला दिया. तभी वो बोला कि आप लोग एकदम ग़लत ट्रेन में चड गये, क्योंकि इस दौरान इसमें बहुत भीड़ होती है और बरेली तक इसमें बहुत ज्यादा भीड़ रहती है.
मैंने कहा कि हाँ आपका कहना बिल्कुल ठीक है, लेकिन हमसे वो पहले वाली ट्रेन छूट गई और हमे यह नहीं पता था कि इसमें इतनी भीड़ होगी? अब बहुत ज्यादा भीड़ और गर्मी की वजह से सलोनी पसीने में पूरी तरह भीग गई थी और उसका सूट भी बहुत गीला हो गया था. तभी वो लड़का बोला कि बहन एक मिनट ज़रा और उसने सलोनी के चूतड़ पर हाथ रखकर उसको उठाया और अपनी पेंट को ठीक किया जिसमें से उसका टेंट पूरी तरह दिख रहा था और फिर उसने सलोनी के चूतड़ को पकड़कर उसको उस टेंट के ऊपर बैठा लिया, सलोनी को भी अब मज़ा आने लगा था और वो धीरे धीरे अपने चूतड़ मटका रही थी और वो भी अब उसके लंड को पूरा महसूस करना चाहती थी और फिर थोड़ी ही देर में सब लोग झपकी लेने लगे और सलोनी को भी नींद आने लगी तो वो पीछे होकर उस लड़के के उपर ही लेट गयी और सलोनी ने अपना एक हाथ उस लड़के की गर्दन के पीछे रख दिया. सलोनी की शक्ल से पता चल रहा था कि वो भी अब उससे अपनी चुदाई करवाना चाहती है.
तभी उस लड़के ने अपना एक हाथ आगे की तरफ निकालकर सलोनी के पेट पर रख दिया और उस लड़के को पता था कि में यह सब देख रहा हूँ, लेकिन फिर भी कोई विरोध नहीं कर रहा हूँ तो उसकी हिम्मत भी अब ज्यादा बढ़ने लगी और सलोनी भी उसका कोई विरोध नहीं कर रही थी तो वो धीरे धीरे सलोनी के पेट पर हाथ फेरने लगा.
वो बोला कि भैया आपकी बहन सलोनी तो बड़ी प्यारी है तो इसके लिए कोई अच्छा सा लड़का ढूंडना. फिर मैंने कहा कि हाँ वो तो हम खोजेंगे और अब वो अपने होंठो को बिल्कुल सलोनी के कानो के पास ले गया और बोला कि कैसा लड़का चाहिए आपको? यह बोलते हुए उसके होंठ सलोनी के कानो को छू गये और वो उनको सूंघने लगा तो सलोनी थोड़ा शरमाकर उससे बोली कि जैसा मेरे घर वाले ढूंड देंगे वैसा ही मेरे लिए ठीक होगा. फिर वो बोला कि क्यों इसमें आपकी कोई पसंद नहीं है? ऐसा बोलते हुए वो सलोनी के कान सूंघ रहा था और उन पर अपने होंठ फेर रहा था और उसके पेट पर अपना एक हाथ चला रहा था और मुझे यह सब बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा था, लेकिन समझ नहीं आ रहा था कि में क्या करूं? फिर कुछ देर बाद मुझे लगा कि शायद सलोनी उठकर खुद उसे एक जोरदार थप्पड़ मार देगी, लेकिन वो भी चुप थी और आज रह रहकर मुझे वो बातें याद आ रही थी, जब मेरे दोस्त आकर सलोनी की उल्टी सीधी हरकतो के बारे में मुझे बताते थे, तब या तो में उन बातों को अपने दिमाग से निकाल देता था या फिर में उनसे लड़ पड़ता था.
अब वो सलोनी की बाँह पर हाथ फेरने लगा तो मुझे लग रहा था कि जल्द ही यह इसके बूब्स तक भी पहुंच जाएगा और मेरी बहन के बड़े बड़े बूब्स को छुयेगा और फिर कुछ देर के बाद मेरा यह सोचना बिल्कुल सच साबित हुआ और उसने अचानक से अपना एक हाथ सलोनी के बूब्स पर रख दिया और ऐसा करते ही सलोनी झटके से खड़ी हो गयी और यह देखकर वो लड़का घबरा गया. फिर मैंने पूछा कि क्या हुआ? तो सलोनी बोली कि मुझे पेशाब आया है तो में अभी करके आती हूँ और वो टॉयलेट की तरफ बढ़ गई और इस दौरान ही कई लड़को ने उसकी गांड और बूब्स पर अपने अपने हाथ साफ कर लिए और मैंने उस लड़के के लंड की तरफ देखा और वहां पर देखने से ही पता चल रहा था कि उसका कितना बड़ा बम्बू था. में तो यह देखकर ही बिल्कुल हैरान था कि सलोनी अब तक इतने बड़े बम्बू पर कैसे बैठी हुई थी?
दोस्तों सलोनी के एकदम उठने से वो लड़का अब बहुत घबराया हुआ था और वो मुझसे अपनी नजर चुरा रहा था और इतने में सलोनी वापस आ गई और फिर कई लोगो ने आते समय भीड़ की वजह से उसके मज़े ले लिए थे. फिर वो जब आई तो मैंने देखा कि उसने अपनी कमीज़ को पीछे से अपने चूतड़ के ऊपर से उठा रखा था या फिर आते समय उसको किसी ने उठा दिया होगा और उसके बड़े बड़े चूतड़ का आकार बन रहा था और उसकी सलवार उसके चूतड़ो में पूरी तरह घुसी हुई थी और अब में सोच रहा था कि आते वक़्त जिन लोगों ने उसके चूतड़ो पर अपना हाथ फेरा होगा उनको तो स्वर्ग मिल गया होगा.
अब सलोनी ने उस लड़के की पेंट पर बने हुए उस तंबू को देख लिया था और फिर उसने अपने चूतड़ उस पर टेक दिए. यह देखकर तो मैंने भी अपनी जीभ दबा ली उसका लंड तो सलोनी के बिल्कुल अंदर गया होगा अब मुझे सलोनी के रंडी पन का अहसास हो गया था और उसको यह भी परवाह नहीं थी कि उसका भाई भी वहां पर खड़ा हुआ है, अगर वो लड़का सलोनी को पूरा नंगा करके सबके सामने चोदे तो सलोनी को शायद अब इस बात की भी परवाह नहीं थी, उसे तो बस उसका वो मोटा लंबा लंड चाहिए था, लेकिन वो लड़का बहुत समझदार था और उसने अपने आप को पूरी तरह कंट्रोल कर रखा था और उसको पता था कि उसकी एक भी ग़लती कुछ बड़ा बखेड़ा शुरू कर देगी इसलिए वो ज़्यादा कुछ एसी हरकत नहीं कर रहा था, लेकिन सलोनी अब कुछ ज्यादा आगे बढ़ना चाहती थी, लेकिन खैर कुछ ज़्यादा हो ना सका क्योंकि अब थोड़ी भीड़ छट गयी थी.
अब सलोनी को भी उसके एक साइड में बैठने की जगह मिल गयी थी और अब आगे कुछ और नहीं हो सकता था इसलिए वो लड़का बस सलोनी को घूरता रहा और सलोनी भी बीच बीच में उसको देखती रही, लेकिन और कुछ नहीं होता क्योंकि सारी गावं की भीड़ अब उतर चुकी थी और सिर्फ़ शहर की रह गई थी और वैसे भी कुछ देर बाद हम बरेली पहुंच गये, में और सलोनी बाहर ऑटो ढूंड रहे थे. रेलवे स्टेशन से हमारा घर कोई आधे घंटे की दूरी पर था तो हमे एक ऑटो मिल गया और उसमे एक कपल पहले से ही बैठा था.
मैंने सलोनी को उसमे बैठने को कहा और हम लोग बैठ गये, तभी वो लड़का आ गया और में उसको देखकर बिल्कुल चौंक गया और सलोनी भी, वो बोला कि भैया मुझे कचारी तक जाना है वैसे हम लोगो को भी वहीं पर जाना था तो ऑटो वाला हमसे बोला कि भैया थोड़ा सरककर इनको भी बैठा लो. वो लड़का बोला कि में इन लोगों को बहुत अच्छी तरह जानता हूँ और सलोनी तुम मेरी गोद में बैठ जाना इतनी देर बैठाया और थोड़ा आगे तक बैठा लूँगा. सलोनी ने उससे मना नहीं किया और ऊपर उठ गई वो लड़का सीट पर बैठ गया और उसने मेरे सामने ही सलोनी की कमीज़ को उसके चूतड़ो के ऊपर से उठा दिया और फिर उसे अपनी गोद में बैठा लिया.
मैंने उस कपल को देखा तो वो अपने में ही मस्त थे और में अच्छी तरह से जानता था कि उस लड़के को पहले ही उतर जाना था, लेकिन वो खुद ही जानबूझ कर हमारे साथ आया है और उसने हमे कचारी जाते हुए सुन लिया था और में यह भी जानता था कि जब तक हम उतर नहीं जाते वो तब तक सलोनी के बहुत अच्छी तरह मज़े लेने वाला था क्योंकि उसे मेरा बिल्कुल भी डर नहीं था और बाकी वो कपल अपनी धुन में मस्त था और फिर कुछ देर के बाद उसकी हरकते शुरू हो गयी. अब में यह बात भी सोच रहा था कि अगर में सलोनी के साथ नहीं होता तो सलोनी अब तक किसी होटेल में जाकर इससे चुद चुकी होती, वैसे सलोनी और में एक दूसरे से बहुत खुले थे, लेकिन ऐसी चीज़ हम दोनों के साथ पहली बार हुई थी और हम दोनों को समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें? फिर मैंने सोचा कि अगर सलोनी की जगह पर में होता तो और उस लड़के की जगह कोई लड़की होती तो में क्या करता? जाहिर सी बात है कि में भी उस लड़की के मज़े लेता और फिर उसी तरह वो लड़का मेरी बहन के मज़े ले रहा था.
फिर उस लड़के ने सलोनी के चूतड़ो के नीचे अपना हाथ घुसा दिया और में बहुत आराम से गर्दन मोड़कर चोरी छिपे उसकी हरकते देख रहा था और यह बात उन दोनों को पता थी, लेकिन कोई कुछ नहीं बोला और उसने अब अपनी ज़िप को खोल दिया और अपने लंड को बाहर निकाल दिया और अब सलोनी उसके लंड पर बैठी हुई थी और उसने फिर सलोनी की चुन्नी को खींच लिया और उसके बूब्स पर हाथ रख दिया और उनको छूने लगा. में कभी सलोनी के बूब्स की तरफ देखता तो कभी सलोनी के चेहरे पर. तभी उसने अपना एक हाथ सलोनी की कमीज़ में घुसा दिया और उसका एक बूब्स नंगा कर दिया.
पहली बार में सलोनी का बूब्स नंगा देख रहा था जो बहुत सुंदर था. सलोनी वैसे थोड़ी सांवली थी, लेकिन उसका बूब्स उससे थोड़ा गोरा था और उस पर भूरे कलर का निप्पल उसकी सुन्दरता पर चार चाँद लगा रहा था. फिर उस लड़के ने सलोनी को अपनी तरफ घुमा दिया और उसके होंठो पर एक जोरदार चुम्मा रसीद कर दिया और फिर उसके निप्पल को अपने मुहं में भर लिया. अब वो बहुत देर तक सलोनी के बूब्स चूसता रहा और में इस तरह से बैठा हुआ था कि उस कपल को यह सब कुछ दिखाई नहीं दे रहा था और अब उसने सलोनी की सलवार का नाड़ा खोल दिया और उसकी सलवार को थोड़ा नीचे की तरफ खिसका दिया और फिर पेंटी को भी.
दोस्तों मेरी बहन की बिल्कुल नंगी चूत अब ठीक मेरे आगे थी और उस पर थोड़े बाल थे, लेकिन वो देखने में बहुत सुंदर थी. फिर उस लड़के ने अपना लंड चूत में नहीं घुसाया, वो बस सलोनी की गांड पर फेरता रहा और सलोनी बैठकर अपनी गांड को उसके लंड पर दबा कर रही थी और फिर वो लड़का पीछे से सलोनी की कमर चाटने लगा और में भी यह सब देखकर झड़ने पर था और अब मेरा भी वीर्य निकलने वाला था. फिर इसी दौरान उस लड़के का लंड झड़ गया, लेकिन उससे पहले उसने अपने लंड को अपनी अंडरवियर में डाल लिया ताकि उसका माल सलोनी की गांड पर ना फैले और उसने बहुत कसकर ज़ोर से सलोनी के बूब्स को दबोच लिया और कुछ देर वो इसी पोजीशन में रहा और फिर उसने सलोनी को अपनी तरफ घुमाकर एक जोरदार किस दिया.
अब सलोनी ने भी अपने कपड़े ठीक कर लिए और थोड़ी ही देर में हमारा स्टॉप आ गया. फिर हम तीनो वहां पर उतार गये और मैंने ऑटो वाले को पैसे दिए और उस लड़के ने भी. फिर हम दोनों अपने घर की और बढ़ गये, तभी उस लड़के ने मुझे आवाज़ दी तो मैंने सलोनी से कहा कि में एक मिनट में उस लड़के के पास से आता हूँ. फिर जब में उसके पास गया वो बोला कि भैया अब में आपका पीछा नहीं करूँगा, आपकी बहन जितनी सुंदर है उतनी प्यारी भी है और आप उसके लिए एक बहुत अच्छा लड़का ढूंडना और वो मुझसे यह बात कहकर चला गया. फिर सलोनी ने मुझसे पूछा कि वो आपसे क्या कह रहा था?
मैंने उससे कहा कि कुछ नहीं वो मुझसे एक पता पूछ रहा था. फिर सलोनी बोली कि क्यों आपने बता दिया? तो मैंने कहा कि हाँ और वो बोली कि वैसे भैया वो लड़का बहुत अच्छा था और उसने मुझे इतनी देर तक अपनी गोद में बैठाये रखा, बैचारे के तो पैर दर्द कर गये होंगे. आप उसको घर पर बुला लेते तो वो चाय नाश्ता करके चला जाता. फिर मैंने कहा कि नहीं उसको थोड़ा जल्दी थी और फिर हम दोनों घर की और चले गये. दोस्तों यह थी मेरी चुदक्कड़ बहन की चुदाई का सफर जिसमे उसने किसी अजनबी के लंड पर बैठकर उसके लंड को ठंडा किया और मजा लिया.
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दोस्त के साथ फुल मज़े किए

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राज है और में वड़ोदरा गुजरात से हूँ. में दिखने में सुंदर हूँ तो गर्ल्स भी मेरी तरफ जल्दी ही आकर्षित हो जाती है, लेकिन में थोड़ा शर्मिला हूँ तो मैंने अभी तक किसी लड़की को रेस्पॉन्स नहीं दिया. अब में आपका समय ख़राब ना करते हुए सीधा अपनी कहानी बताता हूँ. ये बात अभी 15 दिन पहले हुई जब में अपने फ्रेंड से मिलने अहमदाबाद गया था. में वैसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर हूँ, और में खुद अपने पैरो पर खड़ा हूँ. मैंने अपनी पढाई पुणे में पूरी की थी और उसके बाद मैंने एक कंपनी में जॉब की, वहाँ पर मेरी कई लड़कियों के साथ जान पहचान हुई और मेरी शर्म भी धीरे-धीरे गायब हो गयी.
अब वहाँ पर एक लड़की थी, जो काफ़ी अच्छी थी और वो मेनेजमेंट में काम कर रही थी और मेरा उससे मिलना हुआ वो क्या सुंदर और मस्त लग रही थी? उसका फिगर मेरे हिसाब से 36-26-34 होगा. मुझे वो काफ़ी अच्छी लगी और उस टाईम ना तो मेरे दिमाग़ में कोई ग़लत ख्याल था और ना ही कुछ और था. फिर हमने 3 महीने तक साथ में काम किया और उसके बाद में वड़ोदरा में घर वापस आ गया, और वो राजस्थान की उदयपुर की रहने वाली थी और वो भी वापस अपने घर चली गई. उसके बाद हमारी फ़ेसबुक और व्हाट्सअप पर थोड़ी-थोड़ी बातें होती रहती थी और उसके घरवाले उसकी शादी करवाना चाहते थे और उसे शादी लेट करनी थी. फिर वो एम.बी.ए के लिए अहमदाबाद आ गयी. अरे में आपको उसका नाम तो बताना ही भूल गया, उसका नाम सीमा था, अब में वापस से स्टोरी पर आता हूँ.
उसने मुझे एक दिन कॉल किया और बोली कि में अहमदाबाद में एम.बी.ए की पढाई के लिए आ रही हूँ तो वो मुझसे पूछने लगी कि कहाँ रहना सही होगा? और भी बहुत कुछ पूछने लगी. अब वो वहां पर नई थी तो उसे थोड़ा टेन्शन भी था. फिर उसने बाद में एक फ्लेट किराए पर लिया और अपना सारा सामान सही सेट कर दिया.
मैंने उससे कहा कि में रविवार को फ्री हूँ, क्या तुम फ्री हो? फिर उसने कहा ठीक है आ जाओ. फिर में वड़ोदरा से सुबह 7 बजे की ट्रेन से अहमदाबाद के लिए निकला और फिर में वहाँ पर 10 बजे पहुंचा और फिर उसके बाद में बस से सीधा उसके फ्लेट तक पहुंचा. जब तक 12 बज गये थे और अब उसको अभी खाना बनाना था और फिर वो बातें करने लगी, क्योंकि हम 1 साल के बाद मिल रहे थे और फिर हमने पुरानी बातें और अभी की बातें की. अब वो घर से अहमदाबाद शिफ्ट होने पर थक गयी तो वो सुबह लेट उठी और उसे नहाना भी बाकी था तो अब वो नहाने चली गयी.
फिर में उसके लेपटॉप में मूवी देखने लगा तो फिर मुझे आइडिया आया तो मैंने बाथरूम के होल से देखा, तो वो पूरी नंगी थी, लेकिन मुझे ठीक से दिखाई नहीं दे रहा था तो में वापस से मूवी देखने लगा. इतने में वो नहाकर आ गयी और फिर बाद में मैंने उससे पूछा कि और मूवी कहाँ है? तो वो सीधा बाथरूम से आकर मेरे पास आई और बोली कि मूवी यहाँ पड़ी है. फिर मैंने अपनी छोटी हार्ड ड्राईव निकालकर मूवी कॉपी करना शुरू किया और वो कपड़े चेंज करने चली गई. फिर में भी उसके पीछे-पीछे गया तो उसने कहा कि क्या कर रहे हो? तो में बहाना बनाकर सीधा किचन की तरफ चला गया और पानी पी लिया. फिर वो कपड़े चेंज करके आई और फिर मैंने उससे बातें करनी शुरू कर दी तो मैंने उससे कहा कि 1 साल में कोई बॉयफ्रेंड बनाया या नहीं? तो वो बोली कि नहीं सिर्फ़ बहुत सारे दोस्त है. तो मैंने उससे कहा कि तुम तो शादी करनी वाली थी तो अब तुम एम.बी.ए क्यों करना चाहती हो? तो वो बोली कि अभी दोस्तों के साथ मज़े कर लेते है क्योंकि बाद में कुछ नहीं मिलेगा.
अब तो में चौंक गया और मुझे लगा कि इसने पहले भी सेक्स किया हुआ है तो मैंने उससे कहा कि तो मज़े किस टाईप के? तो वो बोली सब टाईप के तो मैंने कहा कि और? तो उसने मेरी बात काट दी. फिर मैंने उससे कहा कि तुमको मूवी चाहिए तो वो हाँ बोली और मैंने सारी मूवी उसके लेपटॉप में डाल दी. फिर वो किचन में गयी तो मैंने पॉर्न मूवी चालू कर दी तो वो अचानक से पीछे आ गयी और बोली कि ये भी डाल देना. मैंने कहा कि पॉर्न मूवी डालने का क्या फायदा है? तो वो बोली कभी काम आ जाता है.
मैंने कहा कि अगर तुम चाहों तो में मूवी का मज़ा सच में दे सकता हूँ, तो वो थोड़ा शरमाई और वापस अपने काम पर लग गयी. अब वो कपड़े धो रही थी तो में बोर हो रहा था. फिर में उसके पास गया और कहा कि बोलो क्या तुम्हें सच वाला अनुभव चाहिए? तो वो कुछ नहीं बोली. फिर मैंने सोचा कि अब में इसके साथ सेक्स करके ही रहूँगा. फिर मैंने उसके ऊपर पानी डाल दिया तो वो गीली हो गयी और गुस्सा होकर बोली कि अभी एक जोड़ी कपड़े ही बचे थे वो भी गीले कर दिए तो मैंने सिर्फ स्माइल दी.
फिर वो कपड़े चेंज करने गयी और फिर वो सिर्फ़ रूमाल में आई, वो क्या मस्त लग रही थी? फिर मैंने उससे कहा कि थोड़ी देर में मेरी ट्रेन है और में वापस जाने वाला हूँ तो तुम बाद में कपड़े धो लेना. फिर उसने कहा ठीक है और मैंने सेक्सी मूवी चालू कर दी. अब वो थोड़ा शर्मा रही थी और फिर में उसके पास जाकर बैठ गया और उसके बूब्स पर धीरे से हाथ रखा तो वो बोली कि क्या कर रहे हो? तो मैंने कुछ जवाब नहीं दिया और फिर मैंने उसके बूब्स को सहलाना चालू कर दिया. अब उसकी सांसे तेज़ हो रही थी और फिर मैंने उसका रूमाल खींच लिया तो अब वो मेरे सामने ब्रा और पेंटी में थी. फिर उसने कहा कि मुझे रूमाल वापस दो तो मैंने मना कर दिया और में फिर से उसके बूब्स दबाने लगा. अब वो और ज़ोर से आहें भरने लगी थी.
फिर मैंने उसकी ब्रा निकाल दी और अब वो मूवी देख रही थी. फिर मैंने उसके बूब्स को चूसना चालू किया तो अब वो और आहें भरने लगी और मैंने उसकी पेंटी पर अपना हाथ रखा तो वो मना करने लगी, लेकिन फिर मैंने उसकी चूत को सहलाना चालू किया तो वो मना नहीं कर पाई और अब उसे भी मज़ा आने लगा था. अब में अपने कपड़े उतारने लगा और अंडरवियर में आ गया.
फिर मैंने उसका हाथ अपने लंड पर रखवा दिया तो वो चौंक गयी कि ये इतना बड़ा और लंबा है, कैसे होगा? तो मैंने कहा तुम बस देखती जाओ. फिर उसके बाद में उसकी चूत को चाटने लगा और वो मेरे लंड को चूसने लगी. अब हम 69 की पोजिशन में थे और अब वो 2 बार झड़ चुकी थी. फिर आखिरकार वो मुझे कहने लगी कि अब जल्दी से डाल दो ज़्यादा देर मत करो तो मैंने अपना लंड ज़ोर से उसकी चूत में डाल दिया, तो वो शॉक हो गयी और कहा कि निकालो इसे बाहर, मुझे बहुत दर्द हो रहा है.
फिर मैंने धीरे-धीरे हिलना चालू किया तो अब उसको भी मज़ा आने लगा तो मैंने ज़ोर-ज़ोर से उसकी चुदाई की. और अब वो भी खुश होकर बोली कि मैंने पुणे में एक दोंस्त से चुदवाया था, तब से में प्यासी थी और अब जाकर मुझे आराम मिला है और बोली कि अब में जब बोलूँ तब तुम अहमदाबाद आना और मेरी चूत की प्यास बुझाना.
फिर मैंने काफ़ी देर तक सेक्स किया और फिर कुछ देर बाद में झड़ने वाला था तो उसने कहा कि मेरी चूत में ही डाल दो. फिर मैंने भी वैसा ही किया और अब उसकी प्यास बुझ गयी थी और मेरा भी काम हो गया था. अब शाम हो चुकी थी तो में नाश्ता बाहर से ले आया और फिर हमने नाश्ता किया और उसके बाद मैंने उसे उस पूरी रात में 3 बार चोदा और फिर मैंने हर तीन दिन में वहाँ उसके घर जाकर उसकी खूब चुदाई की.
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