दीदी की चूत का भेदन

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अर्जुन है और में पुणे से हूँ. यह मेरी इस साईट पर पहली कहानी है और में आशा करता हूँ कि आपको यह बहुत पसंद आयेगी. मेरे घर मे 5 लोग रहते है माँ, पापा, दीदी, मेरा छोटा भाई और में. मेरे पापा एक बिज़नेस मैन है और हमारा कॉटन मिल है और मेरी माँ हाऊस वाईफ है. दीदी का MBA पूरा हो गया है और उसकी शादी भी फिक्स हो चुकी है और में बी.ए. कर रहा हूँ और अब में आपको बोर ना करते हुए सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ.
मेरे दीदी विभा मुझसे 4 साल बड़ी है और दीदी की उम्र 26 साल है, उसका फिगर कमाल का है और उसकी गांड जो किसी का भी दिल जीत ले, में उसे हमेशा से पसंद करता था और उसे हवस की नज़रों से देखता था. मैंने कई बार उसके नाम की मुठ भी मारी है. ये बात पिछले साल जून की है जब मेरे घरवाले किसी रिश्तेदार की शादी में इंदौर गये थे. घर पर बस में और मेरी दीदी और मेरा छोटा भाई ही थे. दीदी को शायद पता था कि में उसे पसंद करता हूँ, लेकिन वो कुछ नहीं कहती थी.
एक दिन मौसम बड़ा खराब था तो दीदी बाहर गयी थी, शायद उस साल की वो पहली बारिश थी. उस टाईम रात के 9 बज चुके थे और उतने में ही मुझे दीदी का कॉल आया, उसकी गाड़ी स्टार्ट नहीं हो रही थी. उसने मुझे उसकी दोस्त के घर लेने बुलाया. फिर मैंने अपने छोटे भाई बबलू से कहा कि में दीदी को लेने जा रहा हूँ तू खाना खाकर सो जाना. फिर मैंने मेरी बाईक निकाली और उसकी दोस्त ऋतु के घर चला गया.
फिर उसकी दोस्त ऋतु ने कहा कि आज रात यही रुक जाओ मौसम बहुत खराब है, लेकिन मैंने कहा कि मेरा छोटा भाई घर पर अकेला है तो हमें जाना होगा. इतने में रिमझिम बारिश स्टार्ट हो चुकी थी. फिर में और दीदी निकल पड़े और थोड़ी ही देर में जोर की बारिश होने लगी तो दीदी और में एक जगह रुक गये. फिर लगभग रात के 11 बजे के करीब बारिश कम हो गयी तो दीदी ने कहा कि वो बाईक चलाना चाहती है तो दीदी बोली कि तू पीछे बैठ में सब संभाल लूंगी.
फिर दीदी बाईक चलाने लगी और में पीछे बैठ गया. हम बारिश के कारण पूरे गीले हो चुके थे और दीदी क्या कमाल की लग रही थी? में दीदी से पीछे चिपक कर बैठ गया. अब मेरा लंड दीदी की गांड को टच हो रहा था और मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था और शायद दीदी को भी बहुत मजा आ रहा था, मुझे पीछे से दीदी की ब्रा साफ़ साफ़ नज़र आ रही थी. फिर मैंने सोच लिया कि आज दीदी की चुदाई का अच्छा मौका है. फिर थोड़ी ही देर में हम घर पहुँच गये और दीदी की गीली गांड देखकर मेरा बुरा हाल हो रहा था.
फिर थोड़ी देर में दीदी फ्रेश होने गई और नाईट गाउन पहनकर आ गई, दीदी कभी गाऊन नहीं पहनती थी और यह मेरे लिए सर्प्राइज़ था. फिर दीदी ने कहा कि जा फ्रेश होकर आ जा और फिर खाना खाते है फिर में फ्रेश होकर आया और छोटे भाई के कमरे में गया तो वो सो रहा था. फिर में और दीदी खाना खाने लगे, दीदी को ठंड लग रही थी तो खाना ख़ाने के बाद में और दीदी रूम में बातें करने लगे. फिर दीदी ने कहा कि आज रात यही सो जा, मुझे मेरी तबियत ठीक नहीं लग रही.
में बहुत खुश था, मैंने पजामा और टी-शर्ट पहना हुआ था, अब हम सोने की तैयारी करने लगे, शायद दीदी आज चुदाई के मूड में थी. फिर दीदी ने कहा कि यार मुझे सर दर्द हो रहा है, प्लीज़ मुझे सर पर बाम लगा दे ना तो में बोला जी जरुर दीदी. फिर में उसके सर पर बाम लगाने लगा, अब मुझे उसके बूब्स नज़र आ रहे थे और उसने अन्दर ब्रा नहीं पहनी थी और अब मेरा लंड खड़ा होने लगा था तो दीदी बोली कि यार थोड़ा पीठ पर भी लगा दे इससे मुझे थोड़ी राहत मिलेगी, मेरी तो जैसे लॉटरी लग गयी थी.
फिर दीदी उल्टी लेट गयी और मैंने उसके गाउन की चैन नीचे कर दी और बाम लगाने लगा, में अब पूरी पीठ पर बाम लगाने लगा. फिर मैंने कहा कि दीदी में बाम ठीक से लगा नहीं पा रहा हूँ, क्या में आपकी जांघो पर बैठकर बाम लगा दूँ? तो उसने हाँ बोल दिया. अब में उसकी जांघो पर बैठकर दीदी को बाम लगा रहा था और अब मेरा 6 इंच लंबा लंड दीदी की गांड को छूने लगा था और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर मैंने दीदी से कहा कि तुम बहुत सुंदर हो और तुम्हारा फिगर भी बहुत अच्छा है, अब दीदी शायद मेरे इरादे समझ गयी थी. फिर दीदी ने कहा कि चलो बहुत रात हो गई है और अब हम सोते है, लेकिन मुझे कहाँ नींद आने वाली थी, क्योंकि मेरा खड़ा लंड तो दीदी की गांड मारने को बेताब था. अब दीदी मेरी तरफ अपनी गांड करके लेट गयी, उसके गाऊन की चैन अब तक खुली थी और में उसके साथ चिपक कर लेटा था. अब मेरा खड़ा लंड उसकी गांड को टच हो रहा था और में उसकी खुली पीठ पर किस करने लगा.
फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी गर्दन के नीचे से उसके बूब्स पर रख दिया और दूसरे हाथ से उसका पेट सहला रहा था, मेरे ऐसा करने से दीदी पूरी गर्म हो चुकी थी और वो अपने एक हाथ से चूत सहलाने लगी और ऐसा लगभग 5 मिनट तक चलता रहा. फिर मैंने दीदी का हाथ उसकी चूत से हटाया और मैंने अपना हाथ रख दिया और उसकी चूत सहलाने लग गया और अब मैंने अपना लंड भी पजामे के बाहर निकाल लिया था, अब दीदी से रहा नहीं गया और उसने मेरी तरफ मुँह किया और मुझे किस करने लग गयी.
मैंने दीदी को 5 मिनट तक किस किया और उसका गाऊन उतार दिया, अब दीदी पूरी नंगी थी और उसका गोरा बदन देखकर मुझसे रहा नहीं जा रहा था. फिर मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए, अब हम दोनों पूरी तरह से नंगे थे. फिर मैंने दीदी को बेड पर लेटाया और उसकी चूत चाटने लगा और में उसकी गांड से भी खेल रहा था, दीदी की चूत पर एकदम बारीक-बारीक बाल थे और मानो उसने 8 दिन पहले ही शेव की हो.
फिर मैंने उसे उल्टा किया और उसकी गांड चाटने लगा, अब दीदी ज़ोर-ज़ोर से सिसकियां ले रही थी. फिर मैंने दरवाजे की तरफ देखा तो दरवाजा बंद नहीं था तो में उठा और दरवाजा खिड़की सब बंद कर दिए. फिर मैंने दीदी से कहा कि दीदी मेरा लंड चूसो ना तो दीदी ने मना किया, लेकिन में रिक्वेस्ट करने लगा तो फिर वो मान गयी और मेरा लंड चूसने लगी और मेरा लंड उसकी गर्दन तक जा रहा था.
फिर हम 69 की पोजिशन में आ गये, दीदी मेरा लंड चूस रही थी और में उसकी चूत और गांड चूस रहा था और अब तक हम दोनों एक एक बार झड़ चुके थे. फिर मैंने दीदी की टाँगे फैलाई और मेरा लंड दीदी की चूत पर रगड़ने लगा और मैंने अपने लंड का टोपा दीदी की चूत में उतार दिया. उसने अपने होठों को दांतों से दबा लिया था, उसकी चूत बहुत टाईट थी. फिर उसने कहा कि थोड़ा दर्द हो रहा है. तो मैंने अपने लंड पर थूक लगाया और लंड उसकी चूत में पेल दिया और मेरा आधा लंड उसकी चूत में था, उसे मज़ा आने लगा था और वो कह रही थी कि आराम-आराम से करो.
फिर मैंने आराम-आराम से पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया और धक्के मारने लगा, अब हम दोनों चुदाई का पूरा आनंद लेने लगे थे. फिर 20 मिनट के बाद में उसके पेट के ऊपर आ गया. फिर मैंने टाईम देखा तो रात के 1 बज रहे थे. फिर थोड़ी देर में दीदी फ्रेश होने बाथरूम में चली गयी तो में भी उसके पीछे-पीछे बाथरूम में चला गया. अब दीदी की गांड देख़कर मुझे जोश चढ़ने लगा और मेरा लंड खड़ा होने लगा.
फिर मैंने दीदी को पीछे से गले लगा लिया और कहा कि दीदी में आपकी गांड मारना चाहता हूँ. फिर वो बोली कि नहीं गांड मारने में बहुत दर्द होता है. फिर मैंने कहा कि दीदी में बड़े आराम से करूँगा और अगर फिर भी दर्द होता है तो हम नहीं करेंगे. फिर मैंने उसे उठाया और बेड पर उल्टा लेटा दिया. फिर उसके पेट के नीचे एक तकिया रखा और फिर में बाथरूम से साबुन लाया और उसे उसकी गांड पर लगाने लगा और अपने लंड पर भी लगाया, इससे उसकी गांड और मेरा लंड एकदम चिकने हो गये थे.
फिर मैंने अपना लंड उसकी गांड पर टिकाया और धक्का मारा तो मेरा आधा लंड उसकी गांड में चला गया और वो चिल्ला पड़ी. फिर मैंने कहा कि दीदी आराम से और उसके बूब्स दबाने लगा और जब वो नॉर्मल हुई तो में धक्के मारने लगा. फिर मैंने पूरा लंड उसकी गांड में डाल दिया और अब उसे भी मज़ा आने लगा था. फिर थोड़ी देर के बाद में उसकी गांड में ही झड़ गया और हम दोनों नंगे सोने लगे तो दीदी ने कहा कि आई लव यू भाई तूने तो मुझे जन्नत की सैर कराई है. फिर में बोला कि आई लव यू टू दीदी और हम सो गये. सुबह दीदी से ठीक से चला भी नहीं जा रहा था और उसके बाद मैंने कई बार दीदी की चुदाई की और अब उसकी शादी हो चुकी है और मुझे जब भी मौका मिलता है तो में उसकी चुदाई करता हूँ.
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भाभी बनी मेरी सेक्सी गर्लफ्रेंड

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम गौतम शाह है और में एक कॉलेज स्टूडेंट हूँ और में अहमदाबाद का रहने वाला हूँ. आज में आप सभी को अपना पहला सच्चा सेक्स अनुभव सुनाने जा रहा हूँ जो कि अभी करीब 6 महीने जिसमें मैंने अपने कज़िन भाई की पत्नी मतलब कि मेरी भाभी को अपनी तरफ आकर्षित करके चोदा.
दोस्तों जब मेरे कॉलेज के पहले साल के एग्जाम खत्म हुए थे, तब हमारे घर पर मेरा कज़िन भाई और उसकी पत्नी खुशबू आए हुए थे और तब में पहली बार अपनी नई भाभी से बहुत करीब से मिला था. वो दिखने में एकदम कयामत लगती है और उनकी हाईट करीब 5.6 फिट और उनके बूब्स का साईज़ 36, उनकी गांड का साईज 32 और कमर 28 की है. मेरी हाईट 5.11 है और दोस्तों जब वो मेरा रूम देख रही थी, तब सिर्फ़ हम दोनों ही रूम में थे. उन्होंने तब मुझसे कहा था कि उन्हे ज़्यादा हाईट वाले लोग बहुत अच्छे लगते है, लेकिन मेरे भाई की हाईट ज़्यादा नहीं है तो इसलिए मैंने उनसे पूछा कि उनकी हाईट भी तो ज़्यादा नहीं है तो फिर आपने क्यों उन्हे पसंद किया?
दोस्तों मेरे इस सवाल से उनका चेहरा बिल्कुल बिगड़ गया और वो मुझसे एक भी शब्द नहीं बोली और अपना सर झुकाए खड़ी रही और फिर में वहां से चला गया, लेकिन अब में समझ गया था कि इनके बीच में कुछ तो समस्या है, वैसे मुझे बहुत अच्छा लगा कि भाभी ने मेरे साथ इस तरह की बात की, सिर्फ़ इसलिए नहीं कि वो दिखने में अच्छी थी, लेकिन उनका स्वभाव भी बहुत अच्छा था और मेरा भाई दिखने में ज़्यादा अच्छा नहीं था, लेकिन मुझे बाद में पता चला कि भाभी के पापा को केंसर है और वो अपनी बेटी की शादी देखकर जाना चाहते थे तो इसलिए उन्होंने यह फैसला लिया था.
मेरे भाई का घर भी अहमदाबाद में ही है और शादी के बाद उनका हमारे घर पर आना जाना बढ़ गया था, मेरी और भाभी की बहुत अच्छी बनती थी और उस वक्त मेरे पास एक नया फोन था तो एक दिन बातों ही बातों में उन्होंने मुझसे कहा कि क्यों इस फोन में कोई सुंदर सी लड़की का मोबाईल नंबर तो होगा ना? तो मैंने मुस्कुराते हुए कहा कि नहीं आपने मुझे अभी तक आपका कोई नंबर दिया ही नहीं. तभी उन्होंने भी मुझे एक शरारती स्माईल दी और अपना मोबाईल नंबर बताया और मैंने एक मैसेज करके अपना नंबर भी उन्होंने दे दिया, लेकिन अब मेरी कभी भी हिम्मत नहीं हुई उनसे चेट करने की, लेकिन में कभी कभी उन्हें कोई मैसेज जरुर भेज दिया करता था और एक दिन सुबह सुबह उनका एक मैसेज आया जिसमें गुड मॉर्निंग लिखा हुआ था.
फिर मैंने भी उन्हें एक अच्छा सा मैसेज किया और वो आगे की बात करने लगी. फिर मैंने मजाक मजाक में उनसे कहा कि आपको क्या शर्म नहीं आती कि घर में आपका पति है तो भी आप किसी और को मैसेज करती है? फिर उन्होंने कहा कि वो घर पर कहाँ रहते है? में खुद घर पर अकेली दिन भर बोर हो जाती हूँ. फिर मैंने उनसे कहा कि आप कोई किताब पढ़िए, उन्होंने कहा कि नहीं आज मुझे बाहर बाजार में कुछ कपड़े खरीदने जाना है और साथ में मुझे भी ऑफर भी किया कि क्या तुम मेरे साथ चलोगे? फिर में उनकी यह बात सुनकर खुश तो बहुत हुआ, लेकिन फिर सोचने लगा कि में अपने घर पर क्या बहाना बनाऊंगा?
तभी उन्होंने कहा कि तुम आंटी से कह देना कि आज ऑटो की हड़ताल होने की वजह से तुम मुझे अपनी बाईक पर बैठकर बाजार ले जा रहे हो और अब मैंने ठीक वैसा ही किया जैसा उन्होंने मुझसे कहा और में दोपहर को अपने घर से निकलकर उनके फ्लेट के नीचे उनका इंतजार कर रहा था और फिर कुछ देर बाद वो आई. दोस्तों में तो उन्हे आखें फाड़ फाड़कर देखता ही रह गया क्योंकि ऐसी हॉट, सेक्सी, लड़की तो हमारे पूरे कॉलेज में भी नहीं थी, उन्होंने एकदम टाईट जींस और बिना बाँह की एकदम टाईट टी-शर्ट पहनी हुई थी और उस टी-शर्ट में से उनके बूब्स कुछ ज़्यादा ही बाहर निकलते हुए दिख रहे थे और उस जींस से उभरी हुई गांड बाहर आ रही थी और मेरी बाईक नयी पल्सर है तो इसलिए उन्हें बैठने में बहुत समस्या हो रही थी और फिर उनको मुझे पकड़कर बैठना पड़ा, जिसकी वजह से उनके बूब्स मेरी पीठ को छू रहे थे.
दोस्तों उस दिन पहली बार कोई लड़की मेरी बाईक पर मुझसे बिल्कुल चिपककर बैठी हुई थी और इसलिए मुझे कुछ कुछ हो रहा था. फिर कुछ देर बाद मेरे मन की बात जानकर मेरी हालत देखकर उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या हुआ क्या तुम्हारी गर्लफ्रेंड ऐसे नहीं बैठती? दोस्तों वैसे वो बहुत अच्छी तरह से जानती थी कि मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है, लेकिन फिर भी मैंने बहुत धीरे प्यार से कहा कि वो मुझसे ऐसे चिपककर नहीं बैठती.
फिर वो मुझे अब कुछ ज़्यादा टाईट पकड़कर बोली कि क्या वो ऐसे बैठती है? फिर मैंने उनसे पूछा कि आप तो मेरी गर्लफ्रेंड नहीं हो ना? तभी उन्होंने कहा कि नहीं हूँ तो अब बन जाती हूँ और मुझे इसमें क्या आपत्ति है? तो मैंने कहा कि फिर तो में कुछ भी कर सकता हूँ ना? फिर उन्होंने मेरे सर पर धीरे से मारा और कहा कि तुम अब कुछ ज्यादा ही बहुत बड़े हो गये हो.
फिर हम जब बाजार में पहुंचे तो वहां पर बहुत से कपल्स एक दूसरे के हाथ में हाथ डालकर चल रहे थे. फिर मैंने उन्हें देखकर भाभी से कहा कि क्यों आप मेरी गर्लफ्रेंड हो ना? तो अब आपको भी ऐसा सब कुछ करना पड़ेगा. दोस्तों वो दिखने में इतनी सेक्सी लगती थी कि जैसे कोई कॉलेज स्टूडेंट हो और वो मुझसे उम्र में सिर्फ चार साल बड़ी थी. अब उन्होंने मेरे मुहं से यह बात सुनते ही झट से मेरा हाथ पकड़ लिया और फिर गर्लफ्रेंड, बॉयफ्रेंड की तरह मुस्कुराते हुये बातें करते हुए मेरे साथ चलने लगी और कुछ देर बार उनकी कुछ ड्रेस लेने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे ब्रा, पेंटी लेने है. फिर मैंने मुस्कुराते हुए कहा कि में आपका बाहर खड़ा इंतजार करता हूँ आप ले आओ, लेकिन भाभी ने मेरा हाथ पकड़कर कहा कि तुम अब मेरे लवर हो तो तुम्हे मेरे साथ अंदर भी आना पड़ेगा.
दोस्तों भाभी को में आज पहली बार इतना खुश देख रहा था और अब अंदर आने के बाद भाभी कुछ पसंद करके ट्रायल रूम में चली गई और फिर उन्होंने मुझे एक मैसेज किया कि यहाँ आकर देखो तो यह मुझ पर कैसी है? और जब में ट्रायल रूम के बाहर गया तो उन्होंने मुझे अंदर बुलाया और उन्होंने उस समय जींस के ऊपर सिर्फ़ काली कलर की ब्रा ही पहनी हुई थी. फिर मैंने कहा कि में आपका बॉयफ्रेंड हूँ तो में अब कुछ भी कर सकता हूँ ना? वो मेरी बात सुनकर थोड़ा मुस्कुराई तो मैंने उनकी कमर पर हाथ रखकर उन्हें मेरी तरफ खींच लिया, उनकी दोनों आखें बंद थी तो मैंने मौके का फायदा उठाते हुए उन्हें एक किस किया और उन्होंने भी मेरा पूरा पूरा साथ दिया.
फिर में बाहर आ गया और कुछ देर के बाद में मैंने उनको अपने घर पर छोड़ दिया, लेकिन उन्होंने आते समय मुझसे कुछ नहीं बोला और बस चुपचाप मुझसे चिपककर बैठी रही और में उनके बड़े मुलायम बूब्स की गर्मी लेता रहा और मेरा भाई उस दिन आउट ऑफ टाउन था तो में जब अपने घर पर पहुंचा तो मेरी माँ ने कहा कि तुम्हारी भाभी का कॉल आया था, तुम्हारा भाई घर पर नहीं है और इसकी वजह से तुम्हारी भाभी को रात के समय घर पर अकेले बहुत डर लगता है तो उसने तुझे वहां पर बुलाया है और तू आज रात को वहीं पर सो जाना. मैंने तेरे पापा को यह बात बताकर उनसे पूछकर तुझसे यह बात कही है.
दोस्तों में अपनी माँ के मुहं से यह बात सुनकर बहुत खुश हो गया और अब मन ही मन अपनी भाभी को चोदने के सपने देखने लगा और दिन भर जैसे तैसे बिताकर शाम को में भाभी के घर पर चला गया और मैंने देखा कि वो खाना खाने के बाद अपने बेडरूम में बैठी हुई थी और में वहां पर पहुंचकर बैठक रूम में सोफे पर बैठकर टी.वी. देख रहा था और अब तक हमने कुछ भी बात भी नहीं की थी. तभी थोड़ी देर बाद भाभी अपने बेडरूम से उठकर बाहर आई और उन्होंने मुझसे कहा कि क्यों गौतम अगर तुम्हे कोई दिक्कत ना हो तो तुम आज मेरे साथ मेरे बेड पर ही सो जाओ?
फिर में मन ही मन बहुत खुश होकर उन्हे झट से हाँ कहकर चुपचाप टी.वी. देखने लगा और जब में कुछ देर के बाद उनके रूम में गया तो भाभी वही मेक्सी पहनकर सोई हुई थी जो हमने आज दिन में बाजार से ली थी और वो उस बिल्कुल टाईट मेक्सी में बहुत सेक्सी लग रही थी और में उनके पास में लेट गया. तभी थोड़ी देर बाद उनका एक हाथ मेरी छाती पर था, मुझे तब तक नींद नहीं आ रही थी और मुझे लगा कि वो शायद गहरी नींद में है, लेकिन वो अब मेरी तरफ देखकर मुस्कुराई और में चुप रहा.
तभी उसने मुझसे कहा कि में तुमसे एक बात कहना चाहती हूँ. मैंने कहा कि हाँ कहो और फिर उसने मुझसे कहा कि मेरे पति तुम्हारे भैया ने आज तक मेरे साथ कभी भी सेक्स नहीं किया और यह बात बोलते बोलते वो रोने लगी. फिर में उनके मुहं से यह बात सुनकर बिल्कुल दंग रह गया, में भैया को पहले बहुत अच्छा मानता था, लेकिन मुझे यह बिल्कुल भी नहीं मालूम थी कि वो ऐसा भी होगा. फिर भाभी बोली कि उनके पति ने उनसे कहा है कि हम अभी पांच साल तक इंतज़ार करेंगे और अब उसे रोती हुई देख मैंने उन्हें गले लगा लिया, वो मेरे बालों में हाथ घुमा रही थी.
फिर मैंने उसकी गर्दन पर किस किया, लेकिन वो मुझसे कुछ नहीं बोली और फिर मैंने उनके होंठ पर किस किया और उनकी आखों में देखा तो वो बहुत खुश थी, अब हमने 15 मिनट तक लगातार लिप किस किया और मैंने पास में पड़ी हुई बॉटल में से पानी पिया, तभी भाभी मुझसे बोली कि मुझे भी पानी पीना है. फिर मैंने उन्हे वो बॉटल दे दी, लेकिन वो बोली कि ऐसे नहीं तुम्हारे मुहं से. फिर मैंने थोड़ा पानी पीकर अपने मुहं से उनके मुहं में डाल दिया और यह सब करना मुझे बहुत अच्छा लगा. मैंने उनकी ब्रा को खोल दिया और उनके हल्के गुलाबी निप्पल को चूसने लगा. दोस्तों उनके बूब्स बहुत स्वादिष्ट, मुलायम, बड़े आकार के, एकदम गोल थे.
फिर में अपने एक हाथ से बूब्स को दबा रहा था और दूसरे हाथ से उनकी पेंटी को उतार रहा था तो वो बहुत सेक्सी आवाज़ कर रही थी और वो मुझसे कह रही थी हाँ और ज़ोर से चूसो जान, गौतम में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ, प्लीज ज़ोर से सक करो हाँ और ज़ोर से प्लीज. फिर मैंने उनकी चूत में अपनी एक उंगली को डाल दिया और उन्होंने मुझे कसकर पकड़ लिया. दोस्तों मैंने अपनी उंगली को आगे पीछे, अंदर बाहर डालकर महसूस किया कि उनकी चूत बहुत टाईट थी और सच में वो अब तक बिल्कुल वर्जिन थी और उनकी चूत पूरी तरह से गीली थी, लेकिन फिर भी मेरी दो उंगलियाँ आसानी से अंदर नहीं जा रही थी तो मुझे बहुत ज़ोर लगाना पड़ रहा था और उसको बहुत दर्द हो रहा था तो वो ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी और मचल रही थी और में उन्हे अपनी दो उँगलियों से चोद रहा था, अब उनकी सिसकियों की आवाज़ बहुत ज़ोर से आ रही थी और वो मुझसे चुदने की भीख माँग रही थी और वो मुझसे कह रही थी कि प्लीज अब मुझे और मत तड़पाओ, अह्ह्ह्हह्ह प्लीज मुझे अब चोद दो, आईईईईई प्लीज मुझे एक बार अपना वो दे दो. फिर मैंने उनकी यह बात सुनकर उन्हे खींचकर बेड के कॉर्नर पर ले लिया और अब उनकी प्यासी चूत चाटने, चूसने लगा और अपनी जीभ से चोदने लगा.
फिर वो पूरे जोश में आकर मेरा सर उनकी चूत पर दबा रही थी और अब वो बहुत कामुक हो गई थी और मुझे बार बार चोदने को बोल रही थी, लेकिन में उसे तड़पा रहा था, क्योंकि हर काम को करने से पहले उसकी तड़प जितनी ज़्यादा होती है तो मज़ा उतना ही ज़्यादा आता है और फिर हम 69 की पोज़िशन में थे, लेकिन वो करीब दस मिनट में ही झड़ गई. उसकी सुगंध बिल्कुल अच्छी नहीं थी, लेकिन फिर में उसके चूत रस को पी गया और उन्होंने मेरा लंड चूस चूसकर लोहे जैसा बना दिया था और अब मैंने अपना 8 इंच का लंड उनकी चूत के पास रखा और उसकी चूत के मुहं पर धीरे से रगड़ने लगा और वो सिसकियों के साथ मुझसे बहुत भीख माँग रही थी, प्लीज गौतम अब मुझे और मत तड़पाओ, में मर जाउंगी, प्लीज़ मुझे एक बार चोदकर खुश कर दो. फिर मैंने लंड को चूत के अंदर डालने की बहुत कोशिश की, लेकिन लंड आसानी से अंदर नहीं गया और वो मेरे हर बार धक्के से चिकनी चूत के ऊपर से फिसलकर इधर उधर जा रहा था.
तभी उन्होंने मेरा लंड एक हाथ से पकड़कर अपनी चूत के छेद पर पकड़कर रखा और मुझे धक्का देने का इशारा किया और मैंने जब एक और ज़ोर का झटका मारा तो मेरा आधा लंड अब अंदर जा चुका था और वो रो रही थी, आआहह आईईईईइ प्लीज गौतम मुझे बहुत दर्द हो रहा है ऊईईईईई माँ प्लीज अब बाहर निकालो इसे, लेकिन मैंने उनकी एक ना सुनी और एक झटका मारा और मेरा पूरा का पूरा लंड अंदर चला गया था और वो बैहोश हो गई थी.
फिर मैंने उसे किस किया और वैसे ही पांच मिनट लेटा रहा. फिर में उनके बूब्स को सहलाने लगा और धीरे धीरे से दबाने लगा, लेकिन दोस्तों अब मेरे लंड में भी थोड़ा थोड़ा दर्द हो रहा था. फिर कुछ देर बाद जब उसे थोड़ा अच्छा लगने लगा तो मैंने अपनी चुदाई की स्पीड को बढ़ा दिया और वो मेरे साथ चुदाई के मज़े लेने लगी और सारे रूम में उनकी सिसकियों और पच पच की आवाज़ आ रही थी और बीस मिनट के बाद वो झड़ गई और झड़ने के वक्त उन्होंने मेरी पीठ पर इतने नाख़ून मारे कि मुझे बहुत दर्द हो रहा था और में भी तुरंत झड़ गया, वो मेरी इस चुदाई से बहुत खुश थी और उसने मुझे हग किया और कहा कि तुम बहुत अच्छे हो और में तुम्हे बहुत प्यार करती हूँ, तुमने मुझे चोदकर पूरा कर दिया है और तुम बहुत अच्छा चोदते हो, वाह मज़ा आ गया. अब हम इतने थक चुके थे कि कब सो गये और हमे पता ही नहीं maचला. सुबह 6 बजे वो उठी तो मैंने देखा कि उनसे अब ठीक तरह से चला भी नहीं जा रहा था और दिन में 12 बजे तक भैया आने वाले थे. फिर हम साथ में नहाए और एक बार फिर से सेक्स किया और तब से हम रोज़ फोन सेक्स करते है.
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दिव्या भाभी के साथ पूरा मजा

हैल्लो दोस्तों, ये बात एक साल पहले की है, जैसे ही मेरा कॉलेज शुरू हुआ था तो मेरा रोज का टाईम सुबह 6 से दोपहर के 1 बजे तक का था. उन दिनों में अक्सर कॉलेज के बाद वापस जल्दी घर आ जाया करता था, क्योंकि मेरे घर के सामने एक मस्त भाभी रहती थी, उसका नाम दिव्या था और वो दिखने में मोटी थी, लेकिन काफ़ी गोरी थी, उसकी उम्र कुछ 26 साल के आस पास होगी. उसकी सबसे ज़्यादा अच्छी बात थी उसके बूब्स, यार क्या बताऊँ? इतने बड़े थे कि मानो जैसे कोई बड़ा संतरा हो, उसे देखते ही मेरी दिमाग़ में बस उसको चोदने का ही विचार आता था कि कैसे इसको अपना बनाऊँ?
ऐसे ही रोज दिन कट रहे थे, जब भी में कॉलेज से वापस आता तो में उसे देखने का एक भी मौका नहीं छोड़ता था. जब वो अपने घर में झुककर पोछा लगा रही हो तब तो यार उसके आधे से भी ज़्यादा बूब्स बाहर निकल आते थे, उसके एकदम दूध जैसे सफ़ेद बूब्स थे और उन्हें देखकर मन करता था कि अभी जाकर पकड़कर पूरा निचोड़ लूँ और उनका सारा का सारा जूस पी जाऊँ.
ऐसे में दिव्या भी कभी-कभी मुझे सामने देख लिया करती थी, लेकिन जब भी वो मुझे देखती तो में डर के मारे वहाँ से चला जाता था, उसने मुझे कई बार ऐसा देखते हुए नोटिस कर लिया था. फिर मेरी परीक्षा आ गई तो उन दिनों में काफ़ी व्यस्त रहने लगा. फिर जब परीक्षा पूरी हो गई तो एक दिन वो मेरे घर आकर कहने लगी.
दिव्या : कहाँ हो आज कल दिखाई ही नहीं देते हो?
में : कुछ नहीं बस परीक्षा चल रही थी इसलिए.
दिव्या : ठीक है. फिर आज शाम को तुम मेरे घर पर आना, मुझे तुमसे कुछ काम है.
में : ओके, में आ जाऊंगा.
फिर इतनी बात करके वो चली गयी, मुझे पता नहीं चल रहा था कि उसने मुझे अपने घर क्यों बुलाया? क्या काम होगा? ऐसा सोचते-सोचते में सो गया. फिर में शाम को जब उठा तो फ्रेश होकर थोड़ी देर के बाद में उसके घर चला गया. फिर उसने मुझे घर में अन्दर आने को कहा, उस समय वो घर में सिर्फ़ अकेली ही थी. फिर मैंने पूछा कि भैया कहाँ गये है? तो उसने कहा कि वो बिजनस टूर पर गये है, वो 1 हफ्ते के बाद वापस आयेंगे. बस इतना सुनते ही मेरे मन में लड्डू फूटने लगे और अकेला ही मुस्कुराने लगा तो वो मुझसे पूछने लगी कि क्यों स्माईल कर रहे हो? फिर मैंने कहा कि कुछ नहीं बस ऐसे ही.
फिर मैंने पूछा कि आपको क्या काम था? तो उसने कहा कि मुझे कल शॉपिंग करने जाना है, तुम फ्री हो क्या? बस मैंने इतना सुनते ही हाँ कर दी तो उसने थैंक यू कहकर सुबह 8 बजे आने को बोला. फिर मैंने कहा कि ठीक है में आ जाऊंगा. फिर में सुबह होने का इंतज़ार करने लगा और उसके ख्यालों में मैंने रात को उसके नाम की कई बार मूठ भी मारी और फिर सो गया.
फिर में सुबह उठकर फ्रेश होकर में उसके घर गया तो उसने कहा कि अन्दर आ जाओ, जब वो बाथरूम में नहा रही थी. मेरा मन कर रहा था कि अंदर जाकर देख लूँ, लेकिन फिर मैंने सोचा इतनी जल्दबाज़ी अच्छी नहीं है. फिर जब वो मेरे सामने आई तो क्या कयामत लग रही थी? दोस्तों में बता नहीं सकता, उसने काले कलर की गाउन पहनी थी और वो उसकी सफ़ेद बॉडी पर क्या लग रही थी? में तो बस उसे देखता ही रह गया.
फिर उसने कहा कि क्या देख रहे हो? फिर मैंने कहा कि कुछ नहीं. फिर उसने नॉटी स्टाईल में कहा कि कभी ऐसा नहीं देखा क्या? और हंसने लगी. फिर मैंने कुछ बोले बिना ही उसको कहा चलो. हम बाईक पर जा रहे थे और वो मुझसे एकदम चिपक कर बैठी थी. अब मेरा हाल काफ़ी बुरा हो रहा था, अब बार-बार वो उसके बड़े-बड़े बूब्स मेरी पीठ पर टच कर रही थी, पता नहीं उसका क्या इरादा था? फिर हम एक बड़े से मॉल में गये, वहाँ पर उसने जाते ही कहा कि चलो मूवी देखने चलते है.
फिर हम मूवी देखने गये और मेरा नसीब अच्छा था कि जब मर्डर-2 मूवी चल रही थी. फिर हमने कॉर्नर की सीट का टिकट लिया और वहाँ जाकर बैठ गये. फिर जैसे ही मूवी में सेक्सी सीन आया तो मेरा लंड खड़ा हो गया और इसी दौरान ना जाने कब उसने अपना एक हाथ मेरी जांघ पर रख दिव्या, मुझे पहले तो लगा कि शायद ग़लती हुई होगी, लेकिन फिर उसने हाथ ऐसे ही रहने दिया और वो धीरे-धीरे अपना हाथ मेरे लंड के पास ले आई.
फिर मैंने जैसे ही उसके सामने देखा तो वो बस मुस्कुरा रही थी. अब मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया था. फिर मैंने भी एक हाथ उसके बूब्स पर रख दिया और ज़ोर-जोर से दबाने लगा, अब वो काफ़ी मस्त हो गयी थी. फिर आधी ही मूवी में उसने मुझसे कहा कि चलो घर पर चलते है. फिर मैंने कहा कि ठीक है. फिर वो वापस सारे रास्ते में वो मेरी पेंट के ऊपर से ही मेरे लंड से खेलती रही. फिर जैसे ही हम उसके घर पहुंचे तो वो भागकर अपने बेडरूम में चली गयी.
मैंने डोर लॉक किया और में उसके बेडरूम की और गया तो मैंने देखा कि वो पलटकर दूसरी तरफ मुँह करके खड़ी है. फिर मैंने जाकर उसे पीछे से पकड़ लिया और उसकी गर्दन पर किस करने लगा और अपने लंड को उसकी बड़ी सी गांड पर दबाने लगा. फिर मैंने उसको अपनी तरफ़ घुमाया और अब हम लिप किस करने लगे, हमें एक दूसरे के थूक का टेस्ट इतना अच्छा आ रहा था कि दिल कर रहा था कि ये किस ख़त्म ही ना हो. फिर उसने किस तोड़ते हुए मेरे लंड को पकड़ लिया और उसको सहलाने लगी.
फिर मैंने उसका गाउन निकाल दिया और अब वो मेरे सामने काली पेंटी और काली ब्रा में खड़ी थी. अब तो मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे उसके बूब्स तो ब्रा को तोड़कर अभी बाहर निकल आयेंगे, आज मेरा सपना पूरा होने वाला था और हम लोग भी बेड पर लेट गये. फिर मैंने उसकी ब्रा को निकाल दिया, क्या बूब्स लग रहे थे? एकदम बड़े-बड़े और में उसे छोटे बच्चे की तरह चूसने लगा, वो मदहोश हो रही थी और वो धीरे-धीरे मौन कर रही थी, आआआआआहह प्रेम आराम से, धीरे जान, बहुत दर्द हो रहा है.
अब में कभी चूसता तो कभी ज़ोर से काट देता तो वो ज़ोर से चिल्लाती, ऊऊऊऊऊऊहह ययययस्स्स्स्स मारररर डाला और जोररररर से. फिर बाद में उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और वो मेरा लंड देखकर शॉक हो गई कि ये कितना बड़ा है? तेरे भैया का तो इसका आधा भी नहीं है और इतना कहते ही उसने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और लॉलीपोप की तरह चूसने लगी. अब में तो मानों जन्नत में आ गया. फिर 10 मिनट के बाद में झड़ने वाला था तो उसने कहा कि मेरे मुँह में ही झड़ जाओ और वो मेरा सारा स्पर्म पी गयी और मानों जैसे वो जंगली सी हो गयी हो और वैसे मुझे देखने लगी.
फिर में उसकी बॉडी को किस करने लगा, अब वो तो मानों जैसे पागल हो गयी हो वैसे मौन करने लगी थी, वो तो अच्छा था कि उसका घर सबसे आखरी का था तो किसी को कुछ सुनाई नहीं दे रहा था. फिर मैंने उसकी पेंटी को छुआ तो वो पूरी तरह से भीग गई थी, अब उसकी चूत से पानी निकल रहा था. फिर मैंने उसकी चूत में दो उंगली डाल दी तो वो पूरी तरह सिहर गयी, अब में धीरे-धीरे मेरी उंगलियां अंदर बाहर करने लगा तो वो चिल्ला रही थी प्रेम फक मी, ईईएसस्स्सस्स मोर हार्ड इट आआआआआ जल्दी और अंदर डालो और में ये सब सुनकर काफ़ी जोश में आ गया और अब मेरा लंड वापस उसको चोदने के लिए तैयार हो गया था. फिर मैंने उसकी गांड के नीचे एक तकिया रखा जिससे उसकी चूत थोड़ी ऊँची हो गयी.
फिर मैंने देर ना करते हुए सीधा अपना लंड उसकी चूत पर टिकाया और उसे थोड़ा दबाया और मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुस गया. अब वो चिल्लाने लगी, उउउइइ माँ मरररररर गयययययी, बाहर निकाल इसे, लेकिन मैंने उसकी एक ना सुनते हुए दूसरा झटका मारा और मेरा पूरा लंड उसके अंदर चला गया, उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे थे. अब में उसे लिप किस करने लगा.
फिर जब वो तैयार हो गई तो मैंने फिर से धीरे-धीरे झटके लगाने शुरू कर दिए. अब वो भी अपनी गांड उठा-उठाकर मेरा साथ देने लगी थी. फिर मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और वो हर झटके पर मौन करने लगी, यहहह्ह्ह्हस्स्सस्स्स्स बेब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबबययययययययययययययी फक मीईईईईईई यसस्स्स्स्स्स्स्स्स सस्स्स्स्स्स्ऊऊऊऊ हार्ड एंड डीप. में झड़ने वाला था और वो भी झड़ने वाली थी तो उसने कहा कि मेरे अंदर ही झड़ जाओ. फिर मैंने अपनी स्पीड और तेज़ कर दी और कुछ ही समय में हम दोनों एक साथ झड़ गये.
फिर जब मैंने उसकी आँखो में देखा तो उसमें एक अजीब सा नशा था. फिर हमने लिप किस किया और काफ़ी देर तक वैसे ही एक दूसरे की बॉडी से खेलते रहे. फिर हम बाथरूम में गये और वहाँ हम दोनों ने एक साथ बाथ किया और वहाँ भी एक बार उसकी चुदाई की. फिर आखरी में हम एक दूसरे को साफ करके बाथरूम के बाहर आए और एक दूसरे की बाहों में सो गये.
फिर जब में उठा तो वो नाईटी में मेरे लिए चाय लेकर आई और मुझसे कहने लगी कि ऐसा मज़ा आज तक कभी नहीं आया और फिर पूरे 1 हफ्ते तक हमने ऐसे कई बार चुदाई की, कभी किचन में तो कभी हॉल में तो कभी छत पर, हमने हर जगह चुदाई की और आज भी जब भी उसका मूड होता है तो दिव्या मुझे बुला लेती है और हम दोनों खूब मजा करते है.
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गर्लफ्रेंड और उसकी सहेली की चुदाई

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम आर्यन है और में एक प्राईवेट कंपनी में नौकरी करता हूँ और में देहरादून का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र 21 साल है. में दिखने में बहुत अच्छा हूँ मेरा रंग गोरा है और में हर दिन जिम भी जाता हूँ. दोस्तों मुझे पर सेक्सी कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है और में जब भी फ्री होता हूँ तो इसकी कहानियाँ पढ़ने लगता हूँ. दोस्तों आज में आप सभी के सामने अपनी एक सच्ची घटना लेकर आया हूँ.
दोस्तों मेरी गर्लफ्रेंड का नाम पूजा है और वो हरिद्वार की रहने वाली है और मेरे साथ मेरी कम्पनी में नौकरी करती है और हम दोनों का चक्कर पिछले 6 महीने से चल रहा है. दोस्तों वो एक सामान्य परिवार से है, उसका रंग एकदम दूध जैसा सफेद है और उसकी गांड एकदम मस्त है, लेकिन उसके फिगर का तो क्या कहना? वो एकदम अच्छे आकार के है जिसको देखकर में शुरू से ही उसकी तरफ आकर्षित हुआ उसके वो हॉट, सेक्सी बूब्स उसके कपड़ो से हमेशा बाहर आने को तैयार रहते और में उन्हें घूर घूरकर देखता रहता और मन ही मन उसकी चुदाई के सपने देखता रहता था.
दोस्तों उसके फिगर का साईज 30-28-32 है और अब तो आप समझ ही गये होंगे कि वो क्या चीज़ है और दिखने में कितनी और सेक्सी है? हम दोनों जब भी मिलते थे तो किसिंग ही करते थे और उससे ज़्यादा उसने मुझे कभी भी कुछ नहीं करने दिया, लेकिन में उसको हमेशा चोदने’ के बारे में सोचता रहता था, लेकिन मुझे कोई अच्छा मौका नहीं मिल रहा था जिसका फायदा उठाकर में अपने मन की सभी इच्छाओं को उसके साथ पूरा कर लूँ, लेकिन एक दिन उस भगवान ने मेरे मन की बात सुन ली और दिन उसने मुझे अपने रूम पर बुलाया, उस दिन उसका जन्म दिन था इसलिए में एक अच्छा सा गिफ्ट लेकर उसके रूम पर पहुँच गया और मैंने वहां पर पहुंच कर देखा कि वो उस समय अपने रूम पर बिल्कुल अकेली थी और मुझे नहीं पता था कि उसकी फ्रेंड रजनी भी उस समय उसके रूम पर आई हुई है और वो उस समय बाथरूम में नहा रही थी.
फिर मैंने जाते ही उसे जन्मदिन की बधाई दी और अब में उसको चूमने लगा. दोस्तों वैसे उसकी फ्रेंड भी हम दोनों के चक्कर के बारे में सब कुछ जानती थी, अब मैंने पूजा से बोला कि तुम्हे तुम्हारा गिफ्ट मिल गया और अब तुम मुझे भी मेरा गिफ्ट दे दो, वो समझ गई और बोली कि वो समय आने पर में तुम्हे जरुर दे दूँगी. फिर इतने में उसकी फ्रेंड भी नहाकर बाहर आ गई. तभी एक जोरदार तूफान आया और अचानक बहुत ज़ोर से बारिश होने लगी और बिजली कड़कने लगी जिसकी आवाज सुनकर वो एकदम मुझसे लिपट गई और कुछ देर बाद उसने मुझे छोड़ दिया, मुझसे अलग हुई और फिर कुछ देर बाद मैंने उनके साथ खाना खाया और कुछ देर इधर उधर की बातें करके में उनको बाय बोलकर अपने घर पर जाने लगा तो पूजा ने मुझे जाने से मना कर दिया.
उसके बाद वो फ्रेश होने चली गई तो में रजनी के साथ बैठकर इधर उधर की बातें करने लगा वो भी बहुत हॉट थी और बहुत सुंदर भी थी. उसने उस समय पंजाबी सलवार कमीज़ पहन रखा था जिसमे वो आज कुछ ज्यादा ही सुंदर लग रही थी. अब मैंने उससे कुछ देर बाद बातों ही बातों में पूछा कि क्या आपका कोई बॉयफ्रेंड नहीं है? तो उसने थोड़ा सा शरमाकर अपना सर हिलाकर मुझसे मना कर दिया और उसकी उम्र भी पूजा जितनी थी और इतने में पूजा भी नहाकर बाहर आ गई. दोस्तों पूजा तो क्या मस्त कयामत लग रही थी, उसने पटियाला सूट पहन रखा था और मेरी नजर तो अब उसके जिस्म से एक पल भी हटने को तैयार नहीं थी. में उसको घूर घूरकर देखे जा रहा था. तभी उसने मुझसे मुस्कुराते हुए कहा कि क्यों क्या आज मुझे पूरी तरह से खा ही जाओगे?
फिर मैंने अपनी नजर को उसके ऊपर से हटाकर मुस्कुराने लगा और वो अब मेरा मतलब बिना कहे ही समझ चुकी थी. दोस्तों उस रूम में एक फोल्डिंग बेड था और एक दूसरा हमेशा बिछा रहने वाला बेड था. अब हम दोनों पूजा और में एक बेड पर एक साथ एक दूसरे की बाहों में लेटे हुए टीवी देख रहे थे और रजनी उस फोल्डिंग वाले बेड पर सो रही थी.
फिर कुछ देर बाद मैंने पूजा के कान में कहा कि आज मौसम भी बहुत मस्त हो रहा है और आज तुम्हारा जन्मदिन भी है. तुम कहो तो में आज तुम्हे जन्नत की सैर करवा दूँ? तो उसने झट से मेरी बात के लिए हाँ कर दिया और फिर बोली कि रजनी को सो जाने दो उसके बाद तुम्हे जो करना है कर लेना और अब हम दोनों बहुत बेसब्री से रजनी के सोने का इंतजार करने लगे, लेकिन वो शायद हमारे मन की बात को समझकर बहुत जल्दी दूसरी तरफ अपना मुहं करके सो गई थी. फिर सबसे पहले मैंने पूजा के होंठो को चूमा और अपनी जीभ को उसके मुहं में अंदर तक डालकर बहुत देर तक बहुत मज़े लिए और फिर आहिस्ता आहिस्ता उसके गाल पर, गर्दन पर, उसकी छाती पर किस करने लगा और वो भी अब मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी.
फिर मैंने उसके बूब्स के करीब पहुंचकर उसके सेक्सी बूब्स को सहलाया और मसलने लगा तो वो अब धीरे धीरे गरम होने लगी थी और सिसकियाँ लेने लगी थी. फिर मैंने उसका वो जोश देखकर अपने कपड़े उतार दिए और जब में अपने कपड़े उतार रहा था तो रजनी भी अचानक से हमारी तरफ पलटकर मुस्कुराते हुए मुझे देख रही थी, अब में उसके सामने बिल्कुल नंगा हो गया और अब मेरा वो 7.5 इंच का लंड देखकर वो दोनों अचानक से डर गई और फिर पूजा मुझसे डरते हुए बोली कि तुम्हारा यह तो बहुत मोटा, लम्बा है और यह तो आज मेरी जान ही निकाल देगा, रहने दो में तो कुछ भी नहीं करूंगी.
मैंने उसे अब बहुत प्यार से बहुत देर तक समझाया और मैंने उससे कहा कि अगर तुम्हे थोड़ा भी दर्द होतो तो तुम मुझे मना कर देना, में तुम्हे वहीं पर वैसे ही छोड़ दूंगा, लेकिन प्लीज एक बार मुझे आगे बढ़ने का मौका तो दो और थोड़ा बहुत दर्द तो सबको होता है, लेकिन उसके बाद सबको बहुत मज़ा भी तो आता है और अब वो मेरे बहुत समझाने पर मान गई. अब में उसको एक बार फिर से गरम करने लग गया और उसके बूब्स को दबाने लगा.
वो अब ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ भरने लगी और रजनी भी हमे यह सब करते हुए देखकर दूर से ही गरम होकर जोश में आकर सिसकियाँ लेने लगी और अब मैंने पूजा के बचे हुए सारे कपड़े उतार दिए और उसे पूरी नंगी कर दिया और अब उसकी वो रसीली, कामुक चूत को देखकर मेरे मुहं में अचानक से पानी आ गया. तभी कुछ देर बाद हमने अपने साथ में रजनी को भी अपने बेड पर बुला लिया और उसके कपड़े भी पूरे उतार दिए और उसको भी पूरी नंगी कर दिया.
फिर मैंने देखा कि उन दोनों की चूत पानी एक एक बार छोड़ चुकी थी और मैंने सबसे पहले पूजा की जाँघो के बीच में जाकर उसकी रसीली चूत को चाट चाटकर बहुत अच्छी तरह से साफ कर दिया पूजा ने मेरे सर को बहुत दम लगाकर अपनी चूत में दबाया और अपने चूतड़ को उठा उठाकर चूत को मुझसे साफ करवाया और इस बीच पूजा का एक बार फिर से पानी निकल गया था और वो झड़कर बिल्कुल निढाल होकर चुपचाप पड़ी रही और में उसकी चूत को चूसता, चाटता रहा.
मैंने उसे बहुत अच्छी तरह साफ कर दिया और मैंने वो सारा रस पी लिया. अब मैंने रजनी की चूत को भी चाटा और उसने भी कुछ देर के बाद पानी की धार को मेरे मुहं पर छोड़ दिया मैंने उसकी चूत को भी चाटकर साफ कर दिया. अब मैंने उन दोनों को मेरा लंड चूसने के लिए बोला तो पूजा मना करने लगी, लेकिन रजनी ने झट से मेरे लंड को अपने मुहं में ले लिया, क्योंकि मेरा लंड बहुत मोटा था और अब वो लोलीपोप की तरह लंड को बहुत मज़े लेकर चूसने लगी, मुझे तो मानो जैसे जन्नत मिल गई हो, लेकिन थोड़ी देर चूसने के बाद मेरा वीर्य निकल गया और अब उसने सारा का सारा पी लिया.
अब मैंने पूजा के दोनों पैरों के बीच में आकर उसके पैरों को अपने कंधे पर रख लिया और उसकी गांड के नीचे एक तकिया रख दिया जिससे उसकी चूत ऊपर की तरफ उठ गई और फिर में अपना 7.5 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा. वो बिल्कुल बैचेन सी हो गई और बोलने लगी कि प्लीज जानू अब चोद दो मुझे जानू अब मुझे और मत तरसाओ, में अब और नहीं रह सकती, आईईइ प्लीज थोड़ा जल्दी से मेरी चूत को ठंडा कर दो उह्ह्हह्ह. तो मैंने अपना लंड उसकी चूत पर लगाकर एक ज़ोर का धक्का मारा तो लंड का सुपाड़ा चूत के अंदर फिसलकर चला गया और पूजा ज़ोर से चीखने, चिल्लाने लगी. यह सब देखकर रजनी बिल्कुल पागल हो रही थी और वो भी अब मुझसे चोद दो मुझे भी प्लीज अब मुझे भी चोद दो बोले जा रही थी.
फिर मैंने थोड़ी देर पूजा को किस करते हुए उसे बहुत अच्छा महसूस करवाया और फिर वो अपनी गांड हिलाकर मुझसे चोदने के लिए बोलने लगी और फिर मैंने उसे 6-7 धक्को में अपना पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया. वो बहुत ज़ोर ज़ोर से रोने लगी, शायद उसकी सील टूट गई थी इसलिए वो इतना चिल्ला रही थी. फिर मैंने थोड़ी देर रुककर एक बार फिर से धक्के मारने चालू किए, लेकिन में इस बार बिल्कुल भी नहीं रुका और मैंने 15 मिनट जमकर पूजा की चूत को चोदा, उसके बाद मेरा वीर्य निकल गया और मैंने अपने वीर्य से उसकी चूत को भर दिया. वो भी पहले दो बार झड़ चुकी थी और तीसरी बार मेरे साथ झड़ गई और जब मेरा लंड सिकुड़कर उसकी चूत से बाहर आया तो मैंने अपने लंड पर बहुत सारा खून देखा जो उसकी चूत का था. शायद अब उसकी चूत फट चुकी थी और चूत से मेरा और उसका गरम गरम लावा बाहर आ रहा था और थोड़ी सा खून भी बाहर निकल रहा था.
अब पूजा आराम से एकदम सीधी होकर लेट गई, क्योंकि वो अपनी चूत में बहुत दर्द महसूस कर रही थी और इस बात का फायदा उठाकर रजनी ने मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर चूसा और खड़ा कर दिया. फिर उसके बाद मैंने रजनी को भी बहुत जमकर चोदा, हमारी यह चुदाई कम से भी कम एक घंटा लगातार चली थी जिसमे 25 मिनट पूजा के साथ और 35 मिनट रजनी के साथ सेक्स किया क्योंकि मेरा वीर्य दो बार पहले ही निकल चुका था इसलिए मुझे रजनी को चोदते समय झड़ने में बहुत समय लग गया और अब जब में रजनी की चूत में झड़ा तो वो भी मेरी इस चुदाई से पूरी तरह संतुष्ट होकर बहुत खुश हो गई और अब हम तीनों एक साथ एक ही बेड पर बिल्कुल नंगे होकर एक ही रज़ाई में सो गये. में उन दोनों के बीच में था और वो दोनों मेरे आस पास लेटी हुई थी.
फिर में एक एक करके बारी बारी से उनके बूब्स को मसलता, दबाता, चूसता रहा और मैंने उस रात उन दोनों को करीब दो दो बार चोदा और फिर हम सो गए. दोस्तों वो दोनों अब भी मुझसे कई बार एक साथ चुद चुकी है और मैंने उनकी गरम चूत को चोदकर ठंडा किया है.
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