तड़पते हुए जिस्म की भूख

नमस्कार दोस्तों, यह मेरी आज पहली कहानी है और में उम्मीद करता हूँ कि आप लोगों को यह जरुर पसंद आएगी. दोस्तों मेरा नाम शुभम है और यह मेरी एकदम सच्ची घटना है और में एक इंजिनियर हूँ. मैंने कुछ सालों पहले अपनी इंजिनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और अब एक प्राईवेट कम्पनी में काम करता हूँ और इस समय मुंबई में रहता हूँ. दोस्तों मुझे अक्सर कम्पनी की तरफ से विदेशों के टूर पर भेजा जाता है.
दोस्तों ये कहानी मेरी और श्रेया की है और वो एक ग्रहणी थी और वो बहुत पड़ी लिखी थी, उन्होंने MBA किया हुआ था और उनकी उम्र 37 साल की है और उनकी एक बेटी भी है. श्रेया के पति एक बैंक में जनरल मैनेजर है और श्रेया उन दिनों वशी में रहती थी जो कि नई मुंबई में ही आता है. श्रेया की शादी को 15 साल हो गये थे और उनके पति हमेशा अपने ऑफिस के काम में ही व्यस्त रहते थे, जिसकी वजह से उनकी लाईफ से सेक्स बिल्कुल खत्म हो गया था और श्रेया के पति को सेक्स में अब बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं रही थी.
फिर दूसरी तरफ श्रेया का बहुत मन करता था कि वो अपने पति के साथ सेक्स करे. वैसे श्रेया एक संस्कारी औरत थी और उसने आज तक कभी भी अपने पति के अलावा किसी के साथ कभी सेक्स नहीं किया था, लेकिन उनको अब सेक्स कहानी पड़ने की आदत लग गई थी, जिसकी वजह से वो अब बहुत सेक्स कहानियाँ पड़ती थी और उनके अंदर एक प्यास थी और जो बुझाए नहीं बुझती थी और उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वो कभी किसी के साथ अफेयर करेगी. उनके पति थे जो कभी सेक्स के लिए तैयार ही नहीं होते थे. सेक्स तो दूर की बात थी वो एक दूसरे को आपस में किस तक नहीं करते थे और यह सभी बातें श्रेया ने मुझे यह बात चेट पर बताई थी.
श्रेया को रात भर सेक्स कहानी पढ़ने की एक आदत लग गई थी तो उनको अब कहानियाँ पढ़े बिना नींद भी नहीं आती थी और उनका पूरा बदन जलता रहता था और वो अधिकतर समय सुबह 3 बजे सोती थी और उन्हें 6 बजे अपनी बेटी को स्कूल भेजने के लिए सुबह मजबूरी में जल्दी उठाना पड़ता था. ऐसे हर रोज उठने की वजह से श्रेया को हाई बीपी की परेशानी हो गई और जिस दिन श्रेया को इस बात का पता चला तो उस दिन से उसे अपनी दिनचर्या को ठीक करने का ख्याल आया और उसने निर्णय किया कि अब वो अपनी प्यास को कंट्रोल करेगी, लेकिन वो उस काम में पूरी तरह से असफल थी और अपनी परेशानी के बारे में वो किसी से बात भी नहीं कर पा रही थी.
उसने आखिरकार समझ लिया कि सेक्स की भूख इंसान की एक प्राक्रतिक प्रवती है और इसे कंट्रोल कर पाना नामुमकिन है. अब उसने निर्णय किया कि वो किसी और के साथ शारीरिक संबंध बनाएगी, क्योंकि सेक्स की तड़प अब उसके शरीर को भी धीरे धीरे खराब कर रही थी, लेकिन उसके सामने सबसे बड़ी समस्या यह थी कि वो किस के साथ संबंध बनाए और उसको अपनी बदनामी का बहुत डर था और उस काम की वजह से उसकी ज़िंदगी बर्बाद हो जाती और फिर उसने फेसबुक पर मुझसे बहुत चेटिंग की और मेंने अपने बारे में उसे बताया और उसने यह सारी जानकारी मुझे चेट पर ही बताई. हम दिन में दो तीन घंटे आपस में चेट करते रहते थे, मुझे उनका स्वभाव भी बहुत अच्छा लगा. फिर करीब एक, दो सप्ताह तक चेट करने के बाद हम दोनों को एक दूसरे पर पूरी तरह से विश्वास हो गया.
अब हम एक दूसरे के पास अपने फोटो भी भेजने लगे और वो फोटो देखकर उनको और मुझे पता चल गया कि हम दोनों एकदम अच्छे लोग है और फिर जैसे कि मैंने आपको बताया कि हम दोनों ही नई मुंबई में रहते थे.
फिर एक दिन हम दोनों ने आखिरकार निर्णय कर लिया कि हम अब एक दूसरे से मिलेंगे. दोस्तों में सबसे पहले आप सभी को श्रेया के बारे में बताता हूँ. वो बहुत ही सुंदर महिला थी और उनकी हाईट 5 फिट 5 इंच थी, उनका फिगर 36-34-38 था और बूब्स दिखने में बहुत बड़े थे, लेकिन थोड़ा नीचे की तरफ झुके हुए थे, उनका रंग एकदम गोरा था और उनके होंठ एकदम हल्के गुलाबी कलर के थे, गांड बहुत बड़ी थी और थोड़ा बड़ा आकार होने की वजह से बाहर की तरफ आ रही थी, लेकिन उनका एक कातिलाना फिगर था.
अब में अपने बारे में बताता हूँ. में 5 फिट 9 इंच लंबा हूँ, अच्छा बदन और मैंने श्रेया से मिलने से पहले सिर्फ़ एक ही बार सेक्स किया था. फिर श्रेया ने मुझसे अपना टाईम लिया और मुझे बुलाया और फिर मेरे बहुत कहने पर आखिरकार वो मेरे साथ सेक्स करने को मान गई, उसका मुझसे सबसे बड़ा वादा यह था कि में कभी भी उसके साथ धोखा ना करूं और किसी को भी कभी कुछ नहीं बताऊँ और में उसके पीछे जबरदस्ती ना पडूं और मुझसे चेट करते करते उसने भी अब समझ लिया कि मेरे लिए भी उसकी और अपनी इज़्ज़त बहुत महत्वपूर्ण थी और उस बदनामी से मेरे ऑफिस में मेरी बहुत बेईज़्ज़ती हो जाएगी.
फिर में भी उसकी सभी बातों को अब पूरी तरह से मान गया था कि श्रेया एक सीधी साधी लेडी है और जिसकी बहुत इज्जत है और हमने चेटिंग पर अपने मोबाईल नंबर्स भी एक दूसरे को दे दिए थे और हमने फिर फोन पर बहुत सारी बातें भी की और करीब तीन सप्ताह तक ऐसे ही बात करने के बाद हमने अब मिलने का निर्णय ले लिया था और अब हम एक दूसरे पर पूरा पूरा विश्वास भी करने लगे थे, हमारी मिलने की जगह का निर्णय भी श्रेया ने ही किया.
कुछ दूरी पर स्टेशन के पास एक रेस्टोरेंट में उन्होंने मुझसे मिलने को कहा और में एकदम ठीक टाईम पर वहाँ पर पहुंच गया और अब में वहां पर उनका इंतजार करने लगा और करीब 15-20 मिनट के बाद श्रेया वहाँ पर आ गई. उसने एक काली कलर की साड़ी पहने हुई थी बाल एकदम खुले करे हुए थे और थोड़ा मेकअप किया हुआ था, वो साड़ी थोड़ी सी जालीदार थी और जिसकी वजह से उनके बूब्स अलग ही बड़े आकर के लग रहे थे, लेकिन थोड़ी सी भी छाती नहीं दिख रही थी और दूर से देखते ही हमने एक दूसरे को पहचान लिया, क्योंकि हमारे मिलने से पहले हमने एक दूसरे के फोटो बहुत बार देख लिए थे.
अब हम दोनों पहली बार किसी से ऐसे मिल रहे थे, वो बार बार मुझे देखकर स्माईल कर रही थी. अब उसने मुझसे कहा कि तुम तो बहुत अच्छे दिखते हो और तुमने अपनी बॉडी भी बहुत अच्छी बना रखी है. फिर मुझे उनकी यह बात सुनकर बहुत खुशी हुई और फिर मैंने भी उन्हें सबसे पहले धन्यवाद कहा और उसके बाद कहा कि आप भी बहुत हॉट लग रही हो. हमने करीब 30 मिनट आपस में गप्पे मारे और साथ में लंच किया.
अब हम एक दूसरे से बातें करते हुए आपस में बहुत खुलकर बातें करने लगे थे और अब कुछ देर बातें, हंसी मजाक करने के बाद तुरंत श्रेया ने मुझसे कहा कि अब हम जल्दी से सेक्स का प्रोग्राम बनाते है, तुम इस काम के लिए कोई सही जगह बताओ? फिर मैंने बोला कि मेरे घर से सुरक्षित कोई जगह नहीं है और में 7th मंजिल पर एक बड़े फ्लेट में अकेला ही रहता हूँ, जिसकी वजह से हमे कोई भी कुछ नहीं कहने वाला, लेकिन उसे थोड़ा डर महसूस हो रहा था और वो बोल रही थी कि यार हम पहली बार कोई होटल में चलते है.
फिर मैंने उससे कहा कि उसमें भी तो बहुत रिस्क है और वहां पर हमे बाहर के सभी लोग देख सकते है और अब मैंने उससे बोला कि क्या आपके पास कोई और जगह है तो वो बताओ? फिर उन्होंने बोला कि उनके घर पर तो करना बहुत मुश्किल है और किसी पड़ोसी ने देख लिया तो क़यामत आ जाएगी और उन्होंने आखिरकार बोला कि ठीक है तुम्हारा घर ही सुरक्षित रहेगा और उन्होंने मुझसे बोला कि देखो में तुम पर अपने से भी ज्यादा विश्वास कर रही हूँ प्लीज तुम मेरे विश्वास को मत तोड़ना. फिर मैंने उनसे वादा किया कि में कभी भी आपके विश्वास को नहीं तोड़ूँगा और इतनी बात करके कुछ देर बाद हम दोनों वहां से अपने अपने घर की तरफ चले गए.
फिर अगले सप्ताह सोमवार का दिन हमने सेक्स करने के लिए तय किया. उस पूरे सप्ताह से बहुत जोश में था और श्रेया के ख्याल को सोच सोचकर मेरा 6.5 इंच का लंड बार बार खड़ा हो जाता था और में हर बार सोचता कि उसके साथ में यह करूँगा वो करूँगा और सोमवार के दिन मैंने अपने ऑफिस से छुट्टी ले ली. फिर मैंने अपने ऑफिस में अपनी बीमारी का झूठा बहाना बना दिया और वैसे भी मेरे पास बहुत छुट्टी पड़ी हुई थी. फिर करीब 10:30 बजे श्रेया मेरी बिल्डिंग में आ गई. में 7th मंजिल पर रहता हूँ और उसने बिल्कुल नीचे पहुंचकर मुझे कॉल कर दिया और मैंने तुरंत बाहर की तरफ देखा कि कोई मेरी मंजिल पर बाहर खड़ा तो नहीं है तो मैंने देखा कि बाहर कोई भी नहीं खड़ा था और अब मैंने श्रेया से बोला कि तुम जल्दी से ऊपर आ जाओ.
दोस्तों में तो उस दिन मन ही मन बहुत अच्छा महसूस कर रहा था और मेरा लंड बार बार खड़ा हो रहा था. मैंने अपने घर का दरवाज़ा खुला रखा तो श्रेया चुपचाप अंदर आ गई और मुझे देखकर उसने हाए कहा और मैंने जाकर दरवाज़ा बंद किया. दोस्तों वो आज चेहरे से बिल्कुल भी परेशान नहीं लग रही थी. फिर मैंने पास जाकर उसे हग किया. दोस्तों आज मेरे अंदर ग़जब का आत्मविश्वास था और उसके मुलायम बूब्स मेरे सीने पर दब गये. आज उसने लाल रंग का सूट पहना हुआ था और उस पर सफेद रंग की एक जालीदार चुन्नी थी.
अब श्रेया ने मुझसे बोला कि मुझे अपना घर दिखाओ तो श्रेया मेरे पूरे घर को बहुत ध्यान से देख कर रही थी. फिर मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ? तो वो बोल रही थी कि में देख रही हूँ कि तुमने कहीं कोई कैमरा तो नहीं छुपाया है जिससे मेरी ब्लूफिल्म ना बन जाए. फिर मुझे उसकी इस बात पर बहुत हंसी आई. फिर मैंने कहा कि हाँ अच्छी तरह से देख लो और अपनी सहूलियत कर लो. फिर उसने कुछ देर देखकर वो मुझसे बोला कि सब ठीक है तुम वाकई में बहुत शरीफ लड़के हो. फिर मैंने उससे बोला कि मैंने आपको अपनी इंजिनियरिंग की डिग्री तक दिखा दी. फिर भी आप मुझ पर इतना शक करती हो.
फिर उसने मुझसे कहा कि प्लीज मुझे माफ़ कर दो और अब वो मेरे बिल्कुल करीब आकर बैठ गई और फिर उसने मुस्कुराते हुए मुझसे कहा कि लो आज से में तुम्हारी हुई और फिर मैंने उसे अपनी बाहों में भर लिया. दोस्तों उसके जिस्म से बहुत ही प्यारी खुशबू आ रही थी और उसके बूब्स मेरी छाती पर छू रहे थे.
फिर मैंने उसके गाल पर एक किस किया और मैंने महसूस किया कि उसकी साँसे अब धीरे धीरे तेज़ हो रही थी. फिर धीरे धीरे हमने एक दूसरे के होठों से होंठ मिला लिए और मैंने अपनी जीभ को उसके मुहं की तरफ बड़ाई तो उसने भी अपना मुहं खोलते हुए उसे अंदर ले लिया और अपनी जीभ से मिलाने लगी और जिसकी वजह से हमारा सलाइवा एक दूसरे से मिल रहा था और हमने एक दूसरे के साथ बहुत देर तक जीभ से जीभ मिलाई और कुछ देर बाद उसने मुझसे बोला कि में एक बहुत अच्छा किसर हूँ और वो बोल रही थी कि उनके पति के दांत थोड़े खराब है तो उनको किस करना उन्हें पसंद नहीं है, लेकिन मेरे साथ उनको बहुत मज़ा आ रहा है और उन्होंने मुझसे बोला कि तुम अब बिल्कुल भी शरमाओ मत और मेरे बूब्स पर अपने हाथ रखो और इन्हें ज़ोर ज़ोर से दबाओ, मसलो.
अब में उन्हें किस करते करते उनके बूब्स को मसल रहा था और मुझे यह सब करने में बहुत मज़ा आ रहा था, उनके बूब्स बहुत ही मुलायम थे और करीब 20-25 मिनट तक हमने एक दूसरे को किस किया और जीभ से जीभ मिलाई और बूब्स दबाए, जिसकी वजह से अब मेरा लंड पूरा तनकर खड़ा हो चुका था. फिर मैंने तुरंत उन्हें बोला कि चलो हम बेडरूम में चलते है, वहाँ पर ए.सी. भी लगा हुआ है.
फिर बेडरूम में पहुंचकर वो एक बार फिर से कैमरा ढूंढने लगी तो मैंने बोला कि हाँ कर लो चेक तो उन्होंने फिर से मुझे माफ़ कर दो बोला और मेरे पास आकर फिर एक किस मुझे दिया और उनके किस करने के अंदाज़ से ही पता चल रहा था कि कितनी प्यास उन्होंने कई सालों से दबाई हुई थी? अब उन्होंने मेरी टी-शर्ट को उतारा और फिर बनियान को भी उतारा. मैंने उनका कुर्ता निकाला और फिर उनके पजामा को उनके शरीर से अलग किया और अब वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी, लेकिन वो दिखने में एक अप्सरा से कम नहीं थी.
मैंने तुरंत उनकी गुलाबी कलर की ब्रा और पेंटी को अलग कर दिया, उन्होंने भी मेरा लोवर उतार दिया और मेरी अंडरवियर को भी उतार दिया और में तो उनके बूब्स पर टूट पड़ा. उनके निप्पल एकदम अच्छे आकार के थे और वो हल्के गुलाबी कलर के थे, में तो उन्हें अब लगातार चूसने लगा और मैंने बोला कि श्रेया मुझे तुम्हारा दूध पीना है. फिर श्रेया मेरी यह बात सुनकर हंसने लगी और वो मुझसे बोली कि हाँ पी लो, तुम भी आज से मेरे पति हो और यह सब तुम्हारे लिए ही है चूसो और ज़ोर से चूसो.
फिर मैंने उनके बूब्स को करीब पांच दस मिनट तक बहुत ज़ोर से चूसे. वो सेक्स की देवी की तरह सुंदर लग रही थी. मैंने उनकी बगले भी सूँघी जिसकी एकदम मादक मदहोश करने वाली खुशबू थी. फिर मैंने उनकी चूत जो कि बिल्कुल साफ थी और उसमें दो उंगलियाँ डाली तो वो बहुत ही सुंदर लग रही थी, मेरा तो उसे चाटने का मन कर रहा था और उनकी चूत को खाने का बहुत मन कर रहा था, लेकिन श्रेया ने एक शर्त रखी थी कि हम पहली बार सेक्स में ओरल सेक्स नहीं करेंगे.
वैसे मेरा लंड देखकर श्रेया से भी अब रहा नहीं जा रहा था और वो बार बार उसे अपने हाथ में लेकर हिला रही थी और कह रही थी कि वाह कितना बड़ा है, उसके पति का तो सिर्फ़ पांच इंच का ही है और वो बोल रही थी कि प्लीज तुम इसे थोड़ा धीरे धीरे मेरे अंदर डालना वरना मुझे इसको अपने अंदर लेने में बहुत दर्द होगा. फिर मैंने बोला कि हाँ ठीक है.
उसने मुझसे पूछा कि कंडोम साथ में लाए हो ना लगा लो और मुझे अपना बना लो और आज मुझे बहुत जमकर चोदो, आज तुम मेरी प्यास बुझा दो, में आज से तुम्हारी बीवी हूँ. फिर मैंने तुरंत कंडोम का पेकेट निकाला और अपने लंड पर चड़ा दिया तो श्रेया ने बोला कि लगा लिया क्या? प्लीज अब ज्यादा देर मत करो और जल्दी से चोदो मुझे. दोस्तों मैंने महसूस किया कि वो बहुत बैचेन हो रही थी और में भी अब उस पर टूट पड़ा और मैंने महसूस किया कि उसकी चूत बहुत टाईट थी, जिसकी वजह से में एक झटके में सिर्फ़ थोड़ा सा ही लंड घुसा पाया, लेकिन अब उसको थोड़ा थोड़ा दर्द भी हो रहा था.
फिर उसने मुझसे कहा कि मेरे राजा प्लीज थोड़ा आहिस्ता आहिस्ता करो, लेकिन मुझे भी समझ नहीं आ रहा था कि में क्या करूँ? अब मैंने दबाव बनाते हुए पूरा का पूरा अंदर डाल दिया, जिसकी वजह से मुझे बहुत ज़ोर लगाना पड़ा और वो थोड़ा दर्द की वजह से चिल्लाने लगी और बोली कि कमीने तूने आज मेरी चूत को फाड़ दिया, आआआहह आईईईईईइ बना ले मुझे अपनी बीवी, हाँ तू ही मेरा पति है और में तेरे बच्चे की माँ बनना चाहती हूँ. दोस्तों में भी अब यह सभी बातें सुनकर बहुत जोश में आ गया.
मैंने तुरंत अपने धक्कों की स्पीड को अब और भी तेज़ कर दिया था और अब बहुत तेज़ी से उनकी चूत की चुदाई चल रही थी और मुझे बहुत मज़े आ रहे थे, लेकिन अब भी बिल्कुल विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उनको सेक्स करने का इतना मस्त अनुभव होगा और अब में बीच बीच में उनके बूब्स भी मसल रहा था और बारी बारी से एक एक करके चूस भी रहा था और उन्हें किस भी कर रहा था और में अब अपनी एक स्पीड से चुदाई कर रहा था, ताकि में जोश में आकर जल्दी ना झड़ जाऊँ और जब में थोड़ा ठंडा होता तो में अपनी स्पीड को बड़ा देता.
मैंने करीब दस मिनट तक लगातार धक्के लगाए और इस बीच श्रेया एक बार झड़ चुकी थी और दूसरी बार झड़ने वाली थी तो वो अपने हाथ मेरे बालों पर घुमा रही थी और अब उसने मेरी पीठ को कसकर पकड़ लिया और अब में भी चरम सीमा पर था. इस बार मैंने अपनी स्पीड को और भी तेज़ कर दिया और उसको मदहोश कर दिया, श्रेया का भी पानी निकल गया और में उसके ऊपर ही लेट गया. हम दोनों की साँसे बहुत ही तेज़ थी और उसकी आँखों से आंसू भी बाहर आ रहे थे. मैंने पूछा कि क्या हुआ जान?
फिर उसने मुझसे बोला कि में बहुत मजबूर थी यार जो मुझे एक दूसरा सेक्स संबंध बनाकर रखना पड़ रहा है, लेकिन इस तड़पते हुए जिस्म की भूख को मिटाने का सिर्फ एक ही रास्ता है और उसने मुझसे कहा कि तुम तो बहुत देर तक टिकते हो और फिर मेरे होठों से होंठ मिला लिए. फिर हम एक दूसरे की जीभ से जीभ मिला रहे थे और वो भी एक बहुत अच्छी किसर थी.
करीब 15-20 मिनट के आराम के बाद हमने अपनी दूसरी चुदाई को शुरू किया और इस बार वो मुझ पर चढ़ गई और उछल उछलकर मेरे ऊपर सवारी करने लगी और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और वो बार बार बोल रही थी कि अब से वो मेरी बीवी है और मुझसे वो बहुत चुदाएगी और अगली बार तो वो मेरा एक घंटे तक लंड चूसेगी. अब मुझे उसकी बातों से ही बहुत जोश आ जाता और में भी अब उसे बहुत तेज़ी से चोद रहा था. में करीब 15-20 मिनट बाद एक बार फिर से झड़ गया. फिर हम कुछ देर एक दूसरे की बाहों में लेटे रहे. पूरे रूम में हमारे सेक्स की महक फेल गई थी. श्रेया मुझसे बोल रही थी कि में तुम पर पूरा विश्वास करती हूँ और अब हम जब भी मौका मिलेगा तब सेक्स करेंगे.
फिर मैंने बोला कि श्रेया तुम इस बात की बिल्कुल भी चिंता मत करो, जब सुरक्षित रहेगा तभी हम लोग मिलेंगे और में तुम्हें कभी भी परेशान नहीं करूँगा, उसने मुझसे धन्यवाद कहा और एक बार फिर से हम एक दूसरे को किस करने लगे, हमने बहुत देर तक एक दूसरे का बहुत सलाइवा पिया. फिर थोड़ी देर बाद हम दोनों बिस्तर से उठ गए और सीधा बाथरूम में चले गये और बाथरूम में हमने अपने आप को थोड़ा सा साफ करने के बाद श्रेया अपने कपड़े पहनने लगी, क्योंकि उसे 2:30 बजे से पहले अपने घर पर पहुंचना था, क्योंकि उस समय उसकी बेटी घर पर पहुंच जाती है तो वो जल्दी से तैयार हुई और मुझे एक टाईट हग और किस दिया और बाहर निकल गई.
दोस्तों मुझे तो बहुत ही मज़ा आया आज पहली बार श्रेया के साथ सेक्स करके मुझे उनके गदराए हुए बदन की बनावट भी बहुत अच्छी लगी और में उन पर पूरा विश्वास करता था. मैंने अपने आप से वादा किया था कि में कभी भी श्रेया के पीछे नहीं पड़ूँगा और कभी भी उन्हें परेशान नहीं होने दूँगा, वो जब तैयार होगी तभी हम सेक्स करेंगे. इसके कुछ दिन बाद हम फिर मिले तो श्रेया ने मुझे कुछ टेस्ट करवाने को कहा था और उसे देखने के बाद वो मेरे साथ ओरल सेक्स करने के लिए तैयार थी.
मैंने अपने सारे टेस्ट करवा दिए और वो रिपोर्ट उन्हें मैल भी कर दी थी तो वो खुश हो गई और अब वो कह रही थी कि अब तो वो मुझे बहुत ब्लो जॉब्स देगी और अपनी चूत भी मुझसे चटवाएगी और उसके अगले दिन ही हमने मिलने का प्लान बनाया और दूसरी बार हमने बहुत देर तक ओरल सेक्स किया. उस दिन में दो बार उनके मुहं में ही झड़ गया और वो मेरा पूरा वीर्य पी गई और उस दिन वो पूरी तरह जोश में थी तो वो मुझसे कह रही थी कि मेरा लंड खा जाएगी. फिर मैंने भी उसकी चूत को बहुत देर तक चाटा और उसका पानी पिया, उसकी चूत दिखने में बहुत अच्छी, आकर्षक थी और उस दिन हमने सिर्फ़ एक ही बार सेक्स किया, मुझे आज भी याद है इस तरह श्रेया और मैंने 4-5 बार और सेक्स मीटिंग की. फिर दो महीने पहले उनके पति का दिल्ली तबादला हो गया, जिसकी वजह से उनको भी मजबूर होकर उनके साथ जाना पड़ा.
अब एक दो साल में मेरी भी शादी हो जाएगी, क्योंकि मेरे घर वाले भी मेरे लिए कोई अच्छी सी लड़की देख रहे है, लेकिन दोस्तों में आज भी श्रेया से कभी कभी चेटिंग करता हूँ, अब उसकी उतनी परेशानी नहीं रही, क्योंकि उसने अब अपनी इस परिस्थती में जीना सीख लिया और वो अपनी इस लाईफ स्टाईल में बहुत खुश है और उसे अब सही टाईम पर नींद आ जाती है और मेरे साथ बीते वो कुछ हसीन पल को याद करके वो अपनी चूत में ऊँगली करके अपने आप को शांत कर लेती है और वो मुझसे कहती है कि अभी तो उसका कोई और अफेयर करने का बिल्कुल भी मन नहीं है और वो अपने पति से प्यार भी बहुत करती है, लेकिन कुछ समय पहले उससे वो सब झेला नहीं जा रहा था, इसलिए उसे यह गलत कदम उठना पड़ा. उसने मुझसे बोला है कि दिल्ली मेरा आना हुआ तो हम मीटिंग कर सकते है. दोस्तों में भी अब श्रेया के साथ सेक्स करने का प्लान नहीं बनाना चाहता, क्योंकि अभी तक हम अपने गलत सम्बन्धो को गुप्त रखने में सफल रहे थे और आगे पकड़े जाकर हमे ज़िंदगी पूरी बर्बाद नहीं करनी थी और वैसे भी लालच एक बहुत बुरी बला है.
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सीमा भाभी के साथ सोने का मौका

हैल्लो दोस्तों, में आप सभी को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ, लेकिन यह कुछ अलग है और यह तब की है जब में कुंवारा था और अपने एक दोस्त के साथ एक फ्लेट में किराए से रहता था. तभी हमारे नीचे वाले फ्लेट में एक फेमिली रहती थी और जिसमें काशिफ भाई उनकी बहुत सुंदर पत्नी और माता, पिता रहते थे.
में उन दिनों MBA करता था और में उस वक़्त 24 साल का था. दोस्तों काशिफ भाई ने अपनी मर्जी से लड़की पसंद करके अपनी शादी की थी और उसकी पत्नी बहुत सुंदर थी, उनकी उम्र उस वक़्त 29 साल थी और काशिफ भाई की उम्र 27 साल थी. दोस्तों काशिफ भाई उसके हुस्न के दीवाने हो गए थे, इसलिए उन्होंने उससे शादी कर ली और काशिफ भाई की शादी को अभी एक महिना ही हुआ था. जब मैंने पहली बार भाभी को देखा तो पता नहीं मुझे कुछ अजीब सा आकर्षण भाभी में महसूस हुआ. वैसे वो मुझसे उम्र में बड़ी थी और में सिर्फ़ 24 साल का था और वो 29 साल की थी, लेकिन वो 29 साल की होकर भी किसी 18 साल वाली लड़की से कम नहीं थी, उनका फिगर दिल को ठंडक देने वाला था और जब वो फिटिंग के कपड़े पहनती तो बस हुस्न की परी लगती थी.
फिर मैंने अपने मन को बहुत समझाया कि यह हमारे पड़ोसी और काशिफ भाई के घर की इज्जत है और मेरी भाभी भी है, लेकिन पता नहीं क्यों एक दिन मैंने भाभी को सपने में चोदते हुए देखा और बस उस रात के बाद में उस सपने को अब हक़ीक़त में बदलना चाहता था और अब में उन्हें यह बताने लगा कि में भी कोई कम स्मार्ट नहीं हूँ और में अपनी जवानी पर हूँ और ऊपर से में बॉडी बिल्डिंग भी करता हूँ और मुझे जब भी मौका मिलता था तो में बिल्कुल टाईट शर्ट पहनकर भाभी के सामने आता रहता था, जब भी वो कपड़े सुखाने बाहर निकलती थी तो में जानबूझ कर नीचे उतरता था, क्योंकि में यह चाहता था कि भाभी मेरा जिस्म देखकर कुछ सोचने पर मजबूर हो जाए.
एक दिन की बात है कि काशिफ भाई कहीं पार्टी में जा रहे थे, वो सब तैयार होकर नीचे उतर रहे थे और जब सीमा भाभी तैयार होकर नीचे उतर रही थी तो में उनके बूब्स को देखता ही रह गया, क्योंकि उन्होंने फिटिंग की कमीज़ पहनी हुई थी और जिस पर बहुत सुंदर कढ़ाई हो रही थी, वो उस कमीज़ में बहुत सेक्सी लग रही थी और में उनके बूब्स को लगातार घूरता रहा.
फिर सीमा भाभी ने एकदम से गौर किया और उन्होंने अपना दुपट्टा अपने बूब्स पर डाल दिया और अपने पति से बात करने लगी और इस तरह उन्होंने मुझे नज़र अंदाज कर दिया तो मुझे वो बहुत बुरा लगा, लेकिन में क्या कर सकता था, क्योंकि में तो उनके हुस्न का बिल्कुल दीवाना हो गया था? में अब कैसे भी उनकी चूत को देखना चाहता था और में उनको अपने दोस्त काशिफ भाई से भी ज्यादा प्यार देना चाहता था और उनके बूब्स को हाथों से छूना चाहता था. अब में अपने से बड़ी उम्र की उस औरत को चोदने पर तुला हुआ था, क्योंकि वो औरत नहीं थी बल्कि एक लड़की से भी ज्यादा सुंदर थी, एक कुँवारी लड़की का भी क्या फिगर होगा जो सीमा भाभी का फिगर था? उनकी आँखे नीली कलर की थी और उनकी हँसी करीना की तरह थी, उनके बूब्स 36 के थे और उनकी कमर 28 की थी और कूल्हे तो बस देखने के लायक थे. दोस्तों बस मेरी इच्छा थी कि में उनको चोद दूँ और उनके साथ सेक्स करूं, लेकिन यह मेरी बहुत गंदी सोच थी, क्योंकि वो मेरे दोस्त की बीवी थी और वो मुझसे उम्र में बड़ी भी थी, लेकिन में उसके फिगर का दीवाना हो चुका था.
एक दिन काशिफ भाई को ऑफिस के किसी काम से कहीं बाहर जाना पड़ गया और उस दिन घर में उनके माता, पिता के अलावा कोई भी नहीं था और एक रात काशिफ भाई के पापा की तबियत अचानक बहुत ज्यादा खराब हो गई और फिर मेरे मोबाईल पर काशिफ भाई का फोन आया तो उन्होंने मुझे वो सब बता दिया और में जल्दी से उनके घर पर पहुंच गया और अब में उनके पापा को हॉस्पिटल लेकर चला गया, तब डॉक्टर्स ने कहा कि उन्हें हार्टअटेक हुआ था और अब ख़तरे की कोई बात नहीं है और डॉक्टर्स ने कहा कि कोई भी एक यहाँ पर रुक जाए बाक़ी सब घर चले जाए. फिर काशिफ भाई की मम्मी वहाँ पर रुक गई और उन्होंने मुझसे कहा कि आप सीमा के पास ही रुकना वरना यह घर पर अकेली रहेगी.
फिर मैंने आंटी को कहा कि आप बिल्कुल भी फिक्र नहीं करे में सीमा भाभी को अपने साथ घर पर ले जाता हूँ, उसी समय काशिफ भाई का कॉल आया और भाभी ने उनको कहा कि अब पापा की तबियत ठीक है और आप आराम से आना और वो उस समय बाहर गए हुए थे और उसी रात को वापस निकलने वाले थे, लेकिन अगले दो दिन तक कोई फ्लाईट नहीं थी, इसलिए उन्हें मजबूरी में वहां पर रुकना पड़ा. फिर मैंने उनसे बात करके कहा कि काशिफ भाई अपना पूरा काम खत्म ही करके आए और यहाँ की कोई टेंशन नहीं ले, में यहाँ पर सब सम्भाल लूँगा और आप यहाँ के बारे में ज्यादा मत सोचो.
फिर वो बहुत खुश होकर मुझे बहुत बहुत धन्यवाद देने लगे और फिर में सीमा भाभी को लेकर फ्लेट पर पहुंच गया. दोस्तों मुझे आंटी ने बताया था कि सीमा भाभी को अकेले सोने में बहुत डर लगता है, क्योंकि वो कभी अकेली नहीं रही और काशिफ भाई भी पहली बार ऑफिस के काम से कहीं बाहर गये थे, इसलिए वो कभी अकेली नहीं सोई थी तो मुझे उनके साथ सोने का मौका मिल गया और जब मैंने भाभी से पूछा कि क्या में भी आपके रूम में ही सो जाता हूँ? तो भाभी ने पहले तो मुझसे साफ मना कर दिया, लेकिन मैंने उनसे बहुत ज़िद की में भी आपक साथ सोऊंगा. फिर वो मान गई और अब में उनके रूम में चला गया.
फिर भाभी ने मुझसे कहा कि तुम बेड पर लेट जाओ तो में नीचे बिस्तर करके लेट जाउंगी. फिर मैंने कहा कि ठीक है भाभी जैसी आपकी मर्ज़ी. उसके बाद मैंने उनके साथ बिस्तर लगवाने में मदद करने लगा, उन्होंने उस वक़्त दुपट्टा नहीं पहना हुआ था और उन्होंने नाईट ड्रेस पहनी हुई थी और जिसमें वो बहुत सेक्सी लग रही थी, मेरी नज़रे बार बार उनके बूब्स पर जम रही थी तो भाभी ने तुरंत इस बात पर गौर कर लिया और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि अब तुम्हें भी शादी कर लेनी चाहिए. फिर मैंने तुरंत कहा कि भाभी में शादी नहीं करूंगा तो भाभी ने मुझसे इसकी वजह पूछी कि क्यों तुम शादी क्यों नहीं करोगे? मैंने कहा कि अगर कोई लड़की मुझे आप जैसी सुंदर मिली तो में उससे शादी करूंगा वरना में कभी भी नहीं करूंगा. अब भाभी मेरी यह बात सुनकर ज़ोर ज़ोर से हंसते हुए बोली कि अच्छा में सुंदर हूँ और अब तुम्हें मेरी सुन्दरता का भी पता चल गया, हाँ क्यों ना हो तुम अब बहुत बड़े हो गए हो ना? और भाभी मुझसे मजाक कर रही थी, क्योंकि वो मुझे बहुत छोटा समझती थी, लेकिन मेरे दिल के जज़्बात से वो अभी तक नासमझ थी.
फिर मैंने उनसे कहा कि भाभी में अब बड़ा हो गया हूँ और में शादी आप जैसी कोई सुंदर लड़की से ही करूंगा, तब भाभी ने तुरंत मुझसे पूछ लिया कि तुम्हें मुझमें ऐसा क्या सुंदर नज़र आ गया है? फिर मैंने कहा कि कसम से सीमा भाभी आप बहुत सुंदर हो और में आपसे बहुत प्यार करता हूँ, आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो, शायद यह सब आपको पता नहीं है, लेकिन में आपकी सुन्दरता का बहुत बड़ा दीवाना हूँ. दोस्तों मैंने जैसे ही अपने मन की सच्ची बात को उनको आज पहली बार बताया तो भाभी वो सब मेरे मुहं से सुनकर एकदम से चकित रह गई और अब उन्हें मुझ पर थोड़ा थोड़ा शक होने लगा कि में सही में उन्हें मन ही मन चाहने लगा हूँ.
फिर उन्होंने तुरंत मुझसे बच्चो वाला व्यहवार किया और वो मुझसे बोली कि अच्छा अब सो जाओ ज़्यादा बातें मत बनाओ और अभी तुम अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो, सुबह तुम्हें युनिवर्सिटी जाना है या नहीं, ठीक है अब सो जावो? भाभी ने अब कमरे की लाईट को बंद कर दिया और में सोने के लिये लेट गया, लेकिन मैंने सोते सोते भाभी से कह दिया कि भाभी आप बहुत सुंदर हो, क्योंकि में चाह रहा था कि कुछ ऐसी बात बन जाए कि आज की रात ही में भाभी का पूरा जिस्म कपड़ो के बिना देख सकता और में आज की रात ही उन्हें छू सकता, अपने दिल की भड़ास निकाल सकता और इसलिए में कोई ना कोई अच्छा मौका तलाश कर रहा था कि काश कोई अच्छा मौका मेरे हाथ लग जाए और में एक हसीन, सुंदर, सेक्सी लड़की को जो कि इस वक़्त मेरे दोस्त की पत्नी है और मेरे पास लेटी हुई है इसको आज किसी भी तरह चोद दूँ और अपनी भाभी के बूब्स को चूम लूँ, लेकिन भाभी ने मुझसे यह बात कहकर अपनी करवट बदल ली कि अब सो जाओ तुम्हें सुबह यूनिवर्सिटी जाना है.
फिर जब सुबह हुई तो मैंने देखा कि सीमा मुझसे पहले उठ चुकी थी और जब मेरी आँख खुली तो मैंने अपना मोबाईल उठाकर देखा जिसमें आज क्लास नहीं लगने का एक मैसेज आया हुआ था और मुझे बहुत खुशी हुई और जब मैंने वो मैसेज देखा तब तक सुबह के 10:30 बज चुके थे. फिर भाभी की नज़र मुझ पर पड़ी तो उन्होंने एक शरारती स्माइल देते हुए मुझसे पूछा कि क्यों आपकी क्लास कब है? तो मैंने कहा कि वो आज किसी वजह से रद्द हो गई है.
फिर मैंने उनसे पूछा कि क्यों हॉस्पिटल आंटी और अंकल के लिए कुछ लेकर जाना पड़ेगा ना? तो सीमा ने कहा कि नहीं, आंटी ने सुबह फोन करके बताया है कि हॉस्पिटल में सब कुछ मिल जाता है जब तक डिसचार्ज ना करे आप घर पर ही रहे और अब मुझे इस बात का डर था कि कहीं भाभी काशिफ भाई से वो सभी बातें (जो कल रात को मैंने भाभी से कही थी) ना बोल दे, लेकिन अभी तक मामला बिल्कुल ठीक ठाक चल रहा था और वो जब भी मुझसे बात करती तो में उनकी आखों में देखकर बातें किया करता था और अब में अपने फ़ैसले पर अड़ गया था और में रोज़ाना भाभी को सपनों में चोदता था, इससे मुझे रोज़ अच्छा लगता था.
अब में जल्द से जल्द सीमा भाभी को चोदना चाह रहा था और अब तक हॉस्पिटल से अंकल को भी डिसचार्ज कर चुके थे और काशिफ भाई भी वापस आ चुके थे और उसके कुछ दिनों के बाद मुझे पता चला कि अंकल और आंटी को एक शादी में शामिल होने के लिए एक सप्ताह के लिए जाना था तो काशिफ भाई के माता, पिता एक दिन चले गये और दूसरे दिन काशिफ भाई को दोबारा किसी जरूरी काम से चार-पांच दिन के लिए बाहर जाने के लिए कहा गया तो उन्होंने अपने ऑफिस वालों को बहुत कहा कि में अपनी पत्नी को भी अपने साथ ले जाना चाहता हूँ, लेकिन वो एक ऑफिशियल टूर था जिस पर उनको दिन रात काम करना था. तो मेरी जब काशिफ भाई के साथ मुलाक़ात हुई तो उन्होंने वो सब कुछ बताया और वो अब यह सोचकर बहुत दुखी थे कि वो अब क्या करें? फिर मैंने उनसे कहा कि काशिफ भाई आप बिना चिंता के चले जाए और मैंने इससे पहले भी सीमा भाभी का बहुत ख्याल रखा था और अब भी में उनकी पूरी देख रेख करूंगा और पूरा पूरा ख्याल रखूंगा. फिर उन्होंने मुझे बहुत बहुत धन्यवाद कहा और मुझसे अपने घर के साथ साथ भाभी का भी ख्याल रखने के लिए कहा और मैंने उनसे हाँ कहा.
फिर वो उसी दिन दोपहर को निकल गये और में मन ही मन बहुत खुश होता हुआ अपनी किताब लेकर सीमा भाभी के रूम पर चला गया और मैंने वहां पर पहुंचकर भाभी के दरवाजे को खटखटाया तो भाभी ने दरवाज़ा खोल दिया. अब मैंने उनसे कहा कि भाभी घर पर कोई नहीं है, क्या में आपके रूम पर अपनी पढ़ाई कर लूँ? तो उन्होंने तुरंत कहा कि हाँ आ जाओ अंदर और इस तरह में भाभी के रूम में दाखिल हो गया, उस वक़्त भाभी ने दुपट्टा नहीं पहना हुआ था जिसकी वजह से उनकी काली कलर की ब्रा उनकी नीली कलर की कमीज़ में से साफ साफ झलक रही थी. में भाभी के पास ही बेड पर बैठ गया और फिर अपनी पढ़ाई करने का झूठा नाटक करने लगा.
फिर भाभी एक कोई किताब लेकर उसे पढ़ने लगी और में पढ़ाई में लगा रहा, लेकिन मेरी पढ़ाई तो सिर्फ उनको देखना था और में उनको मौका पाकर बार बार देखे जा रहा था कि तभी अचानक से भाभी ने मुझसे कहा कि तुम इस तरह से मुझे हर बार क्यों देख रहे हो?
तो में उनकी यह बात सुनकर एकदम चकित हो गया और मैंने उनसे कहा कि कुछ नहीं में तो बस ऐसे ही देख रहा था और फिर मैंने उनसे इतना कहकर अपना मुहं नीचे झुका लिया और मैंने देखा कि भाभी के चेहरे पर एक स्माइल आई हुई थी जिसको देखकर में मन ही मन थोड़ा खुश हो गया और उसके बाद मैंने हिम्मत करके भाभी से कहा कि भाभी आज आप बहुत सेक्सी लग रही हो, तभी तो में अपनी नज़रे आपके ऊपर से हटा नहीं पा रहा था.
अब भाभी हंसते हुए मेरी तरफ अपना मुहं करके उल्टा लेट गई और अब उन्होंने मुझसे पूछा कि बताओ तुम्हे में कैसे सेक्सी लग रही हूँ? दोस्तों भाभी के बूब्स झुकने की वजह से मुझे साफ साफ नज़र आ रहे थे और भाभी ने मेरी इस खा जाने वाली नजर पर गौर किया और बहुत प्यार से मेरे गाल को छूते हुए मुझसे कहा कि लगता है आप अब बहुत बड़े हो गये है और आपको क्या क्या पता है हमें भी तो पता चले? फिर मैंने अब थोड़ी हिम्मत करते हुये उनसे कहा कि आप मुझे एक बार मौका तो दो, फिर भाभी मुझसे बोली कि लगता है आज मुझे ही शुरू करना पड़ेगा और उन्होंने मुझे एक रोमॅंटिक और बहुत गहरा लिप किस किया और फिर मुझसे कहा कि अब बताएगें आप या नहीं.
फिर बस में सीमा भाभी से लिपट गया और उन्हें लगातार किस करने लगा, एक दीवाने मजनू और प्यासे आशिक़ की तरह उनको किस करता गया और उनके बूब्स को भी दबाता गया और अब फ्रेंच किस करते करते बूब्स दबाते दबाते हमें पता नहीं चला कि कैसे हमने एक दूसरे के कपड़े उतार दिए और हम किस करने में पूरी तरह से मदहोश हो गए थे और जब मेरी ऊँगली भाभी की चूत तक पहुंची तो भाभी सिसकियाँ भरने लगी और आहिस्ता आहिस्ता लिप किस के बाद गाल, कंधे, कान, बूब्स और पेट तक जा पहुंचा और अब में चूत के बिल्कुल करीब था.
फिर जब मैंने भाभी की चूत के उस गुलाबी दाने पर जैसे ही किस किया तो भाभी अपने पूरे होश गवां बैठी और वो मेरे बाल ज़ोर ज़ोर से नोचने लगी, में और ज़ोर ज़ोर से उनके दाने को चूसता गया और भाभी ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ भरने लगी और चिल्लाने लगी उफफफफफ्फ़ आह्ह्ह्हह्हह्ह्ह माँ आईईईइ मार दिया तुमने मुझे इतना मज़ा उफफफफफ्फ़ और ज़ोर से प्लीज़ स्स्सीईईईईइ और ज़ोर से चूसो तुम आज अपनी सारी हदे पार कर जाओ, मुझे जितना मज़ा दे सकते हो देते जाओ, आज यहाँ पर हमारे अलावा कोई नहीं है, तुम मुझमें समा जाओ आईईईई आआआहहउूुउउंम् में अब झड़ने वाली हूँ उह्ह्ह्ह मेरा जूस अब निकलने वाला है.
दोस्तों भाभी अब और भी बेक़ाबू हो गई और उन्होंने एकदम ज़ोर से प्रेशर से अपना पूरा जूस बाहर निकाल दिया जिसको में पी गया, वो क्या मजेदार था? फिर भाभी ने कुछ देर बाद मुझसे कहा कि अब मेरी बारी है में आज तुम्हारे इस छोटू उस्ताद को जरुर सबक सिख़ाऊगी जो तुम्हे मेरे लिए इतना तंग करता है और फिर भाभी ने तुरंत मेरा 6.5 इंच का लंड पकड़कर चूसना शुरू कर दिया उफफफ्फ़ में तो उसकी वजह से बिल्कुल पागल हो रहा था और भाभी मेरा लंड ऐसे चूस रही थी जैसे कोई अनुभवी रंडी के हाथ बहुत दिनों बाद मेरा लंड लगा हो. वो मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी कि जैसे भाभी आईस्क्रीम चाट रही है और वो बस लगातार चूसती गई चूसती गई.
फिर कुछ देर बाद वो अपने मुहं में लंड लेकर ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी जिसकी वजह से में भाभी के मुहं में झड़ गया वो मेरा वीर्य चूसने, चाटने लगी और अब भाभी मेरे जिस्म पर किस करते और अपनी जीभ को मेरे जिस्म पर फेरते हुए मेरे होंठो पर आ पहुंची और हम एक बार फिर से ज़ोरदार फ्रेंच किस करने लगे और अब भाभी की चूत मेरे लंड से बिल्कुल चिपकी हुई थी और भाभी अब आहिस्ता आहिस्ता अपने कूल्हों को हिला रही थी जिसकी वजह से कुछ देर बाद मेरे लंड में एक बार फिर से जोश आना शुरू हो गया और मेरा लंड अब कड़क हो चुका था. में अब भाभी को पकड़ कर बेड पर लेट कर उसके ऊपर आ गया और मैंने दोनों पैरों को अपने कंधे पर रखकर भाभी की चूत में अपना लंड डालना शुरू किया और फिर भाभी की सिसकियाँ सस्स्सस्स आहहहह ऊऊऊहह उूउउम्म्म्म.
फिर मैंने अचानक एकदम से धक्का लगाया तो भाभी की चीख निकल गई प्लीज थोड़ा आराम से आअहह उूुउउम्म्म्मम हाँ आज तुम अपनी भड़ास निकाल दो, तुम आज मुझे दिखाओ कि तुम कितना अपनी भाभी को चाहते हो? मैंने अपने धक्के शुरू किए, जिसकी वजह से हमारे जिस्म आहिस्ता आहिस्ता टकरा रहे थे और उसकी वजह से ठप ठप ठप ठप ठप की आवाज़ आने लगी, भाभी की सिसकियाँ मुझे और भी दीवाना और मस्ताना कर रही थी और मैंने अपने धक्कों की स्पीड को तेज़ किया और भाभी को चोदता गया और फिर कुछ देर बाद उनको अपनी गोद में उठाकर मैंने अपनी पोज़िशन को चेंज कर लिया और अब में अपने पैरों को घुमाकर भाभी के ऊपर बैठकर उनके बूब्स को पकड़कर ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने लगा और अब मैंने महसूस किया कि भाभी झड़ चुकी थी.
फिर मेरा लंड भी झड़ने का इंतजार करने लगा था और में भाभी को होंठो पर, कान पर और छाती पर किस करते हुए अगले मिनट में झड़ने वाला था. फिर भाभी ने मुझसे कहा कि तुम मुझे अब लेटा दो और आज मुझे अपने होने वाले बच्चे की माँ बना दो और बस भाभी का यह कहना था और मुझे अजीब एक अजीब सा अहसास आ रहा था जिसको में आप सभी को शब्दों में नहीं बता सकता और उसी वक़्त मेरे लंड से एक ज़ोरदार पिचकारी निकलना शुरू हो गई और में अपने झटके लगातार लगाता रहा और उसी वक़्त एक बार फिर से भाभी भी झड़ गई और में उनकी चूत को अपनी ऊँगली से सहलाने लगा और फिर में करीब पांच मिनट तक भाभी के ऊपर लेट गया और आहिस्ता आहिस्ता किस करता रहा.
फिर कुछ देर बाद भाभी ने मुझसे धन्यवाद कहा और उन्होंने कहा कि तुम्हारी वजह से मेरी आज की रात बहुत हसीन हो गई है और तुमने मुझे चोदकर बहुत मज़े दिए है, में आज से बस तुम्हारी हूँ. दोस्तों भाभी का में अब और भी दीवाना हो गया था और उसके बूब्स को में ज़ोर ज़ोर से चूसता रहा. फिर भाभी ने मुझे थोड़ा इंतजार करने को कहा और इतने में भाभी एक बड़ा ग्लास लेकर आई जो दूध और ड्राईफ्रूट के साथ पूरा भरा हुआ था. बस उसको पीते ही मुझमें और भी जोश आ गया और उसके बाद मैंने भाभी को एक बार फिर से चोदना शुरू किया. मेरी चुदाई से भाभी अब पूरी तरह संतुष्ट थी और वो मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी. मैंने उस रात को करीब उनको तीन बार और चोदा.
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पहली बार शादीशुदा वंदना को चोदा

हैल्लो दोस्तों मेरा नाम श्रवण है और मुझे शुरू से ही सेक्सी कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है और मैंने भी एक दिन सोचा कि क्यों ना में भी अपनी एक सच्ची घटना जो अभी कुछ समय पहले मेरे साथ घटित हुई है उसे आप सभी को सुना दूँ.
दोस्तों मेरी उम्र अभी 25 है और में सेल्स का काम करता हूँ, लेकिन जब में कॉलेज के दूसरे साल में था तब तक मेरे पास मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी और में तब तक अपनी जिन्दगी में खुश था, लेकिन मेरे दोस्तों को मुझसे आपत्ति थी कि में इतना कैसे पढ़ लेता हूँ? क्योंकि मेरे सभी दोस्त पूरे आलसी और कमीने थे जिनसे पढ़ाई नहीं होती थी और वो हमेशा मुझसे बोलते थे कि अभी तक तुमने किसी भी लड़की को पटाया नहीं, तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और भी वो मुझसे बहुत कुछ कहते थे.
एक दिन बातों ही बातों में मैंने उनसे शर्त लगा ली कि में तुम्हे कोई लड़की जरुर पटाकर दिखाता हूँ एक ही महीने के अंदर मैंने 8 औरतों को पटाया और कुछ से गालियाँ भी खाई, लेकिन मैंने कभी कुछ गलत नहीं सोचा कुछ से में मिला कुछ से नहीं मिला और जब में अपनी शर्त जीत गया तो मैंने बहुत सारे दोस्तों से पार्टी ली. फिर उसके बाद मैंने उस सभी औरतों को अपनी लाइफ से हटा दिया, लेकिन मेरे साथ अभी भी तीन औरतें रह गई, उनमे से एक शादीशुदा औरत मुझसे पांच साल बड़ी, एक तीन साल बड़ी और एक शादीशुदा औरत मुझसे एक साल छोटी थी, लेकिन फिर भी वो मुझसे उम्र में बड़ी थी.
दोस्तों यह घटना मेरे साथ सबसे पहली वाली औरत के साथ घटित हुई है जिसका नाम वंदना था और उसकी उम्र मुझसे पांच साल बड़ी थी और उसकी शादी करीब पांच साल पहले हुई थी और उसके एक तीन साल का बेटा भी है और वो रहने वाली बिहार से थी और में भी अभी कोलकाता में रहती है, वो डांस करना सिखाती है. उनके फिगर का साईज मुझे नहीं पता और मैंने कभी उनसे पूछा भी नहीं, मैंने उससे सात महीने तक लगातार फोन पर बात की, उसके सारे सुख दुख मुझे पता थे और वो मेरे साथ एकदम दोस्त की तरह थी. दोस्तों में हमेशा उससे मिलने से बहुत डरता था और मेरे मन में ना जाने क्यों एक डर सा रहता था, लेकिन सात महीने बाद वो एक दिन पटना आ गई और तब में पहली बार उससे मिलने चला गया. उस दिन उसका जन्मदिन भी था और वो एक मंदिर के बाहर बैठी हुई थी उसके साथ उसकी एक दोस्त भी थी और मैंने जब उसे पहली बार देखा तो में उसकी दोस्त को वंदना समझ बैठा.
फिर वंदना मेरे सामने आई, उसने पीले रंग की साड़ी और काले कलर का ब्लाउज पहना हुआ थी, वो दिखने में मस्त, सेक्सी, गोरी थोड़ी तंदुरूस्त, लेकिन उसका भरा शरीर था और उसके पास पैसे की कोई कमी नहीं थी. फिर हम लोग पास ही के एक रेस्टोरेंट में चले गये. मैंने उन्हें अपनी तरफ से एक जन्मदिन का तौहफा दिया, केक भी खाया, लेकिन फिर उसने भी मुझे एक घड़ी गिफ्ट किया और वो मेरी एक अच्छी दोस्त की तरह थी. मुझे उसके साथ बहुत मज़ा आया और हमने बहुत मस्ती की.
दोस्तों वो सच में बहुत अच्छी दिख रही थी और उसने एक बार मुझसे बोला भी था कि वो बंगाली फिल्मों में काम करने जाने की कोशिश भी कर रही है. फिर उसने मुझसे कहा कि तुम तो बहुत अच्छे दिखते हो और बच्चे की तरह लगते हो, लेकिन उस वक़्त में 23 का था. में बहुत हंसने वाला इंसान हूँ और बहुत देर तक गप्पे हंसी मजाक करने के बाद में वापस आने लगा तो मैंने देखा कि उसकी आखों में आंसू थे, लेकिन मुझे बिल्कुल भी पता नहीं था कि वो आंसू उसकी आखों में क्या कर रहे थे?
फिर हमारे बीच फोन पर बातें हुई, उसे में बहुत पसंद आया और फिर धीरे धीरे उसकी दोस्त से भी मेरी बहुत अच्छी दोस्ती हो गई और अब तक सब कुछ ठीक ठाक था और करीब पांच बार उससे मिलने के बाद आखरी दिन आखरी बार मिलने पर हमारे बीच बहुत प्यार हुआ, लेकिन मुझे वो सब पता नहीं कि यह सब कैसे? हम एक पार्क में मिले, वो उस पार्क में मेरी गोद में अपना सर रखकर लेटी हुई थी और वैसे में कभी भी उसके बारे में कुछ ग़लत नहीं सोचता था. दोस्तों यह घटना 2012 नवम्बर महीने की थी और उस समय हल्की हल्की ठंड थी. में उससे बातें करते करते अचानक से उसके नरम गुलाबी होंठो को छूने लगा.
दोस्तों उसके होंठ बहुत गुलाबी, रसभरे और सेक्सी थे. बूब्स थोड़े बड़े और गदराया हुआ बदन था. तो मैंने महसूस किया कि मेरे यह सब करने के बाद भी उसे मुझसे कोई आपत्ति नहीं हुई. फिर मैंने थोड़ी और हिम्मत करते हुए उसके पूरे चेहरे को छू लिया और फिर उसकी गर्दन को भी छूने लगा और अब मैंने हल्का सा उसकी गोलाईयों को भी छुआ था और वो उस वजह से बहुत मस्त हो चुकी थी, लेकिन यह शाम ख़त्म होने वाली थी और मुझे भी वापस जाना था, लेकिन उस दिन बातों ही बातों में वो जाते जाते मेरे होंठो पर एक किस करके चली गई. दोस्तों उस दिन पहली बार मैंने यह सब किसी के साथ किया था जिसकी वजह से मेरा लंड खड़ा हो चुका था.
फिर उसने भी मेरे लंड को अच्छा मौका देखकर छुआ था और फिर मुझसे गले लगकर अलग हो गई और वो मुझे एक लाल कलर का गुलाब देकर चली गई. उस दिन से करीब एक साल तक हम लोग बहुत आगे तक जा चुके थे और अब हम दोनों फोन सेक्स भी करते थे, लेकिन मैंने कभी उसे चोदने की बात नहीं सोची थी.
अब तक हम तीन बार मिल चुके थे और वो हमेशा मुझे कोलकाता के नाम से बुलाती थी, लेकिन मुझे यह बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता था, क्योंकि मुझे पता था कि क्या हो सकता था? फिर मेरी नौकरी 2014 सितम्बर में लग गई और फिर मुझे ट्रैनिंग कोलकाता में करनी थी पहले तो मैंने उसे यह सब नहीं बताया, लेकिन कोलकाता जाने के 12 दिन बाद मैंने उसे सब कुछ बता दिया और वो मुझसे मिलने आ गई हमारे बीच उस दिन बहुत सारी बातें हुई और हमने एक साथ में बैठकर खाना खाया और फिर उसने मुझे एक शर्ट गिफ्ट की थी और कुछ घंटे रुकने के बाद वो वापस अपने घर पर चली गई और में अपने रूम पर था.
फिर उसने मुझे अपनी कसम देकर मुझसे कहा कि मुझे उसके घर पर आना ही होगा और इस बीच मुझे एक अच्छी खबर भी मिल गई कि उसके पति को 15 दिन के लिए तमिलनाडू जाना है. वैसे उसके पति भी दिखने में अच्छे थे और वो एक डांस कॉरियोग्राफर थे. फिर तीन दिन बाद मेरी ट्रैनिंग ख़त्म हो गई और मुझे अब अपनी नौकरी पर जाने में सात दिन बचे थे और तब मैंने उसके घर पर जाने का विचार किया.
दोस्तों अब आपकी असली कहानी यहाँ से शुरू होगी. मैंने आप सभी को बहुत ज़्यादा पकाया इसके लिए प्लीज मुझे माफ़ करें. दोस्तों उसके पति दो दिन पहले ही तमिलनाडू जा चुके थे और में एक छोटे से बेग के साथ उसके घर पर पहुंच गया. दोस्तों वो एक कॉलोनी थी जिसमे वंदना का घर था और में पहली बार सुबह 9 बजे उसके घर पर पहुंचा और वो मुझे बहुत मस्त लग रही थी और मुझे अंदर से हल्की हल्की गुदगुदी हो रही थी. फिर मैंने दरवाजे पर लगी घंटी को बजाया और उसने ही आकर दरवाजा खोल दिया.
वो मेरी जिन्दगी की अब तक की सबसे अच्छी सुबह थी. वो काली कलर की साड़ी में खड़ी हुई थी और मुझे उसकी कमर इतनी मस्त लग रही थी कि उसे देखकर मेरा मन कर रहा था कि अभी उसको खा जाऊं, लेकिन मुझसे ज़्यादा जल्दी तो उसे थी. उसने दरवाजा बंद करते ही वो तुरंत मुझसे लिपट गई और उसने मुझे लिप किस किया और बहुत देर तक चूमने के बाद उसने मुझे छोड़ा, वो बहुत खुश थी.
फिर करीब दो घंटे बात करने के बाद मुझे पता चला कि उसकी जिन्दगी में सेक्स की बहुत कमी थी और उसके पति हमेशा अपने कामों में बहुत व्यस्त रहते थे और उसका बच्चा (विशू) स्कूल भी जाता था उसके घर पर और कोई नहीं था. फिर हमने बैठकर नाश्ता किया और उसने मुझे अपने हाथ से खिलाया. फिर मैंने उसे एक लाल कलर का सूट गिफ्ट किया.
अभी तक वो नहाई नहीं थी और मैंने उससे कहा कि तुम नहा लो फिर हम बात करते है. अब पहले में फ्रेश हुआ और वो अपने कपड़े लेकर नहाने के लिए जाने लगी तभी मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया और उसकी गर्दन पर किस करने लगा में और वो अब तक हम एक दूसरे के साथ बहुत खुल चुके थे, लेकिन तभी उसने मुझसे बोला कि नहाने दो उसे बिना नहाए यह सब करने में बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता था और मुझे भी.
फिर वो नहाने चली गई और में अब अपना बेग ठीक कर रहा था. उस समय घर पर कोई नहीं था क्योंकि विशु भी अपने स्कूल से दो बजे आने वाला था. तभी कुछ देर बाद वो नहाकर बाहर आ गई और कपड़े सुखाने बाहर चली गयी. उसके बाद वो रूम में आई और मेकअप करने लगी. फिर में उसके पीछे से आकर उससे पूछने लगा कि मुझे क्यों बुलाया था? तो वो आकर मुझसे गले से लग गयी और मेरे गाल को पकड़कर बोली क्यों तुम्हे कहीं जाना है क्या?
में : नहीं में तो ऐसे ही पूछ रहा हूँ
वंदना : वो मेरे गालो को गरमा गरम किस करते हुए मुझसे बोली, क्यों इतने भागते रहते हो?
में : नहीं में भाग कहाँ रहा हूँ, अभी तो में तुम से इतने करीब हूँ.
वंदना : इतने सालों बाद मुझे ऐसा मौका मिला है इतने करीब आने का, जी भरकर देख लेने तो दो.
फिर उसने मेरी पेंट में कुछ महसूस किया और मैंने भी उसकी आखों में शरारत महसूस की, लेकिन मैंने फिर भी अपने आप पर बहुत कंट्रोल किया और फिर हम अलग हो गये और फिर मेकअप करने के बाद उसने मुझसे पूछा कि क्या तुम खाना खाओगे और हम साथ में बैठ गए और हमारे बीच वहीं पर गप्पे होने लगे. तब तक उनका बेटा भी आ गया था और हम लोगों ने खाना खाया.
फिर विशु को सुलाने के बाद वो मुझे दूसरे कमरे में लेकर चली गई और उसने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और अपनी चुन्नी को हटाकर वो तुरंत मुझसे चिपक गई और अब हम दोनों बेड पर आ गए. मुझे अब हद से ज़्यादा मज़ा आ रहा था और मेरी पेंट भी अब थोड़ी सी गीली होती जा रही थी. दोस्तों मैंने आज पहली बार उसे ज़ोर से पकड़ा और उससे चिपक गया और उसके गालो पर किस करने लगा. वाह क्या मुलायम, गोरे गाल थे और फिर उसकी गर्दन पर किस किया, फिर कानों पर और चेहरे पर फिर उसके ऊपर आकर उसके होंठो को अपने होंठो से छूने चूमने लगा और अब धीरे धीरे चूसने लगा. तो वो अपने पूरे जोश में थी.
मैंने मन ही मन अपने दोस्तों को धन्यवाद बोला कि यारो तुमने तो मुझे जन्नत दे दी है. मैंने पहली बार उसके बूब्स को ऊपर से पकड़ा था, बहुत मज़ा आया. फिर वो मेरे लंड को छूने लगी और में पागल हो चुका था और मुझे बहुत लिप किस मिले और वो मुझे इसलिए मिले क्योंकि वो इससे पहले लीप किस नहीं करती थी क्योंकि उसके पति गुटखा खाते थे जो उसे बिल्कुल भी पसंद नहीं था जिसकी वजह से मुझे यह लाभ मिला. फिर उसने मुझसे पूछा कि क्या कभी तुमने सेक्स किया है?
में : नहीं मुझे कभी ऐसा मौका ही नहीं मिला.
वंदना : लेकिन आज तो बहुत मौका है.
में : लेकिन सेक्स तो हो ही रहा है ना.
वंदना : क्या यह सेक्स है?
में : हाँ.
वंदना : तो फिर क्या चुदाई करोगे.
दोस्तों में उनके मुहं से यह बात सुनकर बिल्कुल हैरान था और मुझे पहले से ही यह तो पता था कि यह काम ज़रूर होगा. फिर इतने में दरवाजे पर लगी घंटी बजी और हम लोग झट से अलग हुए और खुद को ठीक करके बहार निकले. मैंने देखा कि उसकी कुछ दोस्त आई हुई थी और अब में दूसरों की नज़र में उनका भाई बन गया. फिर जब शाम हुई तो हम मार्केट घूमने चले गए और फिर हम लोगों ने रात के बारे में भी प्लान बनाया. फिर मैंने कुछ कंडोम खरीदे, मैंने मिश्री, दही और कुछ गुलाब भी खरीदे क्योंकि मुझे पता था कि आज कुछ स्पेशल है और आज तक में वर्जिन था, लेकिन आज यह ख़त्म होने वाला था.
फिर रात हुई और हम लोगों को बातें करते करते करीब दस बज गये थे और वंदना उठकर चली गई और अब विशु भी अब सोने वाला था. में टीवी देख रहा था और जैसे 10:30 हुए तो मुझे वंदना का फोन आया, उसने मुझसे कहा कि रात भर टीवी देखने का इरादा है क्या? तो मैंने बोला कि नहीं, तुम तो उसको सुला रही थी, अब उसने कहा कि में तो उसे सुलाकर अपने रूम में आ चुकी हूँ, मैंने सॉरी बोला और बोला कि में अभी आता हूँ मेरी जान.
फिर में जैसे ही रूम में गया तो मैंने देखा कि हल्की रोशनी में वंदना बेड पर लेटी हुई थी और मैंने लाईट को जलाया तो में उसे देखकर बिल्कुल दंग रह गया, क्योंकि वो उस समय बहुत सुंदर लग रही थी. फिर में रूम का दरवाजा बंद करके उसके पास बैठ गया और मैंने उसे छुआ और आवाज़ लगाई, मुझे भी यहीं सोना है क्या? तो उसने कहा कि तुम्हारी मर्ज़ी और फिर में उसे छूने लगा. मेरा लंड अभी से तनकर खड़ा हुआ था और उसे छूते ही वो मेरे गले से लग गई. दोस्तों आज मेरे पास वो पूरी रात थी और मुझे सेक्स से ज़्यादा प्यार करना अच्छा लगता है.
मैंने उसे सीधा किया और वो मुझे ही देख रही थी और में उसके साथ लेटकर उसके गालों को धीरे से चूमने लगा, फिर कान पर चूमा और उसने मदहोश होकर मुझे पकड़ लिया. मैंने उसके कानों को चूमते हुए उसके झुमके हटाए और पूरे बदन को चूमते हुए मैंने उसकी साड़ी का पल्लू हटाया और उसके ब्लाउज को दोनों कंधो से नीचे सरकाया और कंधो को चूमकर दाँत से काटकर उसके पूरे शरीर को ऊपर से नीचे तक किस किया. फिर उसके ऊपर चढ़कर उसके ब्लाउज के बटन खोलने शुरू किए और करीब पांच बटन खोलने के बाद ब्लाउज को उसके शरीर से अलग किया और किस करने लगा और उसके पेट पर किस किया.
उसकी नाभी में क्या मज़ा आ रहा था? में उसकी नाभी के साथ दस मिनट खेला. फिर मैंने उसकी पूरी साड़ी को हटा दिया और पेटिकोट का नाड़ा खोलने लगा और धीरे से नीचे सरकाने लगा. अब वो ब्रा, पेंटी में थी. अब मैंने खुद ही अपनी टी-शर्ट को उतार दिया और उससे चिपककर उसके पैरों को चूमने लगा और हल्की हल्की साँस छोड़ते हुए में अब ऊपर की तरफ बढ़ रहा था फिर जैसे जाँघो के पास आया तो वो छटपटाने लगी और वो बहुत तड़प रही थी.
में बहुत देर तक चूम रहा था और चाट रहा था कि तभी अचानक से उसने मुझे पकड़ लिया और मुझे किस किया और मेरे प्यार करने पर मेरी बहुत तारीफ की. उसने मुझे बहुत जगह काटा और मेरे ट्राउज़र और अंडरवियर को उतार फेंका. वो मेरे लंड को पकड़कर बहुत सहला रही थी और कहने लगी कि प्लीज मुझे दिखाओ, मुझे परेशान मत करो, मुझे मेरे जानू का लंड चाहिए.
अब रात के 12 बज चुके थे, लेकिन अभी तक हम लोगों के पूरे कपड़े नहीं उतरे थे. फिर मैंने उसकी सेक्सी लाल कलर की ब्रा के ऊपर के रिबन को अपने दांतों से नीचे किया और सेक्सी कंधो को चाटने लगा, चूमने लगा वो और छटपटा रही थी. फिर मैंने उसे पीछे घुमाया और उसके बालों को एक साईड में करके उसके ऊपरी कंधो को चूमा और फिर ब्रा के हुक को खोल दिया और अलग किया. दोस्तों जिंदगी में पहली बार था जब में किसी सेक्सी बदन के इतना करीब था. मुझे औरतों की पीठ बहुत पसंद है मैंने पूरी पीठ को छुआ और किस किया और कमर को भी दांत से काटा, लेकिन अब वो बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी. अब मैंने उसे पकड़ कर घुमाया और होंठो को चूसकर लाल कर दिया और फिर उससे पूछा कि बताओ क्या चाहिए? तो उसने बोला कि प्लीज चोदो मुझे, जल्दी से प्लीज.
दोस्तों में उसके मुहं से यह बात सुनकर बहुत जोश में था और मैंने उसकी ब्रा को अलग कर दिया और उसके दूध उउफफफ्फ़ क्या दूध थे? मैंने अब ज्यादा जल्दबाज़ी ना करते हुए उसके ऊपर अपनी पकड़ बनाकर चढ़ गया और उसके हाथों को पकड़कर उसके निप्पल पर अपनी जीभ फेरने लगा, वो उम्म्म्ममम आहह्ह्हहह आफउूुुउउफफफ्फ़ के अलावा कुछ नहीं कर सकती थी. मैंने उसमे अब पूरा सेक्स जगा दिया था और फिर में उसके बूब्स पीने लगा.
फिर मैंने उसकी पेंटी को हटाया तो मैंने महसूस किया कि उसकी पेंटी चूत की जगह पर हद से ज़्यादा भीगी हुई थी, लेकिन मुझे उससे कोई समस्या नहीं थी, क्योंकि में भी इसी हालत से गुज़र रहा था और अब मेरे भी लंड से लगातार पानी निकल रहा था. फिर मैंने देखा कि असली चूत क्या होती है, वो बिल्कुल साफ थी और इतने में उसने बोला कि प्लीज उसे किस मत करना, उसे बिल्कुल अच्छा नहीं लगता है, लेकिन यह बात सुनकर मैंने तुरंत उसकी चूत पर अपने होंठ सटा दिए और वो मानो पागल सी हो गई.
मैंने बहुत देर तक ज़ोर से उसकी चूत को चूमा और इतने में वो मुझे ज़ोर से पकड़कर उठी और उसने मुझे धक्का देकर मेरे अंडरवियर को हटा दिया. दोस्तों आज पहली बार हम पूरे नंगे थे और फिर उसने मेरे लंड को पकड़ा और देखते हुए ऊपर नीचे करने लगी. मुझे उसके ऐसा करने से बहुत दर्द होने लगा था और मैंने उससे कहा कि दर्द हो रहा है. फिर वो तुरंत बोली कि रूको में हूँ ना. फिर उसने मेरे लंड को धीरे से ऊपर लेकर नीचे किया जो पूरा भीगा हुआ था और में उसे ज़्यादा तड़पा रहा था.
फिर वो मेरे लंड को चूसने लगी और मैंने नीचे की तरफ देखा तो मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, लेकिन मेरा शरीर अब अकड़ रहा था और इस बात का उसे भी पता चल गया था कि में अब झड़ने वाला हूँ तो वो तुरंत नीचे लेट गई और उसने मुझसे कहा कि इसे अब मेरे अंदर डाल दो. फिर मैंने पूछा कि क्या तो वो मुझसे बोली कि प्लीज अब मुझे ज्यादा मत तड़पाओ और इस लंड को डाल दो और ज़ोर से चोदो मुझे, प्लीज मेरी चूत में अपना लंड डाल दो और चोदो मुझे, मेरी जान मेरी प्यास बुझा दो प्लीज.
फिर उसने खुद ही मेरा लंड पकड़ा और अपनी चूत में डालने लगी. मुझे बहुत प्यास लग रही थी और वो जैसे ही थोड़ा अंदर गया तो मुझे बहुत दर्द हुआ और उसे भी अब पता चल गया कि मोटे लंबे लंड से चुदाई क्या होती? फिर उसने मुझसे कहा कि उह्ह्ह्ह प्लीज आईईईईइ ज़ोर से धक्का मारो. अब मैंने एक ज़ोर से धक्का मारा जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड अंदर चला गया और जिसकी वजह से उसकी सांस ऊपर की ऊपर और नीचे की नीचे अटककर रह गई और उसने मुझसे कहा कि आईईईइ तेरा लंड बहुत मोटा है. दोस्तों उसकी आँख से आंसू बाहर आ गये थे और वो हाँफ रही थी आआअहह, लेकिन दोस्तों उससे ज़्यादा मज़ा अब मुझे आ रहा था. मैंने मन ही मन सोचा कि में आज रात भर इसे ऐसे ही चोदता रहूँगा, लेकिन 7-8 ज़ोर के झटको के बाद ही में खल्लास हो गया और पानी उसके अंदर ही गिरा दिया. मुझे बहुत मज़ा आया. अभी 1.30 बज चुके थे और वो बहुत खुश थी.
फिर मैंने अपने पूरे शरीर को उसके शरीर से सटाया और उसका बदन बहुत ही मुलायम था. फिर करीब आधे घंटे के बाद मेरे लंड को उसने एक बार फिर से खड़ा कर दिया और वो मुझे पहले से कुछ ज़्यादा सख्त लग रहा था और अब वो मुझसे बोली कि जान अब तेरी बारी है मुझे पूरा मज़ा देना. फिर मैंने उसके नीचे जाकर उसके पैरों के बीच में जाकर खुद ही लंड को लगाया तो वो मस्त चुदाई करने लगा आआअहह वाह दोस्तों क्या नजारा था? उसके बूब्स ज़ोर ज़ोर से हिल रहे थे और मैंने बीच में उसके बूब्स भी चूसे और उसकी जांघो पर भी किस किया और अब उसने बोला कि कंडोम पहन लो. फिर मैंने तुरंत कंडोम बाहर निकाला और उसने मुझे पहनाया.
में अब उसे चोदने लगा था. दोस्तों एक बात सही है कि बिना कंडोम के चोदने का मज़ा ही कुछ और है, लेकिन जल्दी नहीं झड़ने के लिए हमेशा कंडोम का इस्तेमाल करें. दोस्तों अब में उसके पैरों को हवा में उछालकर उसकी चूत की चुदाई कर रहा था दोस्तों मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. दोस्तों करीब बीस मिनट बाद मैंने अपने आपको फ्री किया और उससे लिपट गया. ठंड के उस मौसम में भी हम दोनों पसीने से भीगे हुए थे.
फिर उसने मुझे कम से भी कम 100 किस किए और फिर उसने मुझसे कहा कि तुम बहुत अच्छा सेक्स करते हो, तुमने मुझे पूरी राहत दे दी है, मुझे बहुत मज़ा आया. दोस्तों तब तक 3 बज चुके थे और हम लोगों ने सोचा कि अभी 2 घंटे के बाद तो जागना है तो क्यों ना अब सोया जाए? लेकिन तभी मुझे गुलाब और दही याद आया और मैंने बेग से गुलाब बाहर निकाले और उसे दे दिए और कुछ बेड पर फेंक दिए और दही निकालकर उसके पूरे बदन पर डाल दिया. उसे यह सब पसंद नहीं है, लेकिन वो मेरे साथ यह सब करने में बहुत खुश थी. फिर मैंने पूरे शरीर पर से दही हटाया मेरा लंड अब भी खड़ा ही था और मैंने उसकी चूत पर दही डालकर पिया. वो फिर से मदहोश हो चुकी थी और अब वो बोली कि मुझे इतना चोदो कि में तुम्हारी दीवानी हो जाऊं.
फिर में झट से उसी पोज़िशन में कंडोम लगाकर शुरू हो गया और कुछ मिनट बाद उसका एक पैर उठाकर उसकी चुदाई करने लगा और कुछ देर बाद में उसे गोद में बैठाकर चुदाई करने लगा और इस बार उसने कंडोम उतारकर अपने कोमल हाथों से मुझे ढीला किया और मेरा लंड अब भी खड़ा ही था. मैंने फिर से उसे लेटाकर बिना कंडोम के करीब दस झटके मारे.
फिर हम लोग एक साथ में नहाये. दोस्तों नंगा नहाने में क्या मज़ा आता है? मैंने उसके पूरे बदन को साफ किया और हमें करीब आधा घंटा लग गया और फिर 5 बज गये, हम लोगों ने एक दूसरे को बहुत देर तक चूमा और मैंने उसे चूम चूमकर लाल कर दिया और उसने मुझे आज एक पूरा आदमी बना दिया. आज मुझे बहुत ज़्यादा मज़ा आया था. फिर हम दोनों ने कपड़े पहनकर सब कुछ ठीक करके में दूसरे रूम में और वो दूसरे रूम जाकर सो गई और वो आधे घंटे में उठ गई, लेकिन में 11 बजे उठा और अभी तो 6 दिन और बाकी थे. मैंने उसकी बहुत बार चुदाई की और चूत को चोद चोदकर पूरा लाल कर दिया था.
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आंटी की चूत को चोदकर लाल किया

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम समीर है और में नई मुंबई से हूँ, में 21 साल का एम.बी.ए. Ist ईयर का स्टूडेंट हूँ, सामान्य बॉडी, मस्त बंदा हूँ और अपनी लाईफ का एक ही फंडा है खुश करो और खुश रहो. मेरा 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड है, जो कि बहुत लड़कियों को संतुष्ट कर चुका है. वैसे में कर्नाटक से हूँ और मुंबई से एम.बी.ए. कर रहा हूँ और अपने दोस्तों के साथ रहता हूँ. मेरी इस साईट पर यह पहली स्टोरी है और उम्मीद है कि आप सबको पसंद आयेंगी.
अब में आप लोगों को बोर ना करते हुए सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ. मुझे मुंबई आये बस 5 ही महीने हुए है, में जिस बिल्डिंग में रहता हूँ वहाँ दूसरे फ्लोर पर एक गुजराती फेमिली रहती है, पति, पत्नी और उनका एक 4 साल का बच्चा है, अंकल करीब 30 साल के होंगे और आंटी 27 साल की है, आंटी हाउस वाईफ है, उनका नाम रोशनी है, वो दिखने में बहुत ही खूबसूरत और सुंदर है और वो एक नंबर का कड़क आईटम थी. आप लोगों को पता ही है कि गुजराती आंटियां होती ही ग़ज़ब की है कातिलाना नज़रे, गोरा बदन, चिकनी कमर, किसी की भी नियत खराब कर दे, उन्हें देखकर मुर्दे का भी लंड खड़ा हो जाए. जब भी में उन्हें देखता था तो उनके बूब्स से मेरी नज़र नहीं हटती थी, उनकी हाईट 5 फुट 4 इंच और उनका फिगर 36-28-34 है, वो हमेशा विदेशी कपड़ों में ही रहती है और वो ज़्यादातर ढीली टी-शर्ट में ही घूमा करती थी. मुझे हमेशा से अपने से ज़्यादा उम्र की लड़कियों/औरतों से सेक्स करने की चाह थी, जो इस आंटी ने पूरी कर दी थी.
हमारा 3 फ्लोर का बिल्डिंग है, हुआ यह था कि जब में पहले दिन फ्लेट पर आ रहा था तो सीढ़ियों पर आंटी को देखा तो बस देखता ही रह गया, पता नहीं मुझे क्या हो गया था? लेकिन उन्हें 5 सेकेंड के लिए बस प्यार से देखता ही रहा और आंटी ने नोटिस किया, लेकिन कुछ जवाब नहीं दिया. शायद उन्हें मेरे देखने का अंदाज़ पसंद आ गया होगा.
अगले दिन से रोज़ सुबह जब में कॉलेज के लिए निकलता था तो आंटी अपने बच्चे को लेकर स्कूल की वैन के लिए इंतज़ार करती खड़ी रहती थी और शाम को अपने बच्चे को खेलने के लिए नीचे लाया करती थी. फिर क्या था? मुझे रोज़ आंटी के दर्शन होते थे, में सुबह शाम रोज़ उन्हें प्यार से देखा करता था. ये सिलसिला ऐसे ही चल रहा था, ये उन्हें भी पता था कि में रोज़ उनको देखता हूँ, तब तक उनके लिए मेरे मन में कुछ ग़लत विचार नहीं थे. फिर करीब एक हफ्ते के बाद जब शाम को में कॉलेज से लौट रहा था तो रोज़ की तरह वो नीचे अपने बच्चे के साथ खेल रही थी.
फिर अचानक से जब वो बॉल उठाने के लिए मेरे सामने झुकी तो में बस उसको देखता ही रह गया, क्या ग़ज़ब के बूब्स थे उनके? राउंड शेप, एकदम गोरे-गोरे बूब्स देखकर मेरा लंड वहीं खड़ा हो गया. अब मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि में क्या करूँ? अब मेरी हालत खराब हो गई थी, उन्हें पता चल गया था कि में उनके बूब्स को देख रहा हूँ.
में अंजान बनकर आगे बड़ रहा था तो आंटी ने मेरी तरफ देखकर एक नॉटी सी स्माईल दे दी. अब मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि में कैसे बर्ताव करूँ? फिर मैंने भी स्माईल की और अपने रूम की और आगे बड़ा. फिर घर आकर में सीधा मुठ मारने बाथरूम में चला गया. अब उनके गोरे-गोरे बूब्स को याद करके में मुठ मारने लगा. फिर बाहर आने के बाद उनके लिए मेरी नियत एकदम से बदल गयी.
अब बस में उन्हें किसी भी तरह से चोदना चाहता था, लेकिन में कोई परेशानी भी नहीं लेना चाहता था, क्योंकि में मुंबई में नया हूँ और मुश्किल से इस बिल्डिंग में फ्लेट मिला था तो ये सब ध्यान में रखते हुए में कोई कदम नहीं उठा रहा था. फिर मैंने उस रात उनको सोचकर 3 बार और मुठ मारी. एक तरफ उनको लेकर मेरी उत्तेजना बढ़ती जा रही थी और दूसरी तरफ ये सोसाइटी का डर भी था.
फिर मैंने यही फैसला लिया कि में अपनी तरफ से कोई स्टेप नहीं लूँगा. फिर अगले दिन सुबह जब में कॉलेज के लिए निकला तो मैंने नोटिस किया कि आंटी का व्यवहार में बदलाव हो गया था. फिर जैसे ही में सीड़ियों से उतरा तो उसने मुझे देख लिया और अजीब से घूरने लगी तो में समझ गया कि अब आग दोनों तरफ लगी है और लाईन भी साफ़ थी, लेकिन फिर भी कोई आगे नहीं बड़ रहा था.
अब मुझे उनके व्यवहार से ऐसा लग रहा था कि शायद वो अपने पति से संतुष्ट नहीं थी, वैसे भी उनका पति दिखने में कुछ खास नहीं था, उनके लिए वो पर्फेक्ट पति नहीं था. फिर में दिनभर कॉलेज में यही सोचता रहा कि क्या करूँ? आंटी को में खुद प्रपोज करूँ या इंतज़ार करूँ? अब मेरे दिमाग़ में बस यही चल रहा था और फिर जब शाम को में कॉलेज से घर लौटा तो आंटी गेट के पास खड़ी थी. मैंने उन्हें देखकर स्माईल किया, लेकिन उन्होंने अगला स्टेप उठा ही लिया.
फिर जैसे ही में उनके पास से गुज़रा तो उन्होंने हाय कहा और मैंने भी हाय कहा और पूछा कि क्या करते हो? नाम क्या है? और मैंने भी वही पूछा. तो उन्होंने अपना नाम रोशनी बताया और बोली कि मेरे हॉल की टूयूब लाईट चल नहीं रही है, तुम अगर थोड़ा चेक कर लो तो बड़ी मेहरबानी होगी, क्योंकि वॉचमैन भी आधे घंटे से दिखाई नहीं दे रहा है. फिर मैंने यह सुनते ही खुशी के मारे सीधा हाँ कर दिया, में अपने घर में इलेक्ट्रीशियन के छोटे मोटे काम कर लेता था तो मुझे उनकी मदद करने में कोई प्रोब्लम नहीं थी. फिर मैंने उसके घर जाकर चेक किया तो उनका टूयूब लाईट खराब हो चुका था. फिर मैंने दुकान से नया टूयूब लाईट लाकर चेंज करके उनको दे दिया.
फिर वो मेरे लिए जूस लेकर आई और कहने लगी कि थैंक यू सो मच, अगर आप ना होते तो पता नहीं मुझे और कितनी देर इसको ठीक कराने के लिए इंतज़ार करना पड़ता. फिर मैंने कहा कि एक पड़ोसी अपने पड़ोसी के काम ना आ सके तो वो पड़ोसी किस काम का तो उन्होंने भी एक नॉटी सी स्माईल दे दी. फिर हमने थोड़ी देर तक इधर उधर की बातें की और मैंने पूछा कि आपके पति क्या काम करते है?
उन्होंने बताया कि वो एक कंपनी में असिस्टेंट मैनेजर है और उन्हें आने में रात को रोज़ देर हो जाती है. फिर मैंने जानबूझ कर उनके बारे में पूछा कि आप क्या करती है? तो वो थोड़ा फ्रेंक हो गई और नॉटी सी स्माईल देकर कहने लगी कि आप तो ऐसे पूछ रहे है जैसे कुछ जानते ही नहीं हो तो में शॉक हो गया और सोचने लगा कि क्या बोलूं? इतने में उन्होंने कहा कि तुम किस सोच में डूब गये.
में – कुछ नहीं.
रोशनी – फिर वो पूछने लगी लाईफ कैसी चल रही है? गर्लफ्रेंड कैसी है तुम्हारी?
में – जी, मेरे कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और लाईफ तो मस्त चल रही है.
रोशनी – छुपाओ मत, तुम इतने स्मार्ट हो और तुम्हारे गर्लफ्रेंड नहीं है, ऐसा हो ही नहीं सकता है.
में – स्मार्ट लोग गर्लफ्रेंड नहीं बनाते है, वो तो बस दोस्त बनाते है.
रोशनी – अच्छा तो क्या हम दोस्त बन सकते है?
में – क्यों नहीं, आप कुछ चाहों और में मना करूँ ऐसा हो ही नहीं सकता. (एक नॉटी सी स्माईल के साथ)
रोशनी – अच्छा ऐसा क्यों?
में – आप हमारी पड़ोसी जो हो.
फिर हम एक दूसरे के इशारे अच्छी तरह से समझ रहे थे, लेकिन कोई खुलकर बात नहीं कर रहा था. फिर मैंने कहा कि मुझे अब चलना चाहिए तो उन्होंने जाते समय मेरा मोबाईल नंबर माँग लिया. अब रूम पर आकर मेरा तो खुशी का ठिकाना नहीं था और में बस उनके कॉल या मैसेज का इंतज़ार कर रहा था. फिर रात को करीब 1 बजे उनका मैसेज आया कि कल सुबह 9 बजे घर आ जाना, मुझे तुमसे कुछ कहना है. में समझ गया कि वो क्या कहना चाहती है? ये पढ़कर में पागल हो गया और जिसकी मुझे ख्वाहिश थी आखिरकार वो होने जा रहा था.
फिर में सीधा बाथरूम में मुठ मारने चला गया और रातभर यही सोचता रहा कि में उसे किस-किस पोज़िशन में चोदूं? क्योंकि पहले से मुझे शादीशुदा औरतों के साथ सेक्स करने का बड़ा मन था, लेकिन कभी मौका नहीं मिला था. फिर में सुबह 8 बजे उठा और रूम पार्टनर को बोल दिया कि मेरी तबियत खराब है तो में आज कॉलेज नहीं जा सकता. फिर जैसे ही वो लोग चले गये तो में नहाकर, फ्रेश होकर 9 बजने का इंतज़ार कर रहा था. सच बताऊँ तो उत्तेजना बहुत थी, लेकिन वो कहते है ना कि सब्र का फल मीठा होता है.
फिर जैसे ही 9 बज गये तो में सीधा उनके घर की और चला गया, मुझे पता था कि अंकल 8 बजे ही ऑफिस चले जाते है और उनका बेटा भी स्कूल जा चुका था तो वो अकेली थी. फिर मैंने डोर बेल बजाई तो उन्होंने दरवाज़ा खोल दिया और कहा कि जल्दी अंदर आ जाओ कोई देख लेगा. ये सुनते ही मेरी उत्तेजना और बड़ गयी, उन्होंने उस वक़्त नाईटी पहनी हुई थी और मुझे जूस ऑफर किया. फिर जूस ख़त्म होने के बाद मैंने जानबूझ कर उनसे पूछा कि मुझे ऐसे अचानक इतनी सुबह क्यों बुलाया? आख़िर ऐसी भी क्या बात है? फिर उन्होंने कहा कि अब ज़्यादा होशियारी मत दिखाओ और तुम्हें भी पता है कि तुम यहाँ क्यों आए हो? इतना कहकर वो शर्मा कर रूम की और चली गयी.
ये सुनते ही मेरा टावर सिग्नल देने लगा. फिर में भी रूम की और गया और उन्हें हग किया, वाऊ क्या हसीन पल था वो? सच बताता हूँ दोस्तों आज भी जब वो पल याद करता हूँ तो मेरे रोंगटे खड़े हो जाते है. मैंने पहली बार उनके बूब्स को महसूस किया था और उन्हें पागलों की तरह किस करने लगा, में जब रोमांटिक होता हूँ तो जंगली जानवर बन जाता हूँ. अब मुझे उनका भी रेस्पॉन्स मिल रहा था. फिर हम दोनों भूखे भेड़िए की तरह एक दूसरे पर टूट पड़े, करीब ऐसे ही 15 मिनट तक हमारी किस्सिंग चलती रही.
फिर मैंने अपना एक हाथ उनकी नाईटी के अंदर डालकर उनके बूब्स दबाना शुरू किया, वाऊं क्या सॉफ्ट बूब्स थे उनके? मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैंने धीरे-धीरे उनकी नाईटी उतार दी, अब वो सिर्फ़ लाल कलर की ब्रा और पेंटी में थी, क्या ग़ज़ब लग रही थी वो? में बता नहीं सकता. दोस्तों आप खुद ही कल्पना कर लो कि गोरा बदन, लाल कलर की ब्रा और पेंटी में कैसा दिखता है? ये देखकर मेरा अंदर का जानवर जाग गया और में सीधा उनकी ब्रा का हुक खोलकर उनके बूब्स पर टूट पड़ा.
फिर में पागलों की तरह उनके बूब्स को दबा रहा था, चूस रहा था और काट भी रहा था, में इतना ज़ोर- ज़ोर से ये सब कर रहा था कि उनकी साँसे एकदम से तेज़ हो गई और वो आआआहह उूउऊहह आआअहह की आवाज़ें निकालने लगी और कहने लगी कि दबाओ और ज़ोर से दबाओ. ये सुनकर में और पागलों की दबाने लगा, चूसने लगा और उनके बूब्स के साथ बच्चो जैसे खेलने भी लगा. उनके बूब्स दबाने में क्या मजा आ रहा था? ये सिलसिला 10 मिनट तक जारी रहा और वो इतनी गर्म हो चुकी थी कि जब मैंने अपना एक हाथ उनकी पेंटी के अंदर डाल दिया तो वो पेंटी उनके पानी से गीली हो गई थी.
फिर मैंने झट से उनकी पेंटी को निकालकर फेंक दिया और उनकी चूत को बस देखता ही रह गया, क्या ग़ज़ब की चूत थी उनकी? आआहाआह एकदम क्लीन शेव, पिंक कलर की चूत और ऊपर से इतनी गर्म थी कि क्या बताऊँ? ये देखते ही में उस पर टूट पड़ा और पागलों की तरह उनकी चूत को चाटने लगा और अपने दोनों हाथों से उनके बूब्स भी दबाने लगा. वो तो सीधा सातवें आसमान पर पहुँच गयी थी और इतनी आवाज़ें निकाल रही थी कि जैसे कोई पॉर्न स्टार हो, आआआआआहह आआअहह उउऊहह आआआआअ आआहह.
मैंने उनकी चूत चाट-चाट कर उनको इतना मदहोश कर दिया था कि उन्हें होश ही नहीं था और चूत चाटते-चाटते उस समय ही उनका पानी पूरा मेरे मुँह में ही निकल गया और उस समय में भी इतना मदहोश था कि में पूरा पानी पी गया. फिर वो बोलने लगी कि मेरे राजा अब और मत तड़पाओ इस प्यासी चूत को, अब डाल भी दो इसे अंदर, लेकिन में नहीं माना और अब मेरी बारी थी.
फिर मैंने अपने कपड़े उतार दिए और कहा कि अब मेरा लंड चूसो तो वो मना करने लगी, लेकिन जैसे ही उसकी नज़र मेरे 7 इंच के लंड पर पड़ी तो वो सीधे उस टूट पड़ी और पोर्न स्टार की तरह लॉलीपॉप समझकर चूसने लग गयी और जैसे ही उसने मेरे लंड को मुँह में लिया तो में तो पागल सा हो गया. मुझे ऐसा लग रहा था कि में सातवें आसमान में हूँ, अब मुझे कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि ये क्या हो रहा है? लेकिन मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
सच दोस्तों जो मज़ा लड़की से अपना लंड चुसवाने में है, वो मज़ा किसी लड़की को चोदने में भी नहीं है. वो करीब 8 मिनट तक मेरा लंड चूसती रही और वो इतनी पागलों की तरह चूस रही थी कि मुझसे कंट्रोल ही नहीं हो रहा था और मेरा स्पर्म निकल गया और उसने भी मज़े से मेरा पूरा पानी पी लिया. अब हम थक गये थे तो 5 मिनट तक हम ऐसे ही पड़े रहे और 5 मिनट के बाद उसने मेरा फिर से चूसकर खड़ा कर दिया और में उसकी चूत को चाटकर उसे गर्म करने लगा. फिर करीब 10 मिनट में उससे रहा नहीं गया और वो ज़ोर-ज़ोर से साँस लेते हुए कहने लगी डाल दो अंदर.
फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर रखा और अंदर बाहर करने लगा, लेकिन मेरा लंड थोड़ा ही अंदर जा रहा था. तब मुझे एहसास हुआ कि या तो उनके पति का लंड छोटा ही होगा तो इसलिए संतुष्ट नहीं कर पाते है या ये लंड की बहुत प्यासी है. फिर मैंने देर ना करते हुए फिर एक ज़ोर का झटका मारा तो मेरा आधा लंड अन्दर घुस गया तो वो चिल्ला उठी, निकाल दो बहुत दर्द हो रहा है.
फिर मैंने लंड बाहर निकाला और 1 मिनट के बाद फिर से मैंने एक ज़ोर का झटका दिया तो मेरा पूरा लंड उनकी चूत को फाड़ते हुए अंदर चला गया और में सीधा उनको किस करने लगा ताकि उनकी आवाज़ बाहर ना आए. अब मुझे पता था कि वो चिल्लायेगी और उनकी आँखों से आँसू निकल आए. फिर थोड़ी देर तक हम दोनों शांत रहे. उन्हें बहुत दर्द हो रहा था, तभी उन्होंने कहा कि उनके पति का लंड बहुत छोटा है और वो 5 मिनट में ही झड़ जाते है और वो ठीक से सेक्स भी नहीं करते, संतुष्ट करना तो बहुत दूर की बात है.
फिर रात को वो थके हुए रहते है तो इसलिए सेक्स भी नहीं करते है, वो महीने में मुश्किल से 1 या 2 बार ही सेक्स करते है. फिर मैंने उनसे कहा कि अब टेन्शन मत लो जब तक में यहाँ हूँ, जब भी तुम्हारा मन करे में तुम्हारे साथ सेक्स करूँगा, ये कहकर मैंने उनको भरोसा दिलाया. अब उनका दर्द भी कम होने लगा था तो मुझमें और जोश आ गया. फिर में उनके पैरों को मेरे कंधो पर रखकर ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाता गया, अब वो भी खूब मज़े ले रही थी, आआहह चोदो मुझे, जी भरकर चोदो मुझे, आज से में सिर्फ़ तुम्हारी हूँ, जितना मर्ज़ी हो चोदना, लाल कर दो मेरी चूत को. ये सुनकर मेरा जोश और बड़ गया और मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी.
फिर 5 मिनट के बाद मैंने उनको डाईनिंग टेबल के सहारे इस तरह किया कि उनकी बॉडी टेबल पर लेटी हुई थी और पैर ज़मीन पर थे. फिर में उनको उस पोज़िशन में पागलों की तरह चोदता रहा. फिर करीब 10 मिनट के बाद मेरा निकलने वाला था तो मैंने कहा कि मेरा निकलने वाला है. फिर उन्होंने कहा कि अंदर ही छोड़ दो में सब संभाल लूँगी. फिर मैंने अपना पूरा पानी उनके अंदर ही छोड़ दिया. अब हम दोनों थके हुए एक दूसरे की बाहों में लेटे हुए थे. उसके बाद मैंने उनको बहुत बार अलग-अलग स्टाईल में चोदा. अब एक हफ्ते पहले ही उनके पति का गुजरात में ट्रान्सफर हो गया है तो वो अब अपनी फेमिली के साथ रहते है. अब में उन्हें बहुत याद करता हूँ, हम दोनों अभी भी एक दूसरे के सम्पर्क में है, लेकिन अब ऐसा लगता है कि हम दोनों की चुदाई फिर कभी नहीं हो पायेगी.
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