भाभी और उसकी चुदक्कड़ सहेली

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम आशीष है और में चंडीगढ़ में किराए से एक रूम लेकर रहता हूँ. में आज आप सभी को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ. दोस्तों वैसे तो में एक अच्छे लेखक की तरह लिख तो नहीं सकता, लेकिन में उम्मीद करता हूँ कि आपको मेरी यह कहानी जरुर पसंद आएगी.
दोस्तों मेरी उम्र 41 साल और में शादीशुदा हूँ, लेकिन मेरी पत्नी हिमाचल के एक छोटे से गावं में रहती है और में यहाँ पर रहकर अपनी एक प्राइवेट कम्पनी में नौकरी करता हूँ. मेरे पड़ोस वाले रूम में एक बहुत सेक्सी भाभी रहती है, उनका नाम रिचा है और उनकी उम्र लगभग 32 साल के आसपास होगी, लेकिन वो फिर भी दिखने में बहुत हॉट, सेक्सी है और उनके चेहरे से उनकी उम्र का अंदाजा नहीं लगता और उसके फिगर का साईज़ 34-30-36 है, उनका वो भरा हुआ बदन, मोटी गांड और बड़े बड़े बूब्स में जब भी देखता तो मेरा लंड खड़ा हो जाता था, हालाँकि बिल्कुल पास वाले कमरे होते हुए भी में उनसे शुरू शुरू में ज्यादा बात नहीं करता था, लेकिन में कभी कभी उसकी मटकती हुई गांड, झूलते हुए बड़े बड़े बूब्स के मज़े जरुर लेता था.
फिर जब वो कपड़े धोती या झाड़ू लगाती तो उसके बड़े बड़े बूब्स उछल उछलकर ब्रा से बाहर आने को तैयार हो जाते थे और उसका यह नज़ारा देखकर मैंने कई बार मुठ मारी, लेकिन डर की वजह से मेरी कभी उन्हें छूने की हिम्मत नहीं हुई, में बस उन्हें दूर से देखकर मज़े लेता था.
एक दिन मेरे ऑफिस की छुट्टी थी तो में सुबह देर से उठा और सीधा ब्रश करने वॉशरूम की तरफ़ चला गया. मैंने देखा कि वो उस समय वहाँ पर बैठकर कपड़े धो रही थी और झुककर कपड़े धोने की वजह से उनके आधे आधे बूब्स बाहर आ रहे थे. फिर में भी वहाँ पर जाकर पास ही खड़ा होकर ब्रश करने लगा और उस नज़ारे के मज़े लेने लगा. कुछ देर खड़े रहकर मज़े लेने के बाद अब मुझे पानी चाहिए था, लेकिन नल के नीचे उनकी बाल्टी लगी हुई थी.
फिर वो समझ गई और जैसे ही वो अपनी बाल्टी को उठाने के लिए झुकी तो मुझे उसके झूलते, लटकते हुए पूरे बूब्स के दर्शन हो गये और मेरा लंड वो सब देखकर एकदम तनकर खड़ा हो गया. मैंने उस समय लोवर पहन रखा था और उसमें मेरा लंड खड़ा होकर पूरा टेंट बन गया, उसको शायद उसने भी देख लिया था. फिर उसने मुझसे पूछा कि आपका घर कहाँ है? मैंने कहा कि हिमाचल और वो मुझसे कहने लगी कि हिमाचल से ही है.
फिर हमारे बीच थोड़ी देर बहुत इधर उधर की बात हुई और उसके बाद में अपने कमरे में चला गया और फिर में खाना ख़ाकर और उसके नाम की मुठ मारकर सो गया. फिर उसके बाद से हमारे बीच धीरे धीरे थोड़ी बहुत बातें होने लगी. फिर एक बार उसने मुझसे पूछा कि क्यों तुम्हें कभी अपनी बीवी की याद नहीं आती क्या? तो मैंने भी हंसते हुए कहा कि भाभी क्या करूं आती तो बहुत है? और अब शादीशुदा होते हुए भी मुझे मजबूरी में इतनी सर्दियों में अकेला सोना पड़ता है तो भाभी हँसने लगी और बोली कि इसमें क्या है, तुम अपनी वाईफ को भी यहाँ पर ले आओ? फिर मैंने कहा कि जब तक में पूरी तरह से सेट नहीं हो जाता तब तक उसे यहाँ पर लाना बहुत मुश्किल है.
भाभी : तो क्या हुआ यहाँ कोई सहेली बना लो.
में : अब हमे लड़कियाँ पटाने का टाईम मिलता ही कहाँ है? और वैसे भी लड़कियाँ हम जैसे शादीशुदा लोगों में कम रूचि लेती है भला वो हम शादीशुदा से बात क्यों करने लगी?
भाभी : (शरारती मुस्कान के साथ मुझसे बोली) तो क्या हुआ तुम भी कोई अच्छी सी शादीशुदा सहेली देखकर पटा लो यहाँ कौन सी कमी है?
फिर मैंने कहा कि बात तो आप एकदम सही कह रही है, लेकिन मेरे पास इतना टाईम ही नहीं होता और आप ही अपने जैसी अपनी कोई एक सहेली से मेरी सेटिंग करवा दो. अब भाभी मुस्कुराने लगी और बोली कि मेरे जैसी ही क्यों? फिर मैंने कहा कि मेरी नई सहेली आपकी तरह सुंदर, अनुभवी भी तो होनी चाहिए तभी तो मज़ा आएगा.
फिर भाभी मुझसे पूछने लगी कि कैसा मज़ा? तो मैंने कहा कि आप तो मुझसे ऐसे अंजान बनकर पूछ रही हो जैसे आपको कुछ पता ही नहीं. फिर भाभी ज़ोर से हँसने लगी और वो किसी काम से अपने रूम में चली गई और अब मुझे लगा कि मेरी लाईन साफ है और में भी अब उसके साथ थोड़ी बहुत डबल मतलब की बातें करने लगा और वो भी जानबूझ कर बिल्कुल अंजान बनकर पूरे मज़े लेती थी.
एक दिन मैंने उनसे पूछा कि क्यों भाभी क्या आपने मेरी बात कहीं चलाई? तो वो मुझसे बोली कि जो भी मेरी दोस्त मेरे पास आती है तो तुम देखकर बता देना कौन सी ठीक है, में सेट करा दूँगी. फिर मैंने कहा कि वो भाभी में कल ही आपको बता देता हूँ. दोस्तों वैसे तो मैंने उनकी दोस्त को देखा नहीं था और अगले दिन में बाथरूम में नहा रहा था तो भी भाभी वहाँ पर पास में आ गई और ज्यादातर समय में दरवाज़ा बंद नहीं करता, क्योंकि में अंडरवियर पहनकर ही नहाता हूँ.
अब भाभी बाथरूम के बाहर बाल्टी में कपड़े भिगोने लगी और चोरी चोरी तिरछी निगाहों से मुझे देखने लगी और उसको ऐसे घूरते हुए देख सर्दियों के दिनों में भी ठंडे पानी से नहाते हुए मेरा लंड खड़ा हो गया और में अपने लंड पर रगड़ रगड़कर साबुन लगाने लगा, लेकिन मेरा हाथ मेरी पीठ तक नहीं पहुँच रहा था और यह देखकर वो मुझसे बोली कि क्या हुआ आशु हाथ नहीं पहुँच रहा क्या? मैंने कहा कि नहीं भाभी वो बोली कि में लगा दूँ क्या और हँसने लगी? फिर मैंने कहा कि नेकी और पूछ पूछ, प्लीज लगा दो.
फिर वो बोली कि में तो मज़ाक कर रही थी, नहीं कोई देख लेगा. फिर मैंने कहा कि हम दरवाजा बंद कर लेंगे, वो तुरंत अंदर आ गई और दरवाज़ा बंद कर दिया और साबुन लेकर मेरी पीठ पर लगाने लगी, वाह क्या मजा आ रहा था, मुझे लगा वो भी गरम हो गयी है इसलिए बड़े प्यार से सहला रही थी, लेकिन मुझे सीधा हाथ डालने में डर लग रहा था. फिर मैंने भाभी से पूछा कि आप कैसे नहाती हो आपके हाथ भी पीठ पर नहीं पहुंचते होंगे?
वो बोली कि हाँ मैंने कहा कि आपने मेरी मदद की है और में आपकी मदद कर देता हूँ, आपकी पीठ पर साबुन लगा देता हूँ और बाकी आप खुद नहा लेना. फिर वो शरमाते हुए बोली कि नहीं. फिर मैंने बोला कि कोई बात नहीं भाभी में लगा देता हूँ और वो ज्यादा मना करते हुए बोली कि ठीक है तुम अपना मुँह दूसरी साईड करो. फिर मैंने अपना मुहं दूसरी तरफ कर लिया. फिर उसने अपनी कमीज़ खोली और मेरी तरफ पीठ करके बैठ गयी और फिर मुझसे बोली कि लगाओ और में जैसे मुड़ा वाह क्या सीन था? में उसकी नंगी पीठ और सफेद ब्रा की डोरी देखकर पागल हो गया और में उसकी पीठ पर साबुन लगाने लगा. उसने आँखे बंद कर ली और में उसकी पीठ सहलाने लगा.
फिर कुछ देर बाद मैंने उनसे कहा कि भाभी आपकी ब्रा की डोरी दिक्कत कर रही है. फिर उसने तुरंत बोला कि खोल दो और मैंने जल्दी से उसकी ब्रा को खोल दिया और उसने अपने बूब्स पर हाथ रख लिए. अब उसकी सलवार पूरी तरह भीग गयी थी और पैरों से चिपक गयी थी और जिसकी वजह से उसकी काली कलर की पेंटी साफ साफ दिख रही थी और मेरा लंड बिल्कुल टाईट हो गया था और में साबुन लगते हुए उसके पेट पर हाथ घुमाने लगा और उसकी नाभि को सहलाते हुए में उसके बूब्स की तरफ अपना हाथ ले गया जो उसने अपने हाथों से ढक रखे थे.
फिर मैंने पीछे से सलवार के अंदर हाथ डाल दिया और में उसके गोल गोल चूतड़ को मसलने लगा और वो सिसकियाँ लेने लगी और मेरे हाथ पकड़कर बाहर निकालने लगी. जैसे ही उसने मेरा हाथ पकड़ने के लिए अपने बूब्स से हाथ हटाया तो मैंने उसके बूब्स पकड़ लिए और ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और अपना लंड अंडरवियर से बाहर निकालकर उसकी पीठ पर रगड़ने लगा और वो मोनिंग करते हुए अभी भी हटाने लगी.
भाभी : आशु प्लीज यह सब मत करो, आहह.
में : ( में उसके बूब्स मसलते हुआ गर्दन पर किस करते हुए) भाभी इस दिन का तो मुझे कई दिनों से इंतज़ार था तो में ऐसे कैसे इस मौके को अपने हाथ से जाने दूंगा.
अब भाभी बिल्कुल गरम हो गई थी, उसने भी अपने हथियार डाल दिए और खड़ी होकर मुझसे चिपक गई और मेरे होंठो को अपने होंठो से चूसने लगी. फिर मैंने उसकी सलवार का नाड़ा खोल दिया. दोस्तों भाभी क्या सेक्स की देवी लग रही थी, उसका वो भीगा बदन.
वो अब सिर्फ़ काली कलर की पेंटी में खड़ी थी, उसके गीले बाल उभरे और कसे हुए बूब्स गोल गांड, हम दोनों बस मदहोश होकर एक दूसरे को अपनी गरमी दे रहे थे. अब मैंने उसकी पेंटी को भी खोल दिया और मैंने देखा कि उसकी काली झांटो से चूत पूरी तरह ढकी हुई थी.
फिर मैंने उसकी झांटो को एक साईड किया और अपनी उंगली को उसकी चूत में डाल दिया तो वो एकदम से तड़प उठी और मेरे लंड को पकड़कर दबाने लगी, जितनी स्पीड से में उसकी चूत में उंगली डाल रहा था उतनी स्पीड से वो मेरे लंड को हिला रही थी. फिर वो मेरे आगे झुक गयी और मेरे लंड को चाटने लगी. दोस्तों वो बिल्कुल ब्लूफिल्म की तरह मेरा लंड चाट रही थी और फिर वो मेरा पूरा लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी और इतनी देसी भाभी को लंड चूसते देख में बिल्कुल हैरान हो गया.
फिर मैंने उनसे पूछा कि क्यों भाभी कभी अपने पति का चूसा है? तो वो बोली कि नहीं. फिर मैंने कहा कि इतनी अच्छी तरह कैसे चूस लेती हो? फिर वो बोली कि मैंने अपने फोन पर चोरी से ब्लूफिल्म देखी है और मुझे बहुत दिल करता था किसी का लंड चूसने का, लेकिन में अपने पति के सामने इतनी खुलकर कह नहीं सकती और आज मुझे यह मौका मिला है. फिर मैंने कहा कि आआहह भाभी चूसो आज पूरी कर लो अपनी सब इच्छाए, वो पूरा मन लगाकर चूस रही थी, उसने मेरे लंड पर थूका और उसे अपनी जीभ से मेरे लंड पर गोल गोल घुमाने लगी और में सच में बिल्कुल हैरान था और में अब इतना उत्तेजित था जैसे कोई चुदाई का भूखा हो. अब वो मेरा लंड पूरा गले तक ले रही थी.
दोस्तों वाह क्या नज़ारा था? फिर मेरी नज़र उसकी चूत पर पड़ी और मैंने कहा कि बस भाभी चोदने दो. अब वो मुझे शरारत भरी नज़र से देखती हुई मेरा लंड चूसती रही. फिर मैंने ज़बरदस्ती उसे वहाँ से हटाया और उसे वाशबेसिन पकड़कर घोड़ी बना दिया और वो अपनी गांड को हिलाते हुए मेरे लंड को अपनी चुदाई करने की दावत दे रही थी. फिर मैंने उसकी कमर को पकड़कर उसकी चूत पर लंड रखा और उसने अपने एक हाथ से मेरा लंड अपनी चूत पर सेट करते हुए पीछे से धक्का मारा, आअहह क्या गरम चूत थी, मेरा आधा लंड अंदर घुस गया तो वो थोड़ी सी चीखी और उसने दूसरा धक्का मारा और मेरा पूरा लंड अपनी चूत के अंदर ले लिया और रुक गयी. दोस्तों अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था.
मैंने उसकी गांड को पकड़कर ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा और भाभी आहह आईईईइ उह्ह्ह्हह्ह मेरे राजा चोद मुझे फाड़ दे आज अपनी भाभी की चूत को और ज़ोर से धक्का मार आह्ह्ह्हह हाँ और थोड़ा अंदर डाल उह्ह्ह्ह.
अब में दनादन लंड उसकी चूत में डाल रहा था और उसके बूब्स ज़ोर ज़ोर से हिल रहे थे और वो भी पूरे मज़े लेकर मुझसे चुदवा रही थी और सिसकियाँ लेते हुए बड़बड़ा रही थी, ऊह्ह्ह्ह आह्ह्हह्ह आशु डाल अपना पूरा लंड मेरी चूत में आह्ह्ह चोद और फिर वो गालियाँ बकने लगी साले चोद भाभीचोद. में करीब दस मिनट तक लगातार उसे चोदता रहा और अब भाभी की चीखने, चिल्लाने की आवाज़ तेज होने लगी और वो ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी आअहह और उसके पैर अकड़ गए और वो मेरे लंड को अपनी चूत से भींचने लगी तो में समझ गया कि भाभी झड़ रही है.
फिर मैंने और तेज धक्के मारने शुरू कर दिए और फिर भाभी झड़ गयी और मेरा लंड पूरा गीला हो चुका था. फिर मैंने कहा कि भाभी क्या में अंदर ही निकाल दूँ? तभी वो एकदम से हटी और उसने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी और बोली कि मुझे तेरा माल पीना है और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी. मुझसे अब रहा नहीं गया और में उसके मुँह में झड़ गया, उसने चूस चूसकर मेरा सारा वीर्य पी लिया, आअहह मेरी तो जैसे जन्नत की सैर हो गयी.
फिर उसने अपना चेहरा साफ किया और बाहर जाने लगी, लेकिन मेरा मन अभी भी भरा नहीं था तो मैंने कहा कि भाभी अब मेरे रूम में चलो तो वो भी तुरंत समझ गई कि अभी भी उसकी और चूत घिसाई होनी है और उसने अपनी कमीज़ पहनी सलवार तो गीली थी तो कमीज़ पहनकर ही मेरे रूम में भागती हुई पहुंच गई. मैंने भी टावल लपेटा और उसके पीछे रूम में पहुँच गया.
फिर मैंने अंदर जाते ही दरवाज़ा बंद कर दिया और भाभी से बाथरूम में मज़ा लेने के बाद अब में उसे बेड पर चोदना चाहता था, लेकिन हम दोनों इतने गर्म हो चुके थे कि मैंने उसे वही दीवार से चिपका दिया. अब में उसके हाथ पकड़कर उसे स्मूच करने लगा और अब भाभी भी पूरी तरह से गर्म थी, अब वो भी पूरा मज़ा ले रही थी. अब हम एक दूसरे के मुहं में अपनी जीभ डाल रहे थे, वो अपनी गीली सलवार बाथरूम में ही छोड़ आई थी और में भी सिर्फ़ टावल में था.
अब मैंने उसे दीवार से चिपका कर अपना पूरा वजन उस पर डाल दिया और अब मेरे टावल में टेंट बन गया था जो कि मेरे लंड के हार्ड होने की वज़ह से था. अब भाभी पागलों की तरह तड़पती मछली की तरह हो गयी थी और मौन कर रही थी. फिर उसने टावल के ऊपर से ही मेरा लंड पकड़ लिया और ज़ोर-ज़ोर से भींचने लगी.
फिर में भी उसकी कमीज़ ऊपर उठाकर उसकी चूत में उंगली करने लगा. अब में भाभी को और तड़पाना चाहता था, लेकिन वो इतनी गर्म थी कि वो मेरे लंड को पकड़कर अपनी चूत पर रगड़ने लगी और खड़े-खड़े ही अंदर घुसाने लगी. दोस्तों अब में सातवें आसमान पर था, अब में अपनी तरफ़ से लंड घुसाने की कोई हरकत नहीं कर रहा था बस उसकी तड़प का मज़ा ले रहा था.
अब वो कभी अपनी टाँगे चौड़ी करके मेरे लंड को पकड़कर चूत में डालती तो कभी अपनी टाँगे उठाकर खुद ही खड़े-खड़े धक्के मारती, लेकिन एक दो धक्को के बाद मेरा लंड बाहर निकला जा रहा था. अब वो कुछ नहीं बोल रही थी, बस मौन कर रही थी.
अब उसकी चूत से रस टपक कर फर्श पर गिर रहा था, अब काफ़ी तड़पने के बाद उसने अपनी चुप्पी तोड़ी और बोली कि आशु बहुत हो गया अब चोदेगा या में खुद चूत में उंगली कर लूँ. अब यह बात सुनकर मुझे मज़ा भी आया और मेरा लंड भी और तन गया.
फिर मैंने उसे वहीं किचन पट्टी पकड़कर घोड़ी बना दिया और उसकी कमर पकड़कर सीधा अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया. अब उसकी चूत के पानी से उसकी चूत एकदम चिकनी हो चुकी थी और मेरा लंड सीधा उसकी चूत को चीरता हुआ जड़ तक जा घुसा और मैंने ताबड़तोड़ धक्के मारने शुरू कर दिए आआहह, अब वो ज़ोर-जोर से मौन करने लगी थी.
फिर मैंने उसके मुँह पर हाथ रखा ताकि पड़ोसी सुन ना ले और उसे चोदने लगा. अब वो भी अपनी गांड हिला-हिलाकर मेरे लंड को अंदर ले रही थी, अब पूरे रूम में फ़च-फच की आवाज़ आने लगी थी. अब मेरी टाँगे उसकी जांघो पर हर धक्के के साथ तपाक से टकरा रही थी और वो ज़ोर-जोर से बड़बड़ाये जा रही थी. अब में अपनी पूरी स्पीड से उसे चोद रहा था.
फिर वो वहाँ से हटी और मेरे बेड पर टांगे चौड़ी करके लेट गयी और बोली कि आशु आज फाड़ दे मेरी चूत को, मेरी चूत का भोसड़ा बना दे. फिर मैंने उसकी टाँगे अपने कंधे पर उठाई और उसे ज़ोर-ज़ोर से चोदना शुरू कर दिया. अब वो बहुत जोर से चिल्ला रही थी, आआआआआअ आशु फाड़ और घुसा दे. अब उसकी टांगे अकड़ने लगी थी और वो उसके नाख़ून मेरी पीठ पर चुभा रही थी तो अब में समझ गया कि उसका होने वाला है, शायद उसका पहले भी हुआ हो, लेकिन इस बार तो मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे इतना पानी निकलेगा कि मेरा लंड पूरा भीग जायेगा.
अब उसकी आँखें बंद हो गयी और वो नीचे से धक्के मारने लगी. तभी मेरी नज़र खिड़की पर पड़ी जो कि आधी खुली थी, अब उसमें से हमें कोई देख रहा था. अब मेरा भी होने वाला था तो में रुक नहीं पाया और उसे चोदता ही रहा. अब वो ज़ोर-ज़ोर से साँस लेती हुई और मौन करते हुए झड़ गयी.
फिर थोड़ी देर के बाद मैंने भी अपना सारा पानी उसके मुँह पर छोड़ दिया. अब हम हांफते हुए बेड पर लेट गये. फिर उसने अपनी कमीज़ के साथ मेरा पजामा पहना और अपने रूम में जाने लगी. हमारा रूम पास-पास में ही था तो जैसे ही उसने दरवाज़ा खोला तो उसकी सहेली रीना बाहर खड़ी थी. रीना भी शादीशुदा थी, गोरी और सुडोल शरीर, बड़े-बड़े बूब्स और उसकी गांड पीछे से बाहर निकली हुई थी, क्योंकि वो ज्यादातर स्किन टाईट कपड़े पहनती है तो इसलिए उसकी गांड बाहर निकली हुई लगती थी, लेकिन कमाल की गांड है उसकी, फिगर 34-30-36 है.
अब में समझ गया था कि ये वही है जो हमें खिड़की से देख रही थी, लेकिन मैंने सब अनसुना कर दिया. अब रिचा उसे देखकर डर गयी और उससे नज़रे मिलाए बिना ही वहाँ से जाने लगी. अब रीना उसे देखकर हंस रही थी और उसके पीछे-पीछे उसके रूम में चली गयी. फिर मैंने भी अपने कपड़े पहने और यह जानने के लिए कि रीना अब क्या करेंगी? उनकी खिड़की के पास छुप गया.
रीना : अरे वाह, रिचा तू तो बहुत बड़ी खिलाड़ी निकली अकेले-अकेले मज़े ले रही है तो रिचा डरते हुए बोली किसी को मत बताना. फिर रीना ने उसकी गांड पर एक शरारती थप्पड़ मारा और अपनी चूत पर हाथ फैरते हुए बोली कि यार तुम दोनों की चुदाई देखने का मज़ा आ गया. अब मुझे रिचा की सहेली की आँखो में हवस नज़र आ रही थी और मुझे लगा कि अब तो किस्मत खुल गयी और दूसरी भी तैयार है. फिर रिचा अपने बेड पर लेट गयी और उसकी सहेली उसकी सलवार में उसकी चूत के पास अपना मुँह करके लेट गयी.
रिचा बोली क्या कर रही है? तो वो बोली कि तेरी चूत से तेरे यार के लंड की खुशबू ले रही हूँ, अब मुझे तो ये सब सपना सा लग रहा था. फिर उसकी सहेली ने उसका नाडा खोला और उसकी चूत सूंघने लगी. अब में यह सब देखकर हैरान हो गया और अब में समझ नहीं पा रहा था कि यह कहीं लेस्बियन तो नहीं है. फिर वो उसकी चूत का रस अपने हाथ से लगाकर अपनी सलवार के अंदर डालकर अपनी चूत पर मलने लगी और सिसकारी लेती हुई बड़बडाई कि उसका लंड ना सही, लेकिन उसका पानी तो मेरी चूत तक पहुँच गया और वो दोनों हंसने लगी.
अब रिचा जो काफ़ी देर से उसे देख रही थी, अब हंसते हुए नॉर्मल लग रही थी. फिर रिचा कपड़े बदलने लगी और उसकी सहेली वहीं लेटी हुई थोड़ी-थोड़ी देर में सलवार के ऊपर से ही अपनी चूत पर हाथ घुमा रही थी. अब उसकी आँखे हवस से भरी हुई थी और अब मेरा दिल तो किया कि वहीं जाकर उसे चोद दूँ, लेकिन मुझे लगा कि रिस्क क्यों लेना?
फिर उसने रिचा से कहा कि यार तेरा तो पति से भी सुंदर है. फिर इसके चक्कर में कैसे पड़ी? तो रिचा बोली कि एक बार इससे चुदकर देख सब पता चल जायेगा. फिर उसकी सहेली ने आह भरते हुए कहा कि हाय वो दिन कब आयेगा? तुम दोनों की पलंगतोड़ चुदाई देखकर मेरा मन भी चुदने का हो रहा है, यह कहकर वो अपनी चूत को ज़ोर-जोर से रग़ड रही थी. अब में आउट ऑफ कंट्रोल हो गया और कमरे में चला गया तो उसने हड़बड़ा कर चादर अपने ऊपर खींच ली.
फिर मैंने कहा कि यार मैंने सब कुछ सुन लिया है और देख लिया है, अब छुपाने का क्या फायदा है? फिर में उसके ऊपर चढ़ गया. अब रिचा हमें आश्चर्य से देखे जा रही थी. फिर रीना कुछ नहीं बोली और चुपचाप मेरी आँखो में देख रही थी, जैसे उसे वो मिल गया हो जो वो चाहती थी. फिर मैंने अपने होंठ उसके होंठो पर रख दिए और उसके गुलाबी होंठो को जी भरकर चूसने लगा.
अब वो भी मेरा पूरा साथ देने लगी थी. अब में अपने पूरे शरीर को उसके शरीर पर रग़ड रहा था. मुझे सबसे ज्यादा प्यारी उसकी गांड लगती है. फिर मैंने उसे उल्टा करके लेटा दिया और उसकी गांड की दरार में अपना लंड घुसाने लगा, अयाया क्या मज़ा आ रहा था? और उसके बूब्स दबा रहा था.
फिर मैंने एक हाथ उसकी पेंटी में डाल दिया, अया क्या गर्म चूत थी उसकी? बिल्कुल गीली हो चुकी थी. फिर मैंने उसकी कमीज़ उतारी और उसकी पीठ चाटने लगा, अब वो भी अपनी आँखे बंद करके मज़े ले रही थी. फिर मैंने उसकी सलवार भी उतार दी, अब वो मेरे सामने वाईट ब्रा और ब्लू पेंटी में उल्टी लेटी हुई थी.
फिर मैंने उसकी पेंटी को थोड़ा साईड में करके उसकी गांड पर थूक लगाया और अपना लंड टिका दिया, उसकी चूत पर थोड़ी-थोड़ी झांटे थी. फिर मैंने उसकी गांड पर धक्का मारा तो वो बहुत ज्यादा टाईट थी तो मेरा लंड अंदर नहीं गया और वो ज़ोर से चिल्लाई और वो मेरे नीचे से फिसल कर साईड में हो गयी और बोली कि गांड में नहीं सीधा चूत में डाल नहीं तो में चली जाउंगी.
फिर मैंने उसे ओके बोला और उसे घोड़ी बनने को कहा तो वो बन गयी और बोली कि कहा ना गांड में मत डालना तो मैंने कहा कि ओके. फिर मैंने पीछे से उसकी चूत पर अपना लंड रखा, उसकी चूत बहुत गीली थी और ज़ोर से धक्का मारा तो वो थोड़ी चिल्लाई और मेरा लंड पूरा अंदर घुस गया. वो शादीशुदा होते हुए भी उसकी चूत टाईट थी. फिर में उसकी कमर पकड़कर ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा.
अब वो मौन करने लगी, हाईईई उउउईईई माँ, चोद मुझे, पूरा डाल जड़ तक, डाल आआआआ. अब में उसे ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा था, उधर रिचा भी हमारी चुदाई देखकर गर्म हो गयी थी और कुर्सी पर बैठकर अपनी चूत में उंगली कर रही थी. फिर मैंने उसे पास में बुलाया और अब वो मेरे पास में आकर बैठ गयी. अब मेरा लंड रीना की चूत में था और रिचा के बूब्स मेरे मुँह में थे, आअहह दोस्तों क्या मज़ा था? एक साईड में रीना की चुदाई कर रहा था तो दूसरी साईड में रिचा के बूब्स चूस रहा था और उसकी चूत में उंगली कर रहा था.
अब वो दोनों बहुत गर्म हो चुकी थी और ज़ोर-ज़ोर से सिसकारियाँ ले रही थी, अब मुझे भी बड़ा मज़ा आ रहा था. तब रीना अपनी गांड आगे पीछे करके मेरा लंड अपने आप ले रही थी, तभी मुझे शरारत सूझी तो मैंने रिचा के कान में कहा कि रीना की टांगे पकड़ो और उसे हिलने मत देना. फिर रिचा ने मेरी तरफ शरारत भरी नज़र से देखा और उसकी टाँगे पकड़ ली. अब मैंने रीना की चूत से लंड बाहर निकाला जो पूरा गीला था और उसकी गांड पर रख दिया.
फिर वो बोली कि कहा था ना गांड में मत डालना, लेकिन तब तक मैंने एक ज़ोर का धक्का मारा और मेरा आधा लंड उसकी गांड में जाकर फँस गया. फिर वो ज़ोर से चिल्लाई उूउउइईई माँ माररर डाला निकाल इसे, अब वो भागने लगी थी, लेकिन रिचा ने उसे कसकर पकड़ा हुआ था, अब वो छटपटाने के अलावा कुछ नहीं कर सकती थी.
रीना : रिचा छोड़ मुझे मादरचोद, यह मेरी गांड फाड़ देगा, आआअहह बहुत दर्द हो रहा है.
फिर रिचा हँसने लगी और मैंने अपना पूरा दवाब उसकी गांड पर डाल दिया. अब मेरा लंड पूरे से थोड़ा कम उसकी गांड में था. अब वो चिल्ला रही थी, मुझे नहीं चुदवाना, छोड़ो मुझे. फिर मैंने बुरी तरह से उसकी गांड मारनी शुरू कर दी. अब उसकी चीखे निकल रही थी.
फिर धीरे-धीरे उसका दर्द कम हुआ और उसकी चीखे सिसकियों में बदलने लगी. अब वो मजे लेने लगी थी और बोलने लगी कि आशु फाड़ मेरी गांड, मेरे राजा मुझे ज़ोर से चोद. अब रिचा बहुत गर्म हो गयी थी. फिर उसने अपनी चूत रीना के मुँह पर लगा दी, आआहह क्या नज़ारा था? अब में रीना की गांड मार रहा था और रिचा अपनी चूत रीना से चटवा रही थी. अब मेरा होने वाला था फिर मैंने कहा कि कहाँ निकालूं? तो रीना बोली कि मेरी चूत में निकाल दो.
फिर मैंने उसे सीधा किया और अब मैंने उसकी एक टाँग उठाकर अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया और रिचा रीना के मुँह पर बैठ गयी. अब रीना बड़े मज़े से अपनी जीभ उसकी चूत में डाल रही थी और में रीना को चोदने लगा, आआहह आआआ आज़ा मेरे राजा आज तूने मेरी चूत और गांड फाड़कर रख दी और फाड़ आआआहह.
अब में लगातार उसे चोदता रहा और रीना झड़ गयी और में भी उसकी चूत में ही झड़ गया और साईड में होकर लेट गया. अब सब बेड पर पड़े थे, तभी मेरा माल रीना की चूत से थोड़ा-थोड़ा टपकने लगा था. अब रिचा यह देखकर रीना की चूत चाटने लगी और पूरा रस अपने मुँह में भरकर रीना को किस करते हुए उसके मुँह में छोड़ दिया. फिर उन दोनों ने मेरा माल पिया और फिर मेरे लंड को चाटकर साफ किया.
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कासिम ने लूटी मम्मी की जवानी

हैल्लो दोस्तों, मेरी मम्मी एक उर्दू टीचर है, जो अपना ज़्यादातर टाईम स्कूल या घर के कामों में बिताती है. अगर उनके शरीर की बात करें तो उनका कोई जबाब नहीं, अंगूर जैसे रसीले लिप्स, टाईट 36 साईज के बूब्स और गांड तो ऐसी जैसे संगमरमर से तराशी गई हो. मम्मी को शादी वग़ैरह में जाने का बहुत शौक था और हमारे रिश्तेदारों की शादी में वो ही ज़्यादातर काम संभालती थी.
ये बात उन दिनों की है जब मम्मी को अपनी भतीजी की शादी में बिलासपुर जाना पड़ा, क्योंकि पापा भी ज़्यादातर बाहर ही रहते थे और में भी उनसे दूर हॉस्टल में रहता था. अब मम्मी उस शादी में जाने के लिए बहुत एग्ज़ाइटेड थी और किसी तरह से उन्होंने पापा को शादी में जाने के लिए मना लिया था. फिर किसी तरह मम्मी बिलासपुर पहुँची और शादी के कामों में लग गई.
अब सब कुछ ठीक चल रहा था और मम्मी भी बहुत खुश थी, जब तक उन पर कासिम की नज़र नहीं पड़ी थी. क़ासिम 27 साल का जवान लड़का था और वो भी शादी में लड़के वालो की तरफ से आया हुआ था. अब कासिम मम्मी को देखते ही उन पर फिदा हो गया था, कहते है ना प्यार की कोई उम्र नहीं होती, भले ही वो 27 साल का हो और मेरी मम्मी 38 साल की हो. अब कासिम किसी तरह से मम्मी से बात करने के बहाने ढूँढने लगा और उसका यह ख्वाब पूरा भी हुआ, जब मम्मी मेहमानों को नाश्ता करवा रही थी. फिर कासिम भी मम्मी के पास गया और चाय लेने के बहाने मम्मी की मस्त जवानी को देखने लगा. मम्मी भी उस दिन बहुत ज़्यादा खूबसूरत दिख रही थी, अब डीप सूट की वजह से उनके क्लीवेज भी साफ दिख रहे थे.
अब कासिम के मन की उमंग फिर से जाग गई थी. फिर कासिम ने जैसे तैसे अपने होश संभाले और मम्मी की तरफ चाय लेने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया. शायद उसमें भी कासिम की कोई चाल थी और फिर उसनें चाय अपने ऊपर गिरा ली. अब मम्मी भी यह देखकर शॉक हो गईं और जल्दी से उसका हाथ देखने लगी और उसके हाथों पर अपने अंगूर जैसे होंठो से फूंक लगाने लगी.
शायद कासिम को भी इसमें जन्नत दिख रही थी और अब उसका लंड बिल्कुल टाईट हो चुका था, शायद अब उसका प्यार कुछ ज़्यादा ही परवाना चढ़ गया था. अब मम्मी ने उसके हाथ छोड़ने के बाद वो जैसे तैसे बाथरूम की तरफ भागा और मम्मी के नाम और उनके कोमल एहसास की कल्पना करके मुठ मारने लगा और अपने अरमान और प्यार की बुलंदियों पर पहुँचने की कोशिश करने लगा. अब कासिम ने पूरी रात मम्मी को अपने सपनो में देखकर पूरी रात काटी और सुबह होते ही अपनी कामुक नज़रों से मम्मी को ढूँढने लगा.
अब शायद ऊपर वाले की भी यही मर्ज़ी थी और शायद मम्मी को कुछ खरीदने के लिए मार्केट जाना था. अब कासिम भी इस मौके की ही तलाश में था तो वो मम्मी से बोला कि वो भी मार्केट ही जा रहा है. अब मम्मी को उसके इरादो की क्या भनक थी? तो अब वो भी तैयार हो गई.
वैसे तो कासिम अमीर खानदान से था और हमेशा महँगी कार ही चलाता था, लेकिन उस दिन जानबूझ कर वो बाइक पर गया और मम्मी भी उसके साथ बैठ गई. अब कासिम भी ऐसे मौको की ही तलाश में था और अब मम्मी के बड़े-बड़े बूब्स का आनंद लेने के लिए जानबूझ कर ब्रेक लगा रहा था. अब पूरे दिन मम्मी के साथ घूमने के बाद अब मम्मी भी उसको अच्छे से पहचानने लगी और उसके साथ हंसी मज़ाक करने लगी थी और अब उनकी दोस्ती कुछ ज़्यादा ही आगे ही बढ़ गई थी.
अब शादी ख़त्म होने के बाद उन दोनों ने फोन पर भी बातें करनी स्टार्ट कर दी थी. अब मम्मी भी शायद उसको पसंद करने लगी थी, बस पापा के डर के कारण थोड़ा घबरा रही थी और अपने खानदान और अपनी इज़्ज़त बचाने के लिए कि लोग क्या सोचेंगें? तो मम्मी ने कासिम से बात करनी कम कर दी. शायद पापा का मम्मी से दूर रहना इन सब चीज़ो को बढ़ावा दे रहा था और वो भी एक औरत ही है, प्यार करने की भूख तो उनके अंदर भी थी.
फिर इस बात को 6-7 महीने बीत गये, लेकिन अब मम्मी हर दिन कासिम से बात करने के लिए सोचती थी. फिर एक दिन तंग आ कर उन्होंने कासिम को फोन लगा ही दिया, आख़िरकार अब वो कासिम के सच्चे प्यार को कब तक ठुकराती. तब कासिम दिल्ली में था तो उसने मम्मी को वहीं आने को कहा. अब मम्मी पापा से बहाना बनाकर किसी तरह दिल्ली पहुँच गई. अब कासिम तो वैसे भी इस दिन के लिए कब से इंतज़ार कर रहा था और मम्मी के वहाँ आने की खुशी पर तो वो सातवें आसमान पर था.
अब मम्मी को लेने वो खुद स्टेशन गया और उसने मम्मी का रूम पहले से ही दिल्ली एक बड़े होटल में बुक करवा दिया था. अब स्टेशन से मम्मी को पिक करने के बाद वो लोग थोड़ा बहुत घूमने गये और फिर शाम को वो मम्मी को होटल में अकेले ही छोड़कर जाने की नौटंकी करने लगा, लेकिन मम्मी ने उसको वही रोक लिया शायद अब मम्मी को भी सेक्स का बुखार चढ़ रहा था, तो कासिम ने भी ऐसा ही किया और करता भी कैसे नहीं? इस दिन का तो वो कब से इंतज़ार कर रहा था. अब मम्मी भी रात को सोने की तैयारी करने लगी और अपने कपड़े चेंज करने बाथरूम में चली गई और कासिम को भी चेंज करने को बोली.
अब यह सब बोलने के बाद मम्मी जैसे ही बाथरूम से पिंक कलर की नाइटी पहनकर निकली तो कासिम तो बस उनको देखता ही रह गया, शायद उसकी जवानी उफान पर थी. अब उसकी आँखें मम्मी के बड़े-बड़े बूब्स ही देख रही थी, अब उसका लंड बिल्कुल टाईट हो चुका था.
फिर मम्मी ने उसको फिर से एक बार और कपड़े चेंज करने को बोला, लेकिन वो कहाँ इतना अच्छा सीन छोड़कर जाने वाला था? लिहाजा फिर वो बोला कि बाद में कर लेगा और मम्मी बेड पर आकर उसके साथ ही बैठ गई. अब इधर उधर की बातें करने के बाद मम्मी का ध्यान कासिम के खड़े लंड पर गया.
अब उसका लंड भी साँप के जैसे फनफना रहा था और पेंट फाड़कर बाहर निकलने को तैयार था. अब यह सब देखकर मम्मी को भी जोश आने लगा था, आख़िर आता भी कैसे नहीं? वो भी कब से प्यासी थी? अब कासिम को भी शर्माते देखकर उन्होंने पहले बात करना ही ठीक समझा और बात स्टार्ट कर दी.
मम्मी – तुम्हारे कोई गर्लफ्रेंड नहीं है?
कासिम – नहीं.
मम्मी – सच में.
कासिम – कोई आप जैसी खूबसूरत मिली ही नहीं, जिसको में प्यार कर सकूँ.
मम्मी – में इतनी भी खूबसूरत नहीं हूँ, बताओ कहाँ से खूबसूरत हूँ में? मेरे में क्या अच्छा लगता है?
कासिम – थोड़ा शर्माने के बाद मम्मी के बूब्स की तरफ इशारा कर देता है.
अब मम्मी भी थोड़ा शर्मा देती है और कामुकता वाली नज़रों से कासिम की तरफ देखने लगती है. अब कासिम को भी शायद इस घड़ी का ही इंतज़ार था और वो मम्मी के और नज़दीक आकर बोलता है कि काश में आपका पति होता तो आपको अपनी रानी बनाकर रखता. अब मम्मी थोड़ा शर्माकर बोलती है अच्छा जी, तो बना लो, मना किसने किया है? बस तो फिर क्या था? अब उसकी गाड़ी को हरी झंडी जो मिल चुकी थी.
उसके हाथों ने अब तक अपनी हरकतें स्टार्ट कर दी थी और उसने अपने होंठ भी मम्मी के रसीले होंठो से जोड़ दिए थे और कस कर उसका जूस पीने लगा और अपने दोनों हाथों से मम्मी के बड़े-बड़े बूब्स को दबाने लगा था. अब मम्मी को भी इन सब में बहुत मज़ा आ रहा था, अब उनकी भी साँसे बहुत तेज़ी से चलने लगी थी, अब वो भी कासिम का पूरा साथ दे रही थी.
फिर करीब 10 मिनट तक मम्मी के होंठो का रस चूसने के बाद कासिम ने मम्मी की नाइटी निकालकर फेंक दी. अब मम्मी सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में कासिम के सामने थी, अब कासिम तो जैसे जन्नत में था और मम्मी के बूब्स को निहारे ही जा रहा था. फिर उसने झट से मम्मी के एक बूब्स को पकड़कर ब्रा के ऊपर से ही चूसना स्टार्ट कर दिया और दूसरे बूब्स को अपने हाथ से तेज़ी से दबाने लगा. अब मम्मी को भी बहुत मज़ा आ रहा था और अब उनकी सिसकारियों से पूरा कमरा गूँजने लगा था.
अब मम्मी से भी सहा नहीं जा रहा था तो अब वो भी कासिम की पेंट के ऊपर से ही उसका लंड सहलाने लगी थी. अब उन्होंने उसकी पेंट का हुक खोलकर जैसे ही उसके लंड को आज़ाद किया, तो कासिम का खड़ा लंड भी फनफनाता हुआ साँप की तरह बाहर निकला. अब इतना लंबा और मोटा लंड देखकर तो मम्मी बिल्कुल डर गई थी, शायद उसके लंड की लंबाई भी 8-9 इंच रही होगी.
मम्मी ने इतना बड़ा लंड शायद ही देखा होगा और फिर उन्होंने उसके लंड को अपने हाथ में लेने की नाकाम सी कोशिश शुरू कर दी. उसके लंड की लंबाई भी कुछ ज़्यादा ही बड़ी थी इसलिए उसका लंड उनके हाथ में भी नहीं आ पा रहा था इसलिए उन्होंने उसको ऊपर से ही सहलाना स्टार्ट कर दिया, लेकिन कासिम को इन सब में मज़ा नहीं आ रहा था, शायद इसलिए वो मम्मी को अपना लंड मुँह में लेने के लिए बोलने लगा.
अब भला मम्मी उसकी यह बात कैसे मान पाती? आख़िर कासिम का लंड भी घोड़े जैसी लंबाई और चौड़ाई का था. फिर भी मम्मी ने कासिम का मन रखने के लिए उसके लंड को अपने मुँह के पास ले जाकर उस पर किस करने लगी और ऊपर से ही चाटने लगी, लेकिन फिर भी कासिम अपना लंड पूरा मुँह में लेने की जिद करने लगा.
फिर मम्मी ने भी रंडियों की तरह गुस्से में अपना पूरा मुँह खोल दिया और कासिम ने भी पूरे जोश के साथ अपना लंड मम्मी के मुँह में पेल दिया. अब मम्मी की तो जैसे साँस ही रुक गई थी और उनके मुँह से गल्लुउउप्प गल्लूउप्प्प की आवाज़ आने लगी थी. अब कासिम ने मम्मी के मुँह को ही चोदना स्टार्ट कर दिया था. अब मम्मी की भी साँस इतना लंबा मोटा लंड अपने कोमल मुँह में लेकर हलक तक फूल गई थी, लेकिन अब कासिम कहाँ रुकने वाला था? वो तो बस अपना लंड मम्मी के मुँह में ही पेले जा रहा था और इस तरीके से पहली बार वो मम्मी के मुँह में ही झड़ गया और अब मम्मी भी रंडियों के जैसे उसका पानी पिए जा रही थी.
फिर 10 मिनट के बाद कासिम फिर से तैयार हो गया और इस बार उसका अगला शिकार शायद मम्मी की मस्त चूत थी. फिर उसने झट से मम्मी की पेंटी के ऊपर अपना हाथ डाला और उसको सहलाने लगा. अब मम्मी भी मज़े में अपना सिर इधर उधर पटकने लगी थी, इतने में कासिम ने मम्मी की पेंटी निकालकर फेंक दी और कुत्तों की तरह मम्मी की चूत को चाटने लगा.
अब मम्मी भी शायद पूरी तैयारी से आई थी, क्योंकि उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था. अब कासिम भी इसी मदहोशी में अपनी जीभ मम्मी की चूत के अंदर पेला ही जा रहा था. अब पूरा रस चूसने के बाद वो करीब 15 मिनट के बाद मम्मी की चूत के ऊपर से हटा और एक बार फिर से अपना लंड चूसने की जिद करने लगा और अपना लंड ज़बरदस्ती उनके मुँह में डालने लगा और इस तरीके से एक बार फिर से मम्मी को घोड़े जैसा लंड चूसना पड़ा. फिर थोड़ी देर तक अपना लंड चुसवाने के बाद वो अपने लंड को सहलाते हुए मम्मी की चूत पर रखने लगा.
अब कासिम ने अपना लंड मम्मी की चूत के ऊपर रखते ही मम्मी के शरीर में बिजली दौड़ने लगी थी. फिर कासिम ने भी अपने लंड पर ढेर सारा थूक लगाया, लेकिन अब उसका लंड तो मम्मी की कोमल चूत में जाने का नाम ही नहीं ले रहा था. अब जिस होटल में मम्मी और कासिम थे, वहाँ तेल लेने नहीं जा सकते थे इसलिए मम्मी को एक बार फिर से कासिम का लंड चूसना पड़ा.
अब इतना चूसने के कारण कासिम का लंड भी लिपस्टिक के कारण लाल हो चुका था. अब कासिम का लंड भी पूरे उफान पर था और एक बार फिर कासिम ने ढेर सारा थूक मम्मी की चूत पर लगाया और ज़ोर से अपना लंड अंदर पेल दिया. अब मम्मी की इस झटके से तो चीख ही निकल पड़ी और थोड़ा सा ही लंड अंदर जा पाया था. अब मम्मी जब तक एक झटका झेल पाती, उससे पहले कासिम ने एक और झटके से अपना लंड अंदर पेल दिया. अब मम्मी मछली की तरह इधर उधर झटपटाने लगी थी, लेकिन अब कासिम कहाँ रुकने वाला था? उसको चूत जो मारने को मिली थी.
फिर पहली बार मम्मी उसको थोड़ा आराम से करने को बोली और इस तरीके से अभी तक सिर्फ़ आधा लंड ही अंदर गया था, लेकिन अब मम्मी की हालत खराब थी. फिर कासिम ने भी धीरे-धीरे से अपना लंड डालना स्टार्ट कर दिया और थोड़े ही टाईम में कासिम का पूरा लंड मम्मी की चूत के अंदर था. अब तो मम्मी को भी मज़े आने लगे थे और अब वो भी अपनी कमर हिला-हिलाकर कासिम का पूरा साथ दे रही थी.
फिर कुछ टाईम तक इसी तरह चलने के बाद जल्द ही कासिम झड़ने की कगार पर पहुँच गया और उसने अपना सारा गर्म वीर्य मम्मी की चूत के ही अंदर छोड़ दिया और मम्मी के बड़े-बड़े बूब्स दबाते हुए उनके ऊपर ही लेट गया और लंबी-लंबी साँसे लेने लगा. अब मम्मी का भी हाल कुछ इसी तरीके का था, अब मम्मी बहुत खुश थी, अब उनको जिंदगी के सफ़र में एक ठरकी छोकरा जो मिल गया था.
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पंजाबी औरत के साथ चुदाई का मजा

हैल्लो दोस्तों, कैसे हो आप सब? मेरा नाम सेम है और में चंडीगढ़ का रहने वाला हूँ. दोस्तों में इस साईट का बहुत पुराना पाठक हूँ और मुझे इसकी सभी स्टोरी बहुत अच्छी लगती है. आज में आपको अपनी रियल दूसरी स्टोरी शेयर करने जा रहा हूँ, जो जून 2014 की है. मुझे शादीशुदा लेडीस के साथ सेक्स करना बहुत अच्छा लगता है क्योंकि वो बहुत मज़े देती है. अब में आपको अपने बारे में बता दूँ, मेरी हाईट 5 फुट 6 इंच है, वजन 60 किलोग्राम, कलर गोरा, क्लीन शेव लंड, साईज़ लगभग 6 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है.
अब में आपको बोर ना करता हुआ सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ, मेरी पड़ोसन का नाम मीनू है और वो पंजाब की रहने वाली है, लेकिन वो यहाँ पर सेटल हो गये है, उसकी उम्र 30 साल है, हाईट लगभग 5 फुट 3 इंच है, वो दिखने में पतली है, उसका साईज़ 32-28-30 है, वो दिखने में गोरी है.
ये बात जून की है, रात के 8 बजे के करीब में अपने रूम के बाहर बैठा हुआ था, तो उसने मुझे आवाज़ लगाई कि कुछ काम है 1 मिनट के लिए यहाँ आना. फिर में उसके रूम में गया तो उसने मुझसे कहा कि उसका टी.वी नहीं चल रहा है और बच्चे टी.वी चलाने को बोल रहे है, उसके 2 बच्चे है. उसके टी.वी का स्विच का वॉयर निकल गया है, तो क्या आप इसको ठीक कर दोगे? तो मैंने कहा कि हाँ जी में कर दूँगा.
फिर मैंने तार जोड़कर टी.वी चालू कर दिया, फिर में उठने लगा तो उसने कहा कि रूको कोल्ड ड्रिंक पी लो बहुत गर्मी हो रही है. फिर मैंने मौके का फायदा उठाते हुए कहा कि आपका रूम तो कूलर की वजह से काफी ठंडा है, मेरा रूम तो बहुत गर्म है सारी रात नींद नहीं आती है. वो कुछ नहीं बोली और फिर थोड़ी देर के बाद में कोल्ड ड्रिंक पीकर अपने रूम में चला गया.
फिर करीब 10 बजे डिनर करने के बाद जब में सोने लगा तो उसने कहा कि अगर आपके रूम में ज्यादा गर्मी है तो आप यहाँ (उसके रूम में) सो सकते हो. अब में तो ये सुनकर शॉक ही हो गया, फिर मैंने बोला कि सच बोल रही हो या मज़ाक कर रही हो, तो वो बोली कि में सच बोल रही हूँ. फिर मैंने उससे पूछा कि आपको कोई प्रोब्लम तो नहीं है ना? तो वो बोली कि नहीं मुझे कोई प्रोब्लम नहीं है.
फिर मैंने उसे थैंक्स कहा और बोला कि में थोड़ी देर में आता हूँ, अब में अंदर ही अंदर इतना खुश था कि क्या बताऊँ आपको? आज मेरा उसके साथ सोने का सपना पूरा होने वाला था. फिर करीब 10 बजे में उसके रूम में गया तो तब वो अपने 2 साल के बेटे को सुला रही थी और जैसे ही में बेड पर बैठा तो वो वहाँ से उठकर दूसरी साईड में होकर अपने बेटे को सुलाने लगी.
फिर 10-15 मिनट के बाद जब उसका बेटा भी सो गया तो मैंने उससे बोला कि आप वहाँ क्यों सो गई हो? तो फिर मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ रख दिया. तभी वो बोलने लगी कि ये आप क्या कर रहे हो? तो मैंने कहा कि आपको देखकर कंट्रोल नहीं हो रहा है. तो वो कहने लगी कि ये सब ग़लत है तो में उसको फोर्स करके अपनी साईड ले आया और कहा कि बस बूब्स को दबाउंगा और कुछ नहीं करूँगा तो वो मान गई. फिर जब वो मेरे साथ टच हुई तो मुझे ऐसा लगा कि मेरी बॉडी में कोई करंट दौड़ गया हो.
फिर मैंने उसको लिप क़िस करना शुरू कर दिया और अब वो भी उम्म्मा आहह करने लगी. फिर मैंने एक हाथ से धीरे-धीरे उसके बूब्स को दबाना शुरू किया. अब वो तो पागल हुए जा रही थी, क्योंकि उसने काफी टाईम से सेक्स नहीं किया था, क्योंकि उसका पति 3 महीने से घर नहीं आया था. फिर उसके बाद मैंने अपना हाथ अंदर डालकर ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स को दबाना शुरू किया.
फिर मैंने उसकी कमीज़ को ऊपर करके उसकी ब्रा को भी ऊपर कर दिया, अब उसके 32 साईज़ के बूब्स देखने में बहुत मस्त लग रहे थे, अब 10 मिनट में ही उसके निप्पल एकदम खड़े हो गये थे. फिर मैंने धीरे-धीरे उसके निपल्स को चूसना शुरू किया, उस टाईम मुझे भी कुछ होश नहीं था और उसको भी कुछ होश नहीं था. अब मैंने उसके दोनों निपल्स बारी-बारी चूसते हुए में अपने लेफ्ट हाथ से उसकी चूत को रगड़ने लग गया तो अब उसके मुँह से सिर्फ़ आहह ह्म्‍म्म्मम आआअहह की आवाज निकल रही थी.
फिर मैंने उसको किस करते हुए एक हाथ से उसकी सलवार का नाडा (पंजाबी औरते सूट और सलवार ही पहनती है) खोल दिया तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और हंसते हुए कहने लगी कि ये क्या कर रहे हो? तो मैंने कहा कि आपको प्यार ही कर रहा हूँ तो वो कुछ नहीं बोली.
फिर जब मैंने उसकी सलवार के अंदर हाथ डाला तो मैंने देखा कि उसने अंदर पेंटी नहीं पहनी है. अब में उसकी चूत को रब करने लग गया, दोस्तों उस टाईम क्या मज़ा आ रहा था? जिसने सेक्स किया हो वही समझ सकता है. फिर मैंने उसकी चूत में उंगली करना शुरू कर दिया और इससे तो वो बहुत मस्त हो रही थी और अब मेरा लंड तो बुरी तरह से तना हुआ था.
फिर उसने मुझे बूब्स चूसने को बोला तो मैंने चूसना शुरू किया. फिर वो अपनी आँखे बंद करके अपने हाथ से मेरी शर्ट उतारने लगी. अब शॉर्ट उतारने के बाद वो अपने हाथ से मेरे लंड को आगे पीछे करने लगी. अब हम एक दूसरे को किस करते रहे और चूसते रहे.
फिर में उसको बेड पर सीधा लेटाकर उसके ऊपर आ गया, जैसे ही मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखकर रगड़ना शुरू किया, तो आपको क्या बताऊँ? वो नीचे से इतनी गर्म हो चुकी थी जैसे उसके नीचे कोई गर्म चीज रखी हो. फिर मैंने उसका एक निपल अपने मुँह में लेकर एक हाथ से अपना लंड पकड़कर उसकी चूत में डाल दिया, क्या मस्त चूत थी उसकी? मुझे अपना लंड अंदर डालने में बहुत मज़ा आया था. फिर मैंने धीरे-धीरे पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया.
अब वो भी अपनी गांड उठा उठाकर मज़े ले रही थी और मुझे भी मज़े दे रही थी. अब 15-20 मिनट तक उसको ऊपर से चोदने के बाद मैंने उसको डॉगी स्टाइल में उल्टा किया.
फिर मैंने पीछे से अपना लंड उसकी गांड पर रखकर रगड़ना शुरू किया, लेकिन उसने पीछे डालने से मना कर दिया, तो मैंने भी ज़बरदस्ती नहीं की और अपना लंड उसकी चूत में ही डाल दिया, में एक बात और बताता हूँ उसका वजन सिर्फ़ 42 किलोग्राम है, वो भी मुझे उसने खुद बताया था. अब हमें सेक्स करते-करते करीब 20-25 मिनट हो चुके थे और अब हम दोनों पसीने से बुरी तरह से भीग चुके थे, लेकिन मुझे उस दिन पता नहीं क्या हुआ था? मेरा पानी निकलने का नाम ही नहीं ले रहा था. फिर मैंने उसको एक बार फिर से बेड पर लेटाकर खुद उसके ऊपर आकर चोदा, फिर मैंने उसे डॉगी स्टाइल में भी चोदा.
फिर उसके बाद मैंने उसको बेड के एक कोने में लेटाया और खुद बेड से नीचे खड़ा होकर उसकी टाँगे अपने कंधे पर रखकर चोदने लगा. अब करीब 25 मिनट के बाद भी मेरा नहीं निकला तो उसने खुद ही बोल दिया कि में अब बहुत थक चुकी हूँ अब और मत करो. फिर मैंने भी उसकी बात मान ली और हम दोनों नंगे ही एक दूसरे के साथ चिपक कर सो गये. फिर लगभग रात के 2 बजे मेरी नींद खुल गई तो में फिर से उसके बूब्स को दबाने लगा.
फिर वो भी जाग गई तो मैंने उसको रिक्वेस्ट किया और मैंने फिर से उसकी चूत रगड़नी शुरू कर दी. अब मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत में अंदर डालनी चालू कर दी और अब धीरे-धीरे उसकी चूत गीली होने लगी और मैंने अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया. अब पूरे कमरे में ठप-ठप की आवाज़ बहुत मस्त लग रही थी. अब हम फिर से शुरू हो गये थे इस बार 15 मिनट में मेरा पानी निकल गया. जब मेरा निकलने वाला था तो मैंने उससे पूछा कि कहाँ निकालूँ? तो उसने कहा कि अंदर ही डाल दो. फिर जब मेरा पानी निकला तो मुझे ऐसा लग रहा था कि में अपना लंड इसकी चूत से बाहर ही ना निकालूँ. फिर ये सिलसिला 1 महीने तक चलता रहा और अब वो रूम चेंज करके चली गई है.
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मेरी बीवी को बॉस ने बर्बाद कर दिया

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रोहन है और में मुंबई में एक सॉफ्टवेर कंपनी में काम करता हूँ. करीब दो साल पहले प्रिया नाम की एक लड़की से मेरी शादी हुई थी. दोस्तों प्रिया एक बहुत ही सेक्सी सुंदर लड़की है, उसकी उम्र 28 साल और उसकी लम्बाई 5.7 है और उसके फिगर का आकार 32-28-34 है.
हम लोग एक दूसरे से बहुत प्यार भी करते थे, लेकिन बस इस घटना को में आज आप सभी को बताने जा रहा हूँ और इसके बाद हमारे जीवन में सब कुछ बदल गया. दोस्तों उस दिन मेरे ऑफिस में 31 दिसंबर की रात को एक पार्टी थी और वहां पर हम सभी काम करने वालों का परिवार भी हमारे साथ था.
शाम को करीब 7 बजे हम लोग पार्टी में जाने के लिए तैयार हुए, प्रिया ने उस समय एक काली कलर की साड़ी पहनी हुई थी और उसी रंग का गहरे गले का ब्लाउज जिसमें वो सच में बहुत हॉट सेक्सी दिख रही थी. में उसको देखकर बहुत चकित था और मन ही मन बहुत खुश भी था. हम लोग उस पार्टी में करीब 8 बजे पहुंच गये और वहां पर पहुंचने के बाद प्रिया को मैंने सबसे मिलवाया और फिर प्रिया को मैंने अपनी कंपनी के डिपार्टमेंट के बॉस से भी मिलवाया जिसका नाम नितिन है.
दोस्तों वो बहुत ही कमीना किस्म का आदमी है और वो मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं था, लेकिन बॉस होने की वजह से एक दूसरे से हमे बातचीत करनी पड़ती है, इसलिए मैंने प्रिया को नितिन से मिलाया और वो प्रिया को देखकर उसकी सुन्दरता की तारीफ करने लगे और वो उससे कहने लगे कि वाह प्रिया तुम तो बहुत सुंदर हो, तुम्हें देखकर तो हर किसी की नजर बस तुम पर ही अटक कर रह जाए.
फिर प्रिया उनके मुहं से अपनी कुछ ज्यादा ही तारीफ सुनकर बहुत ज्यादा खुश हो गई थी और फिर उसने हंसकर उन्हें तारीफ करने के लिए धन्यवाद बोला. फिर मुझे मेरे साथ काम करने वाले मेरे एक दोस्त ने बुलाया तो में थोड़ा दूर जाकर उससे बात करने लगा और वो अब मेरे बॉस नितिन से बहुत हंस हंसकर बातें कर रही थी और मुझे वो बात बिल्कुल भी अच्छी नहीं लग रही थी, लेकिन बॉस होने की वजह से में कुछ भी बोल नहीं पाया और में अपने गुस्से को शांत करता रहा.
फिर थोड़ी देर बाद मैंने प्रिया को अपने पास बुला लिया और फिर हम लोग खाना खाने चले गये और अब मैंने गौर करके देखा कि प्रिया बहुत खुश नज़र आ रही थी. मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ तुम इतना खुश क्यों हो, बॉस तुमसे ऐसा क्या बोल रहा था? तो प्रिया ने मुझसे कहा कि कुछ नहीं वो तो मुझसे बस ऐसे ही इधर उधर की बातें कर रहे थे, हम लोग बातें करते हुए खाना खा रहे थे.
फिर हम लोगों ने उसके बाद ड्रिंक भी किया, लेकिन अब मैंने बहुत ध्यान से देखा कि नितिन बार बार मेरी पत्नी प्रिया पर नज़र मार रहा है और उसकी यह हरकत मुझे बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगी और थोड़ी देर के बाद रात के 12 बज गये और अब हम सभी एक दूसरे को बधाईयाँ देने लगे और म्यूज़िक पर हम सभी एक साथ डांस भी कर रहे थे. तभी उसी बीच प्रिया ने मुझसे कहा कि में वॉशरूम से जाकर अभी आ रही हूँ तो फिर करीब दस मिनट के बाद भी वो वापस नहीं आई तो में उसे इधर उधर देखने के बाद अब वॉशरूम में ढूँडने चला गया, लेकिन मुझे वो वहां पर भी नहीं मिली, में उसे ना पाकर अब बहुत चिंतित हुआ और दोबारा सबके बीच में आ गया और सोचने लगा, लेकिन तभी मैंने देखा कि वो अब नितिन के साथ डांस कर रही थी और वो दोनों बहुत खुश नजर आ रहे थे.
फिर में उसकी इस हरकत से बहुत गुस्सा हो गया और फिर में उसके पास चला गया और मैंने उससे कहा कि तुम यहाँ पर क्या कर रही हो, में तुम्हें सभी जगह ना पाकर तुम्हारे लिए बहुत चिंतित था, तुम सीधी मेरे पास क्यों नहीं आई? तो वो मुझसे बोली कि अरे वो नितिन सर ने मुझे बीच में रुकने के लिए कहा, इसलिए में उनसे थोड़ा बात कर रही थी और बस.
दोस्तों में उसकी पूरी बात सुनकर उससे बहुत गुस्सा हो गया और फिर में वहां से चला गया, लेकिन वो मेरी नाराजगी मेरे चिल्लाने की वजह नहीं समझी और दो तीन मिनट के बाद वो भी मेरे पीछे पीछे आ गई. फिर मैंने उससे कहा कि मुझे अब घर जाना है तो उसने मेरे साथ चलने के लिए हाँ कहा और फिर हम दोनों अपने घर पर आ गए. फिर घर पर आकर मुझसे पूछा कि ऐसा क्या हुआ जो तुम मुझसे इतना गुस्सा हो और मैंने ऐसा क्या किया है? तो मैंने कहा कि तुम नितिन के साथ क्यों रह गई थी?
फिर प्रिया बोली कि तो उसमें ऐसा क्या हुआ? तुमको इसमें कोई समस्या है? तो तुम मुझे पहले ही बोल देते, अब तुम इतना गुस्से में क्यों हो गये हो? इसमे खराब क्या है? तो मैंने कहा कि कुछ खराब नहीं है जो तुम्हारा मन करे तुम करो और हम दोनों में इस बात को लेकर झगड़ा हो गया. उसके अगले दिन में अपने ऑफिस चला गया तो नितिन सर ने मुझे उसके रूम में बुला लिया और फिर उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या यार प्रिया ठीक है? तो मैंने कहा कि हाँ सर और फिर वो बोले कि तुम्हारी पत्नी बहुत सुंदर है यार और में गुस्सा हुआ. फिर भी मैंने उससे कहा कि धन्यवाद सर और वो हंसने लगे, मुझे अब समझ में आ रहा था कि वो क्या बोलने की कोशिश कर रहे है और में वहां से चला गया.
फिर अपने घर पर आकर मैंने गौर किया कि प्रिया के व्यहवार में मेरे लिए अब तक बहुत बदलाव आने लगा था, वो मुझसे ठीक तरह से बात नहीं करती थी, वो मुझसे बहुत जल्दी हर किसी बात पर गुस्सा हो जाती थी और अब वो अपने फोन पर भी बहुत ज्यादा व्यस्त रहने लगी थी, क्योंकि वो अब कोई नौकरी भी ढूंड रही थी तो इसलिए मुझे लगा था कि वो उसमें व्यस्त है, इसलिए मैंने ऐसा कुछ नहीं सोचा.
एक दिन में अपने ऑफिस गया और कुछ देर बाद वो मुझसे फोन करके बोली कि मुझे नौकरी मिल गई है तो में बहुत खुश हो गया और मैंने उससे पूछा कि कहाँ पर तो वो मुझसे बोली कि एक कंपनी में तो मैंने कहा कि ठीक है, लेकिन दोस्तों कुछ दिन बाद से तो वो सच में बिल्कुल ही बदल गई.
वो शनिवार का दिन था और मुझे फिल्म देखने जाना था, इसलिए मैंने उससे कहा और फिर वो मुझसे बोली कि आज नहीं हम कल जाएँगे, आज मुझे अपने साथ काम करने वाली के साथ शॉपिंग करने जाना है. फिर मैंने कहा कि ठीक है और उसके बाद वो तैयार होने के लिए चली गई, तभी अचानक से मैंने उसका फोन उठाकर देखा तो उसमें एक मैसेज था और जिसमें लिखा था बेबी जल्दी से आ जाओ, में तुम्हारा इंतजार कर रहा हूँ और नाम लिखा था नीतू. फिर वो मुझसे बोली कि यार यह मेरी दोस्त है डरो मत तो में हंसने लगा, मुझे सच में कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था.
फिर उसके दूसरे दिन रविवार को हम लोग फिल्म देखने चले गये और सोमवार को जब में वापस अपने ऑफिस गया तो नितिन सर ने मुझे अपने पास बुलाया और वो मुझसे कहने लगा कि में एक बात कहूँ, रोहन क्या तुम्हें बुरा तो नहीं लगेगा, अगर में तुम्हारी बीवी को लेकर एक दिन फिल्म देखने चला जाऊँ?
दोस्तों मुझे बिल्कुल भी समझ में नहीं आ रहा था कि वो क्या बोल रहे है? और में उसे देखने लगा, तब वो मुझसे बोले कि रोहन में अब सीधी बात पर आता हूँ, मुझे तुम्हारी पत्नी बहुत अच्छी लगती है और में उसे बहुत चाहता हूँ और अब में उसे अपना बनाना चाहता हूँ और में तुम्हे उसके बदले में यहाँ का सीनियर मेंनेजर और उसके साथ में डबल पैसे भी दिलवा दूंगा. अब मैंने कहा कि बस बहुत हुआ सर, में आपके यहाँ पर काम करने वाला हूँ ना कि आपका नौकर और हाँ मेरी बीवी के बारे में आप ऐसा सोचना भी मत, क्योंकि वो बहुत ही अच्छी लड़की है.
तब वो मेरी बात को सुनकर ज़ोर ज़ोर से हंसने लगे और उन्होंने मुझसे कहा कि अरे रोहन तुम अब ज्यादा गुस्सा मत हो यार में तुम्हें एक बात बता दूँ, क्या तुम्हें पता है? प्रिया मेरे दोस्त की कंपनी में काम करती है और वो भी मुझे बहुत ही चाहती है और में अब क्या बोलूं? वो मुझे बस चाहती ही नहीं बल्कि मुझे संतुष्ट भी करती है और वो कई बार मेरी बन चुकी है यार हाहह वो बहुत मस्त है यार और अगर तुम्हें सच में अगर इस बात का सच्चा सबूत चाहिए तो तुम कल शाम को आ जाओ, में तुम्हें उसके साथ वो सब कुछ करते हुए दिखा दूँगा और मुझसे यह बात बोलकर वो ज़ोर से हंसने लगे. फिर मैंने उसकी शर्ट का कोलर पकड़ा और कहा कि मेरी प्रिया के बारे में ऐसी घटिया बात मत करो, में तुम्हें जान से मार दूंगा.
फिर उसके बाद वो मुझसे बोले कि अबे साले अब ज्यादा नाटक मत कर तुझे तेरी बीवी का असली रूप देखना है तो कल मिल और में उसे तेरे सामने. फिर मैंने कहा कि बस और मत कहो ठीक है, में जरुर आऊंगा और अपनी आखों से देखूंगा, लेकिन अगर यह सब झूठ हुआ तो नितिन वो तुम्हारी जिन्दगी का आखरी दिन होगा. दोस्तों अब मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि में क्या करूं और मुझे गुस्सा भी बहुत आ रहा था और थोड़ा सा शक भी हो रहा था, लेकिन मैंने घर पर जाकर प्रिया को कुछ नहीं बोला, क्योंकि वो सच मुझे जानना था और इसलिए चुप रहा और फिर अगले दिन सुबह प्रिया अपने ऑफिस चली गयी, लेकिन में नहीं गया, शाम को 5 बजे नितिन ने मुझे कॉल किया और कहा कि आजा मेरे फार्म हाउस पर अपनी पत्नी की चुदाई अपनी आखों के सामने देखने के लिए. अब मुझे लगा कि वो मुझे फंसाने की कोशिश कर रहा है, ऐसा कुछ हो ही नहीं सकता. फिर में शाम को 6 बजे उसके फार्म हाउस पर पहुंच गया.
दोस्तों उसका फार्म हाउस जो कि मुंबई से थोड़ा सा दूर था. में पहुंचा तो उसने मेरे लिए दरवाजा खोला और फिर मुझसे कहा कि पीछे गार्डन में चला जा और तुम वहां से मेरे रूम में देख. फिर मैंने पीछे जाकर जैसा उसने मुझसे कहा वैसा ही किया और मैंने रूम में देखा, लेकिन वहां पर कोई नहीं था, तभी उसने किसी को फोन किया, शायद वो प्रिया ही थी.
मैंने देखा और में बिल्कुल हैरान हो गया कि प्रिया दस मिनट के बाद आ गई और उसको देखकर मेरी आँखे पानी से भर गई और मेरे दिमाग़ ने अब काम करना बिल्कुल बंद कर दिया, वो आकर नितिन की गोद में बैठ गई और नितिन ने कहा वाह मेरी जान आज तो तुम बहुत ही सेक्सी दिख रही हो, आज तो में तुझे खा ही जाऊंगा. फिर प्रिया बोली कि तुम मुझे पिछले तीन महीने से तो खा ही रहे हो, नितिन सर कब तुम मुझे छोड़ते हो, यह बात बोलकर वो ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी.
दोस्तों अब मुझे उसकी बातों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं हो रहा था. नितिन ने उससे कहा कि कितनी बड़ी कमिनी है तू साली तुझे 60,000 सेलेरी क्या मिल गई तो मेरी पूरी बीवी ही बन गई, अब तो तू हर कभी मेरे कहने पर मुझे अपने सेक्सी बदन के मज़े देने लगी, वाह तेरी इस जवानी का कोई जवाब नहीं है हाहह. फिर वो शरमाई और फिर नितिन ने एक धक्का मारकर उसे बेड पर गिरा दिया और अब वो उसका टॉप उतारने लगा और प्रिया के होंठो को चूमने लगा, प्रिया भी जैसे नशे में धुत थी और फिर वो भी नितिन की शर्ट को उतारने लगी. उसके बाद नितिन ने उसकी जीन्स को भी उतार दिया और अब वो उसके सामने ब्रा, पेंटी में थी और नितिन अपनी जीन्स में था.
फिर बस उसने जल्दी से उसकी ब्रा को भी उतार दिया, जिसकी वजह से अब वो बस पेंटी में थी तो नितिन उसे हल्के से थप्पड़ मारने लगा और वो आह्ह्हह आईईईईई करने लगी और अब वो उससे कहने लगी कि सर में अब आपकी रंडी हूँ, आप मुझे और मारो प्लीज़. दोस्तों में बस वो सब कुछ चुपचाप देख रहा था और मेरे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि मेरे सामने यह सब क्या चल रहा है और अब में क्या करूं. फिर उसके कुछ देर बाद मैंने देखा कि नितिन अब उसके मुहं को चूम रहा था और उसके बाल को पकड़कर उसे अपनी तरफ खींच रहा था और प्रिया बिल्कुल पागलों जैसे उसकी छाती को चाट रही थी. मैंने वो सब देखकर एकदम दंग रह गया था, क्योंकि वो मेरी बीवी थी जो कि अब मेरी नहीं थी.
दोस्तों अब नितिन को फोन बजा और फिर सबसे बड़ा धक्का मुझे तब लगा, जब मैंने देखा कि एक और आदमी अंदर आ गया, तो मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था. फिर प्रिया हंसते हुए उनसे बोली कि जय सर आप और नितिन हंसने लगे और बोले कि जय तेरी रंडी तुझे बहुत देर से बहुत याद कर रही थी और प्रिया भी उनकी वो बात सुनकर ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी.
तब मुझे समझ में आ गया कि नितिन के साथ साथ जय भी उसे चोदता है, जो कि नितिन का फ्रेंड और उसकी कंपनी का मालिक भी है और अब जय ने तुरंत उसकी पेंटी को खींचकर उतार दिया और अब वो दोनों मिलकर प्रिया को खा रहे थे. एक उसके बूब्स को खींचता तो दूसरा उसकी चूत को चाटता, उन दोनों ने मिलकर उसे भूखे शेर की तरफ बहुत देर तक ऊपर से लेकर नीचे तक खाया, जिसकी वजह से उसके बूब्स, निप्पल, कूल्हे, गर्दन, पेट, चूत पर काटने नोचने के निशान होने की वजह से वो हर एक जगह से एकदम लाल हो चुकी थी.
फिर कुछ देर के बाद जय और नितिन ने अपनी अपनी पेंट को उतार दिया और अब प्रिया उन दोनों के खड़े लंड को बारी बारी से एक एक करके चूस रही थी और हिला रही थी, वो उन दोनों के लंड से बहुत व्यस्त होकर खेल रही थी और वो दोनों भी कभी उसकी चूत में ऊँगली करते तो कभी गांड में और वो कभी उसके बूब्स को पकड़कर बहुत बेरहमी से निचोड़ रहे थे, जिसकी वजह से वो अब जोश में आकर सिसकियाँ लेने लगी और कहने लगी कि प्लीज मुझे अब और मत तड़पाओ प्लीज अब अपना लंड डाल दो मेरी चूत में, मुझे अब ज्यादा सहन नहीं होता प्लीज उफ्फ्फ्फ़ आईईईइ और वो दोबारा से लंड को अपने मुहं में लेकर लोलीपोप की तरह चूसने लगी थी. दोस्तों वो उन दोनों के साथ ऐसे लगी हुई थी जैसे वो सही में कोई अनुभवी रांड हो और उसको देखकर में बहुत हैरान था.
तब नितिन ने मेरी तरफ इशारा करके मुझे आँख मारी और मुझसे कहा कि तुम अब अंदर आ जाओ, लेकिन में अंदर नहीं जा पाया, में बस बाहर से देख रहा था. अब कुछ देर बाद नितिन ने प्रिया को नीचे लेटाकर उसकी चूत को बहुत जमकर चोदा और जय ने उसको घोड़ी बनाकर उसकी गांड मारी और फिर प्रिया नंगी होकर उन दोनों के बीच में ऐसे ही पड़ी रही और तब तक 9 बज गए थे.
अब में वहां से अपनी पत्नी की उन दोनों के साथ उस ताबड़तोड़ चुदाई को देखकर और बहुत उदास होकर चुपचाप धीरे से बाहर निकल गया और में ना जाने कब अपने घर पर पहुंच गया, लेकिन मेरा अब भी बिल्कुल भी दिमाग़ काम नहीं कर रहा था, लेकिन दोस्तों अब बिल्कुल साफ था कि मुझे प्रिया से बहुत नफ़रत होने लगी थी, लेकिन दोस्तों प्रिया को मेरी इस नफरत से, मेरे उससे बात ना करने से, उससे नाराज रहने से कोई फ़र्क नहीं पढ़ता था और इस वजह से वो अब मुझसे धीरे धीरे बहुत दूर जाती गई.
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अमेरिका वाली भाभी की चुदाई

हैल्लो दोस्तों, में अभिषेक एक बार फिर से अपना एक और नया सेक्स अनुभव लेकर आया हूँ. दोस्तों मुझे मेरी पिछली कहानी के लिए आप सभी के ढेर सारे मैल मिले जिसके लिए आप सभी लोगों को बहुत बहुत धन्यवाद और अब में आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने अपने 6 इंच के लंड से मेरी अमेरिका वाली भाभी की चुदाई करके उनकी प्यास बुझाई? और अब में आप लोगों का ज्यादा समय खराब ना करते हुए सीधे अपनी आज की कहानी पर आता हूँ.
दोस्तों यह तब की बात है जब मेरे घर में शादी का माहौल था क्योंकि उस समय मेरी दीदी की शादी थी और हम लोग उसकी तैयारियां कर रहे थे. हमने हमारे सभी मिलने वाले रिश्तेदारों को शादी में बुलाया था. में घर में अकेला हूँ तो इसलिए मुझसे ही सारी तैयारियां करनी थी और उस समय तक घर का सभी काम करीब करीब खत्म हो चुका था और अब एक के बाद एक हमारे रिश्तेदार आ रहे थे और घर में उस समय बहुत ख़ुशी का माहौल था. तभी एक फोन आया जिससे मेरी माँ ने बात की. उधर से मेरे भैया की आवाज थी और वो मेरी माँ से बोल रहे थे कि वो वहां से हमारे घर के लिए निकल रहे है.
फिर माँ ने भैया से बात करने के बाद मुझसे बोला कि कल भाई फ्लाइट से आ जायेंगे और तुझे उन्हे सुबह जल्दी उठकर एयरपोर्ट लेने जाना है तो मैंने भी कहा कि हाँ ठीक है और दूसरे दिन सुबह में उठकर एयरपोर्ट चला गया और वहां पर पहुंचकर मैंने देखा कि तब तक भाई और भाभी आ गये थे.
हम लोग मिले और गाड़ी की तरफ चल दिए. मैंने देखा कि मेरी भाभी तो उस समय जीन्स और टॉप में थी और वो क्या मस्त माल लग रही थी? उनकी हाइट करीब 5.6 थी और फिगर का आकार करीब 30-32-36 था और उनका रंग दूध जैसा सफेद था वो दिखने में एकदम अँग्रेज़ लग रही थी और में तो उनको देखकर पागल ही हो गया जिसकी वजह से मेरा 6 इंच का पप्पू पेंट में तनकर खड़ा हो गया.
फिर हम लोग घर पर पहुंचे. वहां पर भैया भाभी की खूब खातिरदारी हुई और भाभी को मैंने उनका रूम दिखा दिया और वो मुझे सेक्सी नजर से देख रही थी. मेरा लंड पेंट में अब तम्बू बना खड़ा हुआ था जिसको शायद उन्होंने भी देख लिया और फिर एक सेक्सी आअहह भरी और फिर वो रूम में पहुंचकर अपने कपड़े बदलने लगी और में वापस चला आया.
दोस्तों भाभी जब नीचे उतरकर आई तो वो एक मस्त हॉट मेक्सी टाइप कपड़े पहने हुई थी, वाह क्या मस्त माल लग रही थी, एकदम गहरे गले की मेक्सी में उनके बूब्स आधे से ज्यादा बाहर दिख रहे थे और में लगातार घूर घूरकर उनकी उभरी हुई गोरी गोरी छाती को देखे जा रहा था. तभी उन्होंने मुझे एक शरारती स्माइल दी और उन्होंने मुझसे कहा कि तुम बहुत अच्छे दिखते हो. फिर मैंने भी उनसे कह दिया कि तुम भी बहुत मस्त माल हो भाभी और हम दोनों हंस पड़े.
फिर भाभी मुझसे बोली कि मुझे अपना घर तो दिखाओ क्या क्या कहाँ है? तो में उनको पूरा घर दिखाने लगा और वो मुझसे बार बार जानबूझ कर चिपक रही थी और बहुत हंस हंसकर मुझसे बातें कर रही थी, लेकिन दोस्तों अब मुझे उसके बाद शॉपिंग के लिए शहर जाना था और यह बात मैंने उनसे कही तो भाभी मुझसे बोली कि चलो में भी तुम्हारे साथ चलती हूँ और मुझे भी कुछ सामान लेना है और फिर हम दोनों गाड़ी से बाजार की तरफ चल दिए और कुछ देर चलने के बाद रास्ते में भाभी ने मुझसे पूछा कि आपकी क्या कोई गर्लफ्रेंड है? तो मैंने कहा कि नहीं तो भाभी ने कहा कि फिर तुम इसको कैसे अपने काबू में करते हो? और वो मुझसे यह बात कहकर हंस पड़ी.
फिर मैंने उससे बोला कि जब से मैंने आपको देखा है इसके ऊपर मेरा कंट्रोल ही नहीं होता, वो थोड़ा मुस्कुराते हुए मुझसे बोली कि अच्छा तो यह बात है, यह मुझे बड़ा भूखा लगता है लाओ इसे में आज शांत ही किए देती हूँ और उन्होंने अपना एक हाथ मेरी पेंट पर रख दिया और पेंट की चैन खोलकर मेरे लंड को पकड़ लिया और बोली कि वाह तुम्हारा बेबी कितना बड़ा है. दोस्तों वो बहुत खुश लग रही और वो अब मेरे लंड को सहलाने लगी जिसकी वजह से उनके मुलायम गोरे हाथों का स्पर्श पाकर मेरा लंड बहुत ही कम समय में तनकर खड़ा हो गया.
फिर उसके बाद वो नीचे झुककर मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर चूसने लगी. कसम से दोस्तों में तो एकदम पागल हो गया था और मेरी गाड़ी अपना रास्ता भटकने लगी थी कि तभी मैंने उनको रोक दिया और अपने एक बहुत अच्छे दोस्त को तुरंत फोन कर दिया, वो थोड़ी ही दूरी पर रहता था और वो उस समय अपनी नौकरी पर गया हुआ था और मैंने उससे उसके रूम की चाबी ली और उसके रूम पर चला गया और अब भाभी झट से सब कुछ समझ चुकी थी कि अब उनके साथ क्या क्या होने वाला है?
फिर मैंने देर ना करते हुए अंदर से दरवाजा बंद किया और भाभी को अपनी बाँहो में भर लिया और वो मुझे किस करने लगी, वो एकदम फ्रेंच तरीके से मुझे किस कर रही थी और में तो एकदम पागल हुआ जा रहा था और मन ही मन भगवान को बहुत बहुत धन्यवाद दे रहा था, क्योंकि अमेरिका का माल वो भी आज मेरे हाथ में जो आ गया था. फिर बीस मिनट तक लगातार किस करने के बाद वो एकदम गरम हो चुकी थी और फिर वो ज्यादा देर ना करते हुए मेरे सारे कपड़े खोलने लगी और में अब बस अंडरवियर में रह गया था. वो मेरे लंड को अंडरवियर के ऊपर से सहलाने लगी और जीभ से चाटने लगी.
फिर उन्होंने मेरी अंडरवियर को नीचे करके लंड देखा तो वो एकदम से डर गई और उनके मुहं से निकला वाह कहाँ से लाए हो तुम इतना बड़ा लंड? तुम्हारे भाई का तो इससे आधा भी नहीं है और वो अब बहुत खुश होकर मेरे लंड को हिलाने लगी और फिर मुहं में लेकर चूसने लगी जिसकी वजह से मेरे मुहं से सिसकियाँ निकल गई आआहह उफफ्फ्फ्फ़ भाभी हाँ थोड़ा और ज़ोर से चूसो हाँ आप इसे पूरा मुहं में लो और अब वो लंड को अपने गले तक ले जाने लगी और ज़ोर ज़ोर से लोलीपोप की तरह चूसने लगी.
वो बिल्कुल एक पॉर्न फिल्म की रंडी की तरह मेरा लंड चूस रही थी और करीब 15 मिनट लंड को चूसने के बाद मुझे लगा कि में अब झड़ ना जाऊँ इसलिए मैंने जल्दी से उन्हे बेड पर लेटा लिया और उनके सारे कपड़े खोल दिए. दोस्तों उनका क्या मस्त फिगर था? पूरा गोरा बदन और नशीली आँखे. में किसी भूखे शेर की तरह उनके बूब्स और होंठो चूसने लगा और हमने जोश में आकर सक करना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से वो सिसकियाँ ले रही थी और लगातार कुछ बड़बड़ा रही थी हाँ और ज़ोर से अभी सक करो मुझे ऊऊहह्ह्ह्ह वाह मज़ा आ गयाउफ्फ्फ्फ़ अभी आह्ह्ह्ह.
फिर हम दोनों 69 पोज़िशन में हो गये और अब में उनकी चूत में एक उंगली करने लगा और अपनी जीभ को डालने लगा. जिसकी वजह से वो पागल हुई जा रही थी और मेरे 15 मिनट चूसने के बीच वो दो बार झड़ चुकी थी. फिर बोली कि अभी प्लीज अब तुम मुझे जमकर चोद दो और मेरी आग को शांत कर दो, मेरी चूत बहुत प्यासी है प्लीज और उन्होंने मेरे लंड को पकड़कर अपनी चूत पर रख दिया और मैंने एक जोरदार धक्का दे दिया.
मेरा आधा लंड अब उनकी चूत में जा चुका था और वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई ऊऊईईईई माँ मर गई आह्ह्ह्ह. दोस्तों अब तक हम दोनों पूरे गरम हो चुके थे और वो कमरा भी पूरा गरम था. फिर मैंने एक धक्का और दे दिया तो उनकी चूत में मेरा पूरा लंड अंदर घुस गया वो ज़ोर से चिल्लाने लगी उफफ्फ्फ्फ़ आऐईईईइ प्लीज बाहर निकालो, मुझे बहुत दर्द हो रहा है और अब उनकी आँखों से आंसू बाहर निकलने लगे थे.
फिर में पांच मिनट रुका और फिर मैंने दोबारा चुदाई शुरू की तो वो अब भी ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी हाँ चोदो मुझे और ज़ोर से ऊईईईई मेरी जान ऊओफ़्फ़्फ़्फ़ तुम मेरे पति हो, प्लीज ज़ोर से चोदो मुझे और में ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चुदाई करने लगा और वो मुझे अपनी और खींच रही थी और किस कर रही थी. फिर मैंने उसको उठाया और घोड़ी बनने को कहा.
वो उस समय कांप रही थी और एक बार झड़ चुकी थी. फिर मैंने उसके पीछे से चूत में अपना लंड डाल दिया और वो चिल्लाने लगी और में उसे लगातार ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चोदने लगा मैंने उसे करीब 30 मिनट तक लगातार चोदा और वो तब तक 4 बार झड़ चुकी थी और फिर मेरा भी झड़ने का समय आ गया था. फिर मैंने उनसे पूछा कि में अपना वीर्य कहाँ निकालूं?
तो वो मुझसे बोली कि तुम मेरे मुहं में ही झड़ जाओ और फिर मैंने अपना लंड तुरंत चूत से बाहर निकालकर उसके मुहं में डाल दिया और में उसके मुहं में ही झड़ गया. फिर उसने मेरा लंड चाट चाटकर साफ कर दिया और उसके कुछ देर तक हम दोनों लेटे रहे और फिर हम लोग उठकर शॉपिंग करने बाजार चले गये तो वो मुझसे बोली कि तुम बहुत अच्छे हो और में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ.
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