बेटे ने किया चूत का उद्घाटन

हैल्लो दोस्तों, में एक विधवा औरत हूँ, मेरा नाम गीता जायसवाल है और में नेपाल में रहती हूँ. में काफ़ी गोरी, लंबी, स्मार्ट हूँ और मेरी चूत कई सालों से लंड के लिए तड़प रही है. में अपने बेटे के साथ अकेले रहती हूँ और अब मेरा बेटा जवान हो गया है.
अब में अपनी चुदाई की स्टोरी लिख रही हूँ, अब में 52 साल की हो जाने से मेरी चूत का सहारा बस मेरी उंगलियां और गाजर, मोमबत्ती ही थे. फिर एक दिन मैंने अपने से छोटे बेटे रशु और उसकी वाईफ की चुदाई देख ली तो तब से मेरी आग और भड़क गयी. फिर मैंने अपने बेटे रशु को, जो अपनी गर्लफ्रेंड से सेक्स की बात कर रहा था, वो सुनी तो मेरी चूत गीली हो गयी. अब रशु अपनी गर्लफ्रेंड के मना करने से उदास हो गया था, तो मुझे मेरी चूत के लिए लंड मिलने का अवसर नज़र आ गया था.
फिर में रात को उसके कमरे में गयी और मैंने उसे बातों-बातों में गर्म कर दिया. अब वो बिल्कुल नंगा था और में केवल ब्रा में थी और उसके होंठ मेरी चूत पर थे. अब रशु मेरी चूत को अपने होंठो से दबाने लगा था. फिर उसने अपनी जीभ बाहर निकाली और मेरी चूत के छेद में फैरने लगा. अब मेरी आँखे बंद हो गयी थी और मेरी चूत एकदम गीली हो गयी थी. अब वो मेरी चूत के रस को चाटने लगा था, अब मेरी हालत बहुत खराब हो रही थी.
फिर मैंने अपनी ब्रा उतारी और अपने दोनों हाथों से अपनी दोनों चूचीयों को दबाने लगी. अब मेरे मुँह से आआआहह अहह की आवाजे निकल रही थी और वो मेरी चूत को चाटे जा रहा था. फिर में पलंग पर बैठ गयी और अपनी दोनों टांगे चौड़ी कर ली, जिससे मेरी चूत का छेद और खुल गया. फिर रशु ने मेरी चूत के छेद में अपनी 2 उंगलियाँ घुसा दी और उन्हें अंदर बाहर करने लगा.
फिर वो मेरे होंठो को साथ में चूसने लगा तो मैंने कहा कि रशु तू तो बहुत मज़े दे रहा है, पहले भी किसी को चोदा है क्या? तो उसने कहा कि नहीं तो मम्मी. फिर मैंने कहा कि तो तू इतना एक्सपर्ट कैसे हो गया? बता ना चोदा है क्या? तो उसने कहा कि हाँ मम्मी, तो मैंने कहा कि म्‍म्म्ममममममम तभी, किसे चोदा है? तो उसने कहा कि अपने घर में जो कपड़े धोने आती है ना, उसे.
फिर मैंने कहा कि क्याआआआ? उसे कैसे पटा लिया? तो उसने कहा कि मैंने नहीं उसने ही मुझे पटाया है और चुदाई भी सिखाई है. फिर मैंने उससे कहा कि और भी किसी को चोदा है क्या? अब मेरी हालत और खराब हो रही थी और अब वो तेज़ रफ़्तार से अपनी उंगलियों को घुसा रहा था. तो उसने कहा कि बस एक कॉलगर्ल को भी चोदा है.
फिर उसने मेरी चूत में से अपनी उंगली निकालकर अपने दोनों हाथ मेरे बूब्स पर रख दिए और उनको आटे की तरह गूँथने लगा. अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. अब पहली बार कोई और मेरे बूब्स दबा रहा था, पहली बार किसी और ने मेरी चूत छुई थी और उसे चाटा था. फिर वो मुझे बूब्स दबाता हुआ कभी मेरे होंठो पर तो कभी गाल पर तो कभी गर्दन पर किस कर रहा था और में आआआअहह म्‍म्म्मममम कर रही थी. फिर उसने पूछा कि मम्मी आपने कभी पापा को छोड़कर किसी और से चुदाई करवाई है?
मैंने कहा कि नहीं रे, तेरी मम्मी की चूत तड़प रही है, में आज इतने सालों के बाद चुदवाऊंगी, तू चोदेगा ना बेटा मुझे? तो उसने कहा कि हाँ मम्मी चोदूंगा. फिर वो खड़ा हुआ और फिर उसने मेरी टाँगे फैलाकर अपना लंड मेरी चूत के मुँह पर रखा और एक धक्का दिया तो उसका लंड थोड़ा सा ही अंदर गया था, लेकिन मेरी जान निकल गयी और में चिल्ला पड़ी उूउउइईई माँ में मर गयी, रशु क्या कर रहा है? तो उसने कहा कि तुम्हारी चूत का उद्घाटन कर रहा हूँ मम्मी.
फिर मैंने कहा कि मत कर मेरी चूत फट जाएगी. तो फिर उसने एक और धक्का दिया और उसका लंड आधा मेरी चूत में घुस गया. अब मेरी आँखो से आँसू निकल गये थे, फिर उसने पूछा कि मम्मी दर्द हो रहा है क्या? तो मैंने कहा कि हाँ रे बहुत दर्द हो रहा है. फिर उसने अपना लंड बाहर निकाला और बोला कि मम्मी इसे खूब चाटो और अपने थूक से पूरा गीला कर दो.
फिर मैंने उसके लंड को खूब चूसा और अपना थूक लगा-लगाकर पूरा गीला कर दिया. फिर उसने मेरी चूत का छेद थोड़ा चौड़ा किया और मेरी चूत के छेद पर अपना लंड सेट करके ज़ोर से एक धक्का दिया तो अबकी बार उसका पूरा लंड मेरी चूत में घुस गया और मुझे ज़्यादा दर्द भी नहीं हुआ.
फिर रशु ने मेरी खूब चुदाई की और मैंने भी उसका खूब साथ दिया. अब वो ऊपर से धक्का लगा रहा था और में नीचे से अपनी गांड उछालकर उससे चुदवा रही थी और पता नहीं क्या-क्या बोल रही थी? चोदो मेरे रशु, मुझे खूब चोदो, मेरी चूत का चबूतरा बना दे, बेचारी अब तक गाजर से काम चलाती रही है, लेकिन अब नहीं, अब ये तेरा लंड रोजाना खाएगी.
फिर उसने कहा कि हाँ मम्मी में भी रोजाना तुम्हारी चूत चोदूंगा, वो पूजा साली अपनी माँ चुदाए, वो अपनी चूत का बहुत घमंड दिखाती है, मेरी मम्मी की चूत के सामने उसकी चूत कुछ भी नहीं है और इस तरह हमारी चुदाई शुरू हुई. फिर थोड़ी देर के बाद हम दोनों शांत हो गये. फिर रशु ने मेरी चूत चोदने के बाद अपने लंड का पानी मेरे बूब्स पर डाल दिया, जिससे मैंने उनकी मालिश कर ली और फिर हम दोनों ने खूब इन्जॉय किया.
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प्यासी भाभी की चूत में लंड

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राज है और मेरी उम्र 25 साल और में नई दिल्ली का रहने वाला हूँ. मेरी लम्बाई 5.8 और मेरे लंड का साईज 6 है और में दिखने में एकदम ठीकठाक हूँ. दोस्तों में आज आप सभी चाहने वालों को अपनी एक सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ, जो मेरे साथ कुछ समय पहले घटित हुई और में उम्मीद करता हूँ कि यह आप लोगों को जरुर पसंद आएगी.
दोस्तों में बहुत समय से सेक्सी कहानियाँ पढ़ता आ रहा हूँ और मुझे ऐसा करने में बहुत मज़ा आता है और बहुत अच्छा भी लगता है. मैंने अब तक इसकी बहुत सारी कहानियाँ पढ़ी और एक दिन बहुत विचार करके अपनी भी आप बीती आप सभी लोगों को बताने की बात मन में ठान ली, प्लीज आप लोग इसे पढ़कर मुझे अपनी राय मैल करके जरुर बताए और अब में ज्यादा समय खराब ना करते हुए सीधे अपनी आज की कहानी पर आता हूँ.
दोस्तों यह मेरी कहानी पिछले साल मेरे साथ घटित हुई और अब में उसको सुनाने जा रहा हूँ. दोस्तों तब मेरे पड़ोस में एक बहुत ही सेक्सी भाभी रहती थी, उसकी शादी को चार साल बीत गए थे, लेकिन उनको अभी तक कोई औलाद नहीं थी. उसका पति घर से ज़्यादातर बाहर ही रहता था और घर में उन दोनों के अलावा कोई नहीं रहता था.
दोस्तों वो भाभी दिखने में बहुत ही मस्त हॉट माल थी, भाभी का फिगर करीब 34-28-36 होगा और भाभी के कपड़े पहनने के तरीके की वजह से भाभी और भी सेक्सी लगती थी और उसका जालीदार ब्लाउज उस ब्लाउज के अंदर स्टाइलिश ब्रा और साड़ी पहनने का तरीका हमे हमेशा भाभी के और ज़्यादा करीब आकर्षित करता था, दिखने में वो बिल्कुल ज़रिन ख़ान के जैसी थी और हमारी सोसाईटी के सभी लड़के भाभी के नाम की माला और मुठ मारते थे और भगवान से प्राथना करते थे कि कब उनको भाभी के साथ चुदाई करने का मौका मिलेगा?
दोस्तों शुरू शुरू में भाभी ने मुझे अपने सेक्सी बदन को दिखाकर भी बहुत सताया और सोसाईटी के सभी लड़के भी कई बार मुझसे कहते थे कि साले इसको पटाना बहुत ही मुश्किल है, लेकिन में फिर भी भाभी से बात करने का मौका ढूंढता रहता था, उनके उस हॉट सेक्सी बदन को घूरता था और भाभी को देखते ही मानो मुझे 440 का करंट लगने लगता था और में जब तक भाभी को ना देख लूँ मेरी आँखों को सुकून नहीं मिलता और भाभी को देखने के बाद मेरे लंड को सुकून नहीं मिलता था.
एक दिन में बस स्टॉप पर बस की राह देख रहा था, मुझे कहीं बाहर जाना था तो में बस का इंतजार करता रहा और फिर थोड़ी देर में वहां भाभी भी आ गई और अब मैंने देखा कि वो एक बस में चड़ गई थी तो मैंने तुरंत अपनी बस को छोड़ दिया और जिस बस में भाभी चड़ी थी में भी उसी बस में चड़ गया.
फिर में क्या बताऊँ यारो उस बस में बहुत भीड़ थी और मेरे आगे भाभी और उनके पीछे में अगर बस किसी गड्डे में से जाती तो उसके ब्रेक लगते और मुझे मज़ा बहुत आता और अगर कोई स्पीडब्रेकर आ जाता तो और भी बहुत मज़ा आता और जब कभी ड्राइवर ब्रेक मारता तो में जानबूझ कर सीधा ज़ोर से भाभी के पीछे अपना लंड ठोक देता और अब में तो बस इस फिराक़ में रहता कि कब ब्रेक लगे और कब में भाभी को ठोक दूँ? भाभी मुझे गुस्से से देख रही थी.
फिर में कुछ देर बाद बस से उतरा और तुरंत नीचे भाग गया और उसके बाद में भाभी के सामने करीब एक सप्ताह तक नहीं गया, मुझे उनसे अब थोड़ा डर सा लगने लगा था. एक दिन में उसके घर के सामने से जा रहा था तो मैंने देखा कि भाभी अकेली कपड़े सुखा रही थी तो में उसके पास चला गया और मैंने मन ही मन में भगवाव से कहा कि प्लीज आप मेरी मदद करो और मैंने उसको सीधा बोल दिया कि सरिता में तुमसे प्यार करता हूँ, तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो अगर तुम्हारी तरफ से हाँ है तो ठीक है और अगर ना है तो प्लीज तुम किसी को मत बताना, में वापस कभी भी तुम्हें तंग नहीं करूँगा.
फिर उसने बहुत ज्यादा क्रोध में मेरी तरफ देखा और वो घर के अंदर चली गयी. दोस्तों में अब मन ही मन में यही बात सोचता रहा कि साला में थोड़े दिन और रुक जाता तो मेरी बात बन जाती, लेकिन अब तो मेरा सारा खेल खत्म. एक दिन बहुत ज़ोर से बारिश हो रही थी. में अपने ऑफिस जाने के लिए अपने घर से निकला और उस समय नीचे बिल्डिंग के पास कोई नहीं था, सिर्फ़ में और सरिता थे और उस समय बहुत जोरदार बारिश हो रही थी और हम दोनों ने एक दूसरे को देखा, में नीचे देखकर चुपचाप जा रहा था कि अचानक से उसने मुझे अपने पास बुला लिया.
मैंने उस समय रेनकोट पहना हुआ था तो वो मुझसे बोली कि मेरे पास आओ, तो वो मुझे अब कसकर थप्पड़ मारने वाली है, यह बात सोचकर में उसके डरता हुआ चला गया गया, लेकिन उसने तो अचानक से मुझे मेरे होठों पर किस करना चालू किया, वो बारिश का पानी बहुत ठंडा था और यहाँ हम दोनों में आग लग रही थी और में उसी ऐसी हरकत से बहुत हैरान था और एक मिनट तक लगातार किस करने के बाद उसने मुझसे बोला कि अभी कोई आ जाएगा, हम बाद में मिलते है और तुम मुझे तुम्हारा फोन नंबर दे दो, में तुम्हे कॉल करूँगी, लेकिन तुम मुझे फोन मत करना.
फिर मैंने उसको तुरंत अपना मोबाईल नंबर दे दिया और में वहां से निकल गया. उसके बाद हमारी फ़ोन पर बातें चालू होने लगी और उसके बाद में हमारे बीच फोन सेक्स होने लगा था.
उसके करीब दस दिन बाद रविवार की शाम को उसने मुझे फोन करके बताया कि उसके पति की सुबह 5 बजे से शिफ्ट चालू हो रही है, इसलिए उसका पति सुबह जल्दी अपने ऑफिस के लिए निकलेगा, क्या तुम मेरे घर पर आ सकते हो? दोस्तों उसकी पूरी बात सुनकर मेरे मन में अब खुशी के लड्डू फूटने लगे, में तुरंत मेडिकल पर गया और एक कंडोम का पेकेट ले आया.
फिर मैंने रात को सोने से पहले सुबह 5 बजे का अलार्म लगाया और सो गया, लेकिन अब नींद किसे आनी थी? में हर 15 मिनट में उठकर घड़ी में टाईम देख रहा था. फिर में सुबह 4.55 को जल्दी से उठा. मैंने अपना मुहं धोया और अपनी अंडरवियर को उतार दिया और अब मैंने सिर्फ़ शॉर्ट पहन लिया, में अंधेरे में अपने घर से बाहर निकला और ठीक उसके घर के पास जाकर रुक गया और एक कोने में खड़ा होकर देखने लगा.
तभी थोड़ी देर बाद उसका पति बाहर निकाला और वो अपने काम पर चला गया. में तुरंत दरवाजे के पास चला गया और जल्दी से दरवाजे पर लगी घंटी को बजा दिया, उसने दरवाज़ा खोल दिया और में अंदर चला गया और दरवाजा बंद किया. फिर मैंने उसे ज़ोर से हग किया. फिर वो मुझसे बोली कि पहले तुम कमरे के अंदर तो चलो, तुम यहीं सब कुछ करोगे क्या? मैंने उसे अपनी बाहों में उठाया और बेड पर लाकर पटक दिया. मैंने उसके होंठो पर ज़ोर से किस किया और अब हम दोनों की साँसे जोरदार स्पीड से चलने लगी थी और में उसकी गर्दन पर ज़ोर से चूम रहा था.
दोस्तों अब उसे किस करते करते मेरे हाथ उसकी कमर और छाती और ना जाने कहाँ कहाँ घूम रहे थे, उसकी चूत को मैंने धीरे धीरे इतना सहलाया कि अब उससे बिल्कुल भी कंट्रोल नहीं हो रहा था, इसलिए वो मुझसे बोली कि प्लीज राज मुझे अब और मत तड़पाओ, प्लीज अब मुझे तुम चोद दो उफ्फ्फफ्फ्फ़ आह्ह्हह्ह दोस्तों उसकी इस्स्सस्स उफफफफ़फ़ की आवाज़ से मैंने जोश में आकर उसका लाल कलर का जालीदार नाईट गाउन एक ही झटके में पूरा नीचे उतार दिया.
दोस्तों सच पूछो तो अब मुझसे भी ज्यादा नहीं रुका जा रहा था तो मैंने तुरंत उसे अपनी बाहों में भर लिया और उसे किस करते हुए में अपनी एक ऊँगली को उसकी चूत में डालकर धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा, जिसकी वजह से वो अब कुछ ज्यादा ही जोश में आकर मेरी जीभ को चूसने लगी और हल्की हल्की सी आवाजे करने लगी. फिर मैंने महसूस किया कि उसकी चूत अंदर से बहुत गरम गीली थी. फिर कुछ देर यह सब करने के बाद मैंने उसे बिल्कुल सीधा लेटा दिया और अब में उसकी प्यासी चुदाई के लिए बैचेन चूत को देखने लगा.
अब वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज अब तो कुछ करो, में और नहीं सह सकती, प्लीज अब चोद दो मुझे, मेरी प्यास को बुझा दो प्लीज. दोस्तों उसके मुहं से यह बात सुनते ही मैंने अपने लंड का टोपा उस गुलाबी चूत की पंखुड़ियों पर रख दिया और एक ही जोरदार धक्का देकर टोपे के साथ साथ अपना आधा लंड चूत के अंदर डाल दिया और वो उस दर्द से चीख पड़ी तो में उसी जगह पर रुक गया, लेकिन उसके हाथों की मजबूत पकड़ अब मेरे शरीर पर अपने निशान करने लगी थी और तभी मैंने सही मौका देखकर अपना दूसरा धक्का देकर लंड को उसकी चूत की गहराईयों में उतार दिया और उसके नाख़ून मेरी जांघ कमर पर नोचने लगे.
फिर थोड़ी देर रुकने के बाद जब वो ठीक होने लगी तो मैंने अपने लंड को हल्के हल्के धक्के देकर अंदर बाहर करना शुरू किया और अब वो भी बिल्कुल चुपचाप पड़ी रही और में लगातार धक्के देता रहा और उसकी चुदाई को मैंने लगातार जारी रखा और वो अब मुझसे कहने लगी हाँ थोड़ा और ज़ोर से उफ्फ्फ्फ़ हाँ पूरा अंदर जाने दो आफ्फफ्फ्फ्फ़ वाह मज़ा आ गया आईईईई हाँ तुम आज मेरी चूत को फाड़ दो, बना दो इसका भोसड़ा, मिटा दो इसकी भूख को, में कब से इसके लिए तरस रही हूँ आह्ह्हह्ह वाह तुम तो मेरे पति से भी बहुत अच्छी चुदाई करते हो, मेरा पति तो अब तक कभी का फेल होकर सो चुका होता, मुझे नहीं लगता कि उसके अंदर इतना दम भी है और उसने कभी मुझे ऐसे ताबड़तोड़ धक्कों से चोदकर ऐसे मज़े नहीं दिए.
दोस्तों उसके मुहं से यह शब्द सुनकर में अब ज्यादा ही जोश में आकर उसको जोरदार धक्के देकर चोदने लगा था, वो भी मेरे हर एक धक्के पर अपने चूतड़ को हवा में उठाकर मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी, लेकिन करीब दस मिनट की चुदाई के बाद मैंने महसूस किया कि वो एक बार झड़ चुकी थी, लेकिन मेरा काम अभी भी बाकी था तो लगातार अपने काम पर लगा रहा. अब मेरा लंड बहुत आराम से फिसलता हुआ सीधा उसकी बच्चेदानी से टकरा रहा था और वो उछल रही थी और में पूरे जोश में आकर उसे चोद रहा था.
फिर कुछ देर धक्के देने के बाद मैंने महसूस किया कि अब में भी झड़ने वाला था, इसलिए मेरे धक्को की रफ्तार अपने आप बढ़ गई और फिर दो चार धक्कों के बाद मैंने अपना पूरा वीर्य उसकी प्यासी चूत के अंदर डालकर उसकी प्यास को बुझा दिया, वो अब मुझे चेहरे से बिल्कुल संतुष्ट नजर आने लगी.
मैंने अपने वीर्य की एक एक बूंद को चूत के अंदर ही डाल दिया और तब तक में हल्के हल्के धक्के देता रहा और वो मुझसे कहती रही कि तुम बहुत अच्छी चुदाई करते हो, तुमने आज मेरी आग को बुझा दिया है, में ऐसी चुदाई के लिए बहुत समय से तरस रही थी और आज तुमने मुझे चोदकर वो सुख दिया है जो मुझे आज तक मेरे पति से नहीं मिला, तुमने मुझे बहुत मज़े दिए और अब में तुमसे हमेशा अपनी चुदाई करवाउंगी, में जब भी तुमसे कहूँ तो तुम मुझे मेरे घर पर चोदने आ जाना.
फिर कुछ देर बाद में थककर उनके ऊपर ही लेट गया और बूब्स के साथ खेलने लगा, उन्हें दबाने लगा और फिर कुछ देर यह सब करने के बाद में उठकर सीधा बाथरूम में चला गया. मैंने अपने लंड को बहुत अच्छी तरह से साफ किया और कुछ देर धोने के बाद में बाहर आ गया और मेरे बाहर निकलते ही भाभी अंदर चली गई, वो नहाने लगी और में उनको अपने घर पर जाने की बात बोलकर अपने रूम पर चला गया और घर पर आने के बाद भी में उनकी उस चुदाई के बारे में सोचता रहा. दोस्तों यह थी चुदाई अपने ही पड़ोस में रहने वाली प्यासी भाभी की जिनको चोदकर मैंने पूरी तरह से संतुष्ट किया और उनके साथ सेक्स के बहुत मज़े किए, उस चुदाई के उन्होंने भी मेरा पूरा पूरा साथ दिया और मेरे साथ पूरे मज़े लिए.
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गावं की आंटी की चूत और गांड

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रोकी है और मेरे लंड का साईज़ 6 इंच है. मेरी गावं वाली आंटी का नाम सुनीता है और उनका फिगर 37-30-38 है, इससे ही आपको पता चल जाएगा कि वो कितनी सेक्सी है? में अहमदाबाद में रहता था, तब में बहुत सारी आंटीयों को पसंद करता था, लेकिन कभी किसी से बात नहीं कर पाया था.
फिर जब हमारी छुट्टियाँ होती तो तब हमारी फेमिली गावं जाती, हमारे गावं में हमारा बड़ा घर है. हमारे पड़ोस में गावं के एक अंकल है, उनकी वाईफ सुनीता की उम्र 35 साल है फिर भी वो 30 साल की ही लगती है, वो एकदम चिकनी गोरी सी है अगर कोई उनकी गांड को एक बार देख ले तो बस उसमें ही घुसे रहने का मन करता है.
अब में जब भी गावं जाता तो सुनीता आंटी के साथ खेत में घूमता और बाज़ार भी जाता. अब वो भी मेरे गावं आने का इंतज़ार करती थी. अब में कभी खेत में उनके पीछे चलते हुए उनकी गांड को टच करता, तो वो कुछ नहीं बोलती थी. फिर एक दिन हमारे गावं में शादी थी तो तब मेरे घर के सब लोग वहाँ चले गये और मैंने मेरी तबीयत खराब है ऐसा बहाना बनाया, क्योंकि सुनीता भी नहीं जा रही थी. अब में बहुत खुश था और उसके घर से अंकल भी शादी में चले गये थे. फिर उसके बाद वो दिन भी आ ही गया.
फिर सुनीता मेरे घर पर मेरी खबर पूछने आई, तो में सोने का नाटक करने लगा. अब मेरे पजामे में टेंट बना हुआ था. फिर सुनीता अंदर आई और अब में थोड़ी अपनी आँखे खुली रखकर सब देख रहा था. अब वो मेरे लंड को घूर रही थी और अब उसका चेहरा लाल पड़ गया था. फिर में अचानक से उठने की एक्टिंग करने लगा तो वो हड़बड़ा गई और फिर मैंने पूछा कि आप यहाँ.
आंटी – हाँ बेटा में शादी में नहीं गई.
अब उनकी साँसे तेज़ चल रही थी.
में – ठीक है कोई बात नहीं मुझे भी कंपनी मिल जाएगी, वैसे भी में आपके लिए ही तो बीमार हुआ हूँ. (मैंने एक स्माइल दी)
आंटी – (हैरान होकर) मेरे लिए.
में – चलिए छोड़ो इस बात को, अब मुझे ठीक लग रहा है और फिर हम इधर उधर की बातें करने लगे.
फिर उतने में आंटी ने पूछा कि..
आंटी – तेरे कोई गर्लफ्रेंड है?
में – नहीं कोई मिलती ही नहीं है.
आंटी – क्यों तुम तो इतने अच्छे हो? फिर क्यों नहीं मिली?
में – पता नहीं, आप बन जाओ.
आंटी – मुस्कुराकर बोली में और में भला तेरी गर्लफ्रेंड बनकर क्या करूँगी?
में – आप बनिए तो सही.
आंटी – ठीक है, आज से में तेरी गर्लफ्रेंड हूँ और वैसे अब मुझे तेरी गर्लफ्रेंड बनाकर क्या करेगा? और एक सेक्सी स्माइल दे दी.
फिर मैंने उनका हाथ पकड़ा और उनको किस किया और कहा कि आप क्या करवाओगी?
आंटी – में तेरी गर्लफ्रेंड हूँ तू जो चाहे वो कर ले.
फिर उसके बाद मैंने आंटी को कसकर पीछे से पकड़ा. अब मेरा खड़ा लंड उनकी गांड पर ज़ोर से उनके कपड़ो के ऊपर से घुसने लगा था और मेरे हाथों से उनके बूब्स दबने लगे थे और में अपने मुँह से उनको किस करने लगा था. अब वो आहे भर रही थी, अब आह आहहह की आवाज़ पूरे रूम में गूँज रही थी.
फिर मैंने उनको सीधा किया और उनके गुलाबी होंठो को जोर-ज़ोर से चूसने लगा. अब वो भी मेरे मुँह में अपनी जीभ डालकर मेरा साथ दे रही थी. अब हम एक दूसरे की जीभ चूस रहे थे, अब वो गर्म हो गयी थी. फिर 15 मिनट तक ऐसे ही किस करने के बाद मैंने उनकी साड़ी और ब्लाउज, पेटिकोट निकाल दिया. अब उनका चिकना जिस्म बस काली ब्रा-पेंटी में बंद था. फिर मैंने उनकी ब्रा भी निकाल दी और ज़ोर-जोर से उनके बूब्स दबाने और चूसने लगा.
अब वो मेरे सिर को अपने बूब्स पर दबा रही थी और सिसकारी भर रही थी. फिर मैंने उनकी पेंटी भी निकाल दी, अब में तो पागल हो गया था, उनकी चूत एकदम गुलाबी थी और हल्के हल्के बालों वाली थी. अब में तो उनकी चूत पर पागलों की तरह टूट पड़ा और ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा था.
अब वो भी मेरा मुँह अंदर घुसाने लगी थी और ज़ोर-ज़ोर से सिसकारी लेते हुए बोलने लगी आहहह घुस जा मेरी चूत में सस्शह, फाड़ डाल इसे चाट-चाटकर. अब यह सब सुनकर मुझे और जोश आया और में अपनी जीभ से उनको चोदने लगा और फिर उनका पानी निकल गया और में वो सारा पानी पी गया और उनकी चूत चाटकर साफ कर दी.
अब में भी पूरा नंगा हो गया, तो उन्होने मेरा लंड देखा और मुस्कुराई और बोली कि हाए तेरा कितना बड़ा है? और अपने हाथ में पकड़ लिया. अब वो मेरे लंड को हिलाने लगी थी तो मैंने उससे कहा कि अब चूसो भी तो वो अपने घुटनों के बल बैठकर लॉलीपोप की तरह मेरा लंड चूसने लगी. अब मुझे क्या मज़ा आ रहा था? बस वो वक्त वहीं रुक जाता. अब में आंटी के मुँह को चोदने लगा था और बाद में ज़ोर-ज़ोर से शॉट मारने लगा था, तो वो गमम्मम घम्‍मम करके छूटने की कोशिश कर रही थी, लेकिन मैंने उनका सिर पकड़ा हुआ था. अब में झड़ने वाला था तो मैंने उनके मुँह में ही सारा रस छोड़ दिया और वो मेरा सारा रस पी गयी. अब वो मेरा लंड बाहर निकालकर हिलाने लगी और अपने मुँह में लेने लगी थी. अब मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था, फिर वो बोली कि अब मेरी चूत फाड़ दे.. अब सब्र नहीं होता है फिर तो मैंने उनको सीधा लेटा दिया और उनकी चूत पर अपना लंड रखकर धीरे से धक्का दिया, तो मेरा सुपाड़ा अंदर घुस गया और वो सस्सस्स आआआअ आहह करने लगी, इससे में और जोश में आ गया.
फिर मैंने दूसरा ज़ोर से धक्का मारा तो मेरा पूरा लंड अंदर चला गया और वो चिल्ला उठी और कहने लगी कि भडवे धीरे नहीं कर सकता था. फिर मैंने उसके होंठ पर अपने होंठ रखे और चूसने लगा और नीचे से धीरे-धीरे धक्के लगाने लगा. अब वो बोले जा रही थी हाईईईई चोद डाल मुझे आईई सस्स्सास आअहह, फाड़ दे मेरी चूत आअहह, वाहह मेरा राजा और तेज़्ज़्ज़्ज़ कर आहहहह ऐसे ही करता रहे.
अब में ज़ोर ज़ोर से धक्के लगा रहा था, फिर में उसकी चूत में ही झड़ गया, अब में उसके ऊपर लेटकर उसे चूस रहा था. फिर में बोला कि वाह आंटी मज़ा आ गया, अब मुझे उनकी गांड भी मारनी थी तो मैंने उनसे कहा कि डॉगी स्टाइल में खड़े हो जाइये तो वो कुत्तिया की तरह खड़ी हो गयी, फिर मैंने उनकी गांड के छेद को सूंघा और किस किया तो वो बोली कि वाउ मज़ा आ रहा है. अब मैंने मेरा पूरा मुँह उनकी गांड में घुसा दिया था. अब वो मज़े ले रही थी और चिल्ला रही थी आहह वाहह मेरी गांड के गुलाम, वाअहह चाट और चाट.
अब मैंने उसकी गांड चाट-चाटकर मेरे थूक से गीली कर दी थी. अब मेरा लंड भी खड़ा हो गया था, फिर मैंने अपना लंड उसकी गांड में घुसाने की कोशिश की, लेकिन मेरा लंड उसकी गांड में नहीं जा रहा था.
फिर मैंने अपना और थूक उसकी गांड पर लगाया और ज़ोर से एक धक्का मारा तो मेरा सुपाड़ा उसकी गांड के अंदर घुस गया. अब आंटी चिल्लाने लगी थी आह निकालो आईई. फिर मैंने कहा कि प्लीज आंटी थोड़ी देर रुक जाओ, आपको भी मज़ा आएगा और मैंने फिर से एक झटका ज़ोर से मारा तो आंटी चिल्ला उठी आह में मर गयी ससस्स निकाल इसे, लेकिन मैंने उन्हें अनसुना करते हुए अपने धक्के चालू रखे.
फिर थोड़ी देर में आंटी को भी मज़ा आने लगा और अब वो भी उछल-उछलकर अपनी गांड मेरे लंड पर पटकने लगी और बोलने लगी कि वाअहह मेरे राजा आहह मज़ा आ गया और जोर से करता जा.
फिर मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी और अब उसकी चूत रस छोड़ने लगी थी. फिर मैंने अपने धक्के चालू रखे, अब में भी झड़ने वाला था. फिर मैंने आंटी से कहा कि क्या करूँ? तो उन्होने कहा कि मेरी गांड में ही झड़ जा तो फिर मैंने एक ज़ोर का शॉट मारा और उनकी गांड में ही झड़ गया और आंटी के ऊपर ही पीछे से सो गया और उनकी पीठ चाटता रहा. अब शाम होने वाली थी और सब लोग भी आने वाले थे. फिर हमने अपने-अपने कपड़े पहने और फिर नाश्ता किया. अब मुझे जब भी मौका मिलता है तो में उनको बहुत चोदता हूँ.
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बीवी ने बुड्ढे मज़दूर से जमकर चुदवाया

हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम रमन है और आज हम लोग आ गये है एक बार फिर से अपनी एक और नई बिल्कुल सच्ची चुदाई की कहानी लेकर जिसमें एक बुड्ढे मज़दूर जो बिल्कुल अफ्रिकन की तरह काला है और मेरे घर में मेरे ही सामने मेरी पत्नी के साथ सेक्स में मज़े लेता है और अब में वो घटना पूरे विस्तार से आप लोगों को सुनाता हूँ.
दोस्तों उस समय हमारे घर के पास एक मकान का काम चल रहा था और वहाँ पर बहुत सारे मज़दूर काम कर रहे थे. हम उन में से सिर्फ़ एक को ही लगातार देखते थे, वो एक 65 साल का बूड़ा पतला सा और काला अफ्रिकन लगता था और अब हम दोनों ने उस बुड्ढे के साथ मज़े लेने का विचार बनाना शुरू कर दिया. हम दोनों ने मन ही मन सोच लिया था कि उसे पैसे और कपड़ों का लालच देकर बुला लेंगे और फिर आगे देखेंगे कि क्या होता है? वो रात का समय था और सभी पड़ोसी सोने वाले थे. फिर में उस मज़दूर के पास गया और में उससे बोला कि बाबा हमारे पास आपके लिए थोड़े से कपड़े है, अगर आपको लेने हो तो आप मेरे साथ आ जाओ और वो मेरी बात सुनकर तुरंत मेरे साथ चल पड़ा और मेरे पीछे पीछे आता गया और फिर हम दोनों घर पर पहुँचे.
फिर मेरी बीवी ने उस समय सूट पहना हुआ था और वो उस समय बहुत ही ज्यादा सुंदर लग रही थी, उसके फिगर का साईज 42-37-40 है और उसका पूरा फिगर उस जालीदार सूट के नीचे से साफ साफ दिख रहा था और वो मज़दूर मेरी बीवी को अपनी आखें फाड़ फाड़कर देखता रह गया. फिर हमने उसे अंदर बुलाया और नीचे जमीन पर बैठा दिया और हम कुछ पुराने कपड़े ले आये और हमने उसे पैसे भी दे दिए.
फिर हमने उससे पूछा कि उसने खाना खाया है या नहीं तो उसने बोला कि अभी नहीं साहब उसके मुहं से यह बात सुनकर मेरी बीवी ने उससे कहा कि ठीक है आप खाना खाकर जाना, वैसे भी अब बहुत रात हो गयी है और फिर हमने उसे खाना लाकर दे दिया और मेरी बीवी ने उससे बोला कि आप बैठो में अपने कपड़े बदलकर अभी आती हूँ, उससे इतना कहकर मेरी बीवी अंदर कपड़े बदलने चली गई, लेकिन जब वो बाहर वापस आई तब वो मज़दूर खाना खा रहा था कि मेरी बीवी को देखकर उस मज़दूर का हाथ मुहं पर जाते हुए ही रुक गया, क्योंकि उस समय मेरी बीवी ने मिनी स्कर्ट पहनी हुई थी, जो कि उसके घुटनों से करीब 8 इंच ऊपर तक थी और उसके ऊपर उसने बिना बाह की टी-शर्ट जिसमें उसके बड़े आकार के बूब्स साईड से साफ साफ दिख रहे थे, वो मज़दूर बस देखता ही रह गया और उसकी तो नज़र ही हट नहीं रही थी.
फिर मैंने हंसते हुए उससे पूछा कि क्या हुआ बाबा वो एकदम से घबरा गया और बोला कि कुछ नहीं कुछ नहीं, लेकिन हम लोग तो समझ गये थे और यही हमारा प्लान भी था.
फिर मैंने उससे कहा कि कोई बात नहीं बाबा मुझे पता है कि मेरी बीवी बहुत सुंदर और सेक्सी है, क्यों आप भी इसे देखते रह गये ना? तो वो बोला कि हाँ जी अगर आप बुरा ना मानो तो में एक बात बोलूं, आपकी बीवी तो सच में बहुत सुंदर है और इनका चेहरा तो बिल्कुल नीतू चंद्रा से मिलता है और यह दिखने में एकदम वैसी ही है. फिर मैंने उससे कहा कि हाँ मुझे पता है और इसलिए तो सभी लोग इसको घूरते है क्या करे ये है ही ऐसी? अच्छा यह बताओ कि तुम्हारी कोई बीवी है?
अब वो मुझसे बोला कि नहीं साहब वो तो बहुत समय पहले चल बसी थी. तभी मैंने उससे कहा कि कोई बात नहीं है, तुम आज रात के लिए मेरी बीवी ले लेना. दोस्तों वो मेरी बात को सुनकर एकदम से चकित होकर मुझसे बोला कि आप यह क्या बोल रहे हो साहब? कहाँ में और कहाँ यह? में तो इनको सपने में भी नहीं सोच सकता.
अब मैंने उससे पूछा कि क्यों यह आपको पसंद नहीं आई? वो बोला कि हाँ पसंद तो बहुत आई है साहब और फिर मैंने उससे कहा कि चलो अब छोड़ो उन बातों को और तुम मुझे यह बताओ कि तुम्हारा लंड खड़ा होता है कि नहीं? तभी वो मुझसे बोला कि साहब आप आपकी बीवी के सामने मुझसे यह सब क्यों पूछ रहे हो?
मैंने उससे कहा कि वो इसलिए क्योंकि मेरी बीवी को तुम्हारा लंड देखना है और यह उसी का आईडिया था और अब वो मेरी पूरी बात को सुनकर मेरी बीवी की तरफ मुड़ गया और बोला कि हाँ मेडम मेरा लंड खड़ा होता और में अपने हाथ से हिलाता भी हूँ क्या करूं कोई है भी तो नहीं? तभी मेरी बीवी उससे कहने लगी कि अच्छा कोई बात नहीं है, आज के लिए तुम मुझे अपनी बीवी बना लेना और तुम्हें मेरे साथ जो कुछ करना है वो सब कुछ तुम कर लेना, लेकिन पहले मुझे बताकर, ऐसे नहीं, ठीक है जी, चलो अब जल्दी से खड़े हो जाओ और अपनी लूँगी को एक साईड में करो और मुझे तुम्हारा सोता हुआ लंड देखना है और आप भी उठ जाओ इसके साथ.
दोस्तों उसने हम दोनों को एक साथ खड़ा किया और फिर वो हम दोनों के साथ गंदी गंदी बातें करने लगी, वाह आज तो मज़ा आ गया, मुझे दो दो लंड अंदर मिलेंगे और तुम मेरे ऊपर चड़ जाना बारी बारी से और बहुत ज़ोर से चोदना कि आज पूरा बेड ही हिल जाए तुम दोनों के धक्कों से, बहुत ताकतवर धक्के मारना तुम दोनों मुझे और फिर तुम दोनों मेरी चूत के अंदर ही अपनी पिचकारी निकाल देना और एक लंड निकालते ही दूसरा डाल देना. फिर मेरे मुहं के पास आकर मुठ मारना और अपना पानी मेरे मुहं पर और बूब्स पर गिरा देना.
दोस्तों उसकी यह बातें सुनकर हम दोनों के लंड अब खड़े होने शुरू हो गये थे, मेरी बीवी ने अपने दोनों हाथ हमारे कपड़ों के ऊपर से लंड पर रख दिए और धीरे से रगड़ने लगी, वो बुढ्ढा बहुत मज़े ले रहा था और हम दोनों के लंड अब चुदाई करने के लिए एकदम तैयार हो गये. उसने फिर उस गंदे बुड्ढे मज़दूर की लूँगी में हाथ डाला और उसका अंदर से पकड़कर वो लंड को हिलाने लगी और उसे गंदे से आदमी के लंड को मेरी बीवी के हाथ में देखकर मुझे मज़ा आ गया था, बीवी ने उसका काला अफ्रिकन जैसा लंड बाहर निकाला तो देखा कि वो करीब 5 इंच का था और करीब एक इंच मोटा मेरी बीवी उस बुड्ढे के लंड को अब लगातार हिलाए जा रही थी.
फिर मैंने भी अपना 6 इंच का लंड पहले से ही बाहर निकाला हुआ था और में अपने आप हिला रहा था और बुढ्ढा बहुत ही मज़े से खड़ा हुआ था और लंड को देख रहा था. बीवी के हाथ से कुछ देर में उस बुड्ढे को दो या तीन झटके लगे और वो अब मेरी बीवी के हाथों में ही झड़ गया. दोस्तों मैंने देखा कि उसके लंड से उसका बहुत सारा माल निकला था और अब मेरी बीवी ने मेरा लंड पकड़ा और वो मेरी भी मुठ मारने लगी, करीब दो मिनट के बाद में भी झड़ गया. हम थोड़ा थक गये थे, इसलिए सोफे पर बैठ गये और फिर थोड़ा आराम कर लेने के बाद बुढ्ढा और में दोनों ही अब एक बार फिर से बिल्कुल तैयार थे, वो मज़दूर अब पूरा नंगा था और मेरी बीवी के पास आकर उसको किस करने की कोशिश करने लगा, लेकिन मेरी बीवी उससे दूर हटने की कोशिश कर रही थी.
फिर उसने फिर बीवी की गर्दन पर और उसके गालों पर जानवर की तरह किस करना शुरू कर दिया था, वो मेरी सुंदर बीवी के पूरे पूरे मज़े ले रहा था और फिर उसने तुरंत मेरी बीवी का हाथ पकड़कर अपने लंड पर रखवा दिया और अब वो बोला कि मेडम जी आपके हाथ तो इतने मुलायम है कि वाह मज़ा आ जाता है, आप इन्ही हाथों से मेरा लंड हिला दो, मेरा लंड आपके लिए बहुत तरस रहा है. उसके मुहं से यह बात सुनकर मेरी बीवी ने उसका सोता हुआ लंड पकड़ा और उसे फिर से जगाना शुरू कर दिया और फिर वो मेरी बीवी से कहने लगा, वाह मेडम जी क्या मस्त हिलाती हो आप, लगता है बहुत लंड हिलाए है आपने, वाह मज़ा आ गया.
तब मेरी बीवी ने उससे कहा कि कॉलेज में मैंने कम से कम 200 लंड हिलाए होंगे और मुहं में भी लिए होंगे और अलग अलग रंग के भी, सफेद और आज एक अफ्रिकन लंड भी. फिर वो बोला कि मेडम जी आप तो बहुत कमाल हो, वैसे में आपसे एक बात बोलूँ अगर आप पैसे के लिए कुछ करवाना चाहती हो तो आप बहुत पैसे कमा सकती हो.
फिर मेरी बीवी ने उससे पूछा कि अच्छा तुम ही बताओ कितने पैसे होंगे? वो कहने लगा कि मेडम जी आपके लिए तो लोग 50,000 तक दे देंगे, वो भी सिर्फ़ एक बार चुदाई करने के रात भर चुदाई की तो करीब 1.5 लाख होंगे और साथ में आपको अलग अलग लंड भी मिल जाएँगे और आप वैसे भी इतनी सुंदर हो कि आपको देखते ही उनका माल निकल जाएगा, ठीक है.
तभी मेरी बीवी उससे बोली कि ठीक है आप पता कर देना, देखते है फिर क्या होता है? दोस्तों उसका लंड अब तनकर खड़ा था और हिल रहा था. अब वो बोला कि क्यों मेडम जी आप मुहं में तो लेती हो ना? मेरा लंड कभी किसी के मुहं में नहीं डाला, अगर आप मदद कर दो तो मज़ा आ जाएगा. फिर उसकी बात को सुनकर मेरी बीवी ने अपना सर हिलाया और एक कंडोम खोलकर उसके लंड पर चढ़ाने लगी. तभी वो बोला कि अरे मेडम जी ऐसे तो मज़ा नहीं आएगा, आप बिना इसके मेरा लंड मुहं में ले लो मुझे कुछ पता तो चलेगा.
फिर मेरी बीवी उससे बोली कि नहीं इसके ऊपर कंडोम ही रहेगा और अब तुम ज्यादा नाटक करोगे तो में दो कंडोम लगा दूँगी, तुमने पता नहीं इसे कहाँ कहाँ डाला होगा? वो मज़दूर मेरी बीवी की बात सुनकर बिल्कुल चुप हो गया और कुछ नहीं बोला और मेरी बीवी ने उसके लंड पर अब दो कंडोम चढ़ा दिए और उस गंदे से मज़दूर के पैर के बीच में अपना मुहं ले आई और उस काले अफ्रिकन जैसे लंड पर अपना सर झुका दिया. मज़दूर का लंड सिर्फ़ अपने होठों पर ही रखकर चूसने लगी, आज उस बुड्ढे का जीवन सफल हो गया था और उसने मेरी बीवी के सर पर हाथ रखा और धीरे से उसके सर को अपने लंड पर ऊपर नीचे करने लगा. कुछ देर में उसका पूरा लंड मेरी बीवी के गले में जा रहा था, उसने अब मेरी बीवी का सर पकड़ लिया और ज़बरदस्ती उसका मुहं अपने लंड पर मारने लगा.
फिर मेरी बीवी हटाने की बहुत कोशिश कर रही थी, लेकिन उसका हाथ सर से नहीं हट रहा था तो वो मजदूर मेरी बीवी का मुहं मेरे ही सामने ज़बरदस्ती ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था और में भी बीवी के साथ ज़बरदस्ती होते हुए देख रहा था.
तभी वो मुझसे पूछने लगा कि क्या हुआ साहब आपको पसंद आया मेरा यह अंदाज़? देखो में आपकी बीवी को ज़बरदस्ती चोद रहा हूँ और आपका लंड यह देखकर खड़ा हो गया, लगता है आपको अपनी बीवी को गंदे आदमियों से ज़बरदस्ती चुदवाना बहुत पसंद है, कोई गंदा आदमी आपकी बीवी को बाँध दें और फिर उसके ऊपर लेटकर उसे ज़बरदस्ती चोदे और आपकी बीवी उससे मना कर रही हो, लेकिन वो ना रुके और कुत्ते की तरह ज़बरदस्ती आपकी बीवी को ज़ोर ज़ोर से चोद रहा हो और आपकी बीवी एक पुतला बनकर बस लंड ले रही हो, बिना कुछ बोले ठीक है ना.
फिर मैंने कहा कि हाँ शायद मुझे वो सब पसंद है, तुम्हारा क्या ख्याल है? तो वो बोला कि हाँ क्यों नहीं साहब वैसे भी कौन छोड़ेगा ऐसी बीवी को यह बात बोलकर उसने फिर से मेरी बीवी का मुहं अंदर बहार करने लगा और ऐसा पांच मिनट तक चलता रहा और फिर वो मज़दूर कंडोम के अंदर ही झड़कर गया. अब उसने मेरी बीवी का सर छोड़ दिया और मेरी बीवी इससे दो बार झड़ चुकी थी और अब वो उससे पूछने लगा, क्यों मेरी रानी तुझे मेरी ज़बरदस्ती पसंद आई क्या? तेरी शकल से तो लगता है कि तुझे बड़ा मज़ा आया ओर कुछ देर में फिर से तैयार हो जाना, तेरे पति को ज़बरदस्ती पसंद है और हम वैसा ही करेंगे, तेरे दोनों हाथ पकड़कर हम तुझे ज़ोर ज़ोर से चोदेंगे, यह बोलकर वो सोफे पर बैठ गया और में तो मुठ ही मार रहा था.
यह सब सुनकर मेरा पानी भी अब दो मिनट में निकल गया और थोड़ी देर बाद उसका लंड फिर से खड़ा होना शुरू हो गया था. मेरी बीवी को पूरा नंगा देखकर उसने मेरी बीवी को उठाया और ज़ोर से बेड पर गिरा दिया और एकदम से उसके ऊपर आकर लेट गया. उसने मेरे सामने मेरी बीवी के दोनों हाथ पकड़ लिए और ज़बरदस्ती मेरी बीवी को किस करने की कोशिश करने लगा. फिर मेरी बीवी अब उस गंदे से मज़दूर से बचने की कोशिश करने लगी, मज़दूर उसे लिप किस करना चाहता था, लेकिन मेरी बीवी अपना मुहं इधर उधर कर लेती तो मज़दूर ने अब उसे किस करना छोड़ और मेरी बीवी के गले पर, गाल पर और बूब्स पर किस करना शुरू कर दिया.
मेरी बीवी उससे अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश नाकाम कर रही थी, लेकिन वो गंदा सा मज़दूर उसे हिलने तक नहीं दे रहा था, में भी सोफे से हटा और उन दोनों के पास बेड पर आकर बैठ गया और फिर मैंने अपनी बीवी से पूछा क्या तुम इससे खुश हो? तो मेरी बीवी ने अपना सर हाँ में हिला दिया और अब मुस्कुरा दिया, वो मज़दूर अभी भी मेरी बीवी के गोरे बदन पर किस कर रहा था और उसका काला शरीर मेरी गोरी बीवी के ऊपर बहुत मस्त लग रहा था, जिसको देखकर में बहुत खुश था और मेरी बीवी भी उसका साथ पाकर बहुत खुश थी और हम दोनों को बस यही चाहिए था.
फिर उस मज़दूर ने अपना लंड हाथ में पकड़ा और मेरी बीवी की चूत के ऊपर रगड़ने लगा. मेरी बीवी उससे बार बार मना करने लगी और उससे कहने लगी कि पहले तुम कंडोम लगा लो ऐसे नहीं करना, लेकिन वो मज़दूर कहाँ से मानने वाला था, मेरी बीवी की चूत देखकर वो शायद एकदम पागल हो गया था और मेरी बीवी को देखकर वो बोला कि चुपकर साली रांड, आज तू मेरी बीवी है में जो चाहूँ करूँगा.
फिर वो दोबारा उससे कहने लगी कि नहीं पहले तुम कंडोम पहन लो, लेकिन उस मजदूर ने उसकी एक ना सुनी और अब वो अपना लंड चूत पर मसलता रहा, मेरी बीवी हटने की बहुत कोशिश कर रही थी, लेकिन उस मज़दूर ने उसे हिलने तक भी नहीं दिया और थोड़ी देर रगड़ने के बाद बिना कुछ बोले उसने चूत के ऊपर लंड रखा और एक बहुत तेज़ धक्का मारा कि उसका पूरा लंड एक बार में मेरी बीवी की चूत के अंदर फिसलता हुआ चला गया, जिसकी वजह से मेरी बीवी की बहुत ज़ोर से चीख निकल गयी.
फिर उसने तुरंत मेरी बीवी के मुहं पर हाथ रख दिया और अपना पूरा लंड बाहर निकालकर उसने फिर से धक्का मारा. मेरी बीवी को अब बहुत दर्द हो रहा था, लेकिन उस मज़दूर को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था. अब वो मेरी बीवी को बहुत तेज़ धक्के मारता रहा जैसे भाग रहा हो, उसका बिना कंडोम का लंड मेरी बीवी की चूत में अंदर बाहर हो रहा था. मेरी बीवी का मुहं उसने अभी भी पकड़ा हुआ था और वो इतनी तेज़ धक्के मार रहा था कि पूरा का पूरा बेड हिल रहा था.
दोस्तों अब मेरी बीवी तो बस पुतला बन गयी थी और बिना कुछ बोले या महसूस किए बस उस गंदे से मज़दूर का तेज़ धक्के ले रही थी. तभी वो मुझसे पूछने लगा कि क्यों कैसा लगा साहब, मज़ा आया आपको? मेरा लंड बिना कंडोम के आपकी बीवी की चूत के अंदर जाता हुआ आपको अच्छा लग रहा है ना और मैंने इसका मुहं इसलिए बंद किया है ताकि यह चीख ना पाए, क्यों यही सब पसंद है आपको? मैंने ज़बरदती लंड घुसा दिया आपकी बीवी की चूत में और में आज इसको अपना बच्चा भी दूँगा.
दोस्तों मुझसे यह बात बोलकर उसने और भी ज्यादा तेज़ तेज़ अपना लंड मेरी बीवी की चूत में डालना शुरू कर दिया और उसके धक्के इतने तेज़ थे कि उसके हर एक धक्के की वजह से मेरी बीवी करीब एक फीट ऊपर हो जाती, ऐसा थोड़ी देर चलता रहा और फिर मज़दूर बोला कि साहब मेरा पानी अब निकलने वाला है, अगर आप बोलो तो में इसको मेरे बच्चे की माँ भी बना दूं? क्या आप एक मज़दूर का बच्चा पालोगे?
दोस्तों मुझसे यह बात बोलकर वो एकदम से कड़क हो गया और उसने मेरी बीवी की चूत के अंदर अपना सारा वीर्य डाल दिया और कुछ देर मेरी बीवी के ऊपर थककर लेट गया, लेकिन तब तक मेरी बीवी भी उसके नीचे से नहीं हटी और वो मुझसे बोली कि वाह मज़ा आ गया ऐसी चुदाई में तो दोबारा भी करना चाहती हूँ, इस चुदाई से मुझे पूरी संतुष्टि मिली है, वाह इसका लंड तो उम्मीद से भी ज्यादा जोश से भरा हुआ था और इसने मेरी हर एक इच्छा को पूरा किया है, वाहह तुम तो बहुत अच्छी चुदाई करते हो. दोस्तों यह थी मेरी बीवी की चुदाई उस गंदे मजदूर के साथ जिसमें उसने मेरी बीवी को चोदकर बहुत खुश किया और उसकी प्यासी चूत को पूरी तरह से संतुष्ट किया.
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सोनिया की गंदी चुदाई गोआ में

हैल्लो दोस्तों, में सोनिया एक बार फिर से हाज़िर हूँ आपके बड़े लंड को अपने तीनों छेद में लेने के लिए. दोस्तों में उम्मीद करती हूँ कि मेरी पिछली कहानी आपको बहुत पसंद आई होगी. अब यह कहानी गोआ में मेरी आख़िरी चुदाई है तो दोस्तों अब शुरू करती हूँ.
दोस्तों अब हम एक जून 2015 को दोपहर में उठे तो मैंने देखा कि सुरेश को छोड़कर सब लोग नंगे पड़े हुए है तो में राज के पास जाकर उसे किस करने लगी और एक हाथ से उसके लंड को सहला रही थी और तभी अचानक वो उठा और उसने कहा कि अब कितना चुदेगी, कितनी चुदने की ताकत है तेरे अंदर? और फिर वो उठकर कपड़े पहनकर चला गया, लेकिन रात को आऊंगा यह बोला. अब सभी अपने अपने कपड़े पहन चुके थे, क्योंकि उन्हें अब वापस भी जाना था.
अब वो सभी चले गये और रूम पर अब में अकेली थी तो में बाथरूम में जाकर नहाने लगी और फिर मैंने सुरेश को कॉल करके बुलाया और कुछ खाने के लिए बाहर से लाने को कहा तो वो आया और मैंने देखा कि उसके हाथ में एक डिजिटल कैमरा भी था, लेकिन मैंने उससे कुछ नहीं पूछा अब में पूरी नंगी ही खाना खा रही थी. तभी उसने मुझसे बोला कि मेडम जी मुझे आपसे कुछ चाहिए.
मैंने पूछा कि बताओ क्या चाहिए? तो उसने मुझसे कहा कि कल रात आपने मुझसे बोला था कि में जो कहूँगा आप वो करोगी, तो मैंने कहा कि हाँ बोल ना मेरे राजा क्या बता तुझे क्या चाहिए?
फिर सुरेश ने कहा कि उसे मेरी कुछ नंगी फोटो चाहिए, जिसे देखकर वो हमेशा मुझे याद रखे. फिर मैंने कुछ देर मन ही मन सोचा कि उसको फोटो देने से क्या फ़र्क पड़ता है? दोस्तों में आप लोगों को बता दूँ कि मेरे लिए नंगी फोटो खिंचवाना या देना कोई नई बात नहीं है, क्योंकि मेरे बॉयफ्रेंड ने मेरी कई फोटो नेट पर भी बहुत सालों पहले डाल दी है.

मैंने उससे कहा कि ठीक है. अब में खाना खाकर उठी और मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है सुरेश. फिर उसने मेरी कमर की फोटो ली और मेरे सामने की फोटो मेरी गांड की क्लोजअप फोटो मेरी चूत की क्लोजअप फोटो और भी बहुत नए नए तरीकों से मेरी फोटो खींची. तभी मैंने देखा कि उसका लंड टाईट हो गया और में उसके पास गई और उससे कहा कि सुरेश आज एक बार और आखरी बार खेल ले मेरे साथ चुदाई का खेल, कल तो यह रंडी वापस चली जाएगी. अब वो कुछ उदास हो गया, लेकिन मैंने उससे कहा कि आओ बेबी तुम्हें तो खुश होना चाहिए कि में तुमसे चुदी हूँ, सुरेश मेरी चूत तुम्हारे लंड की दीवानी है और मैंने उसके लंड को बाहर निकालकर चूसना शुरू कर दिया और वो मोनिंग करने लगा, आहहह हाँ चूसो मेडम जी आह्ह्ह्ह मेडम जी आहहहह.
मैंने उससे कहा कि प्लीज़ सुरेश मुझे सोनिया बोलो. वो अब और भी पागल हो गया और मेरे बालों को पकड़कर मेरे मुहं को चोदने लगा, ओह्ह्ह सोनिया आह्ह्ह्ह. फिर मैंने सुरेश से कहा कि प्लीज़ सुरेश तुम मुझे गंदी गंदी गालियाँ देकर चोदो ऑश.
दोस्तों आप लोग नहीं जानते, लेकिन चुदाई का असली मज़ा तो गालियों के साथ ही है और जब मुझे गाली देकर चोदता है तो में पूरी रंडी की तरह उससे चुदती हूँ और अब सुरेश भी मेरे मुहं को चोदता हुआ मुझे गालियाँ देने लगा, तू साली रंडी, तू एक छिनाल है, जो लंड की भूखी है, रंडी है तू साली, कुतिया और दोस्तों शायद यह सब बोलकर वो इतना गरम हो गया कि वो मेरे मुहं में ही झड़ गया और फिर दोस्तों में उसका पूरा वीर्य निगल गई.
अब दोस्तों में एक कुतिया बन गई और अपने घुटनों के बल चलते हुए में बाथरूम की तरफ जाने लगी, सुरेश भी नंगा होकर मेरे पीछे पीछे आने लगा और अब में अपने बाथटब में जाकर लेट गई और सुरेश से बोली कि मेरे ऊपर आ जा और मेरी चूत को चाट. दोस्तों उसने मेरे मुहं से यह शब्द सुनते ही तुरंत एक कुत्ते की तरह मेरी चूत को चाटना शुरू कर दिया, आहहह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ हाँ थोड़ा और अंदर तक चाटो आहहह्ह्ह वाह मज़ा आ गया.
दोस्तों वो अब अपनी जीभ से मेरी चूत को बहुत प्यार कर रहा था, उफ्फ्फ्फ़ और में तो कुछ देर बाद उसके होंठो में ही झड़ गई. दोस्तों फिर में उठी और उससे कहा कि बेबी मेरे पूरे बदन पर साबुन लगा दो. दोस्तों उसने मेरी गर्दन से साबुन लगाना शुरू करते हुए मेरी कमर से मेरी गांड और मेरे पैरों पर पूरी जगह साबुन लगाया और अब वो मेरे बूब्स पर साबुन मलने लगा, मेरे पेट पर, मेरी चूत पर वाह दोस्तों मज़ा आ गया, थोड़ा साबुन उसने मेरी चूत के अंदर भी लगा दिया.
फिर मेरी जाघों पर और मेरे पूरे बदन पर और अब मैंने उसको हग किया और अपने बदन का सारा साबुन उसके बदन पर लगा दिया और पानी चालू कर दिया और उसकी बाहों में आकर उसके लंड को अपने हाथों से सहलाने लगी, जिसकी वजह से दोस्तों मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. अब दोस्तों उसने एक टावल लेकर मेरे पूरे बदन को साफ किया और मैंने भी उसके बदन को साफ किया. उसके बाद उसने मुझे अपनी गोद में उठा लिया और मेरी गांड को पकड़ा और मुझे ले जाकर बेड पर फेंक दिया और अब वो मेरी चूत को चाटने लगा, जिसकी वजह से में बिल्कुल पागल हो रही थी, वो मेरी चूत को अपनी जीभ से बहुत स्पीड से चोद रहा था.
फिर वो मेरी जांघो को चाटने लगा. दोस्तों मेरी चिकनी जांघो के तो सारे दीवाने है और अब वो मुझे चूमने लगा. दोस्तों उसने करीब दस मिनट तक मेरे जिस्म के एक एक हिस्से पर अपने होंठो से अपना नाम लिख दिया और उसने बहुत ही प्यार से मेरे जिस्म के हर हिस्से को प्यार किया. में तो उसकी रानी बनना चाह रही थी.
अब उसने मुझसे कहा कि सोनिया में तुम्हें एक बार और चोदना चाहता हूँ, लेकिन तुम्हारी मर्जी से. फिर में अपनी चूत की तरफ इशारा करने लगी, लेकिन वो तो इस बार मेरी गांड मारना चाहता था, अब उसने मेरी गांड पर एक थप्पड़ दिया और बोला कि तू साली रंडी में तेरी इतनी बड़ी गांड को देखकर तो में पागल हो जाता हूँ.
फिर उसने मेरी गांड के छेद पर एक किस किया और मेरी गांड को चोदने लगा. कुछ देर चोदने के बाद वो कुछ थक सा गया तो मैंने उसे लेटने को कहा और फिर में उसके लंड को अपनी गांड में लेकर उस पर कूदने लगी, आह्ह्ह. दोस्तों मुझे ऐसा करने में बहुत मज़ा आया, कूदती रही और वो भी धीरे धीरे नीचे से धक्के देता रहा और फिर कुछ देर बाद अचानक से वो मेरी गांड में झड़ गया और मैंने उसे चूम लिया, वो मोन कर रहा था और हम बहुत थक चुके थे.
इतनी चुदाई के बाद अब हम दोनों एक दूसरे की बाहों में पूरे नंगे ही सो गए, लेकिन कुछ समय बाद मेरी नींद खुली तो मैंने देखा कि में अकेली थी और सुरेश जा चुका था. में फिर से सो गई और अब थोड़ी देर बाद राज आ गया और मुझे नंगा देखकर उसने मुझे उठाया और मुझसे कहा कि धन्यवाद सोनिया तुमने तो मेरी राते ही बदल दी हैं, मुझे हमेशा ऐसा लगता है कि में तुम्हारे पास आकर तुम्हारी बाहों में आकर तुम्हें चोद दूँ और अपने लंड का सारा रस तुम्हारी चूत के अंदर डाल दूँ.
फिर मैंने कहा कि राज तुम भी बहुत अच्छे हो, लेकिन में फिर कुछ उदास सी हो गई तो उसने मुझसे पूछा कि क्या हुआ? फिर मैंने कहा कि में कल शाम को वापस जा रही हूँ तो वो भी मेरी यह बात सुनकर थोड़ा उदास हो गया और उसने मुझे अपनी बाहों में ले लिया और एक छोटी सी किस की और फिर हट गया, लेकिन मैंने उसे तुरंत पकड़ लिया और उसके होंठो को चूसने लगी और में उसकी आखों में अपने लिए प्यार देख रही थी, शायद वो मुझसे प्यार करने लगा था. मैंने कहा कि नहीं राज में इस लायक नहीं हूँ कि कोई मुझे प्यार करे.
फिर उसने मुझसे कहा कि सोनिया में सच में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और में तुमसे शादी भी करना चाहता हूँ.
दोस्तों वो अब बहुत उदास हो गया, लेकिन दोस्तों में चाहते हुए भी ऐसा नहीं कर सकती थी, में अपनी खुशी के लिए उसको धोखा नहीं दे सकती थी, इसलिए मैंने उससे कहा कि राज में अब सेक्स की इतनी भूखी हो चुकी हूँ कि कोई बंधन अब मुझे नहीं बदल सकता, लेकिन वो मुझे हर तरह से अपनाना चाहता था. दोस्तों क्योंकि वो मुझसे बहुत सच्चा प्यार करता था, लेकिन फिर भी मैंने उसको साफ मना कर दिया. फिर उसने मुझसे कहा कि कोई बात नहीं सोनिया जैसा तुम उचित समझो, लेकिन में कल शाम तक तुम्हें बहुत प्यार करना चाहता हूँ और मेरा तुमसे बस इतना कहना है कि आज रात से कल शाम तक तुम पर सिर्फ़ मेरा ही हक हो.
दोस्तों में उससे मना नहीं कर सकी और तभी उसके फोन पर किसी का कॉल आया, उसने कुछ बात करके मुझसे कहा कि बेबी में अब जाता हूँ, लेकिन रात को खाना हम साथ में खाएगें. फिर मैंने कहा कि हाँ ठीक है जैसा तुम्हें अच्छा लगे और करीब रात को 9 बज़े राज आया और मैंने देखा कि वो मेरे लिए कुछ लाया था. मैंने उससे पूछा कि यह क्या है राज? तो उसने कहा कि जान तुम ही देख लो क्या है? मैंने खोलकर देखा तो उसमें एक सेक्सी लाल कलर की साड़ी थी, जिसको देखकर में बहुत खुश थी, वो बहुत अच्छी डिज़ाईन की साड़ी थी और जालीदार थी और एक बॉक्स था, जिसमें ब्रा, पेंटी भी थी और जो पूरी जालीदार और लाल कलर की थी.
फिर मैंने उसे एक किस किया और धन्यवाद कहा. दोस्तों में उस समय नंगी नहीं थी. मैंने एक टॉप और जीन्स पहना हुआ था, क्योंकि हमे बाहर खाना खाने जाना था तो मैंने उससे कहा कि राज मुझे अब बहुत भूख लग रही है चलो ना खाना खाने चलते है. फिर उसने मुझसे कहा कि बेबी प्लीज़ जो ड्रेस मैंने तुम्हे लाकर अभी दी है, तुम उसी में मेरे साथ बाहर चलो ना प्लीज़. दोस्तों में कैसे मना कर सकती थी और में उसी के सामने अपने कपड़े उतारने लगी. वो मुझे अपनी आखों से घूर रहा था.
मैंने पेंटी पहनी और ब्रा का हुक राज से लगवाया तो राज ने मुझे कमर पर किस कर दिया और मैंने पूछा कि बताओ राज में कैसी लग रही हूँ इस ब्रा और पेंटी में, लेकिन वो मुझसे बोला कि सोनिया प्लीज़ मुझे तुम्हें साड़ी में देखना है, लेकिन प्लीज़ तुम मेरे सामने साड़ी मत पहनो. अब में समझ गई, इसलिए में तुरंत अंदर चली गई और मैंने वो साड़ी पहनी और अपने होंठो पर लाल लिपस्टिक लगा ली, में बहुत सेक्सी लग रही थी. दोस्तों मुझे देखकर वो अपने घुटनों पर बैठ गया और मैंने देखा कि उसके हाथों में एक गुलाब था, जिसको देखकर में उस पर पूरी तरह से फिदा थी और मैंने उससे वो गुलाब ले लिया और में भी तुमसे बहुत प्यार करती हूँ कहा और उसे एक किस किया और अब में उसकी बाईक पर बैठ गई.
दोस्तों मैंने सोचा था कि हम किसी होटल में जा रहे है, लेकिन वो मुझे अपने घर ले गया और उस समय वहां पर कोई भी नहीं था. उसने दरवाजा खोला और कहा कि जान यह मेरा घर है. दोस्तों वो एक क्वॉर्टर जैसा दिखने वाला एक बंगला था, जो शायद अंदर से बहुत बड़ा था. फिर में अंदर गई और मैंने उससे कहा कि मुझे बहुत भूख लगी है.
अब वो मुझे अंदर रूम में ले गया और जैसे ही उसने लाईट को बंद किया तो मैंने देखा कि सारे रूम में मोमबत्तियां जल रही थी और टेबल पर खाना और वाईन के गिलास और बॉटल रखी हुई थी, जिसको देखकर में दोबारा बहुत चकित थी.
अब उसने मुझे बैठाया और हमने खाना खाया और वाईन पी, जिसकी वजह से हम दोनों ही थोड़े थोड़े नशे में थे. अब हम उसके बेड पर बैठकर इधर उधर की बातें कर रहे थे. तभी उसने मुझे बताया कि वो शादीशुदा है और उसकी यह बात को सुनकर में बहुत चकित थी, लेकिन दोस्तों उसकी पत्नी अब उसको छोड़कर किसी और के साथ रह रही थी, ऐसा उसने मुझे बताया और फिर वो बताते हुए रोने लगा.
दोस्तों उसे रोता हुआ देखकर में बिल्कुल पागल हो गई. दोस्तों अगर कोई लड़का किसी लड़की के लिए रो रहा है, इसका मतलब उस लड़के से ज्यादा और कोई उसे प्यार नहीं कर सकता. अब मैंने उसकी आखों पर किस किया और उसे चूमने लगी, प्लीज़ राज सोचो कि में ही तुम्हारी पत्नी हूँ प्लीज़ राज और तुम मुझे सब कुछ भूलकर प्यार करो, प्लीज़ राज.
फिर उसने मुझसे कहा कि में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ सोनिया और अब उसने मेरी साड़ी को उतार दिया और मुझे नंगा करने लगा, मानो मेरे साथ अपनी सुहागरात मना रहा हो और अब में सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी. मैंने भी तुरंत उसकी शर्ट को उतार दिया और उसके निप्पल को चूमने लगी और उसकी छाती को चाटने लगी और वो मोन करने लगा, में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ सोनिया. फिर मैंने भी उससे कहा कि हाँ में भी तुमसे उतना ही प्यार करती हूँ और फिर मैंने उसकी जीन्स के बटन को खोल दिया और अब वो मेरे सामने नंगा था और उसका सात इंच का लंड मेरे सामने था और में उसे चूसने लगी.
दोस्तों वो मोन कर रहा था, हाँ चूसो सोनिया मेरी बेबी हाँ बेबी इसे और ज़ोर से चूसो सोनिया आआहहहह सोनिया. दोस्तों में उसके मुहं से यह शब्द सुनकर फुल स्पीड में उसके लंड को चूसने लगी और कुछ देर में वो मेरे मुहं के अंदर ही झड़ गया.
फिर उसने कुछ देर बाद मेरी ब्रा के हुक को खोल दिया और वो मेरे बूब्स को चूसने लगा और में कहने लगी, हाँ चूसो इन्हें राज और ज़ोर से चूसो इन्हें आहहह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ राज प्लीज़ राज इसका पूरा दूध पी जाओ और वो मेरा पूरा बूब्स अपने मुहं में भरने लगा और अब उसने मेरी नाभि पर किस किया और मुझे बेड पर लेटा दिया और अब मेरी चूत पूरी गीली हो चुकी थी, वो मेरी नई पेंटी को उतारकर अपने मुहं में डालकर चूसने लगा. अब वो मेरी चूत को चूमने लगा, उसके हाथ अभी भी मेरे बूब्स को दबा रहे थे और मैंने उससे कहा कि राज अपनी जीभ से मुझे चोदो और अपने हाथों से मैंने अपनी चूत को खोल दिया, जिससे उसकी जीभ मेरे पूरे अंदर जा सके. करीब 5 मिनट तक उसने मुझे ऐसे ही चोदा और फिर वो मेरी चूत का पूरा रस गटक गया.
अब दोस्तों उसने मुझे ज़मीन पर सीधा लेटा दिया और मेरे दोनों पैरों को उठाया और मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया. दोस्तों में अब चुद रही थी, आहहह्ह्ह राज उफफ्फ्फ्फ़ राज प्लीज़ आज मुझे बहुत जमकर चोदो, राज प्लीज़. दोस्तों अब उसने अपना लंड बाहर निकाला और मुझे अपनी गोद में उठा लिया और मुझे चोदने लगा और वो मेरे बूब्स भी चूस रहा था.
दोस्तों हमें ऐसे चुदाई करने में बहुत मज़ा आ रहा था, हाँ चोदो मुझे आहमम्म आहमम्म आईईईईइ अह्ह्ह्हह और ज़ोर से चोदो मुझे राज प्लीज़ हाँ और प्लीज़ आहहहह और मुझे पता ही नहीं चला कि में अब झड़ने वाली हूँ और मैंने उससे कहा तो उसने सुनते ही मुझे बेड पर लेटा दिया और मेरी चूत पर अपने होंठो को टिका दिया और मेरा पूरा रस वो पी गया और अब उसने मेरे मुहं के अंदर मेरा ही रस थूक दिया और जिसको में पूरा निगल गई. दोस्तों में सच कहूँ तो में भी उससे बहुत प्यार करने लगी थी और में उसे पूरा संतुष्ट करना चाहती थी.
अब वो लेट गया और मैंने उसके ऊपर बैठकर उसके लंड को अपनी अंदर चूत में ले लिया और मेरी सेक्सी चूत उसके लंबे तने हुए लंड को खाने लगी, आहहह वाह दोस्तों मज़ा आ गया वो भी नीचे से धक्के दे रहा था और में भी ऊपर से पागलों की तरह उसके लंड पर उछल रही थी और वो भी मेरा पूरा साथ दे रहा था हाँ और ज़ोर से कूदो उह्ह्ह्ह हाँ थोड़ा और ज़ोर से सोनिया प्लीज़ तुम्हारी चूत बहुत टाईट है और मुझसे इतना बोलते ही वो मेरी चूत में झड़ गया और एक लंबी आहहह उसके मुहं से निकली और मैंने उसके होंठो को उसी पोज़ में चूम लिया. दोस्तों में अब पूरी संतुष्ट हो चुकी थी, वाह राहुल मज़ा आ गया, तुम बहुत अच्छे हो और मैंने पूरा अपने आपको उसकी बाहों में दे दिया.
अब करीब रात के 2 बज़ चुके थे, लेकिन हम अभी भी नहीं सोए, क्योंकि हम कल शाम तक का पूरा समय एक साथ बिताना चाहते थे. अब वो उठा और उसने मुझसे कहा कि सोनिया में तुम्हें एक और गिफ्ट देना चाहता हूँ और फिर मैंने देखा कि उसके पास एक नीले कलर की वन पीस ड्रेस थी. मैंने तुरंत उसे पहना तो वो मुझसे कहने लगा कि सच में सोनिया तुम बहुत सेक्सी लग रही हो.
फिर राज से मैंने कहा कि राज चलो ना लंबी ड्राईव पर चले, क्योंकि में उसकी बाईक पर बैठना चाहती थी और उसने एक हाफ पेंट पहनी थी और कुछ भी नहीं और हम निकल पड़े लंबी ड्राइव पर और जब मेरे बड़े बड़े बूब्स उसकी नंगी पीठ से टकराते तो में पागल हो जाती. फिर करीब आधे घंटे के बाद उसने अपनी बाईक को रोक दिया और हम अब पैदल चलने लगे और दोस्तों मुझे कुछ याद आ रहा था कि यह तो वही किनारा है जहाँ पर में राज से सबसे पहले मिली थी.
दोस्तों मैंने उसे दोबारा हग किया और में फिर से एक परी की तरह उड़ने लगी. दोस्तों मुझे प्रकृति का यह मंज़र बहुत सुहाना लगता है और इसे देखकर में अपने सारे गम भूल जाती हूँ. दोस्तों अब राज आया और मुझे अपनी बाहों में ले लिया. मैंने राज से अपने आपको दूर हटाया और दूर जाकर उसको पानी फेंककर मारने लगी और में अब बहुत जल्दी जल्दी उसके ऊपर पानी फेंक रही थी और अब वो मेरे पीछे दौड़कर आने लगा और में भागने लगी.
दोस्तों तभी उसने मुझे पीछे से पकड़ लिया और मुझे अपनी गोद में उठाकर किस कर दिया और अब हम दोनों पानी में गिर पड़े. अब दोस्तों वो मेरे सारे बदन पर किस करने लगी. दोस्तों आह्ह्ह्ह सच में पानी के अंदर चुदाई करने का मज़ा कुछ अलग ही होता है.
अब दोस्तों उसने मेरी सिंगल पीस पर जो मेरी चूत के पास एक हल्की सी पट्टी थी, उसे साईड करके मेरी सेक्सी चूत को चूसने लगा, आआह्ह्ह राज प्लीज़ राज हाँ चूसो हाँ राज आह्ह्ह्ह राज आहश. अब उसने मुझे अपनी गोद में उठाकर मुझे पानी के किनारे ले गया और मुझे पूरा नंगा कर दिया और मेरी गांड के छेद को किस करके चोदने लगा और बोलने लगा कि सोनिया आज में तुम्हारी गांड को भी चोदना चाहता हूँ और फिर उसने अपनी एक उंगली को मेरी गांड के अंदर डाल दी और वो मेरी चूत को घिस रहा था, लेकिन दोस्तों अब मुझसे और रुका नहीं जा रहा था. अब मैंने उससे कहा कि राज ओह्ह्हह्ह्ह्ह मेरी बेबी प्लीज अब चोदो मुझे.
फिर उसने मुझे अपने ऊपर बैठा लिया और मेरे बूब्स को पकड़कर वो मेरी गांड के अंदर धक्के देने लगा, ओह्ह्ह राज आहह्ह्ह राज हाँ राज आहहहहह अम्मम्म्म. दोस्तों वो बहुत देर मुझे चोदने के बाद में उठा और उसने मेरे मुहं के अंदर लंड दे दिया और पूरी ताकत से मेरे मुहं को चोदने लगा और थोरी देर में वो मेरे मुहं के अंदर झड़ गया. अब हम दोनों नंगे थे और हमने देखा कि हमारे जो कपड़े थे वो पानी के बहाव से पता नहीं कहाँ चले गये और दोस्तों अब सुबह भी होने ही वाली था तो हमने जाने का प्लान किया और दोस्तों अब बाईक पर हम दोनों ही नंगे थे. फिर मैंने राज से कहा कि राज प्लीज़ मुझे बाईक चलाने दो.
दोस्तों मुझे बाईक चलाना आता है और वो मुझे मेरे बॉयफ्रेंड ने कॉलेज में सिखाई थी. अब मेरे पीछे राज बैठा हुआ था और उसके दोनों हाथ मेरे बूब्स पर और उसका लंड मेरी गांड से छू रहा था और फिर हम कुछ देर बाद राज के घर पर पहुंच गए और उसके बेडरूम में जाकर एक दूसरे की बाहों में सो गये. दोस्तों में उम्मीद कर रही हूँ कि आप मेरी कहानी को पढ़कर मज़े ले रहे है?
दोस्तों हम दोनों दूसरे दिन दोपहर को उठे और हमने कुछ बचा हुआ खाना खाया और मैंने कपड़े पहनना चालू किया, क्योंकि मुझे वापस जाना था तो मैंने राज से ब्रा का हुक लगाने को कहा, लेकिन उसने मेरी ब्रा को उतार दिया और मेरे बूब्स को चूसने लगा, प्लीज राज छोड़ दो मुझे अब जाने दो. फिर वो बोला कि हाँ सोनिया में एक आखरी बार तुम्हें चोदना चाहता हूँ, तो मैंने कहा कि ठीक है राज, लेकिन थोड़ा जल्दी करना.
तब उसने मेरी पेंटी उतारी और मुझे घोड़ी बनाकर अपना लंड डालकर अंदर बाहर करने लगा. दोस्तों वो बहुत तेज तेज धक्के दे रहा था, क्योंकि उसे पता था कि आखरी बार वो मेरी चूत मार रहा है अम्म्म्म आहहह राज हाँ राज मज़ा आ गया थोड़ा और अंदर डालो और इस तरह चोदते हुए वो मेरी चूत में झड़ गया.
दोस्तों मैंने उसी हाल में अपनी काम से भरी हुई चूत में पेंटी पहनी और राज ने मुझे ब्रा पहनने में मदद की और मैंने वही पर अपनी साड़ी पहनी और राज ने मुझे मेरे होटल ले जाकर छोड़ दिया. दोस्तों अब थोड़ा ही समय बाकी था तो मैंने अपना सामान लिया और बाहर आ गई और उसकी बाईक पर बैठकर हम स्टेशन पहुंचे और में ट्रेन में अपने ऊपर वाली सीट पर बेग रखकर नीचे लोवर सीट पर बैठ गई, क्योंकि उस समय गाड़ी में ज्यादा लोग नहीं थे और अब चलने कुछ टाईम बचा था और राज मेरे पास में ही बैठा हुआ था.
मैंने देखा कि वो बहुत उदास था. फिर मैंने उससे कहा कि प्लीज़ राज मेरी मजबूरी को भी समझो मेरा जाना बहुत जरूरी है, लेकिन वो मुझसे सच्चा प्यार करता था. फिर उसने मुझसे कहा कि सोनिया प्लीज़ एक बार फिर सोच लो में तुमसे शादी करना चाहता हूँ बेबी प्लीज़, लेकिन मैंने उससे कहा कि नहीं राज अब गाड़ी ने भी हॉर्न दे दिया है और पता नहीं क्यों मैंने उसे अपना दिल्ली का मोबाईल नंबर दे दिया, मुझे नहीं पता कि मैंने कैसे उसे अपना नंबर दे दिया, क्योंकि में कभी भी किसी को अपना नंबर नहीं देती, लेकिन राज से शायद में भी प्यार करने लगी थी. अब ट्रेन चलने लगी तो मैंने उसे एक किस किया और फिर वो ट्रेन से उतर गया, अब में अपने घर चल पड़ी. दोस्तों में हमेशा भूल जाती हूँ कि मैंने किस किस से चुदाई करवाई, लेकिन राज से पता नहीं मुझे क्या लगाव हो गया था.
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