लिली एक पहेली

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम सोनू है और में कटक का रहने वाला हूँ, मेरी इस साईट पर यह पहली कहानी है. में एक सॉफ्टवेयर इंजिनियर हूँ और में दिखने में ज़्यादा सुंदर नहीं हूँ, लेकिन मेरी जिंदगी में ऐसे कई किस्से है जो में आप लोगों के साथ शेयर करना चाहता हूँ. इससे पहले में बता दूँ कि में इस साईट का बहुत बड़ा फैन हूँ और यह हसीन किस्सा कुछ इस तरह शुरू हुआ कि मेरे एक्सिडेंट की वजह से में अपना 12वीं का एग्ज़ॉम नहीं दे सका. अब मेरे घर में यह चिंता हो गयी तो में पढ़ाई पूरी करने अपनी बुआ के घर में शिफ्ट हुआ और वहाँ मेरा सरकारी कॉलेज में एड्मिशन कर दिया.
मेरी बुआ का घर मेरे घर से 350 किलोमीटर की दूरी पर था और उस जगह का नाम कूचिन्डा था. अब में बस में पूरी नाईट सफ़र करके सुबह 6 बजे वहाँ पहुँच गया. वहां अंकल मुझे लेने आए थे और हम चलते-चलते घर पहुँच गये. अंकल वन विभाग में बाबू थे और बुआ का एक बेटा (साहिल) और एक बेटी (सिमरन) थी. साहिल 5वीं क्लास में था और सिमरन 9वीं क्लास में थी, वो दोनों पढ़ाई में बहुत अच्छे थे. सिमरन तो अपने डांस के लिए बहुत फेमस थी. अब में फ्रेश होकर नाश्ता कर रहा था, तो किसी ने बेल बजाई तो अंकल ने गेट खोला और उसे आने को कहा. फिर अंकल ने मुझे मुस्कुराते हुए बोला कि तुम्हारी दोस्त आई हुई है, तो अब में हैरान हो गया, क्योंकि मेरा कोई दोस्त वहाँ नहीं रहता था.
फिर मैंने जब उसे देखा तो देखता ही रह गया. फिर उसने मुझे हाय बोला और में उसे देखता ही रहा. फिर उसने मुझे देखकर शरारत से अपनी आँखें छोटी कर ली, तो में घबरा गया और अचानक होश में आ गया और उसे हैल्लो बोला, तो वो मुस्कुराते हुए सिमरन के रूम में चली गयी, वो चूड़ीदार पजामे में क्या लग रही थी? उसकी हाइट 5 फुट 6 इंच की थी जो मुझे बाद में पता चला. वो ज़्यादा मोटी तो नहीं लेकिन पतली भी नहीं थी, वो फिट चूड़ीदार पजामा पहने हुई थी. रंग ज़्यादा गोरा नहीं था, लेकिन गोरी थी, उसके सिल्की-सिल्की बाल पीठ तक आते थे और आँखें तो मानो क्या ग़ज़ब थी? ब्राउन-ब्राउन आँखें जिसमें डूब जाने का दिल करेगा.
अब जब भी वो बात कर रही थी तो मेरा मन होता था कि अभी उसे चूम लूँ, क्या फिगर था उसका? जैसे मानो भगवान ने उसके सारे शरीर के अंग सही जगह पर दिए है. वो सिर से पैर तक सुपर हॉट थी. अब में तो उसकी सोच में डूब गया था, तभी बुआ ने मुझे बताया कि उसका नाम लिली है और वो मेरे साथ एक ही कॉलेज में पढ़ेगी, वो सिमरन के साथ डांस भी करती है और वो साथ में ऑल इंडिया डांस में जाते है, उसकी फेमिली के हमारे साथ भी बहुत ही अच्छा रिश्ता है.
फिर बुआ मुझे बोली कि में उसके साथ सारी कोचिंग जॉइन कर लूँ, फिर मैंने भगवान का शुक्रिया करते हुए हाँ कहा. इसी बीच वो अपने घर जा रही थी, तो अब वो जाते-जाते अपना पल्लू झाड़कर मुस्कुरा रही थी और बुआ को बोल रही थी कि में शाम को आऊंगी. अब में दिनभर उसके बारे में सोचता रहा और पता नहीं कब सो गया. फिर अचानक से मुझे किसी की आवाज़ सुनाई दी और मेरी आँखें खुली तो मैंने देखा कि लिली मेरे पास खड़ी थी.
लिली : सपने देख रहे थे क्या? डिस्टर्ब तो नहीं किया?
में : हाँ, नहीं तो.
लिली : (हँसते हुए) तो फिर घबरा क्यों गये?
में : तुम अचानक मेरे रूम में कैसे?
लिली : क्यों नहीं आना था क्या? में जा रही हूँ.
में : अरे नहीं, गुस्सा क्यों हो रही हो?
लिली : ख़ैर छोड़ो, में यह बताने आई थी कि कल सुबह 7 बजे गणित कोचिंग है, तुम तैयार रहना में 6:30 बजे तक आउंगी.
में : ठीक है.
लिली : सिमरन और आंटी कहाँ है?
फिर वो बुआ के पास चली गयी, फिर में उठकर फ्रेश हुआ. अब हम लोग साथ में चाय पी रहे थे, अब में बार-बार उसे देख रहा था, अब वो भी शायद मुझे नोटिस कर रही थी.
अब वो कभी-कभी मुझे देखकर हल्की सी स्माइल दे रही थी और वो हल्के से कप को अपने होंठ पर लगा रही थी और चाय पी रही थी. अब जब भी वो कप पर होंठ लगाती तो वो मेरी और देख रही थी, अब में समझ गया था कि जैसी यह देखती है उससे कई ज़्यादा हॉट है, फिर कुछ देर के बाद वो चली गयी. अब रातभर में उसके बारे में सोचते हुए सो गया कि कब सुबह होगी? अब में सुबह 6:30 बजे तक तैयार हो गया, तो उसने आकर बेल बजाई. फिर मैंने गेट खोला और बुआ को बाय बोलते हुए उसके साथ कोचिंग के लिए निकल गया. अब हम दोनों साईकिल पर जा रहे थे, अब हमने पूरे रास्ते इधर उधर की बातें की, फिर कोचिंग में परिचय हुआ उसने मुझे सबसे “सोनू भैया” करके परिचय दिया. फिर कोचिंग ख़त्म करके जब हम लौट रहे थे, तो मैंने उससे पूछा कि उसने मुझे भैया क्यों बोला? तो वो हँसने लगी और बोली कि सिमरन मुझे दीदी बुलाती है तो आप मेरे भी भैया हुए ना.
अब में कुछ नहीं बोला और चुप हो गया, फिर उसने बोला ठीक है आप मेरे दोस्त हो, अब ठीक है. फिर बातों-बातों में पता चला कि उसके कोई बॉयफ्रेंड भी नहीं है. फिर हम लोग अपने-अपने घर पहुँच गये, इस तरह रोज़ हम लोग कॉलेज और कोचिंग साथ में जाते थे और रोज़ एक दूसरे के साथ बहुत वक़्त बिताते थे. में हमेशा उसको स्पेशल महसूस करवाने की कोशिश करता था, अब वो भी बहुत खुश हो जाती थी. अब हम दोनों की दोस्ती कम दिनों में काफ़ी बढ़ गयी थी, इसी बीच उसे केरला में डांस प्रोग्राम का ऑफर आया, फिर पता चला कि एक हफ्ते बाद वहाँ जाना है तो हम सब खुश हो गये. फिर हमारी जाने की तैयारी शुरू हो गयी. ये मेरे डांस का पहला टूर था और अब हम लोगों की दोस्ती अब रंग ला रही थी. अब हम कोचिंग में बहुत करीब बैठते थे और अब में उसके ज़्यादा करीब जाने की कोशिश करता था और जानबूझ कर अपने घुटनों को उसके घुटनों पर लगा देता था और अंजान बना रहता था.
अब पहले-पहले तो वो थोड़ा इग्नोर कर रही थी और अब बाद में वो भी मेरे साथ में बैठने लगी, अभी तक किसी ने किसी को प्रपोज़ नहीं किया था, लेकिन हम एक दूसरे का प्यार महसूस कर रहे थे. फिर वो दिन आया जब हमें केरला के लिए निकलना था. फिर हम तीनों फेमिली 3 कार में कटक के लिए निकले, क्योंकि कूचिन्डा से ट्रेन नहीं थी. अब सारे अंकल, आंटी 2 कार में थे और बचे हुए सब एक कार में थे, तीनों कार आगे पीछे चल रही थी. में, सिमरन, लिली और एक लड़की नेहा पीछे की सीट पर बैठे हुए थे और नेहा का भाई सामने की सीट पर बैठा हुआ था. जब दोपहर का टाईम था और हम लोग अंताक्षरी खेल रहे थे.
फिर अचानक से मैंने महसूस किया कि लिली की जांघ मेरी जांघ से लगी हुई है, अब मुझे अच्छी सी फीलिंग हो रही थी. करीब 7 घंटे का सफ़र था और अब धीरे-धीरे सब सोने लगे थे. अब शाम के 6 बज चुके थे और आधा सफ़र अभी बाकी था, अंधेरा हो चुका था और अब बाहर से दूसरी गाड़ियों की रोशनी कभी-कभी आ रही थी.
अब में और लिली बात कर रहे थे, फिर मैंने उसके हाथ को अपने हाथ से पकड़ लिया, तो वो शरमाते हुए बोली कि कोई देख लेगा. फिर मैंने बोला कि सब सो रहे है, वैसे भी कार में पूरा अंधेरा है, तो वो थोड़ा आराम से मेरे कंधे पर सिर रखकर सोने लगी, लेकिन अब मुझे उसे इतने पास में पाकर नींद ही नहीं आ रही थी, अब में धीरे-धीरे उसके बालों को सहला रहा था. अब ऐसे करते-करते में उसके कानों के पास भी सहला रहा था. अब वो हल्की हल्की हिल कर रही थी, जैसे उसे अच्छा लग रहा था.
फिर मैंने धीरे से उसके कानों के ऊपर से बालों को हटाया और सहलाते-सहलाते अपने होंठ उसके गर्दन पर रख दिए और अपनी नाक को उसकी गर्दन पर हल्के-हल्के मसल रहा था और धीरे से उसके कानों के पीछे अपने होंठो को रख दिया, लेकिन उसकी आँखें अभी भी बंद थी.
अब में धीरे-धीरे अपने होंठो से उसकी गर्दन को किस करने लगा, तो धीरे-धीरे उसके मुँह से आअहह करके आवाज़ आई, तो अब में समझ गया था कि अब वो भी इन्जॉय कर रही है. अब वो अपने कंधे को ऊपर नीचे कर रही थी और फिर कुछ देर के बाद उसने अपना चेहरा मेरी तरफ कर दिया. अब मेरी भी हिम्मत बढ़ चुकी थी. फिर में धीरे-धीरे उसके गालों पर चूमने लगा. फिर थोड़ी देर के बाद उसने एक बार मुझे देखा, फिर अपनी आँखें बंद कर ली.
अब में समझ गया था कि वो गर्म हो चुकी है, फिर मैंने समय बर्बाद ना करते हुए धीरे-धीरे उसके होंठो को चूमने लगा, कभी उसके नीचे के लिप को किस करता तो कभी उसके ऊपर के लिप को किस करता. अब वो भी मेरा साथ दे रही थी, अब उसको भी बहुत मजा आ रहा था, अब हम दोनों आउट ऑफ कंट्रोल हो रहे थे. फिर उसने अपनी उंगलियों को मेरे हाथ की उँगलियों में फंसा दिया था, अब हम दोनों एक दूसरे की उंगलियों को जकड़ रहे थे. फिर धीरे-धीरे वो मेरी गर्दन पर किस करने लगी, अब में बता नहीं सकता कि मेरा क्या हाल हो रहा था? अब मेरा मन कर रहा था कि यही पर सब कुछ कर लूँ. अब मैंने अपने जूते और मोजे दोनों ही खोल दिए थे, और अब उसने भी अपनी सैंडल उतार दी थी.
फिर में अपनी उंगलियों को उसके पैर पर रगड़ रहा था और उसने अपनी पैरों की उंगलियों से मेरे पैर को पकड़ कर मुझे अपनी तरफ खींच रही थी. फिर में अपना हाथ छुड़ाते हुए उसकी जांघ पर फैरने लगा तो उसने अपने दोनों पैरों को जकड़ लिया और मेरा हाथ उसकी दोनों जांघ के बीच में फंस गया. अब वो मेरे कानों पर हल्के-हल्के काटने लगी और मुझे बोलने लगी..
लिली : मत करो प्लीज़.
में : हाँ बेबी. (उसके होंठो पर किस करते हुए)
लिली : मुझे अजीब फिलिंग आ रही है. (अपने चेहरे को मेरी गर्दन पे रगड़ते हुए)
में : अच्छा लग रहा है ना.
लिली : आआहह आआआआअह्ह्ह्ह्ह, मुझसे मत पूछो बस मत करो.
में : अब कंट्रोल नहीं हो रहा है.
लिली : आई लव यू.
में : आई लव यू स्वीटहार्ट.
फिर हम दोनों ने स्मूच करते हुए एक दूसरे को हग किया. फिर कुछ देर के बाद 8 बजे तक हम लोग कटक पहुँच गये. अब ट्रेन अगले दिन सुबह 5 बजे की थी तो अब हम लोगों ने सबके रहने के लिए मेरे घर के पास एक होटल बुक किया था. अब में घर से सबके लिए डिनर ले आया, अब सब बहुत थक गये थे और अगले दिन सुबह ट्रेन भी थी तो हम लोगों ने थोड़ा घूमने का प्लान बनाया, लेकिन कोई जाने के लिए तैयार नहीं हुआ, फिर लिली ने मुझसे बोला कि मार्केट से कुछ सामान लाना है तो मैंने बोला कि तुम भी आ जाओ. अब बाकी सब थके हुए थे तो सबने बोला कि हाँ जाओ.
फिर लिली बोली में तैयार हो जाती हूँ. अब में भी मौके का फायदा देखते हुए तुरंत रिसेप्शन पर गया और उसे एक रूम के लिए पूछा तो रिसेप्शनिस्ट ने बताया कि ऊपर के फ्लोर पर एक रूम खाली होगा, तो मैंने तुरंत ही एक रूम ले लिया, अब उसे कुछ शक भी नहीं हुआ, क्योंकि हमारे और भी रूम बुक थे. फिर मैंने होटल बॉय को रूम तैयार करने को कहा और पेमेंट करके चला गया.
अब में और लिली बाइक पर मार्केट गये और 15 मिनट में वापस आ गये, तो उसने मुझसे पूछा कि इतना जल्दी क्यों? तो मैंने बोला कि चलो बताता हूँ.
फिर में रिसेप्शन से रूम की चाबी लेकर हम दोनों ऊपर के फ्लोर पर गये. फिर वहाँ दरवाजा खोलते वक़्त लिली ने मुझसे पूछा कि यह किसका रूम है? तो मैंने बोला कि तुम पहले अंदर तो आओ. अब वो थोड़ा घबरा रही थी, फिर जैसे ही हम दोनों अंदर आए तो मैंने दरवाजा लॉक कर दिया. वो समझ गयी और मुस्कुराने लगी, फिर सोचते हुए बोली कि किसी को पता चल गया तो.
में : सबको पता है कि हम मार्केट गये है, बोल देंगे कि थोड़ा घूमने गये थे, वैसे भी सब थके है.
लिली : तुम बहुत चालक हो.
में : तुम्हारे लिए तो कुछ भी कर दूँ.
लिली : बदमाश.
फिर मैंने उसे हग कर लिया. अब में उसकी पीठ पर हाथ फैर रहा था और वो अपने नाखूनों को मेरी पीठ पर दबा रही थी. फिर मैंने उसे और जोर से पकड़ लिया और उसकी गर्दन पर किस करने लगा तो उसके मुँह से आआअहह आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़ निकलने लगी. फिर हम दोनों स्मूच करने लगे, अब वो बहुत अच्छा स्मूच कर रही थी. अब उसने मुझे बहुत जोर से हग किया था और लगातार किस किए जा रही थी. अब वो मेरे सीने पर अपने हाथों को रगड़ रही थी और अब में भी उसके सिल्की बालों से खेल रहा था.
मैंने उसको पीछे से पकड़ लिया और अब में उसके पेट को सहलाने लगा था. फिर मैंने उसकी चुन्नी निकाल दी और अब वो भी मेरा साथ दे रही थी और वो आआहह आआहह की सिसकारियां ले रही थी. अब मैंने अपने दोनों हाथों से उसके बूब्स पकड़ रखे थे और कुर्ते के ऊपर से उसे दबा रहा था, अब में उसके निपल को सहला रहा था, अब वो और भी गर्म हो चुकी थी.
लिली : सोनू ऑश, ये क्या कर रहे हो?
में : अच्छा लग रहा है ना बाबू.
लिली : हाँ बहुत.
में : मुझे प्यार करो ना.
लिली : हाँ कर तो रही हूँ, तुम और करो बहुत अच्छा लग रहा है आअहह.
फिर मैंने उसका कुर्ता निकाल दिया और अब वो पहली बार मेरे सामने कपड़े खोल रही थी, लेकिन उसे कोई शर्म नहीं थी क्योंकि वो अपनी आँख बंद करके मज़ा ले रही थी. फिर में उसके सामने अपने घुटनों पर बैठ गया और उसकी नाभि को किस करने लगा. अब वो मेरे बालों से खेल रही थी और मेरे सिर को अपनी तरफ खींच रही थी. फिर मैंने अपनी जीभ को उसकी नाभि के अंदर डाल दिया और किस करने लगा. अब वो सिसक रही थी और मेरे कानों को रगड़ रही थी.
फिर मैंने धीरे से उसके पजामें के नाड़े को अपने दाँतों से खींचकर खोल दिया, तो उसका पजामा नीचे गिर गया. अब वो मेरे सामने अपनी पेंटी में थी, जितना मैंने सोचा था वो उससे बहुत ही ज़्यादा हॉट लग रही थी. अब में धीरे-धीरे उसकी जांघ पर किस करने लगा, अब वो अपने आपको संभाल भी नहीं पा रही थी. फिर जैसे ही मैंने अपना मुँह उसकी पेंटी पर रखा तो उसके मुँह से आआआअह्ह्ह की आवाज निकल पड़ी और में अपनी नाक से उसकी चूत को पेंटी के ऊपर से ही रगड़ रहा था, अब मुझे पता चल गया था कि उसकी चूत भी गीली हो चुकी है.
फिर उसने मुझे खड़ा किया और मेरी शर्ट को निकाल दिया. अब वो मेरे सीने पर चूमने लगी और अब उसने मेरी गर्दन पर किस करते हुए मेरी जीन्स का बटन खोल दिया और धीरे-धीरे जीन्स के अंदर से मेरी कमर पर हाथ फैरने लगी. अब जैसे ही वो हाथ फैर रही थी, मेरी जीन्स नीचे होती जा रही थी और आखरी में मेरी जीन्स नीचे गिर गयी. फिर उसने मुझे हग किया तो मैंने उसके हाथ को अपने लंड पर रख दिया.
अब उसने मेरा लंड बहुत जोर से पकड़ लिया, फिर धीरे-धीरे उसे सहलाने लगी. अब में भी गर्म हो गया और उसे उठाकर बेड पर लेटा दिया. अब में उसके ऊपर जाकर सो गया और उसकी ब्रा को साईड से नीचे कर दिया. अब उसके बूब्स आधे बाहर निकल चुके थे और में उस पर अपना मुँह फैर रहा था. तभी लिली ने पीठ के पीछे हाथ डालकर ब्रा का हुक खोल दिया और मैंने अपने दाँतों से ब्रा को उसके बदन से अलग कर दिया. अब उसकी ब्राउन निप्पल मेरे सामने थी.
अब मैंने एक ही बार में उसके बूब्स को अपने मुँह में डाल दिया, तो वो अपने हाथों से अपने दूसरे बूब्स को ऊपर उठाकर सहलाने लगी. अब उसके मुँह से आआआह्ह्ह्ह आआआह्ह्ह्ह्हह आअहह की आवाज़ तेज़ आ रही थी.
लिली : दबाओ इसे, ये तुम्हारा ही है और मज़ा दो, बहुत अच्छा लग रहा है.
में : हाँ बाबू.
लिली : और ज़ोर से दबाओ इसको, पी जाओ.
अब में बूब्स पीते-पीते अपने लंड को उसकी पेंटी के ऊपर रगड़ रहा था. फिर उसने मुझे अपने पैरों से जकड़ लिया तो मैंने धीरे से नीचे आते हुए उसकी पेंटी भी उतार दी, क्या बताऊं दोस्तों? जैसे मुझे जन्नत नसीब हो गयी हो. अब उसकी चूत पूरी टाईट दिख रही थी. अब में उस पर अपनी जीभ फैरने लगा तो उसे और भी मज़ा आ रहा था.
लिली : बहुत अच्छा लग रहा है.
में : हमम्म्म. (अब में सक कर रहा था)
लिली : आई लव यू बेबी, इतना अच्छा मुझे कभी नहीं लगा, करते जाओ.
फिर मैंने उसकी चूत के अंदर अपनी पूरी जीभ डाल दी.
लिली : आआहह ऊऊऊ आआआआआआअह्ह्ह्ह और अंदर डालो, बहुत अच्छा लग रहा है करते रहो, हाँ हाँ हाँ हाँ आआआहह.
अब उसकी चूत बहुत गीली हो चुकी थी, जैसे घी बह रहा हो. फिर मैंने धीरे से अपनी अंडरवियर उतारी और उसके बूब्स को चूसने लगा. तब मेरा लंड उसकी चूत पर घिस रहा था और वो अपनी जांघ से मेरे लंड को सहला रही थी. फिर में अपने लंड को उसकी चूत पर रग़डने लगा और अपने लंड को हाथ से पकड़ कर उसकी चूत का मुँह अपने लंड से खोलने लगा. फिर उसने अपने पैरो को फैला दिया तो में धीरे से अपना लंड उसकी चूत में डालने लगा. अब मेरे लंड का टोपा उसकी चूत में चल गया था और उसके मुँह से आआहह उउउफफफ्फ़ की आवाज़ आ रही थी.
लिली : धीरे धीरे डालो, लग रहा है.
में : आह्ह्ह्हह हाँ शोना.
लिली : आआआआआह्ह्ह्ह उफफफ्फ़ उूऊऊउउउ आआआ.
अब उसकी चूत बहुत गीली होने के कारण उसे थोड़ा दर्द कम हो रहा था. फिर मैंने धीरे-धीरे अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया, लेकिन हिलाया नहीं, अब मुझे पता था कि उसे दर्द होगा.
लिली : आआआआआआह्ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह्हह.
फिर कुछ देर तक ऐसे ही रखने के बाद उसका दर्द थोड़ा कम हुआ, फिर में धीरे-धीरे आगे पीछे करने लगा.
लिली : अहह आअहह म्‍म्म्म म्‍मह आआअह्ह्ह्ह्ह.
अब वो अपना सिर हिलाकर ना ना कर रही थी, लेकिन वो मुँह से कुछ नहीं बोल रही थी. फिर में अपनी स्पीड थोड़ी और बढ़ाने लगा तो अब उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था और वो अपनी कमर को हिला रही थी. फिर में ज़ोर-ज़ोर से धक्के देने लगा तो वो भी तेज़ी से अपनी कमर हिलाकर मेरा साथ दे रही थी.
लिली : आआअहह करो और अच्छे से करो, रूको मत करते रहो और ज़ोर से, बहुत अच्छा लग रहा है सस्शह हह आआअहह और और आआहह आअहह आअहह करते रहो, करते रहो.
अब में भी झड़ने वाला था और तेज़ी से कर रहा था. फिर मैंने उसके हाथ की उंगलियों को अपनी उंगलियों से जकड़ लिया था. अब वो झड़ रही थी और अपने सिर को जोर-ज़ोर से साईड पर पटक रही थी. अब उसके पसीने की वजह से उसके बाल उसके चेहरे पर चिपक रहे थे और अब में अपनी फुल स्पीड से धक्के दे रहा था. फिर में उसकी चूत के अंदर ही झड़ गया आआआआआआअह्ह्ह्ह्ह आआआआआआअह्ह्ह्ह्हह्ह. फिर उसने मुझे जोर से हग किया और अपने पैरों से भी जकड़ लिया, अब हम दोनों चुप हो गये थे.
लिली : आई लव यू.
में : आई लव यू टू.
फिर कुछ देर तक ऐसे ही सोने के बाद हम उठकर फ्रेश होने गये. फिर उसने मुझे हग किया और मेरा हाथ पकड़ कर अपने रूम में चल गये. दोस्तों यह किस्सा मेरी जिंदगी का एक हसीन किस्सा था.
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एक रात ने मुझे बना दिया हिजड़ा

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम आकाश है और में उत्तरप्रदेश का रहने वाला हूँ, लेकिन अभी में न्यूयॉर्क में हूँ. यह मेरी पहली स्टोरी है. में फैशन डिज़ाइनर हूँ और मेरी उम्र 25 साल है, मेरा कलर फेयर है, मेरी हाईट 5 फुट 6 इंच है, मेरी गांड का साईज़ 34, ब्रेस्ट 32, लंड 4 इंच लम्बा है, में एक हिजड़ा हूँ. अब में आप सभी का समय ख़राब ना करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ.
ये बात उस समय की है जब में 20 साल का था और नॉएडा में नया था, क्योंकि मेरा एड्मिशन वहाँ के एक कॉलेज में हो गया था. फिर मैंने नॉएडा में किराए पर एक घर लिया और साथ ही मैंने एक कॉलसेंटर में जॉब करनी शुरू कर दी.
अब वहाँ मेरी शिफ्ट दोपहर के 4 से रात के 1 बजे तक होती थी, वहाँ मेरे ज्यादा दोस्त नहीं थे क्योंकि मुझे शुरू से ही अकेले रहना अच्छा लगता था. मेरे स्कूल में भी सारे लड़के मुझे चिढाते और परेशान करते रहते थे, क्योंकि मेरे कूल्हें थोड़े बड़े थे. वो सब मेरे कूल्हों पर तमाचे मारते और कहते कि तेरी गांड बहुत अच्छी है और तू एकदम लड़की जैसा लगता है .
तब मुझे भी बहुत बुरा लगता था, फिर में घर आकर रोज़ शीशे में अपने आपको नंगा करके देखा करता था, सच में मेरी बॉडी लड़की जैसी ही थी, मेरी बॉडी पर बाल भी नहीं आते थे और ना ही फेस पर आते थे. अब मुझे भी धीरे-धीरे अच्छा लगने लगा जब वो मुझे ऐसे बोलते थे. अब में सीधा मेरी स्टोरी पर आता हूँ. फिर एक दिन कुछ ऐसा हुआ कि मेरी छुट्टी हो गई थी और में कॉलसेंटर से निकलने में लेट हो गया था. सब लोग जा चुके थे और रात के 2 बज रहे थे. फिर वहाँ के सिक्यूरिटी गार्ड ने बोला कि सर आप थोड़ा इंतज़ार कर लीजिए, जैसे ही कोई गाड़ी आएगी हम आपको भेज देंगे.
अब में परेशान हो गया था कि कल मेरा कॉलेज है और अगर में घर समय से नहीं पहुँचा तो में आराम कब करूँगा? और फिर कल मेरी ड्यूटी भी है. फिर मैंने सोचा कि में निकल ही जाता हूँ कोई ऑटो कर लूँगा और फिर में वहाँ से निकल गया और थोड़ा चलने के बाद मुझे एक ऑटो नज़र आया तो में उसके पास गया. और मैंने देखा कि वो ऑटो वाला सो रहा था फिर मैंने उसे उठाया तो वो घबराकर उठा और एकदम से बोला कि हाँ जी मेडम. उसे लगा शायद में लड़की हूँ, क्योंकि मेरी शक्ल लड़की जैसी ही है मासूम सी.
फिर उसने ध्यान से देखा और कहा कि हाँ जी. तो मैंने उससे कहा कि भैया चलना है, तो उसने कहा कि वह कहीं नहीं जाएगा. फिर मैंने उससे रिक्वेस्ट की पैसे ज्यादा ले लेना, लेकिन चल लो, तो वो बोला कि ठीक है बैठो. फिर उसने मुझसे कहा कि आपके पास पानी है मुझे मुँह धोना है, तो फिर मैंने अपनी पानी की बोतल उसको दे दी. फिर उसने अपना मुँह धोया और ऑटो चलाने लगा.
अब में ऑटो में बैठकर अपना फोन चला रहा था और अब वो बार-बार अपने शीशे में मुझे देखे जा रहा था. अब मैंने भी उसे बहुत बार नोटीस किया था, फिर वो एकदम से मुझसे बोला कि सर आप एकदम लड़की जैसे दिखते हो. तो में उसकी बात सुनकर हँसने लगा और उसकी बात को इग्नोर कर दिया. फिर से वो मुझसे बात करने लगा, फिर मैंने भी उससे बात करनी शुरू कर दी.
अब मुझे उसकी बातें अच्छी लग रही थी. अब वो बात करते-करते मुझे एक दूसरे रास्ते से ले गया और मैंने ध्यान भी नहीं दिया, वो रास्ता बहुत सुनसान था. फिर एकदम से उसने वहाँ ऑटो रोक दिया और पीछे वाली सीट पर मेरे पास आ गया. फिर मैंने उससे बोला कि क्या हुआ? तो उसने एकदम से मेरा लंड पकड़ लिया और मेरे लिप्स पर किस करने लगा. फिर मैंने उसे पीछे धक्का दिया और कहा कि ये क्या कर रहे हो? तो वो बोला कि सर मैंने सुंदर लड़कियां तो बहुत देखी है, लेकिन आप जैसा सुंदर लड़का नहीं देखा है, में बस आपकी एक बार गांड मारना चाहता हूँ.
अब उसने सीधा ही ऐसा बोल दिया और में उसको देखता रहा. अब उसने फिर से मेरे लिप्स चूसने शुरू कर दिए थे और अपना हाथ मेरे अंडरवेयर में डालकर मेरा लंड पकड़ लिया, लेकिन अब मैंने उससे कुछ नहीं बोला, क्योंकि अब मुझे भी मज़ा आने लगा था. फिर उसने मुझे वहीं पर लेटाकर मुझे पूरा नंगा कर दिया और मेरे गोरे-गोरे निपल्स को चूसने और नोचने लगा.
अब में बस सिसकियां भर रहा था, वो उत्तरप्रदेश का देशी लड़का था, उसका पूरा शरीर हट्टा कट्टा था, उसके पूरे शरीर पर बाल थे. अब वो बस मुझे भूखे भेड़िए की तरह नोच रहा था और में बस उसके नशे में खोया हुआ था. फिर उसने अपना 8 इंच का लंड बाहर निकाला और मेरी गांड में डालने की कोशिश करने लगा. अब उसका लंड मेरी गांड में नहीं जा रहा था.
फिर वो उठा और आगे वाली सीट से तेल की बोतल लेकर आया और अपने लंड पर लगाने लगा और उसने थोड़ा सा तेल मेरी गांड के छेद पर भी लगाया और फिर उसने अपना लंड मेरी गांड पर रखा और धीरे-धीरे धक्का देने लगा. फिर जैसे ही उसका लंड मेरी गांड में घुसा तो मेरी एकदम से चीख निकली और में रोने लगा.
फिर उसने मेरा मुँह ज़ोर से दबा दिया और वो तेज़-तेज़ झटके मारने लगा और मेरी आँखो से आँसू निकलते रहे. अब में बहुत तड़प रहा था, लेकिन वो ज़ोर-जोर से मेरी गांड मार रहा था. अब मुझे बहुत दर्द हो रहा था और उसको भी दर्द हो रहा था, लेकिन वो सिर्फ़ सिसकियां भर रहा था. फिर जैसे ही उसका वीर्य निकलने वाला था तो उसने अपना लंड बाहर निकाला और मेरे मुँह से अपना हाथ हटाकर ज़बरदस्ती मेरा मुँह खोला और अपना सारा वीर्य मेरे मुँह में भर दिया. अब मुझे अभी भी बहुत दर्द हो रहा था, लेकिन फिर भी मैंने सहन किया. फिर उसने मेरी शर्ट से अपना लंड साफ किया.
फिर वो मेरे गाल पर किस करके बोला कि आज बहुत मज़ा आ गया, अब जब भी अगली बार मिलोगे तो आपसे अपना लंड भी चुसवाऊंगा और अब जल्दी से अपने कपड़े पहन लो में आपको घर छोड़ दूँ. अब उसने मेरे सारे कपड़े वीर्य से गंदे कर दिए थे. फिर मैंने धीरे-धीरे अपने कपड़े पहने, क्योंकि मेरी गांड में बहुत दर्द हो रहा था. फिर उसने ऑटो स्टार्ट किया और मुझे मेरी सोसाइटी के बाहर छोड़ दिया. अब मुझसे चला भी नहीं जा रहा था, फिर मेरी सोसाइटी के गार्ड ने मुझे मेरे फ्लेट तक छोड़ा.
फिर उसके बाद में 2 दिन तक बिस्तर पर उल्टा पड़ा रहा और अब मेरी खड़े होने की हिम्मत भी नहीं हो रही थी, क्योंकि मेरी गांड में बहुत दर्द था. फिर 2 दिन के बाद मेरी हालत में थोड़ा सुधार हुआ और फिर अगले दिन में ब्रेकफास्ट करके और फ्रेश होकर फिर से बिस्तर पर नंगा ही लेट गया. अब 2 दिन से मेरा फोन बंद था तो मैंने अपना फोन ऑन किया तो अब उसमें मैसेज आ रहे थे.
तभी मेरा फोन भी बज उठा और फिर मेरे सर ने मुझसे बोला कि कहाँ है तू? तो मैंने कहा कि सर मेरी तबियत ख़राब है में 5-6 दिन और नहीं आ पाउँगा. फिर सर ने कहा कि ठीक है आराम कर और फोन कट गया. तभी फिर से मेरे फोन की बेल बजी तो मैंने फोन उठाकर देखा तो वो नंबर सोसाइटी के गार्ड का था.
फिर मैंने फोन उठाया तो वो गार्ड बोला कि सर आपसे कोई मिलने आया है और कह रहा है कि उसके पास आपका पर्स है. तभी मुझे याद आया कि शायद वो ऑटो वाला ही होगा, उसी के पास मेरा पर्स रह गया होगा. फिर मैंने कहा कि ठीक है उससे पर्स ले लो और मुझे ऊपर दे जाओ, तो गार्ड बोला कि सर वो कह रहा है कि वो पर्स आपको ही देगा, आप ही इससे बात कर लो.
फिर वो ऑटो वाला बोला कि सर अपना पर्स ले जाओ और उसने फोन पर कहा कि में इनको सब कुछ बता दूंगा. अब ये सुनकर में बदनामी के डर से घबरा गया और मैंने गार्ड को उसे ऊपर भेजने के लिए कहा तो गार्ड ने उसको ऊपर भेज दिया. अब में घर पर नंगा लेटा हुआ था तो मैंने जल्दी से टी-शर्ट और पजामा पहना और बैठ गया. तभी मेरे फ्लेट की डोर बेल बजी तो मैंने दरवाजा खोला तो वो मुझे देखकर मुस्कुराने लगा और एकदम से अंदर घुस गया और सोफे पर लेट गया.
फिर मैंने जल्दी से दरवाजा बंद किया और उससे बोला कि अब तुम यहाँ क्यों आए हो? तो वो बोला कि अरे सर गुस्सा मत हो, में तो आपका हालचाल पूछने आया था. फिर मैंने बोला कि सब ठीक है लाओ मेरा पर्स और यहाँ से निकलो. फिर वो बोला कि सर इतनी भी जल्दी क्या है? ये बताओ कि आपकी गांड का दर्द कैसा है? अब तो ठीक हो गया होगा. अब ये सुनते ही मुझे शर्म सी आने लगी थी, फिर मैंने आराम से उससे पूछा कि यहाँ क्यों आए हो?
उसने कहा कि सर मैंने आपसे बोला था कि अगली बार आपसे अपना लंड चुसवाऊंगा तो वही चुसवाने आया हूँ. फिर मैंने उससे कहा कि तुम पागल हो क्या? यहाँ से चुपचाप चले जाओ नहीं तो में पुलिस बुलाऊंगा. फिर वो बोला कि ठीक है बुलवा लो, में भी उनको सब सच बता दूँगा और मुझे ब्लेकमेल करने लगा.
अब में बदनामी के डर से चुप हो गया और उससे बोला कि बताओं मुझे क्या करना है? तो उसने बोला कि आपको मेरा लंड चूसना है. फिर मैंने मन ही मन में सोचा कि इसका लंड चूस लेता हूँ और जल्दी से इसको यहाँ से भेजता हूँ. फिर मैंने उससे कहा कि ठीक है में तुम्हरा लंड चूसूंगा, लेकिन वादा करो की तुम मेरे साथ किसी भी चीज की ज़बरदस्ती नहीं करोगे.
फिर उसने कहा कि ठीक है में वादा करता हूँ. फिर मैंने उससे कहा कि जाओ जाकर फ्रेश हो जाओ, तो वो बोला कि ठीक है और फिर मेरे सामने ही अपने कपड़े उतारने लगा और पूरा नंगा हो गया. उसका बदन हट्टा कट्टा था और उसके पूरे शरीर पर बाल थे. उसका लंड बहुत लंबा था करीब 9 इंच होगा. फिर वो बोला कि बाथरूम कहाँ है? तो मैंने उसे इशारे में कहा कि उस तरफ़ है और फिर वो नाहने चला गया और 5 मिनट में बाहर आ गया और बोला कि में नहा लिया हूँ, अब आ जाओ.
फिर मैंने उससे कहा कि इतनी जल्दी भी कोई नहाता है, जाओ अच्छी तरह से नहाकर आओ. फिर वो बोला कि अच्छी तरह से कैसे नहाते है? मुझे नहीं आता, अगर आपको आता है तो आप ही नहला दो और ज़बरदस्ती मेरा हाथ खींचकर मुझे बाथरूम में ले गया और साबुन पकड़ाकर बोला कि नहला दो ना सर और फिर मजबूरी में उसके शरीर पर साबुन लगाने लगा.
फिर जैसे ही में उसके लंड के पास साबुन लगाने लगा तो उसका लंड खड़ा हो गया और अब उसको देखकर मुझे शर्म आने लगी थी. फिर इतने में वो बोला कि सर आप लड़की नहीं हो, लेकिन पता नहीं आपके शरीर और हाथ में क्या जादू है? मुझे तो बस आपको टच करने का मन करता है और आपको छूते ही ऐसे लगता है कि जैसे में किसी लड़की को टच कर रहा हूँ.
अब में उसकी बातें सुन रहा था, तभी अचानक से वो मेरे कंधो को अपने दोनों हाथों से पकड़कर उठता है और मेरे होंठो पर किस करना शुरू कर देता है. फिर वो मेरे होंठो को जंगलियों की तरह चूसने लगता है, मेरे होंठ पर काट देता है. अब मेरे होंठो से खून निकलने लग जाता है, लेकिन वो मेरे होंठो को चूसने में लगा रहता है. अब उसका लंड मेरे पेट पर चुभ रहा था और उसने मुझे टाईट से अपनी बाहों में जकड़ रखा था.
फिर मैंने थोड़ी हिम्मत करके उसको पीछे की तरफ़ धक्का दिया, तो वो पीछे हट गया. फिर मैंने उसको बोला कि मैंने ज़बरदस्ती करने के लिए मना किया था ना. फिर वो बोला कि सॉरी सर अब ऐसा नहीं होगा, तो में कुछ नहीं बोला. फिर उसने कहा कि सर अब मेरा मन कर रहा है, तो मैंने कहा कि ठीक है और उसके लंड के सामने बैठ गया और अपने सीधे हाथ से उसका लंड पकड़ा और धीरे-धीरे चूसना शुरू किया.
अब मुझे उल्टी आने जैसा लगने लगा था, लेकिन फिर भी में उसका लंड चूसता रहा. फिर उसने बोला कि सर तेज़-तेज़ चूसो. फिर मैंने अपने दोनों हाथों से उसका लंड पकड़ा और ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा. फिर 15 मिनट के बाद वो बोला कि सर मेरा माल निकलने वाला है, अब वो अयाया आअहह की आवाज़ निकालने लगा और उसने एकदम से मेरा हाथ हटाया और सारा वीर्य मेरे चेहरे पर डाल दिया.
अब मेरा पूरा चेहरा उसके वीर्य से भर गया था. फिर वो बोला कि सर आज मज़ा आ गया पहली बार किसी ने मेरा लंड इस तरह से चूसा है. फिर मैंने वहीं बैठे-बैठे अपना मुहं धोया और बाथरूम से बाहर आने लगा. तभी वो बोला कि सर कहाँ चल दिए अभी काम बाकी है. फिर मैंने कहा कि कौन सा काम? तो उसने कहा कि मेरा लंड कौन साफ करेगा? तो मैंने कहा कि ठीक है.
वो फिर से बोला कि पानी से नहीं अपने मुँह से चूसकर साफ करना, तो मैंने कहा कि ऐसा नहीं करूँगा, तो उसने फिर से मुझे ब्लेकमेल करना शुरू कर दिया. अब मुझे मजबूरन उसके लंड को अपने मुँह से चूसकर साफ करना पड़ा और फिर मुझे उल्टी हो गई. फिर वो बोला कि अब आप पानी से साफ कर सकते हो. फिर मैंने उसका लंड पानी से धोया और वो बाथरूम से बाहर चला गया और बेडरूम में जाकर नंगा बिस्तर पर लेट गया. अब में भी पूरा गीला हो चुका था. फिर में अपने कपड़े लेने बेडरूम में गया तो मैंने देखा कि वो बेड पर लेटा हुआ है.
फिर मैंने उससे कहा कि अब तुम यहाँ से चुपचाप चले जाओ. तो वो बोला कि अभी नहीं थोड़ा आराम करके निकलूंगा. अब ये सुनकर में उससे कुछ नहीं बोल पाया और अपने कपड़े निकालकर बाहर जाने लगा. तभी वो बोला कि सर कपड़े तो आपको मेरे सामने ही बदलने पड़ेंगे, नहीं तो में ज़बरदस्ती करूँगा और मुझे ब्लेकमेल करने लगा.
अब में ये सुनकर उसके सामने ही अपने कपड़े उतारने लगा और में उसके सामने पूरा नंगा हो गया. अब मुझे बहुत शर्म आ रही थी, मेरा रंग बहुत गोरा है और निपल्स भी पिंक है और मेरी बॉडी पर ज्यादा बाल भी नहीं आते है. अब वो मुझे नंगा देखकर देखता ही रह गया, फिर उसका ध्यान मेरे लंड पर गया, मेरा लंड 4 इंच का है. अब उसे देखकर वो हँसने लगा और बोला कि अरे सर ये क्या है? इतना छोटा लंड, मेरा तो आपसे डबल है, लेकिन मैंने उसकी बात पर कोई ध्यान नहीं दिया और अपने कपड़े उठाकर पहनने लगा.
फिर उसने मेरे हाथ से कपड़े छीनकर दूर फेंक दिए और मेरा हाथ पकड़कर अपने पास खींचा और मुझे बेड पर लेटा दिया और मेरे दोनों हाथ दबा दिए और मेरी छाती के निपल्स को चाटने और चूसने लगा और में उससे बस रुकने के लिए बोलता रहा और वो करता रहा. फिर उसने मेरे पेट निपल्स और होंठो को चूसने और किस करने के बाद मुझे उल्टा किया.
फिर जैसे ही उसने मुझे उल्टा किया तो में डर गया कि कहीं ये फिर से मेरी गांड ना मार ले. अब में ज़ोर-जोर से चिल्लने लगा था प्लीज अंदर मत डालना, तुमने वादा किया था कि तुम और कुछ नहीं करोगें, लेकिन वो मेरी गोरी और मोटी गांड पर किस करने लगा और किस करने के बाद बोला कि सर जी में अपना वादा नहीं तोडूंगा चाहे कुछ भी हो जाए और अपने हाथ से अपने लंड की मुठ मारने लगा और फिर उसने अपना सारा वीर्य मेरी गोरी गांड में ही डाल दिया. अब उसका गर्म-गर्म वीर्य जैसे ही मेरी गांड पर गिरा तब जाकर मेरी जान में जान आई.
फिर वीर्य निकलने के बाद वो बोला कि अब में चलता हूँ सर, फिर कभी मिलेगें और अपने कपड़े पहनने लगा और कपड़े पहनकर चला गया. अब में बेड पर नंगा ही लेटा हुआ था, फिर उसके थोड़ी देर के बाद में उठा और दरवाजा बंद करके नहाने चला गया. अब रात के 8 बज चुके थे और फिर नहाने के बाद मैंने डिनर किया और थोड़ी देर टी.वी देखने के बाद सोने चला गया, लेकिन अब मुझे नींद ही नहीं आ रही थी. अब मेरे दिमाग़ में वही सब चल रहा था. फिर सोचते सोचते मुझे कब नींद आ गई मुझे पता ही नहीं चला और सीधे सुबह मेरी आँख खुली.
फिर में फ्रेश होने चला गया और ब्रेकफास्ट करके कॉलेज जाने की तैयारी करने लगा, क्योंकि अब में एकदम अच्छा महसूस कर रहा था और फिर में कॉलेज के लिए निकल पड़ा. अब कॉलेज से आने के बाद मुझे कुछ अच्छा नहीं लग रहा था, क्योंकि उस ऑटो वाले ने मेरी ज़िंदगी बदल दी थी. अब मेरा कही भी मन नहीं लगता था, अब मेरे अंदर लड़कियों वाले विचार आने लगे थे, अब मुझे कभी-कभी ऐसा लगता है जैसे में कोई लड़की हूँ. अब मैंने जॉब और कॉलेज जाना भी छोड़ दिया है, अब में घर पर ही रहता हूँ. अब इस घटना के बाद से मेरी ज़िंदगी बदल गई है और तब से मैंने एक हिजड़े का रूप ले लिया और अब मुझे ऐसे रहना अच्छा लगता है.
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रोहित की बीवी सीमा को चोदा

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम हरीश है. दोस्तों इस कहानी में मैंने एक पति की पत्नी को उसके कहने पर बहुत जमकर चोदा, उसकी प्यास बुझाई और अपनी चुदाई से उसे पूरी तरह से संतुष्ट किया. वो सभी बातें वो घटना में आज आप सभी चाहने वालों के लिए लेकर आया हूँ और अब में आप सभी को ज्यादा बोर ना करते हुए सीधा अपनी आज की कहानी पर आता हूँ और पूरी तरह विस्तार से सभी को सुनाता हूँ.
दोस्तों यह कहानी एक रोहित नाम के लड़के की है, जिससे में बहुत कम समय में बहुत अच्छी दोस्ती हो गई थी और हमने एक दूसरे का मोबाईल नंबर ले लिया था और फिर उसने मुझे एक दिन फोन किया, तब उसने मुझे अपने और अपनी पत्नी के बारे में मुझे बताया और उसने मुझे बताया कि वो अपनी पत्नी को कभी संतुष्ट नहीं कर पाता है, क्योंकि उसका लंड थोड़ा छोटा है और उसकी शादी को पूरे दो साल हो चुके थे, लेकिन उसके अभी तक कोई भी बच्चा नहीं हुआ था, वो अपनी पत्नी को बहुत प्यार करता है और अब वो अपनी पत्नी को मुझसे चुदवाना चाहता है. दोस्तों उसकी पत्नी नाम सीमा था और उसने मुझसे मेरे लंड की कुछ फोटो भेजने के लिए कहा और फिर मैंने भी अपने लंड की फोटो को उसे भेज दिया.
दोस्तों मेरे लंड का साईज़ 6 इंच है और 3 इंच मोटा है तो उसकी पत्नी को मेरे लंड की फोटो देखकर बहुत अच्छी लगी, जिसकी वजह से वो मेरे लंड को देखकर बहुत खुश हो गई थी और फिर उसने मुझसे उसकी पत्नी को चोदने के लिए कहा और उसकी पत्नी ने भी मेरा दमदार लंड देखकर बहुत खुश होकर मुझसे अपनी चुदाई करवाने के लिए तुरंत हाँ कर दिया था. फिर उसने मुझे उसी शाम को करीब चार बजे बाहर मिलने के लिए कहा और मैंने बिना कुछ सोचे समझे तुरंत हाँ कर दिया और में उसके बताए सही समय और ठीक पते पर पहुंच गया और फिर मैंने उसे फोन किया तो उसने मुझे एकदम कोने वाली टेबल पर आने को कहा और मैंने रोहित से मिलकर उससे हाथ मिलाया और फिर उसने मुझे सीमा से मिलवाया.
फिर सीमा ने मुझसे नमस्कार किया और अब हम बातें करने लगे. दोस्तों आप मुझे माफ़ करना में आपको सीमा के फिगर के बारे में बताना भूल ही गया था, क्या मस्त फिगर था उसका 34-30-36 वो क्या हॉट सेक्सी लग रही थी, रोहित ने मुझे सीमा से बात करने को कहा और वो हमारे लिए कोल्ड ड्रिंक लाने को चला गया.
फिर मैंने सीमा से कहा कि आप तो दिखने में बहुत हॉट हो और आपको देखने से लगता नहीं है कि आपकी शादी को दो साल हो चुके है, शायद आप शादी के बाद और भी अच्छी लगने लगी हो. फिर सीमा ने मुझसे धन्यवाद बोला और उसने मुझसे कहा कि आप भी तो दिखने में बहुत अच्छे लगते हो. फिर मैंने उससे पूछा कि यह सब कब से चल रहा है? तो उसने मुझसे बोला कि शादी होने के बाद से ही और फिर मैंने उससे पूछा कि आपको मेरा लंड कैसा लगा?
उसने थोड़ा शरमाते हुए अपना मुहं नीचे करके कहा कि बहुत अच्छा में उसे एक बार लेना चाहती हूँ. फिर मैंने उससे कहा कि जब कहो तब यह तुम्हारा हो सकता है मेरी जान और मैंने उसका एक हाथ पकड़ लिया, जिसकी वजह से उसके अंदर की आग को मैंने बढ़ा दिया था और वो मदहोश होने लगी थी, लेकिन तभी रोहित हमारे लिए कोल्डड्रिंक लेकर आ गया और हमने एक साथ बैठकर इधर उधर की बातें हंसी मजाक करते हुए कोल्डड्रिंक खत्म की.
उसके बाद रोहित ने मुझे अपने घर पर आने को कहा और वो मुझसे बोला कि कल जब में अपनी नौकरी पर चला जाऊंगा, तब तुम मेरे घर पर आ जाना, क्योंकि मेरे जाने के बाद घर पर मेरी पत्नी एकदम अकेली रहगी, तुम्हें किसी भी बात की कोई परेशानी नहीं होगी और तुम दोनों का काम बहुत आसानी से हो जाएगा और फिर मैंने उसकी पूरी बात सुनकर उससे हाँ कह दिया. फिर उसी रात को मेरे पास सीमा का फोन आ गया और मुझे कल उसके घर पर आने के लिए बोला और फिर उसने मुझसे कहा कि में आपका इंतजार करूंगी.
दोस्तों उसके बाद मैंने बहुत देर तक सीमा के साथ फोन सेक्स किया, जिसकी वजह से वो एक बार अपनी चूत में ऊँगली करते हुए झड़ चुकी थी, सच पूछो तो सीमा ने यह सब पहली बार किया था और उसे ऐसा करने में बहुत मज़ा आया. कुछ घंटे बातें करने के बाद हम दोनों सो गए और में हर दिन की अपेक्षा दूसरे दिन सुबह बहुत जल्दी उठ गया और उसके पति के नौकरी पर चले जाने के बाद में सीमा के फोन करने पर उसके घर पर चला गया. मैंने दरवाजे पर लगी घंटी को बजाया और सीमा ने तुरंत दरवाजा खोल दिया, जैसे कि वो मेरा ही इंतजार कर रही थी और उसने मुझे अंदर आने को बोला. दोस्तों सीमा ने उस समय बड़े गले की मेक्सी पहनी हुई थी, जिसकी वजह से उसके बड़े बड़े बूब्स उससे बाहर झांक रहे थे, मेरी नजर उसकी छाती से हटने को तैयार ही नहीं थी.
फिर सीमा ने मेरा हाथ पकड़कर मुझे अंदर खींच लिया और तुरंत दरवाजा बंद किया. फिर मैंने अंदर आते ही झट से सीमा को अपनी बाहों में ले लिया और में उसे लगातार किस करने लगा. मैंने उसको बोला कि में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ. फिर सीमा ने भी मुझसे कहा कि हाँ में भी तुमसे बहुत प्यार करती हूँ, तुम बहुत अच्छे हो और फिर में सीमा को बीच वाले रूम में ही लिप किस करने लगा, सीमा भी अब मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी, उसने मेरी जीभ को बहुत जमकर चूसा.
करीब दस मिनट किस करने के बाद मैंने सीमा की मेक्सी को उतार दिया और देखा कि उस समय सीमा ने लाल कलर की ब्रा और पेंटी पहनी हुई थी, उसको में अपने सामने ब्रा, पेंटी में देखकर जोश में आकर एकदम पागल हो गया और मैंने तुरंत उसकी ब्रा को खोल दिया और उसके आकार में बड़े बड़े बूब्स को चूसने लगा और एक बूब्स को पूरा दम लगाकर उसकी हल्की भूरी निप्पल को निचोड़ने लगा, जिसकी वजह से सीमा को बहुत मज़ा आ रहा था, वो भी अब जोश में आकर सिसकियाँ लेने लगी थी और में सीमा के बूब्स को लगातार दबाने मसलने लगा था.
फिर सीमा ने मेरे कपड़े भी उतार दिए और उसने मेरी अंडरवियर को भी उतार दिया और फिर वो मेरे लंड को मुहं में लेकर चूसने लगी थी, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था ऑश सीमा मेरी जान आहहह मज़ा आ गया, हाँ और थोड़ा और अंदर लो. फिर सीमा लंड को अपने गुलाबी गुलाबी होंठो पर घिसने लगी, मुझे बहुत मज़ा आने लगा था.
फिर मैंने सीमा की पेंटी को भी उतार दिया और मैंने उसे सोफे पर बैठा दिया. अब में उसकी गीली, कामुक, गुलाबी चूत को चाटने, चूसने लगा, वाह दोस्तों क्या चूत थी उसकी मुझे मज़ा ही आ गया, सीमा भी मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी, आह्ह्हह्ह्ह हाँ और ज़ोर से चूसो ओफफफ माँ मरी, तुम बहुत अच्छे हो हरीश उफ्फ्फ्फ़ और सीमा मुझसे बोल रही थी कि अब मुझे और मत तड़पाओ, प्लीज अब जल्दी से तुम मुझे चोद दो और मेरी आग को बुझा दो प्लीज, में अब और नहीं सह सकती प्लीज थोड़ा जल्दी करो.
फिर मैंने अपना लंड सीमा की चूत के मुहं पर रख दिया और अपने लंड का टोपा चूत के गुलाबी गुलाबी होंठो पर रगड़ने लगा और फिर मैंने सही मौका देखकर ज़ोर से एक धक्का दे दिया, जिसकी वजह से मेरा आधे से ज्यादा लंड सीमा की चूत में फिसलता हुआ अंदर चला गया, लेकिन सीमा को बहुत दर्द होने लगा था, वो उस दर्द से एकदम से तड़प गई थी, उसने एक बहुत ज़ोर से चीख मारी.
फिर मैंने तुरंत अपना एक हाथ सीमा के मुहं पर रख दिया और जब वो थोड़ा शांत हुई तो मैंने एक और जोरदार धक्का दे दिया, जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड सीमा की चूत में चला गया. फिर में अपना लंड अंदर बाहर करने लगा. करीब दस मिनट के बाद मैंने सीमा के मुहं से अपना हाथ हटा लिया और अब सीमा भी मेरा साथ देने लगी थी और वो अपनी गांड को उठाकर मुझसे चुदवाने लगी थी और अब वो मुझसे बोल रही थी हाँ उफ्फ्फ्फ़ हरीश और ज़ोर से चोद अहहह्ह्ह ऑश मेरी जान तुम्हारा लंड है कि लोहे का सरिया है, वाह यह तो बहुत मज़ा दे रहा है, तुम्हारे लंड में ओफफ्फ़ अह्ह्ह बहुत दम है आह्ह्ह्हह्ह इसने तो मुझे आज मार ही डाला.
दोस्तों अब में ज़ोर ज़ोर से लगातार धक्के देकर उसे चोदने लगा था और मैंने महसूस किया कि करीब 40 मिनट की चुदाई में सीमा तीन बार अपनी चूत का पानी छोड़ चुकी थी, लेकिन मेरा लंड अभी भी नहीं झड़ रहा था. में अब भी पूरे जोश से अपने काम में लगा हुआ था. फिर मैंने सीमा को घोड़ी बनाया और चोदने लगा था, सीमा पूरे जोश में चुदवा रही थी और बार बार बोल रही थी, हरीश उह्ह्हहह ओफफफ्फ़ मर डाल आज तो आहहह करीब एक घंटे के बाद मेरा झड़ चुका था.
फिर मैंने सीमा से उसकी गांड को मारने को कहा तो सीमा ने पहले मुझसे साफ मना कर दिया. उसने मुझसे कहा कि वहां पर बहुत दर्द होगा, उसने पहले कभी ऐसा कुछ नहीं किया है, लेकिन में बहुत समझाने और बार बार उससे कहने पर सीमा कुछ देर बाद मान गई और मैंने सीमा को दोबारा घोड़ी बना दिया और अब में उसकी गांड को चाटने लगा, जिसकी वजह से सीमा को बहुत मज़ा आ रहा था, वाह दोस्तों क्या मस्त स्वाद था उसकी गांड का, में वो शब्दों में नहीं बता सकता.
फिर मैंने अपना लंड सीमा की गांड के मुहं पर रख दिया और एक ज़ोर से धक्का दे दिया, जिसकी वजह से मेरा लंड करीब दो इंच सीमा की गांड में चला गया, लेकिन सीमा उस दर्द की वजह से रोने लगी, चीखने लगी और वो एकदम तपड़ गई और वो अब मुझसे कहने लगी कि प्लीज अब इस लंड को बाहर निकालो उह्ह्हह्ह आह्ह्हह्ह मुझे बहुत दर्द हो रहा है प्लीज थोड़ा मुझ पर रहम करो, ऊउईईईईईईइ माँ में मर गई, लेकिन दोस्तों मैंने उसकी एक भी बात नहीं सुनी और फिर मैंने एक धक्का और दे दिया, जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड चूत में डाल दिया और अब में अंदर बाहर करने लगा, सीमा बार बार मुझसे कह कर थी कि प्लीज़ अब तुम अपना लंड बाहर निकाल दो, मुझे बहुत दर्द हो रहा है, लेकिन कुछ समय बाद सीमा भी अब शांत होकर मेरा साथ देने लगी थी और मुझसे चुदवाने लगी.
वो मुझसे कहने लगी हरररी तुम बहुत अच्छे हो उहहह्ह् ओफफ्फ़ वाह मज़ा आ गया और ज़ोर से हाँ पूरा अंदर तक डालो ऊउईईईईईइ माँ मर गई. दोस्तों करीब 30 मिनट तक लगातार ताबड़तोड़ धक्के देकर चुदाई करने के बाद में सीमा की गांड में झड़ गया और मैंने अपना पूरा वीर्य उसकी गांड में डाल दिया. फिर जब मेरा लंड छोटा हुआ तब में उसके ऊपर से थककर हटा और उसके पास में लेट गया.
दोस्तों मैंने उस दिन कुछ देर रुककर कई बार चोदा और मैंने कभी उसकी गांड, तो कभी उसकी चूत और कभी मुहं में अपना वीर्य डाल दिया, हम दोनों ने उस दिन चुदाई के बहुत मज़े लिए और अब भी में हर कभी सीमा को उसके घर पर जाकर चोद देता हूँ और वो मेरी चुदाई से हमेशा खुश और बहुत संतुष्ट नजर आती है. दोस्तों सीमा को मैंने अब एक बेटा भी दे दिया है, जिसका नाम भी उसने हरीश रखा है, क्योंकि वो बच्चा उसको मेरी चुदाई की वजह से ही हुआ है और वो अब बहुत खुश रहती है.
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भाभी को चोदकर सहारा दिया

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम प्रिन्स है, मेरी यह पहली स्टोरी है, में लुधियाना पंजाब का रहने वाला हूँ. अब में आपका समय ख़राब ना करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ. ये बात 6-7 महीने पहले की है, हमारी गली में एक न्यू कपल शिफ्ट हुआ था. भैया की उम्र 35 साल और भाभी की उम्र 29 साल थी, उन दोनों का नेचर काफ़ी अच्छा था, वो दोनों गली के बच्चों से बहुत प्यार करते थे.
मेरी फेमिली और वो दोनों कुछ ही दिनों में उनकी फेमिली से काफ़ी घुल मिल गये थे. अब उनको कोई भी काम होता तो वो मुझे ही बुलाते थे, उनके कोई बच्चा नहीं था तो भाभी मुझे बड़े प्यार से बुलाती थी. फिर एक बार भैया को उनके काम के सिलसिले से एक हफ्ते के लिए मुंबई जाना था तो भैया ने मुझे भाभी का ध्यान रखने को कहा. तो मैंने उन्हें हाँ में जवाब दिया और कहा कि में भाभी का आपकी तरह ध्यान रखूँगा. अब मेरी यह बात सुनकर वो दोनों हँसने लगे थे, फिर मेरे पूछने पर उन्होंने मेरी बात टाल दी.
फिर अगले दिन में सुबह भैया को ट्रेन में बैठाकर वापस अपने घर आ गया, तो जब दोपहर के 12 बजे थे. फिर मुझे भाभी का कॉल आया कि प्रिन्स ज़रा आना तो, मुझे कुछ काम है. फिर में उनके घर पर चला गया, फिर मैंने देखा तो भाभी के घर का नल टूट गया था और भाभी पूरी भीगी हुई थी, उन्होंने लाईट कलर का सलवार कमीज़ पहना हुआ था और वो बहुत सेक्सी लग रही थी और गीली होने के कारण उनकी अंदर की बॉडी साफ़-साफ़ दिख रही थी. अब मेरी नज़र उनसे हट ही नहीं रही थी, फिर भाभी ने कहा कि क्या हुआ?
मैंने कहा कि कुछ नहीं भाभी. तो भाभी ने कहा कि ज़रा प्लमबर को बुला दो, तो में जाकर प्लमबर को लाया और नल ठीक करवाया.
फिर में वापस जाने लगा तो भाभी ने कहा कि रूको चाय पीकर जाओ. तो मैंने मना कर दिया और कहा कि में चाय नहीं पीता, तो भाभी ने कहा कि दूध पी लो. फिर मैंने आँख मारते हुए कहा कि किसका? क्योंकि बाथरूम के सीन के बाद मेरा नज़रिया काफ़ी बदल चुका था और शायद भाभी का भी नजरिया बदल गया था. फिर भाभी ने नॉटी सी स्माइल दी और कहा कि शाम को आ जाना हम साथ में डिनर करेंगे.
फिर में ओके कहकर रात होने का इंतजार करने लगा. फिर में रात को 8 बजे फ्रेश होकर गया तो भाभी टाईट ट्राउज़र और टी-शर्ट पहने हुई थी, वो क्या सेक्स बॉम्ब लग रही थी. में आपको भाभी का फिगर तो बताना ही भूल गया, भाभी का फिगर 32-28-30 था, जो उन्होंने मुझे बाद में बताया था. फिर भाभी ने मुझे बैठने को कहा और फिर हम बातें करने लगे.
फिर भाभी ने कहा कि डिनर लग गया है आ जाओ. फिर हमने डिनर किया और फिर भाभी ने कहा कि आज रात यहीं रुक जाओ, मुझे अकेले में डर लगता है. फिर मैंने झट से पूछा कि आपके बेबी नहीं है, तो वो दुखी हो गई और कुछ नहीं बोली और रोने लग गई. अब में उन्हें चुप कराने लगा था तो भाभी ने मुझे हग कर लिया और रोने लगी. अब में धीरे-धीरे भाभी की पीठ पर अपना हाथ फैरने लगा था. इतने में भाभी ने मुझे भूखी नज़र से देखा और कहा कि क्या तुम मेरी एक मदद करोगे? तो मैंने कहा कि हाँ भाभी बोलो क्या लाना है? तो उन्होंने कहा कि लाना नहीं है, वो अभी तुम्हारे पास ही है. फिर मैंने सोचते हुए कहा कि क्या भाभी? तो उन्होंने कहा कि बदमाश ये जो पेंट में छुपा रखा है. फिर में चुप रह गया, तो भाभी गिड़गड़ाने लगी कि मुझे बच्चा चाहिए, प्लीज हेल्प मी.
फिर मैंने भाभी से कहा कि भाभी में कैसे? तो उन्होंने कहा कि तुम मेरे साथ अंदर चलो. अब में भाभी के पीछे जा रहा था कि भाभी एकदम से मुड़ी और मुझे खींचकर बेड पर गिरा दिया और मेरे ऊपर आ कर ज़ोर-ज़ोर से किस करने लगी. अब में भी अपने होश खो बैठा और भाभी का साथ देने लगा. अब भाभी पागल हो चुकी थी जैसे किसी भूखे को रोटी मिल गई हो.
फिर भाभी ने मेरी टी-शर्ट उतार दी और मेरी पेंट में अपना हाथ डालकर मेरे 6 इंच लंबे और 3 इंच मोटे लंड को हिलाने लगी और बोली कि ये तो बहुत गर्म है ये मुझे जला देगा. फिर में कुछ बोलता, इतने में भाभी उठी और मेरी पेंट उतारकर मेरा लंड चूसने लगी, वाउ इट वाज़ ए वंडरफुल फिलिंग और कहने लगी कि ये मेरा है में ही इसे ठंडा करूँगी. फिर मैंने भाभी को धीरे-धीरे पूरा नंगा कर दिया, वाउ भाभी अंदर से एकदम गोरी थी.
अब में भाभी के बूब्स मसल रहा था और अपना एक हाथ भाभी की चूत पर ले गया था और अपनी एक उंगली को अंदर बाहर करने लगा था. भाभी की चूत एकदम टाईट थी, अब में आह आह आह आह आह कर-करके चिल्लाने लगा था. फिर भाभी बोली कि प्लीज मेरी चूत चाटो, लेकिन में उन्हें मना कर रहा था, क्योंकि मैंने कभी किया नहीं था. फिर भाभी ने मेरा सिर नीचे किया तो एक अलग सी खुशबू मेरे दिमाग़ पर चढ़ गई. अब में खुद को रोक ना सका और भाभी की चूत को चाटने लगा. भाभी की चूत पहले से ही गीली थी.
अब में ज़ोर-ज़ोर से अपनी जीभ को अंदर बाहर करने लगा था. फिर 10 मिनट में भाभी झड़ गई और फिर से मेरा लंड चूसने लगी. मेरा पहली बार था तो में भी 5 मिनट में ही झड़ गया. फिर भाभी ने फिर से मेरा लंड चूस-चूसकर खड़ा कर दिया और खुद ही अपनी टाँगे फैलाकर लेट गई और बोली कि प्लीज बना दे मुझे माँ. फिर मैंने धीरे से अपना लंड भाभी की चूत पर रखा और एक धक्का मारा तो मेरा लंड फिसल गया. फिर मैंने दुबारा से धक्का मारा तो मेरा लंड फिर से फिसल गया, भाभी की चूत भी टाईट थी और मेरा भी पहली बार था.
फिर भाभी ने मेरा लंड अपने हाथ में लेकर अपनी चूत पर रखा और धक्का मारने को कहा तो मैंने एक धक्का मारा और अब मेरे लंड का टोपा ही अंदर गया था कि भाभी की आखें फट गई और बोली कि प्लीज निकालो, लेकिन अब मुझे सेक्स चढ़ चुका था. फिर मैंने एक और झटका मारा तो मेरा आधा लंड अंदर चला गया और भाभी ने मुझे कसकर पकड़ लिया और अपने नाख़ून चुभा दिए.
फिर कुछ देर के बाद मैंने एक और झटका मारा तो मेरा पूरा लंड भाभी की चूत के अंदर चला गया. फिर भाभी ने चिल्लाते हुए मुझे 2 मिनट रुकने को कहा और मैंने 2 मिनट के बाद फिर से झटका मारा और तेज-तेज झटके मारने लग गया. अब भाभी पूरा मज़ा ले रही थी, फिर मैंने उस रात भाभी को 2 बार चोदा और सुबह अपने घर चला गया और उस हफ्ते भाभी को रोज सुबह शाम चोदकर आया और आज भाभी 5 महीने पेट से है.
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