गर्लफ्रेंड को छत पर चोदा

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रोनक है और में दिल्ली का रहने वाला हूँ, में अभी एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता हूँ और में 24 साल का हूँ. मेरी हाईट 6 फुट है, मस्त बॉडी, 7 इंच लम्बा लंड है. यह स्टोरी मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड की है और यह घटना 2 महीने पहले हुई थी. अब में आपका समय ख़राब ना करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ.
मेरी गर्लफ्रेंड का नाम ऐशना है और वो मुझसे 3 साल बड़ी है, हम जब कॉलेज में थे तब हमारी रिलेशनशिप थी. वो मेरी सीनियर थी और हम काफ़ी सीरीयस थे, उसका फिगर साईज 36-28-38 है, फेयर कलर, हाईट 5 फुट 8 इंच और वो दिखने में बहुत सेक्सी है. मुझे कॉलेज में लोग बहुत इज्जत देते थे, क्योंकि मुझे ऐश जैसी लड़की मिली थी और सारे लड़के उस पर पागल थे.
अब उसका कॉलेज ख़त्म हो गया था, तभी हमारा भी ब्रेक-अप हो गया, क्योंकि फिर हम दोनों की लाईफ इतनी अलग हो गई थी कि रिलेशनशिप हैंडल करना मुश्किल था, लेकिन वो कभी-कभी मेरे पास सेक्स करने के लिए आती थी और हमारी सेक्स लाईफ बहुत अच्छी थी, लेकिन वो भी फिर ख़त्म हो गयी, फिर 2 महीने पहले मुझे उसका मैसेज आया.
ऐश : हाय, हाउ आर यू?
में : हाय, आई एम गुड लोंग टाईम यू?
ऐश : बस सब ठीक है, अच्छा सुनो, मुझे पता है कि हमें मिले काफ़ी टाईम हो गया है और मैंने अगले हफ्ते मेरे घर पर और मेरी रूममेट ने एक पार्टी रखी है, तुम आ सकते हो?
में : ओह वाउ, हाँ हाँ बिल्कुल में तुम्हें काफ़ी टाईम से मिला भी नहीं हूँ, अच्छा है में वहाँ आ जाऊंगा.
फिर में उस दिन का इंतजार करता रहा. उस टाईम उसका नया बॉयफ्रेंड भी था, जो पार्टी में आने वाला था इसलिए मेरी ऐश के साथ सेक्स करने की ऐसी कोई इच्छा नहीं थी, लेकिन वो सेक्सी बॉडी, बाउनसिंग बूब्स और सॉफ्ट गांड के बारे में सोचकर मेरा उससे मिलने का मन करने लगा था.
फिर एक हफ़्ता बीत गया और पार्टी का दिन आया. अब में उसके घर पर हाउस वॉरमिंग गिफ्ट लेकर और फ्लावर्स के साथ गया, वो घर एक बंगलो था, जिसका टॉप फ्लोर उसका और उसकी रूममेट का था, जहाँ से छत पर भी जा सकते थे. फिर जैसे ही मैंने बेल बजाई, तो ऐश ने दरवाज़ा खोला. अब वो एक सेक्सी रेड ड्रेस में थी, जो स्ट्रेपलेस था, रेड लिपस्टिक, ब्लेक हील्स ओह माई गॉड. अब में तो इतनी गॉर्जियस, खूबसूरत, सेक्सी लड़की को देखता ही रह गया था.
फिर हमने तुरंत एक दूसरे को देखकर हग किया, उस पार्टी में उसके और उसकी रूमेट के काफ़ी फ्रेंड्स थे और ऐश का नया बॉयफ्रेंड भी था. फिर उसने मुझे उससे मिलाया और उसको देखकर मुझे पता लग गया कि यह मुझे ज़्यादा पसंद नहीं करने वाला है. फिर ऐश मुझे ड्रिंक्स लेने के लिए कहने लगी और फिर मेरे साथ कुछ टाईम बिताकर वो दूसरे फ्रेंड्स के साथ चली गयी. अब पूरे टाईम पार्टी में में और ऐश एक दूसरे को देखते रहे.
फिर कुछ टाईम के बाद उसका बॉयफ्रेंड कुछ जरुरी काम के लिए चला गया और अब हम डांस करने लगे थे. अब हम दोनों ने थोड़ी ड्रिंक्स ले रखी थी और अब हम दोनों एक दूसरे के बहुत करीब थे. अब लगभग सारे फ्रेंड्स जा चुके थे और बाकी रूम में थे. अब उसके हाथ मेरे कंधो पर थे और वो मेरे बालों में अपनी उंगलियाँ घुमा रही थी और अब मैंने उसे मेरी तरफ और खींच लिया था.
अब मेरे हाथ उसकी सेक्सी सी सॉफ्ट गांड पर थे और मेरा लंड उसकी चूत के पास टच कर रहा था. अब मेरा लंड धीरे-धीरे खड़ा होने लगा था और अब उसे देखकर पता चल गया था कि उसे यह सब अच्छा लग रहा है. अब हम ऐसे ही कुछ टाईम तक एक दूसरे को टच करते है और फिर उसकी आँखें धीरे-धीरे बंद होने लगी. अब मुझे इससे पता लग गया था कि वो गर्म और हॉर्नी हो रही थी और मेरे खड़े 6 इंच के लंड पर रब कर रही थी.
ऐश : पता है में अभी भी हमारे टाईम के बारे में सोचती हूँ.
में : अच्छा? उसमें क्या ऐसा याद आता है?
ऐश : तुझे पता है हमारी सेक्स लाईफ सबसे अच्छी थी.
में : हाँ वो तो पता है.
अब यह सुनकर वो मेरा हाथ पकड़कर छत की तरफ जाने लगी.
अब तो हम दोनों को पता चल गया था कि आगे क्या होने वाला है? लेकिन वो कंट्रोल करने की कोशिश कर रही थी, क्योंकि उसके बॉयफ्रेंड था, लेकिन मेरे लंड ने मुझे पूरा अपने कंट्रोल में कर लिया था और अब में बहुत हॉर्नी था. फिर जैसे ही हम छत पर पहुँचे तो मैंने उसे पीछे से हग किया और मेरा लंड उसकी गांड पर रब करने लगा और ऐश की गर्दन पर किस करने लगा.
अब उसको भी कंट्रोल नहीं हो रहा था और फिर वो भी घूमकर मेरा साथ देने लगी थी. फिर उसने मुझे किस किया और फिर में भी उसकी जीभ के साथ उसे किस करने लगा. अब हम दोनों किस करते-करते एक दूसरे को टच करने लगे थे. फिर उसका हाथ सीधे मेरे खड़े लंड पर गया और वो मेरी जीन्स के ऊपर से ही उसे रगड़ने लगी और अब मेरा हाथ उसकी गांड को दबा रहा था श फुक्कककक, आई एम सो वेट, अब ऐश मौन करने लगी थी.
अब मेरा एक हाथ उसकी गांड पर था और दूसरा हाथ उसके बूब्स पर था और अब वो बहुत मौन करने लगी थी. फिर मैंने उसे एक दीवार से चिपका दिया और उसके बूब्स चूसने लगा. अब ऐश आआआहहहह ऊहह यस यस चूसो कहकर मेरा सिर अपने बूब्स पर प्रेस दबाने लगी थी. अब मेरा दूसरा हाथ उसकी चूत पर था, अब वो इतनी गर्म थी कि उसकी पेंटी भी गीली हो गई थी और में उसकी चूत के दाने को रब कर रहा था.
अब ऐश आहह यस यस कितना अच्छा लग रहा है, ऐसे ही उंगली करो मुझे बेबी, कितना मिस किया तेरी उंगली को मेरे अंदर, मेरी चूत को फाड़ दो बोले जा रही थी. अब में उसे फिंगरिंग कर रहा था और बूब्स चूस रहा था. अब वो पागल हो गई थी, फिर 3-4 मिनट के बाद उसने अपना काम किया आअहह आई एम कमिंग फुक-फुक मी यसस्स कम करके, वो मेरी जीन्स उतारने लगी.
अब मेरा लंड जीन्स उतारते ही ऊपर उठ गया था. फिर मैंने उसे उठाकर उसका फेस दीवार की तरफ करते हुए खड़ा किया और डॉगी स्टाइल में उसकी चूत में मेरा लंड घुसा दिया. अब ऐश ऑश फुक्कक यस यसस्स बेबी, चोदो मुझे फुक मी, मुझे यह लंड चाहिए और घुसाओ बोले जा रही थी. अब में उसे चोदने लगा. हम दोनों बहुत जोरदार सेक्स करते थे और तब भी वही कर रहे थे. फिर मैंने अपने एक हाथ से उसकी गर्दन पकड़ी और ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा. अब उसके बूब्स मेरी छाती से दब रहे थे. अब ऐश आआआआह्ह आहहहह ऑह गॉड चोदो, आज तुम मेरी चूत फाड़ दो, कितना मिस किया है तुम्हारे लंड को मेरे अंदर और और और बोले जा रही थी.
फिर मैंने ऐसे ही 15 मिनट तक उसे चोदा और उसने 2 बार और अपना काम किया और फिर मेरा काम उसने अपने बूब्स पर ले लिया और हम वहीं छत पर गिर पड़े, यह सोचकर कि हमें शायद कुछ लोगों को एक शो दिया हो. फिर हम अपने कपड़े ठीक करके नीचे गये और फिर थोड़ी ड्रिंक्स लेकर में वहाँ से निकल गया.
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बहन के पेटीकोट का नाड़ा खोला

हैल्लो दोस्तों, आज में आप सभी चाहने वालों को अपनी एक सच्ची कहानी और मेरा सेक्स अनुभव आज आप सभी को सुनाने जा रहा हूँ, जिसमे मैंने अपनी छोटी बहन के साथ उसकी चुदाई के मज़े लिए वो सब कुछ मैंने कैसे किया अब में वो घटना आप सभी को पूरे विस्तार से बताना शुरू करता हूँ.
दोस्तों मेरी छोटी बहन बड़ी ही सेक्सी है और वो दिखने में किसी हिरोइन की तरह लगती है, उसकी उम्र 18 साल है. उसके फिगर का आकार 32 -24- 32 है और उसके लंबे काले बाल, सुंदर चेहरा, कपड़ो से बाहर झाँकते हुए उसके वो आकर्षक गोल गोल बूब्स जिसको देखकर हर कोई उसको छूने दबाने की अपनी इच्छा मन में ही रखता है वो कुल मिलाकर बहुत मस्त सुंदर है और वैसा ही उसका नाम भी है उसका नाम रूपाली है.
दोस्तों वो अपने कॉलेज में सलवार सूट और घर में छोटी स्कर्ट और एकदम टाइट शर्ट पहनती है, जिसकी वजह से उनकी उभरी हुई छाती और गोरी गोरी चिकनी जांघे मुझे अपनी तरफ आकर्षित करती है और में बचपन से ही अपनी बहन को बहुत प्यार करता हूँ और वो हमेशा मेरे साथ ही रहती है वो मेरे रूम में अपनी पढ़ाई करती है और रात को सोती भी मेरे पास ही है कुछ समय पहले वो मेरे ही बेड पर सोती थी, लेकिन जब से वो 16 साल की उम्र की हुई है, मतलब जब से उसके बूब्स ने उसके गदराए बदन के साथ साथ अपना भी आकार बदलना शुरू किया है तब उसके बाद से वो मेरे पास में एक अलग बेड पर सोती है.
में उसे कभी कभी प्यार से अपनी गोदी में भी उठा लेता हूँ और मस्ती करते समय अचानक से उसको बहुत बार चूमता भी हूँ उसके पूरे शरीर पर हाथ फेरता हूँ और कभी गुदगुदी भी करता हूँ ऐसा करना मुझे बहुत अच्छा लगता और में इस बहाने से उसके सेक्सी अंगो जैसे चिकनी जाँघ, बाहर निकले हुए चूतड़, गोरे मुलायम पेट, तने हुए एकदम गोल बूब्स को छूने की पूरी कोशिश करता हूँ, वैसे मेरी बहन मेरी इस कोशिश और मेरे मन में उसके लिए क्या चल रहा है उस बात से बिल्कुल अनजान थी.
फिर में कभी कभी अपनी बहन की पेंटी को चोरी छिपे चूमता तो कभी अपने अंडरवियर को उसकी पेंटी के ऊपर डाल देता और ऐसा करना मुझे बहुत अच्छा लगता. दोस्तों मेरी नज़र हमेशा उसके बूब्स, चूतड़ पर होती थी.
फिर जब कभी मेरी बहन पढ़ते पढ़ते रात को कुर्सी पर ही सो जाती तो में तब भी उसे देखता और उसको अपनी गोद में उठाकर बेड पर लेटा देता. इस दौरान मेरी पूरी कोशिश होती थी कि में अपनी बहन के चूतड़, जाँघ पर या फिर उसकी छाती पर अपने हाथ को स्पर्श करूं और हाँ एक बात और भी है कि मेरी बहन कभी कभी रात में गहरी नींद में कुछ भी बड़बड़ाती है, तब में अंधेरे में ही उसको चुप करवाने की कोशिश किया करता था और इस दौरान में अंधेरे का फ़ायदा उठता और बहन के बूब्स को ज़रूर छूता, उसके बदन से जानबूझ कर चिपककर गरमी लेता और उसकी छाती पर हाथ रखकर बूब्स को हल्के से दबा देता और मन ही मन बहुत अच्छा ख़ुशी महसूस करता.
एक दिन मेरी बहन नहा रही थी और उस दिन मेरी अच्छी किस्मत से घर पर हम दोनों के अलावा कोई भी नहीं था तो मैंने मौके का फायदा उठाकर बाथरूम की दीवार के पास में एक छोटे से छेद से उसको नहाते हुए देखने लगा, मुझे उसके वो बड़े आकार के हल्के गुलाबी रंग के गोल गोल सेब बड़े ही सेक्सी आकर्षक सुंदर लग रहे थे, जिनसे मेरी नजर हटने को बिल्कुल भी तैयार नहीं थी. कुछ देर बाद बहन ने अपनी पेंटी को भी खोल दिया, जिसकी वजह से मुझे ज्यादा मज़ा आ गया और मेरा लंड खड़ा होने लगा.
तभी मैंने देखा कि मेरी बहन की उस कुंवारी छोटी आकार की चूत पर काले रंग के आकार में छोटे बहुत सारे बाल थे जिसको देखकर मेरा मन किया कि में अभी अंदर जाकर अपनी नंगी बहन के पूरे गरम सेक्सी बदन को चूम लूँ और उसको वहीं पर पकड़ कर जबरदस्ती चोद दूँ और उसके दोनों बूब्स का रस पूरी तरह से निचोड़कर पी जाऊँ और कुछ देर बाद में वहां से हटकर अपने कमरे में आ गया.
अब में बस उसी के बारे में सोचता रहा और मेरी आखों के सामने बार बार उसका सेक्सी गोरा बदन आ रहा था, जिसकी वजह से मेरा लंड बैठने को बिल्कुल भी तैयार नहीं था और उस रात को में पूरी रात बस उसी को सोचता हुआ जागता रहा, लेकिन अब मैंने अपने मन में ठान लिया था कि में उसको जरुर चोद दूँगा और अपने मन को एक बार जरुर शांत करूंगा और अपने लंड को उसकी चूत का स्वाद जरुर चखवा दूंगा.
फिर जब मेरी बहन कुछ घंटो बाद गहरी नींद में सो गई तो मैंने थोड़ी सी हिम्मत करके उसकी शर्ट के ऊपर वाले दो बटन को धीरे से खोल दिया जिसकी वजह से उसके बड़े आकार के बूब्स बाहर आने लगे और मुझे उसकी ऊँची उठी हुई छाती नजर आने लगी और फिर मैंने धीरे से उसके बूब्स पर अपना एक हाथ रख दिया जिसकी वजह से मेरा लंड एकदम कड़क तनकर खड़ा था और कुछ देर बाद मेरी बहन के करवट बदलने की वजह से मेरा लंड अब ठीक उसके चूतड़ के पीछे उसकी गांड में फंसने लगा और में उससे खुद जानबूझ कर ज्यादा चिपक गया और मेरा लंड अब उसके दोनों कूल्हों के बीच में फंसा हुआ था. में बिना हिले वैसे ही लेटा रहा.
फिर कुछ देर बाद उसकी तरफ से कोई भी हलचल ना देखकर मैंने थोड़ी सी और हिम्मत करके बहन की स्कर्ट को थोड़ा सा ऊपर उठाकर में अब उसकी तरफ सरक गया और अब मेरा लंड बहन के कूल्हों पर अपना दबाव डालने लगा था उसकी पेंटी बीच में होने के बाद भी में उसकी गांड की गरमी महसूस कर रहा था. तभी कुछ देर बाद धीरे से मेरी बहन ने उनन्न उनन्न की आवाज की जिसको सुनकर में थोड़ा सा डर गया, लेकिन बिल्कुल चुप रहा और वो दोबारा गहरी नींद में सो गई, दोबारा ऐसे ही चलता रहा.
दोस्तों में उससे ज्यादा कुछ भी करने की हिम्मत नहीं कर सका, लेकिन मेरा मन हमेशा बहन की तरफ आकर्षित होता और में बाहर बाजार से जब भी वापस आता तो थकने का बहाना बनाता और फिर अपनी बहन से मालिश करने के लिए कहता. फिर वो मेरे पूरे शरीर पर अपने मुलायम गोरे हाथों से तेल लगाकर मालिश किया करती और में उससे अपनी जाँघो पर भी मालिश करने के लिए कहता मुझे बड़ा मज़ा आता और जब मेरी बहन मेरे पेट पर मेरे कहने से थोड़ा सा नीचे भी मालिश करती तो मुझे बहुत अच्छा महसूस होता.
बहन के 16 साल के होते तक में दिन में खुलकर हिम्मत नहीं किया हाँ रात में बहन को ज़रूर अपने से चिपका लेता और जब वो सो जाती में अपना एक पैर बहन के ऊपर रख देता, उसके चूतड़ के पीछे अपना लंड रगड़ता उसके बूब्स को सहलाता तो मेरी बहन हल्की सी आवाज में उन्नन्न उह्ह्ह्ह करने लगी और तभी में एकदम चुपचाप लेट जाता.
में कभी कभी बहन की स्कर्ट को ऊपर उठा देता और चूत के ऊपर पेंटी पर हाथ रख देता, लेकिन नंगी चूत पर हाथ रखने से डर जाता और शर्ट के दो या तीन बटन धीरे से खोल देता और यह सब मेरी बहन को पता नहीं चलता और वो सोती रहती और में बहन के बूब्स पर हाथ रखकर सो जाता.
फिर जब मेरी बहन 18 साल की हुई तब एक दिन वो आँगन में परदा लगाकर बाथरूम में मौसी का पेटीकोट अपने कंधे तक पहनकर नहा रही थी और कुछ देर अपने कपड़े धोने के बाद उसने जब नहाना शुरू किया तो उसको एक परेशानी महसूस हुई और वो मुझसे आवाज लगाकर बोली कि भैया यह पेटीकोट का नाड़ा मुझसे नहीं खुल रहा है आप इसको खोलने में मेरी थोड़ी मदद कर दो और उस समय मेरी अच्छी किस्मत से घर पर कोई भी नहीं था.
फिर में तुरंत मन ही मन बहुत खुश होकर बाथरूम में चला गया और मैंने देखा कि मेरी बहन एक बहुत पतला भीगे पेटीकोट में थी और उसने अंदर और कुछ नहीं पहना था मुझे उसके गोरे गोरे बूब्स के खड़े निप्पल गोरी जांघे साफ साफ नज़र आ रही थी जिसको में देखता ही रह गया और मेरा लंड एकदम खड़ा हो गया और में जोश में आकर अपने होश खो बैठा और मैंने झट से अपनी बहन को चूमना शुरू किया. में उसके गालों को बूब्स को सब तरफ चूमने लगा और मेरी इस हरकत से मेरी बहन हैरान रह गई और वो मुझसे बोली कि भैया यह सब क्या है? यह तुमको अचानक से क्या हो गया है? यह तुम मेरे साथ क्या कर रहे हो? प्लीज छोड़ दो मुझे दूर हटो आह्ह्ह.
अब में उससे बोला कि बहन ला में तेरा नाड़ा खोल देता हूँ और मैंने तुरंत उसके पेटीकोट को नीचे गिरा दिया, जिसकी वजह से मेरी जवान सुंदर बहन मेरे सामने अब पूरी नंगी खड़ी थी. अब में खुद को रोक नहीं सका और में उसकी चढ़ती जवानी को देखकर बिल्कुल पागल हो गया और मैंने उसके बूब्स को चूमा, चूसा, ज़ोर से मसला और अब मेरा लंड बहन के नंगे बदन को छू रहा था और में लंड को उसकी जाँघ पर रगड़ रहा था.
फिर मैंने बहन को वहीं पर बैठाकर उसके दोनों पैरों को पूरा फैला दिया और अब अपनी बहन की सेक्सी चूत को चाटने लगा और उसके बूब्स को मसलता रहा. इस दौरान मेरी बहन कसमसा रही थी और वो मुझसे बार बार मना करती रही, वो मुझसे भैया भैया बोलती रही, लेकिन में तब भी नहीं रुका और चूत को चाटने के साथ साथ उसके बदन को सहलाता रहा, कुछ देर बाद मैंने महसूस किया कि अब शायद मेरी बहन भी मेरे साथ मज़ा लेना चाहती थी.
फिर उसके बाद मैंने अपनी बहन की चूत को अपनी जीभ से चोदा और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था वो सिसकियाँ लेने लगी और उसके मुहं से हल्की सी आवाजे आने लगी वो सर्र्र्र्र्र्र्ररर अर्र्र्र्र्रररर्र्र्र्ररर आअहह प्लीज अब छोड़ दो मुझे, लेकिन वो मेरे सर को अपनी चूत पर दबाने लगी और में अपनी जीभ को उसकी खुली चूत में अंदर तक डालकर चूसने और उसकी चूत को चोदने लगा.
अब मैंने उसको वहीं पर नीचे लेटाकर अपने लंड को जबरदस्ती उसके मुहं में डालकर हल्के हल्के धक्के देने लगा और में चूत को भी चाटने लगा. फिर कुछ देर बाद मेरी बहन के मुहं में मेरा पूरा वीर्य निकल गया और उसके पूरे चेहरे पर चिपक गया उसी दौरान वो भी मेरे मुहं में झड़ गई और मैंने चाट चाटकर उसकी चूत को साफ किया. फिर उसके बाद हम दोनों कुछ देर बाद अलग हुए और में अपने कमरे में आकर लेट गया.
दोस्तों इस घटना के बाद हम दोनों कोई भी अच्छा मौका देखकर 69 की पोज़िशन में हर कभी सेक्स का मज़ा लेते रहे और वो मेरे चोदने से हमेशा संतुष्ट नजर आने लगी और में भी बहुत खुश था. इस तरह दोनों ने हर रात को अपना पानी निकालकर खुश रहना सीख लिया था. मैंने उसके बूब्स को भी जमकर दबाया निप्पल को चूसा और जब मेरी बहन 18 साल से ज्यादा की हुई तब में उसे बीए का पेपर दिलाने बाहर दूसरे शहर में ले गया और वहाँ पर हम एक लोज में रुके पढ़ाई के बाद हम दोनों ने 69 में चुदाई का मज़ा लिया.
फिर शाम को हम एक साथ बाथरूम में नहाते और इस तरह में अपनी बहन को बार बार शहर में कई बार काम से ले जाता हूँ, कभी एग्जाम का फॉर्म भरने, कभी एग्जाम दिलवाने, कभी इंटरव्यू दिलवाने और हाँ एक बात में बता दूं कि मेरी जब बहन 18 की हुई तब से में उसको कंडोम लगाकर जरुर चोदता हूँ. हम भाई बहन की चुदाई अब भी बदस्तूर जारी है.
अब तो मेरी प्यारी बहन मेरे ऊपर चढ़कर अपनी चूत में मेरा लंड डालकर मेरे ऊपर उछल उछलकर मुझसे अपनी चुदाई करवाती है और वो अब यह सब करने में बिल्कुल भी शरमाती नहीं है मैंने भी उसको हर एक तरह से बहुत बार चोदा और वो मेरे लंड को चुम्मा भी देती है और लंड पर तेल लगाकर मालिश भी करती है. उसने मेरे कहने पर बहुत बार मेरे लंड का पानी निकाला और मैंने उसकी चूत को चाटकर उसको संतुष्ट किया.
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पति के सामने हैंडसम चुदाई

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम आरती है और मेरे पति का नाम सुनील है. मेरी यह स्टोरी बिल्कुल सच्ची है, हम एक बार छुट्टियों में शिमला गये थे और वहाँ रूम बॉय ने सुनील के सामने ही मेरी चुदाई की थी. अब में आपको ज्यादा बोर ना करते हुए सीधी अपनी स्टोरी पर आती हूँ. अब शिमला से आने के बाद मुझे तो जैसे सेक्स का खुमार चढ़ गया था, अब मुझे लगता था कि कोई हैंडसम लड़का मुझे चोदे.
मैंने सुनील को भी यह बात बताई, तो उन्होंने कहा कि आरती अपने शहर में थोड़ा रिस्की है, लेकिन में फिर भी कोशिश करूँगा. सुनील एक स्कूल में टीचर है, उसके पास बहुत से लड़के कोचिंग को आते है, उनमें से एक लड़का इमरान बहुत ही हैंडसम था. फिर एक दिन जब वो पढ़ा रहे थे तो में छुपके से इमरान को देख रही थी. वो वाकई में बहुत सुंदर था, उसकी मज़बूत बाहें, गोरा रंग, चौड़ी छाती, आँखे काली, सेक्सी स्माइल, उसकी बॉडी बहुत ही सेक्सी थी.
फिर मैंने उस रात जब सुनील मुझे चोद रहे थे, तो सुनील से कहा कि सुनील प्लीज अब मुझसे बर्दाश्त नहीं होता है, प्लीज कोई इंतज़ाम करो. फिर वो बोले कि आरती में कोई लड़का कहाँ से लेकर आऊं? तो मैंने कहा कि तुम्हारे यहाँ जो इमरान आता है, वो कैसा है? तो सुनील ने कहा कि जो मेरा स्टूडेंट है, वो. तो मैंने कहा कि हाँ, तो वो बोले कि इमरान वाक़ई में बहुत अच्छा है, में कोशिश करूँगा. फिर प्लान के मुताबिक सुनील ने इमरान को रविवार के दिन स्पेशली पेपर हल करने के लिए बुलाया.
उस दिन वो रेड टी-शर्ट और ब्लू जीन्स पहनकर आया था और बहुत हैंडसम दिख रहा था. मैंने उस दिन सिर्फ़ गाउन पहना था और अंदर कुछ नहीं पहना था और सुनील ने भी उस दिन लुंगी पहनी थी और ऊपर से बनियान पहन रखी थी.
फिर वो करीब 4 बजे आया, तो सुनील ने उससे कुछ पेपर डिसकस किए और इंटरनेट से उसे कॉपी करके देने लगे और कहा कि इमरान तुम जब तक इंटरनेट से पेपर कॉपी करो, में अभी आता हूँ और फिर वो बाहर आ गये. अब हम लोग छुपकर उसे देख रहे थे, फिर उसने सुनील के जाने के बाद कुछ नंगी साईट्स चालू की और नंगे फोटो देखने लगा और शेयर करने लगा.
सुनील ने पहले से मेरे नंगे फोटो कंप्यूटर में डाल दिए थे. तो उसने वो भी अचानक से खोल लिए और देखने लगा, तभी उसने मेरी तस्वीर को स्क्रीन पर जूम कर लिया. अब हम समझ गये थे कि अब हमारा काम हो जाएगा. फिर तभी सुनील अचानक से अकेले अंदर गये, तो वो घबरा गया. फिर सुनील ने उससे कहा कि इमरान तूने मेरी पर्सनल फाईल क्यों खोली? तो वो बोला कि सर मैंने नहीं खोली, वो अचानक खुल गयी थी.
फिर सुनील ने कहा कि तुमने इसमें जो देखा है, वो प्लीज किसी से नहीं कहना. तो वो मान गया और बोला कि सर में चलता हूँ, तो मैंने बोला कि इमरान घबराने की बात नहीं है, अब तुमने सब देख ही लिया है तो क्या? शरमाना छोड़ो और पेपर कॉपी करो, तो वो फिर से पेपर कॉपी करने लगा. फिर सुनील ने धीरे से पूछा कि इमरान तुमने कभी सेक्स किया है? तो वो बोला कि नहीं सर. तो मैंने कहा कि एक बात पूंछू तो वो बोला कि क्या? तो मैंने कहा कि तुम्हें आरती कैसी लगती है? तो वो शरमा गया.
सुनील ने कहा कि इमरान प्लीज शरमाओ नहीं, बोलो. तो फिर वो बोला कि सर मेडम बहुत खूबसूरत है तो सुनील ने कहा कि तुम्हें उसके और फोटो देखने है, तो उसने कोई जवाब नहीं दिया. फिर सुनील ने उसे मेरे और फोटो दिखाए, तो वो गर्म हो गया. फिर मैंने देखा कि वो बार-बार अपनी जिप वाले एरिया को दबा रहा है. फिर सुनील ने कहा कि इमरान क्या बात है? आरती के फोटो ने तुमको गर्म कर दिया क्या? तो वो कुछ नहीं बोला.
फिर सुनील ने कहा कि आरती है ही ऐसी, जो उसे देखता है वो गर्म हो जाता है, मेरा देखो कैसे गर्म हो गया है? तो वो शर्माकर सुनील के लुंगी के अंदर तने हुए लंड को देखने लगा. फिर इतनी देर में, में चाय लेकर आई, तो वो मुझे बहुत गोर से देख रहा था. अब मैंने अंदर कुछ नहीं पहना था, अब मेरे बूब्स साफ-साफ़ दिख रहे थे. फिर मैंने सुनील को कहा कि सुनील ये क्या बात है? तुम मेरी फोटो क्यों खोलकर बैठे हो? तो सुनील बोला कि आरती मैंने नहीं इस नालायक ने खोली है.
मैंने कहा कि इमरान तुम्हें मेरी फोटो नहीं देखनी चाहिए थी. फिर सुनील बोला कि उसे क्यों डांट रही हो? वो तो फाईल मन से खुल गई और तुम हो ही ऐसी कि कोई भी तुम्हें देखने की चाहत करता है. तो में मुस्कुरा दी और बोली कि इमरान कैसी लगी मेडम तुम्हें? तो वो शर्मा गया. तो मैंने कहा कि देखो मुझे शरमाना चाहिए और यहाँ तो ये शर्मा रहा है, एक तो मेरा पूरा बदन देख लिया. तो सुनील बोले कि आरती उसकी उम्र ही ऐसी है, देखो ये बेचारा कैसे गर्म हो गया है?
अब इमरान सब समझ गया था कि में क्या चाहती हूँ? फिर उसने अपने जिप वाले एरिया को दबाया और मेरे बूब्स को देखने लगा, तो मैंने कहा कि इमरान क्या फोटो से मन नहीं भरा? जो मुझे घूर रहे हो. फिर सुनील बोले कि यार फोटो की बात और है रियल और है, तुम भी तो जवान लड़को के नंगे फोटो देखा करती हो. अब तो वो रियल में तुम्हारे सामने है, क्यों इमरान? तो इमरान हंस दिया.
सुनील ने इमरान का हाथ टेबल पर से उठाकर मेरी जांघ पर रख दिया. अब उसका हाथ धीर-धीरे ऊपर बढ़ने लगा था. फिर सुनील ने अपनी बनियान उतार दी, अब वो सिर्फ़ लुंगी में थे और अपने खड़े लंड को मसल रहे थे. फिर इमरान ने सुनील के सामने देखा, तो वो बोले कि यार हो जाओ चालू और इसे भी बता दो कि मर्दानगी क्या होती है? ये हमसे तो उब चुकी है.
तभी मैंने अपना गाउन नीचे गिरा दिया और पूरी नंगी हो गयी. अब इमरान मुझे पागलों की तरह चूम रहा था. फिर मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी, अब उसका गठीला बदन मेरे सामने था और उसकी बॉडी बहुत शानदार थी. फिर मैंने उसके लिप्स पर किस किया और उसके पूरे बदन को किस करती हुई, उसकी जीन्स के बटन को खोल दिया और अपने दातों से ही उसकी ज़िप को खोला, उसने अंदर अंडरवेयर पहन रखी थी. फिर सुनील ने उसकी जीन्स नीचे खींच ली और अब वो सिर्फ़ अंडरवेयर में था, उसका लंड बहुत ही बड़ा और मोटा था, जो कि खड़ा होने पर अंडरवेयर में नहीं आ रहा था और उसका टॉप बाहर निकल आया था.
मैंने उसके लंड को उसकी अंडरवेयर के ऊपर से ही सहलाना शुरू कर दिया. अब उसके गोरे बदन पर रेड कलर की अंडरवियर बहुत अच्छी लग रही थी. फिर उसने कहा कि प्लीज मेडम मेरे उसको बाहर निकालो, तो फिर मैंने उसका अंडरवेयर उतार दिया बाप रे उसका लंड था, या मोटी रोड था.
अब सुनील भी उसके लंड को देखते ही रह गये और बोले कि आरती मज़ा आ जाएगा, मेरा तो इसके सामने आधा भी नहीं है और सुनील भी उसके लंड को पकड़कर सहलाने लगे. फिर मैंने झट से उसका लंड अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगी, उसका लंड इतना बड़ा था कि वो मेरे मुँह में ही नहीं आ रहा था.
अब वो सोफे पर अपनी आँखे बंद करके सिसकारियां ले रहा था और में और सुनील उसकी बॉडी से खेल रहे थे. तभी सुनील ने उसके लंड को पकड़कर मेरी चूत के छेद में डालने की कोशिश की, तो उसने ज़ो एक झटका दिया कि मेरी तो जान ही निकल गयी. अब उसके 2 झटको में ही उसका पूरा लंड मेरी चूत के अंदर चला गया था. अब मुझे ऐसा लग रहा था कि किसी ने मेरी चूत में आग की रोड डाल दी हो, अब वो लगातार धक्के लगा रहा था.
तभी सुनील ने कहा कि यार इमरान मुझे एक बार डालने दो, तो वो हट गया और सुनील ने मेरी चूत में अपना लंड डाला तो मुझे कुछ एहसास ही नहीं हुआ. अब में और सुनील बारी-बारी से इमरान के लंड को चूस रहे थे, उसकी जांघे कसी हुई मसल थी, उसके कूल्हें बहुत कड़क थे. फिर जब उसने मुझे घोड़ी बनाकर अपना लंड मेरी चूत में अंदर डाला तो मेरी तो जान ही निकल गयी. अब में बहुत जोर-जोर से चिल्ला रही थी आआआआआईईईईईईई प्लीज और चोदो ज़ोर से आहहहहहहह, सुनील मुझे बहुत मजा आ रहा है.
अब वो भी चिल्ला रहा था सर आपकी बीवी बहुत सेक्सी आआआआ है, सर यह मेरा लंड पूरा ले रही है आआाआआ, प्लीज मेरे लंड को पूरा ले लो आहहह. फिर थोड़ी देर के बाद हम दोनों एक साथ झड़ गये और सुनील तो पहले ही झड़ चुके थे. फिर मैंने थोड़ी देर तक रुककर उसे फिर से चोदा, यह चुदाई भी मेरे जीवन की बहुत हैंडसम चुदाई थी.
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चूत की भूख मिटाई

हैल्लो दोस्तों, आज में बहुत लंबे समय के बाद अपना दूसरा सेक्स अनुभव लेकर दोबारा आया हूँ, जिसमें मैंने उसके बहुत जमकर मज़े लिए और उसको अपनी चुदाई से खुश कर दिया. उसकी शादी होने के बाद भी वो अपने पति की चुदाई से वैसे खुश नहीं थी जैसी मेरी चुदाई से संतुष्ट हुई और उसको वो सब कुछ उस एक रात में ही मिल गया, जिसको वो बहुत दिनों से अपने पति से पाना चाहती थी, लेकिन पा ना सकी और अब आप सभी चाहने वालों का ज्यादा समय खराब ना करते हुए में सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ.
दोस्तों में पंजाब के लुधियाना का रहने वाला हूँ, में दिखने में पतला हूँ और थोड़ा गोरा भी हूँ और मेरी लम्बाई 6 फिट और मेरे लंड की लम्बाई 6 इंच है, जो किसी भी तरसती हुई औरत की सेक्स की प्यास बुझाने के लिए बहुत है. दोस्तों यह अनुभव करीब एक महीने पहले का है, जब में अपने गाँव में गया था और में वहां पर अपने मामा जी की बेटी की शादी में शामिल होने गया था, जो कि वहीं गाँव में रहती थी.
में शाम को करीब 8 बजे के आसपास शादी में पहुंच गया और वहां पर में अपने मामा, मामी से मिला और उनसे मैंने बातचीत की. उसके बाद में शादी के समारोह में अंदर पहुंच गया और थोड़ी देर के बाद अब में एकदम अकेला था, इसलिए में बोर हो रहा था तो में अकेला बैठा सभी लोगों को देख रहा था.
थोड़ी देर के बाद में जहाँ पर बैठा हुआ था, वहां पर मेरे सामने आकर एक लड़की बैठ गई, जो कि उम्र में करीब 28 साल की लग रही थी और उसने गुलाबी कलर की साड़ी पहनी हुई थी, जिसमें वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी और अब में थोड़ी देर तक उसको लगातार घूरता ही रहा, में उसकी सुन्दरता को देखकर बहुत चकित था और मेरी नजर उसके चेहरे से हटने को बिल्कुल भी तैयार नहीं थी. कुछ देर बाद उसने भी मुझे अपने आपको देखते हुए गौर किया और फिर वो मेरी तरफ देखकर थोड़ा सा मुस्कुराई. फिर मैंने भी हल्की सी स्माईल दी और अब मुझे टाईम बिताने के लिए वो सुंदर हॉट सेक्सी औरत मिल ही गयी थी.
फिर थोड़ी देर के बाद में खाना खाने के लिए चला गया और जब में जहाँ पर खाना खा रहा था तो वो खुद भी वहीं मेरे सामने अपनी डिश को लेकर खाना खाने चली आई और फिर मुझे देखने लगी. फिर मुझे भी थोड़ा सा अजीब महसूस हुआ, लेकिन फिर मैंने उस समय अपने खाने पर ज्यादा ध्यान दिया और खाना खा लेने के बाद में अपनी जगह पर दोबारा जाकर बैठ गया.
थोड़ी देर के बाद मैंने उसको देखा तो वो भी ठीक मेरे सामने वाली कुर्सी पर ही बैठी हुई थी और वो मुझे लगातार घूर रही थी. उसके बाद में भी उसमें थोड़ी रूचि लेने लगा था और अब हम दोनों एक दूसरे को आमने सामने से देखने लगे और करीब दस मिनट तक हम ऐसे ही टाईम पास करते रहे और दस मिनट के बाद एक लड़का उसके पास आया और वो करीब पांच मिनट तक उसके साथ उससे बातें करने लगी और फिर वो अपनी बात को खत्म करके वहां से चला गया.
तब मैंने देखा कि वो शादीशुदा थी और वो लड़का उसका पति था. उसके जाने के बाद हम दोनों फिर से एक दूसरे को देखने लगे, लेकिन अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था, इसलिए मैंने उससे बात करने की मन में ठान ली थी.
फिर कुछ देर के बाद मैंने उसे वहीं पर एक साईड में मिलने का इशारा किया तो वो मेरी तरफ मुस्कुराई और में उठकर जहाँ पर कोई भी नहीं था वहां पर चला गया और अब उसके आने का इंतजार करने लगा. फिर करीब पांच मिनट के बाद वो मेरे पास आई, तब में तो उसको देखता ही रह गया, वाह क्या सेक्सी लग रही थी वो? उसे देखते ही मुझे उसके साथ सेक्स करने का मन हो गया था.
दोस्तों उसका क्या मस्त फिगर था? मेरा तो लंड उसे ऐसे ही देखते ही खड़ा हो गया था और वो अपनी पतली कमर को मटकाती हुई मेरे पास आई और धीरे से मुस्कुराती हुई वो मुझसे पूछने लगी हाँ बताओ आपको मुझसे क्या काम था और आपने मुझे यहाँ पर क्यों बुलाया? तो मैंने बोला कि आप इतनी सुंदर हो तो इसलिए मेरा आपसे कुछ बातें करने का मन हुआ था और में आपकी मधुर सुरीली आवाज को भी सुनना चाहता था, इसलिए मैंने आपको यहाँ पर बुला लिया.
फिर वो मेरी यह बात सुनकर हंसने लगी और बोली कि आप मेरे साथ ऐसा मज़ाक मत करो, वैसे आप मजाक बहुत अच्छा कर लेते हो. फिर मैंने उनसे कहा कि नहीं में एकदम सच बोल रहा हूँ, आप सही में बहुत सुंदर हो, शायद आपको इस बात का अंदाजा नहीं है या फिर किसी ने आपको यह सभी सच्ची बातें बताई नहीं है.
अब वो मुझसे बोली कि आप कह रहे है तो ठीक है और उन्होंने मुझसे धन्यवाद बोला और अब हम दोनों हंसने लगे. उसके बाद उसने भी मुझसे बोला कि आप भी तो बहुत अच्छे लग रहे हो. फिर मैंने उनको बोला कि आप मुझसे ऐसा बोलने वाली पहली इंसान हो और मैंने उनसे धन्यवाद बोला. उसके बाद हमारे बीच थोड़ी देर इधर उधर की बातें और हंसी मजाक हुआ.
दोस्तों अब में आप सभी लोगों को उसके बारे में पूरे विस्तार से बता देता हूँ. उसका नाम रजनी था और उसकी उम्र 29 साल की थी, लेकिन वो अपने चेहरे और सेक्सी पतले गोरे बदन की वजह से 25 साल की लग रही थी और उसकी शादी हो चुकी थी और उसका फिगर एकदम लचीला और वो थोड़ी सी पतले बदन की थी.
उसके फिगर का आकार 32-30-34 था, जिसने मुझे उसका बिल्कुल दीवाना बना दिया था और उसने मुझे बातों ही बातों में बताया कि उसका पति का अपना खुद का एक बहुत बड़ा व्यापार था. फिर मैंने भी बातों ही बातों में उससे पूछ लिया कि अभी थोड़ी देर पहले वो जिससे बातें कर रही थी क्या वो उसका पति था? तो उसने तुरंत हाँ बोल दिया.
उसके बाद वो मेरे बारे में पूछने लगी और थोड़ी देर हमारी ऐसे ही बातें चलती रही और में उसका साथ पाकर बहुत खुश था और शायद वो भी यही बात मन ही मन सोच रही थी और करीब रात के 11 बजे के आसपास वो मुझसे बोली कि अब मुझे अपने घर पर जाना है तो मैंने कहा कि हाँ ठीक है, मुझे भी अब अपने घर के लिए निकलना ही है या तो में अभी चला जाऊंगा. फिर वो मुझसे पूछने लगी कि आप कहाँ पर रहते हो? तो मैंने उसको अपने घर का पता बता दिया और फिर उसने मुझसे पूछा कि अब आप यहाँ से कैसे जाने वाले हो, क्या आपके पास कोई साधन है? तो मैंने कहा कि नहीं में तो ऑटो या बस से चला जाऊंगा.
तभी वो मुझसे बोली कि अगर आपको कोई आपत्ति ना हो तो में भी उसी तरफ जा रही हूँ तो में आपको भी आपके घर तक छोड़ दूँगी, आप भी मेरे साथ चल सकते है. फिर मैंने सही मौका देखते ही तुरंत उससे ठीक है बोल दिया. अब हम दोनों एक साथ वहां से निकले और में बाहर दरवाजे के पास जाकर उसका इंतजार करने लगा. तभी थोड़ी देर के बाद मेरे पास एक भूरे रंग की कार आकर खड़ी हुई तो मैंने झुककर देखा तो उसमें रजनी ही बैठी हुई थी और अब उसने मुझसे बोला कि चलो आ जाओ अंदर. अब में जाकर कार में बैठ गया और फिर हम दोनों बातें करने लगे और तब मैंने उससे पूछा कि उसके पति क्यों दूसरी कार से चले गये थे?
वो मुझसे बोली कि उनको दिल्ली किसी जरूरी काम से जाना था, इसलिए वो उनकी कार लेकर चले गये और कुछ देर बाद मैंने उससे उसके परिवार के सदस्यों के बारे में पूछा तो मुझे पता चला कि वो दोनों घर पर अकेले ही रहते है और थोड़ी देर इधर उधर की बातें करते करते हम अब अपनी वैसी भी बातें करने लगे थे और कुछ देर के बाद उसने मुझसे बोला कि आप आज मेरे साथ आ सकते हो तो मैंने बोला किस लिए? तो वो बोली कि में आज घर पर एकदम अकेली हूँ और अगर मेरे साथ आप आ जाओगे तो मेरा टाईम भी निकल जाएगा, मुझे अकेले में डर भी नहीं लगेगा और आपसे से और भी ज्यादा पहचान हो जाएगी.
दोस्तों मैंने उसके मुहं से यह बात सुनकर उससे बिना कुछ सोचे समझे तुरंत हाँ बोल दिया और में मन ही मन बहुत खुश था, क्योंकि मुझे उसके साथ एक पूरी रात बिताने का इतना सुंदर मौका जो मिल रहा था और अब उसने मुझसे मेरे हाँ कहने पर धन्यवाद बोला. फिर थोड़ी देर के बाद उसने एक बंगले के सामने अपनी कार को रोक दिया और फिर वो मुझसे बोली कि चलिए हमारी मंजिल अब आ चुकी है और मैंने देखा तो उसका घर बहुत बड़ा था, लेकिन मेरा पूरा ध्यान तो उसकी पतली कमर पर ही था और मुझे अब उसको चोदने का मन कर रहा था और फिर हम दोनों उसके घर के अंदर चले गये और फ्रेश होकर बातें करने लगे.
तभी थोड़ी देर बाद मुझसे रहा नहीं गया तो में उसके पास बैठ गया, मुझे उसके बदन की वो भीनी भीनी खुशबू मदहोश कर रही थी और वो भी मेरे साथ बहुत खुश थी और हंस हंसकर बातें कर रही थी. मुझे अब उसकी आखों में वो सब दिखाई देने लगा था, जो वो अब मुझसे पाना चाहती थी. उसने मुस्कुराने शरमाने से में समझ गया था कि उसके मन में अब क्या चल रहा है? दोस्तों अब मुझे रहा नहीं गया तो मैंने थोड़ी सी हिम्मत करके उसके गोरे गोरे कंधे पर किस कर दिया तो वो थोड़ी देर ऐसे ही बैठी रही और उसने मुझसे कुछ भी नहीं कहा, लेकिन वो मुझे लगातार देख जरुर रही थी, जिसकी वजह से में बहुत घबरा गया था और अब वो मुस्कुराकर मुझसे बोली कि सब कुछ क्या यहीं सोफे पर ही करोगे?
दोस्तों उसके मुहं से यह शब्द सुनते ही में तुरंत जोश में आ गया और में उसको अपनी गोद में उठाकर उसके बेडरूम में ले गया और फिर मैंने उसको बेड पर लेटा दिया और में उसके ऊपर लेट गया और उसके नरम गुलाबी होंठो को किस करने लगा और उनको चूसने लगा. थोड़ी देर बाद वो भी अब मेरा साथ देने लगी थी और हम दोनों कुछ देर तक बिल्कुल पागल होकर एक दूसरे को लिप किस करते रहे. फिर कुछ देर के बाद उसने मुझसे पूछा कि तुम सेक्स के बहुत भूखे हो क्या? तो मैंने उनसे पूछा कि आपको यह सब कैसे पता चला? तो वो मुझसे बोली कि मेरी एक दोस्त भी शादी में मेरे साथ थी, उसने मुझे बताया था.
फिर मैंने उससे बोला कि आपने आखिर मुझे अपने जाल में फंसा ही लिया? तभी वो मुझसे कहने लगी कि में क्या करूं मुझे अब तक मेरे पति ने कभी संतुष्ट ही नहीं किया, इसलिए मुझे तुम्हारे साथ यह सब नाटक करना पड़ा.
मैंने मुस्कुराते हुए कहा कि ठीक है आज में आपको पूरी तरह से संतुष्ट कर दूंगा और आपको मुझसे कोई भी शिकायत बाकी नहीं रहेगी. तभी वो मुझसे बोली कि मुझे तुमसे संतुष्ट नहीं होना, लेकिन आज तुम मेरी चूत को जरुर फाड़ दो, में तुम्हारा वो जोश वो दम देखना चाहती हूँ, जिसके बारे में मैंने सुना है. दोस्तों उनके मुहं से यह बात सुनते ही मैंने तुरंत उसके सारे कपड़े उतार दिए और फिर में भी पूरा नंगा हो गया.
उसके बाद मैंने उसके पूरे गोरे, गरम नंगे बदन को किस करना चालू किया और धीरे धीरे मैंने उसके बूब्स को अपने मुहं में ले लिया और चूसने लगा, दबाने लगा, वाह दोस्तों क्या बूब्स थे उसके एकदम मुलायम गोल गोल बहुत सुंदर थे और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. में कुछ देर तक उसके बूब्स को मसलता चूसता ही रहा और फिर थोड़ी देर के बाद वो अब एकदम गरम हो चुकी थी और उसके दोनों निप्पल अब बिल्कुल टाईट हो चुके थे और उसके मुहं से सिसकियाँ निकल रही थी.
अब में उठकर उसकी चूत के पास चला गया तो मैंने देखा कि उसकी चूत अब पूरी गीली हो चुकी थी और मैंने उसकी चूत पर अपना एक हाथ हल्के से घुमाया. मेरे ऐसा करने की वजह से वो एकदम से उछली उईईईई माँ आह्ह्हह्ह बोली कि तुम यह क्या कर रहे हो? तो मैंने उससे कहा कि अभी तो यह शुरुआत है, इसके आगे देखो होता क्या है.
तभी वो मुझसे बोली कि यह सब बंद करो मुझसे अब रहा नहीं जा रहा है प्लीज अब जल्दी से मेरी प्यास को बुझा दो और वो अब उफ्फ्फ्फ़ आईईईईइ माँ मर गई और सिसकियाँ लेने लगी, प्लीज अब डाल दो उफ्फ्फफ्फ्फ़ और मेरी प्यास को बुझा दो प्लीज आसस्शह्ह्ह्ह में ज्यादा नहीं सह सकती. दोस्तों मैंने उसकी एक भी बात नहीं सुनी और अब में उसकी चूत पर अपनी जीभ को फेरने लगा और उसकी चूत के दाने को अपनी जीभ से टटोलने लगा, जिसकी वजह से वो एकदम से उठकर बोली प्लीज तुम अब ऐसा मत करो आह्ह्ह्ह तुम यह सब क्या कर रहे हो आईईईइ.
अब मैंने उसकी बातों का अनसुना करके उसके दोनों पैरों को पूरा फेला दिया, जिसकी वजह से उनकी चूत अब पूरी तरह से खुल गई, चूत का वो गुलाबी कलर का दाना मुझे अब साफ साफ नजर आने लगा और अब में एक बार फिर से उसकी गीली, गरम चूत को चाटने लगा, उससे अब रहा नहीं जा रहा था और अब वो ज्यादा तेज तेज सिसकियाँ लेने लगी थी, आह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ प्लीज अब ऐसा मत करो, मुझसे अब रहा नहीं जा रहा है प्लीज में मरी प्लीज ऊईईईईइ माँ में मरी.
अब उसने जोश में आकर चीखते चिल्लाते हुए मेरे मुहं को थोड़ी देर तक उसके दोनों हाथों से पकड़कर पैरों के बीच में बहुत मजबूती से जकड़ लिया और करीब पांच मिनट तक ऐसे ही जकड़कर रखा. थोड़ी देर बाद वो अचानक से शांत हुई और अपने पैर खोले तो में उठा और उसके होंठो पर किस करने लगा.
हम दोनों ऐसे ही करीब दस मिनट तक एक दूसरे को किस करते रहे और थोड़ी देर बाद वो मुझसे बोली कि अब तो प्लीज तुम मुझे संतुष्ट कर दो, आष्हह्ह्ह्ह ऊअहह प्लीज. अब मैंने उसको उठाकर उसे बेड के पास नीचे बैठा दिया और उसके मुहं में मैंने अपना लंड डाल दिया और वो धीरे धीरे मेरे लंड को अपने मुहं में पूरा अंदर लेकर चूसने लगी, लेकिन कुछ ही देर में उसकी आखों से आंसू बाहर आने लगे थे. फिर भी उसने लंड को नहीं छोड़ा और वो लगातार चूसती रही.
करीब दस मिनट तक लगातार चूसने के बाद अब मैंने उसके सर के बालों को पकड़कर अपने लंड को उनके मुहं में धकेलकर धीरे धीरे धक्के लगाकर उसके मुहं की बहुत जबरदस्त चुदाई की और तब तक वो तीन बार झड़ चुकी थी. फिर उसके बाद मैंने उसको बेड पर लेटा दिया और उसके दोनों पैरों को पूरा खोल दिया और अपने लंड को उसकी चूत के पास रखकर मैंने एक ज़ोर से धक्का दे दिया, जिसकी वजह से मेरा आधा लंड उसकी चूत में चला गया और वो बहुत ज़ोर से चिल्लाने लगी ओईईईईइ माँ उफफ्फ्फ्फ़ प्लीज इसको बाहर निकालो, आहष्ह मुझे बहुत दर्द हो रहा है प्लीज में मर जाउंगी.
अब मैंने अपने लंड को उसी जगह पर रोककर उसके गुलाबी होंठो पर अपने होंठ रखकर में उसको किस करने लगा और उसके बूब्स को सहलाने लगा और थोड़ी देर बाद जब वो शांत हुई तो मैंने एक और जोरदार धक्का लगा दिया और अब पूरा लंड उसकी चूत को चीरता फाड़ता हुआ जबरदस्ती अंदर चला गया और अब वो एक बार फिर से चिल्लाने लगी, प्लीज अब मुझसे रहा नहीं जा रहा. अब बाहर निकाल लो प्लीज उफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह. अब में एकदम चुप हो गया और मैंने अपने धक्के बंद कर दिए. कुछ देर बाद जब वो शांत हुई तब मैंने धीरे धीरे अपने लंड को अंदर बाहर करना शुरू किया और मैंने महसूस किया कि कुछ देर बाद उसे भी मेरे साथ साथ अब मज़ा आने लगा था और वो भी अब पूरी तरह से जोश में आकर नीचे से उछल रही थी.
फिर मैंने अपने धक्को की स्पीड को बढ़ा दिया और में ज्यादा तेज धक्को से उसको चोदने लगा. अब उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था और वो मुझसे बोल रही थी हाँ ओफफ्फ्फ्फ़ हाँ और ऊईईईईईईई ज़ोर से और ज़ोर से वाह मज़ा आ गया, ऐसा तो मुझे मेरे पति ने भी नहीं चोदा और ना मुझे ऐसे संतुष्ट किया और ज़ोर से अह्ह्ह्ह हाँ आज फाड़ दो मेरी चूत को और ज़ोर से आह्ह तुम फाड़ दो आज रजनी की चूत को और अंदर और ज़ोर से आईईईईइ उसकी ऐसे आवाज़ से में और भी जोश में आ गया और करीब बीस मिनट तक में उसको अपनी एक ही स्पीड से धक्के देकर चोदता ही रहा और तब तक वो दो बार झड़ चुकी थी और पूरे रूम में फच फच जैसी आवाजें आ रही थी और वो भी चिल्ला रही थी, हाँ आज फाड़ दो तुम रजनी की इस चूत को, हाँ और अंदर उफ्फ्फ्फ़ वाह मज़ा आ गया और ज़ोर से आहहहष्ह. दोस्तों अब कुछ देर के बाद में झड़ने वाला था तो मैंने उससे बोला कि में अब झड़ने वाला हूँ.
फिर वो मुझसे बोली कि मेरी चूत में ही तुम अपना वीर्य डाल दो और अब में ज्यादा स्पीड से उसको धक्के देकर चोदने लगा और करीब पांच मिनट के बाद में झड़ गया और मैंने अपना पूरा वीर्य उसकी चूत की गहराई में ही डाल दिया, आह्ह्ह्हह और वो सिसकियाँ लेने लगी आह्ह्हश और कुछ देर बाद हम दोनों ऐसे ही एक दूसरे के ऊपर लेटे रहे.
अब वो मुझसे बोली कि मेरे पति को तो अब तक कुछ भी आता ही नहीं है, लेकिन आज तुमने मुझे बहुत मज़ा करवाया है और में तो अब तुम्हारे लंड से चुदाई की दीवानी हो चुकी हूँ, मुझे मज़ा आ गया तुम बहुत जमकर चुदाई करते हो.
फिर मैंने उसको धन्यवाद कहा और उसके थोड़ी देर बाद मैंने उसकी एक बार फिर से जमकर चुदाई की और बाद में हम दोनों एक साथ फ्रेश हुए और वो मेरे लिए जूस लेकर आई और अब हम दोनों बातें करने लगे और उसने मुझसे बोला कि आज रात को तुम यहीं पर रुक जाओ और वैसे तब तक रात के करीब दो बज चुके थे, इसलिए मैंने भी रुकने के लिए उनको हाँ कहा.
अब हम दोनों ने बहुत सारी इधर उधर की बातें की और फिर हम दोनों उसके बेडरूम में गये और उसके बेड पर लेटे हुए टी.वी. देखने लगे. करीब 3.30 बजे के आसपास मुझे फिर से उसको चोदने का मन हुआ तो मैंने एक बार फिर से उसे उठाकर उसकी चुदाई के मज़े लिए. करीब उस रात मैंने उसको चार बार चोदा और दूसरे दिन सुबह जब में उठा तो हम दोनों ने साथ में नाश्ता किया और जब में अपने घर पर जाने लगा तो उसने मुझे 5000 रूपये दिए और वो मुझसे बोली कि यह लो तुम्हारी कमाई.
फिर मैंने उससे बोला कि आपने मुझे नहीं बुलाया में खुद आपके पास आया हूँ, इसलिए मुझे इसकी ज़रूरत नहीं है. तभी वो हंसकर बोली कि में मानती हूँ कि तुम्हें मेरी चूत की जरूरत नहीं है, लेकिन मेरी चूत अब तुम्हारी पूरी तरह से दीवानी हो गई है और उसे तुम्हारी एक बार फिर से ज़रूरत जरुर पड़ेगी. अब मैंने वो पैसे उससे लेकर अपने पास रख लिए और उसने मेरा फोन नंबर ले लिया और मैंने उससे बोला कि जब भी ज़रूरत हो तब तुम मुझे कॉल कर देना. फिर वो बोली कि ठीक है और फिर उसने मुझे अपनी कार से मेरे रूम तक लाकर छोड़ दिया और फिर वो मुझसे बॉय कहकर चली गई.
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पूरा दिन रोहिणी और प्रेमलता के साथ

हैल्लो दोस्तों, में फिर से आपके लिए एक नई स्टोरी लेकर आया हूँ. आप सब तो जानते ही है कि मेरा मेरे पड़ोस में रहने वाली दो भाभी रोहिणी और प्रेमलता से अफेयर चल रहा है. में हफ्ते में कम से कम 5 दिन तो सेक्स करता ही हूँ, कभी रोहिणी के साथ, तो कभी प्रेमलता के साथ. लेकिन अब तक मैंने ऐसा नियम बना रखा था कि रोहिणी को पता नहीं था कि में प्रेमलता के भी मज़े ले रहा हूँ और प्रेमलता को तो मैंने पहले से ही रोहिणी के बारे में सब बोल रखा था.
में एक गुजराती लड़का हूँ. में 23 साल का हूँ और मेरा लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. रोहिणी मेरी पड़ोसी है और वो एक शादीशुदा हाउसवाईफ है, उसकी उम्र 36 साल है, उसका कलर बहुत गोरा है, उसकी हाईट 5 फुट 4 इंच है, उसके बूब्स मस्त बड़े-बड़े है, उसके बूब्स की साईज 34 है और उसकी गांड भी बहुत अच्छी है.
प्रेमलता एक विधवा लेडी है, वो अदालत में जॉब करती है, उसकी हाईट 5 फुट 7 इंच है, उसके बूब्स बहुत बड़े-बड़े 36 साईज़ के है, उसकी गांड एकदम मस्त बड़ी और गोल है. रोहिणी के साथ मेरा अफेयर 4 साल से चल रहा है और प्रेमलता से 1 साल से चल रहा है. अब मेरे घर के पास ही मेरा जॉब लग गया है तो उसके कारण रोज़ सेक्स करना थोड़ा मुश्किल है. अब में रोहिणी के साथ रात को सेक्स कर लेता हूँ जब भी उसका पति बाहर होता है और प्रेमलता के साथ तो बाहर ही टायलेट में या फ्रेंड के फ्लेट पर मज़े लेता हूँ.
अब मुझे उन दोनों के साथ एक साथ सेक्स करना था तो फिर मैंने प्रेमलता को तो समझा दिया, लेकिन अब रोहिणी को कैसे बताऊँ? इसकी प्लानिंग करनी थी. फिर एक दिन रोहिणी को मैंने रात को करीब 12 बजे उसके घर की छत पर एक कम्बल लेकर बुलाया. रोहिणी का पति और उसका लड़का और लड़की सब ही नीचे सो रहे थे, जब उसने नाइटी पहने हुए थी.
मैंने उसके आते ही उसे किस किया और जल्दी से उसकी नाइटी निकाल दी, उसने अंदर कुछ नहीं पहना हुआ था. फिर मैंने भी अपने शॉर्ट्स और अंडरवेयर निकालकर अपना लंड उसके मुँह में दे दिया. फिर मैंने उसको खड़ा करके पीछे से उसकी चूत मारना स्टार्ट किया और 15-20 मिनट के बाद में उसकी चूत में ही झड़ गया. फिर हम सीढ़ियों पर कम्बल ओढ़कर ऐसे ही बिना कपड़ो के बैठकर किस करने लगे थे. फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उसे मेरे और प्रेमलता के बारे में बताया और यह भी कहा कि मुझे तुम दोनों के साथ एक साथ सेक्स करना है.
अब वो यह सब सुनकर हैरान हो गई और उसने मना कर दिया. फिर थोड़ी देर तक समझाने के बाद वो भी मान गई. फिर दो दिन के बाद जब उनके घर पर कोई नहीं था तब हमने चुदाई करने का प्लान किया. अब मैंने भी जॉब से छुट्टी ले ली थी, फिर में सुबह 9 बजे उनके घर पहुँचा. अब मैंने उन दोनों को अपने पैर और चूत के बाल शेव करने के लिए बोल रखा था और सुबह नहा धोकर सिर्फ़ नाइट गाउन पहनने को बोला था. फिर में वहाँ पहुँचा और दरवाजा अंदर से बंद करके उन दोनों को लिविंग रूम में बुलाया.
अब वो दोनों अनकंफर्टबल महसूस कर रही थी, अब वो दोनों एक दूसरे को देख भी नहीं रही थी. फिर मैंने प्रेमलता को मेरे बगल में और रोहिणी को मेरी गोद में बैठाया. फिर में प्रेमलता को किस करने लगा और रोहिणी के बूब्स दबाने लगा. फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उनकी जगह चेंज करके प्रेमलता की गांड के साथ खेलते हुए रोहिणी को किस करने लगा.
फिर मैंने उन दोनों को अपने कपड़े उतारने को बोला, तो अब वो दोनों एकदम नंगी होकर मेरे सामने खड़ी थी. फिर में अपने फोन का कैमरा चालू करके वो सब रिकॉर्ड करने लगा और उन दोनों को एक दूसरे को किस करने को बोला. दोस्तों क्या सीन था वो? अब यह सब देखकर मेरा तो लंड एकदम खड़ा हो गया था. अब उन दोनों के बूब्स एक दूसरे से टकरा रहे थे, अब उनकी जीभ एक दूसरे के मुँह में थी.
अब मैंने भी पहले से वियग्रा की गोली का इंतज़ाम कर रखा था. फिर मैंने अपने कपड़े निकाले और एक गोली खा ली, अब में अपने लंड के साथ खेल रहा था. फिर मैंने उनको एक दूसरे की चूत चाटने को बोला, तो वो दोनों 69 पोज़िशन में आ गई और एक दूसरे की चूत चाटने लगी. फिर मैंने अपने लंड पर थोड़ी सी वैसलीन लगाई और सीधा जाकर रोहिणी की गांड में अपना लंड पेल दिया, लेकिन मैंने उनको अपना चाटने का काम जारी रखने को बोला तो अब वो दोनों एक दूसरे की चूत चाट रही थी और में रोहिणी की गांड मार रहा था.
फिर थोड़ी देर के बाद मैंने प्रेमलता की गांड मारना शुरू किया, फिर यह सब 15 मिनट तक चला. फिर मैंने उन दोनों को घोड़ी बनाया और बारी-बारी से दोनों की चूत में अपना लंड पेलने लगा, फिर 20-25 मिनट के बाद में फिर से उनकी गांड पर टूट पड़ा. अब गोली के असर की वजह से में झड़ने का नाम ही नहीं ले रहा था, अब में ऐसे ही उन दोनों को करीब दो घंटे चोदता रहा.
फिर थोड़ी देर के बाद में उनके मुँह में ही झड़ गया. अब हम तीनों एकदम थक चुके थे और ऐसे ही नंगे एक साथ सो गये. फिर जब दोपहर को सब उठे तो हमने पिज़्ज़ा मंगवाकर खाया. फिर प्रेमलता अपनी जॉब पर चली गई और अब में और रोहिणी अकेले ही थे तो मैंने फिर से उसे नंगा किया और उसके पूरे बदन को अपनी जीभ से चाटने लगा. फिर मैंने उसके बूब्स चूसना शुरू किया और उसका दूध पीने लगा. एक बात तो है दोस्तों बूब्स से दूध पीने का मज़ा कुछ और ही होता है.
फिर मैंने उसको बेड पर सीधा लेटाया और उसको मिशनरी स्टाइल में लाकर उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया और मैंने उसको चोदने का काम चालू रखा. अब पूरा रूम हमारी चुदाई की ठप-ठप की आवाज़ से और रोहिणी की सिसकारियों से गूँज रहा था. फिर आधे घंटे की चुदाई के बाद में उसकी चूत में ही झड़ गया. फिर मैंने उसको 5-10 मिनट तक किस किया और उसके बूब्स चूसने लगा और फिर उसके मुलायम बूब्स पर अपना सिर रखकर सो गया.
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दुल्हन की माँ की चुदाई

हैल्लो मेरे प्यारे दोस्तों, आज में आप लोगो के लिए अपनी बहुत हॉट घटना लेकर आया हूँ, जिसमें मैंने अपनी पड़ोसन आंटी को चोदा और उनके साथ वो मेरा सेक्स अनुभव बहुत यादगार रहा. दोस्तों मेरे घर के दूसरी तरफ में एक 45 साल की बहुत मस्त आंटी रहती है जिनका नाम रेणुका और उसके बूब्स का साइज़ 40, गांड 50 या 55 होगा.
में हर दिन जब भी जिम जाता हूँ तो उनसे मेरी नज़र मिलती है और हम दोनों एक दूसरे को एक हल्की सी स्माइल देते है, यह काम हमारा हर रोज़ का था और एक दिन रेणुका आंटी मेरे घर पर आई तो में उस समय बाथरूम में नहाते समय भाप ले रहा था, तो मेरी मम्मी ने दरवाजा खोला और वो अंदर आ गयी और फिर वो दोनों अंदर बैठकर बातें करने लगी.
कुछ देर बाद में नहा लिया और मुझे करीब 20 या कोई 25 मिनट लगे होंगे. अब में बाथरूम से बाहर शॉर्ट, पैंट में और अपने खुले बदन में आ गया तभी आंटी मुझे देखकर एकदम दंग रह गई और उसने मुझसे कहा कि विशाल आपका बदन तो बिल्कुल हीरो की तरह है एकदम भरा हुआ गठीला बदन.
में उनकी यह बात सुनकर उनकी तरफ हंसा और मम्मी ने मुझसे कहा कि नमस्ते करो आंटी को, तो में उनके पैर छूने आगे की तरफ गया पैर छूते ही आंटी ने मेरे सर पर अपना एक हाथ रख दिया और जब में खड़ा हुआ तो आंटी ने मुझे अपने गले से लगा लिया और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि बेटो की जगह पैरों में नहीं माँ के दिल में होती है और यह बात कहकर उन्होंने मेरी छाती से अपने बड़े आकार को छू दिया, लेकिन दोस्तों तब भी मेरा कोई ऐसा ग़लत इरादा नहीं था.
में उनकी बहुत इज्जत करता था इसलिए मैंने उनकी उस हरकत पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और फिर कुछ देर बाद आंटी ने बातों हो बातों में मुझसे कहा कि सबको शादी में आना है.
फिर मैंने उनकी बात को सुनकर तुरंत उनसे पूछ लिया कि किसकी शादी? तब उन्होंने मुझसे कहा कि मेरी बेटी की शादी है और तुम्हे भी उसमे जरुर आना होगा. दोस्तों उनके दो बच्चे है एक लड़का और एक लड़की, लड़की उम्र में बड़ी है और वो एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करती है और लड़का अभी अपने कॉलेज के दूसरे साल में अपनी पढ़ाई कर रहा है. खैर फिर हम लोगो से वो यह बात कहकर चली गयी और उसके करीब एक सप्ताह के बाद हम सभी घरवाले आंटी के घर पर उनकी बेटी शादी में चले गये.
आंटी मुझे देखते ही जल्दी से मेरे पास आ गई और उन्होंने इतने मेहमानों के बीच में भी मुझे एक बार फिर से मुझे अपने गले से लगा लिया जिसकी वजह से मुझे दोबारा उनके बड़े आकार के बूब्स अपनी छाती पर महसूस हुए जिनकी गरमी को पाकर में मन ही मन बहुत खुश था. फिर उसके बाद हम सभी अंदर चले गये और हमने रात भर शादी में बहुत जमकर मज़े किये और सुबह उसकी बेटी रोती हुई बहुत दुखी होकर सभी को दुखी करके अपने पति के घर पर चली गयी.
आंटी का रो रोकर बहुत बुरा हाल था और फिर दो दिन बाद वो वापस आ गई. उसके बाद वो करीब एक महीने अपनी मम्मी के घर पर रही और फिर उसके बाद वो अपने पति के साथ उसकी नौकरी की वजह से पुणे में रहने चली गयी.
दोस्तों में फिर हर रोज की तरह उस दिन सुबह जिम जा रहा था तभी आंटी ने मुझे पीछे से आवाज़ देकर मुझे अपने घर पर आने को कहा तो में जल्दी से उनके घर पर चला गया. तब आंटी ने मुझसे मुस्कुराते हुए कहा कि आओ अंदर बैठो तुम कभी मेरे घर पर भी आ जाया करो, में अकेली पूरे दिन घर में बोर हो जाती हूँ क्योंकि हर दिन सुबह जल्दी तुम्हारे अंकल भी अपनी नौकरी पर चले गये और अंकित अपने हॉस्टल में रहता है. दोस्तों अंकल कोई सरकारी विभाग में बहुत अच्छे पद पर थे, तो मैंने उनसे कहा कि हाँ आंटी क्यों नहीं में अब से जरुर आ जाऊंगा.
फिर में उनकी तरफ हल्का सा हंसा और बाहर आकर में अपने जिम चला गया और उसी शाम को में करीब 6 बजे आंटी के घर पर चला गया. मैंने दरवाजे पर लगी घंटी को दो तीन बार बजाई, लेकिन किसी ने दरवाजा नहीं खोला में कुछ देर बाहर खड़ा होकर इंतजार करके दोबारा अपने घर पर चला गया.
फिर करीब 8 बजे वो आंटी खुद मेरे घर पर आ गई और फिर वो मेरी मम्मी से कहने लगी कि अगर आप बुरा ना मानो तो क्या में आपसे एक बात बोल सकती हूँ?
मम्मी ने उनसे कहा कि हाँ बोलिए ना, तब आंटी ने कहा कि देखिए आज अंकित अपने दोस्त के बड़े भाई की शादी में कहीं बाहर गया हुआ है और वो कल दिन तक वापस आएगा और अब में घर पर एकदम अकेली हूँ और मुझे रात को अकेले में बहुत डर लगता है तो क्या आप विशाल को मेरे घर पर सोने के लिए भेज सकती है? तभी मम्मी ने उनसे कहा कि हाँ ठीक है, क्यों नहीं, इसमे बुरा मानने वाली क्या बात है? आप उसको अपने साथ जरुर ले जा सकती है और फिर मम्मी ने मुझे अपने पास बुलाकर मुझसे पूछा कि तुम्हे घर पर कोई काम तो नहीं है? तो मैंने उनसे कहा कि नहीं, फिर में करीब रात को दस बजे आंटी के घर पर पहुंच गया.
दोस्तों जब में उनके घर पर पहुंचा तो मैंने देखा कि आंटी ने एक काले कलर की मेक्सी पहन रखी थी और शायद रात को वो अंदर कुछ भी नहीं पहनती. अब आंटी ने मुझसे पूछा कि विशाल क्या तुम्हे कुछ खाना है? तो मैंने उनसे कहा कि नहीं आंटी मेरा पेट भरा हुआ है, क्योंकि में अपने घर से अभी कुछ देर पहले खाना खाकर ही आपके पास आया हूँ.
वो मेरा यह जवाब सुनकर तुरंत किचन के अंदर चली गई और फिर में उनसे बात करने के बाद सोफे पर बैठकर अपने मोबाइल पर कुछ देखने लगा. तब आंटी कुछ देर बाद मेरे पास आई और उन्होंने मुझसे कहा कि चलो अब तुम्हे सोना नहीं है क्या? तो मैंने उनसे कहा कि हाँ उसके बाद मैंने आंटी से कहा कि आंटी में अंकित के रूम जाकर वहीं पर में सो जाता हूँ, लेकिन तभी आंटी ने मुझसे कहा कि तुम मेरे साथ सो जाओ क्या तुम्हे मेरे साथ सोने में कोई दिक्कत है? तो मैंने उनसे कहा कि नहीं ऐसी कोई बात नहीं है, आप मुझसे जहाँ पर कहोगे में वहीं पर सो जाऊंगा और अब हम दोनों एक ही बेड पर सोने चले गये, तब तक करीब 11 बज चुके थे.
कुछ देर बाद आंटी सो गई, लेकिन मुझे अब बिल्कुल भी नींद नहीं आ रही थी इसलिए में अपने मोबाइल पर गेम खेल रहा था. तभी अचानक से नींद में आंटी का एक पैर मेरे पैर के ऊपर आ गया और आंटी एकदम सीधी होकर सोई हुई थी. फिर मैंने अपने मोबाइल की धीमी रौशनी से आंटी को देखा तो उस समय आंटी गहरी नींद में थी और मैंने देखा कि आंटी के बूब्स का निप्पल ऊपर से एकदम तनकर खड़ा था जिसको देखकर मेरी नियत अब धीरे धीरे खराब होने लगी थी और मेरा लंड धीरे धीरे वो सब देखकर खड़ा होने लगा था.
अब मैंने थोड़ी सी हिम्मत करके अपने एक हाथ को आंटी की छाती के ऊपर रख दिया, वाह क्या मज़ा आया मुझे, में उनके बिना ब्रा के बूब्स को बहुत अच्छी तरह से महसूस करने लगा था और में बहुत खुश था. फिर में मौका देखकर उनसे और भी ज्यादा चिपक गया और में इस बार थोड़ा सा रुककर अपने खड़े लंड को आंटी की जांघ पर रगड़ने लगा. वो बहुत टाईट हो चुका था और उसके साथ साथ में उनके बूब्स ज़ोर ज़ोर से दबाने भी लगा था. तभी आंटी उठ गई और वो मुझसे बोली कि तुम यह क्या कर रहे हो? यह गंदी बात है.
फिर मैंने उनसे कहा कि मुझे माफ़ करना आंटी, लेकिन मैंने आपको जब से देखा है में तब से आपको अपनी बीवी बनाना चाहता हूँ दोस्तों मेरे मुहं से यह बात सुनते ही आंटी ने थोड़ा सा जोश में आकर मेरी तरफ अपना मुहं किया और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि मेरी तो अब उम्र हो गयी है और अब तुझे मुझमें वैसा मज़ा नहीं आएगा जैसा तू सोच रहा है, लेकिन तू चाहता है तो ले कर ले अपने मन की इच्छा पूरी. दोस्तों उनके मुहं से यह बात सुनकर मैंने झट से कहा कि आंटी में हर रात को आपके बारे में सोचकर अपना माल निकालता हूँ, आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो. तो मेरे मुहं से यह बात सुनते ही आंटी ने मुझसे कहा कि तुम मुझे अपनी बीवी बनाना चाहते हो तो हाँ ठीक है, लेकिन यह रिश्ता हम दोनों के अलावा किसी को भी मालूम नहीं पड़ना चाहिए.
फिर मैंने कहा कि में आपसे पक्का वादा करता हूँ आंटी और वो मुझसे कहने लगी कि तुम रुको में अभी आती हूँ और करीब आधे घंटे के बाद आंटी आई अफफफ़फ़ वाह में क्या बताऊँ दोस्तों? अब मेरे ठीक सामने आंटी का पूरा नंगा बदन था और वो लिपस्टिक लगाकर आई थी उनको देखते ही मैंने उनको अपनी बाहों में लेकर बेड पर लेटा दिया और उसके बाद मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए, मैंने देखा कि उनकी चूत पूरी साफ और आकार में लंबी थी उसको देखकर में बेकाबू हो गया और मैंने अब बिना कुछ सोचे समझे तुरंत उनकी चूत को चाटना शुरू किया करीब 15 से 20 मिनट चूत को चाटने के बाद आंटी मेरे मुहं में झड़ गई ऊऊऊअफ वाह क्या मज़ा आया पूरा चूत रस मेरे मुहं के अंदर था.
अब मैंने वो पूरा रस उनकी चूत के ऊपर थूक दिया मेरा लंड पूरा जोश में गरम था इसलिए मैंने जोश में आकर अपना लंड आंटी के मुहं में जबरदस्ती डाल दिया. फिर उसके बाद मैंने हल्के झटके से आंटी के मुहं में लंड को पूरा अंदर डालकर उनको चूसवाना शुरू किया वो अहहहा उफ्फ्फफ्फ्फ़ करके सिसकियाँ लेती रही और मुझे वाह दोस्तों मज़ा आ गया वो क्या मज़े से मेरे लंड को चूस रही थी करीब दस मिनट चूसने के बाद मैंने उनके मुहं में अपना पूरा माल डाल दिया और वो उसको पी गई.
फिर हमने दस मिनट तक बहुत अच्छी तरह से एक दूसरे के होंठो को चूसा और इतनी देर में मेरा लंड एक बार फिर से तनकर खड़ा हो गया. फिर मैंने आंटी को नीचे लेटा दिया और अब मैंने अपना लंड आंटी की चूत के मुहं पर रखकर एक ज़ोर से धक्का मार दिया जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड एक ही बार में उनकी बड़े आकार की चूत में अंदर चला गया और आंटी मुझसे कहने लगी हाँ विशाल उफफ्फ्फ्फ़ हाँ मुझे आज तुम अच्छे से चोदो आईईईईई में बहुत दिनों से अच्छी चुदाई के लिए तरस रही हूँ ऊईईईईई माँ में मर गई, हाँ ज़ोर से चोद मुझे, वाह मज़ा आ गया. दोस्तों मैंने उनकी जोश भरी बातें सुनकर अपने धक्कों की स्पीड को बढ़ा दिया और में लगातार अपने लंड को उस खोखली बड़े आकार की चूत में अंदर बाहर करता रहा, जिसका मुझे बिल्कुल भी पता नहीं चल रहा था, लेकिन लंड के अंदर बाहर होने की वजह से गॅप गॅप गॅप की आवाज जरुर हो रही थी. में धक्के देता रहा और मुझे धक्के देते हुए करीब आधा घंटा हुआ.
फिर मैंने महसूस किया कि आंटी तब तक दो बार अपना माल गिरा चुकी थी. मेरा लंड जोश के साथ साथ अपनी पूरी रफ़्तार में था क्योंकि में भी अब झड़ने वाला था और करीब दस मिनट बाद मैंने अपना पूरा माल आंटी की चूत में डाल दिया. फिर कुछ देर बाद आंटी की चूत के अंदर से हम दोनों का गरम गरम लावा एक साथ बाहर गिरने लगा था. फिर मैंने कुछ देर बाद अपने लंड को उनकी चूत से बाहर निकालकर आंटी के बूब्स पर रगड़ने लगा था और उसके कुछ देर बाद हम दोनों एक दूसरे से चिपककर ना जाने कब सो गये.
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