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सहेली के पति ने आग बुझाई
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम सोनिया शर्मा है. मेरी उम्र 38 साल है और मेरा फिगर साईज 36-28-40 है और मुझे मेरे हर छेद में लंड लेना बहुत पसंद है. दोस्तों अब में आप लोगों को बोर ना करते हुए सीधे अपनी स्टोरी पर आती हूँ.
दोस्तों उस दिन दीवाली मानाने के बाद मुझे एक कंपनी में जॉब मिल गई और वहीं मेरी मुलाकात एक हॉट लेडी से हुई, जिसका नाम सोफी है और अब में उसके साथ ही रहती हूँ. में आपको बता दूँ कि सोफी का दिल्ली में खुद का पार्लर है और वो शादीशुदा है, लेकिन उसका पति साल में एक बार ही दिल्ली आ पाते है, क्योंकि वो देश के बाहर काम करते है.
दोस्तों यह 21 दिसम्बर की बात है और इस साल उस दिन बहुत ठंड थी और रात में सोफी ने मुझे बहुत प्यार भी किया था, लेकिन दोस्तों ये सोनिया तो लंड की ही भूखी है इसकी प्यास तो सिर्फ़ बड़े और लंबे लंड ही बुझा सकते है.
दोस्तों सुबह मॉर्निंग में सोफी के जाने के बाद में उठी और नंगी ही घर पर थोड़ी सी वॉक की और फिर दोस्तों 11 से 1 बजे तक मेरी जिम ट्रैनिंग रहती है, तो में वहाँ गई और दोस्तों अब में जिम से वापस आई और थोड़ा रेस्ट किया. फिर मैंने अपने सारे कपड़े टी-शर्ट, स्पोर्ट्स ब्रा और पेंटी उतार दिए और अपने रूम के बेड पर ही रख दिए और में नंगी ही नहाने चली गई. दोस्तों में बाथरूम में नहाने में थोड़ा वक़्त लगाती हूँ.
दोस्तों फिर करीब आधे घंटे के बाद में नहाकर पूरी नंगी अपने रूम में गई. दोस्तों में बाथरूम में टावल नहीं ले जाती हूँ, क्योंकि मुझे बाथरूम से नंगा बाहर आना बहुत अच्छा लगता है, लेकिन दोस्तों जैसे ही में अपने रूम में पहुँची तो मैंने देखा कि वहाँ एक आदमी करीब 45 साल का बैठा हुआ था और वो जीन्स, टी-शर्ट पहने हुए था और वो मेरी पेंटी को सूंघ रहा है. ओह गॉड अब में पागल हो गई थी और अब मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि में क्या करूँ?
फिर मैंने उससे कहा कि तुम कौन हो? और तुम मेरे घर में अंदर कैसे आए? तो वो घूमा और कहा कि एक्सक्यूज मी दिस इज माई हाउस और मुझे देखते ही उसके मुँह से आवाज़ निकलना बंद हो गई और वो अपना मुँह खोले हुए मेरे जिस्म को अपनी आँखों से तराशने लगा और कहा कि आप सोनिया हो, तो मैंने कहा कि हाँ, लेकिन आपको कैसे पता? और फिर मैंने टावल लपेट लिया. फिर उसने मुझे बताया कि वो सोफी का पति रेयान है और फिर उसने मुझे हाय बोला और मैंने भी उसे रिप्लाई किया और सॉरी कहा कि मैंने ऐसा बिहेव किया, लेकिन उसने कहा कि इट्स ओके.
फिर मैंने कहा कि क्या में चेंज कर लूँ? तो तब वो वहाँ से चला गया और बाहर जाकर टी.वी देखने लगा. फिर मैंने अपनी ब्रा-पेंटी पहनी और एक सेक्सी हॉट पर्पल कलर का गाउन, जो कि मेरी जांघो तक ही था, वो पहना और फिर में भी रेयान के पास चली गयी. ओह दोस्तों वो सच में मस्त आदमी है, वो दिखने में बिल्कुल फिट है और जब मैंने उससे पहली बार अपनी नज़रे मिलाई तो तभी से में उससे चुदना चाहती थी, लेकिन क्या करूँ?
फिर मैंने रेयान से कहा कि आप कुछ लेगें तो उसने कहा कि क्या मुझे एक कप कॉफी मिल सकती है? तो मैंने कहा कि हाँ जरुर. फिर कुछ देर में ही मैंने उनको कॉफी बनाकर दे दी और अब हम ऐसे ही नॉर्मल बात कर रहे थे. फिर रेयान ने कहा कि आप बहुत खूबसूरत हो और उसने इतनी हॉट और सेक्सी लेडी कभी नहीं देखी और फिर वो मुझे निहारने लग गया. दोस्तों अब मेरी नज़रे नीचे हो गई थी, क्योंकि उसने मुझे पहली मुलाकात में ही पूरा नंगा देखा था.
फिर उसने कहा कि वो नहाकर आता है और फिर वो नहाने चला गया. दोस्तों अब में वहीं सोफे पर ही लेट गई और सोचने लगी कि काश में रेयान के लंड से चुद सकूँ और अपनी चूत में उसके पानी को लूँ और उसके बच्चे की माँ बन जाऊं और यही सोचकर मैंने अपनी पेंटी उतारी और अपनी चूत को अपनी उंगली से चोदने लगी, आ आहह आह आह रेयान, आह बेबी, आह फुक मी, आह आह आहह फुक मी आह्ह्ह, फुक मी प्लीज आह. अब मुझे पता ही नहीं चला था कि कब रेयान मेरे पास आ गये? और मेरे हाथ को हटाकर मेरी प्यासी चूत में अपनी जीभ डाल दी और मेरी गर्म चूत को अपने होंठो से प्यार करने लगा.
तब मुझे होश आया और मैंने कहा कि तुम ये क्या कर रहे हो रेयान? यह गलत है, प्लीज मुझे छोड़ दो, प्लीज रेयान यह सही नहीं है. फिर उसने कहा कि मुझे सब पता है तुम बहुत बड़ी चुदासी हो, सोफी ने मुझे पहले ही सब कुछ बता दिया है, में तुम्हें बहुत पहले से चोदना चाहता था और में अपनी ही पत्नी से जलने लगा था कि वो किस खूबसूरत परी के साथ सोती है, सोफी और में तुम्हें पाना चाहता हूँ सोनिया, मेरी रानी बन जाओ.
फिर वो मेरे ऊपर चढ़ गया और मेरे होंठो को चूसने लगा, आह दोस्तों अब हम दोनों एक दूसरे की जीभ को चूस रहे थे और अब हम दोनों एक दूसरे के थूक को पी रहे थे. दोस्तों अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. फिर उसने मेरी ड्रेस उतारी तो अब में अपनी पिंक ब्रा और पेंटी में थी. फिर वो मुझे निहारने लगा और मेरे बड़े-बड़े साईज़ के बूब्स को मेरी ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा. अब में मौन करने लगी आह आ आ रेयान, आहह बेबी प्लीज इन बड़े-बड़े बूब्स को आज़ाद कर दो और चूस लो इनका पूरा जूस प्लीज रेयान.
अब मेरे मुँह से ऐसी बातें सुनकर उसने मेरी ब्रा फाड़ दी और फिर वो मेरे बूब्स चूसने लगा, आ आह आह अहज ईज़ी रेयान. फिर उसने अपना एक हाथ मेरी मुलायम चूत के अंदर डाल दिया और मेरी चूत को अपने हाथ से चोदने लगा और फिर उसने अपने बड़े लंड पर मेरा हाथ रख दिया. ओह माई गॉड उसका लंड बहुत लंबा और मोटा था तो मैंने कहा कि रेयान तुम्हारे लंड कि चुदाई से हर लेडी संतुष्ट हो सकती है, मुझे तुम्हारा लंड बहुत पसंद आया प्लीज रेयान अब मुझे चोद दो, अब मुझसे और सहन नहीं होता. अब इतना सुनते ही उसने मुझे अपनी गोद में उठा लिया. फिर उसने मेरी बड़ी गांड को पकड़कर मुझे अपनी गोद में लिया और मेरी चूत ने अपना लावा छोड़ दिया. अब मेरे बड़े-बड़े बूब्स उसके मसल्स से चिपके हुए थे.
फिर उसने मुझे अपने बेडरूम में ले जाकर फेंक दिया और फिर मेरी सेक्सी पेंटी को फाड़ दिया और फिर मेरी चूत पर एक किस की. अब वो मेरे ऊपर 69 की पोजिशन में आ गया था, अब में उसका लंड चूस रही थी तो वो मेरी प्यासी चुदासी चूत को चाट रहा था आहहहह आ ओह गॉड आ ओह माई बेबी आहह. दोस्तों उसका लंड इतना रफ था कि में उसके लंड को अच्छे से चूस भी नहीं पा रही थी और सिर्फ़ मौन ही कर रही थी आह अहहा हाहह ह आह आ फुक मी. फिर मेरी चूत ने एक बार फिर से अपना लावा उसके होंठो पर छोड़ दिया. दोस्तों अब वो बहुत ज़ोर-जोर से मेरी चूत चूस रहा था मानो जैसे वो कई सालों का प्यासा हो.
फिर मैंने उससे कहा कि प्लीज अब मेरी चूत में अपना लंड डाल दो. तो फिर वो मुझे फ्लोर पर ले गया और मुझे अपने घुटनों के बल बैठने को बोला और कहा कि ले रंडी चूस और अपना 8 इंच लंबा लंड मेरे होंठो से मेरे मुँह के अंदर पेल दिया. फिर में उसे चूसने लगी, अब मौन करने की बारी रेयान की थी, क्योंकि अब में उसका लंड बहुत मस्ती से और जोर-जोर से चूस रही थी और अब में उसके लंड को अपने गले तक ले रही थी.
अब में उसके लंबे लंड को अपने पूरे गले तक ले जाकर उसे मस्त ब्लोजॉब दे रही रही थी, दोस्तों मुझे लंबे लंड चूसना बहुत पसंद है. फिर मैंने एक कुत्तिया की तरह उसके लंड को चूसा. अब रेयान मोनिंग कर रहा था आ आह आह आह यू आर रियली ए फुक्किंग होर तुम सच में बहुत अच्छा लंड चूसती हो आहहहहह आई एम कमिंग और आई एम कमिंग बोलता हुआ उसने मेरे चेहरे पर अपना पूरा माल छोड़ दिया. अब उसका माल मेरी आँखों, नाक और मेरे गालों पर था.
फिर मैंने कहा कि रेयान मेरी प्यासी चूत तुम्हारे लंड के लिए तड़प रही है प्लीज मुझे चोद दो, प्लीज रेयान. अब इतना सुनकर रेयान ने मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया और अब वो मेरे बूब्स सक करने लगा था और मेरी चूत में अपनी उंगली करने लगा था. अब में बहुत जोर-जोर से मौन कर रही थी, रेयान आह बेबी प्लीज तुम्हारा लंड मेरी चूत के अंदर डाल दो, मेरी चूत तुम्हारे लंड को अंदर लेने के लिए बहुत तड़प रही है.
फिर रेयान ने मुझे अपनी गोदी में उठा लिया और अपने कंधो पर मेरी जाँघो को रखकर मेरी चूत को थोड़ा सा चाटा और फिर थोड़ा नीचे करके मेरी चूत में अपना लंड पेल दिया. दोस्तों अब उसका लंड मेरी चूत में जाते ही मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. दोस्तों अब वो मुझे धक्के दे रहा था और में ऊपर नीचे हो रही थी आ आ आ आ आ. दोस्तों अब मेरा मदमस्त बदन उसके टाईट कसे हुए बदन से पूरा चिपका हुआ था, अब हम दोनों चुदाई का भरपूर आनन्द ले रहे थे.
फिर उसने मुझे नीचे लेटा दिया और फिर उसने मेरी टांगो को उठाकर अपने पास खींचा और मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया आहह आ आ अहहा हहह आह. फिर कुछ देर तक इसी पोजिशन में चुदाई करने के बाद उसने मुझे डॉगी पोजिशन में चोदा आ आह आह आ फुक मी रेयान. अब वो मेरे बूब्स को भी दबा रहा था. फिर मैंने उसे अपने ऊपर आने के लिए कहा और फिर मैंने कुछ देर तक उसके लंड को चोदा.
अब मेरी चूत उसके लंड को पूरा अंदर ले रही थी, अब वो भी सातवें आसमान में था और मौन करने लगा था और अब वो मुझे गालियां दे रहा था, साली कुत्तिया, रंडी बहुत बड़ी चुदासी है तू, ऐसा कोई नहीं है जो तुझे ना चोदना चाहे, तेरा तो गैंगबैंग होना चाहिए वो भी किसी रंडी की तरह और आह आह आह यू बिच सोनिया आह आह आह आह आई एम कमिंग यू फुक्किंग बिच और फिर उसने मेरी प्यासी चूत में अपना पूरा माल छोड़ दिया. दोस्तों इस तरह मेरी कई दिनों की प्यासी चूत ने लंड का पानी पिया और संतुष्ट हुई.
मेरी चाची की तड़प
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम जय है और मेरी उम्र 21 साल है, में आज आपको मेरी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ. में एक गाँव में रहता हूँ और मेरे घर के पास ही मेरे चाचा का घर है, जिनकी अभी 2 साल पहले शादी हुई है, उनकी पत्नी का नाम मीना है.
मेरे चाचा एक प्राइवेट कंपनी में काम करते है. में एक दिन कॉलेज जा रहा था तो मेरी चाची ने मुझे आवाज़ दी और में चाची के घर गया. फिर चाची ने कहा कि जय तुम मेरा एक काम करोगे? तो मैंने हाँ कहा. फिर चाची बोली कि तुम मुझे शहर से थोड़ा सा सामान लाकर दे दो, ज़रा अर्जेंट चाहिए और चाची ने मेरे हाथों में कुछ पैसे और एक लिस्ट थमा दी.
फिर में किराने की दुकान में जा पहुँचा और दुकानदार के हाथ में वो लिस्ट दे दी. फिर 5 मिनट के बाद दुकानदार ने सामान पैक करके कहा कि भाई साहब 5 नंबर का आईटम हमारे पास नहीं मिलेगा. फिर मैंने देखा कि उसका नाम पेंटी था.
फिर में थोड़ा शरमा गया और बिल देकर रिटर्न गया और चाची के घर पहुँचकर चाची को कहा कि चाची आपकी पेंटी छोड़कर सब सामान लाया हूँ. तब चाची नहा रही थी तो चाची ने कहा कि ठीक है और वो मुझे सॉरी बोलने के लिए बाथरूम में से बाहर आई.
फिर मैंने उस टाईम चाची को देखा तो मेरी धड़कन रूक सी गयी. अब चाची सिर्फ़ पेंटी और ब्रा में ही थी, उसका बदन तो खुद भगवान ने बनाया होगा, टेनिस बॉल जैसे उसके बॉल, कमर पतली, उसके बाद उसकी गांड जैसे कि केक का पिछला हिस्सा हो.
फिर में उस दिन चला गया, लेकिन मुझे रात को नींद नहीं आई, अब बार-बार चाची का बदन मेरे सामने आता था. चाची की उम्र 22 साल थी, चाची की छाती बहुत तगड़ी, उनके 1-2 किलो के दो आम, अब मेरी नज़रो से नहीं हट रहे थे, उनकी गांड मेरे होश उड़ा रही थी. फिर में उस रात चाची की याद में ही सो गया और सुबह देखा तो मेरी चड्डी गिली थी, अब में सब समझ गया था. फिर दूसरे ही दिन में चाची के घर गया, मुझे लाईट का टेस्टर चाहिए था.
फिर मैंने घर जाने के बाद चाची को पूछा कि मुझे टेस्टर चाहिए, तो चाची बोली कि ज़रा 2 मिनट रुकना मुझे ढूँढना पड़ेगा. अब में उस टाईम टी.वी. की सीरियल देखते हुए बिस्तर पर बैठा था. फिर चाची ने आकर कहा कि ये लो टेस्टर (लाईट चैक करने का) और चाची ने टेस्टर मेरे हाथ में दिया, तो तब चाची के छूने से मेरे बदन में एक करंट सा दौड़ गया.
फिर मैंने चाची की आँखों में एक तड़प देखी, तब में समझ गया कि चाची प्यासी है. फिर में उस दिन से बार-बार चाची के घर जाने लगा और चाची से सेक्सी बातें करने लगा.
फिर एक दिन चाचा काम पर गये थे, तो में उस टाईम उनके घर गया, तब चाची नहा रही थी. फिर मैंने चाची को आवाज़ दी और चाची ने मेरी आवाज सुनकर बाथरूम का दरवाज़ा खोल दिया. फिर मैंने चाची को आवाज़ दी मगर चाची ने मेरी आवाज का कोई जवाब नहीं दिया. फिर में चाची को ढूंढते- ढूंढते उनके बाथरूम तक जा पहुँचा.
तब मैंने देखा कि चाची साड़ी पहनकर ही नहा रही है. फिर में वहाँ से घूमने ही लगा था कि चाची बोली कि जय मेरी पीठ ज़रा रगड़ दोगे तो में चौंक गया और बोला कि में, तो चाची बोली कि हाँ तुम. फिर मैंने कहा कि कोई देख लेगा, तो चाची बोली कि नहीं कोई नहीं देखेगा. फिर में अंदर गया तो चाची ने बाथरूम का दरवाज़ा अंदर से बंद कर दिया और मेरे हाथ में साबुन थमा दिया और वो खुद अपनी साड़ी उतारने लगी. अब मेरे होंठ सूख गये थे. फिर चाची ने अपना ब्लाउज और उसके बाद अपनी ब्रा भी निकाल दी. अब मुझे उनके बूब्स देखकर चक्कर से आने लगे थे.
फिर मैंने उनकी पीठ पर साबुन लगाया तो अब चाची की पीठ का स्पर्श मुझे गर्म कर रहा था और एक अनोखा मज़ा दे रहा था. तब मैंने देखा कि मेरा प्यासा लंड हलचल करके टाईट हो गया है. फिर मैंने चाची के बूब्स को जानबूझ कर हाथ लगाना शुरू किया.
फिर चाची बोली कि जय मैंने तुम्हें पीछे साबुन लगाने को कहा था, आगे क्या कर रहे हो? तो मैंने चाची की बातों की तरफ़ ज्यादा ध्यान नहीं दिया. फिर मैंने कहा कि आपके बूब्स दिखने में कितने अच्छे है और फिर मैंने चाची के बूब्स दबाने शुरू किए. तब चाची मुझसे छिपकली की तरह चिपक गयी और में चाची के बूब्स जोर लगाकर दबाने लगा. अब चाची सिसकारी भरने लगी थी. फिर थोड़ी देर के बाद मैंने देखा कि चाची गर्म हो गयी है तो मैंने बाथरूम का दरवाज़ा खोलकर चाची को अपनी बाहों में उठा लिया और बिस्तर पर ले गया, तब चाची सिर्फ़ गाउन में थी.
फिर मैंने चाची से कहा कि चाची तुम, तो चाची ने कहा कि जय तुम मुझे चाची नहीं अब मीना कहो और वो मुझसे फिर से चिपक गयी. फिर में मीना के बूब्स दबाते हुए उन्हें चाटने लगा और मीना सिसकारियां भरने लगी, तब में मीना के गालों पर किस करने लगा और उसे चाटने लगा. फिर में धीरे-धीरे उसके बदन को चाटते हुए उसकी कमर तक गया और उसके गाउन की डोरी खोल दी. अब वो मेरे सामने सिर्फ पेंटी में थी.
फिर में धीरे-धीरे उसकी जांघो को चाटता रहा और 3 मिनट के बाद उसकी पेंटी खोल दी. तब वो अपने पैरों से अपनी चूत को छुपाने लगी. फिर मैंने कहा कि मीना मुझे उसका स्वाद लेने दो, तब उसने अपने दोनों पैर फैला दिए और में उसकी वो सुंदर सी और थोड़े से बाल आई हुई चूत को चाटने लगा. तब उसने मेरे कपड़े उतार दिए और मेरी चड्डी के ऊपर से अपना हाथ मेरे लंड पर फैरने लगी. फिर तभी मैंने अपनी चड्डी निकालकर मेरे 9 इंच लंबे और 3 चौड़े लंड का उसे दर्शन करवा दिया.
अब वो मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर उसको आँखें फाड़-फाड़कर देख रही थी. तभी मैंने अपना लंड उसकी मुँह में घुसा दिया, तब मुझे ऐसा मज़ा आ रहा था जैसे स्वर्ग सुख मिल रहा हो. फिर तभी मैंने 69 की पोज़िशन ली और उसकी चूत चखने लगा. फिर थोड़ी देर बाद मैंने देखा कि उसकी चूत से कामरस बाहर आने लगा है तो मैंने अपनी 11 और 66 की पोज़िशन ली.
फिर में अपना लंड उसकी चूत के ऊपर रखकर उसे रगड़ने लगा, तो मीना कहने लगी कि डालो अंदर डालो, फाड़ दो मेरी चूत को. तब मैंने उसके सर के नीचे से तकिया निकालकर उसकी गांड के नीचे लगाकर अपनी मिसाईल की पोज़िशन लेकर अपने दोनों हाथों से उसकी गांड पकड़कर अपने होंठ उसके होंठ पर रखकर जोर का एक झटका दिया. फिर तब मीना मछली की तरह तड़पने लगी, तब मेरा आधा लंड ही उसकी चूत के अंदर गया था. फिर मैंने दूसरा जोर का झटका दिया तो उसने मुझे दूर फेंकने की कोशिश की मगर मैंने उसे बहुत जोर से पकड़ रखा था.
फिर मेरा मुँह उसके मुँह से हट गया तो तभी उसके मुँह से चीख बाहर आ गयी, जय प्लीज उसे बाहर निकालो. फिर मैंने नीचे देखा कि मेरी गोटियाँ उसकी चूत के ऊपर खेल रही है तो में थोड़ी देर तक वैसे ही पड़ा रहा और उसके बूब्स दबाने लगा. अब उसके बूब्स कड़क हो गये थे, तो तब मैंने उन्हें पकड़कर अपना लंड बाहर निकाला और फिर से एक झटका दिया.
तब मीना चीखी जय धीरे-धीरे डालो ना प्लीज दर्द होता है. तब में धीरे-धीरे अपना लंड बाहर निकालकर उसे ठोकने लगा. फिर थोड़ी देर के बाद मीना भी अपनी गांड उठाकर मेरा साथ देने लगी और बोलने लगी कि आआआअहह जय तुम बहुत अच्छी तरह से चोदते हो और अंदर डालो. तभी में ज़ोर-जोर से झटके मारने लगा. फिर में उसकी कमर को पकड़कर शॉट मारने लगा और 10 मिनट तक उसको चोदता रहा.
फिर उसके बाद में मेरी स्पीड बढ़ाने लगा तो तभी मीना बोल रही थी कि बस जय और में लगातार चुदाई कर रहा था. अब वो भी मेरे हाथों में अपने हाथ देकर मेरा साथ देने लगी थी और बोलने लगी कि जय चोदो और जोर से चोदो. फिर मैंने उसे अपने अंतिम समय आने की सूचना दी और कहा कि कहाँ लेना पसंद करोंगी? तो उसने कहा कि चूत में ही भर दो.
फिर मैंने अपना पूरा माल उसकी चूत में ही छोड़ दिया और फिर हम एक दूसरे से चिपक गये. फिर उसके बाद उसने कहा कि तुम्हारे चाचा का हथियार तुमसे बहुत छोटा है. फिर मैंने 15 मिनट के बाद उसकी गांड की भी ठुकाई की और फिर उसके बाद हमें जब भी कोई मौका मिलता तो तब हम अपनी प्यास बुझा लेते थे.
भाभी के साथ कामसूत्र की इच्छा
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राहुल है और मुझे पता है कि स्टोरी का नाम पढ़कर ही आप लोगों ने अपने- अपने लंड अपने हाथ में ले लिए होंगे और मेरी प्यारी-प्यारी भाभियों ने भी अपनी उंगली चूत में डाल लेने का मन बना लिया होगा.
जैसे कि मैंने टाईटल में बताया है कि ये मेरी इच्छा है जो कि बहुत जल्द में इसे सच में बदलने वाला हूँ, लेकिन अभी आपको मेरी इच्छा ही सुनने को मिलेगी, कल्पना 404 में रहती है और में 401 में रहता हूँ, वो 404 में अपने पति और एक छोटे बच्चे के साथ रहती है. वो इतनी खूबसूरत और कामुक है ना कि कभी-कभी तो मुझे लगता है अगर ये मान जाये तो इसे भगाकर ले जाऊं और हम कहीं दूर चले जाए और दिन रात सिर्फ़ और सिर्फ़ हम एक दूसरे को चोदे.
कुछ-कुछ औरत, लड़की या भाभी को देखकर ऐसा लगता है कि वो बस चोदने के लिए ही बनाई गयी हो और कल्पना भी उसी में से एक है. वो लोग वहाँ किराए पर रहने आए है, उन लोगों को वहाँ रहते हुए लगभग 6-7 महिने हो गये है.
फिर एक दिन में अपने घर पर टी.वी. देख रहा था कि तभी बेल बजी तो मैंने उठकर दरवाज़ा खोला तो देखा कि बाहर मेरे सामने कल्पना खड़ी थी. मैंने पहली बार उसे देखा था और ये मेरी उससे पहली मुलाकात थी और मुझे तो पता भी नहीं था कि ये पटाखा मेरे सामने ही रहता है, वो वास्तव में उसके बेटे की बर्थ-डे पार्टी का निमंत्रण देने आई थी. फिर उसने कहा कि तुम्हारी मम्मी नहीं है घर में? तो मैंने कहा कि नहीं वो तो नहीं है बोलिए.
तब उसने बोला कि मेरे बेटे की बर्थ-डे पार्टी है कल शाम को 7 बजे आप सबको आना है. फिर मैंने उनसे पूछा कि आप कहाँ रहते हो? तो उन्होंने कहा कि आपके सामने ही तो रहती हूँ. फिर मैंने कहा कि नहीं सॉरी मुझे मालूम नहीं था कि आप यहीं रहती हो, में मम्मी को बता दूँगा. फिर वो ओके बोलकर चली गई.
अब मेरी मम्मी और भाई उसके यहाँ बर्थ-डे पार्टी में गये थे, में तो काम में व्यस्त था तो इस वजह से नहीं जा पाया, लेकिन अब हम बार-बार लिफ्ट में आते जाते मिलने लगे, मुझे अभी तक उसका नाम नहीं पता था.
एक दिन वो अपने बेटे को स्कूल छोड़ने जा रही थी तो में भी तभी अपने ऑफिस के लिए निकला. तब मैंने लिफ्ट में उसके बेटे से मस्ती करने के बहाने उसे पहली बार छुआ और उसको छूकर मन में ऐसी आग लगी कि इसे लेकर बेड पर लेटाकर मेरे नीचे दबोच दूँ. फिर उसके बेटे ने मेरी बाईक पर बैठने की ज़िद की. फिर मैंने उसे छोटा सा चक्कर लगवा कर वापस उसकी मम्मी और मेरी मम्मी के पास छोड़ा.
फिर मैंने उसका नाम पूछा तो उसने कहा कि कल्पना, बस साला सरनेम नहीं बताया कि में उसे फेसबुक में सर्च कर पाऊं और उससे बात आगे बढाऊँ. अब में भी उसके साथ खुलकर बात नहीं कर पा रहा था, क्योंकि मुझे थोड़ा सा डर लग रहा कि कहीं सोसाईटी में कुछ प्रोब्लम ना हो ज़ाये. फिर में वहाँ से चला गया और अभी तक मुझे उसको अपनी फिलिंग बताने का मौका नहीं मिल रहा था. अब में एक सही मौके की तलाश में था, अब आते जाते ही हैल्लो और मेरा उसके बेटे के बहाने उसके घर आना जाना तो चालू था ही.
अब वो जिस तरह से मुझे देखती थी तो मुझे ऐसा लगता था कि में जैसे मन में ये सोच रहा हूँ कि में इसके बूब्स दबा रहा हूँ, तो वो भी मन में सोच रही थी कि में इसका लंड चूस रही हूँ. अब में उसके घर इसलिए जाता था कि हमारी बात कुछ आगे बढ़े, लेकिन में जब भी जाता हूँ तो उसका बेटा इतनी सारी बातें करता है ना कि मुझे उससे तो बात करने का टाईम ही नहीं मिलता और जितना टाईम मिलता भी है तो में उसके दीदार करने में बर्बाद कर देता हूँ, लेकिन मुझे पक्का विश्वास है कि एक दिन वो नंगी मेरे नीचे जरुर सोयेगी और में पूरा नंगा कंडोम पहनकर उसके ऊपर लेटा रहूँगा और उसकी चूत का रस पीता रहूँ, अब में हमेशा से यही चाहता था.
अब में जब भी उसके क्लीवेज देखता हूँ तो मन करता है इसे यही दीवार पर चिपकाकर चालू हो जाऊं, उसके नरम गुलाबी होंठो पर टूट पडूँ और चूस-चूसकर उसके होंठ लाल कर दूँ, उसके कानों पर हल्का सा बाईट करके उसकी जांघ पर से हाथ घुमाते हुए उसकी मदमस्त गांड पकड़ लूँ और उसे अपने लंड पर दबा दूँ.
में चाहता हूँ कि वो मुझे नीचे फेंककर मेरे ऊपर चढ़ जाए और अपनी ब्रा निकालकर अपने बूब्स मेरे मुँह में डाल दे और वो अपने हाथों से मेरे कपड़े खोलकर मेरे लंड से खेले. दोस्तों उसकी आँखो में इतना खिंचाव है कि मुझे दिन रात अलग-अलग स्टाईल में उसको चोदने के ख्याल आते रहते है. अब कभी-कभी वो मेरे घर आई होती है तो मन करता है कि पीछे से जाकर पकड़ लूँ और उसकी गांड पर अपना लंड रखकर मेरे लंड के स्पर्श से उसे अहसास कराऊँ कि मेरा लंड उसके लिए कितना प्यासा है?
फिर एक बार ऐसा ही हुआ वो दही लेकर घर जा रही थी और हमारा टाईम थोड़ा गड़बड़ा गया. में मेरी बाईक तक पहुँच गया था. तभी मैंने उसको बाहर से दही लेकर आते हुए देखा, उसने लाल कलर की ड्रेस पहनी थी और वो बस नाहकर आई होगी, क्योंकि उसके बाल गीले थे जो उसने बाँधकर रखे थे.
सुबह- सुबह इस तरह से उसको जाते देखकर मेरा मन किया कि लिफ्ट में ही इसे दबोच लूँ और कपड़े खोलकर सारा दही इस पर डाल दूँ और फिर में सारा दही चाटकर खा लूँ. फिर उस दिन ऑफिस पहुँचकर मैंने लगातार 3 बार उसके नाम से लंड हिलाया, तब कहीं जाकर मुझे शांति हुई. अब में बस उसे जल्दी से अपनी बाहों में भरकर उसे चोद डालना चाहता हूँ और में ज़रूर चोदूंगा भी और बहुत जल्द अगली स्टोरी लिखकर आपको बताऊंगा भी कि कैसे मैंने कल्पना की चुदाई की? और उसके मजे लिए.
दोस्त की बीवी के अकेले में मजे
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम संजय है और यह मेरी इस साईट पर पहली कहानी है जो में आप सभी के साथ शेयर करना चाहता हूँ. में भोपाल से हूँ और यह कहानी मेरे दोस्त आयूष और उसकी पत्नी निधि की है, अब में आपको निधि के बारे में बताता हूँ, वो एक स्मार्ट बोल्ड सेक्सी हाउस वाईफ है. वो अपने पति से संतुष्ट नहीं थी, जो हमेशा काम में बिज़ी रहता था और निधि हमेशा दुनिया घूमना चाहती थी, जो आयूष उसे नहीं दिखा पा रहा था. हम हमेशा आपस में मिलते थे, निधि मुझसे बड़ा खुश रहती थी, क्योंकि उसे पता था कि में हमेशा उसकी हेल्प करता था.
ये कहानी कुछ ऐसे स्टार्ट होती है कि एक बार उन दोनों ने मुझे खाने पर बुलाया. टाईम रात 9 का फिक्स था. जब हम साथ में डिनर लेते थे तो आयूष और में हमेशा ड्रिंक करते थे, घर में उसकी भी व्यवस्था थी. अब में उनके घर गया और डोर बेल बजाई तो देखा कि निधि ने नेट वाली साड़ी पहनी थी, निधि एक खूबसूरत लेडी थी और मेरे दोस्त की बीवी थी, जिसके बूब्स 36C थे, कमर 32 और हिप्स 38 थे. अब मुझे उसकी नेट की साड़ी में उसके पल्लू के बीच में से क्लीवेज अच्छे से दिख रही थी. अब में चाहकर भी अपना ध्यान नहीं हटा पा रहा था.
अब मेरे पूछने पर उसने बताया कि आयूष लेट आयेगा, उसको जरूरी काम की वजह से रुकना पड़ रहा था. अब मेरे कॉल करने पर उसने कहा कि संजय घर मत आना आज का प्लान केन्सिल करते है. तब में उसे इससे पहले बताता कि में उसके घर पर हूँ, तो उसने कॉल काट दिया, हो सकता है वो काम में ज्यादा बिज़ी हो, लेकिन कुछ देर के बाद निधि के फोन पर भी मैसेज था, जानू प्लान केन्सिल में जल्दी आ जाऊंगा लव यू, इसके बाद मैंने निधि के चेहरे पर कुछ शरारती सी हंसी देखी तो मैंने उससे कहा.
संजय – चलो भाभी अब में जाता हूँ, दोस्त तो काम में बिज़ी हो गया है.
निधि – अरे, तो क्या? खाना तो तैयार है ना खाकर जाओ.
संजय – ना यार मूड खराब करता है, आज आपका पति ड्रिंक के मूड में था.
निधि – तो क्या चलो आज हमारे साथ लो? आपके दोंस्त तो हमें कभी नहीं पिलाते, आप पिलाओ.
यह कहकर निधि ने अपने पैर क्रॉस किए, अब उसकी जांघे देखकर मेरा लंड खड़ा हो रहा था, सोचा कैसे बताऊँ उसको मेरी फीलिंग? लेकिन डर था कि कहीं ग़लत ना ले ले.
संजय – रहने दो भाभी, आप कहाँ पीते हो?
निधि – इच्छाये तो बहुत है, लेकिन वो कहाँ पूरी करते है.
संजय – चलो, आज हम आपको कुछ नया ड्रिंक बनाकर पिलाते है.
अब निधि गर्म हो चुकी थी और कहा कि चलो बहुत टाईम है धीरे-धीरे ड्रिंक लेते है. अब हमने माहौल को इन्जॉय करने के लिए लाईट कम की और स्लो म्यूज़िक लगाया, अब हम सोफे पर साथ बैठकर पी रहे थे, अब कुछ तीन पैग पीने के बाद वो हल्के नशे में थी.
संजय – क्या हुआ भाभी? आप सो जाओ, आपको दारू चढ़ गयी है.
निधि – नहीं बातें करते है, मेरी बड़े टाईम से इच्छा थी कि में तुमसे बातें करूँ.
इतना कहकर उसने मेरे कंधे पर और फिर कंधे से मेरी गोद में अपना सर रखा और बोली कि में ऐसे लेट जाऊं तो बुरा नहीं मानोगे ना.
संजय – नहीं, अब इतना कहकर में उसके बालों से खेलने लगा.
निधि – तुम इतने प्यारे हो, तुम्हारे साथ कितना अच्छा लगता है.
संजय – आप भी बहुत प्यारी हो, आयूष की किस्मत कितनी अच्छी है.
इतनी बातें चल रही थी कि मैंने देखा की निधि का पल्लू नीचे गिरा था, अब उसकी आँखें बंद थी, अब उसके बूब्स उसके ब्लाउज से बाहर लटक रहे थी, जो बड़े गोरे और मिल्की लग रहे थे. अब मेरे लंड से धीरे-धीरे पानी निकल रहा था. फिर मैंने सोचा कि कही मेरे इरादे और ना बिगड़ जाए तो में उनका पल्लू सही करने लगा. अब में पल्लू सही करता, इतने में निधि ने समझ लिया था कि उसकी सीट के नीचे मेरा लंड जवान हो रहा है, अब वो मस्ती के मूड में आ गयी थी. फिर निधि सीधी बोली संजय तुम कब से मेरे बूब्स को देख रहे हो तो फिर पल्लू ऊपर क्यों रखा?
संजय – मुझे लगा कहीं गलती से गिरा हो, सही कर ले.
निधि – नहीं, वो तुमारे लिए गिरा है, मुझे हमेशा से पता है कि तुम्हें मेरे बूब्स बड़े पसंद है, मेरे बूब्स को तुम बड़ा पसंद करते हो, आज मौका है आयूष भी नहीं है, उससे कुछ ज़्यादा होता भी नहीं है आओ आज तुम और में मिलकर दोनों की आग बुझाते है. अब इतना सुनने पर मैंने उसके बूब्स पर हाथ रखे, वो बड़े ही नरम गर्म थे.
निधि – आअहह, संजय आज चालू हो जाओ और रुकना मत, इतना प्यार करो कि में हमेशा तुम्हारी रहूँ, आअहह आअहह और दबाओ खोलो मेरे ब्लाउज को और बूब्स को अच्छे से प्यार करो.
फिर मैंने उसके ब्लाउज को खोला और अब वो अन्दर ब्लेक ब्रा पहने थी. अब मुझे उसकी ब्रा खोलने पर पिंक निप्पल दिखे, जिसे देखकर में पागल सा हो गया और उसे अच्छे से मसलने लगा और चूसने लगा.
निधि – आहह अच्छे से चूसो, मजा आ रहा है आअहह अववववव संजय लव यू आअहह.
अब में निधि को उठाकर उसके रूम में ले गया और उसकी साड़ी उतार दी. अब वो ब्लेक पेंटी पहने थी, अब में उसके होंठो को स्मूच करता, तो कभी गर्दन, तो कभी बूब्स और अपने हाथ उसकी पेंटी के अंदर ले गया था. अब उसकी चूत बहुत गीली थी, जैसे कि मेरा लंड गीला था और अब में उसकी चूत को रब करने लगा था.
निधि – अहह संजय और तेज़्ज़्ज़्ज़ और तेज़्ज़्ज़ आअहह आहहह मत तड़पाओं मुझे चोदो, फुक्ककककक फुक्ककककक, संजययय फुक्कककक मी.
उसके बाद उसने मेरा लंड बाहर निकाला, अब मेरा 7 इंच का लंड देखकर वो खुश हो गयी और मेरा पूरा लंड चूसने लगी. अब वो मेरा लंड ऐसे चूसने लगी थी, जैसे वो कई सालों से बड़ी प्यासी हो. उसे देखकर अब मेरा लंड और बड़ा हो गया. फिर मैंने उसे सीधा लेटाकर उसकी चूत को चाटने लगा. अब वो पागल हो गयी थी, अब उसकी चूत से पानी बाहर आ रहा था.
निधि – संजय चाटो, चाटो आआहह अयाया मज़्ज़्ज़ा आ गया, आयूष को सिख़ाओ में पहली बार ऐसा महसूस कर रही हूँ, आआहहह आआआहह चाट जाओ. अब वो अपने पैर ओपन करके मुझे और चूत के पास ला रही थी. अब में भी बहुत इन्जॉय कर रहा था, अब में 20 मिनट तक उसे ये मजा दिलवाने के बाद उसकी चूत का पूरा पानी पी गया. अब मैंने अपना लंड उसकी चूत में डालकर करीब 20 मिनट तक सेक्स किया. अब हम दोनों संतुष्ट थे. इसके बाद हमने 1 बजे तक सेक्स किया और हर महीने में दो बार हम साथ में सेक्स करते है और मजे करते है.
चुदवाकर पंजाब चली गई
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम साहिल है और में आपको अपनी ज़िंदगी की एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ, मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी स्टोरी जरुर पसंद आयेगी. अब में आपका समय ख़राब ना करते हुए सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ. मैंने नया-नया फेसबुक चलाना सीखा था और सबको फ्रेंड्स रिक्वेस्ट भेजी, ऐसे ही अचानक मैंने अवन्तिका को फ्रेंड्स रिक्वेस्ट भेजी जो कि उसने एक्सेप्ट कर ली.
अब हमारी बातचीत शुरू हो गई, मुझे शेर और शायरी का शोक था, जो में अक्सर भेज दिया करता था, जो उसे काफ़ी पसंद था. अब हमारी बातचीत हुई और हमने अपने नम्बर एक्सचेंज कर लिए. फिर उसने मुझसे कहा कि में खुद कॉल करुँगी, लेकिन तुम तब तक नहीं करोंगे जब तक में ना कहूँ, तो में मान गया, लेकिन मैंने उससे प्रॉमिस माँगा कि कॉल करोगी.
फिर सुबह उसका 7 बजे कॉल आया और उस समय वो मंदिर जाती थी. फिर हमारी 30 बात हुई, तब उसने मुझे बताया कि वो शादीशुदा है और उसके एक 3 साल की बेटी है. अब में आपको अवन्तिका के बारे में बता दूँ, 38-36-40 का फिगर, सॉफ्ट स्किन, साँवली, हॉट और सेक्सी है और वो पंजाब से है. फिर मैंने उससे कहा कि अगर तुम्हें ऐतराज़ ना हो तो क्या हम दोस्त बन सकते है? मेरे कोई दोस्त नहीं है. फिर वो मान गई और अब उसके मन में एक उम्मीद जाग गई थी, जैसे उसे ज़िंदगी मिल गई हो, क्योंकि वो अपने पति से अलग रहती थी, उसका पति शराबी था और ये बात उसने मुझे बड़ा फोर्स करने पर बताई और रोने लगी. फिर मैंने उसे चुप करवाया और उसका साथ देने को कहा, अब वो मुझसे रोज़ बात करने लगी, अब वो रोज सुबह 7 बजे कॉल करती और शाम को फेसबुक पर चैट करती थी.
फिर एक दिन अचानक से मेरा फेसबुक मेरे भाई के फोन पर खुला रह गया और मेरा भाई उससे चैट करने लगा. फिर मैंने अपने सिस्टम पर चैक किया तो मैसेज चैट हुआ था, आई वाज़ कन्फ्यूज़. फिर जब में घर पहुँचा तो पता चला कि कल उससे चैट करते वक़्त आई.डी. भाई के फोन पर चालू रह गई थी. तभी अचानक से अवन्तिका का कॉल आया.
उसने पूछा कि ये चैट कौन कर रहा था? तो मैंने बोला कि सॉरी ग़लती से भाई के फोन पर फेसबुक चालू रह गई थी. फिर उसने गुस्सा किया, लेकिन काफ़ी मांफी माँगने के बाद उसने मुझे माफ कर दिया, मेरी फर्स्ट टाईम उससे रात को बात हुई और मैंने उससे दिल की बात बोली कि में तुम्हें पसंद करता हूँ. तभी उसने बोला कि तुम मुझसे सेक्स करना चाहते हो, तो में शॉक हो गया और अचानक उससे कहा कि हाँ करना चाहता हूँ, बोलो कहाँ मिलोगी? तो उसने कहा कि देखा सभी एक जैसे होते है.
फिर मैंने कहा कि में सिर्फ़ तुम्हारा प्यार चाहता हूँ, जो कभी ख़त्म ना हो और इस बात से अवन्तिका जैसे पागल हो गई और वो भी मुझसे प्यार करने लगी. अब वो भी काफ़ी प्यासी थी, क्योंकि पति से दूर होने के बाद उसने काफ़ी दिनों से सेक्स नहीं किया था.
फिर मैंने उससे मिलने का प्लान बनाया, तब तक हम काफ़ी खुल गये थे और काफ़ी हद तक सेक्स की बातें करते थे. अब वो अपनी दोस्त के साथ घर से निकली, उसकी दोस्त भी अपने बॉयफ्रेंड के साथ आई थी, क्योंकि उसे भी उसके साथ टाईम बिताना था और मुझे अवन्तिका के साथ टाईम बिताना था. अब हम तय की हुई जगह पर पहुँचे.
फिर मैंने दो कमरे होटल में बुक करवाए और एक कमरे में हम और दूसरे में उसकी दोस्त थी. अब कमरा बंद करते ही में बेड पर लेटा था और वो अपनी दोस्त से मिलकर रूम में वापस आई और दरवाजा लॉक करते ही मुझ पर टूट पड़ी.
अब उसने मुझे जोर से हग कर लिया, तो मैंने उसे पलटी मारकर बेड पर लेटा दिया और उसे चूमने लगा. अब में उसकी गर्दन पर, उसके गालों पर, आँखों पर किस करने लगा और उसके बूब्स को कस कसकर दबाने लगा और कपड़ो के ऊपर से ही उन्हें चूसने लगा. अब उसने अपनी आँखे बंद कर ली और मेरी पेंट पर अपने हाथों को रगड़ने लगी. अब मुझे उससे मिलने की इतनी खुशी थी कि अब मुझसे भी रहा नहीं गया और मैंने उसके कपड़े उतारना शुरू कर दिए.
ये मेरा उसके साथ सेक्स का पहला अनुभव था और उसका एक परायें मर्द के साथ सेक्स का पहला अनुभव था, उसने अपने पति के अलावा किसी से नहीं चुदवाया था. फिर मैंने उसे ऊपर से पूरी नंगी कर दिया. अब मैंने उसकी ब्रा को अपने होंठो से खोला. फिर मैंने उसकी पूरी पीठ और उसकी गांड पर बहुत सारी किस की, जिससे वो एकदम गर्म हो गई थी. फिर मैंने उसका पजामा उतार दिया और अब वो पिंक फूलों वाली पेंटी में मेरे सामने थी, अब उसके बदन पर पेंटी के अलावा कुछ नहीं था.
फिर मैंने उसके पूरे बदन पर किस करना शुरू कर दिया, उसके होंठो पर, उसकी गर्दन पर, उसके गालों पर और उसके बूब्स को खूब निचोड़-निचोड़कर चूसा, उसके ब्राउन और मोटे निप्पल को खूब मसला और चूसा, वो एकदम कयामत थी. फिर जब मैंने उसकी नाभि के गहरे छेद को चूसा तो वो एकदम से मचल गई.
फिर मैंने और नीचे जब उसकी पेंटी के ऊपर से उसकी चूत पर किस किया तो उसने एकदम से मेरा सर पकड़कर पीछे कर दिया, लेकिन में कहाँ रुकने वाला था? फिर मैंने उसके दोनों हाथों को पीछे किया और उसकी पेंटी को पकड़कर खींचकर उतारने लगा. उस वक़्त वो मना करने लगी, लेकिन में अब नहीं रुक सकता था और मैंने उसकी पेंटी उतारकर फैंक दी और वो शरमाने लगी. उसने अपनी चूत साफ की थी, उसकी चूत एकदम क्लीन शेव थी. फिर मैंने उसे सीधा किया और उसके दोनों हाथों को पकड़ा और उसे स्मूच करने लगा, अब वो अपने आपको मुझसे छुड़वाने की कोशिश करने लगी, लेकिन वो नाकामयाब रही.
फिर उसने अपनी आँखे बंद कर ली. तभी मैंने उससे कहा कि अवन्तिका आँखे खोलो और देखो में हूँ तुम्हारा साहिल आँखे खोलो, तो उसने अपनी आँखे नहीं खोली. फिर मैंने उसका सर अपने दोनों हाथों से पकड़ा और फिर बोला कि आँखे खोल अवन्तिका.
फिर उसने धीरे से अपनी आँखे खोली और मेरी आँखो में देखा, बस फिर में एकदम से उठा और उसकी टाँगे ऊपर उठाकर चौड़ी की और अपने होंठो से उसकी क्लीन चूत को चाटने लगा. फिर वो एकदम से मचल गई और मेरा सर पीछे करने लगी, लेकिन में अपनी पूरी ताक़त से उसकी चूत चाटने लगा, उसकी चूत का स्वाद मजेदार था. अब उसकी चूत से सफ़ेद झाग निकल रहा था, जिसे में चाटता रहा. अब उसे भी मज़ा आने लगा था. फिर उसने मेरा सर अपनी चूत पर दबाना शुरू कर दिया तो में अपनी जीभ को उसकी चूत के अन्दर तक घुसाने लगा और उसके चूत के दाने को अपने दांतों में दबाकर धीरे-धीरे काटने लगा. अब उसे इतना मज़ा आ रहा था कि अचानक उसने अपनी कमर उठाई और मेरा सर पीछे करना चाहा, लेकिन मैंने दबाये रखा और उसने अपना पानी छोड़ दिया और वो शांत हो गई.
फिर में उसकी चूत का सारा पानी चाटकर पी गया और उसको हग करके लेट गया. फिर उसने मुझे बताया कि उसे आज तक ऐसा मज़ा उसके पति ने भी नहीं दिया था. अब मेरा लंड जो पहले से खड़ा था और अब उसकी चूत में जाने के लिए फनफना रहा था. फिर मैंने उसे फिर से चूमना शुरू कर दिया. फिर मैंने अपनी जेब से एक कंडोम निकाला और लंड पर लगाया. अब वो मेरा लंड देखकर हैरान रह गई, मेरा लंड 8 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा है.
फिर मैंने धीरे-धीरे उसकी चूत में पहले उंगली डाली तो वो एकदम से मचल गई. उसकी चूत एकदम टाईट थी. फिर मैंने सोचा कि एक बच्चे की माँ और इतनी टाईट चूत, कमाल है, बच्चा होने के बाद डॉक्टर ने उसकी चूत एकदम टाईट कर दी थी. फिर मैंने उसकी चूत पर चूमा तो वो चिल्ला पड़ी, साहिल ऐसा मत करो, दर्द होता है. फिर मैंने कहा कि जान दर्द में ही मज़ा आता है, तो उसने कहा कि तुम्हारा बहुत मोटा है, में नहीं ले पाऊँगी.
फिर मैंने कहा कि क्यों तुम्हारा पति तुम्हें ठीक से नहीं चोदता था क्या? तो उसने कहा कि नहीं शुरू होते ही झड़ जाता था और लंड भी छोटा था 4 इंच लंबा और 2 इंच मोटा था. फिर मैंने कहा कि फिर तो मज़ा आयेगा, उसकी चूत भी कसी हुई थी, अब वो एकदम दुबारा गर्म हो चुकी थी. फिर मैंने उसकी टाँगे उठाई और उसके दोनों हाथों को पकड़ लिया और उसे स्मूच करने लगा.
फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर रखा और धीरे-धीरे अन्दर डालने लगा. अब उसे थोड़ा दर्द हुआ और वो चिल्लाने लगी, तो में कुछ देर रुक गया और उसे चूमने लगा. फिर कुछ देर में वो शांत हुई और मैंने सर अपनी कमर को पीछे किया और एक ही झटका मारा, वो झटका इतनी ज़ोर का था कि मेरा पूरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ अन्दर घुस गया.
अब उसकी आँखो से आँसू निकलने लगे थे और वो चिल्लाने लगी थी, लेकिन मेरे होंठों से उसके होंठ दबे होने के कारण वो नहीं चिल्ला पाई और उसे मैंने कसकर पकड़ लिया. फिर कुछ देर तक ऐसे रहने के बाद वो थोड़ा शांत हो गई और फिर मैंने धक्के मारना शुरू कर दिया. अब वो धीरे-धीरे चिल्लाने लगी थी. फिर कुछ देर के बाद उसे भी मज़ा आने लगा, अब वो भी अपनी कमर उठा-उठाकर मेरा साथ देने लगी.
फिर उसने अपनी कमर तेज हिलाना शुरू कर दी और वो झड़ गई, लेकिन मैंने अपने धक्के जारी रखे और तेज-तेज धक्के मारता रहा. अब उसके मुँह से मस्त आवाज़े निकलने लगी, आआहह साहिल बहुत मज़ा आ रहा है और तेज करो, कम ऑन साहिल तुम बहुत अच्छा चोदते हो, ऐसा सुख मुझे आज तक किसी ने नहीं दिया था, आआहह और ज़ोर से चोदो साहिल, बहुत मज़ा आ रहा है, अब में झड़ने वाली हूँ. अब उसकी बातें सुनकर मेरा जोश और बढ़ गया, अब मुझे भी लगा कि में भी झड़ने वाला हूँ और फिर में झड़ गया, लेकिन उसको पता नहीं चला, क्योंकि में धक्के मारता रहा और फिर 5-6 धक्को के बाद वो भी झड़ गई.
फिर उसने मुझसे कहा कि आई लव यू साहिल. फिर अवन्तिका ने कहा कि तुम सच में मर्द हो, ऐसा सुख मुझे आज तक नहीं मिला है जो तुमने दिया है. फिर मैंने उसकी चूत की तरफ देखा जो खून से भरी हुई थी. फिर मैंने उसे साफ किया, अब उसकी चूत पूरी लाल हो चुकी थी और सूज गई थी. अब मेरा लंड अभी भी खड़ा था. फिर मैंने अपना कंडोम निकाला और फैंक दिया और साथ में ही दूसरा कंडोम चढ़ाकर फिर से उसे चूमने लगा. अब वो फिर से गर्म हो गई और इस बार मैंने उसे घोड़ी बनने को कहा. फिर मैंने उसकी गांड पर एक थप्पड़ मारा और किस किया और पीछे से उसकी चूत को चूमा और उठकर उसकी चूत में लंड डाल दिया. अब उसके मुँह से चीख निकल गई.
फिर मैंने उसके बूब्स को पकड़ा और धक्के मारना शुरू कर दिया. अब मेरा लंड उसकी चूत को कस कसकर चुदाई कर रहा था, अब उसकी चूत गीली होने के कारण पच-पच की आवाज़ निकल रही थी. अब में उसे तेज-तेज चोदने लगा था, इतनी चुदाई के बाद वो 1 बार फिर झड़ गई और दूसरी बार हम एक साथ झड़े. फिर मैंने उसकी चूत को चूमा और उसे आई लव यू कहा और उसने भी मुझसे आई लव यू टू कहा और फिर वो वापस पंजाब चली गई.
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