नेहा की चूत का कुआं बनाया

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम जीवन है और में आपको फिर से एक नयी स्टोरी बताने जा रहा हूँ. अब पहले में आपको मेरे बारे में कुछ बताता हूँ, में पुणे में रहता हूँ और मेरी हाईट 5 फुट 8 इंच है, कलर मीडियम, मेरी उम्र 22 साल है. अब में आपका ज्यादा समय ख़राब ना करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ. यह कहानी तब कि है जब में 12वीं क्लास में था.
तब मेरी क्लास में नेहा नाम की एक लड़की थी, वो एकदम परी जैसी दिखती थी, उसे देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए, वो ऐसी थी. हम सब दोस्त उसे देखते रहते थे. फिर एक दिन में बाइक पर जा रहा था, तब मैंने रास्ते में बहुत भीड़ देखी. फिर मैंने अपनी गाड़ी साईड पर लगाई और देखा तो नेहा वहाँ गिरी हुई थी, उसे चोट आई थी. फिर मैंने उसे उठाया और उसकी गाड़ी साईड में लगाई और उसे डॉक्टर के पास ले गया. अब वो चल भी नहीं पा रही थी तो मैंने उसे उठाकर लेटा दिया.
फिर डॉक्टर ने उसकी फटी ड्रेस काटकर पट्टी कर दी. उसका घर बहुत दूर था तो मैंने उससे कहा कि तुम मेरे घर पर आराम करो, में तुम्हें शाम को छोड़ने जाऊंगा तो फिर में उसे अपने रूम पर ले आया. अब उसे उठाते वक्त में उसके बूब्स दबा रहा था. अब उसे सीढ़ियों पर चलना नहीं आ रहा था, तो मैंने उसे फिर से उठा लिया और उसे उठाते वक्त उसके बूब्स और गांड दब गयी. अब में तो सातवें आसमान में पहुँच गया था. फिर रूम में आते ही मैंने उसे बेड पर लेटा दिया, उसके पैर और हाथ को बहुत चोट आई थी. फिर मैंने उसकी ड्रेस को निकाल दिया, अब वो मुझे देख रही थी, अब वो सिर्फ़ ब्रा में थी. अब टॉप निकालते वक्त मैंने कई बार उसके बूब्स दबाए थे, लेकिन वो कुछ नहीं बोली थी.
फिर मैंने उसे अपनी टी-शर्ट दी और शाम को उसे उसके घर छोड़ने चला गया. फिर रूम पर आते वक्त मुझे उसका मैसेज आया थैंक्स. फिर दूसरे दिन में उसकी गाड़ी ठीक करवाकर उसके घर गया, तो उसके घरवाले शादी में गये थे. अब में उससे बातें कर रहा था तो मेरा ध्यान सिर्फ़ उसके बूब्स और गांड पर जा रहा था. उसने सिर्फ़ बनियान टाईप टॉप पहना हुआ था और उसके निपल उसमें से उभरे हुए दिख रहे थे, उसने नीचे शॉर्ट पहनी थी, वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी.
अब मेरे अंदर का शैतान जाग गया था. फिर मैंने कहा कि तुम बहुत हॉट दिख रही हो, तुम्हारा फिगर तो एकदम कड़क है यार, तो उसने सिर्फ़ स्माइल दे दी. फिर मैंने उसकी चोट देखने के लिए उसके हाथ को देखा तो उसने मेरे हाथ में क्रीम लगाने को दी. उसको छाती पर भी थोड़ी चोट लग थी. फिर मैंने धीरे से उस पर अपना हाथ रख दिया.
अब में उसके बूब्स को सहला रहा था और अब में अपने दोनों हाथों से उसके बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से दबा रहा था, तो वो मुझसे लिपट गयी और बस करो कहने लगी. फिर मैंने उसे किस करना शुरू किया और अब किस करते-करते मैंने उसे सोफे पर ही नंगा कर दिया था. अब मैंने उसके बूब्स मसलते हुए लाल कर दिए थे और वो बहुत ही गर्म हो चुकी थी, फिर मैंने मेरी पेंट निकाली और उसके मुँह में मेरा 7 इंच का लंड डाल दिया. अब वो पहले तो मना कर रही थी, लेकिन बाद में आइसक्रीम की तरह चूस रही थी.
अब में उसकी चूत में अपनी दो उंगलियां डालकर अंदर बाहर कर रहा था, तभी उसने पानी छोड़ दिया. अब में भी उसके मुँह में ही झड़ गया था, तो उसने मेरा सारा माल पी लिया. फिर से थोड़ी देर तक मेरा लंड चूसने के बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था. अब उसे देखकर वो चौंक गयी थी और बोली कि ये तो बहुत बड़ा है, में नहीं लूँगी.
फिर मैंने उसका एक पैर ऊपर उठाया और अपने कंधे पर रखा और उसकी गांड के नीचे एक तकिया रख दिया. फिर मैंने उसे किस करते हुए उसकी चूत पर अपना लंड रख दिया, जो कि अब लोहे की रोड बन चुका था. फिर मैंने एक ही झटके में अपना पूरा लंड उसकी चूत के अंदर डाल दिया, तो वो ज़ोर-ज़ोर से मुझे मारने लगी. अब उसकी आँखो से आसूं आ गये थे और अब में उसे दबोचकर ज़ोर-ज़ोर से चोदे जा रहा था. फिर धीरे-धीरे उसका दर्द कम हुआ और वो भी अपनी गांड उठा-उठाकर उसकी चूत चुदवा रही थी.
फिर करीब 20 मिनट के बाद में झड़ गया, अब मेरा सारा माल उसकी चूत में से बाहर आ रहा था, उसकी चूत में मेरे लंड का सीधा हाल दिख रहा था. अब में उसके पास में ही पड़ा हुआ था और उसके बूब्स को अपने मुँह में लेकर उसके निप्पल को चूस रहा था. अब मेरा लंड फिर से उठ गया था और फिर मैंने उसे घोड़ी बनाया और उसकी गांड पर अपने हाथ से मारने लगा. अब मैंने उसकी गांड पर मार-मारकर लाल कर दी थी. अब मुझे उसकी गांड मारनी थी, लेकिन उसने मना कर दिया था.
फिर मैंने उसके दोनों हाथों को पीछे से पकड़ते हुए उसकी गांड पर अपना लंड रख दिया और उसकी चूत का रस उस पर लगा दिया और ज़ोर से एक झटका लगाया तो वो चीख पड़ी और मुझसे दूर भागने लगी, लेकिन मैंने उसे कसकर पकड़ा हुआ था. अब मेरा आधा लंड अंदर जा चुका था और फिर मैंने फिर से एक धक्का मारा तो मेरा पूरा लंड उसकी गांड में अंदर चला गया. अब वो जोर-जोर से चीखे जा रही थी, फिर मैंने अपने धक्के बढ़ाए. अब उसकी चूत के रस के कारण पच पच पच ऐसी आवाज़ पूरे घर में गूँज रही थी.
अब पूरा सोफा पानी-पानी हो गया था. अब में उसकी चूत में कुआं खोद रहा था और अब मैंने अपने दोनों हाथों से उसके बूब्स पकड़े हुए थे और उन्हें खींचे जा रहा था और उसे चोदे जा रहा था. अब वो मेरे धक्को से आगे पीछे हो रही थी और आहह उम्म्म आहह आहह आईईईई ऐसे चीख रही थी. फिर मैंने उसे नज़र अंदाज करते हुए मजबूत ठुकाई चालू की. अब उसकी गांड में जब मेरा लंड अंदर जा रहा था, तब मेरे बॉल उसकी गांड पर लगते और ढप्प ढप्प की आवाज़ आती.
अब वो तो पड़ी-पड़ी आ आ आ कर रही थी, बस करो दर्द हो रहा है ऐसे बोली जा रही थी. अब मैंने उसकी गांड का भोसड़ा बना दिया था. मैंने उसकी चूत और गांड दोनों की जमकर चुदाई की थी. फिर मैंने उसे उठाया और उसके कमरे में ले गया और उसे बेड पर लेटाया. फिर मैंने उसकी दोनों टाँगे मेरे कंधे पर रखी और उसकी चूत पर फिर से अपना लंड रख दिया.
फिर मैंने फिर से उसकी चुदाई चालू की. अब उसकी चूत बिल्कुल ढीली हो गयी थी और अब मेरा लंड जब अंदर जाता तो में धीरे से उसे अंदर डालता और बाहर निकालते समय झट से बाहर लाता, जिससे उसे बहुत मज़ा आ रहा था. अब मैंने उसका सारा दर्द गायब कर दिया था. अब वो बोल रही थी कि अब में तेरे लंड की प्यासी बन चुकी हूँ, ये चूत अब सिर्फ़ तुम्हारी है, तुझे मुझे चोदना था ना अब जमकर चोद, उसका भोसड़ा बना दे, खा जा उसे पूरा. फिर में उसके ऊपर लेट गया और उसके मुँह में अपना मुँह डालकर उसकी जीभ चूस रहा था और अपने दोनों हाथों उसके बूब्स दबाता तो कभी उसके निपल को खींच रहा था.
अब उसके पूरे बूब्स पर मेरे नाख़ून और दाँत के निशान लगे थे. अब हम दोनों जंगली जानवर की तरह सेक्स कर रहे थे. फिर मैंने उसे अपनी बाहों में भरकर खूब चोदा और मेरा पानी उसके अंदर ही छोड़ दिया. अब वो तो कई बार अपना पानी छोड़ चुकी थी, फिर उसने अपनी चूत को हाथ लगाया तो उसकी चूत उसके पानी से भर गयी थी और वो शर्मा गयी.
फिर मैंने उसे किस किया और उसे बाथरूम में ले गया. फिर हम दोनों ने बाथरूम में खड़े-खड़े सेक्स किया और फिर मैंने उसे उठाकर अपने लंड पर बैठाया और उसे ऊपर नीचे करने लगा. अब उसने अपने दोनों हाथों से मुझे पकड़ा हुआ था और अब वो छोटे बच्चे के जैसे मुझसे लिपटी हुई थी. अब हम दोनों बहुत थक चुके थे और फिर मैंने उसे अपनी बाहों में भरकर आई लव यू कहा और चला गया. तब से में उसको जब भी मेरा मन चाहे तब चोदता हूँ और खूब इन्जॉय करता हूँ.
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चाची को रंडी बनाकर चोदा

हैल्लो दोस्तों में एक बार फिर से अपनी एक और नई कहानी लेकर आप सभी चाहने वालों के सामने दोबारा आया हूँ. यह अभी कुछ दिनों पहले की बात है में उस समय अपनी पढ़ाई के लिए एक कोचिंग क्लास में अपना दाखिला लेकर अपनी आगे की पढ़ाई करने के लिए हैदराबाद आया हुआ था और में अपने चाचा के घर पर रूक गया था.
मेरे चाचा एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते है और इस वजह से आए दिन अपनी कंपनी के काम से बाहर जाते रहते है और उस समय भी चाचा असम गये हुए थे. में आपको चाची के बारे में बता देता हूँ, वो 32 साल की है और वो दिखने में बहुत सेक्सी और गोरी है और उनकी गांड और बूब्स भी बड़े है. एक बार में कोचिंग से जल्दी छुट्टी होने की वजह से घर पर जल्दी आ गया था और उस समय मेरी चाची ऊपर वाले कमरे में उनके बाथरूम में नहा रही थी और में जब ऊपर गया तो समझ गया.
फिर में बाथरूम के अंदर एक छोटे से छेद से झांकने लगा था, वाह दोस्तों क्या मस्त नज़ारा था? चाची अपने मुलायम गोरे हाथों से अपने बूब्स पर साबुन लगा रही थी और में क्या बताऊँ? वो सब देखकर मेरी आखें फटी की फटी रह गई. उनकी एकदम साफ बिना बालों वाली चूत पर तो साबुन भी नहीं टिक रहा था, क्योंकि उनकी चूत इतनी चिकनी थी.
फिर में कुछ देर अपनी आखें सेककर वहां से चला गया और मैंने अपने कमरे के अंदर मुठ मारकर खुद को शांत कर लिया. फिर जब चाची नहाकर बाहर आ गयी तो मैंने जल्दी से बाथरूम के अंदर जाकर देखा कि उनकी गीली पेंटी और ब्रा बाथरूम में ही लटकी हुई थी. फिर मैंने तुरंत उनको अपने हाथ में लेकर अपने लंड पर लपेटकर मुठ मारने लगा और कुछ देर बाद मैंने अपना सारा वीर्य उस पर लगा दिया और फिर में बाहर चला गया.
दोस्तों में सेक्स का बहुत भूखा हूँ और मेरे लंड का साईज 6 इंच है. में ज्यादा लंबा भी नहीं हूँ और वैसे चाची को मेरी लम्बाई बहुत पसंद थी वो मुझसे बहुत हंस हंसकर बातें किया करती थी वो मुझसे बहुत खुश थी. एक दिन में और चाची रात को एक साथ बैठकर एक फिल्म देख रहे थे, तभी कुछ देर बाद उसमे शादी का सीन चल चलने लगा जिसको देखकर कुछ देर बाद अचानक से चाची मुझसे मुस्कुराकर बोली कि भैया मुझे लगता है कि अब आपकी भी शादी करवा देनी चाहिए? तो मैंने उनसे कहा कि अभी तो में थोड़ा छोटा हूँ तभी वो तुरंत मुझसे बोली, लेकिन आपकी हरकते तो एकदम बड़ो वाली है.
दोस्तों में उनके मुहं से यह बात सुनकर अचानक से डर गया और फिर मैंने उनसे पूछा कि चाची में आपकी बात का बिल्कुल भी मतलब नहीं समझा आप मुझसे क्या कह रही है मेरी समझ से परे है? अब चाची मुझसे पूछने लगी कि तुम हर रोज मेरे नहाने के बाद बाथरूम में क्यों जाते हो? तो दोस्तों अब में उनकी सभी बातें कहने का मतलब समझ चुका था और फिर मैंने थोड़ी हिम्मत करके तुरंत उनसे बोल दिया कि में क्या करूं चाची आप हो ही इतनी सेक्सी, आपको देखते ही में बिल्कुल बेकाबू हो जाता हूँ और जाने अनजाने में क्या क्या काम कर बैठता हूँ मुझे कुछ भी नहीं पता? और उन सबका मुझे शांत होने के बाद पता चलता है.
अब वो मुझसे कहने लगी कि सही में आपके चाचा के पास तो मेरे लिए बिल्कुल भी टाइम ही नहीं है, वो तो मुझ पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते और उन्हें मेरी बिल्कुल भी परवाह नहीं है. दोस्तों उनकी बात पूरी होने से पहले ही में बीच में बोल पड़ा कि कोई बात नहीं है और आपको इतना परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है, मेरे पास तो बस आपके लिए ही टाईम है और फिर मैंने उनके पास जाकर उन्हे तुरंत पकड़ लिया और उनको एक किस कर दिया और अब में सही मौका देखकर उनके बूब्स को दबाने लगा.
तभी चाची एकदम से बहुत गुस्से में आ गयी और वो मुझे धक्का देकर वहां से चली गई, लेकिन जाते समय वो मुझसे बोली कि भैया मुझे आपसे ऐसी कोई भी हरकत की उम्मीद नहीं थी और मैंने कभी नहीं सोचा था कि आप कभी मेरे साथ ऐसा भी कर सकते हो? और वो चली गई, लेकिन उसके चले जाने के बाद में बहुत डर गया. अब मेरी गांड फटने लगी थी और में सीधा जाकर अपने कमरे में सो गया, लेकिन दोस्तों अब तो मैंने मन ही मन ठान ही लिया था कि अब में अपनी चाची को चोदकर ही दम लूँगा और मैंने उसी रात को विचार करके जब चाची सो गई तब मैंने उठकर धीरे से बाथरूम में जाकर उसके लॉक को अंदर से खराब कर दिया और उसके बाद में अपने कमरे में जाकर चुपचाप सो गया.
फिर उसके अगले दिन उठकर में जल्दी से तैयार हो गया और मैंने चाची से बोला कि में अपनी कोचिंग जा रहा हूँ और आज मेरी कुछ एक्सट्रा क्लास है इसलिए में वापस आते समय थोड़ा सा लेट हो जाऊंगा और फिर में उस दिन वापस चाची के नहाने वाले समय पर आ गया और फिर में अपने सारे कपड़े उतारकर सीधा बाथरूम में घुस गया. में उस समय पूरा नंगा था और मेरा 5.5 इंच का लंड पूरा खड़ा था और बाथरूम में चाची अचानक से मुझे देखकर एकदम चकित हो गयी और वो भी अंदर पूरी नंगी थी.
दोस्तों वो इससे पहले की कुछ सोचती समझती मैंने बिना देर किए तुरंत चाची को खींचकर अपने पास किया और फिर मैंने उन्हें उल्टा करके झुका दिया, वो अब मेरे सामने हवा में घोड़ी बनकर खड़ी थी और फिर मैंने अपना लंड एक ही बार में उनकी चूत में डाल दिया और मेरे जोरदार धक्के से पूरा का पूरा लंड चूत की गहराईयों में जा चुका था और वो उस दर्द की वजह से रोने लगी. अब मैंने बिना देर किए लंड को लगातार अंदर बाहर करना शुरू कर दिया, दोस्तों वो क्या मस्त अहसास था में किसी भी शब्दों में आप लोगों को नहीं बता सकता.
अब चाची उस दर्द से एकदम पागल हो चुकी थी और में चाची को जोश में आकर मशीन की तरह लगातार बीस मिनट तक ताबड़तोड़ धक्के देकर चोदता रहा और जब में झड़ने लगा तो मैंने अपना पूरा वीर्य उनकी चूत के अंदर ही डाल दिया.
फिर मैंने लंड को बाहर निकालकर साबुन लेकर थोड़ा सा साबुन उनकी गांड में रगड़ा और एक बार में पूरा लंड उनकी गांड में डाल दिया. सच पूछो तो गांड बहुत टाइट थी और चाची छटपटाने लगी और दर्द की वजह से रोने लगी, वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज ऐसा मत करो, छोड़ दो अब मुझे, में मर जाउंगी आह्ह्हह्ह आईईईइ, लेकिन में नहीं रुका उनकी गांड से अब खून बाहर आ गया, लेकिन फिर भी में नहीं रुका.
फिर मैंने उन्हे सीधा किया और बाहर खींचकर ले गया. फिर मैंने उन्हें पलंग पर फेक दिया और फिर अपनी पुरानी स्टाइल में उनको पलंग पर सीधा करके चाटने, चूमने लगा. फिर मैंने उनके दोनों बूब्स के बीच में अपना लंड रखकर दबाकर बहुत चोदा और फिर जब में झड़ने लगा तो मैंने अपना पूरा वीर्य उनके मुहं पर डाल दिया और फिर तेल लगाकर उन्हें स्पीड से धक्के देकर चोदा, जिसकी वजह से अब फच फच फच आवाज़ आ रही थी. तो चाची लगभग बेहोश हो गई थी और फिर में अपना काम खत्म होने के बाद रुका और चाची को ऐसे ही छोड़कर सो गया उसके अगले दो दिन सब पहले जैसा रहा, बस चाची ने मुझसे बात करना अब बिल्कुल बंद कर दिया था.
अब फिर से मेरी उन्हे चोदने की इच्छा हुई तो में अपने एक दोस्त की दुकान से स्पाई कैमरा ले आया और चाची के बाथरूम में मैंने उसे लगा दिया और फिर उसकी रीकॉर्डिंग करके मैंने वो सब चाची को व्हाटसप कर दिया. चाची उसे देखकर तुरंत मेरे पास आई और वो मुझसे पूछने कि तुम्हे मुझसे अब क्या चाहिए? तो मैंने बोला कि आप और उन्होंने कहा कि ठीक है, लेकिन आज बस आख़री बार फिर तुम इसको डिलीट कर दोगे और उसके बाद हम कभी सेक्स नहीं करेंगे.
दोस्तों मैंने भी अपनी तरफ से एक शर्त रखी और मैंने चाची से बोला कि आप वो सब करोगी जो में आज आपको बोलूँगा. फिर उनको मेरी हर एक बात को मानना पड़ा और दोस्तों सबसे पहले तो मैंने उनसे अपना लंड चूसने के लिए कहा, वाह मज़ा आ गया वो क्या मस्त चूस रही थी और फिर मैंने अपना पूरा वीर्य उनके मुहं में भर दिया और मैंने पहले से ही मन ही मन में सोच लिया था कि आज में चाची को इतना चोदूंगा कि वो मुझसे संतुष्ट हो जाएगी.
फिर में चाची को लगातार किस करने लगा और चोकलेट लेकर मैंने उनके पूरे शरीर में लगा दी और फिर चाटने लगा. फिर उनके साथ मज़े किये और वापस अपने लंड को उनके मुहं में डाल दिया.
फिर तेल लगाया और अपने लंड को उनकी गांड पर रखा और चार उँगलियों को उनकी चूत पर लगाकर चूत को सहलाने लगा, लेकिन वो अब समझ गयी थी कि में अब क्या करने वाला हूँ, लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं बोला और मैंने कुछ देर बाद उँगलियों को गांड के अंदर डाल दिया और लंड को चूत में डालकर दोनों चीजों से फुल स्पीड से पूरी अंदर डाल दी. उसके बाद तो चाची बहुत ज़ोर से चीखने लगी आह्ह्ह्ह आईईइई माँआआ मर गई आईईईई ऊऊउूुउउ कुत्ते में मर गई, अब बाहर निकाल, लेकिन मैंने दोनों को धक्का लगाया और उनको 45 मिनट बहुत जमकर चोदा और अपना पूरा वीर्य चूत में डाल दिया. मेरी उस चुदाई की वजह से उनकी गांड चूत सब सूज गये थे और यह सब मेरे लंड का कमाल था.
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बीवी को दिया दूसरे लंड का गिफ्ट

हैल्लो दोस्तों, मुझे एक राज नाम के व्यक्ति का फोन आया और उसने मुझसे कहा कि वो चाहता है कि में उसकी पत्नी प्रीति के साथ सेक्स करूं और मेरी कहानी सुनाने से पहले में आपको अपना परिचय भी करवा देता हूँ. दोस्तों मेरी उम्र 28 साल है और मुझे सेक्स करने का बहुत अच्छा अनुभव है. में अकेला दिल्ली में रहता हूँ और मेरी लम्बाई 6 फिट और वजन 70 किलो और अच्छा दिखने वाला बदन.
मुझे शुरू से ही सेक्स करने में बहुत महारत हासिल थी और मुझे  सेक्सी कहानियाँ पढ़कर हर एक तरह से चुदाई ने नये नये तरीके सीखने को मिले और में इस काम में धीरे धीरे बहुत अनुभवी होता चला गया. आज में ऐसी ही एक सच्ची चुदाई की घटना आप सभी को बताने जा रहा हूँ, जिसमे मैंने राज नाम के एक पति के कहने पर उसकी पत्नी को चोदकर उसकी चुदाई के बहुत मज़े लिए वो भी उसकी पत्नी को बिना अपना चेहरा दिखाए और मैंने उसको चोदकर पूरी तरह से संतुष्ट किया.
दोस्तों बात यह थी कि राज अपनी पत्नी को उसके जन्मदिन के मौके पर अपनी तरफ से कुछ ऐसा बिल्कुल अलग हटकर तोहफा देना चाहता था, इसलिए उसने मुझे फोन करके कहा कि में कल रात को दस बजे उसके घर आ जाऊँ और में उसके कहने पर रात को उसके घर पर पहुंच गया. फिर राज ने दरवाजा खोला और मुझे एक कमरे में ले गया, वहां पर बहुत अंधेरा था और उस रूम के बाथरूम का दरवाजा दूसरे बेडरूम में खुलता था उसने मुझे वहीं पर रुककर चुपचाप बेडरूम में देखने को कहा और इसके बाद वो बेडरूम में चला गया.
तभी मैंने देखा कि राज की पत्नी प्रीति की आँखो में एक पट्टी बँधी हुई है जिसकी वजह से उसे कुछ भी नजर नहीं आ रहा था. दोस्तों वैसे वो दिखने में बहुत ग़ज़ब की सेक्सी थी और उसकी लम्बाई 5.7 के करीब होगी और फिगर 35-34-38 होगा, वो बहुत गोरी और उसके बड़े आकार के बूब्स मुझे पहली बार में ही अपनी तरफ आकर्षित करने लगे थे.
दोस्तों उसकी आँखों पर बँधी वो पट्टी कमरे में होने वाली हर रोशनी को रोक रही थी और वो पट्टी वाकई में बहुत मजबूत थी. प्रीति ने महसूस किया कि आज उसका जन्म दिन था और उसके पति ने उसे एक अनोखा तोहफा देने का वादा किया था. अब प्रीति अपने कान खड़े करके दूसरे कमरे में से आने वाली आवाज़ को सुनने की कोशिश कर रही थी. थोड़ी देर पहले ही दरवाजे के खुलने की आवाज़ आई और फिर राज ने उससे पूछा कि क्या तुम अपने अनोखे तोहफे के लिए तैयार हो?
तभी प्रीति थोड़ा सा हिचकिचाते हुए बोली हाँ में तैयार हूँ, तो राज ने उससे कहा कि अब तुम यह बात याद रखो कि ना ही तुम कुछ बोल सकती हो और ना ही तुम मुझसे कोई सवाल पूछ सकती हो और इसके पहले उन दोनों ने एक अच्छे से रेस्टोरेंट में रात का खाना खाया था और खाने के साथ ही उन्होंने दो दो पेग भी पिए थे जिससे माहोल थोड़ा सा खुशनुमा हो जाए और राज ने आज शाम के लिए ही इस तोहफे का यानी मेरा इंतज़ाम किया था. अब उसकी पत्नी की उत्सुकता अब ज्यादा बढ़ गई थी कि राज ने ऐसे कौन से तोहफे का इंतज़ाम क़िया है उसके जन्मदिन पर? अब राज ने उसकी पट्टी को एक बार फिर से ठीक किया और फिर वो उसको चूमने लगा.
कमरा अंधेरे में डूबा हुआ था और वैसे कुछ मोमबतियां थी जो कमरे को हल्का रंग दे रही थी, प्रीति बेड के पास खड़ी थी और राज उसको अपनी बाहों में भरकर चूम रहा था, वो कभी उसके गुलाबी होंठो पर चूमता और फिर उसकी गर्दन पर चूमने लगता. उसके चूमने की अदा ने प्रीति को गरम कर दिया था और राज जब उसे उसके कूल्हों से पकड़कर अपनी तरफ खींचता और फिर ज़ोर से चूमता तो वो महसूस करती कि राज का लंड उसकी जांघों पर टक्कर मार रहा है. अब राज ने धीरे से उसके टॉप को ऊपर उठाकर उतार दिया और उसने यह भी ध्यान रखा कि कहीं उसकी पट्टी आँखों से ना हट जाए. फिर उसको घुमाकर अब उसकी ब्रा का हुक भी खोलकर ब्रा को भी उतार दिया. उसके बूब्स को भींचते हुए उसने प्रीति को अपने करीब किया और अपनी जांघों को उसकी जांघों से रगड़ने लगा अब राज अपने हाथों को प्रीति की नंगी पीठ पर फेर रहा था.
फिर उसने अपने हाथ से प्रीति की जीन्स के बटन को खोल दिया और उसकी जींस को नीचे सरका दिया. अब राज ने उसे बिस्तर के एक किनारे पर बैठा दिया और वो खुद अपने कपड़े उतारने लगा और फिर घुटनों के बल होकर उसने उसकी जींस को भी उतार दिया. उसके बाद राज ने उसे हल्का सा धक्का देकर बिस्तर पर लेटा दिया और फिर राज ने कहा कि अब असली मज़ा शुरू होता है. राज ने बेड के नीचे से एक रस्सी बाहर निकाल ली और प्रीति के दोनों हाथों को उसके सर के पीछे करके उसके दोनों हाथ बेड के एक किनारे से बाँध दिए.
फिर प्रीति ने हिचकिचाते हुए उससे पूछा यह तुम क्या कर रहे हो और मेरे दोनों हाथ क्यों बांध रहे हो? तभी राज ने उससे कहा कि अभी मैंने तुमसे कहा था ना कि तुम कोई भी सवाल नहीं कर सकती हो बस चुपचाप मेरे साथ मज़े लो. अब प्रीति मन ही मन सोच रही थी कि वो कितनी मजबूर है और राज ने उसे फिर चूमना शुरू कर दिया था.
राज अब लगातार उसके बूब्स को चूम रहा था और एक हाथ से उसके बूब्स को दबा रहा था और दूसरे बूब्स पर वो अपनी जीभ फेर रहा था. जब उसकी जीभ निप्पल के चारों तरफ घूमती तो प्रीति के शरीर में एक सिहरन सी उत्पन हो जाती और वो भी अब राज को अपनी बाहों में भरकर उसे चूमना चाहती थी, लेकिन अपने हाथ बँधे होने से वो बिल्कुल लाचार थी.
अब राज उसके बूब्स को चूसकर नीचे की तरफ दबा रहा था और उसने अब प्रीति की नाभि पर भी अपनी जीभ को फेरना शुरू कर दिया था और अब वो ज़्यादा समय उसकी नाभि में अपनी जीभ को डालकर उसे चूस रहा था जिसकी वजह से प्रीति उत्तेजना के मारे कांप रही थी, लेकिन राज की उस यातना ने उसे और भी ज्यादा कामुक कर दिया था और राज ने उसकी पेंटी के इलास्टिक में अपनी दो उंगलियां फंसाकर उसको भी उतार दिया और अब उसको अपने सामने पूरा नंगा कर दिया.
अब राज उठा और एक बड़ा सा तकिया लाया और उसने कहा कि प्रीति तुम ज़रा अपने कूल्हों को थोड़ा ऊपर उठाओ, जिससे में यह तकिया तुम्हारे नीचे लगा सकूँ. फिर प्रीति अपने आप को ऊपर उठाने में दिक्कत महसूस कर रही थी और इसलिए राज ने भी उसकी थोड़ी सी मदद की और वो तकिया उसके नीचे लगा दिया.
अब प्रीति की चूत ऊपर की तरफ खुलकर उठ चुकी थी और राज अब उसकी दोनों जांघों के बीच आ गया. उसकी जांघों को चूमते हुए ऊपर की तरफ बढ़ाने लगा अब राज अपनी जीभ को चूत के आसपास फिराने लगा जिसकी वजह से प्रीति की उत्तेजना बढ़ रही थी उससे अब सहन नहीं हो रहा था और राज अपनी जीभ को उसकी चूत में डालकर उसको चोद रहा था.
प्रीति ने बहुत बार चाहा कि वो राज के सर को पकड़े उसके सर को अपनी चूत पर दबाए, लेकिन दोनों हाथ बँधे होने की वजह से वो ऐसा ना कर सकी और वो ज़ोर से सिसकियों की आवाज निकालने लगी और बोली हे भगवान उफफ्फ्फ्फ़ में मर गई आह्ह्हह्ह, तभी राज ने उससे कहा आवाज़ नहीं मैंने अभी कहा था ना. अब राज ज़ोर से अपनी जीभ को प्रीति की चूत के अंदर बाहर कर रहा था और प्रीति अपने कूल्हों को उठाकर उसके इस काम में उसका साथ दे रही थी. फिर तभी प्रीति ने अपने शरीर को अकड़ता हुआ पाया और अब उसकी चूत ने उस दिन का पहला पानी छोड़ दिया था.
अब प्रीति की चूत में जोरों की खुजली हो रही थी और वो राज से कहना चाहती थी कि वो उसे जमकर चोदे, लेकिन राज ने उसको कुछ भी कहने से साफ मना किया था और यह बात सोचकर वो चुप रह गई. अब राज उसकी जांघों के बीच से उठ खड़ा हुआ और उसके होठों को चूमने लगा.
राज का एक हाथ अब उसके बूब्स को दबा रहा था और दूसरे हाथ से उसके सर को ज़ोर से पकड़ा हुआ था और राज ने अपनी जीभ को प्रीति के मुहं में डाल दिया और अब वो उसकी जीभ से खेलने लगा था इतने में प्रीति ने अपनी जांघों के बीच किसी को महसूस किया और वो मन ही मन सोचने लगी कि यह कैसे हो सकता है जब राज उसे चूम रहा है तो उसकी जांघों के बीच वो कौन है? उसे अब महसूस होने लगा कि कोई अपनी जीभ से उसकी जांघों के अंदर के हिस्से पर फेर रहा था और जैसे ही उसने कुछ कहने के लिए अपना मुहं खोलना चाहा, लेकिन उससे पहले ही राज ने उसके होठों को ज़ोर से चूम लिया और वो बोला कि तुम्हे कुछ भी कहने की ज़रूरत नहीं है और यही तुम्हारा वो अनोखा तोहफा है जिसकी में तुमसे बात कर रहा था.
तभी प्रीति उसके मुहं से यह बात सुनकर एकदम सहम गई और सोचने लगी कि यह अंजाना इंसान कमरे में कौन है? और वो मर्द है या कोई औरत यह विचार उसके दिमाग़ में घूमने लगा था. तभी इतने में उसने महसूस किया कि वो जो कोई भी था अब वो उसकी चूत को चाट रहा था, जिसकी वजह से उसकी उत्तेजना एक बार फिर से भड़क रही थी.
फिर राज उसकी छाती पर चढ़ गया और अपना खड़ा लंड वो उसके होठों पर घुमाने लगा. अब मेरी जीभ की रफ़्तार उसकी चूत पर तेज हो गई थी और उसके मुहं से सिसकियाँ निकल पड़ी ओहआअहह जैसे ही उसका मुहं खुला तो राज ने अपना लंड उसके मुहं में घुसा दिया और प्रीति ने राज के लंड को चूसना शुरू किया और तभी मेरी रफ्तार और भी तेज होती गई उसका शरीर अब धीरे धीरे अकड़ रहा था और उसे अपने आपको अब रोकना बहुत मुश्किल लग रहा था वो उत्तेजना में और जोर से राज के लंड को चूसने लगी थी और तभी उसकी चूत ने दोबारा अपना पानी छोड़ दिया.
फिर राज ने अपना लंड उसके मुहं से बाहर निकाल लिया और उस पर से खड़ा हो गया प्रीति भी अब अपनी साँसे संभालने में लगी हुई थी. अब प्रीति सोच रही थी ओह्ह्ह यह सब कितना अच्छा लग रहा है कि तभी उसने फिर से किसी को अपनी जांघों के बीच में महसूस किया. तभी अब चुदाई का वक्त हो गया है यह बात कहकर राज ने अपना लंड उसकी चूत पर रखकर थोड़ा सा अंदर डाल दिया ओह्ह्ह्ह माँआआअ में मर गई उसके मुहं से यह आवाज़ बाहर निकली और प्रीति की चूत इतनी गीली हो चुकी थी कि राज के हल्के से दबाव से ही उसका पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया था.
फिर इतने में उसने एक और लंड को उसके गुलाबी होठों के पास महसूस किया तभी उसने अपना मुहं लंड के सटाकर पूरा खोल दिया और मुझे अपना लंड उसके मुहं में डालने दिया, लेकिन वो मन ही मन सोच रही थी कि यह कौन हो सकता है? राज अब प्रीति को जमकर चोद रहा था और उसके धक्को की रफ्तार अब ज्यादा ही तेज होती जा रही थी. प्रीति भी अब अपने कूल्हों को उछालकर उसकी ताल से ताल मिला रही थी और वो अपने आपको बार बार मन ही मन याद दिला रही थी कि अगर आज मैंने राज की गांड पर जूते नहीं दिए तो मेरा नाम भी प्रीति नहीं है.
फिर जैसे ही मेरा लंड उसके मुहं में ज़ोर से घुसता वैसे ही राज की रफ्तार बढ़ती, जिससे प्रीति के शरीर में कामुकता और भी ज्यादा बढ़ जाती और वो ना चाहते हुए भी उस समय मेरे लंड को ज़ोर ज़ोर से चूस रही थी और वो अगर राज यही चाहता है कि में दूसरे मर्द से चुदाई का मज़ा लूँ तो ठीक है में भी बता देना चाहती हूँ कि में चुदवा सकती हूँ यह सोचकर प्रीति ज़ोर ज़ोर से उस लंड को चूसने लगी और उसने उस लंड का पानी चूत तक महसूस किया राज धक्के पे धक्के दिए जा रहा था और उसकी चूत पानी छोड़े जा रही थी और प्रीति बहुत मज़े लेकर उस समय मेरे लंड के पानी को पी रही थी.
ऐसी चुदाई का उसका यह पहला मौका था. अब राज ने भी अपने दो धक्कों के बाद उसकी चूत में अपना वीर्य छोड़ दिया और राज ने जैसे ही अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला तो प्रीति को बहुत बुरा लगा, क्योंकि वो उससे और भी ज्यादा चुदवाना चाहती थी. फिर राज ने उसके हाथों की रस्सी खोल दी और उसे बिस्तर पर पलट दिया जिसकी वजह से वो अब पेट के बल हो गई थी और तकिये पर होने की वजह उसकी गांड थोड़ी हवा में उठ गई थी राज बिस्तर के किनारे पर आ गया जिससे कि उसका लंड बहुत आसानी से प्रीति के मुँह में जा सके.
अब राज ने कहा कि तू अब मेरा लंड चूस. प्रीति ने राज का वीर्य से भरा हुआ लंड अपने मुहं में ले लिया, तभी उसने मेरे हाथ अपनी गांड पर महसूस किये. फिर जैसे ही मैंने अपना लंड उसकी गीली चूत में डाला तो प्रीति ने मन ही मन सोचा कि हे भगवान अब यह मुझे चोदने वाला है, एक बार तो उसका मन किया कि वो यहाँ से भाग जाए, लेकिन उसकी काम इच्छा ने उसको रोक दिया और उसके अंदर की आग इतनी भड़क चुकी थी कि उसके पास चुदवाने के अलावा कोई उपाय नहीं था.
फिर मैंने उसके दोनों कूल्हों को पकड़कर ज़ोर से अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया. वहीं राज ने उसके पट्टी बँधे सर को अपने लंड पर दबा दिया जो अब खड़ा होने लगा था.
में उसकी गांड पर थप्पड़ मारते हुए ज़ोर ज़ोर से प्रीति को चोदे जा रहा था और वो उतनी ज़ोर से राज के लंड को चूस रही थी. उसका शरीर फिर से तन रहा था और अब में जैसे ही अपने लंड को उसके मुहं के अंदर तक डालता तो प्रीति उतना ही अपने कूल्हों को पीछे की तरफ धकेलकर उसके लंड को अपनी चूत की जड़ तक ले लेती और मेरा लंड राज के लंड से आकार में बड़ा था और प्रीति को उसकी चूत भारी सी महसूस हो रही थी.
अब प्रीति मन ही मन यह बात सोचकर कि अगर राज भी यही सब चाहता है कि में एक अंजाने व्यक्ति से अपनी चुदाई करवाऊँ तो ठीक है, आज में भी इसके लंड की एक एक बूँद को निचोड़कर पी जाउंगी. अब प्रीति और ज़ोर से राज के लंड को चूसने लगी थी और में अपनी पूरी ताक़त से प्रीति को लगातार ज़ोर से धक्के देकर चोद रहा था और प्रीति ज़ोर से मुहं को ऊपर नीचे करके राज के लंड को चूस रही थी.
जब वो पीछे होती तो मेरा लंड जड़ तक समा जाता और जब वो आगे को होती तो राज का लंड उसके गले तक आ जाता प्रीति पूरे आनंद के साथ इस विशेष चुदाई में मस्त हो रही थी और वो अब घोड़ी बनकर पूरे जोश में आकर मुझसे चुदवा रही थी और राज उसके बूब्स को मसलते हुए ज़ोर ज़ोर से उसके मुहं को धक्के देकर पूरे जोश में आकर चोद रहा था और में भी पूरे जोश में आकर प्रीति के कूल्हों को कसकर पकड़कर धक्के लगा रहा था.
उसका खून अब उबाल मार रहा था और उसकी चूत एक बार फिर से पानी छोड़ने के लिए तैयार थी. अब वो सिसकियों के साथ साथ ज़ोर से चिल्लाने लगी उफ्फ्फ्फ़ हाँ और ज़ोर से चोदो मुझे ऊईईईईई माँ में मर गई और ज़ोर से अह्ह्ह्हह चोदो, वो अब ज़ोर से चीखी और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया. प्रीति ने पूरी ताक़त से अपनी गांड को मेरे पेट के साथ सटा दिया और अब उसने मेरा वीर्य निकलना महसूस किया. मेरे लंड की पिचकारी इतनी तेज थी कि उसे लगा कि मेरा वीर्य ठीक उसकी बच्चेदानी पर टकरा रहा है. मेरे लंड से इतना ज्यादा वीर्य निकला कि उसकी चूत पूरी भर गई और अब पानी उसकी चूत से भी टपकने लगा था.
तभी राज ने उसके सर को ज़ोर से पकड़ा और उसके मुहं में अपने लंड की पिचकारी को छोड़ दिया. में अब भी उसको हल्के हल्के धक्के देकर चोदे जा रहा था और मेरा लंड भी तेज़ी से उसकी चूत के अंदर बाहर हो रहा था. प्रीति तकिये पर लेटी हुई सोचने लगी कि हे भगवान क्या यह एक बार फिर से मेरी चूत में अपना वीर्य छोड़ेगा? तभी मैंने उसको बालों से पकड़कर अपना लंड उसकी चूत में जड़ तक घुसा दिया और फिर एक बार प्रीति ने मेरे गरम गरम वीर्य की पिचकारी को अपनी चूत में महसूस किया.
प्रीति अब बिल्कुल निढाल होकर बिस्तर पर गिर गयी और अपनी तेज तेज सांसो को संभालने लगी थी उसको अभी भी अपने आप पर विश्वास नहीं हो रहा था कि वो किसी अंजान व्यक्ति से अपनी चुदाई करवा चुकी है और वो भी एक ऐसे व्यक्ति से जिसका उसने अभी तक चेहरा भी नहीं देखा था. वो अपने ख्यालों में खोई हुई थी कि तभी मुझे इशारो से राज ने वहां से चले जाने को कह दिया और अब में वहां से बिना अपनी शक्ल प्रीति को दिखाए अपने कपड़े पहनकर चला गया.
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सर्दी में भाभी की गर्मी को ठंडा किया

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रिकी है और  मैंने बहुत सारे लोगों की स्टोरी पढ़कर सोचा कि में भी अपनी स्टोरी लिखूं तो यह मेरी पहली स्टोरी है और अगर कोई ग़लती हो तो मुझे माफ़ करना. में आगरा का रहने वाला हूँ और में 6 फुट लंबा हूँ. यह बात दिसम्बर 2015 की है, जब मेरी गर्मियों की छुट्टियाँ शुरू हुई थी.
मेरे मम्मी-पापा को 1 हफ्ते के लिए दिल्ली जाना था, लेकिन में जाना नहीं चाहता था, क्योंकि मुझे अपनी छुट्टियाँ ख़राब नहीं करनी थी, लेकिन मेरी माँ को मेरे खाने पीने की बहुत टेन्शन थी तो इसलिए उन्होंने मेरी भाभी और मेरे भैया को मेरे घर पर रहने के लिए बुलाया, लेकिन भैया को अपने ऑफिस के काम की वजह से आउट ऑफ टाउन जाना पड़ा, तो इसलिए भाभी अकेले ही मेरे घर पर रुकने आई.
अब में आपको अपनी भाभी के बारे में बताता हूँ. मेरी भाभी का नाम संध्या है, वो 28 साल की है और उनका रंग बहुत गोरा है और वो बहुत गोरी है और उनका फिगर 36-26-38 है, वो बहुत हॉट है और वो ज़्यादातर वो बैकलेस साड़ी ही पहनती है और उसमें वो और भी ज़्यादा हॉट लगती है, वो अपनी साड़ी अपनी नाभि के नीचे बांधती थी.
अब में सीधा स्टोरी पर आता हूँ. अब ट्रेन का टाईम होने की वजह से मेरे मम्मी-पापा जल्दी निकल गये और उनके निकलने के थोड़ी देर के बाद ही संध्या भाभी मेरे घर आ गई. फिर उन्होंने डोर बेल बजाई और फिर मैंने दरवाज़ा खोला तो में उन्हें देखता ही रह गया, वो क्या मस्त माल लग रही थी? उन्होंने लाल और काले कलर की साड़ी पहन रखी थी और उन्होंने अपनी साड़ी को अपनी नाभि से नीचे बांध रखा था.
फिर उसके बाद मैंने उनका वेलकम किया और फिर उन्होंने मेरे मम्मी-पापा के बारे में पूछा. फिर मैंने उनको बताया कि उनकी ट्रेन का टाईम हो रहा था तो वो जल्दी निकल गये. फिर हम दोनों बातें करने लगे. फिर हम दोनों ने फिल्म देखने का प्लान बनाया तो हम मूवी देखने एक मल्टिपलेक्स में गये. फिर मूवी देखने के बाद हमने डिनर किया और फिर वापस घर आ गये. हम रात के 10 बजे तक घर आ गये थे. फिर हमने थोड़ी देर तक फिल्म के बारे में बातें की और फिर मैंने बोला कि.
में :- भाभी, में अपने कमरे में सो जाऊंगा और आप दूसरे बेडरूम में सो जाना.
भाभी :- दूसरे बेडरूम में क्यों? तुम मेरे साथ ही सो जाना, मुझे अकेले में डर लगता है.
अब यह सुनने के बाद में बहुत खुश हो गया और यह सोच लिया कि आज रात कुछ तो पक्का करूँगा. फिर थोड़ी देर के बाद भाभी नहाने चली गयी और फिर जब वो बाथरूम से बाहर आई, तो में उन्हें देखकर पागल ही हो गया, उन्होंने सिर्फ़ एक टावल अपने बदन पर ओढ़ रखा था. फिर वो बेडरूम में चेंज करने चली गई. फिर चेंज करने के बाद वो बाहर आई तो वो क्या लग रही थी? उन्होंने लाल रंग की बैकलेस साड़ी पहन रखी थी और लाल रंग की लिपस्टिक भी लगा रखी थी. फिर उन्होंने बोला कि उन्हें साड़ी बहुत पसंद है और वो रात को भी साड़ी पहनती थी. फिर उन्होंने बोला कि रात काफ़ी हो चुकी है, चलो सो जाते है.
में :- ओके भाभी.
फिर कमरे में जाने के बाद मैंने लाईट बंद की और बेड पर लेट गया. तभी भाभी बोली कि उनकी पीठ दर्द कर रही है तो उन्होंने मुझसे बोला कि लाईट ऑन करके उनकी पीठ दबा दूँ. फिर मैंने लाईट ऑन की और देखा तो वो अपने पेट के बल लेटी हुई थी. फिर मैंने उनकी पीठ दबाना शुरू किया. फिर मैंने सोचा कि अब कुछ किया जाए, तो में उनकी पूरी पीठ पर अपना हाथ फैरने लगा और अब वो भी आह आह ऊओ ऐसी आवाजे निकाल रही थी. अब उनकी मुँह से ये आवाजे सुनकर मुझे तड़प चढ़ गई थी.
भाभी :- रिकी मेरा ब्लाउज खोल दो, तुम्हें मेरी पीठ दबाने में आसानी होगी.
में :- ओके भाभी.
अब जब में उनका ब्लाउज खोलने जा रहा था तो मैंने देखा कि उसकी डोरी बहुत टाईट बंधी थी.
में :- भाभी इसकी डोरी तो काफ़ी टाईट है.
भाभी :- एक बार कोशिश तो करो.
फिर मेरे बार-बार कोशिश करने पर भी वो डोरी नहीं खुल रही थी. फिर मैंने अपने दातों का उपयोग किया और तब जाकर उनका ब्लाउज खुला और फिर में उनकी पीठ दबाने लगा.
भाभी :- आहह रिकी ज़ोर से बहुत अच्छा लग रहा है, थोड़ा नीचे और नीचे.
फिर जैसे ही में नीचे दबाने लगा तो तभी भाभी मुड़ी और फिर मुझे अपनी बाहो में भर लिया और मुझे पागलों की तरह हर जगह किस करने लगी.
में :- भाभी यह आप क्या कर रही हो?
भाभी :- अब तुम इतने भी बच्चे नहीं हो कि तुम्हें बताना पड़े कि में क्या कर रही हूँ? मुझे अब और मत तड़पाओ, कम ऑन रिकी मुझे चोदो, अपनी जवान और प्यासी भाभी को चोदो, अब वो मुझे हर जगह किस करते हुए बोले जा रही थी.
अब यह सब सुनने के बाद मुझसे भी रहा नहीं गया और फिर में भी उन्हें हर जगह किस करने लगा. फिर भाभी ने मेरा मुँह पकड़ा और फिर मुझे स्मूच करने लगी. अब मुझे उनकी लिपस्टिक का टेस्ट आ रहा था और 10-15 मिनट तक में और भाभी लिप किस करने लगे. फिर उसके बाद में किचन में गया और फ्रिज से एक चॉकलेट और चॉकलेट का पेस्ट लाया.
फिर मैंने एक तरफ वो चॉकलेट अपने मुँह में रखी और दूसरी तरफ से भाभी ने अपने मुँह में रखी और फिर हमने वो चॉकलेट खानी शुरू की. फिर उसके बाद हम दोनों के होंठ मिले और हम दोनों फिर से स्मूच करने लगे, वो मेरी पहली चॉकलेट किस थी. अब किस करते टाईम उस चॉकलेट का टेस्ट और भी ज़्यादा बढ़ गया था और किस का मज़ा भी दुगना हो गया था.
फिर मैंने भाभी का ब्लाउज फाड़ा और उनका पेटीकोट भी उतार दिया, उन्होंने काले रंग की ब्रा और पेंटी पहनी हुई थी, एक तो वो इतनी गोरी और ऊपर से काले रंग की ब्रा में उनके मोटे- मोटे बूब्स एकदम मस्त लग रहे थे. फिर मैंने उनकी ब्रा उतारी और उनके मोटे-मोटे बूब्स पर चॉकलेट का पेस्ट डाल दिया और फिर उनके बूब्स को चूसने लगा, क्या बताऊँ दोस्तों जब में उनके बूब्स को चूस रहा था मुझे कितना मज़ा आ रहा था?
भाभी :- आहहहहह चूसो और ज़ोर से आह ऊहह आहहहहहह अया यअहह.
अब यह सब सुनने के बाद में उनके बूब्स को काटने भी लगा था. अब वो पूरी पागल हो गई थी. फिर उसके बाद उन्होंने मेरा कैमरा निकाला और फिर उसको कैमरा स्टैंड पर रखा ताकि अच्छा सीन आए. फिर मैंने उनको मना भी किया, लेकिन वो नहीं मानी. फिर उन्होंने कहा कि डरो मत कल सुबह वीडियो को डिलिट कर देना.
फिर उन्होंने कैमरे का बटन दबाया और फिर वो मेरे कपड़े उतारने लगी और मेरी छाती को चाटने लगी. फिर उन्होंने मेरा अंडरवियर भी उतार दिया और अब हम दोनों पूरे नंगे थे, अब वो मुझे फ्रेंच किस करने लगी थी.
फिर 10 मिनट के बाद मैंने उन्हें बेड पर लेटाया और फिर उनकी चूत में फिंगरिंग करने लगा. फिर में अपनी जीभ उनकी चूत में डालने लगा, अब वो तड़पती मछली की तरह झटपटाने लगी थी. फिर उसके बाद वो मेरे ऊपर चढ़ गई और मेरे गले पर किस करने लगी. फिर वो मेरी पूरी बॉडी को चाटने लगी.
भाभी :- रिकी अब और ना तड़पाओं अपने लंड से अपनी भाभी की प्यास बुझाओ.
फिर वो मेरे ऊपर बैठी और फिर मैंने अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया, अब वो ऊपर नीचे होने लगी थी और बहुत ज़ोर-जोर से मौन करने लगी थी.
भाभी :- अहह रिकी फक मी चोदो मुझे, अपनी भाभी को चोदो आहहहह, आज अपनी भाभी की चूत को फाड़ डालो, चोदो मुझे ऑश.
में :- भाभी आहहहह आह ऊओह.
फिर करीब 15 मिनट के बाद भाभी बोली.
भाभी :- आहह रिकी में झड़ने वाली हूँ, आई एम्म्म कमिंग.
फिर हम दोनों एक साथ झड़ गये. फिर उसके बाद मैंने अपनी वीडियो को पैन ड्राइव में डाला और फिर टी.वी. में अपनी ही ब्लू फिल्म चलाई. अब में और भाभी बेड पर पूरे नंगे पड़े थे. फिर मैंने एक रज़ाई निकाली और फिर हम दोनों ने उसे ओढ़ा और अपनी ही विडियो देखने लगे. फिर कुछ 10 मिनट तक हम दोनों फ्रेंच किस करते रहे और फिर उसके बाद हम एक दूसरे से चिपक कर नंगे ही सो गये.
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मेरी बीवी चुदी गई स्कूल में

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अमित है में और मेरी पत्नी पिछले कुछ सालों से लगातार सेक्सी कहानियाँ पढ़ते आ रहे है और आज में आप सभी के साथ अपनी एक सच्ची कहानी बांटना चाहता हूँ जिसमे मेरी पत्नी ने अपनी पहली चुदाई के पूरे पूरे मज़े लिए, लेकिन यह कहानी मेरी पत्नी की है इसलिए में अपनी पत्नी रोमिका की कहानी उसी की ज़ुबानी सुनाना चाहता हूँ वैसे में पहले बता दूँ कि रोमिका एक बहुत ही कामुक औरत है और वो हमारी शादी के पहले भी बहुत सुंदर थी.
अब तो वो एकदम निखर गई है चेहरे से कोई भी नहीं कह सकता कि वो एक शादीशुदा औरत है, उसके बूब्स एकदम रसीले आम के रस जैसे है जो आकार में 34 इंच के है और उसकी गांड ज्यादा उभरी हुई होने की वजह से एकदम गोल दिखाई देती है जिसको देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए. मेरी उसको चोदकर कभी भी भूख नहीं मिटती, उसकी जितनी चुदाई करो उतनी ही कम है. वो बहुत कामुक औरत है और अब दोस्तों इसके आगे की कहानी मेरी पत्नी रोमिका की ज़ुबानी.
हैल्लो दोस्तों सभी चूत और लंड वालों को रोमिका का आदाब दोस्तों मेरी शादी होने के बाद अमित ने मुझे एक दिन कामुकता डॉट कॉम की सेक्सी कहानियों के बारें में बताया और तब से ही में इस साईट की सेक्सी कहानियों को लगातार पढ़कर इनके मज़े लेती आ रही हूँ और एक दिन मैंने मन ही मन में विचार किया कि क्यों ना में अपनी भी सच्ची सेक्स घटना को आप सभी लोगों को सुनाऊँ?
वो घटना मेरे साथ अपने स्कूल में घटित हुई थी. तो दोस्तों अब आप सभी का ज्यादा समय ना लेते हुए में अपनी कहानी शुरू करती हूँ और वैसे यह तब की बात है जब में स्कूल में पढ़ती थी. पहले में आप लोगो को बता दूँ कि मेरे घर में मेरी मम्मी जो एक ग्रहणी है और मेरे पापा जो कि एक बहुत बड़ी कंपनी में मेनेजर की नौकरी करते है और मेरे भैया जो कि एक कंपनी में मार्केटिंग की नौकरी करते है मेरे भैया की शादी को हुए एक साल ही हुआ था और भैया भाभी का रूम और मेरा रूम पास पास ही है और हर रोज मुझे उनके रूम से रात को कुछ अजीब सी आवाज़ आती थी और जब में कभी भाभी से उन सभी आवाजों के बारे में पूछती तो भाभी हंसकर मेरी बात को हमेशा टाल देती थी और वो मुझसे कहती कि ठीक समय आने पर मुझे खुद पता चल जाएगा और में एक दिन सब कुछ समझ जाउंगी.
दोस्तों में उनकी उलझी हुई बातों का मतलब बहुत अच्छी तरह से समझ जाती थी कि वो मुझे वो पूरी बात नहीं बता रही और मैंने सुना तो बहुत बार था, लेकिन कभी अपनी आखों से मैंने किसी को सेक्स करते हुए नहीं देखा था इसलिए मैंने एक दिन दरवाजे के छेद से अंदर देखने का प्लान बनाया और फिर मैंने अंदर क्या देखा कि मेरी भाभी अपनी चूत में भाई के लंड को डालकर वो उनके ऊपर बैठकर लगातार तेज तेज उछल रही है और मोन भी कर रही है आहहह उफफ्फ्फ्फ़ हाँ चोदो मुझे आईईईई वाह मज़ा आ गया.
दोस्तों उनकी चीखने की आवाज़े बाहर तक भी आ रही थी वो बहुत ही कम समय में वो सब देखकर तुरंत गरम हो गई और तभी मेरा हाथ अपने आप मेरी चिकनी, कमसिन, अभी अभी हुई जवान चूत पर चला गया मैंने उस समय बिना पेंटी के केवल लोवर ही पहना हुआ था क्योंकि में हर रात को कभी भी ब्रा, पेंटी नहीं पहनती में केवल टीशर्ट और लोवर पहनती हूँ जिसकी वजह से मुझे एकदम खुला खुला बहुत अच्छा महसूस होता है और अब में अपने लोवर के ऊपर से ही मेरी उस चूत को मसलने लगी थी आहह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ और कुछ देर बाद मैंने महसूस किया कि उनको सेक्स करता देख चूत को मसलने का मज़ा ही बिल्कुल अलग था.
मैंने अपनी ऊँगली को ना चाहते हुए भी अपनी चूत में डाल दिया और अब में हर एक बात से बेखबर होकर अपनी ऊँगली को अंदर बाहर करने लगी थी और कुछ ही देर में मेरा सारा गरम गरम पानी बाहर निकल गया और तब से मुझे सेक्स का नशा सा चड़ गया और अब में हर रोज उन्हे उस छेद से चुदते हुए देखने लगी थी और अपनी चूत को मसलने लगी, लेकिन दोस्तों यह मेरी चूत की खुजली अब बिना लंड के कहाँ मिटने वाली थी?
इसलिए में अब सोचने लगी थी कि कैसे लंड लिया जाए और फिर में अपनी क्लास के लड़को को अपनी बातों में फंसाकर अपनी तरफ आकर्षित करने लगी थी. हमारे स्कूल में लड़कियों को शर्ट और स्कर्ट पहननी होती है. में अब लड़कों को दिखाने के लिए अपनी स्कर्ट को ऊपर की तरफ से मोड़कर पहनने लगी थी जिससे कि मेरे गोरे गोरे पैर और भरी हुई जांघे और भी ज्यादा साफ साफ दिख सके. माफ़ करना दोस्तों में आपको पहले बताना भूल गई कि मेरी लम्बाई 5.6 है और मेरा रंग एकदम साफ मेरी गोरी गोरी मोटी जांघो को देखकर सभी लड़को का मन मचल उठता था.
एक दिन की बात है फ्री पीरियड्स में जब हम सभी लोग मस्ती कर रहे थे तो मेरे साथ क्लास में पढ़ने वाला एक लड़का उसका पेन लेने के लिए नीचे झुका और तभी उसकी नज़र मेरे पैरों की तरफ चली गई और वो मेरे गोरे चिकने पैरों को लगातार घूरते हुए देखने लगा था और फिर मैंने जानबूझ कर अपने दोनों पैरों को एक दूसरे से अलग किए जिसकी वजह से उसको मेरी पेंटी के दर्शन हो सके और ठीक वैसा ही हुआ जैसा मैंने सोचा था, वो बहुत देर तक ऐसे ही बिल्कुल चकित होकर देखता रहा और अब मेरी चूत में खुजली शुरू हो गई. उस लड़के का नाम राहुल था और वो कुछ देर बाद उठकर अपनी जगह पर बैठकर ना जाने क्या सोचने लगा.
दोस्तों उसके अगले दिन मैंने जानबूझ कर अपनी स्कर्ट के नीचे पेंटी नहीं पहनी और जिस बात का मुझे पूरा पक्का यकीन था दूसरे दिन ठीक वही हुआ और आज फिर राहुल सही मौका देखकर किसी बहाने से तुरंत नीचे झुक गया और अब वो मेरे पैरों की तरफ देखने लगा, लेकिन तब मैंने अपने पैरों को एक दूसरे पर रखे हुए थे, लेकिन तब भी वो देखता रहा और फिर कुछ देर बाद मैंने अचानक से एक झटके में दोनों पैरों को अलग कर दिए थे जिसकी वजह से वो एकदम से चकित हो गया और चकित होकर गिर गया और मेरी खुली चूत को देखता रहा.
दोस्तों ऐसे खुले आम मेरी चूत के दर्शन करवाकर अब मेरी चूत भी बहुत गीली हो गई शायद उसने भी इस बात को महसूस कर लिया था फिर उसने मुझे देखा और हमारी नज़रे एक दूसरे से मिल गई उसने मेरी तरफ देखकर मुझे स्माइल दी और मैंने उसकी तरफ हल्की सी आँख मार दी. दोस्तों यह सिलसला कुछ दिन ऐसे ही चलता रहा और वो किसी ना किसी बहाने से मुझे कहीं भी हाथ लगा देता. कभी मेरी गांड पर, तो कभी कमर पर, कभी चूत पर और तभी में चहक उठी उसके स्पर्श से मेरे अंदर एक अजीब सा जोश आने लगा और मुझ में आगे बढ़ने की हिम्मत आने लगी थी. फिर एक दिन जिसका मुझे बहुत दिनों से इंतज़ार था वो दिन आ ही गया में उस दिन अपनी क्लास से छुट्टी होने के बाद सबसे आखरी में बाहर निकली और वो बाहर खड़ा होकर मेरा बाहर निकलने का इंतजार कर रहा था.
फिर मेरे बाहर निकलते ही उसने पीछे से आकर हिम्मत करके मुझे सीड़ियों पर कसकर पकड़ लिया वाह मज़ा आ गया आअहहहह उसका स्पर्श पाकर और अब उसका मुझसे कसकर चिपकना उफफ्फ्फ्फ़ जिसने मेरी चूत में आग लगा दी थी और में भी कब से इस पल का कितना इंतज़ार कर रही थी, वो बिल्कुल पागलों की तरह मेरे पूरे शरीर पर किस करने लग गया और मेरी गांड को दबाने लगा आह्ह्ह्ह उसका हर एक काम मुझे और भी मदहोश कर रहा था, इसलिए में भी अब उसका पूरा पूरा साथ देने लगी थी और हम दोनों एक दूसरे के होंठो से होंठ मिलाकर किस करने लगे थे और मुझे किस करते करते वो मेरे बूब्स को भी दबाने लगा था और फिर कुछ देर बाद वो मेरी स्कर्ट के अंदर अपना एक हाथ डालकर मेरी चूत को सहलाने लगा. उस वजह से में बहुत गरम हो गई थी, मैंने तुरंत उसका लंड उसकी पेंट के ऊपर से पकड़ लिया और दबाने लगी थी सहलाने लगी थी.
तभी उसने अचानक से अपनी एक उंगली को मेरी चूत में डाल दिया आहह्ह्ह्ह जिसकी वजह से मेरी तो जैसे जान ही निकल गई और अब तक मेरी चूत ने अपना पानी छोड़ दिया था और राहुल ने अपनी उंगली पर लगा वो सारा पानी चाट लिया था. अब में राहुल से बोलने लगी थी आओ राहुल चोद दो मुझे प्लीज थोड़ा जल्दी करो चोदो मुझे राहुल उफ्फ्फ्फ़ हाँ चोद दो मुझे, में बहुत दिनों से तड़प रही हूँ. फिर राहुल मुझे अपनी गोद में उठाकर क्लास रूम में ले गया और उसने तुरंत अंदर से दरवाजा बंद कर दिया.
फिर तभी उसने मुझे बेंच पर पटक दिया और अब उसके मेरी स्कर्ट को ऊपर उठा दिया और मेरी गीली चूत को वो धीरे धीरे सहलाने लगा. दोस्तों में सच कहूँ तो मुझे इतना मज़ा आज तक पहले कभी नहीं आया था. मैंने जोश में आकर राहुल का सर पकड़कर अपनी चूत पर रख दिया वो मेरी चूत को चाटने लगा आह्ह्ह्ह उफफ्फ्फ्फ़ उसका चूत चाटने का तरीका मुझे एकदम पागल कर रहा था. मुझे आज तक ऐसा कभी महसूस नहीं हुआ था और मेरा मन कर रहा था कि में बस उससे अपनी चूत को चुसवाती रहूँ. फिर मैंने राहुल की पेंट को ज़िप को खोल दिया और लंड को बाहर निकाल लिया और फिर उसको मुहं में ले लिया वाह क्या स्वाद था उसका, वो एकदम गरम, कड़क जिससे मुझे एक अजीब सा नशा सा होने लगा था.
अब राहुल मेरे बूब्स को दबाने लगा था और फिर उसने जोश में आकर मेरी शर्ट के सभी बटन एक झटका देकर तोड़ दिए और अब वो मेरी ब्रा से बूब्स को बाहर निकालकर चूसने लगा आहह्ह्ह्ह वाह मुझे कितना मज़ा आ रहा था.
राहुल कभी मेरी चूत को चूस रहा था तो कभी मेरे बूब्स को चूसने के साथ साथ निचोड़ भी रहा था और में सिसकियाँ लेते हुए ज़ोर ज़ोर से आहहह हाँ राहुल आईईईई चूसो इन्हें पी जाओ चूस लो आज तुम मेरी चूत को खा जाओ वाह मज़ा आ गया हाँ तुम आज चूस लो इनका सारा रस और अब में इतना कहते हुए दूसरी बार झड़ चुकी थी उफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह्हह् प्लीज राहुल अब मुझसे नहीं रहा जाता, हाँ अब तुम प्लीज डाल दो तुम्हारा लंड मेरी चूत के अंदर और चोद दो मुझे, बना लो मुझे अपनी रंडी में कब से इस दिन के लिए तड़प रही हूँ आअहह राहुल आओ मेरी बेबी चोदो मुझे.
राहुल ने इतना सुनकर तुरंत मुझे घोड़ी बना दिया और उसने अपने लंड पर बहुत सारा थूक लगाया और फिर उसने सही मौका देखकर एक ज़ोर का झटका देकर अपना पूरा लंड डाल दिया हाए माँ में मर गई आअहह आईईईईई राहुल मेरी चूत फट गई तू इसको बाहर निकाल साले कमीने तूने फाड़ दी मेरी चूत आहहहह.
अब राहुल कुछ देर ऐसे ही रहा और मेरे थोड़ा शांत होने के बाद उसने एक बार फिर से झटके लगाना चालू किया तब तक चूत का दर्द बहुत कम हो चुका था और मुझे उसका लंड मेरी चूत में अंदर बाहर आते जाते वो मज़े देने लगा था और में उससे कहने लगी हाँ राहुल आज चोद दे उफ्फ्फ्फ़ और मुझे बना ले अपनी रंडी में हर रोज तुझसे अपनी चूत को चुदवाउंगी, वाह तू तो बहुत मज़े दे रहा है.
अब राहुल भी जोश में आकर मुझसे कहने लगा कि हाँ ले साली रंडी, तू मुझे बहुत उकसाती है, फाड़ आज में दूँगा तेरी चूत को साली, तू किसी को अपना मुहं दिखाने लायक भी नहीं रहेगी. दोस्तों वो पूरी क्लास हमारी चुदाई की आवाज़ से गूँज उठी थी और में लगातार चिल्ला रही थी हाँ राहुल मादारचोद चोद दे मुझे, बहुत खुजली है मेरी इस चूत में आज तू इसकी पूरी खुजली को मिटा दे.
अब राहुल और तेज तेज धक्के लगाने लगा था और कुछ देर बाद में एक बार फिर से झड़ गयी और मैंने राहुल के मुहं पर अपनी चूत को रख दिया और राहुल अब मेरा सारा पानी पी गया. फिर कुछ देर बाद राहुल ने मुझे नीचे लेटाकर मेरे दोनों पैरों को ऊपर करके मेरी चूत में वो अपना लंड सरकाकर उसने मुझे चोदना चालू किया और में लगातार मोन कर रही थी और कुछ देर स्पीड में धक्के देने के बाद हम दोनों एक साथ झड़ गये और राहुल थककर मेरे ऊपर लेट गया कुछ देर हम ऐसे ही रहे. फिर हमने जल्दी से अपने कपड़े सही किए, लेकिन राहुल ने मेरी पेंटी को अपने पास ही रख लिया. फिर मैंने राहुल के लंड को किस किया और फिर हम क्लास से बाहर आ गए.
दोस्तों यह था मेरा पहला सेक्स अनुभव जिसमे मैंने वो सभी मज़े लिए जिसके लिए में बहुत समय से तरस रही थी. राहुल ने मुझे बहुत जमकर चोदा और मेरी चुदाई की भूख को कुछ समय के लिए थोड़ा सा शांत किया.
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रंडी बहन की चूत का मूत

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मनीष है और मेरी बहन का नाम कोमल है, वो मुझसे 3 साल छोटी है. अब में आपको मेरे बारे में बता दूँ. मेरा नाम मनीष है और मेरी उम्र 29 साल है, मेरी हाईट 5 फुट 6 इंच है और मेरा वजन 65 किलोग्राम है और बॉडी टाईप एवरेज और कलर गोरा है. अब में आपको मेरी छोटी बहन कोमल के बारे में बता दूँ, उसकी उम्र 26 साल है, उसकी हाईट 5 फुट 4 इंच है और उसका वजन 49 किलोग्राम है, उसका फिगर साईज 34-30-36 है, लम्बे बाल और कलर गोरा है.
दोस्तों मेरी बहन बला की खूबसूरत है और वो एकदम काम देवी का रूप लगती है. उसकी बड़ी-बड़ी गांड जब वो जीन्स पहनकर चलती है और मटकती है तो सब देखने वालो के लंड कड़क कर देती है, वो बहुत सेक्सी और हॉट लड़की है. अब में सीधा स्टोरी पर आता हूँ, मेरी बहन कोमल का जॉब इंटरव्यू दिल्ली में था, तो में मेरी बहन कोमल के साथ दिल्ली गया. उसका इंटरव्यू शुक्रवार को था और हमने हमारी रिटर्न रिज़र्वेशन सोमवार की करवाई थी, ताकि हम दिल्ली घूम सके.
फिर शुक्रवार को सुबह दिल्ली पहुँचने के बाद में और मेरी बहन एक होटल में गये और वहाँ हमने एक कमरा बुक करवाया. अब जब में रिजिस्टर में एंट्री कर रहा था तो मैनेजर ने कहा कि सर आपकी वाईफ बहुत सुंदर है. फिर मैंने उसे थैंक्स कहा और फिर हम रूम में चले गये और कमरे में आकर हम दोनों खूब हँसे और फिर हम तैयार होकर इंटरव्यू के लिए निकल गये.
फिर लौटते हुए हम दोनों करोल बाग से घूमते हुए लाल किला और फिर मीना बाज़ार गये. अब शाम के 7 बज चुके थे, अब मीना बाज़ार के रोड़ पर बहुत सी गर्ल्स हॉट ड्रेस में अपने-अपने बॉयफ्रेंड के साथ खड़ी हुई थी. अब में और कोमल उनको घूर-घूरकर देख रहे थे. फिर हम बस स्टॉप पर गये, अब वहाँ हम दोनों के अलावा कोई भी नहीं था.
अब बस आने में 10 मिनट बाकी थे, तो अब हम दोनों बातें कर रहे थे कि स्टॉप के शेड के पीछे से हमें आवाज़ आ रही थी भैया अब घर चलो ना बहुत देर हो गई है मम्मी इंतजार कर रही होगी और उनके प्यार करने की आवाज़ आ रही थी. फिर कोमल ने मेरी तरफ़ देखा और मैंने अपनी नज़रे घुमा ली. फिर हम दोनों बस में बैठकर होटल आ गये, फिर हमने वही नीचे खाना खाया और फिर अपने कमरे में चले गये. फिर हम दोनों ने कमरे में आकर चेंज किया और बेड पर बैठकर बातें करने लगे.
फिर मैंने टी.वी चालू किया और फिर कोमल ने धीरे से कहा कि भैया वो बस स्टॉप याद है, तो मैंने कहा कि हाँ, तो कोमल ने मुझे देखकर स्माइल दी. फिर रूम की डोर बेल बजी और कोमल ने दरवाज़ा खोला, तो वेटर ने एक पैकेट देकर कहा कि ये आप दोनों के लिए मैनेजर सर ने दिया है.
फिर उस बॉक्स को कोमल ने मुझे दिया और कहा कि भैया इसमें क्या है? फिर मैंने बॉक्स के ऊपर देखा तो उसमें लिखा था ए गिफ्ट फॉर ए लवली एंड न्यू वेडिंग कपल. अब उसे देखकर हम दोनों खूब हँसे, अब कोमल बेड के पास खड़ी थी और उसने सिल्क नाइटी पहन रखी थी जिसमें उसका पूरा बदन और उसके उभार साफ-साफ़ दिख रहे थे.
अब वो काम की देवी लग रही थी जो कह रही हो आओ मुझे अपनी बाहों में भरकर रातभर प्यार करो और में बनियान और पजामे में था. अब मेरा लंड थोड़ा-थोड़ा हार्ड हो रहा था. फिर कोमल ने मुझसे कहा कि भैया यहाँ का मैनेजर तो मुझे आपकी वाईफ बनाकर ही छोड़ेगा. फिर में हँसने लगा और बेड से खड़ा हो गया, फिर मैंने कहा कि तो इसमें कोई हर्ज़ है क्या? तो कोमल ने कहा कि अच्छा, क्या मतलब भैया?
फिर में कोमल के पास गया और उसके सामने जाकर एक घुटने पर बैठकर बोला कि कोमल मेरी प्यारी बहन आई लव यू, आई रियली लव यू सो मच, तुम बहुत सुंदर हो और में तुमसे कई दिनों से कहना चाह रहा था, लेकिन आज हिम्मत हो पाई है आई लव यू कोमल. अब मेरी बहन कोमल तो जैसे शॉक ही रह गई, लेकिन उसने एक सेक्सी स्माइल दी और बोली कि ऑश सो स्वीट भैया आई लव यू टू मच और मुझे मेरा हाथ पकड़कर उठाया और हग कर लिया.
फिर मैंने भी उसे टाईट हग किया और अब हम एक दूसरे की बाहों में बाहें डालकर खड़े थे. फिर मैंने कोमल के नर्म-नर्म मुलायम होंठो को अपने होंठो पर रखकर चूसा और उसकी जीभ को चूसा और उसके मुँह से निकलने वाली लार और उसके थूक को पीने लगा. अब वो भी मेरी जीभ चाटने चूसने लगी और मेरे सिर पर अपना हाथ फैरती रही. फिर मैंने कोमल की नाइटी को ऊपर किया और उसे उतारकर फेंक दी. अब कोमल बस पेंटी और ब्रा में थी, उसने रेड कलर की पेंटी और ब्रा पहन रखी थी, जिसमें उसका सेक्सी बदन और बहुत मादक लग रहा था.
फिर कोमल ने मेरी बनियान और पजामा भी उतार दिया और अब हम दोनों भाई बहन केवल अंडरगारमेंट्स में थे और एक दूसरे को हग कर रहे थे. अब हम दोनों का बदन जब एक दूसरे से मिला तो हम दोनों के बदन में एक आग सी लग गई और हम दोनों बहुत गर्म हो गये. फिर कोमल ने मुझे धक्का देकर अपने से अलग किया और बेड पर बैठने का इशारा किया तो में बेड पर बैठ गया.
अब मेरी बहन कोमल मेरे सामने खड़ी थी और अपनी कमर धीरे-धीरे हिला रही थी, वो बहुत सेक्सी लग रही थी. फिर उसने कहा कि भैया आज आपकी बहन आपके सामने आपकी प्रेमिका बनकर है, आज आपको अपनी बहन को बहुत चोदना है ना.
मैंने कहा कि हाँ मेरी प्यारी बहन, तो कोमल ने कहा कि तो अपनी प्यारी बहन को भैया अपना लंड नहीं दिखाओगे. अब मैंने ये सुनते ही अपना अंडरवेयर उतार दिया और अब मेरा लंड एकदम कड़क था और अपनी बहन को सलामी दे रहा था. फिर कोमल ने कहा कि वाह भैया आपका लंड तो बहुत मोटा और बड़ा है ये तो आज आपकी बहन की फाड़ ही देगा. तो मैंने कहा कि हाँ मेरी बहन आज तो तेरी फट ही जाएगी.
फिर कोमल ने हल्का-हल्का डांस करना शुरू किया और अब वो किसी पॉर्न स्टार की तरह अपनी कमर, बूब्स और गांड हिला रही थी. फिर उसने अपनी ब्रा उतारकर मेरे पास फेंक दी, ओहह मेरी बहन के बूब्स बहुत बड़े और सॉफ्ट थे और उसके निपल्स भी भूरे और काफ़ी बड़े थे.
फिर कोमल ने अपने बूब्स हिला-हिलाकर मुझे दिखाए और फिर अपनी पेंटी भी खोलकर मेरे पास फेंक दी और फिर मुझे अपनी चूत दिखाने लगी. उसकी चूत एकदम क्लीन थी और उस पर एक भी बाल नहीं था और उसकी पिंक कलर की चूत के दोनों लिप्स भी लटक रहे थे. फिर वो पीछे मुड़ी, तो अब उसकी बड़ी गोल गांड देखकर तो मेरा पानी निकल ही गया. अब वो अपनी गांड को हिला-हिलाकर और अपनी कमर को मटका-मटकाकर मुझे दिखा रही थी और मेरा हाल बुरा हो रहा था. फिर कोमल ने देखा कि मेरा वीर्य निकल गया है तो वो बोली कि भैया अपनी बहन की जवानी देखकर ही छूट कर दी.
फिर वो मेरे पास आई तो मैंने उसे किस किया, उसके होंठो को चूमा और उसके बूब्स को हल्का-हल्का मसलने लगा. अब कोमल मस्त होती जा रही थी और अब उसकी चूत से पानी बाहर आने लगा था. फिर मैंने कोमल के बूब्स को अपने मुँह में लेकर चूसा, तो उसकी आहह निकलने लगी. अब वो मेरे सिर पर अपना हाथ फैर रही थी और में उसके बूब्स चूस रहा था.
मैंने कोमल का एक पैर बेड पर रखा और उसकी कमर पर किस करता हुआ उसकी चूत पर गया. फिर कोमल ने कहा कि भैया आहह चाट लो अपनी कुंवारी बहन की जवान चूत का पानी. अब में मेरी बहन कोमल की चूत चाट रहा था, उसकी चूत का पानी बहुत नमकीन था, अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मेरी कोमल आहह उउफ़फ्फ़ आहह कर रही थी. फिर में बेड पर बैठा और कोमल का हाथ पकड़कर अपने लंड पर रख दिया, तो फिर कोमल नीचे झुकी और मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी. अब उसने मेरा लंड लॉलीपोप की तरह अपने मुँह से चूसा था.
फिर करीब 20 मिनट तक ये सब करने के बाद कोमल मेरी गोदी में बैठने लगी, तो अब मेरा पूरा लंड मेरी सग़ी बहन की चूत में चला गया और फिर वो मेरे ऊपर उछलने लगी. अब उसके मुँह से लगातार सिसकियां निकल रही थी हह फुक मी भैया हहह चोदो और आहह फाड़ दो आज मेरी जवानी को हहह.
फिर 5 मिनट के बाद मैंने कोमल को बेड पर लेटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया. फिर मैंने उसकी चूत में अपना पूरा लंड डाल दिया, तो मेरी बहन कोमल की चीख निकल गई आआईईई आअहह माँ हहह और में जोर-जोर से धक्के मारकर अपनी बहन को चोदने लगा. अब इस बीच कोमल की चूत 2 बार खाली हो गई थी और मेरा पूरा लंड भीग चुका था.
फिर मैंने कोमल की चूत में से अपना लंड बाहर निकालकर उसके मुँह में डाल दिया और मेरी बहन कोमल मेरा लंड चूसने लगी. फिर मैंने कोमल को कहा कि मेरी प्यारी बहन अपने भाई को अपनी गांड नहीं दिखाएगी, तो कोमल तुरंत घोड़ी बनकर बैठ गई और बोली कि लो भैया देख लो.
फिर मैंने कोमल की गांड को देखा और उसकी गांड के छेद को देखा और फिर उसे स्मेल किया, तो उसकी गांड से भीनी-भीनी खुशबू आ रही थी. फिर मैंने देखा कि मेरी बहन की गांड का छेद बहुत बड़ा था और अब मेरा मेरी बहन की गांड चाटने का मन था और फिर में भी जोश में आ गया और कोमल की गांड के छेद पर अपनी जीभ रखकर उसकी गांड चाटने लगा, आह उसका स्वाद थोड़ा कसैला सा था, लेकिन जोश में मुझे वो सब बहुत अच्छा लग रहा था. अब में कोमल की गांड चाटे जा रहा था.
फिर कोमल बोली कि भैया 2 मिनट रूको, तो मैंने कहा कि क्या हुआ बहन मज़ा नहीं आया क्या? तो कोमल ने कहा कि बहुत मज़ा आ रहा है मेरे राजा, आपको कैसी लगी अपनी बहन का गिफ्ट? तो मैंने कहा कि बहुत मज़ेदार मेरी बहन.
फिर कोमल अपनी गांड हिलाने लगी तो मैंने कहा कि आह मेरी जान तूने तो मज़ा ही ला दिया. फिर कोमल ने मुझे लेटने को कहा और खुद अपनी गांड के छेद को मेरे मुँह पर रखकर बोली कि भैया लो चाटो ना, तो फिर में कोमल की गांड फिर से चाटने लगा और फिर उसने मेरे मुँह में ही मूत दिया और फिर वो 69 की पोजिशन में आकर मेरा लंड चूसने लगी. अब उसकी चूत झड़ने लगी थी और अब मेरे लंड से भी वीर्य निकलने लगा था और फिर हम दोनों एक दूसरे के मुँह में ही झड़ गये. अब हम दोनों बहुत थक गये थे, फिर में और कोमल दोनों नंगे ही एक दूसरे की बाहों में ही सो गये. फिर इसके बाद हमने दिल्ली में 3 दिन और बिताए और इन 3 दिनों में मैंने और कोमल ने बहुत मज़े किए.
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