टांगो को चौड़ा कर लो


सुरेश अंकल उस दिन हमारे घर पर आए हुए थे मैं भी कुछ दिनों के लिए चंडीगढ़ गया हुआ था मैं दिल्ली में जॉब करता हूं लेकिन उस दौरान मैं कुछ दिनों के लिए घर गया हुआ था। सुरेश अंकल ने मुझे कहा कि सुनील बेटा क्या तुम मुझे सरिता के घर तक छोड़ दोगे मैंने अंकल को कहा हां अंकल मैं आपको सरिता के घर तक छोड़ देता हूं। सरिता उनकी बेटी का नाम है और उसकी शादी अभी कुछ समय पहले ही हुई है सुनील अंकल के हाथ का ऑपरेशन भी कुछ समय पहले ही हुआ था जिससे कि डॉक्टर ने उन्हें मना किया था कि वह गाड़ी नहीं चला सकते इसलिए उन्होंने मुझसे कहा। मैंने उस दिन उनको सरिता के घर तक छोड़ दिया तो वह कहने लगे कि बेटा तुम भी कुछ देर हमारे साथ बैठ जाओ मैंने उन्हें कहा नहीं अंकल फिर कभी आऊंगा और मैं वापस अब घर लौट आया था। सुनील अंकल और पापा की बहुत अच्छी दोस्ती है वह लोग बचपन से एक दूसरे को जानते हैं।

मैं जब घर पहुंचा तो पापा भी उस वक्त घर पर आ चुके थे पापा अपने किसी जरूरी काम से गए हुए थे तो पापा ने मुझे कहा कि सुनील बेटा तुम कहां चले गए थे। मैंने उन्हें कहा कि मैं सुरेश अंकल को सरिता के घर तक छोड़ने के लिए चला गया था पापा मुझे कहने लगे कि सुनील बेटा अगर तुम दो-तीन दिन और घर पर रुक जाते तो अच्छा रहता मैंने पापा से कहा कि पापा ऑफिस की छुट्टी नहीं है इसलिए मुझे जाना पड़ेगा। मैं कुछ दिनों बाद वापस दिल्ली लौट आया था मेरा कॉलेज के कैंपस प्लेसमेंट में सिलेक्शन हुआ था और उसके बाद से ही मैं दिल्ली रह रहा हूं दिल्ली में रहते हुए मुझे दो साल हो चुके हैं। अब मैं अपने ऑफिस जाने लगा था हर रोज की तरह सुबह ऑफिस जाता और शाम को घर लौट आता मैं जिस बस स्टॉप पर हर रोज सुबह जाता वहां पर मुझे एक अंकल हमेशा दिखते हैं वह काफी बुजुर्ग थे और वह हर रोज बस में ही जाया करते। एक दिन मैंने उन अंकल से पूछा कि अंकल क्या आप जॉब करते हैं तो वह कहने लगे नहीं बेटा मैं तो रिटायर हो चुका हूं मैंने उन्हें कहा कि मैं अक्सर आपको बस में आते हुए देखता हूं आप क्या किसी से मिलने जाते हैं।

वह मुझे कहने लगे कि बेटा मेरा इस दुनिया में कोई भी नहीं है मैं अपनी छोटी बहन के पास चला जाया करता हूं। मुझे जब उन अंकल ने अपनी कहानी बताई तो मुझे उनकी कहानी सुनकर बहुत बुरा लगा वह मुझे कहने लगे कि उनके बच्चे और उनकी पत्नी उन्हें छोड़ कर चली गई। अंकल ने मुझे कहा कि यह सब उनकी गलती की वजह से हुआ है तो मैंने उन्हें कहा कि अंकल अब शायद आपका पछतावा करने से भी कोई फायदा नहीं है। वह कहने लगे कि हां बेटा मेरा पछतावा करने का भी कोई फायदा नहीं है और इस दुनिया में मेरा मेरी बहन के सिवा कोई भी नहीं है इसलिए मैं उसके पास ही हर रोज चला जाया करता हूं। मुझे वह अंकल हमेशा ही दिखाई देते थे तो मैं उनसे बात कर लिया करता था मै जिस कॉलोनी में रहता था उसी कॉलोनी में मेरी दोस्ती रोहन के साथ हो गयी थी रोहन से मेरी काफी अच्छी दोस्ती हो गई थी। एक दिन रोहन मुझे कहने लगा कि चलो सुनील आज कहीं पार्टी करने चलते हैं रोहन को पार्टी करने का बड़ा शौक था और वह अपने दोस्तों के साथ अक्सर पार्टी किया करता था। रोहन के पापा एक बिजनेसमैन है और रोहन के पास किसी भी चीज की कोई कमी नहीं है इसलिए रोहन हमेशा ही अपनी जिंदगी को अच्छे से जीने के बारे में सोचता है। उस दिन मैं रोहन के साथ चला गया लेकिन जब हम लोग घर लौट रहे थे तो रोहन शराब के नशे में था मैंने उसे कहा कि मैं कार ड्राइव करता हूं लेकिन रोहन ने मुझे कहा कि नहीं कार मैं चला लूंगा जिस वजह से हम लोगों का एक्सीडेंट हो गया और रोहन को काफी ज्यादा चोट आई थी। हम लोगों वहीं नजदीक के अस्पताल में गए और वहां पर हम लोगों ने अपनी मरहम पट्टी करवाई और फिर देर रात को घर लौट आए। रोहन की कार पूरी तरीके से डैमेज हो चुकी थी जिस वजह से उसकी कार को अगले दिन सर्विस सेंटर में लेकर जाना पड़ा। रोहन मुझे कहने लगा कि यह मेरी गलती की वजह से ही हुआ अगर मैं कार नही चलाता तो शायद यह सब नहीं होता।


मैंने उसे कहा कि इस बारे में सोच कर कोई फायदा नहीं है कुछ समय बाद तुम्हारी गाड़ी ठीक हो जाएगी लेकिन आगे से तुम यह बात ध्यान रखना कि कभी भी तुम ज्यादा नशे में हो जाओ तो गाड़ी मत चलाना। वह मुझे कहने लगा हां सुनील मैं आगे से इस बात का ध्यान जरूर दूंगा। वह उस दिन के बाद से कभी भी शराब के नशे में हो जाता तो वह मुझे ही कहता कि तुम कार चलाओ। रोहन मुझे अपने दोस्तों से मिलाता था। एक दिन उसने मुझे सुनीता से मिलवाया जब मैं सुनीता से मिला तो उसका टाइट फिगर और उसका बदन देख कर मैं उस पर पूरी तरीके से फिदा हो चुका था। उसके साथ शारीरिक संबंध बनाना मेरे लिए आसान नहीं था क्योंकि उसका एक बॉयफ्रेंड था लेकिन उन दोनों के बीच में झगड़ा होने लगे थे इसलिए मेरे लिए यह बहुत ही अच्छा मौका था। मै सुनीता के करीब जाने लगा हम दोनों एक दूसरे से बातें करने लगे हम दोनों की बातें बढ़ने लगी थी। एक दिन मैंने उसे अपने घर पर बुला लिया जब वह घर पर आई तो उसने उस दिन टाइट जींस और टॉप पहना हुआ था जिसमें कि उसके गोल और बड़े स्तन साफ दिखाई दे रहे थे।

हम दोनों साथ में बैठे हुए थे और आपस मे बात कर रहे थे उसने मुझे अपने बॉयफ्रेंड के बारे में बताया और कहने लगी उसके और उसके बॉयफ्रेंड के बीच में बिल्कुल भी अच्छा संबंध नहीं है जिस वजह से उसने उसके साथ ब्रेकअप कर लिया ।मैंने उसके कंधे पर हाथ रखा और कहां देखो सुनीता तुम उसके बारे में भूल जाओ और आगे बढ़ने की कोशिश करो। मैंने जब उसके स्तनों पर अपना हाथ लगाया तो मेरे अंदर कंरट दौडने लगा मैंने जैसे ही उसकी जांघ को सहलाना शुरू किया तो वह बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी। मैं उसकी जांघ को बड़े अच्छे से सहलाया जब मैंने उसके स्तनों को दबाना शुरू किया तो वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही मजा आ रहा है। मैंने अब अपने लंड को बाहर निकाला और उसने जैसे ही मेरे लंड को देखा तो उसने मेरे लंड को लपकते हुए उसे मुंह के अंदर ले लिया और बड़े अच्छे से सकिंग करने लगी। मैंने उसे कहा मुझे बहुत अच्छा लग रहा है वह काफी देर तक ऐसा ही करती रही अब मैंने उसकी टी शर्ट को उतारा तो उसके बड़े स्तनों को देख कर मेरा लंड तन कर खड़ा होने लगा था और मेरे लंड से पानी भी बाहर की तरफ को निकलने लगा था। मैंने उसकी ब्रा को उतारकर फेंक दिया और उसके स्तनों के बीच दरार में मैं अपने लंड को रगड़ने लगा वह उत्तेजित होने लगी। मैंने जब उसकी जींस को उतार कर उसकी पैंटी को उतारा तो उसकी चूत से पानी बाहर निकल रहा था उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था जब मैंने उसकी चूत के अंदर उंगली डाली तो वह बहुत जोर से चिल्लाई और कहने लगी मैं अब नहीं रह पा रही हूं। मैं यह सुनकर बहुत ही ज्यादा खुश था मैं उसकी तड़प बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी। जब उसके शरीर से पूरी तरीके से गरमाहट बाहर निकलने लगी तो उसने मुझे कहा अब तुम मुझे चोदो मैं रह नहीं पा रही हूं। वह मेरे लंड को अपनी योनि में लेने के लिए बेताब थी मुझसे अपनी चूत मरवाने के लिए वह बहुत ही ज्यादा तड़प रही थी। मैंने जैसे ही अपने लंड को उसकी योनि के अंदर धीरे-धीरे घुसाना शुरू किया तो उसने अपनी चूतड़ों को ऊपर उठाया और उसकी चूत के अंदर तक मेरा लंड चला गया उसकी चूत के अंदर तक मेरा लंड जाते ही वह जोर से चिल्लाते हुए मुझे कहने लगी मुझे आज मजा आ गया।

मैंने उसे कहा मजा तो मुझे भी बहुत आ रहा है मैंने उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को करना जारी रखा जिससे कि वह पूरी तरीके से उत्तेजित होने लगी थी और उसकी योनि से बहुत ज्यादा पानी बाहर की तरफ को निकलने लगा था। उसने मुझे कहा तुम मुझे डॉगीस्टाइल पोजीशन में चोदो मुझे वह बहुत ही पसंद है यह बात सुनकर मैं और भी ज्यादा खुश हो गया। मैंने अपने लंड पर तेल की मालिश करते हुए अपने लंड की चिकनाई को पूरी तरीके से बढ़ा दिया जब मैंने उसकी योनि पर अपने लंड को सटाया तो वह मुझे कहने लगी अब तुम अंदर की तरफ डाल दो। मैंने जैसे ही अंदर की तरफ लंड को धकेलना शुरू किया तो मेरा लंड अंदर की तरफ चला गया। जब मेरा लंड उसकी योनि को चीरता हुआ अंदर की तरफ गया तो वह बहुत जोर से चिल्लाई और कहने लगी मुझे मजा आ गया।

अब वह मुझसे अपनी चूतड़ों को टकराने लगी थी वह जब अपनी चूतडो को टकरा रही थी तो मुझे एक अलग ही आनंद की अनुभूति हो रही थी। वह मुझे कहती तुम मुझे ऐसे ही चोदते रहो मैंने उसे कहा मुझे तुम्हें चोदने में बहुत मजा आ रहा है। मैंने उसकी चूत का आनंद बहुत देर तक लिया मैं तब तक उसे चोदता रहा जब तक कि मेरा लंड पूरी तरीके से छिल नहीं गया। वह भी इतना ज्यादा चिल्लाने लगी थी मुझसे कहने लगी कि मैं अब नहीं रह पा रही हू तुम्हारा बहुत मोटा लंड है। मेरा 9 इंच लंबा और 5 इंच मोटा लंड उसकी चूत मे गर्मी को बढा रहा था। जैसे ही मैंने उसकी चूत के अंदर अपने वीर्य को गिराया तो वह खुश हो गई और कहने लगी आज मजा आ गया उसने मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर सकिंग करना शुरू किया तो मैंने उसे कहा मुझे बहुत मजा आ रहा है। वह कहने लगी हां मुझे भी बड़ा अच्छा लग रहा है कुछ देर तक उसने ऐसा ही किया फिर उसने मेरे वीर्य को मेरे लंड से बाहर निकाल कर अपने अंदर ही समा लिया और मेरी इच्छा को पूरा कर दिया।

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